विक्षनरी:अवधी शब्दकोश
कंचित :: शापद
कंचुकी :: स्त्रियों का वस्त्र विशेष
कंजा :: एक कँटीला जंगली पेड़, जिसके फल भूरे रंग के होते हैं तथा कई औषधियों में काम आते हैं
कंजा :: जिसकी आँखे भूरी हों अथवा जिसकी आँख दागी हों
कँटिया :: छोटा तराजू
कंटेन :: पूर्ण, सकन्धित
कंडउरा :: वह कमरा, जिसमें कंडा रखा जाये
कंडज :: एक जंगली पौधा, जिसकी दातून बनाई जाती है और जिसमें फली भी लगती है उसकी कड़वी गंध दाँतों के कीटाणुओं को मारती है
कँड़ा :: पैरों में पहनने का आभूषण
कंड़ा :: गोबर का उपला
कँड़िया :: जमीन में गड़ा क्कंड़ों व पत्थर से निर्मित वह पात्र, जिसमें मूसल से चावल, दाल आदि छाँटते या कूटते हैं
कंडील :: पतले और प्रायः रंगीन कागज के बने पिंजडे, जिसमें दिया जलाकर विशेष अवसरो पर रखे जाते हैं
कंता, कंथ :: पति, प्रेमी;(कहा.) "जैसे कंता घर रहे वैसे रहे विदेश"
कंतूतुरी :: अंधेरे में रहने वाला मेंढक की भाँति रेंगने वाला जन्तु विशेष
कंथा :: कथरी गुदड़ी, योगियों का वस्त्र विशेष
कंदइल :: कनेर का फूल
कंदहिला :: गंदा
कंधरु :: कुसमय, दुर्दिन
कंपा :: तिकोनी लकड़ी, जिस पर बुलबुल पकड़ने के लिए लासा लगा दिया जाता है
कँवरी :: काँवरि, काँवर
कंस :: द्वेष, ईर्ष्या; मथुरा का प्रसिद्ध राजा
कइँचु :: तिरछापन
कइंजड़ :: एक नीच जाति, जो गीदड़ आदि का शिकार करते हैं । ये लोग प्रायः जंगली एवं बहुत लड़ाकू होते हैं
कइँड़ा :: लकड़ी का २ इंच का टुकड़ा
कइँता :: मार्ग, सँकरा रास्ता; अंकुर
कइँती :: पौधों के पेड़ से निकले हुए नए
कल्ले;-डारबु :: अनाज माड़ते वक्त किनारे का अंश बीच में डालना; पट्टा मारबु
कइठूँ :: कितने
कइति :: एक जंगली पेड़ और उसका फल, जो गोल, सफेद और पकने पर खटमिट्ठा होता है
कइती :: ओर, तरफ
कइथा :: खट्टा फल विशेष
कइथिनि :: कायस्थ की स्त्री
कइथी :: वह भाषा, जिसमें कायस्थ लोग प्रायः लिखते हैं । इसमें अक्षरों के ऊपर पाई नहीं लगती और यह शीघ्रता से लिखी जाती है । अवधी भाषा की लिपि
कइदि :: जेल, कैद; कइनारा
कइदि :: शाखा, डाल
कइनि, कइनी :: बाँस आदि की पतली टहनी
कइयउ :: कई
कइरी :: कयरी रंग की
कइसन :: कैसा
कइहा :: कब, किस दिन
कउआक मामा :: एक-जंगली लता और उसका फल, जो पकने पर लाल हो जाता है; शायद यह नाम इसलिए है कि पकने पर इसे कौए बहुत खाते हैं
कउआबु :: सोते हुए व्यक्ति का बड़बड़ाना
कउआरी :: एक जंगली पौधा, जो जहरीला होता है
कउथाँ :: कौन-सा बार
कउनी :: किस मार्ग से, किधर
कउरा :: जाड़ों में तापने के लिये जलाई गई आग
कउर्यउबु :: कौरी या बाँहों में लेना या पकड़ना
कउली :: दोनों बाहों को दोनों ओर से फैलाकर जितना घेरा बन जाता है उसके भीतर का स्थान
कउली :: वचन देने वाला, प्रण करने वाला
कउलु :: प्रण
कउस :: गोरा पर देखने में बुरा
ककई :: राब की तरह पतली मीठी द्रव वस्तु, जो गन्ने के रस से तैयार की जाती है
ककहा :: बड़ा कघा
ककही :: एक घास, जिसका फूल कंघी के आकार का होता है और जिसके पत्तों में लबाब होता है; घास खींचने का कृषि यन्त्र विशेष; कंघी; अर्द्धच-द्रकार मोतीयुक्त नाक का आभूषण
कका :: काका, चाचा
ककिया :: काकी, चाची
ककेटि :: पान की एक उपजाति
कक्कन :: दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में फ्साकर जोर से चाहे अपने ही दोनों हाथों या किसी दूसरे के हाथ को पकड़े रहने की मुद्रा
कक्कू :: काका या ՙकक्का՚ का प्यार वाला रुप
कखउरी :: आँख; काँख के बाल
कगाड़ि :: दीवाल के आकार का किनारा या तट, कगार
कचउंधनि :: शोर शराबा
कचकटी :: पताम साफ करने वाला (रंदा विशेष)
कचकन :: ठेस
कचड़बा :: लड़ाई, झगड़ा, अशांति
कचपचिया :: सूक्ष्म तारों का एक समूह, जो ठीक गिने नहीं जा सकते
कचर :: थोड़ा अपच, अधिक खाने के पश्चात की दशा
कचर-कचर :: बकवाद, जल्दी-जल्दी
कचरा :: मिट्टी का गीला व कड़ा रुप
कचरा :: कीचड़
कचलुआ :: पेहँटुआ ककरी से छोटा फल; पेहँटुआ
कचवाँसी :: अरहर का मरा हुआ दाना
कचाइंधि :: कच्चेपन की बू
कचाहिन :: अशांति; दुःख; निरंतर अशांति
कचिया :: गन्ने के रस की पतोई का अन्तिम रूप
कचूर :: एक पौधा, जिसकी जड़ सुगन्धित और दवा के काम आती है
कचेठ :: कुछ-कुछ पक्का
कचेलवा :: पतली व सादी काले रंग की चूड़ी । विवाह आदि अवसरों पर ज्यादा प्रचलन होता है; बच्चो की चूड़ियाँ; करुवा
कचोरा :: कटोरा
कच्च-पच्च :: भीड़; शोरगुल; बच्चों की बहुतायत
कच्च-पच्च :: कच्चा-पक्का
कछई :: अनाज रखने के लिये मिट्टी का छोटा बर्तन
कछावर :: नदी या झील का किनारा; ऐसे स्थान की भूमि या आबादी
कछेउड़ा :: क्यारियों का खेत
कज :: ऐब, दुर्गुण
कजकई :: चालाकी
कजरा :: वह (बैल आदि), जिसकी आँखें काली हों
कजरार :: काला, काजल की भाँति
कजरी :: दीपक से निकला हुआ कालिख; कालिमा, बादलों की घनी काली घटा; -तीज-भादों का त्योहार विशेष
कजहा, कजहिल :: भूरे बाल व आँख वाला; वर देखने आने वाले; दोष युक्त;
कजहाई :: ब्याह वाली
कजा :: अंत, मृत्यु
कजाक :: चालाक
कजावाँ :: ऊँट पर सामान रोकने का ढाँचा, काठी
कजियावाँ :: झिकझिक, मीन-मेष (काजी) की भाँति बाल की खाल निकालने की क्रिया
कजी :: दुर्गुण, ऐबी
कठई :: भैंस या गाय का निर्जीव या कृत्रिम बच्चा; कर्ती
कटउंझनि :: मार-पीट; मार-काट लड़ाई-झगड़ा
कटउआँ :: काटने से ही जाने वाला (पानी); योग्य फसल
कटकरी :: धान के पुआल का बारीक भाग; बिना दाने का धान
अउझड़ी :: सनकी
अउटबु :: दूध जलाकर खोया बनाना; औटना
अउढ़ा :: फंदा
अउदक :: बरसात की शुभ मुहूर्त या बारी, समय
अउधरबु :: प्रारम्भ करना
अउरागोंज :: गड़बड़ स्थिति
अउरागोंज :: मिश्रित; जो अलग न किया जा सके
अउरी :: दूसरी; -वार-दूसरी तरफ
अउरेबदार :: तिरछी सिलाई वाला
अउल :: गर्म गिचपिचा मौसम, जिसमें हवा बन्द हो
कटकरी :: सर्दी रहित मौसम
कटघरा :: लकड़ी का घर या घेरा
कटच्छर :: कटा अक्षर (लिखावट में) अशुद्धि
कटनी :: पकड़े न जाने के लिये घूमकर दूसरी ओर से निकल जाने की प्रक्रिया; फसल काटने की प्रक्रिया
कटन्नी :: चमड़ा सिलने का वह औजार, जो थोड़ा कटा होता है
कटन्नी :: कटिया, सुतारी
कटरा :: काठ का घेरा; मैदान, जिससे कोई चीज काटकर साफ कर दी गई हो
कटलहा :: कटा हुआ
कटलासी :: फटा हुआ आम
कटहरबु :: पीटना; खूब मारना
कटहा :: काट खोने वाला
कटहा बांभन :: महा ब्राहमण, ब्राहमण वर्ग से पितृ तर्पण आदि संस्कार कराने वाला
कटहिला सेराविन :: अँकुरियों से युक्त पाटा, जिससे घास उखड़ आती है
कटा :: परेशान, आसक्त, संघर्षरत
कटाकट्ट :: बिना अन्न जल के निराहार; स्पष्ट (बोलना); कट्ट-कट्ट
कटानि :: काटने का दाँव; काटने की जगह
कटार :: मिट्टी का प्याला; छोटी तलवार
कतासि :: काटने की इच्छा; ՙसि՚ लगाकर इच्छा प्रकट की जाती है
कटिया :: जूता आदि सिलने का सूजा; गहना विशेष; हल में लगी बड़ी कीलें; फसल काटने का समय
कटुआ :: एक विशेष प्रकार का गहना, जिसके किनारे कटे हुए हें
कटूसी :: बचाने की कोशिश; कंजूसी
कटेरी :: भटकटइया (वनस्पति)
कटेसुआ कटेहना :: जहाँ पर चारा काटा जाता हो अर्थात् जहाँ पर मशीन गड़ी हो; थाने की जेल या वह कमरा, जिसमें अपराधियों को अवरुद्ध किया जाता है
कट्टी :: श्वाँस
कट्टी साधबु :: ध्यान न करना
कट्टू :: (काल्पनिक) जन्तु, जो काट ले; बच्चों का डराने के लिये प्रायः यह शब्द प्रयुक्त होता है
कट्ठा :: भूमि मापक जो 5 हाथ लम्बा होता है; पक्की भूमि जो नहाने, बर्तन धोने के काम आती है
कठइला :: लकड़ी का कठवता
कठई :: गाय या भैंस दुहने में प्रयुक्त मिट्टी का बर्तन
कठऊ :: गन्ना पेरने में प्रयुक्त काठ का कोल्हू
कठकरेजी :: बड़े दिलवाला
कठबपवा :: वह बाप, जिसने किसी की विधवा माँ से ब्याह किया हो और ऐसी अवस्था में पहले बाप से उत्पन्न संतानें माँ के साथ ՙकठबपवा՚ के यहाँ आ जाती हैं
कठलेवा :: कड़ा लेव
कठहंडी :: लकड़ी की हंडी
कठाइन :: जिसमें काठ की-सी गन्ध या स्वाद हो
कठुआबु :: फल आदि का ठीक ढंग से भुन न पाने पर कड़ा हो जाना;
कठुरा :: अनाज के साथ मिली हुई गाँठ
कठुरा :: गिठुरा
कठुला :: बच्चों का गहना विशेष
कठेठ :: कड़ा, कठोर
कठेल :: धुनियों की कमान
कठोली :: लकड़ी की कटोरी
कड़की :: कमी, गिरावट; आर्थिक कमजोरी
कड़कोलि :: ՙकड़ाकुलि՚
कड़खा :: गड़रियों का एक गीत
कड़बड़ा :: सफेद और काले बालों वाला गधा
कड़हल :: अच्छी तरह जोती व सूखी हुई मिट्टी
कड़हिया :: कड़ाही
कड़ाकुलि :: पहाड़ी चिड़िया विशेष, जो जाड़ों में मैदान की ओर समूह रूप में । उड़ती व बोलती हुई आती है;
कड़ावल :: वह चाँदी, जो कड़ा एवं सुतिया में प्रयुक्त होती है
कडुआ :: बच्चों के हाथ या पैर में पहनाया जाने वाला कँड़ा
कढ़नी :: बरसात में खेतों की वह जुताई, जिसके बाद अन्न बोना ही शेष रह जाता है
कढ़ा :: काढ़ा
कढ़ा :: प्रशिक्षित
कढ़ायन :: अनुपयोगी, व्यर्थ
कढ़ी :: तुरेदार वस्त्रों का कढ़ाई युक्त (रुप)
कढ़ी :: खाद्य विशेष
कढुआ :: जबरदस्ती किसी की कन्या का डोला निकलवाकर उससे ब्याह कर लेने का रिवाज़
कण्डहुरी :: वह कोठरी, जहाँ कण्डे रखे जाते हैं
कण्डुवा :: कीटाणुओं एवं रोगों को आश्रय देने वाला
कतन्नी :: बाल कतरने का यंत्र, कैंची; कतरनी
कतर ब्योंतु :: कठिनतापूर्वक; प्रबंध किसी प्रकार प्रबन्ध; काट-छाँट
कतरा :: बूंद, कतला
कतरी :: लकडी के कोल्हू में प्रयुक्त मोंटी लकडी
कतरी :: कातरि
कतली :: कत्ल करने वाला
कतवार :: कूड़ा-करकट
कतारी :: एक तरह की ईख
कतिया :: कैंची
कत्तल :: ईंटों आदि का कतरन
कत्ता :: कितना
कत्ती :: एक प्रकार की बंधी-बंधाई पगड़ी, जिसे सिर पर हाथ से फिर बाँधने की आवश्यकता नहीं पड़ती
कत्थू :: किसी भी; प्रायः यह शक निरर्थकता प्रगट करने के लिये प्रयुक्त होता है
कथरा :: बड़ी मोटी कथरी
कदर :: मूल्य, आदर, कद्र
कदरई :: कातरता
कदराबु :: हिम्मत हारना, डरपोक हो जाना
कधवँ :: कौन जाने, शायद
कनइया :: रस्सी का वह हिस्सा, जो पशुओं की गर्दन में बांधा जाता है
कनइल :: एक फूल, जो लाल तथा पीला होता है
कनई :: कीचड़
कनकइया :: कागज की वस्तु, विशेष, जो तागे से उड़ाई जाती है; पतंग, गुड़ी
कनखा, कनुखा :: शाखा, कोपल
कनखिया :: आँख का कोना
कनगर :: तेज स्वभाव वाला (कुत्ता)
कनचोदा :: बदमाश, हरामी; कान (पिता) का जन्माया हुआ
कनटाइन :: झगड़ालू स्त्री
कनफटा :: वह साधू, जिसके कान फाड़ दिये गये हो; ऐसे साधू कुछ कबीरपंथी और कुछ गोरखनाथ के अनुयायी होते हैं
कनफुसवरि :: कानाफूसी; कानों में की गई बात
कनफोर :: जोर का कर्ण कटु शब्द, जो बराबर होता रहे
अउलाई :: वमन करने की इच्छा
अउला-मउला :: मस्त; उदार; मनमौजी
अउलि-अउलि :: बार-बार (कटुस्मृति अथवा पश्चात्ताप के लिए)
अउलिया :: मस्त; मनमौजी पुरूष
अउली :: खेत से पहले पहल काटकर लाया हुआ नया हरा अन्न; बिसुआ
अउवल :: प्रथम, श्रेष्ठ
अउसनि :: उमस भरा मौसम, हवाहीन गरम मौसम
अउसबु :: गर्मी में परेशान हो जाना
अउसान बीबी :: दुरकइयाँ या दुरदुरइयाँ का भोग लेने वाली आराध्य देवी
अउसाहिन :: पसीने में भीगे हुए कपड़े की भाँति दुर्गधमय
कनुआबु :: गन्दा हो जाना (पानी का) बरसात के बाद अथवा सफाई होने पर
कनेठी :: कान पकड़ने की क्रिया
कनेहरा :: गोद में रहने का आदती (बच्चा)
कन्छट :: स्त्रियों का कोई गुप्तांग; यह शब्द केवल गाली में प्रयुक्त होता है
कन्जड़ :: कइंजड़ि
कन्तारा, कन्तेरा :: बड़े कानों वाला
कन्दई :: किंवाड़ के नीचे रखा जाने वाला टुकड़ा
कन्दई :: कन्दरी
कन्ना :: कन्नी का बड़ा रूप
कन्ना :: कीड़ा लगा हुआ (फल, गन्ना आदि)
कन्हावरि :: वह कपड़ा, जो वर की ओर से वधु के भाई (प्रायः छोटे) के लिए ब्याह में आता है
कपच्छई :: दीर्घजीवी पौधा
कपछई :: विपत्ति, कष्ट; क्षय रोग
कपटबु :: काट लेना, कतर लेना
कपठ्यार :: व्यंग्य
कपिला :: काले और लाल रंगों के बीच के रंग की; प्रायः गाय के लिए ही यह विशेषण आता है
कपिसा :: मिट्टी की किस्म विशेष, जो पानी में शीघ्र पिघलती है तथा उतनी हीजल्दी सूखती भी है; कापिस
कपूरा :: बकरे का अंडकोष
कपूरी :: एक बूटी, जिसकी जड़ में कपूरृ-सी सुगन्ध होती है । इसकी पत्ती साँप की दवा के काम आती है
कप्फनु :: शव पर ओढ़ाने का कपड़ा; कफन
कफ :: पोशाक में बाँह का अगला हिस्सा; जमा हुआ थूक
काफी :: बलगम, कफ
कबाइति :: नियमानुकूल चलने, उठने बैठने आदि की क्रिया
कबाबु :: भुना हुआ मांस का छोटा टुकड़ा, जिसमें मसाला मिला होता है और जिसे लोहे के सिंकचे पर रखकर सेंकते हैं
कबाला :: लिखित बिक्री पत्र
कबाहति :: परेशानी; झंझट
कबीं :: राजी
कबीर :: एक प्रकार का देहाती गीत, जो फागुन में गाया जाता हैं और जिसमें प्रायः गाली गलौज होता है
कबीसनु :: कमीशन
कबुज :: कब्ज़, अपच
कबुर :: कब्र
कबेलू :: एक रंग; खपरैल
कबोधनि :: व्यर्थ की बात
कबोंया कब्बौं :: कभी
कमकर :: नीची जाति का व्यक्ति
कमकर :: नीच, जिसके माँ बाप का ठीक पता ना हो; शूद्र
कमगर :: काम का; लाभदायक
कमती :: पतले बाँस की खपची
कमबुझ :: कम बुद्धि वाला
कमरबस्ता :: बाँस, जो छप्पर के बीच में खड़ा-खड़ा लगाया जाता है
कमरी :: बड़ा एवं मोटा हाथ का बुना कम्बल; कामरि
कमहगि :: काम करने की अवधि, मजदूरी; परिश्रम
कमान :: पैदा किया हुआ, उपर्जित
कमान :: धनुष
कमानी :: बरमी चलाने वाली लकड़ी की पट्टी; धुनकी में लगा पुर्जा विशेष, मोटर आदि में लगा लौह, पुर्जा
कमासुत :: कमाई करन वाला पुत्र
कमेरा :: कमाने वाला
कमेल :: नदियों में लगाई जाने वाली चार बाँसों से निर्मित चार चार हाथ लम्बी खपचियों की एक जाल
कमेलाघर :: कसाईबाड़ा
कमोरा :: मिट्टी का बड़ा बर्तन; मटका
कम्बरी :: कमली
कम्याड़ा :: दरवाजे का पल्ला
करइल :: बाँस का कोंपल; बाँस की नई डाल
करइहा :: करहिया
करई :: मिट्टी का छोटा बर्तन; परई
करकच :: बार-बार का झगड़ा, उपद्रव
करकर :: स्वस्थ, मजबूत (वृद्धास्था के दौरान)
करकस :: सख्त काम लेने वाला
करकसा :: झगड़ालू
करक्का :: काला
करगदा :: धागे का गहना विशेष
करघा :: कपड़े बुनने का यन्त्र; वह गड्ढा, जिसमें पाँव लटकाकर जुलाहा कपड़ा बुनता है; करगह
करछ :: नमकीन एवं कटु स्वाद
करतूति :: कर्तृत्व, गुण
करदा :: बट्टा, मैल; आटा पिसाने के बदले में दिया जाने वाला आटा
करधना :: कमर में पहना जाने वाला तागे का माला
करधनी :: कमर का आभूषण
करनी :: कर्म; करतूति आर्थिक मदद
करबस :: हथियार लटकाने के लिये जीन या चारजामें में कसी हुई पट्टी
करबी :: ज्वार के पौधे
करमटा :: हल्का काला कपड़ा
करसी :: कंडे का टूटा बारीक भाग, लोहारों की भट्टी; मिट्टी का बर्तन विशेष
करहा :: खेतों में डाँ ड़ी बनाने में प्रयुक्त बड़ा यंत्र
करहिया :: कड़ाही
करही :: रूई धुनकने वाली मशीन में लगा हुआ पटरा; खेतों में पतली मेड़ें बनाने में प्रयुक्त उपकरण; सनई के पौधों का एक भाग
करहुँ :: बाजरे आदि की बाली का फूल; धुआँ से बना जाला
करा :: सन या मूंग की पतली लट; दो करें मिलाकर रस्सी बटी जाती है
कराइन :: छप्पर का अवशेष
करारा :: सख्त, बलवान
करारी :: अवश्य; निःसन्देह, करारे के अनुसार
करिक्का :: काला
करिना :: कन्या; अविवाहित लड़की
करिया :: काला
करियारी :: एक जंगली पौधा, जिसमें विष होता है
करिल :: कल्ला, नये पत्ते
करिहावँ :: कमर
करीं :: कली
करी :: कड़ी, यह शब्द प्रायः लकड़ी के अर्थ में ही प्रयुक्त होता है
करीना :: तरीका, आदत, व्यवहार
करुअई :: कडुआपन
करुआबु :: फली आदि के दाना मजबूत होने लगना; कडुवा जाना
करुआर :: लोहे का काँटा
करुई :: थोड़ी देर पूर्व लगी हुई (नींद)
करुख :: कटु (शब्द)
करुवा-कचेला :: पतली व सादी काले रंग की (चूड़ी) इनका प्रचलन विवाहादि अवसरों पर ज्यादा होता है
करू :: कडुवा
करेंठा :: काला
करेंहटा :: काला व्यक्ति
करेजी :: बकरे आदि केकलेजे का नरम भाग जो खाया जाता है
करेजु :: कलेजा, हिम्मत; दिल
अउसेवरि :: कष्टदायक अवस्था
अऊँठा :: अंगूठा; (मुहा.) अंगूठा दिखाना, इनकार कर देना
अकंत :: एकांत, सूना, निर्जन
अकई :: दूसरी
अकउआ :: आक; मदार, उसका फल, पेड़ आदि
अकउटबु :: एक हो जाना
अकक :: एक-एक
अकच्छ :: अधिकता, अधिक उत्पात अथवा बाधा
अकच्छ :: परेशान
अकछीं :: छींकने पर जो शब्द कहा जाता है या मुँह से स्वयं निकलता है
करेर या कर् यार :: सख्त; कड़ा; अधिक अवस्था का (जवान)
करैलहा :: वह खेत, जिसकी मिट्टी हल्के काले रंग की हो
करौंछ :: ऊँट की एक जाति
करौंछी :: काले रंग की बड़ी बदली
कर्ती :: मरे हुए पशु-बच्चे की खाल में घास आदि भरकर उसी आकार का बना रूप
कनैंता :: कुछ लालिमा लिए हुए रंग का ऊँट
कर्रा :: कड़ा, सख्त, बुरा
कर्दा :: राब रखने में प्रयुक्त मिट्टी का बर्तन
कर्रीकुर्रा :: उत्तेजित व संघर्षमय वार्तालाप
कर्वावनि :: दूध पकाने में प्रयुक्त बर्तन की जली खुरचन
कल :: शांति
कलई :: भेद
कलऊ :: कलियुग
कलक :: हृदय की अपूर्ण इच्छा; दुःख, खेद
कल-कुसल :: आनंद, मंगल, कल्याण
कलछुलि :: सब्जी आदि चलाने का यंत्र
कलजुगहा :: कलयुग का, दुश्चरित्र
कलझबु :: दुःख या वियोग से तड़पना
कलथरा :: जुलाहों का एक लकड़ी का औजार; चक्र
कलन्द :: चितकबरी शक्तिवर्द्धक स्वादिष्ट (मछली)
कलप :: कष्ट; कल्प
कलपउबु :: जी दुखाना
कलपबु :: हार्दिक इच्छा करना
कलफुलु :: कान का आभूषण
कलबली :: खुजली की एक उपजाति
कलबूता :: काठ का एक उपकरण, जिससे जूते का अगला भाग ताना जाता है
कलमी :: कलम बाँधकर तैयार की गई (पौध)
कलसा :: पानी भरने के काम वाला मटकी नुमा पात्र
कलाँ :: उम्दा, बढ़िया, बड़ा
कलाई :: बर्तन आदि पर चढ़ा रांगा आदि का लेप, कलई; हाथ
कलाक :: घंटा, यह शब्द प्रायः बम्बई, कलकत्ते आदि से नौकरी करके लौटे हुए देहाती बोलते हैं
कलाछत़ :: (घोड़े की) उछाल या कूद
कलादा :: हाथी की गर्दन का वह भाग, जहाँ महावत बैठता है
कलिंदा :: तरबूज
कलि :: आराम, सुख, छुटकारा (बीमारी से)
कलिया :: मांस; उदा.- "हाजिर है जो कुछ दालदलिया । समझिए उसको मुलाव कलिया ।"
कली :: बंद फूल, खटाई का टुकड़ा
कलील :: थोड़ा कम
कलुट्टा :: काला, काले रंग का
कलोरि :: गर्भधारण करने योग्य बछिया
कलोल :: खेल, आनंद; स्त्री-प्रसंग
कलछुला :: बालू निकालने बड़ा चम्मच
कल्ला :: शाखाओं की चोटी का भाग विशेष; चेहरा
कल्लाबु :: दर्द होना, जलन होना; भूख लगना
कल्ली :: करहिया, जिसमें चबेना भूजा जाता है
कल्हरी :: पाँच सौ कटी ऊँखों का ढेर
कल्हारबु :: चबेना आदि कराही में डालकर इधर उधर चलाना
कवर :: नेवाला, ग्रास
कवरा :: रोटी का टुकड़ा, जो प्रायः कुत्ते को दिया जाता है
कवही :: दरवाजे के पीछे का वह भाग, जहाँ से बाहर की बात सुनाई दे
कस :: कैसा
कसक :: अपूर्ण इच्छा, हार्दिक इच्छा
कसनि :: कस देने की क्रिया; कसने की बात
कसबिन :: दुश्चरित्रा; वेश्या
कसबी :: वेश्या
कसमाकसमी :: परस्पर उठाई गई कसम
कसयपनु :: कसाई का काम; निर्दयता
कसरई :: तंगी, संकीर्णता
कसरि :: कमी; अपच; प्रतिशोधात्मक भावना
कसाघात :: कोड़े की चोट
कसाबु :: (किसी पदार्थ का स्वाद) खराब या काँसे का-सा स्वाद हो जाना
कसाला :: कष्ट, बहुत परिश्रम
कसी :: कदम
कसीकसा :: तंगी, खिंचाव, संघर्ष, भीड़-भाड़
कसीदा :: बेलबूटे का काम
कसीस :: तूतिया
कसु :: रस, नमी; तम्बाकू; दम
कसूस :: अपराध
कहकहा :: जोर की हँसी
कहका :: बुरा कहने का रास्ता
कहकुति :: जनश्रुति, व्यर्थ की बात
कहलबु :: चबेना भूनना या कल्हारना
कहवाँ :: किस स्थान पर
कहाउति :: मृत्यु की सूचना
कहिया :: किस दिन
कहिका :: किसका
काँकरि :: ककड़ी
काँकुनि :: सावाँ जैसा अनाज विशेष
काँखा सोती :: एक कोख के नीचे से ले जाकर दूसरे कंधे के ऊपर से, बाँधने की पद्धति जैसे दुपट्टा बाँधा जाता है
काँच :: पुरुषों की धोती का वह भाग, जो धोती लपेटने के बाद नीचे से पीछे ले जाकर ऊपर कमर पर खोंस लिया जाता है; लांग
कांजी :: पानी में डालकर कुछ फलों या गाजर आदि के टुकड़ों से बनी खटाई, जो पाचक रूप में पी जाती है; दूध दही से जमता है, काँजी ते फटि जाय
काँड़ा :: धुली दाल (उड़दकी)
काँड़ी :: माचिस की तीली; कूँ डी जिसमें धान कूटा जाता है
कांदा :: कीचड़
काँपा :: चिड़िया फँसाने की लासा लगी लकड़ी
काँवरि :: बहंगी, जिसके दोनों ओर मनुष्य बैठाये जाते हैं जैसा श्रवण ने किया था
काँस :: वह खर, जिससे डलवा बीना जाता है
काँसा :: कसकुट (फूल और पीतल) का मिश्रित रूप; बरसाती घास विशेष, जिसमें सफेद फूल निकलते हैं
काइयाँ :: धूर्त, चालाक; मक्कार
कागर :: कागज; कपड़ा
काची-कूची :: कचड़ा; प्रायः माताएँ छोटे बच्चों का मुँह धोते समय कहती हैं काची-कूची कौआ खाय, दूध-भात मोर भैया खाय
काची-कूची :: कीची-कीची; काचा-कूची
काछबु :: मटुकी आदि से (दही) निकालना
काज :: बटन बन्द करने वाले गड्ढे; कार्य
काटू :: डरावना जीव; डराने वाला व्यक्ति; हौवा
काठि :: तेल में बैठने वाली कीट या महीन खली
काठी :: ऊँट की पीठ पर रखी जाने वाली लकड़ी की गद्दी; शरीर
काढ़ा :: छाल आदि जड़ी-बूटियों को उबालकर बनायी गई औषधि
कातरि :: लकड़ी के कोल्हू में लगा एक पटरा; कतरी
कातिब :: तस्तावेज या दूसरा कानूनी कागज लिखने वाला व्यक्ति
अकजऊँ :: हानिकारक (अवसर)
अकजहर :: हर्ज कराने वाला (व्यक्ति)
अकठा :: अकेला
अकतई :: जल्दी
अकतहर :: जल्दबाज
अकताबु :: आवश्यकता से अधिक शीघ्रता करना
अकबति :: दशा, स्थिति
अकरउड़, अकरउड़ी :: हरिस के नीचे पाट के विपरीत ठोंकी हुई लकड़ी
अकरसिजाबु :: उचित समय पर जुताई न होने से खेत का कड़ा हो जाना
अकरकढ़ा :: प्रसिद्ध दवा
काथरि :: कंथा या कथरी
कादर :: डरपोक, निकम्मा, सुस्त
कादहुँ :: क्या सचमुच; शायद
कान :: सूरन; कर्ण
कानि :: लज्जा; अपने व्यक्तित्व अथवा मर्यादा आदि का ध्यान
कानिस :: दीवाल में छत के करीब पहुँचकर बनी डिजाइन विशेष; गल्ता
कानी :: पगही और गेरावँ के अंग्र भाग में अलग सेबंधी रस्सी, जिससे गर्दन फाँसी जाती है
कानी :: एक आँख वाली
कानीहउटु :: अनाथ जानवर बन्द करने का स्थान; कांजी हाऊस; हरहाघर
कानू :: बनियों की एक उपजाति
कान्ह :: डेहरी के ऊपर का किनारा; कंधा
काफर :: धूर्त, दुष्ट, नटखट
काबर :: कबरा; काला और सफेद बूटी वाला
काबि :: प्रयास, उपाय, बुद्धिमानी तर्क-वितर्क
काबिल :: योग्य, उपयुक्त
काबिला :: चरखी में लगे हुए दो लोहे के डण्डे
काबिस :: कच्चे मिट्टी के बर्तन रंगने के लिए रंगदार (मिट्टी)
कामकाजी :: परिश्रमी, व्यवसाय में अनुरत, कर्मठ
कामिल :: अच्छा
कार :: कारी, काला
कार :: कार्य; चौपहिया वाहन विशेष
कारन :: कारण; झगड़ा
कारन-करबु :: बुरी तरह से रोना या चिल्लाना
कारपरदाज :: जो किसी दूसरे का काम करे; नौकर
कारबारी :: परिश्रमीः व्यापार करने वाला
कारस्तानी :: निर्देशन; चालबाजी
काराराति :: काली रात; प्रायः यह शब्द स्त्रियों द्वारा प्रयुक्त होता है या सौगन्ध खाने के लिये
कारी :: कलंक
कालसुदास :: खुशबूदार छोटे चावल का (धान)
काला काँकड़ा :: महा विषैला सर्प
कालिका :: काली का छोटा रूप, छोटी काली
काली कपीली :: काली धारियों वाली चूड़ियाँ
कालेवाड़ी :: किस्म या बाना जान लेने के बाद व्यापारी द्वारा पूछा गया मूल्य
काव :: क्या, किस पर
कावा :: सेरावनि के किनारे लगने वाली दो लकड़ियाँ; चक्कर; टेढ़ा मार्ग
कासि :: एक जंगली और लम्बी घास, जोबरसात में होती है
कास्त :: खेती
काह :: क्या; प्रायः कविता में प्रयुक्त
काह :: पाल के दोनों तरफ लगे दो डण्डे (कावा)
काहिल :: आलसी, प्रमादी
किंदल :: प्रशंसनीय कार्य (बच्चों के)
काहू :: किसी
किंदवा :: गन्दा (पानी आदि)
किचकिच :: कीचड़ की अधिकता; कहासुनी, बहस
किचाहिन :: ՙकचाहिन՚
किचिर-किचिर :: थूकने या बेमतलब की बात की आवाज
किटपिलिया :: केले की एक जाति
किता :: टुकड़ा
कित्ता :: कितना, किस प्रकार
किनकी :: खूदा (चावल आदि के) टूटे हुए टुकड़े
किमाड़ा :: ՙकम्याड़ा՚ देखिए
किमियागर :: मिट्टी से सोना निकाल लेने वाले कारीगर
किम्यागोई :: बिना कहे किसी कार्य के करने की पहल; तर्क
कियाँ :: क्रीड़ा
किरखी :: कृषि, खेती
किरखुन :: दाल की चूनी का महीन कण
किरला :: अनुभूति, कर्म
किरवा :: कीड़ा
किरिन :: सेवक
किरिया :: शपथ; कर्म, करनी
किरोध :: क्रोध
किर्चा :: टुकड़ा
किलना :: गोल मोटे कीड़े, जो प्रायः जानवरों के बदन पर चिपके रहते हैं
किलवतिया :: दुबारा तंबाकू के पौधों को लगाने की रीति
किलहँटा :: मैना जाति का एक पक्षी
किल्ला :: अंकुर
किल्ली :: दरवाजों को भीतर से बन्द करने में प्रयुक्त लकड़ी की मोटी पट्टी; हाथ की कुहनी
किसबत :: नाइयों की, सामान रखने में प्रयुक्त छोटा बक्सा
किसिम :: किस्म, प्रकार; आम की उपजाति
किसुली :: गुठली
किस्ती :: मिठाई आदि रखने में प्रयुक्त चौकोर थाली
किहनी :: कहानी, छोटा सा किस्सा
कीकर :: बबूल
कीट, किटाई :: जमी हुई मैल, भूसा आदि की महीन धूल
कीन धरा :: किया हुआ या किया गया
कीना :: लज्जा, शर्म, पछतावा
कीमा :: महीन पिसा हुआ कच्चा मांस
कील :: गहना विशेष; छोटा आम
कील :: रीरी
कीलबु :: बंद करना; (देवता भूत आदि) स्थापित कर देना (कील गाड़कर)
कुंजड़ा :: साग-तरकारी बेचने वाला व्यक्ति
कुंजा :: एक रोग, जिसमें शरीर भर में दाने पड़कर खुजली होने लगती है
कुँटिहर :: कुट्टी के लिए घर
कूँड़ड़सार :: कूँड़ में बोने की पद्र्धति; सेवँ
कुँड़िया :: कुण्ड (छोटा)
कुंढ़ी :: दरवाजा बन्द करने की जंजीर
कुंदुरखा :: पूरों या गट्ठों का ढेर
कुंभी :: छोटा कुंभ, जो ६ वर्ष पर आता है; जल-तालाबोंकी घास विशेष
कुइयाँ :: छोटा कुआँ
कुकुरउढ़िया :: बैलों के पिछले दाँत
कुकुर छिनारा :: बुरी तरह फँस जाने की स्थिति, क्योंकि कुत्तों के मैथुन में दोनों बहुत देर तक फँसे रहते हैं
कुकुरदंता :: (वह व्यक्ति) जिसके दाँतों के ऊपर दाँत हो
कुकुरनिनिया :: कुत्ते की नींद
कुकुरहौं, कुकुरह्याँव :: कुत्तों का बराबर भौंकते रहने की क्रिया
कुकुराबु :: कुतिया का कुत्ते से संगम कराना
कुकुरी :: मकाई का फल, भुट्टा
कुकुरी :: अँड़िया
कुचकुचवा :: इस नाम का एक इतिहास है । कहते हैं कि जब लक्ष्मण जी के शक्ति लगी और हनुमान दवा हेतु पर्वत ही उठा लाये तो बहुत विलम्ब हो गया और सारी रात बीत गई । उल्लू पक्षी बोला- "काच-कूच-काच-कूच" अर्थात् जल्दी कुचकुचाकर दवा लगायें तभी से इसका यह नाम पड़ा; उल्लू
कुचरा :: बड़ा झाडू
कुचिला :: एक विष
अकराबु :: अस्वादिष्ट हल्की कड़वाहट आना; करछयाबु
अकरास :: कष्ट
अकवा :: एक, दूसरा
अकवाई :: लुहारों के यहाँ जला कोयला खींचने वाली सरिया
अकवाही :: सींचने की सुविधा के लिए खेत के विभाजित अंश
अकस-मकस :: हीला-हवाला, टाल-मटोल, दीर्घ सूत्रता
अकसर :: इकहरा
अकसरा :: एक्स रे
अकहुला :: चूल्हा
अकाक :: एकाध
कुचुरा :: जिसकी आँखें बन्द-सी हों; जो ठीक से देख न सके
कुच्चा :: चिथड़ा, कुचला हुआ, पिच्चा
कुच्चा :: भुनी हुई आलू आदि का कुचला हुआ रूप, भुर्ता
कुच्चा :: कुचला
कुजगहाँ :: बुरे स्थान पर; कुजागे
कुजूनि :: कुबेला, विलम्ब (भोजन, स्नान आदि के लीए)
कुज्झा :: पानी पीने का मिट्टी का बर्तन; रूपान्तर-भुरका, कुल्हड़, घट, कुम्हा
कुटकी :: दाल में गैर पका दाना; छोटा कीड़ा; टुकड़ों वाली तंबाकू
कुटनी :: दूती, स्त्रियों को पराये पुरुषों के लिए बहकाने वाली स्त्री
कुटानि :: कूटने की मेहनत या आवश्यकता
कुटिहा :: कूठ या व्यंग्य कर्त्ता
कुटुक :: जरा भी कठोर नहीं
कुटुमु :: परिवार, बालबच्चे
कुटेम :: अतिकाल, विलम्ब
कुटेव :: बुरी आदत
कुट्ट :: समाप्त (बातचीत, समझौता आदि)
कुट्टी :: अलगाव, सम्बन्ध विच्छेद, कटा हुआ चारा
कुठाँव :: बुरा स्थान
कुड़कबु :: मुर्गी का अण्डा देने की क्रिया रोक देना
कुड़की :: कुर्की, जब्ती
कुड़ी :: गधा
कुढ़ :: हल का हत्था; मोठिया
कुढ़बु :: भीतर ही भीतर रुष्ट होना
कुढ़ा :: एक हल्की मोटी लकड़ी, जिसे जंघा भी कहते हैं
कुणनी :: छोटा कूँड़ा; कूँड़ी
कुण्ढा :: सुनारों में प्रचलित ՙरुपये՚ का गुप्त नाम
कुतरक :: कुसमय अथवा अव्यवस्थित भोजन, स्नान आदि
कुतुआ :: अंदाज से निश्चित, बिना गिना या तोला
कुतुनबु :: काट लेना, थोड़ा-सा कतर लेना
कुत्ती :: कुश्ती, मल्लयुद्ध
कुदारि :: कुदाल
कुदारि :: दुष्ट
कुदीठि :: कुदृष्टि नज़र
कुधानि :: बेईमानी से प्राप्त धन
कुनह :: ईर्ष्या, द्वेष
कुनाई, कुनाव :: गेहूँ आदि का मड़ा हुआ ढेर
कुनेति :: बुरी नियत
कुप्पा :: चमड़े का बर्तन
कुप्पा :: मसक
कुफार :: व्यंग्य, कटु वाक्य
कुफुति :: आंतरिक वेदना
कुफुर :: भीषण परिवर्तन; घोर तथा अवांछनीय स्थिति
कुबाच :: बुरा वचन
कुबेरिया :: संझवतिया, गोधूलि का समय, कुसमय; विलम्ब
कुभागु :: अशुभ या अहितकर वचन
कुमंरगी :: बुरे मार्ग पर चलने वाला
कुमेटी :: सलाह; समिति
कुम्भारई :: मिट्टी के बर्तन बनाने का धंधा
कुम्भिल्याबु :: कुम्हलाना
कुम्हड़ा :: कद्दू
कुम्हा :: पानी पीने में प्रयुक्त मिट्टी का बर्तन; रूपान्तर-कुल्हड़, घट, कुज्झा, भुरका
कुरउनी :: ढेरी
कुरउबु :: उड़ेलना, ढेर लगा देना
कुरक अमीन :: कुर्की या वसूली करने वाला अफसर
कुरकुटा :: मोटा व सूखा-रूखा अन्न
कुरकुसा :: अर्थ-व्यवस्था
कुरथी :: सब्जी या चारा विशेष
कुरमा :: परिवार, कुल
कुरहिलु :: खेतों को बराबर करते समय जगह-जगह लगे मिट्टी के ढेर
कुरिया :: वह स्थान, जहाँ पर ताड़ी निकालने का काम होता है; छोटा घर; ढेरी
कुरी :: डुडुआ और कबड्डी के खेलों में खिलाड़ियों की पारी; गोत्र
कुरुख :: कठोर (शब्द)
कुरुब :: पड़ोस
कुरुम :: बूट-जूतों में काम देने वाला अच्छा और मुलायम चमड़ा
कुरेदबु :: खरोंच देना
कुरेधु :: दुःखानुभूति, संवेदना
कुलंच या कुलाँच :: छलांग
कुलंजनु :: पान की जड़
कुलच्छन :: बुरे लक्षण
कुलफा :: सब्जी विशेष
कुलही :: ज्वार के दाने के ऊपर की भूसी; बच्चों की टोपी विशेष
कुलाबा :: नहर से खेत तक पानी लाने का रास्ता
कुलामनाय :: (बात) जो किसी के कुल भर में मना (निषिद्ध) हो
कुलाह :: हल की मुठिया
कुलुफ :: ताला
कुल्थी :: एक अन्न, जिसके फलियों का साग और बीज की दाल बनाते हैं
कुल्हरा :: बड़ी कुल्हाड़ी
कुल्हिया :: मिट्टी का अत्यन्त छोटा बर्तन
कुसंभा :: अफीम और भांग को मिलाकर बनाया गया मादक पदार्थ
कुसढाब :: कुश घास का अंकुर
कुहिरी :: मोट से पानी निकालने की क्रिया
कुहीकाल :: तेज, चतुर, चालाक
कुहुक :: कूक
कुहेसा :: कुहरा
कूँच :: आम आदि का फूल, स्तन; यात्रा का प्रारम्भ; एँड़ी
कूँचबु :: कुचलना; पौधों में मंजरी का निकलना
कूँचा :: गली, मुहल्ला
कूँटा :: डंठल के टुकड़े, जो अन्न तैयार हो जाने पर खलिहान में पड़े रहते हैं
कूँटी :: फसल काटने पर पौधे का बचा डंठल; ठूँठी
कूँड़ :: बालू रखने का बर्तन (भाड़ में) हल द्वारा बनी पतली नाली
कूँड़ी :: मिट्टी या पत्थर का खुले मुँह का बर्तन
कूँत :: थोक
कूँत :: अंदाज
कूँतबु :: कीमत आँकना
कूकुर :: कुत्ता
कूचुर :: जिसकी आँख मुलमुलाती हो
कूड़ी :: आलू की फसल सींचने में प्रयुक्त पतली नाली
कूत-कूत :: छोटे कुत्तों को बुलाने का शब्द
कूना :: रोटी आदि का अत्यंत छोटा टुकड़ा
कूफर :: निर्जन, अयोग्य
अकुरहा :: असमान नमी युक्त, धोखे से मारने वाला, जल्द नाराज होने वाला
अकूपन :: अंदाज से
अकोल :: एक जंगली पेड़ और उसका फल, जो लीची की भाँति गूदे और बीजवाला पर बाहर से चिकना होता है
अक्किला :: अक्लमंद, बुद्धिमान
अक्को-बक्को :: दे. "ओंका-बोंका"... कहते हैं- अक्को-बक्को तीन तिलक्को लौआ लाठी बनकर काठी..... ।
अक्खिर :: आखिरकार
अक्याल :: अकेला
अक्वाल :: रास्ते से हटकर दूर
अखइया :: अनन्त तथा अनुपयोगी वस्तु
अखजबु :: उबकाई आना
कूबति :: शक्ति
कूबा :: जिसकी पीठ टेढ़ी हो
कूरा :: ढेर, हिस्सा
कूला :: दिल के नीचे का भाग; कमर के दोनों ओर का निचला भाग
केउ :: कोई
केउटी :: कई दालों का मिश्रण
केकर :: किसका
केकरहा :: केकड़ा
केकही :: कैकेयी
केकाँ :: किसको
केठई :: किस स्थान पर
केड़वारी :: आम के नये वृक्षों का समूह
केडुला :: नया वृक्ष
केतनिउ :: कई
केतहँत :: कहाँ तक
केतहाँ :: कहाँ
केताढ़ा :: मोटा गन्ना
केतिक :: कितना
केथुअई :: किस वस्तु
केथू :: किसी; किसी भी
केनारि :: अधिक दूध या घी वाली (गाय)
केर :: (कारक चिह्न) का, की, के
केरइया :: अनाज विशेष
केरमुआ :: पानी में होने वाला एक साग
केरा :: केला
केराना :: किराना, अनाज
केराव :: मटर विशेष
केव :: कोई
केवाँड़ा :: किंवाड़
केहर :: किधर
केहाँ-केहाँ :: छोटे बच्चे के चिल्लाने या रोने की आवाज़
केहुँचा :: हाथ का अग्रभाग; पहुँचा
केहू :: किसी भी
कै :: क्यों जी,
कै :: कितने
कैर :: सफेदी लिए हुए
कैल :: बीमार, लज्जित
कोंखि :: गर्भ, पेट
कोंछु :: (स्त्रियों का) अंचल
कोंछि :: फलों का गुच्छा
कोंड़ :: आनंद, हँसी
कोंडर :: किसी नदी या नाले का मोड़ वालास्थान
कोंतिया :: दुबला-पतला और ऐसे बैठक का, जो शीघ्र बूढ़ा न हो (बैल, व्यक्ति)
कोंपरि :: डाल का पका हुआ आम
कोंपरि :: सीप
को :: कौन
कोइँछा :: स्त्री के अंचल का वह हिस्सा जिसमें कुछ बाँधकर छोर कमर में खोंस लिए जाते हैं
कोइँधाकालु :: अत्यधिक बदबू
कोइना :: महुए का फल
कोइरी :: एक हिन्दू जाति के लोग, जो कंठी पहनते हैं और मांसादि नहीं खाते
कोइल :: कोयल
कोइलटि :: एक लोकगीत
कोई :: कोख (पशु की)
कोका :: मूर्ख; उल्लू
कोखदार :: पसलियों के नीचे का भाग
कोचनी :: काले रंग का महीन मलमल का कपड़ा
कोठि :: बाँस का झुरमुट
कोठिला :: अनाज रखने में प्रयुक्त मिट्टी का बड़ा पात्र
कोड़रा :: वृत्ताकार रेखा
कोड़वा :: पानी के बहाव से बना बड़ा एवं गहरागडढ़ा
कोड़ी :: बीस की राशि
कोढ़ा :: खेत का वह स्थान, जहाँ खाद के लिए पशुओं को रखते हैं; कुंढा
कोढ़ी :: जंजीर रोकने की कड़ी
कोढ़ी :: कुष्ट रोगी
कोतरे :: एकांत
कोतल :: केवल सवारी हेतु प्रयुक्त
कोतहगरदनिया :: जिसकी गर्दन छोटी हो
कोताह :: कम, तंग
कोताही :: त्रुटि, शैथल्य
कोतियाँ :: जिस बैल के सींग आगे को झुके हों
कोतियाँ :: सुइया
कोदबु :: दाँव न दिये जाने पर दाँव न पाने वाले बच्चों द्वारा गाली का दिया जाना
कोधे :: तरफ, दिशा
कोनइठे :: कोने की तरफ, कोने में
कोनवा :: आम की एक जाति
कोनाव :: गेहूँ की फसल का मड़ा हुआ ढेर
कोनिया या कोन्सी :: खेत जोतते समय दो हराइयों के बीच व सिरे पर छूटी जमीन
कोमर :: नदी के कटाव का वह कोना, जहाँ घास आदि बहुतायत से हो
कोयर :: जानवरों के खाने का चारा
कोयर :: दबा हुआ; गाय आदि का वह बच्चा, जो गर्भावस्था में जननी के द्वारा अधिक चारा खाने से दुबला हो गया हो
कोयरहा :: पशुओं के लिए घास आदि छीलने वाला
कोयरी :: यह जाति शायद साग-भाजी की खेती करने के कारण ही (कोयरकी) ऐसा कहलाती है
कोरचा :: छिपा हुआ धन, चुराकर बचाया हुआ पैसा
कोरमबु :: रस्सी से लटक कर आत्मघात करना
कोरव :: छत में लगने वाला लकड़ी या बाँस का टुकड़ा
कोरवर :: सूखा पकौड़ा; गीले को भिजवर कहते हैं
कोरवा :: कोख, गोद; छप्पर में प्रयुक्त बाँस या कोर
कोरवान :: पवित्र, जिसका उपयोग न किया गया हो
कोरहा :: दरवाजे पर कोरें (रेखाएँ) खींचने का औजार
कोरा :: गोद
कोराइब :: (गाय, भैस का) ब्याने की अवस्था के करीब पहुँचना
कोराव :: भैंस आदि के ब्याने की अवस्था
कोरि :: किनारा, धार
कोर्रा :: रेंडी के पेड़ के सूखे तने
कोलइया :: महुआ का फल
कोलई, कोलवा :: वह खेत, जो केवल दो बिस्वे का हो
कोलनी :: चिलम में छेद करने के लिए भाले के आकार की एक छुरी
कोलिया :: पतली गली
कोल्हौरु :: वह स्थान, जहाँ कोल्हू गड़ा होता है
कोसली :: गुझिया
अखज्ज :: निकृष्ट खाद्य; प्रायः "अज्ज-खज्ज" तथा "अज्ज-गज्ज" के रूप में बोला जाता है
अखत्यार :: अधिकार, हक
अखनी :: लकड़ी का उंगलीदार, फसलों को बटोरने व फैलाने का औजार; पचांगुर
अखम :: पर्याप्त, गहरा, भण्डार
अखर :: असह्य, बुरा, कटु
अखरा :: कोरा, साफ किया हुआ, सूखा (नाज)
अखीरी :: अंतिम, निश्चित
अखुरा-पखुरा :: अंग-प्रत्यंग; प्रायः घायल होने या टूटने के लिए ही प्रयुक्त
अखैनी :: मढ़ाई का एक औजार
अखोर :: निकृष्ट, हेय (केवल व्यक्ति के लिए); कभी-कभी संज्ञा के रूप में भी प्रयुक्त
कोसा :: मिट्टी का छोटा कटोरा
कोहँडा :: कद्दू
कोहँड़ौरी :: सफेद कुम्हड़े से बनी बड़ी या मिठाई
कोहबर :: विवाह के समय का वह स्थान, जहाँ वर-वधू एक पास बिठाये जाते हैं
कोहला :: खली युक्त पानी से भूसे का सना हुआ रूप
कोहाँर :: मिट्टी के बर्तन बनाने वाला
कोहाइनि :: कुम्हार की स्त्री
कौड़ियारा :: कम विष वाला साँप जिसकी पीठ पर कौड़ियों के निशान होते हैं
क्यँवारा :: किंवाड़
क्यसन :: कृष्ण
क्यान :: दूध आदि हेतु प्रयुक्त पीपा
क्वँड़रा :: रेखांकित घेरा
क्वियिली :: कोयल
क्वाँप :: कोयल
क्वाठा :: छत में प्रयुक्त मोटी लकड़ी, पाचन शक्ति, भंडारण
क्वार :: छप्पर में लगा बाँस; झूला
क्वारा :: गोद, क्रोड़
क्वाक :: कटहल का बीज; बीज का आवरण
सीताफल :: कद्दू
खंखड़ :: अधिक सूखा एवं कठोर
खंगोरिया :: (गरीब ग्रामीणों के पहनने की) चाँदी की हँसुली
खंघारबु :: (बर्तन आदि) धोना, ढूँढना
खंचड़ :: दोगला घोड़ा
खँचरा :: नाटा बैल; ठिगना व्यक्ति
खँचिया :: छोटी टोकरी
खँचुहा :: कछुआ
खँचोला :: खंचिया का बड़ा रूप
खंझड़ी :: एक छोटा सा बाजा, जो एक हाथ से पकड़कर दूसरे हाथ से बजाया जाता है
खंझर :: मिला हुआ (अन्न)
खंटा :: खट्टा, अम्ल
खंडवानी :: खाँड़ का रस
खंडसरी :: खाँड़ बनाने की दूकान
खंडसारी :: गुड़ का वह भेद, जो गीला होता है और जिससे शक्कर बनाते हैं
खँड़िया :: टुकड़ा (मछली, माँ, का)
खंडुआ :: हाथ का कड़ा या कंगन
खँढ़उली :: ईंट या कंडा का टुकड़ा
खंता :: मिट्टी खोदने का औजार
खंती :: छोटा खंता; गड्ढा
खंधानी :: पहिए के पुट्ठों को जोड़ने वाले खाँचे या चूल
खंभियाबु :: पौध में अन्य अंकुर फूटना
खइँचनी :: माचि से मिलकर बंधी हुई एक विशेष लकड़ी
खइंचा :: घास आदि भरी जोने वाली बड़ी डलिया
खइँतड़ :: निकृष्ट (व्यक्ति), झगड़लू
खइका :: भोजन
खइखानु :: घर गृहस्थी की समस्या या उत्तरदायित्व
खइर :: कुशल; खैर
खइरात :: दान; मुफ्त
खइबरि :: मट्ठा बनाने की लकड़ी
खइहँसु :: झंझट; (हृदय या मस्तिष्क को) दुखाने वाला
खउकबु :: जोर से बोलना; डाँटना
खउरहा :: जिसे (विशेषतः कुत्ते के) खुजली हो; शुष्क चर्म वाला
खउरा :: खुजली (प्रायः पशुओं, विशेषतः कुत्तों की)
खउहटि :: खाने के लिए दी हुई मजटूरी, अनाज आदि; स्वप्न
खउहाबु :: क्रोधित होना
खउहार :: झंझट, झगड़ा
खक्खा :: बहुत ऊँचा, कितु दुबला हाथी; साह- लेन-देन में खरा व्यक्ति
खखरहा :: पुराना, बीच-बीच में छेद वाला (टोकरा)
खखाबु :: जोर से हँसना
खखारि :: कफी
खखुण्डी :: भुट्टे का डंठल, जिसमें से दाना निकल गया हो
खगउरा :: हाथ का आभूषण
खङवा :: पशुओं का एक रोग, जिसमें खुर सड़ने लगते हैं
खजहजा :: फल विशेष
खजुरा :: छप्पर के छोर व दीवाल केबीच की साँस; दाँतों में लगने वाला मैल; रोयेंदार घास विशेष, जिसके लगने से खुजली उत्पन्न हो जाती है
खटक :: संदेह; आवाज
खटकिरवा :: खटमल
खटखटा :: चौकोर खाँचेदार बल्ली, जिसमें सुनार तार बढ़ाते हैं; चिड़िया आदि को भगाने में सहायक वाद्य विशेष
खटपटी :: पैर में पहनने की खड़ाऊँ
खटपूरा :: ढेले तोड़ने की मुंगरी
खटबिन्द :: काले तिलों के तेल से बना एक आहार
खटमचवा :: छोटी सी चौकी या खाट, जिस पर रोगी आदि को रखकर ले जाएँ
खटलुस :: थोड़ा खट्टा, जरा खट्टा
खटरस :: कई रसों वाला, मजेदार
खटरागु :: झंझट
खटारा :: गड़बड़ या पुरानी (गाड़ी)
खटिया :: चारपाई
खट्टदि :: खट की आवाज से; अविलम्ब
खट्वाला :: बच्चों की खाट
खड़इँचा :: खंजन पक्षी, जो अधिकतर वर्षा ऋतु के अंत में दिखाई पड़ते हैं ।
खड़उना :: गहना विशेष
खड़खड़िया :: गाड़ी, जिसके पहिये खड़खड़ करते हैं, पुरानी गाड़ी
खड़बिड़हा :: टेढ़ा-मेढ़ा
खड़मंडलु :: नाश, गड़बड़
खड़हरु :: भग्नावशेष, खंडहर
खड़ही :: बहुत छोटा खेत
खड़ही :: डेबरी; बरिया; खाद
खड़हुली :: कण्डे का खंड,
खड़िहा :: हल की हरीस में लगने वाली लोहे या लकड़ी की खूँटी; धोबी के पाटे में बनी धारें; लिखने में प्रयुक्त मिट्टी ।
खडुहा :: बच्चों के पैरों का आभूषण
खतखश या खसखस :: लकड़ी में रेखा खींचने में प्रयुक्त यंत्र विशेष
खतहा :: गड्ढा, छोटा गढ़ा
खतही :: पशुशाला में जमा होने वाली खाद
खत्ती :: ऊपर से बंद गहरा, चौड़ा गड्ढा; बखारी
खदरबु :: मरना
खदरबदर :: गड़बड़; उबलने की ध्वनि
खदरहा :: जमीन में बने हुए पशुओं के पदचिह्नों का सूखकर कड़ा हुआ (रूप)
खदराउर :: खाद वाला, उपजाऊ
खदरिहा :: खादर (नदी के आस-पास पाया जाने वाला बैल)
खदानि :: खोदने की जगह; खान
खदाही :: घोड़े का चरवाहा
अगइली :: हल के फार को कसने में प्रयुक्त लकड़ी का पुर्जा विशेष
अगउरा :: उँख का ऊपरी हिस्सा
अगन्तु :: भावी कुसमय; अगला जन्म
अगमन :: अपेक्षित शीघ्र, पहल; अगहर
अगर :: अगला
अगरदब्ब :: (गाड़ी) जो आगे दबी हो
अगरदाबाद :: ऊधम वाली स्थिति
अगरवाँत :: हल के फार को कसने वाली लकड़ी
अगरवाँत :: गोंसिया
अगरादोहरी :: क्रमरहित, गड्डी लगाते समय सीध में न होने की गड़बड़ी
खदिगर :: खाद वाला
खदुका :: ऋण लेने वाला
खदुआ-बरहना-खदुहा-बेरहिमा :: खोटा; ऐरा-गैरा, असम्बद्ध
खदोह :: रेंड़ी का बदबूदार पानी
खनता :: खोदा हुआ स्थान, गड्ढा
खनमाँ :: क्षण भर में; तुरंत ही बाद
खन्डन की मुर्ती :: चाँदी की दो मूर्तियों वाली ताबीज
खन्ती :: चौकोर एवं गहरा गड्ढा
खन्धखु :: जमीन में बना चौड़ा गड्ढा
खन्ना :: चारा काटने के स्थान पर कठोर मिट्टी का बनाया गया गोलाकार छोटा टीला; नस्ल
खपउबु :: व्यतीत करना, लगा देना
खपकान :: पागल, सिर्री
खपची :: लकड़ी की पतली खपीच
खपटा :: मिट्टी के बर्तन का टूटा छोटा खण्ड
खपड़ा :: वह बर्तन, जिसमें कुम्हार बर्तन बनाते समय पानी रखते हैं; खपरैल में प्रयुक्त मिट्टी की पट्टियाँ
खपती :: खब्ती, अध पागल
खपबु :: लगना, व्यतीत होना
खपरी :: वह छोटी नाँद, जिसमें चबेना भूंजा जाता है व कुम्हार पानी रखते हैं ।
खबक :: घोड़े के गले में पड़े हुए छाले
खबहा :: सफेद कुम्हड़ा, जिसका पीठा बनता है
खबार :: खाने वाला; खूब खाने वाला
खबीस :: क्रूर; प्रेत; कंजूस
खब्बू :: मुफ्त खाने वाला; जिसे इधर-उधर मुफ्त खाने की लत पड़ गई हो ।
खम :: गड्ढा
खमदमु :: साहस
खमरा :: जौ, मटर, चना का मिश्रण
खमरा :: बेर्रा
खमसनि :: ऊधम; धरपटक के साथ शोर-शराबा
खमसबु :: मिश्रित कर देना; मिला देना; धसक देना
खमसार :: आँगन के चारों ओर बनी हुई दालानें
खयका :: भोजन
खयकार :: नष्ट
खयानति :: दूसरे की वस्तु हड़प लने की क्रिया
खरउटन :: सूखने के बाद दरार पड़े हुए मिट्टी के बर्तन में गोबरी मिट्टी से चिकना करने की क्रिया
खरउबु :: गरम पानी से मिट्टी के बर्तन धोना; अधिक पकाना
खरकन्ना :: पिछले पैरों को घसीट कर चलने वाला बैल
खरकन्ना :: टनकहा
खरखट्टी :: बिना बिछायी हुई (खाट)
खरखर :: साफ (व्यक्ति), निर्लेप; खरा हिसाब रखने वाला
खरचान :: ऊँट की पीठ पर सामान लादने का ढाँचा विशेष
खरजुर :: जुकाम
खरदनी :: खरादने का औजार
खरबराई :: नाश्ता
खरबार :: एक वस्त्र विशेष
खरमास :: शुभ मुहूर्त की दृष्टि से त्याज्य मास; चैत मास या बुरा मास
खरसान :: औजार तेज करने का पत्थर
खरस्याइंधि :: पकवान में अधिक खर होने या जल जाने की दुर्गध
खरहरा :: घोड़े की पीठ साफ करने का ब्रुश; बड़ा झाड़ू
खरहा :: खरगोश
खरहार :: श्वेत रंग की काली पीठ वाली केवल दो तोले की मछली
खरही :: पैरा आदि का सुडौल ढेर
खराइंधि :: पेशाब से निर्गत बदबू
खराई :: असमय जलपान या भोजन के कारण गले या पेट की गड़बड़ी, सिरदर्द आदि
खरापनु :: सत्यता; सच्चाई (हिसाब में)
खराबु :: खूब पक जाना
खरिक :: गोशाला
खरिका :: रस्सी की जाल का झोला; गोशाला; दातून
खरिदवार :: ग्राहक
खरिया :: रस्सी का बना झोला (फल आदि का) या छोटा जाल, दुद्धी
खरिहई :: मिट्टी का वह बर्तन, जिसमें खली भिगोई जाती हो
खरिहानु :: प्रजा जाति को प्राप्त होने वाला खलिहानों में तैयार राशि में से अंश; खलिहान
खरिहिल :: जवान बैल
खरी :: खली
खरु :: भाड़ में लगने वाला ईंधन, तिनका
खरुस :: सख्त (बात), कठोर (वचन)
खर्रा :: खर्राटा; फसलों आदि का रोग विशेष; लम्बा विवरण या मसौदा
खर्वचना :: बर्तन को खुरचकर साफ करने में प्रयुक्त पात्र विशेष
खर्स :: (वृक्ष या डाल) जो बहुत जल्दी टूट जाए; स्ख्त
खलइता या खलीता :: बड़ी जेब
खलकति :: जनता; दुनिया
खलङा :: खेती को देखने या संभालने के लिए बना हुआ छोटा मकान (रहने का मुख्य घर अन्यत्र होता है); पाही
खलझारु :: वह स्थान, जहाँ खर-पतवार पड़ा हो, झाड़ी आदि से युक्त स्थान
खलपटी :: नीचा स्थान (खेतों में)
खलबल्लरु :: अच्छे-बरे सामानों का मिश्रण; अनावश्यक वस्तुएँ
खलरा :: चमड़ा
खलल :: गड़बड़, बाधा (पेट आदि में)
खलाँत :: लुहारों के यहाँ प्रयुक्त चमड़े की बनी हवा करने की धौंकनी
खलार :: कुछ नीचा (क्षेत्र)
खलास :: बंद, खतम
खलासी :: सामान को साफ करने वाला नौकर
खलिगर :: कुछ खाली; फुरसतवाला
खलिया :: खेतों का नीचा सिरा
खलिहर :: जिसके पास समय हो
खलीफा :: दर्जी; दर्जी को सम्बोधित करने का संभ्रात शब्द है । अर. खलीफा (नेता) अफगानिस्तान आदि देशों में यह बढ़ई, लुहार आदि के लिए भी आता है, उनके चेले उन्हें ऐसे ही पुकारते हैं, गुरु अथवा नेता मानकर; गायक मंडली के अगुवाकार ।
खलैंट :: लुहारों की वह मशीन, जिससे हवा की जाती है
खवउअलि :: खूब खाने की आदत, क्रिया आदि
खवही :: (दूल्हे, समधी आदि के) खाने के समय दिया गया नेग
खवास :: व्यक्तिगत नौकर, जो पान आदि खिलावे या भोजनादि के समय सेवा करे; खाने की इच्छा
खस :: जड़ी; घास विशेष
खसकबु :: चुपके से निकल जाना; खिसकना, सरकना; दाँतों के नीचे कंकड़ आदि पड़ना
खसबोहि :: खुशबू
खसमु :: पति; प्रेमी; कभी-कभी स्त्रियाँ यह शब्द एक-दूसरे को गाली देने के लिए प्रयुक्त करती हैं ।
खसरा :: पटवारी का एक रजिस्टर या कागज, जिसमें प्रत्येक गाँव के खेतों का पूरा विवरण होता है; रोग विशेष
खसलति :: खराब आदत
खसिया :: युवा बकरा
खहान :: भूखा-प्यासा
खाँखर :: (कपड़ा) जिसके आर-पार दिखाई पड़े; हल्का कपड़ा
खाँघ :: जूते का मध्य भाग
खाँची :: घास आदि रखने के लिए बड़ी डलिया
खाँड़ :: देहाती शक्कर
अगराबु :: गर्व दिखाना, काम न करना
अगरासनु :: गऊ आदि के लिए पहले से निर्गत भोजन
अगली दस्त :: बकरे के अगले पैरों का ऊपरी भाग
अगवाँ :: प्राचीन समय में
अगवानी :: अगुवा
अगवानी :: बारातियों का कुछ चलकर किया गया स्वागत
अगवारि :: खलिहान में तैयार नये अन्न का वह भाग, जो देवताओं, ब्राह्मणों आदि के लिए पहले ही निकाल कर रख दिया जाता है
अगवारि :: अगावरि
अगवारु :: आगे का स्थान (भवन आदि का)
अगवासी :: हल के फार में आगे लगने वालाएक छोटा पतला लकड़ी का टुकड़ा
खाँड़ :: तक, आसपास
खांधबु :: काटना, काँड़ना
खाँहीं :: ऊँची मेंड़
खाख :: मिट्टी, गर्द, राख
खाजा :: खाझा; एक प्रकार की मिठाई
खाढ़ा :: लंबा और बदसूरत; लंबा-चौड़ा (व्यक्ति)
खातिन :: कारण, लिए
खातिर :: आदर, सेवा
खातिर :: लिए
खादर :: सड़ा हुआ गोबर आदि, खाद; नदी के किनारे का भाग
खानजादा :: एक प्रकार का उच्च श्रेणी का मुसलमान; खान + जादा; खान का पुत्र
खानसामा :: खाना पकाने वाला नौकर; मंजरी
खानि :: किस्म, भण्डार
खापबु :: कोल्हाड़ में गरम रस के खौलते रहने पर उसमें धीरे-धीरे ठंडा रस डालते रहना
खापा :: घाव आदि पर लपेटने की पट्टी
खाम :: कम, छोटा
खामखाहँ, खामखाहीं :: व्यर्थ, फालतू
खार :: नमकीन, खारा
खारा :: रस्सी से बुना हुआ जाल, जिसमें घास या भूसा बाँधा जाता है
खारा :: नमकीन
खारा-ठप्पा :: जेवर ढालने का साँचा विशेष
खाल :: नीचा, गहरा
खाल :: चमड़ा
खाली :: केवल
खाली :: रिक्त; नीचा
खासर :: कमजोर
खासा :: अच्छा, ठीक-ठाक, बड़ा
खाहमखाह :: अवश्य, निःसंदेह
खिंचुहा :: कछुआ
खिंड़रिचि :: खंजन पक्षी
खिखियाबु :: जोर से हँस देना; बिना मतलब हँसना
खिचखिंच :: हठ; दोनों ओर खींचने की क्रिया; आपत्ति
खिजमत या खिदमत :: सेवा
खिझरा :: पके हुए दूध का फटा हुआ रूप, जो गाय, भैंस आदि के ब्याने के बाद दो-चार दिनों तक स्वतः बन जाता है ।
खियाल :: ध्यान, हँसी
खियाबु :: घिस जाना, कम पड़ जाना
खिरनी :: फल विशेष
खिरपबु :: किसी काम में लगा देना
खिरिहिरबु :: चालना
खिलकति :: आदत; तमाशा; भीड़
खिल्ली :: हँसी
खिल्ली :: हँसी निमग्न
खिसहटि :: शर्म, झेंप
खिस्सा :: कहानी
खिस्सू :: खीस निकालने वाला; झेंपू; शर्माने वाला
खीलबु :: खूब बंद कर देना, कील से बंद करना
खीला :: कीला' देखिए
खीलि :: धान के भीतर का भुना हुआ चावल
खीसा :: जेब (भीतरी भाग); किस्सा
खुँटरा :: बैलगाड़ी में लगे खूँटे
खुँटरी :: बैलगाड़ी में लगने वाले लकड़ी के छोटे खूँटे
खुँटहरि :: बुवाई में प्रयुक्त हल की किस्म
खुँटाई :: फरमे पर लगे हुए जूते के ऊपरी भाग को खींचकर नीचे के भाग के साथ की गई जुड़ाई
खुँटारम :: लगभग दो बीता लम्बा बुवाई के काम आने वाला हल
खुँथेलहा :: वह खेत, जिससे ज्वार या बाजरे की कटाई थोड़े दिन पूर्व हुई हो
खुइसट :: खूसट, रद्दी
खुखुई :: बरसात के दिनों में कुछ वस्तुओं पर जम जाने वाली भुकुड़ी ऐसी चीज
खुचुर :: दोष, ऐब
खुटका :: चिन्ता, खटका
खुटाबु :: खर्चा बढ़ जाना, धन में कमी आ जाना; भैंस आदि का दूध देना बंद करना
खुटिया :: चाक रखने के लिए चौपटि में ठुकी हुई इमली की लकड़ी। शक्कर की मिठाई विशेष; खूँटी
खुटिहन :: वह खेत, जिसमें 'खूँटी' वाले अनाज बोए जाएँ
खुडुहा :: वर्षा से बचने के लिए बोरी का निर्मित खोढ़
खुडढू :: शौचालय
खुत्था :: बल्ली आदि का सिरा
खुथुई :: बच्चों का नेत्र रोग
खुद :: स्वयं
खुदरा :: टूटा, फुटकर
खुद्दर :: कचड़ा
खुनखुनिया :: यादवों के कथावाचक बंसु नामक बाजा बजाकर यादवों के यहाँ गाने वाली जाति
खुन्याद :: दोष, कमी
खुमार :: अंतिम प्रभाव (नशे का)
खम्भी :: कान की लौंग; गहना विशेष
खुरखुंधि :: जल्दबाजी; उतावलापन
खुरचाली :: दुष्ट, शरारती
खुरचाली :: धइँताली
खुरदी :: हाथी के दोनों ओर लटकती हुई थैली, जिसमें सामान रखा जाता है
खुरदुरू :: बेगार; कार्य सम्बन्धी सहायता
खुरपी :: मिठाई चलाने व खुरचने का यंत्र; छोटा खुरपा
खुरपेंची :: उपद्रवी, झगड़ा कराने वाला
खुरपौलिहा :: खुरपे के आकार जैसा खुर वाला (बैल)
खुरसुम्मा :: जिस घोड़े के सुम खुरों की भाँति हों
खुरा :: पशु का केवल पैर बांधने की रस्सी
खुराई :: खुर के चिह्न
खुरियउबु :: हल्का जमीन में रोंपना या गाड़ देना
खुरी :: जूत में लगी ऐंडी; पशुओं का नाखून (गाय, भैंस आदि)
खुलता :: सुन्दर, जँची हुई
खुलासा :: साफ, स्पष्ट
खुल्ला :: बाजरे का भूसा; खुला हुआ
खुसकी :: सड़क का रास्ता; सूखापन
खुसखुस :: नरम, मुलायम
खुसिया :: खुशामद, चापलूसी
खुँटी :: कान का गहना विशेष; दीवाल आदि में लगी लकड़ी या कीला
खूँटु :: कान का मैल; कपड़े आदि का कोना; कान का गहना विशेष
खूँड़ :: देशी गन्ना
खूँई :: खराब आदत
खूदा :: अन्न का रद्दी हिस्सा, टूटे भाग (चावल आदि के)
खूनबु :: कूटना
खूबी :: विशेषता, ग्राह्यता
खूसट :: अरसिक, मनहूस
अगवासी :: गोंसिया
अगसरबु :: आगे बढ़े जाना
अगहर :: अपेक्षाकृत शीघ्र या जल्दी; अगमन
अगारी :: आगे
धुंधला है शब्द :: भविष्य
अगावरि :: अगवारि, देखिये
अगाह :: समय से पहले तैयार (फसल, फल आदि); सूचित, विज्ञापित
अगाही :: किसी बात के दूसरे द्वारा कही जाने के पहले ही कुछ ऐसी बात कह देने की चालाकी, जो पहले का काट अथवा उत्तर है; आगाही
अगाहूँ :: पूर्व ही अग्रिम
अगिया :: एक रोग, जो गेहूँ आदि फसलों में लगता और जिसके कारण अन्न काला पड़ जाता है; इस नाम का एक कीड़ा भी होता है, जिसके छू जाने से मनुष्य की खालजल-सी जाती है; ऋण
अंकतित :: एक विशेष प्रकार का बुरा स्वाद
अँकनहा :: कम उपजाऊ (खेत)
अँकनी :: एक बार ओसाने के बाद बचा हुआ अनाज का खुरदुरा भाग
अँकरा :: एक घास; अँकुर; कंकड़ का टुकड़ा
अँकवारि :: आलिंगन; दोनों हाथ फैलाकर किसी को घेरने या भेंटने की मुद्रा
अँकाइब :: दूसरे से अँकवाना या अंदाज लगवाना
अंकुरी :: जूता से फर्मा निकालने का लौह-यंत्र: अंकुर; लोहे की क्षण, जिसका एक सिरा टेढ़ा हो
अँकोर :: रिश्वत
अँखिया :: जेवरात में नक्कासी करने की कलम; आलू में अंकुरण चिह्न; आँख
अँखुआ :: अंकुर
खूहा :: अपराध, तुहमत, बुरी बात
खूही :: गन्ना का पिराई के बाद बचा हुआ अंश
खेचुहा :: कछुआ
खेडुका :: लत्ता, टुकड़ा
खेढ़ा :: कठिन स्थिति, बेढंगा काम
खेढ़ी :: पशुओं के बच्चे पैदा होने पर योनि से निकली हुई माँस और खून की थैली
खेढ़ी :: झर
खेतारी :: खेतों का पड़ोस; गाँव से दूर स्थान
खेप, खेवा :: बोझ; जितना एक बार में लद सके
खेपुहा :: खजूर की शाखा, जिसमें पत्तियाँ लगी होती हैं
खेपुहा :: डखना
खेम :: कुशल, कल्याण
खेवटु :: (लेखपाल) पटवारी के कागज जिसमें भूमि के अधिकारियों का विवरण होता है
खेह :: मिट्टी
खेहा :: (लकड़ी पर लगा) घाव; चिह्न
खेहा :: मिट्टी
खैर :: कुशल, कत्था
खैर-सल्लाह :: कुशल क्षेम
खैर-सल्लाह :: अच्छा हुआ या कहो
खैलरि :: मथानी
खोंखर :: भीतर से पोला; यह शब्द प्रायः आभूषणों के लिए प्रयुक्त होता है
खोंघला-खोड़रा :: घोंसला
खोंङिल-बाङिल :: टूटा-फूटा; जैसा-तैसा
खोंचा :: बालू निकालने में प्रयुक्त भड़भूजे का कलछा; फल तोड़ने में प्रयुक्त रस्सी का थैला विशेष
खोंची :: नाज, साग, भाजी आदि में से निकालकर लिया हुआ टैक्स; विशेष अवसरों पर नाऊनि आदि को मिलने वाला अनाज, जो व्यवहार स्वरूप मिलता है
खोंटि :: किसी त्योहार आदि के दिन किसी की मृत्यु से त्योहार न मनाने की परम्परा; दुष्ट, शैतान
खोंड़ :: कम, खंडित
खोंढ़र :: पोल, खाली स्थान
खोंढ़ा :: जिसके दाँत टूट गये हों
खोंपी :: कलम (हजामत की)
खोइना :: दाह-संस्कार के समय जले शव का सिर फोड़ने में प्रयुक्त आम आदि का लम्बा व हरा डण्डा
खोइनी :: मँड़ाई में काम आने वाला एक औजार
खोई या खूही :: गन्ना का अवशेष, जो पेरने के पश्चात बचता है
खोऔरी :: खोया से बनाया गया मीठा पकवान
खोका :: लकड़ी का खुला डिब्बा
खोखा :: हुण्डी की नकल
खोङ :: कपड़े का वह भाग, जो काँटा आदि लगने से फट जाय
खोजहरी :: फार के नीचे की लकड़ी
खोजा :: पुरुष, जिसके मूँछ, दाढ़ी न निकलती हो
खोझर :: बीच का भाग, जिसमें खोखलापन हो
खोट :: शरारती, तंग करने वाला
खोड़िया :: बैल का प्रकार
खोड़िया :: सम्बन्ध, औपचारिकता
खोता :: घोंसला
खोपरा :: देशी हल के फार में नीचे प्रयुक्त लकड़ी की पट्टी
खोपरा :: मुड़िया, खोजहरी, ख्वाँपा
खोभार, खोभारि :: विकट, स्थान, भेंड-बकरियों के रहने का स्थान
खोय :: आदत, बुरी आदत
खोरवा, खोरा :: कटोरा (मिट्टी का)
खोराँट :: घाघ, पक्का
खोरि, खोरी :: पशुओं के आवागमन की गली
खोरिया :: पुरहाई कुएँ की पैढ़ी का दूर व गहरा वाला भाग, कटोरी
खोलराई :: छिलका
खोलरी :: खाल
खोह :: निर्जन स्थान, दूर की जगह
खौं :: वह गड्ढा, जिसमें कुम्हार मिट्टी घोलते हैं, अनाज का भण्डारण स्थान
खौर :: राख, जो मत्थे में लगाई जाती है
खौहार :: झंझट
खौही :: खाने के लिए ऋण रूप में लिया गया अनाज
ख्यलबखरी :: खेलकूद
ख्याप :: जितना एक बार में लद सके
ख्यावा :: चक्कर, दफा, बार
ख्वाँचा :: फल आदि तोड़ने में प्रयुक्त रस्सी की जाल, जो लग्गी में बांधी जाती हैं
ख्वाँट :: दुष्ट, शैतान; त्योहार के दिन किसी की मृत्यु से वह त्योहार न मनाने का रिवाज
ख्वाँटबु :: फूल आदि तोड़ना
ख्वाँपा :: हल में फार के नीचे लगने वाली लकड़ी
ख्वाम :: दुष्ट, खराब
ख्वारी :: बेइज्जती; दुर्दशा
ख्वावा :: खोया
ख्वाहा :: रस उलचने की छोटी नांद
गंगनधूरी :: कुकुरमुत्ता की तरह की एक वनस्पति, घास विशेष
गंगबरार :: वह भूमि, जो नदी के पाट के कारण जोत में न आ सके
गंगुआसुरइती :: मिलजुलकर ठगने की क्रिया
गंगेरुवा :: अनेक शाखाओं का एक दीर्घजीवी पौधा
गँछाई :: गाँछने की क्रिया, सुन्दरता या मजदूरी
गंज :: ढेर, बाजार
गंज :: शकरकंद
गंजहड़ :: बड़ा बर्तन (हाथी के लिए)
गंजिया :: कमर में लपेटकर या लटकाकर रुपया पैसा रखने में प्रयुक्त थैली
गंजी :: शकरकंद; बनियाइन
गंजी :: जिसके शरीर में गंजा हो
गंजुआ :: पाल का पकाया हुआ; कुचला हुआ
गंठकाठ :: छोटी पूँछ वाला (बैल)
गंठा :: प्याज का मोटा बड़ा दाना
गंठी :: ऊँची, ठीक से तैयार की गई (बारात बात, महफिल आदि)
गँड़खोदउवलि :: छिद्रान्वेषण, मनोमालिन्य
गँड़गिल्हर :: पेड़ पर चढ़कर खेला जाने वाला खेल
गंडही :: गला
गँड़हा :: टेढ़ा-मेढ़ा और खराब खीरा
गंडा :: (प्रायः हनुमान, भैरव का) प्रसाद स्वरूप रंगीन धागा, जिसे भक्त लोग पहनते हैं । चार की संख्या को गंडा कहते हैं ।
गँड़ासी :: एक औजार, जिससे चौपायों के लिए चारा काटते हैं
गँड़िहा :: अप्राकृतिक व्यभिचार करने और कराने वाला
गंडू :: गांड़ू, यह शब्द यों भी नीच जातियों द्वारा एक-दूसरे को फटकारने या डाँटने के लिए प्रयुक्त होता है
गंडुहा :: शायद या 'गंडुआ' का प्र. या घृणित रूप है, जो फटकारने के लिए प्रयुक्त होता है
गँड़ेरी :: ज्वार, बाजरे या ईख आदि के बहुत छोटे-छोटे टुकड़े
गँड़ेवर :: दो या चार बैलों को जोड़ने की एक विशेष रस्सी
गँदला :: गंदा; अनिश्चित
गंधि :: बदबू
गंधी :: हींग; धान की फसल में लगने वाला कीड़ा विशेष; इत्र बनाने वाला व्यक्ति
गंधी :: गंदी
अगिया :: लाखा
अगिया-बैताल :: विक्रमादित्य के दो प्रसिद्ध पार्षद; अति तीव्र एवं बलवन व्यक्ति
अगियारि :: देवी-वेवताओं के निमित्त भोग, जो अग्नि पर घी आदि डाला जाता है
अगुआ :: आगे चलने वाला
अगूढ़ :: जटिल प्रश्न, कठिन समस्या
अगेलिया :: राब के बर्तनों के भीतर ऊँख के खंड को रखऩे की क्रिया; चूड़ियों के आगे पहना जाने वाला गहना
अगोछबु :: आगे बढ़कर रोक लेना
अगोरबु :: प्रतीक्षा करना, रक्षा करना
अगोरा :: प्रतीक्षा, उत्क्ठांपूर्वक प्रतीक्षा
अग्गर :: अलभ्य; गवींला
गँवउबु :: खो देना, गायब कर देना
गँसनहर :: गाँसने वाला, डाँटने वाला
गँसना :: जकड़ने की रस्सी
गँसनि :: सिकुड़ने या कसने की क्रिया-
गइँठा, गइना :: नाटा, नाटे कद का
गइबुआ :: आवारा, जिसके घर-बार का पता न हो
गइरी :: मिट्टी घोलने की हौदी या गड्ढा
गउँखा :: ताक, ताख
गउँगीर :: चालाक; जो अपनी ' गौ' पर न चूके
गउँछा :: नई शाखा
गउंज :: गूंज; धुआँ आदि की घूमती हुई लहर
गउँतरा :: शिशु के नीचे बिछाया जाने वाला कपड़ा, पोतड़ा
गउँतरी :: रिश्तेदारी, मेहमानी
गउँसठि :: सलाह
गउँहाँन :: गाँव से मिला हुआ खेत
गउआई :: अफवाह
गउआरासी :: गऊ की भाँति-सीधा
गउआई :: अफवाह, जनख, अनिश्चित बात
गउकसी :: गोवध
गउखा :: बड़े पशुओं का चमड़ा
गउखा :: गायों से सम्बन्धित
गउघाती :: गऊ की हत्या करने वाला
गउचरु :: गायों के चरने के लिए सुरक्षित भूमि
गउझ, गउझा :: फलों का गुच्छा, जो पेड़ पर लगा हो
गउझरे :: सघन
गउढ़ी :: हाथ-पैर समेटकर बैठने की अवस्था
गउधुरिया :: गोधूलि
गउहानु :: पशुओं का वन्य विश्राम-स्थल
गच :: चूने की जुड़ाई
गचकबु :: आराम से खाना, बेकारी में बैठे-बैठे खाते रहना
गचक्का :: निर्द्वन्द भोजन
गचबु :: (कौड़ी या ओंड़े का) ढाही के या दूसरे ओंड़े के पास पहुँच जाना
गचर-गचर :: जल्दी-जल्दी और अधिक (खा जाना)
गछा :: घना
गछिया :: पतली डाल या छोटा पौधा
गजगहिली :: गर्वीली
गजनार, गजनाल :: एक प्रकार की बड़ी तोप
गजबाँकु :: वह बड़ा बाँक या अंकुश, जो पीलवान रखता है
गजबेलि :: हाथी के हौदा को कसने की जंजीर
गजरदम्म :: प्रातः काल, तड़के
ग़जरा :: फूलों की माला
ग़ज़ल :: घंटा, घंटे की आवाज़; प्रेम की कविता; फारसी या उर्दू का एक छन्द
गजी :: मोटे कपड़े की एक किस्म
गजु :: ९० सेमी. की माप; बैलगाड़ी का पुर्जा विशेष
गज्झा :: सुख, आनन्द; माल-बहुत अधिक सम्पत्ति
गझिन :: घना (पौधों केलिए)
गटई :: गला
गटकउअलि :: निगले या गटकने की आदत, उसकी पद्धति या निरन्तरता
गटक्का :: एक बार में या झट खा जाने का क्रम
गट्टा :: कलाई, हाथ; खंड
गठ :: जेब; धड़
गठनि :: बनावट, बनावट की मजबूती
गठा :: संगठित, चुस्त, अच्छे प्रबन्ध वाला (घर, परिवार आदि)
गठानि :: गाँठ, गठान
गठारि :: गाँठ वाली
गठिबन्हनु :: गाँठ बांधने की क्रिया, पद्धति (जो ब्याह के बाद भी अवसर विशेष पर पति-पत्नी इस रूप में बिठाए जाते है)
गठिया :: ऊँठ पर लादने में प्रयुक्त छोटी बोरी
गठिहा :: गाँठ वाला, मन में ईर्ष्या या द्वेष रखने वाला, चुप्पा
गठुला :: भूसे की गाँठ
गठौरी :: जौं, गेहूँ आदि के पौधों का छोटा भाग; गठरी
गड़कबु :: डाँटना या चिल्लाना, शोर मचाना
गड़गड़ा :: हुक्का
गड़पबु :: खाजाना; चुरालेना, बेईमानी से ले लेना
गड़प्प :: डूबने भर का पानी; गहराई
गड़बजई, गड़िबजई :: बात काटने की आदत
गड़बड़ा :: जमीन में खोदा हुआ गड्ढा, जिसमें फल आदि रखे जाते हैं
गड़मरई :: अप्राकृतिक व्यभिचार
गड़म्म :: गायब, लापता
गड़रा :: एक घास, जिसकी जड़ बहुत मडबूत होती है, खस का एक प्रकार, जो पानी से दूर भी होता है
गड़ल्लरि :: एक चिड़िया, जो अपनी पूँछ बार-बार ऊपर नीचे किया करती है
गड़सा :: चारा आदि काटने का विशेष यन्त्र
गड़हा :: गड्ढा
गड़ही :: अत्यन्त छोटा एवं गहरा तालाब
गड़ाक :: गिरने की आवाज
गड़ान :: कोठिला' नामक मिट्टी के बर्तन का एक भाग
गड़ारि :: बहुत निचले धरातल का खेत
गड़ालू :: एक कंद, जिसकी सब्जी बनती है
गड़ाही :: खाईं
गड़िआइब :: (आँखें) मूंदलेना
गड़िआबु :: बात बदल देना
गड़िलका :: अपनी ही बात पर डटे रहने का हठ
गड़िहा :: गडुवा; दुतकारने या शरमवाने के लिए प्रयुक्त शब्द
गड़ुआई :: गडुआ होने का भाव;
गड़ुका :: पानी पीने का मिट्टी का बर्तन
गड़ुघरा :: बेशरम, जिसकी गाँड़ खुली (उघार) हो
गडुर :: गरुड़
गडुली :: कपड़े या रस्सी की गोल टिकरी, जिसे स्त्रियाँ घड़ों के नीचे अपने सिर पर रखती हैं
गडुवा :: लोटा
गड़ेरू :: पुरहाई आदि कुआँ पर प्रयुक्त वह डण्डा, जिसमें गर्री पिन्हाई जाती है
गड़ेहरा :: गाली बकने वाला
गढ़वा :: गड्ढा
गढ़ियाबु :: बढ़ना, गंभीर होना; गाढ़ा होना
गढू, गरू :: वजन, भारी
गणखिल :: हल के पीछे हरिस को कसने में प्रयुक्त दो लकड़ियाँ
गणपुत्तर :: काल्पनिक बच्चा जो (पुरुष के) गाँड़ मारने से हो
गतका :: एक खेल, जिसमें चमड़े से ढके डण्डे ढाल पर मारते हैं
गतिका :: योग्य, कायदे का, अच्छा
गदगद :: हल्का गीला; प्रसन्न
गदफूल :: हथेली में पहना जाने वाला गहना विशेष
गदमा :: ऊँट का एक रोग
अग्वाटबु :: समेटकर पकड़ना, कब्जा करना
अङऊँ :: वह वस्तु, जो किसी देवेता, ब्राह्मण या पुण्य के लिए निकाल कर अलग रख ली गयी हो
अङहरु :: रूई का टुकड़ा (घाव आदि पोंछने का)
अङिया :: यह शब्द पश्चो में स्त्री-पुरूषों दोनों के गंजी जैसे कपड़े के लिए आता है; चोली
अचकनु :: मुसलमानों का वस्त्र विशेष
अचगर :: अनुचित काम, अनहोनी
अचड़-अचढ़ :: खेत का वह भाग, जहाँ पानी कठिनाई से पहुँचे
अचला, अचेला :: साधुओं के पहनने का कपड़ा, जिसे धोती की भाँति ऊपर छाती तक लपेट लेते हैं
अचारज :: यज्ञोपवीत तथा विवाह-संस्कार में आचार्य का काम करने वाला व्यक्ति
अछन-विछन :: बहुतायत से
गदर :: बलवा
गदराबु :: पकने पर आना, अधपका होना
गदला :: गंदा
गदहपुन्ना :: वह बूटी, जिसे आयुर्वेद में पुनर्नवा कहते हैं । इसका साग सुन्दर होता है
गदबरोइयाँ :: जिसके बाल गदहे के रंग जैसे हों (पशु)
गदहिला :: एक मोटा-सा कीड़ा, जो जाडों की फसल में लगता है
गदाई :: औरतों की नाजायज कमाई
गदाला :: भारी गद्दा या ओढ़ना; हत्थेदार सब्बल
गदिया :: मूंज की अधबनी टोकरी; गूलर का फल
गदु :: पेड़ों से निकला हुआ लासा, जो चिपकाने के काम आता है; गोंद
गदेला :: छोटा पतला गद्दा; बच्चा
गद्दर :: अधपका; सुस्त; कामचोर
गद्दा-चाँद :: वह चाँदी, जो कड़ा एवं सुतिया बनाने के काम आती है
गद्दी :: वह चाँदी, जो टाँकेदार होती है
गद्दी :: आसन; दूध का धंधा करने की जाति विशेष
गद्याला :: बेल्चा; गद्दा या बिछौना
गधइला :: गदहिला; शायद मोटा होने और धीरे-धीरे चलने के कारण कीड़े को यह नाम मिला है
गन्धइला :: बदबू करने वाला; बदनाम
गन्धनु :: सुनारों में प्रचलित 'सोना' का गुप्त नाम
गन्हकि :: गंधक
गन्हकी :: गंधक की-सी बू; गंधकी
गन्हउर :: बदबूदार (वस्तु)
गन्हया :: एक कीड़ा, जिसके छूने से बुरी गंध निकलती है
गन्हौंरा :: गन्दी चीज
गपचरा :: बैलगाड़ी की पहिया में लगी आड़ी लकड़कियों के कसने में प्रयुक्त खपीच
गपोलिया :: गप उड़ाने वाला; झूठा
गपोली :: गप्प; व्यर्थ की बात
गप्फा :: बड़ा कौर या निवाला
गफ :: घना
गबच्चू :: मूर्ख
गबद्दा :: (स्त्री की) मोटी योनि; (व्य) तगड़ी युवती
गबद्दू :: भोंदू, कुछ मूर्ख
गबरू :: पूरा (युवा)
गबरून :: रंगीन मोटा कपड़ा
गब्बर :: जिसकी जीभ बहुत चलती हो, गुस्ताख, व्यर्थ की; छोटे मुँह बड़ी बात करने वाला; कहना न मानने वाला; हठी, अहंकारी
गब्भा :: झूठी बात; छोटे मुँह बड़ी बात
गब्बे :: बातें, लम्बी-लम्बी पर प्रायः झूठी बातें
गभ :: सघन, घनी बुनाई युक्त (कपड़ा)
गभकबु :: झट से और आसानी से काट देना; मार डालना
गभडू :: देखिए 'गबरू'
गभाक :: साग, केले का पेड़ आदि काटने की आवाज
गभिनाबु :: गर्भवती होना
गभुरई :: गर्व; मुँह फुलाकर बोलने की प्रवृत्ति
गभुवार :: जिसका मुण्डन न हुआ हो; गर्भस्थ (बाल)
गभेर, गभेल :: भेड़ के बच्चे
गमक :: महक, सुगंध
गमकबु :: गम-गम करके बजना; महकना
गमस :: गर्म व हवा रहित मौसम
गमी :: शोक; मातम
गम्हीर :: भारी, वजन, गंभीर
गयतल :: बहुत पुराना, बेकार, नीच
गयल :: राह, प्रायः कविता में प्रयुक्त, जहाँ यह प्रेमियों की गली के लिए या 'प्रेम मार्ग' के लिए आता है
गरु :: गला
गरक :: डूबा, नष्ट
गरकटा :: चोर या गला काटने वाला
गरगजु :: मोटा, फूला हुआ व्यक्ति; कुएँ की निचली दीवार
गरतरी :: जानवरों के गले में बांधने की रस्सी
गरथा :: पेड़ की मोटी और बड़ी डाली
गरदनी :: गधे के ऊपर गर्दन से पीठ तक रखा गया कपड़ा
गरदिस :: कुसमय, दुर्दिन, आपत्ति
गरबु :: ईंट आदि व्यवस्थित करना या पंक्तिबद्ध करना
गरबु :: गर्व
गरसहा :: दही और मट्ठा, गोरस
गरसी :: देखिए 'गोरसी'
गरह :: ग्रह, कष्ट
गरहित :: ग्रह से प्रभावित; कष्ट में
गरही :: ग्रह द्वारा क्लिष्ट
गराज :: गर्ज, गंभीर ध्वनि
गरार :: जोरदार, तगड़ा
गरारा :: मुसलमान स्त्रियों का वस्त्र विशेष; नमकीन व गर्म पानी से कुल्ली
गरिबई :: गरीबी, दरिद्रता
गरिबऊ :: गरीब व्यक्ति
गरियाऊँ :: जानवर बांधने में प्रयुक्त कड़ेदाऱ रस्सी
गरियार :: बैठुआ या काम चोर (बैल); गद्दर
गरी :: अनाज युक्त भूसे का डंठल; (गरी) मेवा
गरीब नेवाज :: जो गरीब का पालन करे
गरीब-परवर :: जो गरीब की सहायता करे; बड़े अफसरों या महानुभावों को सम्बोधित करने का पुराना शब्द
गरुक्का :: वजनी, भारी
गरुहर :: गुरुतर, अधिक प्रभावशाली
गरु :: वजन
गरु-दिन :: आश्विन या क्वार मास के कृष्ण पक्ष या पितर पक्ष के दिन
गरूर :: घमंड, अभिमान
गरेड़ी :: गन्ने के छोटे-छोटे टुकड़े
गर्दी, गर्दा :: धूल
गर्यारबु :: घेरना, चक्कर लगाना
गर्रहेटु :: पुरहाई कुएँ पर लगा डण्डा विशेष, जिसमें गर्री या लकड़ी का भेलन पिन्हाया जाता है
गर्रा :: कुआँ से पानी खींचने में सहायक लकड़ी की बड़ी भेलन; घोड़े के काही रंग के बालों के बीच-बीच में सफेद रंग के बालों का मिश्रण
गर्री :: लकड़ी या लोहे की भेलन जो कुएँ पर लगाकर पानी भरने के काम में आती है; नारियल (कच्चा)
गर्रै :: भेंड़ें
गलउधी :: कच्चे दूध में जमने वाली परत या मलाई
गलकबु :: पिघलना, गलना
गलका :: कच्चे आमों का पकाकर बनाया गया अचार; धान की सड़न का एक रोग; हाथ-पाँव का फोड़ा
गलगल :: भीगा, पका हुआ; परम प्रसन्न
गलगोप्फा :: गले में डाला गया हाथों का गोफा
गलचउर :: मजे की बातें, लम्बी-लम्बी बातें
गलछा :: नई शाखा
गलझम्प :: हाथी का मस्तक से गले तक का पाखर
गलता :: बहुत पुराना, फटा हुआ, गला हुआ
गलता :: दीवाल में ईंटों से बनी नक्काशी विशेष
गलथन :: किसी-किसी बकरी के गले में थन के समान लटकने वाली खाल
अछनाधार :: निरंतर, केवल रोने के लिए प्रयुक्त
अछयबर :: अक्षयवट
अछयबर :: चिरंजीवी
अक्षरी :: अप्सरा
अछार :: यश के स्थान पर अपयश
अछार-दुलार :: आदर
अछींक :: कृषि कार्य में अप्रशिक्षित बैल
अछूधा :: अत्यधिक; आवश्यकता से अधिक; ऐच्छिक
अजगइबी :: विचित्र
अजगुति :: अनोखी बात
गलफर :: गाल के भीतर का भाग
गलफा :: अफवाह, गप, जनरव
गलबा :: आन्दोलन, गड़बड़, शोर
गलसटबु :: बातें करना, व्यर्थ में लम्बी बातें करते रहना
गलसुई :: गालों के नीचे रखने में प्रयुक्त छोटी तकिया
गलहंस :: निःसंतान की सम्पत्ति का अधिकार
गलार :: जोर से बोलने वाला, गुस्ताखी से बोलने वाला
गलारा :: पानी बहने का बड़ा रास्ता, जिसे पानी स्वयं काटकर बना लेता है
गलियउबु :: ठूँसना
गलीच :: अशुद्ध, नापाक
गलुआ :: फूले हुए गाल; चक्की आदि का वह पात्र, जिसमें अनाज डाला जाता है
गलुक्का :: छोआ गाल, बच्चे के गाल, जिसे मारना या डाँटना हो
गलेफिया :: छोटी गुझिया
गलोना :: लाल पका हुआ फल; प्रायः बच्चे इस शब्द का प्रयोग करते हैं
गल्ता :: जूते में नाल के बीच में भरा जाने वाला चमड़ा; दीवाल की नक्काशी विशेष
गल्यांद :: झुण्ड, समूह
गल्थरा :: गाल का ऊपरी भाग
गल्लई :: अधिया पर देने की प्रणाली
गल्ला :: अनाज, जेब, नीम का छोटा फल
गल्ली :: गली, पतला रास्ता
गल्लु :: प्रसन्न
गवँ :: दाँव, मौका
गवँ-गीन :: उदास
गवँगीर :: चालाक; समय का लाभ उठाने वाला
गवंडर :: गवर्नर
गवमांस :: गोमांस
गवहिंया :: मेहमान, अतिथि
गवहीं :: मेहमानी, ससुराल के रिश्ते में पहले-पहल जाने की पद्धति
गवई :: देहात, गाँवों का समूह; (उदा.) 'गवई गाहक कौन'
गवनु :: विवाह के पश्चात बहू का पति के घर जाने का रस्म; प्रस्थान
गवतबु :: सूझना
गवनिहरि, गउनहरि :: गाने वाली
गवाँरा :: स्वीकार
गवा :: दो उंगलियों के बीच का चमड़े वाला भाग; बेल का नया टुकड़ा
गवारा :: ग्वार फली
गहँक, गहँकी :: ग्राहक
गहगड्ढा :: सघन, काफी मात्रा में
गहगह :: प्रसन्न, परम संतुष्ट
गहगहे :: हर्ष, उत्साह के साथ
गहत :: चक्कर
गहदी :: नाले के किनारे का भाग; ऊँचा भाग
गहना :: आभूषण
गहना-चूड़ी :: लहरी सरीखी चूड़ी, जिसमें निशान सीधे होते हैं
गहनिहा :: जिसे गहनी रोग हो गया हो
गहनी :: जानवरों की जीभ का एक रोग, जिसमें दाने व काँटे पड़ जाते हैं
गहने-क-छाया :: किसी बच्चे के शरीर पर वह काला चिन्ह, जो जन्मजात हो । विश्वास है कि ऐसे बच्चों के गर्भ में होने पर जब ग्रहण लगता है तो ऐसे चिन्ह प्रायः हो जाते हैं
गहबड़ :: जिसमें रंग गहरा हो, अधिक अस्वस्थ
गहरि :: केले फलों का गुच्छा
गहवा :: सँड़सी
गहा :: वह मिट्टी, जिससे किसी नाली का रास्ता बंद किया जाये
गहारि :: दुःख के समय की पुकार; गोहारि
गहिया :: मार का चिन्ह
गहियाइब :: गाही लगाकर गिनना
गहिर :: गहरा
गहोरा :: बैल की एक जाति
गांगासहाई :: कल्पित व्यक्ति, जो चारों ओर उदारता प्रदर्शित करे
गाँछबु :: बटोरकर बाध देना
गाँछा :: नया कल्ला
गांजडु :: नदी के किनारे का भू-भाग
गांजबु :: पैरों से रौंदना; ढेर लगाना
गांजा :: खुरपे का मध्यवर्ती पतला भाग; मादक पदार्थ
गाँठबु :: पक्का करना; अपने चक्कर में फँसाना; बात मानना; सिलना
गाँड़ा :: गन्ने का टुकड़ा; मंगल कारक तंत्र, जो पशुओं के बांधा जाता है
गाँत :: माची में लगने वाले बीच के दो डण्डे
गाँसबु :: फार में दूसरा लोहा पीटकर जड़ना; रोकना; डाँटना
गाँसी :: वाण में आगे लगने वाली लोहे की नोंक
गाऊ-घप्प :: जो शीघ्र न समझे; सुस्त; जो सब कुछ हजम कर जाये
गाज, गाजि :: फेना; वज्र (मु.) गाज परै (वज्र परै)
गाजबु :: हर्ष प्रदर्शित करना; परम प्रसन्न होना; गर्वपूर्वक हर्षित होना
गाजी :: मुस्लिम पीर, जिसकी पूजा होती है; मियाँ-इन्हें प्रायः 'बाले मियाँ' भी कहा जाता है;(कहा.) - एक हाथ के बाले मियाँ नव हाथ कै पूँछि ।
गाटर :: लोहे का गर्डर
गाड़ा :: बड़ी बैलगाड़ी; किसी को रोकने हेतु रास्ते में बैठने की प्रक्रिया
गाढ़ा :: मोटिया (कपड़ा), जो हाथ से बुना जाता है
गात :: शरीर, बोझा बांधने की रस्सी; औकात
गाती :: दोनों कंधों पर बंधा हुआ कपड़ा, जो कुतें की भाँति दोनों ओर नीचे तक लटका हो । यह देहात के बच्चों, साधुओं में अधिक प्रचलित है
गादर :: कम चलने वाला (हल या गाड़ी आदि का बैल), कामचोर
गादा :: कच्चे अनाज का चबेना
गादि, गांध :: गोंद
गादुर :: चमगीदड़
गाफिल :: लापरवाह, बेखबर
गाभ :: बहुत हरा
गाभिनि :: वह (मादा पशु) जो गर्भिणी हो
गारबु :: दुहना, (दूध); निचोड़ना
गाला :: रूई धुनकते समय रूई के बनाये गये छोटे-छोटे ढेर; गप्प, व्यर्थ की बात; फसल में बालें निकलने की अवस्था
गाली :: धान आदि कूटने में प्रयुक्त पत्थर का पात्र; अपशब्द
गावा :: दों उंगलियों या शाखाओं के बीच का स्थान
गाही :: पाँच की ढेरी
गाहे-बगाहे :: कभी-कभी
गिंजइया :: बरसात में निकलने वाले पतले-पतले जीव या कीड़े, जिनके सैकड़ों पैर होते है
गिंजउबु :: भोजन आदि को जूठा करके डाल देना या खराब करना
गिजबिज :: लिपटा हुआ
गिजा :: आहार; खिलाई
गिट्टकु :: चीलम में पड़ने वाला मिट्टी का गोल ढेला, जो तम्बाकू गिरने से रोकता है
गिट्ठा, गिठा :: गाँठ
गिठुरा :: अनाज के साथ आई हुई गाँठ, जो महीन नहीं हो पाती
गिधियाबु :: हठ करना
गिब-गिब :: जल्दी-जल्दी और व्यर्थ (बातें करना)
गिब्बे :: लम्बी गप, व्यर्थ की बात
गिरदानकु :: हथकरघे का वह अंग, जिससे कपड़ा लपेटा जाता है
गिरन्दा :: जाल का फंदा बनाने वाला
अजदहा :: विशालकाय सर्प, अजगर
अजमउबु :: परीक्षण करना, परखना
अजमूजा :: अंदाज
अजरिहा :: रोगी
अजर्रा :: बहुतायत, खूब
अजलति :: बदनामी, अपराध
अजाची :: तृप्त
अजारू :: रोग
अजियाउर :: घर या गाँव, जहाँ से किसी की आजी (दादी) ब्याह कर आई हो
अजीरनु :: अजीर्ण
गिरमिटु :: लकड़ी में छेद करने में प्रयुक्त हस्तचालित यन्त्र विशेष
गिरह :: जेब
गिरहन :: ग्रहण
गिरहुँ :: गिरवी, बंधक
गिराँ :: लगभग ७ सेमी. की माप
गिरानदेबु :: ताड़ी निकालते समय कुछ वृक्ष निरन्तरता हेतु छोड़ना
गिरिस्ती :: गृहस्थी
गिरीवाट :: बर्तन की मुड़ी हुई बाट (धार)
गिर्दा :: चहारदीवारी
गिर्दयउबु :: घेर लेना
गिर्री :: कागज की पुल्ली में लिपटी हुई रील या डोरा
गिलावा :: कच्ची मिट्टी का गारा
गिल्ला :: शिकायत
गिल्ली :: गिलहरी
गिहथापनु :: चतुरता, बुद्धि
गिहथिन :: गृहकार्य में निपुण स्त्री
गीदा :: पशु-घर का पतला कीचड़
गील :: गीला
गीला :: उपालम्भ
गीला :: पानी युक्त; बचन का कच्चा
गुंजहरा :: हाथ में पहनने का गहना
गुंठा :: नाटा
गुंड :: समूह
गुंदरी :: छोटी चटाई
गुंधाबु :: गरम होना (ठण्डी से)
गुइँती :: गुआरी के अन्दर एकत्र मलमूत्र
गुइँती :: गोइता
गुइयाँ :: सहेली, सखी
गुइलि :: आलुओं को सींचने के लिए बनाई गई सँकरी नाली
गुखरू :: जंगली कँटीली वनस्पति, जिसके लगने से पैरों में गाँठ-सी बन जाती है
गुच्चा :: जमीन में खुदा हुआ छोटा गड्ढा
गुजटा :: कपड़े की सिकुड़न
गुजरान :: गुजारा
गुज्झा :: किंवाड़ या पल्ले में लगायी जाने वाली बाँस की लकड़ी की कील
गुटकबु :: निगलना
गुटका :: लकड़ी का टुकड़ा; -रंदा, रंदा विशेष
गुटू :: लकड़ी का टुकड़ा, जिस पर किंवाड़ रखा जाता है
गुट्याल, गुटैवा :: दुलहिन
गुठुलू :: गुठली
गुठुलू :: अठुली
गुठुवा :: सब्ज़ी विशेष
गुठूठी :: गाँठ; अत्यन्त छोटी पोटली
गुड़ासा :: वर्षा ऋतु आगमन का संकेतक पक्षी
गुड़ी :: पतंग
गुढ़ी :: लाई (भुना हुआ जौ)
गुढ़ी :: बहुरी
गुढ़नि :: थैले को कसने की एक लम्बी रस्सी
गुण्डा पेटी :: पानी उलीचने वाली टोकरी के नीचे लगा लकड़ी का घेरा
गुदबु :: चुभना
गुदरा :: फटी रजाई
गुदाम :: बटन
गुदुरी :: मटर आदि की फली
गुद्दा :: घूँसा
गुध :: गोंद
गुनगुना :: हल्का गरम
गुना :: अपराध; (प्रत्य.) यथा चौगुना
गुनागर :: गुणवान
गुनिया :: तिरछापन देखने में प्रयुक्त यंत्र विशेष
गुनी :: गुणयुक्त, बुद्धिमान
गुनैली :: घी-दूध अधिक देने वाली (गाय)
गुपिया :: जुआँरी द्वारा जमीन पर बनाया गया छोटा गड्ढा
गुमान :: अहंकार, अनुमान
गुमास्ता :: गुमाश्ता, खबर लेने या देने वाला नौकर
गुम्मा :: गूमा, एक जगली पौधा, जिसकी पत्तियाँ दवा में काम आतीं और दाल में भी पड़ती हैं; ईंट
गुम्मी :: गुमनाम
गुरघुल :: पैर में काँटा आदि का पुराना घट्ठा
गुरगा :: छोटा बच्चा, संदेशवाहक
गुरगुरा :: कँप कँपी
गुरधनिया :: गुड़ और अनाज का मिश्रित चबेना
गुरम्ही :: फोड़े की भाँति गोल गाँठ
गुरुही :: जानवरों (विशेषतः भैसो) के पैर में बाँधने की रस्सी
गुरुआ :: व्यक्ति, जिसकी वृत्ति गुरु-मंत्र देने आदि के काम की हो
गुरुवही, गुरवान :: गुरु का गाँव
गुरौंधा :: अधपका आम
गुर्यारबु :: दिखाना, धमकी देना
गुर्र :: डाँट, फटकार
गुर्रा :: नारियल की रस्सी; अत्यन्त छोटे पहियों से युक्त अत्यन्त छोटी बैलगाड़ी; चर्रा
गुर्राबु :: नाराज होकर बोलना
गुलंदाजु :: छोटे-छोटे टुकड़ों वाला नमक
गुल :: फूल; दिये की टेम द्वारा छोड़ा हुआ कालिख का गोल टुकड़ा; जली हुई तम्बाकू
गुल-होना :: बुझना
गुल-गुल :: कोमल
गुल-जार :: विकसित (पौधा)
गुलसफरी :: खर-पतवार
गुला :: धरन के दोनों सिरे, जो दीवार के अन्दर बैठाए जाते हैं
गुलासी :: बरगद का फल
गुलिया :: आलू के खेत में सींचने के लिए बनाई गई सँकरी नाली
गुलुमु :: सिर में चोट लगने से निकलने या उभरने वाली गाँठ
गुलुवा :: जाँत में कील के ऊपर रस्सियों द्वारा कसा हुआ छोटा लकड़ी का टुकड़ा
गुलौरि :: गुड़ बनाने का स्थान
गुल्टी :: आँटा आदि में बंधी रोड़ी
गुल्दाना :: उर्द की पीठी से बना मोहन भोग
गुल्याल :: रूई-मशीन को ऊपर टाँगने वाली लकड़ी; पत्थर आदि फेंकने में प्रयुक्त धनुष की तरह लकड़ी, गुलेल
गुल्लरु :: गुब्बारे जैसा उभार या फुलाव
गुल्ला :: गन्ने का वह भाग; जो एक बार में खाया या चूसा जा सके; तागे की बड़ी गोल फुल्ली
गुल्लाना :: बेसन की नमकीन चीज
गुल्लि :: शोर
गुल्ली :: गले में पहनने का चाँदी या सोने का आभूषण
गुल्ली :: नाटे कद की
गुल्लू :: महुए का फल
गुल्टी :: आँटा आदि में बंधी रोड़ी
गुल्दाना :: उर्द की पीठी से बना मोहन भोग
गुल्याल :: रूई-मशीन को ऊपर टाँगने वाली लकड़ी; पत्थर आदि फेंकने में प्रयुक्त धनुष की तरह लकड़ी, गुलेल
गुल्लरु :: गुब्बारे जैसा उभार या फुलाव
गुल्ला :: गन्ने का वह भाग; जो एक बार में खाया या चूसा जा सके; तागे की बड़ी गोल फुल्ली
गुल्लाना :: बेसन की नमकीन चीज
गुल्लि :: शोर
गुल्ली :: गले में पहनने का चाँदी या सोने का आभूषण
गुल्ली :: नाटे कद की
गुल्लू :: महुए का फल
अजुग्गि :: अद्भुत बात
अजुर :: अप्राप्य, जो जुर न सके
अजुरता :: धन आदि की कमी, आर्थिक तंगी
अजूबा :: अनोखा, अद्भुत
अजोधा :: अयोध्या
अज्ज-खज्ज :: ՙअखज्ज՚ देखिए
अटकबु :: रूकना
अटकर :: अंदाज, पता
अटकरबु :: पता लेना या लगाना
अटकहुला :: रूकावट, अड़चन
गुल्सुम :: छेद करने का यंत्र
गुहबु :: पिरोना, बनाना
गुहरा :: कण्डा
गुहु :: मल, विश्टा गू
गूँड़ी :: रस्सी का लपेटा हुआ सुडौल बंडल
गूँतबु :: चमड़ा पक्का करने के पूर्व पशु की खाल में बबूल की छाल भरकर उसको पुनः पशु की शक्ल में सिलना
गूझा :: फल के भीतर का गूदा
गूडुर या गूड़ी :: बाजरे या ज्वार की बाली का बिना दाने वाला भाग
गूढ़ी :: गेहूँ-जौ का मिश्रित रूप
गूदरु :: गुदड़ा
गूमा :: घास विशेष; जो फसल को अधिक नुकसान पहुँचाती है
गूरा :: ईंट का टुकड़ा; -हींसा, लाटरी द्वारा हिस्सों का आवंटन
गूल :: भट्ठी; हेंगे के दोनों सिरे
गूलबु :: मारना, पीटना
गूवा :: फाँक, टुकड़ा
गेंगटी :: चने की फली
गेंगें :: प्रार्थनापूर्ण (शब्द)
गेंटि :: मछली विशेष
गेंड़ :: गन्ने का पत्तीयुक्त ऊपरी भाग
गेंड़ा :: खेत का बड़ा टुकड़ा
गेंड़ा-वरि :: दो या चार बैलों को जोड़ने वाली एक विशेष प्रकार की रस्सी
गेंड़ी :: गन्ने का छोटा टुकड़ा
गेंड़ुआ :: बड़ा गोल तकिया
गेउँठा :: जानवरों को बांधने में प्रयुक्त रस्सी विशेष
गेजुआ :: घोंघे के भीतर रहने वाला पानी का कीड़ा, जिसके अण्डों से केकड़े होते हैं
गेठुरा :: गठुला' देखिए
गेताढ़ी :: जुआठे में प्रयुक्त रस्सी
गेद :: छोटा बच्चा
गेनवरि :: एक घास, जिसके डंठल से कलमें बनायी जाती हैं
गेना :: गेंदा का फूल या पेड़
गेरइयाँ :: छोटा गेरावँ
गेरउंधी :: जानवरों के गले में बाँधी जाने वाली रस्सी विशेष
गेरानी :: घटी, मंदी
गेरावँ :: जानवरों को बाँधने में प्रयुक्त छल्लादार मोटी रस्सी विशेष,
गेरिया :: मिट्टी की छोटी लुटिया
गेरुई :: गेहूँ, जौ आदि की फसल का एक रोग, जिसमें उनके पत्ते लाल हो जाते हैं
गेह :: परवाह, रक्षा, चिंता
गैरमजरुआ :: वह खेत या भूमि, जिसमें जुताई-बुवाई नहीं की जाती
गैरानी :: परेशानी, समस्या
गोंड़रा :: पुआल से निर्मित गोल चौका
गोंदनी :: घास विशेष, जिससे डलिया आदि निर्मित की जाती हैं
गोंदरी :: तिन आदि से निर्मित बिछौना
गोंयड़, गोइँड़ :: गाँव का पड़ोस, किनारा, सीमा
गोंसिया :: हल में नसी के ऊपर लगने वाली लकड़ी
गोइंजा :: नथुनी का मुड़ा हुआ सिरा
गोइठा :: गोबर से निर्मित उपली
गोई :: बैलों की जोड़ी
गोख :: खिड़की
गोगा :: मूर्ख; -बाई-महामूर्ख
गोछित :: एक कबरे रंग की मछली
गोजई, गोजरा :: गेहूँ व जौ का मिश्रित रूप
गोजर, गोझर :: बहुत पैरों वाला विषैला कीड़ा, खनखजूरा
गोजर, गोझर :: धीरे-धीरे काम करने वाला
गोजी :: सोंटी, छोटी लाठी
गोझनवट :: स्त्रियों के अंचल का वह भाग, जो बायीं ओर लटकता है
गोट :: किनारे लगा हुआ अलग से कपड़ा
गोटी :: गन्ने के रस की वह अवस्था, जब गाढ़ा होकर गुड़ बनाने लायक हो जाये
गोठिल :: धारहीन (औजार)
गोड़इतु :: चौकीदार, नौकर
गोड़फटकी :: झूठी धमकी
गोड़हरा :: पैरों में पहनने का गहंना
गोड़ा :: बर्तन के नीचे का वह भाग, जो 'गोड़' (पैर) की भाँति हो
गोड़ाई :: पैर का एक आभूषण
गोड़िया :: बेंड़ी के नीचे गलने वाली लकड़ियाँ जो बेंड़ी को कटने से बचाती हैं
गोड़ी :: आगमन का प्रभाव, 'गोड़' से; यह प्रायः नवजात वधू या अतिथि के लिए प्रयुक्त होता है
गोड्याला :: पशुओं के पैरों का चमड़ा
गोदा :: बरगद या पीपल के फल
गोदामिल :: कुछ खट्टा (गोदा + आमिल-गोदे की भाँति खट्टा)
गोदाही :: टेढ़ा-मेढ़ा अथवा ताजा तोड़ा हुआ डण्डा
गोधनु :: खटकिनों द्वार क्वार-कातिक में गाया जाने वाला लम्बा दुःखपूर्ण गीत, जिसमे इस गीत को गाने वाली स्त्रियाँ गोबर की मूर्तियाँ बनाकर हाथ में लिए घर-घर गाती फिरती थीं पर अब खटिक पंचायत ने ऐसा करना बन्द कर दिया है ।
गोनरा :: बहुत बड़ी चटाई, जो बैलगाड़ी की फर्श में बिछायी जाती है
गोना :: बड़े जानवरों की दलाली
गोप :: जानवर पालने वाला; सैनिक टुकड़ी का सेनापति
गोफबु :: डाँटना, रोकना
गोफियउबु :: बाँहों में समेटकर पकड़ लेना
गोबरा :: रस के गर्म होने पर निर्गत मैल युक्त तह
गोबरी :: सूखे गोबर के छोटे-छोटे ढेले
गोभबु :: किसी फल या अन्य वस्तु में धीरे-धीरे और ऊपर ही ऊपर छेद करना
गोभवार :: गर्भ का (बाल)
गोरखधंधा :: तरह-तरह के झंझटः खटराग
गोरसाही :: पशुशाला
गोरसी :: अँगीठी, जिस पर दूध गरम हो
गोरू :: गोरूप (गाय, भैंस, बकरी)
गोलई :: गोल डलिया
गोलनिया :: गुड़िया; ग्वालिन
गोलवा :: गोल टोकरा; गोलाकार चूड़ी; -टर्रा, नाम की गोल कील
गोलु :: समूह, झुण्ड
गोल्डेन-मुर्गी :: वह मुर्गी, जो अण्डा देते समय कम दिनों के लिए कुड़कती है
गोवा :: चालाक, जो अपनी बात छिपा रखे; भारतवर्ष का एक प्रदेश
गोसइयाँ :: भगवान, मालिक
गोसा :: कोना
गोसाई :: एक जाति, जिसके लोग महादेव के पुजारी होते हैं
गोहनवा :: साथ
गोहना :: बाल बाँधने का रंगीन धागा
गोहरउबु :: पुकारना
गोहिया :: एक जाति, जो पत्थर, रस्सी आदि का काम करती है; मार का चिह्न
गोहुआँ :: मेंड़ के किनारे-किनारे गेहूँ के साथ बोया जाने वाला अनाज
गोहूँ :: गेहूँ
गौं :: सुविधा; सुयोग अवसर, पसन्द
गौंसठि :: सलाह
अटबु :: पूरा पड़ना, पहुँचना
अटारम :: प्रबंध, तैयारी
अटाला :: बहुत-सा सामान
अटेरन :: सूत की आँटी बनाने का यंत्र
अटेरबु :: सूत की आँटी या गुल्ली बनाना
अट्ट-पट्ट :: बुरा-भला; बुरा
अट्टिमी :: अष्टमी, दुर्गाष्टमी
अठक्का :: एकत्र, इकट्ठा, एक साथ
अठई-कठवा :: फटकार भरी बात
अठपहरा :: वह ज्वर जो २४ घण्टे न उतरे
गौर :: ध्यान, विचार
ग्वाँचबु :: लोकना, ऊपर से आती हुई कोई वस्तु हाथों में रोकना
ग्वाँसा :: (आखिरी) सिरा, किनारा
ग्वाट :: जूते के ऊपर अलग से लगने वाला महीन किनारा
ग्वाफा :: हाथ द्वारा डाल गया फंदा
ग्वार :: गोरा
ग्वार :: एक पौधा, जिसकी फलियों की सब्ज़ी बनती है
ग्वार-सु :: दूध
ग्वाल :: पशुओं का झुण्ड, पशु चराने वाले यदुवंशी सैनिक
ग्वाहा :: इंगुदी फल
घंट :: किसी के मरने पर हिन्दुओं द्वारा बांधा जाने वाला मिट्टी का घड़ा, जिसे बाहर किसी पेड़ पर लटकाकर उसमें प्रतिदिन पानी भरते हैं
घंता-मंता :: एक खेल, जिसमें छोटे बच्चे को घुटने पर बैठाकर झुलाते और 'घंता-मंता.......' कहते हैं
घइला :: घड़ा
घइहल :: घायल, चोट लगा हुआ
घई :: कोल्हू का वह पात्र, जिसमें सरसों आदि छोड़े जोते हैं । कच्चे चूल्हे की भीतरी पख; नदी का कुण्ड
घउघ :: सम्पत्ति
घउरी :: केलों का गुच्छा
घउर्याबु :: दाँत पीसना, क्रोध करना
घउलर :: मोटा व्यक्ति
घग्घा :: गृहणी
घटका :: प्राण निकलने के समय की स्थिति
घटका-लागब :: मरणासन्न होना
घटवार :: घाट वाला; मल्लाह
घटितउला :: कम तोलने वाला
घटियाही :: पर-स्त्री-प्रसंग; धोखेबाजी
घटिहा :: पर-स्त्री-से मैथुन करने वाला; धोखेबाज
घट्टी :: हानि, घाटा
घट्ठई :: हल जोतने के लिए आषाढ़ में हलवाहे को दिया गया पैसा
घट्ठा :: शरीर के किसी भाग पर पड़ा चिह्न, जिसमें चमड़ा मोटा हो जाता है
घण्टी :: छोटा लोटा
घत :: दाँव, मौका
घन :: घना (फसल में पौधे)
घन :: बादल
घनई :: दो गगरियों एवं डण्डों से निर्मित नौका विशेष, जो तालाबों में सिंघाड़े तोड़ने आदि कार्य, में प्रयुक्त होती है
घनचक्कर :: मूर्ख; इधर-उधर घूमने वाले
घनवाह :: लुहारों की दूकान में लम्बी खुदी हुई हौदी, जिसमे खड़े होकर घन चलाया जाता है
घनु :: बड़ा हथौड़ा
घन्नी :: यातना
घपच्चू :: मूर्ख
घमंजा :: मिलावट, गड़बड़
घरइया :: घर का व्यक्ति (बारात का न हो), कभी-कभी 'घराती' और बाहरी को 'बाराती' कहते हें
घरजानी :: बिना लिखा-पढ़ी के, गुपचुप (दिया गया उधार) मरजानी- व्यक्तिगत (व्यवहार जिसे दूसरे न जानें)
घरबारी :: जिसके परिवार हो
घरवना :: छोटा घर, जो बच्चे खेल में बनाते हैं
घरसुमारी :: जनगणना
घराय :: घर का-सा व्यवहार, घरेलू रीति
घरिया, घेरिया :: मिट्टी का वह बर्तन, जिसमें चाँदी आदि धातुएँ गलाई जाती हैं
घरिल :: घड़ा
घरी :: सोना गलाने की मिट्टी की घरिया (कटोरी); घड़ी (समय)
घरीला :: मिट्टी का छोटा पात्र
घरुक :: एक जाति और उसके लोग
घरुही :: घर का खंडहर या चिह्न
घरू :: घर का सा, मैत्रीपूर्ण
घलारा :: पानी बहने का मार्ग; जोर से बहता हुआ पानी
घलुआ :: घाला; सौदे में दिया हुआ वह अंश, जो तोल के अतिरिक्त यों ही दिया जाये
घलोना :: लाल पका हुआ फल; प्रायः बच्चे इस शब्द का प्रयोग करते हैं
घवदि :: केले के फलों का गुच्छा
घसनी :: तुच्छ काम; कठिन परिश्रम
घसीट :: जल्दी-जल्दी लिखा हुआ
घाँखर :: ढीठ, धृष्ट
घाँटी :: गले के बीच का भाग
घाई :: तरफ, ओर
घाटि :: पर-स्त्री-गमन; दगाबाजी
घाठ :: गेहूँ या ज्वार की दलिया
घाता :: तरल पदार्थ माप भर देने के बाद अलग से दिया गया अंश
घानी :: कोल्हू में छोड़ने भर की सरसों आदि की राशि; सुगंध; ढेर; धन; भण्डार
घानु :: एक बार में डालने भर की वस्तु
घाबड़ :: गंभीर, अधिक बीमांर
घामड़ :: सुस्त, मूर्ख
घामु :: धूप
घार :: क्यारी सींचने के लिए उसकी मेंड़ में बनाया गया छोटा मुँह
घारी :: पशुओं के रहने का घर
घाला :: सौदे के साथ अन्त में दिया हुआ उपहार, घलुआ
घावा :: मेंड़ आदि काटकर पानी निकालने का रास्ता
घिउ-कुँआरि :: ग्वारपाठा, जिसके भीतर से घी-सा गूदा निकलता है । यह कई दवाओं में प्रयुक्त होता है, पेट के लिए इसकी तरकारी भी खाई जाती है
घिन :: घृणा
घिनवना :: घृणा उत्पन्न करने वाला
घियहा :: घी वाला; घी की बनी हुई; जिसमें घी रखा जाये (बर्तन)
घियाँड़ा :: घी रखने में प्रयुक्त मिट्टी का बर्तन
घींच :: गला, गर्दन
घुघुआर :: काफी मोटा-ताजा, किन्तु कम बोलने वाला, गब्बर, बात का जल्दी उत्तर न देने वाला
घुघुटारि :: घूँघट वाली
घुघुरी :: भिगोये हुए अन्न को उबालकर या छौंककर बनाया गया चबेना
घुच्ची :: लग्गी में बंधी हुई दूसरी लकड़ी, जिससे लकड़ी आदि खींची या तोड़ी जाती है
घुटन्ना :: एक विशेष प्रकार का पैजामा
घुट्ठी :: वह खेत, जिसमें एक फसल काटकर दूसरी फसल बोई जाये; जुठैल
घुण्डी :: करधना आदि में बनी हुई गोल गाँठ
घुमड़ा :: खेत में स्थित वह स्थान, जहाँ फसल कुछ महीने रखी रहती है
घुमनी :: चक्कर, घूमने या चक्कर आने की बीमारी
घुमरबु :: लौटना, झूमना
घुमरा :: पशुओं के चारा खाने का एक ऊँचा स्थान; चक्कर
घुमरी :: चक्कर (सिर में)
घुरकबु :: आँखें दिखाकर डरवाना या धमकी देना
घुरकी :: घुड़की, धमकी
घुरघुचु :: घोंसला
घुरघुच्चु :: झुण्ड, समूह
घुरघुरू :: सँकरा रास्ता
घुरचबु :: निर्बलता अथवा बीमारी के कारण उठ न सकना; कष्टमय जीवन बिताना; घुड़की देना
घुरमुसहा :: कम बोलने वाला पर, भीतर ही भीतर द्वेष रखने वाला; चुप्पा
घुरमुसाबु :: भीतर ही भीतर बुरा मानना; बिना कुछ कहे नापसंद करना
अठवाल :: पालकी, जो आठ कहारों से उठे
अठान :: व्यंग्य
अठिलाबु :: इठलाना, व्यर्थ की हँसी करना
अठुर :: जो किसी की बात न माने
अठुली :: आम की गुठली; गुठुलू
अठोहबु :: पुरानी बात को प्रयत्न से याद करना
अड़ंगा :: बाधा, रोक
अड़बी-तड़बी :: टेढ़ी-मेढ़ी भाषा, शान से बोली गई भाषा
अड़संबु :: किसी पोले स्थान में दूसरी वस्तु का ठूँसना
अड़हुलु :: गुड़हल का फूल, जो लाल रंग का और देवी का परम प्रिय होता है
घुरहू-कतवारु :: कोई भी, तुच्छ से तुच्छ व्यक्ति
घुल्ला :: गन्ने का छोटा टुकड़ा
घूर :: कूड़ा-करकट का ढेर
घूरबु :: आंखे फाड़-फाड़ करके देखना
घूहा :: कान का छेद; पतावरि का फूल
घेंघवार :: खूब ढीला- ढाला
घेंचुआ :: गर्दन
घेंटा :: सूअर का बड़ा मोटा बच्चा
घेंटी :: चना आदि का डोंड़ा, जिसके भीतर दाना रहता है; ढेंढ़ी
घेघा या घ्याघा :: गर्दन, गला; गले की बीमारी, जिसमें सूजन आ जाती है
घेघी :: आवाज; हिसकी
घेनावन :: घृणास्पद
घेरौंदा :: बच्चों द्वारा निर्मित मिट्टी का घर
घेरियाक :: इकट्ठा करके; समेट कर
घेवँड़ा :: एक फल, जिसकी बेल चलती है और फल का साग बनता है
घोंचू :: उल्लू, मुर्ख; जिसे ठीक बात समय पर न सूझे
घोंपा :: गोलाकार झोपड़ी
घोंटू :: घोंटने वाला; किसी बात को रट लेने वाला; बुद्धि का कम उपयोग करने वाला
घोखबु :: रटना
घोघट :: एक काल्पनिक व्यक्ति, जिसको बुलाकर या जिसका नाम लेकर छोटे बच्चों को डराया जाता है
घोघसी :: मोटे आकार वाली बकरी
घोघी :: किसी कपड़े का विशेषतः कंबल का लपेटकर सिर पर ऐसा बांधा हुआ रूप, जिससे वर्षा से बचाव हो सके
घोटबु :: बाल जड़ से छीलना; दुध जलाकर खोया बनाना
घोड़न :: पाजी, बदमाश
घोड़सार, घोरसार :: अश्वशाला
घोड़िया :: लकड़ी का कोणाकार यंत्र, जिसमें दबाकर लकड़ी चीरी जाती है
घोड़िला :: मिट्टी का खिलौना विशेष
घोराघरि :: घोड़ी-घोड़ों का समूह
घोरिया :: लकड़ी की थूनी; घोड़ी
घोलर :: बहुत मोटा
घोला :: गहरा गड्ढा या पतला नाला
घ्याँट :: गला
घ्यावा :: घी जैसा गला हुआ आलू आदि
घ्वाँटा, घोंटा :: बाँस का चोंगा, जिससे पशुओं के बच्चों को दवा आदि पिलाई जाती है
चंग :: पतंग; आलस्य
चंग :: स्वस्थ
चंगेलवा :: डलिया
चंट, चंठ :: चालाक
चंड :: बलवान, प्रचंड
चंडुला :: जिसके सिर में बाल न हों
चंडू :: एक मादक पेय पदार्थ-खाना-ऐसा स्थान, जहाँ पर लोंग एकत्र हो चिलम पीते हैं
चंडोलु :: व्यर्थ का कार्य
चंदनउटा :: एक प्रकार का लहंगा
चंदना :: विशेष प्रकार का गुड़
चंपू :: सुन्दर, विचित्र
चंबेल :: फैले हुए सींगों तथा भारी शरीर वाली (भैंस)
चँवरा :: सफेद पूँछ वाला (बैल); एक प्रकार का अनाज
चँवरी :: बारीक चूर्ण; फल का गुच्छा
चँवरू :: हस्तचालित पंखा
चइतवरि :: चैत्र मास की पूर्णिमा
चइता :: एक गाना, जो प्राय: चैत में गाया जाता है
चइला :: लकड़ी का चिरा हुआ खपचा या बड़ी खपची
चउँघरि :: जबड़ा, चाप
चउआ :: चार अंगुल की चौड़ाई; ताश की चौकी; पशु
चउआई :: ऐसी हवा, जो चारों ओर से चले
चउआल :: चारों ओर की बातें; व्यर्थ की बात
चउकरा :: चार लड़ी वाला
चउखटि :: चाक के नीचे गड़ने वाला चौकी के आकार का पत्थर, देहरी
चउखाना :: चार खाने की डिजाइन से युक्त कपड़ा
चउखुँटा :: चार कोने वाला
चउगड़ा :: खरगोश, हिरन
चउगान :: गेंद का पुराना खेल, जिसका उल्लेख कविता में प्रायः होता है
चउगिरदा, चउतरफा :: चारोंओर
चउतरा :: चबूतरा
चउधारी :: चारधारी के (वस्त्र)
चउपटि :: चाक रखने के लिए नीचे गड़ी हुई चौकी के आकार का पत्थर
चउपसर :: चौराहा; खुला स्थान
चउपहल :: चौपहल, चार किनारे वाला
चउपारि :: द्वार पर का बैठकी कमरा
चउफेर :: चारों ओर
चउबंदा बही :: सोलह खोने वाली बही
चउबोला :: छंद विशेष
चउभरि :: दाढ़ के दाँत, एक स्थान के चार दाँत
चउमास :: वह खेत, जिसमें बरसांती फसल न बोई गई हो
चउमास :: वर्षा ऋतु
चउमुख :: चारों ओर
चउमुहानी :: वह स्थान, जहाँ चार सड़कें मिलें या चार नदियों का संगम हो
चउरइया :: सब्जी विशेष
चउरस :: समतल
चउरसी :: चौंड़ी रुखान विशेष
चउरा :: चबूतरा; समाधि; स्मारक; श्वेत रंग का घोड़ा; चौपाल
चउरासी :: बैल आदि के गले में बाँधने हेतु प्रयुक्त घुँघरुदार पट्टी; परेशानी, अस्सी चार-चोरासी की संख्या
चउरी :: श्वेत रंग की भेंड़
चउली-बउली :: मौज मस्ती, प्रसन्नचित बातें
चउसझा :: खेती या अन्य काम, जिसमें कई लेगों का साझा हो
चऊँधी :: बैलगाड़ी में पीछे दोनों बल्लियों से मिलकर बंघी हुई लकड़ी
चकउड़ी :: कुम्हारों का वह बर्तन, जिसमें पानी रखकर बर्तन बनाते हैं
चकचोन्ही :: चकाचौंध
चकड़बा :: कलह; शोरगुल
चकत्ता :: शरीर पर उभरा हुआ ददोरा
चकरई :: चौड़ाई; 'चाकर' का काम
चकरबान :: पुल्लियों से जुड़े हुए घेरे; चक्कर लगाकर ऊपर उठने वाला वाण
चकर-मकर :: इधर-उधर
चकरार :: कुछ अधिक चौड़ा
चकारहा :: चाकरी करने वाला; नौकरी-पेशा वाला
चकरेठ :: चौड़ा और तगड़ा (व्यक्ति)
चकरोटु :: खेतों का रास्ता
चकला :: रड़ियों के रहने का स्थान; रोटी बेलने की अड्ढौ
चकवड़ :: प्रसिद्ध पौधा
चकाबूह :: चक्रव्यूह; झगड़ा
अड़ान :: वह (पशु) जिसका गर्भपात हो गया हो
अड़ानी :: भैंस बाँधने का स्थान
अड़ार :: मिट्टी का बडा टुकड़ा, जो फटकर (विशेषतः नदी अथवा कुए के किनारे पर) गिर जाए
अड़ियल :: वह (घोड़ा) जो पूर्ण रूप से चलने में प्रशिक्षित न हो
अड़िल :: बेहूदा ढंग से अड़ जाने वाल (व्यक्ति)
अड़ी-गड़ी :: आवश्यकता पड़ने पर; हारे-अटके
अडुवे :: किंवाड़ों में लगने वाले डण्डे; पुस्तीवान
अड़ेरि :: जानबूझकर किया हुआ व्यर्थ का झगड़ा
अड़ेरी :: ՙअड़ेरि՚ करने वाला
अड़ेरौ :: शोर
चकावर :: लकड़ी का चौड़ा-चपटा व मोटा तख़्ता
चकियस :: मोटी और चौड़ी (स्त्री)
चकेठि, चकेठी :: चाक को घुमाने में प्रयुक्त बाँस का डण्डा
चकोड़ि :: मिट्टी के बर्तन बनाते समय पानी रखने का बर्तन
चक्का :: बड़ा पहिया
चक्की :: चाँदी की किस्म
चक्कू :: चाकू
चखनबु :: पोत देना
चखाचखी :: विरोध, वैर
चखु :: गिद्ध
चगड़ :: चालाक
चङ्गेरा :: मूंज का बना सुन्दर छोटा टोकरा
चचरा :: पानी सूखने के बाद मिट्टी में पड़ी हुई दरार
चटकई :: जल्दी
चटकनु :: चपत
चटकुलु :: वस्त्र विशेष
चटुआ :: बच्चों का खिलौना
चटोर, चटोहरा :: जो बार-बार खाता रहे; लालची
चट्टी :: लकड़ी व चमड़े मे बनी खड़ाऊँ
चटू :: चाटने वाला या वाली, दूसरे के पहाँ मुफ्त खाने वाला (व्यक्ति)
चट्टा :: ईंटों का सुडौल ढेर; बर्तन धोने का चबूतरा
चट्टें :: तुरंत
चढ़ता :: क्यारियों की वह पंक्ति, जो आगे की ओर सींची जाती हे
चढ़बाँक :: चतुर, चालाक
चणानी :: नए कुएँ की निचली छोटी दीवार को नीचे गलाने की क्रिया
चथरा :: टुकड़ा; किसी फल आदि का फूटा भाग
चनक :: चना
चनगा :: एक प्रकार की मछली
चनरमा :: चद्रमा; चाँदी या सोने का छोटा चदाकार गहना, जो ग्रह शांति कै लिए पहना जाता है
चनबा :: स्त्रियो का एक आभूषण, जो चंद्राकार रत्न जड़ित होता है और मत्थे के ऊपर पहना जाता है; सावाँ जैसा अनाज
चनिया :: छोटी सी झील, जिसमें कभी-कभी खेती की जाती है
चनिहा :: चाँदी का; चाँदीमिश्रित
चनुला :: "चँडुला"
चन्नामाई :: चंद्रमा; छोटे-छोटे बच्चे या माताएँ चंद्रमा को इसी तरह सम्बोधित करती हैं
चन्नी :: चारा पानी खिलाने पिलाने में प्रयुक्त लम्बा वाली आकार का पात्र, चरही
चन्नू-चेहरा :: छोटी-छोटी चिड़ियाँ, जो बहुत शोर करती हैं
चपचोई :: बर्तनों की धार बनाने में प्रयुक्त मिट्टी की लीटी
चपड़ा :: लाख की किस्म बिशेष
चपरचट्ट :: निर्जन, सूना; लम्बा-चौंड़ा (मैदान)
चपरहा :: अभागा; हठी
चप्पर :: पत्त
चफइल :: लम्बा-चौड़ा (मैदान)
चबइनी :: चबेना या नाश्ता के स्थान पर दिया हुआ नकद पैसा
चबरा :: चपत, तमाचा
चबुआबु :: डाँटना, परेशानकरना
चब्याना :: चबेना, ग्रमीण अंचल में प्रचलित निमंत्रण वितरक नाई को दिया जाने वाला अनाज, जो निमंत्रण प्राप्तकर्ता द्वारा दिया जाता है
चभका :: पशुओं के मुँह की एक बीमारी
चभुरी :: क्रोध की मुद्रा, मुँह को जोर से बन्द करने की मुद्रा; चाप
चभौकी :: ईख का रस निकालने में प्रयुक्त कुल्हड़ विशेष
चमइनिहा :: चमाइन रखने वाला
चमकटिया :: चमड़ा काटने वाला
चमकन :: शौकीन; जो अपने कपड़े-लत्तों को बहुत झाड़-पोछकर रखे
चमकुल :: शौकीन, चंचल
चमरउधा :: कच्चे चमड़े का (जूता)
चमरबेली :: एक प्रकार का बेला
चमरस :: जूते की रगड़ से बना घाव
चमरसउँच :: झमेला; चंमारों के शुद्ध होने की (बिलम्ब वाली) क्रिया
चमसुर :: एक बीज, जो बच्चों की दुध में घोटकर पिलाया जाता हैं
चमरही :: चमारों का मुहल्ला
चमाइनि :: चमार की स्त्री; फूहड़ और गंदी स्त्री
चपूना :: बना-ठना, शौकीन
चर :: ऊँची नाली
चरउँबा :: महुए से बना खाद्य विशेष
चरकट :: दुष्ट, नीच; आवारा
चरकहा :: चरका(धोखा) देने वाला
चरका :: धान की फसल का एक रोग
चरखा :: पहिया, जिसे नचाकर जुलाहे तागा लपेटते हैं; सिंचाई का साधन, जिसमें बैलों द्वारा डिब्बों की श्रृंखला से पानी निकाला जाता है
चरफर :: तेज, कडुवा
चरबाँक :: बात-चीत में तेज
चरवरि :: चरने योग्य घास
चरबाहु :: जानवर चराने वाला व्यक्ति
चरसा :: पानी निकालने में प्रयुक्त चमड़े का बर्तन; खाल
चरहा :: चरने की घास की अधिकता
चरी :: जानवरों को खिलाने में प्रयुक्त हरा चारा
चरुई :: भाड़ में गड़े वे पात्र, जिसमें बालू रखी जाती है
चरयार :: कड़ा, सख्त, मजबूत (छिलके आदि के सम्बन्ध में)
चर्रा :: नारियल की रस्सी
चलउनी :: चबेना भूनते समय उसे चलाने वाली लकड़ी
चलता :: महत्ता, आधिकारिक मान्यता
चलावा :: व्यवहार, आचरण, बर्ताव
चवरि :: चँवरी
चवँला :: चंबल नदी के आस-पास पाया जाने वाला बैल
चवफाल :: जिसके, चारों किनारे हों
चवफेर :: चारों ओर
चवाई :: चुगलखोर, बातूनी, झूठा
चवासू :: चारों ओर
चसका :: शौक, व्यसन
चसम :: आँख
चहँडा :: कीचड़
चह :: लकडी का बना पुल
चहक :: चमकीले रंग का
चहबच्चा :: छोटा सा कुआँ या तहखाना; भण्डार
चहला :: कीचड़
चहली :: बाँसों की बनी हुई पट्टी, जो दीवाल जोड़ते समय प्रयुक्त होती है
चहारुम :: चौथा या चौथाई भाग; जमींदार का वह अधिकार, जो आसामी द्वारा लगाये पेड़ो, उनके फलों आदि पर होता था
चहुआ :: हिम्मत, उपाय, षडयंत्र
चहेंटबु :: घेरकर दबा लेना; पराजित कर लेना
चाँड़ :: निडर, चतुर, घना (खेत)
चाँड़बु :: खुरपा आदि को पीटकर बढ़ाना, कुआँ की तल गहरी करना
चांडोलु :: पालकी, जिसमें औरतें बैठकर इधर-उधर जाती थीं
अड़ोरबु :: उडेलना
अढ़इबु :: आज्ञादेना
अढ़इया :: सेर भर का देहाती तौल; जो पसेरी का आधा होता है
अढ़इल :: ՙअड़हुल՚ देखिए
अढ़उती :: गन्ने की पतोई का रूप विशेष
अढ़ती :: शैतानी करने वाला, शैतान, नटखट
अढ़व-अढ़ :: अनावश्यक शीघ्रता
अढ़ाई :: ढाई;(कहा.) नौ दिन चले अढ़ाई कोस
अढ़िया :: छोटी लकड़ी की तश्तरी; डोकिया; छोटे-मोटे बर्तन
अढ़ुक :: अड़चन
चाँपबु :: दण्ड देना, पटक देना; खाना; दबाना
चाइनि :: चाई की स्त्री
चाई :: मछली पकड़ने और नाव चलाने वाली एक जाति के पुरुष
चाकल :: चौड़ा
चाकी :: बिजली; -परै (मु.) बिजली गिरे
चाकु :: मिट्टी के बर्तन बनाने में प्रयुक्त गोलाकार पत्थर
चाखा :: हस्तचक्की के नीचे वाले पत्थर में लगी हुई खूँटी
चाट :: आदत, व्यसन, नमकीन खाद्य पदार्थ विशेष
चाटा :: तमाचा
चाटा :: चाँटा
चाटा-पेटी :: आशंकित मन में व्याप्त कुतूहल
चाटी :: ढोलक बजाते समय प्रयुक्त छड़ी या लकड़ी विशेष
चाढ़ :: इमारत बनाते समय काम करने के लिए लकड़ी का मचान
चादर :: जोतते समय बैंठ जोने वाला बैल
चादर :: ओढ़ने की चादर
चाना :: जिसके मत्थे पर सफेद बाल हो (प्रायः भैंसी)
चानिस :: दो आदमियों द्वारा पत्तों से खेला जाने वाला जुआँ
चाप :: भेलन को साधने वाला पुरजा; आवाज; प्रत्यंचा
चापर :: नष्ट; साफ
चाबस :: शाबास
चारचा :: चर्चा
चारवा :: पालतू पशु
चारुंगरा :: मछली पकड़ने में प्रयुक्त जाल की किस्म विशेष
चाह :: चाय; इच्छा; चाहत
चाहुति :: आवश्यकता, प्रेम
चिंखुरबु :: एक-एक करके उखाड़ना
चिंगुरा :: किसी अंग की नस अकड़ने की क्रिया
चिंधी :: अत्यन्त छोटा कपड़ा
चिकवा :: एक रेशमी (कपड़ा)
चिकवा :: बकरियों का मांस बेचने वाला
चिकारा :: सारंगी की भाँति एक छोटा बाजा
चिकिन :: जाँच-पड़ताल
चिङना :: छोटे-छोटे बच्चों या प्रेमपूर्वक अपने से छोटों के सम्बोधित करने का शब्द, जिसे प्रायः वृद्ध, खासकर स्त्रियाँ प्रयुक्त करती हैं
चिच्वारबु :: चूसना
चिजुनि :: बच्चों द्वारा प्रयुक्त शब्द, जो 'चीज' के स्थान में आता है
चिट :: कपड़ों की पतली पट्टी
चिटकबु :: चबेना भूनते समय अनाज का फूलकर लावा बनना; चिढ़ना
चिटका :: वह स्थान, जहाँ मुर्दे जलाये जाते हैं
चिट्टहा :: गुड़ की किस्म विशेष
चिट्टा :: उत्तेजना, झगड़ा
चिठा, चिढ़ा :: प्रत्येक तीन खानों के बाद चौथा, खैरई
चित :: हृदय; हवा-(पु.) आलू की फसल का एक रोग
चित :: पीठ के बल
चिदुरबु :: फैल जाना
चिनगरिया :: चिनगारी;
चिनगा :: गुड़ की खराब भेली, जो चिपचिपी हो गयी हो
चिनचिनाबु :: मौखिक लड़ाई लड़ना, बिगड़ना
चिन्हार :: परिचित
चिपरी :: गोबर की पतली उपरी
चिपरी :: वह स्त्री, जिसकी आँखों में चीपड़ हो
चिबिल्ला :: जिसका व्यवहार बच्चों सा हो
चिमचा :: दाल, साग परोसने वाला बर्तन; हाँ में हाँ भरने वाला व्यक्ति
चिमरई :: मजबूती; चीमर होने का गुण
चियाबु :: शांत या चुप हो जाना
चिरइया :: चिड़िया
चिरइया-काटबु :: महाउर लगाना
चिरई :: चिड़िया; प्रिया; उदा. अरे मोरि चिरई
चिरउंजिहा :: चिरौंजी की भाँति कटावदार (लाख की चूड़ी)
चिरउँठी :: आषाढ़ की साधारण जुताई
चिरउरी :: प्रार्थना, खुशामद
चिरकुट :: फटी-परानी व गन्दी पोशाक
चिरुआ :: चुल्लू
चिलखरा :: सोना का वह दोष, जिसमें चाँदी मिली होती है
चिलुआ :: जूँ
चिल्ला :: तवे पर बेसन का घोल डालकर बनाई गयी रोटी
चिल्ला :: लगभग ४० दिन रहने वाला कठिन जाड़ा
चिहरबु :: दरार देना, फटना
चिहार :: खेत जोतते समय दो हराइयों के बीच व सिरे पर छूटा कोना
चीक :: बकरियों का मांस विक्रेता
चीकट :: बहुत मैला
चीखबु :: स्वाद लेना; चिल्लाना
चीत :: चित्रा नक्षत्र; सर्प विशेष, जो काफी मोटा होता है
चीतरि :: पतला विषैला साँप, जो चितकबरा होता है
चीन्ह :: जन्मोत्सव आदि पर प्रजा वर्ग को खुशी में प्रदत्त चिह्न स्वरूप वस्तु
चीन्हा :: रेखा; निशान
चीपर :: कीचर, अँखमैली
चीपा :: मिट्टी आदि का बड़ा टुकड़ा
चीपी :: पतोई की किस्म विशेष
चीफुर :: गन्ना चुहने पर निर्गत छिलका
चीमर :: सख्त (कड़ा); कंजूस
चीरी :: दूध देने वाली भेंड़-बकरियों के स्तनों में लगाई गई मिट्टी या गोबर से सनी कपड़े की पट्टी
चीहठी :: चिट्ठी
चीहे-चीहे :: पशुओं को पानी पीने के लिए संकेतक अवाज़
चुआनु :: जलस्तर; फलों का टपकना
चुआबु :: कुआँ खोदते समय जलस्तर मिलना
चुकरबु :: जानवरों का बोलना (जो चारा आदि देखकर धीरे-धीरे बोलते हैं)
चुकरी :: गागर
चुक्क :: बहुत खट्टा
चुक्की माना :: समाप्त (विशेषचः बच्चों द्वारा प्रयुक्त); चुक्का-पुक्का
चुचकबु :: पिचक कर सूख जाना
चुपकली :: आम, जो डाल में ही सूख गया हो
चुतरी :: चूतड़ों पर चढ़ी चर्बी
चुनउटी :: चूना रखने की डिबिया
चुनिया पात :: अधिक कीमती एवं अच्छा कपड़ा
चुनिहा, चुट्टु :: कंजूस
चुन्दरी- :: चूनर
चुन्ना :: पेट में स्थित पतला एवं सफेद कीड़ा
चुप्पे :: चुपके
चुब्भा :: पानी प़ीने मे प्रयुक्त मिट्टी का बर्तन
चुम्बी :: चुंबन
अढ़ैनी, अढ़ौनी :: बेड़ी का पानी गिरने के लिए बनाया गया गडढा
अण्डू :: जिस (पशु आदि) के अण्डुकोष सुरक्षित हों
अतना :: इतना
अतर :: इत्र
अतरबु :: अंतर पड़ना, बीच में नागा पड़ना
अतरा :: मक्का के भुट्टे की दाना पड़ने के पूर्व की अवस्था; अंतर
अतरि-खोतरि :: कभी-कभी; बीच-बीच में अंतर डालकर
अतरिया :: ज्वर का वह प्रकार जो बीच में एक या दे दिन छोड़कर आता है
अतरी :: काफी भीतर वाली कोठरी; अंतड़ी
अतलस :: एक प्रकार का रंगीन कपड़ा, जो पहले स्त्रियाँ पहनती थीं; ठाठ-बाट की पोशाक; चुनरी
अंगउबु :: सहन करना
अंगनई :: छोटा आँगन
अंगरखा :: ऊपर पहनने की एक पोशाक; कुर्ता
अंगरथ :: समायोजित; काम;प्रयोग;-लगउबु
अंगरथ :: समायोजित करना
अंगरा :: अंगारा
अंगरी :: जिरह, बख्तर; गोह के चमड़े का दस्ताना
अंगवारा :: खेत की जुताई में पारस्परिक सहायता; गाँव के छोटे हिस्से का मालिक
अंगस-बंगस :: उल्टा-सीधा, टेढ़ा-मेढ़ा
अंगा :: एक लम्बा बंददार मर्दाना पहनावा, अंगरखा
चुरइलि :: चुड़ैल; झगड़ालू स्त्री
चुरकी :: चोटी (पुरुष की)
चुरबु :: दाल आदि का पकना
चुरिला :: छोटी चूड़ियाँ
चुरुकि-चुरुकि :: थोड़ा-थोड़ा
चुरुवा :: अंजुलि; चुल्लू
चुलचुलाबु :: खुजलाना, जलना
चुल्ल :: उत्साह, अभिलाषा
चुल्ला :: छल्ला, अंजुलि
चुल्हका :: एक व्यक्ति या बच्चे का भोजन जो कंडे की आँच पर बने
चुल्हिया-दुआर :: चूल्हे का द्वार; घर का भीतरी काम
चुहली-चुहला :: पशुओं आदि के पद चिह्ये से बने छोटे-छोटे गड्ढे
चुहिल :: चुभता हुआ, अच्छा
चुहुट :: चालाक, मक्खीचूस
चुहर-चूफुर :: गन्ने का छिलका
चूङबु :: एक-एक करके खाना;
चूनु :: चूना; बुरा
चूर :: खाट की पट्टियों का पतला सिरा
चूहा :: जल-स्त्रोत या जल निकालने हेतु खोदा गया छोटा गड्ढा (जहाँ जल स्तर बिलकुल ऊपर होता है)
चेचा :: गर्दन
चेचि :: गेहूँ के साथ होने वाला एक जंगली पौधा, जिसके दाने से देहात की स्त्रियाँ सिर साफ करती हैं
चोड़ा :: लम्बा-चौड़ा पर सुस्त; बहुत खाने वाला पर निकम्मा
चेका :: बड़ा टुकड़ा (मिट्टी, पत्थर या गुड़ का)
चेजरा, चुबुरा :: हाथ की गाँठ के ऊपर का सारा भाग
चेबन्न :: स्वस्थ; अधिक क्य का
चेतवाही :: चिंता, परवाह
चेतिया :: अनाज विशेष
चेना :: एक प्रकार का चावल, जो दो महीने में तैयार होता है
चेफ :: गन्ने का छिलका, जो चूसते समय पहले उतार देते हैं
चेल्हवा :: सफेद व सुन्दर मछली
चेहरी :: छोटी चिड़िया, जो प्रायः बाजरे आदि के खेत में चुगती है
चैना :: जेठी सावाँ
चोंगली :: नाक का आभूषण विशेष;
चोंघट :: मूर्ख, उल्लू
चोंड़ा :: कच्चा कुआँ जो सिचाई के लिए तैयार कर लिया जाता है
चोंती :: बकरी या भेंड़ की गुत्थीदार मेंगनी
चोंथबु :: नोचना
चोइँटा :: गीला व स्वाद हीन गुड़
चोई :: दाल का छिलका
चोकरिया :: मिट्टी का अत्यंत छोटा बर्तन
चोक्का :: बैलों का तेज दौड़ाने के लिए चुभोया जाने वाला नुकीला यन्त्र
चोख :: नुकीला, तेज, पैना
चोखा :: सुन्दर, निष्पाप, शुद्ध
चोट-बाँध :: माँग से लगाकर चोटी से फँसाया जाने वाला आभूषण विशेष
चोटा :: राब से बना पतला द्रव, जिसे तंबाकू आदि में डालते हैं
चोट्टा :: चोर
चोनवा :: गोल ककरी
चोन्हर :: जिसे दीख न पड़े
चोन्ही :: अधिक रोशनी
चोपी :: आम तोड़ने पर उससे निकलने वाला श्वेत तरल पदार्थ
चोपु :: नमी (भूमि की); रुचि
चोबदार :: दरबार का वह नौकर, जो चोब (प्रा. डंडा) उठाता है
चोला :: शरीर, पहनावा, आत्मा
चोवा :: तेल-फुलेल, चंदन, श्रृंगार
चोहकरा :: अत्यन्त उत्साहित एवं मनोरजंक गीत
चोहलबाजी :: मनोरंजनात्मक वार्तालाप
चौन्हिआर :: गांजा
च्वाँकबु :: चुभाना
च्वाटा :: दफा, बार
च्वान :: नोंक
च्वापी :: काम में रुचि रखने वाला
च्वाभा :: आर
छंगुनियाँ :: सबसे छोटी उंगली
छंगू, छंगुआ :: छः अंगुलियों वाला व्यक्ति
छंटा :: जो घोड़ा छाना या बंधा हुआ चरता हो
छँटा :: विशिष्ट, सर्वोच्च; चालाक
छई :: क्षय रोग; छपुला की लकड़ी, जो विवाह में पूजी जाती है
छउँकटई :: विश्वासघात
छउँकटहा :: विश्वासघाती
छउना :: सुअर का छोटा बच्चा
छकड़ा :: बड़ी बैलगाड़ी
छकनी :: घास पीटने के लिए प्रयुक्त लकड़ी की बनी झाडू जैसी एक चीज
छकलिया :: जिसमें छः कली हों (कुर्ता, छाता आदि)
छगड़ाबु :: बकरी का गर्भ धारण करना
छच्छाकाल :: क्रुद्ध
छच्छाबु :: घास आदि का फैलकर बढ़ते रहना
छछन्न :: चालाकी
छछुन्नरा :: झूठा अपयश
छटकहरि :: गाय या भैंस, जो दुहते समय उछले
छटवा :: चारा आदि डालने का टोकरा
छठियाँतर :: भेद, मनोमालिन्य; होब-बच्चों की छठी में बिच्छू के डंक आदि डाले जाते हैं, जिससे उन्हें बिच्छू काटने आदि का डर नहीं रहता है
छठियाबु :: हठ करना (प्रायः बच्चों का), आग्रह करना
छठुला :: बच्चों के छट्ठी के दिन पहनायी जाने वाली पोशाक
छड़बदुआ :: जो छोड़ देने से खराब हो गया हो
छड़ा :: कड़ा के ऊपर पहनने का आभूषण
छतनार :: जिसका ऊपरी भाग छत या छतरी की भाँति हो; छायादार
छतीसा :: दुष्ट, चालाक
छतुरी :: छाता
छत्ता :: सीना; बर्र आदि का झोंझ
छदाम :: खराब पैसा
छद्दर :: छः दाँतों वाला
छनउर :: वह खेत , जहाँ मवेशी गोबर करने के लिए रात में ठहराये जाते हैं
छनहनि :: भीड़, रहित, शान्त
छन्नी :: स्त्रियों के हाथ में पहनने का आभूषण
छपउबु :: बुवाई से पूर्वखेतों में पानी देना,
छपया :: जानवरों की एक संक्रामक बीमारी
छपरा :: छप्पर
छपहार :: छापने वाला; टीका लगाने वाला
छपाँच :: छल-कपट
छबरा :: वह बैल आदि, जिसके शरीर में दूसरे रंग के धब्बे हों
अता :: विशेष विधि से खस्सी किया हुआ बैल
अताई :: स्वांगी
अतिबारु :: विश्वास
अतिराबु :: गर्व करना, इतराना
अतिसह :: अतिशय
अतीरा :: तरीका, स्वभाव
अतुराई :: आतुरता
अत्तसबाजु :: आतशबाजी बनाने वाला; आतशबाज, आतिशबाज
अत्ति :: चरम सीमा (प्रायः अत्याचार आदि) अत्याचार
अत्तौ :: बराबर (हिसाब); इतना भी
छरङबु :: कड़ा हो जाना
छरछंद :: ढोंग
छरछंदी :: छलछह्म करने वाला
छरहर :: लम्बा एवं पतला (व्यक्ति)
छराछर :: तेजी के साथ; निरन्तर
छरीदा :: बिना कुछ लादे हुए (ऊँट का) अकेले चलने वाला (ऊँट)
छर्दिहा :: (छर्दी) छोटे कंकड़ मिली मिट्टी वाला
छलंक :: छलांग
छलका :: दुध आदि बर्तन से छलकने से रोकने हेतु ढक्कन में लगायी जाने वाली मूज आदि घास; ढीली खाल
छलरा :: चमड़ा
छल्ला :: बड़ी अंगुठी;
छल्ली :: पैर के अंगुठों का आभूषण; बोरों आदि की कतार
छवँछियाबु :: परेशान होना
छहरबु :: फहराना; उतराना
छाँछ :: थन से निर्गत दूध की धार
छाँट :: उल्टी
छाँटबु :: बुंदिया बनाना; धोना; (बाल) कतरना;
छाँटा :: राशि को नापने का पात्र
छाई :: सुअर की बच्ची
छागर :: बकरा
छागलु :: पैरों का गहना
छाड़न :: अपवाद, त्याग की हुई वस्तु
छाडू :: जीभ का प्रसिद्ध रोग
छान्हि :: फूस की बनी छत
छापड़, छापर :: जूते में तरा के आकृति का चमड़ा, जो उसके ऊपर लगाया जाता है; बिनवर
छाला :: चमड़ा,
छाली :: छाल; सुपाड़ी
छाहीं :: छाया, रक्षा, बचाव
छिंगुरी :: कनिष्ठिका उँगली
छिउलारु :: पुरहाई कुएँ का वह स्थान, जहाँ पर खड़े होकर पानी डाला जाता है
छिटका, छिर्रारा :: बिखेरकर बीज बोने की पद्धति
छिटकी :: बूंद का छोटा टुकड़ा, जो उड़कर पड़े; आँख में हुआ मोतियाबिन्द
छिटुआ :: बिखेरी हुई (बुवाई)
छिट्टी :: पानी आदि की बूंद, जो छिड़कने से पड़े
छितनी :: छोटी छिछली टोकरी
छिनगाइब :: छोटी-छोटी डालों को काटकर साफ करना
छिनबु :: (सिल या जाँत) छिनना, रुखानी से खुरदुरा करना
छिनरहटि :: छिनाला कराने की आदत
छिनुआ :: दही काढ़ने का पात्र
छिनहा :: जिसके मुँह पर माता के दाग हों
छिबुलकी :: छोटी-सी चालाक स्त्री, धूर्त लड़की
छिया :: गंदी वस्तु, मैला; (विस्म.) छीः
छिरका :: सिरका
छिहाइब :: भरकरठूँसना
छिहुली :: पलाश का पेड़
छीछ :: छिद्रान्वेषण
छीछ :: नष्ट
छीछिल :: फैला व कम गहरा (बर्तन)
छीजबु :: कम हो जाना (वस्तु का)
छीटबु :: इधर-उधरफेंकना
छीटा :: अनाज वसाने की डलिया
छीरा :: कपड़े में तागा निकल जाने का निशान
छुई-मुई :: एक बूटी, जिसे लाजवंती भी कहते हैं
छुछरउंधु :: हल्का अंधेरा
छुछुवाबु :: किसी कार्य हेतु इधर-उधर दौड़ना
छुछोहरा :: इधर-उधर अधिक भाग-दौड़ करने वाला
छुट्टा :: अकेला; सादा; बंधनमुक्त
छुतमितार :: छूत का संदेह या भ्रम
छुतियउबु :: सिंचाई करते समय मांगियों पर गीली मिट्टी चढ़ांना
छुतिहर, छुतेहरा :: अपवित्र
छुतिहा :: गंदा, छूतवाला; जूठा
छुलाछन :: सुलक्षणा; दुष्ट
छूँछ :: रिक्त
छूछी :: नाक का गहना विशेष
छूरा :: अस्तुरा
छेंहीं :: फली
छेइहाइब :: घायल करना,
छेउबु :: मटकी से पात्र विशेष से दही निकालना
छेगड़ी :: बकरी
छिटवा :: टोकरा
छेटुका :: चारपाई बुनने पर बने हुए छेद
छेपक :: बाधा; किसी कथा के बीच में यों ही जोड़ा हुआ प्रकरण
छेव :: लगाव, मोह; चिह्न;
छेवनि :: चाक पर से बर्तन उतारने में प्रयुक्त धागा ।
छेही :: पेड़ आदि पर काटकर लगाया हुआ चिह्न
छैलचूड़ी :: पैर में पहनने का आभूषण
छोंजिया :: ठिगने कद का देशी घोड़ा
छोंड़ी :: कोठिली
छोइया :: दाना रहित ज्वार का भुट्टा
छोकड़ा :: लड़का
छो-छो :: बकरे को सहवास हेतु प्रेरित करने का शब्द
छोत :: गुह या गोबर का उतना ढेर, जो एक मनुष्य या पशु का हगा हो
छोपी :: बेंड़ी की सिंचाई का बहुत छोटा घाट
छोर्रा :: छुर्री हुई अरहर की फली
छोलारु :: पुरहाई कुएँ से सम्बन्धित वह स्थान, जहाँ पर पानी उड़ेला जाता है
छोहु :: ममता, प्रगाढ़ प्रेम
छयदना :: बरिच्छा; बरछिदी
छयावरि :: समूह, झुण्ड
छवाँह :: भैंस का थन
जंगरा :: चना निकलने पर अवशेष कुचले डंठल
जंगल फराकत जाबु :: दिशा-मैदान, मल त्याग हेतु जाना
जंघा :: मोटी टहनी, जाँघ
जंजालु :: झमेला, फँसाव, बंधन
जंता :: सुराकदार छन्नी, जिसमें तार पतले किए जाते हैं
जंन्न, जंतुर :: पैजनी को सुजवा से कसने वाली जार रस्सियाँ; जंगली पशु; जंतर
जंभीरा :: नींबू
जइहा :: जिस दिन
जई :: धान बोने की एक विधि, जिसमें धान किसी बर्तन में भिगोकर रखे जाते हैं, जिससे अंकुर जल्दी निकल सके । जंगली जौं; जऱई
जउनु :: दूध जमाने हेतु प्रयुक्त थोड़ा-सा दही
जउनु :: जो
अथइब :: डूबना (सूर्य, चन्द्र आदि का)
अथक्क :: न थकने वाला, अथक
अथरा :: बड़े बर्तनों की पेंदी बनाने के लिए नीचे लगाया गया साँचा
अदग्ग :: दागरहित, बेदाग
अदति :: वस्तु
अदति :: अदद; आदत; स्वभाव
अददहा :: कमजोर, रोगी
अदना :: छोटा, नीच
अदबदाक :: जानबूझकर, ऐन मौके
अदमोहरी :: सोने की छोटी मोहर
जउरि :: खीर
जउरी :: रस्सी
जक्दंबु :: मस्ती में उछलना
जकोइया, जकोई :: मटर की फली का प्रारम्भिक आकार
जखीरा :: समान वस्तुओं का संग्रह, ढेर, पौधों का समूह
जखेड़ा :: भीड़
जगरूपु :: विवाहों में प्रयुक्त एक खंभ; काठेक- जिसे कहीं-कहीं 'मानिक खंभ' भी कहते हैं
जग्गि :: यज्ञ
जङरइत :: ताकतवाला
जचबु :: देखने में सुन्दर लगना
जच्छार :: रुष्ट, अत्यन्त क्रुद्ध
जजमानी :: यजमानी
जैजाति :: सम्पत्ति
जट्ट :: उजड्ड; जाट की भाँति असभ्य
जट्टी :: स्टीमर से उतरने का स्थान; जो लकड़ी रखकर बनाया जाता है
जट्टाहिन :: जले हुए गुड़ के स्वाद-सा स्वाद वाला
जड़काला :: जाड़े की ऋतु (उदा.) 'विरहकाल भयउ जड़काला'
जड़ावरि :: जाड़े के कपड़े
जढ़ी :: ज़िद्दी
जतिगर :: अच्छे प्रकार का (बीज, पौधा आदि)
जती :: यती; जोगी; संन्यस्त व्यक्ति
जतुआ :: जोत (कृषि सम्बन्धी)
जत्ता :: सोने का तार खींचने में प्रयुक्त युक्त पट्टी
जद्द-बद्द :: भला-बुरा
जद्दी :: जायदाद
जन :: व्यक्ति; यह शब्द संख्यावाचक शब्दों के साथ बोला जाता है; मजदूर
जनखा :: नपुंसक
जनगर :: अधिक
जनारव :: जानवर, जीव; पहेली- "हाथ न गोड़ पहाड़ चढ़ा जात है देखो त बरखंडी बाबा कौन जनारव जात है ।" (धुआँ)
जनाही :: व्यक्ति के हिसाब से
जनुका :: ज्ञाता, जानने वाला (प्रायः मंत्र-तंत्र का)
जनुका :: होशियार
जनेरा :: मक्का, जोन्हरी
जनेस :: नरेश
जनौ :: शायद; जहाँ तक ज्ञात है
जन्ता :: बैलगाड़ी की पैंजनी में लगाई जाने वाली रस्सी मशीन- बाल बनाने में प्रयुक्त मशीन विशेष, जनता
जपबु :: हत्या करना, खाजाना
जपाट :: बिल्कुल
जपाट :: मूर्ख; बहरा
जबर :: हष्ट-पुष्ट
जबरा :: छोटा पर चौड़ा डेहरा, जिसमें अनाज रखा जाता है
जबरिया :: जबरदस्ती
जबहा :: शक्ति, अधिकार
ज़बान :: जीभ
जबाना :: ज़माना
जबुर :: बुरा, भारस्वरूप
जबून :: खराब
जबे :: खत्म
जबोर :: प्रभावशाली, हृष्ट-पुष्ट
जमइका :: जमाइका द्वीप, जहाँ भारतीय मजदूर भेजे जाते थे
जमकबु :: भली-भाँति स्थापित हो जाना
जमतुआ :: छोटे-छोटे पौधे, जो बिना बोए उगते हैं
जमाई :: घोड़े के नाचने की क्रिया
जमामर्द :: मुस्तैद
जमाल :: छूरा की क्वालिटी विशेष
जमुर्रुद :: पन्ना नामक रत्न
जमेंड़ा :: दही जमाने का बर्तन
जमोग :: आश्वासन, जमानत
जम्म :: स्थायी; न हटने वाला
जमोट :: कुएँ की जोड़ाई के समय सबसे नीचे का काठ आदि का घेरा
जम्बूरु :: कीलें खींचने का यंत्र
जययद :: अत्यन्त शक्तिशाली व्यक्ति
जरई :: धान बोने की एक विधि, इसमें धान भिगोकर किसी बर्तन में अंकुर निकलने के लिए रखे जाते हैं; जई
जरतार :: सोने-चाँदी के तार
जरनि :: जलन
जरबन :: इजारबन्द
जरलहा :: जला हुआ
जरबई :: छोटे-छोटे जरवा या जड़ें
जरबना :: ईधन
जरवा :: पौधों में निकली हुई जड़ें
जराइंधि :: पकवान आदि के जलने की बू
जरामपेशा :: अपराधशील जाति
जरिआबु :: फल का सख्त होना
जरि-भूरी :: जंड़-भूल
जरिया :: जड़; जीवन-यापन का साधन; माध्यम
जरबाना :: जुर्माना
जर्राह :: हकीम, जो चीड़फाड़ करे
जलकर :: तालाब
जलकुढ़नी :: ईर्ष्यालु (स्त्री)
जलखरि :: जाल की बनी थैली, जिसमें पेड़ पर से फल तोड़े जाते हैं
जलजल :: पुराना; कमजोर
जलमबु :: जन्मदेना
जलांक :: भयंकर लू
जलाका :: तपनि, गरमी
जलापा :: जलन, ईर्ष्या
जल्द :: गर्मी
जल्द :: गरम
जवनार :: किसी देवता को चढ़ाया हुआ दूध चावल
जवरिहा :: जवार का, पड़ोसी
जवा :: गरदन का स्वर्ण-आभूषण; लहसुन के दाने; गर-, दूसरे बीज के साथ बोने पर जौ की मात्रा अधिक हो
जवारि :: पडोस, समूह, गुट
जवाल :: जंजाल
जस :: जैसा, यश
जहन्नुम :: नरक; नाश
जहमति :: आफत, परेशानी
जहिया :: जबा
जहुआ :: मूर्ख, अज्ञान
जहूरा :: प्रभाव, नाम, प्रकाश
जाँघिया :: नेकर
जाँचड़ :: (पशु की) संतति
अदरबु :: अप्रचलित होना, चलन से बाहर होना
अदहरा :: कंडे या कोयले की धुआँ रहित लाल आग
अदान :: अज्ञान, नादान
अदारबु :: हटा देना, चलन से बाहर कर देना, नष्ट कर देना
अदावँ :: धोखा
अदावति :: लड़ाई, अनबन
अदाह :: बड़ी आग
अदेनिया :: न देने वाला, दरिद्र
अदेह :: जिसका शरीर बहुत मोटा हो, जो अपने शरीर को संभाल न सके
अद्दरा :: आद्रा नक्षत्र, पानी बरसाने वाला प्रसिद्ध १५ दिन का अवसर
जाँतु :: चकिया का बड़ा रूप
जाँबु :: जामुन
जाउरि :: खीर
जाकड़ :: निश्चित मूल्य से अधिक
जाखि :: यक्षिणी, कुश की बनी छोटी-सी यक्षिणी की गुड़िया, जो अनाज की डेहरी में डाल दी जाती है । विश्वास यह है कि जहाँ यह होगी अनाज घटेगा नहीं
जाजिमु :: कपड़े का लम्बा-चौड़ा बिछौना
जाठी :: लकड़ी के कोल्हू में सरसों को कुचलने की लकड़ी
जादव :: यदुवंशी, यादव
जानी :: प्रिया, प्रायः गीतों में प्रय़ुक्त
जापडु :: कारोबार,
जाफ :: बेहोशी
जाबा :: जानवरों के मुँह पर बाँधने की रस्सी का जाल
जाबिर :: प्रभावशाली, शक्तिवाला
जामबु :: उगना, जम जाना
जामा :: ब्याह में दुल्हे के पहनने की पोशाक विशेष शरीर
जायँ :: उचित; बे-अनुचित
जायल :: नष्ट, समाप्त (अधिकार आदि के लिए)
जायाँ :: नष्ट, बरबाद
जारबु :: जलाना; दिल दुखाना
जारी :: आम के अन्दर गुठरी के आसपास का कड़ा आवरण; जाली
जावन :: दूध को जमाने के लिए दूध में डाला गया दही; जउनु
जिंगला :: जाली युक्त खिड़की
जिंगला :: टूटी-फूटी (खाट की बुनावट)
जिंधे :: जिधर
जिंदानु :: जिन्न
जिंस :: सामान, सामग्री
जि :: यह, ये
जिउका :: रोज़ी, जीविका
जिउकिया :: जीवित प्राणियों को पकड़ने या शिकार करने वाला
जिउतिया :: क्वार के नवरात्रों में पुत्रवती स्त्रियों द्वारा पहना गया एक धागा, जो साल भर सुरक्षित रखा जाता है
जिउधर :: जीवधारी
जिकिर :: उल्लेख, जिक्र
जिगा :: जगह, स्थान
जिजिया :: बड़ी बहिन
जिठउत या जेठउत :: जेठ का पुत्र
जित्ता :: काम के बदले काम; बदला
जिनि :: नहीं; जनि
जिन्द :: प्रेत (मुस्लिम धर्म के), जिन्न
जिब्भी :: जीभी
जिम्मा :: उत्तरदायित्व
जियरा :: प्राण, जी
जिया :: बड़ी बहिन, दीदी; हृदय
जिरवानी :: चावल और दही का एक पकवान, जिसमें जीरा डाला जाता है
जिराती :: धान विशेष
जिराती-खाद :: सरकारी बँटने वाली खाद
जिराबु या जीरबु :: मक्के आदि का जीरा लेना, फूल लेना
जिलास :: न्यायालय
जिल्लत :: परेशानी; संकट
जिहालति :: तर्क, नासमझी
जिहिका :: जिसका
जिहिन-जेहेनि :: बुद्धि, समझ
जीता :: वह ब्याह, जिसमें पहली विवाहित स्त्री जीवित हो
जीरबु :: मक्का का फूल या जीरा निकलना
जुंग :: उत्साह
जुअँरि :: बैलगाड़ी का जुआँठा, जिसमें बैल मचते हैं
जुआँ :: जुआँरि, जूँ
जुआठबु :: बैलगाड़ी इत्यादि को जुएँ से जोतना
जुआन :: युवक
जुआन :: हट्टा-कट्टा
जुइना :: मूजा आदि की बनी लम्बी चटाई बोझ बाँधने की रस्सी
जुइनि :: योनि (प्रायः पशुओं के लिए)
जुक़ती :: युक्ति, तरकीब
जुग :: युग; विलम्ब
जुगाधी :: पीढ़ी; जमाना
जुगियाबु :: अंकुर का दो-तीन पत्तों का होना
जुगुति :: युक्ति
जुजबी :: बिरला, कोई
जुज्झि :: युद्ध, लड़ाई
जुटउला :: जमाव
जुट्ट :: छोटा समूह (घास आदि का)
जुट्टी :: जोड़ी
जुठैल :: वह खेत, जिसमें फसल तुंरत ली जा चुकी हो
जुठैल :: जुठायल, जुठिहा
जुड़िहा :: जिसे जूड़ी आती हो
जुनवधबु :: अपने समय पर भूख-प्यास का अनुभव करना
जुन्हरी :: ज्वार
जुन्हरी :: जोन्हरी, जोंढी
जुमिला :: सम्पूर्ण
जुम्मस खाबु :: डिगना, हिलना, उठना
जुम्मा :: जिम्मा, दायित्व
जुरका :: घास या मूजा का एक मूट्ठी भर की गड्डी
जुरबु :: उपलब्ध होना, पूरा पड़ना; जुड़ना
जुरिया :: दसवाँ संस्कार में नाइयों द्वारा गाड़ी गई कुश की मूठि
जुर्रति :: हिम्मत
जुर्राब :: मोजा
जुलुम :: जुर्म, अत्याचार
जुसगर :: रसेदार
जुहाबु :: इकट्ठा हो पाना; जुटना अँटना
जुहार :: नमस्कार; सलाम
जू :: प्राण; कीड़ा
जू :: यह
जूजू :: बच्चों को डर वाने में प्रयुक्त काल्पनिक वस्तु या जीव
जूड़ :: ठंड़ा
जूना :: मूंज आदि की लम्बी रस्सी, जिससे बोझ आदि बांधे जाते हैं
जूनि :: योनि (पशु की)
जुवा :: जुआठा
जूस :: वह संख्या, जो २ से विभाजित हो जाए; रस
जेंइब :: भोजन करना
जेंगला :: लोहे या लकड़ी की छड़ों वाली खिड़की
जेंवना :: भोजन
अद्धा :: छोटी बैलगाड़ी, जूते में नीचे आगे आधे भाग में लगा चमड़ा
अद्धा :: आधा
अदधी :: दो अंगौछों का सहरूप अर्थात चौके का आधा
अदधी :: देशी बंदूक
अधउखा :: गन्ने का आधा टुकड़ा; छोटी टोकरी; गाँड़ा
अधउट :: आधा खौला हुआ
अधकरिया :: आधे साल का लगान
अधन्ना :: आधे आने का सिक्का
अधरिया :: बैलगाड़ी में बंधे खटोला के पीछे भाग में लगी लकड़ी की पट्टियाँ
अधारी :: मुसाफिरी थैला
जेंवरा :: प्रजावर्ग को मजदूरी स्वरूप दिया गया फसल का बोझ ।
जेकर :: जिसका
जेठूई :: जेठ मास में पकने वाली
जेतिक :: चाहे जितना
जेरबन्दु :: पलस्तर करने में प्रयुक्त ३ फुट की पटरी
जेवउँबु :: खिलाना, परोसना
जेवनार :: सुन्दर भोजन; भोजन का स्थान
जेवनार :: भोजन कर्ताओं की पंक्ति
जेवर :: आभूषण; गहना
जेह :: जिस, जो
जेहलि :: जेल
जेहिया :: जिसमें
जेहेनि :: बुद्धि
जै :: जितने, जितनी
जैका :: स्वाद
जैका :: जायका
जैजाति :: सम्पत्ति
जोंगरबु :: बुरी तरीके से पीटना
जोंधरी :: छोटे दाने की ज्वार
जोइया, जोय :: पत्नी
जोखबु :: तोलना
जोखरबु :: (बैल) नाँधना
जोगउटा :: पुरुषों का वस्त्र विशेष
जोगउबु :: सुरक्षित रखना, बचाना
जोगी :: योगी
जोगीड़ा :: एक प्रकार का नाच, जिसमें कई लोग भाग लेते हैं
जोगु :: नाम (करना), जोड़ा, मेल
जोठा :: जुआठा
जोट :: जोड़ा
जोड़ा :: ऊँट की काठी एक भाग; युगल
जोतारु :: जोतने योग्य खेत
जोति :: ज्योति
जोतिस :: ज्योतिष
जोतिहा :: किसान
जोती :: रस्सी आदि की पट्टी या बंधन विशेष, मेल
जोतु :: बैलों को जुएँ से रोकने के लिए सन की बुनी हुई पट्टी; लहंगरी
जोधनि :: जुएँ को कसने में प्रयुक्त रस्सी
जोधा :: योद्धा, बहादुर व्यक्ति
जोध्धाजी :: अयोध्याजी
जोध्धाजी :: जुध्या जी
जोनढिहा :: जिस (खेत) में ज्वार बोई गई हो
जोन्हरी :: ज्वार
जोबना :: कुच
जोम :: जोश, रोब
जोय :: स्त्री, पत्नी
जोरइँड़ा :: खरीफ की फसल का खर-पतवार
जोरई :: बोड़ी नाम का कीड़ा
जोरती :: गणना; मुजरा; एवज
जोरा :: विशेष प्रकार का बोरा, जो बैलों पर लादा जाता है
जोरिया :: छोटे आकार की चूड़ियों का समूह
जोरू :: जीवन संगिनी, पत्नी
जोलहटिया :: जुलाहों के रहने का भाग या क्षेत्र
जोवा :: बारी (पानी चलाने आदि की)
जोसन :: विशेष प्रकार की चूड़ी, जिसमें तीन-चार लकीरें होती हैं और फिर एक पत्ता सा बना होता है
जोसन :: भूजा का आभूषण विशेष
जोहाबु :: पूरा पड़ना
जोहारबु :: सहायता या मदद मांगना
ज्वाटा :: जोड़ा
ज्वाता :: नस
ज्वाता-मलबु :: पक्की छत डालते समय दीवालों पर मसाला लगाना
ज्वारा :: लाखकी चूड़ी
झँउस :: डाँट, लपट
झंखबु :: चिन्ता करना, पश्चात्ताप करना
झंकोर :: झोंका
झंगिया :: बच्चों के प्रथम बार लगाया गया काजल
झंगुलिया :: पोशाक विशेष
झंझरा :: मिट्टी का बर्तन
झंझरी :: लकड़ी अथवा पत्थर में कटी बेल आदि
झँटिहा :: झिकझिक करने वांला बदमाश
झँटुल्ली :: छोटा
झंडूलु :: बालक, जिसके सिर पर बड़े-बड़े बाल हों (प्यार का शब्द)
झंपोला :: बड़ी टोकरी
झँसाई :: नीचता
झउँसबु :: सीधेआग में भूनना
झउँसहा :: निंदनीय
झउआ :: झाँखड़ आदि से बना टोकरा
झकड़ी :: निरंतर और धीरे-धीरे होने वाली वर्षा
झकसा :: झंझट, झगड़ा
झझक :: थोड़ा सा पागलपन
झट्टदि या झट्टै :: झट से
झड़कुलहा :: कुम्हड़ा
झनक :: दर्द का थोड़ा अंश,धीमी आवाज; मिजाज की थोड़ी तेजी या गर्मी
झत्रा :: नाज झरने की बड़ी चलनी
झपको :: हल्की नींद
झबनी :: टोकरी
झब्बर-झब्बर :: झोंके के साथ
झब्बा :: फूलदार आभूषण
झमड़ा :: उलझी हुई खड़ी फसल
झमाड़ :: सघन; फैलावदार
झर :: पशुओं के ब्याने पर बच्चों के साथ निकलने वाली रक्त और मांस की डोरी
झरखर :: मौसम, जिसमें पानी बरसना बंद हो जाये
झरङहा :: (अन्न) जो कच्चा ही सूख गया हो और बीज के काम का न हो, विशेष कर चना; कचबाँसी
झरनि :: पैदावार
झरनत, झरुता :: (फसल का) अंतिम समय या छूटा हुआ अंश
झरसबु :: झुलसना, मन ही मन नाराज होना
झराहिन :: मिर्चे की-सी झार
झारि :: झड़ी; लगातार की वर्षा
झरिहाव :: लगातार होने वाली धीरे-धीरे कौ वर्षा; झरि
झरवाखा :: छोटी खिड़की
झलका :: फफोला
अधिरजी :: खाने-पीने में उतावला एवं लालची, अधिक व जल्दी खाने वाला
अधेड़ी :: एक रोग, जो बड़े-बड़े गीले दानों के रूप में कमर के एक ओर या कमर से गले तक कहीं भी होता है
अधेड़ी :: अधेंगी या अढ़ेंगी
अधेला :: पैसे का 1/2 अंश
अनंतचउदसि :: अनंतचतुर्दशी
अनंता :: भुजाओं का गहना विशेष
अनइया :: लाने वाला; पठवैया- स्त्रियों को लाने और ले जाने वाला (ससुराल आदि में)
अनउनी-पठउनी :: स्त्रियों को लाने और भेजने की प्रथा
अनउवा :: किसी को लाने के (विशेषतः स्त्रियों के) समय आया हुआ सामान
अनऊ :: बच्चे के जन्म के पूर्व पैसा लेकर सासू उतारती हैं और सूप में चावल व सोठौरा लेकर उतारकर रख देती हैं । इस क्रिया संपादन से लोक विश्वास करता है कि बच्चा जल्दी पैदा हो जाता है
झलकुट्टी :: काँटेदार झाड़ियों का समूह
झल-झल :: चमक के साथ
झलबद्दरु :: कई दिन की सतत होने वाली वर्षा एवं बादल
झलबु :: (अधिक बाते) करना, शेखी मारना; हस्त पंखा हिलाना
झलरिया :: झाँड़ी; झुड़िया
झलूसा :: दिखावा, तमाशा
झल्लाबु :: बहुत क्रोध करना
झल्ली :: चारा आदि डालने की गहरी गोल डलिया
झवाँझार :: परेशान
झस :: आर्थिक सामर्थ्य; गुंजाइश
झहरबु :: ऊपर उठकर उड़ते या हिलते रहना
झाँ :: बच्चों के खेलते समय एक दूसरे को बुलाने का शब्द
झाँक :: विशेष प्रकार की गंध
झाँखर :: अरहर के सूखे पेड़
झाँझ :: पैरों गहना, बाद्य विशेष
झाँझा :: ककड़ी और मूली की फसल का एक रोग
झाँटू :: झंझटी
झाँड़ा :: टट्टी
झाँप :: ऊपर से ढकने का कपड़ा; कच्ची छत्त में बिछाये गये पटरे
झाँपबु :: ढकना, बंद करना
झाँवरि, झाँवर :: बेहोशी का झोंका; काला; उदास
झाँस :: हल्का, बुरा, नीच
झाँसा :: धोखा,
झाईं :: हल्की परछाइ
झाऊ :: फनींचर विशेष
झापस :: बादल घिरे रहना और धीरे-धीरे बरसात का मौसम
झाबर :: झाँखर का बना बड़ा बर्तन; वह क्षेत्र जहाँ अधिकतर पानी भरा रहता है
झाबली :: पान आदि रखकर बाजार ले जाने में प्रयुक्त छोटा झाबा
झाम :: कुआँ साफ करने की लोहे की मशीन; बाधा
झार :: द्वेषपूर्ण क्रोध; झुंझलाहट; कड़वाहट की बू
झारबु :: आभूषण आदि साफ करना; मंत्र द्वारा बिष उतारना
झारा :: तलाशी
झारि :: पूर्णतया; मात्र
झारि :: तेज
झारी :: सुराही, झाड़ी
झाल :: चलने की तरह का नुक्ती या बूंदी बनाने का यंत्र; लइया आदि भरने में प्रयुक्त बड़ा बोरा
झाला :: कान में पहनने का आभूषण
झावँर :: मुर्झाया हुआ, सूखा हुआ
झावाँ :: खूब जली हुई पक्की ईंट
झिकवा :: मछली विशेष
झिझकबु :: संकोच करना, हिचकना कंपित होना
झिझक्वारबु :: झटका देना
झिझक्वारबु :: झिचक्वारबु
झिनकई :: छोटी; झीनी
झिनवा :: महीन चावल
झिरिक :: पतामी नाली काटने में प्रयुक्त रंदा की किस्म
झिरिककर :: खुरचकर
झिलंगा :: खाट, जिसकी बिनावट पुरानी हो गई हो
झिलमिल :: गहना विशेष
झिलमिल :: अस्पष्ट
झीन :: बारीक, छोटा
झीपबु :: उड़ादेना
झीलर :: सामान्य वर्षा; छोटा तालाज
झँझकुलु :: घोंसला
झुखुरी :: झाँखर आदि की पतली लकड़ी या शाख
झुग्गी :: अत्यन्त छोटी झोपड़ी
झुड़िया :: झाँड़ी
झुनझुना :: बच्चों का खिलौना, जो पटवा लोग बनाते है
झुनाई :: भोजन का सबसे छोटा अहा
झुत्ता :: बहुत पतला (कपड़ा)
झुपसा :: गुच्छा (फल आदि का)
झुमरा :: विशेष रूप से बड़ा हथौड़ा
झुरमुट :: झुण्ड
झुरान :: सूखा हुआ
झुर्री :: सिकुड़न
झुलबौ :: नाक में पहनने का छोटा आभूषण
झुलफुलार :: सूर्योदय के पूर्व का समय
झुलवा :: स्त्रियों की बड़ी अंगिझ
झुलवा :: झूला
झुल्ल :: गुस्सा, हाथी, बैल के ऊपर लटकने वाली रंगीन नक्कासीदार चद्दर
झुल्लाबु :: क्रुद्ध होना, झुंझलाना
झूँक :: झोंका; लगभग दो फुट की माप
झूँखी, झुखुरी :: अत्यन्त पतली लकड़ी
झूंगा :: पतली कांटेदार झाड़ियों का ढेर
झूनु :: चूल्हे में लगाया गया कंडों का सुडौल ढेर
झूमर :: करधनी का रूप विशेष, सिर पर भी पहना जाता है; झूमड़
झूर :: सूखा हुआ
झूरा :: सूखा
झोंकर :: बिखरे और गंदे बाल
झोंझु :: घोंसला
झोंझर :: पोल, खाली स्थान (खाई गड्ढे आदि में)
झोटइया :: बाल शिखा
झोटना :: बालों की लट, बड़े-बड़े बाल
झोपेदार :: झुलनी की बनावट विशेष
झोरिया :: झोली
झोरी :: चमड़े का बना थैला, जिससे सिंचाई हतु कुएँ से पानी निकाला जाता है
झोल :: गोरबा, माँड़
झोल :: ढीलापन
झोला :: ठंड से उत्पन्न लकवा
झोलाबु :: अग्नि का कमजोर हो जाना
झोहर :: आवश्यकता से बड़ा या लंबा (कपड़ा)
झ्वथरा :: बच्चों के बड़े व बिखरे हुए बाल कुचला हुआ रूप
झ्वारा :: झोला
टंक :: तोला
टंक-दबना :: मिट्टी का दो परतो वाला एक पात्र, जिसमें सोतने के टाँके टबा दिये जाते हैं
टंच :: तैयार
टंचनी, टाँचनी :: कपड़ों पर निशान बनाने की छोटी सूई
टंटा :: झगड़ा-झंझट
टँटाबु :: मिट्टी का कड़ा होना
टंटघरा :: कछार के खेतों में बुवाई के समय हल चलाने वाला हलवाहा
अनकनि :: अस्वस्थ, खराब
अनकबु :: कान लगाकर सुनना; दूर से सुनना; जो कठिनता से सुना जा सके उसे सुनना
अनकुसु :: कष्ट
अनकूत :: जिसंका अनुमान न लग सके; जो कूता न जा सके
अनखन्ह :: काजल का टीका
अनगबु :: खपरैल युक्त छत की मरम्मत करना
अनगयर :: दूसरा, अपरिचित; सं. अन + अर. गैर (दूसरा); सं. का अन निरर्थक है
अनचीन्हा :: अपरिचित
अनजउरा :: वह घर, जहाँ अनाज रखा जाय, अनाज का भण्डार
अनजलु :: रहने का अवसर
टँड़िया :: हाथ के ऊपरी हिस्से में पहने का आभूषण; पछेलवा
टंडीला :: सामान
टइझा :: झगड़ा
टइनी :: टहनी
टउल्यावँ :: मोलभाव
टकउरी :: छोटा तराजू
टकसार :: टकसाल, खजाना
टङरी :: टांग
टघिलबु :: पिघलना
टटिया :: झाँकड़ आदि से बनी दीवाल
टटुआ :: टट्टू (छोटा घोड़ा)
टटेरी :: झगड़ालू; शैतान
टट्टस :: मजबूत, स्वस्थ
टट्यार :: झगड़ा, शैतानी
टठिया या टठुलिया :: थाली; थरिया
टड़वरिहा :: बैलों का व्यापार करने वाली जाति का एक व्यक्ति
टढुई :: छड़ी
टनकहा :: वह जानवर, जो पैर झिटकता रहता हो
टपंखा या तिपंखा :: जिसकी आँख में टेढ़ापन हो
टप, टफ :: कान का आभूषण
टपउबु :: व्यर्थ दौड़ना, घूमना, हैरान करना; कुदाना
टपका :: पककर गिरा हुआ आम आदि फल; बूंद-बूंद टपकने का भाव; चौपायों का रोग विशेष
टमटमु :: छोटी घोड़ा गाड़ी
टयरा :: हाथी के खाने पीने के लिए पत्ते समेत पीपल, बरगद आदि की डालें
टयरा :: टेउरा
टर्रा :: अकड़कर गुस्ताखी से बोलने वाला
टसकबु :: खिसकना, स्थान से थोड़ा-सा हटना
टसर :: जुलाहों की ढरकी; तसर
टस्स :: कल्पित स्थान
टस्स-होबु :: जरा सा हिलना
टहँकउबु :: पिघलाना
टहरकु :: मदद
टहरकु देबु :: कार्यकरना, ध्यान करना
टहलुआ :: नौकर
टाँका :: जोड़
टाँका काटबु :: बट्टा लगाना
टाँगुन :: अन्न विशेष, जिसका भात बनता है
टाँठ :: कड़ा
टाँड़ि :: कमरे आदि में बने हुए छज्जे
टाँवाँ :: चट्टे में रखा बीस ईटों का ढेर; छत आदि ढालते समय बल्ली के नीचे लगा ईटों का ढेर
टाँसबु :: धातु के बर्तन की मरम्मत करना
टाकटउलु :: उलट फेर, कार्य
टाघन :: छोटा-सा जवान घोड़ा
टाठी :: थाली
टाड :: बाँह या गले का आभूषण
टापर :: टोकरी
टायरा :: गहना विशेष
टाली :: सामान वाहक ट्रैक्टर का डिब्बा या ट्राली
टाह :: नदी का ऊँचा किनारा
टिउआ :: स्त्रियों की विदाई का निश्चिंत दिन
टिकन :: गद्दा में प्रयुक्त कपड़ा विशेष
टिकबु :: टिकना, ठहरना
टिकरी :: रुपये के आकार की गोल चमड़े की टिक्की; छोटी-सी रोटी
टिकावनु :: शादी अवसरों पर किया जाने वाला आर्थिक व्यवहार या भेंट
टिकुरई :: समतल होने का गुण
टिकुरा :: भूमि से ऊँचा उठा हुआ भाग; टावर ऊँची-नीची भूमि
टिकुली :: बिंदी
टिकुवा :: सफेद धब्बे से युक्त मस्तक वाला पशु
टिकोरा :: छोटे-छोटे आम के फल; हवा का झोंका
टिट्वाहबु :: खोजना, टटोलना
टिडड़िक्कबु :: व्यंग्य करना, कटाक्ष करना
टिपटबु :: दो रस्सियों को मिलाकर बटना
टिपना :: टिप्पणी, जन्म, विवाह आदि से सम्बप्धित विवरण
टिपवाँस :: आडम्बर
टिप्पा :: लिंग; स्पर्श
टिमाकु :: श्रृंगार, साज-सज्जा
टिल्ला :: टीला
टिहड़ी :: रीढ़ के पिछले हिस्से को टिहड़ी या करिहावँ (कमर) कहते हैं
टिहुना :: घुटना
टिकमटोक :: अनावश्यक आडम्बर
टीकुर :: सूखा मैदान
टीचि :: बैलगाड़ी में जुआँ के पास लगी खुँटरी या खूँटा
टीमटाम :: सामान; सजावट
टुइयाँ :: मटर की किस्म विशेष, जिसके पौधे बहुत छोटे होते हैं
टुकनी :: टोकरी
टुकरा :: टुकड़ा
टुकरी :: पुराना छोटा कपड़ा
टुकवा :: वस्त्र खण्ड
टुकुर-टुकुर :: अपलक
टुटपुंजिया :: न्यून पूँजी वाला
टुटरूटूँ :: रद्दी; किसी तरह काम देने वाला; बिल्कुल अकेला
टुटहिल :: टूटा हुआ
टुनगू :: वृक्ष का ऊपरी सिरा, चोटी
टुरका :: टुकड़ा, कुटका; नाक की कील
टूँगबु :: छोटे-छोटे कौर (निवाला) खाना धीरे-धीरे भोजन करना
टूँड़नि :: मुंडन की तरह का एक संस्कार
टूँसी :: पतला टुकड़ा
टूका :: जूते का ऊपरी भाग यह शब्द प्रायः देशी जूतों में व्यवह्रत होता है; टुकड़ा (रोटी का)
टूना :: चवन्नी
टेंङारा :: कुल्हाड़ा
टेटाबु :: अकड़ना, ऐंठना
टेंटु :: धोती का वह भाग, जो कमर मे लपेटा जाता है; गोद
टेंभुआ :: आम का वह भाग, जो डाल से जुडा रहता है; टेभुना
टेंहसा :: बच्चों के हाथों का आभूषण
टेई :: प्रेरणा, समानान्तर बात
टेउँगा :: पत्तियों समेत छोटे-छोटे कल्ले
टेउका :: किसी वस्तु को ऊपर रोकने के लिए प्रयुक्त बडी टेक
टेटिया :: हथकरघे में वालपिन का एक अंग विशेष
टेपर :: गुस्ताख, मुँहलगा
टेभुना :: आम का वह भाग, जो डंठल से जुड़ा रहता है
अनजाद :: अनुमान
अनटस :: मनमुटाव, भीतरी बैर
अनती :: छोटे बच्चों के कान में पहनने की बाली
अनधन :: बहुत (द्रव्य); गीतों में (अनधन सोनवाँ) सं. अन + धन (जो धन न समझा जाए अर्थात् बहुत होने पर साधारण माना जाय)
अनबंतु :: बिगाड़
अनबानी :: अनुचित वाणी
अनबोल :: बेहोश, जो पशुओं की भाँति बोल न सके
अनभलु :: अहित
अनमन :: अन्यमनस्क, उदास
अनम्यार :: अपरिचित जगह
टेभुनी :: नवांकुर
टेम :: जलती हुई बत्ती
टेमरा :: बाजरे का बाल रहित पौधा; आम आदि की शाखा
टेवँ या ट्यावँ :: आदत
टेवँ या ट्यावँ :: निर्जीव
टेहरा :: नव पल्लव
टोंकी :: टोकी या कही हुई बात
टोंड़ा :: हल के फाल की नोक
टोइयाँ :: तोते की किस्म विशेष, जो अशुभ कारक होती है
टोउबु :: टटोलना; परखना
टोक :: शब्द,अक्षर; संक्षेप बात
टोङ :: किनारा; कोना
टोटियउबु :: पौधों में लोटा आदि से थोड़ा पानी छोड़ना; टोंट मारना
टोड़रवा :: बच्चों के हाथ का आभूषण
टोपरा :: टोकरा (लकड़ी का)
टोभु :: सिलाई का फंदा
टोर्री :: गैर खिला लावा
टोह :: खोज
ट्रयाँड़ा :: छोटी जाति का बैल
ट्ट्यांभरू :: कूल्हे की हड्डी
ट्ट्यांव :: आदत
ट्रिपिल नाइन :: (चाँदी) विशेष
ट्ट्वान्हा :: टोना, नज़र
ठंठन्यावँ :: वाद-विवाद, झगड़ा
ठउरिग :: स्थिर, निश्चित
ठउरै :: पास ही में
ठकठक :: विशेष स्थान, रौब; अच्छी स्थिति
ठकाठक :: बिना भोजन के
ठकुरसोहाती :: बात, जो मालिक को सुहाय
ठगहाई :: ठगी धोखेबाजी
ठट्ठा :: हँसी, खिलवाड़
ठठरी :: अस्थि-पंजर
ठठेरा :: भुट्टा या फल रहित ज्वार आदि का पौधा
ठड़ा :: खड़ा
ठड्ढा :: खड़-खड़ा
ठनगन :: नखरा, मचलन
ठप्पा :: सोना या चाँदी को किसी शक्ल में ढालने का यंत्र
ठर्रा :: देहात की बनी हुई शराब
ठर्रा :: मोटी एवं मजबूत (रस्सी)
ठर्रा देना :: नम खेत जोतने के पूर्व पाटा घुमाना
ठल-ठुला :: रहने का स्थान; ठिकाना
ठसक :: गर्व, गर्वपूर्ण उक्ति
ठहकबु :: ठहरना, रुकना
ठाँठ :: वह गाय या भैंस, जो गर्भिणी न होती हो; रस विहीन
ठाउँ :: स्थान, प्रारंभ
ठाठु :: भीट की छत का काम देने वाला विशाल छप्पर; फूसरहित छप्पर का ढाँचा शौक
ठाढ़ि :: खड़ी; दुपहर- (स्त्री.) ठीको-ठीक दोपहर
ठानबु :: तय करना, निश्चित करना, धारणा बनाना
ठामक :: नाटा, छोटे कद का
ठारी :: जोर की ठंड
ठावैं :: तत्काल ही, उसी स्थान पर; प्रारम्भ में ही
ठिगना :: बौना, छोटे कद का
ठिकरिया या ठिकरी :: आग रखने में प्रयुक्त मिट्टी के बर्तन का टुकड़ा
ठिलिया :: मिट्टी का छोटा घड़ा
ठिल्लै :: परिहास, मजाक; ठठोली
ठीकरि :: पानी न रुकने वाली जमीन; अपेक्षित ऊँची
ठीस :: गर्व, रौब
ठीहा :: निहाई रखने का लकड़ी का अड्डा; नांद बनाने का साँचा; अडडा; समय निर्धारण; वादा
ठूँठी :: अरहर आदि के काटने पर नीचे का बचा पेड़
ठूँठु :: शाखा रहित पेड़
ठेंका :: कुदाल या फावड़े का हत्था
ठेंगा :: डण्डा; अंगूठा
ठेंठी :: शीशी या बोतल का मुँह बंद करने की लकड़ी
ठेकी :: लकड़ी का सुडौल ढेर; विश्राम स्थल; लकड़ी के क्रय-विक्रय का केन्द्र
ठेकु :: ढेर
ठेठ :: शुद्ध; निरा; एकदम निपट
ठेनहा :: शरारती
ठेप :: कुछ छोटा
ठेला :: धकेल कर चलायी जाने वाली गाड़ी; ट्रक
ठेलुहा :: मसखरे लोग; अन्य या बाहरी लोग
ठेलुहावँ :: मसखरी
ठेहा :: काटने का स्थान; लकड़ी का टुकड़ा, जिस पर गड़ासे से कुट्टी काटी जाती है
ठोंठी :: अन्न के दाने के ऊपर का खोल; रद्दी भाग
ठोंठी :: फोकली
ठोंड़ :: चोंच
ठोकचा :: आम की सूखी खटाई
ठोकवा :: महुवे और आँटे की बनी हुई मोटी पूड़ी
ठोपु :: बूंद
ठोर :: चोंच
ठोर्रा :: भुने मक्के का गैर खिला दाना
ठ्यांक :: ठोकर, ठेस
ठ्यांगा :: अंगूठा
ठ्याप :: रोक, बाधा, काट (बात में); विश्राम
डंकिनी :: डंकिन साहब का, इस्तमरारी (भूमि का बन्दोबस्त, जो उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिलों में अभी तक चलता है)
डंड :: दण्ड; कष्ट
डँड़वारु :: दो घरों के बीच की दीवार
डँड़सोही :: पाँच या छः लकड़ियों का छोटा सा फाटक
डँड़हर :: ज्वार-बाजरे के खड़े खेत
डँड़हरबु :: फसल केखड़े खेत में जुताई करना
डँड़हा :: डाँड़ (किनारे) का वासी
डँड़ाही :: दण्ड, जुर्माना
डँड़िया :: बच्चा पैदा होने का बाद, एक दिन के संस्कार में बनाई गयी चावल आदि से रेखाएँ; गाँव के बाहर का मैदान
डँड़ोई :: छोटे-छोटे कच्चे फल
डँबरी :: फल विशेष
डंसा :: एक बड़ी मक्खी, जो वर्षा में होती है और पशुओं को कार्तिक माह तक काटती है
डउंगी :: टहनी
डउलु :: तरकीब, प्रबन्ध
डउल्यउबु :: (लकड़ी) छाँटकर सीधी करना; अंदाज करना; तय करना
डउरी :: बाँस की बनी टोकरी
डकवा :: डोकवा (झउवा)
अनर-चोटवा :: बिना देखे या सोचे-समझे किया हुआ काम; अन्हर (अंधा) + चोट जैसे अंधा बिना देखे चोट करता या मारता है
अनराजबु :: अन्दाज या पता लगाना
अनवट :: पैरों के अंगूठों में पहनने का गहना
अनवाँसबु :: उद्घाटन करना
अनवादी :: अनुसार
अनसइत :: अंशवाला, भाग्यवान
अनसइता :: अयोग्य
अनसुहाति :: बुराई; अशोभनीय स्थिति, ऐसी बात, जो दूसरों को बुरी लगे
अनसूई :: अनिन्दक, असूया रहित
अनसोवनि :: न सोने देने की स्थिति; नींद में बाधा
डकूरु :: बवंडर; बौड़र, नाचती हुई हवा
डखना :: पंख; खजूर की शाखा
डखुरहा :: द्वेष करने वाला
डगर :: राह; पगडण्डी
डगरबु :: चलना (राह पर)
डगरोही :: पथिक, रास्ता चलने वाला
डगार, डंगार :: डाली, शाखा
डटेर, ठठेरु :: बाल (भुट्टा) रहित ज्वार का पौधा
डट्टा :: हुक्के से संलग्न खरादी हुई सीधी लकड़ी
डड़हरी :: बैलगाड़ी के पीछे वाले सुजवा के नीचे लगने वाली लकड़ी
डढ़ारबु :: कपड़े को दुहराकर दोहरी सिलाई करना
डण्डु :: कष्ट, जुर्माना, मुआवज़ा
डपोर :: मूर्ख
डफला :: एक बड़ा बाजा, जो लकड़ी से बजाया जाता है; डफ
डपोरसंख :: महामूर्ख
डब्बल :: पैसा
डभका :: धान, जो पकने वाला हो
डभहा :: गड्ढा
डमरा :: प्रसिद्ध टापू अंडमान, जहाँ जन्म कारावास के लिए लोग भेजे जाते थे
डयरी :: डायरी, रोज़नामचा
डरई :: छोटी डाल
डलइया :: डलिया
डहकउबु :: लालच देना, भड़काना
डहकु :: जमीन में बना गड्ढा
डहडही :: हरी-भरी (फसल आदि)
डहनि :: टहनी
डहरा :: नाज रखने के लिए मिट्टी का बड़ा बर्तन
डहरि, डहर :: पगडण्डी
डहला :: कुआँ हेतु खुदा हुआ गड्ढा
डहुआ :: नाव खेने का डण्डा विशेष
डहुकु :: गड्ढा, दहकु
डाँक :: कै करने की इच्छा; गाड़ी-मेल ट्रेन
डाँकरि :: नमीयुक्त (फसल)
डाँका :: डकैती
डांगर :: मृत जानवर
डांगर छोड़उबु :: मृत जानवर की खाल निकालना
डाँठ :: अनाज समेत पौधा
डाँड़बु :: दण्ड भुगतना
डाँड़ा-मेंड़ी :: पड़ोसी
डाँड़ी :: तराजू की डण्डी; चरखी में प्रयुक्त बल्ली; पतली मेड़
डाँड़ी मारबु :: तोल में हेरा-फेरी करना
डाँड़ी सिलाई :: दो कपड़ों को जोड़कर की गयी सीधी सिलाई
डाँडु :: गाँव आदि की हद या सीमा; कीमत; कष्ट; दण्ड
डाँढ़ :: मिट्टी के बर्तन का हिस्सा विशेष
डाँस :: डंक
डाइनि :: भृत की स्त्री; डाह करने वाली स्त्री
डाकट :: महत्वपूर्ण कागज़
डाकबु :: पार करना, फाँदना
डाकमुंसी :: पोस्टमास्टर
डाटबु :: पहनना
डाढ़बु :: जलाना; तंग करना
डाढ़ा :: आग
डाबी :: चबेना भूनने व शक्कर घोटने के लिए प्रयुक्त लकड़ी का यंत्र; दोनों भुजाओं में आने भर का मुट्ठा
डाभ :: आम के मुख का तीखा रस, जिसे निचोड़ दिया जाता है
डाभकि :: देखिए 'डाँकरि'
डामरु :: कालापानी
डाल :: लड़की की विदाई में बांधी गई पूड़ी आदि; शाखा
डाली :: उपहार, अनाज साफ करने में प्रयुक्त छिछली डलिया
डाली परलगउबु :: गाय आदि को चारा खाते समय दुहना
डाँवाडोल :: अनिश्चित, गड़बड़
डासन :: बिछौना
डासबु :: बिछाना
डाह :: ईर्ष्या
डाहबु :: परेशान करना
डिंउसी :: सब्ज़ी विशेष
डिंगरी :: निर्णय, डिक्री; डिग्री
डिंभ :: आडम्बर
डिउहार :: डीह का देवता; ग्रामदेव
डिगना :: मिट्टी का ठप्पा, जिससे कुम्हार अपने कच्चे बर्तन पीटता है
डिग्ग :: ऊँचा भाग या स्थान
डिट्टा :: छोटी जाति का बैल
डिट्टान :: दृष्टांत
डिठवनु :: देवोथ्थानी एकादशी का दिन
डिठियाँना :: आँख से दूर
डिठियार :: दर्शक, दष्टि वाला
डिठिबन्हबा :: जादूगर; डीठ बाँध देने बाला
डिठोन :: देवोत्थान
डिड़वारु :: डड़वारू
डिंढ़ :: हिम्मतवाला दुढ़
डिढ़ानि :: बड़े दानों वाली मटर की फली
डिपाटु :: विभाग, महकमा
डिमकी :: अत्यन्त छोटा ढेला
डियट या डिवठी :: दिपक रखने की अइडी
डिलार :: वह खेत, जिसमें ढेला ज्यादा हो; ढेलहा
डिल्ल :: बैल की गर्दन का ऊँचा मांसल भाग
डिल्ल :: बिल्ली
डिहुला :: एक प्रसिद्ध धान
डीभी :: खेत में उगे नए अंकुर
डीला :: ढेला
डीलु :: शरीर, देह
डीवट :: दीपक रखने की अड्डी
डीहु :: खंडहर; टीला
डुडुवा :: खेल विशेष
डुँड़ही :: सींचने की सुविधा हेतु खेतों में बनी पतली-पतली मेंड़ें
डुकवा :: डोकवा
डुभकी :: कढ़ी में डाली हुई उड़द की पकौड़ी
डुर्छे-डुर्छे :: साँड़ को गर्भाधान हेतु प्रेरित करने का शब्द
डुहकबु :: अकले पड़े-पड़े लालायित होते रहना
डूँड़ :: (पौदा या पेड़) जिसका सिर कट गया हो; जिसकी सींग टूट गई हो
डेंहुड़ी :: भीतरी कक्ष का दरवाजा
अनहक :: व्यर्थ
अनहड़ :: विचित्र
अनहद :: अनाहत (राग)
अनहोनी :: न होने वाली घटना; अनापेक्षित दुर्घटना
अनाब-सनाब :: निरर्थक प्रलाप; अंड-बंड
अनार कली :: ऊपर की ओर चिह्नों से युक्त रंगीन तथा नक्कासीदार (चूड़ी)
अनारदली :: सोने का हल्का ताबीज
अनी :: सेना; दुर्घटना; नोक
अनेग :: अनेक
अनेठि :: जिस दिन बाजार न हो
डेउढ़ा :: निरन्तरता
डेउढ़ा :: बालों की कटिंग
डेउढ़ा :: डेढ़ गुना
डेउढ़ी :: घर के भीतर प्रवेश करने के पूर्व का स्थान, जहाँ पहरेदार आदि बैठते हैं
डेङ :: बड़ा अनगढ़ बाँस का डण्डा
डेट :: विवाह के अवसर पर माड़ौ में टांगी जाने वाली लकड़ी की मांगलिक वस्तु
डेड़उबा :: बेर का कच्चा फल
डेड़क्करी :: एक ककड़ी विशेष; डवाँ ड़ा
डेढ़निया :: मिट्टी का एक बर्तन
डेढ़ी बिसारु :: जिसमें दिये हुए अनाज का डयोढ़ा लौटाया जाए
डेबरा :: गड्ढा; दस से पन्द्रह बिस्वे तक का खेत
डेबरा :: बाएँ हाथ से कार्य करने वाला
डेबरी :: बहुत छोटा खेत; खड़ही
डेबला :: मटर जैसा अनाज विशेष
डेब्बी :: डिबिया
डेरा डाँड़ी :: सम्पूर्ण सामान
डेल :: वह खेत, जिसमें रबी की फसल तैयार की गयी हो
डेल :: ढेला
डेलरी :: डलिया, टोकरी
डेली :: मिट्टी का छोटा बर्तन, जिसमें दीपक बनाया जाता है
डेहुला :: धान की प्रजाति
डैमल ठीहा :: वह ठीहा, जिस पर सोने को दबाकर छिलाई की जाती है
डोंगरउ :: बुढ़ऊ
डोंगरेवा :: बुढ़िया
डोंगिया :: नाव
डोकिया, डोकी :: लकड़ी की छोटी तश्तरी
डोरि :: वह रस्सी, जिससे लोटा बाँधकर कुएँ से पानी खींचा जाता है; तागा
डोरिया कटोरी :: गोल रंगीन, नक्काशीदार (काँच की चूड़ी), जिसके भीतर एक डोर-सी चलती रहती है
डोरिहार :: पटवा
डोलडाल :: मलत्याग
डोलडाल जाबु :: मल त्याग हेतु जाना
डोलु :: पानी भरने का लोहे का बर्तन
डोहरा :: बताशा बनाने का एक उपकरण
डौंकी :: लकड़ी की सूखी हुई बड़ी टहनी
ड्वांग :: अत्यन्त दुबली या मरणासन्न गाय आदि
ड्वाँड़ा :: डेड़ककरी
ढँउचा :: साढ़े चार
ढंगु :: गुण; जुगाड़; तरीका
ढंढसु :: नाटकीयता, ढोंग
ढंइया :: ढाई सेर की तोल
ढइहाँ :: ढाईं (झाड़ी) पर बोने वाले या चढ़ने वाले (पौधे)
ढकना :: ढक्कन
ढकवा :: मूंज की बनी बड़ी टोकरी
ढक्यालबु :: धक्का देना
ढक्वालबु :: पीना (उपेक्षित)
ढचरा :: बुरा तरीक, व्यर्थ का नियम
ढट्ठा :: खाल में रगर लगने से-बना निशान; घट्ठा
ढड्ढू :: लंगूर
ढनगउबु :: लुढ़काना
ढप :: आदत
ढब :: तरीका, हुनर
ढमकबु :: बजना
ढरका :: जानवरों को दवा आदि पिलाने में प्रयुक्त बाँस का पोंगा विशेष; आँसू बहने का रोग या बीमारी
ढरकउना :: देखिए 'ढरकावन'
ढरकउबु :: पानी आदि गिराना
ढरकावनु :: पानी जो किसी आगंतुक के कल्याणर्थ देवी-देवता को चढ़ाया जाता है
ढरगही :: खेत को चौरस करने की क्रिया
ढरहर :: गोल एव चिकना; गिरने लायक
ढर्रा :: रास्ता, दस्तूर, नियम
ढलार :: ढाल युक्त
ढाँख :: वृक्ष विशेष
ढाँख :: बात, रौब
ढाँख :: होलिका में प्रयुक्त रंडे आदि का पेड़
ढाँसी :: जोर की खाँसी
ढाँही :: काँटा आदि की छोटी डाल
ढाका :: टोकरा; बांग्लादेश की राजधानी
ढाठा :: साफा
ढाठी :: आदत, खराब आदत
ढाबली :: मुर्गियों को बन्द करने का छोटा घर
ढारबु :: आरोपित करना, मढ़ना; बिगाड़ना; गिराना
ढाला :: अनाज का बहुत बड़ा ढेर
ढिग :: पास, नजदीक
ढिग :: धोती का रंगीन किनारा
ढिपुनी :: फाल का वह भाग, जो पेड़ से लगा रहता है; ढेंपी
ढिबरी :: चिमनी, दीपक
ढिलमिल :: सुस्त
ढिल्लरी :: आलसी
ढींढ़स :: छः पसेरी का
ढींढा :: गर्भ, बड़ा पेट
ढीठ :: हिम्मती, निर्भय
ढीलबु :: छोड़ना
ढीलौ :: जूँ
ढुंढुनी :: सन की फली
ढुकबु :: छिपकर खड़ा रहना; कुछ पाने की आशा में खड़े रहना
ढुका :: लंलचाया
ढुनुकबु :: गिर पड़ना; मर जाना
ढुरहुर :: चिकना एवं गोल (अनाज)
ढुरुहुरी :: पतला रास्ता
ढुसकट :: बलुई (जमीन)
ढूँढ़ी :: चावल के आटे के लडडू; गोल फली
ढूखु :: रबी की फसल में बोये हुए खेत की पहचान का चिह्न
ढूहा, ढूहु :: ढेर, ऊँची जमीन
ढेंकी :: चूरा कूटने में प्रयुक्त लकड़ी की मशीन
ढेंकुरि, ढेंकुली :: ढेकली; पानी निकालने का साधन
ढेंढ़ी :: अंगूठी आदि का छल्ला, टेंट
ढेंपी :: ढिपुनी
ढेंसर :: पकने वाला (फल), अधपका
ढेकुआ :: कोल्हू की कातरि में गड़ी हुई लकड़ी; क्धां
ढेमाका :: अमुक
ढेरियउबु :: अनाज को भूसे आदि से अलग करना; ढेर करना
अनेति :: अत्याचार, अन्याय
अनेर :: दूसरे स्थान का (पशु) कभी-कभी अनजान भटके राही के लिए भी आता है
अनेरै :: व्यर्थ में, बिना कारण
अनोखेक :: विचित्र, अलभ्य, प्रायः वस्तुओं के लिए
अन्ता :: बैलगाड़ी की पहिया में लगने वाला एक लोहे का छल्ला
अन्देसा :: सन्देह
अन्देसा :: अनेसा; अंदेस
अन्नर :: भीतर, अन्दर
अन्ना :: चाँदी गलाने के लिए चबूतरा जैसा आग जलने का स्थान
अन्ना भैंसा :: स्वतंत्र धूमने वाला भैंसा
अंगारी :: गड़ासे से काटा गया ईख का टुकड़ा
अंगिराबु :: अंगड़ई लेना
अंगुठा :: पैर के अंगूठे का आभूषण
अंगुरताना :: अंगुलियों का शीशा युक्त गहना; आरसी, हथपान
अंगुरीय :: अंगूठी
अंगुसा :: अंकुर
अंगुसी :: हल का फाल; सुनारों की वह नली, जिससे चिराग को फूंककर टांका जोड़ते हैं
अंगौरिया :: मजदूरी के बदले हल-बैल लेकर अपनी खेती करने वाला मजदूर
अंघड़ा :: पैर के अंगूठे में पहनने का काँसे का छल्ला
अँचर-धरउआ :: विवाह की रस्म विशेष, जिसमें वर ससुराल में कुछ स्त्रियॉं का अंचल पकड़ लेता है और वे स्त्रियाँ कुछ न कुछ उपहार देकर, ही मुक्ति पाती हैं
ढेलवाँसि :: रस्सी की बनी जाल जिससे ढेला दूर तक फेंका जाता है
ढोंका :: ढेला, टुकड़ा
ढोंढ़ी :: नाभि; ढोंढु
ढोआई :: ढुलाने की मजदूरी या कर्म
ढोकाबु :: स्तन में दूध उतारना
ढोठा :: हथकरघे का वह अंग, जिस पर बाबीन या छुंछी चढ़ाई जाती है; मार
ढोरा :: पशु
ढोरु :: चर्म रहित, साफ
ढोलना :: गले में पहना जाने वाला माला विशेष
ढोली :: २०० (दो सौ) पानों की ढेरी
ढोवा :: बोझ, जो एक बार में जा सके
ढ्यांगा :: छोटे कद का बैल
ढ्वाँका :: स्तनों में आया या उतरा हुआ दूध
तंग :: संकीर्ण; परेशान
तंग :: घोड़ों की जीन कसने में प्रयुक्त पेची
तंग-टोर :: जिस घोड़े के तंग बाँधने के स्थान पर भौंरी हो
तंगिया :: कुछ अधिक लेने ढेर सारे किये या फैलाये गये नखरे, बहाने
तंगी :: आर्थिक परेशानी; संकीर्णता
तंगु :: पीछा
तंबोर, तंबोला :: पान
तइँता :: हमेल में लगी कटिया, जिसमें बच्ची पुही जाती हैं व रुपयाकार बच्चियाँ
तइकै :: तब फिर; तदनन्तर
तइफा :: संगीत पार्टी; मंडली
तइया :: जलेबी बनाने के लिए प्रयुक्त थालीनुमा कराही; ताई
तउँक :: गर्दन में पहनने का आभूषण
तउजा :: उधार
तउनु :: वह
तउबु :: बर्तन आदि का मुँह ढकना, बन्द करना
तउला :: अनाज आदि तोलने वाला व्यक्ति, अनाज क्रय-विक्रय का दलाल
तउहूँ :: तब भी
तक :: बड़ा तराजू; -पट्टी बही-(स्त्री.) काँटे द्वारा जिस माल का वजन किया जाता है, उसका विवरण व्यापारी के नाम सहित तारीखवार होता है
तकउबु :: देखभाल किसी के जिम्मे छोड़ना
तकथा :: लकड़ी का मोटा पटरा
तकदमा :: प्रभुत्व, अधिकार
तकबु :: देखभाल करना, ताकना
तकमा :: तमगा
तकमा :: तगमा
तकरार :: झगड़ा, बहस
तकरूरी :: नियुक्ति
तकसीर :: गलती, अपराध
तकुआ :: चरखा का पुर्जा, जिस पर तागे की फुल्ली पिन्हाई जाती है
तक्कर :: परेशान
तखरी :: स्त्रियों के बाल साफ करने की कूची
तगइयति :: देखभाल, रखवाली
तगाड़ :: मिट्टी घोलने की हौदी; खौं
तगादा :: तकाज़ा, तकादा
तग्गी :: पतला तागा या रस्सी
तचबु :: गरम होना
तजबीज :: प्रस्ताव, मुकदमे का फैसला; अंदाज
तजुरबा :: अनुभव
तड़कबु :: नाले आदि को उछल कर पार करना; चटक जाना; क्रोध दिखाना
तड़का :: बघारः बड़ा सबेरा
तड़कि :: छत में लगने वाली लकड़ी कटी हुई लम्बी लकड़ी
तड़के :: प्रातः काल
तड़क्की :: नाम, शाबासी, शोहरत
तड़खर :: गर्म (व्यक्ति)
तड़ी :: थपेड़ा
ततबीर :: तदबीर, योजना
तथा :: वित्तीय सामर्थ्य, गुंजाइश
तदारुक :: दंड, कष्ट
तधीनी :: अपच
तन :: ओर
तन :: शरीर
तनतना :: शासन
तनदेही :: तत्परता
तनबु :: छा जाना; अकड़कर सीधा होना; बहकावे में आना
तना :: समान
तना :: पेड़
तना :: छाया हुआ; तंग, नाराज़
तनि :: जरा-से
तनी :: सकरी पट्टी; (अव्य) किंचित
तनुक :: जरा से, तनिक
तनुवा :: चमड़ा तानने के काम आने वाला औजार
तनेतराज :: पूर्णतः परेशान
तन्नाबु :: गुस्सा हो जाना
तपबु :: गरम होना
तपसी :: तप करने वाला, तपस्वी
तपहा :: एक नदी, जो अयोध्या के पास बहती है
तपउबु :: आभूषण आदि गरम करना
तपता :: अलाव
तपता :: कोइरा
तपाकी :: ईष्यालु
तपाकु :: ईर्ष्या
तबक्का :: विश्वास, ठिकाना
तबली :: छोटा तब्बल
तबल्ची :: छोटा तब्बल
तबल्ची :: तबलावादक
तबा :: हृदय, जी
तबा :: परेशान
तबालति :: तकलीफ, कष्ट
तबिजिया :: बच्चों का माला विशेष
तबेला :: अस्तबल
तब्बौ :: फिर भी, इस पर भी
तमखुहा :: तम्बाकू पीने वाला
तमतमा :: शासन
तमसबु :: तमकना
तमस्सुक :: ऋण सम्बन्धी अदालती कागज
तमाखू :: मादक पदार्थ, तम्बाकू
तमाशबीन :: तमाशा देखने वाला
तमीज़ :: शिष्टता, सभ्यता
अन्नास :: बिना किसी कारण के
अन्नास :: अनायास
अन्नास-बदे :: बिना छेड़-छाड़ के
अन्निउँ-पन्निउँ :: प्रत्येक दशा में, चाहे जैसी दशा हो
अन्नु :: अनाज
अन्नेगिन :: अनगिनत, असंख्य
अन्हउटी :: (बैल की) आँखों पर बंधी हुई पट्टी
अन्हर-चोटवा :: ՙअनार-चोटवा՚
अन्हरा :: अंधा (मनुष्य)
अन्हंवटबु :: (बैल की) आँखों पर अन्हौरी वाँधना
तमून :: ताऊन; प्लेग
तमेर :: ताँबे का काम करने वाला
तम्बा :: पैजामा
तयदाति :: तादाद, सीमा, अंदाज
तरंतारु :: मुक्ति
तरइहा :: तराई का रहने वाला
तरई :: तारा
तरकी :: कनफूल
तरकी :: तरौना
तरकुल :: ताड़ का पेंड़
तरखर :: देखिए 'तड़खर'
तरजुआ :: तराजू
तरपासबु :: डाँटना
तरल्ला :: कपड़े की निचली परत
तरवाँची :: माची में लगने वाली नीचे की लकड़ी
तरवाँसबु :: अधिक चलने से बैल आदि के पैर तिरछे हो जाना या खुर फैल जाना
तराँछ :: गहनों की हाथ से तराश
तराँ :: जूते का निचला हिस्सा
तरायल :: नीचे रहने वाला
तरासबु :: चमड़ा साफ करना
तरिवन :: कान का गहना विशेष
तरी :: पुराना एकत्रित किया हुआ धन, नमी; आभूषणों में प्रयुक्त तल्ली
तरे :: नीचे
तरैली :: हल की एक छोटी लकड़ी
तरौंछा :: जुआठा के नीचे लगी हुई लकड़ी
तलक :: तक
तलख :: तेज (नमक), अधिक खट्टा या मीठा
तलबाना :: किसी को कचहरी में बुलाने की फीस; चपरासी की उजरत
तलरी :: तलैया, छोटा तालाब
तलहा :: शौच किया हुआ (बर्तन आदि) शौच रहित; तालाब सम्बधी
तलिया :: छोटा तालाब
तलीका :: तलाशी
तलीन :: तैयार
तल्ला :: तल, मंजिल, खण्ड सम्बन्ध, नाता
तल्ली :: कील आदि में लगा हुआ पेंच; तल
तवज्जो :: देखभाल, व्यवस्था
तवान, तावान :: दण्ड के रूप में लिया गया द्रव्य
तवान, तावान :: ताब युक्त
तसमई :: खीर, यह शब्द साधुओं द्वारा ही प्रयुक्त होता है
तसल्ली :: आश्वासन, धैर्य
तहदर्द :: ताज़ा, नया (कपड़ा या कागज)
तहदिल :: निश्चित, इतमिनान
तहबील :: कोष; जमा किया हुआ धन
तहिया :: ताकि, तिस दिन, उस रोज़
तहुली :: तब तक
ताँत :: रूई धुनकने का तार
ताँता :: पंक्ति, कतार
ताई :: थाली के आकार का जलाव रखने का बर्तन; चबेना आदि भूनने में प्रयुक्त कराही
ताक :: घात, अवसर
ताकर :: उसका
ताख :: दीवारों में बने आर
ताखी :: बच्चों की गोल टोपी
ताखी :: जिस भैंस की दोनों पुतलियाँ अलग-अलग दोरुखी चलें
ताजुक :: ताज्जुब, आश्चर्य
ताड़दि :: तुरन्त
ताड़बु :: अंदाज लेना; धारणाबना लेना
ताड़ी :: ताड़ आदि वृक्षों से निर्गत मादक पेय पदार्थ
तात :: गरम
तात :: पिताजी, आर्य, प्रिय
तान :: बैलगाड़ी का पुर्जा विशेष
ताना :: व्यंग्य; मारबु-कटाक्ष करना
तापबु :: अग्नि आदि से शरीर गर्म करना
ताब :: बल, सामर्थ्य
ताबा :: अधिकार, प्रभाव
तामझामु :: सामान; एक प्रकार की खुली पालकी
तारी :: हथकरघे की चरखी में लगने वाली बाँस की फर्ची
तारुआ :: बैलगाड़ी का पुर्जा विशेष
ताल :: तालाब
ताल :: संगीत का लय
ताली :: सुनारों में प्रचलित अठन्नी का गुप्त नाम; चाबी
ताल्लुक :: सरोकार, सम्बन्ध
ताव :: आवश्यकता, पकने या तैयार होने की स्थिति, कागज़ का पर्त, क्रोध
तावखाना :: आग रखने के लिए प्रयुक्त कच्ची मिट्टी का पात्र विशेष
तास :: बैलगाड़ी का एक लोहे का पुर्जा; खेल के पत्ते
तासा :: क बाजा, जिसमें एक ओर चमड़ा लगा होता है
तासीर :: प्रभाव, आंतरिक गुण
तिकड़म :: उपाय, तरकीब
तिखारबु :: स्पष्टकरवाना
तिजरा :: ज्वर, जो तीसरे दिन चढ़े
तिजारती :: रोजगारी, व्यापारी
तिड़काइब :: हटा दे ना
तिड़बिड़ :: कठिन, गड़बड़, सख्त स्वभाव वाला
तिड़ी :: गायब
तिडी-बिड़ी :: तितर-बितर
तितउ :: कडुबा (फल); इसी प्रकार मिठऊ भी फल के लिए आति है
तितलउकी :: कडुई लौकी
तिताबु :: कडुवा होना
तितिला :: एक गीत, जो प्रायः स्त्रियाँ जाँत चलाते समय गाती हैं
तित्तुर :: तीतर
तिया :: विश्वास, निश्चय
तिदरा :: तीन दरवाजों वाला खुला कमरा
तिदवारि :: मुख्य द्वार का वह कमरा, जिसमें किंवाड़ रहित तीन द्वार हों
तिनगबु :: नाराज होना; उछलना, तड़पना
तिन्ना :: तालाबों में होने वाला एक प्रकार का चावल़
तिपहलु :: तीन धारों का रेत
तिफरा :: जौं, मटर, चना आदि का मिश्रण
तिफारु :: तीन फालों वाला हल
तियाला :: तीसरा व्यक्ति
तिरकोलहा :: चौकोर रहित; तिरछा
तिरखा :: प्यास
अन्हयइबु :: स्नानकरवाना
अन्हयार :: अंधेरा
अन्हेरि :: अन्याय, अंधेर
अन्होरी :: गर्मी में शरीर पर होने वाले छोटे-छोटे दाने
अपइँड़ी :: नटखट, शैतान; अपैंडु-(पु.) शैतानी
अपजसु :: बदनामी
अपटनु :: उबटन
अपधुआ :: दोष
अपनपौ :: आत्मीयता, मेलजोल, धनिष्ठता
अपया :: बिना पैर वाला, असमर्थ
तिरफना :: चमारों की तीन फनों वाली अड्डी
तिरबाँचा :: तीन बार कह कर दिया गया वचन
तिरवाह :: नदी के किनारे का क्षेत्र, गाँव आदि
तिरसुति :: जनेऊ के तीन सूत
तिराता :: तीन रात का
तिराबु :: पूरा पड़ना, पर्याप्त निकलना; किनारे लगना
तिरुआ, तिलुआ :: मन, दिल
तिलंकी :: घोड़े के माथे से लेकर नाक तक बनी पतली श्वेत रेखा
तिलंगा :: अंगरेजी फौज का सिपाही
तिलकी :: तीव्र गति में जाने वाले घोड़े की चाल
तिलचौरी :: भुने तिल और चावल से निर्मित चबेना
तिलछबु :: तड़पना
तिलरबु :: रस्सी को तिहराना
तिलरी :: तीन लडियों का आभूषण
तिलेठा :: दाने निकालने के बाद तिल का सूखा पेड़
तिल्लोकु :: त्रिलोक
तिसकुट :: अलसी का कुटा हुआ डंठल या खलिहान का चूरा
तिसाला :: तीसले साल, त्रैवार्षिक
तिसिहा :: तीसी (अलसी) वाला (खेत)
तिहाई :: पात, अन्न की उपज; प्रजा को दिया जाने वाला मजदूरी स्वरूप अनाज
तिहाई :: एक तिहाई
तिहार :: खेत जोतते समय दो हराइयों के सिरे पर छूटा हुआ कोना
तिहिका :: उसको
तिहिते :: उसी कारण
तिहिमा :: उसमें
तिखर :: ईंटें बनाने के लिए प्रयुक्त चिकना मैदान
तीत :: कडुवा
तीरकर :: फैलाकर
तीखी :: अलसी
तुक :: औचित्य
तुकुमी :: बिना कलम किया हुआ
तुक्का :: जुगाडु, सम्बन्ध, मौका
तुच्चा :: नीच, संकीर्ण
तुतुला :: हकलाकर बोलने वाला
तुन्न :: घमण्ड, अहं
तुनक :: तोप; छोटी तोप
तुपबु :: मिट्टी आदि में बंद हो जाना
तुमार :: आपका; तुम्हारा
तुम्मी :: भिक्षुक का बर्तन; लौकी का बना बर्तन
तुरंज :: फल विशेष
तुरंता :: सत्तू
तुरधुल :: कमजोर
तुरपबु :: कपड़ा को दुहराकर हाथ से सिलना
तुरसी :: खटाई, खट्टापन
तुरही :: भोंपू की तरह का बाजा, जो मुँह से बजाते हैं
तुसार :: पाला, जोर की ठंड; नखरा
तुलउबु :: चकिया आदि के पत्थरों में दाँत बनाना
तुली :: जुलाहों की कूची
तुहार :: तुम्हारा
तूत :: फल विशेष
तूती :: एक चिड़िया; नाम; (मु.) -बोलबु-नाम होना, रौब होना
तूदी :: नांद बनाने में प्रयुक्त साँचा
तूर :: एक बार की फसल
तूलु :: तूले रंग का कपड़ा
तेने, ते :: से
तेउँरी, तेवरी :: भृकुटी, दृष्टि
तेउरुस :: दो वर्ष पहले
तेकाँ :: उसको
तेकुआ :: देखिए 'तकुआ'
तेग :: रंदे में लोहे वाला वह भाग, जिससे लकड़ी कटती है; छोटी कटारी
तेतरा :: तीसरे के बाद का, जैसे लगातार तीन लड़कियाँ पैदा होने के पश्चात उत्पन्न लड़का, (मुहा.) "तेतरा बेटवा भीख मंगावै"
तेरज :: आपत्ति, बाधा
तेरंही :: मृत्युपरांत तेरहवें दिन का संस्कार
तेलवारा :: पनवारी लाने पर नाई को दिया जाने वाला तेल का बर्तन
तेलिया :: वर्षा में पृथ्वी से निकलने वाला तेल; तेली
तेवासी :: तीन दिन पुराना
तेसा :: गहना विशेष
तैकै :: तब फिर, तुरन्त ही फिर
तैस :: जोश, क्रोध़
तोंदी :: नाभि
तोंदु :: पेट
तोंबी :: लौकी का बना बर्तन; तुम्मी
तोई :: लहंगे, कुर्ते आदि का किनारा
तोखु :: संतोष
तोड़ा पट्टी :: दीवार उठाने के लिए नीचे की ईंट लम्बई में तथा उसके ऊपर की ईंट चौड़ाई में रखने की पद्धति
तोड़िया :: हल्के पायल
तोडु :: हाथ का गहना विशेष; टूटा हुआ
तोनारा :: जिसकी बड़ी तोंद हो
तोनि :: तोंद; उंगली का सिरा
तोफाँ :: उम्दा
तोबड़ा :: घोड़े के खिलाने में प्रयुक्त मोमजामा आदि का झोला, जिसमें चना आदि रखकर उसकी गर्दन में लटका देते हैं
तोबा :: किसी काम के न करने का प्रण
तोमड़ा :: बड़ा तुम्मा या तुमड़ा
तोरिया :: वह भैंस आदि, जिसका बच्चा दूध पीने की अवस्था में ही छुटा लिया गया हो
तोसक, तोसा :: गुदगुदा बिछौना
तोसा :: गृह देवता के पूजार्थ अन्नों का बना हुआ मीठा-मिठा रोट; बिछौना
तोहमत :: कलंक; आरोप
तौला :: आठ दाँतों वाला; तोलक
तौहीनी :: अपमान, अनादर
त्याहा :: नाराज़गी, गुस्सा
त्यूर्सा :: दो वर्ष के पहले का वर्ष
त्वाँता :: दानारहित फली
त्वापबु :: ढकना, गाड़ना
थंभबु :: थोड़ा रुकना; गर्भवती होना
थई :: विश्वास; भरोसा
थकरी :: स्त्रियों के बाल साफ करने की कूची
थकहर :: थका हुआ; वृद्ध
थकामांदा :: श्रमित, श्रम से थकित
थकिया :: वह चाँदी, जो टाँकेदार एवं दागी होती है
थन :: स्तन
अपर :: जूते का ऊपरी हिस्सा; - बल (वि.) उद्धत, दुष्टा
अपरबु :: पार हो जाना, अंत तक पहुँच जाना
अपरबल :: सर्वोपरि, प्रबल
अपरम्पार :: असीम
अपलच्छ :: अकर्मण्यता, सुस्ती
अपलच्छनु :: आरोप; गंदा कार्य; पोषण कर्म
अपवादि :: शरारत
अपसर :: अफसर
अपसा :: आपस में
अपहरबु :: अन्यायपूर्वक ले जाना
थनइली :: स्तन की एक बीमारी, जिसमें वे पक जाते हैं
थनिहा :: बाँसों का झुरमुट
थपरी :: ताली
थपुआ :: खपरैल
थबरा :: तमाचा
थम्भरा :: मोटी थूनी; थोम्भरा
थम्हना :: जिससे कोई वस्तु थामी या पकड़ी जाय; हत्था
थया :: विश्वास
थरिया :: थाली
थरुहट :: थारुओं की बस्ती; थारुओं का पुराना डीह
थलकुरु :: हृदय
थलर-थलर :: मांस का हिलता हुआ
थवई :: मकान बनाने का काम करने वाला
थवई-गीरी :: राजगीरी
थवना :: घड़ा रखने के लिए मिट्टी की बनी गोलअड्डी
थांगी या थांघी :: लता चढ़ाने के लिए प्रयुक्त एक शाखदार लकड़ी
थांभबु :: संभालना; पकड़ना
थाकि :: सिवाने का पत्थर, सीमा का चिह्न
थाथी :: धरोहर, पूंजी
थान :: कपड़ों व जेवरातों की संख्या; कपड़े का भारी लम्बा रूप
थान्ह :: स्थान, देवता का स्थान; -पवान-उचित स्थान
थाप :: स्थापना; ढोलक की थपक
थापरा :: बैलगाड़ी का वह पुर्जा, जो उँटरा के ऊपर से जुआँ खिसकने से रोकता है
थापबु :: स्थापना करना
थापा :: चूड़ियाँ बनाने के लिए लाख बढ़ाने में प्रयुक्त लकड़ी का यंत्र
थापी :: पिटना; बल्ला
थाम :: लकड़ी का खंभा, जिस पर छप्पर रखा जाए या ढेकुर खड़ी हो
थारा :: बड़े आकार की थाली; बेंड़ी द्वार पानी गिराने का ऊपरी स्थान
थाल्हा :: पौधे के चारों ओर बनाया गया घेरा
थाह :: नाप, अंदाज (जल आदि की)
थाहि :: डाल
थाही :: गहराई की नाप, थाह
थिगली :: कपड़ो में लगने वाली चकती
थिर :: स्थायी, शांत
थुआ :: निंदावाचक शब्द
थुक्का-कजिहति :: दुर्दशा, बदनामी
थुड़ी :: निंदा
थुन्हियाँ :: थूनी
थूह :: ढेर, गड्डा
थूहा :: खीझे हुए 'ऐरी' का गोला एवं ऊँचा ढेर
थेथर :: परेशान, व्यग्र
थेई-थेई :: वाह ! वाह! यह शब्द कहकर ताली बजाते हुए छोटे बच्चों को नचाते हैं
थेवई :: मकान बनाने वाला; राजगीर
थोंथी :: मटर आदि का सूखा आवरण
थोकु :: ढेर
थोथिहा :: लम्बी नाभि वाला (बैल)
थोमरिया :: छप्पर की थूनी
थोरि :: निंदा
दंतकरौ :: ईर्ष्या; दाँत पीसने की क्रिया
दँतील :: पुष्ट एबं मजबूत दाँतों वाला
दँउनी :: पक्की फसल को कुचलकर अनाज निकालने का काम; मड़नी
दउनु :: अत्यल्प, नाम मात्र की वस्तु
दउरा :: बाँस, बेंत आदि का टोकरा
दउरा :: दौड़ा
दकब :: कब ? न जाने कब
दकवन :: कौन ? न जाने कौन
दकस :: कैसा ? न जाने कैसा
दकियानुस :: देहाती, पुरानी तरह का
दगदगी :: खटका, चिंता, डर
दगधा :: दुविधा, शंका
दगरा :: मैले पानी या कीचड़ वाला गड्ढा, तालाब आदि
दगल :: पोशाक; चीर-गर्म वस्त्र
दगल-फसल :: धोखे का मामला
दगहिल :: जिसमें दाग पड़ा हो; (फल) जो सड़ने लगा हो
दड़ा :: फेंटाई करने से माल पूर्णतः मिश्रित होने की अवस्था
दत्तूर :: नियम, तरीका
ददईं :: दादा, हे दादा, अरे बाप
ददरा :: दाद, निशान
ददल्यउबु :: झूठा बना देना, बात न मानते हुए मूर्ख बनाना
ददिया ससुर :: ससुर का बाप
दधिकंदो :: एक त्योहार, जिसमें लोगों पर दही छिड़का जाता है
दनगर :: दाना से युक्त
दनाई :: समझ, होशियारी
दनादन्न :: निरन्तर, बिना रुके
दपाई :: छिपने या चुप रहने की क्रिया
दपाटप :: साफ, चमकदार
दफा :: बार
दफा :: कानून की धारा
दबंग :: प्रभावशाली; सवल
दबउला :: अनुचित दबाव
दबकबु :: छिपना
दबाहुर :: (सवारी) जो आगे दबी हो
दबिला :: पकती हुई वस्तु को चलाने के लिए लकड़ी का बना बड़ा चम्मच
दबीज़ :: भारी, मोटा (कपड़ा आदि)
दबैल :: आर्थिक रूप से दबने वाला
दबोट :: दबाव
दब्बू :: दबने वाला, डरपोक
दमनी :: बैलगाड़ी विशेष
दयंतुरु :: दैत्य
दरइची :: छोटी खिड़की
दरकबु :: चटक जाना
दरका :: दरार
दरकार :: अपेक्षा, जरूरत
दरक्खतु :: बहुत मोटा पेड़
दरखनी :: भूमि में छेद या गड्ढा करने का एक औजार
दरगाह :: मुसलमानों का पवित्र स्थान
दरजा :: कक्षा, उच्च स्थान; गण
जरजाइबु :: स्पष्ट करना, निश्चित कर देना
दरजि :: दीवाल या लकड़ी में फटने का चिह्न
दरपनी :: छोटा दर्पण
अपाढ़ :: कठिन, दुष्प्राफ्य
अपीसर :: अफसर
अपुआ :: स्वयं
अपुसा :: आपस
अपूरी :: पूरी, भरपूर, व्याप्त
अप्छरा :: अप्सरा, सुन्दर नारि
अफनाबु :: घबराना; आपे से बाहर हो जाना
अफरबु :: छक जाना; पेट भर जाना
अफरादाँ :: व्यर्थ, अधिक
अफलातून :: बड़े गर्व एवं मस्तिष्क वाला (व्यक्ति)
दरब :: द्रव्य, तत्व, महत्व, मूल्य
दरबर :: मोटा पिसा हुआ (आटा)
दरबा :: छोटा गिचपिच मकान; मुर्गियों के रहने का घर
दराना :: राहगीर, जनता, झुण्ड
दरि :: जगह, स्थान
दरिनई :: वृद्धता
दरियाबु :: जानकारी
दरियावै :: नदी, बड़ी नदी
दरियावै :: अथाह
दरीना :: वृद्ध, अनुभव
दरीवा :: बाज़ार
दरेंती :: दीवार आदि में छेद करने में प्रयुक्त लोहे का औजार
दरेग :: दया, तर्स
दरेतिया :: दाल दरने वाली छोटी चकिया
दरेरा :: भीड़-भाड़ की रगड़न
दरेस :: वर्दी
दर्यारा :: संकट, प्रकोप
दर्रा :: मोटा पिसा हुआ आटा, दला हुआ (गेंहू, जौं आदि)
दर्रा :: घाटी, पर्वतों के बीच का सँकरा रास्ता
दर्राक :: चालाक
दल :: पत्ता, निमंत्रण (कथा का); पार्टी, बड़ा शामियाना
दलगर :: गूदेदार (फल आदि)
दलामलि :: जोर की भीड़; रेलपेल; प्रायः गीतों में
दलिददुरु :: दरिद्रता
दले :: महावत द्वारा प्रयुक्त शब्द, जिससे हाथी पानी में चलने एवं पानी पीने के लिए आदेश लेता है
दलेल :: दण्ड (प्रायः पुलिसवालों का)
दल्लान :: मुख्य द्वार का बड़ा कमरा, जिसमें द्वार होते हैं पर किवाड़ नही
दवंगरा :: जोर की वर्षा
दवँतरी :: एक आयु के व्यक्ति
दवँन :: सिंचाई के टोकरे में लगने वाली एक रस्सी
दवँरी :: कटी हुई फसल पर बैलों को घुमाने की क्रिया; मड़नी
दवना :: एक सुगंध देने वाला तुलसी के समान पौधा, जिसकी पत्तियाँ देवतओं को चढ़ती हैं
दसउन्ही :: एक जाति, जिसके पुरुष कविता गाकर जीवन यात्रा करते हैं
दसकत :: हस्ताक्षर, दस्तखत
दसगर्दा :: छोटा-सा मामला
दसगान्न :: मृत्यु के बाद की एक क्रिया
दसनामी :: एक प्रकार के साधू
दसपना :: चिमटा
दसवरदार :: (कानूनी अधिकार से) अलग
दसवाँ :: मृत्यु के दसवें दिन का संस्कार
दसवाँ :: १/१० वाँ
दसा :: हालत
दसाइबु :: बिछाना
दसी :: बैलगाड़ी में प्रयुक्त वे बल्लियाँ, जिन पर पटरे जड़े जाते हैं; दशमी तिथि
दस्तबन्द :: अंगुलियों में पहना जाने वाला गहना
दस्ता :: हथौड़ी का बेंट; कागजों के २४ तावों का समूह, टीम
दस्तुरी :: फीस; (व्यक्ति विशेष की) उजरत
दस्सा :: बनियों की एक उपजाति
दहकच्चरि :: भीड़; शोरगुल
दहकबु :: खूब जलना या गर्म हाना
दहकु :: गड्ढा; डहुकु
दहड़ि :: मिट्टी की हंडी
ददपहु :: हट्टा-कट्टा, बहादुर
देहरोल :: परिश्रमी, धैर्यवान
दहला :: नदी के किनारे का मैदान या जंगल
दहाइब :: खूब भिगोना
दहाई :: किनारा; खड़ी फसल का एक भाग; दस का समूह
दहाना :: कपड़ो का ढेर, भण्डार
दहिगलवा :: दही-पात्र
दहिजरा :: जिसकी दाढ़ी जली हो, बदमाश; यह शब्द गाली के लिए ही स्त्रियों द्वारा प्रयुक्त होता है
दहिना-बावाँ :: भला-बुरा
दहिलीज :: दरवाजे की देहरी
दहु :: कि, शायद
दाँइब :: प्रबन्ध करना
दाँता-किटकिट :: कहासुनी, झगड़ा
दाँती :: किनारा, तट; दाँत की बतीसी
दाँतुन :: खर-पतवार
दांदि :: नुकसान, हानि
दाँया गूल :: दाहिना, सिरा
दाई :: बूढ़ी स्त्री; बाबा की पत्नी
दाई-जोटिया :: साथी, सम वयस्क
दाख :: फल विशेष
दागबेल :: मकान आदि की नाप-जोख के बाद रस्सी के सहारे लगाया गया निशान
दादनी :: सरकारी सहायता, जो अफीम की खेती आदि के लिए किसानों को मिलती है
दाबस :: दबाव, जोर
दाम :: मूल्य, धन
दायँ :: बार, दफा
दायँ :: दावँ का बहुवचन
दायँ :: दाहिने
दार :: उपजाऊ, मालदार
दार :: युक्त
दारिउँ :: फल विशेष
दाल्हबु :: व्यंग्य कह-कह कर दुःख देना
दायजु :: दहेज; दइजु
दावँ :: पेंच, बारी, चाल, उपाय, धोखा
दावनि :: पोशाक में नीचे की मोड़
दासा :: मकान की खंभियों के ऊपर रखी हुई लम्बी लकड़ी
दासि :: सेवा, खिलाई-पिलाई
दाह :: जलन; मुर्दा जलाने की क्रिया
दाहा :: ताज़िया
दिउँका :: दीमक
दिउठी :: लकड़ी या मिट्टी का बना स्तम्भ, जिस पर दीया रखा जाता है
दिउली :: मिट्टी का कटोरीनुमा छोटा बर्तन, जिसमें दीया रखा जाता है
दिक्क :: नाराज़, अस्वस्थ
दिक्कति :: परेशानी, कष्ट
दिगउबु :: जलाना
दिनारि :: अधिक उम्र की, पुरानी
दिन्वारा :: प्रथम पुत्र का सात-आठ वर्ष बाद ननिहाल में होने वाला मुंडन संस्कार
दिपल्ला :: चमड़े की एक छोटी पट्टी, जो 'मोट' में लगाई जाती है
दियँक :: दीमक
अफायाँ :: व्यर्थ, निरर्थक
अबखोरा :: गिलास
अबगा :: जिसमें पानी न मिला हो (विशेषकर दूध एवं गन्ने का रस)
अबटनु :: उबटन; अपटन
अबतर :: खराब; और खरा (प्रायः स्थिति के लिए)
अबर :: बादल
अबरा :: रंदे नामक औजार में तेग के साथ लगने वाला दूसरा लोहा
अबलख :: सफेद रंग का घोड़ा
अबवाब :: वह सरकारी टैक्स, जो जमींदारों से माल-गुजारी पर शिक्षा, सड़क आदि के लिए वसूल होता था
अबीरि :: अबीर
दियरी :: मिट्टी क़ा छोटा दीपक
दिया :: दीपक
दियाली :: मिट्टी का अति छोटा बर्तन
दिलासा :: भरोसा, ढाढ़स
दिलेर :: निर्भय, वीर
दिवला :: बड़ा दिया
दिवान :: थाने का बड़ा मुहर्रिर (कहा.) लरिका ठाकुर, बूढ़ दिवान
दिवान :: दीव़ाना
दिसकूट :: पहेली
दिसा :: दिशा; शंका, स्मरण
दिसा-मैदान :: मल त्याग
दिसा-सुरु :: दिशाभ्रम
दिहाड़ी :: दैनिक मजदूरी
दीठि :: दृष्टि
दीवट :: दीपक रखने की अड्डी
दुइरसा :: सोना का वह दोष, जिसमें चाँदी व ताँबा दोनों मिले होते हैं
दुकड़ा :: पैसे का एक भाग
दुकान :: लुहारों की भटठी, विक्रय केन्द्र
दुकान रखना या बढ़ाना :: भट्ठी जलाना या बूझाना
दुखड़ा :: दुःख का हाल
दुखतरी :: लड़की का (अधिकार)
दुखलहल, दुखलहा :: (अंग) जिसमें घाव या फोड़ा आदि हो; जो शीघ्र दुःख सके
दुखिया :: दुःखी, व्यथित
दुछनिहा :: बंगला, दो पल्लों की बड़ी मड़ैया; मड़हा
दुछेहे-दुछेहे :: देखिए 'डुर्छे-डुर्छे'
दुत :: डाँटने का शब्द
दुताई :: टूत का कार्य; चुगली
दुदहँड़ि :: दूध पकाने में प्रयुक्त हण्डी
दुदहा :: दूध क्रय-विक्रय करने वाला व्यक्ति
दुद्धा :: वह दाना, दिसमें दूध हो (अनाज का) अर्थात कच्चा
दुद्धी :: खरिया; एक बूटी, जिसमें दूध होता है और जो कई दवाओं में काम आती है; (स्त्री.) अंशहीन दूध
दुनवढ़ :: दुगुना
दुपल्ली :: टोपी का प्रकार विशेष
दुपहरिया :: दोपहर का भोजन; ऐसे भोजन का कच्चा सामान; दोपहर
दुबक्कड़ :: दुबे का घृणित रूप (कहा.) "दुबे दुबक्कड़ तीबे नवाब तिवारी हरजोतना चौबे चमार"
दुबचउर :: जहाँ दूब की हरियाली और भूमि चौरस हो; सुन्दर (स्थल)
दुबरई :: गरीबी, धनहीनता
दुबाढ़ा :: दुगना, अधिक
दुब्बक :: अड़चन
दुभुकु :: अभाव, कमी
दुमना :: जो (पशु) खड़े-खड़े हिलता हो ऐसे पशु कुलक्षणी माने जाते हैं
दुम्मा :: मोटी दुमवाली (भेंड़)
दुरपती :: द्रौपदी
दुरभाव :: अनबन, दिलमैली
दुरमुटु, दुरमुसु :: फर्श आदि बराबर करने का यंत्र
दुरित :: पाप
दुरुत्त :: ठीक-ठाक, दुरुस्त
दुरौंध :: दरवाजे की ऊपरी लकड़ी
दुर्गवाँछी :: बेचैन
दुर्रें :: बच्चों को सुलाने का शब्द; कुत्ते को हटाने का शब्द
दुलरी :: दो लड़ी वाला आभूषण
दुलरुआ :: दुलारा
दुलकी :: घोड़े की एक प्रसिद्ध चाल
दुलखबु :: किसी नाजायज़ कार्य की निन्दा करना
दुलाई :: हल्की रज़ाई
दुवासि :: द्वादसी
जुहाजू :: वह आदमी या औरत, जिसकी पत्नी या पति छूट गया हो या मृत्यु को प्राप्त हो गया हो
जुहाजू :: दोहजा
दूजि :: द्वितीया
दूबर :: दुर्बल, कम पैसे वाला
दूभर :: दुष्प्राप्य
दूरस :: उपजाऊ मिट्टी, दोमट
दूरसा :: सोना का वह दोष, जिसमें ताँबा और चाँदी दोनों मिले होते हैं
दूलम :: दुर्लभ; -दास-प्रसिद्ध संत
देखवार :: देखने वाला, वर देखने वाला
देखार :: स्पष्ट, दिखाई पड़ने वाला
देखुवा :: लड़के को देखने आये कन्या पक्ष के लोग
देनी :: आशीर्वाद या कृपास्वरूप प्राप्त वस्तु; देन
देवखरी :: देवताओं का समूह
देवाँर :: लकड़ी व फसलों में लगने वाला कीड़ा विशेष; दीमक
देवाई :: देने का ढंग,क्रिया; संस्कार विशेष
देवारी :: दीपावली
देवाल :: दीवार
देसउरी :: पान की एक उपजाति; देशी
देसनी :: देश का अज्ञात भाग
देसवरिया :: सफेद कुम्हड़ा
देसवरिया :: झरिकोलहा
दसाउर :: व्यापार का स्थान; बाहरी मंडी
देहंगर :: मोटे शरीर वाला
देहरी :: दरवाजे में नीचे लगी लकड़ी की चौखट
दोंदबु :: इन्कार करना (बात को) विरोध करना
दोख :: दोष, पाप
दोखी :: दोषी, दुर्गुणी, ऐबी (व्यक्ति)
दोगला :: पानी उलीचने में प्रयुक्त बाँस द्वारा निर्मित गहरा बर्तन, जिसमें दो लोग लगते हैं
दोगला :: नस्ल का कच्चा
दोगा :: रजाई का छपा हुआ कपड़ा
दोङ :: ब्याह के बाद की दूसरी विदाई, जो गौने के कुछ दिन पीछे होती है
दोचा :: हिसाब में कमी, नुकसान
दोपच :: अड़चन, दुविधा
दोब :: रोक, नियन्त्रण
दोबिया :: अन्न विशेष
दोसन :: द्वेष करने वाला, विरोधी
दोहजनु :: बालों को द्वितीय बार बनाने का संस्कार
दोहनी :: मिट्टी का बर्तन, जिसमें दूध दुहा जाता है
दोहरस :: उपजाऊ; दूरस
दोहरा :: गन्ने का रस उलीचने वाला बड़ा चम्मच
दोहरा :: दो पर्त का
दोहरि :: दुहरी चादर
दोहान :: जवान बैल
दौ :: धौं, अथवा
अबुझु :: चने का साग
अबेर-सबेर :: समय-कुसमय
अबेरि, अब्यार :: बिलंब
अभरनु :: आभरण, गहना
अभिरबु :: फँसना; झगड़ना
अभिलाख :: अभिलाषा; हार्दिक इच्छा
अभुवाबु :: जोर-जोर से चिल्लाना; जंभाई भरना
अभेर :: संघर्ष
अभोखन :: आभूषण, भोजन या पान का सामान (प्रायः देवी या देवता का)
अभउआ :: एक हरा कपड़ा, जो कच्चे आम के रंग का होता है
द्याँह :: देहँ, शरीर (अव्य.) वास्ते
दयावँ :: देव, पारिवारिक देवता
द्रयाँचलु :: दीवाल के सहारे, छत आदि डालने के लिए बनाई गयी पतली दीवाल
द्रयाँचलु :: दुवाँचरु
द्वांद :: सम्पत्ति, रकम
दवाम :: चाँदी आदि में कम कीमती दूसरी धातु का मिश्रित रूप
धंगरबु :: रौंदना
धंधरि :: लौ, ज्वाला
धंधाक :: दौड़कर; धंधाय
धँमबु :: चुमना, घुसना
धइना :: कारनामा, नियम, आदत
धइँतल, धइंताल :: लम्बी देह का एक खास किस्म का सुअर
धइँतल, धइंताल :: दुष्ट, नटखट
धउँस :: रौब, गर्वपूर्ण व्यवहार
धउँसा :: बड़ा, नगाड़ा
धकापेल :: बहुतायत से
धमरिन :: धोबिन (गीतों में); इसका पु. प्रयुक्त नहीं होता; डोमिन
धड़ल्लेति :: बिना किसी रुकावट के
धड़ांग :: पंक्ति, किनारा
धतूरा :: प्रभावशाली व्यक्ति
धधाबु :: प्रज्वलित होना; इच्छा करना !
धनइत :: धनवाला
धनउची :: आँगन में बना हुआ छोटा चबूतरा
धनकोदवा :: धान एवं कोदों मिला हुआ अन्न
धनखरा :: पत्नी के साथ आया हुआ पूर्व पति का (पुत्र); वह खेत, जिसमें धान की फसल ली गई हो
धनखरी :: घान का खेत; धनखर
धनगर :: धान उत्पन्न करने वाला (खेत) धनहा
धनघुट्ठी :: धान कटा हुआ खेत
धना :: प्रिया, वधू
धनिया :: युवा स्त्री, दुलहिन; मालवी में 'धनी' पति या मालिक के रूप में प्रयुक्त होता है; धान की उपजाति; मशाल
धनुही :: रूई धुनकने वाली मशीन; छोटा धनुष
धन्ना :: धरना; सेठ-धनाढ़य सेठ
धन्धि :: तीव्र इच्छा, उत्कटता (प्यास की)
धन्नि :: मोटी लकड़ी, जो कुएँ पर या दीवार पर रखी जाती है
धन्नि :: धन्य, प्रशंसनीय, आश्चर्यजनक
धन्नी :: छत पें पड़ने वाली मोटी लकड़ी
धन्नो :: प्रिया, वधू
धपइया :: कोस का आधा, एक मील की दूरी
धपाधप :: बहुत साफ, उज्ज्वल
धमधूसर :: अधिक मोटा
धमसा :: छोटी चेचक
धमारि :: भार (उपभोग सम्बन्धी)
धरउआ :: बिना ब्याह के ऐसी स्त्री का लाना, जिसका ब्याह पहले हुआ हो
धरगही :: पाटा चलाते समय माचि से बंधने वाली रस्सी, जिसको पकड़ कर खड़ा हुआ जाता है
धरबु :: रखना, रखदेना
धरम जुहया :: वह जुआँ, जिसमें तराठ के स्थान पर केवल फंदे लगे होते हैं
धरहारिया :: पकड़ने की कोशिश, बाध्य करने का प्रयत्न
धराउँ :: सुरक्षित (कपड़ा आदि) विशेष अवसरों पर पहनने के लिए रखा हुआ
धरिकार :: बाँस की टोकरी आदि बनाने वाला
धवरहरा :: टीला, ऊँची इमारत, मीनार
धांधबु :: भोजन आदि खाना
धाकडु, धाकर :: निकृष्ट ब्राह्मण
धाकडु, धाकर :: धनाढ्य, साहसी
धानि :: पुत्री या बहन की सम्पति
धरि :: देवी को चढ़ाई हुई वह पानी की धार, जिसमें लौंग, गु ड़ आदि डाला जाता है
धारौ-धार :: बेरोक-टोक (बह जाना, पतित होना); एकदम
धाह :: जलन; जलती हुई आग की दूर से लगती गर्मी
धिङरा :: सुस्त लुच्चा, जिसे कोई काम न हो
धिया-पूता :: बाल-बच्चे; धी (कन्या) पूत (पुत्र) स्त्रियों में प्रचलित सम-वयस्क को बहिनी-और छोटी को धिया
धीङ-धीङा :: अस्त-वयस्ता
धीरपूर :: शांत एवं धैर्यवान
धीरा :: धीरज, धैर्य
धीरा :: धीमा
धीवर :: कहार
धुच्चि :: हठ, व्यर्थ की जिद
धुनकबु :: रूई साफ करने की क्रिया, मारना
धुनकहा :: रूई धुनकने वाला व्यक्ति
धुनका :: धुआँ निकलने का एक छेद
धुनकी :: रूई धुनकने की मशीन; छोटी सी डेहरी
धुनि :: तर्ज, ढंग, ध्वनि
धुमिल :: मटमैला
धुर :: बैलगाड़ी की पहिया के अन्दर की छड़
धुरकिल्ला :: धुरी में लगने वाली लकड़ी या कील
धुरन, धूरन :: चारा आदि में लगाया गया आँटा
धुरा :: पुरहाईं कुआँ का वह ऊँचा स्थान, जहाँ तक बैल आते हैं; धुर
धुरिया धाम :: नाश की ओर धूल का घर
धुरु :: खेतों का किनारा
धुसरहा :: वह जानवर, जिसकी पूँछ के प्रारम्भिक भाग में नीचे की तरफ फोड़ा जैसा आकार बन जाता है
धुस्स :: ढेर (बालू का)
धूई :: धूनी
धूरा :: चिमटे के आकार की वह लकड़ी जो कुएँ पर गर्रा टांगने के लिए गाड़ी जाती है; ऊँचा जल मार्ग
धूरी :: सीमा
धूसर :: कालिमायुक्त या मटमैला
धेती :: नेती, मथानी की रस्सी
धेरिया :: पुत्री
धेलाय :: तीन सौ रुपये लेने के लिए
धोंधकी :: मिट्टी की छोटी डेहरी या अनाज रखने का पात्र
धोंधा :: मोटा एवं सुस्त
धोंधा :: लावा आदि के लडडू
धोंनाह :: बड़े और घने पौधों की आड़
धोई :: उड़द की धुली दाल, जो बड़ा पकौड़ा आदि बनाने के काम में आती है
धोकर कसा :: काल्पनिक व्यक्ति, जो अपनी धोकरी में बच्चों को भर के उठा ले जाता है
धोकरी :: बड़ी थैली
धोजा :: ध्वजा, पताका
धोबघटा :: वह घाट, जहाँ धोबी कपड़ा धोते हैं
धोबिया राग :: धोबियों में गाया जाने वाला गीत
धोवउवा :: कपड़े धोने की संख्या
नंगई :: निर्लज्जता एवं हठ; दबंगई
नंगबाँड़िया :: (बच्चा) जो अपनी बात पर मचला रहे; जिद्दी
नंगा :: बेशर्म एवं झगड़ालू; नग्न
अमचुर :: आम की सूखी खटाई
अमल :: समय; नशा (जो समय पर लगता है)
अमला :: कर्मचारीगण
अमलोनी :: एक खट्टा साग
अमवारी :: आम की बाग
अमानी :: निर्धारित पारिश्रमिक
अमानी :: मानरहित
अमाबु :: अंदर आ सकना (किसी वस्तु का)
अमावट :: पके आम के रस की पपड़ी जो धूप में सुखाकर बनती है
अमिया :: कच्चे आम का छोटा फल; अम्बिया
नंगिच्यउबु :: समीप पहुँचना
नंगीचे :: पास; समीप
नंदोलिया :: अधिक छोटी नांद
नंदवाला :: छोटी नांद
नँधाव :: नाली का वह चौड़ा व गहरा भाग, जहाँ पर बेड़ी चलायी जाती है
नइँयाँ, नायँ :: तरह, जैसा
नइचा :: हुक्के का नैचा
नइथुवा :: नया, युवा
नइनी :: मछली विशेष
नइहर :: (स्त्री के) पिता का घर या गाँव; (कहा.) "नइहरे मे चुनरी धुमिल भई"
नउआ झकोर :: नाइयों की लम्बी पंचायत
नउतई :: पूजा, दैव शक्ति द्वारा किसी के कष्ट दूर करने की क्रिया
नउतरा :: जूते की किस्म विशेष
नउतोरु :: नये सिरे से बनाया गया (खेत)
नउधा :: नई अवस्था के
नउबति :: बधाई, दशा
नउहड़िया :: व्यक्ति, जो अलग भोजन बनावे
नउहर :: नया
नकटी :: नाक की मैल
नकटी :: वह स्त्री जिसकी नाक कट गयी हो
नकदम :: परेशान, नाक में दम
नकद्दर :: खरांब, रद्दी
नकराई-सकराई :: हुण्डी के भुगतान में जो घट-बढ़ी लगती हो
नकारा :: अनुचित
नकिदरों :: परेशानी; कष्ट
नकुटा :: चप्पल में प्रयुक्त चमड़े की पतली पट्टी विशेष
नकुना :: नाक
नक्क :: अच्छी, उपजाऊ (भूमि)
नक्कटई :: बदनामी
नक्की :: युग्म रहित; समीचीन
नक्कू :: मुँह छिपाने वाला,
नक्कू :: नाक का मैल
नक्षत्तरु :: भाग्य
नक्षत्री :: भाग्यवान
नखत :: नक्षत्र
नखारु :: गाय भैंस आदि जानवरों की जाति या नस्ल
नगरा :: हल विशेष, जिसमें फार डण्डा जैसा लम्बा लगता है
नगवारा :: अप्रिय, बुरा
नगहाज्वारा :: वह लाख की चूड़ी, जिसमें नग जड़े होते हैं
नगारा :: नगाड़ा
नगिरही :: स्त्रियों का एक आभूषण जिसमें नौ दाने होते है
नग्घन :: किसी रोगी के मलमूत्र को लाँघने से लगा रोग
नचना :: बरात में मित्रों एवं नातेदारों द्वारा नाचने वाले को दिया गया रुपया
नजरा :: आगे के बड़े-बड़े बाल
नजीर :: दृष्टांत, मिसाल
नजोर :: कमजोर
नटई :: गला, गर्दन
नटई :: गटई
नटवा :: जाति विशेष, जो नेक प्रकार के कार्य, कलाएँ करके पेट चलाते हैं
नटारमु :: प्रारंभिक तैयारी; पूरा प्रबन्ध
नटिया :: छोटे आकार का बैल
नटुला :: नाटा व्यक्ति
नतअभेर :: रिश्तेदारी का सिलसिला
नतइती :: रिश्तेदारी, नातेदारी
नताइति :: नतइती
नतोह :: नाती की स्त्री
नथइला :: बैलगाड़ी का पुर्जा विशेष
नथिया :: नाक का आभूषण
नथुनी :: नाक में पहनने का स्वर्ण आभूषण
नदारति :: नष्ट, गायब
नद्धी :: ताँत, चमड़े की डोरी
ननियाउर :: नाना का घर, गाँव
नपाक :: अपवित्र
नपान :: प्रतीक्षा में, लालच में
नफगर :: नफा देने वाला
नफा :: लाभ; फायदा
नबूद :: नष्ट
नबेली :: नई, जवान (स्त्री) सुन्दर
नमोसी :: बदनामी
नयचा :: हुक्के की नली
नय्याब :: उम्दा
नरकुल :: जंगली पौधा, जिसकी लकड़ी से कलम, बाँसुरी बनती हैं
नरखराबु :: ऐंठ के साथ बोलना
नरगह :: दुःखमय स्थिति
नरदई :: नारद का काम
नरदवा :: जहाँ पर गन्दा पानी इकट्ठा होता है, नापदान
नरमा :: एक प्रकार की रूई और उसका पेड़
नरा :: तारो की बड़ी फुल्ली; पेट के भीतर नाभि के पास का भाग
नरिया :: नालीनुमा खपड़ा; नाली
नरी :: तागे की छोटी फुल्ली; गर्दन
नरुआ :: अनाज वाले पौधों का (पोला) डंठल; कोल्हू का वह छेद, जिससे तेल गिरता है
नरेही :: झुण्ड, समूह
नरोई :: घुटने के नीचे का सामने वाला भाग, जिसमें ऊपर हडडी होती है
नर्रा :: सिंचाई का एक प्रकार, जिसमें बिना कोहा कटाए पानी दिया जाता है; हरे प्याज की पौध
नर्राबु :: क्रुद्ध स्वर में बोलना
नलकी :: माला में प्रयुक्त प्लास्टिक की नली
नलुई भट्टी :: ठठेरों की भट्ठी
नल्ला :: हथेली एवं बाँह को जोड़ने वाला भाग
नवई :: नाईगीरी
नवगिरही :: हाथों में पहना जाने वाला गहना
नवतता :: दाहिनी ओर घूमने के लिए हलवाहे का बैलों को संकेत
नवधुआ :: नया (छोटा पेड़)
नवरिया :: नौका
नवलेवा :: वह स्थान, जहाँ पर नदियों द्वारा वर्षा में आकर नई मिट्टी जम जाती है
नवहरा :: तीन बीता लंबा बना हुआ नया हल
नवा :: नये अन्न का ग्रहण; संस्कार, गाँवों में यह दो बार रस्म मनाया जाता है
नवारा :: नाव पर चढ़कर खेला जाने वाला एक पुराना खेल (गीत) "सरजू में खेलत राम नवारा"
नसउरी :: नौ अंगुल की चौकोर ईंट
नसी :: फार
नसीर :: रेशम सरीखी नक्काशी दार (चूड़ी), जो सतह पर रंगीन होती है
अमिर्त :: अमृत
अमिर्ती :: जलेबी की तरह की प्रसिद्ध मिठाई
अमिला :: एक प्रकार की बुआई, जो धान के लिए आती है
अमिलाबु :: खट्टा हो जाना
अमिली :: इमली
अमेठियाँ :: जिस दिन बाजार न हो
अमोला :: आम का छोटा पौदा या पेड़
अम्बर :: सिल्लैट चूड़ी की आधी व गोलपन से युक्त (चूड़ी) । इसका प्रचलन अतिसाधारण स्त्रियों में ज्यादा होता है
अम्बर :: बादल
अम्बलबेलि :: लता विशेष, जिसको जमीन की आवश्यकता नहीं होती; अमरबेलि; परजीवी लता
नसुड्ढा :: अपशकुनी, जिसके देखने से अपशकुन हो
नसुहा :: चारा काटने की लकड़ी, जिसका आधा भाग भूमि में गड़ा हो
नासूर :: फोड़ा, जो शीघ्र अच्छा न हो
नह :: बैलों को बाएँ मोड़ने की बोली
नह :: नाखून
नह :: बैलगाड़ी के पहियों में प्रयुक्त भेलन
नहकै :: नाहक, व्यर्थ ही
नहखरबु :: बैलों आदि का क्रुद्ध मुद्रा में बोलना
नहखुरु :: नाखून काटने की क्रिया
नहट :: नष्ट
नहबु :: बैलों को माची में जोतना
नहन्नी :: नाखून काटने की चाकू विशेष
नहरनु :: नाखून काटने का औजार
नहरूम :: जिससे कुछ छीन लिया गया हो
नहवनिया :: स्नान के लिए जाने वाला यात्री
नहसुतु :: बीसों नाखूनों को धोने की क्रिया
नहसुति :: एक पेड़, जिसकी लकड़ी लाल होती है
नहाँ :: चबूतरा
नहान :: स्नान
नहारी :: नाश्ता
नहिया :: पैर की अंगुली का आभूषण
नांघबु :: लाँघना
नांघबु :: गाय आदि मादा जानवरों का गर्भस्थ होना
नांदा :: मिट्टी के बर्तन थपथपाने में प्रयुक्त अडडा; बड़ी नोद कूंड़ा
नाकदरि, नाकदरी :: बेङ़ज्जती
नाका :: गली, मुहल्ले का प्रवेश द्वार; सूई का छेद; चप्पल की वह पट्टी, जो अंगूठे व उंगली के बीच होती है
नाकि :: नाक; पानी मे रहने वाला भैंस की भाति का एक बड़ा जानवर
नाकिस :: दुष्ट, क्रृर स्वभाव का
नाकेदार :: कर्मचारी जो नाके का नियंत्रण करता है
नाखुरु :: नाखून काटने की क्रिया
नाखूनी :: पोशाक में लगी नीचे की मोड़; नाखून में प्रयुक्त रंग
नाखूनी :: दावनि
नागा :: अनुपस्थिति
नागा :: अनुचित
नागा :: साधुओं का पंथ या उपजाति
नाजु :: अनाज
नाजो :: (गीतों में) नाज़ करने वाली सुंदरी; नायिका
नाटा :: छोटे आकार का बछड़ा
नाटा :: नाटे कद का; (कहा.) "नाटा खोटा बेंचकर बैल धुरंधर लेहु"
नात :: रिश्तेदार
नाथ :: बैल आदि के नथुने में लगी या पड़ी हुई रस्सी
नाथ :: स्वामी; (कहा.) "आगे नाथ न पीछे पगहा"
नाधबु :: बैलों को माचि में मचियाना; बनाना, बाँधना
नाधबु :: चल देना, बकना
नाधा :: चमड़े की पट्टी, जो हल आदि बाँधने के काम आती है
नाधु :: नाली का वह चौड़ा व गहरा भाग, जहों बेंड़ी से पानी उलीचा जाता है
नान्ह :: छोटा-सा
नापास :: अस्वीकृत
नाबदि :: न होने की स्थिति, अस्वीकृति
नामी :: नाम वाला, प्रसिद्ध
नार :: हथकरघे का वह अंग, जिस पर तागे की फुल्ली चढ़ाई जाती है; सल-असली, शुद्ध सोना; बड़ा नाला
नारा :: पैजामा आदि में डालने का फीता
नारी :: नाड़ी; नाली; स्त्री; तालाब में होने वाली लता विशेष
नारु :: ऊबड़-खाबड़ ज़मीन, चौड़ा नाला; बोझ
नारु-रखबु :: हल का भार एक बैल पर रखना;
नारु-छीनबु :: नवजात शिशु की नाल काटना
नावँ :: नाम, यश; (कहा.) "मर्द मरै नाबँ क निमर्द मरै पेट क"
नास, नासी :: हल के फार में लगी लकड़ी
नासा :: मुख्य रास्ता या द्वार, मेंड़ आदि का वह भाग, जहाँ से रास्ता निकला हो, नाका;
बंदी :: नाकाबंदी
नासि :: नाक में घी आदि डालने की क्रिया
नासि :: नष्ट
नाह :: बैलगाड़ी के पहिये के बीच वाली मोटी लकड़ी (नाभि)
निगरबु :: फसल में बाल या फल निकलना
निंगाली :: सुनारों के यहाँ प्रयुक्त वह नली, जिससे आग पूँकी जाती है; हुक्के की नली
निंगुड़ही :: चाँदी से निर्मित स्त्रियों का कलाई में पहना जाने वाला आभूषण
निंदीपारा :: काँच की गोली द्वारा खेला जाने वाला बच्चों का खेल विशेष
निंधरक :: निर्भय
निंबउरी, निंबकउरी :: नीम का फल
निउ :: नींव
निउनी :: निपुण
निकउबु :: फसलों से खर निकालना; सन की डंठल से अलग करना
निकवाह :: निराई करने वाले लोग
निकसता :: तोड़ा की जगह काम आने वाली लकड़ी
निकसबु, निखरबु :: निकलना
निकाई :: अच्छाई
निकार :: चेचक; निकलने का ढंग
निकासी :: बिक्री, निष्कासन
निकासु :: निर्गत द्वार, मुख्य द्वार
निक्खा :: निरा, विशुद्ध
निखंड :: अटूट; अबाधित
निखद्द :: निकृष्ट, खराब
निखार :: सफाई, चमक
निखालिस :: विशुद्ध, निरा, मात्र
निखोनना :: हरे जौं का एक चबेना
निगरदान :: मैदान
निगुही :: सुरूहटी, छोटा चींटा
निगोड़ा :: जिसके संतान न हो
निचाट :: सुनसान, निर्जन; बहुत तेज
निचोर :: संक्षेप, असली रहस्य
निछान :: केवल, जिसमें कुछच और न मिला हो
निछावरि :: न्योछावर में डाली जाने वाली मुद्रा या अनाज
निठाह :: जब कोई फसल आदि तैयार न हो
निथरबु :: साफ हो जाना (पानी आदि द्रव का)
निदरबु :: निरादर करना
निधरक :: बेफिक्र
निनउरु :: ननिहाल
निनार :: अलग; स्पष्ट
निन्ने :: निहार; बिना खाये-पिये की अवस्था
निपंजा :: बीड़र (कपड़ा)
अयना :: मुँह देखने का शीशा
अयरन :: कान में पहनने की बाली
अयलाहिन :: मुँह के स्वाद को खराब करने वाला
अयस :: मजा, आनन्द
अरंबु :: ढेर
अरइहा :: ऊँची भूमि वाला
अरई :: बैलों को तेज दौड़ने के लिए चुभोई जाने वाली नुकीली लौह यंत्र; चोक्का कोदई
अरई :: जो उबली न हो
अरगड़ा :: सुनारों के यहाँ प्रयुक्त खाँचेदार लम्बी बल्ली; खटखटा
अरगण्डी :: आधुनिक सूती साड़ी
निपट :: एकदम, बिल्कुल
निपटबु :: सम्पन्न होना, पूरा होना लड़ाई आदि से निवृत्त होना; फली लगना; मेल मिलाप से रहना
निपातबु :: मारना
निपुचि :: सिमटकर; मन को संकुचित कर
निपोची :: कमी, कंजूसी
निपोर :: कुछ नहीं, शून्य
निबहबु :: निबटना, मेल खाना, पटना, निर्वाह होना
निबहुर :: एक काल्पनिक स्थान, जहाँ जाकर कोई लौट न सके
निबाहु :: निर्वाह
निबुकबु :: निवृत्त होना
निमउनी :: ईख कटने का पहला दिन
निमकउरी :: देखिए 'निबौरी'
निमकी :: नींबू का अचार
निमन :: निम्न, नीच
निम्मन :: मजबूत
नियाई :: आग रखने के लिए मिट्टी का बर्तन
नियाई :: अऊँधी
नियादि :: समय-सीमा
नियारिया :: जाति विशेष, जो सुनारों के यहाँ निर्गत राख से चाँदी आदि निकालने का काम करते हैं
नियावँ :: न्याय
निरकेवल :: साफ (आकाश, जल आदि)
निरगह :: बिल्कुल, अमिश्रित
निरघिति :: दुःखपूर्ण स्थिति
निरजूँ :: कमजोर; जिसमें जान न हो
निरझल :: मात्र, केवल; निरा
निरतउबु :: ध्यान पूर्वक देखना
निरहा :: अकेला; रहित, इच्छुक
निराल :: बिल्कुल, बहुत से, एकदम़
निर्क :: एक प्रकार का गन्ना
निर्छल :: निश्छल
निर्जल :: जिस (व्रत) में जल भी न ग्रहण किया जाये
निर्नय :: निर्णय
निवाला :: कौर, ग्रास
निसतार :: निर्वाह
निसबत :: सम्बन्ध, तुलना; मंगनी
निसरबु :: निकलना
निसाँसन :: निश्चिर (रावण)
निसान :: चिह्न, झण्डा
निसुकबु :: सिसकी भरना
निसुग्गा :: बात न सुनने वाला; कहे हुए कार्य पर अमल न करने वाला
निसोब :: शुद्ध
निहचिन्त :: निश्चिन्त
निहठा :: वह लकड़ी, जिस पर रखकर बढ़ई कोई चीज गढ़ते हैं
निहतूक :: पक्का, ठीक, निश्चित, एक
निहल :: कमजोर, छोटा (ऊँचाई में)
निहाइति :: एकदम, बिल्कुल
नीहाई :: लुहारों आदि की लोहे की अड्डी
निहार :: ओस, कुहरा
निहार :: प्रातः काल बिना कुछ खाये-पिये की अवस्था
निहाल :: प्रसन्न
निहुरबु :: झुकना (कमर के बल)
निहोर :: कृतज्ञता, एहसान (उदा.) "जो कबिरा कासी मरै रामहि कौन निहोर"
नींबर :: कमजोर, निर्बल
नोंबि :: नीम का वृक्ष
नीक :: अच्छा, सुन्दर; स्वस्थ
नीकसूक :: बिना किसी के कहे, बिना आपत्ति के
नीमा :: पैजामा, जो जामा के साथ पहना जाता है
नीवाँ :: कड़ी (धूप), हवा रहित (धूप)
नीहल :: नीची जमीन, खलार
नुइयाँ :: छोटी डलिया
नुनचा :: सिर्फनमक डाला आम का अचार
नुकुस :: ऐब, दुगुर्ण; खराबी
नूकी :: पताम साफ करने में प्रयुक्त (रंदा विशेष)
नूकी :: कचकटी (रंदा)
नूनी :: लिंग
नें :: नींव
नेइया :: मिट्टी की अंगीठी
नेउजु :: भोजन; नउजु
नेउहारु :: उपकार, निहोरा
नेटा-पोटा :: शरीर की गंदगी
नेति :: नीयत, इरादा, इच्छा
नेतु :: छेद, (हल आदि का)
नेनू, नैन :: कच्चा घी
नेबुला :: नींबू
नेरन :: निकाला हुआ सेम का रेशा
नेरुवा :: कोल्हू से तेल निकलने की नाली
नेरे :: निकट
नेवार :: कुएँ की जोड़ाई के समय सबसे नीचे का घेरा, जो काठ ईंट आदि का होता है; बैल आदि के पिछले सुमों का आप में टकराने की क्रिया; मूली की किस्म विशेष; पलंग बुनने में प्रयुक्त सूत की पट्टी
नेवारी :: फूल विशेष
नेवासा :: दौहित्र का अधिकार;ऐसे अधिकार से प्राप्त धन भूमि आदि
नेहसुति :: एक पेड़, जिसकी डाल रोपी जाती है और उसकी लकड़ी पीली होती है
नेहा :: ध्यान, हठ
नोख :: अनोखा
नोनु :: नमक
नोहर :: अप्राप्य, दुष्टप्राप्य
नौमनियाँ :: हलवाहे का अगौढ़ी, हलवाही लेकर नियमबद्ध होने की क्रिया
नौमनियाँ :: नौ मन की
नौहड़िया :: वह व्यक्ति जो भोजन अलग बनावे
न्याफा :: पैजामा आदि में नारा डालने में प्रयुक्त मोड़
न्यामति :: अत्यन्त पसंद की वस्तु, अत्यन्त स्वादिष्ट
न्वावा :: दुहने के समय गाय के पैरों में सांदने में प्रयुक्त रस्सी
पंखुरी :: फूलों की पंखुड़ी; गेहूँ के ऊपर का आवरण
पंगति, पंघति :: भोजन करने वाले व्यक्तियों की पंक्ति, कतार
पंगुला :: पंगुल व्यक्ति
पंघति :: पंगति
पंचइती :: पंचायत की ओर से, सार्वजनिक
पँचरोजा :: वे दिन या समय, जिसमें आम अधिक पकते हैं
पँचवासी :: हल का एक छोटा पुर्जा
पंचा :: अंगौछा से बड़ा और धोती का आधा अधोवस्त्र
पंचाइति :: बैठक, श्राद्ध संस्कार
अरगनी :: कपड़ा टाँगने की लकड़ी या रस्सी
अरगनु-परगनु :: सारा पड़ोस
अरगला :: जंजीर (जानवरों आदि के बाँधने में प्रयुक्त); हठ; मचल पड़ने की स्थिति
अरधा :: लकड़ी का पात्र, जिसमें शिव शालग्राम आदि की मूर्ति पर चढ़ाया हुआ जल गिरता है
अरछा :: साफ
अरजाल :: बोझ; उत्तरदायित्व; व्यर्थ की बदनामी
अरजूमाल :: कठिनता से संभालने वाला (व्यक्ति)
अरझबु :: झगड़ना; फँसना
अरझट्टा :: अड़चन, बाधा; झटका
अरतें-विरतें :: अवसर पड़ने पर
अँचेल्याबु :: खाने के बाद हाथ-मुँह धोना
अंछर :: अच्छर, अक्षर
अंजहा :: अनाज या गल्ले का (बाजार)
अंजुरी :: खलियान में पुण्यार्थ निकाला गया अन्न
अंजोर :: उजाला, चाँदनी; कबीर-यहीं अंजरोरें बिछाय लेव՚
अँटउबु :: वितरण पूर्ण करना, पहुँचाना; अँटइबु
अंटसंट :: ऊटपटांग, बेसिर-पैर की बात
अंटिया :: छोटा मचान
अंटी :: पास में पैसे रखने की थैली
अँठिलाबु :: इठलाना; ठठोली करना
पंचुरवा :: प्रसूता को दिया जाने वाला मेवा आदि से मिश्रित पेय पदार्थ
पंचूर :: पहिए के पुट्ठों को जोड़ने वाले खाँचे
पंछा :: किसी अंग से बहने वाला पानी; चेहरा
पंछोप :: पानी का किनारा
पंजियउबु :: समझना, परखना
पंजीला :: अधिक चौड़ा
पँड़लू :: भैंस का नर बच्चा
पंडोह :: नाबदान
पँवरि :: द्वार की देहरी
पँवारी :: लोहारों का एक औजार; जिससे लोहे में छेद करते हैं
पइँजनी :: बैलगड़ी में पहियों को रोकने हेतु प्रयुक्त पटरा विशेष
पइँता :: पेड़ से निकला हुआ नया कल्ला
पइँती :: पवित्र, जो अनेक संस्कारों में उंगली में पहनी जाती है
पइआ :: अत्यन्त मरा हुआ दाना
पइजा :: पल्लों को दरवाजे में बाँधने में प्रयुक्त लोहे के छल्ले विशेष
पइठबु :: प्रविष्ट होने, घुसना
पइढ़ी :: पुरहाई कुएँ का वह स्थान, जहाँ तक बैल रस्सा खींचते हुए जाते हैं
पइना :: बैलो को हाँकने में प्रयुक्त डंडी
पइरी :: लाँक के बोझ खोलकर माड़ने हेतु निर्मित गोलाकार ढेर
पइली :: जोतते समय हराई में बचा थोड़ा अंश; कटोरा; डलिया
पइहाँ :: पर
पउड़बु :: तैरना; इधर-उधर भटकते रहना
पउड़ा :: एक प्रकार का गन्ना
पउनहरि :: रोटी पोने (बनाने) वाली
पउनहा, पउथहाँ :: वह खेत, जो भाइयों को बँटवारे हेतु प्रत्येक वर्ष बारी-बारी से मिले
पउनारि :: कमल का पेड़, उसकी जड़ एवं शाखा, जिसका साग बनता है
पउरी :: देहरी; सीढ़ी के डण्डे
पउनी :: सेवक, जैसे-बढ़ई, लुहार आदि
पउरुख :: पौरुष, बल
पउला :: खड़ाऊँ विशेष, जिसमें खूँटी के स्थान पर रस्सी लगती है
पउली :: एँड़ी
पउहटु :: पड़ोस, जवार
पकना :: महुए का पका फल
पकसाइब :: (फल को) कच्चा तोड़कर पकाना
पकिया :: कीचड़
पकुसबु :: पकना
पकेठ :: अनुभवी एवं चालाक
पक्कन :: पकाने वाला (मौसम)
पक्खा :: कमरों में चौड़ाई की दीवार
पख :: कमी, दुगुर्ण, अंग
पखउरा :: कंधा
पखना :: पंख
पखवाज :: एक बाजा
पखियाबु :: मचलना
पखुरा :: बाँह और कंधे का जोड़
पखेउ :: भैंस को खिलाया जाने वाला बाजरे का भात
पखेरू :: पक्षी
पग :: पाग, पगड़ी
पग :: पैर
पगडंडी :: पैदल का सँकरा रास्ता
पगरइतिनि :: वर-वधू की माँ
पगही :: बैल आदि बांधने की रस्सी
पग्घा :: सुनारों के यहाँ प्रुयुक्त वह बड़ा पात्र, जिसमें गली हुई चांदी जमाई जाती है
पचउखा :: पाँच ईखों का प्रसाद, जो बसियार में प्रयुक्त हिस्सेदार को दिया जाता है
पचकबु :: बर्तनों का भाग दब जाना; पिछड़ना
पचकल्यानी :: इधर-उधर का; साधारण, यह शब्द भी गुरु की भाँति बुरे अर्थ में आने लगा है
पचखा :: पंचक, पंचक प्रत्येक मास के अंतिम पाँच दिनों में प्रवृत्त माना जाता है, जो शुभ कर्म हेतु वर्जित है यहाँ तक कि मृत व्यक्ति का दाह-संस्कार भी स्थगित रहता है
पचड़ा :: बखेड़ा, झंझट
पचारा :: देवी को प्रसन्न करने हेतु गीत, जो ओझाई एवं डिहबन्हई में गाया जाता है
पचहँड़ि :: बटुआ, हण्डी विशेष
पचांगुरु :: भूसा आदि समेटने में प्रयुक्त उंगलीदार यन्त्र
पचाक :: लोहे की नुकीली छड़
पचाढ़ी :: जोठे में लगी छोटी लकड़ी
पचेढ़ी :: गन्ने के पेड़ से निकली ईख, जो चूसने योग्य नहीं होती
पच्चड़ :: किसी भारी वस्तु को रोकने के लिए ठोंका हुआ लकड़ी का टुकड़ा
पच्छाँह :: पश्चिमी क्षेत्र
पच्छा :: वह रस्सी, जो बैलगाड़ी में पीछे पीछे लगती है
पछरबु :: पीछे हटना; पीछे रह जाना
पछीता :: मकान में पीछे की कोठरी
पछुवहाँ :: पश्चिम का (रहने वाला)
पछुवा :: जूते में लंगोटे की तरह लगने वाली बाहर की पट्टी
पछेड़ :: पीछे पड़ने की क्रिया या आदत
पछेलवा :: हाथ के ऊपरी हिस्से में पहनने का गहना
पछोतरी, पछाँछी :: हल का एक छोटा पुर्जा
पछ्वारबु :: सूप से अनाज साफ करना
पजरीं :: बगल में सट कर बैठना
पजावा :: छोटा भट्ठा
पटइन :: पटवा की स्त्री
पटइला :: पटरा
पटऊ :: कपड़े का थान, जो कुल देवता को चढ़ाया जाता है
पटकनु :: डंडा
पटकोई :: छोटे दाने वाली मटर
पटपरी :: दाना पड़ने से पूर्व की फली
पटरी :: पैर की उंगलियों में पहना जाने वाला एक आभूषण
पटहार :: सूत का काम करने वाला व्यक्ति
पटाव :: दरवाजे पर लिंटर स्वरूप रखा पटरा, भरान
पटियइती :: बराबरी, प्रतिस्पर्धा
पटिया :: हल में हरीस को कसने के लिए लगाई गयी लकड़ी; सँकरा व लंबा खेत; पट्टी
पटीलबु :: ले लेना, धूर्तता से प्राप्त कर लेना
पटुवा :: कमर में बांधने वाला कपड़ा
पटुली :: बैठने का छोटा पाटा
पटुहा :: माला बनाने व बेचने वाला व्यक्ति
पटेहरु :: वह मोटी लकड़ी, जो कुएँ आदि पर पैर टिकाने हेतु रखी जाती है
पटोहा :: खेत की मिट्टी समतल करने का एक यंत्र
पटौधन :: पट या अदा होने का हिसाब
पट्टदि :: अविलम्ब
पट्ट :: ठंडा, हलका, शांत
पट्टा :: लाख की चूड़ी का कंगन; बैलगाड़ी से बैलों को जोतने में प्रयुक्त पट्टी; किनारा
पट्टी :: बाजू का गहना विशेष
पट्टे :: तोता
अरथी :: शव को उठाने में प्रयुक्त सींढी, टिकथी
अरदा देबु :: अनुकूल रहना, नियन्त्रण में रहना, सफल हो पाना
अरदावनि :: चारपाई के पैंताने लगने वाली रस्सी
अरधेल :: जिसके पिता या माता असली न हों
अरबरु :: शीघ्रता
अरबा :: विशेषता
अरवी :: सब्जी विशेष
अरवी :: घुइयाँ
अरसा :: समय
अरसी :: फूल विशेष; तिलहनी अनाज
पट्ठा :: खूब ह्रष्ट पुष्ट व्यक्ति
पठिया :: गर्भाधान के योग्य बकरी
पड़रू, पड़वा :: भैंस का बच्चा
पड़ियाबु :: गाभिन होना
पड़ेल :: गर्भाधान याग्य पड़िया
पढ़ :: परत; पररी
पढ़िया :: किनारी
पढ़ेला :: सुनारों के यहाँ प्रयुक्त यंत्र विशेष
पढ्यालबु :: भेजना
पढ्वारा :: विवाह आदि में भोजन पर प्रचलित चने की दाल
पतकउरा :: बड़ी पतकी
पतकी :: छोटी हँड़िया
पतर-पुक्का :: दुबला-पतला
पतरवार :: पतला-पतला
पतरी :: पत्तों के पत्तल
पतरी :: पतली
पताई :: पत्तियों का ढेर
पताम :: फ़र्नीचर में बनी नाली
पतिंगवा :: पतिंगा नामक उड़ने वाला कीड़ा
पतिकै :: इच्छा भरके
पतिनास :: अपकीर्ति, बदनामी
पतियाबु :: विश्वास होना
पतिहा :: पंक्ति वाला, श्रेष्ठ ब्राह्मण जिन्हें अवध में पंक्ति पावन कहते हैं
पतीर :: पंक्ति
पतीर :: पत्ते जैसा
पतुरपनु :: वेश्यापन
पतुरा :: फावड़े में प्रयुक्त लोहे का पत्ता
पतुरी :: हल के मुँह पर लगने वाली चद्दर (लोहे की)
पतोई :: गन्ने के खौलते हुए रस में उतराया हुआ अंश
पत्तुरु :: चाँदी आदि धातु का पत्ता
पत्यालबु :: भुट्टे आदि काटना
पत्वाह :: पतोहू, बहू
पथरा :: मसाला आदि पीसने का पत्थर
पदगउंज :: पाजामे का हास्यास्पद नाम
पदरउकबु :: दौड़-धूप करना, परेशान होना
पदाति :: पैदल
पदानि :: परेशानी
पदारथि :: पदार्थ
पदिक :: हार के बीच में प्रयुक्त चौकी
पनु :: जीवन का एक भाग
पनव :: पणव, छोटा ढोल
पनवट :: पानी ले जाने की नाली
पनवारी :: बारात पहुँचने पर नाई द्वारा लाया जाने वाला सामान
पनस :: कटहल
पनही :: देशी जूती
पनारा :: पनाला
पनिगऱ :: पानी वाला; शानदार
पनियाबु :: सब्जी आदि में पानी जैसा असर महसूस होना; नाली से खेत तक पानी पहुँचना
पनियावनि :: सिंचाई साधन से लेकर खेत तक पानी पहुँचने की प्रक्रिया या नाली में लगने या रुकने वाला पानी
पनिहल :: पानी से युक्त
पनुआ :: पानी मिला हुआ गन्ने का रस
पनेठि :: बैलों को हाँकने की डंडी
पनेहथी :: मोटी रोटी, जिसे पानी लगा-लगाकर हाथ से ही बनाते हैं
पन्हाबु :: दूध देने के लिए तत्पर होना, थन सहलाकर दूध उतारना
पपटा :: छीमी, जिसका दाना मजबूत न हो; पोपरा
पपरी :: खौलते हुए गन्ने के रस में निकलने वाला पपराया हुआ अंश
पपिहरा :: आम के गुठली से उगाया गया पौधा; पपीहा चिड़िया
पय :: अनैतिकता का आरोप
पयजनियाँ :: बच्चों के पैरों का धुंघरूयुक्त गहना
पयट :: पक्ष, बात
पयठारी :: प्रवेश, स्थान
पयना :: पनेठि
पयमाल :: थका हुआ, गिरा, निर्बल
पयरोकार :: प्रतिनिधि (कचहरी में), कार्यकर्ता
पयल :: पायल
पयलउँठी :: पहली (संतान)
पयसरमु :: परिश्रम, कष्ट
पयसुनी :: पयस्विनी, नदी
पयान :: विदाई, रवानगी
पयार :: पैरा (बिना अन्न का पौधा)
परई :: मिट्टी की छोटी तश्तरी
परकबु :: चाट लगना
परकार :: व्यंजन, भोजन; यंत्र विशेष
परकोसा :: खलियान की भूमि का बटोरा हुआ भूसा, पुआल आदि का मिश्रित भाग
परग :: कदम, पग
परगहनी :: गली हुई चाँदी जमाने में प्रयुक्त नालीदार बर्तन
परचउबु :: सुलगाना
परचबु :: सुलगना
परचनी :: गुड़ निर्माण सम्बन्धी उपकरण
परचि :: पतला टुकड़ा
परचौ :: परिचय; विश्वास
परछती :: छप्पर पर अलग से रखी गयी फूस की पट्टी
परछबु :: आरती उतारना
परछा :: मिट्टी का बर्तन
परजलित :: स्पष्ट, ज्ञात
परतल :: मौका, अवसर
परतला :: मक्का के भुट्टे का ऊपरी आवरण
परता :: सन्तुष्टि, उचित दाम
परतारबु :: बराबर करना, बराबर बाँटना
परती :: गैर जोती-बोई जाने वाली (भूमि)
परती लगउबु :: अनाज साफ करने के लिए चादर द्वारा हवा चलाना
परते :: औसत
परदनी :: धोती (पुरुष की)
परदोस :: द्वादशी का व्रत
परधान :: ईमानदार, सच्चरित्र; मुख्य
परन :: प्रण
पर्रान :: ढेर, अधिक संख्या
परपाजा :: परदादा, दादा के पिता
परबतिया :: लाल मिर्च की किस्म विशेष
परबस्ती :: पालन, परवरिश
अरसील :: आलसी
अरसेट :: बाधा
अरहनु :: तरकारी पकाते समय उसमें मिलाया गया आटा या बेसन
अरायज नवीस :: कचहरी का वह व्यक्ति, जो प्रार्थना पत्र लिखा करता है
अरार :: मिट्टी या पत्थर के बड़े-बड़े टुकड़े, जो नदी के किनारे या पहाड़ में से फटकर गिरते हैं
अरियउबु :: किसी नाम का उपेक्षात्मक उच्चारण करना
अरुआ :: अरुई या घुइयाँ का बड़ा रूप, जिसे बण्डा भी कहते हैं
अरुआरबु :: प्रारम्भ करना
अरुग्ग :: आरोग्य, स्वस्थ, रोगरहित
अरुई :: घुइयाँ
परबी :: पर्व
परबु :: फलीभूत होना; शक्ल या नस्ल का होना; पड़ना
परबु :: पर्व
परभाती :: प्रातः काल का गीत
परभातु :: प्रातः काल
परमान :: अंदाजा, आदर्श
परवरदिगार :: ईश्वर, अल्लाह
परवरधारा :: लाश को नदी आदि में बहाने की प्रक्रिया
परवाना :: आज्ञा-पत्र
परसहिजे :: खुलेआम
परसारबु :: बोने के पहले खेतों में पानी दौड़ाना; पलेवा करना
परसेंट :: फावड़े के नीचें का जुड़ा हुआ भाग
परस्वारथु :: पुरुषार्थ, परोपकार
परहबु :: बुआई से पूर्व खेत में पानी लगाना; छपाना
परहाल :: हिम्मत, शक्ति
परात :: बड़ी थाल
परार, परावा :: दूसरे का, पराया
परास :: फूल विशेष
परिपाटी :: रीति, प्रथा
परिया :: मिट्टी का छोटा बर्तन
परियादी :: चमड़े का चार परतों वाला झोला
परिवा, परेवा :: प्रतिपदा, मासिक पक्षों की प्रथम तिथि
परिहत या परिहथ :: मुठिया का निचला टेढ़ा भाग
परिहाँ :: पर
परिहारी :: हल से संलग्न निचला टेढ़ा भाग
परी :: तेल आदि मापने का अत्यन्त लघु प्रात्र; अप्सरा
परुई :: भड़भूजे की अनाज भूनने की नांद
परटे :: बड़ा मैदान; ड्रिल
परेटी :: जूते की किस्म विशेष, जिसकी पूरी नोंक पतली होती है
परेवा :: प्रतिपदा, चिड़िया विशेष
परोहनु :: पालतू पशु
परौं :: परसों
परौता :: कृत्रिम तरीके से वायु को चलाने की चद्दर
पलई :: शाखा या डाल का सिरा
पलका :: पलंग
पलरा :: तराजू में प्रयुक्त डलिया
पलस्तरु :: रंदे में लगा हुआ लौह अवयव; दीवाल में किया गया सीमेंट आदि का लेप
पलहरी :: काठी के ऊपर बोरों को कसने में प्रयुक्त रस्सी
पलाल :: कामचोर
पलिन्दा :: पताम साफ करने का रंदा
पलिहर :: वह खेत आदि, जो बोया-जोता न जाता हो
पलिहर :: परती
पल्याथनु :: रोटी बदाते समय सहायक सूखा आँटा; अपयश
पल्लरु :: प्रलय
पल्ला :: किवाड़; दूरी; कोंछ या आँचल
पल्ली :: जूट की चादर
पल्लें :: अधिकार में
पल्ले :: समझ, दिमाग़
पल्लौ :: बड़ी चादर, नये पत्ते
पवँरि :: देहरी, चौखटि
पवई :: मिट्टी का बर्तन विशेष
पवपूजी :: पैर पूजने के साथ दिया गया द्रव्य, ब्याह का एक अंग या संस्कार
पवबारा :: सुन्दर अवसर
पवहारी :: केवल दूध पीने वाला (साधू)
पवाई :: जुता या खड़ाऊँ
पवित्री :: घी (साधुओं की बोली में) पइँती
पसंघा :: तराजू में एक तरफ लटक होने वाला भार
पसगइयत :: एकान्तता
पसम :: बाल, गुप्तांग के बाल
पसरबु :: फैलना, लेटना, गिरना
पसर :: फैली हुई हथेली (में जितना आ सके)
पसावन :: चावल का माड़
पसीजबु :: द्रवित होना; चूल्हे पर चढ़ी बटुई आदि में हल्का पसीना जैसा पानी छूटना
पसुरी :: पसली (हड्डी विशेष)
पसेव :: पसीना
पस्ट, पस्त, पहट :: गिरा हुआ (मकान)
पस्मीना :: कश्मीरी बकरियों के मुलायम बालों का बना हुआ ऊनी वस्त्र
पहँटवारी :: बीड़र उगी हुई अरहर
पहट्यउबु :: जुताई के पहले गीले खेत को पाटा से बराबर करना
पहनबु :: प्रविष्ट करना, बन्द करना, पहनना
पहरूआ :: मूसल
पहलु :: रूई का छोटा ढेर
पहसुल :: थकावट मुक्त (अंग)
पहाट :: चौड़ाई (नदी की); (सम्बो.) पाटा चलाते समय बैलों से बोला जाने वाला शब्द
पहिती :: पकी दाल
पहिलउठा :: प्रथम बार के गर्भ से जन्मा
पही :: गेहूँ की फसल का ढेर
पहुँचा :: कलाई
पहुँचारी :: भुजा का आभूषण विशेष
पहुँची :: पहुँचारी
पहुँटिया :: फली
पहुना :: मेहमान
पहुना :: पाहुन
पाँखी :: बरसात के दिनों में दीपक आदि को देखकर आने वाले कीड़े पतिंगा, पक्षी
पाँचड़ा :: पहियो के आरों को कसने हेतु ठोंके गये लकड़ी के टुकड़े
पाँचा :: अनाज या भूसा समेटने के लिए पाँच अंगुलियों वाला लकड़ी का यन्त्र
पांजर :: हडिड्यों का ढाँचा, पंजर
पाँड़ा :: भैस का नर बच्चा
पाँति :: पंक्ति; सरवार के सर्वश्रेष्ठ ब्राहमणों की श्रेणी, जिन्हे पाँतहा एवं पंक्तिवान भी कहते हैं
पाँढ़े-पाँढ़े :: जानवरों को पानी पीने के लोए संकेतक आवाज
पाँपा :: गेहूँ में लगने वाला कीटाणु
पाँवटी :: पैर का मांसल भाग
पाँवड़ी :: हथकरघे का अंग विशेष, जिस पर पैर रखकर चलाया जाता है
पाँवरी :: जूती
पाँसि :: खाद
पाई :: सुनारों में प्रचलित चवत्री का गुप्त नाम; एक पैसा
पाकु :: पवित्र
पाख :: पक्ष
पाखरी :: गाड़ी में सामान भरने के लिए टाट आदि का बना पल्लौ
पाग, पागी :: पगड़ी
अरुई :: अरवी
अरुठ :: अरुचिकर, सूना
अर्चावन :: अदवान, रस्सी विशेष
अर्जु :: कपड़े की चौड़ाई, पनहा
अर्रहा :: झगड़ा, झंझट; अरहर
अर्रही :: अरहर
अर्रहैंट :: जिस (खेत में) अरहर बोई गई हो
अर् वारबु :: छोटी चीजों में से बड़ी चीजों को अलग करना
अलई-पलवा :: इधर-उधर की बाते, असंबंध
अलकापा :: काले रंग का कपड़ा
पागि, पागु :: मिठाई की चाशनी
पागुर :: जुगाली, चाप
पाचंड़ा :: बैलगाड़ी का पुर्जा विशेष
पाचरि :: गन्ने के कोल्हू का एक भाग, जिसे ठोंककर कोल्हू कसा जता है
पाचाल :: वह गढ़ा, जिसमें जुलाहे कपड़ा बुनते समय पाँव लटकाते है
पाटि :: हल में हरीस को कसने के लिए लगी हुई लकड़ी; ढेकी में प्रयुक्त बल्ली; हाथ भर की लम्बाई
पाटी :: बड़े पशुओं के शरीर के पूरे चमड़े का आधा भाग
पाठ :: गर्भाधान के योग्य बकरी
पाठा :: ह्रष्ट-पुष्ट व्यक्ति
पाढ़ि :: साड़ियों का चौंड़ा किनारा; दीवाल जोड़ते समय बनाया गया मचान
पाढ़ी :: औषधि में प्रयुक्त वनस्पति विशेष
पात :: कान पें पहनने का आभूषण
पातर :: पतला, अनुदार
पाता :: पत्ता
पाती :: चिट्ठी; पत्ती
पाथी :: नाज रखने की टोकरी
पानी-पत्ता :: जलपान, कलेवा
पायठ :: प्रवेश, गुजर
पायदार :: मजबूत; समृद्ध
पार :: तरफ; आर-पार
पारन :: व्रत के बाद का भोजन
पारा :: आलू बोते समय बीच-बीच बनाये गये बरहा; समतल देखने का यन्त्र विशेष, दिमाग
पारबु :: छप्पर बनाते समय ठाठ पर पतावर बिछाना; काजल बनाने हेतु दीपक पर कोई बर्तन ढकना, काम बिगाड़ना
पारालबधु :: संयोग; भाग्य; समय
पारि :: बच्चों के खेलों में खींची गई रेखा, सीमांकन
पारी :: गुड़ की गोल व सुड़ौल बट्टी
पाल :: तालाब का बाँध
पालव :: ग्राम से छोटा पुरवा, पुरवा से छोटा पुरई और पुरई से छोटा अर्थात दो तीन घर वाले को पालव कहते हैं
पालव :: झड़ बेर की कोमल टहनी
पाला :: बर्फ, कबड्डी खेल में बनी रेखा
पाली :: पल्लव
पावदान :: सिलाई मशीन में प्रयुक्त मशीन छोड़कर बाकी मेज सहित ढाँचा; मोचियों की तीन फनों वाली अड्डी
पावा :: खाट का पैर; स्तम्भ, खंभा
पासा :: कुदाल का सिरा
पाही :: गाँव से दूर की (खेती)
पाहुन उपही :: रिश्तेदार-व्यवहारी
पिंजनी :: बैलगाड़ी की पहिया रोकने हेतु प्रयुक्त पट्टी विशेष, पइंजनी
पिंजी :: दाना रहित सरसों का सुखा पौधा, डण्ठल
पिंड :: मकान की लम्बाई-चौड़ाई, मनुष्य का पीछा; लुगदा
पिउ :: पति; प्रिंय
पिउरी :: रूई की पूनी
पिच्चा :: पिचका हुआ; चिथड़ा
पिछउरी :: दो पर्त की चादर; पिछउरा; (कहा.) कंबर पर जब परे पिछउरी, जाड़ बेचारा करै विरउरी
पिटवारी :: पुर
पीटूरा :: गुड़ में मशाला मिलाकर बनाई गयी बर्फी
पिटूठू :: अनुयायी, चेला
पिठलगी :: दाल आदि के दानों में लगी रह गई भूसी
पिठासा :: पीछे का भाग, पीठ
पिडरी :: रूई की पूनी
पाड़ियउबु :: मंगवारियों पर गीली मिट्टी चढ़ाना
पिढ़ई :: पीठासन; पेढ़ई
पिढ़ान :: वह अस्तुरा, जिसकी भार मोटी हो जाती है
पिण्डरोगु :: कुष्ठ रोग, सिरदर्द, परेशानी
पिण्ड़ा :: गयाजी में तर्पित शरीर का प्रतीक स्वरूप आँटा आदि का पिण्ड; मिट्टी की लोई या बट्टी
पिण्डु :: पीछा
पितकोपु :: क्षोभ; वह भाव, जो पिता को कुपुत्र मिलने पर होता है
पितियाउत :: चचेरा
पितियानी :: चाची
पित्ते :: चाचा
पिनाक :: कठिन
पिन्चिस :: फर्मा पर खींचकर, चमड़ा चढ़ाने का यंत्र
पिपिहिरी :: लकड़ी की बाँसुरी, जिसे बच्चे बजाते हैं
पियउस :: गाय आदि के ब्याने पर पहली बार का दूध
पियर :: पीला
पियरी :: पीली धोती
पियादा :: पैदल चलने वाला; सिपाही, संदेशवाहक
पिरउंधी :: पीड़ा दूर करने वाला; हमदर्द
पिरकी :: फुड़िया, फुंसी
पिरयी :: पृथ्वी, भूमि
पिरित्त :: परेशान
पिरित्त होबु :: परेशान हो जाना या ऊब जाना
पिरूसा-पिरोसा :: धान के पुआल का टूटा व कुचला हुआ अंश
पिलबु :: घुसना, कुआँ आदि में उतरना
पिल्लही :: असमतलता से युक्त (रजाई); झोंझर
पिल्सन :: माहवारी।; पेंशन; पेन्सिल
पिसना :: आँटा पिसाने हेतु तैयार साफ सुथरा अनाज
पिसना :: पिस जाना
पिसरान :: पुत्र लोग; प्राय; कचहरी-कागजों में यह शब्द पहले प्रयुक्त होता था, जिनमें पिता-पुत्र के नाम लिखे जाते थे
पिसानु :: आटा; पिष्टान्नु
पिसुन :: दुष्ट व्यक्ति; "गिसुन छल्यो नर सुजन को"
पिहाना :: डेहरी का ढक्कन; पेहना; (कहा.) "जब आवा किसान; तब खुला पिहान ।"
पींड़ :: पौधों की जड़ो को रोकने के लिए उनमें बंधी मिट्टी
पींड़ी :: सुथनी; मिट्टी की पिंडी
पीटबु :: लोहखर में पीटकर धार बनाना;मारना
पीठा :: थोड़ा-सा आँटा, जो किसी देवता की लोंग के साथ चढ़ाया जाता है
पीठी :: दाल का सना हुआ आँटा जिसका बड़ा पकौड़ा आदि बनता है
पाढ़ :: गगरी आदि बनाने में प्रयुक्त पक्की मिट्टी का साँचा
पीढ़ाबन्द :: गीत की प्रारम्भिक पंक्ति, टेक
पीनसि :: पालकी
पीर :: दर्द, पीड़ा
पीर :: मुस्लिम महात्मा
पीरा :: दर्द, पीड़ा
पीरु :: चकिया का पिल
पीहर :: मायका अर्थात् लड़की के माँ का घर
पुँछाटा :: धुनकी का अंग, जो चमड़े से निर्मित होता है
पुँछयाला :: पूँछ (पिछले भाग) के आसपास का चमड़ा
पुँजटा :: कपड़ा की सिंकुड़न
पुंजापा :: पूजा-पाठ
पुआइनि :: दुर्गंधपूर्ण
पुइहट :: भीतर भरा हुआ पुआल, रूई आदि
अलगंजु :: व्यर्थ की वस्तुएँ
अलगउझा :: पारिवारिक विघटन
अलगट्ट :: अलग
अलगट्ट :: अलगण्ट
अलङ :: किनारा, भाग
अलङ :: ओर
अलफ :: खड़ा, रुष्ट, अलग
अलफ :: भावी दुर्घटना
अलमहिंदा :: अत्यन्त भद्दा व कुरूप
अलमीरा :: सूचक
पुच्ची :: अत्यन्त छोटा आकार
पुछनी :: विवाह सम्पन्न होने में प्रचलित एक रस्म, जो लड़के वाले लड़की के घर पर जाकर पूरी करते हैं
पुछ्याटा :: धुनकी की करही में प्रयुक्त पूँछ वाला हिस्सा
पुजाही :: गठरी, जिसमें पूजा का सामान हो
पुटकिया :: छोटी पोटली
पुट्ट :: पेट के बल लेटा हुआ
पुट्ट वानि :: दीवाल की जड़ के सहारे मजबूती हेतु बनी मेंड़
पुट्ठा :: पुट्ठे (पशुओं की पीठ का पिछला भाग) का चमड़ा
पुट्ठी :: पहिया के घेरे में प्रयुक्त लकड़ी के टुकड़े
पुढ़ :: चमड़ा का बड़ा पात्र, जो सिंचाई हेतु कुआँ से पानी निकालने में प्रयुक्त होता है
पुढ़ :: पुरु
पुतरा :: बदनामी का बहाना
पुथा :: घोड़े के थूथुन के नीचे और दाँतों के ऊपर की मुलायम खाल
पुद्दन :: खराब; भद्दा; बच्चों द्वारा प्रयुक्त
पुनस्तर :: अंग, शारीरिक शक्ति; -ढील होबु - (मुहा.) "अधिक थक जाना"
पुन्नवासी :: पूर्णमासी
पुन्ना :: पुराना
पुन्नि :: पुण्य; पुण्य संस्कार
पुपुहाबु :: कोई बात इधर-उधर प्रचारित कर देना
पुपुहाबु :: चिल्लाना
पुपुही :: सरसों आदि के पौधों का गोल ढेर (माँड़ने के लिए प्रयुक्त)
पुरइनि :: कमल का पेड़
पुरई :: पुरवा से छोटा घर-समूह
पुरकाम :: मजबूत (वस्तु)
पुरजोर :: अत्यधिक
पुरनमासी :: माह का अन्तिम दिन, पूर्णमासी, पूर्णिमा
पुरबिल :: पूर्व समय में
पुरबुजु :: पूर्व जन्म
पुरबुलु :: कष्ट, परेशानी
पुरसा :: पुरुष के हाथ उठाकर खड़े होने तक की ऊँचाई या गहराई
पुरहरे :: काफी
पुरहाई :: पुर के द्वारा सिंचाई के काम में प्रयुक्त (कुआँ)
पुरायठ :: हृष्ट-पुष्ट, पूरी अवस्था का
पुराही :: कुएँ से पुर द्वारा पानी निकालने का साधन
पुरु :: कुआँ से पानी निकालने में प्रयुक्त चमड़े का बड़ा बर्तन
पुरौंवाँ, पुरौंहा :: प्रतिवर्ष ब्याने वाली (गाय याभैंस)
पुर्वाहबु :: पिण्ड आदि का तीर्थ में छोड़ना या तर्पण करना
पुलई :: वृक्ष या डाल की चोटी
पुलटिस :: तीसी या आँटे की गर्म-गर्म गोली, जिससे सेंक की जाती है
पुलपुल :: मुलायम, नरम
पुस्तवान :: किंवाड़ों की चौंड़ाई में लगने वाली लकड़ी की पट्टी; अडुवा
पुस्तैनी :: खानदानी (जायदाद आदि) कई पीढ़ियों से चला आ रहा
पुहबु :: तागा में फूल गूँथना
पुँछारि-पुँछाड़ि :: मोरनी
पूँजा :: नई-नई शाखाओं का समूह
पूती :: गोल जड़ (घुइयाँ आदि की), दाना
पूतु :: पुत्र
पूनो :: पूर्णिमा
पूरन :: पूर्ण
पूरबु :: घाव आदि भर जाना; दीपक बढ़ जाना या बूझ जाना
पूरबु :: पूर्व दिशा
पूरा :: ज्वार आदि के गट्ठर
पूरा :: पूर्ण
पूरी :: पूर्ण
पूरी :: पूड़ी
पूरी तना :: पूर्णतया, पूरी तरह
पेंडुरी :: पाँव का पिछला ऊपरी भाग, पिंडरी
पेंदिया :: टोकरी आदि का तल
पेउंदहा :: वह कपड़ा, जिसमें पेउंदा लगे हों
पेउंदा :: पैबंद
पेउसी, फेउसी :: गाय आदि के ब्याने पर प्रथम दिन का दूध
पेट-पोछनी :: अन्तिम (सन्तान)
पेटहरा :: कमरे आदि की चौंड़ाई
पेटावा, फेटावा :: अत्यन्त छोटे बाल
पेड़ार :: एक जंगली पेड़, जिसके फल की तरकारी बनती है
पेड़ियाउर :: जड़ पर मिट्टी चढ़ाने योग्य
पेडुरी :: पेट के नीचे का भाग
पेढ़ई :: बैठने में प्रयुक्त लकड़ी का पाटा
पेढ़वा :: गोल व चपठा पत्थर, जिस पर रोटियाँ बेली जाती हैं
पेरकवा :: पीला वाला
पेरी :: पीली धोती
पेलबु :: अमान्य करना; धँसाना
पेला :: अपराध
पेवत्त :: प्रविष्ट
पेवत्त होबु :: सोख जाना, प्रविष्ट होना
पेस्तर :: अग्रिम; पूर्व
पेहँटुआ :: ककरी की किस्म विशेष
पेहँटुआ :: कचलुआ
पेहना :: डेहरी का ढक्कन; पिहाना
पैकार :: मतलब; सब्जी के क्रेता-विक्रेता
पैज :: यात्रा, लक्ष्य
पेजनिया :: अभूषण विशेष
पैट :: हथकरघे का वह अंग, जिसमें तागे का रंग बदला जाता है
पैड़ारी :: पदचिह्नों से बना मार्ग
पैंढ़ी :: परहाई कुएँ का वह स्थान, जहाँ बैल चलते हैं
पैदाइसि :: जन्म
पैदाइसी :: स्वाभाविक, जन्मत;
पैधोउआ :: पैरों को धोने की प्रक्रिया
पैपिंग :: आधा अंगुल चौड़े कपड़े की पट्टी, जिसे जोड़कर किसी चद्दर या तकिया की सिलाई की जाती है
पैरबु :: तैरना
पैरवल :: सजा की अवधि पूरी होने के पूर्व कैदी को नियत समय के लिए प्रदत्त छुट्टी
पैरा :: धान के पौधे
पैरु :: गेहूँ माँड़ते समय एक बार में तोड़े गये बोझों का ढेर
पैरु तोरउबु :: बोझ खोलकर उसी में डालना
पैसरमु :: मेहनत, परिश्रम
पोंगड़ा :: घुटने के नीचे के पैर का भाग
पोंगा :: पैर
पोंगा :: अल्पज्ञ, मूर्ख
पोंड़ा :: बाँस का नया कल्ला
पोंड़िका :: एक-दूसरे के खेतों को मिल-जुलकर जोतने की क्रिया
अलयपनु :: सुस्ती, काहिली
अलवान :: ऊनी चादर
अलहदी :: आलसी
अलहिद :: अलग
अलाई :: बहुत सुस्त, काहिल
अलान :: अलग
अलान :: ऐलान
अलाल :: कामचोर, आलसी; बछेड़ा
अलाल :: जवान बछेरा
अलियावन :: कूड़ा-कचड़ा
पोंपरा :: गीली भूमि, दीवार आदि के ऊपर का सूखा भाग; पपरा
पोंगली, पोंगिया :: नाक में पहनी जाने वाली बड़ी फूलदार कील
पोंगी :: माला में प्रयुक्त नलकी
पोइसि :: थकावट, परेशानी
पोई :: गन्ने की प्रारम्भिक शाखा
पोखरा :: तालाब
पोख्ता :: मजबूत, सुदृढ़, पुख्ता
पोटा :: नाक के भीतर से निकला हुआ द्रव मैल
पोटी :: पेट के अन्दर की हड्डी
पोढ़ि :: मजबूत
पोढ़िया :: पैर की छोटी उंगली में पहना जाने वाला आभूषण
पोतनहरि :: आँत, नाभिकीय नस
पोतनहरि :: पुताई करने वाली
पोता :: पौत्र; अण्डुकोष
पोतिया :: घुइयाँ के पौधे में जमीन से निकला हुआ अंकुर
पोती :: माला में प्रयुक्त गुरिया; पौत्री
पोपटा :: छीमी, जिसका दाना मजभूत न हो; पगटा
पोपला :: जिसके मुँह में दाँत न हों
पोला :: सूत का छोटा गुत्था; "मियाँ बटोरैं ताग-ताग औ बीबी तड़ाब्रै पोला"
पीलु :: भेद, कलई, रहस्य
पोहतवान :: पोस्तवान
पौहियाउबु :: सिंचाई करने के लिए फावड़े से नाली बनाना
प्यउंदा :: पैबन्द
प्याँड़ा :: पानी खींचने की रस्सी का वह भाग, जिससे बर्तन बाँधा जाता है
प्याटा अरथू :: अधिक खाने वाला
प्वतना :: कपड़ा, जिस़से चौका-चूल्हा आदि पोता जाय
प्वाखरु :: तालाब, पोखर
प्वाढ़ :: मजबूत
प्वाढ़ :: लाठी आदि की गाँठ
प्वात :: खेतों की लगान; पोत
फउदि :: फौज
फउरम :: तुरन्त
फउरेबु :: जाल, षडयंत्र, छल-प्रपंच
फकना :: पतला रद्दी कपड़ा; आँटा आदि से निर्मित मीठा चूर्ण; कफन का कपड़ा
फवक :: वदरंग; निस्तेज (चेहरा)
फक्कड़ :: मस्त, निर्भीक और पहुँचा हुआ
फगूई :: होली
फजरी :: एक प्रकार का अच्छा आम
फजिर :: सूर्योदय के समय
फजिहति :: दुर्दुशा, डाँट-फटकार, बेइज्जती
फज्झी :: लकड़ी का पतला टुकड़ा; फर्री
फट्टदि :: झट से; फट की आवाज से
फट्टा :: चालबाज
फट्टा :: (बाँस का) चीरा हुआ लम्बा टुकड़ा; बस; पर्त
फडु :: बिना पहियों की बैलगाड़ी; धूत-क्रीड़ा स्थल; मैदान
फतुही :: स्त्रियों का छोटा ब्लाउज; सदरी विशेष
फवूरू :: धोका, षडयन्त्र; मैल
फत्ते :: विजय
फत्ते :: समाप्त
फद्दा :: रेतीला खेत; धूल
फयँकट :: धोखेबाज
फरई :: लकड़ी का बना एक साँचा
फरका :: छप्पर का एक भाग
फरगडड :: विस्तृत एवं स्वच्छ (जगह)
फरजी :: (शतरंज का) वज़ीर
फरजी :: काल्पनिक, झूठा
फरबु :: फलना या फल लगना; गाय आदि जानवरों का गर्भ धारण करना
फरवट :: चतुर, चालाक, तेज
फरसी :: हुक्का, जिसे फर्श पर रखकर पी सकें
फरहरी :: उपवास सम्बन्धी
फरहा :: तन्त्वहीन अनाज; थोथा
फरिका :: टटवा
फरिया :: ओढ़नी
फरिवाह :: फरी मारने वाला; अद्भुत खेल दिखाने वाला
फरी :: बैलगाड़ी में किनारे लगने वाली दो लम्बी पटियाँ
फरीक :: पक्ष
फरुहा :: फावड़ा
फरुही :: गोबर आदि समेटने में प्रयुक्त का लकड़ी का यंत्र; छोटा फावड़ा
फर्च :: साफ, शुद्ध
फर्रा :: लंगोटा में लगी आगे की पट्टी
फर्री :: ईंट का लम्बई-चौड़ाई में फटा हुआ आधा अंश, पट्टी
फर्स :: जीत, मैदान या फर्श
फलाँस :: गीले खेत में जोतने के पहले चलाया गया पाटा
फलाने :: अमुक
फलास :: द्यूत-क्रीड़ा, जो ताश के साथ खेला जाता है
फसला :: मछली पकड़ने में प्रयुक्त जाल विशेष
फाँक :: टुकड़ा (फलादि का)
फाँका :: बड़ी फाँक; अतृप्ति; लंघन
फाँटु :: कागज़, जिस पर हिस्सेदारों की भूमि का ब्यौरा अलग लिखा हो
फाँड़ :: कमर के दोनों ओर का भाग
फाँता :: होशियार
फंदी :: ऊँख का गट्ठर
फाँफर :: फोंकल, दानारहित (धान आदि)
फाँफी :: पतली मलाई; साढ़ी
फाजिल, फादिल :: अधिक
फाठी :: थोथा सरसों
फाना :: डोरी या उबहन का वह भाग, जो बर्तन के चारों ओर बाँधा जाता है
फाफा :: झूठ
फाफा :: बहुत हल्की बरसात
फारकती :: पति-पत्नि के बीच अलगाव की लिखा पढी
अलुहा :: आलू के पौधे
अलुहा :: आलू वाला; (खेत आदि)
अलेंदी :: बेइमानी; जाश्ती
अलेल :: बहुत (वस्तुओं के लिए)
अलोप :: गायब, लुप्त
अल्लम-गल्लम :: व्यर्थ की वस्तुएँ
अल्लाहु :: लौ युक्त अग्नि
अल्हड़ :: युवा, बच्चा जैसा
अल्ह्वारबु :: मिक्षण में से बड़ा अंश अलग करना; अरवारबु
अवँठि :: मिट्टी के बर्तनों की ऊपरी धार
फारी :: फिरिया, ओढ़नी
फाल :: बैल आदि की लिंग; साड़ी के निचले सिरे में लगायी जाने वाली अतिरिक्त पट्टी
फालिज, फालिस :: रोग, जिससे अंग विशेष संज्ञाहीन हो जाता है
फिकिर :: फिक्र, चिंता
फितरती :: मेहनती, बुद्धिमान
फितूरु :: संशय, नाराज़गी
फिदा :: आसक्त
फिन :: फिट
फिन फिना :: रुलाई, नखरा
फिरंट :: खिलाफ
फिरकी :: पुर में लगाई गयी अलग से चमड़े की छोटी-छोटी टिक्कियाँ; तागा की फुल्ली; वनस्पति विशेष; ऊँट की नकेल की लकड़ी
फिरउबु :: दही मथना; वापस करना
फिराक :: विचार, चक्कर, खोज
फिराक :: फ्राक; जुदाई
फिरिउ :: फिर भी
फिरिक :: सबसे छोटी बैलगाड़ी
फिलेट :: सुनहली और चमकदार सींधी (काँच की चूड़ी)
फीलखाना :: घर, जिसमें हाथी रहें
फुंदिया :: इजारबन्द के फुलरे
फुचरा :: लकड़ी आदि का किनारे का पतला भाग
फुटमति :: असहमति, वैमनस्य
फुटहरा :: भूना हुआ चना, जिसका छिलका उतर गया हो
फुट्टइल :: अलग असम्मिलित
फुट्टा :: फुटकर
फुफुनी :: स्त्रियों की धोती का वह चुना भाग, जो पेट के ऊपर रहता है
फुफुरी :: घेरा
फुर :: सब
फुरफुरिया :: फुलझड़िया
फुरिया :: फोड़ा
फुलका :: हल्की, पतली रोटी
फुलरा :: कृत्रिम फूल
फुलवाई :: फुलवारी
फुल्ला :: लावा
फुवा :: बाप की बहिन
फूमरी :: फुड़िया
फूंद :: पकड़, गाँठ
फूट :: बैर-भाव; पकी ककड़ी
फूहर :: बेढंगा
फूली :: आँख का सफेद जाला
फूही :: फुहार
फेंटार :: काला साँप
फेंटु :: धोती का वह भाग, जो कमर में ऊपर से बाँध लिया जाता है; फ्याँटा
फेउसी :: देखिए 'पियउस'
फेकारे :: खोलेहुए
फेटार :: सर्प विशेष
फेदर :: स्त्रियों का गुप्तांग
फेनिया :: कच्ची दीवालों में, मिट्टी व गोबर मिश्रित लगाया जाने वाला लेप
फेफन :: गला
फैंकट :: शरारती
फैन :: नखरा
फैलसुफा सैलानी :: खर्चीला
फैलसूफ :: व्यर्थ का व्यय करने वाला
फोंकाजोर :: ईख के छोटे-छोटे टुकड़ों में एक-दूसरे से मिलाकर बोने का कार्य
फोकट :: मुफ्त
फोकली :: अन्न ते ऊपर का छिलका; ठोंठी
फोटका :: फफोला
फोपसाउबु :: कृत्रिम ढंद से अमरूद को पकाना
फ्याँटा :: धोती का वह भाग, जो कमर में ऊपर से बाँध लिया जाता है; फेंटु
फ्यारा :: चक्कर; छाया (भूत-प्रेत सम्बन्धी)
फ्वाँक :: कपड़ा आदि में फटने का निशान, खुचकर, चीरा
बंक :: बैंक, नहर के आसपास का किनारा
बंकनार, बंकलाप :: सुनारों के यहाँ प्रुयुक्त छोटी फुकनी
बंगरहा :: अवध में पायी जाने वाली बैल की जाति विशेष, बांगर
बंगरी :: गहना विशेष
बंगली :: सबसे पीछे या बगल की छोटी कोठरी या कमरा
बंगा :: बच्चों का एक खेल, जिसमें पानी में पत्थर-ईंट आदि फेंककर सब चिल्लाते हैं "कै सेर बंगा" और फिर सब पानी में डुबकी लगाकर उसे ढूँढते और कहते- "अढ़ाई सेर बंगा"
बंगा :: वह (भैंस) जिसके सींग फैले हुए हों
बँटबु :: हाथ से रस्सी बनाना; वितरित होना
बंटाढार :: गड़बड़, सर्वनाश
बँड़ेरी :: कच्ची छत पर आसपास उठी मेंड़, मुँड़ेरि
बंता :: स्त्रियों के आने-जाने का मुहूर्त (जो 'बनता' हो)
बंदु :: बैलगाड़ी में लगे जगह-जगह लोहे के बाँध
बंदरी :: रबी की फसल में हेने वाली घास विशेष
बंदा :: कपड़े के पतले बंद, जो किनारे बाँधने के लिए लगे होते हैं; दास, प्राणी
बंदिस :: प्रतिबन्ध; गाँठ; योजना
बदी :: माथे पर धारण करने वाला एक आभूषण
बंदेल, बंद्याला :: ज्वार के जिन पौधों में भुट्टे नहीं पड़ते
बंदौबस्तु :: इंतजाम, प्रबन्ध
बंधान :: सूप आदि में लगे बंधन
बंध्याज :: आँड़, रोक
बंबा :: हैण्ड पम्प; नहर से निकला नाला
बंबु :: रणनाद; बड़ा गड्ढा
बंभनी कुम्हड़ा :: एक फल विशेष, जिसकी पेठा नामक मिठाई बनती है
बँवरा :: कपड़ा पकड़कर हवा करने का तरीका (खलिहान में नाज साफ करने में प्रयुक्त)
बँवरा :: परती
बँसवाड़ि :: बाँसों का वृक्ष समूह
बँसुली :: कृषि यंत्र
बइंगबु :: फेंकना
बइंगबु :: झिकबु
बइठकी :: हलवाह के काम न करने का दिन; छुट्टी
बइठुआ :: काम करते समय बैठ जाने वाला बैल आदि
बइकल :: पागल; गूंगा
बइना :: संस्कार विशेष में वितरण की जाने वाली पूड़ी, मिठाई आदि
बइपारु :: व्यापार, री-व्यापारी
बइबी :: अपरिचित, बाहरी
बइरिहा :: छोटा
बइला :: बुद्धिहीन, मूर्ख
बइला :: बैल
बउँका :: पानी का एक खर; लौकी आदि पेड़ों की शाखाएँ
बउंग्याबु :: फसल का अत्यधिक या अपेक्षा से अधिक बढ़ जाना; बड़बड़ाना
अवकाति :: सामर्थ्य
अवँनि :: पहिया के बीच में लगी ढोलाकार लकड़ी
अवँरा :: आँवला
अवचक :: अकस्मात
अवचट :: आकस्मिक; विपत्ति
अवर्दा :: समय-सीमा; समय
अवसान-खता :: खतरा (जिससे कोई बच गया हो)
अवसेवरि :: छेड़-छाड़; कष्ट
अवाँरी :: पंक्ति
अवाँसबु :: (नई वस्तु का) उपयोग प्रारम्भ करना
बउँड़रु :: चक्कर काटती हवा
बउआबु :: निद्रा में कुछ बड़बड़ाना
बउखा :: पौधों का बौखा (शाखा); हवा (थोड़ी देर तक चलने वाली)
बउगर :: बोने योग्य खेत
बउंगरा :: दूर-दूर (पौध), बीड़र
बउचट :: विक्षिप्त, मूर्ख
बउझक :: पागल
बउझड़ :: झंझट, झगड़ा
बउनी :: बुवाई
बउनी :: अति छोटे कद की (स्त्री)
बउरु :: फूल (आम का)
बउरेंठ :: अर्द्धविक्षिप्त
बउसबु :: गर्व से कहना; डींग मारना
बउसाब :: शक्ति
बउहरि :: बहू, पुत्रवधू; बहुरिया
बऊँड़ी :: लता
बएतरके :: बड़े सबेरे
बकउबु :: गुमराह करना, झूठी सीख देना
बकउरा :: बैलगाड़ी में प्रयुक्त लकड़ी का पुर्जा, जो मडगार्ड का काम करता है
बकठैंठैं :: देर तक होने वाली एवं व्यर्थ की बातें जो जोर-जोर से हों
बकला :: छिलका; बोकला
बकलोल :: पागल, मूर्ख
बकवाह :: हल्की-सी लड़ाई, शोर
बकसीस :: इनाम
बकुचा :: गट्ठर (कपड़े आदि का)
बकुरबु :: बोलना
बकुला :: बगुला
बकुल्याबु :: जानवरों के मन में किसी भावना के उत्पन्न होने पर रास्ता देखे बिना इधर-उधर खूब भागना
बकेनि, बकेन्ना :: वह गाय आदि, जिसको ब्याये हुए ज्यादा समय हो गया हो
बकोट :: मुट्ठी
बक्कल :: चमड़ा
बक्काल :: बनिया; बनिया-नीच जाति के लोग; बाणिज
बक्कुरु :: बोल, आवाज
बक्खर :: जलाव, चासनी
बखत :: वख्त, वक्त
बखरा :: हिस्सा; घोड़े की पीठ पर रखा जाने वाला एक गद्दा
बखरी :: अनाज कूटने पें प्रयुक्त का यंत्र, फर; मूसरु, पहरुआ
बखानु :: वर्णन, प्रशंसा
बखारी :: नाज रखने का स्थान
बखिया :: मिलनि, खाल
बखिया उधेड़ना :: अत्यधिक पीटना या बेइज्जती करना
बखील :: पौधों के दूर-दूर होने की स्थिति; बीड़र
बगई :: गुड़ विशेष, जो गंभीर चोट लगने पर पिलाया जाता है
बगली :: ऊँच-नीची लकड़ी साफ करने का (रंदा)
बगार :: झुण्ड
बगुचा :: कपड़ों का वह गट्ठर, जो कंधे आदि पर रखकर विक्रेता फेरी लगाकर बेचते हैं
बगेदबु :: भगाना, निकालना
बगैरत :: बैशर्म, बेहया
बगैरती :: बेशर्मी, निर्लज्जता
बग्गरु :: घरेलू पशुशाला
बङुआ :: बिना पते-ठिकाने वाला लावारिस
बचवन, बेचुका :: बगुचा
बच्ची :: गहनों में पड़े हुए विशेष घुंघरू
बच्छ :: वक्ष, सीना
बछउआ :: बछड़ा; बछवा
बछरा :: बछड़ा, गाय का नर बच्चा
बछेड़ा :: कम उम्र का घोड़ा या गधा
बछेला, बछ्याला :: कम उम्र के जानवरों का (चमड़ा)
बजकबु :: ऐसी स्थिति में पहुँचना कि कीड़े पड़ जाएँ
बजड़ा, बजरा :: बाजरा
बजनिहा :: वादक
बजनी :: कुश्ती
बजनी :: बजने वाली
बजमार :: डाकू
बजबजाबु :: बजबज करना (भिगोई हुई वस्तु का); कीड़ों की अधिकता होना; सड़ जाना
बजरी :: बाजरा के पौधे; पत्थर की गिट्टी
बजागि :: बहरा जन्तु विशेष
बज्जर :: अत्यधिक, पूर्णतः
बज्जर :: बज्र
बज्जह :: महत्वपूर्ण विधि
बज्जाद :: दुष्ट
बज्जुरु :: बज्र
बझनि :: व्यस्तता
बटइहरु :: खेती को बटाई बोने वाला व्यक्ति
बटखरा :: छोटा बाट
बटगायन :: रास्ता चलते गाने वाला, सच्चे गवैये को "सभा गायन" कहते हैं
बटमार :: डाकू, जो रास्ते में लूटे
बटहा :: सिंचाई के लिए बनाया गया जलमार्ग
बटाऊ :: राहगीर, यात्री
बटाना :: गहनों में लगने वाली छोटी-छोटी बच्चियाँ; घुंघुरु
बटिया :: पतला रास्ता, छोटा बट्टा
बटुट्टा :: बालतोड़ (फोड़ा)
बटुरबु :: इकट्ठा होना, सिमटना
बटुली :: छोटी बटूई
बटुही :: अंगिया का रूंप विशेष
बटूई :: बटलोई
बटोर :: समूह; बंभन -ब्राह्मणों का जमाव
बटोही :: राहगीर, यात्री
बट्टा :: फर्क, अन्तर, दाग
बड़उखा :: एक प्रकार का लम्बा पर सख्त गन्ना (बड़+ऊखि)
बड़उना :: बड़ा पान
बड़उना :: अकेला
बड़च्छा :: जिसके कोई न हो, अकेला
बड़हन :: कुछ बड़ा
बड़हार :: ब्याह का दूसरा दिन जब बारात ठहरी रहती है
बड़ैलु :: जंगली सुअर
बडढी :: लकड़ी के पटरे बनाने में निशान हेतु सहायक यंत्र विशेष
बढ़इता :: जेठ या उसके भाई
बढ़का :: पान की वृद्धि को रोकने वाला एक रोग
बढ़ती :: अपेक्षित मात्रा से अधिक
अवाँसबु :: अनवाँसबु
अवाचब :: मरने के पूर्व अवबोल हो जाना
अवाट-ब़वाट :: व्यर्थ की बात, गाली-गलौज
अवादा :: वादा, वचन, प्रण
अवारजा :: जमा खर्च की बही
अस :: समान, जैसा; ऐसा
असकति :: आलस, न करने की इच्छा
असक्कि :: निर्बलता
असत्ती :: भूख से अधिक खाने वाला
असत्तु :: अपेक्षित अधिक मात्रा में भोजन लेने की इच्छा; असतीत्व
बढ़ती :: समृद्धि
बढ़नी :: सींको का छोटा झाडू
बतकही :: बातचीत (मुहा.) "करत बत कही अनुज सन"
बतक्कड़ :: लम्बी बात व व्यर्थ बात
पतखाव :: वार्तालाप
बतना :: छानी में लगने वाली सरपत की बाती; कोर्रा
बतफरूसी :: अत्यधिक बातें, फिजूल की बातें
बतसिया :: आम की जाति विशेष
बतास :: हवा
बतिधर :: जो अपनी बात पर पक्का रहे, जो बात को पकड़े
बतिया :: छोटा कच्चा फल, बात; (उदा.) "इहाँ कुम्हड़ बतिया कोऊ नाही"
बतूनी :: बातूनी, बात करने वाला
बतेरा :: बातें बनाने वाला
बत्त :: वस्तु
बत्तमीज :: अशिष्ट, बदतमीज
बत्तर :: उससे खराब, बदतर
बदउलति :: बल से, माध्यम से
बदनखुरी :: जानवरों के खुरों के ऊपर के छोटे-छोटे दो खुर
बदबु :: बाजी लगाना, मानना, दबना
बदली :: स्थानान्तरण, छाये हुए बादल
बदहजमी :: अपच
बदहवास :: जिसका दिमाग खराब हो
बदा :: भाग्य में निश्चित
बदा-बदी :: सशर्त (हार-जीत)
बदि :: वास्ते, एवज
बदि-बदि :: सशर्त, बाजी लगाकर
बदी :: अपकार, बुराई
बद्द :: शरारती, बदनाम, डेढ़ सौ रुपये के लिए
बद्दवँ :: बुरा, दुश्मन
बद्धी :: वर के भाई के बाँधने में प्रयुक्त पुष्पाभूषण, अस्तुरा टेने का एक चमड़ा, चप्पलों आदि की पट्टी
बधइया, बधउआ :: बधाई
बधना :: मुसलमानों का लोटा
बधिया :: वह नर पशु, जिसके अण्डकोष न हों
बधिया :: बैल के लिए प्रयुक्त शब्द
बधियाबु :: रोटी आदि का सूखकर ऐंठ जाना, कड़ा हो जाना
बनगइली :: वन या जंगल में रहने व घूमने वाली, जंगली, असभ्य
बनबिलारु :: बिल्ली जाति का जंगली जंतु, बनबिलाव
बनरा, बना :: वर, दूल्हा; बन्ना
बनाट :: ऊन और सूत से मिलकर बना हुआ वस्त्र
बनिका :: वाटिका
बनिजि :: तिजारत
बनियई :: व्यावसायिकी
बनियहरा :: खेत में गिरी हुई बालियों को चुनने वाला
बनिहारी :: खेत की मजदूरी
बनेठी :: लाठी की भाँति चलाने और फिराने के लिए एक लकड़ी, जिसमें तीन गिट्टक लगे होते हैं
बनेवा :: निः सहाय
बनौबन्तु :: व्यवस्था; बानाबन्तु
बन्द :: पहिए के पास गाड़ी के बाहर की ओर लगी हुई लकड़ी
बन्नय :: बिल्कुल, एकदम
बन्ना :: दूल्हा
बपंस :: बाप से प्राप्त (भूमि पर) अधिकार
बपई :: हे पिता
बपउती :: बाप की जागीर, अधिकार
बपऊ :: दरिद्र बाप, बेचारा बाप
बफारा :: भाप की गरमी
बब्बरी :: तगड़ा
बमचक :: शोर, ऊधम
बमन :: नेत्र
बम्बाबु :: गाय आदि का बोलना, रंभाना
बम्मड़ :: उजडड, बेढंगा
बयकल :: फूहड़, बेढंगा, बेअक्ल
बयजा :: अण्डा
बयना :: उपहार, जो ब्याह अथवा पुत्र जन्म पर बाँटा जाता है
बयलर :: बेढंगा, फूहड़
बया :: अनाज क्रय-विक्रय में सहायक या दलाल; पक्षी विशेष
बयाई :: दलाल को क्रय-विक्रय कराने में प्राप्त होने वाला प्रतिशत या पारिश्रमिक
बयाबु :: सूखना
बयाला :: घर में पीछे की तरफ छोटी खिड़की
बयाली :: तीन बाँसों से रस्सी की बनी एक जाली
बरंगा :: खुरपा
बरंडा :: बरामदा; बराण्डा
बरंबा :: छेद करने में प्रयुक्त यंत्र विशेष; बरमा
बटई :: पान की खेती करने वाली जाति
बटई :: बकरी जो ब्याई न हो
बरउखा :: फसल का बारहवाँ भाग (मजदूरी)
बरउबु :: टालना, जलवाना, छोड़ना, बचाना
बरकाउबु :: अलग करना
बरक्कति :: वृद्धि, लाभ
बरखा :: वर्षा
बरखी :: वीर्षिक श्राद्ध
बरछिदी :: वरिच्छा; छेदना
बरजबु :: डाँटना, मना करना
बरतउनी :: बारात में बारातियों को मिलने वाला नेग
बरताव :: व्यवहार
बरदवार :: बैल चराने वाला
बरदा :: बैल
बरदाही :: बैलों की बाजार
बरदी :: बैलों का समूह
बरना :: वर्ण, रंग
बरपाँ :: उत्पन्न, पूर्ण, संपन्न
बरबट :: बच गये नहीं तो
बरबट :: नष्ट
बरबटा :: केवाँच
बरबु :: (रस्सी) निर्मित करना, वरण करना
बरबु :: जलना
बरमु :: भूत, ब्रह्म
बरमौज :: बराबर, मुताबिक
बररबु :: टेढ़ा-मेढ़ा हो जाना
बररु :: जुआँ बाँधने मोटी रस्सी
बरवै :: फूल आदि से लदा हुआ; छंद विशेष
असबाब :: सामान, माल
असमानी :: दैवी, सुलतानी; भगवान का या राजा का (हुक्म); अपनी शक्ति के बाहर की बात
असम्हौ :: असंभव
असरेइब :: सेंवा करते रहना, पालना, आश्रित रहना
असाई :: मक्खी, जो सड़ी वस्तुओं, या घावों आदि पर मल त्यागकर कीड़े पैदा करती है
असाढू :: मोटी सिल्ली
असाधि :: अत्यन्त सुस्त, बहुत ही आलसी, जो उठने-बैठने में आलस्य करे
असिल :: सच्चा, खरा; असिली
असौ :: इस वर्ष
अस्तीन :: बुशर्ट आदि की बाँहों का अगला भाग
बरसी :: अंगूठे में पहनने की अंगूठी, श्राद्ध विशेष
बरहँछा, बराँछा :: अरहर की झाड़ियों का कूँचा
बरहा :: खेतों में पानी लाने के लिए रास्ता; नाली
बरही :: मयूर
बरही :: बारह दिन या ९/१२ अंश वाला
बराँभन :: ब्राह्मण
बरारी :: रस्सी, जिससे हेंगा बाँधा जाता है
बराव :: भेद, विवेक, परहेज
बरियत, बरेत :: मोटा रस्सा
बरिया :: छोटे आकार का खेत; उड़द की दाल से निर्मित पकवान विशेष; कोलवा
बरियार :: तगड़ा, साहसी
बरु :: बल्कि, अच्छा हो, भले ही
बरुआ :: वह व्यक्ति, जिसको यज्ञोपवीत धारण कराया जा रहा हो; बालू
बरुआर :: डाकू
बरुक :: बल्कि, भले ही
बरुका :: पानी पीने का मिट्टी का बर्तन
बरेल, बिरैल :: हल में हरीस रोकने वाली लोहे की कील
बरोठु :: बाहर का बड़ा कमरा, जिससे रास्ता भी हो
बरोरीं :: जबरदस्ती, हठ करके
बरोह :: बरगद की जटाएँ
बर्दिया, बर्धिया :: बैलों का व्यापारी
बर्दिया, बर्धिया :: बंजारा
बर्द्ध :: बैल
बर्र :: जुआँ बाँधने की मोटी रस्सी
बर्रा :: धारीदार
बसैंल :: वह गाय आदि मादा जानवर, जो हर वर्ष बच्चा देती है
बलकिन :: साथ ही, बल्कि
बलगमु :: कफ
बलगर :: शक्तिशाली
बलथक :: बलहीन
बलफबु :: बहँकना, बल दिखाना
बलहनु :: छप्पर में लगने वाला लम्बा बाँस
बलहा :: जिस बैल के माथे से नथुने तक श्वेत रंग की रेखा हो
बलहा :: आयोजन
बलाय :: बला, आफत
बलाहक :: लाल मोता
बलु :: टेढ़ापन, ताकत, सहारा
बलौंछा :: पटसन के पौधे का ऊपरी भाग
बलौंछी :: हल का एक भाग विशेष
बल्लमु :: भाला
बल्ला :: डलिया बुनने में प्रयुक्त पतावर आदि की मुलायम पत्ती, होली में छोड़ने हेतु प्रयुक्त गोबर के उपले विशेष
बसंधरु :: देवताओं के निमित्त निकाली या दी गयी अगियारि
बस :: सुअर की चर्बी, मोटर
बस :: पर्याप्त होने का संकेत;
बस गिति :: गाँव, बस्ती
बसकोरु :: धानुक (जाति विशेष)
बसर :: गुजर, निर्वाह
बसही :: स्त्री, पत्नी
बसियानि :: बासी
बसियार :: गुड़ बानाने का स्थान
बसेंट :: छोटा बाँस
बसेंड़ :: बसेरा
बसेलिया :: बाँस की फर्चियों से निर्मित डलिया
बस्यार :: निवास, ठौर, कब्जा
बहकउना :: बहाना
बह :: बैलों को दाएँ मोड़ने की बोली
बहतरा :: नटखट, दुष्ट
बहदुरा :: चने की फसल आदि में लगने वाला कीड़ा
बहना :: गन्ने का रस पकाने के लिए प्रयुक्त बड़ी भट्ठी
बहपट :: आवारा
बहम :: भ्रम, साहस
बहमी :: साहसी
बहरवाँसू :: जो बाहर रहे (बाहर+वास)
बहलि :: ढकी हुई दरवाजेदार बैलगाड़ी
बहवाँ :: पाटा, सेरावनि
बहागल्ल :: आवारा, घुमक्कड़
बहा ठप्पा :: आभूषणों को ढालने में प्रयुक्त ठप्पा विशेष
बहिंगा :: पानी ढोने में प्रयुक्त डण्डा, जिसमें दो बर्तन बांधे जाते हैं
बहिपार :: आवारा, सदैव बाहर घूमने वाला
बहिया :: बाढ़
बहिर :: बहरा
बहिला :: जो गाय या भैंस गर्भिणी न होती हो; ठाँठ
बहुँटा :: बाजू का गहना विशेष
बहुगुनवाँ ठप्पा :: विशेष प्रकार का ठप्पा, जिससे गहने ढाले जाते हैं
बहुरबु :: लौटना, वापस आना
बहुरिया :: पुत्रवधू; बहुरेवा
बहुरी :: जौं का लावा
बहेंड़ :: स्थान, जहाँ से खेत का पानी बहता हो
बहेतू :: जिसका पता-ठिकाना न हो (व्यक्ति अथवा पशु)
बहेल्ला :: जो फेंकने योग्य हो, बेकार, काहिल (व्यक्ति)
बाँक :: टँड़िया के ऊपर पहना जाने वाला स्त्रियों का एक आभूषण, चूड़ी विशेष, दबाने में प्रयुक्त यंत्र
बाँगरु :: कृषि के अयोग्य भूमि, बैलगाड़ी में प्रयुक्त लम्बे दो बाँस
बाँगा :: सरसों की उपजाति
बांगुर, बांगुरी :: घोड़े की पीठ पर चढ़ने-उतरने में प्रयुक्त रस्सी के फंदे
बांचबु :: पढ़ना
बाँट :: तोलने में प्रयुक्त भार विशेष के लौह-खण्ड, बँटवारा
बाँठा :: बहुत छोटे कद का
बाँड़ा :: वह पशु, जिसकी पूँछ टूट या कट गई हो; अकेला
बांदी :: सेविका, दासी
बाँबि :: गड्ढे में रहने वाली मछला
बाँबि :: जमीन में निर्मित जन्तुओं का घर
बाँभन :: ब्राह्मण
बाँसा :: नाक की मुख्य हड्डी
बाँसुड़ी :: बंसरी, वंशी
बाँहू :: हाथ का गहना विशेष
बाउस :: पुरुषार्थ, शक्ति
बाकला :: माला आदि में प्रयुक्त चमकीला गोटा
बाकला :: मुकेश
बाग, बागि :: लगाम, उद्यान
बागड़बिल्ला :: बेढंगा व्यक्ति
अस्सेरा :: आधा सेर का बाँट
अहँका-तोहकी :: तर्क-वितर्क, अपनी-अपनी बात को सिद्ध करने की प्रक्रिया
अहँजबु :: (शरीर को) तोड़ देना, निर्बल कर देना
अहँड़ा :: बर्तन (प्रायः मिट्टी के); भाण्ड
अहँड़ोरबु :: जी मिचलाना, उथल-पुथल मचाना
अहंदबु :: भोजन करना (उपेक्षित); पीटना
अहंदा :: धसने योग्य कीचड़
अहंदिक :: खूब, कसके, आवश्यकता से अधिक
अहंदु :: दल-दल; गड्ढा; अहंदा
अहक :: उत्कंठा, हार्दिक इच्छा
अँड़बु :: रुकना; हठ करना
अँड़ार :: पशुशाला
अँड़िया :: बाजरे की पकी हुई बाल; अटेरन पर लपेटा हुआ सूत
अंड़ुरी :: कपड़े या रस्सी से बनी अड्डी, जो स्त्रियाँ सिर पर घड़ों के नीचे रखती हैं
अँतरा :: सामयिक अंतराल; अधिक कच्चे दानों का भुट्टा
अंतरिख :: अंतरिक्ष
अँतरी :: जुताई में दो कूँड़ों के बीच में छूटी हुई जमीन; मक्का के वे छोटे-छोटे भुट्टे, जिनमें दाने न पड़े हों
अंते :: अन्यत्र
अंदुआ :: हाथी के पैर में डाली गई काठ की बेड़ी
अंदेसा :: सन्देह
बागर :: स्त्रियों का एक गहना
बाघी :: पशुओं का एक घातक रोग, जो कभी-कभी मनुष्यों को भी हो जाता है
बाङड़ :: बेढंगा
बाछ :: चंदा
बाछा :: बछड़ा; बछरा
बाजीगढ़ :: बाज़ीगर
बाजू :: दरवाजे की खड़ी पट्टी; -बन्द- हाथ का गहना विशेष
बाझबु :: भिड़ना
बाटि :: टोकरा आदि का ऊपरी किनारा
बाताबरन :: वार्तालाप, वातावरण
बाती :: झाँकरों को जोड़कर बनाये गये मोटे-मोटे लट्ठे, जो छप्पर व भीट में लगाये जाते हैं, बत्ती
बाध :: मूंज की पतली रस्सी, जिससे चारपाई बुनी जाती है
बाधवाई :: व्यर्थ, बेकार
बाधी :: बैल आदि हाँकने के लिए प्रयुक्त चमड़े की पट्टी
बानगी :: अनाज का नमूना, जो क्रय-विक्रय के समय उपस्थित होता है
बाना :: भेष, पहनावा, बारीक धागा, एक पौधा, जो दूसरे पेड़ों पर उगता है
बानाबन्तु :: व्यवस्था, साइत
बाफ :: वाष्प, भाप
बाबरी :: सिर के आगे रखे हुए बड़े-बड़े बाल
बाबीन :: तागे की पुल्ली
बाबुल :: पिता
बामकी :: भविष्य जानने या अद्भुत बातें बताने की विद्या
बायर :: पर्याप्त
बायल :: बदली के बीच खुला (दिन), वर्षा का रुककर बादल का छँटा हुआ (रूप)
बारन :: हँसिया का वह नुकीला भाग, जो बेंट के भीतर रहता है
बारबु :: जलाना
बारहाँ :: बलशाली, बहादुर
बारा :: पौधों की पतली जड़
बारा :: बारह
बाराजोरी :: संग-साथ, संयुक्तावस्था में
बारिगह :: बड़ा शामियाना, जिसके नीचे लगभग दस हजार लोग बैठ सकतें हैं
बारी :: नाक व कान में पहनने का स्वर्ण आभूषण; फलों का खेत; जाति विशेष; क्रम
बारीक :: उम्दा, महीन
बालबाँखीरा :: फल विशेष, यह पेट के लिए अत्यन्त लाभप्रद होता है
बालबाँखीरा :: बालमखीरा
बालम :: पति, प्रियतम
बाला :: कान में पहना जाने वाला छल्ला
बाला :: पवित्र, ईमानदार
बाली :: गेहूँ आदि की बाल; कर्णाभूषण
बालूचर :: चिलम पर पीने का एक नशा
बापेमियाँ :: मुसलमानों के एक पीर (कहा.) "एक हाथ कै बालेमियाँ, नौ हाथ कै पूँछि"
बावँ :: जोतते समय हल के कूँड़ में चले जाने पर बन गया निशान या टेढ़ापन
बासिंदा :: निवासी, रहने वाला
बाहँ :: जुताई की संख्या या पूरा काम; भुजा; ताड़ी निकालने का अड्डा
बाहबु :: बैल आदि द्वारा गाय आदि के साथ संभोग करना
बाहबु :: गर्भ धारण करना
बाहरि :: सींचने के पानी को नीचे से ऊपर ले जाने का मार्ग
बाहा :: छोटा नाला, पानी बहने का मार्ग
बाहीं :: खेत का वह टुकड़ा, जो एक बरहा से सींचा जाए; जुताई की संख्या
बाहुक :: लकड़ी का खम्भा, जो मकान की छत को रोकने हेतु लगाया जाता है
बिअहुती :: वह लड़की, जिसकी शादी अभी हुई हो
बिकसबु :: फूलना, खिलना, खिंचना (तागों का)
बिखड़बु :: क्रुद्ध होना
बिगर :: बिना
बिगर :: बिगाड़
बिगवा :: भेंड़िया
बिगहा :: पैमाना विशेष, बीघा
बिचऊपुर :: बीच का स्थान; काल्पनिक स्थान; अनिश्चित स्थान
बिचकउठा :: बीच का घर
बिचारबु :: चुनना (ठीकअंश), विचार करना, ज्योतिष देखना
बिचुकबु :: किसी को देखकर चौकन्ना हो जाना; विजुकबु
बिछिया :: पैर की उंगलियों में पहनने का आभूषण
बिछुआ :: पट्टी की तरह कमर का आभूषण, एक जल जन्तु विशेष
बिछुलबु :: फिसलना; रपटबु
बिजलउबु :: किसी की नकल करते हुए परेशान करना या चिढ़ाना
बिजायढु :: भुजा का आभूषण विशेष
बिजुकबु :: किसी चीज को देखकर जानवर का चौकन्ना होना
बिजुली :: कच्चे आम के अन्दर की कोमल गुठली, विद्युत
बिज्जो :: बाँस के झुरमुट में रहने वाला बिल्ली जैसा जन्तु
बिटचर :: शूकर, कौआ
बिदुहुरा :: कंड़ों का सुडौल ढेर
बिड़मना :: निंदा
बिड़र :: दूर-दूर (बोया या उगा हुआ)
बिड़वा :: पुआल का बना हुआ गोल छोटा मोढ़ा
बिढ़ता :: कमाया हुआ (अन्न, धन आदि)
बितउबु :: व्यतीत करना
बितान्य :: चंदोवा
बिती :: प्रकार
बित्ता :: बारह अंगुल की माप
बित्थार :: विस्तार, दर्द
बिदखोरबु :: खोद कर खराब करना
बिदगउवि, बिथरउबु :: बिखराना
बिदहबु :: निराई क बाद मक्का आदि फसल को गोड़ने के बजाय दूर-दूर जोतना
बिदुरबु :: टेढ़ा हो जाना (ओंठ)
बिदोर :: देखने में मूर्ख
बिद्दति :: परेशानी, विपत्ति, बुराई
बिधना :: ब्रह्मा, सृष्टिकर्ता
बिधाँ :: विधि से, भाँति
बिननि :: बिनावट; बिनवट
बिनवर :: जूते में लगा पैतावा, कपास का बीज; छापर
बिनिया :: (अन्न) बीनने का समय
बिनुआ :: बीना हुआ कंडा, जो जंगल से बीना गया हो, हाथ से पाथे हुए कण्डे को 'पथुआ' कहते है
बिन्धबु :: लिपटना
बिन्नी :: किंवाड़ों को एक-टूसरे में फंसाने के लिए एक किंवाड़ में लगी खड़ी पट्टी, पलक के बाल बरौनी; बेनी
बि-न्वादा- :: छत के बीच में हउदा रखने का स्थान
बिबरा :: बुवाई समाप्त होने पर छोटे बच्चों एवं हलवाहों को दिया गया अन्न
हिमउटु :: भूमि में बना हुआ साँप आदि जन्तुओं का घर या उसके ऊपर का भाग
बिमरस :: रोब, विमर्ष
बिम्बाफलु :: लाल कुंदरू
बियहुता :: ब्याह का कपड़ा
अहका :: जोर की प्यास
अहकाइब :: तरसाना, अहक पूरी न होने देना
अहतर :: पोशाक में लगा भीतरी कपड़ा; अस्तर
अहथाप :: स्थापना
अहथिर :: स्थिर, निश्चिंत, शांत
अहदंकबु :: डर जाना, घबरा उठना
अहदियाबु :: घबराना
अहदी :: सुस्त
अहरबु :: छील कर सीधा करना (लकड़ी); छक लेना
अहरा :: दीवालों में बनाये गये आल या ताख; चूल्हे के बाहर कहीं जलाने हेतु लगा सुडौल कंड़ों का ढेर; आल, ताख, आर
बिया :: बीज
बियाबु :: गाय आदि मादा जानवरों का बच्चा देना
बियारि :: बीजयुक्त, कड़े बीज वाली
बियारी :: ताजा (दूध)
बियासबु :: गेहूँ आदि में पेंड़ी से कल्ले निकलना
बिरई :: पौधा; बिरवा
बिरझयाबु :: क्रुद्धवश बिगड़ना
बिरतन्तु :: वृतान्त
बिरति :: बहुत रात, विलम्ब
बिरथा :: व्यर्थ, बेकार
बिरन :: भाई, प्रियबंधु; बिरना
बिरलै :: शायद ही, कठिनाई से
बिरवा :: पौधा; बीड़ा
बिरवाही :: छोटे पौधों का समूह
बिरादरी :: जाति
बिरान :: पराया
बिरिया :: कानों में पहनने का आभूषण, पान का बीड़ा
बिरैल :: हल में हरीस रोकने के लिए लगी एक लकड़ी; काँटा
बिरोग :: हार्दिक दुःख
बिर्ति :: दान में दी हुई भूमि
बिलंगबु :: चढ़ना
बिलंद :: उच्च, जोरदार, बुलंद
बिलउटा :: नर बिल्ली
बिलटबु :: उलट जाना, नष्ट हो जाना, ढेर-सा देना
बिलनी :: एक उड़ने वाला कीड़ा, जो मिट्टी का घर बनाता है, आँखों के किनारे होने वाली छोटी फुंसी
बिलबिलाबु :: घुटन से पीड़ित होना, घबरा जाना
बिलम :: देर
बिलम्हाइब :: फँसा रखना, रोकरखना
बिलरहवा :: जुताई में बैलों के विपरीत दिशा में मुड़ जाने का कार्य
बिलल्ला :: बेढंगा
बिलांग :: फलास के खेल में मोहर की जगह रुपया-पैसा चलने की स्थिति
बिला :: बिना, बगैर
बिलान :: नष्ट प्राय
बिलाबु :: गायब हो जाना
बिलारी :: दरवाजे को भीतर से बंद करने की लकड़ी; सिटकिनी
बिलारू :: हरीस में अगले कीलों के साथ लगने वाली खाँचेदार लकड़ी
बिलिया :: मिट्टी की कटोरी
बिलिर-बिलिर :: सिसक-सिसक कर आँसू बहाते हुए (रोना)
बिलुका :: छेद
बिलेंट :: चूहे आदि द्वारा बनाया हुआ खेत में बड़ा छेद
बिलोरबु :: मथना
बिल्लाबु :: परेशान होना, उकता जाना
बिसा :: बीज
बिसाबु :: मान्य होना, बात चलना, अस्तित्व होना, संकट पड़ना
बिसाहिन :: मछली-सी बू वाला
बिसुआ :: खेत से पहले पहल काटकर लाया हुआ नया हरा अन्न, बीघे का बीसवाँ अंश
बिसुआ :: औली
बिसुआबु :: चोट आदि का प्रकोप बढ़ना
बिसुकबु :: दूध देना बन्द करना (पशु का)
बिसेंडी :: व्यंग्य भरी हुई बात
बिसेख :: विचित्र प्रभाव या बात
बिहतुइया :: छिपकली
बिहतुर :: दूर, ओझल
बिहफै :: बृहस्पति (दिन)
बिहानु :: प्रातः काल
बिहून :: देखने में भद्दा, मूर्ख
बींजड़, बींजर :: छोड़ा गया बकरा
बीजर :: बीज को जला देने वाली भूमि
बीजू :: बीज से उत्पन्न (कलम न किया हुआ, आम आदि)
बीरर :: बखील; बिड़र
बीरा :: ईंट का लम्बाई-मोटाई में फटा हुआ आधा अंश, पान की पुड़िया, बींड़ा, चुनौती की स्वीकृति
बीरी :: छेद करने में प्रयुक्त यंत्र
बीरौ :: बिरवा-पौधा
बीहड़ :: लम्बा-चौड़ा एवं मजबूत (व्यक्ति, वस्तु); ऊबड़-खाबड़ व घना; साहसी
बुकनी :: बूका (पिसा) हुआ पदार्थ
बुकला, बोकला :: छिलका
बुकवा :: उबटन
बुजरी :: निर्बल, नालायक
बुज्जहिया :: गन्ने की पतोई का प्रारम्भिक रूप
बुज्जा :: बुलबुला
बुझारति :: सन्तोष
बुट्टबु :: उड़ा देना, लेकर भाग जाना
बुड़जरी :: नालायक स्त्री
बुड़हा :: मजदूरी के अतिरिक्त हलवाहे को प्रदत्त पैसे या अनाज
बुडुआ :: जो पानी के भीतर डुबकी लगाकर गिरी हुई चीज़ उठा लावे
बुड़क्की :: डुबकी
बुढ़नाबु :: (अंग का) ठण्ड से ठिठुर जाना
बुढ़भस :: बुढ़ापे के दुर्गुण
बुत :: भला
बुताति :: (खाने-पीने का) सामान
बुताबु :: बुझ जाना
बुत्त :: मूर्ति
बुत्त :: चुपचाप
बुत्ता :: प्रोत्साहन
बुनका :: बिंदी; बूंद
बुनेला :: बढ़िया
बुसौंड़बु :: अरहर की पत्तियों को पीटने के बाद ओसाना
बुन्ननद :: नींव; जड़; यथार्थ
बुल्ला :: बुलबुला (पानी का)
बूक :: मुट्ठी
बूकबु :: पीसना; बोलना
बूझ :: बुद्धि
बूझबु :: जानकारी करना, उत्तर देना, समझना
बूट :: हरे चना की फली; -जूता-क्रुम चमड़े का जूता
बूड़ा :: बाढ़
बूत :: बूता, शक्ति
बूरा :: शक्कर
बूह :: व्यूह (चक्रव्यूह)
बेंची :: बिक्री का दस्तावेज
बेंटि :: पंक्ति, किनारा
अहरी :: जानवरों को पानी पिलाने के लिए प्रयुक्त ईंट आदि का बना बड़ा बर्तन; चरही
अहली करबु :: पानी भरे खेतों में जुताई करना
अहसन :: धान
अहहुँ :: हूँ
अहिका :: इसका
अहिबातु :: सधवापन, सौभाग्य
अहिर :: यदु क्षत्रिय को, जिनके वंशज यादव कहलाये, प्राप्त उपाधि सं. अहि (साँप) + ईरः (मारने वाला); गोपालक
अहिलउबु :: पेशाब करना; ढरकाना
अहिलौ :: पर्याप्त
अहिलौ :: बाढ़
बेंटु :: कन्नी आदि का हत्था
बेंड़कना :: दरवाजे आदि में रोक हेतु लगाया गया डणडा
बेंड़का :: तिरछा, बैंड़ा
बेंड़ियउबु :: काट गिराना, छोटे-छोटे टुकड़े बना देना
बेंड़ी :: पानी उलीचने की टोकरी
बेंड़ेम :: गोद में
बेंड़ौरी :: खरपतवार
बेंदी :: सुनारों में प्रचलित 'चाँदी' का गुप्त नाम; आभूषण विशेष
बेंदुआ :: रस्सी के द्वारा कसी हुई जाँत की एक लकड़ी
बेंवड़ :: दरवाजा बन्द करने में प्रयुक्त लकड़ी की साँकल
बेंवड़ा :: झोपड़ी का दरवाजा
बेंवार :: लम्बा छेद, दराज
बेई :: बारी 'बेरि' का 'र' लुप्त होकर यह शब्द बना है
बेउहार :: ब्यवहारी
बेकरका :: किसी के मरने का १० वाँ दिन
बेकूफ :: मूर्ख
बेगी :: बेगम या रानी (ताश के खेल में)
बेगुचा :: बगुचा' देखिए
बेखटके :: निडर, बिना झिझक
बेजा :: अनुचित
बेजाप्ता :: नियम विरुद्ध
बेजार :: बीमार, नाराज
बेझरा :: चना-जौं का मिश्रण
बेझरा :: बेर्रा
बेटहना :: छोटा या खराब लड़का
बेठन :: बांधने का वस्त्र
बेड़िन :: नाचने गाने वाली जाति; पतुरिया
बेड़िन :: दुश्चरित्र
बेढ़ई :: आलू भरी रोटी
बेढ़ा :: खेत या बगीचे के चारों ओर लगा कँटीला तार आदि
बेतरह :: बुरी तरह (बिगड़ना)
बेतहरि :: अधिक बच्चे दे चुकने वाली (गाय आदि)
बेतहासा :: अत्यधिक
बेतुका :: अनुचित, बेमेल
बेदवार :: वेदज्ञ
बेध :: शामत
बेनउठा :: बाँस का छोटा टोकरा
बेनाबंदी :: गहना
बेनिया :: छोटा हस्त पंखा
बेनी, बेन्नी :: किंवाड़ों में लगी लम्बी पट्टी, जो परस्पर रोकने का काम करती है; पान-पान के आकार का एक आभूषण; बिन्नी
बेनुली :: जूड़ा बनाने में सहायक एक गोल छल्ला विशेष
बेफाँट :: निरर्थक
बेफै :: बृहस्पति
बेबस :: विवश, पराधीन
बेबाक :: नष्ट, निस्तरित
बेंभाँनि :: बेमेल, बुरा लगने वाला
बेमता :: पेड़ों पर रहने वाला लाल चींटा
बेराम :: बीमार
बेरि-बेरि :: बार-बार
बेरिया :: समय, वक्त
बेर्रा :: कुमुदिनी के बीज; बेझड़ा
बेलंभउबु :: रोक रखना; चुप करना
बेलउंजा :: फसल को नष्ट करने वाला खर या घास
बेलउना :: रूई का घानु या ढेर
बेलगरा :: मछली विशेष
बेलचूड़ी :: कलाई का गहना विशेष
बेलझरा :: जंगली बेर, झलबेरी
बेलन्दा :: बैलगाड़ी में लगा लकड़ी का पुर्जा विशेष; घास
बेलल्ला :: बेढंगा
बेलवा :: कटोरा
बेलि :: गुड़ की पारी; भेली
बेलिया :: छोटा कटोरा
बेली :: लताएँ, पतली रोटी, चपाती
बेलौस :: ममताहीन
बेवँ :: चाक का वह गड्ढा, जिसमें डण्डा डालकर चाक घुमाया जाता है
बेवहरु :: कर्ज
बेवा :: विधवा
बेसर, बेसरि :: नाक का आभूषण; मोल लेना, नथुनी
बेसहनी :: खरीद
बेसहबु :: मोल लेना; खाना; स्वीकार करना
बेसही :: पत्नी
बेसही :: खरीदी हुई
बेसारु :: खेतों में बोने में प्रयुक्त बीज
बेसी :: अधिक
बेहना :: रूई धुनकने वालों की एक विशेष जाति; धुनिया
बेहून :: कुरूप
बैंढ़ :: बेंड़ी में नीचे प्रयुक्त चमड़े की वह डोरी, जिससे रस्सियाँ बाँधी जाती हैं
बैकल :: मूर्ख, बेढंगा
बैकुण्ठी :: कान का गहना विशेष
बैठाहुर :: जो प्रायः बैठा रहे कुछ काम न करे
बैतबाजी :: अंत्याक्षरी
बैदरा :: बैद्य की (सोंट)
बैनु :: रिश्तेदारी से संस्कार विशेष में आई हुई पूड़ी या मिठाई (जो गाँव में बँटवाया जाता है), वचन, वाणी
बैपरबु :: व्यवहार में लाना, काम में लेना (वस्तु का), उपभोग करना
बैरंग :: जिस पर महसूल लगे (पत्र); शीघ्र पहुँचने वाली
बैलट :: शक्ति, इंजन, पानी निकालने का साधन विशेष
बैलट :: मत
बैलर :: फूहड़
बोंका या बोंटु :: कीड़ा, जो कूद-कूदकर चलता है, घसकुद्दा
बोंड़र :: जुएँ' का एक विशेष भाग
बोई :: रबी की बुआई समाप्त होने पर किया गया पर्व, जिसमें बैलों को भी भोजन दिया जाता है
बोउनी :: बोने की क्रिया
बोक :: बड़ा बकरा
बोकरिहा :: बकरी पालने वाला
बोका :: सिंचाई के काम आने वाला बड़ा टोकरा
बोखा :: जिसके कोई भी दाँत न हों (पुरुषों में)
बोगी :: जल स्त्रोत निकालने हेतु प्रयुक्त यंत्र विशेष
बोङ :: बड़ा सा मोटा डण्डा
बोझु :: फसलों आदि का गट्ठा, भार; गट्ठा
बोड़रा :: लहंगे का वस्त्र
अहिवात :: सुहाग, सधवापन
अहुजी :: एक व्यंजन, जिसमें दूध, चावल और जीरे के साथ लौकी के बारीक लच्छे पकाये जाते हैं
अहेरिया :: शिकारी; अहेर करने वाला
अहेरिया :: अहेलिया
आँकन :: ज्वार की लटों का भूसा; दोष
आँकर :: उच्च कुलीन; गहरा
आँकरि :: दिल में लगने वाली; गहरी; अभद्र
आँकु :: बैलगाड़ी का वह पुर्जा, जिसमें लोहे की धुरी लगाई जाती है
आँखा :: आलू आदि में अंकुर फूटने के स्थान या (अक्षि); लोहे या चमड़े का चलना, जिससे कोई वस्तु छानी जाती है
आंगा :: अंगरखा
बोड़ा :: बड़े दाने की एक फली, जिसका साग खाया जाता है
बोड़ियाँ :: जिस बैल की टांगें अधिक लम्बी हों
बोता :: ऊँट का बच्चा
बोदा :: सुस्त, भद्दा
बोदा :: कीचड़
बोबा :: स्तन (दूध भरा हुआ)
बोय :: बदबू, दुर्गंध
बोरदार :: घुंघुरु वाला
बोरु :: भेद, रहस्य; जल-स्त्रोत, गड्ढा
बोरो :: एक प्रकार का चावल, जो पानी में होता है
बोरो :: फँसही
बोह, बोह्य :: (जल में भैसों का) आनन्द; घमण्ड
बोहनी :: बिक्री का शुभारम्भ
बोहनी-बट्टा :: नकद शुरुआत
ब्यउंगबु :: चमड़े में निशान लगाना
ब्यउंगी :: कठोर लकड़ी या सींग से बना यंत्र, जिससे चमड़े पर निशान लगाया जाता है
ब्यल्हराबु :: बच्चों का, किसी को परेशान करते हुए हँसना
ब्याँड़ा :: विभाजक दीवार, टुकड़ा
ब्याँड़ा मारबु :: वाहन को वाहन के आगे खड़ा कर रोकना
ब्याझबु :: जानवरों द्वारा सींग से किसी वस्तु को खोदकर गिराना या बिखराना
ब्याढ़ :: रोपने में प्रयुक्त पौधा
ब्यात :: ब्याने की संख्या; बियात
ब्याधि :: कष्ट, अड़चन
ब्याना :: हाथ से धौंकने वाला पंखा
ब्यार :: फल विशेष, बेर
ब्याहबु :: विवाह कऱ देना या कर लेना
ब्यूह :: खाट आदि की बुनावट में बने छेद, घेरा
ब्रिसलेट :: हाथ का गहना विशेष
ब्वांगा :: छोटे कद का बैल
ब्बाज :: हल में फँसा हुआ मिट्टी व घास का मिश्रण
ब्बाज :: लेटारु
ब्वाटा :: मोटी लकड़ी के गुटके
ब्वादा :: कीचड़
ब्वादा :: सुस्त
भंगडु :: वाद-विवाद, भड़भड़
भँजाइबु :: भजाना (पैसा तोड़ाना)
भँटइती :: भाँट का सा व्यवहार
भँड़खेलि :: गड़बड़ी
भंड़रौ :: गन्ना पेराई का वह पहला दिन, जब गुड़ भी तैयार होता है
भँड़वन :: मिट्टी का पात्र
भँड़सार :: रसोईघर
भँड़ा :: किसी भारी वस्तु को उठाने में प्रयुक्त लकड़ी
भँड़ियही-भँड़ियाही :: घर में घुसकर चोरी करने की आदत
भँड़िया :: मिट्टी की हण्डी
भँडुआ :: वेश्या के साथ रहने वाला पुरुष; गुलाम; नीच व्यक्ति
भँड़ेरि :: गड़बड़ी
भँड़ेहरी :: डेहरी आदि रखने की कोठरी या कमरा
भंभुहा :: सावाँ का भूसा
भंभूरि :: दल, समूह
भँवक्खा :: जिसकी आँखें टेढ़ी हों
भँवरकली :: बकरियों के गेरावँ में लगा लोहे का अंग, जो उनके घूमने पर घूमता रहता है
भँवरि :: नदी आदि के पानी का चक्रवात, सिर में बना बालों का चक्र
भंसारु :: भण्डार
भँसीड़ :: सब्जी विशेष
भ :: हुआ, हो गया
भइँडयाबु :: लड़ने की मुद्रा में खड़ा होना
भइने, भइना :: भांजा, बहिन का पुत्र
भइपनु :: भ्रातृत्व
भउजी :: बड़े भाई की स्त्री
भकचुम्मा :: जो कुछ बोल न सके
भकभेलर :: फूहड़, बेढंगा
भकस :: मन में छिपा असन्तोष, भड़ास
भकुहा :: जो कुछ कर न सके, निःसहाय एवं मूर्ख
भक्कलु :: छेद
भक्खर :: खाने का स्थान; बलि-वेदी
भख :: भोजन
भखवइया :: भाखने वाला, भविष्यवाणी करने वाला, स्वीकारकर्त्ता
भगंदरु :: प्रसिद्ध रोग, जिसमें गुदा से मवाद या पीव आता है
भग :: स्त्री की गुप्तेंद्रिय, गुदा
भगति :: कीर्तन, भक्ति
भगमच्छरु :: शोरगुल, झगड़ा
भगवा :: छोटा-सा कपड़ा, जो गुप्तेन्द्रियों पर गरीब लोग लपेट लेते हैं
भगुति :: विभूति, सम्पत्ति
भगोहड़ा :: भागने वाला या भागा हुआ व्यक्ति
भग्गलु :: इज्जत
भङरा :: कीड़ा विशेष, बोरे का टुकड़ा, पुराने कम्बल का भाग
भचक :: पैर की खराबी, चलने में अड़चन
भच्छनागु :: भूख की अधिकता
भटक :: संदेह, दुविधा
भटभटी :: ऐसी अवस्था, जिसमें चकाचौंध के कारण न दिखाई पड़े
भटभ्यारा :: मिलन, संयोग, सामना
भठिया :: धोबियों की भट्ठी; कण्डों (उपलो) का सुडौल ढेर
भठियारा :: भट्ठी चलाने वाला, रोटी पकाने वाला (मुसलमान)
भड़ंग :: दिखावा, व्यर्थ की बनावट
भड़कदंता :: जिस बैल के सब दाँत समय से पूर्व निकल आवें
भड़कील :: देखने में सुन्दर व बड़ा
भड़रबु :: खुरपी से मिट्टी (पौधे की जड़ की) खोदकर उलट देना
भतइत :: हलवाहा, जो भाता पर काम करे
भतरहा :: भूना या उबला हुआ पदार्थ, जिसमें कोई भाग गला न हो
भतरिन्हा :: खाना बनाने वाला
भतार :: पति, मालिक
भदेस :: भद्दी
भद्दरा :: खराब मुहूर्त;(कहा.) "घरी मँघर जरै नव घरी भद्दरा"; सन्नाटा
भद्दा :: धूल
भद्दा :: धूमिल, खराब
भद्दि :: बदनामी, दुर्गति
भनछबु :: फिरते रहना, तलाश करना
भनबु :: कहना, वर्णन करना
भन्ना :: बैलगाड़ी में चौड़ाई में लगने वाले बाँसों के छोटे होने पर उनमें जोड़े गये छोटे बाँस, अदायगी
भन्ना मारबु :: व्यापारियों द्वारा छोटे व्यापारियों को रकम न देना
आंगी :: स्त्रियों के सीने पर धारण करने वाला वस्त्र विशेष; अंगिया
आँच :: अग्नि की गरमी; अस्तित्व
आँचरु :: अंचल पर रहने वाला धोती का सिरा; स्तन; अँचरा
आँचा :: परिपक्व; अच्छा
आँजनु :: आँख का अंजन
आँट :: मचान; उंगुली का अगला पोटा
आँठा :: माँस अथवा जमे हुए लहू का छोटा टुकड़ा
आँठी :: जमा हुआ दही
आँड़ा :: पतावर का फूला हुआ अंश
आँड़ा-डोइयाँ :: बिना सोचे-समझे; जो जैसा था वैसे
भन्नाबु :: भिनभिनाना, भन्न-भन्न की या फटी आवाज़ करना; नाराज होना
भभक्का :: बड़ा छेद
भभरी :: वृद्धावस्था या बीमारी के कारण उत्पन्न होने वाली शारीरिक सूजन
भयवादी :: बिरादरी, भाई चारा
भरकुंडा :: ऐसी जुताई, जिसमें 'कूँड़' कुछ अन्तर पर बनते हैं
भरजालि :: भार्दूल
भरमजालु :: दायित्व, भ्रमजाल
भरमबु :: भ्रम में पड़ना, घूमना
भरसा :: छत की कमजोर बल्ली को रोकने हेतु दीवाल से टिकाकर लगाई गई लकड़ी
भरसायँ :: अन्न भूनने का चूल्हा
भरहर :: छिद्रयुक्त; बीड़र; मोटा
भराव :: फर्नीचर विशेष
भराव :: गहरा
भरी :: तोला
भरुआमटका :: पेशाब करने में प्रयुक्त मिट्टी का बर्तन
भरुहाबु :: परेशान होना, उपेक्षित करना
भर्ती :: लेई द्वारा चिपकाया जाने वाला टुकड़ा; नियोजन
भर्रा :: अनाज से मिट्टी आदि छानने का पात्र, चलना; मंझा के नीचे बंधी हुई मोटी रस्सी को कसने में प्रयुक्त लकड़ी
भलकुछु :: हर तरह से, सब कुछ
भलमंसी :: सज्जनता
भलिपूछौ :: सच पूछो तो
भलेमानुस :: सज्जन
भवँरि :: पानी का चक्रवात; चक्र
भवँरी :: भाँवर
भवर :: विचार, मंसूबा
भवातुलि :: मंडराती हुई
भसमी :: गंभीर या सघन, भस्म
भसमु :: साथी, भस्म, पालन-पोषण
भसोटु :: शक्ति प्रायः दूसरे को ललकारने में प्रयुक्त
भाँज :: रोक, विघ्न, ऐंठन
भाँजबु :: रस्सी की अनेक लड़ियों को एक में लपेटना
भाँटा :: बैंगन
भाँड़ा :: बर्तन
भाँपत :: खेत का वह भाग, जहाँ पलड़ों द्वारा उचित दूरी पर खाद न गिराई गई हो
भाँपबु :: परख लेना, ताड़ना
भाँयँ-भाँयँ :: निर्जन स्थान में सन्नाटे की आवाज
भाखबु :: कहना, भविष्यवाणी करना
भागि :: भाग्य, नियति
भाठि :: मांद
भाठि :: भारि
भाता :: हलवाही करने की वह पद्धति, जिसके अनुसार उसे पूरी उपज का १/६ भाग मिलता है
भाती :: धरोहर, सम्पत्ति
भाती :: अधिक कच्ची
भाबिता :: भवितव्यता, भावी
भाभी :: भवितव्यता, बड़े भाई की पत्नी
भारकस :: बैलगाड़ी (बोझा लादने में प्रयुक्त)
भारनु :: मकान निर्माण सम्बन्धी उपकरण विशेष
भारि :: मांद
भारि :: भाठि
भारु :: चबेना भूनने की भट्ठी, भाड़;
भास :: पानी या कीचड़ में धँस जाने की स्थिति
भिंजारनि :: सर्वनाश
भिंजारबु :: नष्ट या समाप्त करना
भिकबु :: फेंकना
भिजउबु :: भिगोना
भिटुहुरा-भटुहुरा :: उपलों (कण्डों) का सुडौलढेर
भिटुरा :: मिट्टी का ऊँचा उठा हुआ स्थान
भिटुरी :: गठरी, दुःख
भिड़काइब :: (दरवाजों का) बंद करना
भिड़नी :: संधर्ष, भिड़ंत
भितलिया :: पतली दीवार
भितल्ला :: कपड़े का भीतरी पल्ला, खजाना
भितिया :: छोटी व पतली दीवाल अधिकतर रसोईघर में प्रयुक्त
भितूरि :: भाण्डार, रसोईघर
भिनउखा :: प्रातः काल
भिन्नही :: प्रातः काल
भिन्नही :: अधिक भिनभिन करने वाली
भिन्सार :: प्रातः काल
भियानु :: प्रातः काल
भियानु :: विहान
भिरवारु :: ज्वार-बाजरे के गट्ठों का खड़ा ढेर
भिलिर-भिलिर :: फूट-फूटकर (रोना)
भिल्ला :: भेंड़ का नर बच्चा
भिहलाबु :: बिखरकर खराब हो जाना; ठण्ड लग जाना
भीठ :: किसी ऊँचे टीले पर लकड़ी एवं फूस से बना विशाल छप्पर, जिसमें पान की खेती की जाती है
भीति :: दीवाल
भीरा :: लकड़ी के कोल्हु में पटरे पर रखा जाने वाला बोझ, हस्त चक्की का मिट्टी से निर्मित अड्डा
भीरी :: अरहर आदि का गट्ठर, बैल की पीठ पर लदा हुआ 'जार' नामक फंदा
भुई :: भूमि; जमीन
भुकुर-भुकुर :: आँसू गिरा-गिराकर; मुँह विदोर-विदोर कर
भुक्का, भूका :: सत्तू
भुगुति :: भुक्ति, मृत व्यक्ति की स्मृति में एक ब्राह्मण का भोजन
भुग्गा :: मूर्ख
भुचकुरु :: कचूमर
भुच्चड़ :: जिसकी समझ में बात जल्दी न आवे
भुजवा :: चबेना भूनने वाली जाती
भुजाली :: नैपालियों द्वारा प्रयुक्त कुकुड़ी; छोटी तलवार
भुड़ागरु :: वह जमीन, जो बलुई व ऊँची-नीची हो
भुड़ागरु :: भुड़ही
भुट्टा :: मकाई या ज्वार का फल; -होना- (मु.) मर जाना
भुताही :: भूतों के प्रकोप की निरन्तरता
भुन्नासु :: शिश्न, अपशब्दपरक वस्तु
भुरका :: पानी पीने में प्रयुक्त मिट्टी का बर्तन; रूपान्तर-कुज्झा, घट, कुल्हड़
भुर्रा :: खुला हुआ; जो गोली के रूप में बंधा न हो
भुसइला :: बरसात में प्रथम दिन गिरा हुआ पानी
भुसइला :: दौंगरा
भुसउरा :: वह कमरा, जहाँ भूसा भरा जाता हो
भुसु :: भूसा
भुलभुलउबु :: (फल आदि को) आग में थोड़ा-सा भून लेना
भुलभुलि :: भूमि की तपनि
आँतरु :: जब दो जोड़ी बैल एक साथ जोते जाते हैं तो उनकी माचियों को जोड़ने वाली रस्सी; दो कूडों के बीच बिना जुती छूटी जमीन
आँधर :: अंधा
आँब :: आम
आँव :: फेना युक्त टट्टी
आँवरि :: गाय या भैंस की आँवल
आँसवँ :: इस साल
आइसु :: नेवता, भोजन का निमंत्रण
आक :: बरसात में सूख जाने वाली घास विशेष; एक
आखत या आखति :: नसी पीटने की मजदूरी के नेग स्वरूप दिया गया अनाज
आगर :: एक आभूषण
भुवा :: सफेद बाल की सी चीज, जो कुछ फूलों तथा पेड़ों में से निकलती है
भूँजबु :: भूनना
भूँभुररि :: आग से भरी हुई राख
भूँभुररि :: भुलभुलि
भूजा :: चबेना
भूड़ा :: धूलयुक्त मिट्टी
भूभा :: मकरे का खोला, बीजकोष
भूही :: खर-पतवार आदि की राख
भेंगि :: शक
भेंड़ :: विघ्न, छिद्रान्वेषण; पशु विशेष
भेड़िया :: बैल की किस्म, जिसकी सींगे बिल्कुल छोटी व खूब मोटी हों
भेड़हा :: भेंड़िया
भेभन :: मुँह से निकला हुआ थूक, पानी आदि
भेलनी :: चरखी में लंगा छोटा भेलन
भेलस :: भेष, वेश
भेलि, भेली :: ब्याने के थोड़ी देर बाद किसी-किसी भैंस के शरीर से निकलने वाला मांस; गुड़ की बट्टी
भेव :: रहस्य, अन्तर, भेद
भैवद्दी :: भाई का रिश्ता
भोंड़ी :: पेट का मध्य भाग, यह शब्द प्रायः धमकी देने के लिए ही प्रयुक्त होता है; (उदा.) "भोंड़ी फोरि देब"
भोंसड़ी :: योनि
भोङा :: लम्बी वस्तु, जिसमें आर-पार छेद हो
भोटिया :: छोटा-मोटा एवं हृष्ट-पुष्ट (व्यक्ति)
भोथा :: भद्दा एवं कम समझवाला व्यक्ति
भोरइब :: बहकाना, फँसाना
भोरका :: भुरका
भोरहरु, भोरु :: प्रातः काल
भौठी :: एक अन्न विशेष
भ्याँट :: बलि, मुलाकात
भ्याजा :: भेजा, दिमाग
भ्मपना :: विवाह
मंगउरा :: दसवाँ संस्कार में प्रयुक्त उड़द की दाल का बना गोल बड़ा
मंगतरहा :: असमानता (बुवाई में)
मंगनी :: वैवाहिक रस्म विशेष
मंगरी :: जीर्ण-शीर्ण छप्पर के ऊपरी सिरे पर बाँधी जाने वाली अलग से पट्टी; (कहा.) "मंगर मंगरी बुद्धै खाट बैफै बढ़नी बाराबाट"
मंगवारी :: पतली मेंड़
मंजरुआ :: प्रतिवर्ष जोता-बोया जाने वाला खेत
मंजूर :: मजदूर
मंजूर :: स्वीकार
मंजूरी :: पारिश्रमिक; स्वीकृति
मंझखुटरा :: बैलगाड़ी में लगने वाली खुटरियों में से बीच की खुटरी
मंझरेहटा :: छप्पर बाँधने के लिए पहले इसके बीच वाले भाग को बनाते हैं, जिसे मंझरेहटा कहते हैं
मंझिया :: विवाह आदि में स्थापित मध्यस्थ; मंझवानी
मंझी :: ईंटे पाथते समय गीली मिट्टी ढोने में प्रयुक्त बाँस की निर्मित पट्टी
मंझोला :: छोटी कन्नी
मंड :: बू, हवा
मंडल :: बहुत-सा, असंख्य
मंडल :: प्रदेश का एक अंश; दल (गाने बजाने वालों का)
मंडली :: समूह, संगीत पार्टी या दल
मंतरा :: मात्रा
मंसा :: इच्छा, उद्देश्य, अभिप्राय
मइजिलि :: राह, शवयात्रा
मइया :: ममेरा
मइया :: माता
मइया ससुर :: पति अथवा पत्नी का मामा
मइया सासु :: पति अथवा पत्नी की मामी
मइला :: गू, विष्टा
मइला :: गंदा
मइहरु :: घी की तलछट
मइहाँ :: में
मउका :: वारदात का स्थान; अवसर
मउगा :: पुरुष, जो स्त्रियों की भांति बोले या वस्त्र पहने
मउजा :: गाँव (ग्राम सभा का)
मउताज :: इच्छुक, कंगाल
मउना :: मूज का टोकरा, मिट्टी का बड़ा पात्र
मउरा :: जिस बैल के सांग पीछे की ओर झुके हों
मउरी :: छोटा मौर, जो दूल्हन के बाँधा जाता है
मउरुसी :: पैतृक
मउला :: अल्लाह, बादशाह
मउवा :: टोकरा
मकइहरु :: मक्का का पौधा या डंठल
मकाई :: मक्का
मकुना :: हाथी, जिसके बाहर वाले दाँत न हों छोटा हाथी
मकुनी :: मोटी पटी जो मटर, चने या जौं के आँटे की बनती हैं
मकूला :: कहावत
मखउड़ा :: प्रसिद्ध स्थान, जहाँ राजा दशरथ ने पुत्रेष्टि यज्ञ किया था । यह सरयू के उत्तर दिशा में है प्रतिवर्ष जँहा मेला लगता है
मखडडी :: जानबूझकर न सुनने की प्रवृत्ति
मगजी :: बैलगाड़ी की चौड़ाई में लगी सम्पूर्ण पट्टियाँ जोड़ने के लिए किनारे की ओर लगी हुईं दो लम्बी एवं पतली पाटियाँ; जूते एवं पोशाक में अलग से लगा किनारा
मगजु :: भेजा, दिमाग
मगरमत्तु :: चिन्तामुक्त, गैर-जिम्मेदार
मगरूर :: कहा न सुनने वाला; घमण्डी
मगघा :: मघा नक्षत्र, प्लास्टिक का छोटा जग
मघेरू :: माघ या जाड़े में होने वाली (बारिश)
मङता :: माँगने वाला, याचक
मङरि :: छप्पर या खपरैल के बीच का भाग
मचका :: धक्का, ढीलापन
मचलबु :: रूठ जाना, मितलाना
मचला :: कच्ची दीवाल बनाने योग्य मिट्टी, गीली मिट्टी
मचवा :: बड़ी मचिया, खाट का पावा; (कहा.) "आन्हरि मउसी चूमै मचवा"
मचहना :: मक्का आदि के खेतों में बना लकड़ियों का मंच या मचान
मचियउबु :: बैलों को काम के लिए माची से जोड़ना; नाहबु
मच्छ :: मछली
मछोतरा :: हल में हरीस कसने में प्रयुक्त लकड़ी
मछोतरा :: मछवातरु; पाटि
मजकूर :: उल्लिखित, प्रायः कचहरी के कागजों में प्रयुक्त
मजक्का :: हास्य
मजगर :: बढ़िया, अच्छा
मजगोदरा :: बीच वाला
मजमा :: जनसमूह, भीड़
मजरुआ :: वह खेत, जिसमें खेती होती हो
मजहम :: भेद, रहस्य; धर्म
आगर :: चतुर
आगरि :: अग्रणी, चतुर
आङ्गछु :: अंग अथवा शरीर का प्रभाव; व्यक्ति विशेष का प्रभाव
आजा :: पितामह
आजिद :: परेशान
आठाठेली :: परस्पर हिंसका, एक-दूसरे को काम सौंपने की प्रवृत्ति या ढिलाही
आढ़ति :: शैतानी
आतशपारा :: अग्निकण, चिनगारी
आतशबजाँ :: जिसके अन्दर आग ही आग हो, अग्निगर्भ
आतशरंग :: आग जैसे रंग
मजाज :: अधिकार
मजाल :: हिम्मत, बल
मझिअरिया :: रसोईघर
मटरगस्ती :: बेफिक्री, आवारागर्दी
मटियामेट :: मिट्टी में मिश्रित; बरबाद
मटियार :: वह जमीन, जिसकी मिट्टी कड़ी व उपजाऊ हो
मट्टी :: शव; मिट्टी
मट्ठर :: सुस्त; जिसे काम करने की इच्छा न हो
मट्ठर :: मटठु
मठई :: कुदाल
मठल्याबु :: भोजन आदि खाद्य-पदार्थ को बेमन खाना
मठिया :: गहना विशेष; छोटा मठ
मठूस :: बात न सुनने या न मानने वाली; गर्वीली
मठोरि :: सुस्त
मड़इया :: छोटा बगला
मड़ई :: लुहारों का मिट्टी का वह बड़ा चूल्हा, जिसमें औजार गरम किये जाते हैं; छप्पर, झोपड़ी या मड़ैया
मड़नी :: अनाज अलंग करने हेतु बैलों द्वारा फसल कुचलने की क्रिया
मड़मड़ा :: भोजन विशेष
मड़ियर :: जंगली बेर और उसका चारा
मड़िया :: कीचड़
मडुहा :: छप्पर का ओसारा
मड़वा :: मण्डप
मड़हा :: माड़ युक्त (कपड़ा)
मड़हा :: मड़िहा
मडुआ :: खाद्यान्न विशेष
मढ़ :: बोझ, व्यर्थ का उत्तर दायित्व
मढ़क :: बाधा
मतउना :: जिसके खाने से सिर घूमने लगे
मतान :: तोंद
मतीरा :: तरबूज
मतीरा :: हिंदोना, कलिंदा
मत्त :: मस्त, उन्मत्त
मत्थवानि :: मत्थे में पानी स्पर्श करने की क्रिया
मत्था :: मस्तक; कोर
मथवाह :: झालरदार पट्टी, जो घोड़े के मत्थे पर धूप की चमक रोकने हेतु प्रयुक्त होती है
मथार, मथारि :: पुरवट की सींचाई में बैलों के खड़े होने का स्थान
मदति :: सहायता, मदद
मदनी :: स्त्रियों का गुप्तांग, मदन का घर
मदामी :: सदा रहने या होने वाला, शाश्वत
मदिया :: मादा
मदुवा :: सस्ता, कम कीमती
मद्धिम :: द्वितीय श्रेणी का, धीमा
मद्धे :: हिसाब में, सम्बन्ध में
मधन्ध :: सुस्त
मनका :: जपने की माला; कबीर-"करका" मन का छोड़ि कै, मनका मनका फेर
मनका :: इच्छित
मनगर्याबु :: तन्दुरुस्तहोना, स्वास्थ्य में वृद्धि होना
मनगौ :: एक प्रकार का अच्छा गन्ना
मनजउकी :: जो मन में आई बात कह डाले
मनसेधू :: प्रियतम, पति, पुरुष, मर्द
मनहूस :: बुरा, अशुभ
मनाही :: निषेध, रोक
मनिया :: लकड़ी के कोल्हू में जाँठि को घुमाने में प्रयुक्त पुर्जा विशेष; बैलों में प्रचलित रोग विशेष, जिसमें घाव बन जाते हैं
मनिहारु :: चूड़ी बनाने की जाति विशेष; चुरिहारु
मनुहाबु :: तैयार होना, मन बना लेना, आकर्षित होना
मनुहारु :: फुसलाने या मनाने की क्रिया
मन्दिल :: भवन, मन्दिर; मन्डिल
मन्नि :: मान्य
ममाँखि :: मधुमक्खी
ममानियत :: मनाही, रोक
ममारक :: मुबारक
मयँनी :: जिस भैंस का सींग नीचे लटककर गालों तक आ जाता है
मयउनी :: कावा से माचि तक बाँधी जाने वाली रस्सी
मयउनी :: मैगहा
मयउबु :: पाटा चलाना
मयर :: रिक्त
मया :: प्रेम
मयाबु :: ममता दिखाना
मयारी :: मोटी धन्नी
मरकहा :: मारने वाला (जानवर)
मरगी :: (वंश में) मृत्यु हो जाने की अवस्था
मरघटा :: श्मशान, मुर्दा घाट
मरघिल्ला :: बहुत दुबला-पतला
मरचटना :: बच्चे को प्रथम बार अन्न ग्रहण कराने का संस्कार
मरचटना :: अन्न-प्राशन
मरजाद :: मर्यादा, इज़्जत
मरजील :: रोगग्रस्त, रोगी
मरकतहा :: दुबला-पतला, बीमार
मरतबा :: बार, दफा, चक्कर
मरतलहा :: मृत्यु के सन्निकट, अधिक दुबला-पतला
मरदुमी :: मर्दानगी, बहादुरी
मरमहित :: विशेष प्रेम करने वाला, मर्म को समझने वाला
मरलहा :: (अन्न) जिसमें पाला या ओला आदि लगा हो
मरवट :: पटुवा या सन की वह अवस्था विशेष, जो पानी में भिगोयी न गयी हो
मरवा :: अच्छी तथा काली मिट्टी वाले (खेत)
मरायल :: मरने के निकट, दबा हुआ
मरियल :: मरणासन्न, दुर्बल
मरी :: ग्राम देवी, जिन्हें मीरा माई भी कहते हैं
मरुआ :: एक पौधा, जिसका पत्ता तथा फूल-देवी को चढ़ाया जाता है, बाँस की छड़ी;
मारबु :: गर्व करना
मलंग :: निर्जन स्थान में रहने वाला मुस्लिम भूत
मलक्यातमु :: स्वामित्व
मलमासु :: हर तीसरे वर्ष होने वाला १३ वाँ महीना
मलसा :: गुड़ निर्माण सम्बन्धी उपकरण
मलार, मलाल :: रंज, नाराज़गी; अफसोस; वर्षा ऋतु में गाया जाने वाला गीत विशेष
मलिच्छ :: गंदा, अपवित्र; अधर्मी; म्लेच्छ
मलिया :: बच्चों का माला, मिट्टी की लुटिया, चारपाई में पैताने लगी रस्सी
मलीदा :: शक्कर, घी एवं आँटे का बना भोजन, बढ़िया खाद्य
मलेपंज :: अशंक्य, थका, जिसका पंजा टूट गया हो
मल्हार :: वर्षा ऋतु का गीत विशेष
आतशी :: आग का बना हुआ
आतशी रुख :: आग जैसा
आतशी सीसा :: सोना पकाने में सहायक धातु
आदि :: इतिहास, ब्योरा, रहस्य, स्मरण; आरम्भ
आदी :: अदरक
आदी :: अभ्यस्त
आनबु :: लाना, ला देना
आनि :: दैवीय मान्यता
आनी :: दुसरी-जाति (स्त्री.) अपने से अलग की जाति
आनु :: गडढा (गहरा)
मवनि :: मिट्टी का बड़ा पात्र, जिसमें ताड़ी आदि रखी जाती है
मवाजा :: मुवाब्जा
मवादु :: पस, पीव
मसक :: भेंड़ या बकरी की खाल को सीकर बनाया हुआ थैला, जिससे भिश्ती पानी ढोते हैं
मसकबु :: अत्यन्त हल्का फटना, नाराज़ होना
मसकबु :: चिहरबु
मसका :: मक्खन
मसका :: नाराज़
मसक्कति :: मेहनत, परिश्रम
मसनद :: गद्दी, तकिया
मसरफ :: काम, उपयोग
मसल :: मिसाल, कहावत
मसलहति :: नीति, रहस्य
मसला :: मामला, कहानी
मसहरी :: फूलों का पर्दा
मसहरी :: पट्टी से बुना पलंग
मसहिंनि :: गुड़ की बट्टी बनाने के लिए बना चक्राकार ऊँचा स्थान
मसा :: मच्छर
मसान :: विदेह आत्मा, सुलाने का जादु
मसियानी :: स्याही
मसी :: रोशनाई
मसील :: मांस युक्त
मसूल :: बाजार में विक्रेताओं को पड़ने वाला कर
मस्ताब :: बहुत ही प्रकाश करने वाली आतिशबाज़ी, अस्तुरा विशेष
महज :: सिर्फ, शुद्ध
महजिद :: मस्जिद
महट्टर :: मास्टर
महतमा :: साधु, महात्मा
महतारी :: माँ
महतीनि :: मालकिन, महतौ की पत्नी
महतो, महतौ :: (वैश्यों में) ससुर या जेठ, जातीय मुखिया
महरा :: जाति विशेष, जो अवसर विशेष पर पानी भरते हैं, कहार
महरानी :: सम्राज्ञी, देवी
महरूल :: हास्य, नाटिका
महातमु :: माहात्म्य, महत्त्व
महाना :: बहुत बड़ा ढेला
महाबरा :: अभ्यास, आदत
महाल :: गाँव का एक भाग
महावन :: अत्यधिक, बहुत
महास :: महान व्यक्ति, महाशय
महाहौं :: अत्यधिक; तमाम
महि :: पृथ्वी, धूल, घमण्ड
महिका :: मुझको
महुआरी :: महुआ की बाग
महिना :: माह, मास, मासिक धर्म
महुलाबु :: मुरझाना
महूँ :: मैं भी
महूरति :: मुहूर्त, शुभ समय
महेउ :: मट्ठा
महेर :: विध्न,रुकावट
महेसी :: बवासीर
महेल्ला :: मसालायुक्त खड़े उड़द या मसूर की खिचड़ी
मंगी :: सिंचाई की सुविधा हेतु खेतों में बनी पतली-पतली मेड़ें
मांजरि :: कंकाल
माँझा :: शरीर, व्यवस्था
माँड़बु :: गेहूँ की फसल का बैलों से कुचलना; घूमना
माँड़ी :: कपड़े या सूत पर दिया जाने वाला कलफ
मांदगी :: बीमारी
मांदी :: बीमार
माँहू :: छोटा उड़ने वाला कीड़ा, जो सरसों आदि के फूलों पर बैठता है
माकड़ा, माकरा :: बैलगाड़ी का पुर्जा विशेष
माँकड़ी :: बुनकरों का एक औजार
माकूल :: परिपुष्ट, संतोषप्रद
माख :: प्रेमपूर्वक शिकायत
माख :: बुरा
माखबु :: नाराज़ होना
माङनु :: वरदान
माङनु :: मङ न
माची :: लकड़ियों का वह ढाँचा, जिसमें बैल मचियाए या जोते जाते हैं
माजु :: मवाद
माझा :: शरीर का मध्य भाग (कमर); (कहा.) "नई जवानी माझा ढील"
माटी :: मिट्टी
माठा :: मट्ठा
माडु :: पके चावलों से निर्गत पानी
माड़ौ :: विवाह आदि अवसर पर छाया गया सेंठा आदि से मण्डप
मात :: हार, पराजय, माँ
मातबु :: नशे में होना
मातिवर :: धनाढ्य, विश्वसनीय
माथु :: माथा, मत्था
माथे :: सहारे, आश्रित
माना :: लकड़ी का एक बर्तन, जिसमें अनाज, दही, दूध आदि मापा जाता है; मानने का भूतकालिक रूप
मानी :: १६ सेर की तौल; हस्तचक्की में प्रयुक्त छिद्रयुक्त लकड़ी
मारतौलु :: बड़ा हथौड़ा
मारतौलु :: हथौरु
मारमूर :: बड़ा पत्ता, जो दवा के काम आता है
मारमूर :: मालमल
मारा :: माला
माल-बाँसा :: नमी के अभाव में चोंगें द्वारा की जाने वाली बुवाई
मालियत :: कीमत, मूल्य
मास :: उड़द
मासूक :: प्रिय
माहिर :: कुशल
माहुरु :: घी पकाने पर निकलने वाली तलछट; जहर
माहुरु :: मइहरु
माहुल :: हल्का नम, आर्द्र (कपड़े)
मिंतर :: मित्र
मिचकुड़ा :: जोतने में निर्मित हराई का आखिरी थोड़ा अंश
मिचकुरी :: छोटा पतला मेंढक, जो घरों के कोनों में रहता है
मिचकुरी :: मेंझुकी
मिजाँ :: पसंद, स्वभाव, तालमेल
आफरु :: खलिहान
आब :: शक्ति, रोब, प्रभाव
आबरुह :: इज्जत, प्रतिष्ठा
आमगौर :: गहना विशेष
आमदि :: लाभ, आय
आमलेट :: गहना विशेष; अण्डों का पकवान
आमा हरदी :: एक प्रकार की हल्दी, जो दवा में प्रयुक्त होती है
आम्बाझोर :: सतत झोंकायुक्त; अम्बाझोर, आमाझोर
आयल :: पैर का एक गहना
आयल दार :: देनदार; ऋणी, बोझ से दबा
मिजाजु :: अंतर्मन; दिमाग
मिजान :: हिसाब
मिटहुरु :: मिट्टी घोलने का गड्ढा; खौं
मिट्ठा-चुक्की :: हल्का-फुल्का (बोलचाल)
मिठखोर :: मट्ठे के साथ बनाया गया चावल
मिताई :: मित्रता; (कहा.) "तित गुर भोजन तुरुक मिताई, पहिल मीठ पाछे पछिताई"
मित्तिरी :: कारीगर, मिस्तिरी
मिथिहा :: लाख से निर्मित चूड़ी की किस्म विशेष
मिनहा :: मना
मिरगिसा :: जेठ में लगने वाला नक्षत्र, मृगसिरा
मिरजई :: छोटी अंगरखी, पुराने ढंग की कमीज़; 'मिरज़ा' का पहनावा
मिरजा :: मुसलमानों का एक सम्भ्रांत पद
मिरतुका :: मृत्यु
मिरदहा :: कानूनगो और अमीन का सहायक
मिरुकबु :: टेढ़ा हो जाना, थोड़ा-सा ऐंठ जाना
मिर्चि :: काली या छोटी मिर्च
मिर्तलोकु :: मृत्युलोक
मिलकियति :: सम्पत्ति
मिलानी :: बुझौव्वल कहानी में उत्तर न दे पाने पर उत्तरदाता द्वारा कही गयी कहानी; उदाहरण
मिसिर :: मिश्र, एक प्रकार के ब्राह्मण; (कहा.) "मिसिर करै" घिसिर घिसिर रहिला लोन चबायँ
मिसिल :: फाइल, पंजिका
मिहान :: आर्द्र, नम (अनाज)
मीर :: प्रथम, आगे (बच्चों के खेल में प्रयुक्त), शासक
मुंगरा :: बड़ी मुंगरी
मुंदरी :: अँगूठी; मुद्रिका
मुंदा :: योगियों का गहना विशेष
मुँहका, मुक्का :: घूँसा
मुँहठाठ :: सामने
मुअबु :: मरना
मुइला :: मुँह चुराने वाला, मक्खीचूस
मुकउआ :: गुलवरि का वह भाग, जिधर से धुआँ, आँच आदि निकले
मुकहली :: बरी, मुक्त
मुकबरु :: जासूस, गुप्तचर
मुकाम :: ठहरने का स्थान
मुकुर :: शीश, आईना
मुकेहरी :: जानवरों के मुँह पर बाँधने में प्रयुक्त रस्सी का गहना
मुकेहरी :: मुहारा
मुकेश :: चाँदी-सोने के तार; चमकीला तार
मुखतै :: मुफ्त ही, मुख से
मुखारो :: दातौन, दतून
मुचंडा :: हट्टा-कट्टा युवक
मुचभुचहा :: ढीला-ढाला (व्यक्ति)
मुच्छाइब :: एकाधिकार स्थापित करना
मुच्छारोइयाँ :: नवयुवक
मुजबानी :: जबानी, मौखिक
मुजरा :: वेश्यालय में आयोजित गाना-बजाना
मुट्ठा :: दोनों मुट्ठियों भर की वस्तु, हत्था
मुठिया :: रूई धुनकते समय तार पर चोट करने की हत्थी
मुड़ना :: संस्कार
मुड़ना :: घूम पड़ना
मुड़वाई :: छत पर चारों तरफ बनी मेंड़
मुड़वाई :: मुंडेरि
मुड़ाई :: चूड़ी की किस्म विशेष
मुड़िया :: फार के नीचे लगने वाली लकड़ी; खोपरा
मुड़िया :: निरा
मुडुकुला :: मुँह केबल
मुँड़ेरि :: मुड़वाई
मुड्याला :: मूड़ (शिर) के आसपास का चमड़ा
मुड्ढा :: कोना (पतंग आदि का)
मुतहरा :: पेशाब (मूतु) युक्त कीचड़
मुदा :: परन्तु; मुलु
मुद्दई :: दुश्मन, अभियुक्त
मुद्दत :: लम्बी अवधि; 'मुद्दती'
मुन :: नोंक
मुन-मुन :: बच्चा
मुनगा :: सहिजन की फली
मुनरी :: अँगूठी, कुएँ की गोलाई; (गीतों में) मुनरी बरन करिहावँ
मुनसरिमु :: जज का पेशकार
मुनासिब :: उचित, समीचीन
मुनियाबु :: मुन (नोंक या अंकुर) निकलना, फोड़ा आदि का मुँह उभरना
मुफट्ट :: स्पष्टवक्ता
मुफस्सिल :: विस्तृत
मुरइला :: मोर
मुरई :: मूली
मुरउवति :: हमदर्दी, स्नेह
मुरकी :: मक्का आदि अधखिला लावा
मुरगाबी :: पानी की चिड़िया
मुरचा :: मोर्चा, आमना-सामना, जंग, लोहे में लगने वाला मैल
मुरदार :: (शरीर का भाग या चमड़ा), जो सूखकर निर्जीव हो गया हो
मुरधुनि :: संघर्ष, परेशानी
मुरमुरी :: कच्चे अनाज का चबेना
मुरस्साकार :: जेवर में नगीने और जवाहिर जड़िया (जड़ने वाला)
मुरहटा, मुरइठा :: साफा, पगड़ी
मुरहरु :: केन्द्रीय कक्ष
मुरहा :: चालाक, तरकीबी
मुरहा :: अश्लील व्यक्ति; मुर राक्षस को मारने वाला (कृष्ण)
मुराही :: चालाकी, अश्लीलता
मुरीद :: शिष्य, अनुयायी
मुरुकबु :: मोच आना, घूमना
मुर्चा :: लोहे में लगने वाली जंग, लड़ाई
मुर्दनी :: चेहरे पर मुरझाने का भाव, मृत्यु; शव की अन्त्येष्टि
मुर्रा :: छल्ला
मुर्रा-नजमी :: चूड़ी की किस्म विशेष, जिसमें दो रंग मुड़ते हुए दिखायी पड़ते हैं
मुर्री :: तागे की गाँठ
मुलम्मा :: गिलिट आदि के पानी से युक्त धातु; -कार- मुलम्मे का काम करने वाला; -साजी- मुलम्मे का काम
मुला, मुलु :: परन्तु
मुलाहिजा :: विचार, संकोच, ध्यान
मुलुर-मुलुर :: रुक-रुक कर, धीरे-धीरे
मुसचंड :: हट्टा-कट्टा
मुसब्बरु :: बैलगाड़ी का एक पुर्जा विशेष, धुरा, पदार्थ विशेष
आर :: सामान रखने हेतु दीवालों में बने छोटे-छोटे सुडौल खाँचे; ताख, आल
आरचा :: पूजा
आरज :: आर्य
आरबल :: आयु
आरम पुलिस :: सशस्त्र पुलिस
आरर :: (वृक्ष या डाल) जो जल्दी टूट सके; खुरदरापन से युक्त
आरव :: आहट
आरसी :: शीशायुक्त अंगुलियों का गहना; हथपान, अंगुरताना
आरसु :: आलस्य
आरा :: बैलगाड़ी की पहिया में तीली की तरह लगी हूई पट्टियाँ; लकड़ी चीरने का यंत्र
मुसरा :: बैलगाड़ी में आँकु की जगह पर लगाया जाने वाला पुर्जा; जिस गाड़ी में आँकु नहीं लगता, उसमें मुसरा लगाया जाता है; बड़ा मूसल
मुसिक्का :: बैल आदि के मुँह पर बाँधने की रस्सी की जाल; जावा
मुसुकुरु :: मसूढ़ा
मुस्तकिल :: स्थायी, दुढ़
मुस्ति :: मुट्ठी
मुहकवरि :: मुँह के बराबर
मुहटी :: फोड़ा आदि का मुँह
मुहड़ा :: सामना, भार, मुख
मुहन्दी :: पहिए के छेद में लगी लोहे की पत्ती
मुहारा :: जानवरों के मुँह पर बाँधने की रस्सी; मुकेहरी
मुहाल :: कठिन असम्भव
मुहिम :: लड़ाई की तैयारी
मूँज :: पतावरि का वह अंश, जिसे कूटकर रस्सी आदि बनाई जाती है
मूँजी :: कंजूस
मूँड़बु :: बाल छीलना; ठगना
मूँडु :: सिर
मूँढ़ी :: जोतते समय हल कूँड़ में जाने पर कूँड़ में आया हुआ टेढ़ापन, गेहूँ आदि पौधों का गुच्छा; बाँव
मूठि :: प्रथम दिन की बुवाई को मूठि कहते हैं, दिमाग; तंत्र-मंत्र विशेष
मूड़ा :: पुरहाई कुएँ का ऊँचा वाला भाग
मूड़ा :: लिलारी
मूढ़ :: बिना जुता हुआ (खेत); मूर्ख (स्त्री), औषधि विशेष
मूड़ :: पेशाब, मूत्र
मूर :: मूल
मूसनि :: चोरी
मूसरु :: अनाज कूटने में प्रयुक्त लकड़ी का यंत्र; पहरुआ, बखरी
मूसु :: चूहा
मेंगनिया, मेंगनी :: लेंड़ी
मेंझुका, मेंढुका :: मेंढक
मेंड़रा :: मिट्टी के बर्तनों में बनी हुई ऊपरी धार
मेंड़रा :: अवँठि
मेंडुकी :: कान का एक गहना
मेउढ़ी :: वनस्पति विशेष
मेखु :: बुरा
मेघा :: मेंढक
मेटि :: सड़क पर काम करने वाले मजदूरों का जमादार
मेटिया :: जल, दूध आदि रखने में प्रयुक्त, मिट्टी का लोटेनुमा पात्र
मेटुका :: मिट्टी का बड़ा पात्र, जो अनाज आदि रखने के काम आता है
मेडुआ :: अन्न विशेष; मडुवा
मेढुकी :: कान का गहना विशेष
मेढुला :: भेंड़ का बच्चा
मेदा :: आमाशय
मेम :: अंग्रेज की स्त्री
मेर :: प्रकार, भिन्नता
मेरखआ :: कुटे हुए धान में वह चावल, जिसकी भूसी न छूटी हो
मेरी :: प्रेमी
मेरुआ :: मिट्टी का छोटा बर्तन
मेलान :: एक प्रकार का भूत
मेलिया :: मिट्टी का गोलाकार छोटा बर्तन
मेसरुआ :: चुनरी के प्रयोग में आने वाला झीना वस्त्र
मौहरी :: जोडू, पत्नी
मैगहा :: कावा से माचि तक बाँधी जाने वाली रस्सी
मैगहा :: मयउनी
मैदाहँ, मैदवाह :: बुवाई की पद्धति, कूँड़ बीज बोकर पाटा चला देने के बाद फिर न को पैदाह कहते हैं
मैनखुरी :: खुर के ऊपर दो छोटी-छोटी खुरियाँ, पशु का रोग
मैनखुरी :: बदनखुरी
मैनी :: जिन बैलों के सींग सामने झुके होते हैं
मैफिल :: समाज, महफिल
मैरु :: खेत का मचान
मोंगरा :: फूल विशेष, बड़ी मुंगरी
मोघी :: दुष्ट (प्रायः बच्चों के लिए)
मोट :: चमड़े का बर्तन, जिससे कुएँ से पानी निकाला जाता है
मोटमर्द :: सन्तुष्ट, अमीर
मोटरी :: गट्ठर, बोझ
मोटहा :: कुली, निकम्मा
मोटासा :: जो किसी का काम न करे घमण्डी
मोठिया :: हल का हत्था
मोठिया :: मुठिया, कुढ़
मोताब :: अंदाज, अनुपात
मोतिया :: फूल विशेष
मोथी :: दाल सम्बन्धी अनाज
मोदी :: खाने-पीने का सामान बिक्रेता
मोयन :: निश्चित मूल्य, चिकनाई
मोरई :: पाँच या सात ऊँखों का पत्तियों से बंधा गड्ढा
मोरड़ :: दूर का स्थान, इस नाम का एक स्थान नेपाल में है
मोरछल :: हवा करने का या मक्खी उड़ाने का सुसज्जित पंखा
मोरम :: ईंट के छोटे-छोटे टुकड़े
मोरी :: नाली
मोलहिजा :: दया, आपसदारी
मोहंदी :: पहिये के पास गाड़ी के भीतर की ओर लगा हुआ लकड़ी का पुर्जा
मोहकमा :: विभाग; मुहकमा
मोहबिल :: उपस्थित, प्रकट
मोहरा :: दरवाजा, मुर्चा
मोहारा :: जानवरों के मुँह में पिन्हाने वाला रस्सी का आभूषण विशेष
म्याँड़ :: मर्यादा, रीति; मेंड़
म्याना :: बारात में दूल्हा या दूल्हन को ले जाने में प्रयुक्त; पालकी
म्वाखं :: छप्पर में प्रयुक्त बाँसों का सिरा, जो फूस से बाहर निकला होता है
म्याँख :: नोंकदार खूँटा, बुरा; -होना- (मु.) अनापेक्षित कार्य भार पड़ना
म्वार :: मेरा
म्वार :: प्रहर
म्वावनि, म्वावा :: चिकनई, आँटा गूँधते समय प्रयुक्त तेल आदि
यकबैग :: एकाएक, अचानक
यकदत्ती :: प्रतिद्वंदी की ठुड्डी में हाथ से लगाकर तथा नीचे से पैर पकड़कर गिराने का दाँव
यकनधा :: एक ही बैल पर जोर देने के लिए नाधा को एक ओर करने की पद्धति
यकसर :: इकहरा, एक परत का
यकसरा :: एक्स-रे
यकसाँ :: एक तरह का, संगठित
यकहव :: एकत्र, संगठित
यकाह :: पहला (ब्याह)
यठई :: इस स्थान पर
यथापरमान :: आवश्यकतानुसार
आराकस :: आरा चलाने वाला (बढ़ई); लकड़चिर्रा
आरागजु :: बैलगाड़ी के दोनों पहियों के किनारे की लम्बी लकड़ी
आरु :: दीवारों में वस्तुएँ रखने हेतु बने हुए स्थान; ताख
आरू :: एक लता, जिसके पत्तों की तरकारी बनती है
आर्मलेट :: गहना विशेष, जो बाजू में पहना जाता है
आलंग :: गधों की मस्ती
आल-गाल :: इधर-उधर की बाते
आलनु :: पशुओं के पैरों से कुचला हुआ चारा, जो गोबर पाथते समय मिलाया जाता है
आलभु :: भीड़, स्थिति, संसार
आला :: यंत्र (बीमारी देखने में प्रयुक्त)
अंदोरा :: आंदोलन
अंबार :: ढेंर, समूह
अंबावस :: अमावस्या
अंबिरथा :: अमिरथा, निष्प्रयोजन
अंबीर :: अमीर, मालदार
अंबीर :: गुलाल
अंबोलवा :: छोटे-छोटे आम के पौधे
अँवनि :: पहिया में लगी लोहे की छड़
अंसड़ या अंसढ़ :: शरीर की विशालता
अइँच-पइँच :: इधर-उधर अथवा व्यर्थ की (बात)
यवैं :: योंही
यसवैं :: इस वर्ष
यसवैं :: आसवँ
यहू :: यह भी
यहौ :: यहभी
याँड़-ब्याँड़ :: उल्टा-सीधा
या :: यह (स्त्री.)
याक :: एक
याक :: हिमालय पर मिलने वाला एक जंगली बैल
याका :: एकता
यानी :: अर्थात्
यार :: दोस्त
यारी :: दोस्ती, मित्रता
यवँ :: इस तरह, इस प्रकार से
रंज :: शोक; गुस्सा
रँड़ापा :: वैधव्य
रँड़पुतवा :: राँड़ का पुत्र
रंदबु :: रंदे से लकड़ी चिकनी करना
रइंधा :: संघर्ष, झगड़ा; रोना-धोना
रइयत, रइयति :: प्रजा, जनता
रई :: लकड़ी या काँटे की फाँच या फाँस
रउका :: बदली या वर्षा के बीच निकला हुआ दिन या धूप
रउताई :: इधर-उधर लगाने की आदत
रउतुआ :: रायता
रउरियाबु :: कुछपाने की आशा में डटा रहना
रउल :: चक्कर, पर्यटन
रउस :: आलुओं को सींचने हेतु बनाई गयी पतली-पतली नालियाँ
रकबा :: क्षेत्रफल
रकाबी :: तश्तरी
रकील :: फर्मा की तीनों फरों में भीतर की ओर बनी एक पतली रेखा
रखइला :: रखाया या बचाया हुआ घास का मैदान
रखइला :: रखउना, रक्खा
रखउनी :: रक्षा बन्धन
रखरी :: कँटीली पत्तियों वाली ऊँख
रखवारु :: रक्षक, चौकीदार
रगर :: जिद; ईर्ष्या; संघर्ष
रगवाही :: वर्षा न होने का समय, वर्षा बन्द हो जाने का समय
रगा :: वर्षा न होने का दिन
रचका :: ज़रा-सा, थोड़ा-सा
रजाने :: सुरक्षित, मुबारक, फलीभूत
रजामन्द :: सहमत
रजिन्ना :: दैनिक, रोज़ाना
रजुरी :: लेजुरी
रज्ज-गज्ज :: अधिकता, आराम
रट्ठ :: फसल आदि का ढेर
रठाबु :: फसल का खूब पक जाना
रतवाई :: कोल्हू चलने पर पहले दिन रस बाँटने का चलन या रस्म
रतियाही :: रात में चोरी करने की आदत या प्रणाली
रतुली :: रात्रि सम्बन्धी, लाल
रत्ता :: रास्ता
रधिया :: कपास की किस्म विशेष
रनिकजरा :: एक प्रकार का काला धान
रपारप्प :: तेज़ धार वाला, (तलवार आदि)
रप्पस :: घोड़े की चाल
रप्फल :: पतला कम्बल
रबदा :: कीचड़, दलदल
रबाना :: एक बाजा जो हाथ से बजाया जाता है, विदा
रबावँ :: दलदल
रब्बा :: छोटी बैलगाड़ी
रब्बी :: गेहूँ की फसल
पमझल्ला :: आनन्द, गपशप; बाधा
रमदेहुला :: एक प्रकार का धान
रमना :: चरागाह
रम्मा :: कंक्रड़ खोदने या दीवार आदि गिराने में प्रयुक्त लोहे का लम्बा औजार
रयपर :: चद्दर
रर्रा :: बक-बक करने व और माँगने वाला
रवँ :: क्रोध, घमण्ड
रवंजक :: परम प्रसन्न, प्रोत्साहित
रवन्ना :: खरीदी वस्तु का क्रय-पत्र, जो रवानगी आदि को अधिकृत करे
रवहाल :: खुश
रवाँ :: अभ्यस्त, प्रशिक्षित, बहता हुआ
रवाइसि :: आतिशबाज़ी
रवादार :: अहसानमंद
रवाबु :: सूखते जाना (व्यक्ति का); इर्द-गिर्द घूमते या उड़ते रहना
रसउती :: एक प्रकार की ईख
रसदि :: खाने-पीने का सामान, कमाई बरतौनी
रसम :: रिवाज, दस्तूर
रसरा :: मोटी रस्सी, रस्म
रसवाई :: गन्ना पेरकर पंचायती रूप से रस बाँटने की रस्म
रसहंग :: हल्का ज्वर, शरीर की हरारत
रसाई :: पहुँच, सिलसिला
रसियाबु :: बर्तन आदि से हल्का-हल्का पानी आदि बहना
रसियाव :: मीठा भात
रसियाव :: रस्यावरि
रसूम :: नियम, रस्म
रसौते या रसौधे :: नम खेत में की गई धान की बुवाई
रस्यावरि :: गन्ने के रस में पकाए गये चावल
रस्यावरि :: रसियाव
रहँकला :: छोटी बैलगाड़ी
रहँटा :: बैल से खींचा जाने वाला सिंचाई का साधन, सूत कातने की मशीन
रहँटियाबु :: दुबला होते जाना
रहँटी :: कपास ओटने की चर्खी
रहकल :: एक पुराने प्रकार की बंदूक, जो टूटदार होती थी
रहगर :: चला हुआ, घर से बाहर
रहठा :: अरहर का सूखा पेड़
रहठा :: झाँखर
रहतिया :: बची हुई
रहना :: दहेंड़वा को रखने के लिए ज़मीन में बनाया गया गड्ढा
रहनि :: लय
रहरिया, रहरी :: अरहर
आला :: बढ़िया, ऊँचा
आलान :: हाथी बाँधने की जंजीर
आलि :: हल्की कच्ची (रोटी आदि)
आलि :: स्यावारि
आली :: सखी
आले-आले :: बड़े-बड़े; एक से एक बढ़कर
आल्हर :: नया, दो-चार दिन का; बहुत पैदा (घास के लिए)
आवँ-बावँ :: उल्टी-सीधी बात
आवँरि-पावँरि :: वंशज, संतति
आवभगत :: सेवा-सत्कार
रहलू :: विशेष प्रकार की बैलगाड़ी
रहसधारी :: बधइया (रहस) बजाने तथा लहचारी गाने वाली जाती
रहसु :: रहस्य, रासलीला, बाजा जो देवी के नाम से बजाया जाता है
रहसुति :: रहने की सम्भावना
रहाइसि :: चैन, सहन, रहने की दशा, सम्भांवना
रहाव :: गर्भस्थ हो जाने के बाद जानवरों का दूध उतारने की क्रिया, गर्भस्थ होने के पूर्व दूध उतारने को पन्हाव कहते हैं
रहिला :: चना; (उदा.) "मिसिर करैं घिसिर-घिसिर रहिला नोन चबायँ"
रहिला :: लहिला
रहीस :: रईस, मालदार
रहुनियाँ :: चरवाहों द्वारा जानवरों को गाँव के बाहर एकत्र करने का स्थान
रहुवा :: दूसरे के घर में रहने वाला
रहूँ :: धुएँ का जाला जो घाव ठीक करने में दवा का काम करता है
रहूँ-बहूँ :: अनाथ, व्यर्थ
राँकर या राँकरि :: असमतल तथा कँकड़ीली भूमि
राँपी :: चमड़ा काटने का यन्त्र
राउत :: अहीर के लिए आदर प्रदर्शक शब्द; रावल; सिंगरौर क्षत्रियों की एक उपजाति; रावत
राकस :: राक्षस
राडु :: राङा
राचि :: हथकरघे का वह अंग, जिसमें तागा भरा या लपेटा जाता है
राछि :: विवाह की एक रस्म
राजि :: शासन, राज्य, मनमानी
राड़ा :: घास विशेष
रातुलि :: रक्तिम
रान :: जाँघ
रापी :: ՙराँपी՚ देखिए
राब :: गुड़ का गीला एवं प्रारम्भिक रूप विशेष
रामदाना :: चबेना में प्रयुक्त अनाज विशेष
रामरस :: नमक (संतों में अधिक प्रचलित)
रामरोसु :: शांति
रारि :: झगड़ा
राव :: बड़ा जमींदार
रावट :: महल
रावटी :: माला में पड़ने वाला मूंगा विशेष, कपड़े द्वारा निर्मित घर
रावल, रावलि :: दुश्चरित्र
रासि :: अनाज का ढेर, जो खलिहान में तैयार हो, ज्योतिषी राशी, घोड़े की लगाम
रासी :: दागी; घोड़ा की जाति विशेष
राह :: रास्ता
राह देखबु :: इन्तज़ार करना
रिगिर :: हठ, द्वेष
रिग्घी :: आलू बोने के लिए खेत में बनाई गई रस्सी से रेखा
रिनु :: कर्ज
रिसि :: क्रोध, ऋषि
रिंधबु :: दाल-चावल आदि पकाना
रिंधबु :: रीन्हबु
रीकड़ :: भूमि, जिसमें कंकड़-पत्थर हों, अनुपजाऊ (खेत)
रीचा :: छोटी-सी बात; बात का मूल
रीठी :: ՙरेठिया՚ देखिए
रीरी :: आम का अत्यन्त छोटा रूप
रीरी :: कील
रुंगउना :: फल बेचते समय क्रेता को एक अतिरिक्त फल देने की रस्म
रुंगाउबु :: बच्चे को कुछ देकर सन्तुष्ट करना
रुइया :: चारा काटने में प्रयुक्त जमीन में गड़ी हुई लकड़ी की अडडी
रुइहरु :: रूई का छोटा टुकड़ा, रूई से युक्त पोशाक विशेष
रुइहरु :: रुइहा
रुकसति :: विदाई, छुट्टी
रुखान :: लकड़ी में छेद करने की छेनी विशेष
रुगरुगाबु :: अच्छा होना, तन्दुरुस्त होना
रुज :: रोग
रुजुक :: रोजी, जीवन-यात्रा
रुतबा :: प्रतिष्ठा, पद
रुनझुन :: घंटियों की आवाज़
रुरानि :: रोगग्रस्त मूली
रुरुहाबु :: पौधों या फसल का अत्यन्त कम विकास होने, कमजोर होना
रुसबति :: घूस
रुहकबु :: किसी वस्तु के लिए तरसते रहना
रूख :: वृक्ष
रूख :: सूखी (रोटी)
रूखड़ :: मतलब से कम नम
रून :: ऊन; मुलायम रोयेंदार वस्तु, जो कुछ फलों आदि पर होती है
रूपा :: चाँदी, सोना
रूबरू :: आमने-सामने (व्यक्ति के) मुँह पर
रूमबु :: खड़े-खड़े हाथ बाँधकर शरीर के धक्के से गिराना
रूसा :: पलस्तर हेतु प्रयुक्त लकड़ी का ६X६ इंच का यंत्र; वनस्पति विशेष
रूह :: आत्मा, प्राण
रेंड़ :: एक पेड़, जिसमें रेंड़ी होती है; (उदा.) "रूख न विरूख तहाँ रेंड़वै पुनीत"
रेंड़बु :: दाने पड़ने के निकट होना (गेहूँ आदि के पौदे का)
रेड़ब :: टांगदेना, बहुत दिनों तक टांग रखना
रेउती :: माचि से मिलकर बंधी हुई लकड़ी
रेउती :: खहँचनी
रेउरी :: रेवड़ी
रेजा :: छोटा-छोटा टुकड़ा, मिट्टी रौंदने का कार्य करने वाले मजदूर
रेठिया :: बच्चों के माला में पड़ने वाला मूंगा विशेष
रेढ़ा :: झगड़ा, बखेड़ा
रेतु :: लकड़ी आदि की डिज़ाइन साफ करने या धार रखने का यंत्र
रेवा :: घर के चारों ओर दीवार पर लगाई गई गोबर की रेखा; बही-बनियों की एक बही
रेशम-चूड़ी :: प्रायः पीले और लाल रंग की पुरानी चाल की सादी चूड़ी
रेहू :: कपड़े धोने में प्रयुक्त मिट्टी
रैज :: तरीका, व्यवहार
रैन :: रात
रोकादानी या रोकदानी :: बेइमानी (खेल में)
रोगन :: तेल; मसाला
रोचना :: जन्में शिशु के मामा के घर, नौआ द्वारा ले जाया गया हल्दी व चावल का मिश्रण, खुशखबरी
रोज़मर्रा :: दैनिक
रोजिगार :: फलादि की खेती
रोज़ी :: जीविका
रोजु :: प्रतिदिन
रोटकती :: रोटी बनाने हेतु पहनी जाने वाली धोती
रोटखउआ :: वर पक्ष वालों को पहले-पहल रोटी या कच्चा खाना खिलाने की रीति व दक्षिणा
रोरा :: आँख का एक रोग
रोसइयाँ :: रसोईघर
आवाँ :: मिट्टी के बर्तनों को पकाने का भट्ठा
आसनी :: बैठने की छोटी चटाई, दरी आदि
आसरा :: आश्रय, भरोसा, आशा
आसीविख :: सर्पिणी
आहिउ :: हो
आहूँ :: गर्वोक्ति, चुनौती
इंगुई या इंगुवा :: पुरइन का पेड़
इंगुदी :: हिंगोट (वृक्ष)
इंगुरहा ज्वारा :: लाल रंग युक्त लाख की चूड़ी
इंघे :: इधर
रोहनिया :: एक प्रकार का आम, जो रोहिणी नक्षत्र में सब आमों के समाप्त होने पर पकता है
रोहबु :: अच्छा फल देना, चलन होना (रिवाज या दस्तूर का)
रोहू :: वह मिट्टी, जिससे धोबी कपड़े धोते हैं; मछली विशेष
र्याँघनि :: कमजोरी, परेशानी (मुहा.) "चलैकि रयाँघनि आवति रजई केरि फ्याँट"
र्याख :: मूँछ की प्रारम्भिक अवस्था
र्यागा :: नष्ट, छिन्न-भिन्न
र्याढ़बु :: बातें करना
र्याया :: जनता
र्याल :: पर्याप्त, अधिक
र्वांघट :: अत्यन्त गन्दा (कपड़ा); पूहट
र्वाब :: रौब, शान
लंकलाट :: उच्च स्तर के व्यक्तियों में पहना जाने वाला (कपड़ा)
लंग :: ओर
लंग :: लंगड़ा
लंगई :: नीचता
रंगडु :: पशुओं को भागने से रोकने के लिए गले में लटकाई गयी लकड़ी
लँगरी :: धोती का वह भाग, जो नीचे से पीछे ले जाकर ऊपर कमर पर खोंस लिया जाता है
लँगरी :: लांग, काँच
रंगी :: लंगड़ी, कुश्ती का एक दाँव
लंग्घना :: भूखा, अतृप्त
लंग्घनु :: क्षुधा
लंग्वाटा :: भेलन को साधने वाला पुरजा; जूते के पिछले भाग में लगी विशेष पट्टी; लंगोट; चाप
लंबर :: नम्बर
लंभबु :: हाँफना, दौड़ना
लइमार :: किसी का धन लेकर बेइमानी करने वाला (व्यक्ति)
लइयन-पइयन :: तुरन्त, अविलम्ब
लइरा :: गाय, भैंस का बच्चा
लइसन :: लैसंस, आज्ञा-पत्र
लउंगा :: प्रशाखा
लउँचा :: छोटी पतली डाल
लउँचा :: लउछा
लउँड़ी :: दासी, गुलाम
लउंदु :: अधिमास, मलमास
लउआर :: चुगली
लउक :: लायक
लउका :: कद्दू, मिट्टी के बर्तन
लउछा :: कई फलियों का गुच्छा, छोटी पतली डाल
लउता-बउता :: इधर-उधर की बात
लउनिया :: तुलना, बराबरी
लउनी :: फसल काटने-पीटने की मजदूरी स्वरूप मिलने वाला अनाज, जिसका निर्धारण अनाज की राशि के हिसाब से होता है
लउर :: बड़ा डण्डा या लाठी
लउर्याबु :: धान आदि की बालियों (बाल) का झुकना
लकड़चिर्रा :: लकड़ी चीरने वाला
लकड़चिर्रा :: आराकस
लकड़िहार :: लकड़हारा
लकलका :: खूब साफ एवं चमकीला
लक्का :: तक
लखउड़ी :: पतली ईंट (विशेष)
लखनी :: बच्चों का एक खेल, जिसमें पेंड़ की डालों पर चढ़ते-कूदते रहते हैं
लखनी :: सियरि चटकना
लखबु :: लगना, प्रतीत होना, मालूम देना, देखना
लग :: तक
लगउना :: जानवरों के चारे में लगाया जाने वाला आँटा आदि पदार्थ
लगउना :: रोपा जाने वाला
लगछुआई :: सम्पर्क, छूत
लगवरहा :: किसान का लगा हुआ स्थायी हलवाहा
लगहर :: कच्ची छत में मिट्टी रोकने हेतु पड़ी पतली लकड़ियाँ
लगहर :: रास्ता रोकने वाला (कुत्ता आदि); जुड़ा हुआ
लगा :: प्रारम्भ
लगदा :: हरी छड़ी या डण्डी
लगाक :: रस्सी विशेष, जिसे पाटा देते समय पकड़कर खड़ा हुआ जाता हैं
लगुठिया :: छोटी व पतली लाठी
लगे :: पास, निकट
लगेनिया लगेरु :: दूध देने वाला (जानवर)
लग्गी :: लम्बा व पतला बाँस, डलिया में लगने योग्य झाँखर; उपाय
लचबु :: झुकना, सम्मान करना; उबु-(क्रि. स.) झुकाना
लच्छन :: लक्षण
लच्छा :: पैर में पहनने का आभूषण
लच्छा :: सूत
लजाधुर :: शर्मीला
लट :: रस्सी में प्रयुक्त कई लटों में से एक लट, कुछ बालो का समूह
लटकन, लटकनिया :: गहना विशेष
लटपटाबु :: (दिन आदि का) समाप्त होना, कमजोर पड़ना
लटी :: तुच्छ, दुष्ट; कड़वी
लट्टम-पट्टम :: जैसे-तैसे
लट्ठइतु :: लाठी चलाने में निपुण
लट्ठा :: बड़ा डंडा, एक प्रकार का कपड़ा, ९९ इंच की माप
लट्ठ :: मोटी लाठी
लट्ठ :: मूर्ख
लड़कपुल्ली :: चिबिल्ला लड़का
लड़हरा :: चरी का लम्बा पेड़
लढ़मपढ़ा :: जुगाड़
लढ़ी :: बड़ी बैलगाड़ी
लत :: आदत
लतखोर :: लात खाने वाला; ՙखोर՚ कई निंदात्मक शब्दों में लगता है; जैसे-हरामखोर, हलालखोर
लतना :: जलेबी बनाने में प्रयुक्त छिद्र युक्त मोटा कपड़ा
लतमरा :: लात खाने वाला, पैर रखने व जल रोकने हेतु कुएँ पर रखी हुई लकड़ी
लतरा :: पुराना जूता
लतर्याबु :: शरीर से कमजोर होना
लतहा :: लात चलाने वाला (पशु)
लतहा :: पुराना जूता
लतिहड़ :: लात खाने वाला, कमजोर
लत्ता :: चिथड़ा, फटा कपड़ा
लत्ती :: लट्टू नचाने में प्रयुक्त मोटा तागा, जो कई लड़ों से मिलकर बनता है
लदरा, लेदरा :: खूब फलने वाला
लदुआ :: बोझ ढोने वाला
लदुआ :: दीवाल को पानी से बचाने के लिए उस पर रखा गया फूस आदि
लदोई :: गुड़ की पतोई विशेष
लद्धड़ :: भारी एवं सुस्त, कमजोर
लन्ती :: निंदा का
इंडरी, इड़री :: गाय या भैंस के ब्याने पर पहले दिन के दूध का पका हुआ रूप
इंडोरन :: देखने में सुन्दर, गोल किन्तु कड़वा फल
इंतिहा :: अंदाज, अंत, बहुत पंसद; इंतहा
इंदारा, इनारा :: कुआँ
इकबाल :: स्वीकृत (कचहरी में किया गया विशेषतः किसी अपराध को)
इजराय :: (किसी हुक्म का) कचहरी से प्रकाशित, विज्ञापित या रवाना होने की क्रिया
इजलास :: कचहरी
इजहार :: (कचहरी में दिया) बयान
इजाफति :: दावत
इजाफा :: वृद्धि (विशेषतः लगान का)
लपकबु :: अत्यन्त लम्बी चाल चलना, चमकना
लपटा :: नमकीन लपसी
लपटेउना :: घास विशेष, जो कपड़ों में बहुत जल्दी लिपट जाती है
लपलपउवाँ :: खूब स्वच्छ
लपसी :: आँटे से निर्मित पतला हलुवा या घोल
लपेटन :: हथकरघे का पुर्जा, जिसमें तागा लिपटता है
लबड़धौंधौं :: अव्यवस्था, शोरगुल
लबड़ा :: बायाँ
लबदा :: ताजा तोड़ा हुआ डण्डा, जिससे फल तोड़ा जाए
लबदा :: लगदा
लबनी :: छोटा घड़ा, जो ताड़ वृक्ष में ताड़ी हेतु लटकाया जाता है
लबरा :: लालची, बात पर कायंम न रहने वाला
लबलबउवाँ :: ऊपर तक (भरा हुआ) लबालब
लबलबी :: जल्दबाज़; (कहा.) "लबलबी क बियाह कनपटी मैं सेनुर"
लबाबु :: गाढ़ा द्रव
लबार :: झूठा
लबार :: लबरा
लबेद :: मनमानी बात, वेद विरुद्ध बात, शास्त्रीय मत तथा ढकोसला
लबेदम :: चरम सीमा पर, अत्यन्त शिथिल
लब्बर :: पशु बाँधने की एक बड़ी रस्सी
लब्भचब्भु :: मनचाहा भोजन
लब्भा या लरफा :: चिलम की ऊँची लौ
लब्भी :: खिलवाड़ में लिपटन की क्रिया
लभकु :: लालच, फायदा
लभ्याड़ :: बाधा, झंझट
लमउझ :: दूर का (रिश्तेदार)
लमछर :: कुछ लम्बा, लम्बा वाला
लमेरा :: धान के साथ उगा हुआ वह पौधा, जिसमें अन्न न पैदा हो
लम्बर :: संख्या, नम्बर
लयमड़ :: सुस्त और फूहड़ (व्यक्ति)
लर :: गहनों में लगी हुई लड़ी, पक्ष
लरजबु :: शरम खाना, काँपना, भयभीत होना
लरजर :: आधार बात
लरिकउरी :: गर्भवती
ललंगा :: लाल-लाल
ललक :: प्रबल आकंक्षा; सुविधा
ललखरि :: लाल रंग की
ललटैना :: वनस्पति विशेष, जिससे डलिया आदि बनायी जाती हैं
ललमुनिया :: वनस्पति विशेष, पक्षी विशेष
ललाम :: सुन्दर
लली :: प्रिय पुत्री, पुत्री
लल्ला :: छोटा प्यारा बच्चा
लल्ला :: लाल
लल्लु :: प्रसन्न
लल्लु :: फायदा
लल्लो-पत्तो :: चिकनी-चुपड़ी बात, खुशामद
लबगहा :: वह खेत, जिसमें अगहनी धान रोपा जाता है
लवता-बवता :: इधर-उधर की बात
लवहार :: मर कर जीवित हो जाने की दशा
लवाय :: तत्काल ब्याई हुई गाय
लवारि :: बड़े लावा वाली ज्वार, टूध देने वाली गाय या भैंस
लस :: चिपचिपाहट, अपनत्व
लसबु :: किसी के शरीर से स्पर्श करते हुए खड़ा होना, बैठना, लेटना, सहायता की अपेक्षा करना
लसम :: चिपकने की प्रवृत्ति
लसोहरु :: एक वृक्ष विशेष, जिसमें बेर जैसे फल लगते हैं, लसोड़ा
लस्त :: शिथिल, थका हुआ
लस्सुन :: लहसुन
लस्सुन :: लासुन
लहँकट :: पशुओं में अवसर मिलते ही भागने की प्रवृत्ति वाला; हरहँटा
लहंगर :: लम्बा-चौड़ा
लहंगरी :: बैलों को जुएँ से रोकने हेतु प्रयुक्त सन की बुनी हुई पट्टी; छोटा लहंगा
लहँड़ा :: झुण्ड, टोली
लहकवरि :: विवाह में प्रचलित कलेवा
लहचार :: विवश, लाचार
लहचारी :: देवी गीत
लहजा :: क्षण-
लहट्याबु :: लालचवश खड़ा होना या रुकना
लहडू, लाढू :: छोटी बैलगाड़ी
लहतगा :: सिलसिला
लहना, लेहना :: प्रजा जाति को वार्षिक मिलने वाला फसल का गट्ठा
लहना, लेहना :: जेंवरा
लहबड़ :: पताका, झण्डा
लहबड़ :: तोते की किस्म, जो शुभ व उत्तम होती है
लहरपटोर :: रेशमी वस्त्र
लहरि :: लहर, पानी की तरंग; कृपा
लहरिया :: टेढ़ी-मेढ़ी रेखा
लहरी :: लहरदार, ऊँची-नीची, रंगीन और भड़कीली काँच की (चूड़ी)
लहरे-बहरे :: कुछ न कुछ, आस-पास
लहर्रा :: ज्वार
लहसुआ :: नवांसुर, वनस्पति विशेष
लहालोट :: अतिशय प्रसन्न
लहासि :: लाश, शव
लहिला :: चना
लहुरा :: सामान्यत; पाँच में से चौथे का उपनाम, जैसे-मंझला, संझला
लांक :: पकी फसल, मात्रा
लांग, लांगि :: पहनी हुई धोती का एक भाग
लांगा :: नंगा
लाई-लूसी :: चुगली; चापलूसी
लाखा :: गेहूँ आदि फसलों में लगने वाला रोग; धुनते समय रूई के बने ढेर विशेष
लाखु :: बहुत ज्यादा
लाखु :: लाख
लाग-डाँट :: शत्रुता, रंजिश
लागन :: लगने वाला
लागन हरहा :: दूध देने वाला जानवर;
लागन कुत्ता :: मार्ग रोकने वाला कुत्ता
लागा :: पाटा चलाते समय माची से बाँधने में प्रयुक्त वह रस्सी, जिसे पकड़कर खड़ा हुआ जाता है
लागा :: धरगही
लागु :: बैलगाड़ी में फरी के नीचे लगने वाला पुर्जा, गलती, दोष
लागेम :: साथ ही
लाटा :: महुए तथा तिल का वह व्यंजन
इजारबंद :: पाजामा बाँधने का नाड़ा;
इजारा :: ठेका
इटकोह :: ईंट का टुकड़ा
इटारि :: पांडेय लोगों का प्रसिद्ध स्थान
इत्ता :: इतना, इस प्रकार
इत्तिला :: सूचना
इत्थिर :: इस जगह
इनाइति :: कृपा
इन्सानु :: उपकार, कृतज्ञता; मनुष्य
इफराति :: प्रचुर, अधिक
लाटि :: वृक्ष की पेंड़ी, बैल के कंधे का मांसल भाग
लाटी :: चाँदी
लाद :: दीवार की चुनाई का एक रद्दा, किराये पर भार ढोने की क्रिया
लादी :: गधों पर लादन में प्रयुक्त कपड़ों का गट्ठर विशेष
लानति :: निन्दा, लज्जा; चुनौती
लाबर-लिल्ला :: फूहड़, बेढंगा
लाभ :: तौलते समय अन्न आदि का वह अंश, जो अलग निकाल दिया जाता है; मुनाफा
लाम :: ड्यूटी, दूर, भीड़
लाय :: निकट, सहारे
लाय :: विवाहोत्सव में भुनाई गई धान की लइया, लावा
लाय-लाय :: सिफारिश; विनय
लासा :: गोंद
लासी :: आम में लगने वाला रोग विशेष, जिससे पत्तों में चिपचिपाहट उत्पन्न होती है
लाह :: नया कल्ला (आम आदि में)
लाही :: सरसों का एक प्रकार
लिंभि :: कलंक (अनैतिकता का)
लिटिहा :: लीटा (गीला) युक्त गुड़
लिट्टी :: आटे की गोल मोटी रोटी, जो कण्डों पर सेंकी जाती है
लिबड़ी बिरताना :: पोशाक, दिखावटी कपड़े
लिभुआ :: लालची
लिम्मसु :: अपयश
लिलगाह :: नील गाय
लिलज्ज :: बेशर्म, निर्लज्ज
लिलारि, लिलारी :: पुरहाई कुआँ की पैढ़ी का ऊँचा वाला भाग
लिलारि, लिलारी :: मूड़ा
लिल्लामी :: नीलामी
लिल्लाह :: मुक्त, दान में दिया हुआ
लिल्लाही :: असुरक्षित
लिल्ली घोड़ी :: बरसात में होने वाला एक कीड़ा, जो एक-दूसरे के ऊपर चढ़ा हुआ घूमता है, बारात आदि अवसरों पर आयोजित एक तमाशा विशेष; उरई के राजा माहिल की घोड़ी
लिहाज :: अदब; सम्मान
लीक :: बैलगाड़ी आदि के पहिया का चिह्न; रीति; -पीटबु- (मुहा.) "प्रचलित परम्परा का निर्वहन करना"
लीकबु :: सुतारी में रस्सी बाँधकर उसे परकार की भाँति बड़े चमड़े के बीचो-बीच घुमाकर पुर बनाने के लिए गोल निशान लगाना; रिसना
लीख :: जूँका अण्डा
लीचड़ :: निकम्मा, जाहिल
लीचर :: भैंस आदि के बच्चे
लीझी :: उबटन लगाने के बाद गिरी हुई उसकी सुखी मैल, लीपने के पश्चात बचा गोबर का अवशेष
लीटा :: गीला और खराब गुड़
लीपबु :: गोबर पानी से जमीन गीली कर पोंछना
लीलबु :: निगलना
लुंगाड़ा :: लुच्चा, नंगा
लुअनु :: नमक
लुकउबु :: छिपाना;
लुकबु :: छिपना
लुकुड़ी, लुकुरी :: जलती हुई छोटी पतली लकड़ी; चुगली
लुकुड़ी, लुकुरी :: लुक्की
लुक्की :: जलती हुई लकड़ी; झुंझलाहट
लुगठ्याबु :: (अग्नि का) फीका पड़ना, मन्द पड़ना
लुगठ्याबु :: लगुठयाबु
लुगरी :: फटा पुराना वस्त्र (स्त्री के पहनने का) या फटी पुरानी धोती
लुगाई :: औरत
लुचुई :: पतली नरम पूड़ी
लुच्चा :: नीच व्यक्ति
लुजलुज :: ढीला-ढाला
लुटुकुनियाँ :: कालर में फंसे दो हुक
लुट्टु-कुट्टु :: गृहस्थी का सारा सामान सम्पूर्ण सामान
लुड़ुरी :: ओसाने के बाद बचा हुआ खुरदुरा भाग
लुनाई :: फसल काटने की क्रिया
लुबुरी :: चुगुली
लुमड़ा, लूमड़ :: फूहड़, बेहूदा
लुरका :: बैलगाड़ी में लगा एक रस्सी का सामान
लुरकी :: कान का गहना विशेष
लुरखुरिया :: खुशामद
लुलुइयाँ :: छोटी रोटी, फुलका
लुलुहा :: हाथ का पंजा
लुवाठ :: हाथ का खड़ा अँगूठा
लुवाठी :: जलती हुई लकड़ी; "कबिरा खड़ा बजार में लिए लुवाठी हाथ ।" -कबीर
लूँड़ि :: घास या पुआल का छोटा गट्ठर जो पानी रोकने में प्रयुक्त होता है
लूक :: आकाश से टूटा हुआ तारा
लूक :: ज्येष्ठ मास में चलने वाली गरम हवा, लू; (उदा.) "दिन ही लूक परन कपि लागे"
लूगा :: कपड़ा
लूहँ :: गरम हवा
लूहँ :: लूह, लूक
लेंड़हरा :: मक्का
लेंढ़ा :: छोटा कच्चा फल (विशेषतः कटहल का)
लेंजुरि :: रस्सी
लेउँड़ी :: सिर का पिछला हिस्सा
लेखे :: लिए, नजर में
लेगारु :: पशुओं का झुण्ड, पशुओं को दिया जाने वाला दाना
लेटलागबु :: हल में काँदा तथा घास का लगना
लेटारु :: हल की नसी में फँसी हुई घास आदि, नवजात बच्चों के शरीर पर लगा हुआ मैल आदि
लेड़ार :: कायर, डरपोक, भयप्रद दृश्य उपस्थित होने पर टट्टी कर या लेंड़ (टट्टी का लोंदा) गिरा देने वाला
लेरउँड़ी :: चरही
लेलक :: निकट, सुविधाजनक
लेवकरबु :: पानी में पाटा चलाकर बीज बो देना
लेवकरबु :: लेवारा करबु
लेसब :: (दीपक) जलाना
लेसु :: लेप (मिट्टी का); ल्यासबु
लेसु :: लेप करना
लेसो :: पानों की कई ढोलियों का समूह
लेहदरि :: झुण्ड, समूह
लेहरहा :: बाजरा बोया हुआ खेत
लेहेंड़ि :: पशुओं का झुण्ड
लैकति :: योग्यता, गुण
लैन :: रेखा; आचरण; रेलवे पटरी; कतार
लैरा :: गाय भैंस का छोटा बच्चा
लोइया :: शाल, मध्यम व उच्च वर्ग के लोग इस नाम का प्रयोग करते हैं
लोई :: रोटी आदि बनाने हेतु बनाई गयी आँटे की गोली; (कहा.) "हाथेम लोई तो सब कोई"
लोखर :: कृषि उपकरण
लोट :: नोट; पुआल का बड़ा गटठर
लोटि :: राब रखने में प्रय़ुक्त खड़ी आकार की मटुकी
इमानु :: धर्म, नेकनीयत
इमारी :: हौदा
इरखहा :: ईर्ष्यालु
इरखा :: ईर्ष्या
इलटि :: मैली चीज
इलहिका :: अलग
इल्लति :: मैल, दोष, झंझट, दुर्व्यसन
इलासति :: खेत और बाग की सम्पत्ति
इल्लिम :: इल्म, ज्ञान, विद्या
इसपात :: फौलाद
लोटिया :: लोटे से बड़ा एवं गोल आकार का पात्र
लोढ़बु :: उतारना
लोढ़वा :: मसाला आदि पीसने वाला में प्रयुक्त पत्थर; पथरा
लोनी :: नमकीन मिट्टी; चने का भूसा
लोनु :: नमक
लोनु :: कर्ज
लोफरु :: असभ्य, उजडड व्यक्ति
लोर :: धुनकने की कमान
लोर :: आँसू
लोलापेच :: वह कपड़ा, जिसका थान दफ्ती में लपेटा जाय और ऊपर कागज चढ़ाया जाय
लोहँड़ा :: लोहे की बड़ी करहिया
लोहखर :: लोहे के औजार
लोहरई :: लौह-कर्म
लोहसार :: फौलादी लोहे की बनी झूल
लोहाबाना :: लोहे की अनेक वस्तुओं का मिश्रण
लोहारु :: लौह-कर्म करने वाली जाति का पुरुष; लुहारु
लौं :: तक
ल्याखा :: औसत, समानता
ल्यादा :: पानी से हल्का-हल्का भिगोया गया भूसे का रूप
ल्यादा :: कोहला
ल्वाढ़ा :: प्रसाद
ल्वारा :: ईंटों का टूटन
वंगु :: गीदड़
वंदनु :: मस्तक पर पहना जाने वाला गहना विशेष; प्रार्थना
वइरबु :: (हस्त चक्की आदि में अनाज आदि) डालना
वइरा :: फसल काटने आदि कार्यों में खेत की चौंड़ाई की वह माप, जो एक बार में कटता जाता है
वखरीयस :: मोटा-ताजा
वगरबु :: बूंद-बूंद करके टपकना गाय-भैंस आदि के थनों में दूध का आ जाना
वछाहुँ :: पेंड़ आदि की स्थायी छाया, छाया का प्रभाव
वछातै :: हल्के स्पर्श के साथ (चोट आदि का लगना)
वजे :: कारण, वजह
वझासु :: ओझन या फँस जाने का स्थान
वठंगउबु :: किंवाड़ बन्द करना
वठई :: वहाँ
वढ़नी :: ओढ़नी
वतरा :: उतना
वतहँत :: कुछ दूर, उधर
वतीरा :: तरीका, स्वभाव
वदरबु :: (मिट्टी, दीवार आदि का) फटकर गिरना
वनउबु :: जोतना, सुनना
वनसिल :: कुछ खराब
वनाबु :: सुनना, ध्यान देना
वरकबु :: झुकना, गाय आदि के ब्याने की अवस्था में शरीर में भरीपन आना
वरक़्साजी :: चांदी सोने के वरक़ बनाने का काम
वरखबु :: प्रतीक्षा करना
वरहनु :: उलाहना
वरा :: सस्ता, समुचित दाम का
वसलहति :: कमी, औसत
वसहनु :: अनाज, जो खलियानों में वसाये जाते हैं
वसाइबु :: अनाज आदि को साफ करने हेतु हवा में थोड़ा-थोड़ गिराना
वसाही :: संख्या सूचक शब्द, बार
वहकारबु :: हाँकना, बैलों को हाँकने में ՙव तता՚ ये तीन अक्षर के दो शब्द प्रयुक्त होते हैं
वहारी :: चक्कर, दफा, बार
वहिका :: उसका
वांगबु :: गाड़ी के धुरे में तेल लगाना
वांगबु :: औंगबु
वाँछ :: लम्बाई में कुछ कम; उटंग
वाँठ :: ओंठ
वांधबु :: छा जाना, घिर आना, तान देना
वा :: वह (स्त्री के लिए)
वाकिफ :: परिचित
वाकिया :: घटना
वाजिब :: उचित
वाढ़र :: पालकी के परदा का रंगीन कपड़ा; आरोप
वाढ़र :: ओढ़र
वाद :: गीला
वाद :: विचारधारा
वायल :: विशेष रूप (कपड़े का)
वार :: ओर
वार :: आक्रमण
वारा-न्यारा :: निस्तारण; खर्च
वालपिन :: हथकरघे का वह अंग, जिस पर तागा चढ़ाकर सुलझाया जाता है; कील विशेष
वालावरसी :: मददगार, वारिस
वासर :: गर्भ धारण करने योग्य भैंस
वासिल :: उचित रूप से प्रयुक्त प्राज या मिला
वासिल बाकी नवीस :: तहसाल का एक कर्मचारी, जो आई हुई और बाकी लगान का हिसाब रखता है
वास्ता :: सम्बन्ध, लगाव, मतलब
वाहियात :: व्यर्थ, मूर्खतापूर्ण
वाही :: मूर्ख, व्यर्थ, फालतू
विरिख :: वृक्ष
वींदरी :: एक प्रकार का कपड़ा
वैत :: सुविधा, आराम, फायदा
संकेती :: तंगी, कमजोरी, अभाव
संखा :: श्वेत रंग का घोड़ा
संखानि :: संतति
संगर :: समर, युद्ध-मैदान
संगसा :: बड़ी संगसी
संगीन :: एक लम्बी और पतली बरछी, जो बंदूक के सिरे पर लगायी जाती है
संगीन :: उत्तम, भयंकर
संघरी :: साथी
संघरी :: साथ, संगति
संघाती :: मित्र, दोस्त
संघाती :: संघी
संच :: ठीक-ठीक, कारबार
सँचरबु :: प्रचलित होना
संजमी :: संयमी
संजाफ :: रंगीन किनारा
संझलउका :: संध्या के निकट
संझवाती :: सायंकाल का गीत, शाम
संझा :: सायंकाल
इस्तालक :: उत्साह, प्रोत्साहन
इस्तिरी :: कपड़े की कलप कलप करने की मशीन; स्त्री
इहिका :: इसका, इसको
ईटनु :: बर्तन धोने का चबूतरा
ईखि :: फसल विशेष; इख, गन्ना, ऊखि, उखुड़ि
ईमा :: इसमें
ईरघाट :: इधर-उधर
ईसर :: भगवान, परमेश्वर;(कहा.) "ईसर आवैं दलिद्दर जायै"
उंघे :: उधर
उँचवाँस :: ऊँचा सिरा (खेत आदि में)
संझिलीपहर :: दोपहर बाद का प्रहर
संटा :: डण्डा
संटेला :: लढ़िया
संड-मंड :: सूजा हुआ; मीठा
संडासु :: लम्बा-चौड़ा छेद; पाखाना
संती :: स्थान पर, बदले
संतोला :: संतरा
संदानु :: गधों को सांदने की रस्सी
संदना :: गांय को दुहते समय उसके पैरों को सांदने में प्रयुक्त रस्सी
सँदबु :: कीचड़ में भरना, फँसना
संबाबु :: समाजाना
संभर :: तैयारी, चढ़ाई
सँवाचबु :: पूछना, जाँच-पड़ताल करना
सइँतबु :: पाखानाउठाना, एकत्रकरना, परवरिश करना
सइँयाँ :: पति, स्वामी, ईश्वर
सइका :: मिट्टी का बर्तन, जिससे कोल्हाड़ में रस उड़ेलते हैं
सइगर :: प्रचुर, अधिक
सइरहँटु :: व्यर्थ का कार्य
सइरा :: हल्का काला
सइल :: लाख की चूड़ी बनाने में प्रयुक्त लकड़ी का साँचा
सइल :: अधिक
सइला :: माची में प्रयुक्त बैलों की गर्दन रोकने में सहायक डण्डा
सइलानी :: मौजी
सइहा :: भेद
सइहा :: भेदिहा
सई :: उत्तेजना, सहायता, एक नदी
सउँघ :: सामना
सउँघर :: ठीक, दुरुस्त (दिमाग से)
सउरि :: सूतिकागृह
सकट :: रथ या रब्बा
सकठी :: जो ՙभगत՚ न हो, अदीक्षित
सकरी सैतनवा :: बच्चों का खेल विशेष, जो जमीन में रेखाओं से कई खाने का रेखांकन करके खेला जाता है
सकलाल :: अंग-प्रत्यंग; -ढील होबु- गम्भीर रूप से अस्वस्थ होना
सकहा :: श्वाँस का मरीज
सकारें :: शाम
सकीमी :: कमी, तंगी
सकूनति :: सन्तुष्टि
सकोरा :: छोटा मिट्टी का बर्तन
सक्वालबु :: पानी आदि पीना
सखर :: अपव्ययी, खर्चीला
सखर-दखड़ :: बीमार
सखरबु :: हामी भरना
सखरमा :: जुकाम
सगत्तर :: सर्वत्र
सगरा :: बड़ा तालाब
सगरा :: सम्पूर्ण
सगियान :: सचेत, बड़ा
सगुनइती :: शकुन विचारने वाली
सगुनु :: बैलगाड़ी में प्रयुक्त सबसे आगे बाहर की ओर निकली हुई लकड़ी; शकुन
सग्गड़ :: विसेष प्रकार की बौलगाड़ी
सङहा :: गुड़ बनाने के लिए प्रयुक्त भट्टी में झोंकने योंग्य ईंधन
सजिल सजील :: हुष्ट-पुष्ट, उत्तम, सुव्यवस्थित
सज्जी :: सारा, पूरा
सटक :: फरसी की पतली नली
सटल करघा :: मशीनी करघा, जिससे कपड़ा बुना जाता है
सटल्लहा :: रद्दी, पुराना
सटहा :: निकृष्ट जाति का
सट्टा :: इकरारनामा, पूरी नकद राशि न देकर उसके बदले दी गई कोई वस्तु
सट्टी :: बाजार
सड़इधि :: सड़ने की दुर्गंध
सड़इँधी, सरइंधी :: सड़ी हुई
सत्तारी :: कार्य स निवृत्त
सत्ती :: सती, पवित्रता
सत्ती होबु :: पति-शव के साथ जलना, (मुहा.) किसी कार्य में तन-मन-धन लगा देना
सतलड़ी :: सात लड़ों का गहना विशेष
सतवाँसा :: सात महीने का (बच्चा)
सत्तु :: सतीत्व
सत्या :: प्रसिद्धि, नाम, दशा
सथरिया :: बिछौना
सदमा :: भय, आघात, रंज
सदर :: मुख्य स्थान
सदाफर :: सदैव फलने वाला
सद्दर :: सात दाँतों वाला (बैल आदि)
सधउरी :: साद्य या सीमन्त सामग्री
सधर :: बड़ा और बढ़िया (फल)
सनई :: बारीक सन वाला पतला पेड़
सनकी :: शक या सनक करने वाला, सन्देहशील
सनखर :: सन का टुकड़ा
सनद :: सबूत, प्रमाणपत्र
सनफर :: सस्ता
सनसलति :: सम्पत्ति; सब कुछ
सनीनौ :: रक्षाबन्धन
सनु :: रस्सी बनाने में प्रयुक्त छाल विशेष; वर्ष
सनेहु :: प्रेम, स्नेह
सन्तकला :: ऐंठे काँच में लकीरों के चिह्न से युक्त (रंगीन चूड़ी)
सन्न-गन्न :: स्तब्ध, जड़वत्
सन्नहटा :: सन्नाटा
सन्नाम :: प्रसिद्ध, चर्चित
सन्नूकि :: सन्दूक
सपठा :: छोटा सन्दूक (जेवर आदि रखने का)
सपनहा :: वह दोष, जिसमें जानवर अपनी जीभ निकाला करते हैं
सपरबु :: हो सकना, सधना
सपरहिटा :: अंशहीन दूध
सपहरि :: सब के सब, बिना किसी को छोड़े
सपेद :: सफेद
सफरा :: बैलगाड़ी में बिछाने और ढकने में प्रयुक्त सुतली का कपड़ा
सफीना :: उपस्थित होने का आज्ञा पत्र
सफील :: साफ
सबज, सबुज :: हरा
सबजा :: नाक का एक आभूषण
ऊँटकउँहा, उठकुरुआँ :: पैरों पर भार देकर (बैठना)
उँटरा :: गाड़ी के आगे लगने वाली टेढ़ी लकड़ी, जो बैलों के हटने से गाड़ी का आगे का सिरा उठा रहता है
उँटाबु :: उँटनी का गर्भिणी होंना
उआरा न्योछा :: किसी देवता अथवा ब्राहमण को देने के लिये रखा हुआ
उई :: वह, वे
उकठा :: सूखा-पवाँरा
उकठा :: परस्पर की गई बुराई; एक-दूसरे की बुराई
उकठबु :: (पेड़ का) सूख जाना; उकसबु
उकवति :: दाद की तरह का एक रोग, जिसमें से पंछा निकलता रहता है
उकाँव :: भूसा मिला हुआ वह अन्न, जो अभीं ओसाया न गया हो
सबद :: टोकरी, डलिया
सबधरि :: सम्पूर्ण
सबरखऊ :: बेसब्र, जिसको इन्तजार की सब्र ना हो, अधिक या सब कुछ खाने वाला
सबरी :: नकब काटने में प्रयुक्त लोहे का हथियार, त्रेतायुग में भीलनी विशेष का नाम
सबूदान :: घड़ा रखने की तिपाई आदि
सबूरी, सबुर :: सब्र, धैर्य; संतोष
सब्जी फरोश :: साग-तरकारी बेचने वाला, कुंजड़ा
सब्बलु :: लोहे का लम्बा औजार, जिससे कंकड़ आदि खोदे जाते हैं
सभदि :: शब्द, गूढ़ ज्ञान
समगम :: शांत
समथर :: बराबर, समतल
समथ्याबु :: थोड़ा आराम करना; दम लेना
समदा :: हल्के लाल रंग के शरीर वाला
समध्यानु :: समधी का घर
समसी :: सँड़सी
समहे :: समक्ष
समुल्ला :: सम्पूर्ण, समूल
समुहाबु :: इच्छा करना, किसी कार्य हेतु लग जाना
समौं :: समय
सम्बल :: बैलगाड़ी आदि केजुएँ में लगने वाले छोटे-छोटे डण्डे विशेष
सम्याता :: सहनशक्ति, व्यवस्था, सामर्थ्य
सयगर :: अधिक
सयमड़ :: मस्त, मनमौजी
सयम्मर :: बहुत-सा
सयरा :: आल्ह खण्ड या उसका पाठ
सयराठ :: झंझट, तैयारी
सयलानी :: मनमौजी
सयान :: अधिक वय का; चतुर
सयाना :: सयान
सयार :: जल्दी होने वाला काम
सरउती :: एक प्रकार का गन्ना, जो नरम एवं पतला होता है
सरकठु :: प्रबन्ध, समझौता
सरकवाँसी :: पशु बाँधने में प्रयुक्त रस्सी का फंदा
सरकस :: उद्दण्ड, बेढब
सरकस :: नट आदि का तमाशा
सरकसी :: उद्दण्डता, बदमाशी
सरकिहार :: गाँव के समीप के खेत
सरकिहार :: गोइँड़हर
सरखत :: लिखित ठेका या किरायानामा
सरगही :: सूर्योदय के पूर्व का वह भोजन, जो रोजे के दिनों में मुसलमान लोग करते हैं
सरगु :: विष्णु धाम, बैकुंठ, स्वर्ग
सरजि :: प्रसिद्ध कपड़ा
सरट :: गिरगिट
सरतराश :: नाई
सरथबु :: समझाना
सरपट्टबु :: तीव्र गति से खा-पी जाना
सरपुत :: साले का बेटा
सरपुत :: सरउत
सरपेच :: पगड़ी में बाँधने का एक आभूषण
सरपोटबु :: बटोरकरखा लेना, झटपट खा लेना
सरफ या सरफा :: खर्च
सरफुराई :: सनई की सूखी लकड़ी
सरबती :: एक बारीक कपड़ा
सरबराही :: कार्य करने में मदद
सरबावलि :: सर्वनाश, समाप्ति
सरया :: एक प्रकार का अच्छा धान
सरसई :: किसी फल का प्रारम्भिक गोल रूप (विशेषतः आम के)
सरसब्जी :: उपजाऊपन
सरस्याँटबु :: डरकर सिमट जाना
सरहंग :: लम्बा-चौड़ा (व्यक्ति); प्रभावशाली
सरहद :: सीमा, हद
सरहर :: पतला एवं लम्बा; (पहे.) "सावन टेढ़ि चइत सरहरि कहै सबलसिंह बूझौ नरहरि"
सरा :: समाधि
सराकति :: साझा
सराजामु :: व्यवस्था, तैयारी
सराथन :: अनाज साफ करने के लिए प्रयुक्त की गयी झाडू
सराथन :: सरहँटी
सराबोर :: लथपथ
सरि :: गड्ढा, तुलना
सरिया :: सुनारों में प्रचलित ՙपारिश्रमिक՚ का गुप्त शब्द, लौह छड़; पशुशाला
सरियारिक :: आयु में बड़े
सरीक :: सम्मिलित, हिस्सेदार
सरीहन :: स्पष्टतः, खुल्लमखुल्ला
सरीहन :: सरिहन
सरेख :: चतुर
सर्तिया :: दृढ़तापूर्वक; पक्का, अचूक
सर्याखा :: असरेखा नक्षत्र
सर्रउवाँ :: चिकना व ऊँचा (पेड़)
सर्रउवाँ :: सर्राटे के साथ
सलकठ :: प्रबन्ध
सलतन्त :: शांत, कुशलतापूर्वक
सलना :: दीवाल में लेसु (प्लास्टर) हेतु प्रयुक्त मिट्टी में छोड़ा जाने वाला भूसा आदि
सलफ :: आसान सस्ता
सलमा :: सोने-चाँदी आदि का वह तार, जो कपड़ों पर बेलबूटे के काम आता है
सलाक :: सोने-चाँदी की सलाख या छड़
सलाका :: पेंसिल
सलिल :: आसान
सलीपट :: लकड़ी या लोहे का मोटा लम्बा टुकडा
सलीपट :: सिलापट
सलूका :: आधी बाँह की बनियान, जिसमें सामने बटन लगते हैं
सलोन :: नमकीन, सुन्दर
सलोनीकरबु :: सोने से चाँदी निकालना
सवँरि :: प्रसवगृह
सवँलिया :: प्रेमी, पति
सवाई :: बेलगाड़ी का पुर्जा विशेष; सवा गुना
सवाङ :: वयः प्राप्त पुरुष; सुन्दर व्यक्ति
सवाङिनि :: बारात में आये हुए मेहमान
सवाल-खानी :: कचहरी में प्रार्थना पत्र लेने का समय, दस्तूर आदि
ससरी :: साँस
सहर :: प्रोत्साहन
उकुर :: हक; अवसर विशेष पर जो कुछ किसी को मिले, जैसे सम्बन्धियों, नौकरों आदि में
उकुरुँ :: चूतड़ों को भूमि से बिना छुआये केवल पैरों पर (बैठना)
उक्कुन :: छोटे बर्तन को लटकाने का फंदा
उखमज :: दुष्ट
उखर बेंट :: व्यक्ति (जिसके सम्बन्ध में कुछ ज्ञात न हो)
उखार :: खड़े-खड़े विरोधी पहलवान को कमर के बल पटकने का दाँव
उखारि :: ईख, देशी गन्ना
उखारी जोत :: आषाढ़ की पहली साधारण जुताई
उखाव :: जो खेत ईख की खेती के लिये रखा गया हो
उखेरा :: ईख
सहउल :: दीवाल की ऊँचाई में सीधापन देखने का यंत्र
सहजोर :: अपेक्षाकृत बली
सहडिट्ट :: प्रत्यक्ष, स्पष्ट
सहतीर :: लम्बा, लट्ठा
सहना :: फसल सम्बन्धी मुकदमों अदालत द्वारा नियुक्त पंच, जो खड़ी फसल का उत्तरदायी होता है
सहनी :: छोटी नांद, जिसमें गन्ने का रस गरम होता है
सहन्ची :: एकान्त व बन्द कोठरी, जिसमें हर प्रकार का सामान डाल दिया जाता है
सहलोलवा :: जो बोलने में चतुर व मीठा पर धोखा देने वाला हो
सहाना :: एक प्रकार की तबकदार (चूड़ी) जो प्रायः शादी में पहनी जाती है
सहिंतउबु :: विश्राम करना
सहिदान :: चिह्न, पहचान
सहिम्याना :: शामियाना, बड़ा तम्बू
सहूरु :: विवेक, गुण; यंत्र विशेष
साँक :: श्वाँस, दराज, पुरानी खाँसी
साँकलि :: जंजीर, होम सामग्री
साँची :: एक प्रकार का पान, जो शायद पहले-पहल साँची में उत्पन्न होता रहा हो
साँची :: सत्यवाचिका, सच्ची
साँट :: कपड़े में तागा के निकलने पर बना निशान, मोचियों की हथौड़ी विशेष
साँटिगाड़ा :: ईख के टुकड़ों को एक-दूसरे से सटाकर बोने की पद्धति
साँड़िया :: तेज दौड़ने वाला ऊँट जो पागल हाथी को भी हरा देता है
साँति :: चमड़ा और कीलें ठोकने का औजार
साँथबु :: सिलना (बड़े-बड़े फंडों से)
साँथर :: सीमंत सम्बन्धी
सांबि :: मूसल आदि मं लगने वाला लोहे का छल्ला
साइति :: शायद
साइति :: ग्रह-द़शा
साक, साका :: दबदबा
साख :: पहचान, इज्जत, रौब
साखी :: साक्षी
साखोच्चार :: विवाह में पंडितों द्वारा सुनाया जाने वाला दोनों पक्षों का गोत्र विवरण
सागड़ी :: गोलाकार
साङठ :: प्रबन्ध
साढ़ा :: लालच, आकर्षण
साढ़ी :: वस्त्र विशेष, पके हुए दूध में जमी हुई मलाई
साध :: हार्दिक इच्छा, लालसा
सान :: मर्यादा, इज्जत, धार
सान धरबु :: औजारों में धार बनाना
सानी :: पानी में भिगोया हुआ चारा
सापट :: शांत
सापट :: चुप्पी
साफी :: छोटा रूमाल, जिसे साधू लोग चिलम में नीचे लगाकर गांजा आदि पीते हैं; दवा विशेष
साबड़ या सामड़ :: वह चमड़ा, जिससे गहना चिकनाया जाता है; मिट्टी आदि भरने का फावड़ा विशेष
साबर :: एक जंगली जानवर, जिसका चमड़ा बहुत मजबूत होता है और जूते आदि बनाने के काम में आता है
साबुत :: शुद्ध, पूर्ण
सामति :: दुर्भाग्य
सामतूल :: शांत, चारों ओर बराबर
सामा :: वस्तु, सामान, एकता
सामि :: लोहे की गोल टोपी, जो मूसल में लगती है
सामि :: सांबि
सारी :: पशुशाला; साड़ी
सालगिराँ :: वर्षगाँठ
सालनु :: सहायक, सब्जी, दाल आदि
सालिस :: षडयन्त्र
साली :: धान, पत्नी की छोटी बहन
साली :: वह खेत, जिसमें वर्षा ऋतु की फसल न ली गयी हो
सालीना :: वार्षिक; सालाना
साह :: ईमानदार, जो चोर न हो
साहुल :: ՙसबउल՚ देखिए
सिंगरौर :: श्रृंगी ऋषि के वंशज एक क्षत्रिय, एक प्रकार के कुर्मी
सिंग्वाहबु :: रखरखाव करना, समुचित उपभोग करना
सिंघउटा, सिंगउटा :: सीगों में बाँधा जाने वाला रस्सी का आभूषण
सिंघड़ी, सिंघरी :: बबूल की फली
सिंघुरबु :: बीमारी के बाद स्वस्थ होना, संभलना
सिंजराब :: मिट्टी के खिलौने बनाते समय साँचों में छोड़ने वाला पाउडर
सिंद्वाह :: दूध की अंदाज या थाह
सिंहोरा :: लकड़ी का लाल डिब्बा, जो सिंदूर रखने के लिए होता है
सिकउला, सिकहुला :: सींक का बना टोकरा; नीम की पत्तियों का डंठल
सिकचा :: छोटी खिड़की
सिकत्त :: बीमार
सिकन :: चमड़े आदि की सिकुड़न
सिकमी :: छोटा या मुख्य काश्तकार के नीचे का जुतारा
सिकहरु :: छीका; (कहा.) "टूट बिलारी क भागि से"
सिकहुला :: सींकों का बना टोकरा; सिकौला
सिक्का :: चाँदी की किस्म, जो रुपये में छः पैसे दागी होती है
सिक्का :: प्रभाव
सिक्कीन :: छुरी, बड़ा चाकू
सिखरनु :: मीठा मट्ठा
सिजरा :: हाल, तथ्य, विवरण
सिजिल :: भड़कीला, सुन्दर
सिट्टि :: सृष्टि; पंक्ति
सिड़बिड़हा :: टेढ़ा-मेढ़ा, बेढंगा
सिदवाही :: बैलगाड़ी का एक वह पुर्जा, जो एक पहिया निकालने पर सन्तुलन बनाये रखने के लिए गाड़ी में लगाया जाता है
सिन्नी :: प्रसाद
सिपावा :: बैलगाड़ी को उलार रखने में प्रयुक्त लकड़ी की कैंची
सिपुरुस :: सुपुर्द
सिप्पा :: तिकड़म, सिलसिला
सिप्पी :: पानी युक्त अत्यन्त छोटा गड्ढा, जो पदचिह्नों से बन जाते हैं
सिफत :: विशेषता, तारीफ
सियरडंडा :: अमिलतास का लम्बा फल
सियरि चटकना :: देहात में प्रचलित बच्चों का वह खेल जो पेड़ की डालों से कूद-कूद कर खेलते हैं
सिरई :: चारपाई में लगी वह लकड़ी, जो सिर के ओर हो
सिरकी :: मूजा की लम्बी पतली लकड़ी
सिरजबु :: सृष्टि करना
सिरवन्तु :: सीमन्तोनयन संस्कार
सिराक :: चप्पल, चूते या खड़ाऊँ की डोरी
सिरी :: श्री नाम का आभूषण, हाथी हेतु निर्मित लोई के छल्लों व जंजीर की झूल; फल-लौंग; मिंट-सीमेंट
सिरेश :: एक चिपकाने वाला पदार्थ, जो ऊँट, गाय-भैंस आदि के कच्चे चमड़े से बनता है और लकड़ी आदि जोड़ने के काम आता है
सिल :: चाँदी का प्रकार विशेष, जो बजाने से न के बराबर बजती है
सिल :: पत्थर
सिलउटि, सिलवट :: मशाला पीसने व उस्तरा रगड़ने में प्रयुक्त पत्थर की चौकी
उगठापवारुँ :: दूसरों की बुराई या शिकायत
उगड़बु :: सूख जाना
उगहनी :: चंदा करने की क्रिया
उगालदान :: वह बर्तन, जिनमें थूका या कुल्ला किया जाता है
उगोहिया :: साहूकारों द्वारा नियुक्त धन व ब्याज वसूल करने वाला व्यक्ति
उघारबु :: खोलना; कपड़ा हटाना
उचकुन :: वह वस्तु, जो किसी दूसरी को ऊँची करने के लिये नीचे रखी जाये
उचरबु :: उखड़ना
उच्छू :: उच्छ-वास विकार; पानी आदि पीते समय आने वाली खाँसी
उछरबु :: निशान पड़ना; दिखाई देना; ऊपर आना
सिलनि :: सिलाई; बखिया
सिलफोंका :: खरपतवार
सिलसिला :: क्रम, स्मबन्ध
सिलापटु :: लकड़ी या लोहे का मोटा लम्बा टुकड़ा; सलीपट
सिलाब्बु :: गाड़ी में लगी नाँह को ठोंकना
सिलार :: शीलवान, दूसरे का ध्यान रखने वाला
सिलिप :: सीमेन्ट की पटरी
सिली :: भूसे का वह लम्बा, सुडौल व समतल ढेर, जो बाँटने में सुविधाजनक होता है; वह पत्थर विशेष, जिस पर अस्तुरा रगड़ा जाता है
सिलेठी :: सरसों के पौधे का डंठल
सिलोतर :: समतल, बराबर
सिल्ली :: बड़ा टुकड़ा (लकड़ी, पत्थर आदि का); अस्तुरा में धार धरने में प्रयुक्त छोटा पत्थर
सिल्लैट :: मोटी और चौड़ी तथा लाल एवं पीले रंग की (काँच की चूड़ी), जिसका प्रचलन सामान्य जाति की स्त्रियों में अधिक होता है
सिवान :: पड़ोस का गाँव, सीमा
सिसियाइंधि :: बदबू
सिहाबु :: प्रसन्न होना, ढिठाई करना
सिहिटि :: मछली पकड़ने में प्रयुक्त लोहे का काँटा
सींकड़ि :: जंजीर, पतली जंजीर
सींकि :: मूजे का सींका
सींकुर :: गेहूँ आदि की बालियों का ऊपरी भाग, जिसमें नुकीले रोएँ होते हैं
सींग :: मछली विशेष; सींग
सींगट :: सियार
सींगौ :: उजड़ी हुई इमारत के ऊपर का खेत
सीठा :: सूखा हुआ नीरस अंश
सीड़ा :: सीलन
सीताफलु :: कद्दू, कुम्हड़ा
सीतारामी :: आभूषण विशेष
सीति :: ओस
सीधा :: ब्राह्मण आदि को दी जाने वाली भोज्य सामग्री; जैसे-आँटा, दाल, नमक
सीधा :: सरल, कमसाहसी
सीप :: डाल में पका हुआ आम; जलजंतु विशेष
सीमी :: चाँदी का बना हुआ
सीरि :: स्वयं जोता हुआ खेत
सीला :: पके नाज की टूटी हुई बालियाँ आदि, जो फसल काटते समय खेत में गिरती हैं
सीव :: सीमा, परकाष्ठा
सीसु :: एक विशेष पदार्थ, जिस पर रखकर गहना गढ़ा जाता है, सिर
सुंदरापा :: सुन्दरता
सुंदूक :: लकड़ी का बड़ा बक्सा
सुंबारी :: सोमावती
सुंबारु :: अंदाज, सोमवार
सुंबी :: लोहे या लकड़ी में छेद करने का छोटा औजार
सुअन :: स्वर्ण, पुत्र
सुआ :: तोता
सुआ :: पट्टे
सुइया :: बैल की किस्म विशेष, जिसकी सींगे लम्बी व नोकदार हों
सुइलार :: नुकीला
सुकवा :: शुक्र तारा
सुकसुक, सुगसुग :: शिनाख्त
सुकसुकहा :: सुस्त एवं अकर्मण्य
सुकुराना :: काम हो जाने पर दिया गया द्रव्य
सुखतरी :: स्त्रियों के पुरानी चाल के चप्पल
सुखरसी :: पानी की सुविधा
सुगना :: प्यारा तोता, परम प्रिय व्यक्ति
सुजनी :: बिछौना, जिसमें बहुत पास-पास तागा डाला जाता है
सुजवा :: बैलगाड़ी का वह पुर्जा, जिसमें पैजनी लगाई जाती है। पीछे वाला सुजवा ऊपर और आगे वाला नीचे लगता है; पशुओं के पैरों का रोग विशेष
सुढ़ियाबु :: सोना, सूँड़ हिलाना
सुतकरा :: चप्पल का देहाती, साधारण और गँवारू संस्करण
सुतना :: खूब सोने वाला (बच्चा)
सुतरा :: नाखून के किनारे का पतला चमड़ा, पतली शकरकंद
सुतबु :: सोना
सुतार :: सीधा, आसान
सुतारी :: चमड़ा सिलने का सूजा
सुतिया :: गर्दन में पहनने का आभूषण
सुतिया :: हँसुली
सुतुहा :: बड़ा चम्मच
सुतुही :: सीपी
सुत्ती :: नदियों की रेत में प्राप्त होने वाली चम्मच जैसी वस्तु विशेष, जो अनेक कार्यों में प्रयुक्त होती है
सुत्तुरु :: ध्यान, दिमाग
सुथना :: सँकरा पायजामा; (उदा.) "सुथना पहिरे हर जोतैं औ पउला पहिरि निरावै।"
सुदरसन :: फूल विशेष
सुद्धा, सुधा :: साथ, समेत
सुधि :: स्मरण
सुनगा :: कोयल
सुनरइ :: स्वर्णकारी
सुनरि :: चुनरी का प्रकार
सुपलिया :: छोटा सूप
सुपास :: आराम, सुविधा
सुबहित :: सुरक्षित
सुबिस्ता, सुबिहता :: सुविधा
सुबीता :: व्यवस्था
सुभई :: विवाह के पूर्व की एक रस्म
सुभा :: संशय, शक
सुमई :: कंजूसी
सुम्बा :: छेद करने में प्रयुक्त छेनी विशेष
सुम्बारु :: अंदाज, शुमार, सोमवार
सुम्मी :: सुंबी
सुरइया :: झुमका
सुरखी :: लाल रोशनाई, पिसी हुई लाल मिट्टी, जो जुड़ाई में लगती है
सुरमई :: एक प्रकार का कपड़ा, जो सुरमे के रंग का होता है
सुरता :: ध्यान, स्मृति
सुरवा :: अन्धा व्यक्ति, पेय पदार्थ विशेष
सुरही, सुरा :: अनब्यायी युवा गाय
सुराक, सुराख :: सुराग, छेद
सुरेमनि :: परमप्रिय पदार्थ
सुर्ज :: सूर्य
सुल्हा :: अंकुर
सुहारी, सोहारी :: पूड़ी
सुहेलरी :: चारा कम खाने वाली तथा अधिक दूध देने वाली (गाय)
सूकसंठु :: सूखा-सूखा, केवल
सूघरि :: सुन्दर
सूजी :: सूई
उछार :: वमन
उछाह :: उत्साह
उछिदिदर :: मुक्त; ऋण मुक्त
उछिन्न :: नष्ट
उजबक :: अशिक्षित; गवाँर
उजर :: साफ; सफेद
उजरति :: मजदूरी, फीस (लिखने आदि की)
उजरबु :: नष्ट होना
उजवास :: प्रबन्ध
उजहबु :: लुप्त हो जाना
अइँचा-खाँची :: खींचातानी
अइँठुआ :: जुआँ को बाँधने वाली रस्सी, रस्सी ऐंठने में प्रयुक्त डण्डा
अइँठुआ :: अइँढ़ना
अइँठोहर :: अकड़ने वाला; गर्वीला
अइँड़ी :: धमंडी
अइँढ़ना :: बैलगाड़ी में इस छोटे डण्डे से बररु (रस्सी) ऐंढ़ा (घुमाया) जाता है; ऐंठना
अइगुन :: दुर्गुण, हर्ज, हानि
अइगुन :: अवगुण
अइतवार :: रविवार, आदित्यवार
अइनी :: वह कलम, जिसमें लोहे की निब हो
सूझबु :: दिख पड़ना, विचार में आना
सूटर :: गर्म बनियान, स्वेटर
सूतबु :: सोना, पीटना
सूथनि :: सँकरा व छोटा पायजामा
सूदक :: परिवार में प्रभावी वह समय, जव किसी के मरणोपरान्त १३ दिनों तक अशुद्धि रहती है
सूबर :: सोना की वह किस्म, जिसमें ताँबा मिला होता है
सूम :: कंजूस (व्यक्ति)
सूल :: दर्द
सेका :: ज्वार आदि की बाल
सेंगा-पोंगा :: बहुत-सा सामान
सेंठा, स्याँठा :: सरपत या मूँज के भीतर की लकड़ी, सन का डण्ठल
सेंति-मेंति :: मुफ्त, व्यर्थ
सेदुरी :: आम की जाति
सेंधउरा :: सेंदुर रखने का डिब्बा
सेई :: सेर भर के लगभग की एक तौल, इस तौल का एक लकड़ी का बर्तन
सेउरा :: चापलूस, खुश करने वाली बातें करने वाला
सेखी :: गर्व, गर्वीली बातें
सेखुआ :: साखू
सेड़हा :: ऊसर एवं दर्रों वाली (भूमि)
सेतुआ :: भुने हुए गेहूँ, जौ व चना के आटे का मिश्रण, सत्तू
सेतुआही :: सत्तू पूजन वाली (अमावस्या)
सेनाया :: चमड़े की पतली डोरी
सेनुरु :: सिन्दूर
सेन्हिहा :: सेन्हि (सेंध) काटने वाला
सेमरुआ :: मूसल का वह भाग, जो लोहे का बना होता है
सेमरुआ :: सामि
सेउबु :: मुर्गी का अण्डे में बच्चा पोषित करना, पालन-पोषण करना
सेर :: १६ छटाँक की तोल; शेर; शायर
सेरउनिहउबु :: पाटा चलाना
सेरउनिहउबु :: ठररा देबु
सेरख :: घमंडी
सेरवा :: बैलगाड़ी में पहिया रोकने वाली बल्ली, दीपक जलाने में प्रयुक्त मिट्टी की प्याली
सेरसई :: शीशम
सेराग :: लाख की चूड़ी बनाने में प्रयुक्त लौह छड़, जिसमें लाख लगाकर गरम किया जाता है
सेरावनि :: खेतों में मिट्टी बराबर करने का लकड़ी का पाटा
सेलियउबु :: कपड़ा आदि पहनना
सेल्हबु :: अकस्मात मर जाना, तकलीफ उठाना
सेल्हा :: फल या फूल का गुच्छा, जो छेद करके रस्सी आदि में लटकाये गये हों
सेल्हा :: चावल विशेष
सेल्ही :: बच्चों की सोने की जंजीर
सेवँ :: कूँड़ में बीज बोने की पद्धति, नमकीन, उथला
सेवँ :: कुँड़सार
सेवती :: फूल विशेष
सेवान :: सीमान्त (खेत)
सेवारु :: जल में उगने वाली घास विशेष
सेवाला :: शिवालय
सेहा :: स्याहा, हिसाब की समाप्ति
सेहुआँ :: चमड़े पर पड़े चित्तीदार चिह्न, चर्म रोग विशेष
सैल :: मौज, पर्वत, डण्डा विशेष
सोंथ :: सूजन
सोंदिका :: काफी मोटा गोल गद्दा
सोइँठा :: अकड़ा हुआ
सोई :: भूमि, जिसमें धान की खेती होती हो
सोई :: वही
सोउतापरे :: रात में सोने के समय
सोक :: खाट आदि के छेद, शोक
सोकटा :: पिचका हुआ, चिपटा
सोकन :: थोड़े-थोड़े काले बालों वाला (बैल)
सोकाड़ा :: कुएँ के किनारे का वह स्थान, जहाँ ढेकली चलाते समय पानी गिरता है
सोखा :: भूत, पिशाच आदि के प्रकोप का पता लगाने वाला व्यक्ति
सोग :: शोक
सोगहग :: पूरा-पूरा; सीधा; समूचा
सोजनकारी :: सूई से बनाया गया कपड़े पर बारीक कशीदा
सोजनी :: सोजनकारी किया हुआ कपड़ा
सोझवा-साही :: सीधा-सादा
सोनारि :: स्वर्णकार की स्त्री
सोन्हउला :: सुनहरा
सोफियाना :: बढ़िया
सोरहिया :: मछली मारने वाली एक जाति
सोरहौ :: मृत्यु के उपरान्त एक संस्कार, जिसमें महाब्राह्मण को प्रत्येक वस्तु १६ की संख्या में दान की जाती है
सोरि :: जड़
सोरी :: मादा सुअर
सोलख :: हल्का, कम (बीमारी)
सोल्हनी :: गेहूँ के आँटे का खुरदुरा भाग
सोबनार :: सोने का स्थान
सोहगउली :: सौभाग्यवती, सुहागिन
सोहदई :: बदतमीजी
सोहदा :: नालायक, पाजी
सोहबु :: निराई करना, सुशोभित होना
सोहनी :: निराई के समय गाया जाने वाला गीत
सोहबति :: साथ
सोहरउबु :: सहलाना
सोहरति :: प्रसिद्धि, नाम
सोहरा :: चर्चा, प्रचार
सोहाबु :: अच्छा लगना
सोहारी :: बड़ी व पतली पूड़ी
स्टाट :: चमरौधे जूते की ऐंड़ी में लगने वाला काँटेदार लोहे का पुर्जा
स्याँट :: थन से एक बार खिचे हुए दूध की माप, दूध की धार
स्याँट पवारबु :: दूध की धार निकालना
स्याँबरु :: रूई का बड़ा वृक्ष, सेमल
स्याबस :: शाबास ।
स्यावा :: सेवा
स्यावा :: लालन-पालन किया
स्टिबल :: रेशम जैसा चमकदार (सूती कपड़ा)
स्यंदनु :: रथ
स्याँका :: खेतों में पानी भरने से जमी हुई परत
स्याँका :: फट्ठा
स्याल्ह :: बोने के बाद सींचने की सुविधा के लिए खेत में बनाई गयी विभाजक रेखा
स्यावँ :: उथला
स्यावरि :: कुछ कच्ची (रोटी)
उजार :: नष्ट, समाप्त; होना
उजार :: फसल आदि का अन्त होना
उजीर :: मन्त्री, शतरंज का फर्जी
उजुर :: आपत्ति; प्रार्थना
उजुर :: अमान्य
उजेरु :: उजाला, प्रकाश
उझिला :: उबटन का सुगन्धित सामान जिसमें तिल, सरसों नागरमोथा आदि पड़ता है
उटंग :: लम्बाई में कम
उटंग :: उटंक, बाँछ
उटड़ा :: गाड़ी का अगला हिस्सा जमीन पर टिकाने के लिये जुएँ के नीचे लगायी जाने वाली लकड़ी
स्यावरि :: आलि
स्याह :: उथली (जुताई)
स्योरहा :: अपरिपक्व, चापलूस
स्वान :: सोना
स्वान :: कुत्ता
स्वाभी :: रोशनी, प्रकाश
स्वाहबु :: उचित प्रतीत होना
हँकड़बु :: झगड़ना
हँकनी :: बैलों को हाँकने का एक तरह का डण्डा, जिसमें एक कील लगी रहती है
हँकरबु :: हाँक देकर बुलाना
हँकारी :: निमन्त्रण, न्यौता
हँड़कोली :: छोटी हाँड़ी
हँड़िया :: हण्डी
हँडुहउबु, हँढ़वाइब :: स्त्री का पर पुरुष-प्रसंग कराना, बेइज्जती कंराना
हँथवड़ :: वह टेढ़ी लकड़ी, जिसे पकड़कर जाँत घुमाया जाता है
हँथोड़ा :: हाँथ का गहना विशेष
हँफनी :: श्वाँस की बीमारी
हँसउवा :: हँसी, बदनामी
हँसमुसकी :: हँस-हँसकर बात टालने की आदत
हँसा :: कँटीला झाड़
हँसारति :: हँसी
हँसि :: समान
हँसुआ :: हँसिया
हँसुली :: गर्दन का आभूषण विशेष
हँसोड़ :: जिसे हँसी करने का शौक हो
हइँचनी :: हत्थी
हइँचलाबादु :: हंगामा, शोरगुल
हरबी-दइबी :: आकस्मिक घटना, आपत्ति
हइमस :: द्वेष
हइलरि :: पारिवारिक सदस्यों का झुण्ड, शोरगुल
हइला :: बकरी
हइलाबु :: बकरी भागाना, हाँकना, तालाब में कुलेल करते नहाना
हई :: हानि, दूसरे के खेत या पेड़ से नाज, फल आदि की चोरी
हउँकबु :: हवा करना
हउँकबु :: धउँकबु
हउँकनि :: हवा करने की मशीन, जो लुहारों के यहाँ प्रयुक्त होती है; धउँकनी
हउका :: शंका, आशंका, लालच
हउचियाबु :: घबरा जाना, दंग रह जाना
हउदा :: बड़ी नाँद
हउदु :: लम्बा-चौड़ा घाव, गड्ढा
हउफा :: जनश्रुति
हउला :: दहशत, भय; -पैठबु-बैठबु (मु.) मन में दहशत घर कर जाना
हउलू :: जो अपना काम बेढंगे हिसाब से करे
हउवा :: एक कल्पित वस्तु या नाम, जिसका नाम बच्चों आदि को डराने के लिए लिया जाता है
हउसा :: फल आदि का गुच्छा
हउहारा :: जोर की हवा
हकतलफ :: अधिकार का ह्रास
हकतकाबु :: घबरा जाना
हकसफा :: मुकद्दमा, जिसमें प्रथमाधिकार का निश्चय हो; हकशफा
हक्का-बक्का :: चकित, घबराया हुआ
हगना :: बहुत टट्टी करने वाला
हगसउँचा :: अशुद्ध, टट्टी करके पानी न लेने वाला
हगास :: मल त्याग की इच्छा
हच्चा :: पहिए को गड्ढे में लगा धक्का या झटका
हजरत :: चालाक व्यक्ति
हजारदाना :: एक पौधा, हजार मनकों की माला
हजारा :: छिड़काव के काम आने वाली एक बाल्टी, जिसमें बहुत से छेदों वाला नल लगा रहता है
हजारा :: हजार का, गेंदा की उपजाति, जाल विशेष
हजूरे :: सामने, सम्मुख
हटकबु :: मना करना, रोकना
हड़उबु :: खेतों में चिड़िया उड़ाना या भगाना
हड़कबु :: डाँटना, धमकाना
हड़गर :: जिसकी हड्डियाँ मोटी हों
हड़होरबु :: ढूँढना, मिलाना
हड़ावरि :: जानवरों की हडिडयाँ या शव
हड़ाहड़ाई :: प्रज्वलित अग्नि का रूप विशेष
हड़िया :: कोआ
हतक :: अपमान
हता :: था
हत्था :: खेत सींचते समय पानी उलीचने का पात्र
हत्यारु :: हत्यारा
हथउरु :: बड़ा हथौड़ा
हथउरु :: मारतौल
हथपानु :: अंगुलियों का गहना, जिसमें शीशा लगा होता है; आरसी
हथफूल :: हाथ का गहना विशेष
हथार :: हाथ वाला; -पयार- हाथ- पैर से मजबूत एवं लम्बा-चौड़ा
हथियउबु :: हस्तगत करना, अधिकार जमा लेना
हथिया :: चरखा घुमाने वाला हत्था
हदस :: डर, भय
हदहद :: छोटा (व्यक्ति), छोटे कद का, अधिक मुलायम, दलदल
हद्द :: सीमा
हद्द :: हद्दि
हद्दादी :: लुहार का काम
हनबु :: कसना, मारदेना
हनाबु :: स्नान करना, नहाने का अपभ्रष्ट रूप
हन्नदि :: हन की आवाज के साथ
हन्नहवा :: तीन तारों का समूह, जो एक सीध में रहते और देहात के लिए रात में घड़ी का काम देते हैं, हन्नी-हन्ना
हन्ना :: हिरन
हन्नी-हन्ना :: तारा-समूह विशेष हिरनी-हिरन
हबकबु :: जल्दी-जल्दी खाना, मजबूती से पकड़ना
हबड़ा :: कीचड़
हबड़ा :: बड़े दाँतों वाला
हबस :: उत्कट इच्छा; हवस
हमजोली :: एक वय के, साथी
हमहमु :: प्रचार-प्रसार, प्रशंसा, चर्चा
हमासुमा :: सर्वसाधारण, हम जैसे (लोग)
हम्ब्याल :: हमेल
हयकड़ :: मजबूत, प्रभावशाली
हयचड़ :: कठिन काम करने वाला
हयराठिया :: सब कुछ सहन करने वाला
उटड़ा :: उटरा
उठइया :: प्रसवकाल के दौरान प्रसूता के उतरे हुए कपड़ों की गठरी
उठनि :: रिवाज
उठल्लू :: आवारा, इधर-उधर घूमने वाला, निठल्ला
उठाईगीर :: जो दूसरे की वस्तु लेकर चल दे; धोखेबाज
उठाट :: उजाड़ने का काम
उठान :: चौकड़ी
उड़नछू :: जो छूते ही उड़ जाये
उड़ाही :: वह चोरी, जो छप्पर को एक ओर से उठाकर की गई हो
उड़िया :: डोली; उड़ीसा प्रान्त की मातृभाषा
हया :: लज्जा
हयि :: है
हयि :: जानवरों को डाँटने का शब्द या आवाज
हरउटी :: वह खेत, जहाँ हल चलता हो
हरक्कति :: हर्ज, बाधा; अपच
हरगहना :: अनाज विशेष
हरगिज :: कतई, बिल्कुल
हरजाई :: पुँश्चली, पर पुरुषगामिनी, बदचलन
हरजाई :: हरिजइली
हरपारेउरी :: एक फल विशेष
हरबर :: जल्दी में
हरबरहा :: जल्दबाज
हरबराबु :: जल्दबाजी करना; पेटमल त्याग की उत्कट इच्छा होना
हरबा :: आदत, अभ्यास, हथियार
हरबोंग :: हड़बोंग, गँवार
हरमिंजी :: विलायती खाद
हरमुनिया :: हारमोनियम
हरवा :: जोतने के अन्त में बना हुआ कूँड़, हराई का अन्तिम थोड़ा अंश
हरवाहु :: हल चलाने वाला
हरवाही :: हल चलाने का कार्य
हरहँटपनु :: छूटते ही भागने वाली प्रवृत्ति
हरहँटी :: मौका मिलते ही भागने वाली गाय, भैंस
हरहा :: पालतू पशु; -घरः- कांजी हाऊस; -मुंशी- कांजी हाऊस का मुंशी
हराँस :: ज्वर क़ा ताप
हराई :: जोतते समय खेत को विभाजित किये गये हिस्से
हरारति :: गर्मी, ज्वर, असर
हरावति :: हल चलाने का मुहूर्त
हरावनि :: मजबूरी
हरिस :: हल में लगने वाली लम्बी बाँस या लकड़ी की बल्ली
हरिस :: हर्स
हरी :: असामी का अपना हल-बैल ले जाकर जमींदार का खेत मुफ्त जोतने की पद्धति
हरी :: हरे रंग की
हरीरा :: प्रसूता के लिए सोंठ हल्दी, मेवा आदि को गुड़ में पकाकर बनाया जाने वाला पेय
हरु :: हल
हरु नाधबु :: हल मचियाना
हरेरी :: फसलों की हरियाली; हरी घास
हरैली :: हल से सम्बन्धित एक छोटी लकड़ी; चिड़िया विशेष
हरोही :: कृषि
हरौ :: संतोष, सहन
हर्राफ :: दुष्ट, शैतान
हर्स :: हल में लगने वाली
हलउबु :: हिलाना
हलक :: गला (भीतरी)
हलका :: क्षेत्र, मंडल
हलका :: हल्का
हलबलि :: शीघ्रता करने वाली
हलबलि :: शोरगुल
हलबली :: जल्दबाजी, शीघ्रता
हलबली :: हलबलु
हलब्बी :: बढ़िया, बड़ा
हलहलाक :: कसकर, तेजी से
हलानि :: नदी या तालाब में पाँव-पाँव चलने की सम्भावना
हलालखोर :: मांसाहारी; बदमाश
हलुक :: हल्का
हलुक नारी या मूठी :: हल्की जुताई हेतु हल की मुठिया को ढिलाई से पकड़ने की पद्धति
हलोलबु :: ՙअल्होरबु՚ देखिए
हलोहल्ल :: बहुत अधिक (फसल, पानी आदि)
हल्ट :: नुकसान
हल्ट :: बन्द
हल्ट :: रेलगाड़ी के रुकने का छोटा स्थान
हल्ला :: शोर
हल्ला करबु :: डाँटना
हल्लु :: थकित, परेशान
हल्लोकु :: संसार
हल्वालबु :: फसल के मड़े हुए रूप को हिलाकर अनाज निकालना
हवलदिल :: जिसका मस्तिष्क असन्तुलित या बेचैन हो, ह्रतकंप
हवाल :: हाल, समाचार, स्थिति
हवेल :: गर्दन का आभूषण विशेष
हसीर :: खजूर की चटाई
हस्ती :: शक्ति, हैसियत
हहक :: स्नेहपूर्ण उत्साह, वियोग जनित इच्छा
हहर :: निचली जमीन (धान हेतु)
हहरबु :: उत्कट इच्छा करना, किसी पदार्थ को देखकर आवश्यकता से अधिक कहना
हहान-खहान :: शोकाकुल स्थिति
हाँक :: रोब, प्रभाव, आवाज; -लगउबु- (मु.) ऊँचे स्वर से पुकारना; डाँक-प्रतिस्पर्द्धा
हाँकड़ :: तेज, घमंडी
हाँड़ :: मोटी हडडी
हाँड़ी :: मिट्टी की बड़ी पतीली
हाँसिल :: प्राप्त, नतीजा
हाँही :: स्वीकृति,हामी
हाजमा :: पाचन-शक्ति
हाड़ा :: ततैया, बर्र
हाड़ी :: कटहल के भीतर की लम्बी लकड़ी
हाता :: अहाता; जेल में पैसे देकर काम से मिली मुक्ति
हाथा :: लकड़ी का बर्तन, जिसमें लम्बा हत्था लगा रहता है और जिससे सिंचाई होती है; पोनिया विशेष
हाथीगज :: एक बहुत बड़ा पत्ता, जो चोट में दवा का काम करता है
हादिक :: औषध करने वाला, जिसे रोगों का ज्ञान हो
हापादइया :: कातर क्रन्दन
हाबडु, हामडु :: ठोंकने के लिए मोचियों का यंत्र विशेष
हाबडु, हामडु :: साँट, साँति
हायल :: बीता हुआ
हारु :: हार, खेतों की दिशा
हारे-अटके :: आवश्यकता पड़ने पर
हारे-अटके :: हारे-खाँगे
हाल :: पहिया के ऊपर चढ़ी हुई लोहे की पट्टी; समाचार
हाली :: शीघ्र
हाहू :: कंस का प्रतीकात्मक नाम
हिंदवाना :: तरबूज
हिंदवाना :: कलिंदा
हिंवार :: बर्फी ली हवा
उड़ुस :: खटमल
उढ़र गंडा :: पुरूषों को दी जाने वाली एक गाली
उतकबु :: उलटकर खोलना या हटाना
उतन्ना :: कानों के ऊपरी हिस्से में पहनने का गहना
उतरंगु :: दरवाजे की ऊपर की बेंड़ी लकड़ी या चौखट
उतरहरि :: उत्तर दिशा से आने वाली हवा
उतराबु :: पानी में ऊपर आना; घमन्ड करना
उतान :: पीठ के बल लेटने की अवस्था
उतारु :: आमादा; असम्मानित
उताहिल :: शीघ्रता करने वाला
हिंसका :: अपेक्षा, किसी के कार्य करने की प्रतीक्षा
हिंसका होरी :: एक-दूसरे को देखकर; दांजी-प्रतिस्पर्द्धा
हिकना :: निर्लज्ज
हिकमति :: बुद्धि, चातुर्य
हिंकारति :: अपयश, बदनामी
हिगरबु :: स्पष्ट होना, अलग मालूम पड़ना
हिगारबु :: अलग करना, छाँटना
हिट्ठि :: हठ
हिट्ठी :: हठी, हठ करने वाला
हितलगुआ :: हितैषी
हुतुआ :: मित्र, साथी
हिनमिनहा :: छोटा तथा दुबला-पतल
हिनवता :: नम्रता
हिपाजति :: देखरेख, सुरक्षा
हिब्बा :: दान
हिब्बानामा :: दानपत्र
हियाँ :: यहाँ
हियाब :: हिम्मत
हियारी :: स्मृति, समझ
हिरकबु :: जानवरों को खेद लाना
हिरगिज :: कतई, बिल्कुल
हिरास :: हताश
हिरिक :: छेककर
हिर्रोह :: कै करने की इच्छा
हिलक्वारबु :: पानी को हिलाना या शांति भंग करना
हिलगबु :: अटकना, लटकना
हिलगउबु :: लटकाना
हिलबु :: पशुओं या बच्चों का किसी के प्रति अधिक प्रेमाबद्ध या आकर्षित होना, हिलना
हिला :: बकरी को भगाने की आवाज
हिल्ला :: सम्बन्ध, सिलसिला, बहाना, रोजगार या व्यवसाय
हींक :: दुर्गन्ध, इच्छा
हींठबु :: बालकों का चलना
हींसा :: हिस्सा
हीक :: पूरी इच्छा
हीकाबोर :: जितनी इच्छा हो
हीर :: असली या बहुमूल्य भाग, हीर तत्त्व या सन का रेशा
हील :: गीला
हील :: ऐंड़ी
हीला :: ՙहिल्ला՚ देखिये
हुँकरबु :: गाय का बोलना
हुँकारी :: हाँ-हाँ करके दी गयी स्वीकृति, हामी; समर्थन
हुँड़ार :: पानी में रहने वाला एक प्रकार का साँप या मछली, जो प्रायः झुण्ड रूप में ऊपर मुँह करके कूदते तथा तैरते रहते हैं
हुँड़ी फूंदा :: गले के फीते की नोक की एक घुण्डी
हुँदी-तुंदा :: कहा-सुनी, रस्सा-कसी
हुक्केरी :: हुक्का पीने वाला
हुचकी :: हिचकी
हुच्चाति :: बहस, प्रवाद, तर्क
हुज्जती :: बहस या तर्ककरने वाला
हुड़कबु :: किसी की याद में विकल होना
हुड़दंगा :: व्यर्थ का शोरगुल या हँसी-मज़ाक
हुड़ी :: ऊँट
हुतका :: घूँसा
हुत्ता :: अउजी या बारी
हुड्यासबु :: सिर से धक्का देना
हुण्डा :: पानी पीने में प्रयुक्त मिट्टी का बर्तन
हुदकारबु :: प्रेरित करना
हुद्दा :: पद, ओहदा, अधिकार
हु-ठा :: साढ़े चार
हुन्नर :: गुण, विद्या
हुमकबु :: उल्लसित होना; उछलना, ठुमकना; उठना
हुमसबु :: उठना
हुम्मी-हुम्मा :: एक-दूसरे को खूब मारने की प्रतिस्पर्द्धा
हुरफबु :: डाँटना, फटकारना
हुरमत :: हिम्मत
हुरमति :: इज्जत
हुराह :: तंग, कोताह, कम
हुरिउबु :: बाध्य करना, ढकेलना, प्रोत्साहित करना
हुर्र :: गायब, लुप्त
हुरीह :: नर जानवरों को सहवास हेतु प्रेरित करने की आवाज
हुर्राबु :: दौड़ पड़ना, विरोध में बोल पड़ना
हुलकारबु :: प्रेरित करना
हुलसबु :: प्रसन्न या उत्साहित होना
हुलास :: प्रसन्नता, उल्लास
हुलिया :: व्यक्तिगत चिह्न, मुखमण्डल; -बिगारबु- (मु.) "चेहरे का रंग फीका कर देना"
हुलुका :: बीमारी
हुलुका :: हुलका
हुलुम-दुलुम्मा :: आन्दोलन, विप्लव
हुवाँ :: वहाँ
हुसकउबु :: प्रेरित करना, भगाना
हूँचा :: कुहनी का धक्का
हूक :: दर्द, जो रह-रहकर उठे; आवाज
हूरा :: लाठी का मोटा वाला सिरा
हूल :: झटके का दर्द
हूलबु :: चुभो देना, धक्का दे देना
हूस :: उजड्ड, बेढंगा
हूही :: अफवाह, झूठी खबर
हेंत :: प्रेम, वास्ते, लिए
हेकड़ी :: गर्व, अकड़
हेकड़ी :: हिम्मती
हेङा :: जुते खेत की मिट्टी बराबर करने में प्रयुक्त लकड़ी का पाटा
हेठ :: नीचा
हेठी :: अपयश, बदनामी
हेमु :: सोना; गरिमा
हेरवउबु :: खो देना, ढुँढ़वाना
हेरानि :: खोयी हुई
हेल :: जिसकी कोई चिन्ता न करे, निराद्रित
हेल :: नर्क ओला
हेला :: मेहतर, झुण्ड
हेली :: बैलों का झुण्ड
हेवँ :: बैलों को रोकने की बोली
उतीरा :: तरीका
उतेर :: ज्वार, बाजरा या अरहर का खेत
उत्तू :: कुटा-पिटा हुआ कच्चा चमड़ा
उत्थिर :: उस जगह
उदंत, उदत्त :: जिस (पशु) के जन्मजात दाँत मौजूद हों अर्थात, गिरकर पुनः न निकले हों
उदगरबु :: जोश में आना, सीमा के बाहर आ जाना
उदबस :: सुख से बैठे रहने में विघ्न
उदम :: परिश्रम, काम
उदमादा :: उद्यत, तैयार, आसक्त
उदहबु :: हाथ से पानी निकालना
हेवंत :: हेमन्त ऋतु
हेवंत :: ह्यावँत
हैंचल :: जो कष्ट सह सके
हैकड़ :: शक्तिशाली, परिश्रमी, दुःख या विरोध का सामना करने वाला
हैबति :: आश्चर्यजनक घटना
हैराठिया :: जो कठिन से कठिन कार्य कर सके
हैवान :: पशु
हैहँस :: निरन्तर या छोटे-छोटे कष्ट
होनी :: भवितव्यता
होबिता :: भावी घटना
होबिता :: होनी
होरसा :: छोटी पत्थर की चौकी, जिस पर चन्दन आदि घिसा जाता है
होरिल :: बालक
ह्याँवतु :: हेमन्त ऋतु
ह्याला :: झुण्ड, समूह
ह्वार :: आदि, वगैरह
ह्वारा :: भुने हुए हरे चने के बूट (फलियाँ)
ह्वारा :: होला
ह्वाहरि :: शोरगुल
उदुम्बर :: गूलर
उधध :: फीका
उधान :: उद्यत, उन्मत्त
उधाबु :: किसी कार्य या आदत में अति करना; अधिक उत्पात करना
उधिराबु :: छेड़छाड़ करना, दूसरों को तंग करके स्वयं दुःख उठाना
उधुआँ :: व्यर्थ
उनरबु :: ऊपर आना, उबर जाना, उखड़ना
उनारबु :: उखाड़ना
उन्दा :: बढ़िया
उपछबु :: फटक-फटक कर साफ करना; पानी में साँस न ले पाने से तिलमिलाना
उपधिया :: ब्राहमणों की एक उपजाति
उपरदरा :: तनख्वाह के अलावा
उपरदेसिया :: जुते खेत में बीज बिखेरकर केवल पाटा चलाकर छोड़ने की विधि
उपरहरि :: अपेक्षाकृत ऊँचा क्षेत्र या हार
उपरहितु :: पुरोहित; संस्कार सम्पन्न कराने वाला ब्राहमण
उपरी :: गोबर की बनी हुई मोटी-मोटी खपटियाँ, जो लाने के काम आती हैं
उपरसंसी :: ऊपर से साँस नीचे हो जाना
उपरौर :: कन्डों (उपलो) का पर्वताकार सुडौल ढेर
उपल्ला :: कपड़े का ऊपरी भाग
उपसहा :: व्रत रखने वाला
उपाटु :: अटपटापन
उपास :: व्रत, भोजन न करने का दिन
उफनाबु :: नदी आदि का जल ऊपर को चढ़ना, हिलारें मारना
उफरबु :: अकस्मात मर जाना
उबका :: रस्सी का वह फंदा, जिससे लोटा आदि फाँसकर पकड़ा जाता है
उबराबु :: कुएँ आदि का पानी बढ़कर ऊपर आना
उबहनि :: कुआँ से पानी खींचने में प्रयुक्त मोटी रस्सी
उबहा :: (ईख का रस भरने का) मटका
उबीध :: सुन्दर, उत्तम
उमथबु :: मथकर बाहर निकालना (पानी आदि)
उमथ्याबु :: मिचलाना
उमस :: बिना हवा की गर्मी
उमहबु :: घिर आना (बादल)
उमाँह :: उमंग, उत्साह
उमानबु :: आदमी के शरीर की नाप लेना
उमासबु :: जरा से उठाना
उमेद :: आशा, उम्मीद
उम्बी :: गेहूँ की भुनी हुई बाल
उरकी :: पतावर का झुरमुट
उम्याड़बु :: अस्वीकृत करना छोड़ना
उरगह :: मुक्ति (सूर्य अथवा चन्द्रमा की ग्रहण से) उरगा
उरठ :: सूखा, नीरस
उरिन :: ऋणमुक्त
उरुम्बु :: ढेर
उरेहबु :: चित्रित करना
उर्द :: उड़द, माष
उर्याहबु :: निर्मित करना, बनाना
उर्सी :: समाप्त, बाजार आदि का पूरा हुआ समय
उलका :: पिण्ड
उलका :: उतावला, उलकी धेरिया उलको दमाद, नाचे धेरिया गावें (द्याखें) दमाद
उंलका-पत्तर :: उत्पात, गड़बड़
उलझा :: पीछे का डाला हुआ मिट्टी का ढेर
उलदबु :: (बर्तन में रखी चीज को) उलट देना, जैसे पानी, दूध, अनाज आदि ।
उलदाबल्दु :: उलट-फेर, इधर-उधर
उलदु :: अत्यधिक, अधिक
उलरबु :: चिढ़ना; उछलना
उलरुआ :: उलार होने पर नीचे जाने से गाड़ी को रोकने के लिए पीछे की ओर लगायी जाने वाली लकड़ी
उललाबु :: अति उत्साहित होना
उलहबु :: पानी की आपूर्ति के बावजूद बिना पके फसल सूखना
उलारबु :: उछालना
अइपनु :: हल्दी और चावल का पिसा हुआ घोल
अइबी :: दुर्गुणी, ऐबवाला
अइया :: पति अथवा पिता की माँ; पितामह की माँ
अइल्याबु :: मुरझाना
अइसी :: इधर
अइसै :: ऐसेही
अई :: कमी, अभाव
अउँकरि :: गर्वीली बात; कड़वी बात
अउँकी-बउँकी :: बेसिर-पैर की बात; इधर-उधर की या टालने की बात
अउँगबु :: धुरी में तेल आदि लगाना;-नु
उल्था :: उलटा जवाब
उल्ल :: असंतुलित
उल्ला :: बुरे काम के लिए प्रोत्साहन
उवादा :: वादा
उवारबु :: सिर के ऊपर घुमाना
उसकिना :: घास का मुट्ठा, जिससे बर्तन मांजा जाये
उसकिना :: जूना
उसवाङ :: स्वाँग
उसार :: घर का सारा सामान
उसियार :: कूड़ा-करकट
उसिजबु :: उबल जाना
उसिनबु :: उबालना (चावल, आलू आदि)
उसीका :: लिखित ठेका या अन्य कार्रवाई
उसीयति :: उत्तराधिकार, इच्छा-पत्र
उसीला :: ठौर, सिलसिला, सम्बन्ध; सिफारिश
उसूल :: कायदा, सिद्धान्त
उहवाँ :: फसल
ऊकड़-बाकड़ :: अंड-बंड, अपशब्द
ऊकबीक :: परेशान
ऊकर :: एक घास या खरीफ की फसल का खर-पतवार
ऊखाहरन :: लम्बी चौड़ी कथा; निरर्थक बात; वाणासुर की कन्या उषा का श्रीकृष्ण के पौत्र अनिरुद्ध द्वारा हर ले जाने की कथा
ऊढ़ :: बेनाम का मनुष्य (काम न करने वाला)
ऊत :: एक प्रकार का भूत; विचित्र पुरुष
ऊथल :: छिछला, उथल़ा
ऊदी :: हल्की ललाई लिये हुए काले रंग की
ऊमडाम :: दिखावा, उत्साह
ऊहि :: स्मृति (बचपन की )
एँडा :: पैर या जूते का पिछला भाग
एकंगा :: एक अंग वाला, असन्तुलित
एकदन्तबाद :: एकान्तवास
एकदरा :: वह कमरा, जिसमें एक द्वार हो पर किवाड़ न हों
एकनध, एकनहरि :: हल जोतते समय एक बैल पर रखा गया पूरे हल का भार
एकलंगी :: तरफदारी, पक्षपात
एकसाँ :: संगठित, समान
एकहयँ :: एकजुट, एक
एखत्थी :: एक ही व्यक्ति द्वारा दुही जाने वाली (भैंस आदि); एक हाथ वाली; एक हत्थी
एजाँ :: इस स्थान का
एटुका :: बहुत से पानों का बंधा गट्ठर
एठाई, एठियाँ :: इसी स्थान पर
एड़ा :: थूनी का जमीन में गड़ा व हुआ निचला भाग
एहर :: इधर
ऐन मौके :: ठीक या उचित समय, अवसर
ऐबी :: दोषी; शैतानी करने वाला
ऐबु :: दोष, दुर्गुण
ऐबु लगउबु :: व्यभिचरण दोष लगाना
ऐरन :: कानों में पहनने का गहना
ओंका-बोंका :: एक खेल, जिसमें बच्चे हाथ की मुट्ठियाँ बाँधकर ऊपर नीचे रखकर कहते हैं-ओंका-बोंका तीन तिलोका लैया लाती चंदन काती
ओंड़ा :: वह बड़ी कौड़ी, जिससे खेल में ढाही मारी जाती है
ओइँठि :: पानी देने के बाद खेतों में जोतने योग्य हुई मिट्टी
ओइना :: परेशान (मु.) गाँड़ि ओइना होना-अत्यधिक परेशान होना
ओइना :: सुतली कातने का एक साधारण काष्ठ का यंत्र
ओइसी :: उधर; उंघे
ओकलाई :: उलटी, मिचली
ओखम :: गर्मी
ओखरी :: जमीन में बनाया गया पत्थर का पात्र, जिसमें अनाज कूटा जाता है; गाली
ओगरोधा :: पानी निकालने के लिये कुएँ की खुदाई का काम
ओगे :: सुविधा से या सुविधाजनक
ओछर :: नीच, ओछा
ओजा :: घट-बढ़
ओझबु :: फँस जाना (विशेषतक कीचड़ य़ा दलदल में)
ओझाई :: भूत उतारने की प्रक्रिया
ओड़इला :: बचायी हुई घास
ओड़ा :: बड़ा टोकरा
ओड़ान :: कुएँ का वह स्थान, जहाँ पुरवट का पानी गिरता है
ओढ़र :: बहाना; आरोप
ओढ़री :: अनब्याही पत्नी
ओत :: बहाना; आलस्य
ओती :: आलसी
ओदारबु :: बनाना, नष्ट करना
ओदी :: कलम (पेड़ पौधों आदि की); चर्म रोग विशेष
ओदु :: मिट्टी की नमी
ओनउबु :: पाटा से खेत कसने केबाद जुताई करना
ओनउबु :: सुनना
ओनाबु :: सुनना, ध्यान देना
ओन्हबु :: रस्सी से बाँधकर नीचा कर देना (छप्पर आदि)
ओपु :: उचित जानकारी; किसी घटना का हालचाल
ओफाँ :: लाभ, उन्नति (स्वास्थ्य में); प्रोत्साहन
ओबर :: मिलिट्री जूते में लगने वाली अगली ठोकर
ओबरि :: बैठक का सुन्दर स्थान
ओबरी :: ऐसी कोठरी, जिसमें हवा और रोशनी के लिए रास्ता न हो
ओबा :: घोर संक्रामक बीमारी; जैसे-हैजा आदि; इसे दैव प्रकोप समझकर ՙओबा माई՚ (जैसे-माता, शीतला माता, काली माई आदि) कहा जाता है
ओरखबु :: ध्यान देना; बात सुनना
ओरहनु :: उलाहना
ओरा :: ओला; कमी
ओल्हौरी :: दाल भरी पूड़ी
ओसउबु :: अनाज साफ करने के लिए किसी पात्र में भरकर हवा में थोड़ा-थोड़ा गिराना; वसउबु
ओसरी :: बारी
ओसहनु :: वह अनाज, जो ओसाया जाये
ओसारु :: बरामदा
ओहँटी :: सिंचाई की सुविधा हेतु बनाई गई बड़ी क्यारी
ओहारबु :: लकड़ी का बसुला से छीलना; मारने हेतु (हाथ या पाँव) उठाना
औंकर :: पशु का आँव नामक रोग, पेचिस
कँकना :: हाथ का गहना
कंकाला :: झगड़ालू; कर्कश
कंकाली :: एक घुमक्कड़ जाति के लोग, जो शिकार करते, भीख माँगते और गाते फिरते हैं (शायद ये लोग किसी समय शिव उपासक और कंकाल के पुजारी थे)
कँखरी :: काँख
कंगड़ि, कंगनी :: नदी आदि के कटाव से निर्मित किनारे की धार; कगार; चबूतरा आदि का किनारा
कंगला :: दरिद्र लोग, जो बिना आमंत्रण, विवाह अथवा तेरहवीं आदि अवसरों पर खाने के लिए पहुँच जाते हैं
कंगही :: कपड़ा बुनने की हस्त मशीन में प्रयुक्त छिद्र युक्त, पट्टी जिसमें तागा फँसाया जाता है
कंगा :: बिना बुलाये खाने के अवसर पर पहुँच जाने वाला व्यक्ति
अउँगबु :: अउँगने में प्रयुक्त सामान
अउँघाई :: नींद
अउँठा :: अंगूठा
अउँधबु :: उलट जाना, उलट देना
अउँधी :: आग रखने में प्रयुक्त मिट्टी का पात्र; निआई
अउँसा :: नये अन्न का वह अंश, जो दान में दिया जाता है
अउगी :: बैल आदि हाँकने में प्रयुक्त डण्डी
अउचटि :: विपत्ति
अउजन :: अकेला, निराश्रित
अउजी :: स्थानापन्न, बदले में
स्रोत
[सम्पादन]- अवधी शब्द कोश (भारतवाणी से)