रेतना
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]रेतना क्रि॰ स॰ [हिं॰ रेत]
१. रेती के द्वारा किसी वस्तु को रगड़कर उसमें से छोटे छोटे कण गिराना जिससे वह चिकनी या आकार में कम हो जाय । क्रि॰ प्र॰—डालना ।—देना ।
२. किसी वस्तु को काटने के लिये औजार को धार रगड़ना । जैसे,—आरी से रेतना ।
३. औजार से रगड़कर काटना । धीरे धीरे काटना । जैसे,—गला रेतना । उ॰—(क) भूला सो भूला बहुरि कै चेतु । शब्द छुरी संशय को रेतु ।—कबीर (शब्द॰) । (ख) लियो छुड़ाइ चले कर मींजत पीसत दाँत गए रिस रेते ।—तुलसी (शब्द॰) । (ग) जाको नाम रेत सो रेतत रेतन के वन को ।—देवस्वामी (शब्द॰) ।