लहि † अव्य॰ [हिं॰ लहना (= प्राप्त होना, पहुँचना)] पर्यंत । तक । ताईं । उ॰—आवहु करहु कदरमस साजू । चढ़हि बजाइ जहाँ लहि राजू ।—जायसी (शब्द॰) ।