रैवत
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]रैवत संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. एक साम मंत्र ।
२. गुजरात का एक पर्वत जिसपर से अर्जुन ने सुभद्रा का हरण किया था ।
३. शंकर । शिव ।
४. एक दैत्य जो बालग्रहों में से है ।
५. अनर्त देश का एक राजा । वर्तमान कल्प के पाँचवें मनु जो रेवती के गर्भ से उत्पन्न कहे गए हैं ।
७. मेघ । बादल ।
रैवत ^२ वि॰
१. धनी । संपत्तिशाली ।
२. परिपूर्ण । पर्याप्त । प्रचुर ।
३. श्रेष्ठ । भव्य । सुंदर [को॰] ।