लहरी
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
लहरी ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] लहर । तरंग । हिलोर । मौज । उ॰— ऊ/?/, बसुधा में सुधालहरी लला की बरनी, मैन कलावारी कहि प्यारी कब बोलिहै ।—दीनदयाल (शब्द॰) ।
लहरी † ^२ वि॰ [हिं॰ लहर + ई (प्रत्य॰)] मन की तरंग के अनुसार चलनेवाला । आनंदी । मनमौजी । खुशमिजाज । उ॰— लहरी जवान हैं । कभी तो रात को तीन तीन बजे तक जागते हैं कभी दिन को दो दो पहर तक सोया करते हैं—फिसाना॰, भा॰ ३, पृ॰ ३२ ।