लड़ाना
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]लड़ाना ^१ क्रि॰ स॰ [हिं॰ लड़ना का प्रेर॰ रूप]
१. लड़ने का काम दूसरे से कराना । लड़ने मे प्रवृत्त करना । जैसे,—उन दोनों को तुम्ही लड़ा रहे हो ।
२. झगड़ मे प्रवृत्त करना । कलह के लिय उद्यत करना ।
३. एक वस्तु को दूसरी से वेग या झटक के साथ मिला देना । टक्कर खिलाना । भिड़ाना ।
४. लक्ष्य पर पहुचाना । किसी स्थान पर फेंकना या डालना । जैसे,—निशाना लड़ाना, आँख लड़ाना ।
५. परस्पर उलझाना । जैसे,—पतंग लड़ाना, ङोरा लड़ाना ।
६. सफलता के लिये व्यवहार में लाना । सिद्धि के लिये संचालित करना । जैसे, युक्ति लड़ाना, बुद्धि लड़ाना ।
लड़ाना ^२ क्रि॰ स॰ [हिं॰ लाड़ (= प्यार)] लाड़ प्यार करना । दूलार करना । प्रेम से पुचकारना । उ॰—नव नव लाडू लडा़ई लाड़ली नाहीं नाहीं यहाँ ब्रज जावरो ।—हरिदास (शब्द॰) ।