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वल्क

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प्रकाशितकोशों से अर्थ

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शब्दसागर

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वल्क ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ √वल्क् (=भाषण, कथन)] वक्ता । वाव- दूक [को॰] ।

वल्क ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. पेड़ों के धड़ औक कांड पर का आवरण । वल्कल । छाल ।

२. मछली के ऊपर की छाल । चोई । शल्क (को॰) ।

३. खंड । भाग (को॰) ।

६. एक प्रकार का वस्त्र (को॰) ।

५. पट्टिका लोध्र । पठानी लोध (को॰) । यौ॰—वल्कतरु । वल्कद्रुम । वल्कपत्र । वल्कफल । वल्कलोध्र । वल्कवसा=वल्कल या छाल का परिधान ।