वाला
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प्रकाशितकोशों से अर्थ
[सम्पादन]शब्दसागर
[सम्पादन]वाला ^१ संज्ञा स्त्री॰ [सं॰]
१. इंद्रवज्रा और उपेंद्रवज्रा के मेल से बने हुए उपजाति नामक सोलह प्रकार के वृत्तों में से एक, जिसके पहले तीन चरणों में दो तगण, एक जगण और दो गुरु होते हैं; तथा चौथे चरण में और सब वही रहता है, केवल प्रथम वर्ण लघु होता है । जैसे,—राखौ सदा शंभु हिए अखंडा । बाधौ सबै शूर तनै जु दंडा । धारो विभूती तन अक्षमंडा । नसैं सबैई अघ ओघ चंडा ।
२. नारियल (को॰) ।
३. दे॰ 'बाला' ।
वाला ^२ वि॰ [फ़ा॰ वालहू]
१. प्रतिष्ठित । मान्य ।
२. उच्च । उत्तुंग । श्रेष्ठ । उत्तम [को॰] । यौ॰—दे॰ 'बाला' शब्द में ।