लछ पु संज्ञा पुं॰ [सं॰ लक्ष्य] दे॰ 'लक्ष्य' । उ॰—कोउ कहैं ये परम धर्म इस्त्रीजित पूरे । लछ लाधव संधान धरे आयुध के सूरे ।—नंद॰ ग्रं॰, पृ॰ १८१ ।