विक्षनरी:पुरावनस्पतिविज्ञान परिभाषा कोश
Abaxial - अपाक्ष
- अक्ष से दूर वाली दिशा में स्थित, जैसे निचली सतह अथवा उस पर स्थित अंग। उदा. ऐंड्रोस्ट्रोबस की गुरुबीजाणुधानी।
- विप.अभ्यक्ष (adaxial)
Abiocaulis - ऐबायोकॉलिस
- शंकुधारी पादपों के चीड़ कुल (पाइनेसी) का एक अनंतिम वंश। क्रिटेशस युग के ये तने लम्बे तथा कुंडली क्रम से लगे पर्णाधार वाले होते हैं।
Abporal lacuna - अपछिद्री रिक्तिका
- अंकुरण-छिद्र की विपरीत दिशा में स्थित किसी दूसरे छिद्र के चारों ओर की रिक्तिका।
Abott[transfer]method - ऐबट स्थानान्तर विधि
- शैल आधात्री में अन्तर्निहित पादय संपीडाश्मों को निकालने की एक विधि। इस विधि में संपीडाश्म के ऊपर नाखून के पालिश तथा शीट ऐसीटेट का लेप किया जाता हैं और सूखने पर इस लेप की परत को खींच कर उसके साथ संपीडाश्मों को बाहर निकाल लिया जाता है।
Abscission - चिलगन
- किसी पादप अंग का अपने संलग्न स्थान से अलग हो जाना; जैसे पत्ती का तने से।
Acaulangium - ऐकॉलेंजियम
- पर्णांगों के मैटेरिएलीज गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के सिनेंजियम आधारित इस वंश में वृन्तहीन तथा अंडाकार सिनेंजियम 4-6 बीजाणुधानियों के जुड़ जाने से बने होते हैं।
Acetolysis method - ऐसीटोलिसिस विधि
- सूक्ष्म जीवाश्मों के अध्ययन की विधि, जिसमें कार्बोहाड्रेट अंश को हटा कर परमाणु के बाह्यचोल (एक्सइन) को स्पष्ट कर दिया जाता है।
Acolpate - अकॉल्पसी
- (परागाणु) जिसमें कॉल्पस नहीं हों।
Acritarch - ऐक्रीटार्क
- अनिश्चित बंधुता के एककोशिकीय जीव। इन की दृढ़ भित्ति कई प्रकार से अलंकृत होती है।
Acrodromous - अग्रेयुक्त
- (शिराविन्यास) जिसमें एक से अधिक मुख्य शिराएँ अभिसारी चाप-सा बनाकर अग्रक पर मिल जाती हैं।
Acrolamclla - अग्रवर्ध
- मार्सीलिया कुल के गुरुबीजाणुओं के सिरे पर पेरिस्पोर का उदृर्ध।
Acropetiolar - वृन्ताग्री
- (ग्रंथियाँ) जो पर्णवृत के फलक के आधार पर स्थित हों।
Acrostichum - ऐक्रोस्टिकम
- पर्णांगों के पॉलीपोडिएसी कुल का एक वंश। इओसीन युग के इन पादपों के खड़े राइजोमों में बड़े बड़े पर्णवृन्त होते हैं।
Actinodromous - अरसम
- (शिराविन्यास) जिसमें तीन या अधिक मुख्य शिराएँ फलक के आधार से निकल कर एक बिन्दु पर अभिसरण नही करतीं।
Actinostele - अररंभ
- आदिरंभ (प्रोटोस्टील) का एक प्रकार जिसमें दारु तारकाकार दीखता है।
Acuminate - लम्बाग्र
- (पत्ती का नुकीला सिरा) जो दो अवतल बक्र रेखाओं का मिलन बिन्दु हो।
Acusporide - सूचिमय
- (परागाणु मित्ति) जिसमें सुई जैसे उद्धर्ध हों।
Acute - निशिताग्र
- (पत्री) जिसका नुकीला सिरा दो – ऋजुरेखाओं का मिलन बिन्दु हो।
Adaxial - अभ्यक्ष
- अक्ष की ओर की दिशा में स्थित, जैसे ऊपरी सतह या उस पर स्थित अंग। उदा. आर्किऔप्टेरिडेलीज की बीजाणुधानी।
- विप. अपाक्ष (adaxial)
Aerenchyma - वायूतक
- वातावकाश वाले ऊतक, जैसे कि बीजी पर्णांग पेरिऐस्टॉन या ऐइरोकार्टेक्स के वल्कुट (कार्रेक्स) में पाए जाते हैं।
Affinity - बंधुता
- दो भिन्न टैक्सोनों के बीच की समानता।
Alatocarpus - ऐलेटोकार्पस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पमोप्सिडा वर्ग का एक अनंतिम वंश। पर्मियन युग के ये बीज चपटे होते हैं।
Aldanophyton - ऐल्डैनोफाइटॉन
- संवहनी पादपों का एक वंश जिसे विभिन्न वैज्ञानिकों ने अलग अलग गणों में रक्खा है। कैम्ब्रियन युग के ये पौधे सबसे पुराने संवहनी पादप हैं। प्ररोह में लघुपर्ण होते हैं तथा जननांग अभी तक नहीं मिल पाए हैं।
Alete - अरहीन
- (परागाणु) जिसमें चतुष्क (टेट्रैड) का चिह्न न हो।
Aletes - एलिटीज
- महाप्रभाग्र वैरीजमितान्टीज का एक प्रभाग; जिसके सदस्यों में चतुष्क (टेट्रैड) चिह्न नहीं होता।
Aletesacciti - ऐलेटीसेक्काइटी
- प्रभाग सेक्काइरीज का अधोप्रभाग जिसके सदस्य ऐसे एककोशिकीय पराग होते हैं जिनमें चतुष्क आदि कोई भी चिह्न नहीं होता।
Alethopteris - ऐलीथॉप्टेरिस
- पैलियोजोइक युग के पर्णांगवत् पर्ण समूह का वंश। ये पर्ण बहुशः पिच्छकित (पिन्नेट) होते हैं। ये मंडुलोसा जैसे टेरिडोस्पर्मो की पत्तियाँ हैं।
Algae - शैवाल, एल्गी
- क्लोरोफिल धारी थैलोफाइटा। ये प्रीकैम्ब्रियन युग में उदित हुए और आज तक वर्तमान हैं। इनके कई जीवाश्मी सदस्य हैं तथा चूनापत्थर व पैट्रोलियम के निर्माण में इनका योगदान है। प्रमुख जीवाश्मी वंश ये हैं- हैलीमेडा, पार्किया, सोलीनोपोरा, पैलियोपोरेला, पैलियोकैरा, प्रोटोसैल्वीनिया तथा कई डाएटम वंश।
Algal limestone - शैवालीय चूना पत्थर
- कैल्शियम-स्रावी शैवालों से बना चूना पत्थर।
Algal reef - शैवाल भित्ती
- शैवालों के अवशेष से बनी हुई भित्ति जैसी चट्टान।
Alisporites - ऐलीस्पोराइटीज
- उपप्रभाग, डाइसैक्काइटीज ऐब्सट्रियाटीज का एक वंश।
Allochthonous - अपरस्थानिक
- (कोयला आदि) जिसके मुख्य घटक अन्यत्र निर्मित होकर किसी दूसरे स्थान पर निक्षेपित हुए हों।
Alloiopteris - ऐलॉईऑप्टेरिस
- पैलियोजोइक युग के पर्णांगवत् पर्ण समूह का एक वंश। ये पत्रियाँ त्रिशः पिच्छकित होती हैं, पिच्छक एकान्तर क्रम से लगे होते हैं तथा पिच्छक की शिरा दो या तीन बार शाखित होती है। माना जाता है कि ये कोरीनीप्टेरिस नामक पादप की पत्तियाँ हैं।
Alternate - एकान्तर
- (1) (पत्तियाँ) जो तने पर विभिन्न स्तरों पर विपरीत दिशा में निकलती हैं।
Altitude - ओल्टीट्यूड, प्ररेखा
- कुछ परागाणुओं में सल्कस को घेरने बाली एक रेखा, जो बाह्यचोल (एक्साइन) का प्रवर्ध होती है।
Amb - परिरेखा, ऐम्ब
- किसी एक ध्रुव को ऊपर रखते हुए दिखने वाली परागाणु की परिधि।
Ambi aperturate - उभय रंध्री
- (परागाणु) जिसमें निकटस्थ और दूरस्थ दोनों भागों में रन्ध्र हो।
Ambitus - रूपरेखा
- 1. पत्ती आदि अंगों की स्थूल आकृति।
Amphianisocytic - उभय असमान कोशिक
- (रंध्र सम्मिश्र) जिसमें सहायक कोशिकाएँ असमान आकृति की हों तथा उनकी दोहरी कतारें हों।
Amphibrachyparacytic - उभय लघु पराकोशिक
- (रंध्र सम्मिश्र) जिसमें दोनों दिशाओं में दो दो सहायक कोशिकाएँ हों किन्तु वे द्वार कोशिकाओं को पूरी तरह नहीं घेरती हों।
Amphicyclocytic - उभय चक्र कोशिक
- (रंध्र सम्मिश्र) जिसमें सहायक कोशिकाओं के दो चक्र द्वार कोशिकाओं को घेरे रहते हैं।
Amphidiacytic - उभय पारकोशिक
- (रंध्र सम्मिश्र) जिसमें सहायक कोशिकाएँ द्वार कोशिकओं के आरपार समकोण बनाती हुई स्थित हों तथा उनकी दुहरी कतार हो।
Amphiparacytic - उभय पराकोशिक
- (रंध्र सम्मिश्र) जिसमें दोहरी कतार में ऐसी सहायक कोशिकाएँ हों जिनके लम्बे अक्ष द्वार कोशिकाओं के लम्बे अक्ष के समान्तर हों।
Amphipericytic - उभय परिकोशिक
- (रंध्र सम्मिश्र) जिसमें द्वार कोशिकाओं को घेरने वाली अकेली सहायक कोशिका स्वयं दूसरी सहायक कोशिका से पूरी तरह से घिरी हो।
Amphiphloic - उभय फ्लोएमी
- (रंभ) जिसमें दारु (जाइलम) के दोनों ओर फ्लोएम होता हो, जैसे सारोनियस के तने में।
Amphistomatic - उभय रंध्री
- (पत्र दल) जिसकी दोनों सतहों में रंध्र हों।
Amyelon - ऐमाइलॉन
- संवहनी पादपो के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कार्डेटेलीज गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग की ये जड़ें बहुत शाखित होती हैं।
Anacardites - ऐनाडाईटीज़
- संवहनी पादपो के ऐंजिओस्पर्मोप्सिडा वर्ग के ऐनाकार्डिएसी कुल का एक अनंतिम वंश। तृतीयक युग की ये पत्तियाँ आधुनिक वंश एनाकार्डियम सरीखी होती हैं।
Anachoropteridaceae - ऐनाकोरोप्टेरिडेसी
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग का एक कुल।
- कार्बनी-पर्मियन युग के इस कुल के सदस्यों के पर्णवृत्तों में C आकार के आरेख (ट्रेस) अपाक्षतः वक्र होते हैं।
Anachoropteris - ऐमाकोरोप्टेरिस
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के ऐनाकोरोप्टेरिडेसी कुल का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के ये पर्णवृन्त टयूबीकॉलिस तनों पर लगे मिले हैं।
Anacolpate - उपरिकॉल्पसी
- (परागाणु) जिसमें ऊपरी सिरे पर कॉल्पस हो।
Anaporate - उपरिछिद्री
- (परागाणु) जिसमें ऊपरी सिरे पर छिद्र (पोरस) हो।
Androstrobus - ऐन्ड्रोस्ट्रोबस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के साइकेडेलीज गण का एक अनंतिम वंश। जुरैसिक युग के इन पुम् शंकुओं में लघुबीजाणुपर्ण सर्पिल क्रम से लगे रहते हैं।
Aneurophytales - ऐन्यूरोफाइटेलीज
- संवहनी पादपों के प्रोजिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक गण। डिवोनियन युग के इन पौधों में शाखाओं का त्रिविम विस्तार होता है।
Aneurophyton - ऐन्यूरोफाइटॉन
- संवहनी पादपों के प्रोजिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के ऐन्यूरोफाइटेलीज गण का एक वंश। डिवोनियन युग के इन पादपों में समबीजाणवी बीजाणधानियाँ होती हैं।
Angara flora - अंगारा वनस्पटिजात
- मध्य और पूर्वी साइबेरिया का पैलियोजोइक युग का एक वनस्पतिजात जिसके मुख्य सदस्य थे कलिप्टेरिस व अल्मानिया।
Angiospermopsida - ऐंजियो स्पमोंप्सिडा
- संवहनी पादपों का एक वर्ग जिसकी विशेषता है अण्डाशय तथा बीज का आवृत होना। ये आवृतबीजी पौधे मीसोजोइक युग के अन्त में उपजे माने जाते हैं और आज विश्व के प्रमुख पौधे बन गए हैं।
Angiosperms - आवृतबीजी
- ऐंजिओस्पर्मोप्सिडा वर्ग के सदस्य, जिनका मुख्य लक्षण है बीज का आवृत होना। दे .angiospermy
Angiospermy - आवृतबीजिता
- वे लक्षण समूह जो किसी पौधे को आवृत बीजी की संज्ञा दिलवाते हैं। इनमें मुख्य लक्षण हैं दुहरा निषेचन तथा भ्रुणकोष का होना। इन लक्षणों का जीवाश्मी अवस्था में मिलना संभव नहीं। अन्य लक्षण जो पाए जा सकते हैं वे हैं- अण्डाशय का आवृत होना, दारु में वाहिकाओं का होना तथा पराग में टेक्टम का होना।
Angulaperturate - कोणरंध्री
- (परागाणु) जिसमें परिरेखा के कोणों पर रंध्र हो।
Angustimurate - संकीर्ण म्यूरसी
- (परागाणु) जिसमें म्यूरस सँकरे हों।
Anisocytic - असमान कोशिका
- (रंध्र सम्मिश्र) जिसमें तीन सहायक कोशिकाएँ द्वार कोशिकाओं को घेरे रहती हैं।
Anisopolar - असमध्रुवी
- (परागाणु) जिसमें दो ध्रुव एक से नहीं हों जिस कारण परागाणु को दो समान भागों में विभाजित न किया जा सके।
Anisospores - असमबीजाणु
- विषम बीजाणवी अर्थात दो प्रकार के बीजाणु उत्पन्न करने वाले पौधों में पाए जाने वाले भिन्न प्रकार के बीजाणु। इनमें बड़े वाले गुरु बीजाणु तथा छोटे लघु बीजाणु कहलातें हैं।
Ankyropteris - एन्काइरॉप्टेरिस
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के जाइगोप्टेरीडेलीज गण का एक वंश। कार्बनी युग के इन पौधों के पर्ण वृन्तों के आरेख H आकार के दिखते हैं।
Annual rings - वार्षिक वलय
- काष्ठिल पौधों के तने के आड़े काट में दिखने वाले दारु (जाइलम) के छल्ले। प्रति वर्ष एक बनने वाले इन छल्लों की संख्या वृक्ष की संनिकट आयु बतलाती है।
Annulate - वलयित
- (अंग) जिसमें प्रायः उभरा हुआ छल्ले सरीखा भाग होता है।
Annularia - एन्यूलेरिया
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग के इक्वीसिटेलीज गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग की केवल एक शिरा वाली ये पत्तियाँ 8 से 32 तक एक चक्र में स्थित होती हैं।
Annulotrile - सवलय त्रिअरी
- (परागणु) जिनमें रंध्रों का एक वलय तथा तीन अरों वाला चिह्न, दोनों ही हों।
Annulus - वलय
- पादप शरीर का कोई छल्ले जैसा अंग, जैसे :-
- 1. मॉस के संपुट के सिरे के नीचे कोशिकाओं का छल्ला जिसके सूख जाने के कारण संपुट का धक्कन गिर पड़ता है।
Anomocytic - अभिन्न कोशिक
- (रंध्र सम्मिश्र) जिसमें सहायक कोशिकाएँ सामान्य बाह्यत्वचीय कोशिकाओं से भिन्न नहीं होती हैं।
Anomotetracytic - अनियमित चतुष्कोशिक
- (रंध्र सम्मिश्र) जिसमें द्वार कोशिकाओं को घेरने वाली चारा सहायक कोशिकाएँ नियमित रूप से विन्यस्त नहीं होती हैं।
Anomozamites - ऐनोमोजैमाइटीज
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के बैनेटाइटेलीज गण का एक अनंतिम वंश। मासोजोइक युग की इन पत्तियों में पंखदार वृन्त होता है। माना गया है कि ये पत्तियाँ बीलैन्डिएला की हैं।
Anteturma - महा प्रभाग
- विकीर्ण परागाणुओं के कृत्रिम वर्गीकरण में प्रयुक्त सबसे बड़ी कोटि उदा. प्रोक्सीमेजर्मिनान्टीज।
Antevsia - ऐम्टीवजिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कीटोनिएलीज गण का एक अनंतिम वंश। ट्राइएसिक युग के इन परागधारी अंगों में छोटी-सी पिच्छिका के एक तरफ कोश (सैक) होते हैं।
Anthophyta -- ऐंथोफाइटा =Angiospermopsida
Anthropogene - ऐंथ्रोपोजीन =Quaternary
Aperture -
- परागाणु के वाह्यचोल (एक्साइन) में अदृढ़ स्थान जहाँ से अन्दर के पदार्थ बाहर निकल सकते हैं। उदा. कॉल्पस, पोरस, सल्कस, रूगा।
Aperturate - द्वारकी
- (परागाणु) जिसमें द्वारक हों।
Aperturoid - द्वारकाभ
- (परागाणु क्षेत्र) जो द्वारक जैसा प्रतीत हो।
Apex field - शिखर क्षेत्र
- परागाणु के टोरस और शिखर के बीच का क्षेत्र।
Aphlebia - ऐफ्लेबिया
- कुछ पर्णांगों का पिच्छक जो असंगत आकार का होता है।
Apiculate - साग्रक
- (अंग) जिनमें स्पष्ट सिरा (अग्रक) हो।
Apiculati - एपीकुलाटी
- अधो प्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें सिरेदार अलंकार होते हैं।
Apiculati varia - ऐपीकुलाटी वेरिया
- उप अधो प्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें सिरेदार तथा विविध रूपी अलंकार पाए जाते हैं।
Apocolpium - अपकॉल्पसी क्षेत्र
- परागाणु के ध्रुवी प्रदेशों का वह क्षेत्र जहाँ पर कॉल्पस नहीं होते।
Apolar - अध्रुवी
- (परागाणु) जिसमें ध्रुव स्पष्ट न हों।
Apoporium - अपपोरसी क्षेत्र
- परागाणु के ध्रुवी प्रदेशों का वह क्षेत्र जहाँ पर पोरस नहीं होते।
Apoxogenesis - अग्रापजनन
- शाखाओं के सिरों पर रंभ का ह्रास जिसके फलस्वरूप दूरस्थ भागों में द्वितीयक दारु नहीं होता। यह अवस्था लेपिडोडेन्ड्रोन के अक्ष में पाई जाती है।
Appendiciferantes - ऐपेंडिसीफेरेन्टीज
- वह अधो प्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें उपांग (ऐपेन्डेज) होते हैं। उदा. इलेटरोस्पोराइटीज।
Apsil ate - अचिक्कण
- (परागाणु सतह) जो चिकनी न हो अर्थात् जिसमें अलंकरण हो।
Araliaephyllum - ऐरेलीफिलम
- आवृतबीजियों के ऐरेलिएसी कुल का एक अनन्तिम वंश। क्रिटेशस युग की ये पत्तियाँ इस कुल के वर्तमान सदस्यों की पत्तियों सरीखी हैं।
Araucariacites - ऐरोकेरियासिटोज
- 1. संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक वंश। मीसोजोइक युग के इन पराग कणों में कणमय अलंकरण होता है।
Arartrisporites - ऐरारट्राइस्पोराइटीज़
- अधोप्रभाग स्कल्पेटोमोनोलेटी का एक वंश।
Araucarioxylon - ऐरोकेरिऑक्सिलोन
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के शंकुधारी पादपों का एक अनंतिम वंश। मासोजोइक व तृतीयक युग के इन दारुओं की त्रिज्य भित्तियों में गर्त होते हैं।
Araucarites - ऐरोकैराइटीज
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के शंकुधारी पादपों का एक अनंतिम वंश। जुरैसिक युग के इन बीज – शंकु संमिश्रों में लिग्यूल वाले सहपत्र शल्क होते हैं।
Arberiella - आर्बेरिएला
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के ग्लॉसोप्टेरिडेलीज गण का एक अनंतिम वंश। पर्मियन युग के ये परागकोश प्लौसोथीका आदि वंशों में लगे हुए पाए गए हैं।
Archaeocalamites - आर्कियोकैलेमाइटीज
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग का एक वंश। डेवोनियन-पर्मियन युग के इन वृक्षसम पौधों के तनों में मज्जायुक्त नालरंभ (साइफोनोस्टील) होता है।
Archaeocycas - आर्कियोसाइकस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के साइकैडेलीज गण का एक वंश। पर्मियन युग के ये बीजाण्ड दो कतारों में स्थित होते हैं तथा बीजणुपर्ण का फलक आंशिक रूप से बीजाण्ड को ढके रहता है।
Archaeopteridales - आर्किओप्टेरिडेलीज
- संवहनी पादपों के प्रोजिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक गण। डिवोनियन युग के इन पौधों की शाखाएँ एक ही तल पर होती हैं, बीजाणुधानियाँ दो कतारों में होती हैं। इस गण में समबीजाणवी तथा विषमबीजाणवी दोनों प्रकार के सदस्य पाए जाते हैं।
Archaeopteris - आर्कियोप्टेरिस
- संवहनी पादपों के प्रोजिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के आर्केइऑप्टेरिडेलीज गण का एक वंश। डिवोनियन युग के इन पर्णों में बीजाणुधानियाँ गुच्छों में पाई जाती हैं।
Archaeosigillaria - आर्कियोसिजिलेरिया
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग का एक वंश। डिवोनियन-कार्बनी युग के इन पौधों के छोटे शाखित तनों में पत्तियाँ सर्पिल क्रम में लगी होती हैं।
Archaeosperma - आर्कियोस्पर्मा
- संवहनी पादपों के प्रोजिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक वंश। डिवोनियन युग के इन क्यूप्यूल धारी अंगों के सिरों में प्राक्बीजाण्ड होते हैं।
Archegonium - स्त्रीधानी
- ब्रायोफाइटा, टेरिडोफाइटा तथा कुछ संवहनी पादपों की स्त्री जननेन्द्रिय। यह एक प्लास्कनुमा अंग होता है जिसके निचले भाग में स्त्री युग्मक होता है।
Arctobaera - आर्कटोबायरा
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के गिंकगोएलीज गण का एक वंश। जुरैसिक युग की ये पत्तियाँ छोटी, रैखिक तथा अक्षतकोर होती हैं।
Arcus - चापिका
- दो छिद्रों के बीच दृढ़ीभूत सेक्साइन के मेहराब।
Area basalis -- आधारीय क्षेत्र
- = basal area
Area polaris - ध्रुवीय क्षेत्र =polar area
Areolate - क्षेत्रिकायुक्त
- (परागाणु सतह) जिसमें छोटे-छोटे वृत्ताकार या कोणीय आकृति वाले सेक्साइन के क्षेत्र हों।
Areole - क्षेत्रक
- पत्ती में शिराओं से घिरा हुआ सबसे छोटा क्षेत्र।
Arthrophyta - आर्थोफाइटा =Sphenophyta
Arthropitys - आर्थोपिटिस
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग का एक वंश। इन कार्बनी युग के तनों में मज्जा गुहा होती है।
Ashby cellulose film transfer method - ऐशबी सेलुलोज फिल्म स्थानान्तर विधि
- संपीडाश्मों को चट्टान से स्थानान्तरित करने की एक विधि। इसमें संपीडाश्म के ऊपर पील विलयन के लेप से एक मोटी परत बनाकर उसका स्थानान्तरण किया जाता है।
Aspidote - ऐस्पिसयुक्त
- (अंकुरण-छिद्र) जो ऐस्पिस से घिरे हों।
Aspis - ऐस्पिस
- परागाणु के अंकुरण-छिद्र को घेरे रहने वाले कवच जैसे क्षेत्र।
Asterophyllites - ऐस्टेरोफिल्लाइटीज
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग का एक वंश। कार्बनी युग की ये पत्तियाँ सुई जैसी होती हैं।
Asteroxyllales - ऐस्टेरॉक्सिलेलीज़
- संवहनी पादपों के जोस्टेरोफिल्लॉप्सिडा वर्ग का एक गण। डिवोनियन युग के इन पौधों की पत्तियाँ उद्वर्ध सरीखी होती हैं।
Asteroxylon - ऐस्टेरॉक्सिलॉन
- संवहनी पादपों के जोस्टेरोफिल्लॉप्सिडा वर्ग का एक वंश। डिवोनियम युग के ये पौधे लाइकोपोडियम सरीखे दिखते हैं।
Astromyelon - ऐस्ट्रोमाइलॉन
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिड़ा वर्ग का एक वंश। कार्बनी युग की इन जड़ों में मज्जा गुहा नहीं होती।
Asulcate - असल्कसी
- (परागाणु) जिनमें सल्कस न हों।
Atactostele - विकीर्ण रंभ
- एकबीजपत्री पादपों का रंभ जिसमें संवहन पूल बिखरे पाए जाते हैं।
Atinocytic - ऐटीनोसिटिक
- (रंध्र सम्मिश्र) जिसमें सहायक कोशिकाओं का चक्र द्वार-कोशिकाओं को घेरे रहता है।
Atrium - एट्रियम
- आन्तर ऐक्साइन (ऐन्डेक्साइन) के भीतरी छिद्र और बहिःऐक्साइन (ऐक्टेक्साइन) के बाहरी छिद्र के बीच का अवकाश।
Aulacotheca - ऑलैकोथीका
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक वंश। कार्बनी युग के इन परागधारी अंगों में बीजाणुधानियाँ आपस में जुड़ी होती हैं।
Auricle - कर्णाभिका
- कानसरीखा उद्धर्ध; जैसे ओटोजैमाइद्वीज के पिच्छक के आधार पर का उद्वर्ध।
Auriculate - कर्णाभिका युक्त
- (पत्तियाँ) जिनमें कान सरीखा उद्वर्ध हो, जैसे ओटोजैमाइटीज का पिच्छक।
Auriculati - ऑरीकुलाटी
- अधो प्रभाग जिसमें वे परमाणु सम्मिलित होते हैं जिनमें कान सरीखे उपांग होते हैं। उदा. कार्नीस्पोराइटीज्
Auritotrilites - ऑरीटोट्राइलाइटीज
- उप प्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें तीन अर तथा कर्णाभ उपांग होते हैं।
Autochthonous - स्वस्थानिक
- (कोयला आदि) जिसके मुख्य घटक जिस स्थान पर निर्मित हुए हों वहीं पर निक्षेपित हों।
- विप. allochthonous (अपस्थानिक)
Autumn wood - शरत् दारु
- शरत् ऋतु में बनने वाला दारु। इसकी कोशिकाएँ अपेक्षाकृत बसंत दारु की कोशिकाओं से छोटी होती हैं।
Axial bud theory - अक्षकलिका सिद्धान्त
- बीज के विकास का एक सिद्धान्त जिसके अनुसार पत्तियों से कवच (इन्टेग्यूमेन्ट) का तथा कलिका से गुरु बीजाणुधानी का विकास हुआ।
Axillocytic - ऐक्सिलोसिटिक
- (बहुकोशिकीय रंध्र सम्मिश्र) जिसमें सहायक कोशिका लगभग पूरी तौर से द्वार कोशिकाओं को घेरे रहती है।
Axis - अक्ष
- 1. पादप शरीर का मुख्य सीधा भाग, जैसे तना, जड़।
Axis aequatoralis - मध्यरेखीय अक्ष =equatorial axis
Axis genera - अक्ष वंश
- अक्ष के आधार पर ज्ञात अनंतिम वंश; जैसे लाइजीनॉप्टेरिस।
Azonales - ऐजोनेलीज
- प्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें जोना और मेखला नहीं होते।
Azonaletes - ऐज़ोनालेटीज़
- उप प्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें अर चिन्ह्न नहीं होता तथा साथ ही जोना, मेखला या गुंठिका भी नहीं होती।
Azonomonoletes - ऐज़ोनोमोनोलेटीज़
- उप प्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें अर चिह्नन तो होता है पर जोना नही होता।
Azonotrilites - एज़ोनोट्राइलाइटीज
- उप प्रभाग, जिससे वे परागाणु सम्मिलित हैं, जिनमें त्रिअर चिन्ह्न तो होता है किन्तु जोना और मेखला नहीं होते।
Bacula / baculae - बैकुला =baculum
Bacularium - सँवैकुला
- एक साथ जुड़े हुए कई बैकुलम।
Baculate - बैकुलामय
- (परागाणु भाग) जिसमें बैकुला हों।
Baculati - बाकुलाटी
- उपअधोप्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनके बाह्य चोल में बैकुला हों।
Baculum - बैकुला
- कोई छड़, विशेषतः सैक्साइन की, जो बाहरी अवयवों को सहारा देती है।
Baiera - बायरा
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के गिंकोएलीज गण का एक वंश। इन जुरैसिक युग के पौधों की पत्तियाँ कटीफटी होती है।
Balsam coating method - बाल्सम लेप विधि
- अपारदर्शी अश्मीभूताश्मों को परीक्षण के लिए तैयार करने की एक विधि। इसमें जीवाश्म के पतले तराश को टॉलुईन व कैनाडा बाल्सम से उपचारित किया जाता है।
Balsam transfer method - बालल्सम स्थानान्तर विधि
- पादप संपीडाश्मों को चट्टान से निकालने की एक विधि। इसमें नमूने को कैनाडा बाल्सम में डालकर और ठोस बनाकर, चट्टान अंश को अम्ल में घुला दिया जाता है।
Baragwanathia - बाराग्वानाथिया
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिड़ा वर्ग का एक वंश। इन साइल्यूरियन-डिवोनियन युग के लाइकोपोडियम सरीखे पौधों की बीजाणुधानीयाँ वृक्काकार होती हैं।
Barakaria - बाराकारिया
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग का एक वंश। इन पैलियोजोइक युग के पौधों के धारीदार तनों में पत्तियाँ तत्रों में होती हैं।
Barakaryoxylon - बाराकारियॉक्सिलॉन
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक वंश। इन पर्मियन युग के काष्ठों में ठोस रंभ होता है।
Barinophyton - बैरिनोफाइटॉन
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक वंश। इन डिवोनियन – कार्बनी युग के पौधों के विचित्र पत्रहीन खड़े अक्ष होते हैं।
Barren rock - जीवाश्महीन चट्टान
- चट्टान, जिनमें जीवाश्म नहीं पाए जाते।
Basal - आधारीय, आधारस्थ
- आधार से संबंधित या आधार से जुडा हुआ, जैसे-(शिराएँ) जो पत्ती के आधार से निकलती हैं; (बीजाण्ड) जो अण्डाशय के आधार पर लगे होते हैं।
Basal area - आधारीय क्षेत्र
- परागाणु सतह का वह क्षेत्र जहाँ पर संपर्की क्षेत्र न हो।
Basilaminar - पत्रदलाधारी
- (ग्रंथियाँ) जो पत्रदल के आधार पर अर्थात् उस स्थान पर हों जहाँ वृंत पत्रदल से जुड़ा होता है।
Beania - बिऐनिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के साइकैडेलीज गण का एक वंश। जुरैसिक युग के ये मादा शंकु निलम्बित होते हैं तथा छत्राकार गुरुबीजाणु पर्ण के सिरे पर दो वृत्ताहीन बीजाण्ड होते हैं।
Benneticarpus - बेनेटीकार्पस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक वंश। जुरैसिक युग के ये जायांग साइकस कुल के लक्षणों वाले होते हैं।
Bennettitales - बेनेटाइटेलीज़
- (1)= Cycadeoidales
Bicolpate - द्विकॉल्पसी
- (परगाणु) जिसमें दो कॉल्पस हों।
Binomen -- द्विपदी नाम =binomial name
Binomial name - द्विपदी नाम
- दो पदों वाला नाम, दे. binomial nomenclature
Binomial nomenclature - द्विपदी नाम प्रद्धति
- लिनीयम द्वारा प्रतिपादित जीव नामकरण की सर्वमान्य पद्धति जिसमें जीवों का नाम दो पदों में दिया जाता है। एक पद वंश (जीनस) का नाम तथा दूसरा पद जाति (स्पीशीज़) का नाम होता है। उदा. ऐन्यूलेरिया स्टेलेटा
Bisaccate - द्विकोषी
- (परागाणु) जिसमें दो वायुकोष होते हैं।
Biscalitheca - बिस्कैलीथीका
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग का एक वंश। पर्मियन -कार्बनी युग की ये बीजाणुधानियाँ केले के शक्ल की होती हैं।
Bisporangiate cone - द्विबीजाणुधानिक शंकु
- वह शंकु जिसमें नर और मादा दोनों प्रकार की बीजाणुधानियाँ पाई जाती हैं।
Bisulcate - द्विसल्कसी
- (परागाणु) जिसमें दो सल्कस हों।
Bitegmic - द्विकवची
- (बीजाण्ड या बीज) जिसमें कवच दो स्तरों वाला हो।
Bjuvia - ब्यूविया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के साइकेडेलीज गण का एक वंश। ट्राइएसिक युग के इन पादपों के दृढ़ तनों में पर्णाधार स्थिरलग्न होते हैं।
Bordered pit - परिवेशित गर्त
- अधिकांश काष्ठिल पौधों के अनुदारु तथा द्वितीयक दारु कोशिकाओं में गर्त, जो कोशिका भित्तियों के उठ जाने से किनारीदार दिखाई देते हैं।
Bothrodendron - बॉथ्रोडेन्ड्रॉन
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग का एक वंश। डिवोनियन युग के इन ऊँचे तनों में लिग्यूलधारी लघुपर्ण होते हैं।
Botrychiopsium - बॉट्रीकियोप्सियम
- कार्बनी युग का एक पर्णांगवत् पर्ण वंश। इन पत्तियों में मध्यशिरा नहीं होती।
Botrychioxylon - बॉट्रीकियोक्सिलॉन
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग का एक वंश। कार्बनी युग के ये तने आधुनिक वंश बौट्रीकियम सरीखे होते हैं।
Botryopteridaceae - बॉट्रियॉप्टेरिडैसी
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग का एक कुल जिसका प्रारूपिक वंश बौट्रियॉप्टेरिस हैं।
Botryopteris - बॉट्रियॉप्टेरिस
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के बौट्रियॉप्टेरिडेसी कुल का एक वंश कार्बनी युग के इन शोकों में पड़े राइजोंमों पर पर्ण सर्पिल क्रम से विन्यस्त होते हैं, रंभ सरल होता है तथा बीजाणुधानी गोल सी होती है।
Bowmanites - बोमैनाइटीज़
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग का एक वंश। कार्बनी युग के इन शंकुओं में सहपत्र जुडकर एक कीप सी बना देते हैं।
Brachyparacytic - लघुपराकोशिकीय
- (रंध्र सम्मिश्र) जिसमें दो सहायक कोशिकाएँ अपूर्ण रूप से द्वार कोशिकाओं को घेरे रहती हों।
Brachyparacytic dipolar - लघुपराकोशिकीय द्विध्रुवी (द्विध्रुवी)
- जिसमें दो छोटी पार्श्विक तथा चार बड़ी ध्रुवीय सहायक कोशिकाएँ द्वार कोशिकाओं को घेरे रहती हैं।
Brachyparaheacytic monoploar - लघु षट्पराकोशिकीय एकध्रुवी
- (रंध्र सम्मिश्र) जिसनें चार छोटी पार्श्विक तथा दो बड़ी ध्रुवीय कोशिकाएँ द्वार कोशिकाओं को घेरे रहती हैं।
Brachyparatetracytic - लघु पराचतुष्कोशिकीय
- ( रंध्र सम्मिश्र ) जिसमें दो छोटी सहायक कोशिकाएँ द्वार कोशिकाओं के समान्तर होती हैं और दो बड़ी कोशिकाएँ ध्रुवों पर स्थित होती हैं।
Brachyphyllum - ब्रेकीफिलम
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज गण का एक वंश। इन मीसोजोइक पत्तियों का आधारीय तल्प (कुशन) पत्ती की लम्बाई से भी अधिक चौड़ा होता है।
Brevicolpate - लघु कॉल्पसी
- (परागाणु ) जिसमें छोटे कॉल्पस हों।
Brevissicolpate - अतिलघु कॉल्पसी
- (परागाणु) जिसमें बहुत ही छोटे कॉल्पस हों।
Brochidodromous - ब्रोकिडोड्रोमस
- (शिरा विन्यास) जो वक्र कोर प्रकार का हो तथा जिसमें द्वितीयक शिराएँ आपस में मिलती हों।
Brochus - ब्रौकस
- परागाणु की जालिका के ताने बाने।
Bryophyta - ब्रायोफाइटा
- दे. Bryophyte
Bryophyte - ब्रायोफाइट
- लिवरबर्ट, मौस आदि के समूह ब्रायोफाइटा का कोई सदस्य। इसकी विशेषता है विकसित संवहन-तंत्र का अभाव तथा जीवाणु उद्भिद का युग्यकोद्भिद पर आश्रित होना।
Bucheria - बुखेरिया
- संवहनी पादपों के जोस्टेरोफिलोप्सिडा वर्ग का एक वंश। इन डिवोनियन पौधों में बीजाणुधानियाँ दो कतारों में होती हैं।
Bucklandia - बक्लैन्डिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक वंश। जुरैसिक युग के ये तने कदाचित साइकैडिऑइडेलीज गण के अनेक वंशों के हों।
bulk maceration - स्थूल मसृणन
- चट्टान से संपीडाश्मों को निकालने की एक विधि। इसमें समूचे चट्टान खंड को किसी आधात्री विलायक रसायन में डुबो दिया जाता है ताकि संपीडाश्म अलग हो सके।
Buriadia - बुरिआडिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक वंश। इन पर्मियन युग के पत्रिल प्ररोहों में पत्र विन्यास सर्पिल होता है तथा एकल सवृन्त बीजाण्ड प्ररोह में पार्श्विकतः विन्यस्त होते हैं।
Cainozoic - केनोज़ोइक
- = Cenozoic
Calamitaceae - कैलेमाइटेसी
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग के इक्वीसिटैलीज गण का एक कुल जिसका प्रारूपिक वंश केलेमाइटीज है।
Calamitean - कैलेमाइटीज़ संबंधी, केलेमाइटीज़ वत्
- कैलेमाइटीज संबंधी या केलेमाइटीज सरीखा।
Calamites - कैलेमाइटीज़
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग के इक्वीसिटेलीज गण के कैलेमाइटेसी कुल का एक वंश। कार्बनी युग के इन ऊँचे वृक्षों का तना पतला तथा जुड़ा हुआ होता है।
Calamocarpon - कैलैमोकार्पोन
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के ये शंकु विषमबीजाणवी होते हैं।
Calamodendron - कैलैमोडेन्ड्रॉन
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग के इक्वीसिटेलीज गण का एक वंश। कार्बनी युग के ये तने कैलेमाइटीज सरीखे होते हैं।
Calamophyton - कैलैमोफाइटॉन
- संवहनी पादपों के स्पीनॉप्सिडा वर्ग के हाइनिएलीज गण का एक वंश। डिवोनियन युग के इन पौधों के अक्ष अंगुलिवत् विभाजित होते हैं।
Calamopityaceae - कैलैमोपिट्येसी
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक अनन्तिक कुल। डिवोनियन कार्बनी युग के ये तने तथा पर्णवृन्त एकरंभी होते हैं।
Calamopitys - कैलैमोपिटिस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कैलैमोपिट्येसी कुल का एक अनंतिम वंश। डिवोनियन कार्बनी युग के इन स्तंभं खंडों में मिश्र मज्जा तथा त्रिकोणाकार रंभ होता है।
Calamostachys - कैलैमोस्टैकिस
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग का एक वंश। कार्बनी युग के ये शंकु कैलेमाइटीज जैसे होते हैं। इनमें सम और विषम दोनों प्रकार की बीजाणुधानियाँ पाई जाती हैं।
Calandrium - कैलैन्ड्रियम
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टैरिडोस्पर्मैंलीजगण का एक अनंतिम वंश। कार्बंनी युग के इन परागधारी अंगों में संबीजानुधानी (सिनैन्जियम) अर-सममित होती है।
Calathospermum - कैलैथॉस्पर्मम
- संवहमी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरिडोस्पर्मेलीज गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के इन क्यूप्यूलों में अनेकों बीजाणु होते हैं।
Calcareous sinter -- चूनामय सिन्टर =tufa
Callipteridium - कैलिप्टेरीडियम
- पैलियोजोइक युगीन पर्णांगवत् पर्णों का एक वंश। ऐलीथॉप्टेरिस सरीखे इन पर्णों की पिच्छिकाएँ अपेक्षाकृत छोटी होती हैं।
Callistophytaceae - कैलिस्टोफाइटेसी
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक कुल। कार्बनी युग के इस कुल का प्रारूपिक वंश कैलिस्टोफाइटान है।
Callistophyton - कैलिस्टोफाइटॉन
- संवहनी पादपों के जिम्मोस्पर्मोप्सिडा वर्ग के टेरिडोस्पर्मेलीज गण का एक वंश। कार्बनी युग के इन छोटे शाखित क्षुपों में दूर दूर पर स्थित पिच्छकित पर्ण होते हैं।
Callixylon - कैलिक्सिलॉन
- संवहनी पादपों के प्रोजिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक अनंतिम वंश। डिवोनियन युग की इन टहनियों के अक्षों में सुस्पष्ट मज्जा होती है तथा इनमें ऐलीथॉप्टेरिस नामक पत्तियाँ लगी मिली हैं।
Call spermarion - कैलोस्पर्मेरियॉन
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरिडोस्पर्मेलीज गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के ये बीजाण्ड द्विपार्श्विकतः सममित होते हैं।
Callumispora - कैलमीस्पोरा
- अधोप्रभाग लैवीगाटी का एक परागाणु वंश जिसमें बीजाणु की परिरेखा वृत्ताकार होती है।
Calymmatothecee - कैलीमैटोथीका
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के लाइजिनोप्टेरिडेसी कुल का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के ये क्युप्यूल ट्यूलिप सरीखे होते हैं। अधिकांश वैज्ञानिकों की यह मान्यता है कि लाईजिनॉप्टेरिस (तना) लेजीनोस्टोमा (बीजाण्ड) तथा स्फीनॉप्टेरिस (पर्ण) तथा कैलीमैटोथीका (क्यूप्यूल) एक ही पौधा है तथा कैलीमैटोथिका ही उस का वैध नाम है।
Calyptroperiblem - कैलिप्ट्रोपोरिब्लेम
- ऐरोकैरिया कुल के बीजों में भ्रूण के ऊपर लगी हुई रक्षक टोपी।
Camarozonosporites - कैमैरोजोनोस्पोराइटीज़
- परागाणु अधोप्रभाग पैटीनाटी का एक वंश।
Cambium - एधा
- दारु (जाइलम) और फ्लोएम के बीच की विभज्योतकी परत, जिसके विभाजन से एक ओर जाइलम तथा दूसरी ओर फ्लोएम कोशिकाएँ बनती हैं।
Cambrian - कैम्ब्रियन
- 1. सबसे प्राचीन पेलियोजोइक चट्टानें जो 50 से 57 करोड़ वर्ष पूर्व बनी।
Campanulate - घंटिकाकार
- घंटी के आकार का; जैसे डोलीरोथीका की पुंबीजाणुधानी।
Canpanule - घंटिका =campanulum
Campanulum - घंटिका
- मेडुलोसेसी कुल के कुछ वंशों में पाई जाने वाली घंटी के आकार की संबीजाणुधानी।
Camptodromous - कोर-अस्पर्शी
- (शिरा विन्यास) जिसमें द्वितीयक शिराएँ पत्ती के किनारों तक नहीं पहुँच पातीं।
Campylodromous - वक्राग्रगामी
- (शिरा विन्यास) जिसमें अनेक प्राथमिक शिराएँ ऊपर को मुड़कर सिरे पर मिलती हैं।
Canaliculate - नालिका युक्त
- लम्बाईवार विन्यस्त्र नालिकाओं वाला, जैसे वह एक्साइन (बाह्यचोल) जिसमें नालिकाएँ भित्तियों से भी पतली होती हैं।
Canalula - वलयक
- कुछ परागों में पाए जाने वाले पतले छल्ले।
Cap -- टोपी =cappa
Cappa - टोपी
- कुछ सकोष पराग-कणों के निकटस्थ सिरे पर का मोटा-सा क्षेत्र।
Cappula - टोपिका
- कुछ सकोष पराग-कोण के दूरस्थ सिरे पर का मोटा-सा क्षेत्र।
Cappus - टोपी =cappa
Caput - कैपुट
- पाइलम का फूला हुआ शीर्ष।
Carboniferous - कार्बनी
- 1. पेलियोजोइक शैल समुहों का एक प्रभाग। 28 से 34 1/2 करोड़ वर्ष पूर्व बने इन शैलों में कोयले का बाहुल्य है।
Carbonisation - कार्बनीकरण
- जीवाश्मीभवम की एक प्रक्रिया जिसमें जैवांश का इतना अधिक अपक्षय तथा विघटन हो जाता है कि विलुप्त जीव का संकेत केवल कार्बनी अवशेषों से ही मिलता है।
Cardiocarp - हृद्फलिका
- कॉर्डेटेलीज गण का चपटा, पक्षयुक्त हृदयाकार फल।
Cardiocarpus - कार्डियोकार्पस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कार्डेटेलीज गण का एक वंश। कार्बनी युग के ये बीज और बीजाण्ड द्वि-पार्श्विक सममिति दर्शाते हैं।
Carinal canal - कूटकी नलिका
- स्फीनॉप्सिडा वर्ग के तनों में पाई जाने वाली नालियाँ जो स्तम्भ- वर्धन के दौरान बनती हैं।
Carinimurate - कूटकित म्यूरसी
- (परागाणु) जिनके म्यूरसों में उभार हों।
Carnisporites - कार्नीस्पोराइटीज़
- परागाणु-अधोप्रभाग ऑरीकुलाटी का एक वंश।
Carnoconites - कार्नोकोनाइटीज़
- संवही पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के पेन्टोजाइलेलीज गण का एक अनंतिम वंश। जुरैसिक युग के ये बीजधारी अंग शाखित वृन्त के सिरों पर लगे हुए शंकु हैं।
Caryosphaeroides - कैर्योस्फीरॉइडीज़
- हरित शैवालों का एक वंश। प्रीकैम्ब्रियन युग के ये शैवाल क्लोरेला सरीखी कोशिकाएँ होते हैं।
Cast - संचक
- एक जीवाश्म प्रकार, जो अवसादन के दौरान शैल के अंतस्थ पादप के सड़गल जाने पर उस रिक्ति के मृदा से भर जाने पर बनता है। मृदा कठोर हो जाती है और इसमें पादप का साँचा आ जाता है।
Cataphyll - अपपर्ण
- सामान्य पत्रों के निकलने के पूर्व बनने वाले छोटे-छोटे शल्क पत्र जो साइकेडेलीज़ के पर्णाधारों में पाए जाते हैं।
Cataporate - अधोपोरसी
- (परागाणु) जिसमें निचले सिरे पर छिद्र हो।
Cathaysia flora - कैथ्यासिया वनस्पति जात
- दक्षिण पूर्व एशिया व पूर्वी चीन की पैलियोज़ोइक युगीन एक वनस्पति जात जिसका एक प्रमुख सदस्य जाइगैन्टॉप्टेरिस था
Caulerpites - कौलर्पिटीज़
- एक हरित शैवाल वंश। मायोसीन युग के ये शैवाल आधुनिक शैवाल कौलर्पा सरीखे थे।
Cauline trace - स्तंभारेश
- कलिका को जाने वाला संवहन आरेश।
Caytonanthus - केटोनैन्थस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के केटोनिएलीज गण का एक वंश। ट्राइएसिक-क्रिटेशस युग के इन पुंबीजाणुधानीधरों में चार बीजाणुधानियाँ होती हैं।
Caytonia - केटोनिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के केटोनिएलीज गण का एक वंश। ट्राइएसिक-क्रिटेशस युग के इन गुरु बीजाणु पर्णों में सवृन्त क्यूप्यूल होते हैं।
Caytoniaceae - केटोनिएसी
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के केटोनिएलीज गण का एक कुल। मीसोजोइक युगीन इस कुल के प्रतिनिधि हैं सैजीनॉप्टेरिस (पत्तियाँ) केटोनिया (बीजाण्डधारी अंग) तथा केटोनैन्थस (परागधारी अंग)
Caytoniales - केटोनिएलीज़
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक गण। मीसोजोइक युगीन इस गण के तीन कुल हैं – केटोनिएसी, कोरिस्टोस्पर्मेसी तथा पेल्टास्पर्मेसी।
Cellulose sheet technique - सैलुलोज चादर प्रविधि
- अश्मीभूताश्मों के सेक्शन बनाने की एक पील विधि, जिसमें सेलुलोस ऐसीटेट की एक परत को उपचारित नमूने के ऊपर फैला कर सूखने के बाद एक पतले फिल्म के रूप में उतार लिया जाता है।
Cenophytic - सीनोफिटिक
- सीनोज़ोइक के स्थान पर प्रयोग के लिए प्रस्तावित शब्द। भूवैज्ञानिक अतीत में पादप जगत के परिवर्तन जन्तु जगत के परिवर्तनों से पूर्व घटित हुए। इसी कारण सीनोफिटिक में मीसोजोइक का उपरि क्रिटेशस भी सम्मिलित है।
Cenozoic - सीनोज़ोइक
- 1. आधुनिकतम शैल समूह जो लगभग 64 लाख वर्ष से आज तक बने हैं। इसमें घास तथा पुष्पी पादपों का प्राचुर्य रहा।
Centrarch - मध्यादिदारुप
- (जाइलम या रंभ) जिसमें आदिदारु (प्रोटोज़ाइलम) ठोस ज़ाइलम के बीच में स्थित हो। ऐसी स्थिति में मज्जा (पिथ) नहीं होती है। उदा. ट्राइमेरोफोइटॉप्सिडा के तने का रंग।
Centrarchy - मध्यादिदारुकता
- मध्यादिदारुक होने की अवस्था।
Chartaceous - कागजी
- (पत्ती) जो कागज जैसी हो।
Chauleria - कौलेरिया
- संवहनी पादपों के प्रोजिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के ऐन्यूरोफाइटेलीज गण का एक वंश। डिवोनियन युगीन इन पादपों के अक्ष में शाखाएँ सर्पिल क्रम से लगी होती हैं।
Cheirostrobus - काइरोस्ट्रोबस
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग का एक शंकु वंश। कार्बनी युग के इन जटिल शंकुओं का उपरी भाग उर्वर होता है, बीजाणुधानीधर छत्राकार होते हैं और बीजीणुधानी लंबी सी होती है।
Chemical fossil - रासायनिक जीवाश्म
- शैलों में परिरक्षित जैव उद्भव के रासायनिक पदार्थ। उदा. अश्मीभूत अमीनो अम्ल।
Cicatricose - पृथुनालिका युक्त
- (एक्साइन) जिसमें चौड़ी नालिकाएँ लम्बाईवार निन्यस्त हों।
Cingularia - सिंगुलेरिया
- परागाणु अधोप्रभाग जिसमें वे बीजाणु सम्मिलित हैं जिनमे मेखला (सिंगुलम) होती है।
Cingulum - मेखला
- परागाणु के मध्य क्षेत्र को घेरे रखने वाली विशाल पट्टी।
Circinate - कुंडलित
- घड़ी की कमानी की तरह, जैसे फर्न की नई पत्तियाँ।
Circumpollini - सर्कमपोलिनी
- परागाणु अधोप्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें पतले छल्ले से होते हैं।
Cladodromous - शाखित कोर-अस्पर्शी
- (शिरा विन्यास) जिसमें द्वितीयक शिराएँ अतिशाखित होती हैं तथा पत्ती के किनारे तक नहीं पहुँचती।
Cladoxylales - क्लैडॉक्सिलेलीज
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग का एक गण। डिवोनियन कार्बनी युग के ये पादप आदिम संवहनी पादप हैं। प्रमुख वंश हैं क्लैडोक्सिलॉन, जीनोक्लैडिया आदि।
Cladoxylon - क्लैडॉक्सिलॉन
- संवहनी पादप के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के क्लैडोक्सिलेलीज गण का एक वंश। डिवोनियन युगीन ये तने अंगुलिवत् शाखित होते हैं।
Class - वर्ग
- जीवों के वर्गीकरण की एक कोटि जो प्रभाग (डिविजन) से नीचे और गण (ऑईर) से ऊपर है अर्थात् कई गण मिलकर एक वर्ग बनाते हैं और कई वर्ग मिलकर एक प्रभाग। पादप वर्गों के नाम के अन्त में ऑप्सिडा लगता है। उदा. लाइकॉप्सिडा।
Classopollis - क्लासोपोलिस
- परागाणु अधोप्रभाग सर्कमपॉलिनी का एक वंश।
Clava - गदा
- परागाणु एक्साइन का मुद्गर-जैसा बाहरी अवयव।
Clepsidroid - क्लैस्पीड्रॉइड, रेत घड़ी सम
- रेत घड़ी (hour glass) के आकार का; जैसे अनुप्रस्थ काट में अधिकांश ज़ाइगॉप्टेरिडेसी के पर्णारेश।
Clepsidroideae - क्लैप्सीड्रॉइडी
- संवहनी पादपों के फिलिकाप्सिडा वर्ग का एक उपकुल। पर्मियन कार्बनी युग के इन पौधों में पर्णारेश (लीफट्रेस) अनुप्रस्थ काट में रेतघड़ी सरीखे दीखते हैं
Clepsidropsis - क्लैप्सीड्रॉप्सिस
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग का एक वंश। कार्बनी युग के इन पौधों में जाइलम तारकाकार तथा पर्णारेश रेतघड़ी के आकार के होते हैं।
Climate indicators - जलवायु सूचक
- युग विशेष की जलवायु को इंगित करने वाले जीवाश्म। उदा. दक्षिणी ध्रुव प्रदेश में ताड़ के जीवाश्म जो यह दर्शाते हैं कि किसी समय में वहाँ उष्ण जलवायु रहीं होगी।
Coal - कोयला
- अतीत में वनों के अश्मीभवन से बने जीवाश्म जिसमें से पादपों के अवशेष मिलते हैं।
Coal age - कोयला युग =Carboniferous
Coal ball - कोयला कन्दुक
- गेंद के रूप में अश्मीभूत पदार्थ जो कोयला संस्तरों में मिलता है। इसमें पादपों के संरक्षित अंश मिलते हैं।
Coaxillocytic - सहऐक्सिलोसिटिक
- (रंध्र सम्मिश्र) ऐसा ऐक्सिलोसिटिक, जिसमें सहायक कोशिका के अतिरिक्त एक अर्धचन्द्राकार कोशिका भी होती है।
Codonotheca - कोडोनोयीका
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरिडोस्पर्मेलीज गण का एक वंश। पैलियोजोइक युग के इन परागधारी अंगों पर 6 बीजाणुधानियाँ होती हैं जो आधार पर जुड़ी हुई होती हैं।
Coenopteridales - सीनोप्टेरिडेलीज़
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग का एक गण। डिवोनियन-पर्मियन युग के इन प्राक्पर्णों में फलक नहीं होता।
Collenehyma - स्थूलकोणोतक
- बाह्य त्वचा के नीचे एक जीवित ऊतक जिसकी कोशिकाएँ कोणों में स्थूल होती हैं।
Collenia - कॉलेनिया
- एक हरित शैवाल वंश। प्राक कैम्ब्रियन तथा कैम्ब्रियन युग का यह स्ट्रोमैटोलाइट स्तरों की आयु निर्धारण में काम आता है।
Collum - ग्रीवा
- पाइलम की छड़ जैसी गर्दन।
Colpate - कॉल्पसी
- (परागाणु) जिसमें कॉल्पस हो।
Colpodexylon - कॉल्पोडेक्सिलॉन
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग का एक वंश। डिवोनियन युग के इन शाखित अक्षों में त्रिभाजित पर्ण होते हैं।
Colpoid - कॉल्पसाभ
- (द्वारक) कॉल्पस सरीखे।
Colporate - काल्पोरेट, मुखयुक्त कॉल्पसी
- (परागाणु) जिसमें मुखवाले कॉल्पस हो।
Colpoxylon - काल्पोक्सिलॉन
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरिडोस्पर्मेलीज़ गण का एक वंश। पर्मियन युग के इन तनों में संवहन-तंत्र-हीन केन्द्रीय मृदूतक के चारों ओर संवहनी तत्व होते हैं।
Colpus - कॉल्पस
- परागकण की एक्साइन में लम्बाईवार विन्यस्त्र खात, जिसमें अंकुरण छिद्र होता है। यह एक झिल्ली से ढका रहता है।
Colpus transversalis - अनुप्रस्थ कॉल्पस
- कॉल्पस के नीचे, इससे समकोण बनाता हुआ परागकण की एन्टाइन का खात।
Columellla - स्तंभिका
- स्तंभ सरीख कोई अंग, जैसे बीजाणुधानी के मध्य का बन्ध्य भाग या एक्टेक्साइन की परतों के बीच छोटे-छोटे स्तंभ।
Compaction - संहनन
- जीवाश्मीभवन क्रिया के दौरान अवसाद के बोझ से पादप अंग का चपटा हो जाना।
Compression - (1) संपीडाश्म, (2) संपीडन
: (1) जीवाश्म का एक प्रकार जो अवसाद के बोझ से चपटा हो गया हो तथा जिसकी रचना अस्पष्ट हो गई हो।
Concavipollis - कनकेवीपोलिस
- परागाणु प्रभाग पोरोसेज, उप प्रभाग ट्राइपोरिनीज का एक वंश।
Concavisporites - कनकेवीस्पोराइटीज़
- परागाणु अधोप्रभाग लेवीगाटी का एक वंश। इस बीजाणु की परिरेखा त्रिकोणाकार या उपवृत्ताकार होती है।
Cone - शंकु =strobilus
Cone genus - शंकुधर
- शंकु के आधार पर ज्ञात कोई अनंतिम वंश। उदा. कैलेमोस्टेकिस, वोमैनाइटीज
Cone scale complex - शंकु शल्क सम्मिश्र
- शंकुओं और शल्कों का सामूहिक नाम।
Conifer - शंकुधर
- दे. Coniferophyta
Coniferophyta - कोनीफेरोफाइटा
- अनावृतबीजियों (जिम्नोस्पर्मो) का एक उपवर्ग, जिसमें कार्डेटेलीज, वोल्टजिएलीज, कोनीफरेलीज तथा टैक्सेलीज शामिल किए जाते हैं। पैलियोज़ोइक युग में उत्पन्न और आज तक वर्तमान इन पौधों को कोनीफर (शंकुधर ) कहा जाता है क्योंकि इनके जनन-अंग शंकु के आकार के होते हैं।
Coniferophyte -- कोनीफरोफाइट, शंकुधर पादप =conifer
Coniopteris - कोनिऑप्टेरिस
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के फिलिकेलीज़ गण का एक वंश। जुरैसिक युग में प्रमुख, इन पादपों में एकान्तर पिच्छिकाएँ होती हैं।
Connate - सहलग्न
- (समान अवयव) आपस में जुड़े हुए; जैसे इक्वीसिटेलीज की पत्तियाँ जो आधार पर जुड़ी रहती हैं।
Conostoma - कोनोस्टोमा
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के लाइजिनोप्टेरिडेसी कुल का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के इन बीजाण्डों में कवच के तीन स्तर होते हैं।
Constricticolpate - कटिकॉल्पसी
- (परागाणु सतह) जिसमें काल्पस मध्य में संकुचित हों।
Contact area - संपर्क क्षेत्र
- बीजाणु चतुष्क (टेट्रैड) के बीजाणु में वह स्थान जहाँ पर वे दुसरे बीजाणु के संपर्क में थे।
Contact feature - संपर्क अंक
- चतुष्क (टेट्रैड) के बीजाणु पर के अन्य बीजाणुओं के संपर्क में स्थित होने के कारण संपर्क क्षेत्र में बना विशेष चिह्न। उदा. त्रिअरी चिह्न।
Contour - कंटूर
- परागाणु के मध्यवर्ती तल की रूपरेखा।
Cooksonia - कुकसोनिया
- संवंहनी पादपों के राइनिऑप्सिडा वर्ग का एक वंश। साइल्यूरियर डिवोनियन युग के इन छोटे पौधों में नग्न,शाखित अक्ष होता है।
Copericytic - सहपरिकोशिकीय
- (रंध्र सम्मिश्र) ऐसा परिकोशिकीय (पेरिसिटिक) जिसमें चारों तरफ से घेरे रहने वाली सहायक कोशिका के अतिरिक्त द्वार कोशिका से दूरस्थ दिशा में एक अर्धचन्द्राकार कोशिका भी होती है।
Copolocytic - सहपोलोसिटिक
- (रंध्र सम्मिश्र) ऐसा पोलोसिटिक जिसमें चारों तरफ से घेरे रहने वाली सहायक कोशिका के अतिकिक्त द्वार कोशिका से दूरस्थ दिशा में एक अर्धचन्द्राकार कोशिका भी होती है।
Cordaianthus - कोर्डेएन्थस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कार्टेडेलीज गण का एक वंश। कार्बनी युग के इन जननांगधारी अंगों में प्राथमिक अक्ष से द्वितीयक शाखाएँ निकलती हैं।
Cordaicladus - कॉर्डेक्लैडस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कार्डेटेलीज गण का एक अंनतिम वंश। कार्बनी युग के ये शाखा-संपीडाश्म पत्रहीन होते हैं।
Cordaioxylon - कॉर्डेऑक्सिलॉन
- संवंहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कार्डेटेलीज गण का एक अंनतिम वंश। कार्बनी युग के ये दारु इस गण के कई वंशों को समाहित करते हैं।
Cordaitales - कॉर्डेटेलीज़
- संवंहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक गण। ये पौधे कार्बनी युग में आविर्मूत हुए और पर्मियन युग तक चले। इन वृक्षों में एकलाक्षी तने सर्पिल क्रम में विन्यस्त पत्तियाँ तथा दलदली आवास के अनुरूप जड़ें थीं। मुख्य वंश है कार्डेटीज़ (तना), एमाइलॉन (जड़) कार्डेऑक्सिलॉन (दारु), कार्डेएन्थस (पुष्पक्रम) आदि।
Cordaites - कॉर्डेटीज
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कार्डेटेलीज गण का एक वंश। कार्बनी युग के ये वृक्ष एकलाक्षी होते हैं तथा इनकी पत्तियाँ अवृन्त व समान्तर शिर विन्यास वाली होती हैं।
Coriaceous - चर्मिल
- (पत्ती) चमड़े जैसी।
Cork cambium - कागएधा
- कॉर्क बनाने वाला विभज्योतक।
Corona - किरीट
- मुकुट जैसी कोई संरचन, जैसे ;-
Coronati - कॉरोनाटी
- परागाणु उप अधोप्रभाग जिसमें किरीटधारी बीजाणु सम्मिलित हैं। उदा. एक्वीट्राइरैडाइटीज़।
Corpus - पिंड, काय
- बीजाणु का केन्द्रीय भाग।
Corystospermaceeae - कोरिस्टोस्पर्मेसी
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कीटोनिएलीज़ गण का एक कुल। ट्राइएसिक युग के इस कुल के मुख्य वंश हैं :- डाइक्रोइडियम, स्टेनॉप्टेरिस (पत्तियाँ) टेरुकस (पुंबीजाणु पर्ण) और अमकोमेसिया (स्त्रीबीजाणुपर्ण)।
Costa - पर्शुका
- पसली सरीखी कोई संरचना; जैसे अंतः एक्साइन की पृथुलताएँ जो अंकुरण छिद्र के नीचे होती हैं।
Costa colpi - कॉल्पस-पर्शुका
- कॉल्पस को घेरे रहने वाली पसली सरीखी संरचनाएँ।
Costa pori - पोरस पर्शुका
- पोरस को घेरे रहने वाली पसली सरीखी संरचनाएँ।
Costates - कॉस्टेटीज़
- परागाणु प्रभाग प्लिकेटीज का उप प्रभाग जिसमें वे पराग सम्मिलित हैं जिनमें पर्शुका होती है।
Costati - कॉस्टेटी
- परागाणु प्रभाग प्लिकेटीज का अधोप्रभाग जिसमें वे पगगाणु सम्मिलित हैं जिनमें पर्शुका होती है। उदा. एफेड्रौपिटीज।
Courvoisiella - कूर्वोयसिएला
- एक हरित शैवाल वंश। डिवोनियन युगीन इन पादपों में थैलीनुमा थैलस होता है।
Craspedodromous - आकोरगामी
- ऐसा पिच्छकी (शिराविन्यास) जिसमें द्वितीयक शिराएँ पत्ती के कोर तक जाती हों।
Crass-, crassi- - पृथु-
- (शब्द संयुतियों में) मोटा।
Crassitude - पृथुता
- बाह्यचोल (एक्साइन) का मोटापा।
Crataegites - क्रेटेगाइटीज़
- संवहनी पादपों के ऐन्जियोस्पर्मोप्सिडा वर्ग के रोजेसी कुल का एक वंश। क्रिटेशस युग के ये पौधे आधुनिक वंश क्रेटेगस से समानता रखते हैं।
Crenate - कुंठदन्ती
- (पत्ती का कोर) जिसमें दाँते गोल हों।
Crenaticaulis - क्रीनेटीकॉलिस
- संवहनी पादपों के जोस्टेरोफिल्लोप्सिडा वर्ग का एक वंश। इन डिनोनियन युगीन पौधों में बीजाणुधानियाँ सवृन्त होती हैं।
Cretaceous - क्रिटेशस
- 1. मीसोजोइक शैलों का न्यूनतम प्रभाग। ये 6.5 से 14 करोड़ वर्ष पूर्व बने और इनमें पर्णांगों तथा शंकु वृक्षों का प्राधान्य रहा। आवृत्तबीजी पादपों का भी आविर्भाव इसी समय हो चुका था।
Cribellate - चालनीमय
- (परागाणु सतह) जिसमें अंकुरण छिद्र अधिक तथा बराबर फासले पर स्थित हों, जिस कारण सतह चालनी जैसी दिखाई दे।
Crista - कंकत
- पाइला आदि छड़ों के जुड़ जाने से बना हुआ कंघी जैसा भाग।
Crista aequatorialis - मध्यवृत्तीय कंकत
- परागाणु के मध्यवृत्तीय प्रदेश में स्थित कंकत।
Crista arcuate - चाप कंकत
- कंकत जो धनुष की तरह मुड़ा हो।
Crista marginalis - कोरस्थ कंकत
- परागाणु के किनारे पर स्थित कंकत।
Crotonophyllum - क्रोटोनोफिलम
- संवहनी पादपों के ऐन्जियोस्पर्मोप्सिडा वर्ग के यूफोर्बिएसी कुल का एक वंश। क्रिटेशस युग की ये पत्तियाँ आधुनिक वंश क्रोटन जैसी होती हैं।
Crosier - क्रोज़ियर, कुंडलक
- कुंडल रूप में लिपटी हुई पर्णाग की नई पत्ती।
Crossotheca - क्रोसोथीका
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टोरिडोस्पर्मेलीज़ गण का एक वंश। कार्बनी युग के ये परागधारी अंग लाइजिनॉप्टेरिस तने तथा स्फीनोप्टेरिस व पेकॉप्टेरिस पत्तियों से सम्बन्ध रखते हैं।
Cryptocolpate - गूढ़ कॉल्पसी
- (परागाणु) जिसमें कॉल्पस तो हों पर आसानी से दिखाई न दें।
Cryptocolpus - गूढ़ कॉल्पस
- आसानी से न दिखाई देने वाला काल्पस।
Cryptopolar - गूढ़ ध्रुवी
- (परागाणु) जिसमें ध्रुव तो हों पर आसानी से दिखाई न दें।
Cryptosaccate - गूढ़कोषी
- (परागाणु) जिसमें कोष (सैक्कस) तो हों किन्तु आसानी से दिखाई न दें।
Cryptosaccus - गूढ़कोष
- आसानी से न दिखाई देने वाला कोष (सैक्कस)।
Ctenis - टेनिस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के निलसोनिएलीज़ गण का एक वंश। मीसोजोइक युग की ये पत्तियाँ लम्बी तथा पिच्छकी होती हैं।
Cupressinocladus - क्यूप्रेसिनोक्लैडस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। जुरैसिक युग की इन टहनियों में छोटी-छोटी क्रासित पत्तियाँ होती हैं।
Cupressinostrobus - क्यूप्रेसिनोस्ट्रोबस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। क्रिटेशस युग के इन शंकु-शल्क संमिश्रों में प्रतिशल्क दो बीजाणु होते हैं।
Cupressinoxylon - क्युप्रेसिनोक्सिलॉन
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज गण का एक अनंतिम वंश। जुरैसिक युग के इन दारुओं में सामान्यतः रेज़िन नलिकाएँ नहीं होतीं।
Cupule - क्युप्यूल
- प्यालीनुमाँ संरक्षी आवरण, विशेषकर डिवोनियन युग के टेरिडोस्पर्मो के बीज को आवृत करने वाला अंश। यह आवृतबीजियों के बीज कवच (इंटेगुमेन्ट) सरीखा अंश है जिसमें एक से अनेक बीज होते है।
Curvatura - वक्रिलताएँ
- परागाण के बाह्यचोल (एक्साइन) पर दीखने वाली टेढ़ी-मेढ़ी रेखाएँ।
Cuticle - क्यूटिकल, उपत्वचा
- बाह्यत्वचा (एपिडर्मिस) के बाहर का क्यूटिन नामक वसा पदार्थ से बना आवरक स्तर। इसमें कोशिकाओं तथा रंध्र सम्मिश्र आदि के लक्षण विलुप्त पौधों के विषय में महत्वपूर्ण सूचना प्रदान करते हैं।
Cyathodendron - साएथोडेन्ड्रॉन
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के साएथेसी कुल का एक अंनतिम वंश। इओसोन युग के इन तनों को सतह में सर्पिलतः विन्यस्त पर्णाधार दीखते हैं।
Cycadales - साइकैडेलीज़
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक गण। ये पादप मोसोजोइक युग में आविर्भूत हुए और कुछ प्रातिनिधि आज भी वर्तमान हैं। पौधों के छोटे से ताड़ जैसे तनों के निचले भाग में स्थायी रूप से पर्णाधार लगे होते हैं तथा ऊपर पत्तियों का किरीट होता है। बीज शंकुओं में लगते हैं।
Cycadeoidaceae - साइकेडिऑइडेसी
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोम्सिडा वर्ग के साइकैडिऑइडेलीज गण का एक कुल। जुरैसिक-क्रिटेशस युग के इन पादपों के विशाल, अशाखित तने होते हैं।
Cycadeoidales - साइकैडिऑइडेलीज़
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोम्सिडा वर्ग का एक गण। इन पादपों का उदय ट्राइएसिक युग में हुआ और क्रिटेशस युग तक ये वर्तमान थे। पादपों के तने विशाल, अशाखित होते हैं जिनके सिरे पर पत्तियों का किरीट होता है। मुख्य वंश हैं साइकौडिऑइडिया और विलियमसोनिया। इस गण का पुराना नाम बेनेटाइटेलीज है।
Cycadeoidea - साइकैडिऑइडिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के साइकैडिऑइडेलीज गण का एक वंश। जुरैसिक-क्रिटेशस युग के इन पादपों का तना खड़ा, शंकु के आकार का तथा जनन अंग द्विवीजाणुधानिक होते हैं।
Cycadofilicales / Cycadofilices - साइकैडोकिलिकेलीज / साइकैडोफिलिसीज़
- पर्णांग और बीजीपादपों के संयुक्त लक्षणों वाले पादप-समूह का पुराना नाम। यह नाम बाद में टेरिडोस्पर्मी, और आजकल टेरीडोस्पर्मेलीज के समकक्ष है।
Cycadolepis - साइकैडोलेपिस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के साइकेडिऑइडेलीज गण का एक अनंतिम वंश। जुरैसिक युगीन इन शल्कों में साइकैडिऑइडेलीज गण के लक्षणों वाले रंध्र पाए जाते हैं।
Cycadophyta - डाइकैडोफाइटा
- संवहनी पादपों के शंकुहीन अनावृत्तबीजियों का समूह जिसमें साइकैडेलीज और साइकैडिऑइडेलीज सम्मिलित हैं। कुछ आचार्य इसमें टेरिडोस्पर्मो को भी रखते हैं तथा कुछ केवल साइकैडेलीज के पादपों को। इस समूह के सदस्यों को सामान्य भाषा में साइकैडोफाइट कहते हैं।
Cycadophyte - डाइकैडोफाइट
- दे.Cycadophyta
Cyclocrinus - साइक्लोक्राइनस
- एक हरित शैवाल वंश। आर्डोविशियन युग के इन पादपों में एक स्तरित वल्कुट (कॉर्टेक्स) होता है।
Cyclocytic - चक्रकोशिकीय
- (रंध्र संमिश्र) जिसमें सहायक कोशिकाओ का एक चक्र द्वार कोशिकाओं को घेरे रहता है।
Cyclogranisporites - साइक्लोग्रानीस्पोराइटीज़
- परागाणु उप अधों प्रभाग ग्रेनुलाटी स्कैब्राटी का एक वंश।
Cyclopteris - साइक्लॉप्टेरिस
- एक पर्णांगवत् पर्ण वंश। पैलियोज़ोइक युग के इन पर्णों में बड़े बड़े गोल से पिच्छक होते हैं जिनमें शिराएँ उद्गम स्थान से बाहर को विकीर्ण होती हैं।
Cyclostigma - साइक्लोस्टिग्मा
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग का एक वंश। डिवोनियन युगीन ये पादप वृक्षसम तथा पत्तियाँ घास जैसी होती हैं।
Cyclostrobus - साइक्लोस्ट्रोबस
- संवहनी पादपों के साइकॉप्सिडा वर्ग के प्लूरोमिएलीज गण का एक अनंतिम वंश। मीसोजोइक युगीन ये शंकु द्विबीजाणुधानिक होते हैं।
Cyparidium - साइपैरिडियम
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज गण का एक अनंतिम वंश। मीसोजोइक युग के इन पादपों में पत्तियाँ सर्पिल रूप में विन्यस्त होती हैं।
Cyparissidium - साइपैरिसिडियम
- = Cyparidium
Cystites - सिस्टाइटीज़
- परागाणु-प्रभाग जिसके सदस्यों में सिस्ट होता है।
Cystosporites - सिस्टोस्पोराइटीज़
- प्रभाग सिस्टाइटीज़ का एक वंश जो कि वास्तव में एक सिस्ट होता है।
Czekanowskia - चैकेनोवस्किया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक वंश। जुरैसिक-
- क्रिटेशस युग की ये शाखाएँ स्थायी रूप से पत्तियों के गुच्छों से घिरी रहती हैं।
Czekanowskiales - चैकेनोवस्किएलीज़
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक गण। जुरैसिक-ट्राइएसिक युग के इन पादपों में स्पर-शाखाएँ शल्कों से आवृत्त रहती हैं। मुख्य वंश हैं – चैकनोवस्किया या (शाखा) लेप्टोस्ट्रोबस (शंकु) और इक्सोस्ट्रोबस (पराग अंग)।
Dadoxylon - डैडॉक्सिलॉन
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कॉर्डेंटेलीज गण का एक अनंतिम वंश। पैलियोजोइक युग के इन सघनदारुक काष्ठों में गर्त (पिट) और वाहिकाएँ (ट्रैकीड) एकान्तर विन्यस्त होती हैं।
Damudoxylon - दामुडॉक्सिलॉन
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक अनंतिम वंश। पर्मियन युग के इन काष्ठों में ठोस मज्जा होती है।
Dawsonites - डाउसोनाइटीज़
- संवहनी पादपों के ट्राइमेरोफाइटौप्सिडा वर्ग का एक अनंतिम वंश। डिवोनियन युग की इन टहनियों में बीजाणुधानियाँ लगी रहती हैं।
Decurrent - अंशसहगामी
- (पर्णधार) कुछ दूर तक तने से लगा रह कर वृद्धि करने वाला; जैसे ऐलीथॉप्टेरिस का पर्णाधार।
Deltolepis - डेल्टोलेपिस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के निल्सोनिएलीज गण का एक अनंतिम वंश। मीसोजोइक युग की इन त्रिकोणाकार पत्तियों में समान्तर शिराएँ होती हैं।
Demicolpate - अर्धकॉल्पसी
- (परागाणु एक्साइन) जिसमें अर्ध कॉल्पस हों।
Demicolpates - डेमीकाल्पेटीज़
- परागाणु प्रभाग प्लिकेटीज़ का उप प्रभाग जिसमें वे पराग सम्मिलित हैं जिसमें अर्ध कॉल्पस होता है।
Demicolpus - अर्धकॉल्पस
- आधा कॉल्पस अथवा कोई छिद्र जो विदरित कॉल्पस सा दीखता हो।
Denkania - डेन्कानिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के ग्लॉसोप्टेरिडेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। पर्मियन युग के इन शल्कों में क्युप्यूल लगे होते हैं।
Density of pattern - पैटर्न घनत्व
- एक्साइन के अलंकरण के घनेपन की अवस्था। यह तत्वों के आपस की दूरी पर निर्भर होती है।
Densoisporites - डेन्सोइस्पोराइटीज़
- परागाणु अधोप्रभाग सिंगुलाटी का एक वंश।
Desmocytic - समार्धकोशिकीय
- (परिकोशिकीय रंध्र सम्मिश्र), जिसमें आवरक सहायक कोशिका बीचों बीच दो भागों में विभाजित होती है।
Devonian - डिवोनियन
- 1. पैलियोज़ोइक शैल समूह का चौथा प्रभाग। ये लगभग 35 से 40 करोड़ वर्ष पूर्व बने तथा इनमें संवहनी पादपों के अवशेष मिलने लग जाते हैं।
Diacytic - पारकोशिकीय
- (रंध्र सम्मिश्र) जिसमें दो सहायक कोशिकाएँ द्वारकोशिकाओं के आर-पार समकोण बनाती हुई स्थित हों।
Diad - द्विक
- एक ही मातृकोशिका से उत्पन्न परागाणुओं का जोड़ा। विलग होने पर दोनों स्वतंत्र आचरण करते हैं।
Diarch - द्विआदिदारुक
- (रंभ) जिसमें दो आदिदारु होते हैं।
Diarchy - द्विआदिदारुकता
- रंभ में दो आदिदारु होने की अवस्था।
Dicolpates - डाइकॉल्पेटीज़
- परागाणु प्रभाग प्लिकेटीज़ का उप प्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें दो कॉल्पस होते हैं।
Dicolpate - द्विकॉल्पसी
- (परागाणु एक्साइन) जिसमें दो कॉल्पस हों।
Dicolpopollis - डाइकॉल्पोपोलिस
- परागाणु उप प्रभाग डाइकॉल्पेटीज का एक वंश।
Dicroidium - डिक्रोइडियम
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के केटोनिएलीज गण का एक अनंतिम वंश। ट्राइएसिक युग के ये गुरुपर्ण पिच्छकी होते हैं।
Dictyophyllum - डिक्टियोफिलम
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के गिंगोएलीज गण का एक वंश। कार्बनी युग के ये पादप तने और पत्तियों का स्पष्ट भेद नहीं दर्शाते; मुख्य अक्ष विभाजित होते होते रैखिक पत्तियों में परिवर्तित हो जाता है।
Dictyopteridium - डिक्टिऑप्टेरिडियम
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के ग्लॉसोप्टेरीडेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। पर्मियन युग के ये बीजाण्डधारी अंग पर्णवृन्त पर लगे होते हैं।
Dictyostele - छिन्न रंभ
- रंभ का प्रकार जिसमें पर्णावकाशों के नजदीक ही निकल आने से संवहन सिलिन्डर अनुप्रस्थ काट में छिन्न-भिन्न सा लगता है।
Dictyoxylon cortex - डिक्टयोक्सिलॉन वल्कुट
- वल्कुट जिसमें अनुदैर्ध्यतः विन्यस्त दृढ़ोतक के बीच बीच मृदूतक के अंश होते हैं; जैसे कॉर्डेटेलीज़ के तने में।
Dictyozamites - डिक्टयेज़ैमाइटीज़
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के बेनेटाइटेलीज़ गण का एक अंनंतिम वंश। मीसोजोइक युग की इन पत्तियों में पिच्छक एक दूसरे के ऊपर आ जाते हैं।
Dinoflagellate - डाइनोफ्लैजेलेट
- दो असमान कशाभ (फ्लैजेलम) वाला एककोशिकीय जलीय शैवाल। साइल्यूरियन से आधुनिक युग तक के इन जीवों में कवच जटिल होता है।
Dioecious - एकलिंगाश्रयी
- (पादप, स्पीशीज़) जिसमें नर और मादा अंग अलग-अलग पौधों पर हों जैसे साइकस कुल के पादप।
Diplodemicolpate - द्विअर्धकॉल्पसी
- (परागाणु एक्साइन) जिसमें अर्धकॉल्पसों का दुहरा सेट हो- एक निकटस्थ और दूसरा दूरस्थ पृष्ठ पर।
Diporines - डाइपोरिनीज़
- परागाणु प्रभाग प्लिकेटीज का उप प्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें दो रंध्र (पोरस) हों।
Disaccites abstriates - डाइसैक्काइटीज़ एबस्ट्रियाटीज
- परागाणु उप प्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिसमें दो सैक्कस होते हैं तथा धारियाँ नहीं होतीं।
Distal - दूरस्थ
- दूरवर्ती, जैसे परागाणु की वह सतह जो चतुष्क के बाहर की तरफ हो।
Disulcites - डाइसल्काइटीज़ =Dicolpates
Division - प्रभाग, डिविजन
- जीवों के वर्गीकरण की एक कोटि जो जगत (किगडम) के नीचे और वर्ग (क्लास) के ऊपर होती है अर्थात कई वर्ग मिलकर एक प्रभाग बनाते हैं और कई प्रभाग मिलकर एक जगत। उदा. ब्रायोफाइटा
Dolerotheca - डोलीरोथीका
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरिडोस्पमेलीज गण का एक वंश। कार्बनी युग के ये परागधारी अंग जटिल घंटाकर संरचना वाले होते हैं।
Dorsal - अपाक्ष
- (1) =abaxial
Double fertilization - दुहरा निषेचन
- आवृतबीजी पादपों का निषेचन जिसमें पराग-नलिका का एक केन्द्रक तो अण्ड कोशिका को निषेचित करता है और दूसरा केन्द्रक भ्रूणकोष के ध्रुवीय केन्द्रक को।
Drepanophycus - ड्रेपैनोफाइकस
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग का एक वंश। डिनोमियन युगीन इन अक्षों में बीजाणुपर्ण में अकेली बीजाणुधानी लगी होती है।
Dulhuntyispora - डलहन्टीस्पोरा
- परागाणु उप अधो प्रभाग स्कुटाटी का एक वंश।
Dyadites - डाएडाइटीज़
- परागाणु प्रभाग जुगेटीज का उप प्रभाग, जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जो दो के समूहों (द्विकों) में मिलते हैं।
Echinate - सशूल
- (परागाणु एक्साइन) जिसमें बराबर दूरी पर नुकीले काँटे से लगे हों।
Ectonexine - बहिःनेक्साइन
- नेक्साइन की बाहरी परत।
Ectophloic - बहिःफलोएमी
- (रंभ) जिसमें फलोएम जाइलम के बाहर स्थित हों।
Ectosexine - बहिःसेक्साइन
- सेक्साइन की बाहरी परत।
Ktexniee - बहिःऐक्साइन
- एक्साइन की बाहरी परत।
Elater - इलेटर
- कुछ पौधों की बीजाणुधानियों में पाए जोने वाले तंतुल आर्द्रताग्राही उपांग, जो बीजाणुओं के साथ-साथ स्थित होते हैं।
Elaterosporites - इलैटरोस्पोराइटीज़
- परागाणु अधोप्रभाग ऐपेन्डिसीफेरेन्टीज का एक वंश।
Elatides - इलैटाइडीज़
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनिफरेलीज गण का एक वंश। मीसोजोइक युग के इन शंकुधर पादप अवशेषों की सपिंलतः विन्यस्त दात्राकार पत्रियाँ एरोकैरिया सरीखी और शंकु ऐबीज सरीखे होते हैं।
Elatocladus - इलैटोक्लैडस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनिफरेलीज गण का एक अनंतिम वंश। मीसोजोइक युग की ये पत्तियाँ लम्बी और चपटी होती हैं।
Eligulate - लिग्यूलहीन
- (पत्तियाँ) जिनमें लिग्यूल नहीं होता, जैसे लाइकोपोडियम के लघुपर्ण।
Elliptic - अर्धवृत्ताकार
- (पर्ण संरूपी (लीफ आर्कीटेक्चर) वर्गीकरण के अनुसार वे पत्तियाँ जिनमें लम्बाई-चौड़ाई का अनुपात 2:1 हो।
Enation - उद्वर्ध
- पुरातन संवहनी पादपों में प्ररोह का छोटा सा पार्श्विक प्रक्षेप जिसमें संवहन तंत्र नहीं होता है।
Enation theory - उद्वर्धवाद
- बीज के विकास का एक सिद्धान्त जिसके अनुसार कवच (इंटेगुमेन्ट) का विकास पत्तियों से तथा गुरु बीजाणुधानी का विकास पत्र-उद्धर्ध से हुआ।
Encrustation - पर्पटीभवन
- जीवाश्मीभवन की एक विधि, जिसमें पादप अंगों के ऊपर सोतों के खनिज जल की पपड़ी सी जम जाती है।
Endarch - अंतः आदिदारुक
- (जाइलम अथवा रंभ) जिसमें आदिदारु अंदर मज्जा की ओर स्थित हो।
Endarchy - अंतः आदिदारुकता
- जाइलम के आदिदारु की अन्दर मज्जा की ओर स्थित होने की अवस्था, जो उच्च पादपों में पाई जाती है।
Endexine - आन्तर एक्साइन
- एक्साइन की अन्दरूनी परत।
Endodermis - अंतस्त्वचा
- वल्कुट (कॉर्टेक्स) की सबसे अन्दर की एक कोशिका चौड़ी परत, जो वल्कुट को रंभ (स्टील) से अलग करती है। इसकी कोशिकाओं में सुबेरिन या क्यूटिन होता है और यह रंभ से जल के आने-जाने पर नियंत्रण रखती है।
Endonexine - आन्तर नेक्साइन
- नेक्साइन की अन्दरूनी परत।
Endosexine - आन्तर सेक्साइन
- सेक्साइन की अन्दरूनी परत।
Endosperm - भ्रूणपोष
- बीजी पादपों के भ्रूणकोष में संगृहीत पोषक पदार्थ।
Endosporic - अन्तः बीजाणुक
- (अंकुरण) जो बीजाणु भित्ति के अन्दर होता हो। इसके परिणामस्वरूप युग्मकोद्भिद् (गैमीटोफाइट) का परिवर्धन बीजाणु के भीतर होता है।
Endosporites - ऐन्डोस्पोराइटीज़
- परागाणु उप अधोप्रभाग प्रोमोनोसैक्काइटीज का एक वंश।
Endospory - अन्तः बीजाणुकता
- बीजाणुभित्ति के अंदर ही बीजाणु के अंकुरण तथा युग्मकोद्भिद् के परिवर्धन होने की अवस्था।
Endotesta - अन्तः बीजकवच
- बीजाण्ड के कवच की तीन परतों में से सबसे अन्दर की परत।
Enzonalasporites - ऐन्ज़ोनैलास्पोराइटीज़
- परागाणु अधोप्रभाग सैक्सीजोनाटी का एक वंश। इस परागाणु में गठिका (वेलम) होती है
Eoangiopteris - इओऐंजिऑप्टेरिस
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के मैरेटिएलीज गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग की संबीजाणुधानियाँ पैकोप्टेरिस प्रकार के पिच्छकों पर लगी रहती हैं।
Eocene - इओसीन
- (1) 3 से 5 करोड़ वर्ष पूर्व बने तृतीयक शैल। इनमें उच्चतर पादप बहुतायत से मिलते हैं।
Eospermopteris - इओस्पर्मोप्टेरिस
- संवहनी पादपों के प्रोजिम्नोस्पर्मोंप्सिडा वर्ग के एन्यूरोफाइटेलीज गण का एक वंश। डिवोनियन युग के ये पौधे पर्णांग सरीखे होते हैं।
Ephedripites - इफेड्रीपिटीज़
- परागाणु अधोप्रभाग कॉस्टैटी का एक वंश।
Epidogenesis - एपीडोजेनेसिस
- प्रारंभिक कार्य का आरंभिक विस्तार। वृक्ष की वृद्धि के साथ, तने का व्यास तथा रंभ का आकार बढ़ता है और अधिक द्वितीयक दारु में जुड़ता जाता है।
Epimatium - एपीमेशियम
- बीजाण्डों का मांसल आवरण जो शंकुघर पादपों के पोडोकार्पेसी कुल के बीजाण्डों में पाया जाता है।
Equator - मध्यरेखा, इक्वेटर
- परागाणु के दो ध्रुवीय गोलार्धों में विभाजित करने वाली काल्पनिक रेखा।
Equatorial axis - मध्यरेखीय अक्ष
- परागाणु के दो ध्रुवों को जोड़ने वाली रेखा से समकोण बनाता हुआ अक्ष।
Equatorial ridge - मध्यरेखीय कूटक
- कुछ परागाणुओं में मध्य रेखा के प्रदेश में स्थित दो छिद्रों को जोड़ने वाला उभार।
Equisetaceae - इक्वीसिटेसी
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग के इक्वीसिटेलीज गण का एक कुल। डिवोनियन से आधुनिक युग तक के इस कुल की विशेषता है शाकीय तना तथा ऐसी पत्तियाँ जो आच्छद बनाती हैं।
Equisetales - इक्वीसिटेलीज़
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग का एक गण। इसका आविर्भाव डिवोनियन, युग में हुआ और कुछ प्रतिनिधि आज भी वर्तमान हैं। जुड़े हुए तने तथा चक्रों में विन्यस्त शिराहीन पत्तियाँ इसके प्रमुख लक्षण हैं। प्रमुख विलुप्त वंश हैं- कैलेमाइटीज, कैलेमोडेन्ड्रोन, कैलैमोस्टेकिस, एन्यूलेरिया, फिल्लोथीका आदि। एक वंश इक्वीसीटम आज भी विद्यमान है।
Equisetites - इक्वीसिटाइटीज़
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग के इक्वीसिटेलीज गण का एक वंश। कार्बनी तथा मीसोजोइक युग के इन तनों के साँचों तथा मुद्राश्मों में छत्राकार बीजाणुधानीघर पार्श्विक होते हैं।
Eretmomia - एरेटमोनिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोंस्पर्मोप्सिडा वर्ग के ग्लॉसोप्टेरिडेलीज गण का एक अनंतिम वंश। पर्मियन युग के ये परागधारी अंग पराग कोशों के सवृन्त गुच्छे हैं।
Ernestiodendron - अर्नेस्टियोडेन्ड्रॉन
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोंप्सिडा वर्ग के वोल्टशिएलीज गण का एक वंश। पर्मियन युग के इन पौधों की पत्तियाँ तने से सटी रहती हैं तथा सहपत्र शाखित होते हैं।
Etapterideae - इटैप्टेरिडी
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के जाइगॉप्टेरिडेलीज गण का एक उप कुल। इसका प्रमुख वंश इटैप्टेरिस है।
Etapteris - इटैप्टेरिस
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के जाइगॉप्टेरिडेलीज गण का एक अनंतिम वंश। पर्मियन कार्बनी युग के ये पर्णवृन्त जाइगॉप्टेरिस तने पर लगे हुए थे, ऐसी मान्यता है।
Eucalamites - यूकैलेमाइटीज़
- कैलेमाइटीज वंश का एक उप वंश। इसमें शाखाएँ पर्वसन्धियों पर निकलती हैं।
Eucamptodromous - सुकोर-अस्पर्शी
- (शिराविन्यास) जिसमें द्वितीयक शिराएँ कोर तक नहीं पहुँचती।
Euramerican flora - यूरामेरिकी वनस्पतिजात
- यूराल पर्वतों से अमरीका तक फैली हुई एक पैलियोज़ोइक युगीन वनस्पति समूह जिसके पादप वितरण में भारी विविधता है।
Eurypalynous - विविध परागाणुमय
- (पादप कुल) जिसमें विविध प्रकार के परागाणु पाए जाते हों।
Euryphyllum - यूरीफिलम
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के ग्लॉसोप्टेरिडेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। पर्मियन युग के इन अक्षों की पत्तियों में स्पष्ट मध्यशिरा होती है।
Eu-Sigillaria - यू-सिजिलेरिया
- सिजिलरिया वंश का एक उपवंश। इसमें पर्णतल्प खड़ी कतारों में होते हैं।
Eusporangiate - सुबीजाणुधानिक
- (पर्णांग) जिसमें बीजाणुधानी बड़ी तथा छोटे वृन्तवाली और इसकी मित्ति कई कोशिका चौड़ी होती है।
Eusporangium - सुबीजाणुधानी
- कुछ पर्णांगों की बड़ी, छोटे वृन्त वाली बीजाणुधानी जिसकी भित्ति कई कोशिका चौड़ी होती है।
Eustele - सुरंभ
- रंभ, जिसमें अन्तस्वचा के भीतर संवहन पूल एक दूसरे से अलग अलग तथा एक चक्र में विन्यस्त रहते हैं।
Eustely - सुरंभता
- सुरंभ वाली अव जिसका विकास अनावृत बीजियों के मृदूतकी आदिरंभ या द्विबीजपत्रियों के नालरंभ से हुआ होगा।
Eviostachys - एवियोस्टैकिस
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग के स्फीनोफिल्लेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। डिवोनियन युग के ये शंकु छोटे, संवृन्त व 6 सहपत्रों के चक्र वाले होते हैं तथा त्रिशाखित बीजाणुधनीधरों के कई चक्र होते हैं।
Exannulate - वलयहीन
- जिसमें वलय न हों।
Exarch - बिहिरादिदारुक
- (ज़ाइलम या रंभ) जिसमें आदिदारु बाहर की तरफ हो। यह अवस्था बहिरादिदारुकता कहलाती है जो अधिकांशतः जड़ों में तथा कुछ तनों (स्फीनोफिलम) में भी पाई जाती हैं।
Excavation method - उत्खनन विधि
- संपीडाश्मों को चट्टान से निकालने की एक प्रविधि, जिसमें सूक्ष्मकंपी मशीन अथवा हथौड़े व इस्पात की सुई का प्रयोग किया जाता है।
Exina - एक्साइना =exine
Exine - एक्साइन, बाह्यचोल
- परागाणु मित्ति की बाहरी परत जो बहुत मज़बूत होती है तथा जीवाश्म रूप में परिरक्षित रह जाती है।
Exine architecture - बाह्यचोल संरूप
- बाह्यचोल (एक्साइन) की संरचना- विशेषकर उस पर का समग्र अलंकरण जो परागाणुओं के वर्गीकरण में सहायक होता है।
Exine index - बाह्य चोल सूचकांक
- बाह्यचोल (एक्साइन) की मोटाई का परागाणु की चौड़ाई के साथ अनुपात।
Exintina - बहिःइन्टाइन =exintine
Exintine - बहिःएन्टाइन
- एन्टाइन (आन्तर चोल) की बाहरी परत।
Exitus - निकास
- परागाणु की खातिका का छिद्र जिसमें से होकर अंकुरण नलिका निकलती है।
Exoexine/ extexine - बहिःऐक्साइन
Exosporic - बहिःबीजाणुक
- (अंकुरण) जो बीजाणु भित्ति के बाहर होता हो। इसके परिणामस्वरूप युग्मकोद्भिद (गैमीटोफाइट) स्वतंत्र जीवन व्यतीत करता है।
Exosporium - बहिःबीजाणु
- परागाणु की बाहरी परत के लिए प्रयुक्त एक व्यापक शब्द। पर्णांग बीजाणुओं को छोड़कर बाकी सभी परागाणुओं में यह एक्साइन ही है।
Exospory - बहिःबीजाणुता
- बीजाणु भित्ति के बाहर बीजाणु के अंकुरण तथा युग्मकोद्भिद् (गैमीटोफाइट) के परिवर्धन होने की अवस्था।
Extine - एक्सटाइन, बाह्यचोल
- = exine
Family - कुल, फैमिली
- जीवों के वर्गीकरण की एक कोटि जो गण के नीचे और वंश के ऊपर है अर्थात् कई वंश मिल कर एक कुल बनाते हैं और कई कुल मिलकर एक गण। पादप कुलों के अंत में प्रायः —-ए सी लगा रहता है। उदा. कैलामाइटेसी, इक्वीसिटेसी।
Fenestrate - गवाक्षित
- (पृष्ठ) जिसमें अनेक छिद्र हों; जैसे लिग्यूलीफ्लोरी का टैक्टम।
Fern like foliage - पर्णांगवत् पर्ण
- कार्बनी तथा बाद के युगों के कई अनंतिम पत्र वंशों का समूह। आकार में ये पत्तियाँ पर्णांगों जैसी होती हैं किन्तु जननांग अभी तक नहीं खोजे जा सके हैं। इनका वर्गीकरण पर्ण के आकार, शिराविन्यास, पिच्छकों का विन्यास आदि लक्षणों पर होता है। इस समूह के कुछ वंश हैं – ऐलीथॉप्टेरिस पेकॉप्टेरिस, न्यूरोप्टेरिस व स्फ्रीनॉप्टेरिस।
Ficophyllum - फाइकोफिलम
- संवहनी पादपों के ऐंजिओस्पर्मोप्सिडा वर्ग के मोरेसी कुल का एक वंश। क्रिटेशस तथा बाद के युग के ये पौधे आधुनिक वंश फाइकस सरीखे होते हैं।
Filicales - फिलिकेलीज़
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग का एक गण। इसके पर्णांग गण का विकास कार्बनी युग में हुआ और इसके प्रतिनिधि आज भी विद्यमान हैं। मुख्य लक्षण हैं, सदस्यों का गुरुपर्णी, समबीजाणुक होना।
Filicopsida - फिलिकॉप्सिड़ा
- संवहनी पादपों का एक वर्ग जिसका विकास डिवोनियन युग में हुआ और कुछ प्रतिनिधि आज भी विद्यमान हैं। सदस्य पादपों में भूमिगत राइजोम (प्रकंद); गुरुपर्णी खड़ा तना और बीजाणुधनियाँ होती हैं।
Fibriate - झालरदार
- जिसमें लम्बे पतले प्रवर्धों की झालर-सी लगी हो।
Foot - पाद
- किसी अंग का आधारीय भाग जिससे वह दूसरे अंग से अथवा आधान से जुड़ा रहता है; जैसे ब्रायोफाइटा के स्पोरोफाइट का सबसे निचला भाग जिससे वह गैमीटोफाइट से जुड़ा रहता है।
Form - आकार
- (1) (सं.) आकार
- जीव या उसके अंग की बनावट या रूप।
Fossil - जीवाश्म
- (1) (सं.)
- विलुप्त जीवों के अवशेष या चिह्न जो प्राकृतिक विधियों से शैलों में परिरक्षित रह गए। विस्तृत अर्थ में प्राचीन भूवैज्ञानिक कालों की वस्तुएँ जो उस समय के जीवन की कहानी बतलाती हैं।
Fossulate - खातिकायुक्त
- (एक्साइन) जिसमें खात जैसी ऐसी गुहाएँ हो जिनका एक दूसरे से मिलन न होता हो।
Foveate - गर्तमय
- (पृष्ठ) जिसमें गड्ढे हों।
Free - अलग्न, मुक्त
- (अवयव) जो आपस में जुड़े न हों।
Free sporing - मुक्त बीजाणुक
- (पादप) जिनमें बीजाणु अपनी धानी से बाहर निकल कर परिवर्धन करते हों।
Frond - फ्रौन्ड
- बड़ी सी पत्ती; जैसी कि फर्न या ताड़ में पाई जाती है।
Fructification -
- (1) फल (अर्थात् परिवर्धित पुष्प)
Fungi - कवक, फंजाइ
- क्लोरोफिलहीन थैलसी पादप। ये प्रीकैम्ब्रियन युग में उदित हुए और आज भी वर्तमान हैं। जीवाश्मी प्रतिनिधि बीजाणु या तंतु रूप में मिलते हैं। प्रमुख जीवाश्मी वंश हैं पैलियोमाइसीज पैलियोस्क्लेरोशियम, पेरोनोस्पोरॉइडीज़ आदि।
Furcula - फरकुला
- टेरिडोस्पर्मो का वंश, जिसे कभी आवृतबीजी समझा गया था। ट्राइएसिक युग की ये पत्तियाँ कुताकार होती है जिनमें मुख्य शिरा स्पष्ट तथा द्वितीयक शिराएँ जालिकावत् होती हैं।
Furrow - खात
- लम्बा सा छिद्र; जैसे कॉल्पस, रूगा, सल्कस। तु. पोरस
Furrow membrane - खात झिल्ली
- खात के नीचे का एक्साइन का क्षेत्र। इसमें अलंकरण नहीं होते और खात इसी के विदर से खुलता है।
Fusiformisporites - फ्यूजीफॉर्मीस्पोराइटीज़
- परागाणु प्रभाग जुगेटीज़, उप प्रभाग डाएडाइटीज का एक वंश।
Gametangium - युग्मकधानी
- अंग जो युग्मक का उत्पादन तथा धारण करता हैं जैसे पुंधानी, स्त्रीधानी।
Gametophyte - युग्मकोद्भिद्
- पोधा जो युग्मकों का उत्पादन करता है। इसमें जनन अंग होते हैं तथा यह अगुणित पीढ़ी का सदस्य है।
Gangamopteris - गैंगेमॉप्टेरिस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के ग्लॉसोप्टेरिडेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। पर्मियन युग की इन पत्तियों में स्पष्ट मध्यशिरा नहीं होती।
Geasterites - जीऐस्टराइटीज़
- गैस्टेरोमाइसिटीज़ वर्ग के कवकों का एक वंश। तृतीयक युग के ये कवक कोलराडो में पाए गए।
Geinitzia - गाइनित्सज़िया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज़ गण का एकअनंतिम वंश। मीसोज़ोइक युग की ये पत्तियाँ सुई जैसी होती हैं।
Gemini- - मिथुन—, युग्म
- (शब्द संयुतियों में) जोड़ों में; जैसे मिथुन कॉल्पसी (जोमिनील्कॉपेट)।
Gemma - जेम्मा
- (1) अलैंगिक कलिका (लिबरर्टों की)
General exine - सामान्य एक्साइन =synexine
Geniculus - जालुक
- घुटने के जोड़ सरीखी एक नति, जो सल्कस सिल्कस सिम्प्लैक्स में दिखाई देती है।
Genus - वंश
- जीवों के वर्गीकरण की एक कोटि जो कुल से नीचे और जाति (स्पीशीज़) से ऊपर होती है अर्थात् कई जातियाँ मिलकर एवं वंश बनाती हैं और कई वंश मिलकर एक कुल। द्विपदी नामकरण में प्रथम पद वंश का नाम होता है। उदा. ग्लॉसोप्टेरिस
Germinal aperture - अंकुरण-रन्ध्र
- = germ pore
Germinal apparatus - अंकुरण समुच्चय
- परागाणु की वे संरचनाएँ, जो पराग नलिका के परिवर्धन में सहायक होती हैं।
Germinal pore - अंकुरण-रन्ध्र
- = Germ pore
Germ pore - अंकुरण-रन्ध्र
- पराग के आवरण में गोल छेद, जिसमें से होकर पराग-नलिक निकलती है। सामान्यतया यह खात-झिल्ली में होता है।
Gigantea - विशाल
- दे. pize class
Ginkgodium - गिंक्गोडियम
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के गिक्गोएलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। जुरैसिक युग की ये पत्तियाँ चम्मच सरीखी होती हैं।
Ginkgoites - गिंक्गोआइटीज़
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के गिंक्गोआइटीज गण का एक अनंतिम वंश। ट्राइएसिक व तृतीयक युग की इन में पत्तियों में दो पालियां, में स्पष्ट वृन्त और दो आरेश (ट्रेस) होते हैं। ये आधुनिक वंश गिंक्गो की पत्तियों से काफी हद तक मिलते हैं।
Glacial epoch - हिम युग
- भूवैज्ञानिक कालानुक्रम में वह जिसमें अधिकांश भूभाग हिमाच्छादित था। प्लाइस्टोसीन की समकालिक इस अवधि में तापमान में गिरावट तथा वनस्पति जगत में कई उथल-पुथल हुए।
Gleiechenites - ग्लाइकेनाइटीज़
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग का एक वंश। मीसोजोइक युग के इस पर्णांग की पत्तियाँ ग्लाइकेनिया सरीखी होती है जिनमें पैकॉप्टेरिड प्रकार का पिच्छक होता है।
Global - गोलकीय
- (रंध्र) परागाणु की संपुर्ण सतह में वितरित।
Gloeocapsamorpha - ग्लिओकैप्सामॉर्फा
- एक हरित शैवाल वंश। ओर्डोविशिन व साइल्यूरियन युग के ये पादप आधुनिक शैवाल ग्लिओकैप्सा सरीखे होते हैं।
Glomerisporites - ग्लोमेरीस्पोराइटीज़
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग का एक अनंतिम वंश। क्रिटेशस युग के ये गुरुबीजाणु अंडाकार होते हैं।
Glossopteridales - ग्लॉसोप्टेरिडेलीज़
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक गण। मुख्यतः पर्मियन युग के ये पादप गौंडवाना महाखंड के मुख्य पादप थे। प्रमुख वंश हैं – गलॉसॉप्टेरिस व गैंगैमॉप्टेरिस।
Glossopteris - ग्लॉसोप्टेरिस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के ग्लॉसोप्टेरिडेलीज़ गण का एक वंश। मुख्यतः पर्मियन युगीन पत्तियों पर आधारित इस वंश के अब और अंग भी खोजे जा चुके हैं। इन कुन्ताकार पत्तियों में स्पष्ट मध्यशिरा होती है।
Glossopteris flora - ग्लॉसोप्टेरिस वनस्वातिजात
- गौंडवाना महाखंड की उत्तर पैलियोज़ोइक से मीसोज़ोइक युग तक की वनस्पति। मुख्य वंश हैं ग्लॉसोप्टेरिस व गैंगेमॉप्टेरिस।
Glossotheca - ग्लॉसोथीका
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के ग्लॉसोस्पेरिडेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। पर्मियन युग के इन परागधारी अंगों के वृन्त शाखित होते हैं।
Glyptolepis - ग्लिप्टोलेपिस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के वोल्टज़िएलीज़ गण का एक अनन्तिम वंश। पर्मियन युग के ये शंकु लम्बे तथा झुडों में विन्यस्त रहते हैं।
Gnetopsis - नीटॉप्सिस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरिडोस्पर्मेलीज़ गण का एक अनन्तिम वंश। कार्बनी युग के इन क्युप्यूलों में अनेक बीजाण्ड होते हैं।
Gondwanaland - गोंडवाना महाखंड
- एक प्राचीन अधिमहाद्वीप जिसमें दक्षिणी अमरीका, अफीका, आस्ट्रेलिया, दक्षिण ध्रुव प्रदेश तथा प्रायद्वीपीय भारत शामिल थे। इस पर्मियन-कार्बनी भूखंड की प्रमुख वनस्पति ग्लॉसोप्टेरिस-वनस्पति थी।
Gosslingia - गौसलिंगिया
- संवहनी पादपों के जोस्टेरोफिल्लॉप्सिडा वर्ग का एक वंश। डिवोनियन युग के इन पादपों में भूमिगत राइज़ोम तथा द्विशाखित अक्ष होता है।
Grammatopteris - ग्रैमेटॉप्टेरिस
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग का एक वंश। पर्मियन युग के इन पर्णांगों के खड़े तने होते हैं।
Granulati - ग्रैनुलाटी
- परागाणु उप-अधोप्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनकी एक्साइन की सतह दानेदार होती है।
Ground thin section method - घर्षित तनुकाट विधि
- अमीश्भूताश्मों के पतले सेक्शन प्रप्त करने की एक विधि, जिसमें हीरे की धार वाली आरी से कटे सेक्शनों को घिस कर पतला किया जाता है।
Guard cells - द्वार-कोशिका
- दो वृक्काकार कोशिकाएँ, जो रन्ध्र (स्टोमा) के दोनों तरफ स्थित होती हैं तथा रंध्र के खुलने-बन्द-होने का नियमन करती हैं। इनमें क्लोरोप्लास्ट होता हैं।
Gula - गुला
- गुरुबीजाणु में निकटस्थ ध्रुव पर टेक्टम के प्रवर्धों का बना हुआ शंकु।
Gulati - गुलाटी
- परागाणु प्रभाग ट्राइलिटीज़ का एक अधोप्रभाग, जिसमें वे बीजाणु सम्मिलित हैं जिनमें गुला होता है। उदा. गुलाट्राइलेटीज़।
Gulatriletes - गुलाट्राइलिटीज़
- परागाणु अधोप्रभाग गुलाटी का एक वंश। इस बीजाणु में गुला होता है।
Gymnocodium - जिम्नोकोडियम
- एक लाल शैवाल वंश। पर्मियन-कार्बनी युग के इस वंश की कुछ जातियाँ पर्मियन युग के सूचक जीवाश्म हैं।
Gymnospermopsida - जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा
- संवहनी पादपों का एक वर्ग, जिसका प्रमुख लक्षण है बीजों का नग्न होना। इस वर्ग का उदय मीसोजोइक युग में हुआ तथा कुछ प्रतिनिधि आज भी वर्तमान हैं। सामान्य भाषा में इन्हें अनावृतबीजी (जिम्नोस्पर्म) कहते हैं।
Gymnosperm - अनावृतबीजी
- दे. Gymnospermopsida
Gyronite - गाइरोनाइट
- कैरोफाइटों की कैल्सियमीभूत अंडधानी, जिसमें अण्ड के चारों तरफ लम्बी कुंडलित नलिकाएँ होती हैं।
Halimeda - हैलीमेडा
- एक शैवाल वंश जो प्रवालभित्तियों के निक्षेप के लिए उत्तरदायी है। जुरैसिक- क्रिटेशस युग के इस पादप का शरीर शाखित तंतुओं का बना होता है।
Halletheca - हालेथीका
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरिडोस्पर्मेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के ये परागधारी वंश नाशपाती के आकार की संवीजाणुधानियाँ हैं।
Haplocheilic - हैप्लोकाइलिक
- (रंध्र सम्मिश्र) जिसमें दो द्वार कोशिकाएँ एक कोशिका से तथा सहायक कोशिकाएँ दूसरी वाह्यत्वचीय कोशिका से उत्पन्न होती है।
Haplostele - सरल रंभ
- आदिरंभ का एक प्रकार जिसमें केन्द्रीय ज़ाइलम सिलिन्डर रूपी होती है। उदा. रैब्डोक्सिलॉन तने का रंभ।
Harris method - हैरिस विधि
- क्यूटिकल आदि पादप अंशों को शैल से अलग करने की एक विधि, जिसमें शैल को पोटैशियम हाइड्रॉक्साइड वाले नाइट्रिक अम्ल में डुबो कर तोड़ा जाता है।
Harrisocarpon - हैरिसोकार्पोन
- संवहनी पादपों के ऐंजियोस्पर्मोप्सिडा वर्ग के माल्वेसी कुल का एक वंश। पैलियोजीन युग के ये फल स्फोटी (कैप्सुलर) होते हैं।
Hedeia - हेडिया
- संवहनी पादपों के राइनिऑप्सिडा वर्ग का एक वंश। डिवोनियम युग के इन पादपों में द्विशाखित नग्न अक्ष होता है।
Hemiparacytic - अर्ध पराकोशिकीय
- (रंध्र सम्मिश्र) जिसमें द्वार-कोशिका सहायक कोशिका से केवल एक तरफ से घिरी रहती है क्योंकि इसमें केवल एक ही सहायक कोशिका होती है।
Hepaticites - हिपैंटिसाइटीज़
- एक लिवरवर्ट वंश। कार्बनी युग के इन पादपों के जननांग नहीं खोजे जा सके हैं तथा थैलसी व पत्रिल दोनों प्रकर की जातियाँ इस वंश में रख दी गई हैं।
Heterangium - हिटरैन्जियम
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरिडोस्पर्मेलीज़ गण का एक वंश। कार्बनी युग के ये विरलतः शाखित तने छोटे होते हैं जिनमें स्फीनॉप्टेरिस व रेडियो प्रकार की पत्तियाँ तथा टेलैन्जियम, टेलैन्जिऑप्सिस प्रकार की बीजाणुधानियाँ लगी होती हैं।
Heteropolar - विषमध्रुवीय
- (परागाणु) जिसमें दो ध्रुव तो हों किन्तु परागाणु काय को दो समान भागों में विभाजित न किया जा सके
- विप. Isopolar
Heterospore - विषमबीजाणु =anisospore
Heterosporous - विषमबीजाणवी
- दो प्रकार के बीजाणु उत्पन्न करने वाला। दे . Heterospory
Heterospory - विषमबीजाणुता
- दो प्रकार के बीजाणु उत्पन्न करने की अवस्था। बड़े मादा बीजाणु गुरु बीजाणु तथा छोटे नर बीजाणु लघु-बीजाणु कहलाते हैं। यह अवस्था संवहनी पादपों के कई वर्गों में पाई जाती है। इसकी विकास समबीजाणुता से हुआ तथा अल्प विकसित विषम बीजाणवी पादपों में लघु और गुरु दोनों प्रकार के बीजाणु एक ही बीजाणुधानी में उत्पन्न होते है, किन्तु विकसित अवस्था में लघु और गुरु बीजाणुधानियाँ अलग-अलग होती हैं।
Hexacytic - षट् कोशिकीय
- (रंध्र संम्म्श्र) जिसमें 6 सहायक कोशिकाएँ होती हैं।
Hexad - षटक
- ऐसे 6 परागाणुओं का समूह जो एक ही मातृ कोशिका से बने होते हैं।
Hilates - हाइलेटीज़
- परागाणु महाप्रभाग प्रोक्सीमेजेर्मिनान्टीज़ का एक उप प्रभाग, जिसमें वे बीजाणु सम्मिलित हैं जिनमें हाइलम होता है।
Hilate - हाइलमी
- हाइलम युक्त।
Hilum - हाइलम
- (1) बीज पर का निशान जो उस स्थान पर होता है यहाँ फ्यूनिकल पर बीज अथवा बीजाण्डासन (प्लेसेन्टा) पर बीजाण्ड जुड़ा था।
Hirmerella - हिरमेरेला
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के वोल्टजिएलीज़ गण का एक वंश। जुरैसिक युग के ये पादप छोटी पत्तियों वाले शंकुधर वृक्ष जैसे होते हैं। बीजाण्डी शंकुओं में 6 से 10 तक शल्क होते हैं और प्रत्येक शल्क में दो बीजाण्ड होते हैं।
Homospore - सामबीजाणु =isospore
Homosporous - समबीजाणवी
- एक ही प्रकार के बीजाणु उत्पन्न करने वाला। दे. Homospory
Homospory - समबीजाणुता
- केवल एक प्रकार के बीजाणु उन्पन्न करने की अवस्था। यह लाइकॉप्सिड वर्ग के पुरातन सदस्यों में पाई जाती है।
Homoxylous - समदारुक
- (दारु) जिसमें वाहिकाएँ नहीं होतीं।
Hornea - हॉर्निया
- हार्नियोफाइटॉन का पुराना नाम।
Horneophyton - हॉर्नियोफाइटॉन
- संवहनी पादपों के राइनिऑप्सिडा वर्ग का एक वंश। डिवोनियन युग के इन पादपों के नग्न अक्षों का शाखा विन्यास द्विशाखित होता है तथा वायव शाखाओं के सिरों पर शाखित बीजाणुधानियाँ होती हैं।
Horriditriletes - हॉरिडीट्राइलेइटीज़
- परागाणु उप अधोप्रभाग बैकुलाटी का एक वंश।
Hostimella - हॉस्टिमेला =Hostinella
Hostinella - हॉस्टिनेला
- संवहनी पादपों के ट्राइमेरोफाइटॉप्सिडा वर्ग का एक अनंतिम वंश। डिवोनियन युग के ये अक्षखंड नग्न तथा द्विशाखित होते हैं।
Hydrofluoric acid method - हाइड्रोफ्लोरिक अम्ल विधि
- स्थूल मसृणन (बल्क मैसीरेशन) की एक विधि जिसमें पादप खंड़ों को निकालने के लिए शैल को हाइड्रोफ्लोरिक अम्ल में डाल दिया जाता है।
Hyenia - हाईनिया
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग के हाईनिएलीज़ गण का एक वंश। डिवोनियन युग के इन पादपों के दृढ़ राइजोमों में खड़े अक्ष सर्पिलतः विन्यस्त होते हैं। दूरस्थ शाखाएँ उर्वर होती हैं जिनमें बीजाणुधानीधर मिलकर एक शिथिल शंकु बनाते हैं।
Hyeniales - हाईनिएलीज़
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग का एक गण। डिवोनियन युग के इन पादपों में राइज़ोमों से द्विशाखित अक्ष निकलते हैं और शिथिल शंकुओं में समबीजाण्वी बीजाणुधानियाँ लगी होती हैं। इस गण में दो वंश हाईनिया और कैलैमोफाइटॉन हैं जिन्हें कुछ आचार्य फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के क्लैडोज़ाइलेलीज़ के अन्तर्गत रखते हैं।
Hyphodromous - लुप्तशिराल
- (शिरा विन्यास) जिसमें मध्य शिरा तो स्पष्ट होती है किन्तु गौण शिराएँ मांसल पर्ण में छिप सी जाती हैं।
Hypostomatic - अधोरन्ध्री
- (पत्तियाँ) जिनकी निचली सतह पर रंध्र हो। उदा. स्यूडोक्टेनिस वंश की पत्तियाँ।
Hystrichosphere - हिस्ट्रिकोस्फीयर
- प्लावी जीव जिन्हें शैवालों में रखा जाता है। साइल्यूरियन से आधुनिक युग तक के ये जीवाश्म सींग वाले सिस्ट हैं।
Ibkya - इबक्या
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग के इबक्येलीज़ गण का एक वंश। डिवोनियन युग के इन पौधों में कूट एकलाक्षी अक्ष से सर्पिल क्रम में पार्श्वक शाखाएँ निकलती हैं। उर्वर शाखाओं के सिरों पर प्रति-अंडाकार बीजाणुधानियाँ होती हैं।
Ibkyales - इबक्येलीज़
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग का एक गण। डिवोनियन युगीन यह वर्ग ट्राइमेरोफाइटॉप्सिडा व हाईनिएलीज़ के बीच का है तथा इसे स्फीनॉप्सिडा का आदि गण माना जाता है। प्रारूपिक वंश है इबक्या।
Ice age - हिम युग =glacial age
Imbricate - कोरछादी
- (अंग) जिसके किनारे अपने जैसे दूसरे अंग के किनारों को विविध प्रकार से ढके रहते हैं।
Impression - मुद्राश्म
- जीवाश्म प्रकार, जो शैलों पर जीव की छाप के रूप में होते हैं।
Inaperturate - अछिद्रिल
- (परागाणु सतह) जिसमें छिद्र न हों।
Index fossil - सूचक जीवाश्म
- सीमित भूवैज्ञानिक काल में विद्यमान जीवाश्म जिनकी उपस्थिति शैल की आयु को सूचित करती है। ये सीमित विशेषसंस्तर में विस्तृत रूप में पाए जाते हैं। उदा. उपरि डिवोनियन युग का सूचक जीवाश्म आर्केइयॉप्टिरिस।
Indocarpus - इन्डोकार्पस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के ग्लॉसौप्टेरिडेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। पर्मियन युग के इन बीजाण्डों के वृत्त छोटे होते हैं।
Indusium - सोरसछद
- सोरस को ढकने वाला बाह्यत्वचीय प्रसार।
Inflorescence - पुष्पक्रम
- (1) वृन्त पर फूलों का विन्यास।
Inflorescence genus - पुष्पक्रम वंश
- पुष्पक्रम के आधार पर ज्ञात अनंतिम वंश। उदा. कॉर्डोंएन्थस।
Infra - (शब्द संयुतियों में)
- (1) अधो-, जैसे–
- infrabaculate अधोबैकुलीय, बैकुला के नीचे।
- infratectate अधोटैक्टमी, टैक्टम के नीचे।
- infrategillate अधोटेजिलमी, टेजिलम के नीचे।
Infrasculpture - अन्तः अलंकरण
- अलंकरण के अवयवों द्वारा बनी हुई आन्तरिक संरचना, जो सैक्कस की भित्तियों में बनी होती हैं।
Infrastructure - अन्तः अलंकरण
- infrasculpture
Infructescence - फलक्रम
- फलित पुष्पक्र्म, जिसमें स्त्री पुष्प, फल, मादा शंकु आदि होते हैं। उदा. कार्नोकोनाइटीज, जो पेन्टॉज़ाइलेलीज़ के बीजधारी अंग हैं।
Infraturma - अधो प्रभाग
- विकीर्ण परागाणुओं के कृत्रिम वर्गीकरण में प्रयुक्त कोटि, जो उप प्रभाग के नीचे और उप अधो प्रभाग के ऊपर आती है। उदा. लैवीगाटी।
Integument - कवच
- बीज का दृढ़ बाहरी आवरण, जो कि अंडद्वार के अतिरिक्त समूचे बीज को ढके रहता है। अनावृतबीजियों में एक कवच होता है और अधिकांश आवृतबीजियों में दो। एक मत के अनुसार टेरिडोस्पर्मों का क्युप्यूल कवच में विकसित हो गया।
Intercolpar - अंतराकॉल्पसी
- दो कॉल्पसों के बीच का।
Intercolpium - अंतरा कॉल्पस
- दो कॉल्पसों के बीच का भाग।
Interlacunar - अंतरारिक्तिकीय
- दो रिक्तिकाओं के बीच का।
Interloculum - अंतरास्थान
- एक्टेक्साइन और एन्डेक्साइन के बीच का स्थान।
Interporium - अंतरारन्ध्र
- दो पोरसों (रन्ध्रों ) के बीच का एक्साइन वाला अवकाश।
Intexine - इन्टेक्साइन =endexine
Intine - इन्टाइन, अंतःचोल
- परागाणु भित्ति की भीतरी परत। यह वर्णहीन परत पराग-नलिका की झिल्ली के रूप में बाहर को निकल आती है।
Isopolar - समध्रुवी
- (परागाणु) जिसमें दो ध्रुव समान हों, जिस कारण परागाणु को दो समान भागों में विभाजित किया जा सके।
- विप. Heteropolar
Isospore - समबीजाणु
- समान आकार के बीजाणु, जिनको नर और मादा की संज्ञा नहीं दी जा सकती।
- दे. homospory
Ixostrobus - इक्सोस्ट्रोबस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्प्मोप्सिडा वर्ग के चेकैनोब्सकिएलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। जुरैसिक युग के इन परागधारी शंकुओं की बाह्यत्वचीय संरचना चेकैनोब्सकिया जैसी ही होती है।
Jugates - जुगेटीज़
- परागाणु महाप्रभाग वैरीजर्मिनान्टीज़ का प्रभाग, जिसमें वे परागकण सम्मिलित किए जाते हैं जो कि 2, 4 आदि के समूहों में मिलते हैं।
Jurassic - जुरैसिक
- (1) मीसोज़ोइक शैल समूहों का निचला प्रभाग। ये लगभग 14 से 19 1/2 करोड़ वर्ष पूर्व बने तथा इनमें मुख्यतः पर्णांग तथा अनावृतबीजी पादप मिलते हैं।
Kainophytic - कैनोफिटिक
- = Cenophyric
Kainozoic - कैनोजोइक
- = Cenozoic
Kalymma - कैलिम्मा
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरीडोस्पर्मेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। डिवोनियन-कार्बनी युग के ये अलग्न वृन्त संभवतया कैलैमोपिटिस के हैं।
Kamaraspermum - कैमारास्पर्मम
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के ये बीज लम्बे तथा द्विपार्श्विक होते हैं।
Kaulangiophyton - कौलेंजिओफाइटॉन
- संवहनी पादपों के जोस्टीरोफिल्लोप्सिडा वर्ग का एक वंश। डिवोनियन युग के इन पादपों के अक्ष की शाखाओं के सिरों पर अण्डाकार बीजाणुधानियाँ होती हैं।
Klukia - क्लूकिया
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के फिलिकेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। जुरैसिक युग की इन द्विपिच्छकी पत्तियों में पेकॉप्टेरिस सरीखे पिच्छक होते है।
Krishnania - कृष्णानिया
- एक नील हरित शैवाल वंश। प्रीकैम्ब्रियन-कैम्ब्रियन युग के ये तंतु पटहीन होते हैं।
Labrum - लेब्रम
- कुछ परागाणुओं में अस्थूल एक्टेक्साइन का बहिर्वर्ध जो एक टोंटी-सी बना देता हैं।
Laevigate - चिक्कण, चिकना
- चिक्कण, चिकना
- (परागाणु, सतह आदि) जो चिकनी हो।
Laevigati - लेवीगाटी
- लेवीगाटी
- परागाणु प्रभग ट्राइलेटीज का अधोप्रभाग, जिसमें वे त्रिअरी परागाणु सम्मलित हैं जिनका बाह्यचोल चिकना होता है।
Lavigatomonoleti - लेवीगेटोमोनोलेटी
- लेवीगेटोमोनोलेटी
- परागाणु प्रभाग मोनोलेटीज़ का अधो प्रभाग जिसमें वे एक-अरी परागाणु सम्मिलित हैं जिनका वाह्यचोल चिकना होता है।
Lagenostoma - लैजीनोस्टोमा
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टिरिडोस्पर्मैलीज़ गण का एक वंश। कार्बनी युग के ये बीजाण्ड लाइजिनॉप्टेरिस के हैं।
Lagenostome - लैजीनोस्टोम
- टेरिडोस्पर्म कुल लाइजिनोप्टेरिडेसी के बीजों के अग्रभाग की फ्लास्क के आकार की संरचना। यह न्यूसेलस का विस्तार है और इसमें बीजाण्ड-द्वार (माइक्रोपाइल) भी होता है।
Lanceolate - कुंताकार
- 1. भाले के आकार की (पत्ती), जैसी जैमाइटीज़ ज़ाइगस कती पत्ती।
Lanceolatus - लैन्सिओलेटस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के ग्लॉसोप्टेरिडेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। पर्मियन युग के ये फलक्रम पत्ती की मध्य शिरा से उपजते हैं।
Langiella - लैजिएला
- एक नील हरित शैवाल वंश। डिवोनियन युग के इन शैवालों में हैटीरोसिस्ट आधार पर होता है।
Lapposisporites - लैपोसीस्पोराइटीज़
- परागाणु उप अधो प्रभाग एपीकुलाटी-वेरिया का एक वंश। इसके बाह्य चोल में एपीकुलेट तथा विविध रूपी अलंकरण पाए जाते हैं।
Laricoidites - लैरिकोइडाइटीज़
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक वंश, जिसे आवृतबीजी कुल ऐरोकैरिएसी में रखा जाता है। मीसोजोइक युग के ये पराग कोषहीन होते हैं।
Lasio Strobus - लैसियोस्ट्रोबस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के साइकैडेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के इन शंकुओं में सर्पिल रूप से विन्यस्त बीजाणु-पर्ण होते हैं।
Latosporites - लैटोस्पोराइटीज़
- परागाणु अधोप्रभाग लेवीगैटो मोनालेटी का एक वंश। इन परागाणुओं में एक-अर चिन्ह होता है तथा इसकी सतह चिकनी होती है।
Leaf architecture - पर्ण-संरूप
- पत्ती की संरचना; जैसे आधार, कोर, शिरा विन्यास, ग्रंथियों की उपस्थिति आदि की समग्र वाह्य अभिव्यक्ति, जो अश्मीभूत पत्तियों के वर्गीकरण में सहायक होती हैं।
Leaf bolster
- = leaf Cushion - पर्ण तल्प
Leaf cushion - पर्ण तल्प
- लेपिडोंडेन्ड्रॉन आदि कुछ पादपों के तने पर एक हीरकाकार उभार, जो पत्ती के झड़ जाने के बाद उसके आधार का सूचक है।
Leaf gap - पर्ण अन्तराल
- तनों के अनुप्रस्थ काट में दीखने वाली नालरंभ (साइफोनोस्टील) की आभासी असतता, जो उन स्थानों पर होती है जहाँ पर से पर्णारेश (लीफ ड्रेस) पत्ती की ओर जाते हैं।
Leaf genus - पर्णवंश
- पत्तियों के आधार पर ज्ञात वंश; जैसे टेनिस, टाइलोफिलम, निपेनियोफिलम आदि।
Leaf printing - पर्ण मुद्रण
- पत्ती की शिराओं की सीसे की प्लेट में छाप अंकित करवाना। दाब के कारण शिराएँ सीसे पर गहरी छप जाती हैं और मौलिक पत्ती की अपेक्षा इस छाप में बारीकियाँ अधिक स्पष्ट आ जाती हैं।
Leaf scar - पर्ण दाग
- पत्ती के गिर जाने के बाद तने पर अंकित निशान। यह विविध आकार का होता है।
Leaf skeleton - पर्ण कंकाल
- पत्ती के मृदु ऊतकों के विगलित हो जाने के बाद केवल शिरायुक्त पत्तियाँ। ये कृत्रिम रूप से भी बनाए जा सकते हैं तथा शिरा विन्यास के अध्ययन में सहायक होते हैं।
Leaf trace - पर्ण आरेश
- रंभ से पत्ती की ओर जाने वाले संवहन संपूल।
Lebachia - लेबाकिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के वोल्टजिएलीज़ गण का एक वंश। कार्बनी पर्मियन युग के ये पादप पिच्छक रूप से विन्यस्त शाखाओं वाले वृक्ष हैं।
Leclercqia - लेक्लर्किया
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग के प्रोटोलेपिडोडेन्ड्रैलीज़ गण का एक वंश। मध्य डिवोनियन युग के ये पादप द्विशाखित शाक हैं। तने लघुपर्णों से आवृत्त होते हैं तथा बीजाणुधानियाँ सामान्य लघुपर्ण पर अभ्यक्षतः (ऐडैक्सिएली) विन्यस्त होती हैं। लिम्यूल उपस्थित होता हैं।
Lepidocarpon - लेबिडोकार्पोन
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग के लेपिडोडेन्ड्रैलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के इन विलगित संकुओं में बीजाणुधानियाँ बीजाणुपर्ण से पूरी तरह घिरी रहती हैं।
Lepidodendrales - लेपिडोडेन्ड्रेलीज़
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग का एक गण। ये पादप डिवोनियन युग में उपजे, कार्बनी युग में प्रमुख हुए तथा पर्मियन तक विद्यमान रहे। इनकी विशेषता है अपने ही ढंग के पर्ण तल्प तथा पर्ण दाग।
Lapidodendron - लेपिडोडेन्ड्रॉन
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग के लेपिडोडेन्ड्रेलीज़ गण का एक वंश। कर्बनी युग के ये पादप विशाव वृक्ष हैं, जिनके खड़े तने अत्यधिक शाखित होते हैं; लम्बी घास जैसी पत्तियाँ गिर जाने पर एक पर्णतल्प को छोड़ जाती हैं जिसका अपना विशेष आकार होता है। ये चौकोर तल्प लम्बाई में बड़े होते हैं।
Lepidophlois - लेपिडोफ्लोइस
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग के लेपिडोडेन्ड्रेलीज़ गण का एक वंश। कर्बनी युग के इन वृक्षों में पर्णतल्प चौड़ाई में बड़े होते हैं।
Lepidophylloides - लेपिडोफिल्लॉइडीज़
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग के लेपिडोडेन्ड्रेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग की इन घास जैसी पत्तियों में केवल एक शिरा होती है।
Lepidopteris - लेपिडॉप्टेरिस
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग के लेपिडोडेन्ड्रेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। ट्राइएसिक युग की इन पत्तियों में चौड़े आधार वाले कुन्ताकार पिच्छक होते हैं।
Lepidostrobus - लेपिडोस्ट्रोबस
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग के लेपिडोडेन्ड्रेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के ये शंकु द्विबीजाणुधानिक होते हैं।
Leptocycas - लेप्टोसाइकस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के साइकैडेलीज़ गण का एक वंश। ट्राइएसिक युग के इन पादपों के तनों में पर्णाधार दूर-दूर स्थित होते हैं।
Leptophyll - तनु पर्ण
- पर्णसंरूपी वर्गीकरण में वह पत्ती, जिसका एक तरफ के फलक का क्षेत्रफल 0.25 सें.मी.2 तक हो।
Leptosporangiate - तनुबीजाणुधानिक
- (पर्णाग) जिनमें बीजाणुधानी कोमल तथा लम्बे वृन्त वाली होती है। ऐसे पर्णांग विकसित माने जाते हैं।
Leptosporangium - तनु बीजाणुधानी
- विकसित पर्णांगों की कोमल तथा लम्बे वृन्त वाली बीजाणुधानी। तु. eusporangium
Leptostrobus - लेप्टोस्ट्रोबस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के चेकैनोब्सकिएलीर्ज गण का एक अनंतिम वंश। जुरैसिक युग की इन फलावलियों के अक्ष अशाखित होते हैं जिनमें पालिदार गुरु बीजाणुपर्ण वाले कैप्स्यूल लगे होते हैं।
Levigate/laevigate - चिक्कण/चिकना
Lichen - लाइकेन, शैक
- शैवाल तथा कवक के सहजीवन वाले पादप। ये प्रीकैम्ब्रियन युग में उपजे तथा इनके प्रतिनिधि आज भी विद्यमान हैं। थूकोमाइसीज़ आदि कुछेक जीवाश्मी प्रतिनिधि मिले हैं।
Lidgettonia - लिडगेटोनिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के ग्लॉसोप्टेरिडेलीज़ गण का एक वंश। पर्मियन युग के इन पादपों की ग्लॉसोप्टेरिस सरीखी पत्तियों के वृन्त पर बीजाण्ड लगे होते हैं।
Lighting techniques - प्रकाश-प्रविधियाँ
- जीवाश्मों के फोटो लेने के लिए विकसित कई प्रकार की विधियाँ, जिनसे फोटो मौलिक से अधिक साफ आती हैं।
Ligular scar/ ligule scar - लिग्यूल चिह्न
Ligulate - लिग्यूलधारी
- (पत्तियाँ आदि) जिनमें लिग्यूल होता है; जैसे सेलाजिनेलेलीज़ के लघुपर्ण तथा लेपिडोडेन्ड्रेलीज़ के बीजाणुपर्ण।
Ligule - लिग्यूल
- कुछ पत्तियों, बीजाणुपर्णों के आधार का छोटा-सा उद्वर्ध; जैसा कि सिलेजिनेला आदि में पाया जाता है।
Ligule scar - लिग्यूल चिह्न
- पर्णतल्प पर पर्ण दाग के ऊपर स्थित लिग्यूल का निशान; जैसा कि लेपिडोडेन्ड्रॉन के तने पर दिखाई देता है।
Linear - रैखिक
- पर्ण-संरूपी वर्गीकरण में लम्बी पत्ती, जिसकी लम्बाई-चौड़ाई का अनुपात 10 : 1 हो।
Linopteris - लाइनॉप्टेरिस
- पैलियोज़ोइक युगीन एक पर्णांगवत् पर्ण वंश। न्यूरॉप्टेरिस सरीखी इन छोटी-सी पत्तियों में जालिकावत् शिराविन्यास होता है। माना जाता है कि ये मेडुलोसा कुल के टेरिडोस्पर्मों की पत्तियाँ हैं।
Liquid technique - द्रव प्रविधि
- अश्मित अवशेषों के सेक्शन प्राप्त करने की एक पील विधि, जिसमें नमूने के छोटे टुकड़े को अम्ल में डुबोया जाता है ताकि खनिज दूर हो सकें। फिर इसे धोकर सुखाया जाता है और इसकी सतह से पील प्राप्त किए जाते हैं।
Litostrobus - लिटोस्ट्रोबस
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग के स्फीनोफिलेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के इन छोटे से शंकुओं में सहपत्रों का चक्र होता है तथा बीजाणु धानियों में दृढ़ वृन्त होता है।
Litostroma - लिटोस्ट्रोमा
- एक लाल शैवाल वंश। पैनसिलवेनियन युगीन इन पादपों का शरीर एक कोशिका मोटा, अनियमित थैलसी पट्टिका होता है।
Lobatannularia - लोबैटेनुलेरिया
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग के इक्वीसिटेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। पर्मियन युग की ये पत्तियाँ अधोमुख कुन्ताकार होती हैं।
Lophate - कूटकमय
- (परागाणु) जिसकी सतह पर उभार हो।
Lonchopteris - लौन्कॉप्टेरिस
- पेलियोजोइक युगीन एक पर्णांगवत् पर्ण वंश। ये पत्तियाँ ऐलीथॉप्टेरिस सरीखी होती हैं किन्तु पिच्छकों में शिराविन्यास जालिकावत् होता है।
Loranthacites - लोरेन्थैसाइटीज़
- परागाणु उप प्रभाग सेमीकॉल्पेटीज़ का एक वंश।
Lorate - लोरेट
- (पर्ण संरूपी वर्गीकरण में ) एक लम्बी सी पत्ती, जिसकी लम्बाई-चौड़ाई का अनुपात 6 : 1 होता है।
Lycophyta - लाइकोफाइटा
- दे. Lycopsida
Lycopodiales - लाइकोपोडिएलीज़
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग का एक गण। ये पौधे कार्बनी युग में उपजे तथा कुछ प्रतिनिधि आज भी विद्यमान हैं। ये शाकीय पादप लघुपर्णी होते हैं तथा बीजाणुधानियों में एक ही प्रकार के बीजाणु पाए जाते हैं।
Lycopodites - लाइकोपोडाइटीज़
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग के लाइकोपोडिएलीज़ गण का एक वंश। कार्बनी युग के ये शाकीय पौधे आधुनिक वंश लाइकोपोडियम सरीखे होते हैं।
Lycopsida - लाइकॉप्सिडा
- संवहनी पादपों का एक वर्ग। ये पादप साइल्यूरियन युग में उपजे, कार्बनी युग में प्रमुखता पाई तथा थोड़े से प्रतिनिधि आज भी विद्यमान हैं। इन पौधों में लघुपर्ण होते हैं तथा प्रत्येक लघुपर्ण में केवल एक ही संवहन-पूल होता है। प्रमुख गण हैं प्रोटोलेपिडोडेन्ड्रेलीज़, सेलाजिनेलेलीज़ तथा प्ल्यूरोमिएलीज़। कुछ आचार्यों ने इस वर्ग को लाइकोफाइटा या माइक्रोफिलोफाइटा नामक प्रभाग भी कहा है। पहले इन पौधों को लाइकोपोडिएलीज़ गण में रखा जाता था।
Lycostrobus - लाइकोस्ट्रोबस
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग का एक अनंतिम वंश। ट्राइएसिक युग के इन शंकुओं में सर्पिलतः विन्यस्त पत्तियाँ होती हैं।
Lyginangium - लाइजिनैन्जियम
- हैटीरेन्जियम का एक उपवंश। कार्बनी युग के इन पौधों में ज़ाइलम केन्द्र तक पहुँचा होता है किन्तु इसकी मात्रा अल्प होती है।
Lyginopteridaceae - लाइजिनॉप्टेरिडेसी
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरीडोस्पर्मेलीज़ गण का एक कुल। कार्बनी युग के इन पौधों के तने एक-रंभीय तथा बाह्य त्वचा ग्रंथिल होती है।
Lyginopteris - लाइजिनॉप्टेरिस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरीडोस्पर्मलीज़ गण का एक वंश। कार्बनी युग के इन लता-जैसे तनों में सर्पिलतः विन्यस्त पत्तियों में बीजाण्डधारी क्युप्यूल होते हैं।
Lyrasperma - लाइरास्पर्मा
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरीडोस्पर्मेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के इन प्राक् बीजाण्डों में द्विपार्श्विक सममिति पाई जाती है।
Lyssoxylon - लाइसॉक्सिलॉन
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मेप्सिडा वर्ग के साइकेडेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। ट्राइएसिक युग के इन तनों में बड़ी सी मज्जा होती है।
Macrogametophyte - गुरुयुग्मकोद्भिद् =megagametophyte
Macrophyll - गुरु पर्ण
- पत्र संरूपी वर्गीकरण में वह पत्ती जिसके एक तरफ से फलक का क्षेत्रफल 182.25 से 1640.25 वर्ग सें.मी.हो।
Macrospore - गुरु बीजाणु =megaspore
Macrotaeniopteris - मैक्रोटीनियोप्टेरिस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के निलसोनिएलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। मीसोजोइक युग की ये पत्तियाँ लम्बी, अण्डाकार तथा अच्छिन्नकोर होती हैं।
Maheshwariella - महेश्वरिएला
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक अनंतिम वंश। पर्मियन कार्बनी युग के बीज अण्डाकार होते हैं तथा उनके बीचों-बीच एक कूटक होता है।
Main axis - मुख्य अक्ष
- परागाणु के ध्रुवों को जोड़ने वाली रेखा।
Manoxylic - विरलदारुक
- (काष्ठ, दारु) चौड़ी मृदूतकी अरों की उपस्थिति के कारण मृदु और स्पंजी जैसा कि बीजी पर्णांगों तथा साइकैडों में। तु. सघनदारुक pycnoxylic
Marattiales - मेरैटिएलीज़
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग का एक गण। ये पादप कार्बनी युग में विकसित हुए तथा कुछ सदस्य आज भी विद्यमान हैं। प्रमुख जीवाश्मी वंश है सारोनियस।
Marchantites - मार्केन्टाइटीज़
- एक लिवरवर्ट वंश, जो कार्बनी से क्रिटेशस युग तक विद्यमान था।
Margo - मार्गो
- कॉल्पस को घेरे रहने वाली पट्टी, जो पराग कण की शेष एक्साइन से भिन्न प्रकार की दिखाई देती है।
Mariopteris - मैरियॉप्टेरिस
- पेलियोज़ोइक युगीन पर्णांगवत् पर्ण समूह का एक वंश। यह आकार में स्फीनॉप्टेरिस और पेकॉप्टेरिस के बीच का होता है।
Massula - मैसुला, पिंडक
- (1) श्लेष्मल पदार्थ का पुंज, जो साल्वीनिएलीज़ गण के गुरुबीजाणु के ऊपर तैरता रहता है।
Mataia - मैटाइया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनिफरेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। जुरैसिक युग के इन शंकुओं में त्रिकोणाकार सहपत्र होते हैं।
Matonidium - मैटोनिडियम
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के मैटोनिएसी कुल का एक अनंतिम वंश। मीसीजोइक युग की इन पत्तियों में दात्राकार पिच्छकाएँ होती हैं।
Mazocarpon - मेज़ोकार्पोन
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के ये शकु सिजिलेरिया के हैं, ऐसी मान्यता है। इन शंकुओं में नौकाकार बीजाणुपर्ण तथा तिकोनी गुरुबीजाणधानियाँ होती हैं।
Mazostachys - मैज़ोस्टैकिस
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग के कैलैमिटेसी कुल का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग इन शंकुओं में बीजाणुधानीधर पर दो बीजाणुधानियाँ लटकती रहती हैं।
Medianum colpi - कॉल्पस मध्यिका
- कॉल्पस को दो सर्मामत भागों में विभाजित करने वाली खड़ी या पड़ी रेखा।
Medullated protostele - मज्जामय आदिरंभ
- ऐसा आदिरंभ जिसके केन्द्र में मज्जा होती है। दे.stele
Medullosa - मेडुलोसा
- संवहनी पादपों के जिमोस्पर्मोप्सिडा वर्ग के टेरिडोस्पर्मेलीज़ गण के मेडुलोसेसी कुल का एक वंश। कार्बनी पर्मियन युग के इन खड़े पौधों में अतिभाजित बहुरंभी तना होता है।
Medullosaceae - मेडुलोसेसी
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरिडोस्पर्मेलीज़ गण का एक कुल। ये पादप कार्बनी युग के आरंभ में विकसित हुए तथा पर्मियन तक टिक सके। अपने समय के इन विशालतम बीजी पर्णांगों में बहुरंभी तना होता है।
Megagametophyte - गुरु युग्मकोद्भिद्
- गुरुबीजाणु से परिवर्धित, मादा युग्मक का उत्पादन करने वाला छोटा सा पौधा, जो कभी-कभी जीवाश्मी अवस्था में भी पाया गया है।
Megalopteris - मेहाल़प्टेरिस
- पेलियोज़ोइक युगीन पर्णांगवत् पर्ण समूह का एक वंश। इनकी लम्बी पिच्छिकाओं में स्पष्ट मध्य शिरा होती है।
Megaphyll - गुरुपर्ण
- (1) पर्णांग आदि की बड़ी पत्ती। इनमें शाखित संवहन पूल होते हैं जो रंभ से निकलते हुए पर्णांवकाश (लीफ गैप) छोड़ जाते हैं।
Megaporoxylon - मेगापोरॉक्सिलॉन
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक अनंतिम वंश। पर्मियन युगीन इन काष्ठों की मज्जा में बड़े-बड़े गर्त होते हैं।
Megasporangiate cone - गुरुबीजाणुधानीय शंकु
- गुरुबीजाणुधानी धारण करने वाला शंकु।
Megasporangium - गुरुबीजाणुधानी
- गुरुबीजाणुधानी धारण करने वाली बीजाणुधानी।
Megaspore - गुरुबीजाणु
- मादा बीजाणु, जो आकार में दूसरे प्रकार के बीजाणु (नर बीजाणु) से अपेक्षा कृत बड़ा होता है। =macrospore तु. microspore (लघुबीजाणु)
Megasporophyll - गुरुबीजाणुपर्ण
- गुरुबीजाणुधानी को धारण करने वाला बीजाणुपर्ण।
Megastrobilus - गुरुशंकु
- गुरुबीजाणुधानी को धारण करने वाला शंकु। दे. Strobilus
Mehtaia - मेहताइया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। जुरैसिक युग के इन बीजधारी शंकुओं में सहपत्र सर्पिल क्रम से लगे होते हैं।
Meristele - रंभांशक
- अपने आप में पूर्ण रंभ का अंश; जैसे पेन्टाज़ाइलेलीज़ के पाँच संवहनी तत्वों में से एक अथवा क्लैडॉक्सिलॉन रेडिएटम के बहुरंभीय संवहन तंत्र का एक खंड।
Mesarch - मध्यादिदारुक
- (रंभ या ज़ाइलम) जिसमें आदिदारु मध्य में स्थित होता है; जैसे कैलैमो पिटिस, प्रोटोप्टेरिडियम आदि पर्णांगों का रंभ।
Mesarchy - मध्यादिदारुकता
- ज़ाइलम या रंभ के मध्य में होने की अवस्था।
- दे. Mesarch
Mesexine - मध्य एक्साइन
- ऐक्टेक्साइन (बहिः एक्साइन) तथा एन्डेक्साइन (अंतः एक्साइन) के बीच की परत।
Mesine - मध्यचोल, मीसाइन
- बाह्यचोल (एक्साइन) तथा अंतश्चोल (इन्टाइन) के बीच की परत।
Mesocolpium - मध्यकॉल्पियस =intercolpium
Mesoporium - मध्यरंध्रक =interporium
Mesorium - मध्यमुखक, मीजोरियम
- दो छिद्रकों (ऑसों) के बीच वाला एसाइन का भाग।
Mesophyll - (1) पर्णमध्योतक, मीजोफिल
- पत्ती का बिचला ऊतक।
- (2) मध्यम पर्ण
- पत्र संरूपी वर्गीकरण में वह पत्ती, जिसका एक तरफ के फलक का क्षेत्रफल 20.25 – 182.25 वर्ग से.मी. हो।
Mesophytic - मीसोफिटिक
- मीसोज़ोइक के स्थान पर प्रयुक्त होने के लिए प्रस्तावित शब्द। भूवैज्ञानिक अतीत मे पादप जगत के परिवर्तन जन्तु जगत के परिवर्तनों के पूर्व घटित हुए। इसी कारण मीसोफिटिक में पैलियोज़ोइक का उपरि पर्मियन तो सम्मिलित है किन्तु मीसोज़ोइक का उपरि क्रिटेशस नहीं है।
Mesoxylon - मीसॉक्सिलॉन
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कार्डेटेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के ये काष्ठ बड़े तथा बिम्बाभ होते हैं। पर्णारेश एकल संपूल के रूप में निकलते हैं पर बाद में दो में विभाजित हो जाते हैं।
Mesozoic - मीसोजोइक
- (1) शैल-समूह जो 22.5 से 6.4 करोड़ वर्ष पूर्व निर्मित हुए। ये पैलियोज़ोइक से कम तथा कैनोज़ोइक से अधिक आयु के हैं। ये तीन तंत्रों में विभाजित किए गए हैं–ट्राइएसिक, जुरैसिक तथा क्रिटेशस।
Mesozioc conifer foliage - मीसोज़ोइक शंकुधर पर्ण समूह
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज़ गण की पत्तियों के वंशों का समूह। मोसीजोइक युग की ये पत्तियाँ कई वंशों में रखी गई हैं; जैसे ब्रैकीफिल्लम, पाडोजैमाइटीज़ आदि।
Metaclepsydropsis - मेटाक्लैप्सीड्रॉप्सिस
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के जाइगॉप्टेरिडेलीज़ गण का एक वंश। कार्बनी युग के इन प्रीफर्नों में क्षैतिज़ राइज़ोम पर अलग-अलग पर्ण लगे होते हैं।
Metasequoia - मेटासीक्वाया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज़ गण का एक जीवित वंश जिसका आदि वर्णन जीवाश्म के रूप में हुआ और जीवित प्रतिनिधि बाद में खोजे गए। यह क्रिटेशस और तृतीयक युग में काफी विस्तृत था। इस पौधे में सम्मुख पत्तियाँ और सवृन्त शंकु होते हैं।
Metaxylem - अनुदारु
- आदिदारु के बाद बनने वाला दारु जिसकी कोशिकाएँ अपेक्षाकृत बड़ी तथा संवहनी वाहिकाएँ मोटी होती हैं।
Miadesmia - मायाडेज्मिया
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग के सेलाजिनेलेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के यें गुरूबीजाणुपर्ण लिग्यूलधारी होते हैं।
Microcachrydites - माइक्रोकैच्रीडाइटीज़
- उप-प्रभाग पौलीसेक्काइटीज़ ऐबस्ट्रियाटीज़ का एक वंश।
Microgametophyte - लघु युग्मक-उद्भिद्
- लघु बीजाणु से परिवर्धित, नर युग्मक का उत्पादन करने वाला छोटा-सा पौधा, जो अभी तक जीवाश्म रूप में नहीं खोजा जा सका है।
Microphyll - लघुपर्ण
- (1) पर्णांगों के लाइकॉप्सिडा वर्ग की छोटी-सी पत्ती। इसमें अशाखित संवहन संपूल होते हैं जो रंभ से निकालते हुए पर्णावकाश (लीफ गैप) नहीं छोड़ते।
Microphyllophyta - माइक्रोफिल्लोफाइटा =Lycopsida
Microsculptured - सूक्ष्म अलंकृत
- (एक्साइन) जिसमें सूक्ष्म अलंकरण हों; जैसे डिस्ट्रीमानोकॉल्पाइटीज़ में।
Microspermopteris - माइक्रोस्पर्मोप्टेरिस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरिडोस्पर्मेलीज़ गण का एक वंश। कार्बनी युग के इन तनों के अनुप्रस्थ काट में प्राथमिक दारु पंचकोणी दीखता है।
Microsporangiate cone - लघुबीजाणुधानी-शंकु
- लघुबीजाणुधानी धारण करने वाला शंकु।
Microsporangium - लघुबीजाणुधानी
- लघुबीजाणुओं को उत्पन्न करने वाली बाजाणुधानी।
Microspore - लघुबीजाणु
- नर-बीजाणु जो आकार में दूसरे प्रकार के बीजाणु (स्त्री बीजाणु) से अपेक्षा कृत छोटा होता है। तु. Megaspore
Microporosphyll - लघुबीजाणुपर्ण
- लघुबीजाणुधानी को धारण करने वाला बीजाणुपर्ण।
Microstrobilus - लघुशंकु
- लघुबीजाणुधानी को धारण करने वाला शंकु। दे . Strobilus
Midrib - मध्यशिरा =primary vein
Miospore - मायोस्पोर, मायोबीजाणु
- बीजाणु जिसके विषय में यह निर्धारित नहीं किया जा सकता कि वह गुरु बीजाणु है या लघु बीजाणु। सामान्यतः 200 m से कम व्यास वाला बीजाणु।
Mineralisation - खनिजन
- जीवाश्मीभवन की प्रक्रिया, जिसमें जीव ऊतक की गुहाएं और वातावकाश खनिज घोल से भर जाते हैं। खनिज अवक्षेपित होकर नहीं रह जाता है तथा निश्चित आकार ग्रहण कर लेता है जो जीव के विषय में आवश्यक सूचना दे देता है।
Miocene - मायोसीन
- (1) 50 लाख से 2.25 करोड़ वर्ष पूर्व बने तृतीयक शैल। इनमें घास स्थलों का विकास परिदर्शित होता है।
Mississippian - मिसीसिपियन
- कार्बनी युग के दो विभागों में से नूतनतर विभाग। यह शब्द अमरीका आदि नई दुनिया के देशों में प्रयोग में है।
Mitrospermum - मिट्रोस्पर्मम
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कार्डेटेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के इन बीज़ों में पंख होते हैं जो कि मांसल बीज कवच के पार्श्विक विस्तार होते हैं।
Mixed protostele - मिश्र आदिरंभ
- एक प्रकार का आदिरंभ जिसमें ज़ाइलम के कई संपूल फ्लोएम की आधात्री में बिखरे रहते हैं।
Mixoneura - मिक्सोन्यूरा
- पैलियोजोइक युग के पर्णांगवत् पर्ण समूह का एक अनंतिम वंश। न्यूरोप्टेरिस सरीखे इन पर्णों में ओडोन्टोप्टेरिस की जैसी शिराएँ होती हैं।
Mold - साँचा =mould
Monalites - मोनालाइटीज़
- परागाणु प्रभाग प्लिकेटीज़ के उप प्रभाग मोनोकॉल्पेटीज़ का एक वंश।
Monarch - एकादिदारुक
- (रंभ) जिसमें केवल एक आदिदारु होता है जिसके फलस्वरूप केवल एक ही ज़ाइलम तथा फ्लोएम का पूल होता है।
Monarchy - एकादिदारुकता
- रंभ में केवल एक आदिदारु होने की अवस्था।
Monocolpates - मोनोकॉल्पेटीज़
- परागाणु प्रभाग प्लिकेटीज़ का एक उप प्रभाग जिसमें वे पराग कण सम्मिलित हैं जिनमें एक ही कॉल्पस होता है।
Monocycle/monocyclic - एकचक्री
- एक चक्र वाला, जैसे
Monoecious - उभय लिंगाश्रयी
- जिसमें अलग-अलग सेक्स (लिंग) के अंग एक ही व्यष्टि में उपस्थित हों; जैसे साइकैडिऑइड पादप जिनमें नर और मादा फूल एक ही पौधे में होते हैं।
Monolete - मॉनोलीट, एकार (एक अर)
- (1) (वि.) (परागाणु) जिनमें चतुष्क का केवल एक सीधा निशान हो।
Monoletes - मॉनोलेटीज़
- परागाणु प्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें एक अर (मोनोलीट) निशान होता है।
Monoporines - मॉनोपोरिनीज़
- परागाणु प्रभाग पोरोसेज का उप-प्रभाग, जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें केवल एक ही छिद्र (पोर) होता है।
Monosaccites - मॉनोसैक्काइटीज़
- परागाणु उप-प्रभाग जिसमें वे पराग-कण सम्मिलित हैं जिनमें केवल एक ही सैक्कस होता है।
Monosp orangiate cone - एक बीजाणुधानिक शंकु
- केवल एक ही प्रकार की (नर अथवा मादा) बीजाणुधानी वाला शंकु।
Mould - साँचा
- विलगन आदि क्रियाओं द्वारा पादप ऊतकों के शैल से लुप्त हो जाने के फलस्वरूप उत्पन्न गुहा जिसमें बाद में अन्य पदार्थों के भर जाने से तथा कठोर हो जाने से संचक बन जाते हैं।
Moyliostrobus - मोयलियोस्ट्रोबस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के वोल्टजिएलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। पर्मियन युग के ये शंकु-शल्क सम्मिश्र वामन शाखाएँ हैं।
Mummification - मम्मीभबन
- (1) जीवाश्मीभवन का एक प्रकार, जिसमें जीव बर्फ आदि में दब जाने से मौलिक अवस्था में ही परिरक्षित रह जाता है।
Murornati - म्यूरोर्नेटी
- परागाणु अधो-प्रभाग, जिसमें वे बीजाणु सम्मिलित हैं जिनमें म्यूरस, फोवियोला तथा क्रिस्टा होते हैं।
Murus (pl.muri) - म्यूरस
- परागाणु की सतह पर के नीचे वाले कूटक।
Muscites - मस्साइटीज़
- एक मॉस वंश। पर्मियन कार्बनी युग के इन मॉसों के अक्ष पर पत्तियाँ सर्पिलाकार विन्यस्त होती हैं।
Myeloxylon - माएलॉक्सिलॉन
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के मेडुलोसेसी कुल का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के इन वृन्तों में द्विशाखित पर्ण होते हैं।
Myocarpon - मायोकार्पोन
- एक कवक वंश। कोयला कंदुकों से प्राप्त कार्बनी युग के ये जीवाश्म ऐस्कस तथा ऐस्कसी बीजाणु हैं।
Naiadita - नायाडिटा
- एक लिवरवर्ट वंश। ट्राइएसिक युग के इन पादपों में एककोशिकीय मूलाभास अवृन्त स्त्रीधानी तथा बिना मध्य शिरा वाली पत्तियाँ होती हैं।
Nanophyll - वामनपर्ण, नैनोफिल
- पत्र संरूपी वर्गीकरण में वह पत्ती, जिसका एक तरफ के फलक का क्षेत्रफल 0.25 से 2.25 वर्ग से.मी.होता है।
Narrow elliptic - संकीर्ण दीर्घवृत्तीय
- पत्र संरूपी वर्गीकरण में वह पत्ती, जो दीर्घवृत्तीय हो और जिसका लम्बाई चौड़ाई का अनुपात 3:1 हो।
Narrow oblanceolate - संकीर्ण प्रतिकुन्ताकार
- पत्र संरूपी वर्गीकरण में वह पत्ती, जो प्रतिकुन्ताकार हो और जिसका लम्बाई चौड़ाई का अनुपात 6:1 हो।
Narrow oblong - संकीर्ण दीर्घायत
- पत्र संरूपी वर्गीकरण में वह पत्ती, जो दीर्घायत हो और जिसका लम्बाई चौड़ाई का अनुपात 3:1 हो।
Narrow obovate - संकीर्ण प्रति अंडाकार
- पत्र संरूपी वर्गीकरण में वह पत्ती,जो प्रति अंडाकार हो और जिसका लम्बाई चौड़ाई का अनुपात 2:1 हो।
Narrow ovate - संकीर्ण अंडाकार
- पत्र संरूपी वर्गीकरण में वह पत्ती जो अंडाकार हो और जिसका लम्बाई-चौड़ाई का अनुपात 2:1 हो।
Nathorstiana - नैथॉर्स्टिआना
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग के प्लूरोमीएलीज़ गण का एक वंश। क्रिटेशस युग के ये पौधे लम्बूतरे आइसोइटीज़ सरीखे होते हैं।
Nematothallus - नेमैटोथैलस
- शैवालों के कोडिएसी कुल का एक वंश। डिवोनियन युग के इन पादपों का शरीर थैलसाभ होता है और उसमें दो प्रकार की नलिकीय संरचनाएँ पाई जाती हैं।
Neocalamites - निओकैलैमाइटीज़
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग का एक वंश। ट्राइएसिक जुरेसिक युग के ये पादप छोटे से कैलमाइटीज हैं जिनमें संवहन संपूल पर्वसंधियों पर एकान्तरित नहीं होते।
Neogene - निओजीन
- माइओसीन और प्लायोसीन युगों का सामूहिक नाम अर्थात् सीनोजोइक युगीन तृतीयक तंत्र का बाद का भाग।
Neuropteris - न्यूरॉप्टेरिस
- पलियोज़ोइक युग के पर्णांगवत् पर्ण समूह का एक अनंतिम वंश। इन पर्णों की पिच्छिकाओं का आधार संकुचित होता हैं।
Nexine - नेक्साइन
- एक्साइन (वाह्य चोल) की अलंकरण विहीन सबसे अन्दर की परत। इसे तीन स्तरों में विभाजित किया जाता हैं।
Nidipollenites - निडीपोलेनाइटीज़
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक वंश। मीसोज़ोइक युग के इन सूक्ष्म बीजाणुओं में द्विकोषी पराग होता है।
Nilssonia - निल्सोनिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के निल्सोनिएलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। जुरैसिक युग की इन पत्तियों में पार्श्विक शिराएँ समान्तर चलती हैं।
Nilssoniales - निल्सोनिएलीज़
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक अनंतिम गण। मीसोज़ोइक युग की यें पत्तियाँ साइकैड गण के पौधों की पत्तियाँ मानी जाती हैं।
Nipaniophyllum - नियानिओफ़िलम
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के पेन्टॉक्सिलेलीज़, गण का एक अनंतिम वंश। जुरैसिक युग की ये पत्तियाँ पेन्टाक्सिलॉन या नाइपैनिऑक्सिलॉन की मानी जाती हैं।
Nipanioxylon - निपानिऑक्सिलॉन
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के पेन्टॉक्सिलेलीज़ गण का एक वंश। जुरैसिक युग के इन पादपों में पेन्टॉक्सिलॉन से अधिक संख्या में रंभ होते हैं।
Nitellites - नाइटेलाइटीज़
- शैवालों के कैरोफाइटा वंश का एक अनंतिम वंश। जुरैसिक युग के ये ऊस्पोर पार्श्व से संपीड़ित होते हैं तथा इनमें जालिकावत् अलंकरण पाए जाते हैं।
Nodati - नोडाटी
- परागाणु उप अधोप्रभाग, जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनके बाह्य चोल में शूल व शंकु-जैसे अलंकरण हों।
Noeggerathiopsis - नेगैरैथिऑप्सिस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक अनंतिम वंश। पर्मियन युग की इन पत्तियों में मध्य शिरा नहीं होती तथा समान्तर द्विशाखित शिराएँ आपस में मिलन नहीं करतीं।
Noeggerathia - नोगैरेथिया
- संवहनी पादपों का एक समस्यात्मक वंश जिसे कुछ वैज्ञानिक प्रोजिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग, कुछ स्फीनॉप्सिडा वर्ग तथा कुछ संदिग्ध टेरोफाइटा में रखते हैं। पर्मियन कार्बनी युग से ट्राइएसिक युग के इन पादपों की पत्तियाँ साइकैड-जैसी होती हैं किन्तु शंकु अपने ही प्रकार के होते हैं।
Nothia - नोथिया
- संवहनी पादपों के राइनिऑप्सिडा वर्ग का एक वंश। डिवोनियन युग के इन पादपों के नग्न अक्षों में नाशपाती-जैसे बीजाणुधानीधर लगे होते हैं।
Nucellar beak - बीजांडकाय चंचु =salpinx
Nucule cast - न्यूक्यूल संचक
- जीवाश्मों का एक प्रकार, जो वास्तव में बीजावरण या बीजांडकाय में भरे हुए अवसाद का कठोरीभूत रूप होता है।
Oblate - लध्वक्ष, चपटा
- 1. (पत्ती) दीर्ध वृत्ताकार; पत्र संरूपी वर्गीकरण में वह पत्ती, जिसका लम्बाई चौड़ाई का अनुपात 3:4 हो।
Oblong - दीर्घायत
- (पत्ती) लम्बूतरी; पत्र संरूपी वर्गीकरण में वह पत्ती, जिसका लम्बाई चौड़ाई का अनुपात 2:1 हो।
Oblanceolate - प्रतिकुन्ताकार
- (पत्ती) उलटे भाले जैसी, उदा. लोबेटुनेरिया; पत्र संरूपी वर्गीकरण में वह पत्ती जिसका लम्बाई-चौड़ाई का अनुपात 3:1 हो।
Obovate - प्रतिअंडाकार
- (पत्ती) उलटी अंडाकार अर्थात् जिसका सिरा वृन्त से जुड़ा हो। दे . Ovate
Ochrea - ऑक्रिया
- पर्णवृन्त के आधार पर स्थित एक नलिकाकार आच्छद।
Odontopteris - ओडॉन्टोप्टेरिस
- पेलियोज़ोइक युगीन वर्णांगवत् पर्ण समूह का एक वंश। इसकी छोटी पिच्छिकाएँ आधार पर संकुचित होती हैं तथा आधार की सारी लम्बाई से जुड़ी होती हैं।
Oligobaculate - अल्प बाकुली
- (परागाणु सतह) जिसमें थोड़े से बाकुला हों।
Oligobrocate - अल्प ब्रोकसी
- (परागाणु सतह) जिसमें थोड़े से ब्राकस हों।
Oligocene - ओलिगोसीन
- (1) 3.7 से 2.25 करोड़ वर्ष पूर्व बने तृतीयक शैल। इनमें घासों का बाहुल्य है।
Oligocolpate - अल्पकॉल्पसी
- (परागाणु सतह) जिसमें थोड़े से कॉल्पस हों।
Omega shaped - ओमेगा आकार
- ग्रीक अक्षर ओमेग(w) के आकार के; जैसे बौट्रियॉप्टेरिस के वृन्तारेश।
Oncus - औंकस
- कुछ पराग-कणों के अन्तर चोल (एन्टाइन) में रन्ध्रों के नीचे का मोटापा।
Open bundle - खुला पूल
- संवहन पूल, जिसमें कैम्बियम होने से वर्धनक्षमता हो।
Opposite - सम्मुख
- एक-दूसरे के सामने स्थित जैसे –
Ora - छिद्रक
- ऑस (OS) का बहुवचन।
Oral - छिद्रकीय
- छिद्रक(ऑस) से संबंधित।
Orbiculate - गोलाकार
- (पत्ती) जो गोल-सी हो। पत्र संरूपी वर्गीकरण में वह पत्ती जिसका लम्बाई चौड़ाई का अनुपात 1 : 1 हो।
Order - गण
- जीव वर्गीकरण की इकाई, जो कुल से ऊपर और वर्ग से नीचे होती है अर्थात् कई कुल मिल कर एक गण बनाते हैं और कई गण मिलाकर एक वर्ग।
Ordovician - और्डोविशियन
- (1) 50 से 43 करोड़ वर्ष पूर्व बने पैलियोज़ोइक शैल समूह जिनमें केवल कुछेक शैवाल पाए जाते हैं।
Organ genus - अंग वंश
- किसी अंग विशेष पर आधारित अनंतिम वंश। समूचे पादप के न खोजे जाने पर किसी एक विलगित अंश को ही जीव का नाम दे दिया जाता है; जैसे बाउमैनाइटीज़ (शंकु पर आधारित) तथा टिलोफिलम (पत्ती पर आधारित)।
Oriferous - छिद्रकघर
- (परागाणु) जिसमें छिद्रक हों।
Ornamentation - अलंकरण =sculpture
Os - छिद्रक, ऑस
- परागाणु के छोटे से छिद्र।
Osmundacaulis - ऑस्मुंडाकॉलिस
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के ऑस्मुंडेसी कुल का एक वंश। मीसोज़ोइक युग के ये पौधे वृक्ष जैसे थे।
Osmundites - ऑस्मुंडाइटीज़
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के ऑस्मुंडेसी कुल का एक वंश। जुरैसिक से मायोसीन युग तक के इन पौधों में ज़ाइलम-सिलिन्डर कटा-फटा होता है।
Osmundopsis - ऑस्मुंडॉप्सिस
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के ऑस्मुंडेसी कुल का एक अनंतिम वंश। जुरैसिक युग की ये पत्तियाँ द्विरूपी होती हैं।
Otozamites - औटोज़ैमाइटीज़
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के बेनेटाइटेलीज गण का एक अनंतिम वंश। मीसोज़ोइक युग की इन पत्तियों में असममित पिच्छिकाएँ होती हैं।
Ottokaria - ऑट्टोकेरिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के ग्लॉसोप्टेरिडेलीज गण का एक अनंतिम वंश। पर्मियन युग केे ये बीजांडी अंग गैंगैमॉप्टेरिस की पत्तियों में लगे पाए गए हैं।
Outline - रूपरेखा
- (परागाणु विज्ञान) ध्रुवीय दृश्य (polar view), जि. दे.
Ovate - अंडाकार
- (पत्ती) अंडे के आकार की; पत्र संरूपी वर्गीकरण में वह पत्ती जिसकी लम्बाई-चौड़ाई का अनुपात 3 : 1 हो।
Ovule - बीजाण्ड
- बीजी पादपों की कवचित गुरुबीजाणुधानी। यह अनावृतबीजियों में शल्क पर तथा आवृतबीजियों में बीजाण्डासम पर होती हैं। निषेचन के उपरान्त यह बीज बन जाती है।
Oxorodia - ऑक्सोरोडिया
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग का एक वंश। कार्बनी युग के इन शाकों की पत्तियों में लिग्यूल नहीं होता।
Pachydermites - पैकीडर्माइटीज
- परागाणु उप-प्रभाग पॉलीपोरिनी का एक वंश।
Pachypteris - पैकिप्टेरिस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के केटोनिएलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। ट्राइएसिक युग के इन पर्णों के बाह्यात्वचीय लक्षण केटोनिएलीज़ के अक्ष-वंशों के जैसे ही हैं।
Pachytesta - पैकीटेस्टा
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरिडोस्पर्मेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के इन बीजों का विशाल नुसेलस आधार पर ही कवच से जुड़ा रहता है।
Pagiophyllum - पैजियोफिलम
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनोफरेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। मीसोजोइक युग की ये पत्तियाँ अनुप्रस्थ काट में तिकोनी होती हैं।
Palaeancistrus - पेलिएनसिस्ट्रस
- कार्बनी युग का एक कवक वंश, जो ज़ाइगॉप्टेरिस के काष्ठों में पाया गया है।
Palaeo— - पुरा–
- (शब्द संयुतियों में) प्राचीन; विलुप्त जीवों से संबंधित।
Palaeobiochemistry - पुराजीवरसायन
- भूवैज्ञानिक अतीत के जीवों की रासायनिक क्रियाओं का अध्ययन। शैलों तथा जीवाश्मों के कार्बनिक अणुओं के माध्यम से इन जैवरासायनिक क्रियाओं का पता लगाया जा सकता है।
Palaeobiology - पुराजैविकी, पुराजीवविज्ञान
- प्राचीन जीवों का अध्ययन, विशेषतया वह पक्ष जो विकास तथा अन्य जीवन पहेलियों को समझने का प्रयास करता है।
Palaeobotany - पुरावनस्पतिविज्ञान
- भूवैज्ञानिक अतीत के पादपों का अध्ययन। इसका सम्बन्ध भूविज्ञान तथा वनस्पति विज्ञान दोनों से है।
Palaeocene - पैलियोसीन
- (1) 6.7 से 5.5 करोड़ वर्ष पूर्व बने शैल समूह जिनमें उच्चतर पादप पाए जाते हैं।
Palaeochara - पैलियोकैरा
- कार्बनी युग का एक शैवाल वंश। इसके गोल ऊगोनियम कैरा के जैसे होते हैं।
Palaeocycas - पैलियोसाइकस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के साइकैडेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। ट्राइएसिक युग के ये बीजाण्डधारी अंग बियूविया वंश के माने जाते हैं।
Palaeogene - पेलियोजीन
- पैलियोसीन, इओसीन तथा ओलिगोसीन युगों का सामूहिक नाम अर्थात् सीनोज़ोइक युगीन तृतीयक तंत्र का पहले वाला भाग।
Palaeomyces - पेलियोमाइसीज़
- पैलियोज़ोइक युग के पटविहीन कवकों के लिए प्रयुक्त सामान्य वंश नाम। इसमें तनों से प्राप्त कवक तन्तु, बीजाणुधानियाँ आदि भी शामिल हैं तथा बीजाण्डों से प्राप्त पुंधानियाँ, स्रीधानियाँ आदि भी।
Palaeontology - जीवाश्म विज्ञान, पुराजैविकी
- भूवैज्ञानिक अतीत के जीवों के अवशेषों का अध्ययन। आजकल इस शब्द का प्रयोग पुरा जन्तुविज्ञान के अर्थ में सीमित हो गया है।
Palaeophytic - पेलियोफिटिक =paleophytic
Palaeoporella - पेलियोपोरेला
- कैम्ब्रियन युग का एक हरित शैवाल वंश। ये चूना पत्थर निर्माता जीव है जिनमें शैवाल कुल कोडिएसी की जैसी संग्रथित नलिकाएँ पाई जाती हैं।
Palaeosclerotium - पेलियोस्क्लेरोशियम
- कार्बनी युग के पट युक्त कवकों के लिए प्रयुक्त सामान्य वंश नाम। इनके कवक-तन्तु पट-युक्त होते हैं तथा स्क्लेरोशियम गोल, जो इस बात के सूचक हैं कि ये ऊमाइसिटीज वर्ग के हैं।
Palaeosmunda - पेलियोस्मुंडा
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के ऑस्मुंडेसी कुल का एक वंश। पर्मियन युग के ये पादप ऑस्मुंडा सरीखे हैं।
Palaeostachya - पेलियोस्टैक्या
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग के इक्वीसिटेलीज़ गण का एक वंश। कार्बनी युग के इन शंकुओं में बीडाणुधानीधर तिरछे लगे होते हैं।
Palaeotaxus - पेलियोटैक्सस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टैक्सेलीज़ गण का एक वंश। जुरैसिक युग के इन पौधों में सुई जैसी पत्तियों के आधार जुड़े रहते हैं।
Palaeovittaria - पेलियोविट्टेरिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के ग्लॉसोप्टेरिडेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग की ये पत्तियाँ चम्मचनुमा होती हैं।
Palaeozoic - पेलियोज़ोइक
- (1) शैल समूह 57 से 22.5 करोड़ वर्ष पूर्व निर्मित हुए। इनमें पुरातन जीव ही मिलते हैं।
Palaeozoic foliage - पेलियोज़ोइक पर्ण समूह
- पैलियोज़ोइक युग के पत्तियों पर आधारित वंशों का कृत्रिम समूह। इन पर्णांग जैसी पत्तियों के लक्षणों पर ही वंश बनाए गए हैं तथा एक वंश में ही वास्तव में कई वंशों की पत्तियाँ हो सकती हैं।
paleo– - पुरा–
- palaeo
Paleocene - पैलियोसीन =Palaeocene
Paleoclosterium - पेलियोक्लॉस्टीरियम
- डिवोनियन युग का एक हरित शैवाल वंश। क्लॉस्टीरियम सरीखी ये कोशिकाएँ एकल, लम्बी तथा अर्ध चन्द्राकार होती हैं।
Paleogene - पेलियोजीन =Palaeogene
Paleophytic - पेलियोफिटिक
- पैलियोज़ोइक के स्थान पर प्रयुक्त होने के लिए प्रस्तावित शब्द। भूवैज्ञानिक अतीत में पादप जगत के परिवर्तन जन्तु जगत के परिवर्तनों से पूर्व घटित हुए। पैलियोफिटिक में पैलियोज़ोइक का उपरिपर्मियन सम्मिलित नहीं है।
Paleorosa - पेलियोरोज़ा
- संवहनी पादपों के ऐंजियोस्पर्मोप्सिडा वर्ग के रोजेसी कुल का एक वंश। इओसीन युग के ये पुष्प पाँच-पाँच अवयवों वाले हैं।
Paleozoic - पेलियोज़ोइक =Palaeozoic
Palinactinodromous - प्रअरसम
- (शिरा विन्यास) ऐसा अरसम विन्यास जिसमें प्रायमिक शिराएँ पर्णाधार के कुछ ऊपर से विकसित होती हों।
Palisade - खंभोतक
- पत्ती की बाह्य त्वचा के नीचे खंभे जैसी कोशिकाओं का ऊतक। इस प्रकार की कोशिकाएँ राइनिया कुल के जीवाश्मों की बीजाणुधानी में भी पाई गई हैं।
Palissya - पैलिस्या
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज़ गण का एक वंश। जुरैसिक, ट्राइएसिक युग के इन काष्ठिल पौधों में अंतस्थ बीजाण्डी शंकुओं में एकल बीजाण्ड होता है।
Palissyaceae - पैलिस्याएसी
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज़ गण का एक वंश। ट्राइएसिक-जुरैसिक युग का यही ऐसा शंकुधर कुल है जिसके प्रतिनिधि आज भी विद्यमान हैं।
Pallavicinites - पैलाविसिनाइटीज़
- डिवोनियन युग का एक लिवरवर्ट वंश। ये सबसे पुराने ज्ञात लिवरवर्ट आधुनिक वंश पैलाविसीनिया से मिलते-जुलते हैं।
Palmate - करतलाकार, हथेलीनुमा
- हथेली के आकार का, जैसे :-
Palmatifid - दीर्णकरतालाकार
- (पत्तियाँ) जिनका हथेली सरीखा फलक आधी दूरी तक पालियाँ बनाता हो।
Palmatipartite - दीर्णतर करतलाकार
- (पत्तियाँ) जिनका हथेली सरीखा फलक लगभग आधार तक कट कर पालिय बनाता हो।
Palmocarpon - पामोकार्पोन
- संवहनी पादपों के ऐंजिएस्पर्मोप्सिडा वर्ग का एक वंश। पैलियोजीन युग के ये फल एकबीजी कोष्ठक वाले होते हैं।
Palynogram - परागाणु आरेख
- परागाणु की संरचना तथा उसके अलंकारों को दर्शाने वाला आरेखा।
Palynology - परागाणुविज्ञान
- वनस्पति विज्ञान की वह शाखा जिसमें परागकण तथा बीजाणुओं का अध्ययन होता है। परागाणुओं का बाह्य चोल दृढ़ होता है तथा इस कारण वह जीवाश्म रूप में परिरक्षित रह जाता है। जावाश्मी परागाणु तैलधारक संस्तरों के विषयक में उपयोगी सूचना देते हैं।
Palynomorphs - परागाणु संरूप
- विविध प्रकार रे परागाणु समूह, जो सूक्ष्म जीवाश्मी अध्ययन में सामने आते हैं।
Palynostratigraphy - परागाणु स्तर विन्यास
- किसी स्तर में विद्यमान परागाणु प्रकारों का निर्धारण जिसके माध्यम से वनस्पति के प्रकार आदि का पता लगता है तथा उस युग के पेड़-पौधे तथा जलवायु विषयक सूचना प्राप्त की जाती है।
Pandaniidites - पैन्डेनीईडाटीज़
- परागाणु उप-प्रभाग मोनोस्पोरिनीज का एक वंश।
Paper coal - कागजी कोयला
- कोयले का एक प्रकार जिसमें क्यूटिकल के अंश होते हैं। इसकी पतली परतों को उतार कर सीधे ही क्यूटिकल का अध्ययन किया जा सकता है।
Paracalamites - पैराकैलैमाइटीज़
- संवहनी पादपों के इक्वीसिटेलीज़ गण का एक वंश। कार्बनी पर्मियन युग के इन पादपों के तनों में पत्तियाँ नहीं होती।
Paracytic - पराकोशिकीय
- (रंध्र संमिश्र) जिसमें द्वार-कोशिका को घेरे रहने वाली दो सहायक कोशिकाओं का अक्ष द्वार-कोशिका के लम्बे अक्ष के समान्तर होता है।
Parahexacytic dipolar - पराषट्कोशिकीय द्विध्रुवी
- (रंध्र संमिश्र) जिसमें चार लम्बी पार्श्विक तथा दो ध्रुवी सहायक कोशिकाएँ होती हैं।
Parallelodromous - समान्तरगामी
- (शिरा विन्यास) जिसमें पर्णाधार से एक से अधिक प्रथमिक शिराएँ निकलती हैं और समान्तर चलती हैं।
Pararaucaria - पैरैरौकेरिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। जुरासिक युग के इन शंकुओं में बड़े बीजाण्डधर शल्क होते हैं।
Parataxodium - पैराटैक्सोडियम
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज़ गण का एक वंश। क्रिटेशस युग की इन पत्रिल शाखाओं में नर तथा मादा शंकु होते हैं।
Paratetracytic - पराचतुष्कोशिकीय
- (रंध्र संमिश्र) जिसमें दो लम्बी सहायक कोशिकाएँ द्वार- कोशिका के समान्तर स्थित होती हैं तथा दो सहायक कोशिकाएँ ध्रुवी होती हैं।
Parenchyma - मृदूतक, पैरेनकाइमा
- सेलुलोस की पतली दीवारों वाली गोल कोशिकाओं का ऊतक जो पादपों का आधार-ऊतक होता है। सामान्यतः ये वल्कुट तथा मज्जा में होता है परन्तु संवहनी ऊतकों में की जीवित कोशिकाएँ भी ये ही होती हैं।
Parichnos - पैरिक्नॉस
- लेपिडोडेन्ड्रॉन के तनों के पर्णदाग की सतह पर बिन्दी-जैसे निशान जो संवहन-पूल के निशान के दोनों तरफ स्थित होते हैं।
Parka - पार्का
- एक हरित शैवाल वंश। डिवोनियन युग के इन पौधों का थैलस अवतल होता है तथा बीजाणुधानियाँ बिम्बाकार होती हैं।
Patinati - पैटीनाटी
- परागाणु अधोप्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिसमें पैटिना होती है।
Pecopteris - पेकॉप्टेरिस
- पैलियोज़ोइक युग के पर्णांगवत् पत्र समूह का एक वंश। ये बड़े-बड़े पर्ण कई बार पिच्छकी होते हैं। छोटे पिच्छक अपने समूचे आधार से जुड़े होते हैं। ये सारोनियस तथा कई सत्य पर्णांगों की तथा कुछ टेरिडोस्पर्मों की पत्तियाँ हैं।
Peel - पील
- पील प्रविधि से प्राप्त अश्मीभूतावशेषों की पतली, टिकाऊ काट।
Peel method - पील प्रविधि
- अश्मीभूतावशेषों के पतले काट प्राप्त करने की विधि। इसमें एक घोल को नमूने के ऊपर उड़ेल दिया है और बाद में उसे एक पतली छीलन के रूप में उतार दिया जाता है।
Peel section - पील काट =Peel
Peel solution - पील घोल
- पील काट प्राप्त करने के लिए प्रयुक्त किया जाने वाला घोल। दारा के पील घोल में ये घटक होते हैं—पार्लोडियॉन, ब्यूटाइल ऐसीटेट, एसाइल अलकोहॉल, जाइलॉल, अरंड तैल तथा ईथर।
Peel technique - पील प्रविधि =Peel method
Peltaspermacaee - पेल्टास्पर्मेसी
- संवहनी पादर्थों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के केटोनिएलीज़ गण का एक कुल। ट्राइएसिक युग के इस कुल के प्रतिनिधि हैं लेपिडॉप्टेरिस (पर्ण), पेल्टास्पर्मम (बीजधारी अक्ष) तथा एन्टेबसिया (पराग अंग)। कुछ आचार्य इस कुल को वर्ग मानकर इसे पेल्टास्पर्मलीज कहते हैं।
Peltaspermales - पेल्टास्पर्मेलीज़
- दें. peltaspermaceae
Peltaspermum - पेल्टास्पर्मम
- संवहनी पादपों के जिन्नोस्पर्मोप्सिडा वर्ग के केटोनेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। ट्राइएसिक युग के इन बीजाधारी अक्षों में क्युप्यूल होते हैं।
Peltastrobus - पेल्टास्टोबस
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के इन शंकुओं में स्पष्ट पर्वसंधियाँ होती हैं तथा बीजाणुधानीधर छत्राकार होते हैं।
Peltate - छत्राकार
- छतरी के आकार का, जैसे इक्वीसिटेलीज़ का बीजाणुधानीधर।
Pennsylvanian - पेन्सिलवेनियाई
- कार्बनी युग के दो प्रभागों में से पुराने प्रभाग के लिए नई दुनिया के देशों में प्रयुक्त शब्द।
Pentarch - पंच आदिदारुक
- (रंभ) जिसमें पाँच आदिदारु हों।
Pentarchy - पंच आदिदारुकता
- रंभ में पाँच आदिदारु होने की अवस्था।
Pentoxylales - पेन्टॉक्सिलेलीज़
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक गण। जुरैसिक युग के इन विचित्र पादपों की खोज भारत की राजमहल पहाड़ियों से हुई। इनमें कई गणों के लक्षण मिले-जुले रूप में पाए जाते हैं। इसका दारु कोनीफरेलीज के जैसा तथा पत्तियाँ साइकेडिएसी या साइकैडिऑइडेसी की जैसी होती हैं। इसका पुराना नाम पेन्टॉक्सिली था।
Pentoxyleae - पेन्टॉक्सिली
- दे. Pentoxylales
Pentoxylon - पेन्टॉक्सिलॉन
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के पेन्टॉक्सिलेलीज़ गण का एक वंश। जुरैसिक युग के इन तनों में पाँच या छः रंभ होते हैं।
Perforated stele - रंध्रित रंभ
- रंभ, जिनकी असतता के कारण पर्ण-अवकाश नहीं होते।
Pericycle - परिरंभ
- संवहन-तंत्र के बाहर तथा अंतस्त्वचा के भीतर का मृदुतकी ऊतक। यह मूलों तथा कुछ स्तंभों में पाया जाता है।
Pericytic - परिकोशिकीय
- (रंध्र संमिश्र) जिसमें एक अकेली सहायक कोशिका द्वार-कोशिका को पूर्णतया घेरे रहती है।
Periderm - परित्वक्
- मूलों तथा स्तंभों के बाहरी वल्कुट में पाया जाने वाला द्वितीयक संरक्षी ऊतक।
Perine - पेराइन
- कुछ परागाणुओं की सबसे बाहरी अलंकरण-परत।
Perinosporites - पेरीनोस्पोराइटीज़
- परगाणु उप प्रभाग पेरीनोट्राइलीटीज का एक वंश।
Perinotrilets - पेरीनोटाइलिटीज़
- परागाणु उप प्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें त्रिअर चिह्न के ऊपर पेरिस्पोर होता है।
Perispore - परिबीजाणु
- (1) कुछ पौधों के गुरुबीजाणुओं के चारों ओर निक्षिप्त आवरण जो टेपेटम कोशिकाओं की अन्तर्वस्तुओं के अवशेष होते हैं।
Perisporium - पेरिस्पोरियम
- (1) बीजाणुओं के चारों ओर का आवरण या झिल्ली।
Permian - पर्मियन
- (1) पेलियोजोइक शैल समूहों का एक प्रभाग। 23.5 से 28 करोड़ वर्ष पूर्व बने इन शैलों ने वनस्पति जात (फ्लोरा) के कई विशाल परिवर्तन देखे हैं।
Peronosporoides - पेरॉनोस्पोरॉइडीज़
- ओलिगोसीन युग का एक कवक वंश। इसकी पुंधानी तथा अण्डधानी पेरोनोस्पोरा जैसी होती है।
Petiole trace - पर्णवृन्त-आरेश
- = leaf trace
Petrifaction - अश्मीभूतावशेष
- जीवाश्मों का एक प्रकार। इसमें जीवाश्मीभवन के दौरान जीव या जीवाश्म एक सान्द्र खनिज घोल में डूब जाते हैं। इसके फलस्वरुप खनिज उसकी ऊतकों में प्रवेश करके उसे कठोरता प्रदान कर देते हैं।
Phlebopteris - फ्लीबॉप्टेरिस
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के मैटोनिएसी कुल का एक अनंतिम वंश। ट्राइएसिक-जुरैसिक युग की ये पत्तियाँ पंजेदार होती हैं।
Phloem - फलोएम
- संवहनी-पूल का वह भाग जिसमें से होकर पत्तियों में निर्मित पोषक पदार्थ पौधे के अन्य निचले भागों को जाता है। इस कोमल भाग का अश्मीभवन नहीं हो पाता।
Phyllosperm - फिलोस्पर्म
- वे पादप जिनमें बीजाण्ड पत्तियों पर लगते हैं; जैसे टेरिडोस्पर्मेलीज़ साइकैडेलीज़ तथा साइकैडिऑइडेलीज़।
Phyllotheca - फिल्लोथीका
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग के इक्वीसिटेलीज़ गण का एक वंश। पर्मियन-कार्बनी युग के इन पौधों की पत्तियाँ जुड़ कर एक बिम्ब बनाती हैं। बीजाणुधानीधर के छत्राकार सिरों पर चार बीडाणुधनियाँ होती हैं।
Physostoma - फाइसोस्टीमा
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरिडोस्पर्मेलिज़ गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के इन बीजों में एक घंटीनुमा पराग-कक्ष होता है।
Pietzschia - पीटशिया
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के क्लैडोजाइलेलीज़ गण का एक वंश। डिवोनियन युग के इन पौधों के तनों में प्राथमिक दारु के 54 परिधिस्थ संपूल होते हैं।
Pila - पाइला
- परागाणु के मुद्गर जैसे अलंकरण तत्व। इनमें एक दंड के ऊपर शीर्ष होता हैं।
Pilasporites - पाइलास्पोराइटीज़
- परागाणु अधो-प्रभाग साइलोनापिटी का एक वंश।
Pilophorosperma - पाइलोफोरोस्पर्मा
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के केटोनिएलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। ट्राइएसिक युग के ये क्युप्यूल अर्ध-गोलाकार होते हैं।
Pilum - पाइलम
- pila का एक वचन।
Pinna - पिच्छक
- संयुक्त पत्ती का एक द्वितीयक अवयव। मुख्यतः पत्राक्ष के दोनों तरफ समान रूप से निकलने वाली छोटी पत्तियों में से एक।
Pinnate - पिच्छकी, पिच्छिकित
- पंखे के आकार का जैसे :-
Pinnularia - पिन्यूलेरिया
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग के इक्वीसिटेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग की इन जड़ों में गाँठें नहीं होती।
Pinnule - पिच्छिका
- पिच्छक का एक खंड अर्थात् संयुक्त पत्री का एक तृतीयक अवयव; मुख्यतः पिच्छक के अक्ष के दोनों तरफ समान रूप से निकलने वाली छोटी पत्तियों में से एक।
Pith - मज्ज
- रंभ के भीतर का मृदूतकी ऊतक।
Pith cast - मज्जा संच
- पौधों के तनों की मज्जा नाल में भर जाने वाले पंक के कठोरीकरण से बने साँचे। कर्बनी युग के कैलामाइटीज़ सरीखे पौधों के तनों के ये संच बहुतायत से पाए जाते हैं।
Pithyocladus - पिट्योक्लैडस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। ये पत्रल शाखाएँ ट्राइएसिक युग में उत्पन्न हुई और तृतीयक युग तक चली आईं। इनमें सुई जैसी पत्तियाँ होती हैं।
Pityophyllum - पिट्योफिलम
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। ट्राइएसिक से तृतीयक युग तक की ये पत्तियाँ चीड़ कुल के लक्षणों वाली होती हैं।
Pityospermum - पिट्योस्पर्मम
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। ट्राइएसिक से तृतीयक युग तक के ये बीज चीड़ कुल के जैसे हैं।
Pityosporites - पिट्योस्पोराइटीज़
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। ट्राइएसिक से तृतीयक युग के ये पराग चीड़ कुल के जैसे हैं।
Pityostrobus - पिट्योस्ट्रोबस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। क्रिटेशस युग के इन बीजधारी शंकुओं के सहपत्र-शल्क संमिश्र सर्पिलतः विन्यस्त होते हैं।
Pityoxylon - पिट्यॉक्सिलॉन
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज़ का एक अनंतिम वंश। कार्बनी से तृतीयक युग तक के ये काष्ठ चीड़ कुल के जैसे हैं।
Plani - समतल-
- (शब्द संयुतियों में) समतल; जैसे समतल टैजिलमी।
Plastic embedding method - प्लास्टिक अंतःस्थापन विधि
- अपारदर्शी अश्मीभूतावशेषों को अध्ययन-योग्य बनाने की एक विधि, जिसमें नमूने को प्लास्टिक में अन्तःस्थापित करके कठोर किया जाता है तथा बाद में उसके सेक्शन काटे जाते हैं।
Platysperm - चिपिट बीज
- चपटा-सा बीज; जैसे कार्नोकोनाइटीज़ का।
Plectostele - पट्टिल रंभ
- आदिरंभ (प्रोटोस्टील) का एक प्रकार जिसमें ज़ाइलम और फ्लोएम अनुप्रस्थ काट में एकान्तर स्थित दीखते हैं।
Pleistocene - प्लीस्टोसीन
- (1) 10 से 18 लाख वर्ष पूर्व बने तृतीयक शैल। इनमें विद्यमान पौधे आजकल के जैसे होते हैं।
Pleuromeia - प्लूरोमिया
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग का एक वंश। मीसोज़ोइक युग के इन पौधों के खड़े आशाखित अक्ष के सिरे पर लिग्यूलधारी पत्तियों का मुकुट होता है।
Pleuromeiales - प्लूरोमिएलीज़
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग का एक गण। मीसोज़ोइक युग के इस गण के पौधों में जड़ें अशाखित तथा तना शाखित होता है।
Plicate - वलित
- (सतह) पंखे की तरह तहदार।
Plicates - प्लिकेटीज़
- परागाणु महाप्रभाग वैरीजर्मिनान्टीज़ का एक प्रभाग। इसके सदस्यों का बाह्यचोल वलित होता है।
Pliocene - प्लायोसीन
- (1) 18 से 50 लाख वर्ष पूर्व बने तृतीयक शैल। इनमें विद्यमान पौधे आजकल के जैसे होते हैं।
Podocarpoxylon - पोडोकार्पोक्सिलॉन
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज गण का एक अनंतिम वंश। जुरैसिक से प्लीस्टोसीन युग तक के ये काष्ठ आधुनिक वंश पोडोकार्पस के काष्ठ से मिलते-जुलते हैं।
Podozamites - पोडोज़ैमाइटीज
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज गण का एक अनंतिम वंश। मीसोज़ोइक युग की ये कुन्ताकार पत्तियाँ एक लम्बे अक्ष पर सर्पिलतः विन्यस्त होती हैं।
Polar - सध्रुव
- (परागाणु) जिसमें दो ध्रुव स्पष्ट हों।
Polar area - ध्रुवीय क्षेत्र
- परागाणु के ध्रुव के आसपास का क्षेत्र। यहाँ पर समान्यतया रंध्र आदि नहीं होते।
Polar area index - ध्रुवीय क्षेत्रांक
- ध्रुवीय क्षेत्र की अधिकतम चौड़ाई का परागाणु की अधिकतम चौड़ाई के साथ अनुपात।
Polar axis - ध्रुवीय अक्ष
- परागाणु के दो ध्रुवों को ज़ोड़ने वाली काल्पनिक रेखा।
Polarity - ध्रुवीयता
- परागाणु के आकार की दशा, जो यह निर्धारित करती है कि परागाणु ध्रुव वाला है या नहीं।
Pollen - पराग
- फूलों के पुंकेसर की धूलि। यह वास्तव में परिपक्व लघुबीजाणुओं का समूह है। आवृतबीजियों तथा अनावृतबीजियों में इन लघुबीजाणुओं के दूरस्थ पार्श्व में अंकुरण रंध्र होता है।
Pollen analyis - पराग विश्लेषण =Palynology
Pollen chamber - पराग-कक्ष
- कुछ अनावृतबीजियों के बीजाण्ड से सिरे पर स्थित एक छोटी सी गुहा, जहाँ पर राग-कण एकत्र होकर अंकुरित होते हैं।
Pollen rain - पराग वर्षा
- पादपों के परागकणों का जल तथा स्थल पर अत्यधिक संख्या में एकत्र होना। वह स्तरों के रूप में परिरक्षित हो जाता हैं तथा पुराने जमाने के पौधों की कहानी बतलाता है।
Pollen sae - परागकोश
- पुंकेसर का परागधारी अंग, जो वास्तव में लघुबीजाणुधानी होता है।
Pollen stratigraphy - पराग स्तर विन्यास =palynostratigraphy
Pollen tube - पराग-नलिका
- पराग-कणों के अंकुरण के बाद बनने वाली नलिका, जिससे होकर पुं-युग्मक स्त्री-युग्मक तक पहुँच जाता है।
Pollina bisulcata - पौलिना बाइसल्केटा
- दो सममित सल्कसों वाला पराग। यें सल्कस ध्रुवीय अक्ष से समकोण पर स्थित होते हैं।
Pollina occlusa - पौलिना ऑक्लूसा
- झिल्ली के अंदर बन्द पराग।
Polocytic - पोलोसिटिक, ध्रुवकोशिकीय
- (रंध्र संमिश्र) जिसमें केवल एक सहायक कोशिका द्वार-कोशिका को अपूर्णतया घेरे रहती है।
polospore - परागाणु
- पराग तथा बीजाणु- सामूहिक रूप से दोनों अथवा दोनों में से कोई एक।
Polycolpates - पॉलीकाल्पेटीज़
- परागाणु प्रभाग प्लिकेटीज का उप-प्रभाग। इसमें वे परागणु सम्मिलित हैं जिनमें तीन से अधिक कॉल्पस होते हैं।
Polycolporates - पॉलीकॉल्पोरेटीज़
- परागाणु प्रभाग प्लिकेटीज़ का उप प्रभाग। इसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिसमें कॉल्पस और पोरस दोनों तीन-तीन से अधिक होते हैं।
Polycyclic stele - बहुचक्रीय रंभ
- बहुत से चक्रों में विन्यस्त रंभ जैसे सारोनियस ब्लिक्लेआई का छिन्नरंभ या मैटोनिया का नलीरंभ।
Polycytic - बहुकोशिकीय
- (रंध्र संमिश्र) जिसमें पाँच या अधिक सहायक कोशिकाएँ द्वार-कोशिका को घेरे रहती हैं।
Polygalacides - पॉलीगैलेसाइडीज़
- परागाणु प्रभाग पॉलीकॉल्पोरेटीज का एक वंश।
Polyporines - पॉलिपोरिनीज
- परागाणु प्रभाग प्लिकेटीज का उप-प्रभाग। इसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें तीन से अधिक पोरस होते हैं।
Polysaccites abstriates - पॉलीसैक्काइटीज ऐब्सट्रियाटीज
- परागणु महाप्रभाग वैरीजर्मिनान्टीज़ का उप प्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें अनेक सैक्कस होते हैं तथा धारियां नहीं होतीं।
Polystele - बहुरंभ
- वह रंभ जिसमें दो या अधिक रंभ-तंत्र या रंभांश (मैरीस्टील) हों; जैसे पेन्टॉक्सिलॉन में।
Polystely - बहुरंभता
- दो या अधिक रंभ-तंत्र होने की अवस्था।
Porate - सरन्ध्र, पोरेट
- (परागाणु, बाह्य चोल ) जिसमें केवल पोरस हों तथा खात न हों।
Pore - रंध्र
- (परागाणु वि.)
- = porus
Pore canal - रंध्र नलिका
- परागाणु के रंध्र द्वारा बाह्यचोल के बाहर से अंतश्चोल तक जाने वाली नलिका।
Pore membrane - रंध्र-झिल्ली
- अंकुरण-छिद्र को ढकने वाली झिल्ली।
Pori - रंध्र
- pore या porus का बहुवचन।
Porines - पोरिनीज़
- poroses
Pororate - रंध्र-छिद्रित
- (परागाणु बाह्य चोल) जिसमें रंध्र (पोरस) तथा छिद्र (ओरा) दोनों विद्यमान हों।
Poroses - पोरोसेज़
- परागाणु महाप्रभाग वैरीजर्मिनान्टीज़ का एक प्रभाग। इसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें रंध्र (पोरस) होते हैं।
Porus - पोरस, रंध्र
- बाह्य चोल (एक्साइन) के गोल से छेद जो सामान्यतया मध्य भाग में नहीं होते।
Pothocites - पोथोसाइटीज़
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग के इक्वीसिटेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। डिवोनियन-कार्बनी युग के इन शंकुओं में बीजाणुधानीधर व्यत्यस्त (क्रॉसित) होते हैं।
Potoniesporites - पीतोनीस्पोराइटीज़
- परागाणु अधो प्रभाग बैसीकुलोमोनारैडिटी का एक वंश।
Praecolpites - प्रेइकैल्पॉइटीज़
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक अनंतिम वंश। मीसोज़ोइक युग के इन कोशहीन परागों में तीन लम्बाईवार तहे होती हैं।
Pre Cambrian - कैम्ब्रियन पूर्वी
- (1) कैम्ब्रियन से पहिले के अर्थात् 57.5 करोड़ वर्षों से पूर्व के वन शैल समूह, जिनमें से केवल शैवाल जैसे अणुजीव ही मिले हैं।
Preferns - प्राक्पर्णांग, प्रीफर्न
- डिवोनियन युग के पौधे जो पर्णांगों से पुरातन लक्षणों वाले होते हैं। इनके अतिशाखित अक्षों के सिरों पर बीजाणुधानियाँ होती हैं।
Preginkophyte - प्राक् गिंक्गोद्मिद्
- गिंक्गो-पादपों की पत्तियों के विकास की प्रारंभिक अवस्था। माना जाता है कि डिक्ट्रियोफिलम जैसे पौधो के विभाजित अक्ष के पतले से खंडों ने जालिकाभवन के फलस्परूप एक पत्ती का रूप धारण कर लिया।
Preleaves - प्राक्पर्ण
- पुरातन प्रोजिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा के त्रिविम शाखा विन्यास के अंत्य अपांग, जिनकी तुलना पत्तियों से की जा सकती है।
Preovule - प्राक् बीजाण्ड
- बीजाण्ड जैसी संरचना जिसमें बीजाण्डद्वार नहीं होता। यह बीजाण्ड के विकास का आरंभिक चरण है। उदा. आकइओस्पर्मा।
Prepinus - प्रीपाइनस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज गण का एक अनंतिम वंश। क्रिटशस युग की इन वामन शाखाओं में सुई जैसी पत्तियों के आधार सर्पिलतः विन्यस्त होते हैं।
Prepollen - प्राक्पराग
- पुरातन लक्षणों वाला टेरिडोस्पर्मों का पराग। यह क्रिप्टोगैमों के लघुबीजाणु से अधिक विकसित था किन्तु अंकुरण-रंध्र सन्निकट पार्श्व में स्थित होता था न कि सामान्य पराग की तरह दूरस्थ पार्श्व में।
Primary vein - प्राथमिक शिरा
- पत्ती की सबसे मोटी निचली शिरा या इतनी ही मोटाई की एक से अधिक शिराओं में से कोई एक।
Primicorallina - प्राइमीकोरैलाइना
- एक हरित शैवाल वंश। ऑर्डोविशियन युग के इन पौधों में एक केन्द्रीय अक्ष पर द्वितीयक शाखाओं का एक गुच्छा-सा लगा होता है।
Proangiosperms - प्राक्आवृतबीजी
- मीसोज़ोइक युग के कुछ पादप समूह जिन्हें आवृतबीजियों का पूर्वज माना जाता है। इनमें ये संभाव्य गण हैं- केटोनिएलीज, ग्लॉसोप्टेरिडेलीज, साइकैडिऑइडेलीज़ आदि।
Proaraucaria - प्रोऐरोकैरिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। इओसीन युग के ये शंकु आधुनिक वंश ऐरोकैरिया सरीखे होते हैं।
Problematospermum - प्रॉब्लेमैटोस्पर्मम
- संवहनी पादपों के एन्जियोस्पर्मोप्सिडा वर्ग का एक अनंतिम वंश। जुरैसिक युग के इन अण्डाकार बीजों के एक सिरे पर पैपस लगा होता है।
Profile - प्रोफाइल
- (परागाणु वि.) परागाणु की पार्श्विक दृश्य।
Progymnosperm - प्राक्अनावृतबीजी
- प्रोजिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के पौधों के लिए प्रयुक्त सामान्य शब्द।
Progymnospermopsida - प्रोजिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा
- संवहनी पादपों का एक वर्ग जिसका विकास डिवोनियन युग में हुआ और ये कार्बनी युग तक विद्यमान रहे। इन पौधों की दारु की रचना आवृतबीजियों जैसी होती है और जनन क्रिया पर्णांगों जैसी।
Prolate - दीर्धाक्ष
- (परागकण) लम्बूतरे अर्थात् जिनके दो ध्रुवों के बीच की दूरी विषय व्यास से अधिक होती है।
Promonosaccites - प्रोमोनोसैक्काइटीज़
- परागाणु उप अधोप्रभाग, जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें प्रोमोनोसैक्कस होता है।
Propinaceae - प्रोपाइनेसी
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज़ गण का एक अनंतिम कुल। जुरैसिक-ट्राइएसिक कुल के ये काष्ठ चीड़ कुल के जैसे होते हैं।
Propityales - प्रोपिटिएलीज़
- संवहनी पादपों के प्रोजिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक गण। कार्बनी युग के इन पौधों में बीजागुधानी सवृन्त होती है।
Propitys - प्रोपिटिस
- संवहनी पादपों के प्रोजिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक वंश। कार्बनी युग के इन पौधों के तने में प्राथमिक जाइलम के दो अंतरारंभी संपूल होते हैं।
Prothalial cell - प्रोथैलियल कोशिका
- पुंयुग्मकोद्भिद् का प्रतिनिधित्व करने वाली कोशिका जैसे-
Protolepidodendrales - प्रोटोलेपिडोडेन्ड्रेलीज़
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग का एक गण। डिवोनियन- साइल्यूरियन युग के इन शाकीय पौधों में बीजाणुधानियॉ लघुपर्णों में बिखरी होती हैं।
Protopteridales - प्रोटौप्टेरिडेलीज़
- पर्णांग जैसी प्रकृति के पादपों के लिए प्रयुक्त शब्द। इनमें शाखा व पत्तियों का भेद स्पष्ट नहीं होता और बीजाणुधानियाँ वृन्तों के सिरे पर होती हैं।
Protopteridium - प्रोटौप्टेरिडियम
- संवहनी पादपों के प्रोजिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के ऐन्यूरोफाइटेलीज़ गण का एक वंश। डिवोनियन युग के ये पौधे क्षुपी होते हैं।
Protosalvinia - प्रोटोसैल्वीनिया
- एक विचित्र असंवहनी पादप वंश, जो कदाचित् लाल शैवालों में से है। डिवोनियन युग के इन पौधों में पयूकस का जैसा स्पोरोकार्प होता है।
Protostele - आदिरंभ
- पुरातन प्रकार का रंभ जिसमें पर्मावकाश व मज्जा, नहीं होते।
Prototaxites - प्रोटोटैक्साइटीज़
- एक असंवहनी पादप वंश जो कदाचित् शैवालों में से है। डिवोनियन युग के इन तने जैसे अंगों में दो आकार की नलिकाएँ होता हैं।
Protoxylem - आदि दारु
- सबसे पहले बना दारु जिसकी कोशिकाएँ छोटी तथा मोटी भित्तियों वाली होती हैं।
Proximegerminantes - प्रोक्सीमेजर्मिनान्टीज़
- परागाणु महाप्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जो सन्निकट पार्श्व से अंकुरित होते हैं।
Proximal - सन्निकट
- (1) संलगन के स्थान की तरफ का।
Psalixochlaena - सैलिक्सोक्लीमा
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के सीनॉप्टेरिडेलीज़ गण का एक वंश। कार्बनी युग के इन पौधों के आदिरंभी तनों में आदि दारु दारु के मध्य में स्थित होता है।
Psaronius - सैरोनियस
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के मैरेटिएलीज गण का एक वंश। कार्बनी युग के इन पौधों के ऊँचे तनों में पिच्छ की पत्तियों का मुकुट होता है।
Pseudoaraucaria - स्यूडोऐरोकैरिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। क्रिटेशस युग के इन बीजाण्डी शंकुओं में सर्पिलतः विन्यस्त्र सहपत्र शल्क संमिश्र होता है।
Pseudobornia - स्यूडोबोर्निया
- संवहनी पादपो के स्फीनॉप्सिडा वर्ग के स्यूडोबोर्निएलीज़ गण का एक वंश। डिवोनियन युग के इन वृक्षों में स्पष्ट पर्व तथा पर्वसंधियाँ होती हैं।
Pseudoborniales - स्यूडोबोर्निएलीज़
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग का एक गण। डिवोनियन युगीन इस गण का एकमात्र प्रतिनिधि स्यूडोबोर्निया है।
Pseudocolpus - आभासी कॉल्पस
- पुरागाणु सतह पर की कॉल्पस सी दीखने वाली आकृतियाँ जो कॉल्पस के साथ आचरण नहीं करती क्योंकि इनसे अंकुरण-नलिका का निकास नहीं होता।
Pseudocycas - स्यूडोसाइकस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के अनंतिम गण वैनेटाइटेलीज़ का एक अनंतिम वंश; मीसोज़ोइक युग की इन पत्तियों में एक अकेली मध्यशिरा होती है।
Pseudofossil - आभासी जीवाश्म
- कोई वस्तु जिसे भ्रमवश जीवाश्म समझा जा सकता है जैसे डेन्ड्राइट। इओप्टेरिस नामक पर्णांग वास्तव में खनिज पदार्थ का बना डेन्ड्राइट ही था।
Pseudomorph - कूट रुप
- जीवाश्म जिनमें पौधे का बाह्य रूप तो होता है पर आंतरिक पदार्थ नहीं होते, जैसे संचक, मुद्राश्म।
Pseudopore - आभासी पोरस
- pseudoporus
Pseudoporus - आभासी पोरस
- परागाणु सतह पर पोरस सी दीखने वाली आकृति, जो पोरस का सा आचरण नहीं करती क्योंकि उसमें किसी प्रकार का छिद्र नहीं होता।
Pseudosporochnus - स्यूडोस्पोरोक्नस
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के क्लैडोजाइलेलीज़ गण का एक वंश। डिवोनियन युग के इन पौधों के लम्बे तने में तीन क्रमों की शाखाएँ होते हैं।
pseudovoltzia - स्यूडोवोल्टजिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के स्यूडोवोन्ल्टजिएलीज़ गण का एक वंश। पर्मियन युग के इन पौधों की वामन शाखाओं में पाँच शल्क होते हैं।
Psilate - चिक्कण
- (परागाणु सतह) जो चिकनी हो।
Psilonapiti - साइलोनापिटी
- परागाणु अधोप्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जो चिकने बाह्य चोल वाले तथा लिगुलाहीन होते हैं।
Psilophytales - साइलोफाइटेलीज़
- आदिम संवहनी पादपों के समूह का पुराना नाम। साइल्यूरियन-डिवोनियन युग के इन पौधों में नग्न अक्ष होते हैं। अब इस समूह को कृत्रिम मानकर इसके सदस्यों को राइनिऑप्सिडा, जोस्टीरोफिलॉप्सिडा तथा ट्राइमेरोफाइटॉप्सिडा वर्गों में रख दिया गया है।
Psilophyton - साइलोफाइटॉन
- संवहनी पादपों के ट्राइमेरोफाइटॉप्सिडा वर्ग का एक वंश। डिवोनियन युग के इन पौधों में एक राइजोम सरीखे अंग से खड़े अशाखित अक्ष निकलते हैं।
Pteridophyta - टेरिडोफ़ाइटा
- पुरानी वर्गीकरण पद्धति के अनुसार संवहनी पादपों का एक समूह। इसमें अनावृत बीजियों (जिम्नोस्पर्मों) की अपेक्षा कम विकसित गण रखे गए थे; जैसे साइलोफाइटेलीज़, लाइकोपोडिएलीज़, इक्वीसीटेलीज़ तथा फिलिकेलीज़।
Pteridosperm - टेरिडोस्पर्म, बीजीपर्णांग
- फर्न जैसी पत्तियों वाले बीजाधारी पौधों के लिए प्रयुक्त सामान्य नाम।
Pteridospermales - टेरिडोस्पर्मेलीज़
- संवहनी पादपों के जिम्स्नोपर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक गण, जिसका विकास कार्बनी युग में हुआ और जो जुरैसिक युग तक विद्यमान रहे। इन पौधों की पत्तियाँ फर्न जैसी और बीज बीजधारी पौधों के जैसे होते हैं।
Pteronilssonia - टेरोनिल्सोनिया
- संवहबनी पादोपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के साइकेडेलीज गण का एक अनंतिम वंश। कार्बन युग की ये पत्तियाँ टेलोफिलम सरीखी होती हैं।
Pterophyllum - टेरोफिलम
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के बेनेटाइटेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। मीसोज़ोइक युग की इन पत्तियों की पिच्छिकाएँ पतली तथा चौड़े आधार से संलग्न होती हैं।
Pteruchus - टेरूकस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के केटोनिएलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। ट्राइएसिक युग के इन परागधारी अंगों में लघुबीजाणुपर्णों की निचली सतह पर बीजाणुधानियाँ लटकती रहती हैं।
Ptilophyllum - टाइलोफिलम
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के बेनेटाइटेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। मीसोज़ोइक युग की इन पत्तियों में पिच्छिकाओं का आधार गोल होता हैं।
Pycnoxylic - सघनदारुक
- (काष्ठ या दारु) घनी कोशिकाओं वाला; जैसे कि अनावृतबीजियों (जिम्नोस्पर्मों) में। तु. Manoxylic
Pyrobolospora - पाइरोबोलोस्पोरा
- परागाणु उप प्रभाग पाइरोबोलोट्राइलीटीज़ का एक वंश।
Pyrobolotriletes - पाइरोबोलोट्राइलीटीज़
- परागाणु महाप्रभाग प्रोक्सीमेज़र्मिनान्टीज़ का प्रभाग, जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमे पेरिस्पोर तथा पाइरोबोल होता है।
Quaestora - क्वैसटोरा
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरिडोस्पर्मोलीज़ गण का एक वंश। कार्बनी युग के ये तने एकरंभी होते हैं।
Quasilaevigati - क्वासीलैवीगाटी
- परागाणु अधोप्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनका बाह्यचोल थोड़ा या चिकना होता हैं।
Quaternary - क्वाटर्नरी, चतुर्थक
- (1) सीनोज़ोइक के दो विभागों में से नूतनतर विभाग जिसमें प्लीस्टोसीन और आधुनिक शैल सम्मिलित हैं। ये 18 लाख वर्ष पूर्व से आज तक के दौरान बने।
Rachide - पिच्छाक्षिका
- पिच्छकी संयुक्त पत्ती का द्वितीयक अक्ष अर्थात् पिच्छिकाओं का अक्ष।
Rachis - पिच्छाक्ष
- पिच्छकी संयुक्त पत्ती का प्राथमिक अक्ष अर्थात् पिच्छकों का अक्ष।
Recent - आधुनिक
- (1) क्वाटर्नरी शैल समूह जो आधुनिक काल अर्थात् लगभग 10 हज़ार वर्ष पूर्व से आज तक बना।
Renalia - रेनैलिया
- संवहनी पादपों के राइनियॉप्सिडा वर्ग के राइनिएलीज़ गण का एक वंश। डिवोनियन युग के इन पौधों के नग्न अक्षों के सिरों पर वृक्काकार बीजाणुधानी होती है।
Replacement - प्रतिस्थापन
- जीवाश्मीभवन का एक चरण जिसमें जैव पदार्थ विगलित होकर विलीन हो जाता है और उसके स्थान पर खनिज पदार्थ स्थापित हो जाते हैं।
Reticulodromous - जालिकागामी
- (शिरा विन्यास) जिसमें द्वितीयक शिराएँ अपने अत्यधिक शाखन से एक जालिका में खो जाती हैं।
Rhabdoporella - रैब्डोपोरेला
- एक हरित शैवाल वंश। आर्डोविशियन युग के ये पौधे पुरातन लक्षणों वाले हैं।
Rhabdotaenia - रैब्डोटीनिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के ग्लोसॉप्टेरिडेलीज़ गणका एक अनंतिम वंश। पर्मियन युग की इन पत्तियों में स्पष्ट मध्य शिरा होती है।
Rhabdoxylon - रैब्डोक्सिलॉन
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के सीनॉप्टेरिडेलीज़ गण का एक वंश। कार्बनी युग के ये पर्णांग सघन रोमों से आवृत होते हैं।
Rhacophyton - रैकोफाइटॉन
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के जाइगौप्टेरिडेलीज़ गण का एक वंश। डिवोनियन युग के इन पौधों के अक्ष की शाखाएँ दो कतारों में होती हैं।
Rhacopteris - रैकॉप्टेरिस
- पैलियोज़ोइक युग के पर्णांगवत् पर्ण समूह का एक वंश। कार्बनी युग के ये पर्ण तीन या चार बार पिच्छकित होते हैं।
Rhexoxylon - रेक्सोक्सिलॉन
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक वंश जो वर्गीकरण के लिए एक पहेली बना हुआ है। कुछ आचार्य इसे कोरिस्टोस्पर्मेलीज़ गण में रखते हैं। ट्राइएसिक तथा जुरैसिक युग के ये स्तंभांश सघनदारुकता के लक्षण में पेन्टोक्सिलॉन से समानता रखते हैं।
Rhodea - रोडिया
- पैलियोज़ोइक युग के पर्णांगवत् पर्ण समूह का एक अनंतिम वंश। इसकी पिच्छिकाएँ इतनी कटी-फटी होती हैं कि पत्रदल नज़र ही नहीं आता।
Rhynia - राइनिया
- संवहनी पादपों के राइनियॉप्सिडा वर्ग का एक वंश। डिवोनियन युग के इन पौधों के भूमिगत राइजोमों से नग्न अक्ष निकलते हैं।
Rhyniophyta - राइनियोफाइटा
- = Rhyniopsida
Rhyniopoida - राइनियॉप्सिडा
- संवहनी पादपों का एक वर्ग। पैलियोज़ोइक युगीन ये पौधे साइल्यूरियन से डिवोनियन तक विद्यमान थे। इन मूलहीन, पत्रहीन पौधों के शाखित अक्षों के सिरों पर बीजाणुधानियाँ होती हैं। प्रमुख वंश है राइनिया, हॉनिंयोफाइटॉन तथा कुक्सोनिया जो कि कभी साइलोफाइटेलीज नामक गण नें रक्खे जाते थे। कुछ आचार्य इस वर्ग को प्रभाग मानकर इसको राइनियोफाइटा नाम देते हैं।
Ricciopsis - रिक्सियॉप्सिस
- एक लिवरवर्ट वंश। क्रिटेशस युग के ये पौधे रिक्सिया से मिलते-जुलते हैं।
Rodeites - रोडेआइटीज़
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के मार्सीलिएसी कुल का एक अनंतिम वंश। तृतीयक युग के ये से स्पोरोकार्प द्विपार्श्विक सममिति दर्शाते हैं।
Rotundocarpus - रोटन्डोकार्पस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक अनंतिम वंश। पर्मियन युग के शंकुवृक्षों के ये बीज पंखहीन होते हैं।
Rubidgea - रुबिडजिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिडा वर्ग के ग्लॉसॉप्टेरिडेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। पर्मियन युग की इन पत्रियों में मध्यशिरा नहीं होती।
Ruga (pl.rugae) - रूगा
- परागकण के बाह्यचोल (एक्साइन) में का एक छोटा लम्बा-सा छिद्र। ये खात समस्त एक्साइन में समान रूप से वितरित रहते हैं।
Rugate - रूगामय
- (परागाणु, एक्साइन) जिसमें रुगा हों।
Saccate - सकोश
- (पराग-कण) जिनमें वायुकोश होते हों।
Sacci - कोश
- saccus का बहुवचना
Saccites - सैक्काइटीज़
- परागाणु प्रभाग जिसमें वे पराग सम्मिलित हैं जिनमें कोश होते हैं।
Saccizonati - सैक्कीजोनाटी
- परागाणु अधोप्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें गुंठिका (वीलम) तो होती है किन्तु त्रि-अर चिन्ह नहीं होता या बहुत ही हल्का होता है।
Saccus - कोश, सैक्कस
- पराग-कणों के अन्दर वायु भरा थैला।
Sagenopteris - सैजीनॉप्टेरिस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के केटोनिएलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। ट्राइएसिक-क्रिटेशस युग की इन पत्रियों में हस्ताकार रूप से विन्यस्त अनुपर्णों के चार जोड़े होते हैं।
Sahnia - साहनिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिडा वर्ग के पेन्टॉक्सिलेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। जुरैसिक युग के ये परागधारी अंग पेन्टॉक्सिलॉन जैसी शाखाओं के सिरों पर लगे होते हैं।
Sahnianthus - साहनीऐन्थस
- संवहनी पादपों के ऐन्जियोस्पर्मोप्सिडा वर्ग का एक वंश। पैलियोजीन युग के ये पुष्प सोनार्टिएसी कुल में रखे जा सकते हैं।
Sahnioxylon - साहनिऑक्सिलॉन
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के साइकेडिऑइडेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। जुरैसिक-युग के इन काष्ठों में वाहिकाएँ नहीं होती।
Sahnipushpam - साहनीपुष्पम
- संवहनी पादपों के ऐन्जियोस्पर्मोप्सिडा वर्ग का एक वंश। यह भारत के पैलियोजीन युग के पुष्पों के आधार पर ज्ञात है।
Salpinx - सैल्पिंक्स
- युरीस्टोमा आदि कार्बनी युग के कुछ बीजों के न्यूसेलस के ऊपर का कीप जैसा अंग, जो परागकणों को ग्रहण करता है।
Samaropsis - समारॉप्सिस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक अनंतिम वंश। पर्मियन कार्बनी युग के ये बीज चपटे और किनारीदार होते हैं।
Sanmiguella - सैन्मीगुएला
- संवहनी पादपों के ऐन्जियोस्पर्मोप्सिडा वर्ग का एक वंश। ट्राइएसिक युग के इन पौधों की ताड़ जैसी पत्तियाँ होती हैं।
Sarcotesta - मांसल बीजकवच
- बीजाण्ड के कवच की तीन परतों में से सबसे अन्दर की परत, जो मृदूतकी होती है।
Sawdonia - सौडोनिया
- संवहनी पादपों के जोस्टेरोफिल्लॉप्सिडा वर्ग का एक वंश। डिवोनियन युग के न पौधों के अक्ष की शाखाएँ कंटीली होती हैं।
Scabrati - स्क्रैब्राटी
- परागाणु उप अधोप्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिसमें बाह्यचोल खुरदुरा होता है।
Scalariform - सोपानवत्
- सीढ़ीनुमा; जैसे कुछ संवाहिकाएँ (ट्रेकीड़)
Schizoneura - शाइजोन्यूरा
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग के इक्वीसिटेलीज़ गण का एक वंश। पर्मियन से जुरैसिक युग तक के इन पौधों में कैटकिन जैसे सहपत्रहीन शंकु होते हैं।
Schopfiastrum - स्कोफिऐस्ट्रम
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरिडोस्पर्मेलीज़ गण का एक वंश। कार्बनी युग के इन पौधों में एकान्तर पर्ण होते हैं।
Sciadopitytes - स्किएडोपिटीज़
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिडा वर्ग के टैक्सोडिएसी कुल का एक वंश। क्रिटेशस युग के इन पौधों की पत्तियाँ रैखिक होती हैं।
Sclerenchyma - दृढ़ोतक
- मोटी, लिग्निन युक्त कठोर कोशिकाओं वाला ऊतक, जो पौधे को सहारा देता है। इसमें लम्बी गावदुम कोशिकाएँ (रेशे) तथा कोशिकाएँ (स्केलेरीड) होती हैं।
Sclerine - दृढ़ाइन, स्कलेराइन
- बिना अंतश्चोल (इन्टाइन) का स्पोरोडर्म।
Sclerotesta - दृढ़ बीज कवच
- बीजाण्ड के तीन कवच स्तरों में से बिचली परत, जो दृढ़ होती है।
Scolecopteris - स्कोलीकॉप्टेरिस
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के मेरेटिएलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग की इन संबीजाणुधानियों में बीजाणुधानियों का चक्र पार्श्व में लगा होता है।
Sculpatomonoleti - स्कल्पैटोमोनालेटी
- परागाणु अधोप्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें त्रिअर चिन्ह होता है तथा बाह्यचोल (एक्साइन) अलंकारयुक्त होता है। उदा. ऐरारट्राइस्पोराइटीज़
Sculptine - अलंकृत चोल, स्कल्पटाइन
- परागाणु का अलंकुत चोल जिसके बारे में यह निर्धारण न हो पाए कि वह एक्साइन है या पेराइन।
Sculptura - अलंकारादि
- परागाणु बाह्यचोल (एक्साइ) पर अंकित ज्यामितीय आकृतियाँ जो संरचना, से सम्बद्ध न होते हुए भी पहिचान करने में सहायक होती हैं।
Scutulati - स्कूटुलाटी
- परागाणु उप अधोप्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनके बाह्यचोल (एक्साइन) में स्कुटेलम होते हैं।
Scutum - स्कूटम
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के ग्लॉसोप्टेरिडेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। पर्मियन युग की ये बीजाण्डी संरचनाएँ ढाल के आकार की होती हैं।
Secondary Vein(s) - द्वितीयक शिरा (एँ)
- प्राथमिक शिरा से निकलने वाली शिराएँ। इनके अपसरण-कोण तथा मोटाई में काफी विविधता होती है।
Sediment - अवसाद
- भूपृष्ठ पर ठोस अवस्था में निक्षिप्त जैव या खनिज पदार्थ। यह भूपृष्ठ पर हवा, पानी या हिम द्वारा लाया जाता हैं।
Sedimentary - अवसादी
- 1. अवसाद सम्बंधी या अवसाद मय।
Sedimentation - अवसादन
- भूपृष्ठ पर जैव या खनिज पदार्थों के निक्षिप्त होने की क्रिया। इसमें उस पदार्थ के शैल से विलग होने, उसके स्थानान्तरण, निक्षेप तथा निक्षेप होने के उपरान्त होने वाली क्रियाएँ (जैसे कठोरीकरण) आदि सभी शामिल हैं।
Seed - बीज
- बीजाण्ड के निषेचन के फलस्वरूप विकसित संरचना जिसके अंकुरण से नया पौधा बनता है। इसमें एक भ्रूण, भ्रण पोष तथा कवच (इंटेगुमेन्ट) होते हैं। पुरातनतम बीज डिवोनियन युग से प्राप्त हुए हैं तथा कार्बनी युग तक बीज बनने की प्रक्रिया सुस्थापित हो चुकी थी।
Seed bearing - बीजधारी
- (पादप) जिनमें बीज उत्पन्न होते हैं अर्थात् लघु बीजाणु निषेचन से पूर्व बाहर नहीं निकलता।
Seed fern - बीजी पर्णांग
- = Pteridosperm
Selaginellales - सेलाजिनेलेलीज़
- संवहनी पादपों के लाइकॉपप्सिडा वर्ग का एक गण। ये पौधे कार्बनी युग में उपजे तथा कुछ प्रतिनिधि आज भी विद्यमान हैं। इन शाकों में लिग्यूलधारी सूक्ष्मपर्ण होते हैं।
Selaginellites - सेलाजिनेलाइटीज़
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग के सेलाजिनेलेलीज़ गण का एक वंश। कार्बनी युग से आज तक के ये पौधे सेलाजिनेला के अश्मीभूत प्रतिनिधि हैं।
Selective preservation - चयनात्मक परिरक्षण
- जीवाश्मीभवन प्रक्रिया में कुछ ऊतकों का दूसरों की अपेक्षा अधिक परिरक्षित हो जाना।
Semicraspedodromous - अर्ध आकोरगामी
- (शिरा विन्यास) जिसमें द्वितीयक शिराएँ कोर तक पहुँचने के कुछ पूर्व विभाजित हो जाती हैं। एक शाखा कोर तक पहुँचती है तथा इसकी ऊपर की द्वितीयक शिरा से जुड़ जाती है।
Senftenbergia - सेन्फटेनबर्जिंया
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के फिलिकेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के इन पर्णों में बीजाणुधानियाँ शाइजेइएसी कुल की सी होती हैं।
Sermaya - सर्माया
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के ग्लाइकेनिएसी कुल का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के इन पर्णवृन्तों में पिच्छिकाएँ एकान्तर क्रम से लगी होती हैं।
Sessile - अवृन्त
- (पत्तियाँ अन्य अंग) जिनमें डंठल नहीं होता; जैसे सर्माया की बीजाणुधानी।
Sewardiodendron - सीवर्डियोडेन्ड्रॉन
- संवहनी पादपों के जिम्मोस्पर्मोप्सिडा वर्ग के कोनीफरेलीज़ गण का एक वंश। जुरैसिक युग के ये पादप काष्ठिल होते हैं तथा सर्पिलतः विन्यस्त पत्तियों का आधार मुड़ा हुआ होता है।
Sexina - सेक्साइना
- = sexine
sexine - सेक्साइन
- बाह्यचोल (एक्साइन) का अलंकृत भाग।
Shape classes - आकृति वर्ग
- परागाणुओं को आकृति के अनुसार उनके वर्ग; जैसे कोणीय गोलाकार, चपट आदि।
Siderella - साइडेरेला
- संवहनी पादपों के प्रोजिम्नोस्पर्मोपिडा वर्ग के आर्केऑप्टेरिडेलीज गण का एक वंश। डिवोनियन युग के इन तनों में नालरंभ पाया जाता है।
Sigillaria - सिजिलेरिया
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग के लेपिडोडेन्ड्रेलीज गण का एक वंश। कार्बनी युग के इन मझोले कद के तनों में एक मीटर तक लम्बी घास जैसी पत्तियाँ होती हैं।
Sigillariophyllum - सिजिलेरियोफिलम
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग के लेपिडोडेड्रेंलीज गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग की ये पत्तियाँ सिजिलेरिया की तरह घास जैसी होती हैं।
sigillariostrobus - सिजिलेरियोस्ट्रोबस
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग के लेपिडोड्रेन्ड्रेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के ये शंकु सिजिलेरिया जैसे पादपों पर एकल लगे होते हैं।
Silurian - साइल्यूरियन
- (1) पैलियोज़ोइक शैल समूह का तीसरा प्रभाग। ये लगभग 40-43 करोड़ वर्ष पूर्व बने तथा इनमें शैवाल तथा कुछ अन्य पुरातन पौधों के अवशेष मिले हैं।
Siphonostele - नालरंभ
- रंभ का एक प्रकार, जिसमें मज्जा के बाहर ज़ाइलम तथा फ्लोएम का एक सतत सिलिन्डर होता है।
Size Classes - आमाप वर्ग
- परागाणुओं रे आमाप (साइज़) के अनुसार उनके वर्ग, जैसे-छोटे, मझौले, बड़े, विशाल आदि।
Solenoporaceae - सोलीनोपोरेसी
- लाल शैवालों का एक कुल जिसका प्रारूपिक वंश सौलीनोपोरा है। कैम्ब्रियन से जुरैसिक के ये समुद्री पौधे संकुल तंतुओं के बने होते हैं।
Solenostele - नलीरंभ
- रंभ का एक प्रकार जिसमें एक अनुप्रस्थ काट में सिलिन्डर में केवल एक ही पर्णावकाश दीखता है। इस प्रकार का रंभ बहिःफ्लोएमी या उभयफ्लोएमी ही सकता है।
Solution - दरण, फटना
- (परागाणु वि.)
Sorosporonites - सोरोस्पोरोनाइटीज़
- एक समुद्री कवक वंश। पर्मियन युग के ये कवक शैवालों पर परजीवी होते हैं।
Sorus - सोरस
- पर्णांग-पत्र की निचली सतह पर स्थिल बीजाणुधानियों का गुच्छा।
Species - जाति, स्पीसीज
- जीव-वर्गीकरण की एक इकाई जो वंश के नीचे होती है। द्विनाम पद्धति में द्वितीय नाम पद जाति का नाम होता है जो वंश की विशेषता बतलाता हैं।
Spermolithus - स्पर्मोलिथस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरिडोस्पर्मेलीज गण का एक अनंतिम वंश। डिवोनियन युग के ये बीजीण्ड द्विपार्श्विक सममिति दर्शाने वाले सबसे पुराने बीजाण्ड हैं।
Spermopteris - स्पर्मोप्टेरिस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के साइकैडेलीज़ गण का एक वंश। कार्बनी-पर्मियन युग के ये बीजाण्ड टीनियॉप्टेरिस नामक पत्ती से सम्बद्ध हैं।
Sphaerostoma - स्फैइरोस्टोमा
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरिडोस्पर्मेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के ये बीजाण्ड हैटरैन्जियम के हो सकते हैं।
Sphenobaiera - स्फीनोबैइरा
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के गिंकगोएलीज़ गण का एक वंश। पर्मियन से क्रिटेशस युग के इन पौधों में स्फानाकार पत्तियाँ होती हैं।
Sphenolepis - फीनोलेपिस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनीफरेलीज़ गण का एक वंश। क्रिटेशस युग के इन पौधों के शंकु टैक्सोडिएसी कुल के जैसे हाते हैं।
Sphenophyllales - स्फीनोफिल्लेलीज़
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग का एक गण। डिवोनियन से पर्मियन तक के इन पादपों का तना जुड़ा हुआ तथा पत्तियाँ स्फानाकार हाती हैं।
Sphenophyllum - स्फीनोफिल्लम
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग का एक वंश। कार्बनी युग के इन पौधों की विशेषता हैं स्फानाकार पत्तियाँ और त्रिकोणाकार प्राथमिक रंभ।
Sphenophyta - स्फीनोफाइटा
- दे. Sphenopsida
Sphenopsida - स्फीनॉप्सिडा
- संवहनी पादपों का एक वर्ग। डिवोनियन तथा कार्बनी युग में प्रमुख, इस वर्ग का अकेला आधुनिक प्रतिनिधि इक्वीसीटम है। पौंधों के जुड़े हुए तनों में स्पष्ट पर्व संधियाँ हाती हैं जिसमें से शाखाएँ, बीजाणुधानीधर तथा पत्तियों का चक्र निकलता है।
Sphenopteridium - स्फीनॉप्टेरिडियम
- पैलियोजोइक युग के पर्णांगवत् पर्ण समूह का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के ये पर्ण द्विशः पिच्छकित होते हैं।
Sphenopteris - स्फीनॉप्टेरिस
- पैलियोजोइक युग के पर्णांगवत् पर्ण समूहों का एक अनंतिम वंश। ये पिच्छिकाएँ अण्डाकार होती हैं तथा किनारा पालिमय या दन्तुर होता है।
Sphenostrobus - स्फीनोस्ट्रोबस
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग के स्फीनोफिल्लेलीज गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के इन सरल शंकुओं में 8 से 16 तक सहपत्र होते हैं।
Spike - स्पाइक
- अवृन्त पुष्पों वाला ससीमाक्षी (रैसोमोस) पुष्पक्रम। इसी प्रकार का अन्य अंगो का विन्यास; जैसे रिबाउचिया की बीजाणुधानियों का।
Sporae dispersae - विकीर्ण बीजाणु
- पादप अंगों से अलग्न, बिखरे हुए बीजाणुओं का सामूहिक नाम।
Sporangiophore - बीजाणुधानीधर
- बीजाणुधानी का वृन्त।
Sporangium - बीजाणुधानी
- निम्नतर पादपों की अलैंगिक संरचना जिसमें बीजाणु बनते हैं तथा विकीर्ण होने तक वर्तमान रहते हैं।
Sproangium Scar - बीजाणुधानी चिह्न
- लैपिडोडेड्रॉन के पर्णतल्प पर एक निशान। मान लिया गया है कि इस स्थल पर बीजाणुधानी लगी होती थी।
Spore - बाजाणु, स्पोर
- (1) एक कोशिकीय या बहुकोशिकीय अलैंगिक संरचना, जो बीजाणुधानी में उत्पन्न होती है और बिना किसी अन्य से युग्मन किए ही अंकुरित हो सकती है।
Spore analysis - बीजाणु विश्लेषण
- = Palynology
Sporocarp - स्पोरोकार्प
- कोई बीजाणुधारी संरचना विशेषकर- मार्सीलिएलीज़ गण की सेम के आकार की संरचना जिसमें दोनों प्रकार के अर्थात् लघु और गुरु बीजाणु होते हैं।
Sporoderm - बीजाणु त्वक्
- परागाणु की बाहरी भित्ति जिसमें अंदर की मृदु परत इन्टाइन तथा बाहरी कठोर परत एक्साइन होती है। मॉसों में एक अतिरिक्त आवरक परत पेराइन भी होती है।
Sporogonites - स्पोरोगोनाइटीज़
- तक मॉस वंश। डिवोनियन युग के इन मॉसों में एक पड़े थैलस पर बीजाणुधानी धारण करने वाली खड़ी शाखाएँ होती हैं।
Sporomorphs - बीजाणु रूप
- परागाणुओं के विविध आकार के वर्ग।
Sporophyll - बीजाणुवर्ण
- बीजाणुधारी पत्ती जो आकार में पत्ती हो या रूपान्तरित होकर अन्य आकार की हो जाए।
Sporophyte - बीजाणु उद्भिद्
- पादप की अलैंगिक पीढ़़ी जो बीजाणुओं को उत्पन्न करती है। यह द्विगुणित पीढ़ी अगुणित पीढ़ी (युग्मक उद्भिद्) से एकान्तरण करती है।
Sporopollenin - स्पोरोपोलेनिन
- पराग-कणों तथा कवक-बीजाणुओं की एक्साइन में पाया जाने वाला एलकोहॉली पदार्थ।
Spring wood - बसंत काष्ठ
- बसंत ऋतु में बनने वाला द्वितीयक दारु। इसकी कोशिकाएँ अपेक्षाकृत बडी तथा पतली भित्ति वाली होती हैं।
Stachyosperm - अक्षजबीजी, स्टैकियोस्पर्म
- पादप जिसमें बीजाणु तनों पर लगते हैं; जैसे कार्डेटेलीज़, गिंक्गोएलीज, कोनिफरेलीज तथा टैक्सेलीज गणों के सदस्य।
Stachyotaxus - स्टैक्योटैक्सस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनिफरेलीज़ गण का एक वंश। ट्राइएसिक युग के इन पौधों में पैलिसाया सरीखी पत्तियाँ होती हैं।
Star rings - तारक वलय
- मेडुलोसा स्टैलेटा की संवहन-सिलिन्डर के तारे जैसे खंड। इन अतिरिक्त संवहनी अंगों में द्वितीयक दारु होता है।
Staurocytic - तारा-कोशिकीय
- (रंध्र संमिश्र) जिसमें द्वार-कोशिका को चार समान रूपी कोशिकाएँ घेरे रहती हैं तथा सारी कोशिकाएँ तारे की सी आभा देती हैं।
Stauropteridales - स्टॉरोप्टेरिडेलीज़
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग का एक गण। कार्बनी युग के इन प्राक् पर्णांगों का प्रारूपिक एकल वंश स्टॉरोप्टेरिस है।
Stauropteris - स्टॉरोप्टेरिस
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के स्टॉरोप्टेरिडेलीज़ गण का एकल वंश। कार्बनी युग के इन क्षुपों में अक्षों में 4 पालियों वाला जाइलम होता है।
Stele - रंभ
- संवहनी पादपों की जड़ों तथा प्ररोहों का संवहनी सिलिन्डर। अन्तस्त्वचा नामक परत इसे वल्कुट (कॉर्टेक्स) से अलग करती है तथा इसमें अन्तस्त्वचा के भीतर परिसाइकिल, ज़ाइलम, फ्लोएम, तथा एधा (कैम्बियम) होते हैं। साथ ही केन्द्र में मज्जा भी हो सकती है।
Stenomyelon - स्टोनोमाइलॉन
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरिडोस्पर्मेलीज़ गण का एक वंश। कार्बनी युग के इन पौधों में आदिरंभ में तीन कूटक होते हैं।
Stenopalynous - तनुपरागाणवी
- (पादप कुल) जिनमें परागाणु प्रकारों की विविधता कम होती है।
Stenopteris - स्टेनॉप्टेरिस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कैटोनिएलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। ट्राइएसिक युग की इन पत्तियों में बाह्यत्वचीय संरचना कोरिस्टोस्पर्मेसी कुल के अक्ष वंशों जैसी ही होती है।
Stenoxylon - स्टैनॉक्सिलॉन
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के क्लैडोक्सिलेलीज़ गण का एक वंश। डिवोनियन-पर्मियन युग के इन पौधों में बहुरंभीय तना होता हैं।
Stephano- - किरीट
- (शब्द संयुतियों में) मुकुट;
Stephanospermum - स्टीफेनोस्पर्मम
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरिडोस्पर्मेलीज गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के इन बीजों के न्यूसेलस तथा कवच केवल आधार को छोड़ कर अन्य स्थानों पर एक दूसरे से मुक्त होते हैं।
Stigmaria - स्टिग्मेरिया
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग के लेपिडोडेन्ड्रेलीज गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के ये अक्ष भूमिगत होते हैं।
Stigmatic surface - वर्तिकाग्री पृष्ठ
- केटोनिया के क्यूप्यूल का होंठ-सा अंश, जिसे आवृतबीजियों के वर्तिकाग्र के तुल्य माना जाता है।
Stoma - रंध्र
- पादप त्वचा का छिद्र, जो द्वार-कोशिकाओं से घिरा रहता है।
Stomata - रंध्र
- Stoma का बहुवचन
Stomatal apparatus - रंध्रोपकरण
- = Stomatal complex
Stomatal complex - रंध्र संमिश्र
- रंध्र, द्वार-कोशिकाओं तथा सहायक कोशिकाओं का सामूहिक नाम। इसका वर्गीकरण किया जा चुका है तथा इनके विविध प्रकार तथा इनकी बारंबारता जीवाश्मी पादपों की बंधुता तथा उनकी पारिस्थितिकी (इकोलॉजी) को समझने में सहायक होती है।
Stomatiferous - रंध्रधर
- (पत्रदल) जिसमें रंध्र हों।
Stomium - मुख
- पर्णांगों की बीजाणुधानी भित्ति पर का पतली कोशिकाओं का क्षेत्र, जिसके फटने से बीजाणु बिखरते हैं।
Stratigraphy - (1) स्तरिकी
- (2) स्तरविन्यास
Striate - धारीदार, रेखित
- (बाह्यचोल) जिसमें धारियाँ हों।
Striatites - स्ट्रायाटिज़
- परागाणु महाप्रभाग वैरीजर्मिनान्टीज का उप प्रभाग, जिसमें वे पराग सम्मिलित हैं जिनमें धारियाँ होती हैं।
Strobilus - शंकु
- अक्ष के सिरे पर स्थित स्पाइक जैसी फलावली, जिसमें बीजाणुओं को धारण करने वाले बीजाणु-पर्णों, बीजाणुधरों तथा शल्कों का मिलजुल कर या अकेले ही समुच्चय होता है। ये सूक्ष्मपर्णी पर्णांगों तथा अनावृतबीजियों में पाए जाते हैं।
Stromatolite - स्ट्रोमैटोलाइट
- शैवाल निर्मित चूनेदार अवसाद जिन्हें जीवाश्म मान लिया गया है क्योंकि ये प्रीकैम्ब्रियन युग की जीवन विषयक सूचना देते हैं।
Structure - संरचना
- (परागाणु वि.) बाह्यचोल (एक्साइन) का आंतरिक लक्षण समुच्चय जिसमें अलंकरण शामिल नहीं हैं।
Sub Fossil - उप जीवाश्म
- हाल में बने जीवाश्म, जिनमें जीवाश्मीभवन की प्रक्रिया पूर्ण नहीं हो चुकती।
Sub infraturma - उप अघोप्रभाग
- विकीर्ण परागाणुओं के कृत्रिम वर्गीकरण में प्रयुक्त सबसे निचली कोटि, जो अधोप्रभाग के नीचे आती है।
Suborbiculate - उप गोलाकार
- पर्ण संरूपी वर्गीकरण में वह पत्ती, जो लगभग गोल सी हो। इसका लम्बाई चौड़ाई का अनुपात 6:5 होता है।
Subsidiary cell - सहायक कोशिका
- रंध्र की द्वार-कोशिकाओं के साथ वाली कोशिकाएँ जो बाह्यत्वचा की अन्य कोशिकाओं से भिन्न होती हैं।
Sub sigillaria - सब सिजिलेरिया
- सिजिलेरिया का उप वंश। इन पादपों में पर्णतल्प खड़ी कतारो में होते हैं।
Sub turma - उप प्रभाग
- विकीर्ण परागाणुओं के कृत्रिम वर्गीकरण में प्रयुक्त कोटि, जो प्रभाग के नीचे और अधोप्रभाग के ऊपर आती है।
Succor greek flora - सकर ग्रीक वनस्पतिजात
- कोलम्बिया पठार वनस्पति का एक अल्पांश। माइओसीन युग की इस वनस्पति में प्रमुख पादप ग्रे क्वेकर्स, सीड्रेला, अल्मस, पाइसिया तथा एसर।
Sulcate - सल्कसयुक्त
- (परागाणु बाह्यचोल) जिसमें सल्कस हो।
Suleus - सल्कस
- परागकण के दूरस्थ प्रदेश में स्थित लम्बे से खात। लम्बे खातों के तीन प्रकरों में ये सर्वाधिक लम्बे होते हैं। इनका लम्बाई-चौड़ाई का अनुपात 2:1 होता है।
Supra basal - अधि आधारी
- (शिराएँ) जो आधार के कुछ ऊपर से निकलती हैं।
Suprategillar - अधिटेजिलमी
- (अलंकरण) जो टेजिलम के ऊपर तक निकलआते हैं।
Sutcliffia - सटक्लिफिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरिडोस्पर्मेलीज गण का एक वंश। कार्बनी युग के इन पौधों में केन्द्रीय रंभ विशाल होता हैं।
Svalbardia - स्वालबार्डिया
- संवहनी पादपों के प्रोजिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के आर्केयॉप्टेरिडेलीज़ गण का एक वंश। डिवोनियन युग के इन पौधों के अक्ष में एकलाक्षी शाखन होता है।
Synangial hypothesis - संबीजाणुधानी परिकल्पना
- वह परिकल्पना जिसकी यह मान्यता है कि बीज का विकास संबीजाणुधानी की बीजाणुधानियों के बाह्यचक्र के बंध्यीकरण से हुआ।
Syncolpate - संकॉल्पसी
- (पृष्ठ) जिस पर ध्रुवों में बहुत से कॉल्पस मिले जुले स्थित होते हैं।
Syndetocheilic - सिंडेटोकाइलिक
- (रंध्र संमिश्र) जिसमें दो द्वार-कोशिकाएँ तथा सहायक कोशिकाएँ एक ही बाह्यत्वचीय कोशिका से उत्पन्न होती हैं।
Synexine - संबाह्यचोल, संऐक्साइन
- समूचे पराग चतुष्टक को घेरे रहने वाली झिल्ली।
Synlycostrobus - सिंलाइकोस्ट्रोबस
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग के लाइकोपोडिएलीज गण का एक अनंतिम वंश। मीसोजोइक युग के ये शंकु किसी रेंगने वाले लाइकोपोड के माने जाते हैं।
Teaniocrada - टीनियोकैडा
- संवहनी पादपों के राइनियॉप्सिडा वर्ग का एक वंश। डिवोनियन युग के इन पौधों की नग्न, रिबन सरीखी शाखाओं के सिरों पर बीजाणुधानियाँ होती हैं।
Taeniopteris - टीनियॉप्टेरिस
- पैलियोज़ोइक पर्णांगवत् पर्ण समूह का एक वंश। इन बड़े बड़े पर्णों में स्पष्ट मध्य शिरा होती है।
Tasmanites - तस्मानाइटीज़
- एक हरित शैवाल वंश। डिवोनियन युग के ये एककोशिकीय पादप शैल को पीली सी आभा दे देते हैं।
Taxaceoxylon - टैक्सैसिऑक्सिलॉन
- = Taxoxylon
Taxodioxylon - टैक्सोडिऑक्सिलॉन
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के कोनिफरेलीज गण का एक अनंतिम वंश। क्रिटेशस युग के इन काष्ठों में विशाल वहिनिकाएँ होती हैं।
Taxoxylon - टैक्सोक्सिलॉन
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टैक्सेलीज गण का एक अनंतिम वंश। मीसोजोइक युग के इन काष्ठों में तृतीयक भित्ति स्थूलता लिए होती है।
Tectate - टैक्टमयुक्त
- (परागाणु) जिसमें टैक्टम हो।
Tectum - टैक्टम
- एक्टेक्साइन को ढकने वाली झिल्ली, जो कभी पूर्ण होती है कभी अपूर्ण।
Tegillate - टेजिलमयुक्त
- (परागाणु) जिसमें टेजिलम हो।
Tegillum - टेजिलम
- ऐक्टोसैक्साइन की समांगी परत जो नेक्साइन से विलग होती है।
Telangium - टेलैंजियम
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिडा वर्ग के लाइजिनॉप्टेरिडेलीज गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के ये परागधारी अंग संभवतया लाइजिनॉप्टेरिस के हैं।
Teleutosporites - टेल्यूटोस्पोराइटीज़
- एक कवक वंश। कार्बनी युग के तथा लेपिडोडेड्रान पर परजीवी ये कवक पक्सीनिया के कुल के जैसे हैं।
Tempskya - टेम्सक्या
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के फिलिकेलीज गण का एक वंश। जुरैसिक से क्रिटेशस युग के ये आभासी तने वास्तव में तने, पर्णाधार तथा जड़ के समुच्चय हैं।
Tempskyaceae - टेम्सक्येसी
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिडा वर्ग के फिलिकेलीज गण का एक कुल। मीसोज़ोइक युग के इन कुल का प्रारूपिक वंश टेम्सक्या है।
Tentpole - टेन्टपोल, शिविर दंड
- फाइसोस्टोमा आदि कुछ बीजों के गुरु यग्मकोद्भिद् के दूरस्थ सिरे पर की कोशिका गद्दी सा ऊतक, जो गृहीत पराग को बाहर नहीं निकलने देता।
Tertiary - टरशिएरी, तृतीयक
- (1) सीनोजोइक के दो विभागों में से पुरातन विभाग जिसमें पैलियोसीन इओसीन, ओलिगोसीन, मायोसीन तथा प्लायोसीन सम्मिलिति है।
Tettracytic - चतुष्कोशिकीय
- (रंध्र संमिश्र) जिसमें चार सहायक कोशिकाएँ द्वार कोशिकाओं को घेरे रहती हों।
Tetrad - चतुष्क
- एक ही मातृकोशिका से उपजे चार परागाणुओं का समुच्चय। ये चार सदस्य विलग होने पर स्वतंत्र आचरण करते हैं।
Tetradites - टेट्राडाइटीज़
- प्रभाग ज़गेटीज़ का उप प्रभाग जिसमें वे पराग सम्मिलित हैं जो चतुष्कों में होते हैं।
Tetrarch - चतुरादिदारुक
- (रंभ) जिसमें आदि दारु के चार वर्धनक्षम केन्द्र हों।
Tetrastichia - टैट्रास्टिकिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टिरिडोस्पर्मोलीज गण का एक वंश। कार्बनी युग के इन तनों के अनुप्रस्थ काट में आदि रंभ क्रॉसित दीखता है।
Tetraxylopteris - टैट्राजाइलॉप्टेरिस
- संवहनी पादपों के प्रोजिम्नोस्पर्मोप्सिडा वर्ग के ऐन्यूरोफाइटेलीज गण का एक वंश। डिवोनियन युग के इन पौधों में बीजाणुधानी गुच्छ सम्मुख तथा क्रॉसित रूप में वियस्त होते हैं।
Texture - गठन
- Polynol==Structure
Thallites - थैलाइटीज़
- थैलसी आकार का एक असंवहनी पादप वंश। कार्बनी युग के ये पौधे शैवाल या ब्रायोफाइट हो सकते हैं।
Thallophyta - थैलोफाइटा
- पुरानी वर्गीकरण पद्धति के अनुसार असंवहनी पादपों का एक संघ (फाइलम) जिसमें शैवाल, कवक तथा बैक्टीरिया शामिल हैं। इनका शरीर तंतुभय होता है तथै जड़ व तने का भेद नहीं होता। अलैगिक तथा लैगिक जननांग या तो एक कोशिकीय होते हैं और यदि बहुकोशिकीय हों तो प्रत्येक कोशिका उर्वर होती है।
Thamnopteris - थैम्नॉप्टेरिस
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिडा वर्ग के फिलिकेलीज गण का एक वंश। पर्मियन युग के ये तने पर्णवृन्त के आधारों से आवृत रहते हैं।
Thucomyces - थूकोमाइसीज़
- एक लाइकेन वंश। प्रोकैम्ब्रियन युग के इन पादपों में पटयुक्त कवकतंतु होते हैं तथा शैवाल अंश की उपस्थिति जैवरासायनिक प्रमाणों से सिद्धि होती है।
Torticaulis - टॉर्टीकौलिस
- एक संभाव्य ब्रायोफाइट वंश। साइल्यूरियन युग के इन पौधों में तर्कु के आकार की बीजाणुधानियाँ होती हैं।
Torus - टोरस
- परिवेशित गर्त की झिल्ली में पाया जाने वाला एक अंग जिसके केन्द्र में स्थूलता होती है।
Tracheid - संवाहिका, ट्रेकीड
- लम्बी, गावदुम सी जाइलम कोशिका। ये पुरातन पादपों के संवहनी तत्व हैं तथा इनमें वलयाकार, कुंडलरूप या सीढ़ीनुमा स्थूलताएँ तथा परिवेशित गर्त भी हो सकते हैं।
Tracheophyta - ट्रैकियोफाइटा
- पादप प्रभाग जिसमें संवहनी पादप आते हैं। टेरिडॉफाइटों से पुष्पी पादपों तक के इस समूह के मुख्य वर्ग हैं साइलॉप्सिडा, लाइकॉप्सिडा, स्फीनॉप्सिडा फिलिकॉप्सिड़ा, जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा तथा ऐंजिओस्पर्मोप्सिडा। जलसह क्यूटिकल, आंतरिक यांत्रिक उतक तथा जाइलम आसानी से जीवाश्म रूप ले लेते हैं इसी कारण साइल्यूरियन युग के अंत से आधुनिक युग तक इस प्रभाग के कई जीवाश्म मिल चुके हैं।
Transcolpate - अनुप्रस्थ कॉल्पसी
- (परागाणु) जिसमें कॉल्पस अनुप्रस्थ दिशा में स्थित हों अर्थात ऐसे कॉल्पस हों जो मध्यवृत्त के समान्तर लम्बे हों।
Transfer method - स्थानान्तर विधि
- पादप संपीडाश्मों को शैल से निकालने की विधि। इसमें जीवाश्म को शैल आधात्री से किसी दूसरे पदार्थ (जैसे सेलुलोस फिल्म) में स्थानान्तरित कर दिया जाता है।
Transition conifer - संक्रमणी शंकुधर
- वोल्टजिएलीज का एक दूसरा नाम, जिसका आधार है इनके जननांगों का कार्डेटेलीज तथा आधुनिक शंकुघरों के बीच वाले लक्षणों का होना।
Riad - त्रिक्
- एक ही मातृकोशिका से उपजे तीन परागाणुओं का समुच्चय। ये तीन सदस्य विलग होने पर स्वतंत्र आचरण करते हैं।
Triarch - त्रिआदिदारुक
- (रंभ) जिसमें आदि दारु के तीन वर्धनक्षम केन्द्र हों।
Triassic - ट्राइएसिक
- (1) मीसोजोइक शैल समूहों का पुरातनतम प्रभाग। ये लगभग 19.5 से 23.5 करोड़ वर्ष पूर्व बने तथा इनमें प्रमुख पौधे पर्णांग हैं।
Trichopitys - ट्राइकोपिटिस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के गिंक्गोएलीज गण का एक वंश। पर्मियन युग के इन अक्षों में सर्पिलतः विन्यस्त पत्तियाँ होती हैं।
Trichotomocolpates - ट्राइकोटोमोकॉल्पेटिज़
- प्रभाग प्लिकेटीज का उप प्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें त्रिशाखित कॉल्पस होता है।
Tricoccites - ट्राइकोक्काइटी
- संवहनी पादपों के ऐंजिओस्पर्मोप्सिडा वर्ग का एक वंश। पैलियोजोइक युगीन इन ताड़कुलीन पौधों में त्रिबीजी फल होते हैं।
Tricolpate - त्रिकॉल्पसी
- (परागकण ) जिनमें तीन कॉल्पस होते हैं; कोई अन्य छिद्र या खात नहीं होते।
Tricolpates - ट्राइकॉल्पेटीज़
- प्रभाग प्लिकेटीज का उप प्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें तीन कॉल्पस होते हैं।
Tricolpites - ट्राइकॉल्पिटीज़
- संवहनी पादपों के ऐंजिओस्पर्मोप्सिडा वर्ग का एक अनंतिम वंश। क्रिटेशस युग के इन परागकणों में तीन कॉल्पस होते हैं। दूसरी वर्गीकरण पद्धति के अनुसार इसे प्रभाग प्लिकेटिज के उप प्रभाग ट्राइकॉल्पटीज का एक वंश माना जाता है।
Tricolpodiporate - द्विरंध-त्रिकॉल्पसी
- (पराग) जिसमें दो रंध्रों वाले तीन कॉल्पस हों।
Tricolporate - रंध्रिल त्रिकॉल्पसी
- (पराग) जिसमें रंध्रों वाले तीन काल्पस हों।
Tricolporates - त्रिरंध्र कॉल्पसी
- परागाणु प्रभाग जिसमें वे पराग सम्मिलित हैं जिनमें तीन रंध्र तथा तीन कॉल्पस हों।
Trifoliati - ट्राइफोलियाटी
- प्रभाग ट्राइलाइटीज ऐजोनेलीज का अधो प्रभाग जिसमें वे पराग सम्मिलित हैं जिनमें ट्राइफोलियम (त्रिपर्णक) होता है।
Turifolium - त्रिपर्णक, ट्राड्रफोलियम
- त्रिअर चिह्न के साथ ऊँचे ओष्ठ (लैब्रा) होने के कारण तीन पप्तियों का सा आभास।
Trigonocarpus - ट्राइगोनोकार्पस
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरिडोस्पर्मेलीज गण का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के इन बीजों में कवच लम्बाईवार तीन समान पाटों में विभाजित रहता है, बीजाण्ड द्वार लम्बा होता है तथा दुहरा संवहन-तंत्र होता है।
Trigonomyelon - ट्राइगोनोमाएलॉन
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक अनंतिम वंश। पर्मियन युग के इन काष्ठों में मज्जा में तीन या अधिक पालियाँ होती हैं।
Rilete - त्रिअरी
- (परागाणु) जिसमें त्रिअर चिह्न हों; (चिह्न) जिसमें तीन अर हों तथा जो Y के आकार का हो।
Triletes - ट्राइलिटीज़
- परागाणु प्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें त्रिअर चिह्न होता है।
Trilete saccite - ट्राइलीट सैक्काइट
- परागाणु प्रभाग सैक्काइटीज का अधोप्रभाग जिसमें वे पराग सम्मिलित हैं जिनमें एक कोश तथा त्रिअर चिह्न होता है।
Triletes azonales - ट्राइलिटीज़ ऐजोनेलीज
- परागाणु प्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिसमें त्रिअर चिह्न तो होता है पर जोना और मेखला नहीं होते हैं।
Trimerophyton - ट्राइमेरोफाइटोन
- संवहनी पादपों के ट्राइमेरोफाइटॉप्सिडा वर्ग का एक वंश। डिवोनियन युग के इन पौधों में कई त्रिशाखित पर्श्विक शाखाएँ होती हैं। अन्तिम शाखाओं में तीन के गुच्छों में बड़ी बीजाणुधानियाँ होती हैं।
Trimerophytophyta - ट्राइमेरोफाइटोफाइटा
- दे. Trimerophytopsida
Trimerophytopsida - ट्राइमेरोफाइटॉप्सिडा
- संवहनी पादपों का एक वर्ग। डिवोनियन युग के इन मूलहीन तथा पर्णहीन पौधों में राइजोम तथा शाखित अक्ष होते हैं। पार्श्विक शाकाएँ त्रिभाजन दर्शाती है। अक्ष में एक केन्द्रीय एक विशाल आदिरंभ होता है। बीजाणुधानियाँ सिरों पर लगती है। इस वर्ग का प्रारूपिक वंश ट्राइमेरोफाइटॉन है। कुछ आचार्य इस वर्ग को प्रभाग (ट्राईमेरोफाइटोफाइटा) या उप प्रभाग (ट्राईमेरोफाइटोफाइटिना) मानते हैं।
Triporines - ट्राइपोरिनीज़
- प्रभाग प्लिकेटीज का उप प्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनकी एक्साइन (बाह्यचोल) में तीन रंध्र (पोरस) होते हैं।
Tristachya - ट्राइस्टैक्या
- संवहनी पादपों के स्फीनोप्सिडा वर्ग के स्फीनोफिल्लेलीज गण का एक वंश। कार्बनी व पर्मियन युग के इन पादपों में जुड़ा हुआ अक्ष होता है, प्रत्येक पर्वसंधि पर तीन स्फानाकार पत्तियाँ होती हैं।
Tristichia - ट्राइस्टीकिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरिडोस्पर्मोलीज गण का एक वंश। कार्बनी युग के इन पौधों में त्रिकोणाकार रंभ होता है।
Trizygia - ट्राइजीगिया
- संवहनी पादपों के स्फीनॉप्सिडा वर्ग का एक वंश। पैलियोज़ोइक युग के इन पौधों में पत्रियों में केवल एक ही शिरा होती हैं।
Tuberini - ट्यूबेरिनी
- परागाणु अधोप्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें चिकनी एक्साइन में एक पैपिला (लिगुला) निकली होती है।
Tubicaulis - ट्यूबीकॉलिस
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग का एक अनंतिम वंश। कार्बनी युग के इन तनों में ऐनाकोरोप्टेरिस प्रकार का पर्णवृन्त लगा होता है।
Tufa - टूफा
- स्पंजी तथा रंध्रिल चूना पत्थर जो कैल्शियम कार्बोनेट होता है तथा पत्तियों पर अक्षेपित होकर उस अंग को परिरक्षित कर देता है।
Turma - टुर्मा, प्रभाग
- विकीर्ण परागाणुओं के कृत्रिम वर्गीकरण में प्रयुक्त कोटि, जो महाप्रभाग (एन्टेटुर्मा) के नीचे आती है। उदा. ट्राइलीटीज-ऐजोनेलीज
Ulcus - अल्कस
- एकल, पोरस जैसा छिद्र जो परागाणु के दूरस्थ क्षेत्र में स्थित होता है।
Ullmania - अल्मानिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के वोल्टजिएलीज गण का एक वंश। पर्मियन युग की ये वामन शाखाएँ बिम्बाभ होती हैं।
Umkomosia - अम्कोमैसिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिडा वर्ग के केटोनिएलीज गण का एक अनंतिम वंश। ट्राइएसिक युग के इन बीजाणुधारी अंगों के अक्ष की शाखाओं में सवृन्त क्युप्यूल होते हैं।
Unditegillate - तरंगित टेजिलमी
- (परागाणु) सतह, जिसमें लहरदार टेजिलम हो।
Upland origin hypothesis - उच्चभूमि उद्गम परिकल्पना
- वह परिकल्पना, जिनके अनुसार आवृतबीजी पौधे उच्च भूमि तथा पर्वतों के ढालों में विकसित हुए।
Vallecular Canals - वैलीकुली नाल
- कुछ स्फीनॉप्सिडों के तने के वल्कुट के वातावकाश।
Valmeyorodendron - वाल्मेयोरोडेंड्रॉन
- संवहनी पादपों के लाइकॉप्सिडा वर्ग का एक वंश। कार्बनी युग के इन पौधों को प्रोटोलेपिडोडेन्ड्रेलीज तथा लेपिडोडेन्ड्रेलीज के बीच का माना जाता है।
Variegerminantes - वैरीजर्मिनान्टीज़
- परागाणु महाप्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जो निकटस्थ ध्रुव के अलावा अन्य किसी भी पार्श्व में अंकुरित हो सकते हैं। उदा. पातोनिईस्पोराइटीज
Vascular plants - संवहनी पादप
- = tracheophytes
Vascular Segment - संवहन खंड
- जाइलम का संपूल जिससे पर्णारेश (लीफट्रेस) बनता है।
Vasiculomonoraditi - वेसीकुलोमोनोरैडिटी
- परागाणु अधोप्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें सैक्कस होता है तथा एक अर चिह्न होता है।
Velum - गुंठिका
- कोई परदा विशेषकर एक्साइन की तहदार ऊपरी परत जो परागाणु को ढँके रहती है।
Venation - शिरा विन्यास
- पत्ती पर शिराओं का क्रम। इनकी विशेषताओं के अध्ययन से जीवाश्मों की बंधुता और जाति इतिहास को समझने में मदद मिलती है।
Ventral - अभ्यक्ष
- (परागाणु वि.) (परागाणु पार्श्व) जो चतुष्क के बाहर वाली दिशा में हो।
Verrucati - वैरुकाटी
- परागाणु उप अधोप्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनकी एक्साइन वेरुकोस होती है।
Vertebraria - वर्टीव्रेरिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के ग्लॉसोप्टेरिडेलीज गण का एक अनंतिम वंश। पर्मियन युग की ये जड़ें ग्लॉसोप्टेरिस के भूमिगत भाग समझे जाते हैं।
Vesiculate - आशयवत्
- (एक्साइन) जो परागाणु के मुख्य कार्य से थैलीरूप में बाहर को निकलता हुआ हो।
Vessel - वाहिका
- संवहन कार्य के लिए बनी नलिका। कई कोशिकाओं के लम्बाई से जुड़ जाने से इसमें सततता आ जाती है।
Vestibulum - कोष्ठिका
- रंध्र प्रदेश में एन्डेक्साइन के विलयन से बनी छोटी सी कोठरी।
Vittatina - विट्टेटाइना
- परागाणु अधोप्रभाग कॉस्टेटी का एक वंश। इन परागाणुओं में धारियाँ, बह वलन तथा दो गूढ सैक्कस पाए जाते हैं।
Vojnovskya - वोज्नोव्स्किया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक समस्या प्रधान वंश। पर्मियन कार्बनी युग के इन पौधों में न्यूरोप्टेरिस सरीखी पत्तियाँ होती हैं।
Vojnovskyales - वोज्नोव्स्किएलीज़
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक गण, जिसका प्रारूपिक वंश वोज्नोव्स्किया है।
Voltzia - वोल्ट्जिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के वोल्टजिएलीज गण का एक वंश। कार्बनी से क्रिटेशस युग के ये पौधे काष्ठिल वृक्ष होते हैं।
Voltziales - वोल्ट्जिएलीज़
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक गण। कार्बनी से क्रिटेशस युग के इन काष्ठिल पौधों में सूई जैसी पत्तियाँ होती हैं। यह गण कॉर्डेटेलीज तथा कोनीफरलीज के बीच का है।
Weichselia - वाइशसेलिया
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के फिलिकेलीज गण का एक वंश। क्रिटेशस युग के इन विशाल तनों में बड़े-बड़े पर्णवृन्त होते हैं।
Weltrichia - वेल्ट्रीचिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के साइकेडिऑइडेलीज गण का एक अनंतिम वंश। जुरैसिक युग के इन परागधारी अंगों में एक प्यालीनुमाँ आधार से अंगुली जैसे लघुबीजाणु निकलते हैं।
Weylandites - वेलैन्डाइटीज़
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग का एक वंश। मीसोज़ोइक युग के इन कोशहीन परागों में सल्कस के समान्तर धारियाँ होती हैं।
Whittleseya - विटलेसेया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के टेरिडोस्पर्मेलीज गण का एक अनंतिम वंश। मीसोज़ोइक युग के ये परागधारी अंग घंटाकार संरचनाएँ होती हैं।
Wide elliptic - अतिदीर्घवृत्तीय
- पत्र संरूपी वर्गीकरण में वह दीर्धवृत्तीय पत्ती जिसकी लम्बाई/ चौड़ाई का अनुपात 3:2 हो।
Wide oblong - अतिदीर्घायत
- पत्र संरूपी वर्गीकरण में वह पत्ती जिसकी लम्बाई चौड़ाई का अनुपात 3:2 हो।
Wide obovate - अति प्रतिअंडाकार
- पत्र संरूपी वर्गीकरण में वह प्रति-अडांकार पत्ती जिसकी लम्बाई/चौड़ाई का अनुपात 6:5 हो।
Wide ovate - अति अंडाकार
- पत्र संरूपी वर्गीकरण में वह अडांकार पत्ती जिसकी लम्बाई/चौड़ाई का अनुपात 6:5 हो।
Wielandiella - वीलैन्डिएला
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के साइकैडिऑइडेलीज गण का एक वंश। ट्राइएसिक युग के इन पौधों की शाखाएँ आभासी द्विशाखन दर्शाती हैं।
Wilcox flora - विल्कोक्स वनस्पतिजात
- मैक्सिको की खाड़ी के तटीय मैदानों की इओसीन युग की वनस्पति, जो उष्ण जलवायु की सूचक है।
Williamsonia - विलियमसोनिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के साइकेडिऑइडेलीज़ गण का एक अनंतिम वंश। जुरैसिक युग के ये पादप छोटे से वृक्ष हैं जिनमें टिलोफिलम प्रकार की पत्तियाँ होती हैं।
Williamsoniaceae - विलियमसोनिएसी
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोंप्सिडा वर्ग के साइकैडिऑइडेलीज गण का एक कुल। जुरैसिक ट्राइएसिक युग के इस कुल के सदस्यों मे पतला शाखित तना होता है तथा शंकु पर्णाधारों से मिले-जुले नहीं होते।
Williamsoniella - विलियमसोनिएला
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोसिप्डा वर्ग के साइकेडिऑइडेलीज गण का एक कुल। जुरैसिक युग के इन क्षुपों में निल्सोनियॉप्टेरिस प्रकार की पतियाँ होती है।
Woodworthia - वुडवर्थिया
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्प्मोप्सिडा वर्ग के कोनीफरेलीज गण का एक वंश। ट्राइएसिक युग के इन लट्ठों में ऐराकैरिऑक्सिलॉन प्रकार का द्वितीयक दारु होता है।
Xenocladia - जीनोक्लैडिया
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के क्लैडोडाइलेलीज गण का एक वंश। डिवोनियन युग के इन पौधों में बहुरंभी तना होता है।
Xylem - दारु, जाइलम
- उच्चतर पादपों का जल संवहन तथा सहारा देने वाला ऊतक जो रंभ का एक प्रमुख तत्व है। लिग्निन युक्त स्थूल भित्तियों वाली इसकी कार्यक्षम कोशिकाएँ अजीवित होती हैं। यह जीवाश्म रूप में आसानी से परिरक्षित हो जाता है।
Yarravia - याराविया
- संवहनी पादपों के राइनियॉप्सिडा वर्ग का एक वंश। डिवोनियन युग के इन पौधों में नग्न, द्विशाखित अक्ष की शाखाओं के सिरों पर संबीजाणुधानियाँ होती हैं।
Y-mark - चिह्न
- चतुष्क से विलग हो चकुने पर परागाणु पर अंकित-Y-आकार का निशान।
Zamites - जैमाइटीज़
- संवहनी पादपों के जिम्नोस्पर्मोप्सिड़ा वर्ग के बेनेटाइटेलीज गण का एक वंश। मीसोज़ोइक युग के इन वंशों में कुंताकार पिच्छिकाएँ होती हैं।
Zona - ज़ोना, क्षेत्र
- = Zone
Zonate - क्षेत्र युत्त
- (परागाणु) जिसमें क्षेत्र (जोना) हो।
Zone - जोन, क्षेत्र
- परगाणु की मध्यरेखा (इक्वेटर) के पास चौड़ी झिल्लीमय पट्टी।
Zonati - ज़ोनाटी
- परागाणु प्रभाग ट्राइलिटीज का एक अधोप्रभाग जिसमें वे परागाणु सम्मिलित हैं जिनमें क्षेत्र (जोना) होता है।
Zosterophyllales - जोस्टीरोफिल्लेलीज़
- संवहनी पादपों के जोस्टीरोफिल्लॉप्सिडा वर्ग का एक गण। डिवोनियन युग के इस गण के मुख्य लक्षण हैं बीजाणुधानियों की पार्श्विक स्थिति।
Zosterophyllophyta - जोस्टीरोफिल्लोफाइटा
- दे. Zosterophyllopsida
Zosterophyllophytina - जोस्टीरोफिललोफाइटिना
- दे. Zosterophyllopsida
Zosterophyllopsida - जोस्टीरोफिल्लोप्सिडा
- संवहनी पादपों का एक वर्ग। पैलियोजोइक युग के इस वर्ग के मुख्य लक्षण हैं मूलहीन तथा पर्णहीन शाखित अक्ष और पार्श्विक बीजाणुधानियाँ। कुछ आचार्य इस वर्ग को प्रभाग जोस्टीरोफिल्लोफाइटा का उप प्रभाग जोस्टीरोफिल्लोफाइटिना कहते हैं।
Zosterophyllum - जोस्टीरोफिल्लम
- संवहनी पादपों के जोस्टीरोफिल्लोप्सिडा वर्ग के जास्टीरोफिल्लेलीज गण का एक वंश। डिवोनियन युग के इन पादपों की पार्श्विक बीजाणुधानियाँ असीमाक्षी क्रम में विन्यस्त होती हैं।
Zygopteridales - जाइगॉप्टेरिडेलीज
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग का एक गण। डिवोनियन युग के इस गण का प्रमुख लक्षण है पत्राक्ष में रेतघड़ी (ऑवर ग्लास) के आकार का पर्णारेश।
Zygopteris - जाइगॉप्टेरिस
- संवहनी पादपों के फिलिकॉप्सिड़ा वर्ग के जाइगॉप्टेरिडेलीज गण का एक वंश। एक जाति वृक्ष जैसी होती है तथा इसके विलगित पर्णवृन्त इटैप्टेरिस कहलाते हैं।
स्रोत
[सम्पादन]यह परिभाषा कोश भारतवाणी से लिया गया है।