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वंद्र

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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वंद्र संज्ञा पुं॰ [सं॰ वन्द्र]

१. अभ्य़ुदय । मंगल ।

२. प्राचुर्य । प्रचुरता ।

३. भक्त । उपासक [को॰] ।