वासर
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
वासर ^१ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. दिन । दिवस । उ॰—यह तारक जो खचे रचे, निशि में वासर बीज से बचे ।—साकेत, पृ॰ ३२२ ।
२. क्रम । बारी (को॰) ।
३. एक नाग का नाम (को॰) ।
४. वह घर जिसमें विवाह हो जाने पर स्त्री पुरुष पहली रात को सोते हैं ।
वासर ^२ वि॰ प्रभात संबंधी । प्रातःकालीन (को॰) ।