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वारक

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

वारक संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. निषेध करनेवाला । वह जो वारण करे । प्रतिबंधक ।

२. घोड़े का कदम ।

३. घोड़ा ।

४. एक प्रकार का विशेष घोड़ा (को॰) ।

५. वह स्थान जहाँ पीड़ा हो । कष्ट- स्थान ।

६. बाधा का स्थान ।

७. एक सुगंधित तृण ।