लवना

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

लवना ^४ क्रि॰ स॰ [सं॰ लवन, हिं॰ लुनना] पके हुए अन्न के पौधों को खेतों से काटकर एकत्र करना । लुनना । उ॰—तुलसी यह तन खेत है, मन बच करम किसान । पाप पुन्य द्वै बीज है बोवे सो लवै निदान ।—तुलसी (शब्द॰) ।

लवना पु †२ क्रि॰ अ॰ [हिं॰ लप या लौ] दीप्त होना । चमकना । उ॰—चटक चोप चपला हिय लवै । सबही दिस रस प्यासनि तवै ।—घनानद, पृ॰ १८७ ।

लवना ^४ वि॰ [सं॰ लवण] दे॰ 'लोना' ।