लान
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]लान ^१ संज्ञा पुं॰ [अं॰ लाँन] हरी घास का बड़ा मैदान जिसपर गेंद आदि खेलते हैं । उ॰—कहीं चमन, तो कहीं लान ।— प्रेमधन॰, भा॰
२. , पृ॰ १७६ ।
लान ^२ संज्ञा स्त्री॰ [अ॰] धिक्कार । फटकार [को॰] ।
लान टेनिस संज्ञा पुं॰ [अं॰] गेंद का एक खेल जो छोटे से मैदान में खेला जाता है ।
लान पु † ^३ क्रि॰ स॰ [हिं॰ लगाना] लगाना । उ॰—(क) राम कुचरचा करहिं सब सीतहिं लाइ कलंक ।—तुलसी (शब्द॰) । (ख) लै परजंक निसंक नवेली को लाय गरे से लगे गहि गूमन ।—शंभु (शब्द॰) । मुहा॰—लाना लगाना या लाने लगाना = ऋण के बदले में कोई पदार्थ दे देना या ले लेना ।