विकिर
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
विकिर संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. पक्षी । चिड़िया ।
२. कूआँ ।
३. वह चावल आदि जो पूजा के समय विघ्न आदि दूर करने के लिये चारों ओर फेंका जाता है । अक्षत ।
४. पेड़ (को) ।
५. बूँद बूँद करके (तटवर्ती वालु आदि से) चूनेवाला जल (को॰) ।
६. अपमृत्यु (आग में जलकर, पानी में डूबकर आदि) प्राप्त पितरों को दिया जानेवाला पिंड (को॰) ।
७. छिचराई या बिखेरी हुई वस्तु (को॰) ।