रौनक
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]रौनक संज्ञा स्त्री॰ [अ॰ रौनक़]
१. वर्ण और आकृति । रूप ।
२. चमक दमक । तेज । दीप्ति । कांति । जैसे,—चेहरे पर रौनक होना ।
३. प्रफुल्लता । विकास । जैसे,—सुनते ही चेहरे की रौनक उड़ गई ।
४. शोभा । छटा । चहल पहल । सुहावनापन । जैसे—व्यापार गिर जाने से शहर की रौनक जाती रही । यौ॰—रौनक अफरोज = रौनक बढ़ानेवाला । शोभाबृद्धि करनेवाला । उ॰—दरबार में रौनक अफरोज हुए ।—प्रेमघन॰, भा॰ २, पृ॰ १७ । रौनकदार । रौनके महाफिल = समाज या महाफिल की शोभा बढ़ानेवाला ।