लूका
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]लूका ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ लुक (=जलना)] [स्त्री॰ अल्पा॰, लूकी]
१. अग्नि की ज्वाला । आग की लौ या लपट । उ॰— नखत अका- सहि चढ़े दिपाई । तत तत लूका परहिं दिखाई ।—जायसी (शब्द॰) ।
२. चिनगी । चिनगारी । स्फुलिंग ।
३. पतली लकड़ी जिसका छोर दहकता हो । लकड़ी जिसके एक सिरे में आग हो । लुत्ता । मुहा॰—लूका लगाना=आग छुलाना । आग लगाना । जलाना । मुँह में लूका लगाना=मुँह जलाना । तिरस्कार करना । (स्त्रियों की गाला) ।
लूका ^२ संज्ञा पुं॰ [देश॰] मछली फँसाने का एक प्रकार का जाल ।
लूका ^३ संज्ञा पुं॰ [अं॰ लूकस] बाइबिल का लूकस नामक संत ।