सामग्री पर जाएँ

विक्षनरी:अवधी शब्दकोश

विक्षनरी से

कंचित :: शापद

कंचुकी :: स्त्रियों का वस्त्र विशेष

कंजा :: एक कँटीला जंगली पेड़, जिसके फल भूरे रंग के होते हैं तथा कई औषधियों में काम आते हैं

कंजा :: जिसकी आँखे भूरी हों अथवा जिसकी आँख दागी हों

कँटिया :: छोटा तराजू

कंटेन :: पूर्ण, सकन्धित

कंडउरा :: वह कमरा, जिसमें कंडा रखा जाये

कंडज :: एक जंगली पौधा, जिसकी दातून बनाई जाती है और जिसमें फली भी लगती है उसकी कड़वी गंध दाँतों के कीटाणुओं को मारती है

कँड़ा :: पैरों में पहनने का आभूषण

कंड़ा :: गोबर का उपला

कँड़िया :: जमीन में गड़ा क्कंड़ों व पत्थर से निर्मित वह पात्र, जिसमें मूसल से चावल, दाल आदि छाँटते या कूटते हैं

कंडील :: पतले और प्रायः रंगीन कागज के बने पिंजडे, जिसमें दिया जलाकर विशेष अवसरो पर रखे जाते हैं

कंता, कंथ :: पति, प्रेमी;(कहा.) "जैसे कंता घर रहे वैसे रहे विदेश"

कंतूतुरी  :: अंधेरे में रहने वाला मेंढक की भाँति रेंगने वाला जन्तु विशेष

कंथा :: कथरी गुदड़ी, योगियों का वस्त्र विशेष

कंदइल :: कनेर का फूल

कंदहिला :: गंदा

कंधरु :: कुसमय, दुर्दिन

कंपा :: तिकोनी लकड़ी, जिस पर बुलबुल पकड़ने के लिए लासा लगा दिया जाता है

कँवरी :: काँवरि, काँवर

कंस :: द्वेष, ईर्ष्या; मथुरा का प्रसिद्ध राजा

कइँचु :: तिरछापन

कइंजड़ :: एक नीच जाति, जो गीदड़ आदि का शिकार करते हैं । ये लोग प्रायः जंगली एवं बहुत लड़ाकू होते हैं

कइँड़ा :: लकड़ी का २ इंच का टुकड़ा

कइँता :: मार्ग, सँकरा रास्ता; अंकुर

कइँती :: पौधों के पेड़ से निकले हुए नए

कल्ले;-डारबु :: अनाज माड़ते वक्त किनारे का अंश बीच में डालना; पट्टा मारबु

कइठूँ :: कितने

कइति :: एक जंगली पेड़ और उसका फल, जो गोल, सफेद और पकने पर खटमिट्ठा होता है

कइती :: ओर, तरफ

कइथा :: खट्टा फल विशेष

कइथिनि :: कायस्थ की स्त्री

कइथी  :: वह भाषा, जिसमें कायस्थ लोग प्रायः लिखते हैं । इसमें अक्षरों के ऊपर पाई नहीं लगती और यह शीघ्रता से लिखी जाती है । अवधी भाषा की लिपि

कइदि :: जेल, कैद; कइनारा

कइदि :: शाखा, डाल

कइनि, कइनी :: बाँस आदि की पतली टहनी

कइयउ :: कई

कइरी :: कयरी रंग की

कइसन :: कैसा

कइहा :: कब, किस दिन

कउआक मामा :: एक-जंगली लता और उसका फल, जो पकने पर लाल हो जाता है; शायद यह नाम इसलिए है कि पकने पर इसे कौए बहुत खाते हैं

कउआबु :: सोते हुए व्यक्ति का बड़बड़ाना

कउआरी :: एक जंगली पौधा, जो जहरीला होता है

कउथाँ :: कौन-सा बार

कउनी :: किस मार्ग से, किधर

कउरा :: जाड़ों में तापने के लिये जलाई गई आग

कउर्यउबु :: कौरी या बाँहों में लेना या पकड़ना

कउली :: दोनों बाहों को दोनों ओर से फैलाकर जितना घेरा बन जाता है उसके भीतर का स्थान

कउली :: वचन देने वाला, प्रण करने वाला

कउलु :: प्रण

कउस :: गोरा पर देखने में बुरा

ककई :: राब की तरह पतली मीठी द्रव वस्तु, जो गन्ने के रस से तैयार की जाती है

ककहा :: बड़ा कघा

ककही :: एक घास, जिसका फूल कंघी के आकार का होता है और जिसके पत्तों में लबाब होता है; घास खींचने का कृषि यन्त्र विशेष; कंघी; अर्द्धच-द्रकार मोतीयुक्त नाक का आभूषण

कका :: काका, चाचा

ककिया :: काकी, चाची

ककेटि :: पान की एक उपजाति

कक्कन :: दोनों हाथों की उंगलियों को आपस में फ्साकर जोर से चाहे अपने ही दोनों हाथों या किसी दूसरे के हाथ को पकड़े रहने की मुद्रा

कक्कू :: काका या ՙकक्का՚ का प्यार वाला रुप

कखउरी :: आँख; काँख के बाल

कगाड़ि :: दीवाल के आकार का किनारा या तट, कगार

कचउंधनि :: शोर शराबा

कचकटी :: पताम साफ करने वाला (रंदा विशेष)

कचकन :: ठेस

कचड़बा :: लड़ाई, झगड़ा, अशांति

कचपचिया :: सूक्ष्म तारों का एक समूह, जो ठीक गिने नहीं जा सकते

कचर :: थोड़ा अपच, अधिक खाने के पश्चात की दशा

कचर-कचर  :: बकवाद, जल्दी-जल्दी

कचरा :: मिट्टी का गीला व कड़ा रुप

कचरा :: कीचड़

कचलुआ :: पेहँटुआ ककरी से छोटा फल; पेहँटुआ

कचवाँसी :: अरहर का मरा हुआ दाना

कचाइंधि :: कच्चेपन की बू

कचाहिन :: अशांति; दुःख; निरंतर अशांति

कचिया :: गन्ने के रस की पतोई का अन्तिम रूप

कचूर :: एक पौधा, जिसकी जड़ सुगन्धित और दवा के काम आती है

कचेठ :: कुछ-कुछ पक्का

कचेलवा :: पतली व सादी काले रंग की चूड़ी । विवाह आदि अवसरों पर ज्यादा प्रचलन होता है; बच्चो की चूड़ियाँ; करुवा

कचोरा :: कटोरा

कच्च-पच्च :: भीड़; शोरगुल; बच्चों की बहुतायत

कच्च-पच्च :: कच्चा-पक्का

कछई :: अनाज रखने के लिये मिट्टी का छोटा बर्तन

कछावर :: नदी या झील का किनारा; ऐसे स्थान की भूमि या आबादी

कछेउड़ा :: क्यारियों का खेत

कज :: ऐब, दुर्गुण

कजकई :: चालाकी

कजरा :: वह (बैल आदि), जिसकी आँखें काली हों

कजरार :: काला, काजल की भाँति

कजरी  :: दीपक से निकला हुआ कालिख; कालिमा, बादलों की घनी काली घटा; -तीज-भादों का त्योहार विशेष

कजहा, कजहिल :: भूरे बाल व आँख वाला; वर देखने आने वाले; दोष युक्त;

कजहाई :: ब्याह वाली

कजा :: अंत, मृत्यु

कजाक :: चालाक

कजावाँ :: ऊँट पर सामान रोकने का ढाँचा, काठी

कजियावाँ :: झिकझिक, मीन-मेष (काजी) की भाँति बाल की खाल निकालने की क्रिया

कजी :: दुर्गुण, ऐबी

कठई :: भैंस या गाय का निर्जीव या कृत्रिम बच्चा; कर्ती

कटउंझनि :: मार-पीट; मार-काट लड़ाई-झगड़ा

कटउआँ :: काटने से ही जाने वाला (पानी); योग्य फसल

कटकरी :: धान के पुआल का बारीक भाग; बिना दाने का धान

अउझड़ी :: सनकी

अउटबु :: दूध जलाकर खोया बनाना; औटना

अउढ़ा :: फंदा

अउदक :: बरसात की शुभ मुहूर्त या बारी, समय

अउधरबु :: प्रारम्भ करना

अउरागोंज :: गड़बड़ स्थिति

अउरागोंज :: मिश्रित; जो अलग न किया जा सके

अउरी :: दूसरी; -वार-दूसरी तरफ

अउरेबदार :: तिरछी सिलाई वाला

अउल :: गर्म गिचपिचा मौसम, जिसमें हवा बन्द हो

कटकरी :: सर्दी रहित मौसम

कटघरा :: लकड़ी का घर या घेरा

कटच्छर :: कटा अक्षर (लिखावट में) अशुद्धि

कटनी :: पकड़े न जाने के लिये घूमकर दूसरी ओर से निकल जाने की प्रक्रिया; फसल काटने की प्रक्रिया

कटन्नी :: चमड़ा सिलने का वह औजार, जो थोड़ा कटा होता है

कटन्नी :: कटिया, सुतारी

कटरा :: काठ का घेरा; मैदान, जिससे कोई चीज काटकर साफ कर दी गई हो

कटलहा :: कटा हुआ

कटलासी :: फटा हुआ आम

कटहरबु :: पीटना; खूब मारना

कटहा :: काट खोने वाला

कटहा बांभन  :: महा ब्राहमण, ब्राहमण वर्ग से पितृ तर्पण आदि संस्कार कराने वाला

कटहिला सेराविन :: अँकुरियों से युक्त पाटा, जिससे घास उखड़ आती है

कटा :: परेशान, आसक्त, संघर्षरत

कटाकट्ट :: बिना अन्न जल के निराहार; स्पष्ट (बोलना); कट्ट-कट्ट

कटानि :: काटने का दाँव; काटने की जगह

कटार :: मिट्टी का प्याला; छोटी तलवार

कतासि :: काटने की इच्छा; ՙसि՚ लगाकर इच्छा प्रकट की जाती है

कटिया :: जूता आदि सिलने का सूजा; गहना विशेष; हल में लगी बड़ी कीलें; फसल काटने का समय

कटुआ :: एक विशेष प्रकार का गहना, जिसके किनारे कटे हुए हें

कटूसी :: बचाने की कोशिश; कंजूसी

कटेरी :: भटकटइया (वनस्पति)

कटेसुआ कटेहना :: जहाँ पर चारा काटा जाता हो अर्थात् जहाँ पर मशीन गड़ी हो; थाने की जेल या वह कमरा, जिसमें अपराधियों को अवरुद्ध किया जाता है

कट्टी :: श्वाँस

कट्टी साधबु  :: ध्यान न करना

कट्टू :: (काल्पनिक) जन्तु, जो काट ले; बच्चों का डराने के लिये प्रायः यह शब्द प्रयुक्त होता है

कट्ठा :: भूमि मापक जो 5 हाथ लम्बा होता है; पक्की भूमि जो नहाने, बर्तन धोने के काम आती है

कठइला :: लकड़ी का कठवता

कठई :: गाय या भैंस दुहने में प्रयुक्त मिट्टी का बर्तन

कठऊ :: गन्ना पेरने में प्रयुक्त काठ का कोल्हू

कठकरेजी :: बड़े दिलवाला

कठबपवा :: वह बाप, जिसने किसी की विधवा माँ से ब्याह किया हो और ऐसी अवस्था में पहले बाप से उत्पन्न संतानें माँ के साथ ՙकठबपवा՚ के यहाँ आ जाती हैं

कठलेवा :: कड़ा लेव

कठहंडी :: लकड़ी की हंडी

कठाइन :: जिसमें काठ की-सी गन्ध या स्वाद हो

कठुआबु :: फल आदि का ठीक ढंग से भुन न पाने पर कड़ा हो जाना;

कठुरा :: अनाज के साथ मिली हुई गाँठ

कठुरा :: गिठुरा

कठुला :: बच्चों का गहना विशेष

कठेठ :: कड़ा, कठोर

कठेल :: धुनियों की कमान

कठोली :: लकड़ी की कटोरी

कड़की :: कमी, गिरावट; आर्थिक कमजोरी

कड़कोलि :: ՙकड़ाकुलि՚

कड़खा :: गड़रियों का एक गीत

कड़बड़ा :: सफेद और काले बालों वाला गधा

कड़हल :: अच्छी तरह जोती व सूखी हुई मिट्टी

कड़हिया :: कड़ाही

कड़ाकुलि :: पहाड़ी चिड़िया विशेष, जो जाड़ों में मैदान की ओर समूह रूप में । उड़ती व बोलती हुई आती है;

कड़ावल :: वह चाँदी, जो कड़ा एवं सुतिया में प्रयुक्त होती है

कडुआ :: बच्चों के हाथ या पैर में पहनाया जाने वाला कँड़ा

कढ़नी :: बरसात में खेतों की वह जुताई, जिसके बाद अन्न बोना ही शेष रह जाता है

कढ़ा :: काढ़ा

कढ़ा :: प्रशिक्षित

कढ़ायन :: अनुपयोगी, व्यर्थ

कढ़ी  :: तुरेदार वस्त्रों का कढ़ाई युक्त (रुप)

कढ़ी  :: खाद्य विशेष

कढुआ :: जबरदस्ती किसी की कन्या का डोला निकलवाकर उससे ब्याह कर लेने का रिवाज़

कण्डहुरी :: वह कोठरी, जहाँ कण्डे रखे जाते हैं

कण्डुवा :: कीटाणुओं एवं रोगों को आश्रय देने वाला

कतन्नी  :: बाल कतरने का यंत्र, कैंची; कतरनी

कतर ब्योंतु :: कठिनतापूर्वक; प्रबंध किसी प्रकार प्रबन्ध; काट-छाँट

कतरा  :: बूंद, कतला

कतरी  :: लकडी के कोल्हू में प्रयुक्त मोंटी लकडी

कतरी  :: कातरि

कतली  :: कत्ल करने वाला

कतवार  :: कूड़ा-करकट

कतारी :: एक तरह की ईख

कतिया  :: कैंची

कत्तल  :: ईंटों आदि का कतरन

कत्ता  :: कितना

कत्ती  :: एक प्रकार की बंधी-बंधाई पगड़ी, जिसे सिर पर हाथ से फिर बाँधने की आवश्यकता नहीं पड़ती

कत्थू  :: किसी भी; प्रायः यह शक निरर्थकता प्रगट करने के लिये प्रयुक्त होता है

कथरा :: बड़ी मोटी कथरी

कदर :: मूल्य, आदर, कद्र

कदरई :: कातरता

कदराबु :: हिम्मत हारना, डरपोक हो जाना

कधवँ :: कौन जाने, शायद

कनइया :: रस्सी का वह हिस्सा, जो पशुओं की गर्दन में बांधा जाता है

कनइल :: एक फूल, जो लाल तथा पीला होता है

कनई :: कीचड़

कनकइया :: कागज की वस्तु, विशेष, जो तागे से उड़ाई जाती है; पतंग, गुड़ी

कनखा, कनुखा :: शाखा, कोपल

कनखिया :: आँख का कोना

कनगर :: तेज स्वभाव वाला (कुत्ता)

कनचोदा :: बदमाश, हरामी; कान (पिता) का जन्माया हुआ

कनटाइन :: झगड़ालू स्त्री

कनफटा :: वह साधू, जिसके कान फाड़ दिये गये हो; ऐसे साधू कुछ कबीरपंथी और कुछ गोरखनाथ के अनुयायी होते हैं

कनफुसवरि :: कानाफूसी; कानों में की गई बात

कनफोर :: जोर का कर्ण कटु शब्द, जो बराबर होता रहे

अउलाई :: वमन करने की इच्छा

अउला-मउला :: मस्त; उदार; मनमौजी

अउलि-अउलि :: बार-बार (कटुस्मृति अथवा पश्चात्ताप के लिए)

अउलिया :: मस्त; मनमौजी पुरूष

अउली :: खेत से पहले पहल काटकर लाया हुआ नया हरा अन्न; बिसुआ

अउवल :: प्रथम, श्रेष्ठ

अउसनि :: उमस भरा मौसम, हवाहीन गरम मौसम

अउसबु :: गर्मी में परेशान हो जाना

अउसान बीबी :: दुरकइयाँ या दुरदुरइयाँ का भोग लेने वाली आराध्य देवी

अउसाहिन :: पसीने में भीगे हुए कपड़े की भाँति दुर्गधमय

कनुआबु :: गन्दा हो जाना (पानी का) बरसात के बाद अथवा सफाई होने पर

कनेठी :: कान पकड़ने की क्रिया

कनेहरा :: गोद में रहने का आदती (बच्चा)

कन्छट :: स्त्रियों का कोई गुप्तांग; यह शब्द केवल गाली में प्रयुक्त होता है

कन्जड़ :: कइंजड़ि

कन्तारा, कन्तेरा :: बड़े कानों वाला

कन्दई :: किंवाड़ के नीचे रखा जाने वाला टुकड़ा

कन्दई :: कन्दरी

कन्ना :: कन्नी का बड़ा रूप

कन्ना :: कीड़ा लगा हुआ (फल, गन्ना आदि)

कन्हावरि :: वह कपड़ा, जो वर की ओर से वधु के भाई (प्रायः छोटे) के लिए ब्याह में आता है

कपच्छई :: दीर्घजीवी पौधा

कपछई :: विपत्ति, कष्ट; क्षय रोग

कपटबु :: काट लेना, कतर लेना

कपठ्यार :: व्यंग्य

कपिला :: काले और लाल रंगों के बीच के रंग की; प्रायः गाय के लिए ही यह विशेषण आता है

कपिसा :: मिट्टी की किस्म विशेष, जो पानी में शीघ्र पिघलती है तथा उतनी हीजल्दी सूखती भी है; कापिस

कपूरा :: बकरे का अंडकोष

कपूरी :: एक बूटी, जिसकी जड़ में कपूरृ-सी सुगन्ध होती है । इसकी पत्ती साँप की दवा के काम आती है

कप्फनु :: शव पर ओढ़ाने का कपड़ा; कफन

कफ :: पोशाक में बाँह का अगला हिस्सा; जमा हुआ थूक

काफी :: बलगम, कफ

कबाइति :: नियमानुकूल चलने, उठने बैठने आदि की क्रिया

कबाबु :: भुना हुआ मांस का छोटा टुकड़ा, जिसमें मसाला मिला होता है और जिसे लोहे के सिंकचे पर रखकर सेंकते हैं

कबाला :: लिखित बिक्री पत्र

कबाहति :: परेशानी; झंझट

कबीं :: राजी

कबीर :: एक प्रकार का देहाती गीत, जो फागुन में गाया जाता हैं और जिसमें प्रायः गाली गलौज होता है

कबीसनु :: कमीशन

कबुज :: कब्ज़, अपच

कबुर :: कब्र

कबेलू :: एक रंग; खपरैल

कबोधनि :: व्यर्थ की बात

कबोंया कब्बौं :: कभी

कमकर :: नीची जाति का व्यक्ति

कमकर :: नीच, जिसके माँ बाप का ठीक पता ना हो; शूद्र

कमगर :: काम का; लाभदायक

कमती :: पतले बाँस की खपची

कमबुझ :: कम बुद्धि वाला

कमरबस्ता :: बाँस, जो छप्पर के बीच में खड़ा-खड़ा लगाया जाता है

कमरी :: बड़ा एवं मोटा हाथ का बुना कम्बल; कामरि

कमहगि :: काम करने की अवधि, मजदूरी; परिश्रम

कमान :: पैदा किया हुआ, उपर्जित

कमान :: धनुष

कमानी :: बरमी चलाने वाली लकड़ी की पट्टी; धुनकी में लगा पुर्जा विशेष, मोटर आदि में लगा लौह, पुर्जा

कमासुत :: कमाई करन वाला पुत्र

कमेरा :: कमाने वाला

कमेल :: नदियों में लगाई जाने वाली चार बाँसों से निर्मित चार चार हाथ लम्बी खपचियों की एक जाल

कमेलाघर :: कसाईबाड़ा

कमोरा :: मिट्टी का बड़ा बर्तन; मटका

कम्बरी :: कमली

कम्याड़ा :: दरवाजे का पल्ला

करइल :: बाँस का कोंपल; बाँस की नई डाल

करइहा :: करहिया

करई :: मिट्टी का छोटा बर्तन; परई

करकच :: बार-बार का झगड़ा, उपद्रव

करकर :: स्वस्थ, मजबूत (वृद्धास्था के दौरान)

करकस :: सख्त काम लेने वाला

करकसा :: झगड़ालू

करक्का :: काला

करगदा :: धागे का गहना विशेष

करघा :: कपड़े बुनने का यन्त्र; वह गड्ढा, जिसमें पाँव लटकाकर जुलाहा कपड़ा बुनता है; करगह

करछ :: नमकीन एवं कटु स्वाद

करतूति :: कर्तृत्व, गुण

करदा :: बट्टा, मैल; आटा पिसाने के बदले में दिया जाने वाला आटा

करधना :: कमर में पहना जाने वाला तागे का माला

करधनी :: कमर का आभूषण

करनी  :: कर्म; करतूति आर्थिक मदद

करबस :: हथियार लटकाने के लिये जीन या चारजामें में कसी हुई पट्टी

करबी :: ज्वार के पौधे

करमटा :: हल्का काला कपड़ा

करसी :: कंडे का टूटा बारीक भाग, लोहारों की भट्टी; मिट्टी का बर्तन विशेष

करहा :: खेतों में डाँ ड़ी बनाने में प्रयुक्त बड़ा यंत्र

करहिया :: कड़ाही

करही :: रूई धुनकने वाली मशीन में लगा हुआ पटरा; खेतों में पतली मेड़ें बनाने में प्रयुक्त उपकरण; सनई के पौधों का एक भाग

करहुँ :: बाजरे आदि की बाली का फूल; धुआँ से बना जाला

करा :: सन या मूंग की पतली लट; दो करें मिलाकर रस्सी बटी जाती है

कराइन :: छप्पर का अवशेष

करारा :: सख्त, बलवान

करारी :: अवश्य; निःसन्देह, करारे के अनुसार

करिक्का :: काला

करिना :: कन्या; अविवाहित लड़की

करिया  :: काला

करियारी :: एक जंगली पौधा, जिसमें विष होता है

करिल :: कल्ला, नये पत्ते

करिहावँ :: कमर

करीं :: कली

करी  :: कड़ी, यह शब्द प्रायः लकड़ी के अर्थ में ही प्रयुक्त होता है

करीना :: तरीका, आदत, व्यवहार

करुअई :: कडुआपन

करुआबु :: फली आदि के दाना मजबूत होने लगना; कडुवा जाना

करुआर :: लोहे का काँटा

करुई :: थोड़ी देर पूर्व लगी हुई (नींद)

करुख :: कटु (शब्द)

करुवा-कचेला :: पतली व सादी काले रंग की (चूड़ी) इनका प्रचलन विवाहादि अवसरों पर ज्यादा होता है

करू :: कडुवा

करेंठा :: काला

करेंहटा :: काला व्यक्ति

करेजी :: बकरे आदि केकलेजे का नरम भाग जो खाया जाता है

करेजु :: कलेजा, हिम्मत; दिल

अउसेवरि :: कष्टदायक अवस्था

अऊँठा :: अंगूठा; (मुहा.) अंगूठा दिखाना, इनकार कर देना

अकंत :: एकांत, सूना, निर्जन

अकई :: दूसरी

अकउआ :: आक; मदार, उसका फल, पेड़ आदि

अकउटबु :: एक हो जाना

अकक :: एक-एक

अकच्छ :: अधिकता, अधिक उत्पात अथवा बाधा

अकच्छ :: परेशान

अकछीं :: छींकने पर जो शब्द कहा जाता है या मुँह से स्वयं निकलता है

करेर या कर् यार :: सख्त; कड़ा; अधिक अवस्था का (जवान)

करैलहा :: वह खेत, जिसकी मिट्टी हल्के काले रंग की हो

करौंछ :: ऊँट की एक जाति

करौंछी :: काले रंग की बड़ी बदली

कर्ती :: मरे हुए पशु-बच्चे की खाल में घास आदि भरकर उसी आकार का बना रूप

कनैंता :: कुछ लालिमा लिए हुए रंग का ऊँट

कर्रा :: कड़ा, सख्त, बुरा

कर्दा :: राब रखने में प्रयुक्त मिट्टी का बर्तन

कर्रीकुर्रा :: उत्तेजित व संघर्षमय वार्तालाप

कर्वावनि :: दूध पकाने में प्रयुक्त बर्तन की जली खुरचन

कल :: शांति

कलई :: भेद

कलऊ :: कलियुग

कलक :: हृदय की अपूर्ण इच्छा; दुःख, खेद

कल-कुसल :: आनंद, मंगल, कल्याण

कलछुलि :: सब्जी आदि चलाने का यंत्र

कलजुगहा :: कलयुग का, दुश्चरित्र

कलझबु :: दुःख या वियोग से तड़पना

कलथरा :: जुलाहों का एक लकड़ी का औजार; चक्र

कलन्द :: चितकबरी शक्तिवर्द्धक स्वादिष्ट (मछली)

कलप :: कष्ट; कल्प

कलपउबु :: जी दुखाना

कलपबु :: हार्दिक इच्छा करना

कलफुलु :: कान का आभूषण

कलबली :: खुजली की एक उपजाति

कलबूता :: काठ का एक उपकरण, जिससे जूते का अगला भाग ताना जाता है

कलमी :: कलम बाँधकर तैयार की गई (पौध)

कलसा :: पानी भरने के काम वाला मटकी नुमा पात्र

कलाँ :: उम्दा, बढ़िया, बड़ा

कलाई :: बर्तन आदि पर चढ़ा रांगा आदि का लेप, कलई; हाथ

कलाक :: घंटा, यह शब्द प्रायः बम्बई, कलकत्ते आदि से नौकरी करके लौटे हुए देहाती बोलते हैं

कलाछत़ :: (घोड़े की) उछाल या कूद

कलादा :: हाथी की गर्दन का वह भाग, जहाँ महावत बैठता है

कलिंदा :: तरबूज

कलि  :: आराम, सुख, छुटकारा (बीमारी से)

कलिया :: मांस; उदा.- "हाजिर है जो कुछ दालदलिया । समझिए उसको मुलाव कलिया ।"

कली :: बंद फूल, खटाई का टुकड़ा

कलील :: थोड़ा कम

कलुट्टा :: काला, काले रंग का

कलोरि :: गर्भधारण करने योग्य बछिया

कलोल :: खेल, आनंद; स्त्री-प्रसंग

कलछुला :: बालू निकालने बड़ा चम्मच

कल्ला :: शाखाओं की चोटी का भाग विशेष; चेहरा

कल्लाबु :: दर्द होना, जलन होना; भूख लगना

कल्ली :: करहिया, जिसमें चबेना भूजा जाता है

कल्हरी :: पाँच सौ कटी ऊँखों का ढेर

कल्हारबु :: चबेना आदि कराही में डालकर इधर उधर चलाना

कवर :: नेवाला, ग्रास

कवरा :: रोटी का टुकड़ा, जो प्रायः कुत्ते को दिया जाता है

कवही :: दरवाजे के पीछे का वह भाग, जहाँ से बाहर की बात सुनाई दे

कस :: कैसा

कसक :: अपूर्ण इच्छा, हार्दिक इच्छा

कसनि :: कस देने की क्रिया; कसने की बात

कसबिन :: दुश्चरित्रा; वेश्या

कसबी :: वेश्या

कसमाकसमी :: परस्पर उठाई गई कसम

कसयपनु :: कसाई का काम; निर्दयता

कसरई :: तंगी, संकीर्णता

कसरि :: कमी; अपच; प्रतिशोधात्मक भावना

कसाघात :: कोड़े की चोट

कसाबु :: (किसी पदार्थ का स्वाद) खराब या काँसे का-सा स्वाद हो जाना

कसाला :: कष्ट, बहुत परिश्रम

कसी :: कदम

कसीकसा :: तंगी, खिंचाव, संघर्ष, भीड़-भाड़

कसीदा :: बेलबूटे का काम

कसीस :: तूतिया

कसु :: रस, नमी; तम्बाकू; दम

कसूस :: अपराध

कहकहा :: जोर की हँसी

कहका :: बुरा कहने का रास्ता

कहकुति :: जनश्रुति, व्यर्थ की बात

कहलबु :: चबेना भूनना या कल्हारना

कहवाँ :: किस स्थान पर

कहाउति :: मृत्यु की सूचना

कहिया :: किस दिन

कहिका :: किसका

काँकरि :: ककड़ी

काँकुनि :: सावाँ जैसा अनाज विशेष

काँखा सोती :: एक कोख के नीचे से ले जाकर दूसरे कंधे के ऊपर से, बाँधने की पद्धति जैसे दुपट्टा बाँधा जाता है

काँच :: पुरुषों की धोती का वह भाग, जो धोती लपेटने के बाद नीचे से पीछे ले जाकर ऊपर कमर पर खोंस लिया जाता है; लांग

कांजी :: पानी में डालकर कुछ फलों या गाजर आदि के टुकड़ों से बनी खटाई, जो पाचक रूप में पी जाती है; दूध दही से जमता है, काँजी ते फटि जाय

काँड़ा :: धुली दाल (उड़दकी)

काँड़ी :: माचिस की तीली; कूँ डी जिसमें धान कूटा जाता है

कांदा :: कीचड़

काँपा :: चिड़िया फँसाने की लासा लगी लकड़ी

काँवरि :: बहंगी, जिसके दोनों ओर मनुष्य बैठाये जाते हैं जैसा श्रवण ने किया था

काँस :: वह खर, जिससे डलवा बीना जाता है

काँसा :: कसकुट (फूल और पीतल) का मिश्रित रूप; बरसाती घास विशेष, जिसमें सफेद फूल निकलते हैं

काइयाँ :: धूर्त, चालाक; मक्कार

कागर :: कागज; कपड़ा

काची-कूची :: कचड़ा; प्रायः माताएँ छोटे बच्चों का मुँह धोते समय कहती हैं काची-कूची कौआ खाय, दूध-भात मोर भैया खाय

काची-कूची :: कीची-कीची; काचा-कूची

काछबु :: मटुकी आदि से (दही) निकालना

काज :: बटन बन्द करने वाले गड्ढे; कार्य

काटू :: डरावना जीव; डराने वाला व्यक्ति; हौवा

काठि :: तेल में बैठने वाली कीट या महीन खली

काठी :: ऊँट की पीठ पर रखी जाने वाली लकड़ी की गद्दी; शरीर

काढ़ा :: छाल आदि जड़ी-बूटियों को उबालकर बनायी गई औषधि

कातरि :: लकड़ी के कोल्हू में लगा एक पटरा; कतरी

कातिब :: तस्तावेज या दूसरा कानूनी कागज लिखने वाला व्यक्ति

अकजऊँ :: हानिकारक (अवसर)

अकजहर :: हर्ज कराने वाला (व्यक्ति)

अकठा :: अकेला

अकतई :: जल्दी

अकतहर :: जल्दबाज

अकताबु :: आवश्यकता से अधिक शीघ्रता करना

अकबति :: दशा, स्थिति

अकरउड़, अकरउड़ी :: हरिस के नीचे पाट के विपरीत ठोंकी हुई लकड़ी

अकरसिजाबु :: उचित समय पर जुताई न होने से खेत का कड़ा हो जाना

अकरकढ़ा :: प्रसिद्ध दवा

काथरि :: कंथा या कथरी

कादर :: डरपोक, निकम्मा, सुस्त

कादहुँ :: क्या सचमुच; शायद

कान :: सूरन; कर्ण

कानि :: लज्जा; अपने व्यक्तित्व अथवा मर्यादा आदि का ध्यान

कानिस :: दीवाल में छत के करीब पहुँचकर बनी डिजाइन विशेष; गल्ता

कानी :: पगही और गेरावँ के अंग्र भाग में अलग सेबंधी रस्सी, जिससे गर्दन फाँसी जाती है

कानी :: एक आँख वाली

कानीहउटु :: अनाथ जानवर बन्द करने का स्थान; कांजी हाऊस; हरहाघर

कानू :: बनियों की एक उपजाति

कान्ह :: डेहरी के ऊपर का किनारा; कंधा

काफर :: धूर्त, दुष्ट, नटखट

काबर :: कबरा; काला और सफेद बूटी वाला

काबि :: प्रयास, उपाय, बुद्धिमानी तर्क-वितर्क

काबिल :: योग्य, उपयुक्त

काबिला :: चरखी में लगे हुए दो लोहे के डण्डे

काबिस :: कच्चे मिट्टी के बर्तन रंगने के लिए रंगदार (मिट्टी)

कामकाजी :: परिश्रमी, व्यवसाय में अनुरत, कर्मठ

कामिल :: अच्छा

कार :: कारी, काला

कार :: कार्य; चौपहिया वाहन विशेष

कारन :: कारण; झगड़ा

कारन-करबु  :: बुरी तरह से रोना या चिल्लाना

कारपरदाज :: जो किसी दूसरे का काम करे; नौकर

कारबारी :: परिश्रमीः व्यापार करने वाला

कारस्तानी :: निर्देशन; चालबाजी

काराराति :: काली रात; प्रायः यह शब्द स्त्रियों द्वारा प्रयुक्त होता है या सौगन्ध खाने के लिये

कारी :: कलंक

कालसुदास :: खुशबूदार छोटे चावल का (धान)

काला काँकड़ा :: महा विषैला सर्प

कालिका :: काली का छोटा रूप, छोटी काली

काली कपीली :: काली धारियों वाली चूड़ियाँ

कालेवाड़ी :: किस्म या बाना जान लेने के बाद व्यापारी द्वारा पूछा गया मूल्य

काव :: क्या, किस पर

कावा :: सेरावनि के किनारे लगने वाली दो लकड़ियाँ; चक्कर; टेढ़ा मार्ग

कासि :: एक जंगली और लम्बी घास, जोबरसात में होती है

कास्त :: खेती

काह :: क्या; प्रायः कविता में प्रयुक्त

काह :: पाल के दोनों तरफ लगे दो डण्डे (कावा)

काहिल :: आलसी, प्रमादी

किंदल  :: प्रशंसनीय कार्य (बच्चों के)

काहू :: किसी

किंदवा :: गन्दा (पानी आदि)

किचकिच :: कीचड़ की अधिकता; कहासुनी, बहस

किचाहिन :: ՙकचाहिन՚

किचिर-किचिर :: थूकने या बेमतलब की बात की आवाज

किटपिलिया :: केले की एक जाति

किता :: टुकड़ा

कित्ता :: कितना, किस प्रकार

किनकी :: खूदा (चावल आदि के) टूटे हुए टुकड़े

किमाड़ा :: ՙकम्याड़ा՚ देखिए

किमियागर :: मिट्टी से सोना निकाल लेने वाले कारीगर

किम्यागोई :: बिना कहे किसी कार्य के करने की पहल; तर्क

कियाँ :: क्रीड़ा

किरखी :: कृषि, खेती

किरखुन :: दाल की चूनी का महीन कण

किरला :: अनुभूति, कर्म

किरवा :: कीड़ा

किरिन :: सेवक

किरिया :: शपथ; कर्म, करनी

किरोध :: क्रोध

किर्चा :: टुकड़ा

किलना :: गोल मोटे कीड़े, जो प्रायः जानवरों के बदन पर चिपके रहते हैं

किलवतिया :: दुबारा तंबाकू के पौधों को लगाने की रीति

किलहँटा :: मैना जाति का एक पक्षी

किल्ला :: अंकुर

किल्ली :: दरवाजों को भीतर से बन्द करने में प्रयुक्त लकड़ी की मोटी पट्टी; हाथ की कुहनी

किसबत :: नाइयों की, सामान रखने में प्रयुक्त छोटा बक्सा

किसिम :: किस्म, प्रकार; आम की उपजाति

किसुली :: गुठली

किस्ती :: मिठाई आदि रखने में प्रयुक्त चौकोर थाली

किहनी :: कहानी, छोटा सा किस्सा

कीकर :: बबूल

कीट, किटाई :: जमी हुई मैल, भूसा आदि की महीन धूल

कीन धरा :: किया हुआ या किया गया

कीना :: लज्जा, शर्म, पछतावा

कीमा :: महीन पिसा हुआ कच्चा मांस

कील :: गहना विशेष; छोटा आम

कील :: रीरी

कीलबु :: बंद करना; (देवता भूत आदि) स्थापित कर देना (कील गाड़कर)

कुंजड़ा :: साग-तरकारी बेचने वाला व्यक्ति

कुंजा :: एक रोग, जिसमें शरीर भर में दाने पड़कर खुजली होने लगती है

कुँटिहर :: कुट्टी के लिए घर

कूँड़ड़सार :: कूँड़ में बोने की पद्र्धति; सेवँ

कुँड़िया :: कुण्ड (छोटा)

कुंढ़ी :: दरवाजा बन्द करने की जंजीर

कुंदुरखा :: पूरों या गट्ठों का ढेर

कुंभी :: छोटा कुंभ, जो ६ वर्ष पर आता है; जल-तालाबोंकी घास विशेष

कुइयाँ :: छोटा कुआँ

कुकुरउढ़िया :: बैलों के पिछले दाँत

कुकुर छिनारा :: बुरी तरह फँस जाने की स्थिति, क्योंकि कुत्तों के मैथुन में दोनों बहुत देर तक फँसे रहते हैं

कुकुरदंता :: (वह व्यक्ति) जिसके दाँतों के ऊपर दाँत हो

कुकुरनिनिया :: कुत्ते की नींद

कुकुरहौं, कुकुरह्याँव :: कुत्तों का बराबर भौंकते रहने की क्रिया

कुकुराबु :: कुतिया का कुत्ते से संगम कराना

कुकुरी :: मकाई का फल, भुट्टा

कुकुरी :: अँड़िया

कुचकुचवा :: इस नाम का एक इतिहास है । कहते हैं कि जब लक्ष्मण जी के शक्ति लगी और हनुमान दवा हेतु पर्वत ही उठा लाये तो बहुत विलम्ब हो गया और सारी रात बीत गई । उल्लू पक्षी बोला- "काच-कूच-काच-कूच" अर्थात् जल्दी कुचकुचाकर दवा लगायें तभी से इसका यह नाम पड़ा; उल्लू

कुचरा :: बड़ा झाडू

कुचिला :: एक विष

अकराबु :: अस्वादिष्ट हल्की कड़वाहट आना; करछयाबु

अकरास :: कष्ट

अकवा :: एक, दूसरा

अकवाई :: लुहारों के यहाँ जला कोयला खींचने वाली सरिया

अकवाही :: सींचने की सुविधा के लिए खेत के विभाजित अंश

अकस-मकस :: हीला-हवाला, टाल-मटोल, दीर्घ सूत्रता

अकसर :: इकहरा

अकसरा :: एक्स रे

अकहुला :: चूल्हा

अकाक :: एकाध

कुचुरा :: जिसकी आँखें बन्द-सी हों; जो ठीक से देख न सके

कुच्चा :: चिथड़ा, कुचला हुआ, पिच्चा

कुच्चा :: भुनी हुई आलू आदि का कुचला हुआ रूप, भुर्ता

कुच्चा :: कुचला

कुजगहाँ :: बुरे स्थान पर; कुजागे

कुजूनि :: कुबेला, विलम्ब (भोजन, स्नान आदि के लीए)

कुज्झा :: पानी पीने का मिट्टी का बर्तन; रूपान्तर-भुरका, कुल्हड़, घट, कुम्हा

कुटकी :: दाल में गैर पका दाना; छोटा कीड़ा; टुकड़ों वाली तंबाकू

कुटनी :: दूती, स्त्रियों को पराये पुरुषों के लिए बहकाने वाली स्त्री

कुटानि :: कूटने की मेहनत या आवश्यकता

कुटिहा :: कूठ या व्यंग्य कर्त्ता

कुटुक :: जरा भी कठोर नहीं

कुटुमु :: परिवार, बालबच्चे

कुटेम :: अतिकाल, विलम्ब

कुटेव :: बुरी आदत

कुट्ट :: समाप्त (बातचीत, समझौता आदि)

कुट्टी :: अलगाव, सम्बन्ध विच्छेद, कटा हुआ चारा

कुठाँव :: बुरा स्थान

कुड़कबु :: मुर्गी का अण्डा देने की क्रिया रोक देना

कुड़की :: कुर्की, जब्ती

कुड़ी :: गधा

कुढ़ :: हल का हत्था; मोठिया

कुढ़बु :: भीतर ही भीतर रुष्ट होना

कुढ़ा :: एक हल्की मोटी लकड़ी, जिसे जंघा भी कहते हैं

कुणनी :: छोटा कूँड़ा; कूँड़ी

कुण्ढा :: सुनारों में प्रचलित ՙरुपये՚ का गुप्त नाम

कुतरक :: कुसमय अथवा अव्यवस्थित भोजन, स्नान आदि

कुतुआ :: अंदाज से निश्चित, बिना गिना या तोला

कुतुनबु :: काट लेना, थोड़ा-सा कतर लेना

कुत्ती :: कुश्ती, मल्लयुद्ध

कुदारि :: कुदाल

कुदारि :: दुष्ट

कुदीठि :: कुदृष्टि नज़र

कुधानि :: बेईमानी से प्राप्त धन

कुनह :: ईर्ष्या, द्वेष

कुनाई, कुनाव :: गेहूँ आदि का मड़ा हुआ ढेर

कुनेति :: बुरी नियत

कुप्पा :: चमड़े का बर्तन

कुप्पा :: मसक

कुफार :: व्यंग्य, कटु वाक्य

कुफुति :: आंतरिक वेदना

कुफुर :: भीषण परिवर्तन; घोर तथा अवांछनीय स्थिति

कुबाच :: बुरा वचन

कुबेरिया :: संझवतिया, गोधूलि का समय, कुसमय; विलम्ब

कुभागु :: अशुभ या अहितकर वचन

कुमंरगी :: बुरे मार्ग पर चलने वाला

कुमेटी :: सलाह; समिति

कुम्भारई :: मिट्टी के बर्तन बनाने का धंधा

कुम्भिल्याबु :: कुम्हलाना

कुम्हड़ा :: कद्दू

कुम्हा :: पानी पीने में प्रयुक्त मिट्टी का बर्तन; रूपान्तर-कुल्हड़, घट, कुज्झा, भुरका

कुरउनी :: ढेरी

कुरउबु :: उड़ेलना, ढेर लगा देना

कुरक अमीन :: कुर्की या वसूली करने वाला अफसर

कुरकुटा :: मोटा व सूखा-रूखा अन्न

कुरकुसा :: अर्थ-व्यवस्था

कुरथी :: सब्जी या चारा विशेष

कुरमा :: परिवार, कुल

कुरहिलु :: खेतों को बराबर करते समय जगह-जगह लगे मिट्टी के ढेर

कुरिया :: वह स्थान, जहाँ पर ताड़ी निकालने का काम होता है; छोटा घर; ढेरी

कुरी :: डुडुआ और कबड्डी के खेलों में खिलाड़ियों की पारी; गोत्र

कुरुख :: कठोर (शब्द)

कुरुब :: पड़ोस

कुरुम :: बूट-जूतों में काम देने वाला अच्छा और मुलायम चमड़ा

कुरेदबु :: खरोंच देना

कुरेधु :: दुःखानुभूति, संवेदना

कुलंच या कुलाँच :: छलांग

कुलंजनु :: पान की जड़

कुलच्छन :: बुरे लक्षण

कुलफा :: सब्जी विशेष

कुलही :: ज्वार के दाने के ऊपर की भूसी; बच्चों की टोपी विशेष

कुलाबा :: नहर से खेत तक पानी लाने का रास्ता

कुलामनाय :: (बात) जो किसी के कुल भर में मना (निषिद्ध) हो

कुलाह :: हल की मुठिया

कुलुफ :: ताला

कुल्थी :: एक अन्न, जिसके फलियों का साग और बीज की दाल बनाते हैं

कुल्हरा :: बड़ी कुल्हाड़ी

कुल्हिया :: मिट्टी का अत्यन्त छोटा बर्तन

कुसंभा :: अफीम और भांग को मिलाकर बनाया गया मादक पदार्थ

कुसढाब :: कुश घास का अंकुर

कुहिरी :: मोट से पानी निकालने की क्रिया

कुहीकाल :: तेज, चतुर, चालाक

कुहुक :: कूक

कुहेसा :: कुहरा

कूँच :: आम आदि का फूल, स्तन; यात्रा का प्रारम्भ; एँड़ी

कूँचबु :: कुचलना; पौधों में मंजरी का निकलना

कूँचा :: गली, मुहल्ला

कूँटा :: डंठल के टुकड़े, जो अन्न तैयार हो जाने पर खलिहान में पड़े रहते हैं

कूँटी :: फसल काटने पर पौधे का बचा डंठल; ठूँठी

कूँड़ :: बालू रखने का बर्तन (भाड़ में) हल द्वारा बनी पतली नाली

कूँड़ी :: मिट्टी या पत्थर का खुले मुँह का बर्तन

कूँत :: थोक

कूँत :: अंदाज

कूँतबु :: कीमत आँकना

कूकुर :: कुत्ता

कूचुर :: जिसकी आँख मुलमुलाती हो

कूड़ी :: आलू की फसल सींचने में प्रयुक्त पतली नाली

कूत-कूत :: छोटे कुत्तों को बुलाने का शब्द

कूना :: रोटी आदि का अत्यंत छोटा टुकड़ा

कूफर :: निर्जन, अयोग्य

अकुरहा :: असमान नमी युक्त, धोखे से मारने वाला, जल्द नाराज होने वाला

अकूपन :: अंदाज से

अकोल :: एक जंगली पेड़ और उसका फल, जो लीची की भाँति गूदे और बीजवाला पर बाहर से चिकना होता है

अक्किला :: अक्लमंद, बुद्धिमान

अक्को-बक्को :: दे. "ओंका-बोंका"... कहते हैं- अक्को-बक्को तीन तिलक्को लौआ लाठी बनकर काठी..... ।

अक्खिर :: आखिरकार

अक्याल :: अकेला

अक्वाल :: रास्ते से हटकर दूर

अखइया :: अनन्त तथा अनुपयोगी वस्तु

अखजबु :: उबकाई आना

कूबति :: शक्ति

कूबा :: जिसकी पीठ टेढ़ी हो

कूरा :: ढेर, हिस्सा

कूला :: दिल के नीचे का भाग; कमर के दोनों ओर का निचला भाग

केउ :: कोई

केउटी :: कई दालों का मिश्रण

केकर :: किसका

केकरहा :: केकड़ा

केकही :: कैकेयी

केकाँ :: किसको

केठई :: किस स्थान पर

केड़वारी :: आम के नये वृक्षों का समूह

केडुला :: नया वृक्ष

केतनिउ :: कई

केतहँत :: कहाँ तक

केतहाँ :: कहाँ

केताढ़ा :: मोटा गन्ना

केतिक :: कितना

केथुअई :: किस वस्तु

केथू :: किसी; किसी भी

केनारि :: अधिक दूध या घी वाली (गाय)

केर :: (कारक चिह्न) का, की, के

केरइया :: अनाज विशेष

केरमुआ :: पानी में होने वाला एक साग

केरा :: केला

केराना :: किराना, अनाज

केराव :: मटर विशेष

केव :: कोई

केवाँड़ा :: किंवाड़

केहर :: किधर

केहाँ-केहाँ :: छोटे बच्चे के चिल्लाने या रोने की आवाज़

केहुँचा :: हाथ का अग्रभाग; पहुँचा

केहू :: किसी भी

कै :: क्यों जी,

कै :: कितने

कैर :: सफेदी लिए हुए

कैल :: बीमार, लज्जित

कोंखि :: गर्भ, पेट

कोंछु :: (स्त्रियों का) अंचल

कोंछि :: फलों का गुच्छा

कोंड़ :: आनंद, हँसी

कोंडर :: किसी नदी या नाले का मोड़ वालास्थान

कोंतिया :: दुबला-पतला और ऐसे बैठक का, जो शीघ्र बूढ़ा न हो (बैल, व्यक्ति)

कोंपरि :: डाल का पका हुआ आम

कोंपरि :: सीप

को :: कौन

कोइँछा :: स्त्री के अंचल का वह हिस्सा जिसमें कुछ बाँधकर छोर कमर में खोंस लिए जाते हैं

कोइँधाकालु :: अत्यधिक बदबू

कोइना :: महुए का फल

कोइरी :: एक हिन्दू जाति के लोग, जो कंठी पहनते हैं और मांसादि नहीं खाते

कोइल :: कोयल

कोइलटि :: एक लोकगीत

कोई :: कोख (पशु की)

कोका :: मूर्ख; उल्लू

कोखदार :: पसलियों के नीचे का भाग

कोचनी :: काले रंग का महीन मलमल का कपड़ा

कोठि :: बाँस का झुरमुट

कोठिला :: अनाज रखने में प्रयुक्त मिट्टी का बड़ा पात्र

कोड़रा :: वृत्ताकार रेखा

कोड़वा :: पानी के बहाव से बना बड़ा एवं गहरागडढ़ा

कोड़ी :: बीस की राशि

कोढ़ा :: खेत का वह स्थान, जहाँ खाद के लिए पशुओं को रखते हैं; कुंढा

कोढ़ी :: जंजीर रोकने की कड़ी

कोढ़ी :: कुष्ट रोगी

कोतरे :: एकांत

कोतल :: केवल सवारी हेतु प्रयुक्त

कोतहगरदनिया :: जिसकी गर्दन छोटी हो

कोताह :: कम, तंग

कोताही :: त्रुटि, शैथल्य

कोतियाँ :: जिस बैल के सींग आगे को झुके हों

कोतियाँ :: सुइया

कोदबु :: दाँव न दिये जाने पर दाँव न पाने वाले बच्चों द्वारा गाली का दिया जाना

कोधे :: तरफ, दिशा

कोनइठे :: कोने की तरफ, कोने में

कोनवा :: आम की एक जाति

कोनाव :: गेहूँ की फसल का मड़ा हुआ ढेर

कोनिया या कोन्सी :: खेत जोतते समय दो हराइयों के बीच व सिरे पर छूटी जमीन

कोमर :: नदी के कटाव का वह कोना, जहाँ घास आदि बहुतायत से हो

कोयर :: जानवरों के खाने का चारा

कोयर :: दबा हुआ; गाय आदि का वह बच्चा, जो गर्भावस्था में जननी के द्वारा अधिक चारा खाने से दुबला हो गया हो

कोयरहा :: पशुओं के लिए घास आदि छीलने वाला

कोयरी :: यह जाति शायद साग-भाजी की खेती करने के कारण ही (कोयरकी) ऐसा कहलाती है

कोरचा :: छिपा हुआ धन, चुराकर बचाया हुआ पैसा

कोरमबु :: रस्सी से लटक कर आत्मघात करना

कोरव :: छत में लगने वाला लकड़ी या बाँस का टुकड़ा

कोरवर :: सूखा पकौड़ा; गीले को भिजवर कहते हैं

कोरवा :: कोख, गोद; छप्पर में प्रयुक्त बाँस या कोर

कोरवान :: पवित्र, जिसका उपयोग न किया गया हो

कोरहा :: दरवाजे पर कोरें (रेखाएँ) खींचने का औजार

कोरा :: गोद

कोराइब :: (गाय, भैस का) ब्याने की अवस्था के करीब पहुँचना

कोराव :: भैंस आदि के ब्याने की अवस्था

कोरि :: किनारा, धार

कोर्रा :: रेंडी के पेड़ के सूखे तने

कोलइया :: महुआ का फल

कोलई, कोलवा :: वह खेत, जो केवल दो बिस्वे का हो

कोलनी :: चिलम में छेद करने के लिए भाले के आकार की एक छुरी

कोलिया :: पतली गली

कोल्हौरु :: वह स्थान, जहाँ कोल्हू गड़ा होता है

कोसली :: गुझिया

अखज्ज :: निकृष्ट खाद्य; प्रायः "अज्ज-खज्ज" तथा "अज्ज-गज्ज" के रूप में बोला जाता है

अखत्यार :: अधिकार, हक

अखनी :: लकड़ी का उंगलीदार, फसलों को बटोरने व फैलाने का औजार; पचांगुर

अखम :: पर्याप्त, गहरा, भण्डार

अखर :: असह्य, बुरा, कटु

अखरा :: कोरा, साफ किया हुआ, सूखा (नाज)

अखीरी :: अंतिम, निश्चित

अखुरा-पखुरा :: अंग-प्रत्यंग; प्रायः घायल होने या टूटने के लिए ही प्रयुक्त

अखैनी :: मढ़ाई का एक औजार

अखोर :: निकृष्ट, हेय (केवल व्यक्ति के लिए); कभी-कभी संज्ञा के रूप में भी प्रयुक्त

कोसा :: मिट्टी का छोटा कटोरा

कोहँडा :: कद्दू

कोहँड़ौरी :: सफेद कुम्हड़े से बनी बड़ी या मिठाई

कोहबर :: विवाह के समय का वह स्थान, जहाँ वर-वधू एक पास बिठाये जाते हैं

कोहला :: खली युक्त पानी से भूसे का सना हुआ रूप

कोहाँर :: मिट्टी के बर्तन बनाने वाला

कोहाइनि :: कुम्हार की स्त्री

कौड़ियारा :: कम विष वाला साँप जिसकी पीठ पर कौड़ियों के निशान होते हैं

क्यँवारा :: किंवाड़

क्यसन :: कृष्ण

क्यान :: दूध आदि हेतु प्रयुक्त पीपा

क्वँड़रा :: रेखांकित घेरा

क्वियिली :: कोयल

क्वाँप :: कोयल

क्वाठा :: छत में प्रयुक्त मोटी लकड़ी, पाचन शक्ति, भंडारण

क्वार :: छप्पर में लगा बाँस; झूला

क्वारा :: गोद, क्रोड़

क्वाक :: कटहल का बीज; बीज का आवरण

सीताफल :: कद्दू

खंखड़ :: अधिक सूखा एवं कठोर

खंगोरिया :: (गरीब ग्रामीणों के पहनने की) चाँदी की हँसुली

खंघारबु :: (बर्तन आदि) धोना, ढूँढना

खंचड़ :: दोगला घोड़ा

खँचरा :: नाटा बैल; ठिगना व्यक्ति

खँचिया :: छोटी टोकरी

खँचुहा :: कछुआ

खँचोला :: खंचिया का बड़ा रूप

खंझड़ी :: एक छोटा सा बाजा, जो एक हाथ से पकड़कर दूसरे हाथ से बजाया जाता है

खंझर :: मिला हुआ (अन्न)

खंटा :: खट्टा, अम्ल

खंडवानी :: खाँड़ का रस

खंडसरी :: खाँड़ बनाने की दूकान

खंडसारी :: गुड़ का वह भेद, जो गीला होता है और जिससे शक्कर बनाते हैं

खँड़िया :: टुकड़ा (मछली, माँ, का)

खंडुआ :: हाथ का कड़ा या कंगन

खँढ़उली :: ईंट या कंडा का टुकड़ा

खंता :: मिट्टी खोदने का औजार

खंती :: छोटा खंता; गड्ढा

खंधानी :: पहिए के पुट्ठों को जोड़ने वाले खाँचे या चूल

खंभियाबु :: पौध में अन्य अंकुर फूटना

खइँचनी :: माचि से मिलकर बंधी हुई एक विशेष लकड़ी

खइंचा :: घास आदि भरी जोने वाली बड़ी डलिया

खइँतड़ :: निकृष्ट (व्यक्ति), झगड़लू

खइका :: भोजन

खइखानु :: घर गृहस्थी की समस्या या उत्तरदायित्व

खइर :: कुशल; खैर

खइरात :: दान; मुफ्त

खइबरि :: मट्ठा बनाने की लकड़ी

खइहँसु :: झंझट; (हृदय या मस्तिष्क को) दुखाने वाला

खउकबु :: जोर से बोलना; डाँटना

खउरहा :: जिसे (विशेषतः कुत्ते के) खुजली हो; शुष्क चर्म वाला

खउरा :: खुजली (प्रायः पशुओं, विशेषतः कुत्तों की)

खउहटि :: खाने के लिए दी हुई मजटूरी, अनाज आदि; स्वप्न

खउहाबु :: क्रोधित होना

खउहार :: झंझट, झगड़ा

खक्खा :: बहुत ऊँचा, कितु दुबला हाथी; साह- लेन-देन में खरा व्यक्ति

खखरहा :: पुराना, बीच-बीच में छेद वाला (टोकरा)

खखाबु :: जोर से हँसना

खखारि :: कफी

खखुण्डी :: भुट्टे का डंठल, जिसमें से दाना निकल गया हो

खगउरा :: हाथ का आभूषण

खङवा :: पशुओं का एक रोग, जिसमें खुर सड़ने लगते हैं

खजहजा :: फल विशेष

खजुरा :: छप्पर के छोर व दीवाल केबीच की साँस; दाँतों में लगने वाला मैल; रोयेंदार घास विशेष, जिसके लगने से खुजली उत्पन्न हो जाती है

खटक :: संदेह; आवाज

खटकिरवा :: खटमल

खटखटा :: चौकोर खाँचेदार बल्ली, जिसमें सुनार तार बढ़ाते हैं; चिड़िया आदि को भगाने में सहायक वाद्य विशेष

खटपटी :: पैर में पहनने की खड़ाऊँ

खटपूरा :: ढेले तोड़ने की मुंगरी

खटबिन्द :: काले तिलों के तेल से बना एक आहार

खटमचवा :: छोटी सी चौकी या खाट, जिस पर रोगी आदि को रखकर ले जाएँ

खटलुस :: थोड़ा खट्टा, जरा खट्टा

खटरस :: कई रसों वाला, मजेदार

खटरागु :: झंझट

खटारा :: गड़बड़ या पुरानी (गाड़ी)

खटिया :: चारपाई

खट्टदि :: खट की आवाज से; अविलम्ब

खट्वाला :: बच्चों की खाट

खड़इँचा :: खंजन पक्षी, जो अधिकतर वर्षा ऋतु के अंत में दिखाई पड़ते हैं ।

खड़उना :: गहना विशेष

खड़खड़िया :: गाड़ी, जिसके पहिये खड़खड़ करते हैं, पुरानी गाड़ी

खड़बिड़हा :: टेढ़ा-मेढ़ा

खड़मंडलु :: नाश, गड़बड़

खड़हरु :: भग्नावशेष, खंडहर

खड़ही :: बहुत छोटा खेत

खड़ही :: डेबरी; बरिया; खाद

खड़हुली :: कण्डे का खंड,

खड़िहा :: हल की हरीस में लगने वाली लोहे या लकड़ी की खूँटी; धोबी के पाटे में बनी धारें; लिखने में प्रयुक्त मिट्टी ।

खडुहा :: बच्चों के पैरों का आभूषण

खतखश या खसखस :: लकड़ी में रेखा खींचने में प्रयुक्त यंत्र विशेष

खतहा :: गड्ढा, छोटा गढ़ा

खतही :: पशुशाला में जमा होने वाली खाद

खत्ती :: ऊपर से बंद गहरा, चौड़ा गड्ढा; बखारी

खदरबु :: मरना

खदरबदर :: गड़बड़; उबलने की ध्वनि

खदरहा :: जमीन में बने हुए पशुओं के पदचिह्नों का सूखकर कड़ा हुआ (रूप)

खदराउर :: खाद वाला, उपजाऊ

खदरिहा :: खादर (नदी के आस-पास पाया जाने वाला बैल)

खदानि :: खोदने की जगह; खान

खदाही :: घोड़े का चरवाहा

अगइली :: हल के फार को कसने में प्रयुक्त लकड़ी का पुर्जा विशेष

अगउरा  :: उँख का ऊपरी हिस्सा

अगन्तु :: भावी कुसमय; अगला जन्म

अगमन :: अपेक्षित शीघ्र, पहल; अगहर

अगर  :: अगला

अगरदब्ब :: (गाड़ी) जो आगे दबी हो

अगरदाबाद :: ऊधम वाली स्थिति

अगरवाँत  :: हल के फार को कसने वाली लकड़ी

अगरवाँत  :: गोंसिया

अगरादोहरी  :: क्रमरहित, गड्डी लगाते समय सीध में न होने की गड़बड़ी

खदिगर :: खाद वाला

खदुका :: ऋण लेने वाला

खदुआ-बरहना-खदुहा-बेरहिमा :: खोटा; ऐरा-गैरा, असम्बद्ध

खदोह :: रेंड़ी का बदबूदार पानी

खनता :: खोदा हुआ स्थान, गड्ढा

खनमाँ :: क्षण भर में; तुरंत ही बाद

खन्डन की मुर्ती :: चाँदी की दो मूर्तियों वाली ताबीज

खन्ती :: चौकोर एवं गहरा गड्ढा

खन्धखु :: जमीन में बना चौड़ा गड्ढा

खन्ना :: चारा काटने के स्थान पर कठोर मिट्टी का बनाया गया गोलाकार छोटा टीला; नस्ल

खपउबु :: व्यतीत करना, लगा देना

खपकान :: पागल, सिर्री

खपची :: लकड़ी की पतली खपीच

खपटा :: मिट्टी के बर्तन का टूटा छोटा खण्ड

खपड़ा :: वह बर्तन, जिसमें कुम्हार बर्तन बनाते समय पानी रखते हैं; खपरैल में प्रयुक्त मिट्टी की पट्टियाँ

खपती :: खब्ती, अध पागल

खपबु :: लगना, व्यतीत होना

खपरी :: वह छोटी नाँद, जिसमें चबेना भूंजा जाता है व कुम्हार पानी रखते हैं ।

खबक :: घोड़े के गले में पड़े हुए छाले

खबहा :: सफेद कुम्हड़ा, जिसका पीठा बनता है

खबार :: खाने वाला; खूब खाने वाला

खबीस :: क्रूर; प्रेत; कंजूस

खब्बू :: मुफ्त खाने वाला; जिसे इधर-उधर मुफ्त खाने की लत पड़ गई हो ।

खम :: गड्ढा

खमदमु :: साहस

खमरा :: जौ, मटर, चना का मिश्रण

खमरा :: बेर्रा

खमसनि :: ऊधम; धरपटक के साथ शोर-शराबा

खमसबु :: मिश्रित कर देना; मिला देना; धसक देना

खमसार :: आँगन के चारों ओर बनी हुई दालानें

खयका :: भोजन

खयकार :: नष्ट

खयानति :: दूसरे की वस्तु हड़प लने की क्रिया

खरउटन :: सूखने के बाद दरार पड़े हुए मिट्टी के बर्तन में गोबरी मिट्टी से चिकना करने की क्रिया

खरउबु :: गरम पानी से मिट्टी के बर्तन धोना; अधिक पकाना

खरकन्ना :: पिछले पैरों को घसीट कर चलने वाला बैल

खरकन्ना :: टनकहा

खरखट्टी :: बिना बिछायी हुई (खाट)

खरखर :: साफ (व्यक्ति), निर्लेप; खरा हिसाब रखने वाला

खरचान :: ऊँट की पीठ पर सामान लादने का ढाँचा विशेष

खरजुर :: जुकाम

खरदनी :: खरादने का औजार

खरबराई :: नाश्ता

खरबार :: एक वस्त्र विशेष

खरमास :: शुभ मुहूर्त की दृष्टि से त्याज्य मास; चैत मास या बुरा मास

खरसान :: औजार तेज करने का पत्थर

खरस्याइंधि :: पकवान में अधिक खर होने या जल जाने की दुर्गध

खरहरा :: घोड़े की पीठ साफ करने का ब्रुश; बड़ा झाड़ू

खरहा :: खरगोश

खरहार :: श्वेत रंग की काली पीठ वाली केवल दो तोले की मछली

खरही :: पैरा आदि का सुडौल ढेर

खराइंधि :: पेशाब से निर्गत बदबू

खराई :: असमय जलपान या भोजन के कारण गले या पेट की गड़बड़ी, सिरदर्द आदि

खरापनु :: सत्यता; सच्चाई (हिसाब में)

खराबु :: खूब पक जाना

खरिक :: गोशाला

खरिका :: रस्सी की जाल का झोला; गोशाला; दातून

खरिदवार :: ग्राहक

खरिया :: रस्सी का बना झोला (फल आदि का) या छोटा जाल, दुद्धी

खरिहई :: मिट्टी का वह बर्तन, जिसमें खली भिगोई जाती हो

खरिहानु :: प्रजा जाति को प्राप्त होने वाला खलिहानों में तैयार राशि में से अंश; खलिहान

खरिहिल :: जवान बैल

खरी :: खली

खरु :: भाड़ में लगने वाला ईंधन, तिनका

खरुस :: सख्त (बात), कठोर (वचन)

खर्रा :: खर्राटा; फसलों आदि का रोग विशेष; लम्बा विवरण या मसौदा

खर्वचना :: बर्तन को खुरचकर साफ करने में प्रयुक्त पात्र विशेष

खर्स :: (वृक्ष या डाल) जो बहुत जल्दी टूट जाए; स्ख्त

खलइता या खलीता :: बड़ी जेब

खलकति :: जनता; दुनिया

खलङा :: खेती को देखने या संभालने के लिए बना हुआ छोटा मकान (रहने का मुख्य घर अन्यत्र होता है); पाही

खलझारु :: वह स्थान, जहाँ खर-पतवार पड़ा हो, झाड़ी आदि से युक्त स्थान

खलपटी :: नीचा स्थान (खेतों में)

खलबल्लरु :: अच्छे-बरे सामानों का मिश्रण; अनावश्यक वस्तुएँ

खलरा :: चमड़ा

खलल :: गड़बड़, बाधा (पेट आदि में)

खलाँत :: लुहारों के यहाँ प्रयुक्त चमड़े की बनी हवा करने की धौंकनी

खलार :: कुछ नीचा (क्षेत्र)

खलास :: बंद, खतम

खलासी :: सामान को साफ करने वाला नौकर

खलिगर :: कुछ खाली; फुरसतवाला

खलिया :: खेतों का नीचा सिरा

खलिहर :: जिसके पास समय हो

खलीफा :: दर्जी; दर्जी को सम्बोधित करने का संभ्रात शब्द है । अर. खलीफा (नेता) अफगानिस्तान आदि देशों में यह बढ़ई, लुहार आदि के लिए भी आता है, उनके चेले उन्हें ऐसे ही पुकारते हैं, गुरु अथवा नेता मानकर; गायक मंडली के अगुवाकार ।

खलैंट :: लुहारों की वह मशीन, जिससे हवा की जाती है

खवउअलि :: खूब खाने की आदत, क्रिया आदि

खवही :: (दूल्हे, समधी आदि के) खाने के समय दिया गया नेग

खवास :: व्यक्तिगत नौकर, जो पान आदि खिलावे या भोजनादि के समय सेवा करे; खाने की इच्छा

खस :: जड़ी; घास विशेष

खसकबु :: चुपके से निकल जाना; खिसकना, सरकना; दाँतों के नीचे कंकड़ आदि पड़ना

खसबोहि :: खुशबू

खसमु :: पति; प्रेमी; कभी-कभी स्त्रियाँ यह शब्द एक-दूसरे को गाली देने के लिए प्रयुक्त करती हैं ।

खसरा :: पटवारी का एक रजिस्टर या कागज, जिसमें प्रत्येक गाँव के खेतों का पूरा विवरण होता है; रोग विशेष

खसलति :: खराब आदत

खसिया :: युवा बकरा

खहान :: भूखा-प्यासा

खाँखर :: (कपड़ा) जिसके आर-पार दिखाई पड़े; हल्का कपड़ा

खाँघ :: जूते का मध्य भाग

खाँची :: घास आदि रखने के लिए बड़ी डलिया

खाँड़ :: देहाती शक्कर

अगराबु  :: गर्व दिखाना, काम न करना

अगरासनु  :: गऊ आदि के लिए पहले से निर्गत भोजन

अगली दस्त  :: बकरे के अगले पैरों का ऊपरी भाग

अगवाँ  :: प्राचीन समय में

अगवानी  :: अगुवा

अगवानी  :: बारातियों का कुछ चलकर किया गया स्वागत

अगवारि  :: खलिहान में तैयार नये अन्न का वह भाग, जो देवताओं, ब्राह्मणों आदि के लिए पहले ही निकाल कर रख दिया जाता है

अगवारि  :: अगावरि

अगवारु  :: आगे का स्थान (भवन आदि का)

अगवासी :: हल के फार में आगे लगने वालाएक छोटा पतला लकड़ी का टुकड़ा

खाँड़ :: तक, आसपास

खांधबु :: काटना, काँड़ना

खाँहीं :: ऊँची मेंड़

खाख :: मिट्टी, गर्द, राख

खाजा :: खाझा; एक प्रकार की मिठाई

खाढ़ा :: लंबा और बदसूरत; लंबा-चौड़ा (व्यक्ति)

खातिन :: कारण, लिए

खातिर :: आदर, सेवा

खातिर :: लिए

खादर :: सड़ा हुआ गोबर आदि, खाद; नदी के किनारे का भाग

खानजादा :: एक प्रकार का उच्च श्रेणी का मुसलमान; खान + जादा; खान का पुत्र

खानसामा :: खाना पकाने वाला नौकर; मंजरी

खानि :: किस्म, भण्डार

खापबु :: कोल्हाड़ में गरम रस के खौलते रहने पर उसमें धीरे-धीरे ठंडा रस डालते रहना

खापा :: घाव आदि पर लपेटने की पट्टी

खाम :: कम, छोटा

खामखाहँ, खामखाहीं :: व्यर्थ, फालतू

खार :: नमकीन, खारा

खारा :: रस्सी से बुना हुआ जाल, जिसमें घास या भूसा बाँधा जाता है

खारा :: नमकीन

खारा-ठप्पा  :: जेवर ढालने का साँचा विशेष

खाल :: नीचा, गहरा

खाल :: चमड़ा

खाली :: केवल

खाली :: रिक्त; नीचा

खासर :: कमजोर

खासा :: अच्छा, ठीक-ठाक, बड़ा

खाहमखाह :: अवश्य, निःसंदेह

खिंचुहा :: कछुआ

खिंड़रिचि :: खंजन पक्षी

खिखियाबु :: जोर से हँस देना; बिना मतलब हँसना

खिचखिंच :: हठ; दोनों ओर खींचने की क्रिया; आपत्ति

खिजमत या खिदमत :: सेवा

खिझरा :: पके हुए दूध का फटा हुआ रूप, जो गाय, भैंस आदि के ब्याने के बाद दो-चार दिनों तक स्वतः बन जाता है ।

खियाल :: ध्यान, हँसी

खियाबु :: घिस जाना, कम पड़ जाना

खिरनी :: फल विशेष

खिरपबु :: किसी काम में लगा देना

खिरिहिरबु :: चालना

खिलकति :: आदत; तमाशा; भीड़

खिल्ली :: हँसी

खिल्ली :: हँसी निमग्न

खिसहटि :: शर्म, झेंप

खिस्सा :: कहानी

खिस्सू :: खीस निकालने वाला; झेंपू; शर्माने वाला

खीलबु :: खूब बंद कर देना, कील से बंद करना

खीला :: कीला' देखिए

खीलि :: धान के भीतर का भुना हुआ चावल

खीसा :: जेब (भीतरी भाग); किस्सा

खुँटरा :: बैलगाड़ी में लगे खूँटे

खुँटरी :: बैलगाड़ी में लगने वाले लकड़ी के छोटे खूँटे

खुँटहरि :: बुवाई में प्रयुक्त हल की किस्म

खुँटाई :: फरमे पर लगे हुए जूते के ऊपरी भाग को खींचकर नीचे के भाग के साथ की गई जुड़ाई

खुँटारम :: लगभग दो बीता लम्बा बुवाई के काम आने वाला हल

खुँथेलहा :: वह खेत, जिससे ज्वार या बाजरे की कटाई थोड़े दिन पूर्व हुई हो

खुइसट :: खूसट, रद्दी

खुखुई :: बरसात के दिनों में कुछ वस्तुओं पर जम जाने वाली भुकुड़ी ऐसी चीज

खुचुर :: दोष, ऐब

खुटका :: चिन्ता, खटका

खुटाबु :: खर्चा बढ़ जाना, धन में कमी आ जाना; भैंस आदि का दूध देना बंद करना

खुटिया :: चाक रखने के लिए चौपटि में ठुकी हुई इमली की लकड़ी। शक्कर की मिठाई विशेष; खूँटी

खुटिहन :: वह खेत, जिसमें 'खूँटी' वाले अनाज बोए जाएँ

खुडुहा :: वर्षा से बचने के लिए बोरी का निर्मित खोढ़

खुडढू :: शौचालय

खुत्था :: बल्ली आदि का सिरा

खुथुई :: बच्चों का नेत्र रोग

खुद :: स्वयं

खुदरा :: टूटा, फुटकर

खुद्दर :: कचड़ा

खुनखुनिया :: यादवों के कथावाचक बंसु नामक बाजा बजाकर यादवों के यहाँ गाने वाली जाति

खुन्याद :: दोष, कमी

खुमार :: अंतिम प्रभाव (नशे का)

खम्भी :: कान की लौंग; गहना विशेष

खुरखुंधि :: जल्दबाजी; उतावलापन

खुरचाली :: दुष्ट, शरारती

खुरचाली :: धइँताली

खुरदी :: हाथी के दोनों ओर लटकती हुई थैली, जिसमें सामान रखा जाता है

खुरदुरू :: बेगार; कार्य सम्बन्धी सहायता

खुरपी :: मिठाई चलाने व खुरचने का यंत्र; छोटा खुरपा

खुरपेंची :: उपद्रवी, झगड़ा कराने वाला

खुरपौलिहा :: खुरपे के आकार जैसा खुर वाला (बैल)

खुरसुम्मा :: जिस घोड़े के सुम खुरों की भाँति हों

खुरा :: पशु का केवल पैर बांधने की रस्सी

खुराई :: खुर के चिह्न

खुरियउबु :: हल्का जमीन में रोंपना या गाड़ देना

खुरी :: जूत में लगी ऐंडी; पशुओं का नाखून (गाय, भैंस आदि)

खुलता :: सुन्दर, जँची हुई

खुलासा :: साफ, स्पष्ट

खुल्ला :: बाजरे का भूसा; खुला हुआ

खुसकी :: सड़क का रास्ता; सूखापन

खुसखुस :: नरम, मुलायम

खुसिया :: खुशामद, चापलूसी

खुँटी :: कान का गहना विशेष; दीवाल आदि में लगी लकड़ी या कीला

खूँटु :: कान का मैल; कपड़े आदि का कोना; कान का गहना विशेष

खूँड़ :: देशी गन्ना

खूँई :: खराब आदत

खूदा :: अन्न का रद्दी हिस्सा, टूटे भाग (चावल आदि के)

खूनबु :: कूटना

खूबी :: विशेषता, ग्राह्यता

खूसट :: अरसिक, मनहूस

अगवासी :: गोंसिया

अगसरबु  :: आगे बढ़े जाना

अगहर  :: अपेक्षाकृत शीघ्र या जल्दी; अगमन

अगारी  :: आगे

धुंधला है शब्द  :: भविष्य

अगावरि  :: अगवारि, देखिये

अगाह  :: समय से पहले तैयार (फसल, फल आदि); सूचित, विज्ञापित

अगाही :: किसी बात के दूसरे द्वारा कही जाने के पहले ही कुछ ऐसी बात कह देने की चालाकी, जो पहले का काट अथवा उत्तर है; आगाही

अगाहूँ  :: पूर्व ही अग्रिम

अगिया :: एक रोग, जो गेहूँ आदि फसलों में लगता और जिसके कारण अन्न काला पड़ जाता है; इस नाम का एक कीड़ा भी होता है, जिसके छू जाने से मनुष्य की खालजल-सी जाती है; ऋण

अंकतित :: एक विशेष प्रकार का बुरा स्वाद

अँकनहा :: कम उपजाऊ (खेत)

अँकनी :: एक बार ओसाने के बाद बचा हुआ अनाज का खुरदुरा भाग

अँकरा :: एक घास; अँकुर; कंकड़ का टुकड़ा

अँकवारि :: आलिंगन; दोनों हाथ फैलाकर किसी को घेरने या भेंटने की मुद्रा

अँकाइब :: दूसरे से अँकवाना या अंदाज लगवाना

अंकुरी :: जूता से फर्मा निकालने का लौह-यंत्र: अंकुर; लोहे की क्षण, जिसका एक सिरा टेढ़ा हो

अँकोर :: रिश्वत

अँखिया :: जेवरात में नक्कासी करने की कलम; आलू में अंकुरण चिह्न; आँख

अँखुआ :: अंकुर

खूहा :: अपराध, तुहमत, बुरी बात

खूही :: गन्ना का पिराई के बाद बचा हुआ अंश

खेचुहा :: कछुआ

खेडुका :: लत्ता, टुकड़ा

खेढ़ा :: कठिन स्थिति, बेढंगा काम

खेढ़ी :: पशुओं के बच्चे पैदा होने पर योनि से निकली हुई माँस और खून की थैली

खेढ़ी :: झर

खेतारी :: खेतों का पड़ोस; गाँव से दूर स्थान

खेप, खेवा :: बोझ; जितना एक बार में लद सके

खेपुहा :: खजूर की शाखा, जिसमें पत्तियाँ लगी होती हैं

खेपुहा :: डखना

खेम :: कुशल, कल्याण

खेवटु :: (लेखपाल) पटवारी के कागज जिसमें भूमि के अधिकारियों का विवरण होता है

खेह :: मिट्टी

खेहा :: (लकड़ी पर लगा) घाव; चिह्न

खेहा :: मिट्टी

खैर :: कुशल, कत्था

खैर-सल्लाह  :: कुशल क्षेम

खैर-सल्लाह  :: अच्छा हुआ या कहो

खैलरि :: मथानी

खोंखर :: भीतर से पोला; यह शब्द प्रायः आभूषणों के लिए प्रयुक्त होता है

खोंघला-खोड़रा :: घोंसला

खोंङिल-बाङिल :: टूटा-फूटा; जैसा-तैसा

खोंचा :: बालू निकालने में प्रयुक्त भड़भूजे का कलछा; फल तोड़ने में प्रयुक्त रस्सी का थैला विशेष

खोंची :: नाज, साग, भाजी आदि में से निकालकर लिया हुआ टैक्स; विशेष अवसरों पर नाऊनि आदि को मिलने वाला अनाज, जो व्यवहार स्वरूप मिलता है

खोंटि :: किसी त्योहार आदि के दिन किसी की मृत्यु से त्योहार न मनाने की परम्परा; दुष्ट, शैतान

खोंड़ :: कम, खंडित

खोंढ़र :: पोल, खाली स्थान

खोंढ़ा :: जिसके दाँत टूट गये हों

खोंपी :: कलम (हजामत की)

खोइना :: दाह-संस्कार के समय जले शव का सिर फोड़ने में प्रयुक्त आम आदि का लम्बा व हरा डण्डा

खोइनी :: मँड़ाई में काम आने वाला एक औजार

खोई या खूही :: गन्ना का अवशेष, जो पेरने के पश्चात बचता है

खोऔरी :: खोया से बनाया गया मीठा पकवान

खोका :: लकड़ी का खुला डिब्बा

खोखा :: हुण्डी की नकल

खोङ :: कपड़े का वह भाग, जो काँटा आदि लगने से फट जाय

खोजहरी :: फार के नीचे की लकड़ी

खोजा :: पुरुष, जिसके मूँछ, दाढ़ी न निकलती हो

खोझर :: बीच का भाग, जिसमें खोखलापन हो

खोट :: शरारती, तंग करने वाला

खोड़िया :: बैल का प्रकार

खोड़िया :: सम्बन्ध, औपचारिकता

खोता :: घोंसला

खोपरा :: देशी हल के फार में नीचे प्रयुक्त लकड़ी की पट्टी

खोपरा :: मुड़िया, खोजहरी, ख्वाँपा

खोभार, खोभारि :: विकट, स्थान, भेंड-बकरियों के रहने का स्थान

खोय :: आदत, बुरी आदत

खोरवा, खोरा :: कटोरा (मिट्टी का)

खोराँट :: घाघ, पक्का

खोरि, खोरी :: पशुओं के आवागमन की गली

खोरिया :: पुरहाई कुएँ की पैढ़ी का दूर व गहरा वाला भाग, कटोरी

खोलराई :: छिलका

खोलरी :: खाल

खोह :: निर्जन स्थान, दूर की जगह

खौं :: वह गड्ढा, जिसमें कुम्हार मिट्टी घोलते हैं, अनाज का भण्डारण स्थान

खौर :: राख, जो मत्थे में लगाई जाती है

खौहार :: झंझट

खौही :: खाने के लिए ऋण रूप में लिया गया अनाज

ख्यलबखरी :: खेलकूद

ख्याप :: जितना एक बार में लद सके

ख्यावा :: चक्कर, दफा, बार

ख्वाँचा :: फल आदि तोड़ने में प्रयुक्त रस्सी की जाल, जो लग्गी में बांधी जाती हैं

ख्वाँट :: दुष्ट, शैतान; त्योहार के दिन किसी की मृत्यु से वह त्योहार न मनाने का रिवाज

ख्वाँटबु :: फूल आदि तोड़ना

ख्वाँपा :: हल में फार के नीचे लगने वाली लकड़ी

ख्वाम :: दुष्ट, खराब

ख्वारी :: बेइज्जती; दुर्दशा

ख्वावा :: खोया

ख्वाहा :: रस उलचने की छोटी नांद

गंगनधूरी :: कुकुरमुत्ता की तरह की एक वनस्पति, घास विशेष

गंगबरार :: वह भूमि, जो नदी के पाट के कारण जोत में न आ सके

गंगुआसुरइती :: मिलजुलकर ठगने की क्रिया

गंगेरुवा :: अनेक शाखाओं का एक दीर्घजीवी पौधा

गँछाई :: गाँछने की क्रिया, सुन्दरता या मजदूरी

गंज :: ढेर, बाजार

गंज :: शकरकंद

गंजहड़ :: बड़ा बर्तन (हाथी के लिए)

गंजिया :: कमर में लपेटकर या लटकाकर रुपया पैसा रखने में प्रयुक्त थैली

गंजी :: शकरकंद; बनियाइन

गंजी :: जिसके शरीर में गंजा हो

गंजुआ :: पाल का पकाया हुआ; कुचला हुआ

गंठकाठ :: छोटी पूँछ वाला (बैल)

गंठा :: प्याज का मोटा बड़ा दाना

गंठी :: ऊँची, ठीक से तैयार की गई (बारात बात, महफिल आदि)

गँड़खोदउवलि :: छिद्रान्वेषण, मनोमालिन्य

गँड़गिल्हर :: पेड़ पर चढ़कर खेला जाने वाला खेल

गंडही :: गला

गँड़हा :: टेढ़ा-मेढ़ा और खराब खीरा

गंडा :: (प्रायः हनुमान, भैरव का) प्रसाद स्वरूप रंगीन धागा, जिसे भक्त लोग पहनते हैं । चार की संख्या को गंडा कहते हैं ।

गँड़ासी :: एक औजार, जिससे चौपायों के लिए चारा काटते हैं

गँड़िहा :: अप्राकृतिक व्यभिचार करने और कराने वाला

गंडू :: गांड़ू, यह शब्द यों भी नीच जातियों द्वारा एक-दूसरे को फटकारने या डाँटने के लिए प्रयुक्त होता है

गंडुहा :: शायद या 'गंडुआ' का प्र. या घृणित रूप है, जो फटकारने के लिए प्रयुक्त होता है

गँड़ेरी :: ज्वार, बाजरे या ईख आदि के बहुत छोटे-छोटे टुकड़े

गँड़ेवर :: दो या चार बैलों को जोड़ने की एक विशेष रस्सी

गँदला :: गंदा; अनिश्चित

गंधि :: बदबू

गंधी :: हींग; धान की फसल में लगने वाला कीड़ा विशेष; इत्र बनाने वाला व्यक्ति

गंधी :: गंदी

अगिया :: लाखा

अगिया-बैताल  :: विक्रमादित्य के दो प्रसिद्ध पार्षद; अति तीव्र एवं बलवन व्यक्ति

अगियारि  :: देवी-वेवताओं के निमित्त भोग, जो अग्नि पर घी आदि डाला जाता है

अगुआ  :: आगे चलने वाला

अगूढ़  :: जटिल प्रश्न, कठिन समस्या

अगेलिया  :: राब के बर्तनों के भीतर ऊँख के खंड को रखऩे की क्रिया; चूड़ियों के आगे पहना जाने वाला गहना

अगोछबु  :: आगे बढ़कर रोक लेना

अगोरबु  :: प्रतीक्षा करना, रक्षा करना

अगोरा  :: प्रतीक्षा, उत्क्ठांपूर्वक प्रतीक्षा

अग्गर  :: अलभ्य; गवींला

गँवउबु :: खो देना, गायब कर देना

गँसनहर :: गाँसने वाला, डाँटने वाला

गँसना :: जकड़ने की रस्सी

गँसनि :: सिकुड़ने या कसने की क्रिया-

गइँठा, गइना :: नाटा, नाटे कद का

गइबुआ :: आवारा, जिसके घर-बार का पता न हो

गइरी :: मिट्टी घोलने की हौदी या गड्ढा

गउँखा :: ताक, ताख

गउँगीर :: चालाक; जो अपनी ' गौ' पर न चूके

गउँछा :: नई शाखा

गउंज :: गूंज; धुआँ आदि की घूमती हुई लहर

गउँतरा :: शिशु के नीचे बिछाया जाने वाला कपड़ा, पोतड़ा

गउँतरी :: रिश्तेदारी, मेहमानी

गउँसठि :: सलाह

गउँहाँन :: गाँव से मिला हुआ खेत

गउआई :: अफवाह

गउआरासी :: गऊ की भाँति-सीधा

गउआई :: अफवाह, जनख, अनिश्चित बात

गउकसी :: गोवध

गउखा :: बड़े पशुओं का चमड़ा

गउखा :: गायों से सम्बन्धित

गउघाती :: गऊ की हत्या करने वाला

गउचरु :: गायों के चरने के लिए सुरक्षित भूमि

गउझ, गउझा :: फलों का गुच्छा, जो पेड़ पर लगा हो

गउझरे :: सघन

गउढ़ी :: हाथ-पैर समेटकर बैठने की अवस्था

गउधुरिया :: गोधूलि

गउहानु :: पशुओं का वन्य विश्राम-स्थल

गच :: चूने की जुड़ाई

गचकबु :: आराम से खाना, बेकारी में बैठे-बैठे खाते रहना

गचक्का :: निर्द्वन्द भोजन

गचबु :: (कौड़ी या ओंड़े का) ढाही के या दूसरे ओंड़े के पास पहुँच जाना

गचर-गचर :: जल्दी-जल्दी और अधिक (खा जाना)

गछा :: घना

गछिया :: पतली डाल या छोटा पौधा

गजगहिली :: गर्वीली

गजनार, गजनाल :: एक प्रकार की बड़ी तोप

गजबाँकु :: वह बड़ा बाँक या अंकुश, जो पीलवान रखता है

गजबेलि :: हाथी के हौदा को कसने की जंजीर

गजरदम्म :: प्रातः काल, तड़के

ग़जरा :: फूलों की माला

ग़ज़ल :: घंटा, घंटे की आवाज़; प्रेम की कविता; फारसी या उर्दू का एक छन्द

गजी :: मोटे कपड़े की एक किस्म

गजु :: ९० सेमी. की माप; बैलगाड़ी का पुर्जा विशेष

गज्झा :: सुख, आनन्द; माल-बहुत अधिक सम्पत्ति

गझिन :: घना (पौधों केलिए)

गटई :: गला

गटकउअलि :: निगले या गटकने की आदत, उसकी पद्धति या निरन्तरता

गटक्का :: एक बार में या झट खा जाने का क्रम

गट्टा :: कलाई, हाथ; खंड

गठ :: जेब; धड़

गठनि :: बनावट, बनावट की मजबूती

गठा :: संगठित, चुस्त, अच्छे प्रबन्ध वाला (घर, परिवार आदि)

गठानि :: गाँठ, गठान

गठारि :: गाँठ वाली

गठिबन्हनु :: गाँठ बांधने की क्रिया, पद्धति (जो ब्याह के बाद भी अवसर विशेष पर पति-पत्नी इस रूप में बिठाए जाते है)

गठिया :: ऊँठ पर लादने में प्रयुक्त छोटी बोरी

गठिहा :: गाँठ वाला, मन में ईर्ष्या या द्वेष रखने वाला, चुप्पा

गठुला :: भूसे की गाँठ

गठौरी :: जौं, गेहूँ आदि के पौधों का छोटा भाग; गठरी

गड़कबु :: डाँटना या चिल्लाना, शोर मचाना

गड़गड़ा :: हुक्का

गड़पबु :: खाजाना; चुरालेना, बेईमानी से ले लेना

गड़प्प :: डूबने भर का पानी; गहराई

गड़बजई, गड़िबजई :: बात काटने की आदत

गड़बड़ा :: जमीन में खोदा हुआ गड्ढा, जिसमें फल आदि रखे जाते हैं

गड़मरई :: अप्राकृतिक व्यभिचार

गड़म्म :: गायब, लापता

गड़रा :: एक घास, जिसकी जड़ बहुत मडबूत होती है, खस का एक प्रकार, जो पानी से दूर भी होता है

गड़ल्लरि :: एक चिड़िया, जो अपनी पूँछ बार-बार ऊपर नीचे किया करती है

गड़सा :: चारा आदि काटने का विशेष यन्त्र

गड़हा :: गड्ढा

गड़ही :: अत्यन्त छोटा एवं गहरा तालाब

गड़ाक :: गिरने की आवाज

गड़ान :: कोठिला' नामक मिट्टी के बर्तन का एक भाग

गड़ारि :: बहुत निचले धरातल का खेत

गड़ालू :: एक कंद, जिसकी सब्जी बनती है

गड़ाही :: खाईं

गड़िआइब :: (आँखें) मूंदलेना

गड़िआबु :: बात बदल देना

गड़िलका :: अपनी ही बात पर डटे रहने का हठ

गड़िहा :: गडुवा; दुतकारने या शरमवाने के लिए प्रयुक्त शब्द

गड़ुआई :: गडुआ होने का भाव;

गड़ुका :: पानी पीने का मिट्टी का बर्तन

गड़ुघरा :: बेशरम, जिसकी गाँड़ खुली (उघार) हो

गडुर :: गरुड़

गडुली :: कपड़े या रस्सी की गोल टिकरी, जिसे स्त्रियाँ घड़ों के नीचे अपने सिर पर रखती हैं

गडुवा :: लोटा

गड़ेरू :: पुरहाई आदि कुआँ पर प्रयुक्त वह डण्डा, जिसमें गर्री पिन्हाई जाती है

गड़ेहरा :: गाली बकने वाला

गढ़वा :: गड्ढा

गढ़ियाबु :: बढ़ना, गंभीर होना; गाढ़ा होना

गढू, गरू :: वजन, भारी

गणखिल :: हल के पीछे हरिस को कसने में प्रयुक्त दो लकड़ियाँ

गणपुत्तर :: काल्पनिक बच्चा जो (पुरुष के) गाँड़ मारने से हो

गतका :: एक खेल, जिसमें चमड़े से ढके डण्डे ढाल पर मारते हैं

गतिका :: योग्य, कायदे का, अच्छा

गदगद :: हल्का गीला; प्रसन्न

गदफूल :: हथेली में पहना जाने वाला गहना विशेष

गदमा :: ऊँट का एक रोग

अग्वाटबु  :: समेटकर पकड़ना, कब्जा करना

अङऊँ :: वह वस्तु, जो किसी देवेता, ब्राह्मण या पुण्य के लिए निकाल कर अलग रख ली गयी हो

अङहरु :: रूई का टुकड़ा (घाव आदि पोंछने का)

अङिया :: यह शब्द पश्चो में स्त्री-पुरूषों दोनों के गंजी जैसे कपड़े के लिए आता है; चोली

अचकनु :: मुसलमानों का वस्त्र विशेष

अचगर :: अनुचित काम, अनहोनी

अचड़-अचढ़ :: खेत का वह भाग, जहाँ पानी कठिनाई से पहुँचे

अचला, अचेला :: साधुओं के पहनने का कपड़ा, जिसे धोती की भाँति ऊपर छाती तक लपेट लेते हैं

अचारज :: यज्ञोपवीत तथा विवाह-संस्कार में आचार्य का काम करने वाला व्यक्ति

अछन-विछन :: बहुतायत से

गदर :: बलवा

गदराबु :: पकने पर आना, अधपका होना

गदला :: गंदा

गदहपुन्ना :: वह बूटी, जिसे आयुर्वेद में पुनर्नवा कहते हैं । इसका साग सुन्दर होता है

गदबरोइयाँ :: जिसके बाल गदहे के रंग जैसे हों (पशु)

गदहिला :: एक मोटा-सा कीड़ा, जो जाडों की फसल में लगता है

गदाई :: औरतों की नाजायज कमाई

गदाला :: भारी गद्दा या ओढ़ना; हत्थेदार सब्बल

गदिया :: मूंज की अधबनी टोकरी; गूलर का फल

गदु :: पेड़ों से निकला हुआ लासा, जो चिपकाने के काम आता है; गोंद

गदेला :: छोटा पतला गद्दा; बच्चा

गद्दर :: अधपका; सुस्त; कामचोर

गद्दा-चाँद :: वह चाँदी, जो कड़ा एवं सुतिया बनाने के काम आती है

गद्दी :: वह चाँदी, जो टाँकेदार होती है

गद्दी :: आसन; दूध का धंधा करने की जाति विशेष

गद्याला :: बेल्चा; गद्दा या बिछौना

गधइला :: गदहिला; शायद मोटा होने और धीरे-धीरे चलने के कारण कीड़े को यह नाम मिला है

गन्धइला :: बदबू करने वाला; बदनाम

गन्धनु :: सुनारों में प्रचलित 'सोना' का गुप्त नाम

गन्हकि :: गंधक

गन्हकी :: गंधक की-सी बू; गंधकी

गन्हउर :: बदबूदार (वस्तु)

गन्हया :: एक कीड़ा, जिसके छूने से बुरी गंध निकलती है

गन्हौंरा :: गन्दी चीज

गपचरा :: बैलगाड़ी की पहिया में लगी आड़ी लकड़कियों के कसने में प्रयुक्त खपीच

गपोलिया :: गप उड़ाने वाला; झूठा

गपोली :: गप्प; व्यर्थ की बात

गप्फा :: बड़ा कौर या निवाला

गफ :: घना

गबच्चू :: मूर्ख

गबद्दा :: (स्त्री की) मोटी योनि; (व्य) तगड़ी युवती

गबद्दू :: भोंदू, कुछ मूर्ख

गबरू :: पूरा (युवा)

गबरून :: रंगीन मोटा कपड़ा

गब्बर :: जिसकी जीभ बहुत चलती हो, गुस्ताख, व्यर्थ की; छोटे मुँह बड़ी बात करने वाला; कहना न मानने वाला; हठी, अहंकारी

गब्भा :: झूठी बात; छोटे मुँह बड़ी बात

गब्बे :: बातें, लम्बी-लम्बी पर प्रायः झूठी बातें

गभ :: सघन, घनी बुनाई युक्त (कपड़ा)

गभकबु :: झट से और आसानी से काट देना; मार डालना

गभडू :: देखिए 'गबरू'

गभाक :: साग, केले का पेड़ आदि काटने की आवाज

गभिनाबु :: गर्भवती होना

गभुरई :: गर्व; मुँह फुलाकर बोलने की प्रवृत्ति

गभुवार :: जिसका मुण्डन न हुआ हो; गर्भस्थ (बाल)

गभेर, गभेल :: भेड़ के बच्चे

गमक :: महक, सुगंध

गमकबु :: गम-गम करके बजना; महकना

गमस :: गर्म व हवा रहित मौसम

गमी :: शोक; मातम

गम्हीर :: भारी, वजन, गंभीर

गयतल :: बहुत पुराना, बेकार, नीच

गयल :: राह, प्रायः कविता में प्रयुक्त, जहाँ यह प्रेमियों की गली के लिए या 'प्रेम मार्ग' के लिए आता है

गरु :: गला

गरक :: डूबा, नष्ट

गरकटा :: चोर या गला काटने वाला

गरगजु :: मोटा, फूला हुआ व्यक्ति; कुएँ की निचली दीवार

गरतरी :: जानवरों के गले में बांधने की रस्सी

गरथा :: पेड़ की मोटी और बड़ी डाली

गरदनी :: गधे के ऊपर गर्दन से पीठ तक रखा गया कपड़ा

गरदिस :: कुसमय, दुर्दिन, आपत्ति

गरबु :: ईंट आदि व्यवस्थित करना या पंक्तिबद्ध करना

गरबु :: गर्व

गरसहा :: दही और मट्ठा, गोरस

गरसी :: देखिए 'गोरसी'

गरह :: ग्रह, कष्ट

गरहित :: ग्रह से प्रभावित; कष्ट में

गरही :: ग्रह द्वारा क्लिष्ट

गराज :: गर्ज, गंभीर ध्वनि

गरार :: जोरदार, तगड़ा

गरारा :: मुसलमान स्त्रियों का वस्त्र विशेष; नमकीन व गर्म पानी से कुल्ली

गरिबई :: गरीबी, दरिद्रता

गरिबऊ :: गरीब व्यक्ति

गरियाऊँ :: जानवर बांधने में प्रयुक्त कड़ेदाऱ रस्सी

गरियार :: बैठुआ या काम चोर (बैल); गद्दर

गरी :: अनाज युक्त भूसे का डंठल; (गरी) मेवा

गरीब नेवाज :: जो गरीब का पालन करे

गरीब-परवर :: जो गरीब की सहायता करे; बड़े अफसरों या महानुभावों को सम्बोधित करने का पुराना शब्द

गरुक्का :: वजनी, भारी

गरुहर :: गुरुतर, अधिक प्रभावशाली

गरु :: वजन

गरु-दिन  :: आश्विन या क्वार मास के कृष्ण पक्ष या पितर पक्ष के दिन

गरूर :: घमंड, अभिमान

गरेड़ी :: गन्ने के छोटे-छोटे टुकड़े

गर्दी, गर्दा :: धूल

गर्यारबु :: घेरना, चक्कर लगाना

गर्रहेटु :: पुरहाई कुएँ पर लगा डण्डा विशेष, जिसमें गर्री या लकड़ी का भेलन पिन्हाया जाता है

गर्रा :: कुआँ से पानी खींचने में सहायक लकड़ी की बड़ी भेलन; घोड़े के काही रंग के बालों के बीच-बीच में सफेद रंग के बालों का मिश्रण

गर्री :: लकड़ी या लोहे की भेलन जो कुएँ पर लगाकर पानी भरने के काम में आती है; नारियल (कच्चा)

गर्रै :: भेंड़ें

गलउधी :: कच्चे दूध में जमने वाली परत या मलाई

गलकबु :: पिघलना, गलना

गलका :: कच्चे आमों का पकाकर बनाया गया अचार; धान की सड़न का एक रोग; हाथ-पाँव का फोड़ा

गलगल :: भीगा, पका हुआ; परम प्रसन्न

गलगोप्फा :: गले में डाला गया हाथों का गोफा

गलचउर :: मजे की बातें, लम्बी-लम्बी बातें

गलछा :: नई शाखा

गलझम्प :: हाथी का मस्तक से गले तक का पाखर

गलता :: बहुत पुराना, फटा हुआ, गला हुआ

गलता :: दीवाल में ईंटों से बनी नक्काशी विशेष

गलथन :: किसी-किसी बकरी के गले में थन के समान लटकने वाली खाल

अछनाधार :: निरंतर, केवल रोने के लिए प्रयुक्त

अछयबर :: अक्षयवट

अछयबर :: चिरंजीवी

अक्षरी :: अप्सरा

अछार :: यश के स्थान पर अपयश

अछार-दुलार :: आदर

अछींक :: कृषि कार्य में अप्रशिक्षित बैल

अछूधा :: अत्यधिक; आवश्यकता से अधिक; ऐच्छिक

अजगइबी :: विचित्र

अजगुति  :: अनोखी बात

गलफर :: गाल के भीतर का भाग

गलफा :: अफवाह, गप, जनरव

गलबा :: आन्दोलन, गड़बड़, शोर

गलसटबु :: बातें करना, व्यर्थ में लम्बी बातें करते रहना

गलसुई :: गालों के नीचे रखने में प्रयुक्त छोटी तकिया

गलहंस :: निःसंतान की सम्पत्ति का अधिकार

गलार :: जोर से बोलने वाला, गुस्ताखी से बोलने वाला

गलारा :: पानी बहने का बड़ा रास्ता, जिसे पानी स्वयं काटकर बना लेता है

गलियउबु :: ठूँसना

गलीच :: अशुद्ध, नापाक

गलुआ :: फूले हुए गाल; चक्की आदि का वह पात्र, जिसमें अनाज डाला जाता है

गलुक्का :: छोआ गाल, बच्चे के गाल, जिसे मारना या डाँटना हो

गलेफिया :: छोटी गुझिया

गलोना :: लाल पका हुआ फल; प्रायः बच्चे इस शब्द का प्रयोग करते हैं

गल्ता :: जूते में नाल के बीच में भरा जाने वाला चमड़ा; दीवाल की नक्काशी विशेष

गल्यांद :: झुण्ड, समूह

गल्थरा :: गाल का ऊपरी भाग

गल्लई :: अधिया पर देने की प्रणाली

गल्ला :: अनाज, जेब, नीम का छोटा फल

गल्ली :: गली, पतला रास्ता

गल्लु :: प्रसन्न

गवँ :: दाँव, मौका

गवँ-गीन  :: उदास

गवँगीर :: चालाक; समय का लाभ उठाने वाला

गवंडर :: गवर्नर

गवमांस :: गोमांस

गवहिंया :: मेहमान, अतिथि

गवहीं :: मेहमानी, ससुराल के रिश्ते में पहले-पहल जाने की पद्धति

गवई :: देहात, गाँवों का समूह; (उदा.) 'गवई गाहक कौन'

गवनु :: विवाह के पश्चात बहू का पति के घर जाने का रस्म; प्रस्थान

गवतबु :: सूझना

गवनिहरि, गउनहरि :: गाने वाली

गवाँरा :: स्वीकार

गवा  :: दो उंगलियों के बीच का चमड़े वाला भाग; बेल का नया टुकड़ा

गवारा  :: ग्वार फली

गहँक, गहँकी :: ग्राहक

गहगड्ढा :: सघन, काफी मात्रा में

गहगह :: प्रसन्न, परम संतुष्ट

गहगहे :: हर्ष, उत्साह के साथ

गहत :: चक्कर

गहदी :: नाले के किनारे का भाग; ऊँचा भाग

गहना :: आभूषण

गहना-चूड़ी  :: लहरी सरीखी चूड़ी, जिसमें निशान सीधे होते हैं

गहनिहा :: जिसे गहनी रोग हो गया हो

गहनी :: जानवरों की जीभ का एक रोग, जिसमें दाने व काँटे पड़ जाते हैं

गहने-क-छाया :: किसी बच्चे के शरीर पर वह काला चिन्ह, जो जन्मजात हो । विश्वास है कि ऐसे बच्चों के गर्भ में होने पर जब ग्रहण लगता है तो ऐसे चिन्ह प्रायः हो जाते हैं

गहबड़ :: जिसमें रंग गहरा हो, अधिक अस्वस्थ

गहरि :: केले फलों का गुच्छा

गहवा :: सँड़सी

गहा :: वह मिट्टी, जिससे किसी नाली का रास्ता बंद किया जाये

गहारि :: दुःख के समय की पुकार; गोहारि

गहिया :: मार का चिन्ह

गहियाइब :: गाही लगाकर गिनना

गहिर :: गहरा

गहोरा :: बैल की एक जाति

गांगासहाई :: कल्पित व्यक्ति, जो चारों ओर उदारता प्रदर्शित करे

गाँछबु :: बटोरकर बाध देना

गाँछा :: नया कल्ला

गांजडु :: नदी के किनारे का भू-भाग

गांजबु :: पैरों से रौंदना; ढेर लगाना

गांजा :: खुरपे का मध्यवर्ती पतला भाग; मादक पदार्थ

गाँठबु :: पक्का करना; अपने चक्कर में फँसाना; बात मानना; सिलना

गाँड़ा :: गन्ने का टुकड़ा; मंगल कारक तंत्र, जो पशुओं के बांधा जाता है

गाँत :: माची में लगने वाले बीच के दो डण्डे

गाँसबु :: फार में दूसरा लोहा पीटकर जड़ना; रोकना; डाँटना

गाँसी :: वाण में आगे लगने वाली लोहे की नोंक

गाऊ-घप्प :: जो शीघ्र न समझे; सुस्त; जो सब कुछ हजम कर जाये

गाज, गाजि :: फेना; वज्र (मु.) गाज परै (वज्र परै)

गाजबु :: हर्ष प्रदर्शित करना; परम प्रसन्न होना; गर्वपूर्वक हर्षित होना

गाजी :: मुस्लिम पीर, जिसकी पूजा होती है; मियाँ-इन्हें प्रायः 'बाले मियाँ' भी कहा जाता है;(कहा.) - एक हाथ के बाले मियाँ नव हाथ कै पूँछि ।

गाटर :: लोहे का गर्डर

गाड़ा :: बड़ी बैलगाड़ी; किसी को रोकने हेतु रास्ते में बैठने की प्रक्रिया

गाढ़ा :: मोटिया (कपड़ा), जो हाथ से बुना जाता है

गात :: शरीर, बोझा बांधने की रस्सी; औकात

गाती :: दोनों कंधों पर बंधा हुआ कपड़ा, जो कुतें की भाँति दोनों ओर नीचे तक लटका हो । यह देहात के बच्चों, साधुओं में अधिक प्रचलित है

गादर :: कम चलने वाला (हल या गाड़ी आदि का बैल), कामचोर

गादा :: कच्चे अनाज का चबेना

गादि, गांध :: गोंद

गादुर :: चमगीदड़

गाफिल :: लापरवाह, बेखबर

गाभ :: बहुत हरा

गाभिनि :: वह (मादा पशु) जो गर्भिणी हो

गारबु :: दुहना, (दूध); निचोड़ना

गाला :: रूई धुनकते समय रूई के बनाये गये छोटे-छोटे ढेर; गप्प, व्यर्थ की बात; फसल में बालें निकलने की अवस्था

गाली :: धान आदि कूटने में प्रयुक्त पत्थर का पात्र; अपशब्द

गावा :: दों उंगलियों या शाखाओं के बीच का स्थान

गाही :: पाँच की ढेरी

गाहे-बगाहे :: कभी-कभी

गिंजइया :: बरसात में निकलने वाले पतले-पतले जीव या कीड़े, जिनके सैकड़ों पैर होते है

गिंजउबु :: भोजन आदि को जूठा करके डाल देना या खराब करना

गिजबिज :: लिपटा हुआ

गिजा :: आहार; खिलाई

गिट्टकु :: चीलम में पड़ने वाला मिट्टी का गोल ढेला, जो तम्बाकू गिरने से रोकता है

गिट्ठा, गिठा :: गाँठ

गिठुरा :: अनाज के साथ आई हुई गाँठ, जो महीन नहीं हो पाती

गिधियाबु :: हठ करना

गिब-गिब :: जल्दी-जल्दी और व्यर्थ (बातें करना)

गिब्बे :: लम्बी गप, व्यर्थ की बात

गिरदानकु :: हथकरघे का वह अंग, जिससे कपड़ा लपेटा जाता है

गिरन्दा :: जाल का फंदा बनाने वाला

अजदहा  :: विशालकाय सर्प, अजगर

अजमउबु  :: परीक्षण करना, परखना

अजमूजा  :: अंदाज

अजरिहा  :: रोगी

अजर्रा  :: बहुतायत, खूब

अजलति  :: बदनामी, अपराध

अजाची  :: तृप्त

अजारू  :: रोग

अजियाउर  :: घर या गाँव, जहाँ से किसी की आजी (दादी) ब्याह कर आई हो

अजीरनु  :: अजीर्ण

गिरमिटु :: लकड़ी में छेद करने में प्रयुक्त हस्तचालित यन्त्र विशेष

गिरह :: जेब

गिरहन :: ग्रहण

गिरहुँ :: गिरवी, बंधक

गिराँ :: लगभग ७ सेमी. की माप

गिरानदेबु :: ताड़ी निकालते समय कुछ वृक्ष निरन्तरता हेतु छोड़ना

गिरिस्ती :: गृहस्थी

गिरीवाट :: बर्तन की मुड़ी हुई बाट (धार)

गिर्दा :: चहारदीवारी

गिर्दयउबु :: घेर लेना

गिर्री :: कागज की पुल्ली में लिपटी हुई रील या डोरा

गिलावा :: कच्ची मिट्टी का गारा

गिल्ला :: शिकायत

गिल्ली :: गिलहरी

गिहथापनु :: चतुरता, बुद्धि

गिहथिन :: गृहकार्य में निपुण स्त्री

गीदा :: पशु-घर का पतला कीचड़

गील :: गीला

गीला :: उपालम्भ

गीला :: पानी युक्त; बचन का कच्चा

गुंजहरा :: हाथ में पहनने का गहना

गुंठा :: नाटा

गुंड :: समूह

गुंदरी :: छोटी चटाई

गुंधाबु :: गरम होना (ठण्डी से)

गुइँती :: गुआरी के अन्दर एकत्र मलमूत्र

गुइँती :: गोइता

गुइयाँ :: सहेली, सखी

गुइलि :: आलुओं को सींचने के लिए बनाई गई सँकरी नाली

गुखरू :: जंगली कँटीली वनस्पति, जिसके लगने से पैरों में गाँठ-सी बन जाती है

गुच्चा :: जमीन में खुदा हुआ छोटा गड्ढा

गुजटा :: कपड़े की सिकुड़न

गुजरान :: गुजारा

गुज्झा :: किंवाड़ या पल्ले में लगायी जाने वाली बाँस की लकड़ी की कील

गुटकबु :: निगलना

गुटका :: लकड़ी का टुकड़ा; -रंदा, रंदा विशेष

गुटू :: लकड़ी का टुकड़ा, जिस पर किंवाड़ रखा जाता है

गुट्याल, गुटैवा :: दुलहिन

गुठुलू :: गुठली

गुठुलू :: अठुली

गुठुवा :: सब्ज़ी विशेष

गुठूठी :: गाँठ; अत्यन्त छोटी पोटली

गुड़ासा :: वर्षा ऋतु आगमन का संकेतक पक्षी

गुड़ी :: पतंग

गुढ़ी :: लाई (भुना हुआ जौ)

गुढ़ी :: बहुरी

गुढ़नि :: थैले को कसने की एक लम्बी रस्सी

गुण्डा पेटी :: पानी उलीचने वाली टोकरी के नीचे लगा लकड़ी का घेरा

गुदबु :: चुभना

गुदरा :: फटी रजाई

गुदाम :: बटन

गुदुरी :: मटर आदि की फली

गुद्दा :: घूँसा

गुध :: गोंद

गुनगुना :: हल्का गरम

गुना :: अपराध; (प्रत्य.) यथा चौगुना

गुनागर :: गुणवान

गुनिया :: तिरछापन देखने में प्रयुक्त यंत्र विशेष

गुनी :: गुणयुक्त, बुद्धिमान

गुनैली :: घी-दूध अधिक देने वाली (गाय)

गुपिया :: जुआँरी द्वारा जमीन पर बनाया गया छोटा गड्ढा

गुमान :: अहंकार, अनुमान

गुमास्ता :: गुमाश्ता, खबर लेने या देने वाला नौकर

गुम्मा :: गूमा, एक जगली पौधा, जिसकी पत्तियाँ दवा में काम आतीं और दाल में भी पड़ती हैं; ईंट

गुम्मी :: गुमनाम

गुरघुल :: पैर में काँटा आदि का पुराना घट्ठा

गुरगा :: छोटा बच्चा, संदेशवाहक

गुरगुरा :: कँप कँपी

गुरधनिया :: गुड़ और अनाज का मिश्रित चबेना

गुरम्ही :: फोड़े की भाँति गोल गाँठ

गुरुही :: जानवरों (विशेषतः भैसो) के पैर में बाँधने की रस्सी

गुरुआ :: व्यक्ति, जिसकी वृत्ति गुरु-मंत्र देने आदि के काम की हो

गुरुवही, गुरवान :: गुरु का गाँव

गुरौंधा :: अधपका आम

गुर्यारबु :: दिखाना, धमकी देना

गुर्र :: डाँट, फटकार

गुर्रा :: नारियल की रस्सी; अत्यन्त छोटे पहियों से युक्त अत्यन्त छोटी बैलगाड़ी; चर्रा

गुर्राबु  :: नाराज होकर बोलना

गुलंदाजु :: छोटे-छोटे टुकड़ों वाला नमक

गुल  :: फूल; दिये की टेम द्वारा छोड़ा हुआ कालिख का गोल टुकड़ा; जली हुई तम्बाकू

गुल-होना  :: बुझना

गुल-गुल  :: कोमल

गुल-जार  :: विकसित (पौधा)

गुलसफरी :: खर-पतवार

गुला :: धरन के दोनों सिरे, जो दीवार के अन्दर बैठाए जाते हैं

गुलासी :: बरगद का फल

गुलिया :: आलू के खेत में सींचने के लिए बनाई गई सँकरी नाली

गुलुमु :: सिर में चोट लगने से निकलने या उभरने वाली गाँठ

गुलुवा :: जाँत में कील के ऊपर रस्सियों द्वारा कसा हुआ छोटा लकड़ी का टुकड़ा

गुलौरि :: गुड़ बनाने का स्थान

गुल्टी :: आँटा आदि में बंधी रोड़ी

गुल्दाना :: उर्द की पीठी से बना मोहन भोग

गुल्याल :: रूई-मशीन को ऊपर टाँगने वाली लकड़ी; पत्थर आदि फेंकने में प्रयुक्त धनुष की तरह लकड़ी, गुलेल

गुल्लरु :: गुब्बारे जैसा उभार या फुलाव

गुल्ला :: गन्ने का वह भाग; जो एक बार में खाया या चूसा जा सके; तागे की बड़ी गोल फुल्ली

गुल्लाना :: बेसन की नमकीन चीज

गुल्लि :: शोर

गुल्ली :: गले में पहनने का चाँदी या सोने का आभूषण

गुल्ली :: नाटे कद की

गुल्लू :: महुए का फल

गुल्टी :: आँटा आदि में बंधी रोड़ी

गुल्दाना :: उर्द की पीठी से बना मोहन भोग

गुल्याल :: रूई-मशीन को ऊपर टाँगने वाली लकड़ी; पत्थर आदि फेंकने में प्रयुक्त धनुष की तरह लकड़ी, गुलेल

गुल्लरु :: गुब्बारे जैसा उभार या फुलाव

गुल्ला :: गन्ने का वह भाग; जो एक बार में खाया या चूसा जा सके; तागे की बड़ी गोल फुल्ली

गुल्लाना :: बेसन की नमकीन चीज

गुल्लि :: शोर

गुल्ली :: गले में पहनने का चाँदी या सोने का आभूषण

गुल्ली :: नाटे कद की

गुल्लू :: महुए का फल

अजुग्गि  :: अद्भुत बात

अजुर  :: अप्राप्य, जो जुर न सके

अजुरता  :: धन आदि की कमी, आर्थिक तंगी

अजूबा  :: अनोखा, अद्भुत

अजोधा  :: अयोध्या

अज्ज-खज्ज  :: ՙअखज्ज՚ देखिए

अटकबु :: रूकना

अटकर :: अंदाज, पता

अटकरबु :: पता लेना या लगाना

अटकहुला :: रूकावट, अड़चन

गुल्सुम :: छेद करने का यंत्र

गुहबु :: पिरोना, बनाना

गुहरा :: कण्डा

गुहु :: मल, विश्टा गू

गूँड़ी :: रस्सी का लपेटा हुआ सुडौल बंडल

गूँतबु :: चमड़ा पक्का करने के पूर्व पशु की खाल में बबूल की छाल भरकर उसको पुनः पशु की शक्ल में सिलना

गूझा :: फल के भीतर का गूदा

गूडुर या गूड़ी :: बाजरे या ज्वार की बाली का बिना दाने वाला भाग

गूढ़ी :: गेहूँ-जौ का मिश्रित रूप

गूदरु :: गुदड़ा

गूमा :: घास विशेष; जो फसल को अधिक नुकसान पहुँचाती है

गूरा :: ईंट का टुकड़ा; -हींसा, लाटरी द्वारा हिस्सों का आवंटन

गूल :: भट्ठी; हेंगे के दोनों सिरे

गूलबु :: मारना, पीटना

गूवा :: फाँक, टुकड़ा

गेंगटी :: चने की फली

गेंगें :: प्रार्थनापूर्ण (शब्द)

गेंटि :: मछली विशेष

गेंड़ :: गन्ने का पत्तीयुक्त ऊपरी भाग

गेंड़ा :: खेत का बड़ा टुकड़ा

गेंड़ा-वरि  :: दो या चार बैलों को जोड़ने वाली एक विशेष प्रकार की रस्सी

गेंड़ी :: गन्ने का छोटा टुकड़ा

गेंड़ुआ :: बड़ा गोल तकिया

गेउँठा :: जानवरों को बांधने में प्रयुक्त रस्सी विशेष

गेजुआ :: घोंघे के भीतर रहने वाला पानी का कीड़ा, जिसके अण्डों से केकड़े होते हैं

गेठुरा :: गठुला' देखिए

गेताढ़ी :: जुआठे में प्रयुक्त रस्सी

गेद :: छोटा बच्चा

गेनवरि :: एक घास, जिसके डंठल से कलमें बनायी जाती हैं

गेना :: गेंदा का फूल या पेड़

गेरइयाँ :: छोटा गेरावँ

गेरउंधी :: जानवरों के गले में बाँधी जाने वाली रस्सी विशेष

गेरानी :: घटी, मंदी

गेरावँ :: जानवरों को बाँधने में प्रयुक्त छल्लादार मोटी रस्सी विशेष,

गेरिया :: मिट्टी की छोटी लुटिया

गेरुई :: गेहूँ, जौ आदि की फसल का एक रोग, जिसमें उनके पत्ते लाल हो जाते हैं

गेह :: परवाह, रक्षा, चिंता

गैरमजरुआ :: वह खेत या भूमि, जिसमें जुताई-बुवाई नहीं की जाती

गैरानी :: परेशानी, समस्या

गोंड़रा :: पुआल से निर्मित गोल चौका

गोंदनी :: घास विशेष, जिससे डलिया आदि निर्मित की जाती हैं

गोंदरी :: तिन आदि से निर्मित बिछौना

गोंयड़, गोइँड़ :: गाँव का पड़ोस, किनारा, सीमा

गोंसिया :: हल में नसी के ऊपर लगने वाली लकड़ी

गोइंजा :: नथुनी का मुड़ा हुआ सिरा

गोइठा :: गोबर से निर्मित उपली

गोई :: बैलों की जोड़ी

गोख :: खिड़की

गोगा :: मूर्ख; -बाई-महामूर्ख

गोछित :: एक कबरे रंग की मछली

गोजई, गोजरा :: गेहूँ व जौ का मिश्रित रूप

गोजर, गोझर :: बहुत पैरों वाला विषैला कीड़ा, खनखजूरा

गोजर, गोझर :: धीरे-धीरे काम करने वाला

गोजी :: सोंटी, छोटी लाठी

गोझनवट :: स्त्रियों के अंचल का वह भाग, जो बायीं ओर लटकता है

गोट :: किनारे लगा हुआ अलग से कपड़ा

गोटी :: गन्ने के रस की वह अवस्था, जब गाढ़ा होकर गुड़ बनाने लायक हो जाये

गोठिल :: धारहीन (औजार)

गोड़इतु :: चौकीदार, नौकर

गोड़फटकी :: झूठी धमकी

गोड़हरा :: पैरों में पहनने का गहंना

गोड़ा :: बर्तन के नीचे का वह भाग, जो 'गोड़' (पैर) की भाँति हो

गोड़ाई :: पैर का एक आभूषण

गोड़िया :: बेंड़ी के नीचे गलने वाली लकड़ियाँ जो बेंड़ी को कटने से बचाती हैं

गोड़ी :: आगमन का प्रभाव, 'गोड़' से; यह प्रायः नवजात वधू या अतिथि के लिए प्रयुक्त होता है

गोड्याला :: पशुओं के पैरों का चमड़ा

गोदा :: बरगद या पीपल के फल

गोदामिल :: कुछ खट्टा (गोदा + आमिल-गोदे की भाँति खट्टा)

गोदाही :: टेढ़ा-मेढ़ा अथवा ताजा तोड़ा हुआ डण्डा

गोधनु :: खटकिनों द्वार क्वार-कातिक में गाया जाने वाला लम्बा दुःखपूर्ण गीत, जिसमे इस गीत को गाने वाली स्त्रियाँ गोबर की मूर्तियाँ बनाकर हाथ में लिए घर-घर गाती फिरती थीं पर अब खटिक पंचायत ने ऐसा करना बन्द कर दिया है ।

गोनरा :: बहुत बड़ी चटाई, जो बैलगाड़ी की फर्श में बिछायी जाती है

गोना :: बड़े जानवरों की दलाली

गोप :: जानवर पालने वाला; सैनिक टुकड़ी का सेनापति

गोफबु :: डाँटना, रोकना

गोफियउबु :: बाँहों में समेटकर पकड़ लेना

गोबरा :: रस के गर्म होने पर निर्गत मैल युक्त तह

गोबरी :: सूखे गोबर के छोटे-छोटे ढेले

गोभबु :: किसी फल या अन्य वस्तु में धीरे-धीरे और ऊपर ही ऊपर छेद करना

गोभवार :: गर्भ का (बाल)

गोरखधंधा :: तरह-तरह के झंझटः खटराग

गोरसाही :: पशुशाला

गोरसी :: अँगीठी, जिस पर दूध गरम हो

गोरू :: गोरूप (गाय, भैंस, बकरी)

गोलई :: गोल डलिया

गोलनिया :: गुड़िया; ग्वालिन

गोलवा :: गोल टोकरा; गोलाकार चूड़ी; -टर्रा, नाम की गोल कील

गोलु :: समूह, झुण्ड

गोल्डेन-मुर्गी :: वह मुर्गी, जो अण्डा देते समय कम दिनों के लिए कुड़कती है

गोवा :: चालाक, जो अपनी बात छिपा रखे; भारतवर्ष का एक प्रदेश

गोसइयाँ :: भगवान, मालिक

गोसा :: कोना

गोसाई :: एक जाति, जिसके लोग महादेव के पुजारी होते हैं

गोहनवा :: साथ

गोहना :: बाल बाँधने का रंगीन धागा

गोहरउबु :: पुकारना

गोहिया :: एक जाति, जो पत्थर, रस्सी आदि का काम करती है; मार का चिह्न

गोहुआँ :: मेंड़ के किनारे-किनारे गेहूँ के साथ बोया जाने वाला अनाज

गोहूँ :: गेहूँ

गौं :: सुविधा; सुयोग अवसर, पसन्द

गौंसठि :: सलाह

अटबु :: पूरा पड़ना, पहुँचना

अटारम :: प्रबंध, तैयारी

अटाला :: बहुत-सा सामान

अटेरन :: सूत की आँटी बनाने का यंत्र

अटेरबु :: सूत की आँटी या गुल्ली बनाना

अट्ट-पट्ट :: बुरा-भला; बुरा

अट्टिमी :: अष्टमी, दुर्गाष्टमी

अठक्का :: एकत्र, इकट्ठा, एक साथ

अठई-कठवा :: फटकार भरी बात

अठपहरा :: वह ज्वर जो २४ घण्टे न उतरे

गौर :: ध्यान, विचार

ग्वाँचबु :: लोकना, ऊपर से आती हुई कोई वस्तु हाथों में रोकना

ग्वाँसा :: (आखिरी) सिरा, किनारा

ग्वाट :: जूते के ऊपर अलग से लगने वाला महीन किनारा

ग्वाफा :: हाथ द्वारा डाल गया फंदा

ग्वार :: गोरा

ग्वार :: एक पौधा, जिसकी फलियों की सब्ज़ी बनती है

ग्वार-सु  :: दूध

ग्वाल :: पशुओं का झुण्ड, पशु चराने वाले यदुवंशी सैनिक

ग्वाहा :: इंगुदी फल

घंट :: किसी के मरने पर हिन्दुओं द्वारा बांधा जाने वाला मिट्टी का घड़ा, जिसे बाहर किसी पेड़ पर लटकाकर उसमें प्रतिदिन पानी भरते हैं

घंता-मंता :: एक खेल, जिसमें छोटे बच्चे को घुटने पर बैठाकर झुलाते और 'घंता-मंता.......' कहते हैं

घइला :: घड़ा

घइहल :: घायल, चोट लगा हुआ

घई :: कोल्हू का वह पात्र, जिसमें सरसों आदि छोड़े जोते हैं । कच्चे चूल्हे की भीतरी पख; नदी का कुण्ड

घउघ :: सम्पत्ति

घउरी :: केलों का गुच्छा

घउर्याबु :: दाँत पीसना, क्रोध करना

घउलर :: मोटा व्यक्ति

घग्घा :: गृहणी

घटका :: प्राण निकलने के समय की स्थिति

घटका-लागब  :: मरणासन्न होना

घटवार :: घाट वाला; मल्लाह

घटितउला :: कम तोलने वाला

घटियाही :: पर-स्त्री-प्रसंग; धोखेबाजी

घटिहा :: पर-स्त्री-से मैथुन करने वाला; धोखेबाज

घट्टी :: हानि, घाटा

घट्ठई :: हल जोतने के लिए आषाढ़ में हलवाहे को दिया गया पैसा

घट्ठा :: शरीर के किसी भाग पर पड़ा चिह्न, जिसमें चमड़ा मोटा हो जाता है

घण्टी :: छोटा लोटा

घत :: दाँव, मौका

घन :: घना (फसल में पौधे)

घन :: बादल

घनई :: दो गगरियों एवं डण्डों से निर्मित नौका विशेष, जो तालाबों में सिंघाड़े तोड़ने आदि कार्य, में प्रयुक्त होती है

घनचक्कर :: मूर्ख; इधर-उधर घूमने वाले

घनवाह :: लुहारों की दूकान में लम्बी खुदी हुई हौदी, जिसमे खड़े होकर घन चलाया जाता है

घनु :: बड़ा हथौड़ा

घन्नी :: यातना

घपच्चू :: मूर्ख

घमंजा :: मिलावट, गड़बड़

घरइया :: घर का व्यक्ति (बारात का न हो), कभी-कभी 'घराती' और बाहरी को 'बाराती' कहते हें

घरजानी :: बिना लिखा-पढ़ी के, गुपचुप (दिया गया उधार) मरजानी- व्यक्तिगत (व्यवहार जिसे दूसरे न जानें)

घरबारी :: जिसके परिवार हो

घरवना :: छोटा घर, जो बच्चे खेल में बनाते हैं

घरसुमारी :: जनगणना

घराय :: घर का-सा व्यवहार, घरेलू रीति

घरिया, घेरिया :: मिट्टी का वह बर्तन, जिसमें चाँदी आदि धातुएँ गलाई जाती हैं

घरिल :: घड़ा

घरी :: सोना गलाने की मिट्टी की घरिया (कटोरी); घड़ी (समय)

घरीला :: मिट्टी का छोटा पात्र

घरुक :: एक जाति और उसके लोग

घरुही :: घर का खंडहर या चिह्न

घरू :: घर का सा, मैत्रीपूर्ण

घलारा :: पानी बहने का मार्ग; जोर से बहता हुआ पानी

घलुआ :: घाला; सौदे में दिया हुआ वह अंश, जो तोल के अतिरिक्त यों ही दिया जाये

घलोना :: लाल पका हुआ फल; प्रायः बच्चे इस शब्द का प्रयोग करते हैं

घवदि :: केले के फलों का गुच्छा

घसनी :: तुच्छ काम; कठिन परिश्रम

घसीट :: जल्दी-जल्दी लिखा हुआ

घाँखर :: ढीठ, धृष्ट

घाँटी :: गले के बीच का भाग

घाई :: तरफ, ओर

घाटि :: पर-स्त्री-गमन; दगाबाजी

घाठ :: गेहूँ या ज्वार की दलिया

घाता :: तरल पदार्थ माप भर देने के बाद अलग से दिया गया अंश

घानी :: कोल्हू में छोड़ने भर की सरसों आदि की राशि; सुगंध; ढेर; धन; भण्डार

घानु :: एक बार में डालने भर की वस्तु

घाबड़ :: गंभीर, अधिक बीमांर

घामड़ :: सुस्त, मूर्ख

घामु :: धूप

घार :: क्यारी सींचने के लिए उसकी मेंड़ में बनाया गया छोटा मुँह

घारी :: पशुओं के रहने का घर

घाला :: सौदे के साथ अन्त में दिया हुआ उपहार, घलुआ

घावा :: मेंड़ आदि काटकर पानी निकालने का रास्ता

घिउ-कुँआरि :: ग्वारपाठा, जिसके भीतर से घी-सा गूदा निकलता है । यह कई दवाओं में प्रयुक्त होता है, पेट के लिए इसकी तरकारी भी खाई जाती है

घिन :: घृणा

घिनवना :: घृणा उत्पन्न करने वाला

घियहा :: घी वाला; घी की बनी हुई; जिसमें घी रखा जाये (बर्तन)

घियाँड़ा :: घी रखने में प्रयुक्त मिट्टी का बर्तन

घींच :: गला, गर्दन

घुघुआर :: काफी मोटा-ताजा, किन्तु कम बोलने वाला, गब्बर, बात का जल्दी उत्तर न देने वाला

घुघुटारि :: घूँघट वाली

घुघुरी :: भिगोये हुए अन्न को उबालकर या छौंककर बनाया गया चबेना

घुच्ची :: लग्गी में बंधी हुई दूसरी लकड़ी, जिससे लकड़ी आदि खींची या तोड़ी जाती है

घुटन्ना :: एक विशेष प्रकार का पैजामा

घुट्ठी :: वह खेत, जिसमें एक फसल काटकर दूसरी फसल बोई जाये; जुठैल

घुण्डी :: करधना आदि में बनी हुई गोल गाँठ

घुमड़ा :: खेत में स्थित वह स्थान, जहाँ फसल कुछ महीने रखी रहती है

घुमनी :: चक्कर, घूमने या चक्कर आने की बीमारी

घुमरबु :: लौटना, झूमना

घुमरा :: पशुओं के चारा खाने का एक ऊँचा स्थान; चक्कर

घुमरी :: चक्कर (सिर में)

घुरकबु :: आँखें दिखाकर डरवाना या धमकी देना

घुरकी :: घुड़की, धमकी

घुरघुचु :: घोंसला

घुरघुच्चु :: झुण्ड, समूह

घुरघुरू :: सँकरा रास्ता

घुरचबु :: निर्बलता अथवा बीमारी के कारण उठ न सकना; कष्टमय जीवन बिताना; घुड़की देना

घुरमुसहा :: कम बोलने वाला पर, भीतर ही भीतर द्वेष रखने वाला; चुप्पा

घुरमुसाबु :: भीतर ही भीतर बुरा मानना; बिना कुछ कहे नापसंद करना

अठवाल :: पालकी, जो आठ कहारों से उठे

अठान :: व्यंग्य

अठिलाबु :: इठलाना, व्यर्थ की हँसी करना

अठुर :: जो किसी की बात न माने

अठुली :: आम की गुठली; गुठुलू

अठोहबु :: पुरानी बात को प्रयत्न से याद करना

अड़ंगा :: बाधा, रोक

अड़बी-तड़बी  :: टेढ़ी-मेढ़ी भाषा, शान से बोली गई भाषा

अड़संबु  :: किसी पोले स्थान में दूसरी वस्तु का ठूँसना

अड़हुलु  :: गुड़हल का फूल, जो लाल रंग का और देवी का परम प्रिय होता है

घुरहू-कतवारु :: कोई भी, तुच्छ से तुच्छ व्यक्ति

घुल्ला :: गन्ने का छोटा टुकड़ा

घूर :: कूड़ा-करकट का ढेर

घूरबु :: आंखे फाड़-फाड़ करके देखना

घूहा :: कान का छेद; पतावरि का फूल

घेंघवार :: खूब ढीला- ढाला

घेंचुआ :: गर्दन

घेंटा :: सूअर का बड़ा मोटा बच्चा

घेंटी :: चना आदि का डोंड़ा, जिसके भीतर दाना रहता है; ढेंढ़ी

घेघा या घ्याघा :: गर्दन, गला; गले की बीमारी, जिसमें सूजन आ जाती है

घेघी :: आवाज; हिसकी

घेनावन :: घृणास्पद

घेरौंदा :: बच्चों द्वारा निर्मित मिट्टी का घर

घेरियाक :: इकट्ठा करके; समेट कर

घेवँड़ा :: एक फल, जिसकी बेल चलती है और फल का साग बनता है

घोंचू :: उल्लू, मुर्ख; जिसे ठीक बात समय पर न सूझे

घोंपा :: गोलाकार झोपड़ी

घोंटू :: घोंटने वाला; किसी बात को रट लेने वाला; बुद्धि का कम उपयोग करने वाला

घोखबु :: रटना

घोघट :: एक काल्पनिक व्यक्ति, जिसको बुलाकर या जिसका नाम लेकर छोटे बच्चों को डराया जाता है

घोघसी :: मोटे आकार वाली बकरी

घोघी :: किसी कपड़े का विशेषतः कंबल का लपेटकर सिर पर ऐसा बांधा हुआ रूप, जिससे वर्षा से बचाव हो सके

घोटबु :: बाल जड़ से छीलना; दुध जलाकर खोया बनाना

घोड़न :: पाजी, बदमाश

घोड़सार, घोरसार :: अश्वशाला

घोड़िया :: लकड़ी का कोणाकार यंत्र, जिसमें दबाकर लकड़ी चीरी जाती है

घोड़िला :: मिट्टी का खिलौना विशेष

घोराघरि :: घोड़ी-घोड़ों का समूह

घोरिया :: लकड़ी की थूनी; घोड़ी

घोलर :: बहुत मोटा

घोला :: गहरा गड्ढा या पतला नाला

घ्याँट :: गला

घ्यावा :: घी जैसा गला हुआ आलू आदि

घ्वाँटा, घोंटा :: बाँस का चोंगा, जिससे पशुओं के बच्चों को दवा आदि पिलाई जाती है

चंग :: पतंग; आलस्य

चंग :: स्वस्थ

चंगेलवा :: डलिया

चंट, चंठ :: चालाक

चंड :: बलवान, प्रचंड

चंडुला :: जिसके सिर में बाल न हों

चंडू :: एक मादक पेय पदार्थ-खाना-ऐसा स्थान, जहाँ पर लोंग एकत्र हो चिलम पीते हैं

चंडोलु :: व्यर्थ का कार्य

चंदनउटा :: एक प्रकार का लहंगा

चंदना :: विशेष प्रकार का गुड़

चंपू :: सुन्दर, विचित्र

चंबेल :: फैले हुए सींगों तथा भारी शरीर वाली (भैंस)

चँवरा :: सफेद पूँछ वाला (बैल); एक प्रकार का अनाज

चँवरी :: बारीक चूर्ण; फल का गुच्छा

चँवरू :: हस्तचालित पंखा

चइतवरि :: चैत्र मास की पूर्णिमा

चइता :: एक गाना, जो प्राय: चैत में गाया जाता है

चइला :: लकड़ी का चिरा हुआ खपचा या बड़ी खपची

चउँघरि :: जबड़ा, चाप

चउआ :: चार अंगुल की चौड़ाई; ताश की चौकी; पशु

चउआई :: ऐसी हवा, जो चारों ओर से चले

चउआल :: चारों ओर की बातें; व्यर्थ की बात

चउकरा :: चार लड़ी वाला

चउखटि :: चाक के नीचे गड़ने वाला चौकी के आकार का पत्थर, देहरी

चउखाना  :: चार खाने की डिजाइन से युक्त कपड़ा

चउखुँटा  :: चार कोने वाला

चउगड़ा :: खरगोश, हिरन

चउगान :: गेंद का पुराना खेल, जिसका उल्लेख कविता में प्रायः होता है

चउगिरदा, चउतरफा :: चारोंओर

चउतरा :: चबूतरा

चउधारी :: चारधारी के (वस्त्र)

चउपटि :: चाक रखने के लिए नीचे गड़ी हुई चौकी के आकार का पत्थर

चउपसर :: चौराहा; खुला स्थान

चउपहल  :: चौपहल, चार किनारे वाला

चउपारि  :: द्वार पर का बैठकी कमरा

चउफेर :: चारों ओर

चउबंदा बही :: सोलह खोने वाली बही

चउबोला :: छंद विशेष

चउभरि :: दाढ़ के दाँत, एक स्थान के चार दाँत

चउमास :: वह खेत, जिसमें बरसांती फसल न बोई गई हो

चउमास :: वर्षा ऋतु

चउमुख :: चारों ओर

चउमुहानी :: वह स्थान, जहाँ चार सड़कें मिलें या चार नदियों का संगम हो

चउरइया :: सब्जी विशेष

चउरस :: समतल

चउरसी :: चौंड़ी रुखान विशेष

चउरा :: चबूतरा; समाधि; स्मारक; श्वेत रंग का घोड़ा; चौपाल

चउरासी :: बैल आदि के गले में बाँधने हेतु प्रयुक्त घुँघरुदार पट्टी; परेशानी, अस्सी चार-चोरासी की संख्या

चउरी :: श्वेत रंग की भेंड़

चउली-बउली :: मौज मस्ती, प्रसन्नचित बातें

चउसझा :: खेती या अन्य काम, जिसमें कई लेगों का साझा हो

चऊँधी :: बैलगाड़ी में पीछे दोनों बल्लियों से मिलकर बंघी हुई लकड़ी

चकउड़ी :: कुम्हारों का वह बर्तन, जिसमें पानी रखकर बर्तन बनाते हैं

चकचोन्ही :: चकाचौंध

चकड़बा :: कलह; शोरगुल

चकत्ता :: शरीर पर उभरा हुआ ददोरा

चकरई :: चौड़ाई; 'चाकर' का काम

चकरबान :: पुल्लियों से जुड़े हुए घेरे; चक्कर लगाकर ऊपर उठने वाला वाण

चकर-मकर :: इधर-उधर

चकरार :: कुछ अधिक चौड़ा

चकारहा :: चाकरी करने वाला; नौकरी-पेशा वाला

चकरेठ :: चौड़ा और तगड़ा (व्यक्ति)

चकरोटु :: खेतों का रास्ता

चकला :: रड़ियों के रहने का स्थान; रोटी बेलने की अड्ढौ

चकवड़ :: प्रसिद्ध पौधा

चकाबूह :: चक्रव्यूह; झगड़ा

अड़ान  :: वह (पशु) जिसका गर्भपात हो गया हो

अड़ानी  :: भैंस बाँधने का स्थान

अड़ार  :: मिट्टी का बडा टुकड़ा, जो फटकर (विशेषतः नदी अथवा कुए के किनारे पर) गिर जाए

अड़ियल :: वह (घोड़ा) जो पूर्ण रूप से चलने में प्रशिक्षित न हो

अड़िल  :: बेहूदा ढंग से अड़ जाने वाल (व्यक्ति)

अड़ी-गड़ी  :: आवश्यकता पड़ने पर; हारे-अटके

अडुवे  :: किंवाड़ों में लगने वाले डण्डे; पुस्तीवान

अड़ेरि  :: जानबूझकर किया हुआ व्यर्थ का झगड़ा

अड़ेरी  :: ՙअड़ेरि՚ करने वाला

अड़ेरौ  :: शोर

चकावर :: लकड़ी का चौड़ा-चपटा व मोटा तख़्ता

चकियस :: मोटी और चौड़ी (स्त्री)

चकेठि, चकेठी :: चाक को घुमाने में प्रयुक्त बाँस का डण्डा

चकोड़ि :: मिट्टी के बर्तन बनाते समय पानी रखने का बर्तन

चक्का :: बड़ा पहिया

चक्की :: चाँदी की किस्म

चक्कू :: चाकू

चखनबु :: पोत देना

चखाचखी :: विरोध, वैर

चखु :: गिद्ध

चगड़ :: चालाक

चङ्गेरा :: मूंज का बना सुन्दर छोटा टोकरा

चचरा :: पानी सूखने के बाद मिट्टी में पड़ी हुई दरार

चटकई :: जल्दी

चटकनु :: चपत

चटकुलु :: वस्त्र विशेष

चटुआ :: बच्चों का खिलौना

चटोर, चटोहरा :: जो बार-बार खाता रहे; लालची

चट्टी :: लकड़ी व चमड़े मे बनी खड़ाऊँ

चटू :: चाटने वाला या वाली, दूसरे के पहाँ मुफ्त खाने वाला (व्यक्ति)

चट्टा :: ईंटों का सुडौल ढेर; बर्तन धोने का चबूतरा

चट्टें :: तुरंत

चढ़ता :: क्यारियों की वह पंक्ति, जो आगे की ओर सींची जाती हे

चढ़बाँक :: चतुर, चालाक

चणानी :: नए कुएँ की निचली छोटी दीवार को नीचे गलाने की क्रिया

चथरा :: टुकड़ा; किसी फल आदि का फूटा भाग

चनक :: चना

चनगा :: एक प्रकार की मछली

चनरमा :: चद्रमा; चाँदी या सोने का छोटा चदाकार गहना, जो ग्रह शांति कै लिए पहना जाता है

चनबा :: स्त्रियो का एक आभूषण, जो चंद्राकार रत्न जड़ित होता है और मत्थे के ऊपर पहना जाता है; सावाँ जैसा अनाज

चनिया :: छोटी सी झील, जिसमें कभी-कभी खेती की जाती है

चनिहा :: चाँदी का; चाँदीमिश्रित

चनुला :: "चँडुला"

चन्नामाई :: चंद्रमा; छोटे-छोटे बच्चे या माताएँ चंद्रमा को इसी तरह सम्बोधित करती हैं

चन्नी :: चारा पानी खिलाने पिलाने में प्रयुक्त लम्बा वाली आकार का पात्र, चरही

चन्नू-चेहरा :: छोटी-छोटी चिड़ियाँ, जो बहुत शोर करती हैं

चपचोई :: बर्तनों की धार बनाने में प्रयुक्त मिट्टी की लीटी

चपड़ा :: लाख की किस्म बिशेष

चपरचट्ट :: निर्जन, सूना; लम्बा-चौंड़ा (मैदान)

चपरहा :: अभागा; हठी

चप्पर :: पत्त

चफइल :: लम्बा-चौड़ा (मैदान)

चबइनी :: चबेना या नाश्ता के स्थान पर दिया हुआ नकद पैसा

चबरा :: चपत, तमाचा

चबुआबु :: डाँटना, परेशानकरना

चब्याना :: चबेना, ग्रमीण अंचल में प्रचलित निमंत्रण वितरक नाई को दिया जाने वाला अनाज, जो निमंत्रण प्राप्तकर्ता द्वारा दिया जाता है

चभका :: पशुओं के मुँह की एक बीमारी

चभुरी :: क्रोध की मुद्रा, मुँह को जोर से बन्द करने की मुद्रा; चाप

चभौकी :: ईख का रस निकालने में प्रयुक्त कुल्हड़ विशेष

चमइनिहा :: चमाइन रखने वाला

चमकटिया :: चमड़ा काटने वाला

चमकन :: शौकीन; जो अपने कपड़े-लत्तों को बहुत झाड़-पोछकर रखे

चमकुल :: शौकीन, चंचल

चमरउधा :: कच्चे चमड़े का (जूता)

चमरबेली :: एक प्रकार का बेला

चमरस :: जूते की रगड़ से बना घाव

चमरसउँच :: झमेला; चंमारों के शुद्ध होने की (बिलम्ब वाली) क्रिया

चमसुर :: एक बीज, जो बच्चों की दुध में घोटकर पिलाया जाता हैं

चमरही :: चमारों का मुहल्ला

चमाइनि :: चमार की स्त्री; फूहड़ और गंदी स्त्री

चपूना :: बना-ठना, शौकीन

चर :: ऊँची नाली

चरउँबा :: महुए से बना खाद्य विशेष

चरकट :: दुष्ट, नीच; आवारा

चरकहा :: चरका(धोखा) देने वाला

चरका :: धान की फसल का एक रोग

चरखा :: पहिया, जिसे नचाकर जुलाहे तागा लपेटते हैं; सिंचाई का साधन, जिसमें बैलों द्वारा डिब्बों की श्रृंखला से पानी निकाला जाता है

चरफर :: तेज, कडुवा

चरबाँक :: बात-चीत में तेज

चरवरि :: चरने योग्य घास

चरबाहु :: जानवर चराने वाला व्यक्ति

चरसा :: पानी निकालने में प्रयुक्त चमड़े का बर्तन; खाल

चरहा :: चरने की घास की अधिकता

चरी :: जानवरों को खिलाने में प्रयुक्त हरा चारा

चरुई :: भाड़ में गड़े वे पात्र, जिसमें बालू रखी जाती है

चरयार :: कड़ा, सख्त, मजबूत (छिलके आदि के सम्बन्ध में)

चर्रा :: नारियल की रस्सी

चलउनी :: चबेना भूनते समय उसे चलाने वाली लकड़ी

चलता :: महत्ता, आधिकारिक मान्यता

चलावा :: व्यवहार, आचरण, बर्ताव

चवरि :: चँवरी

चवँला :: चंबल नदी के आस-पास पाया जाने वाला बैल

चवफाल :: जिसके, चारों किनारे हों

चवफेर :: चारों ओर

चवाई :: चुगलखोर, बातूनी, झूठा

चवासू :: चारों ओर

चसका :: शौक, व्यसन

चसम :: आँख

चहँडा :: कीचड़

चह :: लकडी का बना पुल

चहक :: चमकीले रंग का

चहबच्चा :: छोटा सा कुआँ या तहखाना; भण्डार

चहला :: कीचड़

चहली :: बाँसों की बनी हुई पट्टी, जो दीवाल जोड़ते समय प्रयुक्त होती है

चहारुम :: चौथा या चौथाई भाग; जमींदार का वह अधिकार, जो आसामी द्वारा लगाये पेड़ो, उनके फलों आदि पर होता था

चहुआ :: हिम्मत, उपाय, षडयंत्र

चहेंटबु :: घेरकर दबा लेना; पराजित कर लेना

चाँड़ :: निडर, चतुर, घना (खेत)

चाँड़बु :: खुरपा आदि को पीटकर बढ़ाना, कुआँ की तल गहरी करना

चांडोलु :: पालकी, जिसमें औरतें बैठकर इधर-उधर जाती थीं

अड़ोरबु  :: उडेलना

अढ़इबु :: आज्ञादेना

अढ़इया :: सेर भर का देहाती तौल; जो पसेरी का आधा होता है

अढ़इल  :: ՙअड़हुल՚ देखिए

अढ़उती  :: गन्ने की पतोई का रूप विशेष

अढ़ती  :: शैतानी करने वाला, शैतान, नटखट

अढ़व-अढ़  :: अनावश्यक शीघ्रता

अढ़ाई  :: ढाई;(कहा.) नौ दिन चले अढ़ाई कोस

अढ़िया  :: छोटी लकड़ी की तश्तरी; डोकिया; छोटे-मोटे बर्तन

अढ़ुक  :: अड़चन

चाँपबु :: दण्ड देना, पटक देना; खाना; दबाना

चाइनि :: चाई की स्त्री

चाई :: मछली पकड़ने और नाव चलाने वाली एक जाति के पुरुष

चाकल :: चौड़ा

चाकी :: बिजली; -परै (मु.) बिजली गिरे

चाकु :: मिट्टी के बर्तन बनाने में प्रयुक्त गोलाकार पत्थर

चाखा :: हस्तचक्की के नीचे वाले पत्थर में लगी हुई खूँटी

चाट :: आदत, व्यसन, नमकीन खाद्य पदार्थ विशेष

चाटा :: तमाचा

चाटा :: चाँटा

चाटा-पेटी :: आशंकित मन में व्याप्त कुतूहल

चाटी :: ढोलक बजाते समय प्रयुक्त छड़ी या लकड़ी विशेष

चाढ़ :: इमारत बनाते समय काम करने के लिए लकड़ी का मचान

चादर :: जोतते समय बैंठ जोने वाला बैल

चादर :: ओढ़ने की चादर

चाना :: जिसके मत्थे पर सफेद बाल हो (प्रायः भैंसी)

चानिस :: दो आदमियों द्वारा पत्तों से खेला जाने वाला जुआँ

चाप :: भेलन को साधने वाला पुरजा; आवाज; प्रत्यंचा

चापर :: नष्ट; साफ

चाबस :: शाबास

चारचा :: चर्चा

चारवा :: पालतू पशु

चारुंगरा :: मछली पकड़ने में प्रयुक्त जाल की किस्म विशेष

चाह :: चाय; इच्छा; चाहत

चाहुति :: आवश्यकता, प्रेम

चिंखुरबु :: एक-एक करके उखाड़ना

चिंगुरा :: किसी अंग की नस अकड़ने की क्रिया

चिंधी :: अत्यन्त छोटा कपड़ा

चिकवा :: एक रेशमी (कपड़ा)

चिकवा :: बकरियों का मांस बेचने वाला

चिकारा :: सारंगी की भाँति एक छोटा बाजा

चिकिन :: जाँच-पड़ताल

चिङना :: छोटे-छोटे बच्चों या प्रेमपूर्वक अपने से छोटों के सम्बोधित करने का शब्द, जिसे प्रायः वृद्ध, खासकर स्त्रियाँ प्रयुक्त करती हैं

चिच्वारबु :: चूसना

चिजुनि :: बच्चों द्वारा प्रयुक्त शब्द, जो 'चीज' के स्थान में आता है

चिट :: कपड़ों की पतली पट्टी

चिटकबु :: चबेना भूनते समय अनाज का फूलकर लावा बनना; चिढ़ना

चिटका :: वह स्थान, जहाँ मुर्दे जलाये जाते हैं

चिट्टहा :: गुड़ की किस्म विशेष

चिट्टा :: उत्तेजना, झगड़ा

चिठा, चिढ़ा :: प्रत्येक तीन खानों के बाद चौथा, खैरई

चित :: हृदय; हवा-(पु.) आलू की फसल का एक रोग

चित :: पीठ के बल

चिदुरबु :: फैल जाना

चिनगरिया :: चिनगारी;

चिनगा :: गुड़ की खराब भेली, जो चिपचिपी हो गयी हो

चिनचिनाबु :: मौखिक लड़ाई लड़ना, बिगड़ना

चिन्हार :: परिचित

चिपरी :: गोबर की पतली उपरी

चिपरी :: वह स्त्री, जिसकी आँखों में चीपड़ हो

चिबिल्ला :: जिसका व्यवहार बच्चों सा हो

चिमचा :: दाल, साग परोसने वाला बर्तन; हाँ में हाँ भरने वाला व्यक्ति

चिमरई :: मजबूती; चीमर होने का गुण

चियाबु :: शांत या चुप हो जाना

चिरइया :: चिड़िया

चिरइया-काटबु  :: महाउर लगाना

चिरई :: चिड़िया; प्रिया; उदा. अरे मोरि चिरई

चिरउंजिहा :: चिरौंजी की भाँति कटावदार (लाख की चूड़ी)

चिरउँठी :: आषाढ़ की साधारण जुताई

चिरउरी :: प्रार्थना, खुशामद

चिरकुट :: फटी-परानी व गन्दी पोशाक

चिरुआ :: चुल्लू

चिलखरा :: सोना का वह दोष, जिसमें चाँदी मिली होती है

चिलुआ :: जूँ

चिल्ला :: तवे पर बेसन का घोल डालकर बनाई गयी रोटी

चिल्ला :: लगभग ४० दिन रहने वाला कठिन जाड़ा

चिहरबु :: दरार देना, फटना

चिहार :: खेत जोतते समय दो हराइयों के बीच व सिरे पर छूटा कोना

चीक :: बकरियों का मांस विक्रेता

चीकट :: बहुत मैला

चीखबु :: स्वाद लेना; चिल्लाना

चीत :: चित्रा नक्षत्र; सर्प विशेष, जो काफी मोटा होता है

चीतरि :: पतला विषैला साँप, जो चितकबरा होता है

चीन्ह :: जन्मोत्सव आदि पर प्रजा वर्ग को खुशी में प्रदत्त चिह्न स्वरूप वस्तु

चीन्हा :: रेखा; निशान

चीपर :: कीचर, अँखमैली

चीपा :: मिट्टी आदि का बड़ा टुकड़ा

चीपी :: पतोई की किस्म विशेष

चीफुर :: गन्ना चुहने पर निर्गत छिलका

चीमर :: सख्त (कड़ा); कंजूस

चीरी :: दूध देने वाली भेंड़-बकरियों के स्तनों में लगाई गई मिट्टी या गोबर से सनी कपड़े की पट्टी

चीहठी :: चिट्ठी

चीहे-चीहे :: पशुओं को पानी पीने के लिए संकेतक अवाज़

चुआनु :: जलस्तर; फलों का टपकना

चुआबु :: कुआँ खोदते समय जलस्तर मिलना

चुकरबु :: जानवरों का बोलना (जो चारा आदि देखकर धीरे-धीरे बोलते हैं)

चुकरी :: गागर

चुक्क :: बहुत खट्टा

चुक्की माना :: समाप्त (विशेषचः बच्चों द्वारा प्रयुक्त); चुक्का-पुक्का

चुचकबु :: पिचक कर सूख जाना

चुपकली :: आम, जो डाल में ही सूख गया हो

चुतरी :: चूतड़ों पर चढ़ी चर्बी

चुनउटी :: चूना रखने की डिबिया

चुनिया पात :: अधिक कीमती एवं अच्छा कपड़ा

चुनिहा, चुट्टु :: कंजूस

चुन्दरी- :: चूनर

चुन्ना :: पेट में स्थित पतला एवं सफेद कीड़ा

चुप्पे :: चुपके

चुब्भा :: पानी प़ीने मे प्रयुक्त मिट्टी का बर्तन

चुम्बी :: चुंबन

अढ़ैनी, अढ़ौनी  :: बेड़ी का पानी गिरने के लिए बनाया गया गडढा

अण्डू :: जिस (पशु आदि) के अण्डुकोष सुरक्षित हों

अतना :: इतना

अतर :: इत्र

अतरबु :: अंतर पड़ना, बीच में नागा पड़ना

अतरा :: मक्का के भुट्टे की दाना पड़ने के पूर्व की अवस्था; अंतर

अतरि-खोतरि :: कभी-कभी; बीच-बीच में अंतर डालकर

अतरिया :: ज्वर का वह प्रकार जो बीच में एक या दे दिन छोड़कर आता है

अतरी :: काफी भीतर वाली कोठरी; अंतड़ी

अतलस :: एक प्रकार का रंगीन कपड़ा, जो पहले स्त्रियाँ पहनती थीं; ठाठ-बाट की पोशाक; चुनरी

अंगउबु :: सहन करना

अंगनई  :: छोटा आँगन

अंगरखा  :: ऊपर पहनने की एक पोशाक; कुर्ता

अंगरथ  :: समायोजित; काम;प्रयोग;-लगउबु

अंगरथ  :: समायोजित करना

अंगरा  :: अंगारा

अंगरी  :: जिरह, बख्तर; गोह के चमड़े का दस्ताना

अंगवारा  :: खेत की जुताई में पारस्परिक सहायता; गाँव के छोटे हिस्से का मालिक

अंगस-बंगस  :: उल्टा-सीधा, टेढ़ा-मेढ़ा

अंगा  :: एक लम्बा बंददार मर्दाना पहनावा, अंगरखा

चुरइलि :: चुड़ैल; झगड़ालू स्त्री

चुरकी :: चोटी (पुरुष की)

चुरबु :: दाल आदि का पकना

चुरिला :: छोटी चूड़ियाँ

चुरुकि-चुरुकि :: थोड़ा-थोड़ा

चुरुवा :: अंजुलि; चुल्लू

चुलचुलाबु :: खुजलाना, जलना

चुल्ल :: उत्साह, अभिलाषा

चुल्ला :: छल्ला, अंजुलि

चुल्हका :: एक व्यक्ति या बच्चे का भोजन जो कंडे की आँच पर बने

चुल्हिया-दुआर :: चूल्हे का द्वार; घर का भीतरी काम

चुहली-चुहला :: पशुओं आदि के पद चिह्ये से बने छोटे-छोटे गड्ढे

चुहिल :: चुभता हुआ, अच्छा

चुहुट :: चालाक, मक्खीचूस

चुहर-चूफुर :: गन्ने का छिलका

चूङबु :: एक-एक करके खाना;

चूनु :: चूना; बुरा

चूर :: खाट की पट्टियों का पतला सिरा

चूहा :: जल-स्त्रोत या जल निकालने हेतु खोदा गया छोटा गड्ढा (जहाँ जल स्तर बिलकुल ऊपर होता है)

चेचा :: गर्दन

चेचि :: गेहूँ के साथ होने वाला एक जंगली पौधा, जिसके दाने से देहात की स्त्रियाँ सिर साफ करती हैं

चोड़ा :: लम्बा-चौड़ा पर सुस्त; बहुत खाने वाला पर निकम्मा

चेका :: बड़ा टुकड़ा (मिट्टी, पत्थर या गुड़ का)

चेजरा, चुबुरा :: हाथ की गाँठ के ऊपर का सारा भाग

चेबन्न :: स्वस्थ; अधिक क्य का

चेतवाही :: चिंता, परवाह

चेतिया :: अनाज विशेष

चेना :: एक प्रकार का चावल, जो दो महीने में तैयार होता है

चेफ :: गन्ने का छिलका, जो चूसते समय पहले उतार देते हैं

चेल्हवा :: सफेद व सुन्दर मछली

चेहरी :: छोटी चिड़िया, जो प्रायः बाजरे आदि के खेत में चुगती है

चैना :: जेठी सावाँ

चोंगली :: नाक का आभूषण विशेष;

चोंघट  :: मूर्ख, उल्लू

चोंड़ा :: कच्चा कुआँ जो सिचाई के लिए तैयार कर लिया जाता है

चोंती :: बकरी या भेंड़ की गुत्थीदार मेंगनी

चोंथबु :: नोचना

चोइँटा :: गीला व स्वाद हीन गुड़

चोई :: दाल का छिलका

चोकरिया :: मिट्टी का अत्यंत छोटा बर्तन

चोक्का :: बैलों का तेज दौड़ाने के लिए चुभोया जाने वाला नुकीला यन्त्र

चोख :: नुकीला, तेज, पैना

चोखा :: सुन्दर, निष्पाप, शुद्ध

चोट-बाँध :: माँग से लगाकर चोटी से फँसाया जाने वाला आभूषण विशेष

चोटा :: राब से बना पतला द्रव, जिसे तंबाकू आदि में डालते हैं

चोट्टा :: चोर

चोनवा :: गोल ककरी

चोन्हर :: जिसे दीख न पड़े

चोन्ही :: अधिक रोशनी

चोपी :: आम तोड़ने पर उससे निकलने वाला श्वेत तरल पदार्थ

चोपु :: नमी (भूमि की); रुचि

चोबदार :: दरबार का वह नौकर, जो चोब (प्रा. डंडा) उठाता है

चोला :: शरीर, पहनावा, आत्मा

चोवा :: तेल-फुलेल, चंदन, श्रृंगार

चोहकरा :: अत्यन्त उत्साहित एवं मनोरजंक गीत

चोहलबाजी :: मनोरंजनात्मक वार्तालाप

चौन्हिआर :: गांजा

च्वाँकबु :: चुभाना

च्वाटा :: दफा, बार

च्वान :: नोंक

च्वापी :: काम में रुचि रखने वाला

च्वाभा :: आर

छंगुनियाँ :: सबसे छोटी उंगली

छंगू, छंगुआ :: छः अंगुलियों वाला व्यक्ति

छंटा :: जो घोड़ा छाना या बंधा हुआ चरता हो

छँटा :: विशिष्ट, सर्वोच्च; चालाक

छई :: क्षय रोग; छपुला की लकड़ी, जो विवाह में पूजी जाती है

छउँकटई :: विश्वासघात

छउँकटहा :: विश्वासघाती

छउना :: सुअर का छोटा बच्चा

छकड़ा :: बड़ी बैलगाड़ी

छकनी :: घास पीटने के लिए प्रयुक्त लकड़ी की बनी झाडू जैसी एक चीज

छकलिया :: जिसमें छः कली हों (कुर्ता, छाता आदि)

छगड़ाबु :: बकरी का गर्भ धारण करना

छच्छाकाल :: क्रुद्ध

छच्छाबु :: घास आदि का फैलकर बढ़ते रहना

छछन्न :: चालाकी

छछुन्नरा :: झूठा अपयश

छटकहरि  :: गाय या भैंस, जो दुहते समय उछले

छटवा :: चारा आदि डालने का टोकरा

छठियाँतर :: भेद, मनोमालिन्य; होब-बच्चों की छठी में बिच्छू के डंक आदि डाले जाते हैं, जिससे उन्हें बिच्छू काटने आदि का डर नहीं रहता है

छठियाबु :: हठ करना (प्रायः बच्चों का), आग्रह करना

छठुला :: बच्चों के छट्ठी के दिन पहनायी जाने वाली पोशाक

छड़बदुआ :: जो छोड़ देने से खराब हो गया हो

छड़ा :: कड़ा के ऊपर पहनने का आभूषण

छतनार :: जिसका ऊपरी भाग छत या छतरी की भाँति हो; छायादार

छतीसा :: दुष्ट, चालाक

छतुरी :: छाता

छत्ता :: सीना; बर्र आदि का झोंझ

छदाम :: खराब पैसा

छद्दर :: छः दाँतों वाला

छनउर :: वह खेत , जहाँ मवेशी गोबर करने के लिए रात में ठहराये जाते हैं

छनहनि :: भीड़, रहित, शान्त

छन्नी :: स्त्रियों के हाथ में पहनने का आभूषण

छपउबु :: बुवाई से पूर्वखेतों में पानी देना,

छपया :: जानवरों की एक संक्रामक बीमारी

छपरा :: छप्पर

छपहार :: छापने वाला; टीका लगाने वाला

छपाँच :: छल-कपट

छबरा :: वह बैल आदि, जिसके शरीर में दूसरे रंग के धब्बे हों

अता :: विशेष विधि से खस्सी किया हुआ बैल

अताई :: स्वांगी

अतिबारु :: विश्वास

अतिराबु :: गर्व करना, इतराना

अतिसह :: अतिशय

अतीरा :: तरीका, स्वभाव

अतुराई :: आतुरता

अत्तसबाजु :: आतशबाजी बनाने वाला; आतशबाज, आतिशबाज

अत्ति :: चरम सीमा (प्रायः अत्याचार आदि) अत्याचार

अत्तौ :: बराबर (हिसाब); इतना भी

छरङबु :: कड़ा हो जाना

छरछंद :: ढोंग

छरछंदी :: छलछह्म करने वाला

छरहर :: लम्बा एवं पतला (व्यक्ति)

छराछर :: तेजी के साथ; निरन्तर

छरीदा :: बिना कुछ लादे हुए (ऊँट का) अकेले चलने वाला (ऊँट)

छर्दिहा :: (छर्दी) छोटे कंकड़ मिली मिट्टी वाला

छलंक :: छलांग

छलका :: दुध आदि बर्तन से छलकने से रोकने हेतु ढक्कन में लगायी जाने वाली मूज आदि घास; ढीली खाल

छलरा :: चमड़ा

छल्ला :: बड़ी अंगुठी;

छल्ली :: पैर के अंगुठों का आभूषण; बोरों आदि की कतार

छवँछियाबु :: परेशान होना

छहरबु :: फहराना; उतराना

छाँछ :: थन से निर्गत दूध की धार

छाँट :: उल्टी

छाँटबु :: बुंदिया बनाना; धोना; (बाल) कतरना;

छाँटा :: राशि को नापने का पात्र

छाई :: सुअर की बच्ची

छागर :: बकरा

छागलु :: पैरों का गहना

छाड़न :: अपवाद, त्याग की हुई वस्तु

छाडू :: जीभ का प्रसिद्ध रोग

छान्हि :: फूस की बनी छत

छापड़, छापर :: जूते में तरा के आकृति का चमड़ा, जो उसके ऊपर लगाया जाता है; बिनवर

छाला :: चमड़ा,

छाली :: छाल; सुपाड़ी

छाहीं :: छाया, रक्षा, बचाव

छिंगुरी :: कनिष्ठिका उँगली

छिउलारु :: पुरहाई कुएँ का वह स्थान, जहाँ पर खड़े होकर पानी डाला जाता है

छिटका, छिर्रारा :: बिखेरकर बीज बोने की पद्धति

छिटकी :: बूंद का छोटा टुकड़ा, जो उड़कर पड़े; आँख में हुआ मोतियाबिन्द

छिटुआ :: बिखेरी हुई (बुवाई)

छिट्टी :: पानी आदि की बूंद, जो छिड़कने से पड़े

छितनी :: छोटी छिछली टोकरी

छिनगाइब :: छोटी-छोटी डालों को काटकर साफ करना

छिनबु :: (सिल या जाँत) छिनना, रुखानी से खुरदुरा करना

छिनरहटि :: छिनाला कराने की आदत

छिनुआ :: दही काढ़ने का पात्र

छिनहा :: जिसके मुँह पर माता के दाग हों

छिबुलकी :: छोटी-सी चालाक स्त्री, धूर्त लड़की

छिया :: गंदी वस्तु, मैला; (विस्म.) छीः

छिरका :: सिरका

छिहाइब :: भरकरठूँसना

छिहुली :: पलाश का पेड़

छीछ :: छिद्रान्वेषण

छीछ :: नष्ट

छीछिल :: फैला व कम गहरा (बर्तन)

छीजबु :: कम हो जाना (वस्तु का)

छीटबु :: इधर-उधरफेंकना

छीटा :: अनाज वसाने की डलिया

छीरा :: कपड़े में तागा निकल जाने का निशान

छुई-मुई :: एक बूटी, जिसे लाजवंती भी कहते हैं

छुछरउंधु :: हल्का अंधेरा

छुछुवाबु :: किसी कार्य हेतु इधर-उधर दौड़ना

छुछोहरा :: इधर-उधर अधिक भाग-दौड़ करने वाला

छुट्टा :: अकेला; सादा; बंधनमुक्त

छुतमितार :: छूत का संदेह या भ्रम

छुतियउबु :: सिंचाई करते समय मांगियों पर गीली मिट्टी चढ़ांना

छुतिहर, छुतेहरा :: अपवित्र

छुतिहा :: गंदा, छूतवाला; जूठा

छुलाछन :: सुलक्षणा; दुष्ट

छूँछ :: रिक्त

छूछी :: नाक का गहना विशेष

छूरा :: अस्तुरा

छेंहीं :: फली

छेइहाइब :: घायल करना,

छेउबु :: मटकी से पात्र विशेष से दही निकालना

छेगड़ी :: बकरी

छिटवा :: टोकरा

छेटुका :: चारपाई बुनने पर बने हुए छेद

छेपक :: बाधा; किसी कथा के बीच में यों ही जोड़ा हुआ प्रकरण

छेव :: लगाव, मोह; चिह्न;

छेवनि :: चाक पर से बर्तन उतारने में प्रयुक्त धागा ।

छेही :: पेड़ आदि पर काटकर लगाया हुआ चिह्न

छैलचूड़ी :: पैर में पहनने का आभूषण

छोंजिया :: ठिगने कद का देशी घोड़ा

छोंड़ी :: कोठिली

छोइया :: दाना रहित ज्वार का भुट्टा

छोकड़ा :: लड़का

छो-छो :: बकरे को सहवास हेतु प्रेरित करने का शब्द

छोत :: गुह या गोबर का उतना ढेर, जो एक मनुष्य या पशु का हगा हो

छोपी :: बेंड़ी की सिंचाई का बहुत छोटा घाट

छोर्रा :: छुर्री हुई अरहर की फली

छोलारु :: पुरहाई कुएँ से सम्बन्धित वह स्थान, जहाँ पर पानी उड़ेला जाता है

छोहु :: ममता, प्रगाढ़ प्रेम

छयदना :: बरिच्छा; बरछिदी

छयावरि :: समूह, झुण्ड

छवाँह :: भैंस का थन

जंगरा :: चना निकलने पर अवशेष कुचले डंठल

जंगल फराकत जाबु :: दिशा-मैदान, मल त्याग हेतु जाना

जंघा :: मोटी टहनी, जाँघ

जंजालु :: झमेला, फँसाव, बंधन

जंता :: सुराकदार छन्नी, जिसमें तार पतले किए जाते हैं

जंन्न, जंतुर :: पैजनी को सुजवा से कसने वाली जार रस्सियाँ; जंगली पशु; जंतर

जंभीरा :: नींबू

जइहा :: जिस दिन

जई :: धान बोने की एक विधि, जिसमें धान किसी बर्तन में भिगोकर रखे जाते हैं, जिससे अंकुर जल्दी निकल सके । जंगली जौं; जऱई

जउनु :: दूध जमाने हेतु प्रयुक्त थोड़ा-सा दही

जउनु :: जो

अथइब :: डूबना (सूर्य, चन्द्र आदि का)

अथक्क :: न थकने वाला, अथक

अथरा :: बड़े बर्तनों की पेंदी बनाने के लिए नीचे लगाया गया साँचा

अदग्ग :: दागरहित, बेदाग

अदति :: वस्तु

अदति :: अदद; आदत; स्वभाव

अददहा :: कमजोर, रोगी

अदना :: छोटा, नीच

अदबदाक :: जानबूझकर, ऐन मौके

अदमोहरी :: सोने की छोटी मोहर

जउरि :: खीर

जउरी :: रस्सी

जक्दंबु :: मस्ती में उछलना

जकोइया, जकोई :: मटर की फली का प्रारम्भिक आकार

जखीरा :: समान वस्तुओं का संग्रह, ढेर, पौधों का समूह

जखेड़ा :: भीड़

जगरूपु :: विवाहों में प्रयुक्त एक खंभ; काठेक- जिसे कहीं-कहीं 'मानिक खंभ' भी कहते हैं

जग्गि :: यज्ञ

जङरइत :: ताकतवाला

जचबु :: देखने में सुन्दर लगना

जच्छार :: रुष्ट, अत्यन्त क्रुद्ध

जजमानी :: यजमानी

जैजाति :: सम्पत्ति

जट्ट :: उजड्ड; जाट की भाँति असभ्य

जट्टी :: स्टीमर से उतरने का स्थान; जो लकड़ी रखकर बनाया जाता है

जट्टाहिन :: जले हुए गुड़ के स्वाद-सा स्वाद वाला

जड़काला :: जाड़े की ऋतु (उदा.) 'विरहकाल भयउ जड़काला'

जड़ावरि :: जाड़े के कपड़े

जढ़ी :: ज़िद्दी

जतिगर :: अच्छे प्रकार का (बीज, पौधा आदि)

जती :: यती; जोगी; संन्यस्त व्यक्ति

जतुआ :: जोत (कृषि सम्बन्धी)

जत्ता :: सोने का तार खींचने में प्रयुक्त युक्त पट्टी

जद्द-बद्द :: भला-बुरा

जद्दी :: जायदाद

जन :: व्यक्ति; यह शब्द संख्यावाचक शब्दों के साथ बोला जाता है; मजदूर

जनखा :: नपुंसक

जनगर :: अधिक

जनारव :: जानवर, जीव; पहेली- "हाथ न गोड़ पहाड़ चढ़ा जात है देखो त बरखंडी बाबा कौन जनारव जात है ।" (धुआँ)

जनाही :: व्यक्ति के हिसाब से

जनुका :: ज्ञाता, जानने वाला (प्रायः मंत्र-तंत्र का)

जनुका :: होशियार

जनेरा :: मक्का, जोन्हरी

जनेस :: नरेश

जनौ :: शायद; जहाँ तक ज्ञात है

जन्ता :: बैलगाड़ी की पैंजनी में लगाई जाने वाली रस्सी मशीन- बाल बनाने में प्रयुक्त मशीन विशेष, जनता

जपबु :: हत्या करना, खाजाना

जपाट :: बिल्कुल

जपाट :: मूर्ख; बहरा

जबर :: हष्ट-पुष्ट

जबरा :: छोटा पर चौड़ा डेहरा, जिसमें अनाज रखा जाता है

जबरिया :: जबरदस्ती

जबहा :: शक्ति, अधिकार

ज़बान :: जीभ

जबाना :: ज़माना

जबुर :: बुरा, भारस्वरूप

जबून :: खराब

जबे :: खत्म

जबोर :: प्रभावशाली, हृष्ट-पुष्ट

जमइका :: जमाइका द्वीप, जहाँ भारतीय मजदूर भेजे जाते थे

जमकबु :: भली-भाँति स्थापित हो जाना

जमतुआ :: छोटे-छोटे पौधे, जो बिना बोए उगते हैं

जमाई :: घोड़े के नाचने की क्रिया

जमामर्द :: मुस्तैद

जमाल :: छूरा की क्वालिटी विशेष

जमुर्रुद :: पन्ना नामक रत्न

जमेंड़ा :: दही जमाने का बर्तन

जमोग :: आश्वासन, जमानत

जम्म :: स्थायी; न हटने वाला

जमोट :: कुएँ की जोड़ाई के समय सबसे नीचे का काठ आदि का घेरा

जम्बूरु :: कीलें खींचने का यंत्र

जययद :: अत्यन्त शक्तिशाली व्यक्ति

जरई :: धान बोने की एक विधि, इसमें धान भिगोकर किसी बर्तन में अंकुर निकलने के लिए रखे जाते हैं; जई

जरतार :: सोने-चाँदी के तार

जरनि :: जलन

जरबन :: इजारबन्द

जरलहा :: जला हुआ

जरबई :: छोटे-छोटे जरवा या जड़ें

जरबना :: ईधन

जरवा :: पौधों में निकली हुई जड़ें

जराइंधि :: पकवान आदि के जलने की बू

जरामपेशा :: अपराधशील जाति

जरिआबु :: फल का सख्त होना

जरि-भूरी :: जंड़-भूल

जरिया :: जड़; जीवन-यापन का साधन; माध्यम

जरबाना :: जुर्माना

जर्राह :: हकीम, जो चीड़फाड़ करे

जलकर  :: तालाब

जलकुढ़नी :: ईर्ष्यालु (स्त्री)

जलखरि :: जाल की बनी थैली, जिसमें पेड़ पर से फल तोड़े जाते हैं

जलजल :: पुराना; कमजोर

जलमबु :: जन्मदेना

जलांक :: भयंकर लू

जलाका :: तपनि, गरमी

जलापा :: जलन, ईर्ष्या

जल्द :: गर्मी

जल्द :: गरम

जवनार :: किसी देवता को चढ़ाया हुआ दूध चावल

जवरिहा :: जवार का, पड़ोसी

जवा :: गरदन का स्वर्ण-आभूषण; लहसुन के दाने; गर-, दूसरे बीज के साथ बोने पर जौ की मात्रा अधिक हो

जवारि :: पडोस, समूह, गुट

जवाल :: जंजाल

जस :: जैसा, यश

जहन्नुम :: नरक; नाश

जहमति :: आफत, परेशानी

जहिया :: जबा

जहुआ :: मूर्ख, अज्ञान

जहूरा :: प्रभाव, नाम, प्रकाश

जाँघिया :: नेकर

जाँचड़ :: (पशु की) संतति

अदरबु :: अप्रचलित होना, चलन से बाहर होना

अदहरा :: कंडे या कोयले की धुआँ रहित लाल आग

अदान :: अज्ञान, नादान

अदारबु :: हटा देना, चलन से बाहर कर देना, नष्ट कर देना

अदावँ :: धोखा

अदावति :: लड़ाई, अनबन

अदाह :: बड़ी आग

अदेनिया :: न देने वाला, दरिद्र

अदेह :: जिसका शरीर बहुत मोटा हो, जो अपने शरीर को संभाल न सके

अद्दरा :: आद्रा नक्षत्र, पानी बरसाने वाला प्रसिद्ध १५ दिन का अवसर

जाँतु :: चकिया का बड़ा रूप

जाँबु :: जामुन

जाउरि :: खीर

जाकड़ :: निश्चित मूल्य से अधिक

जाखि :: यक्षिणी, कुश की बनी छोटी-सी यक्षिणी की गुड़िया, जो अनाज की डेहरी में डाल दी जाती है । विश्वास यह है कि जहाँ यह होगी अनाज घटेगा नहीं

जाजिमु :: कपड़े का लम्बा-चौड़ा बिछौना

जाठी :: लकड़ी के कोल्हू में सरसों को कुचलने की लकड़ी

जादव :: यदुवंशी, यादव

जानी :: प्रिया, प्रायः गीतों में प्रय़ुक्त

जापडु :: कारोबार,

जाफ :: बेहोशी

जाबा :: जानवरों के मुँह पर बाँधने की रस्सी का जाल

जाबिर :: प्रभावशाली, शक्तिवाला

जामबु :: उगना, जम जाना

जामा :: ब्याह में दुल्हे के पहनने की पोशाक विशेष शरीर

जायँ :: उचित; बे-अनुचित

जायल :: नष्ट, समाप्त (अधिकार आदि के लिए)

जायाँ :: नष्ट, बरबाद

जारबु :: जलाना; दिल दुखाना

जारी :: आम के अन्दर गुठरी के आसपास का कड़ा आवरण; जाली

जावन :: दूध को जमाने के लिए दूध में डाला गया दही; जउनु

जिंगला :: जाली युक्त खिड़की

जिंगला :: टूटी-फूटी (खाट की बुनावट)

जिंधे :: जिधर

जिंदानु :: जिन्न

जिंस :: सामान, सामग्री

जि :: यह, ये

जिउका :: रोज़ी, जीविका

जिउकिया :: जीवित प्राणियों को पकड़ने या शिकार करने वाला

जिउतिया :: क्वार के नवरात्रों में पुत्रवती स्त्रियों द्वारा पहना गया एक धागा, जो साल भर सुरक्षित रखा जाता है

जिउधर :: जीवधारी

जिकिर :: उल्लेख, जिक्र

जिगा :: जगह, स्थान

जिजिया :: बड़ी बहिन

जिठउत या जेठउत :: जेठ का पुत्र

जित्ता :: काम के बदले काम; बदला

जिनि :: नहीं; जनि

जिन्द :: प्रेत (मुस्लिम धर्म के), जिन्न

जिब्भी :: जीभी

जिम्मा :: उत्तरदायित्व

जियरा :: प्राण, जी

जिया :: बड़ी बहिन, दीदी; हृदय

जिरवानी :: चावल और दही का एक पकवान, जिसमें जीरा डाला जाता है

जिराती :: धान विशेष

जिराती-खाद :: सरकारी बँटने वाली खाद

जिराबु या जीरबु :: मक्के आदि का जीरा लेना, फूल लेना

जिलास :: न्यायालय

जिल्लत :: परेशानी; संकट

जिहालति :: तर्क, नासमझी

जिहिका :: जिसका

जिहिन-जेहेनि :: बुद्धि, समझ

जीता :: वह ब्याह, जिसमें पहली विवाहित स्त्री जीवित हो

जीरबु :: मक्का का फूल या जीरा निकलना

जुंग :: उत्साह

जुअँरि :: बैलगाड़ी का जुआँठा, जिसमें बैल मचते हैं

जुआँ :: जुआँरि, जूँ

जुआठबु :: बैलगाड़ी इत्यादि को जुएँ से जोतना

जुआन :: युवक

जुआन :: हट्टा-कट्टा

जुइना :: मूजा आदि की बनी लम्बी चटाई बोझ बाँधने की रस्सी

जुइनि :: योनि (प्रायः पशुओं के लिए)

जुक़ती :: युक्ति, तरकीब

जुग :: युग; विलम्ब

जुगाधी :: पीढ़ी; जमाना

जुगियाबु :: अंकुर का दो-तीन पत्तों का होना

जुगुति :: युक्ति

जुजबी :: बिरला, कोई

जुज्झि :: युद्ध, लड़ाई

जुटउला :: जमाव

जुट्ट :: छोटा समूह (घास आदि का)

जुट्टी :: जोड़ी

जुठैल :: वह खेत, जिसमें फसल तुंरत ली जा चुकी हो

जुठैल :: जुठायल, जुठिहा

जुड़िहा :: जिसे जूड़ी आती हो

जुनवधबु :: अपने समय पर भूख-प्यास का अनुभव करना

जुन्हरी :: ज्वार

जुन्हरी :: जोन्हरी, जोंढी

जुमिला :: सम्पूर्ण

जुम्मस खाबु :: डिगना, हिलना, उठना

जुम्मा  :: जिम्मा, दायित्व

जुरका :: घास या मूजा का एक मूट्ठी भर की गड्डी

जुरबु :: उपलब्ध होना, पूरा पड़ना; जुड़ना

जुरिया :: दसवाँ संस्कार में नाइयों द्वारा गाड़ी गई कुश की मूठि

जुर्रति :: हिम्मत

जुर्राब :: मोजा

जुलुम :: जुर्म, अत्याचार

जुसगर :: रसेदार

जुहाबु :: इकट्ठा हो पाना; जुटना अँटना

जुहार :: नमस्कार; सलाम

जू :: प्राण; कीड़ा

जू :: यह

जूजू :: बच्चों को डर वाने में प्रयुक्त काल्पनिक वस्तु या जीव

जूड़ :: ठंड़ा

जूना :: मूंज आदि की लम्बी रस्सी, जिससे बोझ आदि बांधे जाते हैं

जूनि :: योनि (पशु की)

जुवा :: जुआठा

जूस  :: वह संख्या, जो २ से विभाजित हो जाए; रस

जेंइब :: भोजन करना

जेंगला :: लोहे या लकड़ी की छड़ों वाली खिड़की

जेंवना :: भोजन

अद्धा :: छोटी बैलगाड़ी, जूते में नीचे आगे आधे भाग में लगा चमड़ा

अद्धा :: आधा

अदधी  :: दो अंगौछों का सहरूप अर्थात चौके का आधा

अदधी  :: देशी बंदूक

अधउखा :: गन्ने का आधा टुकड़ा; छोटी टोकरी; गाँड़ा

अधउट :: आधा खौला हुआ

अधकरिया :: आधे साल का लगान

अधन्ना :: आधे आने का सिक्का

अधरिया :: बैलगाड़ी में बंधे खटोला के पीछे भाग में लगी लकड़ी की पट्टियाँ

अधारी :: मुसाफिरी थैला

जेंवरा :: प्रजावर्ग को मजदूरी स्वरूप दिया गया फसल का बोझ ।

जेकर :: जिसका

जेठूई :: जेठ मास में पकने वाली

जेतिक :: चाहे जितना

जेरबन्दु :: पलस्तर करने में प्रयुक्त ३ फुट की पटरी

जेवउँबु :: खिलाना, परोसना

जेवनार :: सुन्दर भोजन; भोजन का स्थान

जेवनार :: भोजन कर्ताओं की पंक्ति

जेवर :: आभूषण; गहना

जेह :: जिस, जो

जेहलि :: जेल

जेहिया :: जिसमें

जेहेनि :: बुद्धि

जै  :: जितने, जितनी

जैका :: स्वाद

जैका :: जायका

जैजाति :: सम्पत्ति

जोंगरबु :: बुरी तरीके से पीटना

जोंधरी :: छोटे दाने की ज्वार

जोइया, जोय :: पत्नी

जोखबु :: तोलना

जोखरबु :: (बैल) नाँधना

जोगउटा :: पुरुषों का वस्त्र विशेष

जोगउबु :: सुरक्षित रखना, बचाना

जोगी :: योगी

जोगीड़ा :: एक प्रकार का नाच, जिसमें कई लोग भाग लेते हैं

जोगु :: नाम (करना), जोड़ा, मेल

जोठा :: जुआठा

जोट :: जोड़ा

जोड़ा :: ऊँट की काठी एक भाग; युगल

जोतारु :: जोतने योग्य खेत

जोति :: ज्योति

जोतिस :: ज्योतिष

जोतिहा :: किसान

जोती :: रस्सी आदि की पट्टी या बंधन विशेष, मेल

जोतु :: बैलों को जुएँ से रोकने के लिए सन की बुनी हुई पट्टी; लहंगरी

जोधनि :: जुएँ को कसने में प्रयुक्त रस्सी

जोधा :: योद्धा, बहादुर व्यक्ति

जोध्धाजी :: अयोध्याजी

जोध्धाजी :: जुध्या जी

जोनढिहा :: जिस (खेत) में ज्वार बोई गई हो

जोन्हरी :: ज्वार

जोबना :: कुच

जोम :: जोश, रोब

जोय :: स्त्री, पत्नी

जोरइँड़ा :: खरीफ की फसल का खर-पतवार

जोरई :: बोड़ी नाम का कीड़ा

जोरती :: गणना; मुजरा; एवज

जोरा :: विशेष प्रकार का बोरा, जो बैलों पर लादा जाता है

जोरिया :: छोटे आकार की चूड़ियों का समूह

जोरू :: जीवन संगिनी, पत्नी

जोलहटिया :: जुलाहों के रहने का भाग या क्षेत्र

जोवा :: बारी (पानी चलाने आदि की)

जोसन :: विशेष प्रकार की चूड़ी, जिसमें तीन-चार लकीरें होती हैं और फिर एक पत्ता सा बना होता है

जोसन :: भूजा का आभूषण विशेष

जोहाबु :: पूरा पड़ना

जोहारबु :: सहायता या मदद मांगना

ज्वाटा :: जोड़ा

ज्वाता :: नस

ज्वाता-मलबु  :: पक्की छत डालते समय दीवालों पर मसाला लगाना

ज्वारा :: लाखकी चूड़ी

झँउस :: डाँट, लपट

झंखबु :: चिन्ता करना, पश्चात्ताप करना

झंकोर :: झोंका

झंगिया :: बच्चों के प्रथम बार लगाया गया काजल

झंगुलिया :: पोशाक विशेष

झंझरा :: मिट्टी का बर्तन

झंझरी :: लकड़ी अथवा पत्थर में कटी बेल आदि

झँटिहा :: झिकझिक करने वांला बदमाश

झँटुल्ली :: छोटा

झंडूलु :: बालक, जिसके सिर पर बड़े-बड़े बाल हों (प्यार का शब्द)

झंपोला :: बड़ी टोकरी

झँसाई :: नीचता

झउँसबु :: सीधेआग में भूनना

झउँसहा :: निंदनीय

झउआ :: झाँखड़ आदि से बना टोकरा

झकड़ी :: निरंतर और धीरे-धीरे होने वाली वर्षा

झकसा :: झंझट, झगड़ा

झझक :: थोड़ा सा पागलपन

झट्टदि या झट्टै :: झट से

झड़कुलहा :: कुम्हड़ा

झनक :: दर्द का थोड़ा अंश,धीमी आवाज; मिजाज की थोड़ी तेजी या गर्मी

झत्रा :: नाज झरने की बड़ी चलनी

झपको :: हल्की नींद

झबनी :: टोकरी

झब्बर-झब्बर :: झोंके के साथ

झब्बा :: फूलदार आभूषण

झमड़ा :: उलझी हुई खड़ी फसल

झमाड़ :: सघन; फैलावदार

झर :: पशुओं के ब्याने पर बच्चों के साथ निकलने वाली रक्त और मांस की डोरी

झरखर :: मौसम, जिसमें पानी बरसना बंद हो जाये

झरङहा :: (अन्न) जो कच्चा ही सूख गया हो और बीज के काम का न हो, विशेष कर चना; कचबाँसी

झरनि :: पैदावार

झरनत, झरुता :: (फसल का) अंतिम समय या छूटा हुआ अंश

झरसबु :: झुलसना, मन ही मन नाराज होना

झराहिन :: मिर्चे की-सी झार

झारि :: झड़ी; लगातार की वर्षा

झरिहाव :: लगातार होने वाली धीरे-धीरे कौ वर्षा; झरि

झरवाखा :: छोटी खिड़की

झलका :: फफोला

अधिरजी :: खाने-पीने में उतावला एवं लालची, अधिक व जल्दी खाने वाला

अधेड़ी :: एक रोग, जो बड़े-बड़े गीले दानों के रूप में कमर के एक ओर या कमर से गले तक कहीं भी होता है

अधेड़ी :: अधेंगी या अढ़ेंगी

अधेला :: पैसे का 1/2 अंश

अनंतचउदसि :: अनंतचतुर्दशी

अनंता :: भुजाओं का गहना विशेष

अनइया :: लाने वाला; पठवैया- स्त्रियों को लाने और ले जाने वाला (ससुराल आदि में)

अनउनी-पठउनी :: स्त्रियों को लाने और भेजने की प्रथा

अनउवा :: किसी को लाने के (विशेषतः स्त्रियों के) समय आया हुआ सामान

अनऊ :: बच्चे के जन्म के पूर्व पैसा लेकर सासू उतारती हैं और सूप में चावल व सोठौरा लेकर उतारकर रख देती हैं । इस क्रिया संपादन से लोक विश्वास करता है कि बच्चा जल्दी पैदा हो जाता है

झलकुट्टी :: काँटेदार झाड़ियों का समूह

झल-झल :: चमक के साथ

झलबद्दरु :: कई दिन की सतत होने वाली वर्षा एवं बादल

झलबु :: (अधिक बाते) करना, शेखी मारना; हस्त पंखा हिलाना

झलरिया :: झाँड़ी; झुड़िया

झलूसा :: दिखावा, तमाशा

झल्लाबु :: बहुत क्रोध करना

झल्ली :: चारा आदि डालने की गहरी गोल डलिया

झवाँझार :: परेशान

झस :: आर्थिक सामर्थ्य; गुंजाइश

झहरबु :: ऊपर उठकर उड़ते या हिलते रहना

झाँ :: बच्चों के खेलते समय एक दूसरे को बुलाने का शब्द

झाँक :: विशेष प्रकार की गंध

झाँखर :: अरहर के सूखे पेड़

झाँझ :: पैरों गहना, बाद्य विशेष

झाँझा :: ककड़ी और मूली की फसल का एक रोग

झाँटू :: झंझटी

झाँड़ा :: टट्टी

झाँप :: ऊपर से ढकने का कपड़ा; कच्ची छत्त में बिछाये गये पटरे

झाँपबु :: ढकना, बंद करना

झाँवरि, झाँवर :: बेहोशी का झोंका; काला; उदास

झाँस :: हल्का, बुरा, नीच

झाँसा :: धोखा,

झाईं :: हल्की परछाइ

झाऊ :: फनींचर विशेष

झापस :: बादल घिरे रहना और धीरे-धीरे बरसात का मौसम

झाबर :: झाँखर का बना बड़ा बर्तन; वह क्षेत्र जहाँ अधिकतर पानी भरा रहता है

झाबली :: पान आदि रखकर बाजार ले जाने में प्रयुक्त छोटा झाबा

झाम :: कुआँ साफ करने की लोहे की मशीन; बाधा

झार  :: द्वेषपूर्ण क्रोध; झुंझलाहट; कड़वाहट की बू

झारबु :: आभूषण आदि साफ करना; मंत्र द्वारा बिष उतारना

झारा :: तलाशी

झारि :: पूर्णतया; मात्र

झारि :: तेज

झारी :: सुराही, झाड़ी

झाल :: चलने की तरह का नुक्ती या बूंदी बनाने का यंत्र; लइया आदि भरने में प्रयुक्त बड़ा बोरा

झाला :: कान में पहनने का आभूषण

झावँर :: मुर्झाया हुआ, सूखा हुआ

झावाँ :: खूब जली हुई पक्की ईंट

झिकवा :: मछली विशेष

झिझकबु :: संकोच करना, हिचकना कंपित होना

झिझक्वारबु :: झटका देना

झिझक्वारबु :: झिचक्वारबु

झिनकई :: छोटी; झीनी

झिनवा :: महीन चावल

झिरिक :: पतामी नाली काटने में प्रयुक्त रंदा की किस्म

झिरिककर  :: खुरचकर

झिलंगा :: खाट, जिसकी बिनावट पुरानी हो गई हो

झिलमिल :: गहना विशेष

झिलमिल :: अस्पष्ट

झीन :: बारीक, छोटा

झीपबु :: उड़ादेना

झीलर :: सामान्य वर्षा; छोटा तालाज

झँझकुलु :: घोंसला

झुखुरी :: झाँखर आदि की पतली लकड़ी या शाख

झुग्गी :: अत्यन्त छोटी झोपड़ी

झुड़िया :: झाँड़ी

झुनझुना :: बच्चों का खिलौना, जो पटवा लोग बनाते है

झुनाई :: भोजन का सबसे छोटा अहा

झुत्ता :: बहुत पतला (कपड़ा)

झुपसा :: गुच्छा (फल आदि का)

झुमरा :: विशेष रूप से बड़ा हथौड़ा

झुरमुट :: झुण्ड

झुरान :: सूखा हुआ

झुर्री :: सिकुड़न

झुलबौ :: नाक में पहनने का छोटा आभूषण

झुलफुलार :: सूर्योदय के पूर्व का समय

झुलवा :: स्त्रियों की बड़ी अंगिझ

झुलवा :: झूला

झुल्ल :: गुस्सा, हाथी, बैल के ऊपर लटकने वाली रंगीन नक्कासीदार चद्दर

झुल्लाबु :: क्रुद्ध होना, झुंझलाना

झूँक :: झोंका; लगभग दो फुट की माप

झूँखी, झुखुरी :: अत्यन्त पतली लकड़ी

झूंगा :: पतली कांटेदार झाड़ियों का ढेर

झूनु :: चूल्हे में लगाया गया कंडों का सुडौल ढेर

झूमर :: करधनी का रूप विशेष, सिर पर भी पहना जाता है; झूमड़

झूर :: सूखा हुआ

झूरा :: सूखा

झोंकर :: बिखरे और गंदे बाल

झोंझु :: घोंसला

झोंझर :: पोल, खाली स्थान (खाई गड्ढे आदि में)

झोटइया :: बाल शिखा

झोटना :: बालों की लट, बड़े-बड़े बाल

झोपेदार :: झुलनी की बनावट विशेष

झोरिया :: झोली

झोरी :: चमड़े का बना थैला, जिससे सिंचाई हतु कुएँ से पानी निकाला जाता है

झोल :: गोरबा, माँड़

झोल :: ढीलापन

झोला :: ठंड से उत्पन्न लकवा

झोलाबु :: अग्नि का कमजोर हो जाना

झोहर :: आवश्यकता से बड़ा या लंबा (कपड़ा)

झ्वथरा :: बच्चों के बड़े व बिखरे हुए बाल कुचला हुआ रूप

झ्वारा :: झोला

टंक :: तोला

टंक-दबना :: मिट्टी का दो परतो वाला एक पात्र, जिसमें सोतने के टाँके टबा दिये जाते हैं

टंच :: तैयार

टंचनी, टाँचनी :: कपड़ों पर निशान बनाने की छोटी सूई

टंटा :: झगड़ा-झंझट

टँटाबु :: मिट्टी का कड़ा होना

टंटघरा :: कछार के खेतों में बुवाई के समय हल चलाने वाला हलवाहा

अनकनि :: अस्वस्थ, खराब

अनकबु :: कान लगाकर सुनना; दूर से सुनना; जो कठिनता से सुना जा सके उसे सुनना

अनकुसु :: कष्ट

अनकूत :: जिसंका अनुमान न लग सके; जो कूता न जा सके

अनखन्ह :: काजल का टीका

अनगबु :: खपरैल युक्त छत की मरम्मत करना

अनगयर :: दूसरा, अपरिचित; सं. अन + अर. गैर (दूसरा); सं. का अन निरर्थक है

अनचीन्हा :: अपरिचित

अनजउरा :: वह घर, जहाँ अनाज रखा जाय, अनाज का भण्डार

अनजलु :: रहने का अवसर

टँड़िया :: हाथ के ऊपरी हिस्से में पहने का आभूषण; पछेलवा

टंडीला :: सामान

टइझा :: झगड़ा

टइनी :: टहनी

टउल्यावँ :: मोलभाव

टकउरी :: छोटा तराजू

टकसार :: टकसाल, खजाना

टङरी :: टांग

टघिलबु :: पिघलना

टटिया :: झाँकड़ आदि से बनी दीवाल

टटुआ :: टट्टू (छोटा घोड़ा)

टटेरी :: झगड़ालू; शैतान

टट्टस :: मजबूत, स्वस्थ

टट्यार :: झगड़ा, शैतानी

टठिया या टठुलिया :: थाली; थरिया

टड़वरिहा :: बैलों का व्यापार करने वाली जाति का एक व्यक्ति

टढुई :: छड़ी

टनकहा :: वह जानवर, जो पैर झिटकता रहता हो

टपंखा या तिपंखा :: जिसकी आँख में टेढ़ापन हो

टप, टफ :: कान का आभूषण

टपउबु :: व्यर्थ दौड़ना, घूमना, हैरान करना; कुदाना

टपका :: पककर गिरा हुआ आम आदि फल; बूंद-बूंद टपकने का भाव; चौपायों का रोग विशेष

टमटमु :: छोटी घोड़ा गाड़ी

टयरा :: हाथी के खाने पीने के लिए पत्ते समेत पीपल, बरगद आदि की डालें

टयरा :: टेउरा

टर्रा :: अकड़कर गुस्ताखी से बोलने वाला

टसकबु :: खिसकना, स्थान से थोड़ा-सा हटना

टसर :: जुलाहों की ढरकी; तसर

टस्स :: कल्पित स्थान

टस्स-होबु :: जरा सा हिलना

टहँकउबु :: पिघलाना

टहरकु :: मदद

टहरकु देबु :: कार्यकरना, ध्यान करना

टहलुआ :: नौकर

टाँका :: जोड़

टाँका काटबु :: बट्टा लगाना

टाँगुन :: अन्न विशेष, जिसका भात बनता है

टाँठ :: कड़ा

टाँड़ि :: कमरे आदि में बने हुए छज्जे

टाँवाँ :: चट्टे में रखा बीस ईटों का ढेर; छत आदि ढालते समय बल्ली के नीचे लगा ईटों का ढेर

टाँसबु :: धातु के बर्तन की मरम्मत करना

टाकटउलु :: उलट फेर, कार्य

टाघन :: छोटा-सा जवान घोड़ा

टाठी :: थाली

टाड :: बाँह या गले का आभूषण

टापर :: टोकरी

टायरा :: गहना विशेष

टाली :: सामान वाहक ट्रैक्टर का डिब्बा या ट्राली

टाह :: नदी का ऊँचा किनारा

टिउआ :: स्त्रियों की विदाई का निश्चिंत दिन

टिकन :: गद्दा में प्रयुक्त कपड़ा विशेष

टिकबु :: टिकना, ठहरना

टिकरी :: रुपये के आकार की गोल चमड़े की टिक्की; छोटी-सी रोटी

टिकावनु :: शादी अवसरों पर किया जाने वाला आर्थिक व्यवहार या भेंट

टिकुरई :: समतल होने का गुण

टिकुरा :: भूमि से ऊँचा उठा हुआ भाग; टावर ऊँची-नीची भूमि

टिकुली :: बिंदी

टिकुवा :: सफेद धब्बे से युक्त मस्तक वाला पशु

टिकोरा :: छोटे-छोटे आम के फल; हवा का झोंका

टिट्वाहबु :: खोजना, टटोलना

टिडड़िक्कबु :: व्यंग्य करना, कटाक्ष करना

टिपटबु :: दो रस्सियों को मिलाकर बटना

टिपना :: टिप्पणी, जन्म, विवाह आदि से सम्बप्धित विवरण

टिपवाँस :: आडम्बर

टिप्पा :: लिंग; स्पर्श

टिमाकु :: श्रृंगार, साज-सज्जा

टिल्ला :: टीला

टिहड़ी :: रीढ़ के पिछले हिस्से को टिहड़ी या करिहावँ (कमर) कहते हैं

टिहुना :: घुटना

टिकमटोक :: अनावश्यक आडम्बर

टीकुर :: सूखा मैदान

टीचि :: बैलगाड़ी में जुआँ के पास लगी खुँटरी या खूँटा

टीमटाम :: सामान; सजावट

टुइयाँ :: मटर की किस्म विशेष, जिसके पौधे बहुत छोटे होते हैं

टुकनी :: टोकरी

टुकरा :: टुकड़ा

टुकरी :: पुराना छोटा कपड़ा

टुकवा :: वस्त्र खण्ड

टुकुर-टुकुर :: अपलक

टुटपुंजिया :: न्यून पूँजी वाला

टुटरूटूँ :: रद्दी; किसी तरह काम देने वाला; बिल्कुल अकेला

टुटहिल :: टूटा हुआ

टुनगू :: वृक्ष का ऊपरी सिरा, चोटी

टुरका :: टुकड़ा, कुटका; नाक की कील

टूँगबु :: छोटे-छोटे कौर (निवाला) खाना धीरे-धीरे भोजन करना

टूँड़नि :: मुंडन की तरह का एक संस्कार

टूँसी :: पतला टुकड़ा

टूका :: जूते का ऊपरी भाग यह शब्द प्रायः देशी जूतों में व्यवह्रत होता है; टुकड़ा (रोटी का)

टूना :: चवन्नी

टेंङारा :: कुल्हाड़ा

टेटाबु :: अकड़ना, ऐंठना

टेंटु :: धोती का वह भाग, जो कमर मे लपेटा जाता है; गोद

टेंभुआ :: आम का वह भाग, जो डाल से जुडा रहता है; टेभुना

टेंहसा :: बच्चों के हाथों का आभूषण

टेई :: प्रेरणा, समानान्तर बात

टेउँगा :: पत्तियों समेत छोटे-छोटे कल्ले

टेउका :: किसी वस्तु को ऊपर रोकने के लिए प्रयुक्त बडी टेक

टेटिया :: हथकरघे में वालपिन का एक अंग विशेष

टेपर :: गुस्ताख, मुँहलगा

टेभुना :: आम का वह भाग, जो डंठल से जुड़ा रहता है

अनजाद :: अनुमान

अनटस :: मनमुटाव, भीतरी बैर

अनती :: छोटे बच्चों के कान में पहनने की बाली

अनधन :: बहुत (द्रव्य); गीतों में (अनधन सोनवाँ) सं. अन + धन (जो धन न समझा जाए अर्थात् बहुत होने पर साधारण माना जाय)

अनबंतु :: बिगाड़

अनबानी :: अनुचित वाणी

अनबोल :: बेहोश, जो पशुओं की भाँति बोल न सके

अनभलु :: अहित

अनमन :: अन्यमनस्क, उदास

अनम्यार :: अपरिचित जगह

टेभुनी :: नवांकुर

टेम :: जलती हुई बत्ती

टेमरा :: बाजरे का बाल रहित पौधा; आम आदि की शाखा

टेवँ या ट्यावँ :: आदत

टेवँ या ट्यावँ :: निर्जीव

टेहरा :: नव पल्लव

टोंकी :: टोकी या कही हुई बात

टोंड़ा :: हल के फाल की नोक

टोइयाँ :: तोते की किस्म विशेष, जो अशुभ कारक होती है

टोउबु :: टटोलना; परखना

टोक :: शब्द,अक्षर; संक्षेप बात

टोङ :: किनारा; कोना

टोटियउबु :: पौधों में लोटा आदि से थोड़ा पानी छोड़ना; टोंट मारना

टोड़रवा :: बच्चों के हाथ का आभूषण

टोपरा :: टोकरा (लकड़ी का)

टोभु :: सिलाई का फंदा

टोर्री :: गैर खिला लावा

टोह :: खोज

ट्रयाँड़ा :: छोटी जाति का बैल

ट्ट्यांभरू :: कूल्हे की हड्डी

ट्ट्यांव :: आदत

ट्रिपिल नाइन :: (चाँदी) विशेष

ट्ट्वान्हा :: टोना, नज़र

ठंठन्यावँ :: वाद-विवाद, झगड़ा

ठउरिग :: स्थिर, निश्चित

ठउरै :: पास ही में

ठकठक :: विशेष स्थान, रौब; अच्छी स्थिति

ठकाठक :: बिना भोजन के

ठकुरसोहाती :: बात, जो मालिक को सुहाय

ठगहाई :: ठगी धोखेबाजी

ठट्ठा :: हँसी, खिलवाड़

ठठरी :: अस्थि-पंजर

ठठेरा :: भुट्टा या फल रहित ज्वार आदि का पौधा

ठड़ा :: खड़ा

ठड्ढा :: खड़-खड़ा

ठनगन :: नखरा, मचलन

ठप्पा :: सोना या चाँदी को किसी शक्ल में ढालने का यंत्र

ठर्रा :: देहात की बनी हुई शराब

ठर्रा :: मोटी एवं मजबूत (रस्सी)

ठर्रा देना :: नम खेत जोतने के पूर्व पाटा घुमाना

ठल-ठुला :: रहने का स्थान; ठिकाना

ठसक :: गर्व, गर्वपूर्ण उक्ति

ठहकबु :: ठहरना, रुकना

ठाँठ :: वह गाय या भैंस, जो गर्भिणी न होती हो; रस विहीन

ठाउँ :: स्थान, प्रारंभ

ठाठु :: भीट की छत का काम देने वाला विशाल छप्पर; फूसरहित छप्पर का ढाँचा शौक

ठाढ़ि :: खड़ी; दुपहर- (स्त्री.) ठीको-ठीक दोपहर

ठानबु :: तय करना, निश्चित करना, धारणा बनाना

ठामक :: नाटा, छोटे कद का

ठारी :: जोर की ठंड

ठावैं :: तत्काल ही, उसी स्थान पर; प्रारम्भ में ही

ठिगना :: बौना, छोटे कद का

ठिकरिया या ठिकरी :: आग रखने में प्रयुक्त मिट्टी के बर्तन का टुकड़ा

ठिलिया :: मिट्टी का छोटा घड़ा

ठिल्लै :: परिहास, मजाक; ठठोली

ठीकरि :: पानी न रुकने वाली जमीन; अपेक्षित ऊँची

ठीस :: गर्व, रौब

ठीहा :: निहाई रखने का लकड़ी का अड्डा; नांद बनाने का साँचा; अडडा; समय निर्धारण; वादा

ठूँठी :: अरहर आदि के काटने पर नीचे का बचा पेड़

ठूँठु :: शाखा रहित पेड़

ठेंका :: कुदाल या फावड़े का हत्था

ठेंगा :: डण्डा; अंगूठा

ठेंठी :: शीशी या बोतल का मुँह बंद करने की लकड़ी

ठेकी :: लकड़ी का सुडौल ढेर; विश्राम स्थल; लकड़ी के क्रय-विक्रय का केन्द्र

ठेकु :: ढेर

ठेठ :: शुद्ध; निरा; एकदम निपट

ठेनहा :: शरारती

ठेप :: कुछ छोटा

ठेला :: धकेल कर चलायी जाने वाली गाड़ी; ट्रक

ठेलुहा :: मसखरे लोग; अन्य या बाहरी लोग

ठेलुहावँ :: मसखरी

ठेहा :: काटने का स्थान; लकड़ी का टुकड़ा, जिस पर गड़ासे से कुट्टी काटी जाती है

ठोंठी :: अन्न के दाने के ऊपर का खोल; रद्दी भाग

ठोंठी :: फोकली

ठोंड़ :: चोंच

ठोकचा :: आम की सूखी खटाई

ठोकवा :: महुवे और आँटे की बनी हुई मोटी पूड़ी

ठोपु :: बूंद

ठोर :: चोंच

ठोर्रा :: भुने मक्के का गैर खिला दाना

ठ्यांक :: ठोकर, ठेस

ठ्यांगा :: अंगूठा

ठ्याप :: रोक, बाधा, काट (बात में); विश्राम

डंकिनी :: डंकिन साहब का, इस्तमरारी (भूमि का बन्दोबस्त, जो उत्तर प्रदेश के पूर्वी जिलों में अभी तक चलता है)

डंड :: दण्ड; कष्ट

डँड़वारु :: दो घरों के बीच की दीवार

डँड़सोही :: पाँच या छः लकड़ियों का छोटा सा फाटक

डँड़हर :: ज्वार-बाजरे के खड़े खेत

डँड़हरबु :: फसल केखड़े खेत में जुताई करना

डँड़हा :: डाँड़ (किनारे) का वासी

डँड़ाही :: दण्ड, जुर्माना

डँड़िया :: बच्चा पैदा होने का बाद, एक दिन के संस्कार में बनाई गयी चावल आदि से रेखाएँ; गाँव के बाहर का मैदान

डँड़ोई :: छोटे-छोटे कच्चे फल

डँबरी :: फल विशेष

डंसा :: एक बड़ी मक्खी, जो वर्षा में होती है और पशुओं को कार्तिक माह तक काटती है

डउंगी :: टहनी

डउलु :: तरकीब, प्रबन्ध

डउल्यउबु :: (लकड़ी) छाँटकर सीधी करना; अंदाज करना; तय करना

डउरी :: बाँस की बनी टोकरी

डकवा :: डोकवा (झउवा)

अनर-चोटवा :: बिना देखे या सोचे-समझे किया हुआ काम; अन्हर (अंधा) + चोट जैसे अंधा बिना देखे चोट करता या मारता है

अनराजबु :: अन्दाज या पता लगाना

अनवट :: पैरों के अंगूठों में पहनने का गहना

अनवाँसबु :: उद्घाटन करना

अनवादी :: अनुसार

अनसइत :: अंशवाला, भाग्यवान

अनसइता :: अयोग्य

अनसुहाति :: बुराई; अशोभनीय स्थिति, ऐसी बात, जो दूसरों को बुरी लगे

अनसूई :: अनिन्दक, असूया रहित

अनसोवनि :: न सोने देने की स्थिति; नींद में बाधा

डकूरु :: बवंडर; बौड़र, नाचती हुई हवा

डखना :: पंख; खजूर की शाखा

डखुरहा :: द्वेष करने वाला

डगर :: राह; पगडण्डी

डगरबु :: चलना (राह पर)

डगरोही :: पथिक, रास्ता चलने वाला

डगार, डंगार :: डाली, शाखा

डटेर, ठठेरु :: बाल (भुट्टा) रहित ज्वार का पौधा

डट्टा :: हुक्के से संलग्न खरादी हुई सीधी लकड़ी

डड़हरी :: बैलगाड़ी के पीछे वाले सुजवा के नीचे लगने वाली लकड़ी

डढ़ारबु :: कपड़े को दुहराकर दोहरी सिलाई करना

डण्डु :: कष्ट, जुर्माना, मुआवज़ा

डपोर  :: मूर्ख

डफला :: एक बड़ा बाजा, जो लकड़ी से बजाया जाता है; डफ

डपोरसंख :: महामूर्ख

डब्बल :: पैसा

डभका :: धान, जो पकने वाला हो

डभहा :: गड्ढा

डमरा :: प्रसिद्ध टापू अंडमान, जहाँ जन्म कारावास के लिए लोग भेजे जाते थे

डयरी :: डायरी, रोज़नामचा

डरई :: छोटी डाल

डलइया :: डलिया

डहकउबु :: लालच देना, भड़काना

डहकु :: जमीन में बना गड्ढा

डहडही :: हरी-भरी (फसल आदि)

डहनि :: टहनी

डहरा :: नाज रखने के लिए मिट्टी का बड़ा बर्तन

डहरि, डहर :: पगडण्डी

डहला :: कुआँ हेतु खुदा हुआ गड्ढा

डहुआ :: नाव खेने का डण्डा विशेष

डहुकु :: गड्ढा, दहकु

डाँक :: कै करने की इच्छा; गाड़ी-मेल ट्रेन

डाँकरि :: नमीयुक्त (फसल)

डाँका :: डकैती

डांगर :: मृत जानवर

डांगर छोड़उबु :: मृत जानवर की खाल निकालना

डाँठ :: अनाज समेत पौधा

डाँड़बु :: दण्ड भुगतना

डाँड़ा-मेंड़ी :: पड़ोसी

डाँड़ी :: तराजू की डण्डी; चरखी में प्रयुक्त बल्ली; पतली मेड़

डाँड़ी मारबु :: तोल में हेरा-फेरी करना

डाँड़ी सिलाई :: दो कपड़ों को जोड़कर की गयी सीधी सिलाई

डाँडु :: गाँव आदि की हद या सीमा; कीमत; कष्ट; दण्ड

डाँढ़ :: मिट्टी के बर्तन का हिस्सा विशेष

डाँस :: डंक

डाइनि :: भृत की स्त्री; डाह करने वाली स्त्री

डाकट :: महत्वपूर्ण कागज़

डाकबु :: पार करना, फाँदना

डाकमुंसी :: पोस्टमास्टर

डाटबु :: पहनना

डाढ़बु :: जलाना; तंग करना

डाढ़ा :: आग

डाबी :: चबेना भूनने व शक्कर घोटने के लिए प्रयुक्त लकड़ी का यंत्र; दोनों भुजाओं में आने भर का मुट्ठा

डाभ :: आम के मुख का तीखा रस, जिसे निचोड़ दिया जाता है

डाभकि :: देखिए 'डाँकरि'

डामरु :: कालापानी

डाल :: लड़की की विदाई में बांधी गई पूड़ी आदि; शाखा

डाली :: उपहार, अनाज साफ करने में प्रयुक्त छिछली डलिया

डाली परलगउबु :: गाय आदि को चारा खाते समय दुहना

डाँवाडोल :: अनिश्चित, गड़बड़

डासन :: बिछौना

डासबु :: बिछाना

डाह :: ईर्ष्या

डाहबु :: परेशान करना

डिंउसी :: सब्ज़ी विशेष

डिंगरी :: निर्णय, डिक्री; डिग्री

डिंभ :: आडम्बर

डिउहार :: डीह का देवता; ग्रामदेव

डिगना :: मिट्टी का ठप्पा, जिससे कुम्हार अपने कच्चे बर्तन पीटता है

डिग्ग :: ऊँचा भाग या स्थान

डिट्टा :: छोटी जाति का बैल

डिट्टान :: दृष्टांत

डिठवनु :: देवोथ्थानी एकादशी का दिन

डिठियाँना :: आँख से दूर

डिठियार :: दर्शक, दष्टि वाला

डिठिबन्हबा :: जादूगर; डीठ बाँध देने बाला

डिठोन :: देवोत्थान

डिड़वारु :: डड़वारू

डिंढ़ :: हिम्मतवाला दुढ़

डिढ़ानि :: बड़े दानों वाली मटर की फली

डिपाटु :: विभाग, महकमा

डिमकी :: अत्यन्त छोटा ढेला

डियट या डिवठी :: दिपक रखने की अइडी

डिलार :: वह खेत, जिसमें ढेला ज्यादा हो; ढेलहा

डिल्ल :: बैल की गर्दन का ऊँचा मांसल भाग

डिल्ल :: बिल्ली

डिहुला :: एक प्रसिद्ध धान

डीभी :: खेत में उगे नए अंकुर

डीला :: ढेला

डीलु :: शरीर, देह

डीवट :: दीपक रखने की अड्डी

डीहु :: खंडहर; टीला

डुडुवा :: खेल विशेष

डुँड़ही :: सींचने की सुविधा हेतु खेतों में बनी पतली-पतली मेंड़ें

डुकवा :: डोकवा

डुभकी :: कढ़ी में डाली हुई उड़द की पकौड़ी

डुर्छे-डुर्छे :: साँड़ को गर्भाधान हेतु प्रेरित करने का शब्द

डुहकबु :: अकले पड़े-पड़े लालायित होते रहना

डूँड़ :: (पौदा या पेड़) जिसका सिर कट गया हो; जिसकी सींग टूट गई हो

डेंहुड़ी :: भीतरी कक्ष का दरवाजा

अनहक :: व्यर्थ

अनहड़ :: विचित्र

अनहद :: अनाहत (राग)

अनहोनी :: न होने वाली घटना; अनापेक्षित दुर्घटना

अनाब-सनाब :: निरर्थक प्रलाप; अंड-बंड

अनार कली :: ऊपर की ओर चिह्नों से युक्त रंगीन तथा नक्कासीदार (चूड़ी)

अनारदली :: सोने का हल्का ताबीज

अनी :: सेना; दुर्घटना; नोक

अनेग :: अनेक

अनेठि :: जिस दिन बाजार न हो

डेउढ़ा :: निरन्तरता

डेउढ़ा :: बालों की कटिंग

डेउढ़ा :: डेढ़ गुना

डेउढ़ी :: घर के भीतर प्रवेश करने के पूर्व का स्थान, जहाँ पहरेदार आदि बैठते हैं

डेङ :: बड़ा अनगढ़ बाँस का डण्डा

डेट :: विवाह के अवसर पर माड़ौ में टांगी जाने वाली लकड़ी की मांगलिक वस्तु

डेड़उबा :: बेर का कच्चा फल

डेड़क्करी :: एक ककड़ी विशेष; डवाँ ड़ा

डेढ़निया :: मिट्टी का एक बर्तन

डेढ़ी बिसारु :: जिसमें दिये हुए अनाज का डयोढ़ा लौटाया जाए

डेबरा :: गड्ढा; दस से पन्द्रह बिस्वे तक का खेत

डेबरा :: बाएँ हाथ से कार्य करने वाला

डेबरी :: बहुत छोटा खेत; खड़ही

डेबला :: मटर जैसा अनाज विशेष

डेब्बी :: डिबिया

डेरा डाँड़ी :: सम्पूर्ण सामान

डेल :: वह खेत, जिसमें रबी की फसल तैयार की गयी हो

डेल :: ढेला

डेलरी :: डलिया, टोकरी

डेली :: मिट्टी का छोटा बर्तन, जिसमें दीपक बनाया जाता है

डेहुला :: धान की प्रजाति

डैमल ठीहा :: वह ठीहा, जिस पर सोने को दबाकर छिलाई की जाती है

डोंगरउ :: बुढ़ऊ

डोंगरेवा :: बुढ़िया

डोंगिया :: नाव

डोकिया, डोकी :: लकड़ी की छोटी तश्तरी

डोरि :: वह रस्सी, जिससे लोटा बाँधकर कुएँ से पानी खींचा जाता है; तागा

डोरिया कटोरी :: गोल रंगीन, नक्काशीदार (काँच की चूड़ी), जिसके भीतर एक डोर-सी चलती रहती है

डोरिहार :: पटवा

डोलडाल :: मलत्याग

डोलडाल जाबु :: मल त्याग हेतु जाना

डोलु :: पानी भरने का लोहे का बर्तन

डोहरा :: बताशा बनाने का एक उपकरण

डौंकी :: लकड़ी की सूखी हुई बड़ी टहनी

ड्वांग :: अत्यन्त दुबली या मरणासन्न गाय आदि

ड्वाँड़ा :: डेड़ककरी

ढँउचा :: साढ़े चार

ढंगु :: गुण; जुगाड़; तरीका

ढंढसु :: नाटकीयता, ढोंग

ढंइया :: ढाई सेर की तोल

ढइहाँ :: ढाईं (झाड़ी) पर बोने वाले या चढ़ने वाले (पौधे)

ढकना :: ढक्कन

ढकवा :: मूंज की बनी बड़ी टोकरी

ढक्यालबु :: धक्का देना

ढक्वालबु :: पीना (उपेक्षित)

ढचरा :: बुरा तरीक, व्यर्थ का नियम

ढट्ठा :: खाल में रगर लगने से-बना निशान; घट्ठा

ढड्ढू :: लंगूर

ढनगउबु :: लुढ़काना

ढप :: आदत

ढब :: तरीका, हुनर

ढमकबु :: बजना

ढरका :: जानवरों को दवा आदि पिलाने में प्रयुक्त बाँस का पोंगा विशेष; आँसू बहने का रोग या बीमारी

ढरकउना :: देखिए 'ढरकावन'

ढरकउबु :: पानी आदि गिराना

ढरकावनु :: पानी जो किसी आगंतुक के कल्याणर्थ देवी-देवता को चढ़ाया जाता है

ढरगही :: खेत को चौरस करने की क्रिया

ढरहर :: गोल एव चिकना; गिरने लायक

ढर्रा :: रास्ता, दस्तूर, नियम

ढलार :: ढाल युक्त

ढाँख :: वृक्ष विशेष

ढाँख :: बात, रौब

ढाँख :: होलिका में प्रयुक्त रंडे आदि का पेड़

ढाँसी :: जोर की खाँसी

ढाँही :: काँटा आदि की छोटी डाल

ढाका :: टोकरा; बांग्लादेश की राजधानी

ढाठा :: साफा

ढाठी :: आदत, खराब आदत

ढाबली :: मुर्गियों को बन्द करने का छोटा घर

ढारबु :: आरोपित करना, मढ़ना; बिगाड़ना; गिराना

ढाला :: अनाज का बहुत बड़ा ढेर

ढिग :: पास, नजदीक

ढिग :: धोती का रंगीन किनारा

ढिपुनी :: फाल का वह भाग, जो पेड़ से लगा रहता है; ढेंपी

ढिबरी :: चिमनी, दीपक

ढिलमिल :: सुस्त

ढिल्लरी :: आलसी

ढींढ़स :: छः पसेरी का

ढींढा :: गर्भ, बड़ा पेट

ढीठ :: हिम्मती, निर्भय

ढीलबु :: छोड़ना

ढीलौ :: जूँ

ढुंढुनी :: सन की फली

ढुकबु :: छिपकर खड़ा रहना; कुछ पाने की आशा में खड़े रहना

ढुका :: लंलचाया

ढुनुकबु :: गिर पड़ना; मर जाना

ढुरहुर :: चिकना एवं गोल (अनाज)

ढुरुहुरी :: पतला रास्ता

ढुसकट :: बलुई (जमीन)

ढूँढ़ी :: चावल के आटे के लडडू; गोल फली

ढूखु :: रबी की फसल में बोये हुए खेत की पहचान का चिह्न

ढूहा, ढूहु :: ढेर, ऊँची जमीन

ढेंकी :: चूरा कूटने में प्रयुक्त लकड़ी की मशीन

ढेंकुरि, ढेंकुली :: ढेकली; पानी निकालने का साधन

ढेंढ़ी :: अंगूठी आदि का छल्ला, टेंट

ढेंपी :: ढिपुनी

ढेंसर :: पकने वाला (फल), अधपका

ढेकुआ :: कोल्हू की कातरि में गड़ी हुई लकड़ी; क्धां

ढेमाका :: अमुक

ढेरियउबु :: अनाज को भूसे आदि से अलग करना; ढेर करना

अनेति :: अत्याचार, अन्याय

अनेर :: दूसरे स्थान का (पशु) कभी-कभी अनजान भटके राही के लिए भी आता है

अनेरै :: व्यर्थ में, बिना कारण

अनोखेक :: विचित्र, अलभ्य, प्रायः वस्तुओं के लिए

अन्ता :: बैलगाड़ी की पहिया में लगने वाला एक लोहे का छल्ला

अन्देसा :: सन्देह

अन्देसा :: अनेसा; अंदेस

अन्नर :: भीतर, अन्दर

अन्ना :: चाँदी गलाने के लिए चबूतरा जैसा आग जलने का स्थान

अन्ना भैंसा  :: स्वतंत्र धूमने वाला भैंसा

अंगारी  :: गड़ासे से काटा गया ईख का टुकड़ा

अंगिराबु  :: अंगड़ई लेना

अंगुठा  :: पैर के अंगूठे का आभूषण

अंगुरताना  :: अंगुलियों का शीशा युक्त गहना; आरसी, हथपान

अंगुरीय  :: अंगूठी

अंगुसा  :: अंकुर

अंगुसी  :: हल का फाल; सुनारों की वह नली, जिससे चिराग को फूंककर टांका जोड़ते हैं

अंगौरिया  :: मजदूरी के बदले हल-बैल लेकर अपनी खेती करने वाला मजदूर

अंघड़ा :: पैर के अंगूठे में पहनने का काँसे का छल्ला

अँचर-धरउआ :: विवाह की रस्म विशेष, जिसमें वर ससुराल में कुछ स्त्रियॉं का अंचल पकड़ लेता है और वे स्त्रियाँ कुछ न कुछ उपहार देकर, ही मुक्ति पाती हैं

ढेलवाँसि :: रस्सी की बनी जाल जिससे ढेला दूर तक फेंका जाता है

ढोंका :: ढेला, टुकड़ा

ढोंढ़ी :: नाभि; ढोंढु

ढोआई :: ढुलाने की मजदूरी या कर्म

ढोकाबु :: स्तन में दूध उतारना

ढोठा :: हथकरघे का वह अंग, जिस पर बाबीन या छुंछी चढ़ाई जाती है; मार

ढोरा :: पशु

ढोरु :: चर्म रहित, साफ

ढोलना :: गले में पहना जाने वाला माला विशेष

ढोली :: २०० (दो सौ) पानों की ढेरी

ढोवा :: बोझ, जो एक बार में जा सके

ढ्यांगा :: छोटे कद का बैल

ढ्वाँका :: स्तनों में आया या उतरा हुआ दूध

तंग :: संकीर्ण; परेशान

तंग :: घोड़ों की जीन कसने में प्रयुक्त पेची

तंग-टोर  :: जिस घोड़े के तंग बाँधने के स्थान पर भौंरी हो

तंगिया :: कुछ अधिक लेने ढेर सारे किये या फैलाये गये नखरे, बहाने

तंगी :: आर्थिक परेशानी; संकीर्णता

तंगु :: पीछा

तंबोर, तंबोला :: पान

तइँता :: हमेल में लगी कटिया, जिसमें बच्ची पुही जाती हैं व रुपयाकार बच्चियाँ

तइकै :: तब फिर; तदनन्तर

तइफा :: संगीत पार्टी; मंडली

तइया :: जलेबी बनाने के लिए प्रयुक्त थालीनुमा कराही; ताई

तउँक :: गर्दन में पहनने का आभूषण

तउजा :: उधार

तउनु :: वह

तउबु :: बर्तन आदि का मुँह ढकना, बन्द करना

तउला :: अनाज आदि तोलने वाला व्यक्ति, अनाज क्रय-विक्रय का दलाल

तउहूँ :: तब भी

तक :: बड़ा तराजू; -पट्टी बही-(स्त्री.) काँटे द्वारा जिस माल का वजन किया जाता है, उसका विवरण व्यापारी के नाम सहित तारीखवार होता है

तकउबु :: देखभाल किसी के जिम्मे छोड़ना

तकथा :: लकड़ी का मोटा पटरा

तकदमा :: प्रभुत्व, अधिकार

तकबु :: देखभाल करना, ताकना

तकमा :: तमगा

तकमा :: तगमा

तकरार :: झगड़ा, बहस

तकरूरी :: नियुक्ति

तकसीर :: गलती, अपराध

तकुआ :: चरखा का पुर्जा, जिस पर तागे की फुल्ली पिन्हाई जाती है

तक्कर :: परेशान

तखरी :: स्त्रियों के बाल साफ करने की कूची

तगइयति :: देखभाल, रखवाली

तगाड़ :: मिट्टी घोलने की हौदी; खौं

तगादा :: तकाज़ा, तकादा

तग्गी :: पतला तागा या रस्सी

तचबु :: गरम होना

तजबीज :: प्रस्ताव, मुकदमे का फैसला; अंदाज

तजुरबा :: अनुभव

तड़कबु :: नाले आदि को उछल कर पार करना; चटक जाना; क्रोध दिखाना

तड़का :: बघारः बड़ा सबेरा

तड़कि :: छत में लगने वाली लकड़ी कटी हुई लम्बी लकड़ी

तड़के :: प्रातः काल

तड़क्की :: नाम, शाबासी, शोहरत

तड़खर :: गर्म (व्यक्ति)

तड़ी :: थपेड़ा

ततबीर :: तदबीर, योजना

तथा :: वित्तीय सामर्थ्य, गुंजाइश

तदारुक :: दंड, कष्ट

तधीनी :: अपच

तन :: ओर

तन :: शरीर

तनतना :: शासन

तनदेही :: तत्परता

तनबु :: छा जाना; अकड़कर सीधा होना; बहकावे में आना

तना :: समान

तना :: पेड़

तना :: छाया हुआ; तंग, नाराज़

तनि :: जरा-से

तनी :: सकरी पट्टी; (अव्य) किंचित

तनुक :: जरा से, तनिक

तनुवा :: चमड़ा तानने के काम आने वाला औजार

तनेतराज :: पूर्णतः परेशान

तन्नाबु :: गुस्सा हो जाना

तपबु :: गरम होना

तपसी :: तप करने वाला, तपस्वी

तपहा :: एक नदी, जो अयोध्या के पास बहती है

तपउबु :: आभूषण आदि गरम करना

तपता :: अलाव

तपता :: कोइरा

तपाकी :: ईष्यालु

तपाकु :: ईर्ष्या

तबक्का :: विश्वास, ठिकाना

तबली :: छोटा तब्बल

तबल्ची :: छोटा तब्बल

तबल्ची :: तबलावादक

तबा :: हृदय, जी

तबा :: परेशान

तबालति :: तकलीफ, कष्ट

तबिजिया :: बच्चों का माला विशेष

तबेला :: अस्तबल

तब्बौ :: फिर भी, इस पर भी

तमखुहा :: तम्बाकू पीने वाला

तमतमा :: शासन

तमसबु :: तमकना

तमस्सुक :: ऋण सम्बन्धी अदालती कागज

तमाखू :: मादक पदार्थ, तम्बाकू

तमाशबीन :: तमाशा देखने वाला

तमीज़ :: शिष्टता, सभ्यता

अन्नास :: बिना किसी कारण के

अन्नास :: अनायास

अन्नास-बदे :: बिना छेड़-छाड़ के

अन्निउँ-पन्निउँ :: प्रत्येक दशा में, चाहे जैसी दशा हो

अन्नु :: अनाज

अन्नेगिन :: अनगिनत, असंख्य

अन्हउटी :: (बैल की) आँखों पर बंधी हुई पट्टी

अन्हर-चोटवा :: ՙअनार-चोटवा՚

अन्हरा :: अंधा (मनुष्य)

अन्हंवटबु :: (बैल की) आँखों पर अन्हौरी वाँधना

तमून :: ताऊन; प्लेग

तमेर :: ताँबे का काम करने वाला

तम्बा :: पैजामा

तयदाति :: तादाद, सीमा, अंदाज

तरंतारु :: मुक्ति

तरइहा :: तराई का रहने वाला

तरई :: तारा

तरकी :: कनफूल

तरकी :: तरौना

तरकुल :: ताड़ का पेंड़

तरखर :: देखिए 'तड़खर'

तरजुआ :: तराजू

तरपासबु :: डाँटना

तरल्ला :: कपड़े की निचली परत

तरवाँची :: माची में लगने वाली नीचे की लकड़ी

तरवाँसबु :: अधिक चलने से बैल आदि के पैर तिरछे हो जाना या खुर फैल जाना

तराँछ :: गहनों की हाथ से तराश

तराँ :: जूते का निचला हिस्सा

तरायल :: नीचे रहने वाला

तरासबु :: चमड़ा साफ करना

तरिवन :: कान का गहना विशेष

तरी :: पुराना एकत्रित किया हुआ धन, नमी; आभूषणों में प्रयुक्त तल्ली

तरे :: नीचे

तरैली :: हल की एक छोटी लकड़ी

तरौंछा :: जुआठा के नीचे लगी हुई लकड़ी

तलक :: तक

तलख :: तेज (नमक), अधिक खट्टा या मीठा

तलबाना :: किसी को कचहरी में बुलाने की फीस; चपरासी की उजरत

तलरी :: तलैया, छोटा तालाब

तलहा :: शौच किया हुआ (बर्तन आदि) शौच रहित; तालाब सम्बधी

तलिया :: छोटा तालाब

तलीका :: तलाशी

तलीन :: तैयार

तल्ला :: तल, मंजिल, खण्ड सम्बन्ध, नाता

तल्ली :: कील आदि में लगा हुआ पेंच; तल

तवज्जो :: देखभाल, व्यवस्था

तवान, तावान :: दण्ड के रूप में लिया गया द्रव्य

तवान, तावान :: ताब युक्त

तसमई :: खीर, यह शब्द साधुओं द्वारा ही प्रयुक्त होता है

तसल्ली :: आश्वासन, धैर्य

तहदर्द :: ताज़ा, नया (कपड़ा या कागज)

तहदिल :: निश्चित, इतमिनान

तहबील :: कोष; जमा किया हुआ धन

तहिया :: ताकि, तिस दिन, उस रोज़

तहुली :: तब तक

ताँत :: रूई धुनकने का तार

ताँता :: पंक्ति, कतार

ताई :: थाली के आकार का जलाव रखने का बर्तन; चबेना आदि भूनने में प्रयुक्त कराही

ताक :: घात, अवसर

ताकर :: उसका

ताख :: दीवारों में बने आर

ताखी :: बच्चों की गोल टोपी

ताखी :: जिस भैंस की दोनों पुतलियाँ अलग-अलग दोरुखी चलें

ताजुक :: ताज्जुब, आश्चर्य

ताड़दि :: तुरन्त

ताड़बु :: अंदाज लेना; धारणाबना लेना

ताड़ी :: ताड़ आदि वृक्षों से निर्गत मादक पेय पदार्थ

तात :: गरम

तात :: पिताजी, आर्य, प्रिय

तान :: बैलगाड़ी का पुर्जा विशेष

ताना :: व्यंग्य; मारबु-कटाक्ष करना

तापबु :: अग्नि आदि से शरीर गर्म करना

ताब :: बल, सामर्थ्य

ताबा :: अधिकार, प्रभाव

तामझामु :: सामान; एक प्रकार की खुली पालकी

तारी :: हथकरघे की चरखी में लगने वाली बाँस की फर्ची

तारुआ :: बैलगाड़ी का पुर्जा विशेष

ताल :: तालाब

ताल :: संगीत का लय

ताली :: सुनारों में प्रचलित अठन्नी का गुप्त नाम; चाबी

ताल्लुक :: सरोकार, सम्बन्ध

ताव :: आवश्यकता, पकने या तैयार होने की स्थिति, कागज़ का पर्त, क्रोध

तावखाना :: आग रखने के लिए प्रयुक्त कच्ची मिट्टी का पात्र विशेष

तास :: बैलगाड़ी का एक लोहे का पुर्जा; खेल के पत्ते

तासा :: क बाजा, जिसमें एक ओर चमड़ा लगा होता है

तासीर :: प्रभाव, आंतरिक गुण

तिकड़म :: उपाय, तरकीब

तिखारबु :: स्पष्टकरवाना

तिजरा :: ज्वर, जो तीसरे दिन चढ़े

तिजारती :: रोजगारी, व्यापारी

तिड़काइब :: हटा दे ना

तिड़बिड़ :: कठिन, गड़बड़, सख्त स्वभाव वाला

तिड़ी :: गायब

तिडी-बिड़ी :: तितर-बितर

तितउ :: कडुबा (फल); इसी प्रकार मिठऊ भी फल के लिए आति है

तितलउकी :: कडुई लौकी

तिताबु :: कडुवा होना

तितिला :: एक गीत, जो प्रायः स्त्रियाँ जाँत चलाते समय गाती हैं

तित्तुर :: तीतर

तिया :: विश्वास, निश्चय

तिदरा :: तीन दरवाजों वाला खुला कमरा

तिदवारि :: मुख्य द्वार का वह कमरा, जिसमें किंवाड़ रहित तीन द्वार हों

तिनगबु :: नाराज होना; उछलना, तड़पना

तिन्ना :: तालाबों में होने वाला एक प्रकार का चावल़

तिपहलु :: तीन धारों का रेत

तिफरा :: जौं, मटर, चना आदि का मिश्रण

तिफारु :: तीन फालों वाला हल

तियाला :: तीसरा व्यक्ति

तिरकोलहा :: चौकोर रहित; तिरछा

तिरखा :: प्यास

अन्हयइबु :: स्नानकरवाना

अन्हयार :: अंधेरा

अन्हेरि :: अन्याय, अंधेर

अन्होरी :: गर्मी में शरीर पर होने वाले छोटे-छोटे दाने

अपइँड़ी :: नटखट, शैतान; अपैंडु-(पु.) शैतानी

अपजसु :: बदनामी

अपटनु :: उबटन

अपधुआ :: दोष

अपनपौ :: आत्मीयता, मेलजोल, धनिष्ठता

अपया :: बिना पैर वाला, असमर्थ

तिरफना :: चमारों की तीन फनों वाली अड्डी

तिरबाँचा :: तीन बार कह कर दिया गया वचन

तिरवाह :: नदी के किनारे का क्षेत्र, गाँव आदि

तिरसुति :: जनेऊ के तीन सूत

तिराता :: तीन रात का

तिराबु :: पूरा पड़ना, पर्याप्त निकलना; किनारे लगना

तिरुआ, तिलुआ :: मन, दिल

तिलंकी :: घोड़े के माथे से लेकर नाक तक बनी पतली श्वेत रेखा

तिलंगा :: अंगरेजी फौज का सिपाही

तिलकी :: तीव्र गति में जाने वाले घोड़े की चाल

तिलचौरी :: भुने तिल और चावल से निर्मित चबेना

तिलछबु :: तड़पना

तिलरबु :: रस्सी को तिहराना

तिलरी :: तीन लडियों का आभूषण

तिलेठा :: दाने निकालने के बाद तिल का सूखा पेड़

तिल्लोकु :: त्रिलोक

तिसकुट :: अलसी का कुटा हुआ डंठल या खलिहान का चूरा

तिसाला :: तीसले साल, त्रैवार्षिक

तिसिहा :: तीसी (अलसी) वाला (खेत)

तिहाई :: पात, अन्न की उपज; प्रजा को दिया जाने वाला मजदूरी स्वरूप अनाज

तिहाई :: एक तिहाई

तिहार :: खेत जोतते समय दो हराइयों के सिरे पर छूटा हुआ कोना

तिहिका :: उसको

तिहिते :: उसी कारण

तिहिमा :: उसमें

तिखर :: ईंटें बनाने के लिए प्रयुक्त चिकना मैदान

तीत :: कडुवा

तीरकर :: फैलाकर

तीखी :: अलसी

तुक :: औचित्य

तुकुमी :: बिना कलम किया हुआ

तुक्का :: जुगाडु, सम्बन्ध, मौका

तुच्चा :: नीच, संकीर्ण

तुतुला :: हकलाकर बोलने वाला

तुन्न :: घमण्ड, अहं

तुनक :: तोप; छोटी तोप

तुपबु :: मिट्टी आदि में बंद हो जाना

तुमार :: आपका; तुम्हारा

तुम्मी :: भिक्षुक का बर्तन; लौकी का बना बर्तन

तुरंज :: फल विशेष

तुरंता :: सत्तू

तुरधुल :: कमजोर

तुरपबु :: कपड़ा को दुहराकर हाथ से सिलना

तुरसी :: खटाई, खट्टापन

तुरही :: भोंपू की तरह का बाजा, जो मुँह से बजाते हैं

तुसार :: पाला, जोर की ठंड; नखरा

तुलउबु :: चकिया आदि के पत्थरों में दाँत बनाना

तुली :: जुलाहों की कूची

तुहार :: तुम्हारा

तूत :: फल विशेष

तूती :: एक चिड़िया; नाम; (मु.) -बोलबु-नाम होना, रौब होना

तूदी :: नांद बनाने में प्रयुक्त साँचा

तूर :: एक बार की फसल

तूलु :: तूले रंग का कपड़ा

तेने, ते :: से

तेउँरी, तेवरी :: भृकुटी, दृष्टि

तेउरुस :: दो वर्ष पहले

तेकाँ :: उसको

तेकुआ :: देखिए 'तकुआ'

तेग :: रंदे में लोहे वाला वह भाग, जिससे लकड़ी कटती है; छोटी कटारी

तेतरा :: तीसरे के बाद का, जैसे लगातार तीन लड़कियाँ पैदा होने के पश्चात उत्पन्न लड़का, (मुहा.) "तेतरा बेटवा भीख मंगावै"

तेरज :: आपत्ति, बाधा

तेरंही :: मृत्युपरांत तेरहवें दिन का संस्कार

तेलवारा :: पनवारी लाने पर नाई को दिया जाने वाला तेल का बर्तन

तेलिया :: वर्षा में पृथ्वी से निकलने वाला तेल; तेली

तेवासी :: तीन दिन पुराना

तेसा :: गहना विशेष

तैकै :: तब फिर, तुरन्त ही फिर

तैस :: जोश, क्रोध़

तोंदी :: नाभि

तोंदु :: पेट

तोंबी :: लौकी का बना बर्तन; तुम्मी

तोई :: लहंगे, कुर्ते आदि का किनारा

तोखु :: संतोष

तोड़ा पट्टी :: दीवार उठाने के लिए नीचे की ईंट लम्बई में तथा उसके ऊपर की ईंट चौड़ाई में रखने की पद्धति

तोड़िया :: हल्के पायल

तोडु :: हाथ का गहना विशेष; टूटा हुआ

तोनारा :: जिसकी बड़ी तोंद हो

तोनि :: तोंद; उंगली का सिरा

तोफाँ :: उम्दा

तोबड़ा :: घोड़े के खिलाने में प्रयुक्त मोमजामा आदि का झोला, जिसमें चना आदि रखकर उसकी गर्दन में लटका देते हैं

तोबा :: किसी काम के न करने का प्रण

तोमड़ा :: बड़ा तुम्मा या तुमड़ा

तोरिया :: वह भैंस आदि, जिसका बच्चा दूध पीने की अवस्था में ही छुटा लिया गया हो

तोसक, तोसा :: गुदगुदा बिछौना

तोसा :: गृह देवता के पूजार्थ अन्नों का बना हुआ मीठा-मिठा रोट; बिछौना

तोहमत :: कलंक; आरोप

तौला :: आठ दाँतों वाला; तोलक

तौहीनी :: अपमान, अनादर

त्याहा :: नाराज़गी, गुस्सा

त्यूर्सा :: दो वर्ष के पहले का वर्ष

त्वाँता :: दानारहित फली

त्वापबु :: ढकना, गाड़ना

थंभबु :: थोड़ा रुकना; गर्भवती होना

थई :: विश्वास; भरोसा

थकरी :: स्त्रियों के बाल साफ करने की कूची

थकहर :: थका हुआ; वृद्ध

थकामांदा :: श्रमित, श्रम से थकित

थकिया :: वह चाँदी, जो टाँकेदार एवं दागी होती है

थन :: स्तन

अपर :: जूते का ऊपरी हिस्सा; - बल (वि.) उद्धत, दुष्टा

अपरबु :: पार हो जाना, अंत तक पहुँच जाना

अपरबल :: सर्वोपरि, प्रबल

अपरम्पार :: असीम

अपलच्छ :: अकर्मण्यता, सुस्ती

अपलच्छनु :: आरोप; गंदा कार्य; पोषण कर्म

अपवादि :: शरारत

अपसर :: अफसर

अपसा :: आपस में

अपहरबु :: अन्यायपूर्वक ले जाना

थनइली :: स्तन की एक बीमारी, जिसमें वे पक जाते हैं

थनिहा :: बाँसों का झुरमुट

थपरी :: ताली

थपुआ :: खपरैल

थबरा :: तमाचा

थम्भरा :: मोटी थूनी; थोम्भरा

थम्हना :: जिससे कोई वस्तु थामी या पकड़ी जाय; हत्था

थया :: विश्वास

थरिया :: थाली

थरुहट :: थारुओं की बस्ती; थारुओं का पुराना डीह

थलकुरु :: हृदय

थलर-थलर :: मांस का हिलता हुआ

थवई :: मकान बनाने का काम करने वाला

थवई-गीरी :: राजगीरी

थवना :: घड़ा रखने के लिए मिट्टी की बनी गोलअड्डी

थांगी या थांघी :: लता चढ़ाने के लिए प्रयुक्त एक शाखदार लकड़ी

थांभबु :: संभालना; पकड़ना

थाकि :: सिवाने का पत्थर, सीमा का चिह्न

थाथी :: धरोहर, पूंजी

थान :: कपड़ों व जेवरातों की संख्या; कपड़े का भारी लम्बा रूप

थान्ह :: स्थान, देवता का स्थान; -पवान-उचित स्थान

थाप :: स्थापना; ढोलक की थपक

थापरा :: बैलगाड़ी का वह पुर्जा, जो उँटरा के ऊपर से जुआँ खिसकने से रोकता है

थापबु :: स्थापना करना

थापा :: चूड़ियाँ बनाने के लिए लाख बढ़ाने में प्रयुक्त लकड़ी का यंत्र

थापी :: पिटना; बल्ला

थाम :: लकड़ी का खंभा, जिस पर छप्पर रखा जाए या ढेकुर खड़ी हो

थारा :: बड़े आकार की थाली; बेंड़ी द्वार पानी गिराने का ऊपरी स्थान

थाल्हा :: पौधे के चारों ओर बनाया गया घेरा

थाह :: नाप, अंदाज (जल आदि की)

थाहि :: डाल

थाही :: गहराई की नाप, थाह

थिगली :: कपड़ो में लगने वाली चकती

थिर :: स्थायी, शांत

थुआ :: निंदावाचक शब्द

थुक्का-कजिहति :: दुर्दशा, बदनामी

थुड़ी :: निंदा

थुन्हियाँ :: थूनी

थूह :: ढेर, गड्डा

थूहा :: खीझे हुए 'ऐरी' का गोला एवं ऊँचा ढेर

थेथर :: परेशान, व्यग्र

थेई-थेई :: वाह ! वाह! यह शब्द कहकर ताली बजाते हुए छोटे बच्चों को नचाते हैं

थेवई :: मकान बनाने वाला; राजगीर

थोंथी :: मटर आदि का सूखा आवरण

थोकु :: ढेर

थोथिहा :: लम्बी नाभि वाला (बैल)

थोमरिया :: छप्पर की थूनी

थोरि :: निंदा

दंतकरौ :: ईर्ष्या; दाँत पीसने की क्रिया

दँतील :: पुष्ट एबं मजबूत दाँतों वाला

दँउनी :: पक्की फसल को कुचलकर अनाज निकालने का काम; मड़नी

दउनु :: अत्यल्प, नाम मात्र की वस्तु

दउरा :: बाँस, बेंत आदि का टोकरा

दउरा :: दौड़ा

दकब :: कब ? न जाने कब

दकवन :: कौन ? न जाने कौन

दकस :: कैसा ? न जाने कैसा

दकियानुस :: देहाती, पुरानी तरह का

दगदगी :: खटका, चिंता, डर

दगधा :: दुविधा, शंका

दगरा :: मैले पानी या कीचड़ वाला गड्ढा, तालाब आदि

दगल :: पोशाक; चीर-गर्म वस्त्र

दगल-फसल :: धोखे का मामला

दगहिल :: जिसमें दाग पड़ा हो; (फल) जो सड़ने लगा हो

दड़ा :: फेंटाई करने से माल पूर्णतः मिश्रित होने की अवस्था

दत्तूर :: नियम, तरीका

ददईं :: दादा, हे दादा, अरे बाप

ददरा :: दाद, निशान

ददल्यउबु :: झूठा बना देना, बात न मानते हुए मूर्ख बनाना

ददिया ससुर :: ससुर का बाप

दधिकंदो :: एक त्योहार, जिसमें लोगों पर दही छिड़का जाता है

दनगर :: दाना से युक्त

दनाई :: समझ, होशियारी

दनादन्न :: निरन्तर, बिना रुके

दपाई :: छिपने या चुप रहने की क्रिया

दपाटप :: साफ, चमकदार

दफा :: बार

दफा :: कानून की धारा

दबंग :: प्रभावशाली; सवल

दबउला :: अनुचित दबाव

दबकबु :: छिपना

दबाहुर :: (सवारी) जो आगे दबी हो

दबिला :: पकती हुई वस्तु को चलाने के लिए लकड़ी का बना बड़ा चम्मच

दबीज़ :: भारी, मोटा (कपड़ा आदि)

दबैल :: आर्थिक रूप से दबने वाला

दबोट :: दबाव

दब्बू :: दबने वाला, डरपोक

दमनी :: बैलगाड़ी विशेष

दयंतुरु :: दैत्य

दरइची :: छोटी खिड़की

दरकबु :: चटक जाना

दरका :: दरार

दरकार :: अपेक्षा, जरूरत

दरक्खतु :: बहुत मोटा पेड़

दरखनी :: भूमि में छेद या गड्ढा करने का एक औजार

दरगाह :: मुसलमानों का पवित्र स्थान

दरजा :: कक्षा, उच्च स्थान; गण

जरजाइबु :: स्पष्ट करना, निश्चित कर देना

दरजि :: दीवाल या लकड़ी में फटने का चिह्न

दरपनी :: छोटा दर्पण

अपाढ़ :: कठिन, दुष्प्राफ्य

अपीसर :: अफसर

अपुआ :: स्वयं

अपुसा :: आपस

अपूरी :: पूरी, भरपूर, व्याप्त

अप्छरा :: अप्सरा, सुन्दर नारि

अफनाबु :: घबराना; आपे से बाहर हो जाना

अफरबु :: छक जाना; पेट भर जाना

अफरादाँ :: व्यर्थ, अधिक

अफलातून :: बड़े गर्व एवं मस्तिष्क वाला (व्यक्ति)

दरब :: द्रव्य, तत्व, महत्व, मूल्य

दरबर :: मोटा पिसा हुआ (आटा)

दरबा :: छोटा गिचपिच मकान; मुर्गियों के रहने का घर

दराना :: राहगीर, जनता, झुण्ड

दरि :: जगह, स्थान

दरिनई :: वृद्धता

दरियाबु :: जानकारी

दरियावै :: नदी, बड़ी नदी

दरियावै :: अथाह

दरीना :: वृद्ध, अनुभव

दरीवा :: बाज़ार

दरेंती :: दीवार आदि में छेद करने में प्रयुक्त लोहे का औजार

दरेग :: दया, तर्स

दरेतिया :: दाल दरने वाली छोटी चकिया

दरेरा :: भीड़-भाड़ की रगड़न

दरेस :: वर्दी

दर्यारा :: संकट, प्रकोप

दर्रा :: मोटा पिसा हुआ आटा, दला हुआ (गेंहू, जौं आदि)

दर्रा :: घाटी, पर्वतों के बीच का सँकरा रास्ता

दर्राक :: चालाक

दल :: पत्ता, निमंत्रण (कथा का); पार्टी, बड़ा शामियाना

दलगर :: गूदेदार (फल आदि)

दलामलि :: जोर की भीड़; रेलपेल; प्रायः गीतों में

दलिददुरु :: दरिद्रता

दले :: महावत द्वारा प्रयुक्त शब्द, जिससे हाथी पानी में चलने एवं पानी पीने के लिए आदेश लेता है

दलेल :: दण्ड (प्रायः पुलिसवालों का)

दल्लान :: मुख्य द्वार का बड़ा कमरा, जिसमें द्वार होते हैं पर किवाड़ नही

दवंगरा :: जोर की वर्षा

दवँतरी :: एक आयु के व्यक्ति

दवँन :: सिंचाई के टोकरे में लगने वाली एक रस्सी

दवँरी :: कटी हुई फसल पर बैलों को घुमाने की क्रिया; मड़नी

दवना :: एक सुगंध देने वाला तुलसी के समान पौधा, जिसकी पत्तियाँ देवतओं को चढ़ती हैं

दसउन्ही :: एक जाति, जिसके पुरुष कविता गाकर जीवन यात्रा करते हैं

दसकत :: हस्ताक्षर, दस्तखत

दसगर्दा :: छोटा-सा मामला

दसगान्न :: मृत्यु के बाद की एक क्रिया

दसनामी :: एक प्रकार के साधू

दसपना :: चिमटा

दसवरदार :: (कानूनी अधिकार से) अलग

दसवाँ :: मृत्यु के दसवें दिन का संस्कार

दसवाँ :: १/१० वाँ

दसा :: हालत

दसाइबु :: बिछाना

दसी :: बैलगाड़ी में प्रयुक्त वे बल्लियाँ, जिन पर पटरे जड़े जाते हैं; दशमी तिथि

दस्तबन्द :: अंगुलियों में पहना जाने वाला गहना

दस्ता :: हथौड़ी का बेंट; कागजों के २४ तावों का समूह, टीम

दस्तुरी :: फीस; (व्यक्ति विशेष की) उजरत

दस्सा :: बनियों की एक उपजाति

दहकच्चरि :: भीड़; शोरगुल

दहकबु :: खूब जलना या गर्म हाना

दहकु :: गड्ढा; डहुकु

दहड़ि :: मिट्टी की हंडी

ददपहु :: हट्टा-कट्टा, बहादुर

देहरोल :: परिश्रमी, धैर्यवान

दहला :: नदी के किनारे का मैदान या जंगल

दहाइब :: खूब भिगोना

दहाई :: किनारा; खड़ी फसल का एक भाग; दस का समूह

दहाना :: कपड़ो का ढेर, भण्डार

दहिगलवा :: दही-पात्र

दहिजरा :: जिसकी दाढ़ी जली हो, बदमाश; यह शब्द गाली के लिए ही स्त्रियों द्वारा प्रयुक्त होता है

दहिना-बावाँ :: भला-बुरा

दहिलीज :: दरवाजे की देहरी

दहु :: कि, शायद

दाँइब :: प्रबन्ध करना

दाँता-किटकिट :: कहासुनी, झगड़ा

दाँती :: किनारा, तट; दाँत की बतीसी

दाँतुन :: खर-पतवार

दांदि :: नुकसान, हानि

दाँया गूल :: दाहिना, सिरा

दाई :: बूढ़ी स्त्री; बाबा की पत्नी

दाई-जोटिया :: साथी, सम वयस्क

दाख :: फल विशेष

दागबेल :: मकान आदि की नाप-जोख के बाद रस्सी के सहारे लगाया गया निशान

दादनी :: सरकारी सहायता, जो अफीम की खेती आदि के लिए किसानों को मिलती है

दाबस :: दबाव, जोर

दाम :: मूल्य, धन

दायँ :: बार, दफा

दायँ :: दावँ का बहुवचन

दायँ :: दाहिने

दार :: उपजाऊ, मालदार

दार :: युक्त

दारिउँ :: फल विशेष

दाल्हबु :: व्यंग्य कह-कह कर दुःख देना

दायजु :: दहेज; दइजु

दावँ :: पेंच, बारी, चाल, उपाय, धोखा

दावनि :: पोशाक में नीचे की मोड़

दासा :: मकान की खंभियों के ऊपर रखी हुई लम्बी लकड़ी

दासि :: सेवा, खिलाई-पिलाई

दाह :: जलन; मुर्दा जलाने की क्रिया

दाहा :: ताज़िया

दिउँका :: दीमक

दिउठी :: लकड़ी या मिट्टी का बना स्तम्भ, जिस पर दीया रखा जाता है

दिउली :: मिट्टी का कटोरीनुमा छोटा बर्तन, जिसमें दीया रखा जाता है

दिक्क :: नाराज़, अस्वस्थ

दिक्कति :: परेशानी, कष्ट

दिगउबु :: जलाना

दिनारि :: अधिक उम्र की, पुरानी

दिन्वारा :: प्रथम पुत्र का सात-आठ वर्ष बाद ननिहाल में होने वाला मुंडन संस्कार

दिपल्ला :: चमड़े की एक छोटी पट्टी, जो 'मोट' में लगाई जाती है

दियँक :: दीमक

अफायाँ :: व्यर्थ, निरर्थक

अबखोरा :: गिलास

अबगा :: जिसमें पानी न मिला हो (विशेषकर दूध एवं गन्ने का रस)

अबटनु :: उबटन; अपटन

अबतर :: खराब; और खरा (प्रायः स्थिति के लिए)

अबर :: बादल

अबरा :: रंदे नामक औजार में तेग के साथ लगने वाला दूसरा लोहा

अबलख :: सफेद रंग का घोड़ा

अबवाब :: वह सरकारी टैक्स, जो जमींदारों से माल-गुजारी पर शिक्षा, सड़क आदि के लिए वसूल होता था

अबीरि :: अबीर

दियरी :: मिट्टी क़ा छोटा दीपक

दिया :: दीपक

दियाली :: मिट्टी का अति छोटा बर्तन

दिलासा :: भरोसा, ढाढ़स

दिलेर :: निर्भय, वीर

दिवला :: बड़ा दिया

दिवान :: थाने का बड़ा मुहर्रिर (कहा.) लरिका ठाकुर, बूढ़ दिवान

दिवान :: दीव़ाना

दिसकूट :: पहेली

दिसा :: दिशा; शंका, स्मरण

दिसा-मैदान :: मल त्याग

दिसा-सुरु  :: दिशाभ्रम

दिहाड़ी :: दैनिक मजदूरी

दीठि :: दृष्टि

दीवट :: दीपक रखने की अड्डी

दुइरसा :: सोना का वह दोष, जिसमें चाँदी व ताँबा दोनों मिले होते हैं

दुकड़ा :: पैसे का एक भाग

दुकान :: लुहारों की भटठी, विक्रय केन्द्र

दुकान रखना या बढ़ाना :: भट्ठी जलाना या बूझाना

दुखड़ा :: दुःख का हाल

दुखतरी :: लड़की का (अधिकार)

दुखलहल, दुखलहा :: (अंग) जिसमें घाव या फोड़ा आदि हो; जो शीघ्र दुःख सके

दुखिया :: दुःखी, व्यथित

दुछनिहा :: बंगला, दो पल्लों की बड़ी मड़ैया; मड़हा

दुछेहे-दुछेहे :: देखिए 'डुर्छे-डुर्छे'

दुत :: डाँटने का शब्द

दुताई :: टूत का कार्य; चुगली

दुदहँड़ि :: दूध पकाने में प्रयुक्त हण्डी

दुदहा :: दूध क्रय-विक्रय करने वाला व्यक्ति

दुद्धा :: वह दाना, दिसमें दूध हो (अनाज का) अर्थात कच्चा

दुद्धी :: खरिया; एक बूटी, जिसमें दूध होता है और जो कई दवाओं में काम आती है; (स्त्री.) अंशहीन दूध

दुनवढ़ :: दुगुना

दुपल्ली :: टोपी का प्रकार विशेष

दुपहरिया :: दोपहर का भोजन; ऐसे भोजन का कच्चा सामान; दोपहर

दुबक्कड़ :: दुबे का घृणित रूप (कहा.) "दुबे दुबक्कड़ तीबे नवाब तिवारी हरजोतना चौबे चमार"

दुबचउर :: जहाँ दूब की हरियाली और भूमि चौरस हो; सुन्दर (स्थल)

दुबरई :: गरीबी, धनहीनता

दुबाढ़ा :: दुगना, अधिक

दुब्बक :: अड़चन

दुभुकु :: अभाव, कमी

दुमना :: जो (पशु) खड़े-खड़े हिलता हो ऐसे पशु कुलक्षणी माने जाते हैं

दुम्मा :: मोटी दुमवाली (भेंड़)

दुरपती :: द्रौपदी

दुरभाव :: अनबन, दिलमैली

दुरमुटु, दुरमुसु :: फर्श आदि बराबर करने का यंत्र

दुरित :: पाप

दुरुत्त :: ठीक-ठाक, दुरुस्त

दुरौंध :: दरवाजे की ऊपरी लकड़ी

दुर्गवाँछी :: बेचैन

दुर्रें :: बच्चों को सुलाने का शब्द; कुत्ते को हटाने का शब्द

दुलरी :: दो लड़ी वाला आभूषण

दुलरुआ :: दुलारा

दुलकी :: घोड़े की एक प्रसिद्ध चाल

दुलखबु :: किसी नाजायज़ कार्य की निन्दा करना

दुलाई :: हल्की रज़ाई

दुवासि :: द्वादसी

जुहाजू :: वह आदमी या औरत, जिसकी पत्नी या पति छूट गया हो या मृत्यु को प्राप्त हो गया हो

जुहाजू :: दोहजा

दूजि :: द्वितीया

दूबर :: दुर्बल, कम पैसे वाला

दूभर :: दुष्प्राप्य

दूरस :: उपजाऊ मिट्टी, दोमट

दूरसा :: सोना का वह दोष, जिसमें ताँबा और चाँदी दोनों मिले होते हैं

दूलम :: दुर्लभ; -दास-प्रसिद्ध संत

देखवार :: देखने वाला, वर देखने वाला

देखार :: स्पष्ट, दिखाई पड़ने वाला

देखुवा :: लड़के को देखने आये कन्या पक्ष के लोग

देनी :: आशीर्वाद या कृपास्वरूप प्राप्त वस्तु; देन

देवखरी :: देवताओं का समूह

देवाँर :: लकड़ी व फसलों में लगने वाला कीड़ा विशेष; दीमक

देवाई :: देने का ढंग,क्रिया; संस्कार विशेष

देवारी :: दीपावली

देवाल :: दीवार

देसउरी :: पान की एक उपजाति; देशी

देसनी :: देश का अज्ञात भाग

देसवरिया :: सफेद कुम्हड़ा

देसवरिया :: झरिकोलहा

दसाउर :: व्यापार का स्थान; बाहरी मंडी

देहंगर :: मोटे शरीर वाला

देहरी :: दरवाजे में नीचे लगी लकड़ी की चौखट

दोंदबु :: इन्कार करना (बात को) विरोध करना

दोख :: दोष, पाप

दोखी :: दोषी, दुर्गुणी, ऐबी (व्यक्ति)

दोगला :: पानी उलीचने में प्रयुक्त बाँस द्वारा निर्मित गहरा बर्तन, जिसमें दो लोग लगते हैं

दोगला :: नस्ल का कच्चा

दोगा :: रजाई का छपा हुआ कपड़ा

दोङ :: ब्याह के बाद की दूसरी विदाई, जो गौने के कुछ दिन पीछे होती है

दोचा :: हिसाब में कमी, नुकसान

दोपच :: अड़चन, दुविधा

दोब :: रोक, नियन्त्रण

दोबिया :: अन्न विशेष

दोसन :: द्वेष करने वाला, विरोधी

दोहजनु :: बालों को द्वितीय बार बनाने का संस्कार

दोहनी :: मिट्टी का बर्तन, जिसमें दूध दुहा जाता है

दोहरस :: उपजाऊ; दूरस

दोहरा :: गन्ने का रस उलीचने वाला बड़ा चम्मच

दोहरा :: दो पर्त का

दोहरि :: दुहरी चादर

दोहान :: जवान बैल

दौ :: धौं, अथवा

अबुझु :: चने का साग

अबेर-सबेर :: समय-कुसमय

अबेरि, अब्यार :: बिलंब

अभरनु :: आभरण, गहना

अभिरबु :: फँसना; झगड़ना

अभिलाख :: अभिलाषा; हार्दिक इच्छा

अभुवाबु :: जोर-जोर से चिल्लाना; जंभाई भरना

अभेर :: संघर्ष

अभोखन :: आभूषण, भोजन या पान का सामान (प्रायः देवी या देवता का)

अभउआ :: एक हरा कपड़ा, जो कच्चे आम के रंग का होता है

द्याँह :: देहँ, शरीर (अव्य.) वास्ते

दयावँ :: देव, पारिवारिक देवता

द्रयाँचलु :: दीवाल के सहारे, छत आदि डालने के लिए बनाई गयी पतली दीवाल

द्रयाँचलु :: दुवाँचरु

द्वांद :: सम्पत्ति, रकम

दवाम :: चाँदी आदि में कम कीमती दूसरी धातु का मिश्रित रूप

धंगरबु :: रौंदना

धंधरि :: लौ, ज्वाला

धंधाक :: दौड़कर; धंधाय

धँमबु :: चुमना, घुसना

धइना :: कारनामा, नियम, आदत

धइँतल, धइंताल :: लम्बी देह का एक खास किस्म का सुअर

धइँतल, धइंताल :: दुष्ट, नटखट

धउँस :: रौब, गर्वपूर्ण व्यवहार

धउँसा :: बड़ा, नगाड़ा

धकापेल :: बहुतायत से

धमरिन :: धोबिन (गीतों में); इसका पु. प्रयुक्त नहीं होता; डोमिन

धड़ल्लेति :: बिना किसी रुकावट के

धड़ांग :: पंक्ति, किनारा

धतूरा :: प्रभावशाली व्यक्ति

धधाबु :: प्रज्वलित होना; इच्छा करना !

धनइत :: धनवाला

धनउची :: आँगन में बना हुआ छोटा चबूतरा

धनकोदवा :: धान एवं कोदों मिला हुआ अन्न

धनखरा :: पत्नी के साथ आया हुआ पूर्व पति का (पुत्र); वह खेत, जिसमें धान की फसल ली गई हो

धनखरी :: घान का खेत; धनखर

धनगर :: धान उत्पन्न करने वाला (खेत) धनहा

धनघुट्ठी :: धान कटा हुआ खेत

धना :: प्रिया, वधू

धनिया :: युवा स्त्री, दुलहिन; मालवी में 'धनी' पति या मालिक के रूप में प्रयुक्त होता है; धान की उपजाति; मशाल

धनुही :: रूई धुनकने वाली मशीन; छोटा धनुष

धन्ना :: धरना; सेठ-धनाढ़य सेठ

धन्धि :: तीव्र इच्छा, उत्कटता (प्यास की)

धन्नि :: मोटी लकड़ी, जो कुएँ पर या दीवार पर रखी जाती है

धन्नि :: धन्य, प्रशंसनीय, आश्चर्यजनक

धन्नी :: छत पें पड़ने वाली मोटी लकड़ी

धन्नो :: प्रिया, वधू

धपइया :: कोस का आधा, एक मील की दूरी

धपाधप :: बहुत साफ, उज्ज्वल

धमधूसर :: अधिक मोटा

धमसा :: छोटी चेचक

धमारि :: भार (उपभोग सम्बन्धी)

धरउआ :: बिना ब्याह के ऐसी स्त्री का लाना, जिसका ब्याह पहले हुआ हो

धरगही :: पाटा चलाते समय माचि से बंधने वाली रस्सी, जिसको पकड़ कर खड़ा हुआ जाता है

धरबु :: रखना, रखदेना

धरम जुहया :: वह जुआँ, जिसमें तराठ के स्थान पर केवल फंदे लगे होते हैं

धरहारिया :: पकड़ने की कोशिश, बाध्य करने का प्रयत्न

धराउँ :: सुरक्षित (कपड़ा आदि) विशेष अवसरों पर पहनने के लिए रखा हुआ

धरिकार :: बाँस की टोकरी आदि बनाने वाला

धवरहरा :: टीला, ऊँची इमारत, मीनार

धांधबु :: भोजन आदि खाना

धाकडु, धाकर :: निकृष्ट ब्राह्मण

धाकडु, धाकर :: धनाढ्य, साहसी

धानि :: पुत्री या बहन की सम्पति

धरि :: देवी को चढ़ाई हुई वह पानी की धार, जिसमें लौंग, गु ड़ आदि डाला जाता है

धारौ-धार :: बेरोक-टोक (बह जाना, पतित होना); एकदम

धाह :: जलन; जलती हुई आग की दूर से लगती गर्मी

धिङरा :: सुस्त लुच्चा, जिसे कोई काम न हो

धिया-पूता :: बाल-बच्चे; धी (कन्या) पूत (पुत्र) स्त्रियों में प्रचलित सम-वयस्क को बहिनी-और छोटी को धिया

धीङ-धीङा :: अस्त-वयस्ता

धीरपूर :: शांत एवं धैर्यवान

धीरा :: धीरज, धैर्य

धीरा :: धीमा

धीवर :: कहार

धुच्चि :: हठ, व्यर्थ की जिद

धुनकबु :: रूई साफ करने की क्रिया, मारना

धुनकहा :: रूई धुनकने वाला व्यक्ति

धुनका :: धुआँ निकलने का एक छेद

धुनकी :: रूई धुनकने की मशीन; छोटी सी डेहरी

धुनि :: तर्ज, ढंग, ध्वनि

धुमिल :: मटमैला

धुर :: बैलगाड़ी की पहिया के अन्दर की छड़

धुरकिल्ला :: धुरी में लगने वाली लकड़ी या कील

धुरन, धूरन :: चारा आदि में लगाया गया आँटा

धुरा :: पुरहाईं कुआँ का वह ऊँचा स्थान, जहाँ तक बैल आते हैं; धुर

धुरिया धाम :: नाश की ओर धूल का घर

धुरु :: खेतों का किनारा

धुसरहा :: वह जानवर, जिसकी पूँछ के प्रारम्भिक भाग में नीचे की तरफ फोड़ा जैसा आकार बन जाता है

धुस्स :: ढेर (बालू का)

धूई :: धूनी

धूरा :: चिमटे के आकार की वह लकड़ी जो कुएँ पर गर्रा टांगने के लिए गाड़ी जाती है; ऊँचा जल मार्ग

धूरी :: सीमा

धूसर :: कालिमायुक्त या मटमैला

धेती :: नेती, मथानी की रस्सी

धेरिया :: पुत्री

धेलाय :: तीन सौ रुपये लेने के लिए

धोंधकी :: मिट्टी की छोटी डेहरी या अनाज रखने का पात्र

धोंधा :: मोटा एवं सुस्त

धोंधा :: लावा आदि के लडडू

धोंनाह :: बड़े और घने पौधों की आड़

धोई :: उड़द की धुली दाल, जो बड़ा पकौड़ा आदि बनाने के काम में आती है

धोकर कसा :: काल्पनिक व्यक्ति, जो अपनी धोकरी में बच्चों को भर के उठा ले जाता है

धोकरी :: बड़ी थैली

धोजा :: ध्वजा, पताका

धोबघटा :: वह घाट, जहाँ धोबी कपड़ा धोते हैं

धोबिया राग :: धोबियों में गाया जाने वाला गीत

धोवउवा :: कपड़े धोने की संख्या

नंगई :: निर्लज्जता एवं हठ; दबंगई

नंगबाँड़िया :: (बच्चा) जो अपनी बात पर मचला रहे; जिद्दी

नंगा :: बेशर्म एवं झगड़ालू; नग्न

अमचुर :: आम की सूखी खटाई

अमल  :: समय; नशा (जो समय पर लगता है)

अमला  :: कर्मचारीगण

अमलोनी  :: एक खट्टा साग

अमवारी :: आम की बाग

अमानी  :: निर्धारित पारिश्रमिक

अमानी  :: मानरहित

अमाबु :: अंदर आ सकना (किसी वस्तु का)

अमावट  :: पके आम के रस की पपड़ी जो धूप में सुखाकर बनती है

अमिया  :: कच्चे आम का छोटा फल; अम्बिया

नंगिच्यउबु :: समीप पहुँचना

नंगीचे :: पास; समीप

नंदोलिया :: अधिक छोटी नांद

नंदवाला :: छोटी नांद

नँधाव :: नाली का वह चौड़ा व गहरा भाग, जहाँ पर बेड़ी चलायी जाती है

नइँयाँ, नायँ :: तरह, जैसा

नइचा :: हुक्के का नैचा

नइथुवा :: नया, युवा

नइनी :: मछली विशेष

नइहर :: (स्त्री के) पिता का घर या गाँव; (कहा.) "नइहरे मे चुनरी धुमिल भई"

नउआ झकोर :: नाइयों की लम्बी पंचायत

नउतई :: पूजा, दैव शक्ति द्वारा किसी के कष्ट दूर करने की क्रिया

नउतरा :: जूते की किस्म विशेष

नउतोरु :: नये सिरे से बनाया गया (खेत)

नउधा :: नई अवस्था के

नउबति :: बधाई, दशा

नउहड़िया :: व्यक्ति, जो अलग भोजन बनावे

नउहर :: नया

नकटी :: नाक की मैल

नकटी :: वह स्त्री जिसकी नाक कट गयी हो

नकदम :: परेशान, नाक में दम

नकद्दर :: खरांब, रद्दी

नकराई-सकराई :: हुण्डी के भुगतान में जो घट-बढ़ी लगती हो

नकारा :: अनुचित

नकिदरों :: परेशानी; कष्ट

नकुटा :: चप्पल में प्रयुक्त चमड़े की पतली पट्टी विशेष

नकुना :: नाक

नक्क :: अच्छी, उपजाऊ (भूमि)

नक्कटई :: बदनामी

नक्की :: युग्म रहित; समीचीन

नक्कू :: मुँह छिपाने वाला,

नक्कू :: नाक का मैल

नक्षत्तरु :: भाग्य

नक्षत्री :: भाग्यवान

नखत :: नक्षत्र

नखारु :: गाय भैंस आदि जानवरों की जाति या नस्ल

नगरा :: हल विशेष, जिसमें फार डण्डा जैसा लम्बा लगता है

नगवारा :: अप्रिय, बुरा

नगहाज्वारा :: वह लाख की चूड़ी, जिसमें नग जड़े होते हैं

नगारा :: नगाड़ा

नगिरही :: स्त्रियों का एक आभूषण जिसमें नौ दाने होते है

नग्घन :: किसी रोगी के मलमूत्र को लाँघने से लगा रोग

नचना :: बरात में मित्रों एवं नातेदारों द्वारा नाचने वाले को दिया गया रुपया

नजरा :: आगे के बड़े-बड़े बाल

नजीर :: दृष्टांत, मिसाल

नजोर :: कमजोर

नटई :: गला, गर्दन

नटई :: गटई

नटवा :: जाति विशेष, जो नेक प्रकार के कार्य, कलाएँ करके पेट चलाते हैं

नटारमु :: प्रारंभिक तैयारी; पूरा प्रबन्ध

नटिया :: छोटे आकार का बैल

नटुला :: नाटा व्यक्ति

नतअभेर :: रिश्तेदारी का सिलसिला

नतइती :: रिश्तेदारी, नातेदारी

नताइति :: नतइती

नतोह :: नाती की स्त्री

नथइला :: बैलगाड़ी का पुर्जा विशेष

नथिया :: नाक का आभूषण

नथुनी :: नाक में पहनने का स्वर्ण आभूषण

नदारति :: नष्ट, गायब

नद्धी :: ताँत, चमड़े की डोरी

ननियाउर :: नाना का घर, गाँव

नपाक  :: अपवित्र

नपान :: प्रतीक्षा में, लालच में

नफगर :: नफा देने वाला

नफा :: लाभ; फायदा

नबूद :: नष्ट

नबेली :: नई, जवान (स्त्री) सुन्दर

नमोसी :: बदनामी

नयचा :: हुक्के की नली

नय्याब :: उम्दा

नरकुल :: जंगली पौधा, जिसकी लकड़ी से कलम, बाँसुरी बनती हैं

नरखराबु :: ऐंठ के साथ बोलना

नरगह :: दुःखमय स्थिति

नरदई :: नारद का काम

नरदवा :: जहाँ पर गन्दा पानी इकट्ठा होता है, नापदान

नरमा :: एक प्रकार की रूई और उसका पेड़

नरा :: तारो की बड़ी फुल्ली; पेट के भीतर नाभि के पास का भाग

नरिया :: नालीनुमा खपड़ा; नाली

नरी :: तागे की छोटी फुल्ली; गर्दन

नरुआ :: अनाज वाले पौधों का (पोला) डंठल; कोल्हू का वह छेद, जिससे तेल गिरता है

नरेही :: झुण्ड, समूह

नरोई :: घुटने के नीचे का सामने वाला भाग, जिसमें ऊपर हडडी होती है

नर्रा :: सिंचाई का एक प्रकार, जिसमें बिना कोहा कटाए पानी दिया जाता है; हरे प्याज की पौध

नर्राबु :: क्रुद्ध स्वर में बोलना

नलकी :: माला में प्रयुक्त प्लास्टिक की नली

नलुई भट्टी :: ठठेरों की भट्ठी

नल्ला :: हथेली एवं बाँह को जोड़ने वाला भाग

नवई :: नाईगीरी

नवगिरही :: हाथों में पहना जाने वाला गहना

नवतता :: दाहिनी ओर घूमने के लिए हलवाहे का बैलों को संकेत

नवधुआ :: नया (छोटा पेड़)

नवरिया :: नौका

नवलेवा :: वह स्थान, जहाँ पर नदियों द्वारा वर्षा में आकर नई मिट्टी जम जाती है

नवहरा :: तीन बीता लंबा बना हुआ नया हल

नवा :: नये अन्न का ग्रहण; संस्कार, गाँवों में यह दो बार रस्म मनाया जाता है

नवारा :: नाव पर चढ़कर खेला जाने वाला एक पुराना खेल (गीत) "सरजू में खेलत राम नवारा"

नसउरी :: नौ अंगुल की चौकोर ईंट

नसी :: फार

नसीर :: रेशम सरीखी नक्काशी दार (चूड़ी), जो सतह पर रंगीन होती है

अमिर्त  :: अमृत

अमिर्ती  :: जलेबी की तरह की प्रसिद्ध मिठाई

अमिला  :: एक प्रकार की बुआई, जो धान के लिए आती है

अमिलाबु  :: खट्टा हो जाना

अमिली  :: इमली

अमेठियाँ  :: जिस दिन बाजार न हो

अमोला  :: आम का छोटा पौदा या पेड़

अम्बर  :: सिल्लैट चूड़ी की आधी व गोलपन से युक्त (चूड़ी) । इसका प्रचलन अतिसाधारण स्त्रियों में ज्यादा होता है

अम्बर  :: बादल

अम्बलबेलि  :: लता विशेष, जिसको जमीन की आवश्यकता नहीं होती; अमरबेलि; परजीवी लता

नसुड्ढा :: अपशकुनी, जिसके देखने से अपशकुन हो

नसुहा :: चारा काटने की लकड़ी, जिसका आधा भाग भूमि में गड़ा हो

नासूर :: फोड़ा, जो शीघ्र अच्छा न हो

नह :: बैलों को बाएँ मोड़ने की बोली

नह :: नाखून

नह :: बैलगाड़ी के पहियों में प्रयुक्त भेलन

नहकै :: नाहक, व्यर्थ ही

नहखरबु :: बैलों आदि का क्रुद्ध मुद्रा में बोलना

नहखुरु :: नाखून काटने की क्रिया

नहट :: नष्ट

नहबु :: बैलों को माची में जोतना

नहन्नी :: नाखून काटने की चाकू विशेष

नहरनु :: नाखून काटने का औजार

नहरूम :: जिससे कुछ छीन लिया गया हो

नहवनिया :: स्नान के लिए जाने वाला यात्री

नहसुतु :: बीसों नाखूनों को धोने की क्रिया

नहसुति :: एक पेड़, जिसकी लकड़ी लाल होती है

नहाँ :: चबूतरा

नहान :: स्नान

नहारी :: नाश्ता

नहिया :: पैर की अंगुली का आभूषण

नांघबु :: लाँघना

नांघबु :: गाय आदि मादा जानवरों का गर्भस्थ होना

नांदा :: मिट्टी के बर्तन थपथपाने में प्रयुक्त अडडा; बड़ी नोद कूंड़ा

नाकदरि, नाकदरी :: बेङ़ज्जती

नाका :: गली, मुहल्ले का प्रवेश द्वार; सूई का छेद; चप्पल की वह पट्टी, जो अंगूठे व उंगली के बीच होती है

नाकि  :: नाक; पानी मे रहने वाला भैंस की भाति का एक बड़ा जानवर

नाकिस :: दुष्ट, क्रृर स्वभाव का

नाकेदार :: कर्मचारी जो नाके का नियंत्रण करता है

नाखुरु :: नाखून काटने की क्रिया

नाखूनी :: पोशाक में लगी नीचे की मोड़; नाखून में प्रयुक्त रंग

नाखूनी :: दावनि

नागा :: अनुपस्थिति

नागा :: अनुचित

नागा :: साधुओं का पंथ या उपजाति

नाजु :: अनाज

नाजो :: (गीतों में) नाज़ करने वाली सुंदरी; नायिका

नाटा :: छोटे आकार का बछड़ा

नाटा :: नाटे कद का; (कहा.) "नाटा खोटा बेंचकर बैल धुरंधर लेहु"

नात :: रिश्तेदार

नाथ :: बैल आदि के नथुने में लगी या पड़ी हुई रस्सी

नाथ :: स्वामी; (कहा.) "आगे नाथ न पीछे पगहा"

नाधबु :: बैलों को माचि में मचियाना; बनाना, बाँधना

नाधबु :: चल देना, बकना

नाधा :: चमड़े की पट्टी, जो हल आदि बाँधने के काम आती है

नाधु :: नाली का वह चौड़ा व गहरा भाग, जहों बेंड़ी से पानी उलीचा जाता है

नान्ह :: छोटा-सा

नापास :: अस्वीकृत

नाबदि :: न होने की स्थिति, अस्वीकृति

नामी :: नाम वाला, प्रसिद्ध

नार :: हथकरघे का वह अंग, जिस पर तागे की फुल्ली चढ़ाई जाती है; सल-असली, शुद्ध सोना; बड़ा नाला

नारा :: पैजामा आदि में डालने का फीता

नारी :: नाड़ी; नाली; स्त्री; तालाब में होने वाली लता विशेष

नारु :: ऊबड़-खाबड़ ज़मीन, चौड़ा नाला; बोझ

नारु-रखबु :: हल का भार एक बैल पर रखना;

नारु-छीनबु :: नवजात शिशु की नाल काटना

नावँ :: नाम, यश; (कहा.) "मर्द मरै नाबँ क निमर्द मरै पेट क"

नास, नासी :: हल के फार में लगी लकड़ी

नासा :: मुख्य रास्ता या द्वार, मेंड़ आदि का वह भाग, जहाँ से रास्ता निकला हो, नाका;

बंदी :: नाकाबंदी

नासि :: नाक में घी आदि डालने की क्रिया

नासि :: नष्ट

नाह :: बैलगाड़ी के पहिये के बीच वाली मोटी लकड़ी (नाभि)

निगरबु :: फसल में बाल या फल निकलना

निंगाली :: सुनारों के यहाँ प्रयुक्त वह नली, जिससे आग पूँकी जाती है; हुक्के की नली

निंगुड़ही :: चाँदी से निर्मित स्त्रियों का कलाई में पहना जाने वाला आभूषण

निंदीपारा :: काँच की गोली द्वारा खेला जाने वाला बच्चों का खेल विशेष

निंधरक :: निर्भय

निंबउरी, निंबकउरी :: नीम का फल

निउ :: नींव

निउनी :: निपुण

निकउबु :: फसलों से खर निकालना; सन की डंठल से अलग करना

निकवाह :: निराई करने वाले लोग

निकसता :: तोड़ा की जगह काम आने वाली लकड़ी

निकसबु, निखरबु :: निकलना

निकाई :: अच्छाई

निकार :: चेचक; निकलने का ढंग

निकासी :: बिक्री, निष्कासन

निकासु :: निर्गत द्वार, मुख्य द्वार

निक्खा :: निरा, विशुद्ध

निखंड :: अटूट; अबाधित

निखद्द :: निकृष्ट, खराब

निखार :: सफाई, चमक

निखालिस :: विशुद्ध, निरा, मात्र

निखोनना :: हरे जौं का एक चबेना

निगरदान :: मैदान

निगुही :: सुरूहटी, छोटा चींटा

निगोड़ा :: जिसके संतान न हो

निचाट :: सुनसान, निर्जन; बहुत तेज

निचोर :: संक्षेप, असली रहस्य

निछान :: केवल, जिसमें कुछच और न मिला हो

निछावरि :: न्योछावर में डाली जाने वाली मुद्रा या अनाज

निठाह :: जब कोई फसल आदि तैयार न हो

निथरबु :: साफ हो जाना (पानी आदि द्रव का)

निदरबु :: निरादर करना

निधरक :: बेफिक्र

निनउरु :: ननिहाल

निनार :: अलग; स्पष्ट

निन्ने :: निहार; बिना खाये-पिये की अवस्था

निपंजा :: बीड़र (कपड़ा)

अयना :: मुँह देखने का शीशा

अयरन :: कान में पहनने की बाली

अयलाहिन :: मुँह के स्वाद को खराब करने वाला

अयस :: मजा, आनन्द

अरंबु :: ढेर

अरइहा :: ऊँची भूमि वाला

अरई :: बैलों को तेज दौड़ने के लिए चुभोई जाने वाली नुकीली लौह यंत्र; चोक्का कोदई

अरई :: जो उबली न हो

अरगड़ा :: सुनारों के यहाँ प्रयुक्त खाँचेदार लम्बी बल्ली; खटखटा

अरगण्डी :: आधुनिक सूती साड़ी

निपट :: एकदम, बिल्कुल

निपटबु :: सम्पन्न होना, पूरा होना लड़ाई आदि से निवृत्त होना; फली लगना; मेल मिलाप से रहना

निपातबु :: मारना

निपुचि :: सिमटकर; मन को संकुचित कर

निपोची :: कमी, कंजूसी

निपोर :: कुछ नहीं, शून्य

निबहबु :: निबटना, मेल खाना, पटना, निर्वाह होना

निबहुर :: एक काल्पनिक स्थान, जहाँ जाकर कोई लौट न सके

निबाहु :: निर्वाह

निबुकबु :: निवृत्त होना

निमउनी :: ईख कटने का पहला दिन

निमकउरी :: देखिए 'निबौरी'

निमकी :: नींबू का अचार

निमन :: निम्न, नीच

निम्मन :: मजबूत

नियाई :: आग रखने के लिए मिट्टी का बर्तन

नियाई :: अऊँधी

नियादि :: समय-सीमा

नियारिया :: जाति विशेष, जो सुनारों के यहाँ निर्गत राख से चाँदी आदि निकालने का काम करते हैं

नियावँ :: न्याय

निरकेवल :: साफ (आकाश, जल आदि)

निरगह :: बिल्कुल, अमिश्रित

निरघिति :: दुःखपूर्ण स्थिति

निरजूँ :: कमजोर; जिसमें जान न हो

निरझल :: मात्र, केवल; निरा

निरतउबु :: ध्यान पूर्वक देखना

निरहा :: अकेला; रहित, इच्छुक

निराल :: बिल्कुल, बहुत से, एकदम़

निर्क :: एक प्रकार का गन्ना

निर्छल :: निश्छल

निर्जल :: जिस (व्रत) में जल भी न ग्रहण किया जाये

निर्नय :: निर्णय

निवाला :: कौर, ग्रास

निसतार :: निर्वाह

निसबत :: सम्बन्ध, तुलना; मंगनी

निसरबु :: निकलना

निसाँसन :: निश्चिर (रावण)

निसान :: चिह्न, झण्डा

निसुकबु :: सिसकी भरना

निसुग्गा :: बात न सुनने वाला; कहे हुए कार्य पर अमल न करने वाला

निसोब :: शुद्ध

निहचिन्त :: निश्चिन्त

निहठा :: वह लकड़ी, जिस पर रखकर बढ़ई कोई चीज गढ़ते हैं

निहतूक :: पक्का, ठीक, निश्चित, एक

निहल :: कमजोर, छोटा (ऊँचाई में)

निहाइति :: एकदम, बिल्कुल

नीहाई :: लुहारों आदि की लोहे की अड्डी

निहार :: ओस, कुहरा

निहार :: प्रातः काल बिना कुछ खाये-पिये की अवस्था

निहाल :: प्रसन्न

निहुरबु :: झुकना (कमर के बल)

निहोर :: कृतज्ञता, एहसान (उदा.) "जो कबिरा कासी मरै रामहि कौन निहोर"

नींबर :: कमजोर, निर्बल

नोंबि :: नीम का वृक्ष

नीक :: अच्छा, सुन्दर; स्वस्थ

नीकसूक :: बिना किसी के कहे, बिना आपत्ति के

नीमा :: पैजामा, जो जामा के साथ पहना जाता है

नीवाँ :: कड़ी (धूप), हवा रहित (धूप)

नीहल :: नीची जमीन, खलार

नुइयाँ :: छोटी डलिया

नुनचा :: सिर्फनमक डाला आम का अचार

नुकुस :: ऐब, दुगुर्ण; खराबी

नूकी :: पताम साफ करने में प्रयुक्त (रंदा विशेष)

नूकी :: कचकटी (रंदा)

नूनी :: लिंग

नें :: नींव

नेइया :: मिट्टी की अंगीठी

नेउजु :: भोजन; नउजु

नेउहारु :: उपकार, निहोरा

नेटा-पोटा :: शरीर की गंदगी

नेति :: नीयत, इरादा, इच्छा

नेतु :: छेद, (हल आदि का)

नेनू, नैन :: कच्चा घी

नेबुला :: नींबू

नेरन :: निकाला हुआ सेम का रेशा

नेरुवा :: कोल्हू से तेल निकलने की नाली

नेरे :: निकट

नेवार :: कुएँ की जोड़ाई के समय सबसे नीचे का घेरा, जो काठ ईंट आदि का होता है; बैल आदि के पिछले सुमों का आप में टकराने की क्रिया; मूली की किस्म विशेष; पलंग बुनने में प्रयुक्त सूत की पट्टी

नेवारी :: फूल विशेष

नेवासा :: दौहित्र का अधिकार;ऐसे अधिकार से प्राप्त धन भूमि आदि

नेहसुति :: एक पेड़, जिसकी डाल रोपी जाती है और उसकी लकड़ी पीली होती है

नेहा :: ध्यान, हठ

नोख :: अनोखा

नोनु :: नमक

नोहर :: अप्राप्य, दुष्टप्राप्य

नौमनियाँ :: हलवाहे का अगौढ़ी, हलवाही लेकर नियमबद्ध होने की क्रिया

नौमनियाँ :: नौ मन की

नौहड़िया :: वह व्यक्ति जो भोजन अलग बनावे

न्याफा :: पैजामा आदि में नारा डालने में प्रयुक्त मोड़

न्यामति :: अत्यन्त पसंद की वस्तु, अत्यन्त स्वादिष्ट

न्वावा :: दुहने के समय गाय के पैरों में सांदने में प्रयुक्त रस्सी

पंखुरी :: फूलों की पंखुड़ी; गेहूँ के ऊपर का आवरण

पंगति, पंघति :: भोजन करने वाले व्यक्तियों की पंक्ति, कतार

पंगुला :: पंगुल व्यक्ति

पंघति :: पंगति

पंचइती :: पंचायत की ओर से, सार्वजनिक

पँचरोजा :: वे दिन या समय, जिसमें आम अधिक पकते हैं

पँचवासी :: हल का एक छोटा पुर्जा

पंचा :: अंगौछा से बड़ा और धोती का आधा अधोवस्त्र

पंचाइति :: बैठक, श्राद्ध संस्कार

अरगनी :: कपड़ा टाँगने की लकड़ी या रस्सी

अरगनु-परगनु :: सारा पड़ोस

अरगला :: जंजीर (जानवरों आदि के बाँधने में प्रयुक्त); हठ; मचल पड़ने की स्थिति

अरधा :: लकड़ी का पात्र, जिसमें शिव शालग्राम आदि की मूर्ति पर चढ़ाया हुआ जल गिरता है

अरछा :: साफ

अरजाल :: बोझ; उत्तरदायित्व; व्यर्थ की बदनामी

अरजूमाल :: कठिनता से संभालने वाला (व्यक्ति)

अरझबु :: झगड़ना; फँसना

अरझट्टा :: अड़चन, बाधा; झटका

अरतें-विरतें :: अवसर पड़ने पर

अँचेल्याबु :: खाने के बाद हाथ-मुँह धोना

अंछर :: अच्छर, अक्षर

अंजहा :: अनाज या गल्ले का (बाजार)

अंजुरी :: खलियान में पुण्यार्थ निकाला गया अन्न

अंजोर :: उजाला, चाँदनी; कबीर-यहीं अंजरोरें बिछाय लेव՚

अँटउबु :: वितरण पूर्ण करना, पहुँचाना; अँटइबु

अंटसंट :: ऊटपटांग, बेसिर-पैर की बात

अंटिया :: छोटा मचान

अंटी  :: पास में पैसे रखने की थैली

अँठिलाबु :: इठलाना; ठठोली करना

पंचुरवा :: प्रसूता को दिया जाने वाला मेवा आदि से मिश्रित पेय पदार्थ

पंचूर :: पहिए के पुट्ठों को जोड़ने वाले खाँचे

पंछा :: किसी अंग से बहने वाला पानी; चेहरा

पंछोप :: पानी का किनारा

पंजियउबु :: समझना, परखना

पंजीला :: अधिक चौड़ा

पँड़लू :: भैंस का नर बच्चा

पंडोह :: नाबदान

पँवरि :: द्वार की देहरी

पँवारी :: लोहारों का एक औजार; जिससे लोहे में छेद करते हैं

पइँजनी :: बैलगड़ी में पहियों को रोकने हेतु प्रयुक्त पटरा विशेष

पइँता :: पेड़ से निकला हुआ नया कल्ला

पइँती :: पवित्र, जो अनेक संस्कारों में उंगली में पहनी जाती है

पइआ :: अत्यन्त मरा हुआ दाना

पइजा :: पल्लों को दरवाजे में बाँधने में प्रयुक्त लोहे के छल्ले विशेष

पइठबु :: प्रविष्ट होने, घुसना

पइढ़ी :: पुरहाई कुएँ का वह स्थान, जहाँ तक बैल रस्सा खींचते हुए जाते हैं

पइना :: बैलो को हाँकने में प्रयुक्त डंडी

पइरी :: लाँक के बोझ खोलकर माड़ने हेतु निर्मित गोलाकार ढेर

पइली :: जोतते समय हराई में बचा थोड़ा अंश; कटोरा; डलिया

पइहाँ  :: पर

पउड़बु :: तैरना; इधर-उधर भटकते रहना

पउड़ा :: एक प्रकार का गन्ना

पउनहरि :: रोटी पोने (बनाने) वाली

पउनहा, पउथहाँ :: वह खेत, जो भाइयों को बँटवारे हेतु प्रत्येक वर्ष बारी-बारी से मिले

पउनारि :: कमल का पेड़, उसकी जड़ एवं शाखा, जिसका साग बनता है

पउरी :: देहरी; सीढ़ी के डण्डे

पउनी :: सेवक, जैसे-बढ़ई, लुहार आदि

पउरुख :: पौरुष, बल

पउला :: खड़ाऊँ विशेष, जिसमें खूँटी के स्थान पर रस्सी लगती है

पउली :: एँड़ी

पउहटु :: पड़ोस, जवार

पकना :: महुए का पका फल

पकसाइब :: (फल को) कच्चा तोड़कर पकाना

पकिया :: कीचड़

पकुसबु :: पकना

पकेठ :: अनुभवी एवं चालाक

पक्कन :: पकाने वाला (मौसम)

पक्खा :: कमरों में चौड़ाई की दीवार

पख :: कमी, दुगुर्ण, अंग

पखउरा :: कंधा

पखना :: पंख

पखवाज :: एक बाजा

पखियाबु :: मचलना

पखुरा :: बाँह और कंधे का जोड़

पखेउ :: भैंस को खिलाया जाने वाला बाजरे का भात

पखेरू :: पक्षी

पग :: पाग, पगड़ी

पग :: पैर

पगडंडी :: पैदल का सँकरा रास्ता

पगरइतिनि :: वर-वधू की माँ

पगही :: बैल आदि बांधने की रस्सी

पग्घा :: सुनारों के यहाँ प्रुयुक्त वह बड़ा पात्र, जिसमें गली हुई चांदी जमाई जाती है

पचउखा :: पाँच ईखों का प्रसाद, जो बसियार में प्रयुक्त हिस्सेदार को दिया जाता है

पचकबु :: बर्तनों का भाग दब जाना; पिछड़ना

पचकल्यानी :: इधर-उधर का; साधारण, यह शब्द भी गुरु की भाँति बुरे अर्थ में आने लगा है

पचखा :: पंचक, पंचक प्रत्येक मास के अंतिम पाँच दिनों में प्रवृत्त माना जाता है, जो शुभ कर्म हेतु वर्जित है यहाँ तक कि मृत व्यक्ति का दाह-संस्कार भी स्थगित रहता है

पचड़ा :: बखेड़ा, झंझट

पचारा :: देवी को प्रसन्न करने हेतु गीत, जो ओझाई एवं डिहबन्हई में गाया जाता है

पचहँड़ि :: बटुआ, हण्डी विशेष

पचांगुरु :: भूसा आदि समेटने में प्रयुक्त उंगलीदार यन्त्र

पचाक :: लोहे की नुकीली छड़

पचाढ़ी :: जोठे में लगी छोटी लकड़ी

पचेढ़ी :: गन्ने के पेड़ से निकली ईख, जो चूसने योग्य नहीं होती

पच्चड़ :: किसी भारी वस्तु को रोकने के लिए ठोंका हुआ लकड़ी का टुकड़ा

पच्छाँह :: पश्चिमी क्षेत्र

पच्छा  :: वह रस्सी, जो बैलगाड़ी में पीछे पीछे लगती है

पछरबु :: पीछे हटना; पीछे रह जाना

पछीता :: मकान में पीछे की कोठरी

पछुवहाँ :: पश्चिम का (रहने वाला)

पछुवा :: जूते में लंगोटे की तरह लगने वाली बाहर की पट्टी

पछेड़ :: पीछे पड़ने की क्रिया या आदत

पछेलवा :: हाथ के ऊपरी हिस्से में पहनने का गहना

पछोतरी, पछाँछी :: हल का एक छोटा पुर्जा

पछ्वारबु :: सूप से अनाज साफ करना

पजरीं :: बगल में सट कर बैठना

पजावा :: छोटा भट्ठा

पटइन :: पटवा की स्त्री

पटइला :: पटरा

पटऊ :: कपड़े का थान, जो कुल देवता को चढ़ाया जाता है

पटकनु :: डंडा

पटकोई :: छोटे दाने वाली मटर

पटपरी :: दाना पड़ने से पूर्व की फली

पटरी :: पैर की उंगलियों में पहना जाने वाला एक आभूषण

पटहार :: सूत का काम करने वाला व्यक्ति

पटाव :: दरवाजे पर लिंटर स्वरूप रखा पटरा, भरान

पटियइती :: बराबरी, प्रतिस्पर्धा

पटिया :: हल में हरीस को कसने के लिए लगाई गयी लकड़ी; सँकरा व लंबा खेत; पट्टी

पटीलबु :: ले लेना, धूर्तता से प्राप्त कर लेना

पटुवा :: कमर में बांधने वाला कपड़ा

पटुली :: बैठने का छोटा पाटा

पटुहा :: माला बनाने व बेचने वाला व्यक्ति

पटेहरु :: वह मोटी लकड़ी, जो कुएँ आदि पर पैर टिकाने हेतु रखी जाती है

पटोहा :: खेत की मिट्टी समतल करने का एक यंत्र

पटौधन :: पट या अदा होने का हिसाब

पट्टदि :: अविलम्ब

पट्ट  :: ठंडा, हलका, शांत

पट्टा  :: लाख की चूड़ी का कंगन; बैलगाड़ी से बैलों को जोतने में प्रयुक्त पट्टी; किनारा

पट्टी  :: बाजू का गहना विशेष

पट्टे  :: तोता

अरथी :: शव को उठाने में प्रयुक्त सींढी, टिकथी

अरदा देबु :: अनुकूल रहना, नियन्त्रण में रहना, सफल हो पाना

अरदावनि :: चारपाई के पैंताने लगने वाली रस्सी

अरधेल :: जिसके पिता या माता असली न हों

अरबरु :: शीघ्रता

अरबा :: विशेषता

अरवी :: सब्जी विशेष

अरवी :: घुइयाँ

अरसा :: समय

अरसी :: फूल विशेष; तिलहनी अनाज

पट्ठा  :: खूब ह्रष्ट पुष्ट व्यक्ति

पठिया :: गर्भाधान के योग्य बकरी

पड़रू, पड़वा :: भैंस का बच्चा

पड़ियाबु :: गाभिन होना

पड़ेल :: गर्भाधान याग्य पड़िया

पढ़ :: परत; पररी

पढ़िया :: किनारी

पढ़ेला :: सुनारों के यहाँ प्रयुक्त यंत्र विशेष

पढ्यालबु :: भेजना

पढ्वारा :: विवाह आदि में भोजन पर प्रचलित चने की दाल

पतकउरा :: बड़ी पतकी

पतकी :: छोटी हँड़िया

पतर-पुक्का :: दुबला-पतला

पतरवार :: पतला-पतला

पतरी :: पत्तों के पत्तल

पतरी :: पतली

पताई :: पत्तियों का ढेर

पताम :: फ़र्नीचर में बनी नाली

पतिंगवा :: पतिंगा नामक उड़ने वाला कीड़ा

पतिकै :: इच्छा भरके

पतिनास :: अपकीर्ति, बदनामी

पतियाबु :: विश्वास होना

पतिहा :: पंक्ति वाला, श्रेष्ठ ब्राह्मण जिन्हें अवध में पंक्ति पावन कहते हैं

पतीर :: पंक्ति

पतीर :: पत्ते जैसा

पतुरपनु :: वेश्यापन

पतुरा :: फावड़े में प्रयुक्त लोहे का पत्ता

पतुरी :: हल के मुँह पर लगने वाली चद्दर (लोहे की)

पतोई :: गन्ने के खौलते हुए रस में उतराया हुआ अंश

पत्तुरु :: चाँदी आदि धातु का पत्ता

पत्यालबु :: भुट्टे आदि काटना

पत्वाह :: पतोहू, बहू

पथरा :: मसाला आदि पीसने का पत्थर

पदगउंज :: पाजामे का हास्यास्पद नाम

पदरउकबु :: दौड़-धूप करना, परेशान होना

पदाति :: पैदल

पदानि :: परेशानी

पदारथि :: पदार्थ

पदिक :: हार के बीच में प्रयुक्त चौकी

पनु :: जीवन का एक भाग

पनव :: पणव, छोटा ढोल

पनवट :: पानी ले जाने की नाली

पनवारी :: बारात पहुँचने पर नाई द्वारा लाया जाने वाला सामान

पनस :: कटहल

पनही :: देशी जूती

पनारा :: पनाला

पनिगऱ :: पानी वाला; शानदार

पनियाबु :: सब्जी आदि में पानी जैसा असर महसूस होना; नाली से खेत तक पानी पहुँचना

पनियावनि :: सिंचाई साधन से लेकर खेत तक पानी पहुँचने की प्रक्रिया या नाली में लगने या रुकने वाला पानी

पनिहल :: पानी से युक्त

पनुआ :: पानी मिला हुआ गन्ने का रस

पनेठि :: बैलों को हाँकने की डंडी

पनेहथी :: मोटी रोटी, जिसे पानी लगा-लगाकर हाथ से ही बनाते हैं

पन्हाबु :: दूध देने के लिए तत्पर होना, थन सहलाकर दूध उतारना

पपटा :: छीमी, जिसका दाना मजबूत न हो; पोपरा

पपरी :: खौलते हुए गन्ने के रस में निकलने वाला पपराया हुआ अंश

पपिहरा :: आम के गुठली से उगाया गया पौधा; पपीहा चिड़िया

पय :: अनैतिकता का आरोप

पयजनियाँ :: बच्चों के पैरों का धुंघरूयुक्त गहना

पयट :: पक्ष, बात

पयठारी :: प्रवेश, स्थान

पयना :: पनेठि

पयमाल :: थका हुआ, गिरा, निर्बल

पयरोकार :: प्रतिनिधि (कचहरी में), कार्यकर्ता

पयल :: पायल

पयलउँठी :: पहली (संतान)

पयसरमु :: परिश्रम, कष्ट

पयसुनी :: पयस्विनी, नदी

पयान :: विदाई, रवानगी

पयार  :: पैरा (बिना अन्न का पौधा)

परई :: मिट्टी की छोटी तश्तरी

परकबु :: चाट लगना

परकार :: व्यंजन, भोजन; यंत्र विशेष

परकोसा :: खलियान की भूमि का बटोरा हुआ भूसा, पुआल आदि का मिश्रित भाग

परग :: कदम, पग

परगहनी :: गली हुई चाँदी जमाने में प्रयुक्त नालीदार बर्तन

परचउबु :: सुलगाना

परचबु :: सुलगना

परचनी :: गुड़ निर्माण सम्बन्धी उपकरण

परचि :: पतला टुकड़ा

परचौ :: परिचय; विश्वास

परछती :: छप्पर पर अलग से रखी गयी फूस की पट्टी

परछबु :: आरती उतारना

परछा :: मिट्टी का बर्तन

परजलित :: स्पष्ट, ज्ञात

परतल :: मौका, अवसर

परतला :: मक्का के भुट्टे का ऊपरी आवरण

परता :: सन्तुष्टि, उचित दाम

परतारबु :: बराबर करना, बराबर बाँटना

परती :: गैर जोती-बोई जाने वाली (भूमि)

परती लगउबु :: अनाज साफ करने के लिए चादर द्वारा हवा चलाना

परते :: औसत

परदनी :: धोती (पुरुष की)

परदोस :: द्वादशी का व्रत

परधान :: ईमानदार, सच्चरित्र; मुख्य

परन :: प्रण

पर्रान :: ढेर, अधिक संख्या

परपाजा :: परदादा, दादा के पिता

परबतिया :: लाल मिर्च की किस्म विशेष

परबस्ती :: पालन, परवरिश

अरसील :: आलसी

अरसेट :: बाधा

अरहनु :: तरकारी पकाते समय उसमें मिलाया गया आटा या बेसन

अरायज नवीस :: कचहरी का वह व्यक्ति, जो प्रार्थना पत्र लिखा करता है

अरार :: मिट्टी या पत्थर के बड़े-बड़े टुकड़े, जो नदी के किनारे या पहाड़ में से फटकर गिरते हैं

अरियउबु :: किसी नाम का उपेक्षात्मक उच्चारण करना

अरुआ :: अरुई या घुइयाँ का बड़ा रूप, जिसे बण्डा भी कहते हैं

अरुआरबु :: प्रारम्भ करना

अरुग्ग :: आरोग्य, स्वस्थ, रोगरहित

अरुई :: घुइयाँ

परबी :: पर्व

परबु :: फलीभूत होना; शक्ल या नस्ल का होना; पड़ना

परबु :: पर्व

परभाती :: प्रातः काल का गीत

परभातु :: प्रातः काल

परमान :: अंदाजा, आदर्श

परवरदिगार :: ईश्वर, अल्लाह

परवरधारा :: लाश को नदी आदि में बहाने की प्रक्रिया

परवाना :: आज्ञा-पत्र

परसहिजे :: खुलेआम

परसारबु :: बोने के पहले खेतों में पानी दौड़ाना; पलेवा करना

परसेंट :: फावड़े के नीचें का जुड़ा हुआ भाग

परस्वारथु :: पुरुषार्थ, परोपकार

परहबु :: बुआई से पूर्व खेत में पानी लगाना; छपाना

परहाल :: हिम्मत, शक्ति

परात :: बड़ी थाल

परार, परावा :: दूसरे का, पराया

परास :: फूल विशेष

परिपाटी :: रीति, प्रथा

परिया :: मिट्टी का छोटा बर्तन

परियादी :: चमड़े का चार परतों वाला झोला

परिवा, परेवा :: प्रतिपदा, मासिक पक्षों की प्रथम तिथि

परिहत या परिहथ :: मुठिया का निचला टेढ़ा भाग

परिहाँ :: पर

परिहारी :: हल से संलग्न निचला टेढ़ा भाग

परी :: तेल आदि मापने का अत्यन्त लघु प्रात्र; अप्सरा

परुई :: भड़भूजे की अनाज भूनने की नांद

परटे :: बड़ा मैदान; ड्रिल

परेटी :: जूते की किस्म विशेष, जिसकी पूरी नोंक पतली होती है

परेवा :: प्रतिपदा, चिड़िया विशेष

परोहनु :: पालतू पशु

परौं :: परसों

परौता :: कृत्रिम तरीके से वायु को चलाने की चद्दर

पलई :: शाखा या डाल का सिरा

पलका :: पलंग

पलरा :: तराजू में प्रयुक्त डलिया

पलस्तरु :: रंदे में लगा हुआ लौह अवयव; दीवाल में किया गया सीमेंट आदि का लेप

पलहरी :: काठी के ऊपर बोरों को कसने में प्रयुक्त रस्सी

पलाल :: कामचोर

पलिन्दा :: पताम साफ करने का रंदा

पलिहर :: वह खेत आदि, जो बोया-जोता न जाता हो

पलिहर :: परती

पल्याथनु :: रोटी बदाते समय सहायक सूखा आँटा; अपयश

पल्लरु :: प्रलय

पल्ला :: किवाड़; दूरी; कोंछ या आँचल

पल्ली :: जूट की चादर

पल्लें :: अधिकार में

पल्ले  :: समझ, दिमाग़

पल्लौ :: बड़ी चादर, नये पत्ते

पवँरि :: देहरी, चौखटि

पवई :: मिट्टी का बर्तन विशेष

पवपूजी :: पैर पूजने के साथ दिया गया द्रव्य, ब्याह का एक अंग या संस्कार

पवबारा :: सुन्दर अवसर

पवहारी :: केवल दूध पीने वाला (साधू)

पवाई :: जुता या खड़ाऊँ

पवित्री :: घी (साधुओं की बोली में) पइँती

पसंघा :: तराजू में एक तरफ लटक होने वाला भार

पसगइयत :: एकान्तता

पसम :: बाल, गुप्तांग के बाल

पसरबु :: फैलना, लेटना, गिरना

पसर :: फैली हुई हथेली (में जितना आ सके)

पसावन :: चावल का माड़

पसीजबु :: द्रवित होना; चूल्हे पर चढ़ी बटुई आदि में हल्का पसीना जैसा पानी छूटना

पसुरी :: पसली (हड्डी विशेष)

पसेव :: पसीना

पस्ट, पस्त, पहट :: गिरा हुआ (मकान)

पस्मीना :: कश्मीरी बकरियों के मुलायम बालों का बना हुआ ऊनी वस्त्र

पहँटवारी :: बीड़र उगी हुई अरहर

पहट्यउबु :: जुताई के पहले गीले खेत को पाटा से बराबर करना

पहनबु :: प्रविष्ट करना, बन्द करना, पहनना

पहरूआ :: मूसल

पहलु :: रूई का छोटा ढेर

पहसुल :: थकावट मुक्त (अंग)

पहाट :: चौड़ाई (नदी की); (सम्बो.) पाटा चलाते समय बैलों से बोला जाने वाला शब्द

पहिती :: पकी दाल

पहिलउठा :: प्रथम बार के गर्भ से जन्मा

पही :: गेहूँ की फसल का ढेर

पहुँचा :: कलाई

पहुँचारी :: भुजा का आभूषण विशेष

पहुँची :: पहुँचारी

पहुँटिया :: फली

पहुना :: मेहमान

पहुना :: पाहुन

पाँखी :: बरसात के दिनों में दीपक आदि को देखकर आने वाले कीड़े पतिंगा, पक्षी

पाँचड़ा :: पहियो के आरों को कसने हेतु ठोंके गये लकड़ी के टुकड़े

पाँचा :: अनाज या भूसा समेटने के लिए पाँच अंगुलियों वाला लकड़ी का यन्त्र

पांजर :: हडिड्यों का ढाँचा, पंजर

पाँड़ा :: भैस का नर बच्चा

पाँति :: पंक्ति; सरवार के सर्वश्रेष्ठ ब्राहमणों की श्रेणी, जिन्हे पाँतहा एवं पंक्तिवान भी कहते हैं

पाँढ़े-पाँढ़े :: जानवरों को पानी पीने के लोए संकेतक आवाज

पाँपा :: गेहूँ में लगने वाला कीटाणु

पाँवटी :: पैर का मांसल भाग

पाँवड़ी :: हथकरघे का अंग विशेष, जिस पर पैर रखकर चलाया जाता है

पाँवरी :: जूती

पाँसि :: खाद

पाई :: सुनारों में प्रचलित चवत्री का गुप्त नाम; एक पैसा

पाकु :: पवित्र

पाख :: पक्ष

पाखरी :: गाड़ी में सामान भरने के लिए टाट आदि का बना पल्लौ

पाग, पागी :: पगड़ी

अरुई :: अरवी

अरुठ :: अरुचिकर, सूना

अर्चावन :: अदवान, रस्सी विशेष

अर्जु :: कपड़े की चौड़ाई, पनहा

अर्रहा :: झगड़ा, झंझट; अरहर

अर्रही :: अरहर

अर्रहैंट :: जिस (खेत में) अरहर बोई गई हो

अर् वारबु  :: छोटी चीजों में से बड़ी चीजों को अलग करना

अलई-पलवा :: इधर-उधर की बाते, असंबंध

अलकापा :: काले रंग का कपड़ा

पागि, पागु :: मिठाई की चाशनी

पागुर :: जुगाली, चाप

पाचंड़ा :: बैलगाड़ी का पुर्जा विशेष

पाचरि :: गन्ने के कोल्हू का एक भाग, जिसे ठोंककर कोल्हू कसा जता है

पाचाल :: वह गढ़ा, जिसमें जुलाहे कपड़ा बुनते समय पाँव लटकाते है

पाटि :: हल में हरीस को कसने के लिए लगी हुई लकड़ी; ढेकी में प्रयुक्त बल्ली; हाथ भर की लम्बाई

पाटी :: बड़े पशुओं के शरीर के पूरे चमड़े का आधा भाग

पाठ :: गर्भाधान के योग्य बकरी

पाठा :: ह्रष्ट-पुष्ट व्यक्ति

पाढ़ि :: साड़ियों का चौंड़ा किनारा; दीवाल जोड़ते समय बनाया गया मचान

पाढ़ी :: औषधि में प्रयुक्त वनस्पति विशेष

पात :: कान पें पहनने का आभूषण

पातर :: पतला, अनुदार

पाता :: पत्ता

पाती :: चिट्ठी; पत्ती

पाथी :: नाज रखने की टोकरी

पानी-पत्ता :: जलपान, कलेवा

पायठ :: प्रवेश, गुजर

पायदार :: मजबूत; समृद्ध

पार :: तरफ; आर-पार

पारन :: व्रत के बाद का भोजन

पारा :: आलू बोते समय बीच-बीच बनाये गये बरहा; समतल देखने का यन्त्र विशेष, दिमाग

पारबु :: छप्पर बनाते समय ठाठ पर पतावर बिछाना; काजल बनाने हेतु दीपक पर कोई बर्तन ढकना, काम बिगाड़ना

पारालबधु :: संयोग; भाग्य; समय

पारि :: बच्चों के खेलों में खींची गई रेखा, सीमांकन

पारी :: गुड़ की गोल व सुड़ौल बट्टी

पाल :: तालाब का बाँध

पालव :: ग्राम से छोटा पुरवा, पुरवा से छोटा पुरई और पुरई से छोटा अर्थात दो तीन घर वाले को पालव कहते हैं

पालव :: झड़ बेर की कोमल टहनी

पाला :: बर्फ, कबड्डी खेल में बनी रेखा

पाली :: पल्लव

पावदान :: सिलाई मशीन में प्रयुक्त मशीन छोड़कर बाकी मेज सहित ढाँचा; मोचियों की तीन फनों वाली अड्डी

पावा :: खाट का पैर; स्तम्भ, खंभा

पासा :: कुदाल का सिरा

पाही :: गाँव से दूर की (खेती)

पाहुन उपही :: रिश्तेदार-व्यवहारी

पिंजनी :: बैलगाड़ी की पहिया रोकने हेतु प्रयुक्त पट्टी विशेष, पइंजनी

पिंजी :: दाना रहित सरसों का सुखा पौधा, डण्ठल

पिंड :: मकान की लम्बाई-चौड़ाई, मनुष्य का पीछा; लुगदा

पिउ :: पति; प्रिंय

पिउरी :: रूई की पूनी

पिच्चा :: पिचका हुआ; चिथड़ा

पिछउरी :: दो पर्त की चादर; पिछउरा; (कहा.) कंबर पर जब परे पिछउरी, जाड़ बेचारा करै विरउरी

पिटवारी :: पुर

पीटूरा :: गुड़ में मशाला मिलाकर बनाई गयी बर्फी

पिटूठू :: अनुयायी, चेला

पिठलगी :: दाल आदि के दानों में लगी रह गई भूसी

पिठासा :: पीछे का भाग, पीठ

पिडरी :: रूई की पूनी

पाड़ियउबु :: मंगवारियों पर गीली मिट्टी चढ़ाना

पिढ़ई :: पीठासन; पेढ़ई

पिढ़ान :: वह अस्तुरा, जिसकी भार मोटी हो जाती है

पिण्डरोगु :: कुष्ठ रोग, सिरदर्द, परेशानी

पिण्ड़ा :: गयाजी में तर्पित शरीर का प्रतीक स्वरूप आँटा आदि का पिण्ड; मिट्टी की लोई या बट्टी

पिण्डु :: पीछा

पितकोपु :: क्षोभ; वह भाव, जो पिता को कुपुत्र मिलने पर होता है

पितियाउत :: चचेरा

पितियानी :: चाची

पित्ते :: चाचा

पिनाक :: कठिन

पिन्चिस :: फर्मा पर खींचकर, चमड़ा चढ़ाने का यंत्र

पिपिहिरी :: लकड़ी की बाँसुरी, जिसे बच्चे बजाते हैं

पियउस :: गाय आदि के ब्याने पर पहली बार का दूध

पियर :: पीला

पियरी :: पीली धोती

पियादा :: पैदल चलने वाला; सिपाही, संदेशवाहक

पिरउंधी :: पीड़ा दूर करने वाला; हमदर्द

पिरकी :: फुड़िया, फुंसी

पिरयी :: पृथ्वी, भूमि

पिरित्त :: परेशान

पिरित्त होबु :: परेशान हो जाना या ऊब जाना

पिरूसा-पिरोसा :: धान के पुआल का टूटा व कुचला हुआ अंश

पिलबु :: घुसना, कुआँ आदि में उतरना

पिल्लही :: असमतलता से युक्त (रजाई); झोंझर

पिल्सन :: माहवारी।; पेंशन; पेन्सिल

पिसना :: आँटा पिसाने हेतु तैयार साफ सुथरा अनाज

पिसना :: पिस जाना

पिसरान :: पुत्र लोग; प्राय; कचहरी-कागजों में यह शब्द पहले प्रयुक्त होता था, जिनमें पिता-पुत्र के नाम लिखे जाते थे

पिसानु :: आटा; पिष्टान्नु

पिसुन :: दुष्ट व्यक्ति; "गिसुन छल्यो नर सुजन को"

पिहाना :: डेहरी का ढक्कन; पेहना; (कहा.) "जब आवा किसान; तब खुला पिहान ।"

पींड़ :: पौधों की जड़ो को रोकने के लिए उनमें बंधी मिट्टी

पींड़ी :: सुथनी; मिट्टी की पिंडी

पीटबु :: लोहखर में पीटकर धार बनाना;मारना

पीठा :: थोड़ा-सा आँटा, जो किसी देवता की लोंग के साथ चढ़ाया जाता है

पीठी :: दाल का सना हुआ आँटा जिसका बड़ा पकौड़ा आदि बनता है

पाढ़ :: गगरी आदि बनाने में प्रयुक्त पक्की मिट्टी का साँचा

पीढ़ाबन्द :: गीत की प्रारम्भिक पंक्ति, टेक

पीनसि :: पालकी

पीर :: दर्द, पीड़ा

पीर :: मुस्लिम महात्मा

पीरा :: दर्द, पीड़ा

पीरु :: चकिया का पिल

पीहर :: मायका अर्थात् लड़की के माँ का घर

पुँछाटा :: धुनकी का अंग, जो चमड़े से निर्मित होता है

पुँछयाला :: पूँछ (पिछले भाग) के आसपास का चमड़ा

पुँजटा :: कपड़ा की सिंकुड़न

पुंजापा :: पूजा-पाठ

पुआइनि :: दुर्गंधपूर्ण

पुइहट :: भीतर भरा हुआ पुआल, रूई आदि

अलगंजु :: व्यर्थ की वस्तुएँ

अलगउझा :: पारिवारिक विघटन

अलगट्ट :: अलग

अलगट्ट :: अलगण्ट

अलङ :: किनारा, भाग

अलङ :: ओर

अलफ :: खड़ा, रुष्ट, अलग

अलफ :: भावी दुर्घटना

अलमहिंदा :: अत्यन्त भद्दा व कुरूप

अलमीरा :: सूचक

पुच्ची :: अत्यन्त छोटा आकार

पुछनी :: विवाह सम्पन्न होने में प्रचलित एक रस्म, जो लड़के वाले लड़की के घर पर जाकर पूरी करते हैं

पुछ्याटा :: धुनकी की करही में प्रयुक्त पूँछ वाला हिस्सा

पुजाही :: गठरी, जिसमें पूजा का सामान हो

पुटकिया :: छोटी पोटली

पुट्ट :: पेट के बल लेटा हुआ

पुट्ट वानि  :: दीवाल की जड़ के सहारे मजबूती हेतु बनी मेंड़

पुट्ठा :: पुट्ठे (पशुओं की पीठ का पिछला भाग) का चमड़ा

पुट्ठी :: पहिया के घेरे में प्रयुक्त लकड़ी के टुकड़े

पुढ़ :: चमड़ा का बड़ा पात्र, जो सिंचाई हेतु कुआँ से पानी निकालने में प्रयुक्त होता है

पुढ़ :: पुरु

पुतरा :: बदनामी का बहाना

पुथा :: घोड़े के थूथुन के नीचे और दाँतों के ऊपर की मुलायम खाल

पुद्दन :: खराब; भद्दा; बच्चों द्वारा प्रयुक्त

पुनस्तर :: अंग, शारीरिक शक्ति; -ढील होबु - (मुहा.) "अधिक थक जाना"

पुन्नवासी :: पूर्णमासी

पुन्ना :: पुराना

पुन्नि :: पुण्य; पुण्य संस्कार

पुपुहाबु :: कोई बात इधर-उधर प्रचारित कर देना

पुपुहाबु :: चिल्लाना

पुपुही :: सरसों आदि के पौधों का गोल ढेर (माँड़ने के लिए प्रयुक्त)

पुरइनि :: कमल का पेड़

पुरई :: पुरवा से छोटा घर-समूह

पुरकाम :: मजबूत (वस्तु)

पुरजोर :: अत्यधिक

पुरनमासी :: माह का अन्तिम दिन, पूर्णमासी, पूर्णिमा

पुरबिल :: पूर्व समय में

पुरबुजु :: पूर्व जन्म

पुरबुलु :: कष्ट, परेशानी

पुरसा :: पुरुष के हाथ उठाकर खड़े होने तक की ऊँचाई या गहराई

पुरहरे :: काफी

पुरहाई :: पुर के द्वारा सिंचाई के काम में प्रयुक्त (कुआँ)

पुरायठ :: हृष्ट-पुष्ट, पूरी अवस्था का

पुराही :: कुएँ से पुर द्वारा पानी निकालने का साधन

पुरु :: कुआँ से पानी निकालने में प्रयुक्त चमड़े का बड़ा बर्तन

पुरौंवाँ, पुरौंहा :: प्रतिवर्ष ब्याने वाली (गाय याभैंस)

पुर्वाहबु :: पिण्ड आदि का तीर्थ में छोड़ना या तर्पण करना

पुलई :: वृक्ष या डाल की चोटी

पुलटिस :: तीसी या आँटे की गर्म-गर्म गोली, जिससे सेंक की जाती है

पुलपुल :: मुलायम, नरम

पुस्तवान :: किंवाड़ों की चौंड़ाई में लगने वाली लकड़ी की पट्टी; अडुवा

पुस्तैनी :: खानदानी (जायदाद आदि) कई पीढ़ियों से चला आ रहा

पुहबु :: तागा में फूल गूँथना

पुँछारि-पुँछाड़ि :: मोरनी

पूँजा :: नई-नई शाखाओं का समूह

पूती :: गोल जड़ (घुइयाँ आदि की), दाना

पूतु :: पुत्र

पूनो :: पूर्णिमा

पूरन :: पूर्ण

पूरबु :: घाव आदि भर जाना; दीपक बढ़ जाना या बूझ जाना

पूरबु :: पूर्व दिशा

पूरा :: ज्वार आदि के गट्ठर

पूरा :: पूर्ण

पूरी :: पूर्ण

पूरी :: पूड़ी

पूरी तना :: पूर्णतया, पूरी तरह

पेंडुरी :: पाँव का पिछला ऊपरी भाग, पिंडरी

पेंदिया :: टोकरी आदि का तल

पेउंदहा :: वह कपड़ा, जिसमें पेउंदा लगे हों

पेउंदा :: पैबंद

पेउसी, फेउसी :: गाय आदि के ब्याने पर प्रथम दिन का दूध

पेट-पोछनी :: अन्तिम (सन्तान)

पेटहरा :: कमरे आदि की चौंड़ाई

पेटावा, फेटावा :: अत्यन्त छोटे बाल

पेड़ार :: एक जंगली पेड़, जिसके फल की तरकारी बनती है

पेड़ियाउर :: जड़ पर मिट्टी चढ़ाने योग्य

पेडुरी :: पेट के नीचे का भाग

पेढ़ई :: बैठने में प्रयुक्त लकड़ी का पाटा

पेढ़वा :: गोल व चपठा पत्थर, जिस पर रोटियाँ बेली जाती हैं

पेरकवा :: पीला वाला

पेरी :: पीली धोती

पेलबु :: अमान्य करना; धँसाना

पेला :: अपराध

पेवत्त :: प्रविष्ट

पेवत्त होबु :: सोख जाना, प्रविष्ट होना

पेस्तर :: अग्रिम; पूर्व

पेहँटुआ :: ककरी की किस्म विशेष

पेहँटुआ :: कचलुआ

पेहना :: डेहरी का ढक्कन; पिहाना

पैकार :: मतलब; सब्जी के क्रेता-विक्रेता

पैज :: यात्रा, लक्ष्य

पेजनिया :: अभूषण विशेष

पैट :: हथकरघे का वह अंग, जिसमें तागे का रंग बदला जाता है

पैड़ारी :: पदचिह्नों से बना मार्ग

पैंढ़ी :: परहाई कुएँ का वह स्थान, जहाँ बैल चलते हैं

पैदाइसि :: जन्म

पैदाइसी :: स्वाभाविक, जन्मत;

पैधोउआ :: पैरों को धोने की प्रक्रिया

पैपिंग :: आधा अंगुल चौड़े कपड़े की पट्टी, जिसे जोड़कर किसी चद्दर या तकिया की सिलाई की जाती है

पैरबु :: तैरना

पैरवल :: सजा की अवधि पूरी होने के पूर्व कैदी को नियत समय के लिए प्रदत्त छुट्टी

पैरा :: धान के पौधे

पैरु :: गेहूँ माँड़ते समय एक बार में तोड़े गये बोझों का ढेर

पैरु तोरउबु :: बोझ खोलकर उसी में डालना

पैसरमु :: मेहनत, परिश्रम

पोंगड़ा :: घुटने के नीचे के पैर का भाग

पोंगा :: पैर

पोंगा :: अल्पज्ञ, मूर्ख

पोंड़ा :: बाँस का नया कल्ला

पोंड़िका :: एक-दूसरे के खेतों को मिल-जुलकर जोतने की क्रिया

अलयपनु :: सुस्ती, काहिली

अलवान :: ऊनी चादर

अलहदी :: आलसी

अलहिद :: अलग

अलाई :: बहुत सुस्त, काहिल

अलान :: अलग

अलान :: ऐलान

अलाल :: कामचोर, आलसी; बछेड़ा

अलाल :: जवान बछेरा

अलियावन :: कूड़ा-कचड़ा

पोंपरा :: गीली भूमि, दीवार आदि के ऊपर का सूखा भाग; पपरा

पोंगली, पोंगिया :: नाक में पहनी जाने वाली बड़ी फूलदार कील

पोंगी :: माला में प्रयुक्त नलकी

पोइसि :: थकावट, परेशानी

पोई :: गन्ने की प्रारम्भिक शाखा

पोखरा :: तालाब

पोख्ता :: मजबूत, सुदृढ़, पुख्ता

पोटा :: नाक के भीतर से निकला हुआ द्रव मैल

पोटी :: पेट के अन्दर की हड्डी

पोढ़ि :: मजबूत

पोढ़िया :: पैर की छोटी उंगली में पहना जाने वाला आभूषण

पोतनहरि :: आँत, नाभिकीय नस

पोतनहरि :: पुताई करने वाली

पोता :: पौत्र; अण्डुकोष

पोतिया :: घुइयाँ के पौधे में जमीन से निकला हुआ अंकुर

पोती :: माला में प्रयुक्त गुरिया; पौत्री

पोपटा :: छीमी, जिसका दाना मजभूत न हो; पगटा

पोपला :: जिसके मुँह में दाँत न हों

पोला :: सूत का छोटा गुत्था; "मियाँ बटोरैं ताग-ताग औ बीबी तड़ाब्रै पोला"

पीलु :: भेद, कलई, रहस्य

पोहतवान :: पोस्तवान

पौहियाउबु :: सिंचाई करने के लिए फावड़े से नाली बनाना

प्यउंदा :: पैबन्द

प्याँड़ा :: पानी खींचने की रस्सी का वह भाग, जिससे बर्तन बाँधा जाता है

प्याटा अरथू :: अधिक खाने वाला

प्वतना :: कपड़ा, जिस़से चौका-चूल्हा आदि पोता जाय

प्वाखरु :: तालाब, पोखर

प्वाढ़ :: मजबूत

प्वाढ़ :: लाठी आदि की गाँठ

प्वात :: खेतों की लगान; पोत

फउदि :: फौज

फउरम :: तुरन्त

फउरेबु :: जाल, षडयंत्र, छल-प्रपंच

फकना :: पतला रद्दी कपड़ा; आँटा आदि से निर्मित मीठा चूर्ण; कफन का कपड़ा

फवक :: वदरंग; निस्तेज (चेहरा)

फक्कड़ :: मस्त, निर्भीक और पहुँचा हुआ

फगूई :: होली

फजरी :: एक प्रकार का अच्छा आम

फजिर :: सूर्योदय के समय

फजिहति :: दुर्दुशा, डाँट-फटकार, बेइज्जती

फज्झी :: लकड़ी का पतला टुकड़ा; फर्री

फट्टदि :: झट से; फट की आवाज से

फट्टा :: चालबाज

फट्टा :: (बाँस का) चीरा हुआ लम्बा टुकड़ा; बस; पर्त

फडु :: बिना पहियों की बैलगाड़ी; धूत-क्रीड़ा स्थल; मैदान

फतुही :: स्त्रियों का छोटा ब्लाउज; सदरी विशेष

फवूरू :: धोका, षडयन्त्र; मैल

फत्ते :: विजय

फत्ते :: समाप्त

फद्दा :: रेतीला खेत; धूल

फयँकट :: धोखेबाज

फरई :: लकड़ी का बना एक साँचा

फरका :: छप्पर का एक भाग

फरगडड :: विस्तृत एवं स्वच्छ (जगह)

फरजी :: (शतरंज का) वज़ीर

फरजी :: काल्पनिक, झूठा

फरबु :: फलना या फल लगना; गाय आदि जानवरों का गर्भ धारण करना

फरवट :: चतुर, चालाक, तेज

फरसी :: हुक्का, जिसे फर्श पर रखकर पी सकें

फरहरी :: उपवास सम्बन्धी

फरहा :: तन्त्वहीन अनाज; थोथा

फरिका :: टटवा

फरिया :: ओढ़नी

फरिवाह :: फरी मारने वाला; अद्भुत खेल दिखाने वाला

फरी :: बैलगाड़ी में किनारे लगने वाली दो लम्बी पटियाँ

फरीक :: पक्ष

फरुहा :: फावड़ा

फरुही :: गोबर आदि समेटने में प्रयुक्त का लकड़ी का यंत्र; छोटा फावड़ा

फर्च :: साफ, शुद्ध

फर्रा :: लंगोटा में लगी आगे की पट्टी

फर्री :: ईंट का लम्बई-चौड़ाई में फटा हुआ आधा अंश, पट्टी

फर्स :: जीत, मैदान या फर्श

फलाँस :: गीले खेत में जोतने के पहले चलाया गया पाटा

फलाने :: अमुक

फलास :: द्यूत-क्रीड़ा, जो ताश के साथ खेला जाता है

फसला :: मछली पकड़ने में प्रयुक्त जाल विशेष

फाँक :: टुकड़ा (फलादि का)

फाँका :: बड़ी फाँक; अतृप्ति; लंघन

फाँटु :: कागज़, जिस पर हिस्सेदारों की भूमि का ब्यौरा अलग लिखा हो

फाँड़ :: कमर के दोनों ओर का भाग

फाँता :: होशियार

फंदी :: ऊँख का गट्ठर

फाँफर :: फोंकल, दानारहित (धान आदि)

फाँफी :: पतली मलाई; साढ़ी

फाजिल, फादिल :: अधिक

फाठी :: थोथा सरसों

फाना :: डोरी या उबहन का वह भाग, जो बर्तन के चारों ओर बाँधा जाता है

फाफा :: झूठ

फाफा :: बहुत हल्की बरसात

फारकती :: पति-पत्नि के बीच अलगाव की लिखा पढी

अलुहा :: आलू के पौधे

अलुहा :: आलू वाला; (खेत आदि)

अलेंदी :: बेइमानी; जाश्ती

अलेल :: बहुत (वस्तुओं के लिए)

अलोप :: गायब, लुप्त

अल्लम-गल्लम :: व्यर्थ की वस्तुएँ

अल्लाहु :: लौ युक्त अग्नि

अल्हड़ :: युवा, बच्चा जैसा

अल्ह्वारबु :: मिक्षण में से बड़ा अंश अलग करना; अरवारबु

अवँठि :: मिट्टी के बर्तनों की ऊपरी धार

फारी :: फिरिया, ओढ़नी

फाल :: बैल आदि की लिंग; साड़ी के निचले सिरे में लगायी जाने वाली अतिरिक्त पट्टी

फालिज, फालिस :: रोग, जिससे अंग विशेष संज्ञाहीन हो जाता है

फिकिर :: फिक्र, चिंता

फितरती :: मेहनती, बुद्धिमान

फितूरु :: संशय, नाराज़गी

फिदा :: आसक्त

फिन :: फिट

फिन फिना :: रुलाई, नखरा

फिरंट :: खिलाफ

फिरकी :: पुर में लगाई गयी अलग से चमड़े की छोटी-छोटी टिक्कियाँ; तागा की फुल्ली; वनस्पति विशेष; ऊँट की नकेल की लकड़ी

फिरउबु :: दही मथना; वापस करना

फिराक :: विचार, चक्कर, खोज

फिराक :: फ्राक; जुदाई

फिरिउ :: फिर भी

फिरिक :: सबसे छोटी बैलगाड़ी

फिलेट :: सुनहली और चमकदार सींधी (काँच की चूड़ी)

फीलखाना :: घर, जिसमें हाथी रहें

फुंदिया :: इजारबन्द के फुलरे

फुचरा :: लकड़ी आदि का किनारे का पतला भाग

फुटमति :: असहमति, वैमनस्य

फुटहरा :: भूना हुआ चना, जिसका छिलका उतर गया हो

फुट्टइल :: अलग असम्मिलित

फुट्टा :: फुटकर

फुफुनी :: स्त्रियों की धोती का वह चुना भाग, जो पेट के ऊपर रहता है

फुफुरी :: घेरा

फुर :: सब

फुरफुरिया :: फुलझड़िया

फुरिया :: फोड़ा

फुलका :: हल्की, पतली रोटी

फुलरा :: कृत्रिम फूल

फुलवाई :: फुलवारी

फुल्ला :: लावा

फुवा :: बाप की बहिन

फूमरी :: फुड़िया

फूंद :: पकड़, गाँठ

फूट :: बैर-भाव; पकी ककड़ी

फूहर :: बेढंगा

फूली :: आँख का सफेद जाला

फूही :: फुहार

फेंटार :: काला साँप

फेंटु :: धोती का वह भाग, जो कमर में ऊपर से बाँध लिया जाता है; फ्याँटा

फेउसी :: देखिए 'पियउस'

फेकारे :: खोलेहुए

फेटार :: सर्प विशेष

फेदर :: स्त्रियों का गुप्तांग

फेनिया :: कच्ची दीवालों में, मिट्टी व गोबर मिश्रित लगाया जाने वाला लेप

फेफन :: गला

फैंकट :: शरारती

फैन :: नखरा

फैलसुफा सैलानी :: खर्चीला

फैलसूफ :: व्यर्थ का व्यय करने वाला

फोंकाजोर :: ईख के छोटे-छोटे टुकड़ों में एक-दूसरे से मिलाकर बोने का कार्य

फोकट :: मुफ्त

फोकली :: अन्न ते ऊपर का छिलका; ठोंठी

फोटका :: फफोला

फोपसाउबु :: कृत्रिम ढंद से अमरूद को पकाना

फ्याँटा :: धोती का वह भाग, जो कमर में ऊपर से बाँध लिया जाता है; फेंटु

फ्यारा :: चक्कर; छाया (भूत-प्रेत सम्बन्धी)

फ्वाँक :: कपड़ा आदि में फटने का निशान, खुचकर, चीरा

बंक :: बैंक, नहर के आसपास का किनारा

बंकनार, बंकलाप :: सुनारों के यहाँ प्रुयुक्त छोटी फुकनी

बंगरहा :: अवध में पायी जाने वाली बैल की जाति विशेष, बांगर

बंगरी :: गहना विशेष

बंगली :: सबसे पीछे या बगल की छोटी कोठरी या कमरा

बंगा :: बच्चों का एक खेल, जिसमें पानी में पत्थर-ईंट आदि फेंककर सब चिल्लाते हैं "कै सेर बंगा" और फिर सब पानी में डुबकी लगाकर उसे ढूँढते और कहते- "अढ़ाई सेर बंगा"

बंगा :: वह (भैंस) जिसके सींग फैले हुए हों

बँटबु :: हाथ से रस्सी बनाना; वितरित होना

बंटाढार :: गड़बड़, सर्वनाश

बँड़ेरी :: कच्ची छत पर आसपास उठी मेंड़, मुँड़ेरि

बंता :: स्त्रियों के आने-जाने का मुहूर्त (जो 'बनता' हो)

बंदु :: बैलगाड़ी में लगे जगह-जगह लोहे के बाँध

बंदरी :: रबी की फसल में हेने वाली घास विशेष

बंदा :: कपड़े के पतले बंद, जो किनारे बाँधने के लिए लगे होते हैं; दास, प्राणी

बंदिस :: प्रतिबन्ध; गाँठ; योजना

बदी :: माथे पर धारण करने वाला एक आभूषण

बंदेल, बंद्याला :: ज्वार के जिन पौधों में भुट्टे नहीं पड़ते

बंदौबस्तु :: इंतजाम, प्रबन्ध

बंधान :: सूप आदि में लगे बंधन

बंध्याज :: आँड़, रोक

बंबा :: हैण्ड पम्प; नहर से निकला नाला

बंबु :: रणनाद; बड़ा गड्ढा

बंभनी कुम्हड़ा :: एक फल विशेष, जिसकी पेठा नामक मिठाई बनती है

बँवरा :: कपड़ा पकड़कर हवा करने का तरीका (खलिहान में नाज साफ करने में प्रयुक्त)

बँवरा :: परती

बँसवाड़ि :: बाँसों का वृक्ष समूह

बँसुली :: कृषि यंत्र

बइंगबु :: फेंकना

बइंगबु :: झिकबु

बइठकी :: हलवाह के काम न करने का दिन; छुट्टी

बइठुआ :: काम करते समय बैठ जाने वाला बैल आदि

बइकल :: पागल; गूंगा

बइना :: संस्कार विशेष में वितरण की जाने वाली पूड़ी, मिठाई आदि

बइपारु :: व्यापार, री-व्यापारी

बइबी :: अपरिचित, बाहरी

बइरिहा :: छोटा

बइला :: बुद्धिहीन, मूर्ख

बइला :: बैल

बउँका :: पानी का एक खर; लौकी आदि पेड़ों की शाखाएँ

बउंग्याबु :: फसल का अत्यधिक या अपेक्षा से अधिक बढ़ जाना; बड़बड़ाना

अवकाति :: सामर्थ्य

अवँनि :: पहिया के बीच में लगी ढोलाकार लकड़ी

अवँरा :: आँवला

अवचक :: अकस्मात

अवचट :: आकस्मिक; विपत्ति

अवर्दा :: समय-सीमा; समय

अवसान-खता :: खतरा (जिससे कोई बच गया हो)

अवसेवरि :: छेड़-छाड़; कष्ट

अवाँरी :: पंक्ति

अवाँसबु :: (नई वस्तु का) उपयोग प्रारम्भ करना

बउँड़रु :: चक्कर काटती हवा

बउआबु :: निद्रा में कुछ बड़बड़ाना

बउखा :: पौधों का बौखा (शाखा); हवा (थोड़ी देर तक चलने वाली)

बउगर :: बोने योग्य खेत

बउंगरा :: दूर-दूर (पौध), बीड़र

बउचट :: विक्षिप्त, मूर्ख

बउझक :: पागल

बउझड़ :: झंझट, झगड़ा

बउनी :: बुवाई

बउनी :: अति छोटे कद की (स्त्री)

बउरु :: फूल (आम का)

बउरेंठ :: अर्द्धविक्षिप्त

बउसबु :: गर्व से कहना; डींग मारना

बउसाब :: शक्ति

बउहरि :: बहू, पुत्रवधू; बहुरिया

बऊँड़ी :: लता

बएतरके :: बड़े सबेरे

बकउबु :: गुमराह करना, झूठी सीख देना

बकउरा :: बैलगाड़ी में प्रयुक्त लकड़ी का पुर्जा, जो मडगार्ड का काम करता है

बकठैंठैं :: देर तक होने वाली एवं व्यर्थ की बातें जो जोर-जोर से हों

बकला :: छिलका; बोकला

बकलोल :: पागल, मूर्ख

बकवाह :: हल्की-सी लड़ाई, शोर

बकसीस :: इनाम

बकुचा :: गट्ठर (कपड़े आदि का)

बकुरबु :: बोलना

बकुला :: बगुला

बकुल्याबु :: जानवरों के मन में किसी भावना के उत्पन्न होने पर रास्ता देखे बिना इधर-उधर खूब भागना

बकेनि, बकेन्ना :: वह गाय आदि, जिसको ब्याये हुए ज्यादा समय हो गया हो

बकोट :: मुट्ठी

बक्कल :: चमड़ा

बक्काल :: बनिया; बनिया-नीच जाति के लोग; बाणिज

बक्कुरु :: बोल, आवाज

बक्खर :: जलाव, चासनी

बखत :: वख्त, वक्त

बखरा :: हिस्सा; घोड़े की पीठ पर रखा जाने वाला एक गद्दा

बखरी :: अनाज कूटने पें प्रयुक्त का यंत्र, फर; मूसरु, पहरुआ

बखानु :: वर्णन, प्रशंसा

बखारी :: नाज रखने का स्थान

बखिया :: मिलनि, खाल

बखिया उधेड़ना  :: अत्यधिक पीटना या बेइज्जती करना

बखील :: पौधों के दूर-दूर होने की स्थिति; बीड़र

बगई :: गुड़ विशेष, जो गंभीर चोट लगने पर पिलाया जाता है

बगली :: ऊँच-नीची लकड़ी साफ करने का (रंदा)

बगार :: झुण्ड

बगुचा :: कपड़ों का वह गट्ठर, जो कंधे आदि पर रखकर विक्रेता फेरी लगाकर बेचते हैं

बगेदबु :: भगाना, निकालना

बगैरत :: बैशर्म, बेहया

बगैरती :: बेशर्मी, निर्लज्जता

बग्गरु :: घरेलू पशुशाला

बङुआ :: बिना पते-ठिकाने वाला लावारिस

बचवन, बेचुका :: बगुचा

बच्ची :: गहनों में पड़े हुए विशेष घुंघरू

बच्छ :: वक्ष, सीना

बछउआ :: बछड़ा; बछवा

बछरा :: बछड़ा, गाय का नर बच्चा

बछेड़ा :: कम उम्र का घोड़ा या गधा

बछेला, बछ्याला :: कम उम्र के जानवरों का (चमड़ा)

बजकबु :: ऐसी स्थिति में पहुँचना कि कीड़े पड़ जाएँ

बजड़ा, बजरा :: बाजरा

बजनिहा :: वादक

बजनी :: कुश्ती

बजनी :: बजने वाली

बजमार :: डाकू

बजबजाबु :: बजबज करना (भिगोई हुई वस्तु का); कीड़ों की अधिकता होना; सड़ जाना

बजरी :: बाजरा के पौधे; पत्थर की गिट्टी

बजागि :: बहरा जन्तु विशेष

बज्जर :: अत्यधिक, पूर्णतः

बज्जर :: बज्र

बज्जह :: महत्वपूर्ण विधि

बज्जाद :: दुष्ट

बज्जुरु :: बज्र

बझनि :: व्यस्तता

बटइहरु :: खेती को बटाई बोने वाला व्यक्ति

बटखरा :: छोटा बाट

बटगायन :: रास्ता चलते गाने वाला, सच्चे गवैये को "सभा गायन" कहते हैं

बटमार :: डाकू, जो रास्ते में लूटे

बटहा :: सिंचाई के लिए बनाया गया जलमार्ग

बटाऊ :: राहगीर, यात्री

बटाना :: गहनों में लगने वाली छोटी-छोटी बच्चियाँ; घुंघुरु

बटिया :: पतला रास्ता, छोटा बट्टा

बटुट्टा :: बालतोड़ (फोड़ा)

बटुरबु :: इकट्ठा होना, सिमटना

बटुली :: छोटी बटूई

बटुही :: अंगिया का रूंप विशेष

बटूई :: बटलोई

बटोर :: समूह; बंभन -ब्राह्मणों का जमाव

बटोही :: राहगीर, यात्री

बट्टा :: फर्क, अन्तर, दाग

बड़उखा :: एक प्रकार का लम्बा पर सख्त गन्ना (बड़+ऊखि)

बड़उना :: बड़ा पान

बड़उना :: अकेला

बड़च्छा :: जिसके कोई न हो, अकेला

बड़हन :: कुछ बड़ा

बड़हार :: ब्याह का दूसरा दिन जब बारात ठहरी रहती है

बड़ैलु :: जंगली सुअर

बडढी :: लकड़ी के पटरे बनाने में निशान हेतु सहायक यंत्र विशेष

बढ़इता :: जेठ या उसके भाई

बढ़का :: पान की वृद्धि को रोकने वाला एक रोग

बढ़ती :: अपेक्षित मात्रा से अधिक

अवाँसबु :: अनवाँसबु

अवाचब :: मरने के पूर्व अवबोल हो जाना

अवाट-ब़वाट :: व्यर्थ की बात, गाली-गलौज

अवादा :: वादा, वचन, प्रण

अवारजा :: जमा खर्च की बही

अस :: समान, जैसा; ऐसा

असकति :: आलस, न करने की इच्छा

असक्कि :: निर्बलता

असत्ती :: भूख से अधिक खाने वाला

असत्तु :: अपेक्षित अधिक मात्रा में भोजन लेने की इच्छा; असतीत्व

बढ़ती :: समृद्धि

बढ़नी :: सींको का छोटा झाडू

बतकही :: बातचीत (मुहा.) "करत बत कही अनुज सन"

बतक्कड़ :: लम्बी बात व व्यर्थ बात

पतखाव :: वार्तालाप

बतना :: छानी में लगने वाली सरपत की बाती; कोर्रा

बतफरूसी :: अत्यधिक बातें, फिजूल की बातें

बतसिया :: आम की जाति विशेष

बतास :: हवा

बतिधर :: जो अपनी बात पर पक्का रहे, जो बात को पकड़े

बतिया :: छोटा कच्चा फल, बात; (उदा.) "इहाँ कुम्हड़ बतिया कोऊ नाही"

बतूनी :: बातूनी, बात करने वाला

बतेरा :: बातें बनाने वाला

बत्त :: वस्तु

बत्तमीज :: अशिष्ट, बदतमीज

बत्तर :: उससे खराब, बदतर

बदउलति :: बल से, माध्यम से

बदनखुरी :: जानवरों के खुरों के ऊपर के छोटे-छोटे दो खुर

बदबु :: बाजी लगाना, मानना, दबना

बदली :: स्थानान्तरण, छाये हुए बादल

बदहजमी :: अपच

बदहवास :: जिसका दिमाग खराब हो

बदा :: भाग्य में निश्चित

बदा-बदी :: सशर्त (हार-जीत)

बदि :: वास्ते, एवज

बदि-बदि :: सशर्त, बाजी लगाकर

बदी :: अपकार, बुराई

बद्द :: शरारती, बदनाम, डेढ़ सौ रुपये के लिए

बद्दवँ :: बुरा, दुश्मन

बद्धी :: वर के भाई के बाँधने में प्रयुक्त पुष्पाभूषण, अस्तुरा टेने का एक चमड़ा, चप्पलों आदि की पट्टी

बधइया, बधउआ :: बधाई

बधना :: मुसलमानों का लोटा

बधिया :: वह नर पशु, जिसके अण्डकोष न हों

बधिया :: बैल के लिए प्रयुक्त शब्द

बधियाबु :: रोटी आदि का सूखकर ऐंठ जाना, कड़ा हो जाना

बनगइली :: वन या जंगल में रहने व घूमने वाली, जंगली, असभ्य

बनबिलारु :: बिल्ली जाति का जंगली जंतु, बनबिलाव

बनरा, बना :: वर, दूल्हा; बन्ना

बनाट :: ऊन और सूत से मिलकर बना हुआ वस्त्र

बनिका :: वाटिका

बनिजि :: तिजारत

बनियई :: व्यावसायिकी

बनियहरा :: खेत में गिरी हुई बालियों को चुनने वाला

बनिहारी :: खेत की मजदूरी

बनेठी :: लाठी की भाँति चलाने और फिराने के लिए एक लकड़ी, जिसमें तीन गिट्टक लगे होते हैं

बनेवा :: निः सहाय

बनौबन्तु :: व्यवस्था; बानाबन्तु

बन्द :: पहिए के पास गाड़ी के बाहर की ओर लगी हुई लकड़ी

बन्नय :: बिल्कुल, एकदम

बन्ना :: दूल्हा

बपंस :: बाप से प्राप्त (भूमि पर) अधिकार

बपई :: हे पिता

बपउती :: बाप की जागीर, अधिकार

बपऊ :: दरिद्र बाप, बेचारा बाप

बफारा :: भाप की गरमी

बब्बरी :: तगड़ा

बमचक :: शोर, ऊधम

बमन :: नेत्र

बम्बाबु :: गाय आदि का बोलना, रंभाना

बम्मड़ :: उजडड, बेढंगा

बयकल :: फूहड़, बेढंगा, बेअक्ल

बयजा :: अण्डा

बयना :: उपहार, जो ब्याह अथवा पुत्र जन्म पर बाँटा जाता है

बयलर :: बेढंगा, फूहड़

बया :: अनाज क्रय-विक्रय में सहायक या दलाल; पक्षी विशेष

बयाई :: दलाल को क्रय-विक्रय कराने में प्राप्त होने वाला प्रतिशत या पारिश्रमिक

बयाबु :: सूखना

बयाला :: घर में पीछे की तरफ छोटी खिड़की

बयाली :: तीन बाँसों से रस्सी की बनी एक जाली

बरंगा :: खुरपा

बरंडा :: बरामदा; बराण्डा

बरंबा :: छेद करने में प्रयुक्त यंत्र विशेष; बरमा

बटई :: पान की खेती करने वाली जाति

बटई :: बकरी जो ब्याई न हो

बरउखा :: फसल का बारहवाँ भाग (मजदूरी)

बरउबु :: टालना, जलवाना, छोड़ना, बचाना

बरकाउबु :: अलग करना

बरक्कति :: वृद्धि, लाभ

बरखा :: वर्षा

बरखी :: वीर्षिक श्राद्ध

बरछिदी :: वरिच्छा; छेदना

बरजबु :: डाँटना, मना करना

बरतउनी :: बारात में बारातियों को मिलने वाला नेग

बरताव :: व्यवहार

बरदवार :: बैल चराने वाला

बरदा :: बैल

बरदाही :: बैलों की बाजार

बरदी :: बैलों का समूह

बरना :: वर्ण, रंग

बरपाँ :: उत्पन्न, पूर्ण, संपन्न

बरबट :: बच गये नहीं तो

बरबट :: नष्ट

बरबटा :: केवाँच

बरबु :: (रस्सी) निर्मित करना, वरण करना

बरबु :: जलना

बरमु :: भूत, ब्रह्म

बरमौज :: बराबर, मुताबिक

बररबु :: टेढ़ा-मेढ़ा हो जाना

बररु :: जुआँ बाँधने मोटी रस्सी

बरवै :: फूल आदि से लदा हुआ; छंद विशेष

असबाब :: सामान, माल

असमानी :: दैवी, सुलतानी; भगवान का या राजा का (हुक्म); अपनी शक्ति के बाहर की बात

असम्हौ :: असंभव

असरेइब :: सेंवा करते रहना, पालना, आश्रित रहना

असाई :: मक्खी, जो सड़ी वस्तुओं, या घावों आदि पर मल त्यागकर कीड़े पैदा करती है

असाढू :: मोटी सिल्ली

असाधि :: अत्यन्त सुस्त, बहुत ही आलसी, जो उठने-बैठने में आलस्य करे

असिल :: सच्चा, खरा; असिली

असौ :: इस वर्ष

अस्तीन :: बुशर्ट आदि की बाँहों का अगला भाग

बरसी :: अंगूठे में पहनने की अंगूठी, श्राद्ध विशेष

बरहँछा, बराँछा :: अरहर की झाड़ियों का कूँचा

बरहा :: खेतों में पानी लाने के लिए रास्ता; नाली

बरही :: मयूर

बरही :: बारह दिन या ९/१२ अंश वाला

बराँभन :: ब्राह्मण

बरारी :: रस्सी, जिससे हेंगा बाँधा जाता है

बराव :: भेद, विवेक, परहेज

बरियत, बरेत :: मोटा रस्सा

बरिया :: छोटे आकार का खेत; उड़द की दाल से निर्मित पकवान विशेष; कोलवा

बरियार :: तगड़ा, साहसी

बरु :: बल्कि, अच्छा हो, भले ही

बरुआ :: वह व्यक्ति, जिसको यज्ञोपवीत धारण कराया जा रहा हो; बालू

बरुआर :: डाकू

बरुक :: बल्कि, भले ही

बरुका :: पानी पीने का मिट्टी का बर्तन

बरेल, बिरैल :: हल में हरीस रोकने वाली लोहे की कील

बरोठु :: बाहर का बड़ा कमरा, जिससे रास्ता भी हो

बरोरीं :: जबरदस्ती, हठ करके

बरोह :: बरगद की जटाएँ

बर्दिया, बर्धिया :: बैलों का व्यापारी

बर्दिया, बर्धिया :: बंजारा

बर्द्ध :: बैल

बर्र :: जुआँ बाँधने की मोटी रस्सी

बर्रा :: धारीदार

बसैंल :: वह गाय आदि मादा जानवर, जो हर वर्ष बच्चा देती है

बलकिन :: साथ ही, बल्कि

बलगमु :: कफ

बलगर :: शक्तिशाली

बलथक :: बलहीन

बलफबु :: बहँकना, बल दिखाना

बलहनु :: छप्पर में लगने वाला लम्बा बाँस

बलहा :: जिस बैल के माथे से नथुने तक श्वेत रंग की रेखा हो

बलहा :: आयोजन

बलाय :: बला, आफत

बलाहक :: लाल मोता

बलु :: टेढ़ापन, ताकत, सहारा

बलौंछा :: पटसन के पौधे का ऊपरी भाग

बलौंछी :: हल का एक भाग विशेष

बल्लमु :: भाला

बल्ला :: डलिया बुनने में प्रयुक्त पतावर आदि की मुलायम पत्ती, होली में छोड़ने हेतु प्रयुक्त गोबर के उपले विशेष

बसंधरु :: देवताओं के निमित्त निकाली या दी गयी अगियारि

बस :: सुअर की चर्बी, मोटर

बस :: पर्याप्त होने का संकेत;

बस गिति :: गाँव, बस्ती

बसकोरु :: धानुक (जाति विशेष)

बसर :: गुजर, निर्वाह

बसही :: स्त्री, पत्नी

बसियानि :: बासी

बसियार :: गुड़ बानाने का स्थान

बसेंट :: छोटा बाँस

बसेंड़ :: बसेरा

बसेलिया :: बाँस की फर्चियों से निर्मित डलिया

बस्यार :: निवास, ठौर, कब्जा

बहकउना :: बहाना

बह :: बैलों को दाएँ मोड़ने की बोली

बहतरा :: नटखट, दुष्ट

बहदुरा :: चने की फसल आदि में लगने वाला कीड़ा

बहना :: गन्ने का रस पकाने के लिए प्रयुक्त बड़ी भट्ठी

बहपट :: आवारा

बहम :: भ्रम, साहस

बहमी :: साहसी

बहरवाँसू :: जो बाहर रहे (बाहर+वास)

बहलि :: ढकी हुई दरवाजेदार बैलगाड़ी

बहवाँ :: पाटा, सेरावनि

बहागल्ल :: आवारा, घुमक्कड़

बहा ठप्पा :: आभूषणों को ढालने में प्रयुक्त ठप्पा विशेष

बहिंगा :: पानी ढोने में प्रयुक्त डण्डा, जिसमें दो बर्तन बांधे जाते हैं

बहिपार :: आवारा, सदैव बाहर घूमने वाला

बहिया :: बाढ़

बहिर :: बहरा

बहिला :: जो गाय या भैंस गर्भिणी न होती हो; ठाँठ

बहुँटा :: बाजू का गहना विशेष

बहुगुनवाँ ठप्पा :: विशेष प्रकार का ठप्पा, जिससे गहने ढाले जाते हैं

बहुरबु :: लौटना, वापस आना

बहुरिया :: पुत्रवधू; बहुरेवा

बहुरी :: जौं का लावा

बहेंड़ :: स्थान, जहाँ से खेत का पानी बहता हो

बहेतू :: जिसका पता-ठिकाना न हो (व्यक्ति अथवा पशु)

बहेल्ला :: जो फेंकने योग्य हो, बेकार, काहिल (व्यक्ति)

बाँक :: टँड़िया के ऊपर पहना जाने वाला स्त्रियों का एक आभूषण, चूड़ी विशेष, दबाने में प्रयुक्त यंत्र

बाँगरु :: कृषि के अयोग्य भूमि, बैलगाड़ी में प्रयुक्त लम्बे दो बाँस

बाँगा :: सरसों की उपजाति

बांगुर, बांगुरी :: घोड़े की पीठ पर चढ़ने-उतरने में प्रयुक्त रस्सी के फंदे

बांचबु :: पढ़ना

बाँट :: तोलने में प्रयुक्त भार विशेष के लौह-खण्ड, बँटवारा

बाँठा :: बहुत छोटे कद का

बाँड़ा :: वह पशु, जिसकी पूँछ टूट या कट गई हो; अकेला

बांदी :: सेविका, दासी

बाँबि :: गड्ढे में रहने वाली मछला

बाँबि :: जमीन में निर्मित जन्तुओं का घर

बाँभन :: ब्राह्मण

बाँसा :: नाक की मुख्य हड्डी

बाँसुड़ी :: बंसरी, वंशी

बाँहू :: हाथ का गहना विशेष

बाउस :: पुरुषार्थ, शक्ति

बाकला :: माला आदि में प्रयुक्त चमकीला गोटा

बाकला :: मुकेश

बाग, बागि :: लगाम, उद्यान

बागड़बिल्ला :: बेढंगा व्यक्ति

अस्सेरा :: आधा सेर का बाँट

अहँका-तोहकी :: तर्क-वितर्क, अपनी-अपनी बात को सिद्ध करने की प्रक्रिया

अहँजबु :: (शरीर को) तोड़ देना, निर्बल कर देना

अहँड़ा :: बर्तन (प्रायः मिट्टी के); भाण्ड

अहँड़ोरबु :: जी मिचलाना, उथल-पुथल मचाना

अहंदबु :: भोजन करना (उपेक्षित); पीटना

अहंदा :: धसने योग्य कीचड़

अहंदिक :: खूब, कसके, आवश्यकता से अधिक

अहंदु :: दल-दल; गड्ढा; अहंदा

अहक :: उत्कंठा, हार्दिक इच्छा

अँड़बु :: रुकना; हठ करना

अँड़ार :: पशुशाला

अँड़िया :: बाजरे की पकी हुई बाल; अटेरन पर लपेटा हुआ सूत

अंड़ुरी :: कपड़े या रस्सी से बनी अड्डी, जो स्त्रियाँ सिर पर घड़ों के नीचे रखती हैं

अँतरा :: सामयिक अंतराल; अधिक कच्चे दानों का भुट्टा

अंतरिख :: अंतरिक्ष

अँतरी :: जुताई में दो कूँड़ों के बीच में छूटी हुई जमीन; मक्का के वे छोटे-छोटे भुट्टे, जिनमें दाने न पड़े हों

अंते :: अन्यत्र

अंदुआ :: हाथी के पैर में डाली गई काठ की बेड़ी

अंदेसा :: सन्देह

बागर :: स्त्रियों का एक गहना

बाघी :: पशुओं का एक घातक रोग, जो कभी-कभी मनुष्यों को भी हो जाता है

बाङड़ :: बेढंगा

बाछ :: चंदा

बाछा :: बछड़ा; बछरा

बाजीगढ़ :: बाज़ीगर

बाजू :: दरवाजे की खड़ी पट्टी; -बन्द- हाथ का गहना विशेष

बाझबु :: भिड़ना

बाटि :: टोकरा आदि का ऊपरी किनारा

बाताबरन :: वार्तालाप, वातावरण

बाती :: झाँकरों को जोड़कर बनाये गये मोटे-मोटे लट्ठे, जो छप्पर व भीट में लगाये जाते हैं, बत्ती

बाध :: मूंज की पतली रस्सी, जिससे चारपाई बुनी जाती है

बाधवाई :: व्यर्थ, बेकार

बाधी :: बैल आदि हाँकने के लिए प्रयुक्त चमड़े की पट्टी

बानगी :: अनाज का नमूना, जो क्रय-विक्रय के समय उपस्थित होता है

बाना :: भेष, पहनावा, बारीक धागा, एक पौधा, जो दूसरे पेड़ों पर उगता है

बानाबन्तु :: व्यवस्था, साइत

बाफ :: वाष्प, भाप

बाबरी :: सिर के आगे रखे हुए बड़े-बड़े बाल

बाबीन :: तागे की पुल्ली

बाबुल :: पिता

बामकी :: भविष्य जानने या अद्भुत बातें बताने की विद्या

बायर :: पर्याप्त

बायल :: बदली के बीच खुला (दिन), वर्षा का रुककर बादल का छँटा हुआ (रूप)

बारन :: हँसिया का वह नुकीला भाग, जो बेंट के भीतर रहता है

बारबु :: जलाना

बारहाँ :: बलशाली, बहादुर

बारा :: पौधों की पतली जड़

बारा :: बारह

बाराजोरी :: संग-साथ, संयुक्तावस्था में

बारिगह :: बड़ा शामियाना, जिसके नीचे लगभग दस हजार लोग बैठ सकतें हैं

बारी :: नाक व कान में पहनने का स्वर्ण आभूषण; फलों का खेत; जाति विशेष; क्रम

बारीक :: उम्दा, महीन

बालबाँखीरा :: फल विशेष, यह पेट के लिए अत्यन्त लाभप्रद होता है

बालबाँखीरा :: बालमखीरा

बालम :: पति, प्रियतम

बाला :: कान में पहना जाने वाला छल्ला

बाला :: पवित्र, ईमानदार

बाली :: गेहूँ आदि की बाल; कर्णाभूषण

बालूचर :: चिलम पर पीने का एक नशा

बापेमियाँ :: मुसलमानों के एक पीर (कहा.) "एक हाथ कै बालेमियाँ, नौ हाथ कै पूँछि"

बावँ :: जोतते समय हल के कूँड़ में चले जाने पर बन गया निशान या टेढ़ापन

बासिंदा :: निवासी, रहने वाला

बाहँ :: जुताई की संख्या या पूरा काम; भुजा; ताड़ी निकालने का अड्डा

बाहबु :: बैल आदि द्वारा गाय आदि के साथ संभोग करना

बाहबु :: गर्भ धारण करना

बाहरि :: सींचने के पानी को नीचे से ऊपर ले जाने का मार्ग

बाहा :: छोटा नाला, पानी बहने का मार्ग

बाहीं :: खेत का वह टुकड़ा, जो एक बरहा से सींचा जाए; जुताई की संख्या

बाहुक :: लकड़ी का खम्भा, जो मकान की छत को रोकने हेतु लगाया जाता है

बिअहुती :: वह लड़की, जिसकी शादी अभी हुई हो

बिकसबु :: फूलना, खिलना, खिंचना (तागों का)

बिखड़बु :: क्रुद्ध होना

बिगर :: बिना

बिगर :: बिगाड़

बिगवा :: भेंड़िया

बिगहा :: पैमाना विशेष, बीघा

बिचऊपुर :: बीच का स्थान; काल्पनिक स्थान; अनिश्चित स्थान

बिचकउठा :: बीच का घर

बिचारबु :: चुनना (ठीकअंश), विचार करना, ज्योतिष देखना

बिचुकबु :: किसी को देखकर चौकन्ना हो जाना; विजुकबु

बिछिया :: पैर की उंगलियों में पहनने का आभूषण

बिछुआ :: पट्टी की तरह कमर का आभूषण, एक जल जन्तु विशेष

बिछुलबु :: फिसलना; रपटबु

बिजलउबु :: किसी की नकल करते हुए परेशान करना या चिढ़ाना

बिजायढु :: भुजा का आभूषण विशेष

बिजुकबु :: किसी चीज को देखकर जानवर का चौकन्ना होना

बिजुली :: कच्चे आम के अन्दर की कोमल गुठली, विद्युत

बिज्जो :: बाँस के झुरमुट में रहने वाला बिल्ली जैसा जन्तु

बिटचर :: शूकर, कौआ

बिदुहुरा :: कंड़ों का सुडौल ढेर

बिड़मना :: निंदा

बिड़र :: दूर-दूर (बोया या उगा हुआ)

बिड़वा :: पुआल का बना हुआ गोल छोटा मोढ़ा

बिढ़ता :: कमाया हुआ (अन्न, धन आदि)

बितउबु :: व्यतीत करना

बितान्य :: चंदोवा

बिती :: प्रकार

बित्ता :: बारह अंगुल की माप

बित्थार :: विस्तार, दर्द

बिदखोरबु :: खोद कर खराब करना

बिदगउवि, बिथरउबु :: बिखराना

बिदहबु :: निराई क बाद मक्का आदि फसल को गोड़ने के बजाय दूर-दूर जोतना

बिदुरबु :: टेढ़ा हो जाना (ओंठ)

बिदोर :: देखने में मूर्ख

बिद्दति :: परेशानी, विपत्ति, बुराई

बिधना :: ब्रह्मा, सृष्टिकर्ता

बिधाँ :: विधि से, भाँति

बिननि :: बिनावट; बिनवट

बिनवर :: जूते में लगा पैतावा, कपास का बीज; छापर

बिनिया :: (अन्न) बीनने का समय

बिनुआ :: बीना हुआ कंडा, जो जंगल से बीना गया हो, हाथ से पाथे हुए कण्डे को 'पथुआ' कहते है

बिन्धबु :: लिपटना

बिन्नी :: किंवाड़ों को एक-टूसरे में फंसाने के लिए एक किंवाड़ में लगी खड़ी पट्टी, पलक के बाल बरौनी; बेनी

बि-न्वादा-  :: छत के बीच में हउदा रखने का स्थान

बिबरा :: बुवाई समाप्त होने पर छोटे बच्चों एवं हलवाहों को दिया गया अन्न

हिमउटु :: भूमि में बना हुआ साँप आदि जन्तुओं का घर या उसके ऊपर का भाग

बिमरस :: रोब, विमर्ष

बिम्बाफलु :: लाल कुंदरू

बियहुता :: ब्याह का कपड़ा

अहका :: जोर की प्यास

अहकाइब :: तरसाना, अहक पूरी न होने देना

अहतर :: पोशाक में लगा भीतरी कपड़ा; अस्तर

अहथाप :: स्थापना

अहथिर :: स्थिर, निश्चिंत, शांत

अहदंकबु :: डर जाना, घबरा उठना

अहदियाबु :: घबराना

अहदी :: सुस्त

अहरबु :: छील कर सीधा करना (लकड़ी); छक लेना

अहरा :: दीवालों में बनाये गये आल या ताख; चूल्हे के बाहर कहीं जलाने हेतु लगा सुडौल कंड़ों का ढेर; आल, ताख, आर

बिया :: बीज

बियाबु :: गाय आदि मादा जानवरों का बच्चा देना

बियारि :: बीजयुक्त, कड़े बीज वाली

बियारी :: ताजा (दूध)

बियासबु :: गेहूँ आदि में पेंड़ी से कल्ले निकलना

बिरई :: पौधा; बिरवा

बिरझयाबु :: क्रुद्धवश बिगड़ना

बिरतन्तु :: वृतान्त

बिरति :: बहुत रात, विलम्ब

बिरथा :: व्यर्थ, बेकार

बिरन :: भाई, प्रियबंधु; बिरना

बिरलै :: शायद ही, कठिनाई से

बिरवा :: पौधा; बीड़ा

बिरवाही :: छोटे पौधों का समूह

बिरादरी :: जाति

बिरान :: पराया

बिरिया :: कानों में पहनने का आभूषण, पान का बीड़ा

बिरैल :: हल में हरीस रोकने के लिए लगी एक लकड़ी; काँटा

बिरोग :: हार्दिक दुःख

बिर्ति :: दान में दी हुई भूमि

बिलंगबु :: चढ़ना

बिलंद :: उच्च, जोरदार, बुलंद

बिलउटा :: नर बिल्ली

बिलटबु :: उलट जाना, नष्ट हो जाना, ढेर-सा देना

बिलनी :: एक उड़ने वाला कीड़ा, जो मिट्टी का घर बनाता है, आँखों के किनारे होने वाली छोटी फुंसी

बिलबिलाबु :: घुटन से पीड़ित होना, घबरा जाना

बिलम :: देर

बिलम्हाइब :: फँसा रखना, रोकरखना

बिलरहवा :: जुताई में बैलों के विपरीत दिशा में मुड़ जाने का कार्य

बिलल्ला :: बेढंगा

बिलांग :: फलास के खेल में मोहर की जगह रुपया-पैसा चलने की स्थिति

बिला :: बिना, बगैर

बिलान :: नष्ट प्राय

बिलाबु :: गायब हो जाना

बिलारी :: दरवाजे को भीतर से बंद करने की लकड़ी; सिटकिनी

बिलारू :: हरीस में अगले कीलों के साथ लगने वाली खाँचेदार लकड़ी

बिलिया :: मिट्टी की कटोरी

बिलिर-बिलिर :: सिसक-सिसक कर आँसू बहाते हुए (रोना)

बिलुका :: छेद

बिलेंट :: चूहे आदि द्वारा बनाया हुआ खेत में बड़ा छेद

बिलोरबु :: मथना

बिल्लाबु :: परेशान होना, उकता जाना

बिसा :: बीज

बिसाबु :: मान्य होना, बात चलना, अस्तित्व होना, संकट पड़ना

बिसाहिन :: मछली-सी बू वाला

बिसुआ :: खेत से पहले पहल काटकर लाया हुआ नया हरा अन्न, बीघे का बीसवाँ अंश

बिसुआ :: औली

बिसुआबु :: चोट आदि का प्रकोप बढ़ना

बिसुकबु :: दूध देना बन्द करना (पशु का)

बिसेंडी :: व्यंग्य भरी हुई बात

बिसेख :: विचित्र प्रभाव या बात

बिहतुइया :: छिपकली

बिहतुर :: दूर, ओझल

बिहफै :: बृहस्पति (दिन)

बिहानु :: प्रातः काल

बिहून :: देखने में भद्दा, मूर्ख

बींजड़, बींजर :: छोड़ा गया बकरा

बीजर :: बीज को जला देने वाली भूमि

बीजू :: बीज से उत्पन्न (कलम न किया हुआ, आम आदि)

बीरर :: बखील; बिड़र

बीरा :: ईंट का लम्बाई-मोटाई में फटा हुआ आधा अंश, पान की पुड़िया, बींड़ा, चुनौती की स्वीकृति

बीरी :: छेद करने में प्रयुक्त यंत्र

बीरौ :: बिरवा-पौधा

बीहड़ :: लम्बा-चौड़ा एवं मजबूत (व्यक्ति, वस्तु); ऊबड़-खाबड़ व घना; साहसी

बुकनी :: बूका (पिसा) हुआ पदार्थ

बुकला, बोकला :: छिलका

बुकवा :: उबटन

बुजरी :: निर्बल, नालायक

बुज्जहिया :: गन्ने की पतोई का प्रारम्भिक रूप

बुज्जा :: बुलबुला

बुझारति :: सन्तोष

बुट्टबु :: उड़ा देना, लेकर भाग जाना

बुड़जरी :: नालायक स्त्री

बुड़हा :: मजदूरी के अतिरिक्त हलवाहे को प्रदत्त पैसे या अनाज

बुडुआ :: जो पानी के भीतर डुबकी लगाकर गिरी हुई चीज़ उठा लावे

बुड़क्की :: डुबकी

बुढ़नाबु :: (अंग का) ठण्ड से ठिठुर जाना

बुढ़भस :: बुढ़ापे के दुर्गुण

बुत :: भला

बुताति :: (खाने-पीने का) सामान

बुताबु :: बुझ जाना

बुत्त :: मूर्ति

बुत्त :: चुपचाप

बुत्ता :: प्रोत्साहन

बुनका :: बिंदी; बूंद

बुनेला :: बढ़िया

बुसौंड़बु :: अरहर की पत्तियों को पीटने के बाद ओसाना

बुन्ननद :: नींव; जड़; यथार्थ

बुल्ला :: बुलबुला (पानी का)

बूक :: मुट्ठी

बूकबु :: पीसना; बोलना

बूझ  :: बुद्धि

बूझबु :: जानकारी करना, उत्तर देना, समझना

बूट :: हरे चना की फली; -जूता-क्रुम चमड़े का जूता

बूड़ा :: बाढ़

बूत :: बूता, शक्ति

बूरा :: शक्कर

बूह :: व्यूह (चक्रव्यूह)

बेंची :: बिक्री का दस्तावेज

बेंटि :: पंक्ति, किनारा

अहरी :: जानवरों को पानी पिलाने के लिए प्रयुक्त ईंट आदि का बना बड़ा बर्तन; चरही

अहली करबु :: पानी भरे खेतों में जुताई करना

अहसन :: धान

अहहुँ :: हूँ

अहिका :: इसका

अहिबातु :: सधवापन, सौभाग्य

अहिर :: यदु क्षत्रिय को, जिनके वंशज यादव कहलाये, प्राप्त उपाधि सं. अहि (साँप) + ईरः (मारने वाला); गोपालक

अहिलउबु :: पेशाब करना; ढरकाना

अहिलौ :: पर्याप्त

अहिलौ :: बाढ़

बेंटु :: कन्नी आदि का हत्था

बेंड़कना :: दरवाजे आदि में रोक हेतु लगाया गया डणडा

बेंड़का :: तिरछा, बैंड़ा

बेंड़ियउबु :: काट गिराना, छोटे-छोटे टुकड़े बना देना

बेंड़ी :: पानी उलीचने की टोकरी

बेंड़ेम :: गोद में

बेंड़ौरी :: खरपतवार

बेंदी :: सुनारों में प्रचलित 'चाँदी' का गुप्त नाम; आभूषण विशेष

बेंदुआ :: रस्सी के द्वारा कसी हुई जाँत की एक लकड़ी

बेंवड़ :: दरवाजा बन्द करने में प्रयुक्त लकड़ी की साँकल

बेंवड़ा :: झोपड़ी का दरवाजा

बेंवार :: लम्बा छेद, दराज

बेई :: बारी 'बेरि' का 'र' लुप्त होकर यह शब्द बना है

बेउहार :: ब्यवहारी

बेकरका :: किसी के मरने का १० वाँ दिन

बेकूफ :: मूर्ख

बेगी :: बेगम या रानी (ताश के खेल में)

बेगुचा :: बगुचा' देखिए

बेखटके :: निडर, बिना झिझक

बेजा :: अनुचित

बेजाप्ता :: नियम विरुद्ध

बेजार :: बीमार, नाराज

बेझरा :: चना-जौं का मिश्रण

बेझरा :: बेर्रा

बेटहना :: छोटा या खराब लड़का

बेठन :: बांधने का वस्त्र

बेड़िन :: नाचने गाने वाली जाति; पतुरिया

बेड़िन :: दुश्चरित्र

बेढ़ई :: आलू भरी रोटी

बेढ़ा :: खेत या बगीचे के चारों ओर लगा कँटीला तार आदि

बेतरह :: बुरी तरह (बिगड़ना)

बेतहरि :: अधिक बच्चे दे चुकने वाली (गाय आदि)

बेतहासा :: अत्यधिक

बेतुका :: अनुचित, बेमेल

बेदवार :: वेदज्ञ

बेध :: शामत

बेनउठा :: बाँस का छोटा टोकरा

बेनाबंदी :: गहना

बेनिया :: छोटा हस्त पंखा

बेनी, बेन्नी :: किंवाड़ों में लगी लम्बी पट्टी, जो परस्पर रोकने का काम करती है; पान-पान के आकार का एक आभूषण; बिन्नी

बेनुली :: जूड़ा बनाने में सहायक एक गोल छल्ला विशेष

बेफाँट :: निरर्थक

बेफै :: बृहस्पति

बेबस :: विवश, पराधीन

बेबाक :: नष्ट, निस्तरित

बेंभाँनि :: बेमेल, बुरा लगने वाला

बेमता :: पेड़ों पर रहने वाला लाल चींटा

बेराम :: बीमार

बेरि-बेरि :: बार-बार

बेरिया :: समय, वक्त

बेर्रा :: कुमुदिनी के बीज; बेझड़ा

बेलंभउबु :: रोक रखना; चुप करना

बेलउंजा :: फसल को नष्ट करने वाला खर या घास

बेलउना :: रूई का घानु या ढेर

बेलगरा :: मछली विशेष

बेलचूड़ी :: कलाई का गहना विशेष

बेलझरा :: जंगली बेर, झलबेरी

बेलन्दा :: बैलगाड़ी में लगा लकड़ी का पुर्जा विशेष; घास

बेलल्ला :: बेढंगा

बेलवा :: कटोरा

बेलि :: गुड़ की पारी; भेली

बेलिया :: छोटा कटोरा

बेली :: लताएँ, पतली रोटी, चपाती

बेलौस :: ममताहीन

बेवँ :: चाक का वह गड्ढा, जिसमें डण्डा डालकर चाक घुमाया जाता है

बेवहरु :: कर्ज

बेवा :: विधवा

बेसर, बेसरि :: नाक का आभूषण; मोल लेना, नथुनी

बेसहनी :: खरीद

बेसहबु :: मोल लेना; खाना; स्वीकार करना

बेसही :: पत्नी

बेसही :: खरीदी हुई

बेसारु :: खेतों में बोने में प्रयुक्त बीज

बेसी :: अधिक

बेहना :: रूई धुनकने वालों की एक विशेष जाति; धुनिया

बेहून :: कुरूप

बैंढ़ :: बेंड़ी में नीचे प्रयुक्त चमड़े की वह डोरी, जिससे रस्सियाँ बाँधी जाती हैं

बैकल :: मूर्ख, बेढंगा

बैकुण्ठी :: कान का गहना विशेष

बैठाहुर :: जो प्रायः बैठा रहे कुछ काम न करे

बैतबाजी :: अंत्याक्षरी

बैदरा :: बैद्य की (सोंट)

बैनु :: रिश्तेदारी से संस्कार विशेष में आई हुई पूड़ी या मिठाई (जो गाँव में बँटवाया जाता है), वचन, वाणी

बैपरबु :: व्यवहार में लाना, काम में लेना (वस्तु का), उपभोग करना

बैरंग :: जिस पर महसूल लगे (पत्र); शीघ्र पहुँचने वाली

बैलट :: शक्ति, इंजन, पानी निकालने का साधन विशेष

बैलट :: मत

बैलर :: फूहड़

बोंका या बोंटु :: कीड़ा, जो कूद-कूदकर चलता है, घसकुद्दा

बोंड़र :: जुएँ' का एक विशेष भाग

बोई :: रबी की बुआई समाप्त होने पर किया गया पर्व, जिसमें बैलों को भी भोजन दिया जाता है

बोउनी :: बोने की क्रिया

बोक :: बड़ा बकरा

बोकरिहा :: बकरी पालने वाला

बोका :: सिंचाई के काम आने वाला बड़ा टोकरा

बोखा :: जिसके कोई भी दाँत न हों (पुरुषों में)

बोगी :: जल स्त्रोत निकालने हेतु प्रयुक्त यंत्र विशेष

बोङ :: बड़ा सा मोटा डण्डा

बोझु :: फसलों आदि का गट्ठा, भार; गट्ठा

बोड़रा :: लहंगे का वस्त्र

अहिवात :: सुहाग, सधवापन

अहुजी :: एक व्यंजन, जिसमें दूध, चावल और जीरे के साथ लौकी के बारीक लच्छे पकाये जाते हैं

अहेरिया :: शिकारी; अहेर करने वाला

अहेरिया :: अहेलिया

आँकन :: ज्वार की लटों का भूसा; दोष

आँकर :: उच्च कुलीन; गहरा

आँकरि :: दिल में लगने वाली; गहरी; अभद्र

आँकु :: बैलगाड़ी का वह पुर्जा, जिसमें लोहे की धुरी लगाई जाती है

आँखा :: आलू आदि में अंकुर फूटने के स्थान या (अक्षि); लोहे या चमड़े का चलना, जिससे कोई वस्तु छानी जाती है

आंगा :: अंगरखा

बोड़ा :: बड़े दाने की एक फली, जिसका साग खाया जाता है

बोड़ियाँ :: जिस बैल की टांगें अधिक लम्बी हों

बोता :: ऊँट का बच्चा

बोदा :: सुस्त, भद्दा

बोदा :: कीचड़

बोबा :: स्तन (दूध भरा हुआ)

बोय :: बदबू, दुर्गंध

बोरदार :: घुंघुरु वाला

बोरु :: भेद, रहस्य; जल-स्त्रोत, गड्ढा

बोरो :: एक प्रकार का चावल, जो पानी में होता है

बोरो :: फँसही

बोह, बोह्य :: (जल में भैसों का) आनन्द; घमण्ड

बोहनी :: बिक्री का शुभारम्भ

बोहनी-बट्टा  :: नकद शुरुआत

ब्यउंगबु :: चमड़े में निशान लगाना

ब्यउंगी :: कठोर लकड़ी या सींग से बना यंत्र, जिससे चमड़े पर निशान लगाया जाता है

ब्यल्हराबु :: बच्चों का, किसी को परेशान करते हुए हँसना

ब्याँड़ा :: विभाजक दीवार, टुकड़ा

ब्याँड़ा मारबु :: वाहन को वाहन के आगे खड़ा कर रोकना

ब्याझबु :: जानवरों द्वारा सींग से किसी वस्तु को खोदकर गिराना या बिखराना

ब्याढ़ :: रोपने में प्रयुक्त पौधा

ब्यात :: ब्याने की संख्या; बियात

ब्याधि :: कष्ट, अड़चन

ब्याना :: हाथ से धौंकने वाला पंखा

ब्यार :: फल विशेष, बेर

ब्याहबु :: विवाह कऱ देना या कर लेना

ब्यूह :: खाट आदि की बुनावट में बने छेद, घेरा

ब्रिसलेट :: हाथ का गहना विशेष

ब्वांगा :: छोटे कद का बैल

ब्बाज :: हल में फँसा हुआ मिट्टी व घास का मिश्रण

ब्बाज :: लेटारु

ब्वाटा :: मोटी लकड़ी के गुटके

ब्वादा :: कीचड़

ब्वादा :: सुस्त

भंगडु :: वाद-विवाद, भड़भड़

भँजाइबु :: भजाना (पैसा तोड़ाना)

भँटइती :: भाँट का सा व्यवहार

भँड़खेलि :: गड़बड़ी

भंड़रौ :: गन्ना पेराई का वह पहला दिन, जब गुड़ भी तैयार होता है

भँड़वन :: मिट्टी का पात्र

भँड़सार :: रसोईघर

भँड़ा :: किसी भारी वस्तु को उठाने में प्रयुक्त लकड़ी

भँड़ियही-भँड़ियाही :: घर में घुसकर चोरी करने की आदत

भँड़िया :: मिट्टी की हण्डी

भँडुआ :: वेश्या के साथ रहने वाला पुरुष; गुलाम; नीच व्यक्ति

भँड़ेरि :: गड़बड़ी

भँड़ेहरी :: डेहरी आदि रखने की कोठरी या कमरा

भंभुहा :: सावाँ का भूसा

भंभूरि :: दल, समूह

भँवक्खा :: जिसकी आँखें टेढ़ी हों

भँवरकली :: बकरियों के गेरावँ में लगा लोहे का अंग, जो उनके घूमने पर घूमता रहता है

भँवरि :: नदी आदि के पानी का चक्रवात, सिर में बना बालों का चक्र

भंसारु :: भण्डार

भँसीड़ :: सब्जी विशेष

 :: हुआ, हो गया

भइँडयाबु :: लड़ने की मुद्रा में खड़ा होना

भइने, भइना :: भांजा, बहिन का पुत्र

भइपनु :: भ्रातृत्व

भउजी :: बड़े भाई की स्त्री

भकचुम्मा :: जो कुछ बोल न सके

भकभेलर :: फूहड़, बेढंगा

भकस :: मन में छिपा असन्तोष, भड़ास

भकुहा :: जो कुछ कर न सके, निःसहाय एवं मूर्ख

भक्कलु :: छेद

भक्खर :: खाने का स्थान; बलि-वेदी

भख :: भोजन

भखवइया :: भाखने वाला, भविष्यवाणी करने वाला, स्वीकारकर्त्ता

भगंदरु :: प्रसिद्ध रोग, जिसमें गुदा से मवाद या पीव आता है

भग :: स्त्री की गुप्तेंद्रिय, गुदा

भगति :: कीर्तन, भक्ति

भगमच्छरु :: शोरगुल, झगड़ा

भगवा :: छोटा-सा कपड़ा, जो गुप्तेन्द्रियों पर गरीब लोग लपेट लेते हैं

भगुति :: विभूति, सम्पत्ति

भगोहड़ा :: भागने वाला या भागा हुआ व्यक्ति

भग्गलु :: इज्जत

भङरा :: कीड़ा विशेष, बोरे का टुकड़ा, पुराने कम्बल का भाग

भचक :: पैर की खराबी, चलने में अड़चन

भच्छनागु :: भूख की अधिकता

भटक :: संदेह, दुविधा

भटभटी :: ऐसी अवस्था, जिसमें चकाचौंध के कारण न दिखाई पड़े

भटभ्यारा :: मिलन, संयोग, सामना

भठिया :: धोबियों की भट्ठी; कण्डों (उपलो) का सुडौल ढेर

भठियारा :: भट्ठी चलाने वाला, रोटी पकाने वाला (मुसलमान)

भड़ंग :: दिखावा, व्यर्थ की बनावट

भड़कदंता :: जिस बैल के सब दाँत समय से पूर्व निकल आवें

भड़कील :: देखने में सुन्दर व बड़ा

भड़रबु :: खुरपी से मिट्टी (पौधे की जड़ की) खोदकर उलट देना

भतइत :: हलवाहा, जो भाता पर काम करे

भतरहा :: भूना या उबला हुआ पदार्थ, जिसमें कोई भाग गला न हो

भतरिन्हा :: खाना बनाने वाला

भतार :: पति, मालिक

भदेस :: भद्दी

भद्दरा :: खराब मुहूर्त;(कहा.) "घरी मँघर जरै नव घरी भद्दरा"; सन्नाटा

भद्दा :: धूल

भद्दा :: धूमिल, खराब

भद्दि :: बदनामी, दुर्गति

भनछबु :: फिरते रहना, तलाश करना

भनबु :: कहना, वर्णन करना

भन्ना :: बैलगाड़ी में चौड़ाई में लगने वाले बाँसों के छोटे होने पर उनमें जोड़े गये छोटे बाँस, अदायगी

भन्ना मारबु  :: व्यापारियों द्वारा छोटे व्यापारियों को रकम न देना

आंगी :: स्त्रियों के सीने पर धारण करने वाला वस्त्र विशेष; अंगिया

आँच :: अग्नि की गरमी; अस्तित्व

आँचरु :: अंचल पर रहने वाला धोती का सिरा; स्तन; अँचरा

आँचा :: परिपक्व; अच्छा

आँजनु :: आँख का अंजन

आँट :: मचान; उंगुली का अगला पोटा

आँठा :: माँस अथवा जमे हुए लहू का छोटा टुकड़ा

आँठी :: जमा हुआ दही

आँड़ा :: पतावर का फूला हुआ अंश

आँड़ा-डोइयाँ  :: बिना सोचे-समझे; जो जैसा था वैसे

भन्नाबु :: भिनभिनाना, भन्न-भन्न की या फटी आवाज़ करना; नाराज होना

भभक्का :: बड़ा छेद

भभरी :: वृद्धावस्था या बीमारी के कारण उत्पन्न होने वाली शारीरिक सूजन

भयवादी :: बिरादरी, भाई चारा

भरकुंडा :: ऐसी जुताई, जिसमें 'कूँड़' कुछ अन्तर पर बनते हैं

भरजालि :: भार्दूल

भरमजालु :: दायित्व, भ्रमजाल

भरमबु :: भ्रम में पड़ना, घूमना

भरसा :: छत की कमजोर बल्ली को रोकने हेतु दीवाल से टिकाकर लगाई गई लकड़ी

भरसायँ :: अन्न भूनने का चूल्हा

भरहर :: छिद्रयुक्त; बीड़र; मोटा

भराव :: फर्नीचर विशेष

भराव :: गहरा

भरी :: तोला

भरुआमटका :: पेशाब करने में प्रयुक्त मिट्टी का बर्तन

भरुहाबु :: परेशान होना, उपेक्षित करना

भर्ती :: लेई द्वारा चिपकाया जाने वाला टुकड़ा; नियोजन

भर्रा :: अनाज से मिट्टी आदि छानने का पात्र, चलना; मंझा के नीचे बंधी हुई मोटी रस्सी को कसने में प्रयुक्त लकड़ी

भलकुछु :: हर तरह से, सब कुछ

भलमंसी :: सज्जनता

भलिपूछौ :: सच पूछो तो

भलेमानुस :: सज्जन

भवँरि :: पानी का चक्रवात; चक्र

भवँरी :: भाँवर

भवर :: विचार, मंसूबा

भवातुलि :: मंडराती हुई

भसमी :: गंभीर या सघन, भस्म

भसमु :: साथी, भस्म, पालन-पोषण

भसोटु :: शक्ति प्रायः दूसरे को ललकारने में प्रयुक्त

भाँज :: रोक, विघ्न, ऐंठन

भाँजबु :: रस्सी की अनेक लड़ियों को एक में लपेटना

भाँटा :: बैंगन

भाँड़ा :: बर्तन

भाँपत :: खेत का वह भाग, जहाँ पलड़ों द्वारा उचित दूरी पर खाद न गिराई गई हो

भाँपबु :: परख लेना, ताड़ना

भाँयँ-भाँयँ :: निर्जन स्थान में सन्नाटे की आवाज

भाखबु :: कहना, भविष्यवाणी करना

भागि :: भाग्य, नियति

भाठि :: मांद

भाठि :: भारि

भाता :: हलवाही करने की वह पद्धति, जिसके अनुसार उसे पूरी उपज का १/६ भाग मिलता है

भाती :: धरोहर, सम्पत्ति

भाती :: अधिक कच्ची

भाबिता :: भवितव्यता, भावी

भाभी :: भवितव्यता, बड़े भाई की पत्नी

भारकस :: बैलगाड़ी (बोझा लादने में प्रयुक्त)

भारनु :: मकान निर्माण सम्बन्धी उपकरण विशेष

भारि :: मांद

भारि :: भाठि

भारु :: चबेना भूनने की भट्ठी, भाड़;

भास :: पानी या कीचड़ में धँस जाने की स्थिति

भिंजारनि :: सर्वनाश

भिंजारबु :: नष्ट या समाप्त करना

भिकबु :: फेंकना

भिजउबु :: भिगोना

भिटुहुरा-भटुहुरा :: उपलों (कण्डों) का सुडौलढेर

भिटुरा :: मिट्टी का ऊँचा उठा हुआ स्थान

भिटुरी :: गठरी, दुःख

भिड़काइब :: (दरवाजों का) बंद करना

भिड़नी :: संधर्ष, भिड़ंत

भितलिया :: पतली दीवार

भितल्ला :: कपड़े का भीतरी पल्ला, खजाना

भितिया :: छोटी व पतली दीवाल अधिकतर रसोईघर में प्रयुक्त

भितूरि :: भाण्डार, रसोईघर

भिनउखा :: प्रातः काल

भिन्नही :: प्रातः काल

भिन्नही :: अधिक भिनभिन करने वाली

भिन्सार :: प्रातः काल

भियानु :: प्रातः काल

भियानु :: विहान

भिरवारु :: ज्वार-बाजरे के गट्ठों का खड़ा ढेर

भिलिर-भिलिर :: फूट-फूटकर (रोना)

भिल्ला :: भेंड़ का नर बच्चा

भिहलाबु :: बिखरकर खराब हो जाना; ठण्ड लग जाना

भीठ :: किसी ऊँचे टीले पर लकड़ी एवं फूस से बना विशाल छप्पर, जिसमें पान की खेती की जाती है

भीति :: दीवाल

भीरा :: लकड़ी के कोल्हु में पटरे पर रखा जाने वाला बोझ, हस्त चक्की का मिट्टी से निर्मित अड्डा

भीरी :: अरहर आदि का गट्ठर, बैल की पीठ पर लदा हुआ 'जार' नामक फंदा

भुई :: भूमि; जमीन

भुकुर-भुकुर :: आँसू गिरा-गिराकर; मुँह विदोर-विदोर कर

भुक्का, भूका :: सत्तू

भुगुति :: भुक्ति, मृत व्यक्ति की स्मृति में एक ब्राह्मण का भोजन

भुग्गा :: मूर्ख

भुचकुरु :: कचूमर

भुच्चड़ :: जिसकी समझ में बात जल्दी न आवे

भुजवा :: चबेना भूनने वाली जाती

भुजाली :: नैपालियों द्वारा प्रयुक्त कुकुड़ी; छोटी तलवार

भुड़ागरु :: वह जमीन, जो बलुई व ऊँची-नीची हो

भुड़ागरु :: भुड़ही

भुट्टा :: मकाई या ज्वार का फल; -होना- (मु.) मर जाना

भुताही :: भूतों के प्रकोप की निरन्तरता

भुन्नासु :: शिश्न, अपशब्दपरक वस्तु

भुरका :: पानी पीने में प्रयुक्त मिट्टी का बर्तन; रूपान्तर-कुज्झा, घट, कुल्हड़

भुर्रा :: खुला हुआ; जो गोली के रूप में बंधा न हो

भुसइला :: बरसात में प्रथम दिन गिरा हुआ पानी

भुसइला :: दौंगरा

भुसउरा :: वह कमरा, जहाँ भूसा भरा जाता हो

भुसु :: भूसा

भुलभुलउबु :: (फल आदि को) आग में थोड़ा-सा भून लेना

भुलभुलि :: भूमि की तपनि

आँतरु :: जब दो जोड़ी बैल एक साथ जोते जाते हैं तो उनकी माचियों को जोड़ने वाली रस्सी; दो कूडों के बीच बिना जुती छूटी जमीन

आँधर :: अंधा

आँब :: आम

आँव :: फेना युक्त टट्टी

आँवरि :: गाय या भैंस की आँवल

आँसवँ :: इस साल

आइसु :: नेवता, भोजन का निमंत्रण

आक :: बरसात में सूख जाने वाली घास विशेष; एक

आखत या आखति :: नसी पीटने की मजदूरी के नेग स्वरूप दिया गया अनाज

आगर :: एक आभूषण

भुवा :: सफेद बाल की सी चीज, जो कुछ फूलों तथा पेड़ों में से निकलती है

भूँजबु :: भूनना

भूँभुररि :: आग से भरी हुई राख

भूँभुररि :: भुलभुलि

भूजा :: चबेना

भूड़ा :: धूलयुक्त मिट्टी

भूभा :: मकरे का खोला, बीजकोष

भूही :: खर-पतवार आदि की राख

भेंगि :: शक

भेंड़ :: विघ्न, छिद्रान्वेषण; पशु विशेष

भेड़िया :: बैल की किस्म, जिसकी सींगे बिल्कुल छोटी व खूब मोटी हों

भेड़हा :: भेंड़िया

भेभन :: मुँह से निकला हुआ थूक, पानी आदि

भेलनी :: चरखी में लंगा छोटा भेलन

भेलस :: भेष, वेश

भेलि, भेली :: ब्याने के थोड़ी देर बाद किसी-किसी भैंस के शरीर से निकलने वाला मांस; गुड़ की बट्टी

भेव :: रहस्य, अन्तर, भेद

भैवद्दी :: भाई का रिश्ता

भोंड़ी :: पेट का मध्य भाग, यह शब्द प्रायः धमकी देने के लिए ही प्रयुक्त होता है; (उदा.) "भोंड़ी फोरि देब"

भोंसड़ी :: योनि

भोङा :: लम्बी वस्तु, जिसमें आर-पार छेद हो

भोटिया :: छोटा-मोटा एवं हृष्ट-पुष्ट (व्यक्ति)

भोथा :: भद्दा एवं कम समझवाला व्यक्ति

भोरइब :: बहकाना, फँसाना

भोरका :: भुरका

भोरहरु, भोरु :: प्रातः काल

भौठी :: एक अन्न विशेष

भ्याँट :: बलि, मुलाकात

भ्याजा :: भेजा, दिमाग

भ्मपना :: विवाह

मंगउरा :: दसवाँ संस्कार में प्रयुक्त उड़द की दाल का बना गोल बड़ा

मंगतरहा :: असमानता (बुवाई में)

मंगनी :: वैवाहिक रस्म विशेष

मंगरी :: जीर्ण-शीर्ण छप्पर के ऊपरी सिरे पर बाँधी जाने वाली अलग से पट्टी; (कहा.) "मंगर मंगरी बुद्धै खाट बैफै बढ़नी बाराबाट"

मंगवारी :: पतली मेंड़

मंजरुआ :: प्रतिवर्ष जोता-बोया जाने वाला खेत

मंजूर :: मजदूर

मंजूर :: स्वीकार

मंजूरी :: पारिश्रमिक; स्वीकृति

मंझखुटरा :: बैलगाड़ी में लगने वाली खुटरियों में से बीच की खुटरी

मंझरेहटा :: छप्पर बाँधने के लिए पहले इसके बीच वाले भाग को बनाते हैं, जिसे मंझरेहटा कहते हैं

मंझिया :: विवाह आदि में स्थापित मध्यस्थ; मंझवानी

मंझी :: ईंटे पाथते समय गीली मिट्टी ढोने में प्रयुक्त बाँस की निर्मित पट्टी

मंझोला :: छोटी कन्नी

मंड :: बू, हवा

मंडल :: बहुत-सा, असंख्य

मंडल :: प्रदेश का एक अंश; दल (गाने बजाने वालों का)

मंडली :: समूह, संगीत पार्टी या दल

मंतरा :: मात्रा

मंसा :: इच्छा, उद्देश्य, अभिप्राय

मइजिलि :: राह, शवयात्रा

मइया :: ममेरा

मइया :: माता

मइया ससुर :: पति अथवा पत्नी का मामा

मइया सासु :: पति अथवा पत्नी की मामी

मइला :: गू, विष्टा

मइला :: गंदा

मइहरु :: घी की तलछट

मइहाँ :: में

मउका :: वारदात का स्थान; अवसर

मउगा :: पुरुष, जो स्त्रियों की भांति बोले या वस्त्र पहने

मउजा :: गाँव (ग्राम सभा का)

मउताज :: इच्छुक, कंगाल

मउना :: मूज का टोकरा, मिट्टी का बड़ा पात्र

मउरा :: जिस बैल के सांग पीछे की ओर झुके हों

मउरी :: छोटा मौर, जो दूल्हन के बाँधा जाता है

मउरुसी :: पैतृक

मउला :: अल्लाह, बादशाह

मउवा :: टोकरा

मकइहरु :: मक्का का पौधा या डंठल

मकाई :: मक्का

मकुना :: हाथी, जिसके बाहर वाले दाँत न हों छोटा हाथी

मकुनी :: मोटी पटी जो मटर, चने या जौं के आँटे की बनती हैं

मकूला :: कहावत

मखउड़ा :: प्रसिद्ध स्थान, जहाँ राजा दशरथ ने पुत्रेष्टि यज्ञ किया था । यह सरयू के उत्तर दिशा में है प्रतिवर्ष जँहा मेला लगता है

मखडडी :: जानबूझकर न सुनने की प्रवृत्ति

मगजी :: बैलगाड़ी की चौड़ाई में लगी सम्पूर्ण पट्टियाँ जोड़ने के लिए किनारे की ओर लगी हुईं दो लम्बी एवं पतली पाटियाँ; जूते एवं पोशाक में अलग से लगा किनारा

मगजु :: भेजा, दिमाग

मगरमत्तु :: चिन्तामुक्त, गैर-जिम्मेदार

मगरूर :: कहा न सुनने वाला; घमण्डी

मगघा :: मघा नक्षत्र, प्लास्टिक का छोटा जग

मघेरू :: माघ या जाड़े में होने वाली (बारिश)

मङता :: माँगने वाला, याचक

मङरि :: छप्पर या खपरैल के बीच का भाग

मचका :: धक्का, ढीलापन

मचलबु :: रूठ जाना, मितलाना

मचला :: कच्ची दीवाल बनाने योग्य मिट्टी, गीली मिट्टी

मचवा :: बड़ी मचिया, खाट का पावा; (कहा.) "आन्हरि मउसी चूमै मचवा"

मचहना :: मक्का आदि के खेतों में बना लकड़ियों का मंच या मचान

मचियउबु :: बैलों को काम के लिए माची से जोड़ना; नाहबु

मच्छ :: मछली

मछोतरा :: हल में हरीस कसने में प्रयुक्त लकड़ी

मछोतरा :: मछवातरु; पाटि

मजकूर :: उल्लिखित, प्रायः कचहरी के कागजों में प्रयुक्त

मजक्का :: हास्य

मजगर :: बढ़िया, अच्छा

मजगोदरा :: बीच वाला

मजमा :: जनसमूह, भीड़

मजरुआ :: वह खेत, जिसमें खेती होती हो

मजहम :: भेद, रहस्य; धर्म

आगर :: चतुर

आगरि :: अग्रणी, चतुर

आङ्गछु :: अंग अथवा शरीर का प्रभाव; व्यक्ति विशेष का प्रभाव

आजा :: पितामह

आजिद :: परेशान

आठाठेली :: परस्पर हिंसका, एक-दूसरे को काम सौंपने की प्रवृत्ति या ढिलाही

आढ़ति :: शैतानी

आतशपारा :: अग्निकण, चिनगारी

आतशबजाँ :: जिसके अन्दर आग ही आग हो, अग्निगर्भ

आतशरंग :: आग जैसे रंग

मजाज :: अधिकार

मजाल :: हिम्मत, बल

मझिअरिया :: रसोईघर

मटरगस्ती :: बेफिक्री, आवारागर्दी

मटियामेट :: मिट्टी में मिश्रित; बरबाद

मटियार :: वह जमीन, जिसकी मिट्टी कड़ी व उपजाऊ हो

मट्टी :: शव; मिट्टी

मट्ठर :: सुस्त; जिसे काम करने की इच्छा न हो

मट्ठर :: मटठु

मठई :: कुदाल

मठल्याबु :: भोजन आदि खाद्य-पदार्थ को बेमन खाना

मठिया :: गहना विशेष; छोटा मठ

मठूस :: बात न सुनने या न मानने वाली; गर्वीली

मठोरि :: सुस्त

मड़इया :: छोटा बगला

मड़ई :: लुहारों का मिट्टी का वह बड़ा चूल्हा, जिसमें औजार गरम किये जाते हैं; छप्पर, झोपड़ी या मड़ैया

मड़नी :: अनाज अलंग करने हेतु बैलों द्वारा फसल कुचलने की क्रिया

मड़मड़ा :: भोजन विशेष

मड़ियर :: जंगली बेर और उसका चारा

मड़िया :: कीचड़

मडुहा :: छप्पर का ओसारा

मड़वा :: मण्डप

मड़हा :: माड़ युक्त (कपड़ा)

मड़हा :: मड़िहा

मडुआ :: खाद्यान्न विशेष

मढ़ :: बोझ, व्यर्थ का उत्तर दायित्व

मढ़क :: बाधा

मतउना :: जिसके खाने से सिर घूमने लगे

मतान :: तोंद

मतीरा :: तरबूज

मतीरा :: हिंदोना, कलिंदा

मत्त :: मस्त, उन्मत्त

मत्थवानि :: मत्थे में पानी स्पर्श करने की क्रिया

मत्था :: मस्तक; कोर

मथवाह :: झालरदार पट्टी, जो घोड़े के मत्थे पर धूप की चमक रोकने हेतु प्रयुक्त होती है

मथार, मथारि :: पुरवट की सींचाई में बैलों के खड़े होने का स्थान

मदति :: सहायता, मदद

मदनी :: स्त्रियों का गुप्तांग, मदन का घर

मदामी :: सदा रहने या होने वाला, शाश्वत

मदिया :: मादा

मदुवा :: सस्ता, कम कीमती

मद्धिम :: द्वितीय श्रेणी का, धीमा

मद्धे :: हिसाब में, सम्बन्ध में

मधन्ध :: सुस्त

मनका :: जपने की माला; कबीर-"करका" मन का छोड़ि कै, मनका मनका फेर

मनका :: इच्छित

मनगर्याबु :: तन्दुरुस्तहोना, स्वास्थ्य में वृद्धि होना

मनगौ :: एक प्रकार का अच्छा गन्ना

मनजउकी :: जो मन में आई बात कह डाले

मनसेधू :: प्रियतम, पति, पुरुष, मर्द

मनहूस :: बुरा, अशुभ

मनाही :: निषेध, रोक

मनिया :: लकड़ी के कोल्हू में जाँठि को घुमाने में प्रयुक्त पुर्जा विशेष; बैलों में प्रचलित रोग विशेष, जिसमें घाव बन जाते हैं

मनिहारु :: चूड़ी बनाने की जाति विशेष; चुरिहारु

मनुहाबु :: तैयार होना, मन बना लेना, आकर्षित होना

मनुहारु :: फुसलाने या मनाने की क्रिया

मन्दिल :: भवन, मन्दिर; मन्डिल

मन्नि :: मान्य

ममाँखि :: मधुमक्खी

ममानियत :: मनाही, रोक

ममारक :: मुबारक

मयँनी :: जिस भैंस का सींग नीचे लटककर गालों तक आ जाता है

मयउनी :: कावा से माचि तक बाँधी जाने वाली रस्सी

मयउनी :: मैगहा

मयउबु :: पाटा चलाना

मयर :: रिक्त

मया :: प्रेम

मयाबु :: ममता दिखाना

मयारी :: मोटी धन्नी

मरकहा :: मारने वाला (जानवर)

मरगी :: (वंश में) मृत्यु हो जाने की अवस्था

मरघटा :: श्मशान, मुर्दा घाट

मरघिल्ला :: बहुत दुबला-पतला

मरचटना :: बच्चे को प्रथम बार अन्न ग्रहण कराने का संस्कार

मरचटना :: अन्न-प्राशन

मरजाद :: मर्यादा, इज़्जत

मरजील :: रोगग्रस्त, रोगी

मरकतहा :: दुबला-पतला, बीमार

मरतबा :: बार, दफा, चक्कर

मरतलहा :: मृत्यु के सन्निकट, अधिक दुबला-पतला

मरदुमी :: मर्दानगी, बहादुरी

मरमहित  :: विशेष प्रेम करने वाला, मर्म को समझने वाला

मरलहा :: (अन्न) जिसमें पाला या ओला आदि लगा हो

मरवट :: पटुवा या सन की वह अवस्था विशेष, जो पानी में भिगोयी न गयी हो

मरवा :: अच्छी तथा काली मिट्टी वाले (खेत)

मरायल :: मरने के निकट, दबा हुआ

मरियल :: मरणासन्न, दुर्बल

मरी :: ग्राम देवी, जिन्हें मीरा माई भी कहते हैं

मरुआ :: एक पौधा, जिसका पत्ता तथा फूल-देवी को चढ़ाया जाता है, बाँस की छड़ी;

मारबु :: गर्व करना

मलंग :: निर्जन स्थान में रहने वाला मुस्लिम भूत

मलक्यातमु :: स्वामित्व

मलमासु :: हर तीसरे वर्ष होने वाला १३ वाँ महीना

मलसा :: गुड़ निर्माण सम्बन्धी उपकरण

मलार, मलाल :: रंज, नाराज़गी; अफसोस; वर्षा ऋतु में गाया जाने वाला गीत विशेष

मलिच्छ :: गंदा, अपवित्र; अधर्मी; म्लेच्छ

मलिया :: बच्चों का माला, मिट्टी की लुटिया, चारपाई में पैताने लगी रस्सी

मलीदा :: शक्कर, घी एवं आँटे का बना भोजन, बढ़िया खाद्य

मलेपंज :: अशंक्य, थका, जिसका पंजा टूट गया हो

मल्हार :: वर्षा ऋतु का गीत विशेष

आतशी :: आग का बना हुआ

आतशी रुख :: आग जैसा

आतशी सीसा  :: सोना पकाने में सहायक धातु

आदि :: इतिहास, ब्योरा, रहस्य, स्मरण; आरम्भ

आदी :: अदरक

आदी :: अभ्यस्त

आनबु :: लाना, ला देना

आनि :: दैवीय मान्यता

आनी :: दुसरी-जाति (स्त्री.) अपने से अलग की जाति

आनु :: गडढा (गहरा)

मवनि :: मिट्टी का बड़ा पात्र, जिसमें ताड़ी आदि रखी जाती है

मवाजा :: मुवाब्जा

मवादु :: पस, पीव

मसक :: भेंड़ या बकरी की खाल को सीकर बनाया हुआ थैला, जिससे भिश्ती पानी ढोते हैं

मसकबु :: अत्यन्त हल्का फटना, नाराज़ होना

मसकबु :: चिहरबु

मसका :: मक्खन

मसका :: नाराज़

मसक्कति :: मेहनत, परिश्रम

मसनद :: गद्दी, तकिया

मसरफ :: काम, उपयोग

मसल :: मिसाल, कहावत

मसलहति :: नीति, रहस्य

मसला :: मामला, कहानी

मसहरी :: फूलों का पर्दा

मसहरी :: पट्टी से बुना पलंग

मसहिंनि :: गुड़ की बट्टी बनाने के लिए बना चक्राकार ऊँचा स्थान

मसा :: मच्छर

मसान :: विदेह आत्मा, सुलाने का जादु

मसियानी :: स्याही

मसी :: रोशनाई

मसील :: मांस युक्त

मसूल :: बाजार में विक्रेताओं को पड़ने वाला कर

मस्ताब :: बहुत ही प्रकाश करने वाली आतिशबाज़ी, अस्तुरा विशेष

महज :: सिर्फ, शुद्ध

महजिद :: मस्जिद

महट्टर :: मास्टर

महतमा :: साधु, महात्मा

महतारी :: माँ

महतीनि :: मालकिन, महतौ की पत्नी

महतो, महतौ :: (वैश्यों में) ससुर या जेठ, जातीय मुखिया

महरा :: जाति विशेष, जो अवसर विशेष पर पानी भरते हैं, कहार

महरानी :: सम्राज्ञी, देवी

महरूल :: हास्य, नाटिका

महातमु :: माहात्म्य, महत्त्व

महाना :: बहुत बड़ा ढेला

महाबरा :: अभ्यास, आदत

महाल :: गाँव का एक भाग

महावन :: अत्यधिक, बहुत

महास :: महान व्यक्ति, महाशय

महाहौं :: अत्यधिक; तमाम

महि :: पृथ्वी, धूल, घमण्ड

महिका :: मुझको

महुआरी :: महुआ की बाग

महिना :: माह, मास, मासिक धर्म

महुलाबु :: मुरझाना

महूँ :: मैं भी

महूरति :: मुहूर्त, शुभ समय

महेउ :: मट्ठा

महेर :: विध्न,रुकावट

महेसी :: बवासीर

महेल्ला :: मसालायुक्त खड़े उड़द या मसूर की खिचड़ी

मंगी :: सिंचाई की सुविधा हेतु खेतों में बनी पतली-पतली मेड़ें

मांजरि :: कंकाल

माँझा :: शरीर, व्यवस्था

माँड़बु :: गेहूँ की फसल का बैलों से कुचलना; घूमना

माँड़ी :: कपड़े या सूत पर दिया जाने वाला कलफ

मांदगी :: बीमारी

मांदी :: बीमार

माँहू :: छोटा उड़ने वाला कीड़ा, जो सरसों आदि के फूलों पर बैठता है

माकड़ा, माकरा :: बैलगाड़ी का पुर्जा विशेष

माँकड़ी :: बुनकरों का एक औजार

माकूल :: परिपुष्ट, संतोषप्रद

माख :: प्रेमपूर्वक शिकायत

माख :: बुरा

माखबु :: नाराज़ होना

माङनु :: वरदान

माङनु :: मङ न

माची :: लकड़ियों का वह ढाँचा, जिसमें बैल मचियाए या जोते जाते हैं

माजु :: मवाद

माझा :: शरीर का मध्य भाग (कमर); (कहा.) "नई जवानी माझा ढील"

माटी :: मिट्टी

माठा :: मट्ठा

माडु :: पके चावलों से निर्गत पानी

माड़ौ :: विवाह आदि अवसर पर छाया गया सेंठा आदि से मण्डप

मात :: हार, पराजय, माँ

मातबु :: नशे में होना

मातिवर :: धनाढ्य, विश्वसनीय

माथु :: माथा, मत्था

माथे :: सहारे, आश्रित

माना :: लकड़ी का एक बर्तन, जिसमें अनाज, दही, दूध आदि मापा जाता है; मानने का भूतकालिक रूप

मानी :: १६ सेर की तौल; हस्तचक्की में प्रयुक्त छिद्रयुक्त लकड़ी

मारतौलु :: बड़ा हथौड़ा

मारतौलु :: हथौरु

मारमूर :: बड़ा पत्ता, जो दवा के काम आता है

मारमूर :: मालमल

मारा :: माला

माल-बाँसा :: नमी के अभाव में चोंगें द्वारा की जाने वाली बुवाई

मालियत :: कीमत, मूल्य

मास :: उड़द

मासूक :: प्रिय

माहिर :: कुशल

माहुरु :: घी पकाने पर निकलने वाली तलछट; जहर

माहुरु :: मइहरु

माहुल :: हल्का नम, आर्द्र (कपड़े)

मिंतर :: मित्र

मिचकुड़ा :: जोतने में निर्मित हराई का आखिरी थोड़ा अंश

मिचकुरी :: छोटा पतला मेंढक, जो घरों के कोनों में रहता है

मिचकुरी :: मेंझुकी

मिजाँ :: पसंद, स्वभाव, तालमेल

आफरु :: खलिहान

आब :: शक्ति, रोब, प्रभाव

आबरुह :: इज्जत, प्रतिष्ठा

आमगौर :: गहना विशेष

आमदि :: लाभ, आय

आमलेट :: गहना विशेष; अण्डों का पकवान

आमा हरदी :: एक प्रकार की हल्दी, जो दवा में प्रयुक्त होती है

आम्बाझोर :: सतत झोंकायुक्त; अम्बाझोर, आमाझोर

आयल :: पैर का एक गहना

आयल दार  :: देनदार; ऋणी, बोझ से दबा

मिजाजु :: अंतर्मन; दिमाग

मिजान :: हिसाब

मिटहुरु :: मिट्टी घोलने का गड्ढा; खौं

मिट्ठा-चुक्की :: हल्का-फुल्का (बोलचाल)

मिठखोर :: मट्ठे के साथ बनाया गया चावल

मिताई :: मित्रता; (कहा.) "तित गुर भोजन तुरुक मिताई, पहिल मीठ पाछे पछिताई"

मित्तिरी :: कारीगर, मिस्तिरी

मिथिहा :: लाख से निर्मित चूड़ी की किस्म विशेष

मिनहा :: मना

मिरगिसा :: जेठ में लगने वाला नक्षत्र, मृगसिरा

मिरजई :: छोटी अंगरखी, पुराने ढंग की कमीज़; 'मिरज़ा' का पहनावा

मिरजा :: मुसलमानों का एक सम्भ्रांत पद

मिरतुका :: मृत्यु

मिरदहा :: कानूनगो और अमीन का सहायक

मिरुकबु :: टेढ़ा हो जाना, थोड़ा-सा ऐंठ जाना

मिर्चि :: काली या छोटी मिर्च

मिर्तलोकु :: मृत्युलोक

मिलकियति :: सम्पत्ति

मिलानी :: बुझौव्वल कहानी में उत्तर न दे पाने पर उत्तरदाता द्वारा कही गयी कहानी; उदाहरण

मिसिर :: मिश्र, एक प्रकार के ब्राह्मण; (कहा.) "मिसिर करै" घिसिर घिसिर रहिला लोन चबायँ

मिसिल :: फाइल, पंजिका

मिहान :: आर्द्र, नम (अनाज)

मीर :: प्रथम, आगे (बच्चों के खेल में प्रयुक्त), शासक

मुंगरा :: बड़ी मुंगरी

मुंदरी :: अँगूठी; मुद्रिका

मुंदा :: योगियों का गहना विशेष

मुँहका, मुक्का :: घूँसा

मुँहठाठ :: सामने

मुअबु :: मरना

मुइला :: मुँह चुराने वाला, मक्खीचूस

मुकउआ :: गुलवरि का वह भाग, जिधर से धुआँ, आँच आदि निकले

मुकहली :: बरी, मुक्त

मुकबरु :: जासूस, गुप्तचर

मुकाम :: ठहरने का स्थान

मुकुर :: शीश, आईना

मुकेहरी :: जानवरों के मुँह पर बाँधने में प्रयुक्त रस्सी का गहना

मुकेहरी :: मुहारा

मुकेश :: चाँदी-सोने के तार; चमकीला तार

मुखतै :: मुफ्त ही, मुख से

मुखारो :: दातौन, दतून

मुचंडा :: हट्टा-कट्टा युवक

मुचभुचहा :: ढीला-ढाला (व्यक्ति)

मुच्छाइब :: एकाधिकार स्थापित करना

मुच्छारोइयाँ :: नवयुवक

मुजबानी :: जबानी, मौखिक

मुजरा :: वेश्यालय में आयोजित गाना-बजाना

मुट्ठा :: दोनों मुट्ठियों भर की वस्तु, हत्था

मुठिया :: रूई धुनकते समय तार पर चोट करने की हत्थी

मुड़ना :: संस्कार

मुड़ना :: घूम पड़ना

मुड़वाई :: छत पर चारों तरफ बनी मेंड़

मुड़वाई :: मुंडेरि

मुड़ाई :: चूड़ी की किस्म विशेष

मुड़िया :: फार के नीचे लगने वाली लकड़ी; खोपरा

मुड़िया :: निरा

मुडुकुला :: मुँह केबल

मुँड़ेरि :: मुड़वाई

मुड्याला :: मूड़ (शिर) के आसपास का चमड़ा

मुड्ढा :: कोना (पतंग आदि का)

मुतहरा :: पेशाब (मूतु) युक्त कीचड़

मुदा :: परन्तु; मुलु

मुद्दई :: दुश्मन, अभियुक्त

मुद्दत :: लम्बी अवधि; 'मुद्दती'

मुन :: नोंक

मुन-मुन :: बच्चा

मुनगा :: सहिजन की फली

मुनरी :: अँगूठी, कुएँ की गोलाई; (गीतों में) मुनरी बरन करिहावँ

मुनसरिमु :: जज का पेशकार

मुनासिब :: उचित, समीचीन

मुनियाबु :: मुन (नोंक या अंकुर) निकलना, फोड़ा आदि का मुँह उभरना

मुफट्ट :: स्पष्टवक्ता

मुफस्सिल :: विस्तृत

मुरइला :: मोर

मुरई :: मूली

मुरउवति :: हमदर्दी, स्नेह

मुरकी :: मक्का आदि अधखिला लावा

मुरगाबी :: पानी की चिड़िया

मुरचा :: मोर्चा, आमना-सामना, जंग, लोहे में लगने वाला मैल

मुरदार :: (शरीर का भाग या चमड़ा), जो सूखकर निर्जीव हो गया हो

मुरधुनि :: संघर्ष, परेशानी

मुरमुरी :: कच्चे अनाज का चबेना

मुरस्साकार :: जेवर में नगीने और जवाहिर जड़िया (जड़ने वाला)

मुरहटा, मुरइठा :: साफा, पगड़ी

मुरहरु :: केन्द्रीय कक्ष

मुरहा :: चालाक, तरकीबी

मुरहा :: अश्लील व्यक्ति; मुर राक्षस को मारने वाला (कृष्ण)

मुराही :: चालाकी, अश्लीलता

मुरीद :: शिष्य, अनुयायी

मुरुकबु :: मोच आना, घूमना

मुर्चा :: लोहे में लगने वाली जंग, लड़ाई

मुर्दनी :: चेहरे पर मुरझाने का भाव, मृत्यु; शव की अन्त्येष्टि

मुर्रा :: छल्ला

मुर्रा-नजमी :: चूड़ी की किस्म विशेष, जिसमें दो रंग मुड़ते हुए दिखायी पड़ते हैं

मुर्री :: तागे की गाँठ

मुलम्मा :: गिलिट आदि के पानी से युक्त धातु; -कार- मुलम्मे का काम करने वाला; -साजी- मुलम्मे का काम

मुला, मुलु :: परन्तु

मुलाहिजा :: विचार, संकोच, ध्यान

मुलुर-मुलुर :: रुक-रुक कर, धीरे-धीरे

मुसचंड :: हट्टा-कट्टा

मुसब्बरु :: बैलगाड़ी का एक पुर्जा विशेष, धुरा, पदार्थ विशेष

आर :: सामान रखने हेतु दीवालों में बने छोटे-छोटे सुडौल खाँचे; ताख, आल

आरचा :: पूजा

आरज :: आर्य

आरबल :: आयु

आरम पुलिस :: सशस्त्र पुलिस

आरर :: (वृक्ष या डाल) जो जल्दी टूट सके; खुरदरापन से युक्त

आरव :: आहट

आरसी :: शीशायुक्त अंगुलियों का गहना; हथपान, अंगुरताना

आरसु :: आलस्य

आरा :: बैलगाड़ी की पहिया में तीली की तरह लगी हूई पट्टियाँ; लकड़ी चीरने का यंत्र

मुसरा :: बैलगाड़ी में आँकु की जगह पर लगाया जाने वाला पुर्जा; जिस गाड़ी में आँकु नहीं लगता, उसमें मुसरा लगाया जाता है; बड़ा मूसल

मुसिक्का :: बैल आदि के मुँह पर बाँधने की रस्सी की जाल; जावा

मुसुकुरु :: मसूढ़ा

मुस्तकिल :: स्थायी, दुढ़

मुस्ति :: मुट्ठी

मुहकवरि :: मुँह के बराबर

मुहटी :: फोड़ा आदि का मुँह

मुहड़ा :: सामना, भार, मुख

मुहन्दी :: पहिए के छेद में लगी लोहे की पत्ती

मुहारा :: जानवरों के मुँह पर बाँधने की रस्सी; मुकेहरी

मुहाल :: कठिन असम्भव

मुहिम :: लड़ाई की तैयारी

मूँज :: पतावरि का वह अंश, जिसे कूटकर रस्सी आदि बनाई जाती है

मूँजी :: कंजूस

मूँड़बु :: बाल छीलना; ठगना

मूँडु :: सिर

मूँढ़ी :: जोतते समय हल कूँड़ में जाने पर कूँड़ में आया हुआ टेढ़ापन, गेहूँ आदि पौधों का गुच्छा; बाँव

मूठि :: प्रथम दिन की बुवाई को मूठि कहते हैं, दिमाग; तंत्र-मंत्र विशेष

मूड़ा :: पुरहाई कुएँ का ऊँचा वाला भाग

मूड़ा :: लिलारी

मूढ़ :: बिना जुता हुआ (खेत); मूर्ख (स्त्री), औषधि विशेष

मूड़ :: पेशाब, मूत्र

मूर :: मूल

मूसनि :: चोरी

मूसरु :: अनाज कूटने में प्रयुक्त लकड़ी का यंत्र; पहरुआ, बखरी

मूसु :: चूहा

मेंगनिया, मेंगनी :: लेंड़ी

मेंझुका, मेंढुका :: मेंढक

मेंड़रा :: मिट्टी के बर्तनों में बनी हुई ऊपरी धार

मेंड़रा :: अवँठि

मेंडुकी :: कान का एक गहना

मेउढ़ी :: वनस्पति विशेष

मेखु :: बुरा

मेघा :: मेंढक

मेटि :: सड़क पर काम करने वाले मजदूरों का जमादार

मेटिया :: जल, दूध आदि रखने में प्रयुक्त, मिट्टी का लोटेनुमा पात्र

मेटुका :: मिट्टी का बड़ा पात्र, जो अनाज आदि रखने के काम आता है

मेडुआ :: अन्न विशेष; मडुवा

मेढुकी :: कान का गहना विशेष

मेढुला :: भेंड़ का बच्चा

मेदा :: आमाशय

मेम :: अंग्रेज की स्त्री

मेर :: प्रकार, भिन्नता

मेरखआ :: कुटे हुए धान में वह चावल, जिसकी भूसी न छूटी हो

मेरी :: प्रेमी

मेरुआ :: मिट्टी का छोटा बर्तन

मेलान :: एक प्रकार का भूत

मेलिया :: मिट्टी का गोलाकार छोटा बर्तन

मेसरुआ :: चुनरी के प्रयोग में आने वाला झीना वस्त्र

मौहरी :: जोडू, पत्नी

मैगहा :: कावा से माचि तक बाँधी जाने वाली रस्सी

मैगहा :: मयउनी

मैदाहँ, मैदवाह :: बुवाई की पद्धति, कूँड़ बीज बोकर पाटा चला देने के बाद फिर न को पैदाह कहते हैं

मैनखुरी :: खुर के ऊपर दो छोटी-छोटी खुरियाँ, पशु का रोग

मैनखुरी :: बदनखुरी

मैनी :: जिन बैलों के सींग सामने झुके होते हैं

मैफिल :: समाज, महफिल

मैरु :: खेत का मचान

मोंगरा :: फूल विशेष, बड़ी मुंगरी

मोघी :: दुष्ट (प्रायः बच्चों के लिए)

मोट :: चमड़े का बर्तन, जिससे कुएँ से पानी निकाला जाता है

मोटमर्द :: सन्तुष्ट, अमीर

मोटरी :: गट्ठर, बोझ

मोटहा :: कुली, निकम्मा

मोटासा :: जो किसी का काम न करे घमण्डी

मोठिया :: हल का हत्था

मोठिया :: मुठिया, कुढ़

मोताब :: अंदाज, अनुपात

मोतिया :: फूल विशेष

मोथी :: दाल सम्बन्धी अनाज

मोदी :: खाने-पीने का सामान बिक्रेता

मोयन :: निश्चित मूल्य, चिकनाई

मोरई :: पाँच या सात ऊँखों का पत्तियों से बंधा गड्ढा

मोरड़ :: दूर का स्थान, इस नाम का एक स्थान नेपाल में है

मोरछल :: हवा करने का या मक्खी उड़ाने का सुसज्जित पंखा

मोरम :: ईंट के छोटे-छोटे टुकड़े

मोरी :: नाली

मोलहिजा :: दया, आपसदारी

मोहंदी :: पहिये के पास गाड़ी के भीतर की ओर लगा हुआ लकड़ी का पुर्जा

मोहकमा :: विभाग; मुहकमा

मोहबिल :: उपस्थित, प्रकट

मोहरा :: दरवाजा, मुर्चा

मोहारा :: जानवरों के मुँह में पिन्हाने वाला रस्सी का आभूषण विशेष

म्याँड़ :: मर्यादा, रीति; मेंड़

म्याना :: बारात में दूल्हा या दूल्हन को ले जाने में प्रयुक्त; पालकी

म्वाखं :: छप्पर में प्रयुक्त बाँसों का सिरा, जो फूस से बाहर निकला होता है

म्याँख :: नोंकदार खूँटा, बुरा; -होना- (मु.) अनापेक्षित कार्य भार पड़ना

म्वार :: मेरा

म्वार :: प्रहर

म्वावनि, म्वावा :: चिकनई, आँटा गूँधते समय प्रयुक्त तेल आदि

यकबैग :: एकाएक, अचानक

यकदत्ती :: प्रतिद्वंदी की ठुड्डी में हाथ से लगाकर तथा नीचे से पैर पकड़कर गिराने का दाँव

यकनधा :: एक ही बैल पर जोर देने के लिए नाधा को एक ओर करने की पद्धति

यकसर :: इकहरा, एक परत का

यकसरा :: एक्स-रे

यकसाँ :: एक तरह का, संगठित

यकहव :: एकत्र, संगठित

यकाह :: पहला (ब्याह)

यठई :: इस स्थान पर

यथापरमान :: आवश्यकतानुसार

आराकस :: आरा चलाने वाला (बढ़ई); लकड़चिर्रा

आरागजु :: बैलगाड़ी के दोनों पहियों के किनारे की लम्बी लकड़ी

आरु :: दीवारों में वस्तुएँ रखने हेतु बने हुए स्थान; ताख

आरू :: एक लता, जिसके पत्तों की तरकारी बनती है

आर्मलेट :: गहना विशेष, जो बाजू में पहना जाता है

आलंग :: गधों की मस्ती

आल-गाल :: इधर-उधर की बाते

आलनु :: पशुओं के पैरों से कुचला हुआ चारा, जो गोबर पाथते समय मिलाया जाता है

आलभु :: भीड़, स्थिति, संसार

आला :: यंत्र (बीमारी देखने में प्रयुक्त)

अंदोरा :: आंदोलन

अंबार :: ढेंर, समूह

अंबावस :: अमावस्या

अंबिरथा :: अमिरथा, निष्प्रयोजन

अंबीर :: अमीर, मालदार

अंबीर :: गुलाल

अंबोलवा :: छोटे-छोटे आम के पौधे

अँवनि :: पहिया में लगी लोहे की छड़

अंसड़ या अंसढ़ :: शरीर की विशालता

अइँच-पइँच :: इधर-उधर अथवा व्यर्थ की (बात)

यवैं :: योंही

यसवैं :: इस वर्ष

यसवैं :: आसवँ

यहू :: यह भी

यहौ :: यहभी

याँड़-ब्याँड़ :: उल्टा-सीधा

या  :: यह (स्त्री.)

याक  :: एक

याक  :: हिमालय पर मिलने वाला एक जंगली बैल

याका :: एकता

यानी :: अर्थात्

यार :: दोस्त

यारी :: दोस्ती, मित्रता

यवँ :: इस तरह, इस प्रकार से

रंज :: शोक; गुस्सा

रँड़ापा :: वैधव्य

रँड़पुतवा :: राँड़ का पुत्र

रंदबु :: रंदे से लकड़ी चिकनी करना

रइंधा :: संघर्ष, झगड़ा; रोना-धोना

रइयत, रइयति :: प्रजा, जनता

रई :: लकड़ी या काँटे की फाँच या फाँस

रउका :: बदली या वर्षा के बीच निकला हुआ दिन या धूप

रउताई :: इधर-उधर लगाने की आदत

रउतुआ :: रायता

रउरियाबु :: कुछपाने की आशा में डटा रहना

रउल :: चक्कर, पर्यटन

रउस :: आलुओं को सींचने हेतु बनाई गयी पतली-पतली नालियाँ

रकबा :: क्षेत्रफल

रकाबी :: तश्तरी

रकील :: फर्मा की तीनों फरों में भीतर की ओर बनी एक पतली रेखा

रखइला :: रखाया या बचाया हुआ घास का मैदान

रखइला :: रखउना, रक्खा

रखउनी :: रक्षा बन्धन

रखरी :: कँटीली पत्तियों वाली ऊँख

रखवारु :: रक्षक, चौकीदार

रगर :: जिद; ईर्ष्या; संघर्ष

रगवाही :: वर्षा न होने का समय, वर्षा बन्द हो जाने का समय

रगा :: वर्षा न होने का दिन

रचका :: ज़रा-सा, थोड़ा-सा

रजाने :: सुरक्षित, मुबारक, फलीभूत

रजामन्द :: सहमत

रजिन्ना :: दैनिक, रोज़ाना

रजुरी :: लेजुरी

रज्ज-गज्ज :: अधिकता, आराम

रट्ठ :: फसल आदि का ढेर

रठाबु :: फसल का खूब पक जाना

रतवाई :: कोल्हू चलने पर पहले दिन रस बाँटने का चलन या रस्म

रतियाही :: रात में चोरी करने की आदत या प्रणाली

रतुली :: रात्रि सम्बन्धी, लाल

रत्ता :: रास्ता

रधिया :: कपास की किस्म विशेष

रनिकजरा :: एक प्रकार का काला धान

रपारप्प :: तेज़ धार वाला, (तलवार आदि)

रप्पस :: घोड़े की चाल

रप्फल :: पतला कम्बल

रबदा :: कीचड़, दलदल

रबाना :: एक बाजा जो हाथ से बजाया जाता है, विदा

रबावँ :: दलदल

रब्बा :: छोटी बैलगाड़ी

रब्बी :: गेहूँ की फसल

पमझल्ला :: आनन्द, गपशप; बाधा

रमदेहुला :: एक प्रकार का धान

रमना :: चरागाह

रम्मा :: कंक्रड़ खोदने या दीवार आदि गिराने में प्रयुक्त लोहे का लम्बा औजार

रयपर :: चद्दर

रर्रा :: बक-बक करने व और माँगने वाला

रवँ :: क्रोध, घमण्ड

रवंजक :: परम प्रसन्न, प्रोत्साहित

रवन्ना :: खरीदी वस्तु का क्रय-पत्र, जो रवानगी आदि को अधिकृत करे

रवहाल :: खुश

रवाँ :: अभ्यस्त, प्रशिक्षित, बहता हुआ

रवाइसि :: आतिशबाज़ी

रवादार :: अहसानमंद

रवाबु :: सूखते जाना (व्यक्ति का); इर्द-गिर्द घूमते या उड़ते रहना

रसउती :: एक प्रकार की ईख

रसदि :: खाने-पीने का सामान, कमाई बरतौनी

रसम :: रिवाज, दस्तूर

रसरा :: मोटी रस्सी, रस्म

रसवाई :: गन्ना पेरकर पंचायती रूप से रस बाँटने की रस्म

रसहंग :: हल्का ज्वर, शरीर की हरारत

रसाई :: पहुँच, सिलसिला

रसियाबु :: बर्तन आदि से हल्का-हल्का पानी आदि बहना

रसियाव :: मीठा भात

रसियाव :: रस्यावरि

रसूम :: नियम, रस्म

रसौते या रसौधे :: नम खेत में की गई धान की बुवाई

रस्यावरि :: गन्ने के रस में पकाए गये चावल

रस्यावरि :: रसियाव

रहँकला :: छोटी बैलगाड़ी

रहँटा :: बैल से खींचा जाने वाला सिंचाई का साधन, सूत कातने की मशीन

रहँटियाबु :: दुबला होते जाना

रहँटी :: कपास ओटने की चर्खी

रहकल :: एक पुराने प्रकार की बंदूक, जो टूटदार होती थी

रहगर :: चला हुआ, घर से बाहर

रहठा :: अरहर का सूखा पेड़

रहठा :: झाँखर

रहतिया :: बची हुई

रहना :: दहेंड़वा को रखने के लिए ज़मीन में बनाया गया गड्ढा

रहनि :: लय

रहरिया, रहरी :: अरहर

आला :: बढ़िया, ऊँचा

आलान :: हाथी बाँधने की जंजीर

आलि :: हल्की कच्ची (रोटी आदि)

आलि :: स्यावारि

आली :: सखी

आले-आले :: बड़े-बड़े; एक से एक बढ़कर

आल्हर :: नया, दो-चार दिन का; बहुत पैदा (घास के लिए)

आवँ-बावँ :: उल्टी-सीधी बात

आवँरि-पावँरि :: वंशज, संतति

आवभगत :: सेवा-सत्कार

रहलू :: विशेष प्रकार की बैलगाड़ी

रहसधारी :: बधइया (रहस) बजाने तथा लहचारी गाने वाली जाती

रहसु :: रहस्य, रासलीला, बाजा जो देवी के नाम से बजाया जाता है

रहसुति :: रहने की सम्भावना

रहाइसि :: चैन, सहन, रहने की दशा, सम्भांवना

रहाव :: गर्भस्थ हो जाने के बाद जानवरों का दूध उतारने की क्रिया, गर्भस्थ होने के पूर्व दूध उतारने को पन्हाव कहते हैं

रहिला :: चना; (उदा.) "मिसिर करैं घिसिर-घिसिर रहिला नोन चबायँ"

रहिला :: लहिला

रहीस :: रईस, मालदार

रहुनियाँ :: चरवाहों द्वारा जानवरों को गाँव के बाहर एकत्र करने का स्थान

रहुवा :: दूसरे के घर में रहने वाला

रहूँ :: धुएँ का जाला जो घाव ठीक करने में दवा का काम करता है

रहूँ-बहूँ :: अनाथ, व्यर्थ

राँकर या राँकरि :: असमतल तथा कँकड़ीली भूमि

राँपी :: चमड़ा काटने का यन्त्र

राउत :: अहीर के लिए आदर प्रदर्शक शब्द; रावल; सिंगरौर क्षत्रियों की एक उपजाति; रावत

राकस :: राक्षस

राडु :: राङा

राचि :: हथकरघे का वह अंग, जिसमें तागा भरा या लपेटा जाता है

राछि :: विवाह की एक रस्म

राजि :: शासन, राज्य, मनमानी

राड़ा :: घास विशेष

रातुलि :: रक्तिम

रान :: जाँघ

रापी :: ՙराँपी՚ देखिए

राब :: गुड़ का गीला एवं प्रारम्भिक रूप विशेष

रामदाना :: चबेना में प्रयुक्त अनाज विशेष

रामरस :: नमक (संतों में अधिक प्रचलित)

रामरोसु :: शांति

रारि :: झगड़ा

राव :: बड़ा जमींदार

रावट :: महल

रावटी :: माला में पड़ने वाला मूंगा विशेष, कपड़े द्वारा निर्मित घर

रावल, रावलि :: दुश्चरित्र

रासि :: अनाज का ढेर, जो खलिहान में तैयार हो, ज्योतिषी राशी, घोड़े की लगाम

रासी :: दागी; घोड़ा की जाति विशेष

राह :: रास्ता

राह देखबु  :: इन्तज़ार करना

रिगिर :: हठ, द्वेष

रिग्घी :: आलू बोने के लिए खेत में बनाई गई रस्सी से रेखा

रिनु :: कर्ज

रिसि :: क्रोध, ऋषि

रिंधबु :: दाल-चावल आदि पकाना

रिंधबु :: रीन्हबु

रीकड़ :: भूमि, जिसमें कंकड़-पत्थर हों, अनुपजाऊ (खेत)

रीचा :: छोटी-सी बात; बात का मूल

रीठी :: ՙरेठिया՚ देखिए

रीरी :: आम का अत्यन्त छोटा रूप

रीरी :: कील

रुंगउना :: फल बेचते समय क्रेता को एक अतिरिक्त फल देने की रस्म

रुंगाउबु :: बच्चे को कुछ देकर सन्तुष्ट करना

रुइया :: चारा काटने में प्रयुक्त जमीन में गड़ी हुई लकड़ी की अडडी

रुइहरु :: रूई का छोटा टुकड़ा, रूई से युक्त पोशाक विशेष

रुइहरु :: रुइहा

रुकसति :: विदाई, छुट्टी

रुखान :: लकड़ी में छेद करने की छेनी विशेष

रुगरुगाबु :: अच्छा होना, तन्दुरुस्त होना

रुज :: रोग

रुजुक :: रोजी, जीवन-यात्रा

रुतबा :: प्रतिष्ठा, पद

रुनझुन :: घंटियों की आवाज़

रुरानि :: रोगग्रस्त मूली

रुरुहाबु :: पौधों या फसल का अत्यन्त कम विकास होने, कमजोर होना

रुसबति :: घूस

रुहकबु :: किसी वस्तु के लिए तरसते रहना

रूख :: वृक्ष

रूख :: सूखी (रोटी)

रूखड़ :: मतलब से कम नम

रून :: ऊन; मुलायम रोयेंदार वस्तु, जो कुछ फलों आदि पर होती है

रूपा :: चाँदी, सोना

रूबरू :: आमने-सामने (व्यक्ति के) मुँह पर

रूमबु :: खड़े-खड़े हाथ बाँधकर शरीर के धक्के से गिराना

रूसा :: पलस्तर हेतु प्रयुक्त लकड़ी का ६X६ इंच का यंत्र; वनस्पति विशेष

रूह :: आत्मा, प्राण

रेंड़ :: एक पेड़, जिसमें रेंड़ी होती है; (उदा.) "रूख न विरूख तहाँ रेंड़वै पुनीत"

रेंड़बु :: दाने पड़ने के निकट होना (गेहूँ आदि के पौदे का)

रेड़ब :: टांगदेना, बहुत दिनों तक टांग रखना

रेउती :: माचि से मिलकर बंधी हुई लकड़ी

रेउती :: खहँचनी

रेउरी :: रेवड़ी

रेजा :: छोटा-छोटा टुकड़ा, मिट्टी रौंदने का कार्य करने वाले मजदूर

रेठिया :: बच्चों के माला में पड़ने वाला मूंगा विशेष

रेढ़ा :: झगड़ा, बखेड़ा

रेतु :: लकड़ी आदि की डिज़ाइन साफ करने या धार रखने का यंत्र

रेवा :: घर के चारों ओर दीवार पर लगाई गई गोबर की रेखा; बही-बनियों की एक बही

रेशम-चूड़ी :: प्रायः पीले और लाल रंग की पुरानी चाल की सादी चूड़ी

रेहू :: कपड़े धोने में प्रयुक्त मिट्टी

रैज :: तरीका, व्यवहार

रैन :: रात

रोकादानी या रोकदानी :: बेइमानी (खेल में)

रोगन :: तेल; मसाला

रोचना :: जन्में शिशु के मामा के घर, नौआ द्वारा ले जाया गया हल्दी व चावल का मिश्रण, खुशखबरी

रोज़मर्रा :: दैनिक

रोजिगार :: फलादि की खेती

रोज़ी :: जीविका

रोजु :: प्रतिदिन

रोटकती :: रोटी बनाने हेतु पहनी जाने वाली धोती

रोटखउआ :: वर पक्ष वालों को पहले-पहल रोटी या कच्चा खाना खिलाने की रीति व दक्षिणा

रोरा :: आँख का एक रोग

रोसइयाँ :: रसोईघर

आवाँ :: मिट्टी के बर्तनों को पकाने का भट्ठा

आसनी :: बैठने की छोटी चटाई, दरी आदि

आसरा :: आश्रय, भरोसा, आशा

आसीविख :: सर्पिणी

आहिउ :: हो

आहूँ :: गर्वोक्ति, चुनौती

इंगुई या इंगुवा :: पुरइन का पेड़

इंगुदी :: हिंगोट (वृक्ष)

इंगुरहा ज्वारा :: लाल रंग युक्त लाख की चूड़ी

इंघे :: इधर

रोहनिया :: एक प्रकार का आम, जो रोहिणी नक्षत्र में सब आमों के समाप्त होने पर पकता है

रोहबु :: अच्छा फल देना, चलन होना (रिवाज या दस्तूर का)

रोहू :: वह मिट्टी, जिससे धोबी कपड़े धोते हैं; मछली विशेष

र्याँघनि :: कमजोरी, परेशानी (मुहा.) "चलैकि रयाँघनि आवति रजई केरि फ्याँट"

र्याख :: मूँछ की प्रारम्भिक अवस्था

र्यागा :: नष्ट, छिन्न-भिन्न

र्याढ़बु :: बातें करना

र्याया :: जनता

र्याल  :: पर्याप्त, अधिक

र्वांघट :: अत्यन्त गन्दा (कपड़ा); पूहट

र्वाब :: रौब, शान

लंकलाट :: उच्च स्तर के व्यक्तियों में पहना जाने वाला (कपड़ा)

लंग :: ओर

लंग :: लंगड़ा

लंगई :: नीचता

रंगडु :: पशुओं को भागने से रोकने के लिए गले में लटकाई गयी लकड़ी

लँगरी :: धोती का वह भाग, जो नीचे से पीछे ले जाकर ऊपर कमर पर खोंस लिया जाता है

लँगरी :: लांग, काँच

रंगी :: लंगड़ी, कुश्ती का एक दाँव

लंग्घना :: भूखा, अतृप्त

लंग्घनु :: क्षुधा

लंग्वाटा :: भेलन को साधने वाला पुरजा; जूते के पिछले भाग में लगी विशेष पट्टी; लंगोट; चाप

लंबर :: नम्बर

लंभबु :: हाँफना, दौड़ना

लइमार :: किसी का धन लेकर बेइमानी करने वाला (व्यक्ति)

लइयन-पइयन :: तुरन्त, अविलम्ब

लइरा :: गाय, भैंस का बच्चा

लइसन :: लैसंस, आज्ञा-पत्र

लउंगा :: प्रशाखा

लउँचा :: छोटी पतली डाल

लउँचा :: लउछा

लउँड़ी :: दासी, गुलाम

लउंदु :: अधिमास, मलमास

लउआर :: चुगली

लउक :: लायक

लउका :: कद्दू, मिट्टी के बर्तन

लउछा :: कई फलियों का गुच्छा, छोटी पतली डाल

लउता-बउता :: इधर-उधर की बात

लउनिया :: तुलना, बराबरी

लउनी  :: फसल काटने-पीटने की मजदूरी स्वरूप मिलने वाला अनाज, जिसका निर्धारण अनाज की राशि के हिसाब से होता है

लउर :: बड़ा डण्डा या लाठी

लउर्याबु :: धान आदि की बालियों (बाल) का झुकना

लकड़चिर्रा :: लकड़ी चीरने वाला

लकड़चिर्रा :: आराकस

लकड़िहार :: लकड़हारा

लकलका :: खूब साफ एवं चमकीला

लक्का :: तक

लखउड़ी :: पतली ईंट (विशेष)

लखनी :: बच्चों का एक खेल, जिसमें पेंड़ की डालों पर चढ़ते-कूदते रहते हैं

लखनी :: सियरि चटकना

लखबु :: लगना, प्रतीत होना, मालूम देना, देखना

लग :: तक

लगउना :: जानवरों के चारे में लगाया जाने वाला आँटा आदि पदार्थ

लगउना :: रोपा जाने वाला

लगछुआई :: सम्पर्क, छूत

लगवरहा :: किसान का लगा हुआ स्थायी हलवाहा

लगहर :: कच्ची छत में मिट्टी रोकने हेतु पड़ी पतली लकड़ियाँ

लगहर :: रास्ता रोकने वाला (कुत्ता आदि); जुड़ा हुआ

लगा :: प्रारम्भ

लगदा :: हरी छड़ी या डण्डी

लगाक :: रस्सी विशेष, जिसे पाटा देते समय पकड़कर खड़ा हुआ जाता हैं

लगुठिया :: छोटी व पतली लाठी

लगे :: पास, निकट

लगेनिया लगेरु :: दूध देने वाला (जानवर)

लग्गी :: लम्बा व पतला बाँस, डलिया में लगने योग्य झाँखर; उपाय

लचबु :: झुकना, सम्मान करना; उबु-(क्रि. स.) झुकाना

लच्छन :: लक्षण

लच्छा :: पैर में पहनने का आभूषण

लच्छा :: सूत

लजाधुर :: शर्मीला

लट :: रस्सी में प्रयुक्त कई लटों में से एक लट, कुछ बालो का समूह

लटकन, लटकनिया :: गहना विशेष

लटपटाबु :: (दिन आदि का) समाप्त होना, कमजोर पड़ना

लटी :: तुच्छ, दुष्ट; कड़वी

लट्टम-पट्टम :: जैसे-तैसे

लट्ठइतु :: लाठी चलाने में निपुण

लट्ठा :: बड़ा डंडा, एक प्रकार का कपड़ा, ९९ इंच की माप

लट्ठ :: मोटी लाठी

लट्ठ :: मूर्ख

लड़कपुल्ली :: चिबिल्ला लड़का

लड़हरा :: चरी का लम्बा पेड़

लढ़मपढ़ा :: जुगाड़

लढ़ी :: बड़ी बैलगाड़ी

लत :: आदत

लतखोर :: लात खाने वाला; ՙखोर՚ कई निंदात्मक शब्दों में लगता है; जैसे-हरामखोर, हलालखोर

लतना :: जलेबी बनाने में प्रयुक्त छिद्र युक्त मोटा कपड़ा

लतमरा :: लात खाने वाला, पैर रखने व जल रोकने हेतु कुएँ पर रखी हुई लकड़ी

लतरा :: पुराना जूता

लतर्याबु :: शरीर से कमजोर होना

लतहा :: लात चलाने वाला (पशु)

लतहा :: पुराना जूता

लतिहड़ :: लात खाने वाला, कमजोर

लत्ता :: चिथड़ा, फटा कपड़ा

लत्ती :: लट्टू नचाने में प्रयुक्त मोटा तागा, जो कई लड़ों से मिलकर बनता है

लदरा, लेदरा :: खूब फलने वाला

लदुआ :: बोझ ढोने वाला

लदुआ :: दीवाल को पानी से बचाने के लिए उस पर रखा गया फूस आदि

लदोई :: गुड़ की पतोई विशेष

लद्धड़ :: भारी एवं सुस्त, कमजोर

लन्ती :: निंदा का

इंडरी, इड़री :: गाय या भैंस के ब्याने पर पहले दिन के दूध का पका हुआ रूप

इंडोरन :: देखने में सुन्दर, गोल किन्तु कड़वा फल

इंतिहा :: अंदाज, अंत, बहुत पंसद; इंतहा

इंदारा, इनारा :: कुआँ

इकबाल :: स्वीकृत (कचहरी में किया गया विशेषतः किसी अपराध को)

इजराय :: (किसी हुक्म का) कचहरी से प्रकाशित, विज्ञापित या रवाना होने की क्रिया

इजलास :: कचहरी

इजहार :: (कचहरी में दिया) बयान

इजाफति :: दावत

इजाफा :: वृद्धि (विशेषतः लगान का)

लपकबु :: अत्यन्त लम्बी चाल चलना, चमकना

लपटा :: नमकीन लपसी

लपटेउना :: घास विशेष, जो कपड़ों में बहुत जल्दी लिपट जाती है

लपलपउवाँ :: खूब स्वच्छ

लपसी :: आँटे से निर्मित पतला हलुवा या घोल

लपेटन :: हथकरघे का पुर्जा, जिसमें तागा लिपटता है

लबड़धौंधौं :: अव्यवस्था, शोरगुल

लबड़ा :: बायाँ

लबदा :: ताजा तोड़ा हुआ डण्डा, जिससे फल तोड़ा जाए

लबदा :: लगदा

लबनी :: छोटा घड़ा, जो ताड़ वृक्ष में ताड़ी हेतु लटकाया जाता है

लबरा :: लालची, बात पर कायंम न रहने वाला

लबलबउवाँ :: ऊपर तक (भरा हुआ) लबालब

लबलबी :: जल्दबाज़; (कहा.) "लबलबी क बियाह कनपटी मैं सेनुर"

लबाबु :: गाढ़ा द्रव

लबार :: झूठा

लबार :: लबरा

लबेद :: मनमानी बात, वेद विरुद्ध बात, शास्त्रीय मत तथा ढकोसला

लबेदम :: चरम सीमा पर, अत्यन्त शिथिल

लब्बर :: पशु बाँधने की एक बड़ी रस्सी

लब्भचब्भु :: मनचाहा भोजन

लब्भा या लरफा :: चिलम की ऊँची लौ

लब्भी :: खिलवाड़ में लिपटन की क्रिया

लभकु :: लालच, फायदा

लभ्याड़ :: बाधा, झंझट

लमउझ :: दूर का (रिश्तेदार)

लमछर :: कुछ लम्बा, लम्बा वाला

लमेरा :: धान के साथ उगा हुआ वह पौधा, जिसमें अन्न न पैदा हो

लम्बर :: संख्या, नम्बर

लयमड़ :: सुस्त और फूहड़ (व्यक्ति)

लर :: गहनों में लगी हुई लड़ी, पक्ष

लरजबु :: शरम खाना, काँपना, भयभीत होना

लरजर :: आधार बात

लरिकउरी :: गर्भवती

ललंगा :: लाल-लाल

ललक :: प्रबल आकंक्षा; सुविधा

ललखरि :: लाल रंग की

ललटैना :: वनस्पति विशेष, जिससे डलिया आदि बनायी जाती हैं

ललमुनिया :: वनस्पति विशेष, पक्षी विशेष

ललाम :: सुन्दर

लली :: प्रिय पुत्री, पुत्री

लल्ला :: छोटा प्यारा बच्चा

लल्ला :: लाल

लल्लु :: प्रसन्न

लल्लु :: फायदा

लल्लो-पत्तो :: चिकनी-चुपड़ी बात, खुशामद

लबगहा :: वह खेत, जिसमें अगहनी धान रोपा जाता है

लवता-बवता :: इधर-उधर की बात

लवहार :: मर कर जीवित हो जाने की दशा

लवाय :: तत्काल ब्याई हुई गाय

लवारि :: बड़े लावा वाली ज्वार, टूध देने वाली गाय या भैंस

लस :: चिपचिपाहट, अपनत्व

लसबु :: किसी के शरीर से स्पर्श करते हुए खड़ा होना, बैठना, लेटना, सहायता की अपेक्षा करना

लसम :: चिपकने की प्रवृत्ति

लसोहरु :: एक वृक्ष विशेष, जिसमें बेर जैसे फल लगते हैं, लसोड़ा

लस्त :: शिथिल, थका हुआ

लस्सुन :: लहसुन

लस्सुन :: लासुन

लहँकट :: पशुओं में अवसर मिलते ही भागने की प्रवृत्ति वाला; हरहँटा

लहंगर :: लम्बा-चौड़ा

लहंगरी :: बैलों को जुएँ से रोकने हेतु प्रयुक्त सन की बुनी हुई पट्टी; छोटा लहंगा

लहँड़ा :: झुण्ड, टोली

लहकवरि :: विवाह में प्रचलित कलेवा

लहचार :: विवश, लाचार

लहचारी :: देवी गीत

लहजा :: क्षण-

लहट्याबु :: लालचवश खड़ा होना या रुकना

लहडू, लाढू :: छोटी बैलगाड़ी

लहतगा :: सिलसिला

लहना, लेहना :: प्रजा जाति को वार्षिक मिलने वाला फसल का गट्ठा

लहना, लेहना :: जेंवरा

लहबड़ :: पताका, झण्डा

लहबड़ :: तोते की किस्म, जो शुभ व उत्तम होती है

लहरपटोर :: रेशमी वस्त्र

लहरि :: लहर, पानी की तरंग; कृपा

लहरिया :: टेढ़ी-मेढ़ी रेखा

लहरी :: लहरदार, ऊँची-नीची, रंगीन और भड़कीली काँच की (चूड़ी)

लहरे-बहरे :: कुछ न कुछ, आस-पास

लहर्रा :: ज्वार

लहसुआ :: नवांसुर, वनस्पति विशेष

लहालोट :: अतिशय प्रसन्न

लहासि :: लाश, शव

लहिला :: चना

लहुरा :: सामान्यत; पाँच में से चौथे का उपनाम, जैसे-मंझला, संझला

लांक :: पकी फसल, मात्रा

लांग, लांगि :: पहनी हुई धोती का एक भाग

लांगा :: नंगा

लाई-लूसी :: चुगली; चापलूसी

लाखा :: गेहूँ आदि फसलों में लगने वाला रोग; धुनते समय रूई के बने ढेर विशेष

लाखु :: बहुत ज्यादा

लाखु :: लाख

लाग-डाँट :: शत्रुता, रंजिश

लागन :: लगने वाला

लागन हरहा :: दूध देने वाला जानवर;

लागन कुत्ता :: मार्ग रोकने वाला कुत्ता

लागा :: पाटा चलाते समय माची से बाँधने में प्रयुक्त वह रस्सी, जिसे पकड़कर खड़ा हुआ जाता है

लागा :: धरगही

लागु :: बैलगाड़ी में फरी के नीचे लगने वाला पुर्जा, गलती, दोष

लागेम :: साथ ही

लाटा :: महुए तथा तिल का वह व्यंजन

इजारबंद :: पाजामा बाँधने का नाड़ा;

इजारा :: ठेका

इटकोह :: ईंट का टुकड़ा

इटारि :: पांडेय लोगों का प्रसिद्ध स्थान

इत्ता :: इतना, इस प्रकार

इत्तिला :: सूचना

इत्थिर :: इस जगह

इनाइति :: कृपा

इन्सानु :: उपकार, कृतज्ञता; मनुष्य

इफराति :: प्रचुर, अधिक

लाटि :: वृक्ष की पेंड़ी, बैल के कंधे का मांसल भाग

लाटी :: चाँदी

लाद :: दीवार की चुनाई का एक रद्दा, किराये पर भार ढोने की क्रिया

लादी :: गधों पर लादन में प्रयुक्त कपड़ों का गट्ठर विशेष

लानति :: निन्दा, लज्जा; चुनौती

लाबर-लिल्ला :: फूहड़, बेढंगा

लाभ :: तौलते समय अन्न आदि का वह अंश, जो अलग निकाल दिया जाता है; मुनाफा

लाम :: ड्यूटी, दूर, भीड़

लाय :: निकट, सहारे

लाय :: विवाहोत्सव में भुनाई गई धान की लइया, लावा

लाय-लाय :: सिफारिश; विनय

लासा :: गोंद

लासी :: आम में लगने वाला रोग विशेष, जिससे पत्तों में चिपचिपाहट उत्पन्न होती है

लाह :: नया कल्ला (आम आदि में)

लाही :: सरसों का एक प्रकार

लिंभि :: कलंक (अनैतिकता का)

लिटिहा :: लीटा (गीला) युक्त गुड़

लिट्टी :: आटे की गोल मोटी रोटी, जो कण्डों पर सेंकी जाती है

लिबड़ी बिरताना :: पोशाक, दिखावटी कपड़े

लिभुआ :: लालची

लिम्मसु :: अपयश

लिलगाह :: नील गाय

लिलज्ज  :: बेशर्म, निर्लज्ज

लिलारि, लिलारी :: पुरहाई कुआँ की पैढ़ी का ऊँचा वाला भाग

लिलारि, लिलारी :: मूड़ा

लिल्लामी :: नीलामी

लिल्लाह :: मुक्त, दान में दिया हुआ

लिल्लाही :: असुरक्षित

लिल्ली घोड़ी :: बरसात में होने वाला एक कीड़ा, जो एक-दूसरे के ऊपर चढ़ा हुआ घूमता है, बारात आदि अवसरों पर आयोजित एक तमाशा विशेष; उरई के राजा माहिल की घोड़ी

लिहाज :: अदब; सम्मान

लीक :: बैलगाड़ी आदि के पहिया का चिह्न; रीति; -पीटबु- (मुहा.) "प्रचलित परम्परा का निर्वहन करना"

लीकबु :: सुतारी में रस्सी बाँधकर उसे परकार की भाँति बड़े चमड़े के बीचो-बीच घुमाकर पुर बनाने के लिए गोल निशान लगाना; रिसना

लीख :: जूँका अण्डा

लीचड़ :: निकम्मा, जाहिल

लीचर :: भैंस आदि के बच्चे

लीझी :: उबटन लगाने के बाद गिरी हुई उसकी सुखी मैल, लीपने के पश्चात बचा गोबर का अवशेष

लीटा :: गीला और खराब गुड़

लीपबु :: गोबर पानी से जमीन गीली कर पोंछना

लीलबु :: निगलना

लुंगाड़ा :: लुच्चा, नंगा

लुअनु :: नमक

लुकउबु :: छिपाना;

लुकबु :: छिपना

लुकुड़ी, लुकुरी :: जलती हुई छोटी पतली लकड़ी; चुगली

लुकुड़ी, लुकुरी :: लुक्की

लुक्की :: जलती हुई लकड़ी; झुंझलाहट

लुगठ्याबु :: (अग्नि का) फीका पड़ना, मन्द पड़ना

लुगठ्याबु :: लगुठयाबु

लुगरी :: फटा पुराना वस्त्र (स्त्री के पहनने का) या फटी पुरानी धोती

लुगाई :: औरत

लुचुई :: पतली नरम पूड़ी

लुच्चा :: नीच व्यक्ति

लुजलुज :: ढीला-ढाला

लुटुकुनियाँ :: कालर में फंसे दो हुक

लुट्टु-कुट्टु :: गृहस्थी का सारा सामान सम्पूर्ण सामान

लुड़ुरी :: ओसाने के बाद बचा हुआ खुरदुरा भाग

लुनाई :: फसल काटने की क्रिया

लुबुरी :: चुगुली

लुमड़ा, लूमड़ :: फूहड़, बेहूदा

लुरका :: बैलगाड़ी में लगा एक रस्सी का सामान

लुरकी :: कान का गहना विशेष

लुरखुरिया :: खुशामद

लुलुइयाँ :: छोटी रोटी, फुलका

लुलुहा :: हाथ का पंजा

लुवाठ :: हाथ का खड़ा अँगूठा

लुवाठी :: जलती हुई लकड़ी; "कबिरा खड़ा बजार में लिए लुवाठी हाथ ।" -कबीर

लूँड़ि :: घास या पुआल का छोटा गट्ठर जो पानी रोकने में प्रयुक्त होता है

लूक :: आकाश से टूटा हुआ तारा

लूक :: ज्येष्ठ मास में चलने वाली गरम हवा, लू; (उदा.) "दिन ही लूक परन कपि लागे"

लूगा :: कपड़ा

लूहँ :: गरम हवा

लूहँ :: लूह, लूक

लेंड़हरा :: मक्का

लेंढ़ा :: छोटा कच्चा फल (विशेषतः कटहल का)

लेंजुरि :: रस्सी

लेउँड़ी :: सिर का पिछला हिस्सा

लेखे :: लिए, नजर में

लेगारु :: पशुओं का झुण्ड, पशुओं को दिया जाने वाला दाना

लेटलागबु :: हल में काँदा तथा घास का लगना

लेटारु :: हल की नसी में फँसी हुई घास आदि, नवजात बच्चों के शरीर पर लगा हुआ मैल आदि

लेड़ार :: कायर, डरपोक, भयप्रद दृश्य उपस्थित होने पर टट्टी कर या लेंड़ (टट्टी का लोंदा) गिरा देने वाला

लेरउँड़ी :: चरही

लेलक :: निकट, सुविधाजनक

लेवकरबु :: पानी में पाटा चलाकर बीज बो देना

लेवकरबु :: लेवारा करबु

लेसब :: (दीपक) जलाना

लेसु :: लेप (मिट्टी का); ल्यासबु

लेसु :: लेप करना

लेसो :: पानों की कई ढोलियों का समूह

लेहदरि :: झुण्ड, समूह

लेहरहा :: बाजरा बोया हुआ खेत

लेहेंड़ि :: पशुओं का झुण्ड

लैकति :: योग्यता, गुण

लैन :: रेखा; आचरण; रेलवे पटरी; कतार

लैरा :: गाय भैंस का छोटा बच्चा

लोइया :: शाल, मध्यम व उच्च वर्ग के लोग इस नाम का प्रयोग करते हैं

लोई :: रोटी आदि बनाने हेतु बनाई गयी आँटे की गोली; (कहा.) "हाथेम लोई तो सब कोई"

लोखर :: कृषि उपकरण

लोट :: नोट; पुआल का बड़ा गटठर

लोटि :: राब रखने में प्रय़ुक्त खड़ी आकार की मटुकी

इमानु :: धर्म, नेकनीयत

इमारी :: हौदा

इरखहा :: ईर्ष्यालु

इरखा :: ईर्ष्या

इलटि :: मैली चीज

इलहिका :: अलग

इल्लति :: मैल, दोष, झंझट, दुर्व्यसन

इलासति :: खेत और बाग की सम्पत्ति

इल्लिम  :: इल्म, ज्ञान, विद्या

इसपात :: फौलाद

लोटिया :: लोटे से बड़ा एवं गोल आकार का पात्र

लोढ़बु :: उतारना

लोढ़वा :: मसाला आदि पीसने वाला में प्रयुक्त पत्थर; पथरा

लोनी :: नमकीन मिट्टी; चने का भूसा

लोनु :: नमक

लोनु :: कर्ज

लोफरु :: असभ्य, उजडड व्यक्ति

लोर :: धुनकने की कमान

लोर :: आँसू

लोलापेच :: वह कपड़ा, जिसका थान दफ्ती में लपेटा जाय और ऊपर कागज चढ़ाया जाय

लोहँड़ा :: लोहे की बड़ी करहिया

लोहखर :: लोहे के औजार

लोहरई :: लौह-कर्म

लोहसार :: फौलादी लोहे की बनी झूल

लोहाबाना :: लोहे की अनेक वस्तुओं का मिश्रण

लोहारु :: लौह-कर्म करने वाली जाति का पुरुष; लुहारु

लौं :: तक

ल्याखा :: औसत, समानता

ल्यादा :: पानी से हल्का-हल्का भिगोया गया भूसे का रूप

ल्यादा :: कोहला

ल्वाढ़ा :: प्रसाद

ल्वारा :: ईंटों का टूटन

वंगु :: गीदड़

वंदनु :: मस्तक पर पहना जाने वाला गहना विशेष; प्रार्थना

वइरबु :: (हस्त चक्की आदि में अनाज आदि) डालना

वइरा :: फसल काटने आदि कार्यों में खेत की चौंड़ाई की वह माप, जो एक बार में कटता जाता है

वखरीयस :: मोटा-ताजा

वगरबु :: बूंद-बूंद करके टपकना गाय-भैंस आदि के थनों में दूध का आ जाना

वछाहुँ :: पेंड़ आदि की स्थायी छाया, छाया का प्रभाव

वछातै :: हल्के स्पर्श के साथ (चोट आदि का लगना)

वजे :: कारण, वजह

वझासु :: ओझन या फँस जाने का स्थान

वठंगउबु :: किंवाड़ बन्द करना

वठई :: वहाँ

वढ़नी :: ओढ़नी

वतरा :: उतना

वतहँत :: कुछ दूर, उधर

वतीरा :: तरीका, स्वभाव

वदरबु :: (मिट्टी, दीवार आदि का) फटकर गिरना

वनउबु :: जोतना, सुनना

वनसिल :: कुछ खराब

वनाबु :: सुनना, ध्यान देना

वरकबु :: झुकना, गाय आदि के ब्याने की अवस्था में शरीर में भरीपन आना

वरक़्साजी :: चांदी सोने के वरक़ बनाने का काम

वरखबु :: प्रतीक्षा करना

वरहनु :: उलाहना

वरा :: सस्ता, समुचित दाम का

वसलहति :: कमी, औसत

वसहनु :: अनाज, जो खलियानों में वसाये जाते हैं

वसाइबु :: अनाज आदि को साफ करने हेतु हवा में थोड़ा-थोड़ गिराना

वसाही :: संख्या सूचक शब्द, बार

वहकारबु :: हाँकना, बैलों को हाँकने में ՙव तता՚ ये तीन अक्षर के दो शब्द प्रयुक्त होते हैं

वहारी :: चक्कर, दफा, बार

वहिका :: उसका

वांगबु :: गाड़ी के धुरे में तेल लगाना

वांगबु :: औंगबु

वाँछ :: लम्बाई में कुछ कम; उटंग

वाँठ :: ओंठ

वांधबु :: छा जाना, घिर आना, तान देना

वा :: वह (स्त्री के लिए)

वाकिफ :: परिचित

वाकिया :: घटना

वाजिब :: उचित

वाढ़र :: पालकी के परदा का रंगीन कपड़ा; आरोप

वाढ़र :: ओढ़र

वाद :: गीला

वाद :: विचारधारा

वायल :: विशेष रूप (कपड़े का)

वार :: ओर

वार :: आक्रमण

वारा-न्यारा :: निस्तारण; खर्च

वालपिन :: हथकरघे का वह अंग, जिस पर तागा चढ़ाकर सुलझाया जाता है; कील विशेष

वालावरसी :: मददगार, वारिस

वासर :: गर्भ धारण करने योग्य भैंस

वासिल :: उचित रूप से प्रयुक्त प्राज या मिला

वासिल बाकी नवीस :: तहसाल का एक कर्मचारी, जो आई हुई और बाकी लगान का हिसाब रखता है

वास्ता :: सम्बन्ध, लगाव, मतलब

वाहियात :: व्यर्थ, मूर्खतापूर्ण

वाही :: मूर्ख, व्यर्थ, फालतू

विरिख :: वृक्ष

वींदरी :: एक प्रकार का कपड़ा

वैत :: सुविधा, आराम, फायदा

संकेती :: तंगी, कमजोरी, अभाव

संखा :: श्वेत रंग का घोड़ा

संखानि :: संतति

संगर :: समर, युद्ध-मैदान

संगसा :: बड़ी संगसी

संगीन :: एक लम्बी और पतली बरछी, जो बंदूक के सिरे पर लगायी जाती है

संगीन :: उत्तम, भयंकर

संघरी :: साथी

संघरी :: साथ, संगति

संघाती :: मित्र, दोस्त

संघाती :: संघी

संच :: ठीक-ठीक, कारबार

सँचरबु :: प्रचलित होना

संजमी :: संयमी

संजाफ :: रंगीन किनारा

संझलउका :: संध्या के निकट

संझवाती :: सायंकाल का गीत, शाम

संझा :: सायंकाल

इस्तालक :: उत्साह, प्रोत्साहन

इस्तिरी :: कपड़े की कलप कलप करने की मशीन; स्त्री

इहिका :: इसका, इसको

ईटनु :: बर्तन धोने का चबूतरा

ईखि :: फसल विशेष; इख, गन्ना, ऊखि, उखुड़ि

ईमा :: इसमें

ईरघाट  :: इधर-उधर

ईसर :: भगवान, परमेश्वर;(कहा.) "ईसर आवैं दलिद्दर जायै"

उंघे :: उधर

उँचवाँस :: ऊँचा सिरा (खेत आदि में)

संझिलीपहर :: दोपहर बाद का प्रहर

संटा :: डण्डा

संटेला :: लढ़िया

संड-मंड :: सूजा हुआ; मीठा

संडासु :: लम्बा-चौड़ा छेद; पाखाना

संती :: स्थान पर, बदले

संतोला :: संतरा

संदानु :: गधों को सांदने की रस्सी

संदना :: गांय को दुहते समय उसके पैरों को सांदने में प्रयुक्त रस्सी

सँदबु :: कीचड़ में भरना, फँसना

संबाबु :: समाजाना

संभर :: तैयारी, चढ़ाई

सँवाचबु :: पूछना, जाँच-पड़ताल करना

सइँतबु :: पाखानाउठाना, एकत्रकरना, परवरिश करना

सइँयाँ :: पति, स्वामी, ईश्वर

सइका :: मिट्टी का बर्तन, जिससे कोल्हाड़ में रस उड़ेलते हैं

सइगर :: प्रचुर, अधिक

सइरहँटु :: व्यर्थ का कार्य

सइरा :: हल्का काला

सइल :: लाख की चूड़ी बनाने में प्रयुक्त लकड़ी का साँचा

सइल :: अधिक

सइला :: माची में प्रयुक्त बैलों की गर्दन रोकने में सहायक डण्डा

सइलानी :: मौजी

सइहा :: भेद

सइहा :: भेदिहा

सई :: उत्तेजना, सहायता, एक नदी

सउँघ :: सामना

सउँघर :: ठीक, दुरुस्त (दिमाग से)

सउरि :: सूतिकागृह

सकट :: रथ या रब्बा

सकठी :: जो ՙभगत՚ न हो, अदीक्षित

सकरी सैतनवा :: बच्चों का खेल विशेष, जो जमीन में रेखाओं से कई खाने का रेखांकन करके खेला जाता है

सकलाल :: अंग-प्रत्यंग; -ढील होबु- गम्भीर रूप से अस्वस्थ होना

सकहा :: श्वाँस का मरीज

सकारें :: शाम

सकीमी :: कमी, तंगी

सकूनति :: सन्तुष्टि

सकोरा :: छोटा मिट्टी का बर्तन

सक्वालबु :: पानी आदि पीना

सखर :: अपव्ययी, खर्चीला

सखर-दखड़ :: बीमार

सखरबु :: हामी भरना

सखरमा :: जुकाम

सगत्तर :: सर्वत्र

सगरा :: बड़ा तालाब

सगरा :: सम्पूर्ण

सगियान :: सचेत, बड़ा

सगुनइती :: शकुन विचारने वाली

सगुनु :: बैलगाड़ी में प्रयुक्त सबसे आगे बाहर की ओर निकली हुई लकड़ी; शकुन

सग्गड़ :: विसेष प्रकार की बौलगाड़ी

सङहा :: गुड़ बनाने के लिए प्रयुक्त भट्टी में झोंकने योंग्य ईंधन

सजिल सजील :: हुष्ट-पुष्ट, उत्तम, सुव्यवस्थित

सज्जी :: सारा, पूरा

सटक :: फरसी की पतली नली

सटल करघा :: मशीनी करघा, जिससे कपड़ा बुना जाता है

सटल्लहा :: रद्दी, पुराना

सटहा :: निकृष्ट जाति का

सट्टा :: इकरारनामा, पूरी नकद राशि न देकर उसके बदले दी गई कोई वस्तु

सट्टी :: बाजार

सड़इधि :: सड़ने की दुर्गंध

सड़इँधी, सरइंधी :: सड़ी हुई

सत्तारी :: कार्य स निवृत्त

सत्ती :: सती, पवित्रता

सत्ती होबु :: पति-शव के साथ जलना, (मुहा.) किसी कार्य में तन-मन-धन लगा देना

सतलड़ी :: सात लड़ों का गहना विशेष

सतवाँसा :: सात महीने का (बच्चा)

सत्तु :: सतीत्व

सत्या :: प्रसिद्धि, नाम, दशा

सथरिया :: बिछौना

सदमा :: भय, आघात, रंज

सदर :: मुख्य स्थान

सदाफर :: सदैव फलने वाला

सद्दर :: सात दाँतों वाला (बैल आदि)

सधउरी :: साद्य या सीमन्त सामग्री

सधर :: बड़ा और बढ़िया (फल)

सनई :: बारीक सन वाला पतला पेड़

सनकी :: शक या सनक करने वाला, सन्देहशील

सनखर :: सन का टुकड़ा

सनद :: सबूत, प्रमाणपत्र

सनफर :: सस्ता

सनसलति :: सम्पत्ति; सब कुछ

सनीनौ :: रक्षाबन्धन

सनु :: रस्सी बनाने में प्रयुक्त छाल विशेष; वर्ष

सनेहु :: प्रेम, स्नेह

सन्तकला :: ऐंठे काँच में लकीरों के चिह्न से युक्त (रंगीन चूड़ी)

सन्न-गन्न :: स्तब्ध, जड़वत्

सन्नहटा :: सन्नाटा

सन्नाम :: प्रसिद्ध, चर्चित

सन्नूकि :: सन्दूक

सपठा :: छोटा सन्दूक (जेवर आदि रखने का)

सपनहा :: वह दोष, जिसमें जानवर अपनी जीभ निकाला करते हैं

सपरबु :: हो सकना, सधना

सपरहिटा :: अंशहीन दूध

सपहरि :: सब के सब, बिना किसी को छोड़े

सपेद :: सफेद

सफरा :: बैलगाड़ी में बिछाने और ढकने में प्रयुक्त सुतली का कपड़ा

सफीना :: उपस्थित होने का आज्ञा पत्र

सफील :: साफ

सबज, सबुज :: हरा

सबजा :: नाक का एक आभूषण

ऊँटकउँहा, उठकुरुआँ :: पैरों पर भार देकर (बैठना)

उँटरा :: गाड़ी के आगे लगने वाली टेढ़ी लकड़ी, जो बैलों के हटने से गाड़ी का आगे का सिरा उठा रहता है

उँटाबु :: उँटनी का गर्भिणी होंना

उआरा न्योछा :: किसी देवता अथवा ब्राहमण को देने के लिये रखा हुआ

उई :: वह, वे

उकठा :: सूखा-पवाँरा

उकठा :: परस्पर की गई बुराई; एक-दूसरे की बुराई

उकठबु :: (पेड़ का) सूख जाना; उकसबु

उकवति :: दाद की तरह का एक रोग, जिसमें से पंछा निकलता रहता है

उकाँव :: भूसा मिला हुआ वह अन्न, जो अभीं ओसाया न गया हो

सबद :: टोकरी, डलिया

सबधरि :: सम्पूर्ण

सबरखऊ :: बेसब्र, जिसको इन्तजार की सब्र ना हो, अधिक या सब कुछ खाने वाला

सबरी :: नकब काटने में प्रयुक्त लोहे का हथियार, त्रेतायुग में भीलनी विशेष का नाम

सबूदान :: घड़ा रखने की तिपाई आदि

सबूरी, सबुर :: सब्र, धैर्य; संतोष

सब्जी फरोश :: साग-तरकारी बेचने वाला, कुंजड़ा

सब्बलु :: लोहे का लम्बा औजार, जिससे कंकड़ आदि खोदे जाते हैं

सभदि :: शब्द, गूढ़ ज्ञान

समगम :: शांत

समथर :: बराबर, समतल

समथ्याबु :: थोड़ा आराम करना; दम लेना

समदा :: हल्के लाल रंग के शरीर वाला

समध्यानु :: समधी का घर

समसी :: सँड़सी

समहे :: समक्ष

समुल्ला :: सम्पूर्ण, समूल

समुहाबु :: इच्छा करना, किसी कार्य हेतु लग जाना

समौं :: समय

सम्बल :: बैलगाड़ी आदि केजुएँ में लगने वाले छोटे-छोटे डण्डे विशेष

सम्याता :: सहनशक्ति, व्यवस्था, सामर्थ्य

सयगर :: अधिक

सयमड़ :: मस्त, मनमौजी

सयम्मर :: बहुत-सा

सयरा :: आल्ह खण्ड या उसका पाठ

सयराठ :: झंझट, तैयारी

सयलानी :: मनमौजी

सयान :: अधिक वय का; चतुर

सयाना :: सयान

सयार :: जल्दी होने वाला काम

सरउती :: एक प्रकार का गन्ना, जो नरम एवं पतला होता है

सरकठु :: प्रबन्ध, समझौता

सरकवाँसी :: पशु बाँधने में प्रयुक्त रस्सी का फंदा

सरकस :: उद्दण्ड, बेढब

सरकस :: नट आदि का तमाशा

सरकसी :: उद्दण्डता, बदमाशी

सरकिहार :: गाँव के समीप के खेत

सरकिहार :: गोइँड़हर

सरखत :: लिखित ठेका या किरायानामा

सरगही :: सूर्योदय के पूर्व का वह भोजन, जो रोजे के दिनों में मुसलमान लोग करते हैं

सरगु :: विष्णु धाम, बैकुंठ, स्वर्ग

सरजि :: प्रसिद्ध कपड़ा

सरट :: गिरगिट

सरतराश :: नाई

सरथबु :: समझाना

सरपट्टबु :: तीव्र गति से खा-पी जाना

सरपुत :: साले का बेटा

सरपुत :: सरउत

सरपेच :: पगड़ी में बाँधने का एक आभूषण

सरपोटबु :: बटोरकरखा लेना, झटपट खा लेना

सरफ या सरफा :: खर्च

सरफुराई :: सनई की सूखी लकड़ी

सरबती :: एक बारीक कपड़ा

सरबराही :: कार्य करने में मदद

सरबावलि :: सर्वनाश, समाप्ति

सरया :: एक प्रकार का अच्छा धान

सरसई :: किसी फल का प्रारम्भिक गोल रूप (विशेषतः आम के)

सरसब्जी :: उपजाऊपन

सरस्याँटबु :: डरकर सिमट जाना

सरहंग :: लम्बा-चौड़ा (व्यक्ति); प्रभावशाली

सरहद :: सीमा, हद

सरहर :: पतला एवं लम्बा; (पहे.) "सावन टेढ़ि चइत सरहरि कहै सबलसिंह बूझौ नरहरि"

सरा :: समाधि

सराकति :: साझा

सराजामु :: व्यवस्था, तैयारी

सराथन :: अनाज साफ करने के लिए प्रयुक्त की गयी झाडू

सराथन :: सरहँटी

सराबोर  :: लथपथ

सरि :: गड्ढा, तुलना

सरिया :: सुनारों में प्रचलित ՙपारिश्रमिक՚ का गुप्त शब्द, लौह छड़; पशुशाला

सरियारिक :: आयु में बड़े

सरीक :: सम्मिलित, हिस्सेदार

सरीहन :: स्पष्टतः, खुल्लमखुल्ला

सरीहन :: सरिहन

सरेख :: चतुर

सर्तिया :: दृढ़तापूर्वक; पक्का, अचूक

सर्याखा :: असरेखा नक्षत्र

सर्रउवाँ :: चिकना व ऊँचा (पेड़)

सर्रउवाँ :: सर्राटे के साथ

सलकठ :: प्रबन्ध

सलतन्त :: शांत, कुशलतापूर्वक

सलना :: दीवाल में लेसु (प्लास्टर) हेतु प्रयुक्त मिट्टी में छोड़ा जाने वाला भूसा आदि

सलफ :: आसान सस्ता

सलमा :: सोने-चाँदी आदि का वह तार, जो कपड़ों पर बेलबूटे के काम आता है

सलाक :: सोने-चाँदी की सलाख या छड़

सलाका :: पेंसिल

सलिल :: आसान

सलीपट :: लकड़ी या लोहे का मोटा लम्बा टुकडा

सलीपट :: सिलापट

सलूका :: आधी बाँह की बनियान, जिसमें सामने बटन लगते हैं

सलोन :: नमकीन, सुन्दर

सलोनीकरबु :: सोने से चाँदी निकालना

सवँरि :: प्रसवगृह

सवँलिया :: प्रेमी, पति

सवाई :: बेलगाड़ी का पुर्जा विशेष; सवा गुना

सवाङ :: वयः प्राप्त पुरुष; सुन्दर व्यक्ति

सवाङिनि :: बारात में आये हुए मेहमान

सवाल-खानी :: कचहरी में प्रार्थना पत्र लेने का समय, दस्तूर आदि

ससरी :: साँस

सहर :: प्रोत्साहन

उकुर :: हक; अवसर विशेष पर जो कुछ किसी को मिले, जैसे सम्बन्धियों, नौकरों आदि में

उकुरुँ :: चूतड़ों को भूमि से बिना छुआये केवल पैरों पर (बैठना)

उक्कुन :: छोटे बर्तन को लटकाने का फंदा

उखमज :: दुष्ट

उखर बेंट :: व्यक्ति (जिसके सम्बन्ध में कुछ ज्ञात न हो)

उखार :: खड़े-खड़े विरोधी पहलवान को कमर के बल पटकने का दाँव

उखारि :: ईख, देशी गन्ना

उखारी जोत :: आषाढ़ की पहली साधारण जुताई

उखाव :: जो खेत ईख की खेती के लिये रखा गया हो

उखेरा :: ईख

सहउल :: दीवाल की ऊँचाई में सीधापन देखने का यंत्र

सहजोर :: अपेक्षाकृत बली

सहडिट्ट :: प्रत्यक्ष, स्पष्ट

सहतीर :: लम्बा, लट्ठा

सहना :: फसल सम्बन्धी मुकदमों अदालत द्वारा नियुक्त पंच, जो खड़ी फसल का उत्तरदायी होता है

सहनी :: छोटी नांद, जिसमें गन्ने का रस गरम होता है

सहन्ची :: एकान्त व बन्द कोठरी, जिसमें हर प्रकार का सामान डाल दिया जाता है

सहलोलवा :: जो बोलने में चतुर व मीठा पर धोखा देने वाला हो

सहाना :: एक प्रकार की तबकदार (चूड़ी) जो प्रायः शादी में पहनी जाती है

सहिंतउबु :: विश्राम करना

सहिदान :: चिह्न, पहचान

सहिम्याना :: शामियाना, बड़ा तम्बू

सहूरु :: विवेक, गुण; यंत्र विशेष

साँक :: श्वाँस, दराज, पुरानी खाँसी

साँकलि :: जंजीर, होम सामग्री

साँची :: एक प्रकार का पान, जो शायद पहले-पहल साँची में उत्पन्न होता रहा हो

साँची :: सत्यवाचिका, सच्ची

साँट :: कपड़े में तागा के निकलने पर बना निशान, मोचियों की हथौड़ी विशेष

साँटिगाड़ा :: ईख के टुकड़ों को एक-दूसरे से सटाकर बोने की पद्धति

साँड़िया :: तेज दौड़ने वाला ऊँट जो पागल हाथी को भी हरा देता है

साँति :: चमड़ा और कीलें ठोकने का औजार

साँथबु :: सिलना (बड़े-बड़े फंडों से)

साँथर :: सीमंत सम्बन्धी

सांबि :: मूसल आदि मं लगने वाला लोहे का छल्ला

साइति :: शायद

साइति :: ग्रह-द़शा

साक, साका :: दबदबा

साख :: पहचान, इज्जत, रौब

साखी :: साक्षी

साखोच्चार :: विवाह में पंडितों द्वारा सुनाया जाने वाला दोनों पक्षों का गोत्र विवरण

सागड़ी :: गोलाकार

साङठ :: प्रबन्ध

साढ़ा :: लालच, आकर्षण

साढ़ी :: वस्त्र विशेष, पके हुए दूध में जमी हुई मलाई

साध :: हार्दिक इच्छा, लालसा

सान :: मर्यादा, इज्जत, धार

सान धरबु :: औजारों में धार बनाना

सानी :: पानी में भिगोया हुआ चारा

सापट :: शांत

सापट :: चुप्पी

साफी :: छोटा रूमाल, जिसे साधू लोग चिलम में नीचे लगाकर गांजा आदि पीते हैं; दवा विशेष

साबड़ या सामड़ :: वह चमड़ा, जिससे गहना चिकनाया जाता है; मिट्टी आदि भरने का फावड़ा विशेष

साबर :: एक जंगली जानवर, जिसका चमड़ा बहुत मजबूत होता है और जूते आदि बनाने के काम में आता है

साबुत :: शुद्ध, पूर्ण

सामति :: दुर्भाग्य

सामतूल :: शांत, चारों ओर बराबर

सामा :: वस्तु, सामान, एकता

सामि :: लोहे की गोल टोपी, जो मूसल में लगती है

सामि :: सांबि

सारी :: पशुशाला; साड़ी

सालगिराँ :: वर्षगाँठ

सालनु :: सहायक, सब्जी, दाल आदि

सालिस :: षडयन्त्र

साली :: धान, पत्नी की छोटी बहन

साली :: वह खेत, जिसमें वर्षा ऋतु की फसल न ली गयी हो

सालीना :: वार्षिक; सालाना

साह  :: ईमानदार, जो चोर न हो

साहुल :: ՙसबउल՚ देखिए

सिंगरौर :: श्रृंगी ऋषि के वंशज एक क्षत्रिय, एक प्रकार के कुर्मी

सिंग्वाहबु :: रखरखाव करना, समुचित उपभोग करना

सिंघउटा, सिंगउटा :: सीगों में बाँधा जाने वाला रस्सी का आभूषण

सिंघड़ी, सिंघरी :: बबूल की फली

सिंघुरबु :: बीमारी के बाद स्वस्थ होना, संभलना

सिंजराब :: मिट्टी के खिलौने बनाते समय साँचों में छोड़ने वाला पाउडर

सिंद्वाह :: दूध की अंदाज या थाह

सिंहोरा :: लकड़ी का लाल डिब्बा, जो सिंदूर रखने के लिए होता है

सिकउला, सिकहुला :: सींक का बना टोकरा; नीम की पत्तियों का डंठल

सिकचा :: छोटी खिड़की

सिकत्त :: बीमार

सिकन :: चमड़े आदि की सिकुड़न

सिकमी :: छोटा या मुख्य काश्तकार के नीचे का जुतारा

सिकहरु :: छीका; (कहा.) "टूट बिलारी क भागि से"

सिकहुला :: सींकों का बना टोकरा; सिकौला

सिक्का :: चाँदी की किस्म, जो रुपये में छः पैसे दागी होती है

सिक्का :: प्रभाव

सिक्कीन :: छुरी, बड़ा चाकू

सिखरनु :: मीठा मट्ठा

सिजरा :: हाल, तथ्य, विवरण

सिजिल :: भड़कीला, सुन्दर

सिट्टि :: सृष्टि; पंक्ति

सिड़बिड़हा :: टेढ़ा-मेढ़ा, बेढंगा

सिदवाही :: बैलगाड़ी का एक वह पुर्जा, जो एक पहिया निकालने पर सन्तुलन बनाये रखने के लिए गाड़ी में लगाया जाता है

सिन्नी :: प्रसाद

सिपावा :: बैलगाड़ी को उलार रखने में प्रयुक्त लकड़ी की कैंची

सिपुरुस :: सुपुर्द

सिप्पा :: तिकड़म, सिलसिला

सिप्पी :: पानी युक्त अत्यन्त छोटा गड्ढा, जो पदचिह्नों से बन जाते हैं

सिफत :: विशेषता, तारीफ

सियरडंडा :: अमिलतास का लम्बा फल

सियरि चटकना :: देहात में प्रचलित बच्चों का वह खेल जो पेड़ की डालों से कूद-कूद कर खेलते हैं

सिरई :: चारपाई में लगी वह लकड़ी, जो सिर के ओर हो

सिरकी :: मूजा की लम्बी पतली लकड़ी

सिरजबु :: सृष्टि करना

सिरवन्तु :: सीमन्तोनयन संस्कार

सिराक :: चप्पल, चूते या खड़ाऊँ की डोरी

सिरी :: श्री नाम का आभूषण, हाथी हेतु निर्मित लोई के छल्लों व जंजीर की झूल; फल-लौंग; मिंट-सीमेंट

सिरेश :: एक चिपकाने वाला पदार्थ, जो ऊँट, गाय-भैंस आदि के कच्चे चमड़े से बनता है और लकड़ी आदि जोड़ने के काम आता है

सिल :: चाँदी का प्रकार विशेष, जो बजाने से न के बराबर बजती है

सिल :: पत्थर

सिलउटि, सिलवट :: मशाला पीसने व उस्तरा रगड़ने में प्रयुक्त पत्थर की चौकी

उगठापवारुँ :: दूसरों की बुराई या शिकायत

उगड़बु :: सूख जाना

उगहनी :: चंदा करने की क्रिया

उगालदान :: वह बर्तन, जिनमें थूका या कुल्ला किया जाता है

उगोहिया :: साहूकारों द्वारा नियुक्त धन व ब्याज वसूल करने वाला व्यक्ति

उघारबु :: खोलना; कपड़ा हटाना

उचकुन :: वह वस्तु, जो किसी दूसरी को ऊँची करने के लिये नीचे रखी जाये

उचरबु :: उखड़ना

उच्छू :: उच्छ-वास विकार; पानी आदि पीते समय आने वाली खाँसी

उछरबु :: निशान पड़ना; दिखाई देना; ऊपर आना

सिलनि :: सिलाई; बखिया

सिलफोंका :: खरपतवार

सिलसिला :: क्रम, स्मबन्ध

सिलापटु :: लकड़ी या लोहे का मोटा लम्बा टुकड़ा; सलीपट

सिलाब्बु :: गाड़ी में लगी नाँह को ठोंकना

सिलार :: शीलवान, दूसरे का ध्यान रखने वाला

सिलिप :: सीमेन्ट की पटरी

सिली :: भूसे का वह लम्बा, सुडौल व समतल ढेर, जो बाँटने में सुविधाजनक होता है; वह पत्थर विशेष, जिस पर अस्तुरा रगड़ा जाता है

सिलेठी :: सरसों के पौधे का डंठल

सिलोतर :: समतल, बराबर

सिल्ली :: बड़ा टुकड़ा (लकड़ी, पत्थर आदि का); अस्तुरा में धार धरने में प्रयुक्त छोटा पत्थर

सिल्लैट :: मोटी और चौड़ी तथा लाल एवं पीले रंग की (काँच की चूड़ी), जिसका प्रचलन सामान्य जाति की स्त्रियों में अधिक होता है

सिवान :: पड़ोस का गाँव, सीमा

सिसियाइंधि :: बदबू

सिहाबु :: प्रसन्न होना, ढिठाई करना

सिहिटि :: मछली पकड़ने में प्रयुक्त लोहे का काँटा

सींकड़ि :: जंजीर, पतली जंजीर

सींकि :: मूजे का सींका

सींकुर :: गेहूँ आदि की बालियों का ऊपरी भाग, जिसमें नुकीले रोएँ होते हैं

सींग :: मछली विशेष; सींग

सींगट :: सियार

सींगौ :: उजड़ी हुई इमारत के ऊपर का खेत

सीठा :: सूखा हुआ नीरस अंश

सीड़ा :: सीलन

सीताफलु :: कद्दू, कुम्हड़ा

सीतारामी :: आभूषण विशेष

सीति :: ओस

सीधा :: ब्राह्मण आदि को दी जाने वाली भोज्य सामग्री; जैसे-आँटा, दाल, नमक

सीधा :: सरल, कमसाहसी

सीप :: डाल में पका हुआ आम; जलजंतु विशेष

सीमी :: चाँदी का बना हुआ

सीरि :: स्वयं जोता हुआ खेत

सीला :: पके नाज की टूटी हुई बालियाँ आदि, जो फसल काटते समय खेत में गिरती हैं

सीव :: सीमा, परकाष्ठा

सीसु :: एक विशेष पदार्थ, जिस पर रखकर गहना गढ़ा जाता है, सिर

सुंदरापा :: सुन्दरता

सुंदूक :: लकड़ी का बड़ा बक्सा

सुंबारी :: सोमावती

सुंबारु :: अंदाज, सोमवार

सुंबी :: लोहे या लकड़ी में छेद करने का छोटा औजार

सुअन :: स्वर्ण, पुत्र

सुआ :: तोता

सुआ :: पट्टे

सुइया :: बैल की किस्म विशेष, जिसकी सींगे लम्बी व नोकदार हों

सुइलार :: नुकीला

सुकवा :: शुक्र तारा

सुकसुक, सुगसुग :: शिनाख्त

सुकसुकहा :: सुस्त एवं अकर्मण्य

सुकुराना :: काम हो जाने पर दिया गया द्रव्य

सुखतरी :: स्त्रियों के पुरानी चाल के चप्पल

सुखरसी :: पानी की सुविधा

सुगना :: प्यारा तोता, परम प्रिय व्यक्ति

सुजनी :: बिछौना, जिसमें बहुत पास-पास तागा डाला जाता है

सुजवा :: बैलगाड़ी का वह पुर्जा, जिसमें पैजनी लगाई जाती है। पीछे वाला सुजवा ऊपर और आगे वाला नीचे लगता है; पशुओं के पैरों का रोग विशेष

सुढ़ियाबु :: सोना, सूँड़ हिलाना

सुतकरा :: चप्पल का देहाती, साधारण और गँवारू संस्करण

सुतना :: खूब सोने वाला (बच्चा)

सुतरा :: नाखून के किनारे का पतला चमड़ा, पतली शकरकंद

सुतबु :: सोना

सुतार :: सीधा, आसान

सुतारी :: चमड़ा सिलने का सूजा

सुतिया :: गर्दन में पहनने का आभूषण

सुतिया :: हँसुली

सुतुहा :: बड़ा चम्मच

सुतुही :: सीपी

सुत्ती :: नदियों की रेत में प्राप्त होने वाली चम्मच जैसी वस्तु विशेष, जो अनेक कार्यों में प्रयुक्त होती है

सुत्तुरु :: ध्यान, दिमाग

सुथना :: सँकरा पायजामा; (उदा.) "सुथना पहिरे हर जोतैं औ पउला पहिरि निरावै।"

सुदरसन :: फूल विशेष

सुद्धा, सुधा :: साथ, समेत

सुधि :: स्मरण

सुनगा :: कोयल

सुनरइ :: स्वर्णकारी

सुनरि :: चुनरी का प्रकार

सुपलिया :: छोटा सूप

सुपास :: आराम, सुविधा

सुबहित :: सुरक्षित

सुबिस्ता, सुबिहता :: सुविधा

सुबीता :: व्यवस्था

सुभई :: विवाह के पूर्व की एक रस्म

सुभा :: संशय, शक

सुमई :: कंजूसी

सुम्बा :: छेद करने में प्रयुक्त छेनी विशेष

सुम्बारु :: अंदाज, शुमार, सोमवार

सुम्मी :: सुंबी

सुरइया :: झुमका

सुरखी :: लाल रोशनाई, पिसी हुई लाल मिट्टी, जो जुड़ाई में लगती है

सुरमई :: एक प्रकार का कपड़ा, जो सुरमे के रंग का होता है

सुरता :: ध्यान, स्मृति

सुरवा :: अन्धा व्यक्ति, पेय पदार्थ विशेष

सुरही, सुरा :: अनब्यायी युवा गाय

सुराक, सुराख :: सुराग, छेद

सुरेमनि :: परमप्रिय पदार्थ

सुर्ज :: सूर्य

सुल्हा :: अंकुर

सुहारी, सोहारी :: पूड़ी

सुहेलरी :: चारा कम खाने वाली तथा अधिक दूध देने वाली (गाय)

सूकसंठु :: सूखा-सूखा, केवल

सूघरि :: सुन्दर

सूजी :: सूई

उछार :: वमन

उछाह :: उत्साह

उछिदिदर :: मुक्त; ऋण मुक्त

उछिन्न :: नष्ट

उजबक :: अशिक्षित; गवाँर

उजर :: साफ; सफेद

उजरति :: मजदूरी, फीस (लिखने आदि की)

उजरबु :: नष्ट होना

उजवास :: प्रबन्ध

उजहबु :: लुप्त हो जाना

अइँचा-खाँची  :: खींचातानी

अइँठुआ  :: जुआँ को बाँधने वाली रस्सी, रस्सी ऐंठने में प्रयुक्त डण्डा

अइँठुआ  :: अइँढ़ना

अइँठोहर :: अकड़ने वाला; गर्वीला

अइँड़ी :: धमंडी

अइँढ़ना  :: बैलगाड़ी में इस छोटे डण्डे से बररु (रस्सी) ऐंढ़ा (घुमाया) जाता है; ऐंठना

अइगुन  :: दुर्गुण, हर्ज, हानि

अइगुन  :: अवगुण

अइतवार  :: रविवार, आदित्यवार

अइनी  :: वह कलम, जिसमें लोहे की निब हो

सूझबु :: दिख पड़ना, विचार में आना

सूटर :: गर्म बनियान, स्वेटर

सूतबु :: सोना, पीटना

सूथनि :: सँकरा व छोटा पायजामा

सूदक :: परिवार में प्रभावी वह समय, जव किसी के मरणोपरान्त १३ दिनों तक अशुद्धि रहती है

सूबर :: सोना की वह किस्म, जिसमें ताँबा मिला होता है

सूम :: कंजूस (व्यक्ति)

सूल :: दर्द

सेका :: ज्वार आदि की बाल

सेंगा-पोंगा :: बहुत-सा सामान

सेंठा, स्याँठा :: सरपत या मूँज के भीतर की लकड़ी, सन का डण्ठल

सेंति-मेंति :: मुफ्त, व्यर्थ

सेदुरी :: आम की जाति

सेंधउरा :: सेंदुर रखने का डिब्बा

सेई :: सेर भर के लगभग की एक तौल, इस तौल का एक लकड़ी का बर्तन

सेउरा :: चापलूस, खुश करने वाली बातें करने वाला

सेखी :: गर्व, गर्वीली बातें

सेखुआ :: साखू

सेड़हा :: ऊसर एवं दर्रों वाली (भूमि)

सेतुआ :: भुने हुए गेहूँ, जौ व चना के आटे का मिश्रण, सत्तू

सेतुआही :: सत्तू पूजन वाली (अमावस्या)

सेनाया :: चमड़े की पतली डोरी

सेनुरु :: सिन्दूर

सेन्हिहा :: सेन्हि (सेंध) काटने वाला

सेमरुआ :: मूसल का वह भाग, जो लोहे का बना होता है

सेमरुआ :: सामि

सेउबु :: मुर्गी का अण्डे में बच्चा पोषित करना, पालन-पोषण करना

सेर :: १६ छटाँक की तोल; शेर; शायर

सेरउनिहउबु :: पाटा चलाना

सेरउनिहउबु :: ठररा देबु

सेरख :: घमंडी

सेरवा :: बैलगाड़ी में पहिया रोकने वाली बल्ली, दीपक जलाने में प्रयुक्त मिट्टी की प्याली

सेरसई :: शीशम

सेराग :: लाख की चूड़ी बनाने में प्रयुक्त लौह छड़, जिसमें लाख लगाकर गरम किया जाता है

सेरावनि :: खेतों में मिट्टी बराबर करने का लकड़ी का पाटा

सेलियउबु :: कपड़ा आदि पहनना

सेल्हबु :: अकस्मात मर जाना, तकलीफ उठाना

सेल्हा :: फल या फूल का गुच्छा, जो छेद करके रस्सी आदि में लटकाये गये हों

सेल्हा :: चावल विशेष

सेल्ही :: बच्चों की सोने की जंजीर

सेवँ :: कूँड़ में बीज बोने की पद्धति, नमकीन, उथला

सेवँ :: कुँड़सार

सेवती :: फूल विशेष

सेवान :: सीमान्त (खेत)

सेवारु :: जल में उगने वाली घास विशेष

सेवाला :: शिवालय

सेहा :: स्याहा, हिसाब की समाप्ति

सेहुआँ :: चमड़े पर पड़े चित्तीदार चिह्न, चर्म रोग विशेष

सैल :: मौज, पर्वत, डण्डा विशेष

सोंथ :: सूजन

सोंदिका :: काफी मोटा गोल गद्दा

सोइँठा :: अकड़ा हुआ

सोई :: भूमि, जिसमें धान की खेती होती हो

सोई :: वही

सोउतापरे :: रात में सोने के समय

सोक :: खाट आदि के छेद, शोक

सोकटा :: पिचका हुआ, चिपटा

सोकन :: थोड़े-थोड़े काले बालों वाला (बैल)

सोकाड़ा :: कुएँ के किनारे का वह स्थान, जहाँ ढेकली चलाते समय पानी गिरता है

सोखा :: भूत, पिशाच आदि के प्रकोप का पता लगाने वाला व्यक्ति

सोग :: शोक

सोगहग :: पूरा-पूरा; सीधा; समूचा

सोजनकारी :: सूई से बनाया गया कपड़े पर बारीक कशीदा

सोजनी :: सोजनकारी किया हुआ कपड़ा

सोझवा-साही :: सीधा-सादा

सोनारि :: स्वर्णकार की स्त्री

सोन्हउला :: सुनहरा

सोफियाना :: बढ़िया

सोरहिया :: मछली मारने वाली एक जाति

सोरहौ :: मृत्यु के उपरान्त एक संस्कार, जिसमें महाब्राह्मण को प्रत्येक वस्तु १६ की संख्या में दान की जाती है

सोरि :: जड़

सोरी :: मादा सुअर

सोलख :: हल्का, कम (बीमारी)

सोल्हनी :: गेहूँ के आँटे का खुरदुरा भाग

सोबनार :: सोने का स्थान

सोहगउली :: सौभाग्यवती, सुहागिन

सोहदई :: बदतमीजी

सोहदा :: नालायक, पाजी

सोहबु :: निराई करना, सुशोभित होना

सोहनी :: निराई के समय गाया जाने वाला गीत

सोहबति :: साथ

सोहरउबु :: सहलाना

सोहरति :: प्रसिद्धि, नाम

सोहरा :: चर्चा, प्रचार

सोहाबु :: अच्छा लगना

सोहारी :: बड़ी व पतली पूड़ी

स्टाट :: चमरौधे जूते की ऐंड़ी में लगने वाला काँटेदार लोहे का पुर्जा

स्याँट :: थन से एक बार खिचे हुए दूध की माप, दूध की धार

स्याँट पवारबु :: दूध की धार निकालना

स्याँबरु :: रूई का बड़ा वृक्ष, सेमल

स्याबस :: शाबास ।

स्यावा :: सेवा

स्यावा :: लालन-पालन किया

स्टिबल :: रेशम जैसा चमकदार (सूती कपड़ा)

स्यंदनु :: रथ

स्याँका :: खेतों में पानी भरने से जमी हुई परत

स्याँका :: फट्ठा

स्याल्ह :: बोने के बाद सींचने की सुविधा के लिए खेत में बनाई गयी विभाजक रेखा

स्यावँ :: उथला

स्यावरि :: कुछ कच्ची (रोटी)

उजार :: नष्ट, समाप्त; होना

उजार :: फसल आदि का अन्त होना

उजीर :: मन्त्री, शतरंज का फर्जी

उजुर :: आपत्ति; प्रार्थना

उजुर :: अमान्य

उजेरु :: उजाला, प्रकाश

उझिला :: उबटन का सुगन्धित सामान जिसमें तिल, सरसों नागरमोथा आदि पड़ता है

उटंग :: लम्बाई में कम

उटंग :: उटंक, बाँछ

उटड़ा :: गाड़ी का अगला हिस्सा जमीन पर टिकाने के लिये जुएँ के नीचे लगायी जाने वाली लकड़ी

स्यावरि :: आलि

स्याह :: उथली (जुताई)

स्योरहा :: अपरिपक्व, चापलूस

स्वान :: सोना

स्वान :: कुत्ता

स्वाभी :: रोशनी, प्रकाश

स्वाहबु :: उचित प्रतीत होना

हँकड़बु :: झगड़ना

हँकनी :: बैलों को हाँकने का एक तरह का डण्डा, जिसमें एक कील लगी रहती है

हँकरबु :: हाँक देकर बुलाना

हँकारी :: निमन्त्रण, न्यौता

हँड़कोली :: छोटी हाँड़ी

हँड़िया :: हण्डी

हँडुहउबु, हँढ़वाइब :: स्त्री का पर पुरुष-प्रसंग कराना, बेइज्जती कंराना

हँथवड़ :: वह टेढ़ी लकड़ी, जिसे पकड़कर जाँत घुमाया जाता है

हँथोड़ा :: हाँथ का गहना विशेष

हँफनी :: श्वाँस की बीमारी

हँसउवा :: हँसी, बदनामी

हँसमुसकी :: हँस-हँसकर बात टालने की आदत

हँसा :: कँटीला झाड़

हँसारति :: हँसी

हँसि :: समान

हँसुआ :: हँसिया

हँसुली :: गर्दन का आभूषण विशेष

हँसोड़ :: जिसे हँसी करने का शौक हो

हइँचनी :: हत्थी

हइँचलाबादु :: हंगामा, शोरगुल

हरबी-दइबी :: आकस्मिक घटना, आपत्ति

हइमस :: द्वेष

हइलरि :: पारिवारिक सदस्यों का झुण्ड, शोरगुल

हइला :: बकरी

हइलाबु :: बकरी भागाना, हाँकना, तालाब में कुलेल करते नहाना

हई :: हानि, दूसरे के खेत या पेड़ से नाज, फल आदि की चोरी

हउँकबु :: हवा करना

हउँकबु :: धउँकबु

हउँकनि :: हवा करने की मशीन, जो लुहारों के यहाँ प्रयुक्त होती है; धउँकनी

हउका :: शंका, आशंका, लालच

हउचियाबु :: घबरा जाना, दंग रह जाना

हउदा :: बड़ी नाँद

हउदु :: लम्बा-चौड़ा घाव, गड्ढा

हउफा :: जनश्रुति

हउला :: दहशत, भय; -पैठबु-बैठबु (मु.) मन में दहशत घर कर जाना

हउलू :: जो अपना काम बेढंगे हिसाब से करे

हउवा :: एक कल्पित वस्तु या नाम, जिसका नाम बच्चों आदि को डराने के लिए लिया जाता है

हउसा :: फल आदि का गुच्छा

हउहारा :: जोर की हवा

हकतलफ :: अधिकार का ह्रास

हकतकाबु :: घबरा जाना

हकसफा :: मुकद्दमा, जिसमें प्रथमाधिकार का निश्चय हो; हकशफा

हक्का-बक्का :: चकित, घबराया हुआ

हगना :: बहुत टट्टी करने वाला

हगसउँचा :: अशुद्ध, टट्टी करके पानी न लेने वाला

हगास :: मल त्याग की इच्छा

हच्चा :: पहिए को गड्ढे में लगा धक्का या झटका

हजरत :: चालाक व्यक्ति

हजारदाना :: एक पौधा, हजार मनकों की माला

हजारा :: छिड़काव के काम आने वाली एक बाल्टी, जिसमें बहुत से छेदों वाला नल लगा रहता है

हजारा :: हजार का, गेंदा की उपजाति, जाल विशेष

हजूरे :: सामने, सम्मुख

हटकबु :: मना करना, रोकना

हड़उबु :: खेतों में चिड़िया उड़ाना या भगाना

हड़कबु :: डाँटना, धमकाना

हड़गर :: जिसकी हड्डियाँ मोटी हों

हड़होरबु :: ढूँढना, मिलाना

हड़ावरि :: जानवरों की हडिडयाँ या शव

हड़ाहड़ाई :: प्रज्वलित अग्नि का रूप विशेष

हड़िया :: कोआ

हतक :: अपमान

हता :: था

हत्था :: खेत सींचते समय पानी उलीचने का पात्र

हत्यारु :: हत्यारा

हथउरु :: बड़ा हथौड़ा

हथउरु :: मारतौल

हथपानु :: अंगुलियों का गहना, जिसमें शीशा लगा होता है; आरसी

हथफूल :: हाथ का गहना विशेष

हथार :: हाथ वाला; -पयार- हाथ- पैर से मजबूत एवं लम्बा-चौड़ा

हथियउबु :: हस्तगत करना, अधिकार जमा लेना

हथिया :: चरखा घुमाने वाला हत्था

हदस :: डर, भय

हदहद :: छोटा (व्यक्ति), छोटे कद का, अधिक मुलायम, दलदल

हद्द :: सीमा

हद्द :: हद्दि

हद्दादी :: लुहार का काम

हनबु :: कसना, मारदेना

हनाबु :: स्नान करना, नहाने का अपभ्रष्ट रूप

हन्नदि :: हन की आवाज के साथ

हन्नहवा :: तीन तारों का समूह, जो एक सीध में रहते और देहात के लिए रात में घड़ी का काम देते हैं, हन्नी-हन्ना

हन्ना :: हिरन

हन्नी-हन्ना :: तारा-समूह विशेष हिरनी-हिरन

हबकबु :: जल्दी-जल्दी खाना, मजबूती से पकड़ना

हबड़ा :: कीचड़

हबड़ा :: बड़े दाँतों वाला

हबस :: उत्कट इच्छा; हवस

हमजोली :: एक वय के, साथी

हमहमु :: प्रचार-प्रसार, प्रशंसा, चर्चा

हमासुमा :: सर्वसाधारण, हम जैसे (लोग)

हम्ब्याल :: हमेल

हयकड़ :: मजबूत, प्रभावशाली

हयचड़ :: कठिन काम करने वाला

हयराठिया :: सब कुछ सहन करने वाला

उटड़ा :: उटरा

उठइया :: प्रसवकाल के दौरान प्रसूता के उतरे हुए कपड़ों की गठरी

उठनि :: रिवाज

उठल्लू :: आवारा, इधर-उधर घूमने वाला, निठल्ला

उठाईगीर :: जो दूसरे की वस्तु लेकर चल दे; धोखेबाज

उठाट :: उजाड़ने का काम

उठान :: चौकड़ी

उड़नछू :: जो छूते ही उड़ जाये

उड़ाही :: वह चोरी, जो छप्पर को एक ओर से उठाकर की गई हो

उड़िया :: डोली; उड़ीसा प्रान्त की मातृभाषा

हया :: लज्जा

हयि :: है

हयि :: जानवरों को डाँटने का शब्द या आवाज

हरउटी :: वह खेत, जहाँ हल चलता हो

हरक्कति :: हर्ज, बाधा; अपच

हरगहना :: अनाज विशेष

हरगिज :: कतई, बिल्कुल

हरजाई :: पुँश्चली, पर पुरुषगामिनी, बदचलन

हरजाई :: हरिजइली

हरपारेउरी :: एक फल विशेष

हरबर :: जल्दी में

हरबरहा :: जल्दबाज

हरबराबु :: जल्दबाजी करना; पेटमल त्याग की उत्कट इच्छा होना

हरबा :: आदत, अभ्यास, हथियार

हरबोंग :: हड़बोंग, गँवार

हरमिंजी :: विलायती खाद

हरमुनिया :: हारमोनियम

हरवा :: जोतने के अन्त में बना हुआ कूँड़, हराई का अन्तिम थोड़ा अंश

हरवाहु :: हल चलाने वाला

हरवाही :: हल चलाने का कार्य

हरहँटपनु :: छूटते ही भागने वाली प्रवृत्ति

हरहँटी :: मौका मिलते ही भागने वाली गाय, भैंस

हरहा :: पालतू पशु; -घरः- कांजी हाऊस; -मुंशी- कांजी हाऊस का मुंशी

हराँस :: ज्वर क़ा ताप

हराई :: जोतते समय खेत को विभाजित किये गये हिस्से

हरारति :: गर्मी, ज्वर, असर

हरावति :: हल चलाने का मुहूर्त

हरावनि :: मजबूरी

हरिस :: हल में लगने वाली लम्बी बाँस या लकड़ी की बल्ली

हरिस :: हर्स

हरी :: असामी का अपना हल-बैल ले जाकर जमींदार का खेत मुफ्त जोतने की पद्धति

हरी :: हरे रंग की

हरीरा :: प्रसूता के लिए सोंठ हल्दी, मेवा आदि को गुड़ में पकाकर बनाया जाने वाला पेय

हरु :: हल

हरु नाधबु :: हल मचियाना

हरेरी :: फसलों की हरियाली; हरी घास

हरैली :: हल से सम्बन्धित एक छोटी लकड़ी; चिड़िया विशेष

हरोही :: कृषि

हरौ :: संतोष, सहन

हर्राफ :: दुष्ट, शैतान

हर्स :: हल में लगने वाली

हलउबु :: हिलाना

हलक :: गला (भीतरी)

हलका :: क्षेत्र, मंडल

हलका :: हल्का

हलबलि :: शीघ्रता करने वाली

हलबलि :: शोरगुल

हलबली :: जल्दबाजी, शीघ्रता

हलबली :: हलबलु

हलब्बी :: बढ़िया, बड़ा

हलहलाक :: कसकर, तेजी से

हलानि :: नदी या तालाब में पाँव-पाँव चलने की सम्भावना

हलालखोर :: मांसाहारी; बदमाश

हलुक :: हल्का

हलुक नारी या मूठी :: हल्की जुताई हेतु हल की मुठिया को ढिलाई से पकड़ने की पद्धति

हलोलबु :: ՙअल्होरबु՚ देखिए

हलोहल्ल :: बहुत अधिक (फसल, पानी आदि)

हल्ट :: नुकसान

हल्ट :: बन्द

हल्ट :: रेलगाड़ी के रुकने का छोटा स्थान

हल्ला :: शोर

हल्ला करबु :: डाँटना

हल्लु :: थकित, परेशान

हल्लोकु :: संसार

हल्वालबु :: फसल के मड़े हुए रूप को हिलाकर अनाज निकालना

हवलदिल :: जिसका मस्तिष्क असन्तुलित या बेचैन हो, ह्रतकंप

हवाल :: हाल, समाचार, स्थिति

हवेल :: गर्दन का आभूषण विशेष

हसीर :: खजूर की चटाई

हस्ती :: शक्ति, हैसियत

हहक :: स्नेहपूर्ण उत्साह, वियोग जनित इच्छा

हहर :: निचली जमीन (धान हेतु)

हहरबु :: उत्कट इच्छा करना, किसी पदार्थ को देखकर आवश्यकता से अधिक कहना

हहान-खहान :: शोकाकुल स्थिति

हाँक :: रोब, प्रभाव, आवाज; -लगउबु- (मु.) ऊँचे स्वर से पुकारना; डाँक-प्रतिस्पर्द्धा

हाँकड़ :: तेज, घमंडी

हाँड़ :: मोटी हडडी

हाँड़ी :: मिट्टी की बड़ी पतीली

हाँसिल :: प्राप्त, नतीजा

हाँही :: स्वीकृति,हामी

हाजमा :: पाचन-शक्ति

हाड़ा :: ततैया, बर्र

हाड़ी :: कटहल के भीतर की लम्बी लकड़ी

हाता  :: अहाता; जेल में पैसे देकर काम से मिली मुक्ति

हाथा :: लकड़ी का बर्तन, जिसमें लम्बा हत्था लगा रहता है और जिससे सिंचाई होती है; पोनिया विशेष

हाथीगज :: एक बहुत बड़ा पत्ता, जो चोट में दवा का काम करता है

हादिक :: औषध करने वाला, जिसे रोगों का ज्ञान हो

हापादइया :: कातर क्रन्दन

हाबडु, हामडु :: ठोंकने के लिए मोचियों का यंत्र विशेष

हाबडु, हामडु :: साँट, साँति

हायल :: बीता हुआ

हारु :: हार, खेतों की दिशा

हारे-अटके :: आवश्यकता पड़ने पर

हारे-अटके :: हारे-खाँगे

हाल :: पहिया के ऊपर चढ़ी हुई लोहे की पट्टी; समाचार

हाली :: शीघ्र

हाहू :: कंस का प्रतीकात्मक नाम

हिंदवाना :: तरबूज

हिंदवाना :: कलिंदा

हिंवार :: बर्फी ली हवा

उड़ुस :: खटमल

उढ़र गंडा :: पुरूषों को दी जाने वाली एक गाली

उतकबु :: उलटकर खोलना या हटाना

उतन्ना :: कानों के ऊपरी हिस्से में पहनने का गहना

उतरंगु  :: दरवाजे की ऊपर की बेंड़ी लकड़ी या चौखट

उतरहरि :: उत्तर दिशा से आने वाली हवा

उतराबु :: पानी में ऊपर आना; घमन्ड करना

उतान :: पीठ के बल लेटने की अवस्था

उतारु :: आमादा; असम्मानित

उताहिल :: शीघ्रता करने वाला

हिंसका :: अपेक्षा, किसी के कार्य करने की प्रतीक्षा

हिंसका होरी :: एक-दूसरे को देखकर; दांजी-प्रतिस्पर्द्धा

हिकना :: निर्लज्ज

हिकमति :: बुद्धि, चातुर्य

हिंकारति :: अपयश, बदनामी

हिगरबु :: स्पष्ट होना, अलग मालूम पड़ना

हिगारबु :: अलग करना, छाँटना

हिट्ठि :: हठ

हिट्ठी :: हठी, हठ करने वाला

हितलगुआ :: हितैषी

हुतुआ :: मित्र, साथी

हिनमिनहा :: छोटा तथा दुबला-पतल

हिनवता :: नम्रता

हिपाजति :: देखरेख, सुरक्षा

हिब्बा :: दान

हिब्बानामा :: दानपत्र

हियाँ :: यहाँ

हियाब :: हिम्मत

हियारी :: स्मृति, समझ

हिरकबु :: जानवरों को खेद लाना

हिरगिज :: कतई, बिल्कुल

हिरास :: हताश

हिरिक :: छेककर

हिर्रोह :: कै करने की इच्छा

हिलक्वारबु :: पानी को हिलाना या शांति भंग करना

हिलगबु :: अटकना, लटकना

हिलगउबु :: लटकाना

हिलबु :: पशुओं या बच्चों का किसी के प्रति अधिक प्रेमाबद्ध या आकर्षित होना, हिलना

हिला :: बकरी को भगाने की आवाज

हिल्ला :: सम्बन्ध, सिलसिला, बहाना, रोजगार या व्यवसाय

हींक :: दुर्गन्ध, इच्छा

हींठबु :: बालकों का चलना

हींसा :: हिस्सा

हीक :: पूरी इच्छा

हीकाबोर :: जितनी इच्छा हो

हीर :: असली या बहुमूल्य भाग, हीर तत्त्व या सन का रेशा

हील :: गीला

हील :: ऐंड़ी

हीला :: ՙहिल्ला՚ देखिये

हुँकरबु :: गाय का बोलना

हुँकारी :: हाँ-हाँ करके दी गयी स्वीकृति, हामी; समर्थन

हुँड़ार :: पानी में रहने वाला एक प्रकार का साँप या मछली, जो प्रायः झुण्ड रूप में ऊपर मुँह करके कूदते तथा तैरते रहते हैं

हुँड़ी फूंदा :: गले के फीते की नोक की एक घुण्डी

हुँदी-तुंदा :: कहा-सुनी, रस्सा-कसी

हुक्केरी :: हुक्का पीने वाला

हुचकी :: हिचकी

हुच्चाति :: बहस, प्रवाद, तर्क

हुज्जती :: बहस या तर्ककरने वाला

हुड़कबु :: किसी की याद में विकल होना

हुड़दंगा :: व्यर्थ का शोरगुल या हँसी-मज़ाक

हुड़ी :: ऊँट

हुतका :: घूँसा

हुत्ता :: अउजी या बारी

हुड्यासबु :: सिर से धक्का देना

हुण्डा :: पानी पीने में प्रयुक्त मिट्टी का बर्तन

हुदकारबु :: प्रेरित करना

हुद्दा :: पद, ओहदा, अधिकार

हु-ठा :: साढ़े चार

हुन्नर :: गुण, विद्या

हुमकबु :: उल्लसित होना; उछलना, ठुमकना; उठना

हुमसबु :: उठना

हुम्मी-हुम्मा :: एक-दूसरे को खूब मारने की प्रतिस्पर्द्धा

हुरफबु :: डाँटना, फटकारना

हुरमत :: हिम्मत

हुरमति :: इज्जत

हुराह :: तंग, कोताह, कम

हुरिउबु :: बाध्य करना, ढकेलना, प्रोत्साहित करना

हुर्र :: गायब, लुप्त

हुरीह :: नर जानवरों को सहवास हेतु प्रेरित करने की आवाज

हुर्राबु :: दौड़ पड़ना, विरोध में बोल पड़ना

हुलकारबु :: प्रेरित करना

हुलसबु :: प्रसन्न या उत्साहित होना

हुलास :: प्रसन्नता, उल्लास

हुलिया :: व्यक्तिगत चिह्न, मुखमण्डल; -बिगारबु- (मु.) "चेहरे का रंग फीका कर देना"

हुलुका :: बीमारी

हुलुका :: हुलका

हुलुम-दुलुम्मा :: आन्दोलन, विप्लव

हुवाँ :: वहाँ

हुसकउबु :: प्रेरित करना, भगाना

हूँचा :: कुहनी का धक्का

हूक :: दर्द, जो रह-रहकर उठे; आवाज

हूरा :: लाठी का मोटा वाला सिरा

हूल :: झटके का दर्द

हूलबु :: चुभो देना, धक्का दे देना

हूस :: उजड्ड, बेढंगा

हूही :: अफवाह, झूठी खबर

हेंत :: प्रेम, वास्ते, लिए

हेकड़ी :: गर्व, अकड़

हेकड़ी :: हिम्मती

हेङा :: जुते खेत की मिट्टी बराबर करने में प्रयुक्त लकड़ी का पाटा

हेठ :: नीचा

हेठी :: अपयश, बदनामी

हेमु :: सोना; गरिमा

हेरवउबु :: खो देना, ढुँढ़वाना

हेरानि :: खोयी हुई

हेल :: जिसकी कोई चिन्ता न करे, निराद्रित

हेल :: नर्क ओला

हेला :: मेहतर, झुण्ड

हेली :: बैलों का झुण्ड

हेवँ :: बैलों को रोकने की बोली

उतीरा :: तरीका

उतेर :: ज्वार, बाजरा या अरहर का खेत

उत्तू :: कुटा-पिटा हुआ कच्चा चमड़ा

उत्थिर :: उस जगह

उदंत, उदत्त :: जिस (पशु) के जन्मजात दाँत मौजूद हों अर्थात, गिरकर पुनः न निकले हों

उदगरबु :: जोश में आना, सीमा के बाहर आ जाना

उदबस :: सुख से बैठे रहने में विघ्न

उदम :: परिश्रम, काम

उदमादा :: उद्यत, तैयार, आसक्त

उदहबु :: हाथ से पानी निकालना

हेवंत :: हेमन्त ऋतु

हेवंत :: ह्यावँत

हैंचल :: जो कष्ट सह सके

हैकड़ :: शक्तिशाली, परिश्रमी, दुःख या विरोध का सामना करने वाला

हैबति :: आश्चर्यजनक घटना

हैराठिया :: जो कठिन से कठिन कार्य कर सके

हैवान :: पशु

हैहँस :: निरन्तर या छोटे-छोटे कष्ट

होनी :: भवितव्यता

होबिता :: भावी घटना

होबिता :: होनी

होरसा :: छोटी पत्थर की चौकी, जिस पर चन्दन आदि घिसा जाता है

होरिल :: बालक

ह्याँवतु :: हेमन्त ऋतु

ह्याला :: झुण्ड, समूह

ह्वार :: आदि, वगैरह

ह्वारा :: भुने हुए हरे चने के बूट (फलियाँ)

ह्वारा :: होला

ह्वाहरि :: शोरगुल

उदुम्बर :: गूलर

उधध :: फीका

उधान :: उद्यत, उन्मत्त

उधाबु :: किसी कार्य या आदत में अति करना; अधिक उत्पात करना

उधिराबु :: छेड़छाड़ करना, दूसरों को तंग करके स्वयं दुःख उठाना

उधुआँ :: व्यर्थ

उनरबु :: ऊपर आना, उबर जाना, उखड़ना

उनारबु :: उखाड़ना

उन्दा :: बढ़िया

उपछबु :: फटक-फटक कर साफ करना; पानी में साँस न ले पाने से तिलमिलाना

उपधिया :: ब्राहमणों की एक उपजाति

उपरदरा :: तनख्वाह के अलावा

उपरदेसिया  :: जुते खेत में बीज बिखेरकर केवल पाटा चलाकर छोड़ने की विधि

उपरहरि :: अपेक्षाकृत ऊँचा क्षेत्र या हार

उपरहितु :: पुरोहित; संस्कार सम्पन्न कराने वाला ब्राहमण

उपरी  :: गोबर की बनी हुई मोटी-मोटी खपटियाँ, जो लाने के काम आती हैं

उपरसंसी  :: ऊपर से साँस नीचे हो जाना

उपरौर  :: कन्डों (उपलो) का पर्वताकार सुडौल ढेर

उपल्ला :: कपड़े का ऊपरी भाग

उपसहा :: व्रत रखने वाला

उपाटु :: अटपटापन

उपास :: व्रत, भोजन न करने का दिन

उफनाबु :: नदी आदि का जल ऊपर को चढ़ना, हिलारें मारना

उफरबु :: अकस्मात मर जाना

उबका :: रस्सी का वह फंदा, जिससे लोटा आदि फाँसकर पकड़ा जाता है

उबराबु :: कुएँ आदि का पानी बढ़कर ऊपर आना

उबहनि :: कुआँ से पानी खींचने में प्रयुक्त मोटी रस्सी

उबहा :: (ईख का रस भरने का) मटका

उबीध :: सुन्दर, उत्तम

उमथबु :: मथकर बाहर निकालना (पानी आदि)

उमथ्याबु :: मिचलाना

उमस :: बिना हवा की गर्मी

उमहबु :: घिर आना (बादल)

उमाँह :: उमंग, उत्साह

उमानबु :: आदमी के शरीर की नाप लेना

उमासबु :: जरा से उठाना

उमेद :: आशा, उम्मीद

उम्बी :: गेहूँ की भुनी हुई बाल

उरकी :: पतावर का झुरमुट

उम्याड़बु :: अस्वीकृत करना छोड़ना

उरगह :: मुक्ति (सूर्य अथवा चन्द्रमा की ग्रहण से) उरगा

उरठ :: सूखा, नीरस

उरिन :: ऋणमुक्त

उरुम्बु :: ढेर

उरेहबु :: चित्रित करना

उर्द :: उड़द, माष

उर्याहबु :: निर्मित करना, बनाना

उर्सी :: समाप्त, बाजार आदि का पूरा हुआ समय

उलका :: पिण्ड

उलका :: उतावला, उलकी धेरिया उलको दमाद, नाचे धेरिया गावें (द्याखें) दमाद

उंलका-पत्तर :: उत्पात, गड़बड़

उलझा :: पीछे का डाला हुआ मिट्टी का ढेर

उलदबु :: (बर्तन में रखी चीज को) उलट देना, जैसे पानी, दूध, अनाज आदि ।

उलदाबल्दु :: उलट-फेर, इधर-उधर

उलदु :: अत्यधिक, अधिक

उलरबु :: चिढ़ना; उछलना

उलरुआ :: उलार होने पर नीचे जाने से गाड़ी को रोकने के लिए पीछे की ओर लगायी जाने वाली लकड़ी

उललाबु :: अति उत्साहित होना

उलहबु :: पानी की आपूर्ति के बावजूद बिना पके फसल सूखना

उलारबु :: उछालना

अइपनु  :: हल्दी और चावल का पिसा हुआ घोल

अइबी  :: दुर्गुणी, ऐबवाला

अइया :: पति अथवा पिता की माँ; पितामह की माँ

अइल्याबु  :: मुरझाना

अइसी :: इधर

अइसै :: ऐसेही

अई :: कमी, अभाव

अउँकरि :: गर्वीली बात; कड़वी बात

अउँकी-बउँकी :: बेसिर-पैर की बात; इधर-उधर की या टालने की बात

अउँगबु  :: धुरी में तेल आदि लगाना;-नु

उल्था :: उलटा जवाब

उल्ल :: असंतुलित

उल्ला :: बुरे काम के लिए प्रोत्साहन

उवादा :: वादा

उवारबु :: सिर के ऊपर घुमाना

उसकिना :: घास का मुट्ठा, जिससे बर्तन मांजा जाये

उसकिना :: जूना

उसवाङ :: स्वाँग

उसार :: घर का सारा सामान

उसियार :: कूड़ा-करकट

उसिजबु :: उबल जाना

उसिनबु :: उबालना (चावल, आलू आदि)

उसीका :: लिखित ठेका या अन्य कार्रवाई

उसीयति :: उत्तराधिकार, इच्छा-पत्र

उसीला :: ठौर, सिलसिला, सम्बन्ध; सिफारिश

उसूल :: कायदा, सिद्धान्त

उहवाँ :: फसल

ऊकड़-बाकड़ :: अंड-बंड, अपशब्द

ऊकबीक :: परेशान

ऊकर :: एक घास या खरीफ की फसल का खर-पतवार

ऊखाहरन :: लम्बी चौड़ी कथा; निरर्थक बात; वाणासुर की कन्या उषा का श्रीकृष्ण के पौत्र अनिरुद्ध द्वारा हर ले जाने की कथा

ऊढ़ :: बेनाम का मनुष्य (काम न करने वाला)

ऊत :: एक प्रकार का भूत; विचित्र पुरुष

ऊथल :: छिछला, उथल़ा

ऊदी :: हल्की ललाई लिये हुए काले रंग की

ऊमडाम :: दिखावा, उत्साह

ऊहि :: स्मृति (बचपन की )

एँडा :: पैर या जूते का पिछला भाग

एकंगा :: एक अंग वाला, असन्तुलित

एकदन्तबाद :: एकान्तवास

एकदरा :: वह कमरा, जिसमें एक द्वार हो पर किवाड़ न हों

एकनध, एकनहरि :: हल जोतते समय एक बैल पर रखा गया पूरे हल का भार

एकलंगी :: तरफदारी, पक्षपात

एकसाँ :: संगठित, समान

एकहयँ :: एकजुट, एक

एखत्थी :: एक ही व्यक्ति द्वारा दुही जाने वाली (भैंस आदि); एक हाथ वाली; एक हत्थी

एजाँ :: इस स्थान का

एटुका :: बहुत से पानों का बंधा गट्ठर

एठाई, एठियाँ :: इसी स्थान पर

एड़ा :: थूनी का जमीन में गड़ा व हुआ निचला भाग

एहर :: इधर

ऐन मौके :: ठीक या उचित समय, अवसर

ऐबी :: दोषी; शैतानी करने वाला

ऐबु :: दोष, दुर्गुण

ऐबु लगउबु  :: व्यभिचरण दोष लगाना

ऐरन :: कानों में पहनने का गहना

ओंका-बोंका :: एक खेल, जिसमें बच्चे हाथ की मुट्ठियाँ बाँधकर ऊपर नीचे रखकर कहते हैं-ओंका-बोंका तीन तिलोका लैया लाती चंदन काती

ओंड़ा :: वह बड़ी कौड़ी, जिससे खेल में ढाही मारी जाती है

ओइँठि :: पानी देने के बाद खेतों में जोतने योग्य हुई मिट्टी

ओइना :: परेशान (मु.) गाँड़ि ओइना होना-अत्यधिक परेशान होना

ओइना :: सुतली कातने का एक साधारण काष्ठ का यंत्र

ओइसी :: उधर; उंघे

ओकलाई :: उलटी, मिचली

ओखम :: गर्मी

ओखरी :: जमीन में बनाया गया पत्थर का पात्र, जिसमें अनाज कूटा जाता है; गाली

ओगरोधा :: पानी निकालने के लिये कुएँ की खुदाई का काम

ओगे :: सुविधा से या सुविधाजनक

ओछर :: नीच, ओछा

ओजा :: घट-बढ़

ओझबु :: फँस जाना (विशेषतक कीचड़ य़ा दलदल में)

ओझाई :: भूत उतारने की प्रक्रिया

ओड़इला :: बचायी हुई घास

ओड़ा :: बड़ा टोकरा

ओड़ान :: कुएँ का वह स्थान, जहाँ पुरवट का पानी गिरता है

ओढ़र :: बहाना; आरोप

ओढ़री :: अनब्याही पत्नी

ओत :: बहाना; आलस्य

ओती :: आलसी

ओदारबु :: बनाना, नष्ट करना

ओदी  :: कलम (पेड़ पौधों आदि की); चर्म रोग विशेष

ओदु  :: मिट्टी की नमी

ओनउबु :: पाटा से खेत कसने केबाद जुताई करना

ओनउबु :: सुनना

ओनाबु :: सुनना, ध्यान देना

ओन्हबु :: रस्सी से बाँधकर नीचा कर देना (छप्पर आदि)

ओपु :: उचित जानकारी; किसी घटना का हालचाल

ओफाँ :: लाभ, उन्नति (स्वास्थ्य में); प्रोत्साहन

ओबर :: मिलिट्री जूते में लगने वाली अगली ठोकर

ओबरि :: बैठक का सुन्दर स्थान

ओबरी :: ऐसी कोठरी, जिसमें हवा और रोशनी के लिए रास्ता न हो

ओबा :: घोर संक्रामक बीमारी; जैसे-हैजा आदि; इसे दैव प्रकोप समझकर ՙओबा माई՚ (जैसे-माता, शीतला माता, काली माई आदि) कहा जाता है

ओरखबु :: ध्यान देना; बात सुनना

ओरहनु :: उलाहना

ओरा :: ओला; कमी

ओल्हौरी :: दाल भरी पूड़ी

ओसउबु :: अनाज साफ करने के लिए किसी पात्र में भरकर हवा में थोड़ा-थोड़ा गिराना; वसउबु

ओसरी :: बारी

ओसहनु :: वह अनाज, जो ओसाया जाये

ओसारु :: बरामदा

ओहँटी :: सिंचाई की सुविधा हेतु बनाई गई बड़ी क्यारी

ओहारबु :: लकड़ी का बसुला से छीलना; मारने हेतु (हाथ या पाँव) उठाना

औंकर :: पशु का आँव नामक रोग, पेचिस

कँकना :: हाथ का गहना

कंकाला :: झगड़ालू; कर्कश

कंकाली :: एक घुमक्कड़ जाति के लोग, जो शिकार करते, भीख माँगते और गाते फिरते हैं (शायद ये लोग किसी समय शिव उपासक और कंकाल के पुजारी थे)

कँखरी :: काँख

कंगड़ि, कंगनी :: नदी आदि के कटाव से निर्मित किनारे की धार; कगार; चबूतरा आदि का किनारा

कंगला :: दरिद्र लोग, जो बिना आमंत्रण, विवाह अथवा तेरहवीं आदि अवसरों पर खाने के लिए पहुँच जाते हैं

कंगही :: कपड़ा बुनने की हस्त मशीन में प्रयुक्त छिद्र युक्त, पट्टी जिसमें तागा फँसाया जाता है

कंगा :: बिना बुलाये खाने के अवसर पर पहुँच जाने वाला व्यक्ति

अउँगबु  :: अउँगने में प्रयुक्त सामान

अउँघाई :: नींद

अउँठा :: अंगूठा

अउँधबु :: उलट जाना, उलट देना

अउँधी :: आग रखने में प्रयुक्त मिट्टी का पात्र; निआई

अउँसा :: नये अन्न का वह अंश, जो दान में दिया जाता है

अउगी :: बैल आदि हाँकने में प्रयुक्त डण्डी

अउचटि :: विपत्ति

अउजन :: अकेला, निराश्रित

अउजी :: स्थानापन्न, बदले में


स्रोत

[सम्पादन]