वाङ्मय
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]वाङ्मय ^१ वि॰ [सं॰]
१. वाक्यात्मक । वचन संबंधी ।
२. वचन द्वारा किया हुआ । जैसे,—वाङ् मय पाप । विशेष—वचनों द्वारा किए हुए पाप चार प्रकार के कहे गए हैं— पारुष्य, अनृत, पैशुन्य और असंनद्ध प्रलाप ।
३. जो पठन पाठन का बिषय हो ।
४. वाक्पटु । वाक्चतुर [को॰] ।
वाङ्मय ^२ संज्ञा पुं॰
१. गद्य पद्यात्मक वाक्य आदि जो पठन पाठन का विषय हो । साहित्य । उ॰—इस्लाम के प्रवेश ने भारतवर्ष की ललित कलाओं तथा वाङ् मय के क्षेत्रों पर अपना विशेष प्रभाव डाला ।—अकबरी॰ (भू॰) पृ॰ २ ।
२. वाक्पटुता । वाग्मिता (को॰) ।
३. अलंकारशास्त्र । साहित्यशास्त्र (को॰) ।