ललाट
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]ललाट संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. भाल । मस्तक । माथा । उ॰—नीको लसत ललाट पर टीको जटित जराय । छबिहिं बढ़ाबत रवि मना ससि मंडल में आय ।—बिहारी (शद॰) । मुहो॰—ललाट में लिखा होना=भाग्य में होना । किस्मत में होना ।
२. भाग्य का लेख । किस्मत का लिखा । जैसे,—जो ललाट में होगा, वही हीगा ।