लादना
दिखावट
प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]लादना क्रि॰ स॰ [सं॰ लब्ध, प्रा॰ लद्ध ( = प्राप्त) + हिं॰ ना (प्रत्य॰)]
१. किसी चीज पर बहुत सी वस्तुएँ रखना । एक पर एक चीजें रखना । जैसे,—गाड़ी पर असबाब लादना ।
२. गाड़ी या पशु को भार से युक्त करना । ढोने या ले जाने के लिये वस्तुओं को भरना । जैसे,—बैल लादना, गाड़ी लादना । यौ॰—लादना फाँदना = लादना और रखना ।
३. किसी के ऊपर किसी बात का भार रखना । जैसे,—तुम सब काम मुझ पर ही लादते चले जाते हो । संयो॰ क्रि॰—देना ।
४. कुश्ती लड़ते समय विपक्षी को अपनी पीठ या कमर पर उठा लेना । (पहल॰) । संयो॰ क्रि॰—लेना ।