वकुल संज्ञा पुं॰ [सं॰] १. अगस्त का पेड़ या फूल । २. मौलसिरी । उ॰—सूखा है यह मुख यहाँ, रूखा है मन आज । किंतु सुमन- संकुल रहे प्रिय का वकुल समाज ।—साकेत, पृ॰ २९३ । ३. शिव । दे॰ 'बकुल' ।