रेवत
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
रेवत ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. जंबोरी नीबू ।
२. आरग्वध वृक्ष । अमल- तास ।
३. एक राजा जिसकी कन्या रेवती बलराम जी को ब्याही थी । विशेष—देवी भागवत के अनुसार यह आनर्त्त का पुत्र और शर्याति का पौत्र था । ब्रह्मा के कहने से इसने अपनी कन्या रेवती बलराम को ब्याही थी ।
रेवत पु ^२ संज्ञा पुं॰ [हिं॰ रय + वत (प्रत्य॰)] दे॰ 'रैवंता' । उ॰— आया अवधेसर सुणे सहोदर, भडा परसपर अंक भरे । रेवत गज राजा सुभट समाजा, कर रथ साजा त्यार करे ।—रघु॰ रू॰, पृ॰ २३४ ।