रासभ
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]रासभ संज्ञा पुं॰ [सं॰] [स्त्री॰ रासभी]
१. गर्दभ । गधा । गदहा । खर । उ॰—(क) विपति मोरि को प्रभुहि सुनावा । पुरोडास चह रासभ खावा ।—तुलसी (शब्द॰) । (ख) गैवर भेटि चढ़ावत रासभ प्रभुता मोट करत हिनती ।—सूर (शब्द॰) ।
२. अश्वतर । खच्चर ।
३. एक दैत्य जिसे व्रज के ताल वन में बलदेव जी ने मारा था । यह गर्दभ के रूप में ही रहा करता था ।