लेवी संज्ञा स्त्री॰ [अं॰] १. एक प्रकार का दरबार जो विलायत में राजा लोग और हिंदुस्तान में वायसराय करते थे । २. उद्देश्य- विशेष से खड़ी की हुई पल्टन । जैसे,—मकरान लेवी कोर । विशेष दे॰ 'मिलिशा' ।