लोकोत्तर

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

लोकोत्तर वि॰ [सं॰] जो इस लोक में होनेवाले पदार्थों आदि से श्रेष्ठ हो । बहुत ही अदभुत और विलक्षण । अलौकिक । जैसे,— (क) वहाँ एक योगी ने कई लोकोत्तर चमत्कार दिखलाए थे । (ख) यह कौन सी लोकोत्तर वस्तु है जिसके लिये तुम इतना अभिमान करते हो ।