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लिक्षा

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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लिक्षा संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]

१. यूकांड । जूँ का अंडा । लीख ।

२. एक परिमाण जो कई प्रकार का कहा गया है; जैसे,—कहीं चार अणुओं की लिक्षा कही गई है, कहीं आठ बालाग्र की । (८ परमाणु=रज । ८ रज=बालाग्र) । ६ लिक्षा का एक सर्षप (सरसों या राई) माना गया है ।