लच्छन

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

लच्छन पु ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ लक्षण] दे॰ 'लक्षण' । उ॰—(क) नहिं दारद्र कोउ दुखी न दीना । नहिं कोउ अबुध न लच्छन हीना ।—तुलसी (शब्द॰) । (ख) बिनु छल विश्र्वनाथ पद नेहू । राम भक्त कर लच्छन एहू ।—तुलसी (शब्द॰) । (ग) कछु देखि कै लच्छन छोटो बड़ो सम बात चलें कहि आबतु है ।— रघुनाथ (शब्द॰) ।

लच्छन ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ लक्ष्मण] दे॰ 'लक्ष्मण' ।