रीता

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

रीता वि॰ [सं॰ रिक्त, प्रा॰ रित्त] [वि॰ स्त्री॰ रीती] जिसके अंदर कुछ न हो । खाली । रिक्त । शून्य । उ॰— (क) साँची कहि जाउ कब ऐहौ भौन रीते पर । —पद्माकर (शब्द॰) । (ख) हम हम करि धन धाम संवारे अंत चले उठि रीते ।—तुलसी (शब्द॰) । (ग) रीते घट धरि लेत सिर देति भरन को ढ़ारि ।—रसनिधि (शब्द॰) ।