वहीं अव्य॰ [हिं॰ वहाँ + ही] उसी स्थान पर । उसी जगह । विशेष—जब वहाँ शब्द पर जोर होता हे तब 'ही' लगाने के कारण उसका यह रूप हो जाता है ।