लचकना
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
लचकना क्रि॰ अ॰ [हि॰ लच (अनु॰)]
१. किसी लंबे पदार्थं का बाझ पड़न या दबने आदि का कारण बीच से झुकना । लचना । जैसे,—यह छड़ी बहुत कमजार है जरा सा बाझ दन से ही लचक जाती है । सयो॰ क्रि॰—जाना ।
२. स्त्रियो की कमर का कोमलता या नखरे आदि के कारण झुकना । जैसे,—जब चलता है, तब उसकी कमर लचकता है ।
३. स्त्रियों का कोमलता या नखरे आदि के कारण चलने के समय रह रहकर झुकना । जैस,—वह जब चलता है, तब लचकती चलती हे ।