लुप्त

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

लुप्त ^१ वि॰ [सं॰]

१. छिपा हुआ । गुप्त । अंतर्हित ।

२. गायब । अदृश्य ।

३. नष्ट ।

४. टूटा हुआ । भग्न (को॰) ।

५. व्याकरण में लोप । अदर्शन (को॰) ।

६. उपेक्षित । त्यक्त (को॰) ।

७. लुटा हुआ । जो लूट लिया गया हो (को॰) । क्रि॰ प्र॰—करना ।—होना । यौ॰—लुप्तधर्मक्रिय=जिसने अपना धार्मिक कर्तव्य छोड़ दिया हो । लुप्तपद=(वाक्यादि) जिसमें शब्द न हों । लुप्तपिंडोदकक्रिय= जिस (मृत) की तर्पण, श्राद्ध आदि क्रिया न होती हो । श्राद्धतर्पणादि से वंचित । लुप्तप्रतिज्ञ= वचनभंग करनेवाला । जिसने अपनी प्रतिज्ञा तोड़ दी हो । लुप्तप्रतिभ=जिसकी प्रतिभा लुप्त हो गई हो ।

लुप्त ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰] चोरी का माल । चौर्य का धन ।