रोमहर्षण

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

रोमहर्षण ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. रोयों का खड़ा होना जो आनंद के सहसा अनुभव से अथवा भय से होता है ।

२. वेदव्यास का शिष्य, सुत पौराणिक ।

रोमहर्षण ^२ वि॰ जिससे रोंगटे खड़े हों । भयंकर । भीषण । जैसे,— रोमहर्षण घटना ।