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लीवर

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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लीवर संज्ञा पुं॰ [अं॰ लिवर]

१. युकृत । जिगर । विशेष दे॰ 'यकृत' ।

२. किसी भारी वस्तु को सरलता से उठाने का यंत्र (को॰) ।

३. किसी मशीन, ताले या घड़ी आदि में लगा वह पुरजा जो किसी दूसरे पुरजे को उठाता गिराता है (को॰) ।