वंजुल

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

वंजुल संज्ञा पुं॰ [सं॰ वञ्जुल]

१. बेत । उ॰—मंजु वंजुल की लता और नील निचुल के निकुंज जिनके पता ऐसे सघन जो सूर्य क ी किरनौं की भी नहीं निकलने देते । —श्यामा॰, पृ॰ ४१ ।

२. तिनिश का पेड़ ।

३. अशोक का पेड़ ।

४. स्थलपद्य ।

५. एक प्रकार के पक्षी का नाम । यौ॰—वंजुलद्रुम=अशोक । वंजुलप्रिय=वेतस ।