राता पु [सं॰ रक्त, प्रा॰ रत्त] [वि॰ स्त्री॰ राती] १. लाल । सुर्ख । उ॰— (क) बन बाटनि पिक बटपरा तकि विरहिन मन मैन ।— कुहै कुहौ कहि कहि उठै करि करि राते नैन ।— बिहारी (शब्द॰) । (ख) भृकुटी कुटिल नैन रिस राते ।— तुलसी (शब्द॰) । २. रँगा हुआ ।