लायक
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]लायक ^१ वि॰ [अ॰ लायक्]
१. उचित । ठीक । वाजिब ।
२. उपयुक्त । मुनासिब । जैसे,—लड़के के लायक टोपी चाहिए । उ॰— देखि सिवर्हि सुरतिय मुसुकाहीं । बर लायक दुलहिनि जग नाहीं ।—तुलसी (शब्द॰) ।
३. सुयोग्य । गुणवान् । सब बातों में अच्छा । जैसे,—(क) उनके घर के सभी लड़के बहुत लायक हैं । (ख) अब तुम सयाने हुए; कुछ लायक बनो । उ॰— सो हम तो सिर बैठन लायक श्रेष्ठ सदा ।—गिरधर (शब्द॰) ।
४. समर्थ । सामर्थ्यवान् । उ॰—(क) सब दिन सब लायक भयो गायक रघुनायक गुनग्राम को ।—तुलसी (शव्द॰) । (ख) बहुनायक हौ सब लायक हौ सब प्यारिन के रस को लहिए ।— रघुनाथ (शब्द॰) ।
लायक पु ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰ लाजा] धान का भूना हुआ लावा । लाजक । उ॰—बरषा फल फूलन लायक की । जनु है तरुनी रति नायक की ।—केशव (शब्द॰) ।