लदना
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]लदना † ^१ वि॰ [हिं॰] लदी वस्तु को ढोनेवाला । वोझा ढोनेवाला । लद्दू ।
लदना ^२ क्रि॰ अ॰ [अनुकरणात्मक देश॰] भाराक्रांत होना । भारयुक्त होना । बोझ ऊपर लेना । बोझ से भरना । ऊपर पड़ी हुई वस्तुओं के ढेर से भरना । जैसे,— (क) मेज किताबो से लदी हुई है । (ख) गाड़ी असवाव से लदी हुई आ रही है । संयो॰ क्रि॰—जाना ।
२. किसी वस्तु का किसी वस्तु के समूह से ऊपर ऊपर भर जाना । आच्छादित होना । पूर्ण होना । जैसे,— (क) यह पेड़ फलों या फूलों से लदा है । (ख) वह स्त्री गहनों से लदी है ।
३. सामान ढ़ोनेवाली सवारी (जैसे, गाड़ी घोड़ा, बैल, ऊँट) का वस्तुप्रो ं से पूर्ण होना । बोझ से भर जाना या भरा जाना । जैसे,— गाड़ी लद रही है ।
४. किसी भारी या वजनी चीज का दूसरी चीज के ऊपर होना या रखा जाना । किसी वस्तु के ऊपर बोझ के रुप में पड़ना या रखा जाना । जैसे,— (क) तुम उसकी पीट पर लद जाओ । (ख) मेज पर किताबें लदी हुई हैं ।
५. सामान ढोनेवाली सवारी पर वस्तुओं का रखा जाना । बोझ का डाला या रखा जाना । जैसे,— गाड़ी पर उनका असबाब लद रहा है ।
६. जेलखाने जाना । कैद होना । जैसे,— वह सात वरस के लिये लद गया ।
७. परलोक सिधारना । मर जाना । जैसे,— आज वे भी लद गए ।
८. समाप्त होना । खत्म होना ।