वंधुर संज्ञा पुं॰ [सं॰ वन्धुर] १. रथ या गाड़ी का आश्रय जिसमें दोनों इरसे और धुरा प्रधान हैं । २. गाड़ी में का वह स्थान जहाँ सारथी या गाड़ीवान बैठकर उसे चलाता है ।
वंधुर ^२ वि॰ दे॰ 'बंधुर' ।