वादर
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]वादर †पु ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰ वारिद, वर्णविपर्यय द्वारा बादरि] बादल । मेघ । उ॰—(क) देति पाँवड़े अरघ चलीं लै सादर । उमगि चल्यो आनंद भुवन भुइँ बादर ।—तुलसी (शब्द॰) । (ख) लाल बिन कैसे लाल चादर रहैगी, हाय ! कादर करत मोहि बादर नए नए ।—श्रीपति (शब्द॰) ।
वादर संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. कपास के सूत का कपड़ा ।
२. कपास का पेड़ ।
३. बेर का पेड़ ।