राहित्य संज्ञा पुं॰ [सं॰] विहीनता । अभाव । (किसी वस्तु का) न होना । उ॰—तदपि निश्चित रहो तुम नित्य यहाँ राहित्य नहीं, साहित्य ।—साकेत, पृ॰ ४० ।