वसूली
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
वसूली संज्ञा स्त्री॰ [अ॰ वसूल]
१. चुकता कराने की क्रिया । दूसरे से रुपया पैसा या वस्तु लेने का काम । प्राप्ति । जैसे,— इन्हें रुपया देते तो हो, पर वसूलो में बड़ी दिक्कत होगी ।
२. बाकी निकला या चाहता हुआ रुपया लेने का काम । जैसे,— उस गाँव में वसूली शुरू हो गई ।