विक्षनरी:भारतीय भाषा कोश ०२
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301 | आस्वादन | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | स्वाद लेना, चखना; | रसास्वादन (कविता आदि का)। | - | - | - | सुआद लैणा, मानंणा | - | - | - | - | चखना | लज़्जतअंदोज़ी | - | - | - | सॉद, म॑ज्रु॑ | - | - | - | - | सवादु | रसु (कविता वग़ैरह जो) | - | - | - | आस्वाद, स्वाद घेणे, चाखणे | रसग्रहण (कविता वगैरेचें) | - | - | - | आस्वादन | रसग्रहण (कविता वगेरेनुं) | - | - | - | आस्वा॒दन, स्वादग्रहण॒, चाखा (सा, न) | रसास्वादन | - | - | - | आस्वादन | - | - | - | - | आस्वादन, चारिवबा | रसास्वादन | - | - | - | आस्वादनमु, चवि चूचुट | आस्वादनमु | - | - | - | शुवैत्तल् | रसित्तळ् | - | - | - | आस्वदिक्कल् | आस्वादनं | - | - | - | रुचि नोडुवुदु | आस्वादनॆ | - | - | - |
302 | आहट | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | हल्की आवाज। | - | - | - | - | बिड़क | - | - | - | - | आहट | - | - | - | - | सदाह, आवाज़ | - | - | - | - | आहट | - | - | - | - | चाहूल | - | - | - | - | अणसारो | - | - | - | - | मृदु शब्द | - | - | - | - | पातल शब्द | - | - | - | - | हालुका आबाज | - | - | - | - | च़प्पुडु, अलिकिडि | - | - | - | - | संदडि | - | - | - | - | कालॊच्च, नेरिय ओ॑च्च | - | - | - | - | सद्दु | - | - | - | - |
303 | आहार | पुंलिंग | - | - | - | - | खाद्य पदार्थ, भोजन। | - | - | - | - | अहार | - | - | - | - | खाना, ग़िज़ा | - | - | - | - | ख्यन | - | - | - | - | आहारु, खाधो | - | - | - | - | आहार, भोजन | - | - | - | - | आहार, खोराक, खानपान, भोजन | - | - | - | - | आहार, भोजन, खाद्य | - | - | - | - | आहार | - | - | - | - | आहार, भोजन | - | - | - | - | आहारमु | - | - | - | - | आहारम्, उणवुप्पॊरुळ् | - | - | - | - | आहारं | - | - | - | - | आहार | - | - | - | - |
304 | आहुति | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | यक्ष या हवन करते समय सामग्री को अग्नि में डालने की क्रिया; | हवन में हर बार डाली जाने वाली सामग्री की मात्रा। | - | - | - | अहूती, आहूती, कुरबानी | अहूती, आहूती, कुरबानी | - | - | - | आहूती | - | - | - | - | आहुती, अ॑हवथ | - | - | - | - | आहूती | आहूती | - | - | - | आहुति | आहुतीचे सामान | - | - | - | आहुति | आहुतिनो समान | - | - | - | आहुति | आहुत | - | - | - | आहुति | आहुति | - | - | - | आहुति | आहुति | - | - | - | आहुति | आहुति | - | - | - | वेळ्वियिल् नॆय्, पॊरि मुदलियन अर्प्पित्त्ळ्, आहुति | वेळ्वियिल् अर्पणिक्कुम् पॊरुळ् | - | - | - | आहुति | आहुति | - | - | - | आहुति | आहुति | - | - | - |
305 | इंतज़ाम | पुंलिंग | - | - | - | - | प्रबन्ध, व्यवस्था। | - | - | - | - | इंतज़ाम | - | - | - | - | इंतिज़ाम | - | - | - | - | इंतिज़ाम | - | - | - | - | इंतिज़ामु | - | - | - | - | सोय, व्यवस्था | - | - | - | - | इंतेजाम, बंदोवस्त | - | - | - | - | अवस्था, बंदोबस्त | - | - | - | - | ब्यवस्था, योगार | - | - | - | - | ब्यबस्था | - | - | - | - | एर्पाटु | - | - | - | - | एर्पाडु | - | - | - | - | एर्प्पाटु, व्यवस्थ | - | - | - | - | एर्पाडु ब्यवस्थॆ | - | - | - | - |
306 | इंदराज | पुंलिंग | - | - | - | - | दर्ज करने की क्रिया या काम, प्रविष्टि। | - | - | - | - | इंदराज | - | - | - | - | इंदिराज | - | - | - | - | दरु॑ज करुन | - | - | - | - | दर्जु करणु, दाख़िला | - | - | - | - | नोंदणी, प्रविष्टि | - | - | - | - | दाखल करवुं ते | - | - | - | - | ढोकानो | - | - | - | - | भर्तिकरण, प्रविष्टि | - | - | - | - | प्रबिष्टि | - | - | - | - | चेर्चुट | - | - | - | - | पदिन्दु कॊळ्ळळ् | - | - | - | - | पतिक्कल, चार्त्तल् | - | - | - | - | नमूदनॆ | - | - | - | - |
307 | इकहरा | विशेषण | विशेषण | - | - | - | एक ही परतवाला; | पतला। | - | - | - | इकहिरा | - | - | - | - | इकहरा | इकहरा | - | - | - | आ॑कॉन्यल | - | - | - | - | हिक तहो | सन्हो | - | - | - | एकेरी | सडपातळ, कृश | - | - | - | एकवडियुं | पातळुं | - | - | - | एकहारा | पातला, छिपछिपे | - | - | - | एंखनीया, एतरपीया | पातल, क्षीण | - | - | - | - | पतळा | - | - | - | ओंटिपोर | पल्चनि | - | - | - | ऒट॒टै॒नाडियान | मॆल्लिय | - | - | - | ऒट॒ट॒त्तट्टाय | मॆलिञ्ञ | - | - | - | तॆळ्ळगॆ | तॆळ्ळगॆ | - | - | - |
308 | इकाई | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | किसी पूरे वर्ग या समूह का ऐसा भाग जो विश्लेषण के लिए स्वतन्त्र या पृथक माना जाता हो (यूनिट); | किसी संख्या में दाईं ओर का पहला अंक या उसका स्थान। | - | - | - | इकाई | - | - | - | - | इकाई | - | - | - | - | इकाई | - | - | - | - | इकाई | एको, एके जी जग॒ह | - | - | - | युनिट | एकम | - | - | - | एकम | एकम | - | - | - | एकक | एकक | - | - | - | एकक, गोट | - | - | - | - | एकक | - | - | - | - | बिंदुवु, यूनिट | ओकट्लु | - | - | - | ऒन्रि॒यम् | मुदल् स्तान एंण, ऒट॒टै॒ | - | - | - | यूनिट | ऒर॒र॒ | - | - | - | घटक | बिडि, ऒदुं | - | - | - |
309 | इक्का | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | एक प्रकार की छोटी गाड़ी जिसमें केवल एक घोड़ा जोड़ा जाता हैं; | ताश का एक बूटीवाला पत्ता। | - | - | - | यक्का | यक्का | - | - | - | इक्का | यक्का | - | - | - | यकु॑ | - | - | - | - | टांगो | यको (ताश जो) | - | - | - | एक्का-गाडी, टांगा | (पत्त्यातील) एक्का | - | - | - | एको, एक्को | एको, एक्को | - | - | - | एक्का | टेक्का | - | - | - | एक्का गारी | (ताच पातर) एक्का | - | - | - | एक्का, एक्कागाड़ी | तास र एक बुटीबाला पत्ता | - | - | - | जट्का | वोकट्ल्आकु | - | - | - | कुदिरै वण्डिं | 'एस' सीट्टु | - | - | - | इक्का वण्डि | आस् (चीट्टॅ) | - | - | - | ऎक्कागाडि | ऎक्का | - | - | - |
310 | इक्का-दुक्का | विशेषण | - | - | - | - | अकेला,-दुकेला, कोई-कोई। | - | - | - | - | कल्ला-दुकल्ला, इक्कड़-दुक्कड़ | - | - | - | - | इक्का-दुक्का | - | - | - | - | अरव-ज्रु॑, स्यठाह कम | - | - | - | - | एकड़ि-बे॒कड़ि | - | - | - | - | एकटा-दुकटा | - | - | - | - | एकल-दोकल | - | - | - | - | एका-दोका, केउ॒-केउ | - | - | - | - | दुइ-एक, दुटा-एटा | - | - | - | - | एक्का-दुग्गा | - | - | - | - | ओकरिद्दरु | - | - | - | - | ऒन्रि॒रण्डु | - | - | - | - | ऒटटयुं तॆट॒ट॒युं | - | - | - | - | ऒब्बिब्ब | - | - | - | - |
311 | इच्छा | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | चाह, कामना। | - | - | - | - | इच्छा | - | - | - | - | ख़ाहिशं | - | - | - | - | यछ़ा | - | - | - | - | इछा | - | - | - | - | इच्छा | - | - | - | - | इच्छा, मरजी, रुचि | - | - | - | - | इच्छा, आकांक्षा॒ (क्खा) | - | - | - | - | इच्छा, कामना | - | - | - | - | इच्छा, कामना | - | - | - | - | कोरिक, इच्छा | - | - | - | - | इच्चै, विरुप्पम् | - | - | - | - | आग्रहं, इच्छा | - | - | - | - | आसॆ, बयकॆ | - | - | - | - |
312 | इठलाना | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | गर्वसूचक चेष्टाएं करना, ऐंठ दिखाना, इतराना। | - | - | - | - | आकड़णा | - | - | - | - | इठलाना, इतराना | - | - | - | - | वर करु॑न्य | - | - | - | - | फूंडिजणु, टेग॒रि डे॒खारणु | - | - | - | - | ऐट दाखवणे | - | - | - | - | ऍट देखाडवी | - | - | - | - | ठमक | - | - | - | - | गपन ओफन्दि फुर | - | - | - | - | आड़ा-देखाइबा, गर्ब-देखाइबा | - | - | - | - | मिडिसिपडुट | - | - | - | - | सॆरुक्कुडन् नडक्क | - | - | - | - | गर्वु काणिक्कुक, अहंकरिक्कुक, किरुविक्कुक | - | - | - | - | बिंकदिंद नडॆयुवुदु जभ्भमाडुवुदु | - | - | - | - |
313 | इतिवृत्त | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | किसी विषय से संबन्धित समस्त घटनाओं का काल क्रमानुसार पूर्ण विवरण (केस हिस्टरी); | कथा, कहानी आदि के रूप में पुरानी बातों का विवरण, इतिहास। | - | - | - | केस हिसट्री | इतिहास | - | - | - | तवारीख़ (महाज़िरात) | सरगुज़श्त | - | - | - | तमसील | - | - | - | - | विचूर | वृतांतु | - | - | - | इंतिवृत्त | वृत्तांत | - | - | - | इतिवृत्त | इतिहास | - | - | - | इतिवृत्त | इतिवृत, इतिहास, पुरावृत | - | - | - | इतिबृत्त | इतिहास, बुरंजी | - | - | - | इतिबृत्त, पूर्ण बिकरण | - | - | - | - | इतिवृत्तमु, कथ | चरित्र | - | - | - | वरलारु॒ | पऴंकदैगळिन्पर्णनै, चरित्तिरम् | - | - | - | इतिवृत्तं, संभवविवरणं | इतिवृत्तं | - | - | - | स्थितिय विवर | इतिहास | - | - | - |
314 | इतिहास | पुंलिंग | - | - | - | - | किसी व्यक्ति, समाज या देश की महत्वपूर्ण घटनाओं का काल क्रमानुसार वर्णन। | - | - | - | - | इतिहास | - | - | - | - | तारीख़ | - | - | - | - | ता॑रीख, यतिहास | - | - | - | - | इतिहासु, तवारीख़ | - | - | - | - | इतिहास | - | - | - | - | इतिहास, तवारीख | - | - | - | - | इतिहास | - | - | - | - | इतिहास | - | - | - | - | इतिहास | - | - | - | - | चरित्र | - | - | - | - | देश चरित्तिरम्, नाट्टु बरलारु॒ | - | - | - | - | चरित्रं | - | - | - | - | चरित्रॆ, इतिहास | - | - | - | - |
315 | इत्र | पुंलिंग | - | - | - | - | विशिष्ट प्रक्रिया से निकाला हुआ फूलों का सुगंधिंत सार, पुष्पसार, अतर। | - | - | - | - | अतर | - | - | - | - | इ़त्र | - | - | - | - | अ॑तु॑र | - | - | - | - | अतुरु | - | - | - | - | अत्तर | - | - | - | - | इत्र, अत्तर | - | - | - | - | आतर, पुष्पसार् | - | - | - | - | आतर | - | - | - | - | अतर, पुष्पसार | - | - | - | - | अत्तरु | - | - | - | - | अत्तर् | - | - | - | - | अत्तर॒ | - | - | - | - | अत्तरु | - | - | - | - |
316 | इधर | क्रिया विशेषण | क्रिया विशेषण | - | - | - | (दिशा और विस्तार के विचार से) इस ओर, इस तरफ, इस स्थान पर, पास-पड़ोस में; | (समय के विचार से) वत्र्तमान के आस-पास। | - | - | - | एधर | - | - | - | - | इधर | इधर | - | - | - | या॑र | - | - | - | - | हिते, हिन पासे | ताजो, वेझड़ाईअ में | - | - | - | इकडे | आलिकडे | - | - | - | आबाजु, आतरफ | हमणां, हाल्मां | - | - | - | एइदिके, एइधारे, एइखाने | एइधारे, इदानीड़; आजकाल, एखन | - | - | - | एइफाले एइपिने | आजिकालि, बर्तमाने | - | - | - | ए आड़े, ए तरफ | बर्तमानर, पाख-आख | - | - | - | इच़ट, इक्कड | ई रोजुल्लो | - | - | - | इंगे, इंदप्पक्कं | इप्पॊळुदु | - | - | - | इविडॆ | ईयिटॆक्कु | - | - | - | ईकडॆ, इल्लि, अक्कपक्कदल्लि | ईचॆगॆ | - | - | - |
317 | इनकार | पुंलिंग | - | - | - | - | न मानने की क्रिया या भाव, अस्वीकृति। | - | - | - | - | इनकार | - | - | - | - | इनकार | - | - | - | - | न मानुन | - | - | - | - | इन्कारु | - | - | - | - | नकार | - | - | - | - | इनकार, मना | - | - | - | - | अस्वीकार (सी) | - | - | - | - | अस्वीकार | - | - | - | - | अस्वीकृति | - | - | - | - | निराकरण | - | - | - | - | मरु॒प्पु | - | - | - | - | तळ्ळिक्कळयल् | - | - | - | - | अस्वीकार | - | - | - | - |
318 | इनाम | पुंलिंग | - | - | - | - | पुरस्कार, पारितोषिक। | - | - | - | - | इनाम | - | - | - | - | इन्आ़म | - | - | - | - | यनामु॑ | - | - | - | - | इनामु | - | - | - | - | इनाम | - | - | - | - | इनाम | - | - | - | - | पुरस्कार, पारितोषिक | - | - | - | - | पुरस्कार | - | - | - | - | पुरस्कार, पारितोषिक | - | - | - | - | बहुमानमु, इनामु | - | - | - | - | इनाम्, बॆगुमदि | - | - | - | - | सम्मानं, पारितोषिकं | - | - | - | - | इनामु | - | - | - | - |
319 | इमारत | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | भवन। | - | - | - | - | इमारत | - | - | - | - | इमारत | - | - | - | - | अ़मारथ | - | - | - | - | इमारत | - | - | - | - | इमारत | - | - | - | - | इमारत | - | - | - | - | अट्टालिका, इमारत | - | - | - | - | भवन, घर | - | - | - | - | भवन | - | - | - | - | भवनमु, मेड | - | - | - | - | माळिगै | - | - | - | - | कोट्टिटं | - | - | - | - | कट्टड | - | - | - | - |
320 | इलाका | पुंलिंग | - | - | - | - | क्षेत्र, प्रदेश। | - | - | - | - | इलाका | - | - | - | - | इ़लाक़ा | - | - | - | - | अलाकु॑ | - | - | - | - | इलाइको | - | - | - | - | इलाका | - | - | - | - | इलाको, प्रांत | - | - | - | - | एलाका | - | - | - | - | एलेका, क्षेत्र, लाट | - | - | - | - | इलाका, क्खेत्र, सीमा, प्रदेश | - | - | - | - | इलाका, प्रांतमु | - | - | - | - | इलाका, पिरिवु | - | - | - | - | एला, प्रदेशं | - | - | - | - | प्रदेश | - | - | - | - |
321 | इलाज | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | उपचार, चिकित्सा; | प्रतिकार की युक्ति या उपाय। | - | - | - | इलाज | - | - | - | - | इ़लाज | चारा, तदबीर | - | - | - | यलाज | - | - | - | - | इलाजु | इलाजु | - | - | - | इलाज, उपचार | इलाज | - | - | - | इलाज, उपचार | उपाय | - | - | - | चिकित्सा, उपचार | चिकित्सा | - | - | - | चिकित्सा | प्रतिकारर उपाय, चिकित्सा | - | - | - | उपचार, चिकित्सा | प्रतिकार र जुक्ति | - | - | - | चिकित्स | उपायमु | - | - | - | चिकिच्चै | उपायम् | - | - | - | चिकित्स | उपायं | - | - | - | चिकित्सॆ | परिहार | - | - | - |
322 | इशारा | पुंलिंग | - | - | - | - | संकेत। | - | - | - | - | इशारा | - | - | - | - | इशारा | - | - | - | - | इशारु॑ | - | - | - | - | इशारो | - | - | - | - | इषारा | - | - | - | - | इशारो | - | - | - | - | संकेत, इशारा | - | - | - | - | संकेत, इंगित, इचारा | - | - | - | - | संकेत | - | - | - | - | संज्ञ, सैग | - | - | - | - | जाडै | - | - | - | - | आंग्यं | - | - | - | - | सन्नॆ, संकेत | - | - | - | - |
323 | इस्तरी | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | कपड़े की शिकन दूर करने या तह बिठाने के लिए लोहे या पीतल का उपकरण (आयरन)। | - | - | - | - | इसतरी | - | - | - | - | इस्तरी | - | - | - | - | कुंद्य | - | - | - | - | इस्त्री | - | - | - | - | इस्त्री | - | - | - | - | इस्तरी, इस्त्री | - | - | - | - | इस्तिरि | - | - | - | - | इस्त्री | - | - | - | - | इस्त्रि | - | - | - | - | इस्त्री, चलुव | - | - | - | - | इस्तिरि पोडुदल | - | - | - | - | इस्तिरि | - | - | - | - | इस्त्रि पॆट्टिगॆ | - | - | - | - |
324 | इस्पात | पुंलिंग | - | - | - | - | विशेष प्रक्रिया से तैयार किया हुआ कड़ा और बढ़िया लोहा (स्टील)। | - | - | - | - | असपात | - | - | - | - | फ़ौलाद | - | - | - | - | सिटील | - | - | - | - | रुकु | - | - | - | - | पोलाद | - | - | - | - | पोलाद, स्टील | - | - | - | - | इस्पात | - | - | - | - | तीखा लोहा | - | - | - | - | इस्पात | - | - | - | - | स्टीलु, उक्कु | - | - | - | - | ऎहकु | - | - | - | - | उरुक्कु | - | - | - | - | उक्कु | - | - | - | - |
325 | ईंट | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | सांचे में ढालकर पकाया हुआ मिट्टी का टुकड़ा जो दीवार आदि बनाने के काम आता हैं (ब्रिक); | ताश के चार रंगों में से एक जिसमें लाल रंग की चोकोर बूटियां बनी होती हैं। | - | - | - | इट्ट | ईंट | - | - | - | ईंट | इंट | - | - | - | सीर | - | - | - | - | सिर | ईट | - | - | - | वीट | (पत्त्यांत) चौकट | - | - | - | ईंट | चोकट | - | - | - | इट | रुइतन | - | - | - | इटा | ताचर रुहितनर पात | - | - | - | ईटा (ब्रिक) | तास खेळर नालिपान पता | - | - | - | इटुक | डायमन | - | - | - | चॆंगळ् | डैमंड् (सीट्टु) | - | - | - | इष्टिक | डैमन् (चीट्टु) | - | - | - | इट्टिगॆ | डयमण्डु | - | - | - |
326 | ईंधन | पुंलिंग | - | - | - | - | जलाने के काम आने वाली लकड़ी, जलावन। | - | - | - | - | बालण | - | - | - | - | ईंधन | - | - | - | - | ज़ालुन, ज़्युन | - | - | - | - | जलाऊ पदार्थ (काठियूं वग़ैरह) | - | - | - | - | ईंधन जळण, सरपण | - | - | - | - | ईंधण, बळतण | - | - | - | - | इन्धन, ज्वा॒लानि (जा) | - | - | - | - | इन्धन, खरि | - | - | - | - | जालेणि काठ | - | - | - | - | इन्धनमु, वंट चेरुकु | - | - | - | - | विर॒गु | - | - | - | - | विर॒कु | - | - | - | - | सौदॆ | - | - | - | - |
327 | ईख | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | गन्ना, ऊख। | - | - | - | - | इक्ख, गन्ना | - | - | - | - | ईख (गन्ना) | - | - | - | - | नयशक्कर | - | - | - | - | कमंदु | - | - | - | - | ऊंस | - | - | - | - | ईख, इक्षु, शेरेडी | - | - | - | - | आख | - | - | - | - | कुहियार | - | - | - | - | आखु | - | - | - | - | चेरकुगड | - | - | - | - | करुंबु | - | - | - | - | करिम्पु | - | - | - | - | कब्बु | - | - | - | - |
328 | ईश्वर | पुंलिंग | - | - | - | - | परमात्मा, भगवान। | - | - | - | - | ईशवर | - | - | - | - | अल्लाह, ख़ुदा | - | - | - | - | ईशर, बगवान | - | - | - | - | ईश्वरु | - | - | - | - | ईश्वर, भगवान | - | - | - | - | ईश्वर | - | - | - | - | ईश्व॒र, भगवान (श्श) | - | - | - | - | ईश्वर | - | - | - | - | परमात्मा, भगबान | - | - | - | - | भगवंतुडु, देवुडु | - | - | - | - | कडवुळ् | - | - | - | - | ईश्वरन् | - | - | - | - | भगवंत | - | - | - | - |
329 | उँडेलना | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | किसी तरल पदार्थ को एक बर्तन से दूसरे बर्तन में डालना या जमीन पर गिरा देना। | - | - | - | - | उलद्दणा, उलटाउणा | - | - | - | - | उंडेलना | - | - | - | - | त्रावुन, फिरुन | - | - | - | - | ओतणु | - | - | - | - | ओतणें | - | - | - | - | रेडवुं | - | - | - | - | ढाला | - | - | - | - | ढाल, बाक | - | - | - | - | ढाळिबा | - | - | - | - | तिरुगपोयुट | - | - | - | - | विड (दिरवङ्गळै) | - | - | - | - | ऒळिक्कुक | - | - | - | - | सुरियुवुदु, चॆल्लुवुदु | - | - | - | - |
330 | उकताना | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | ऊबना। | - | - | - | - | उकताउणा | - | - | - | - | उकताना | - | - | - | - | तंग युन | - | - | - | - | ककि थियणु, बेज़ारु थियणु | - | - | - | - | त्रासणे, कंटाळणें | - | - | - | - | कटाळबुं | - | - | - | - | मन उचाटन हओया | - | - | - | - | आमनि लाग, भागरि पर | - | - | - | - | मन उचाटन इबा उच्चाट | - | - | - | - | विसुगुचेंदुट | - | - | - | - | सलिप्पडैय | - | - | - | - | मुषियुक | - | - | - | - | बेजारागुवुदु | - | - | - | - |
331 | उकसाना | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | भड़काना, उत्तेजित करना। | - | - | - | - | उकसाउणा, चुकण्णा | - | - | - | - | उकसाना | - | - | - | - | त्रुस द्युन | - | - | - | - | भड़िकाइणु | - | - | - | - | भडकविणे, चेतविणे | - | - | - | - | भडकाववुं | - | - | - | - | उसकानो, ओसकानो | - | - | - | - | उचटा, उत्तेजित कर | - | - | - | - | उत्तेजित करिबा | - | - | - | - | रेच्च़गोट्टुट | - | - | - | - | तूंडिविड | - | - | - | - | प्रेरिप्पिक्कुक, इळक्किविटुक | - | - | - | - | प्रचॊदिसुवुद, प्रेरेपणॆमाडुवुदु | - | - | - | - |
332 | उक्ति | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | किसी की कही हुई बात, कथन, वचन। | - | - | - | - | उकती | - | - | - | - | क़ौल, मक़ूला | - | - | - | - | वनुन, कथ | - | - | - | - | चविणी | - | - | - | - | उक्ति, वचन, कथन | - | - | - | - | उक्ति, कथन | - | - | - | - | उक्ति | - | - | - | - | उविश्त, कथा, बचन | - | - | - | - | कथन, बचन | - | - | - | - | उक्ति, सूक्ति | - | - | - | - | पॊन् मॊऴि | - | - | - | - | उक्ति | - | - | - | - | हेळिकॆ, उक्ति | - | - | - | - |
333 | उखाड़ना | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | जमी, ठहरी या लगी हुई चीज को खींचकर आधार से अलग करना; | भागने या हटने के लिए विवश करना। | - | - | - | उखेड़ना | - | - | - | - | उखाड़ना | खदेड़ना | - | - | - | मू॑ल कडुन | - | - | - | - | उखेड़णु, पाड़ां पटणु | भज॒ण या हटण लाइ लाचारु करणु | - | - | - | उखडणे, उपटणे | - | - | - | - | उखाडवुं | - | - | - | - | उपड़ानो, उखड़ानो, ओखड़ानो | - | - | - | - | उभाल, उधाल, एरुवा | आँतरिबलै बाध्यकर | - | - | - | ओपाड़िबा | पळाइबापाईं बाध्य करिबा | - | - | - | पेळ्ळगिंचुट | बलहीनपरचु | - | - | - | पिडुंगि ऎरि॒य | विरट्ट | - | - | - | परि॒च्चुमाट॒ट॒क | विरट्टुक, ओटिक्कुक | - | - | - | कीळुवुदु | बॆन्नॆट्टुवुदु, ओडिसुवुदु | - | - | - |
334 | उगना | अकारात्मक क्रिया | अकारात्मक क्रिया | अकारात्मक क्रिया | - | - | उदय होना, निकलना; | अंकुरित होना; | उपजना, पैदा होना। | - | - | उगणा | उगणा | उगणा | - | - | निकलना | फूटना | उगना | - | - | खसुन | - | - | - | - | उभिरणु | सलो फुटणु | पैदा थियणु | - | - | उगणे, उदय होणे | उगवणे, अंकुर, फुटणे | उगवणे, उत्पन्न होणे | - | - | उगवुं, उदय थवों | फूटवुं | नीपजवुं, उत्पन्न थवुं | - | - | उदय हओया | गाछ अंकुरित हओया | - | - | - | ओला, उदय ह | अंकुरित हेबा | गांज अंकुरित ह | - | - | उदय हेबा, उइंबा, उँकिमारिबा | - | अंकुरित हेबा | - | - | उदयिंचुट | मोलचुट, मोलकेत्तुट | मोलचुट, मोलकेत्तुट | - | - | वळर, वॆळिवर | मुळैक्क | उण्डाग | - | - | उदिक्कुक | मॊलॆ ऒडॆयुवुदु | अंकुरिक्कुक, विळयुक मुळक्कुक | - | - | मडुवुदु, उदिसुवुदु | अंकुरिसुवुदु | मॊलॆ ऒडॆयुवुदु | - | - |
335 | उगलना | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | मुँह में ली हुई चीज को थूक देना, खाई हुई वस्तु को मुँह से बाहर निकाल देना। | - | - | - | - | उग्गलणा | - | - | - | - | उगलना | - | - | - | - | द्रौख अनु॑न्य | - | - | - | - | ओगा॒रण, कइ करणु | - | - | - | - | ओकारी करणें | - | - | - | - | ओकवुं | - | - | - | - | - | - | - | - | - | ओपज् उत्पादन ह | - | - | - | - | उपुजिबा | - | - | - | - | पुट्टुट | - | - | - | - | कक्क | - | - | - | - | छर्दिक्कुक | - | - | - | - | उगळुवुदु | - | - | - | - |
336 | उगाना | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | किसी बीज या पौधे आदि को उगने में प्रवृत करना, उपजाना। | उत्पन्न या पैदा करना। | - | - | - | उगाउणा | - | - | - | - | उगाना | पैदा करना | - | - | - | खारुऩ | - | - | - | - | अभिराइणु | पैदा करणु | - | - | - | उगविणे | उत्पन्न करणें | - | - | - | उगाडवुं | उत्पन्न करवुं | - | - | - | उगरानो, उगलानो | उत्पादन करा | - | - | - | ओकाल, बटिया | उत्पादन कर, उपजा उत्पन्न कर | - | - | - | ओगाळिबा, बांति करिबा (बान्ति करिबा) | उपुजाइबा, उत्पन्न करिबा | - | - | - | मोलिपिंचुट | पंडिंचुट, पुट्टिंचुट | - | - | - | विदैर्ये मुळैक्क वैक्क | उण्डाक्क | - | - | - | मुळप्पिक्कुक | विळयिक्कुक | - | - | - | बॆळसुवुदु | हुट्टिसुवुदु | - | - | - |
337 | उघाड़ना | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | खोलना, अनावृत करना, नंगा करना। | - | - | - | - | उघाडणा, उघेड़णा | - | - | - | - | खोलना, बेपरदा करना | - | - | - | - | खोलुन, मुचु॑रावुन | - | - | - | - | उघाड़ो करंणु, खोलणु, पर्दो हटाइणु | - | - | - | - | उघडणें, अनावृत करणे, नागवे करणें | - | - | - | - | उघाडवुं, खोलवुं, खुल्लुं करवुं | - | - | - | - | खोला, अनावृत करा | - | - | - | - | बखलिया, उलिया व्यक्त कर | - | - | - | - | खोलिबा, लंगळा करिबा | - | - | - | - | चेरचुट, नग्नमुचेयुट | - | - | - | - | तिरक्क, अम्मणमाक्क | - | - | - | - | अनावरणं चॆय्युक | - | - | - | - | बिच्चुवुदु तॆरॆयुवुदु | - | - | - | - |
338 | उचटना | अकारात्मक क्रिया | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | किसी जमी या चिपकी हुई वस्तु का अपने आधार से अलग होना, छूटना; | मन का हट जाना, न लगना, ऊबना। | - | - | - | उचेड़णा | - | - | - | - | उचटना | ऊबना | - | - | - | वॅथुन | दिख युन | - | - | - | उखिड़णुं | बेज़ारु थियणु, मनु न लग॒णु | - | - | - | पृथक होणे, सुटणे | मन न लागणे, कंटाळणे | - | - | - | ऊचडवुं, उधेडवुं | उतारपी, कटाळवुं | - | - | - | पृथक हओया | - | - | - | - | खह, एर | मन नालाग, आमनि लाग | - | - | - | अलगा हेबा | मन न लागिबा | - | - | - | तोलगिपोवुट | विरक्तिपुट्टुट | - | - | - | विडुपड | मनदु अलुत्तुप्पोग | - | - | - | इळकुक, वळुतुक | मनस्सु, मारु॒क, मुषियुक | - | - | - | कळचुवुदु | बेसरवागुवुदु | - | - | - |
339 | उचित | विशेषण | विशेषण | विशेषण | - | - | उपयुक्त, मुनासिब; | ठीक, सही; | न्यायसंगत। | - | - | उचित | उचित | उचित | - | - | मुनासिब | - | - | - | - | मुना॑सिब | मुना॑सिब | मुना॑सिब | - | - | मुनासिबु जोगो॒ | ठीकु, सही | इन्साफ़ रूइ | - | - | उचित उपयुक्त, योग्य | ठीक, बरोबर | न्यायसंगत | - | - | उचित, योग्य, घटित | घटित | न्याययुक्त | - | - | उचित, उपयुक्त | उचित | उचित, न्यायसंगत | - | - | उचित उपयुक्त | ठिक, आचल | उचित, न्यायसंगत | - | - | उपजुक्त | ठिक | न्याय संगत | - | - | यथोचित | योग्यमयिन | सरि अयिन | - | - | तगुन्द | सरियान | नियायमान | - | - | उचितं | शरियाय | न्यायमाय | - | - | तक्क | सरियाद | न्यायसम्मत | - | - |
340 | उच्च | विशेषण | विशेषण | विशेषण | - | - | ऊँचा; | पद आदि में औरों से ऊपर या बड़ा; | श्रेष्ठ। | - | - | उच्चा | उच्चा | उच्चा | - | - | ऊंचा (बलंद) | बरतर | आ़ला | - | - | थौद | थौद | थौद | - | - | ऊचो | आला | उत्तमु | - | - | उच्च | वरिष्ठ | श्रेष्ठ | - | - | उच्च, ऊँचुं | श्रेष्ठ | श्रेष्ठ | - | - | उँचु | उच्च, श्रेष्ठ | उच्च, उँचु | - | - | ओख, उच्च | ओपर वाला | श्रेष्ठ | - | - | उंचा | पद आदि र रु ब ठिबा | श्रेष्ठ | - | - | ऍत्तयिन | उन्नतमयिन | श्रेष्ठमयिनं | - | - | उयर्न्द | पदवियिल् उयर्न्द | सिर॒प्पान | - | - | पॊक्कमुळ्ळ | उयर्न्द | श्रेष्ठमाय | - | - | ऎत्तरवाद | हिरिय, ज्येष्ठ, श्रेष्ठ | हिरिय, ज्येष्ठ, श्रेष्ठ | - | - |
341 | उच्चारण | पुंलिंग | - | - | - | - | सार्थक शब्द कहने या बोलने का निश्चित और शुद्ध ढंग या प्रकार (प्रोनेसिएशन)। | - | - | - | - | उच्चारण | - | - | - | - | तलफ़्फुज़ | - | - | - | - | वनु॑नुक तरीकु॑ | - | - | - | - | उचारणु | - | - | - | - | उच्चार | - | - | - | - | उच्चारण, उच्चार | - | - | - | - | उच्चारण॒ (न) | - | - | - | - | उच्चारण | - | - | - | - | उच्चारण | - | - | - | - | उच्चारण | - | - | - | - | उच्चरिप्पु | - | - | - | - | उच्चारणं | - | - | - | - | उच्चारणॆ | - | - | - | - |
342 | उछल-कूद | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | बार-बार उछलने या कूदने की क्रिया या भाव। | - | - | - | - | नच्च-टप्प | - | - | - | - | उछलकूद | - | - | - | - | वॅतलबुजि, वॅठ-छ़ॉँठ | - | - | - | - | ठेंग टपा | - | - | - | - | हसणे-खिदळणें | - | - | - | - | कूदंकूदा, कूदाकूद | - | - | - | - | लाफालाफि | - | - | - | - | जपियाजपि | - | - | - | - | कुदिबा, डिंआ-डेईं, उत्पात | - | - | - | - | गन्तुलु वेयुट | - | - | - | - | कुदित्तु विळैयाडुदल् | - | - | - | - | ऍटुत्तु चाट्टुं | - | - | - | - | हाराट, कुणित | - | - | - | - |
343 | उछलना | अकारात्मक क्रिया | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | वेगपूर्वक ऊपर की ओर उठना या बढ़ना; | अत्यंत प्रसन्न होना, खुशी से फूलना। | - | - | - | उछल्लणा | - | - | - | - | उछलना | - | - | - | - | वॅठ तुलु॑न्य | - | - | - | - | उछिलिजणु | टपा डि॒यणु | - | - | - | उसळणें | आनदान खूश होणें | - | - | - | उछळवुं, उंचेजवुं, कूदवुं | प्रसन्नता थी उछळवुं | - | - | - | लाफानो | आनंदे लाफानो | - | - | - | उचाल मार, जंपिया | - | - | - | - | उछुळिबा | अत्यंत प्रसन्न हेबा | - | - | - | ऍगुरुट | गंतु वेयुट | - | - | - | कुदित्तु ऎळ | पूरित्तुप्पोग | - | - | - | कुतिच्चु चाटुक | अत्यंतं आह्ळादिक्कुक संतोषं कॊण्डु निर॒युक | - | - | - | हारुवुदु | नॆगॆदाडुवुडु | - | - | - |
344 | उजड़ना | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | बसे हुए स्थान के आबाद न रहने पर उस का टूट-फूट कर बेकार हो जाना। | - | - | - | - | उज्जड़णा | - | - | - | - | उजड़ना | - | - | - | - | वा॑रान गछुन | - | - | - | - | उजिड़णु | - | - | - | - | उध्वस्त होणें | - | - | - | - | उजडावुं | - | - | - | - | नष्ट हओया, विध्वस्त हओया | - | - | - | - | छन पर | - | - | - | - | उजुड़िबा | - | - | - | - | ध्वंसमगुट | - | - | - | - | पाऴडैदल् | - | - | - | - | वासशून्यमावुक | - | - | - | - | हाळुबीळुवुदु | - | - | - | - |
345 | उजाला | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | चांदनी, प्रकाश, रोशनी; | प्रात:काल होने वाला प्रकाश। | - | - | - | उजाला | उजाला | - | - | - | उजाला, रोशनी | - | - | - | - | गाश | - | - | - | - | उजालो, प्रकाशु | सोझिरो | - | - | - | उजेड | प्रकाश, प्रभा | - | - | - | उजाश (स), अजवाऴुं | प्रकाश | - | - | - | आलो, चांदनि, प्रकाश | आलो | - | - | - | जोनाक, पोहर | फेंहुजालि | - | - | - | प्रकाशं, आलोक | उजळ, सफा, फर्चा | - | - | - | प्रकाशमु, वेन्नेल, वेलुगु | वेलुतुरु | - | - | - | वॆळिच्चम्, निळवॊळि | विडियर्कालै वॆळिच्चम् | - | - | - | वॆळिच्चं | पुलर॒वॆट्टम् | - | - | - | वॆळकु | मुंबॆळकु | - | - | - |
346 | उठना | अकारात्मक क्रिया | अकारात्मक क्रिया | अकारात्मक क्रिया | - | - | ऊंचाई की ओर या ऊपर जाना अथवा बढ़ना; | गिरे, झुके, बैठे या लेटे होने की स्थिति से खड़े होने की स्थिति में आना; | जागना। | - | - | उठना | - | - | - | - | उठना | - | - | - | - | वॅथुन | वॅथुन | - | - | - | उथणु, मथे चढ़णु | उथणु | उथणु, जाग॒णु | - | - | वर जाणे, चढणे | उठणे | जागे होणे, उठणे | - | - | उठवुं, ऊभुं थवुं | उठवुं | जागवुं | - | - | ओठा, चड़ा | ओठा | ओठा, जागा | - | - | उठ | थि प ह | उठ, जाग सार पा | - | - | उपर कु जिबा (उठिबा) | ठिआ हेबा | जागिबा | - | - | पयिकि वच्चुट | निलबडुट | लेचुट | - | - | ऎम्ब, मेले पोग | ऎळुन्दिरुक्क | विऴित्तुक्कॊळ्ळ | - | - | पॊन्तुक, पॊङ्ङुक | ऍळुन्नेल्क्कुक | उणरुक | - | - | मेलक्केळुवुदु | एळुवुदु | ऎच्चरगॊळ्ळुवुदु | - | - |
347 | उड़ना | अकारात्मक क्रिया | अकारात्मक क्रिया | अकारात्मक क्रिया | - | - | पंखों या परों की सहायता से आधार छोड़कर ऊपर उठना और आकाश या वायु में इधर-उधर आना-जाना। | प्राकृतिक, रसायनिक आदि कारणों से किसी चीज का धीरे-धीरे कम होना या न रह जाना; | गायब या लुप्त हो जाना। | - | - | उडना | - | - | - | - | उड़ना | - | - | - | - | वुडुन | वुडुन | वुडुन | - | - | उडा॒मणु | उडा॒मणु | उडा॒मणु | - | - | उडणे | उडून जाणे | लुप्त होणें | - | - | उडवुं (हवामां) | फीकुं पडवुं | गायब के लुप्त थवुं | - | - | ओड़ा, उड़ा | ओड़ा, ओवा | ओड़ा | - | - | उर | उरि नाइकीया ह उरि या | लुका | - | - | उड़िबा | धीरे धीरे कमिबा | लुप्त हेबा | - | - | ऎगरुट | आविरयिपोवुट | मांयमगुट | - | - | पर॒क्क | मॆळ्ळ मॆळ्ळ, कुरै॒न्दु पोग, मरै॒न्दुपोग | मरै॒न्दुपोग | - | - | पर॒क्कुक | इल्लाताकुक | लॊपिक्कुक | - | - | हारुवुदु | इंगुवुदु | मायवागुवुदु | - | - |
348 | उतना | विशेषण | - | - | - | - | पहले निर्धारित मात्रा, मान, संख्या, दूरी आदि का सूचक। | - | - | - | - | ओना, उतना | - | - | - | - | उतना | - | - | - | - | त्यूत, त्यूतुय | - | - | - | - | ओतिरो | - | - | - | - | तितका | - | - | - | - | एटलुं | - | - | - | - | ततो, तेमन | - | - | - | - | सिमान, सिमानखिनि | - | - | - | - | सेतिकि | - | - | - | - | अन्त | - | - | - | - | अव्वळवु, अत्तनै | - | - | - | - | अत्रयुं | - | - | - | - | अष्टु | - | - | - | - |
349 | उतरना | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | किसी व्यक्ति या वस्तु का ऊपर के या ऊंचे स्थान से क्रमश: नीचे की ओर आना। | - | - | - | - | उतरना | - | - | - | - | उतरना | - | - | - | - | वसुन | - | - | - | - | लह॒णु | - | - | - | - | उतरणे | - | - | - | - | ऊतरवुं | - | - | - | - | नामा | - | - | - | - | नाम | - | - | - | - | उतुरिबा | - | - | - | - | दिगुट | - | - | - | - | इरं॒ग | - | - | - | - | इर॒ङ्ङुक | - | - | - | - | इळियुवुदु | - | - | - | - |
350 | उतार-चढ़ाव | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | नीचे उतरने और ऊपर चढ़ने की अवस्था, क्रिया या भाव; | किसी वस्तु के मान, मूल्य स्तर आदि का बराबर घटते-बढ़ते रहना। | - | - | - | उतार-चढ़ा | उतार-चढ़ा | - | - | - | उतार-चढ़ाव, कमी-बेशी | - | - | - | - | ह्यॊर-वन, खसुवस | हयॊर-बॅन, उतार-चडाव | - | - | - | लाहु-चाढ़ु | घटा-वधी | - | - | - | चढ-उतार | चढउतार | - | - | - | चडती-पडती, उतराण-चढाण | चढ़-उतार | - | - | - | ओठा-नामा, उठा-नामा | कमा-बाड़ा | - | - | - | उठा-नमा, तल-ओपर | उठा-नमा | - | - | - | ओल्हाणी ओ चढ़ाणी, ओल्हाइबा ओ चढ़िबा | कम ऐबा ओ बढ़िबा, मान व मूल्य र खसिबा-बढ़िबा | - | - | - | ऎत्तु-पल्लमुलु | हेच्चुतग्गुलु | - | - | - | एट॒ट॒ इरक्कम् | विलै एरुवुदु-इरं॒गुवुदु | - | - | - | कयट॒ट॒वुं, इर॒क्कवुं | एट॒ट॒क्कुर॒च्चिल् | - | - | - | एरिळित | हॆच्युकडिमॆयागुवुदु | - | - | - |
351 | उतारना | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | - | - | ऊपर से नीचे लाना; | अलग करना (वस्त्र), आभूषण; | पार या दूसरी ओर पहुँचाना (नदी आदि के)। | - | - | लाहुणा | लाहुणा | लाहुणा | - | - | उतारना | - | - | - | - | वालुन | कडुन | तारुन | - | - | लाहिणु | - | पारि पहुचाइणु | - | - | उतरविणे | वस्त्र, आभूषण काढणे | नदी इत्यादीच्या पैलतीरास पोहोचणे | - | - | उतारवुं | काढवुं | पार लई जवुं | - | - | नामानो | खोला, छाड़ा | - | - | - | नमा | खोल, सोलोका | पार कर | - | - | उतारिबा | अलगा करिबा | पारि होबा | - | - | दिगुट | तीसि वेयुट | दाटिंचुट | - | - | कीऴे इर॒क्क | कळैय, अविऴ्क्क | अक्करै सेर्क्क | - | - | ताऴोट्टु कॊण्डुवरिक | अऴिच्चुवॆक्कुक | कर कटत्तुक | - | - | इळिसुवुदु | कळचुवुदु | दाटिसुवुदु | - | - |
352 | उत्कंठा | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | कुछ करने या पीने की प्रबल इच्छा, चाव। | - | - | - | - | उतकंठा, सद्धर | - | - | - | - | अरमान | - | - | - | - | चाव, शोख | - | - | - | - | चाह, अबि॒लाखा, उत्कंठा | - | - | - | - | उत्कंठा | - | - | - | - | उत्कंठा | - | - | - | - | उत्कंठा | - | - | - | - | उत्कण्ठा, प्रबल इच्छा | - | - | - | - | उत्कंठा | - | - | - | - | तहतह तीव्रलालरु | - | - | - | - | तीविर विरुप्पम् अवा | - | - | - | - | उत्कंठ, आग्रहं | - | - | - | - | प्रबल, इच्छॆ | - | - | - | - |
353 | उत्कर्ष | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | ऊपर की ओर उठने, खिंचने या जाने की क्रिया या भाव; | पद, मान, संपत्ति, भाव, मूल्य आदि में होने वाली वृद्धि। | - | - | - | चढ़त, चढ़तल | - | - | - | - | उ़रूज | - | - | - | - | थज़र, ऒरूज | - | - | - | - | चाढु, मथे वधण जी हालति | वाधारो, वाधि | - | - | - | ओढणे | उत्कर्ष | - | - | - | उत्कर्ष | उन्नति, अभिवृद्धि | - | - | - | उत्थित | वर्धित | - | - | - | उत्कर्ष | उन्नति सम्पन्नता | - | - | - | उत्कर्ष | पद-मान आदि र बृद्धि | - | - | - | उत्कर्षमु, अतिशयमु | उन्नति | - | - | - | ऎळुच्चि | पदवि, सॆल्वाक्किल उयर्च्चि | - | - | - | उत्कर्षं | अभिबृद्धि | - | - | - | एळिगॆ, अभिवृद्धि | एळिगॆ एरिकॆ | - | - | - |
354 | उत्तम | विशेषण | - | - | - | - | गुण, विशेषता आदि में सबसे बढ़कर। | - | - | - | - | उत्तम | - | - | - | - | अफ़्जल (आ़ला) | - | - | - | - | थोंद, वॅतम | - | - | - | - | उतमु, आला | - | - | - | - | उत्तम | - | - | - | - | उत्तम, सोथी, सारुं श्रेष्ठ | - | - | - | - | उत्तम, सर्वश्रेष्ठ | - | - | - | - | उत्तम, उत्कृष्ट | - | - | - | - | उत्तम, उत्कृष्ट-मल | - | - | - | - | उत्तममयिन | - | - | - | - | सिर॒न्द | - | - | - | - | उत्तमं | - | - | - | - | उत्तम | - | - | - | - |
355 | उत्तराधिकार | पुंलिंग | - | - | - | - | किसी को न रह जाने अथवा अपना अधिकार छोड़ देने पर किसी दूसरे को उसकी धन-संपत्ति, पद आदि मिलने का अधिकार। | - | - | - | - | वरासत | - | - | - | - | हक़्क़े-विरासत, जानशीनी | - | - | - | - | वा॑रिसदर | - | - | - | - | वर्सो, जाइनशीनी | - | - | - | - | वारसा | - | - | - | - | उतराधिकार, वारसानो अधिकार | - | - | - | - | उत्तराधिकार | - | - | - | - | उत्तराधिकार | - | - | - | - | उत्तराधिकार | - | - | - | - | वारसत्वमु | - | - | - | - | सॊत्तुरिमै | - | - | - | - | अनन्तरावकाशं | - | - | - | - | उत्तराधिकार | - | - | - | - |
356 | उत्तेजना | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | वह स्थिति जिसमें मन की चंचलता के कारण कोई व्यक्ति बिना समझे-बूझे कोई काम करने में उग्रता तथा शीघ्रता से प्रवृत या रत होता है। | - | - | - | - | उतेजना | - | - | - | - | इश्तिआ़ल (जोश) | - | - | - | - | वुतिश | - | - | - | - | जोशु, उतेजना | - | - | - | - | उत्तेजना | - | - | - | - | उत्तेजना, उश्केरणी, आवेश | - | - | - | - | उत्तेजना | - | - | - | - | उत्तेजना | - | - | - | - | उत्तेजना | - | - | - | - | उद्रेकमु | - | - | - | - | तूण्डुदल्, आवेशम् | - | - | - | - | उत्तेजनं | - | - | - | - | प्रचोदनॆ, रोषावेश | - | - | - | - |
357 | उत्पादन | पुंलिंग | - | - | - | - | उत्पन्न या पैदा करने, बनाने की क्रिया या भाव। | - | - | - | - | पैदावार, उतपादन | - | - | - | - | तख़्लीक़, पैदावार | - | - | - | - | पा॑दावार | - | - | - | - | पैदाइश, उत्पादनु | - | - | - | - | उत्पादन | - | - | - | - | उत्पादन | - | - | - | - | उत्पादन | - | - | - | - | उत्पादन | - | - | - | - | उत्पादन | - | - | - | - | उत्पत्ति | - | - | - | - | उर्पत्ति, विळैच्चल् | - | - | - | - | उत्पादनं | - | - | - | - | उत्पादनॆ | - | - | - | - |
358 | उत्सव | पुंलिंग | - | - | - | - | ऐसा सामाजिक या धार्मिक कार्यक्रम जिसमें विशिष्ट अवसर पर विशिष्ट उद्देश्य से लोग उत्साहपूर्वक सम्मिलित होते हैं। | - | - | - | - | उतसव | - | - | - | - | जश्न | - | - | - | - | वॅथसव, बॊड दंह | - | - | - | - | उत्सवु, जशनु, जल्सो | - | - | - | - | उत्सव | - | - | - | - | उत्सव, तहेवार, ओच्छव, आनंदनो, मेळावडो | - | - | - | - | उत्सव | - | - | - | - | उत्सव, उछव | - | - | - | - | उत्सब | - | - | - | - | उत्सवमु | - | - | - | - | उत्सवम् तिरुविऴा | - | - | - | - | उत्सवं, आघोषं | - | - | - | - | उत्सव | - | - | - | - |
359 | उत्साह | पुंलिंग | - | - | - | - | मन की वह वृत्ति या स्थिति जिसके परिणामस्वरूप मनुष्य प्रसन्नता और तत्परतापूर्वक किसी काम को पूरा करने या किसी उद्देश्य को सिद्ध करने के लिए अग्रसर होता है। | - | - | - | - | उतशाह | - | - | - | - | जोश, वल्वला | - | - | - | - | जोश | - | - | - | - | उत्साहु | - | - | - | - | उत्साह | - | - | - | - | उत्साह, जोश, उमंग, आनंद, हर्ष | - | - | - | - | उत्साह | - | - | - | - | उत्साह, उछाह | - | - | - | - | उत्साइ, अग्रसर भाब | - | - | - | - | उत्साहमु | - | - | - | - | उत्सागम्, आवल् | - | - | - | - | उत्साहं | - | - | - | - | हुरुपु, उत्साह | - | - | - | - |
360 | उत्सुक | विशेषण | - | - | - | - | जिसके मन में तीब्र अथवा प्रबल अभिलाषा हो या जो किसी काम या बात के लिए किंचित् अधीर हो। | - | - | - | - | उतसुक | - | - | - | - | बेताब, मुश्ताक़ | - | - | - | - | बॆताब | - | - | - | - | आतुरु, उकंढ्यो, उत्सुकु, ख्वाहानु | - | - | - | - | उत्सुक | - | - | - | - | उत्सुक, आतुर, अधीरुं | - | - | - | - | उत्सुक, व्यग्र | - | - | - | - | उत्सुक, आग्रही | - | - | - | - | प्रबल, उत्सुक | - | - | - | - | उत्साहि | - | - | - | - | आवलान | - | - | - | - | उत्सुकन् | - | - | - | - | तवकगॊळ्ळुव, उत्सुक | - | - | - | - |
361 | उदय | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | ऊपर की ओर उठने, उभरने या बढ़ने की क्रिया या भाव, उद्भव; | ग्रह, नक्षत्रों आदि का क्षितिज से ऊपर उठकर आकाश में आना और दृश्य होना; | - | - | - | उदे, चढ़ना | - | - | - | - | तुलूअ़ | तुलूअ़ | - | - | - | तरु॑की, खसुन | तरु॑की, खसुन | - | - | - | उसिरण जी हालति चाढ़ु | उभिरण जी हालति | - | - | - | उद्भव | उदय | - | - | - | उदय, उद्भव | प्रगटवुं | - | - | - | उत्थान, उद्भव, उत्पत्ति | उदय | - | - | - | उदय, उद्भव | उदय | - | - | - | ऊपरकु, उठिबा, उद्भब | उदय | - | - | - | उदयमु | उदयमु | - | - | - | उयर, ऎलुदल् | उदित्तल् | - | - | - | उदयं | उदयं | - | - | - | उद्भव, बॆळवणिगॆ | उदय, मूडुवुदु | - | - | - |
362 | उदार | विशेषण | विशेषण | - | - | - | खुले दिलवाला, दानी; | जो स्वभाव से नम्र और सुशील हो और पक्षपात या संकीर्णता का विचार छोड़कर सबके साथ खुले दिल से आत्मीयता का व्यवहार करता हो। | - | - | - | खुलदिला, उदार | खुलदिला, उदार | - | - | - | कुशादादिल, फ़ैयाज़ | कुशादादिल | - | - | - | फयाज़ | फयाज़ | - | - | - | उदारु, सख़ी | उदारु, वडी॒अ, दिलिवारो | - | - | - | दिलदार, उदार | उदार | - | - | - | उदार, दानशील | उदार | - | - | - | उदार, दानशील | उदाचरि, प्रशस्त चित्त, महामति, दयालुं व्यक्ति | - | - | - | उदार | उदार, महान | - | - | - | उदार, दानी | समदृष्टि संपन्न | - | - | - | उदारुडु | विशालहृदयुडु | - | - | - | दाराळ गुणमुळ्ळ | पण्बुड़न् नड़न्दुकॊळ्गिर | - | - | - | तुर॒न्न हृदयमुळ्ळ दानशीलन् | उदाराशयन् | - | - | - | उदारि, दानि | दॊड्ड मनस्सिनव | - | - | - |
363 | उदास | विशेषण | - | - | - | - | खिन्न, जो किसी प्रकार की उपेक्षा या अभाव के कारण अथवा भावी अनिष्ट की आशंका से खिन्न और चिन्तित हो। | - | - | - | - | उदास | - | - | - | - | उदास | - | - | - | - | गमगीन, वॅदा॑स्य | - | - | - | - | उदासु, मायूसु | - | - | - | - | उदास | - | - | - | - | उदास, गमगीन, खिन्न | - | - | - | - | उदास, विषण्ण॒ (न्न) | - | - | - | - | चिंतित | - | - | - | - | उदासं, चिन्तित | - | - | - | - | विचारपडुवाडु | - | - | - | - | मनम् तळर्न्द, वरुत्तमुट॒ट॒ | - | - | - | - | दुखितन् | - | - | - | - | दु:खि | - | - | - | - |
364 | उदासीन | विशेषण | विशेषण | विशेषण | - | - | अलग या दूर रहने वाला; | आसक्ति अथवा कामना-रहित; | तटस्त, विरक्त। | - | - | निरलेप, उदासीन | - | - | - | - | बेतअ़ल्लुक़ | उदास | ग़ैरजानिबदार | - | - | वॅदा॑सी | - | - | - | - | उदासीनु | बेमनो | वेरागी॒ | - | - | उदासीन | आसक्ति अथवा कामना रहित | तटस्थ, विरक्त | - | - | उदासीन | अनासक्त | तटस्थ, विरक्त | - | - | उदासीन | अनासक्त, उदासीन, निर्लिप्त | तटस्थ, उदासीन | - | - | उदासीन, दूरत थका | बैरागी | निरपेक्ष | - | - | अलगा रहिबा बाला | उदासीन | तटस्थ, बिरक्त | - | - | विरागियमु | विरक्तुडगु | तटस्थमगु | - | - | तनित्तु इरुक्किर॒ | पट॒टुदलट॒ट॒ | सिरद्दैयट॒ट॒ | - | - | अकन्निरिक्कुन्न | अनासक्तन् | विरक्तन् | - | - | उदासीन, विरक्त | निर्लिप्त | तटस्थ | - | - |
365 | उदाहरण | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | नियम, सिद्धान्त आदि को बोधगम्य तथा स्पष्ट करने के लिए प्रस्तुत किए गए तथ्य; | ऐसा आचरण, कृति या क्रिया जो दूसरों को अनुकरण करने के लिए प्रोत्साहित करे। | - | - | - | उदाहरण | - | - | - | - | मिसाल (नज़ीर) | - | - | - | - | मिसाल | मिसाल | - | - | - | मिसालु | आदर्शु, नमूनो | - | - | - | उदाहरण | आदर्श | - | - | - | उदाहरण, दाखलो, दृष्टांत | आदर्श | - | - | - | उदाहरण॒ (न) | दृष्टांत, निदर्शन, उदाहरण॒ (न) | - | - | - | उदाहरण | आर्हि आदर्श, उदाहरण | - | - | - | दृष्टान्त, उदाइरण | अनुकरणीय आचरण, दृष्टान्त उदाइरण | - | - | - | उदाहरणमु | मेलुबन्ति | - | - | - | उदारणम् | मादिरि | - | - | - | उदाहरणं | मातृक | - | - | - | उदाहरणॆ दृष्टान्त | मादरि, आदर्श | - | - | - |
366 | उद्घाटन | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | आवरण या परदा हटाना; | आधुनिक परिपाटी या रस्म जो नया कार्य आरंभ करने के समय औपचारिक उत्सव या कृत्य के रूप में की जाती है। | - | - | - | उद्घाटन | - | - | - | - | निक़ाबकुशाई | इफ़्तिताह | - | - | - | दस तुलुन | इफतिताह | - | - | - | उद्घाटनु | मुहुर्तु करणु | - | - | - | उद्घाटन | उद्घाटन | - | - | - | उद्घाटन | उद्घाटन | - | - | - | उन्मोचन | उद्घाटन | - | - | - | उद्घाटन, उन्मोचन | उद्बोधन | - | - | - | उद्घाटन, उन्मोचन, खोलिबा | औपचारिक उत्सब, उद्घाटन | - | - | - | आविष्करिंचुट | प्रारंभोत्सवमु | - | - | - | तिर॒न्दु वैत्तल् | तिर॒प्पु विऴा | - | - | - | अनावरणं चॆय्यल् | उद्घाटनं | - | - | - | अनावरण | उद्घाटनॆ | - | - | - |
367 | उद्देश्य | पुंलिंग | - | - | - | - | वह बात, वस्तु या विषय जिसका ध्यान रखकर कुछ कहा या किया जाए, अभिप्रेत कार्य, पदार्थ या विषय, इष्ट। | - | - | - | - | उदेश | - | - | - | - | मक़्सद | - | - | - | - | मकसद | - | - | - | - | उदेशु, मक्सदु | - | - | - | - | उद्देश्य, हेतू | - | - | - | - | उद्देश्य | - | - | - | - | उद्देश्य, अभिप्राय | - | - | - | - | उद्देश्य, लक्ष्य | - | - | - | - | उधेश्य, अभिप्राय | - | - | - | - | उद्देश्यमु | - | - | - | - | कुरि॒क्कोल् | - | - | - | - | उद्दिष्टकार्य | - | - | - | - | गुरि, उद्देश्य | - | - | - | - |
368 | उद्धरण | पुंलिंग | - | - | - | - | किसी ग्रंथ, लेख आदि से उदाहरण, प्रमाण, साक्षी आदि के रूप में लिया हुआ अंश। | - | - | - | - | टूक, हवाला | - | - | - | - | इक़्तिबास | - | - | - | - | कुलिकिताबि प्यठु॑ नीमु॑च़ मिसाल | - | - | - | - | हवालो, दाख़िलो | - | - | - | - | उध्दरण | - | - | - | - | अवतरण | - | - | - | - | उद्धरण॒ (न) | - | - | - | - | उद्धृति | - | - | - | - | उद्धृति | - | - | - | - | अवतारिक, अवतरणमु | - | - | - | - | मेर्कोळ् | - | - | - | - | उद्धरणं | - | - | - | - | उद्धरण | - | - | - | - |
369 | उद्यम | पुंलिंग | - | - | - | - | परिश्रम, मेहनत। | - | - | - | - | उद्दम | - | - | - | - | मेहनत | - | - | - | - | मॆहनत | - | - | - | - | उदमु, कोशिश | - | - | - | - | उद्यम, परिश्रम, मेहनत | - | - | - | - | उद्यम, यत्न, मेहनत | - | - | - | - | उद्यम, अध्यवसाय, उद्यो॒ग (जो) | - | - | - | - | उद्यम, परिश्रम | - | - | - | - | उद्यम, परिश्रम, महेनत | - | - | - | - | यत्नमु, प्रयास | - | - | - | - | उऴैप्पु | - | - | - | - | परिश्रमं, प्रयत्नं | - | - | - | - | उद्योग, दुडित | - | - | - | - |
370 | उद्योग | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | परिश्रम, अध्यवसाय; | काम-धंधा। | - | - | - | उदिओग | सन्नत | - | - | - | मेहनत | सन्अ़त | - | - | - | मॆहनत, कूशिश | - | - | - | - | महिनत | उद्योग, धंधोंवपारु | - | - | - | उद्योग, परिश्रम, अध्यवसाय | काम-धंदा | - | - | - | उद्योग, मेहनत, प्रवृत्ति, काम | कामधंधो | - | - | - | उद॒यम (द्द), अध्यवसाय | काजकर्म, जीविका | - | - | - | उद्योग, अध्यवसाय | उद्योग | - | - | - | परिश्रम | कामधंधा | - | - | - | परिश्रम | पनि-पाट | - | - | - | उऴैप्पु | उद्दियोगम्, तॊऴिल् | - | - | - | परिश्रमं | तॊऴिळ्, व्यवसायम् | - | - | - | परिश्रम | कसबु, उद्यम | - | - | - |
371 | उद्योगपति | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | कच्चे माल से पक्का माल तैयार करने वाले किसी बड़े कारखाने का स्वामी; | किसी भी उद्योग का स्वामी। | - | - | - | उदिओगपती, सन्नतकार | - | - | - | - | सन्अ़तकार | - | - | - | - | बापा॑र्य, कारु॑बारी इन्सान | - | - | - | - | उद्योगपती | कारखानेदारु | - | - | - | उद्योगपति | कारखानदार | - | - | - | उद्योगपति | कारखानदार | - | - | - | शिळ्पपति | शिल्पपति | - | - | - | उद्योगपति, शिल्पपति | उद्योगर मालिक | - | - | - | उद्योग र स्वामी | - | - | - | - | पेट्टुबडि दारुडु | यजमानि | - | - | - | तॊऴिळदिबर | मुदलाळि | - | - | - | मुतलाळि | तॊऴिलुटम | - | - | - | कार्खानॆय यजमान | उद्यमस्थ | - | - | - |
372 | उधेड़ना | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | सिलाई के टांके खोलना। | - | - | - | - | उधेड़ना | - | - | - | - | उधेड़ना | - | - | - | - | त्रॊप तुलुन मुचरावुन | - | - | - | - | उडेड़णु | - | - | - | - | उसवणे | - | - | - | - | उधेडवुं | - | - | - | - | सेलाइ खोला | - | - | - | - | चिलाइ खोल | - | - | - | - | उतारिबा, खोलिबा | - | - | - | - | कुट्लु विप्पुट | - | - | - | - | तैयलैप्पिरिक्क | - | - | - | - | तुन्नल् आऴिक्कुक | - | - | - | - | बिडिसुवुद | - | - | - | - |
373 | उधेड़-बुन | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | मन की अनिश्चियात्मक स्थिति, उलझन। | - | - | - | - | उधेड़बुण | - | - | - | - | उधेड़बुन | - | - | - | - | परेशानी | - | - | - | - | बिचिताई, मन जो मोंझारो | - | - | - | - | विवंचना, व्यग्रता | - | - | - | - | उलझण, गूंचवाड़ो | - | - | - | - | इतस्तत: भाव, दुमना, दोमना, द्विधाग्रस्त | - | - | - | - | गुनागँथा, दोधोर-मोधोर | - | - | - | - | मान-र अनिश्च्यात्मक स्थिति | - | - | - | - | ऊहापोहलु, चिक्कु | - | - | - | - | कुऴप्पमान मननिलै | - | - | - | - | चिन्ताक्कुऴप्पं | - | - | - | - | योचनॆ, चिंतॆ | - | - | - | - |
374 | उन्नति | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | आगे बढ़ने या विकसित होने की प्रक्रिया; | उच्चता। | - | - | - | उनती | - | - | - | - | तरक़्क़ी | बलंदी (उ़रूज) | - | - | - | तरु॑की | - | - | - | - | उन्नती, वाधारो, तरक्की | ऊचाई | - | - | - | उन्नति | श्रेष्ठता | - | - | - | उन्नति, चडती | श्रेष्ठता | - | - | - | उन्नति, अभ्युद्य श्रीवृद्धि | उच्चावस्था | - | - | - | उन्नति | उच्चता | - | - | - | उन्नति, बृद्धि, बिकास | उच्चता | - | - | - | उन्नति | औत्तत्यमु | - | - | - | उयर्वु | मेन्मै | - | - | - | उन्नति | पुरौगति | - | - | - | प्रगति, मुन्नडॆ | उन्नति | - | - | - |
375 | उन्माद | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | मस्तिष्क की असंतुलित अवस्था; | साहित्य में एक संचारी भाव। | - | - | - | शुदा, झल्ल | उन्माद | - | - | - | जुनून (ख़ब्त), सौदा | - | - | - | - | पागलगी | - | - | - | - | दिमाग़ जो तवाज़नु बिगिड़णु चर्याई | साहित्य में हिकु भावु, उन्मादु | - | - | - | उन्माद, वेड | साहित्यांतील एक संचारी भाव | - | - | - | उन्माद, घेलछा, गांडपण | - | - | - | - | उन्मत्तता, पागलाभि | उन्माद | - | - | - | उन्मादना | साहित्यर एटा, संचारी भाव | - | - | - | उन्माद, उन्मत्तता | साहित्य-र एक संचारी भाव | - | - | - | उन्मादमु, पिच्चि | उन्मादमु | - | - | - | पैत्तियम् | इलाक्कियत्तिल् ऒर मन ऎळुच्चि | - | - | - | उन्मादं, भ्रांतु | उन्मादं | - | - | - | हुच्चु | उन्माद | - | - | - |
376 | उन्मूलन | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | मूल या जड़ से नष्ट-भ्रष्ट करने की प्रक्रिया; | समाप्त करना। | - | - | - | जड़ (जड़ों) पुट्टणा | - | - | - | - | बेख़कनी, ख़ातिमा | - | - | - | - | मूलु॑ तलु॑ खतु॑म करुन | - | - | - | - | पाड़ां पट, जड़नासु | खात्मो | - | - | - | नायनाट | उन्मूलन, समाप्त करणे | - | - | - | उन्मूलन | समाप्त करवुं | - | - | - | उन्मूलन, उत्पाटन, समूलेंध्वस | उच्च्छेद, उन्मूलन | - | - | - | उन्मूलन | समाप्तकरण | - | - | - | उन्मूळन | - | - | - | - | पेळळगिंचुट, उन्मूलनमु | रूपु मापुट | - | - | - | वेरोडु अऴित्तल् | मुडित्तुविडल् | - | - | - | उन्मूलनं | नशिप्पिक्कल् | - | - | - | कित्तॆसॆयुवुदु निमूर्लन | सर्वनाश | - | - | - |
377 | उपग्रह | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | बड़े ग्रह की परिक्रमा करने वाला छोटा ग्रंह; | किसी ग्रह की परिक्रमा करने के लिए आकाश में छोड़ा जाने वाला यांत्रिक गोला या पिंड। | - | - | - | उपग्रहि | उपग्रहि | - | - | - | सय्यारचा | मस्नूई सय्यारा | - | - | - | उपग्रॆह | - | - | - | - | उपग्रहु | नकुली उपग्रहु | - | - | - | उपग्रह | उपग्रह | - | - | - | उपग्रह | उपग्रह | - | - | - | उपग्रह | उपग्रह | - | - | - | उपग्रह | कृत्रिम, उपग्रह | - | - | - | उपग्रह | उपग्रह | - | - | - | उपग्रहमु | उपग्रहमु | - | - | - | उपगिरहम् | सॆयक्कै गोळम् | - | - | - | उपग्रहं | कृत्रिम उपग्रहं | - | - | - | उपग्रह | उपग्रह | - | - | - |
378 | उपचार | पुंलिंग | - | - | - | - | चिकित्सा। | - | - | - | - | इलाज | - | - | - | - | इ़लाज | - | - | - | - | यलाज | - | - | - | - | इलाजु | - | - | - | - | औषधोपचार | - | - | - | - | चिकित्सा | - | - | - | - | चिकित्सा | - | - | - | - | चिकित्सा | - | - | - | - | चिकित्सा | - | - | - | - | चिकित्स | - | - | - | - | चिकिच्चै | - | - | - | - | चिकित्स | - | - | - | - | चिकित्सॆ | - | - | - | - |
379 | उपज | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | जो उपजा हो, पैदावार, फसल; | जो बन कर तैयार हुआ हो, उत्पादन; | मन की नई उद्भावना या सूझ। | - | - | उपज | - | - | - | - | पैदावार | मस्नूआ़ | उपज (इख़्तिरा) | - | - | पा॑दावार | - | - | - | - | उपज, पैदावार | पैदाइश | - | - | - | पीक | उत्पादन | कल्पना | - | - | ऊपज, पेदाश | उत्पादन | (मननी) उपज, कल्पना | - | - | फसल | उत्पादन | - | - | - | उत्पन्न, खेति, फचल | उत्पादन | उद्भावना | - | - | फसल, उपज | उत्पादन | मनर नूआ उद्भावना | - | - | उत्पत्ति | पंट | उत्पत्ति | - | - | विळैच्चल् | उर्पत्ति | मनदिल तोन्रूम् ऎण्णम् | - | - | विळवु | उत्पादनं, उत्पन्नं | आशयं | - | - | बॆळॆ, फसलु | उत्पादनॆ | कल्पनॆ | - | - |
380 | उपजना | अकारात्मक क्रिया | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | उगना, अंकुर निकलना या फूटना; | कोई नई बात सूझना। | - | - | - | उपजणा | - | - | - | - | उगना | - | - | - | - | पा॑दु॑ ग़छुन, वॅपदुन | - | - | - | - | उपिजणु, पैदा थियणु | सुझणु | - | - | - | उत्पन्न होणे, उपजणें | नवीन गोष्ट सुचणे | - | - | - | ऊपजवुं, नीपजवुं | नबी बातसूचवळी | - | - | - | जन्मान, जात | - | - | - | - | गॉँज, गॉँजालि, ओला | मनत खेला उद्भावना ह | - | - | - | अंकुरिबा | नूआ कथा अबिष्कार | - | - | - | मोलकेत्तुट | स्फुरिंचुट | - | - | - | विळैय, मुळैक्क | पुदु ऐण्णम् तोन्र॒ | - | - | - | विळयुक, किळिर्क्कुक | तोन्नुक | - | - | - | हुट्टुवुदु | स्फुरिसुवुदु | - | - | - |
381 | उपजाऊ | विशेषण | - | - | - | - | कृषि के लिए उपयुक्त भूमि। | - | - | - | - | उपजाऊ | - | - | - | - | ज़रखेज़ | - | - | - | - | ज़रखेज़ | - | - | - | - | उपजाऊ | - | - | - | - | सुपीक | - | - | - | - | उपजाउ, फळदुप | - | - | - | - | उर्वर | - | - | - | - | खेतिर उपयुक्त | - | - | - | - | उर्बर | - | - | - | - | सरवंतमु | - | - | - | - | सॆऴिप्पान | - | - | - | - | विळवुळ्ळ | - | - | - | - | फलवत्ताद | - | - | - | - |
382 | उपदेश | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | धर्म और नीति के संबंध में विद्वानों द्वारा बताई गई बातें; | समुचित राय। | - | - | - | उपदेश | - | - | - | - | तल्क़ीन (नसीहत) | सलाह, नसीहत | - | - | - | वॅपदीश | - | - | - | - | उपदेशु | सलाह | - | - | - | उपदेश | योग्य सळळा | - | - | - | उपदेश | योग्य सलाह | - | - | - | उपदेश | - | - | - | - | उपदेश, नीति बचन | सुपरामर्श | - | - | - | उपदेश | - | - | - | - | उपदेशमु | सलहा | - | - | - | उपदेशम् | अरि॒वुरै | - | - | - | उपदेशं | उपदेशं | - | - | - | उपदेश | योग्य सनहॆ | - | - | - |
383 | उपद्रव | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | दंगा, फसाद; | हलचल, ऊधम। | - | - | - | हलचल, दंगा | - | - | - | - | फ़साद (बलवा) | हंगामा | - | - | - | दंगु॑-फसाद | - | - | - | - | झगि॒ड़ो-फसादु | गोडु-शोरु | - | - | - | उपद्रव, दंगा, तंटा | भांडण | - | - | - | उपद्रव | त्रास, उपाधि, संकट, आपदा | - | - | - | दांगा, फेसाद | उपद्रव, उत्पात, दौरात्म्य | - | - | - | काजिया युँज | उपद्रव, उत्पात | - | - | - | दंगा, फिसाद | उपद्रब, उत्पात | - | - | - | उपद्रवमु | गोल, अल्लरि | - | - | - | कलगम | तॊन्दिरवु | - | - | - | वऴक्कु, कलहं | बहळं | - | - | - | दंगॆ | गलाटॆ | - | - | - |
384 | उपनगर | पुंलिंग | - | - | - | - | नगर के आसपास बसा हुआ बाहरी भाग। | - | - | - | - | बस्ती | - | - | - | - | मुज्राफ़त (नवाह) | - | - | - | - | सरय | - | - | - | - | उपनगरु | - | - | - | - | उपनगर | - | - | - | - | उपनगर, परुं | - | - | - | - | उपनगर | - | - | - | - | उपनगर | - | - | - | - | उपनगर | - | - | - | - | नगरांचलमु | - | - | - | - | पुर-नगर् | - | - | - | - | नगरप्रान्तं | - | - | - | - | उपनगर | - | - | - | - |
385 | उपनाम | पुंलिंग | - | - | - | - | वास्तविक नाम से भिन्न कवियों, लेखकों आदि का स्वयं रखा हुआ कोई दूसरा नाम (पैननेम)। | - | - | - | - | उपनाम | - | - | - | - | तख़ल्लुस | - | - | - | - | तखेलुस | - | - | - | - | तख़लुसु | - | - | - | - | उपनाम, टोपणनाव (पैननेम) | - | - | - | - | उपनाम, तखल्लुस | - | - | - | - | उपनाम | - | - | - | - | उपनाम, छद्मनाम | - | - | - | - | उपनाम | - | - | - | - | उपनाममु मारु पेरु | - | - | - | - | पुनैप्पॆयर्, कुलप्पॆयर् | - | - | - | - | उपनामम्, तूलिकानामं | - | - | - | - | काव्य नाम | - | - | - | - |
386 | उपन्यास | पुंलिंग | - | - | - | - | वह काल्पनिक गद्य कथा जिसमें वास्तविक जीवन से मिलते-जुलते चरित्रों और कार्य-कलापों का विस्तृत चित्रण हो। | - | - | - | - | नावल, उपनिआस | - | - | - | - | नाविल | - | - | - | - | नावल | - | - | - | - | उपन्यासु, नावलु | - | - | - | - | कादंबरी | - | - | - | - | नवलकथा | - | - | - | - | उपन्यास | - | - | - | - | उपन्यास | - | - | - | - | उपन्यास | - | - | - | - | नवल | - | - | - | - | नवीनम्, पुदिनम्, नावल् | - | - | - | - | नोवल्, आख्यायिक | - | - | - | - | कादंबरि | - | - | - | - |
387 | उपभोक्ता | पुंलिंग | - | - | - | - | काम में लाने या व्यवहार करने वाला, खपतकार। | - | - | - | - | खपतकार, उपभोगता | - | - | - | - | सारिफ़ | - | - | - | - | वरतावन वोल | - | - | - | - | वापिराईंदडु, उपभोगु कंदडु | - | - | - | - | उपभोक्ता | - | - | - | - | उपभोक्ता | - | - | - | - | उपभोक्ता, उपभोगकारी | - | - | - | - | भोकता, उपभोगकरोता | - | - | - | - | उपभोक्ता | - | - | - | - | वाडुकदारुडु | - | - | - | - | उपयोगिप्पवर्, नुगर्वोर् | - | - | - | - | उपभोगक्तावु | - | - | - | - | अनुभोग | - | - | - | - |
388 | उपभोग | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | आनन्द या सुख-प्राप्ति के लिए किसी वस्तु का भोग करना या उसे व्यवहार में लाना; | किसी वस्तु का इस रूप में प्रयोग करना कि उसकी उपभोगिता धीरे-धरे कम होती चले। | - | - | - | उपभोग | - | - | - | - | ऐ़श | सर्फ़ | - | - | - | इसतिमाल | - | - | - | - | उपभोगु, इस्तैमालु | खपति | - | - | - | उपभोग | उपभोग | - | - | - | उपभोग, भोगवटी | उपभोग | - | - | - | उपभोग | - | - | - | - | उपभोग, सम्भोग | भोग | - | - | - | उपभोग | - | - | - | - | वाडुक | वडिवेयु | - | - | - | उपयोगित्तल, नुगर्तल् | नुगर्न्दऴित्तल् | - | - | - | उपभोगं | मुळुवनुं, उपयोगिच्चु, इल्लाताक्कल् | - | - | - | उपयोगिसुवुदु | बळकॆ | - | - | - |
389 | उपमा | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | समान गुणों के आधार पर दो वस्तुओं को तुल्य या समान ठहराना; | एक अर्थालंकार जिसमें उपमेय व उपमान भिन्न होते हुए भी उनमें किसी प्रकार की एकता या समानता दिखाई जाए। | - | - | - | उपमा | उपमा | - | - | - | तश्बीह (तम्सील) | - | - | - | - | मिसाल | मिसाल | - | - | - | भेट | उपमा (हिकु अलंकारु जंहिं में बि॒नि शयनि जी भेट कयल हूंदी आहे) | - | - | - | उपमा | उपमा अलंकार | - | - | - | उपमा | उपमा अलंकार | - | - | - | तुलना, सादृश्य | उपमा | - | - | - | उपमा, तुलना | उपमा (साहित्यर अलंकार) | - | - | - | उपमा, तुळना | उपमा | - | - | - | उपम, उपमानमु | उपमालंकारमु | - | - | - | उवमै | उवमै अणि | - | - | - | उपमिक्कल | उपम | - | - | - | होलिकॆ | उपमॆ | - | - | - |
390 | उपयोग | पुंलिंग | - | - | - | - | प्रयोग, व्यवहार। | - | - | - | - | बरतों, उपयोग | - | - | - | - | इस्त़ेमाल | - | - | - | - | इसतिमाल | - | - | - | - | इस्तैमालु, उपयोगु | - | - | - | - | उपयोग, व्यवहार | - | - | - | - | उपयोग | - | - | - | - | प्रयो॒ग (जो), व्यवहार, उपजोग | - | - | - | - | प्रयोग, ब्यवहार | - | - | - | - | प्रयोग, ब्यबहार | - | - | - | - | उपयोगमु | - | - | - | - | उपयोगम् | - | - | - | - | उपयोगं | - | - | - | - | उपयोग, बळकॆ | - | - | - | - |
391 | उपयोगी | विशेषण | - | - | - | - | जो प्रयोग या व्यवहार में लाए जाने के योग्य हो। | - | - | - | - | उपयोगी, कारआमद | - | - | - | - | कारआमद, मुफ़ीद | - | - | - | - | बकार यिनस लायक | - | - | - | - | कमाइतो, उपयोगी | - | - | - | - | उपयोगी | - | - | - | - | उपयोगी | - | - | - | - | उपजोगी | - | - | - | - | उपयोगी | - | - | - | - | उपजोगी | - | - | - | - | उपयोगकरमयिन | - | - | - | - | उपयोगमुळ्ळ | - | - | - | - | उपयोगमुळ्ळ | - | - | - | - | कॆलसक्कॆ वरुव, उपयोगकरवाद | - | - | - | - |
392 | उपलक्ष्य | पुंलिंग | - | - | - | - | वह बात जिसे ध्यान में रखकर कुछ कहा या किया जाए। | - | - | - | - | मंशा | - | - | - | - | मशा (मक़्सद) | - | - | - | - | मंशा | - | - | - | - | कारणु, मुराद | - | - | - | - | उपलक्ष्य | - | - | - | - | उपलक्ष्य, संदर्भ | - | - | - | - | उपलक्ष्य॒ (क्ख), उद्देश्य॒ (श्श) | - | - | - | - | उपलक्ष्य | - | - | - | - | उपलख्य | - | - | - | - | संदर्भमु | - | - | - | - | कुरि॒क्कोळ् | - | - | - | - | लक्ष्यं, उद्देशं | - | - | - | - | गुरि | - | - | - | - |
393 | उपला | पुंलिंग | - | - | - | - | जलाने के काम आने वाली गोबर का सूखा टुकड़ा, कंडा। | - | - | - | - | पाथी | - | - | - | - | उपला | - | - | - | - | बॊठ | - | - | - | - | छणा (सुकलु) | - | - | - | - | गोवरी, शेणी | - | - | - | - | छाणुं | - | - | - | - | घुंटे | - | - | - | - | गोबरखुँटि | - | - | - | - | घषि | - | - | - | - | पिडक | - | - | - | - | वरट्टि | - | - | - | - | वरळि, चाणकवरळि | - | - | - | - | बॆरणि | - | - | - | - |
394 | उपवन | पुंलिंग | - | - | - | - | उद्यान, बाग, पार्क। | - | - | - | - | बगीची, पारक | - | - | - | - | बाग | - | - | - | - | बाग | - | - | - | - | बागु, बग़ीचो, फुलवाड़ी | - | - | - | - | उपवन, बाग, पार्क | - | - | - | - | उपवन, बगीचो, वाडी | - | - | - | - | उदयान, बगिचा, उपवन | - | - | - | - | उपबन, उद्यान | - | - | - | - | उपबन, बगिचा, उद्यान | - | - | - | - | तोट, उद्यानमु | - | - | - | - | पूंगा | - | - | - | - | उद्यानं, उपवनं, पून्तोट्टं | - | - | - | - | तोट उद्यान | - | - | - | - |
395 | उपवास | पुंलिंग | - | - | - | - | दिन-भर या दिन-रात भोजन न करना (भूखे रहना, लंधन, फाका)। | - | - | - | - | बरत, फाका | - | - | - | - | फ़ाक़ा | - | - | - | - | फ़ाकु॑, वॅपवास | - | - | - | - | उपवासु, व्रतु | - | - | - | - | उपवास, उपोषण | - | - | - | - | उपवास, अनशन | - | - | - | - | उपवास, उपोस, अनाहार | - | - | - | - | उपबास, लघोन | - | - | - | - | उपबास | - | - | - | - | उपवासमु | - | - | - | - | उपवासम्, उण्णविरदम् | - | - | - | - | उपवासं | - | - | - | - | उपवास | - | - | - | - |
396 | उपसंहार | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | अंत, समाप्ति; | किसी प्रकरण, विषय् आदि का अंतिम अंश जिसमें विषय का सारांश दिया जाता है। | - | - | - | उपसंहार | - | - | - | - | ख़ातिमा | इख़्तितामिया | - | - | - | - | अन्द, खतु॑म | - | - | - | अंतु, पछाड़ी | पछाड़ी, सारु | - | - | - | उपसंहार, अंत, समाप्ति | उपसंहार | - | - | - | उपसंहार | उपसंहार | - | - | - | समाप्ति, शेष | उपसंहार | - | - | - | अन्त, शेष | उपसंहार | - | - | - | अंत, समाप्ति, शेष | उपसंहार | - | - | - | उपसंहारमु | मुर्गिपु | - | - | - | मुडिवु | मुडिवुरै | - | - | - | सामप्ति | उपसंहारं | - | - | - | मुक्ताय | कॊनॆय भाग, उपसंहार | - | - | - |
397 | उपस्कर | पुंलिंग | - | - | - | - | औज़ार, उपकरण। | - | - | - | - | औज़ार | - | - | - | - | आला, औज़ार | - | - | - | - | सामानु॑ | - | - | - | - | ओज़ारु | - | - | - | - | उपकरण, अवजार | - | - | - | - | साधन, ओजार | - | - | - | - | उपकरण | - | - | - | - | सा-सरंजाम उपकरण | - | - | - | - | उपकरण | - | - | - | - | पनिमुटलु | - | - | - | - | करुवि, सादनम् | - | - | - | - | उपकरणं | - | - | - | - | सलकरणॆ | - | - | - | - |
398 | उपस्थिति | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | हाज़िरी। | - | - | - | - | हाजरी | - | - | - | - | हाज़िरी | - | - | - | - | हा॑ज़िरी | - | - | - | - | हाजुरी | - | - | - | - | उपस्थिति, हजेरी | - | - | - | - | उपस्थिति, हाजरी | - | - | - | - | उपस्थिति, हाजिरी | - | - | - | - | उपस्थिति, हाजिरा | - | - | - | - | उपस्थिति, हाजिरि | - | - | - | - | हाज़रु | - | - | - | - | मुन्निलै | - | - | - | - | उपस्थिति, हाजर॒ | - | - | - | - | हाजरि | - | - | - | - |
399 | उपहार | पुंलिंग | - | - | - | - | प्रसन्न होकर तथा सद्भाव-पूर्वक अथवा किसी अवसर पर किसी को दी जाने वाली कोई वस्तु। | - | - | - | - | सुगात, तोहफ़ा | - | - | - | - | तोहफ़ा | - | - | - | - | तोहफु॑ | - | - | - | - | सूखिड़ी, सोग़ात | - | - | - | - | उपहार, भेट | - | - | - | - | उपहार, भेट, बक्षिस | - | - | - | - | उपहार, उपढौकन | - | - | - | - | उपहार | - | - | - | - | उपहार | - | - | - | - | कानुक | - | - | - | - | अन्बळिप्पु | - | - | - | - | उपहारं, काऴ्चद्रब्यं | - | - | - | - | उपहार, बहुमान | - | - | - | - |
400 | उपहास | पुंलिंग | - | - | - | - | हंसी, दिल्लगी, खिल्ली, मज़ाक। | - | - | - | - | हासा, टिचकर, टिच्चर | - | - | - | - | मज़ाक, तमस्ख़ुर | - | - | - | - | मज़ाख करुन | - | - | - | - | ठठोली, चथर | - | - | - | - | थट्टा, विनोद, उपहास, मस्करी | - | - | - | - | उपहास, मश्करी, ठेकडी | - | - | - | - | उपहास | - | - | - | - | उपहास | - | - | - | - | थट्टा, उपहास | - | - | - | - | ऍग ताळि | - | - | - | - | परिहासम्, केलि | - | - | - | - | उपहासं | - | - | - | - | गेलि, अपहास्य | - | - | - | - |
401 | उपाधि | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | महत्व योग्यता, सम्मान आदि का सूचक वह पद या शब्द जो किसी के नाम के साथ लगाया जाए, खिताब, पदवी, डिग्री। | - | - | - | - | उपाधी, ख़िताब | - | - | - | - | ख़िताब, डिग्री | - | - | - | - | खताब | - | - | - | - | लकबु, ख़िताबु, डिग्री | - | - | - | - | उपाधि, डिग्री, पदवी | - | - | - | - | उपाधि, पदवी, खिताब, इलकाब | - | - | - | - | उपाधि, पदवी | - | - | - | - | उपाधि | - | - | - | - | पदबी, डिग्री, उपाधि | - | - | - | - | बिरुदु | - | - | - | - | पट्टप्पॆयर्, पदवि | - | - | - | - | डिग्रि, बिरुदं | - | - | - | - | बिरुदु | - | - | - | - |
402 | उपाय | पुंलिंग | - | - | - | - | युक्ति, तरकीब। | - | - | - | - | उपा | - | - | - | - | तदबीर (तरक़ीब) | - | - | - | - | वॅपाय, यलाज | - | - | - | - | उपाउ | - | - | - | - | उपाय, युक्ति | - | - | - | - | उपाय, युक्ति | - | - | - | - | उपाय | - | - | - | - | उपाय | - | - | - | - | जुक्ति, उपाय | - | - | - | - | उपायमु | - | - | - | - | उपायम्, वऴि | - | - | - | - | उपायं | - | - | - | - | उपाय | - | - | - | - |
403 | उपासक | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | जो उपासना करता हो; | आराधक। | - | - | - | उपासक | - | - | - | - | इबादतगुज़ार, आ़बिद | म़ोतक़िद, परस्तार | - | - | - | बखु॑न्य, वॅपासक | - | - | - | - | उपासकु, पूजा॒री | भग॒तु | - | - | - | उपासक | भक्त, आराधक | - | - | - | उपासक | भक्त, आराधक | - | - | - | उपासक, पूजक, भक्त, साधक | - | - | - | - | उपासक | - | - | - | - | उपासक | भक्त, आराधक | - | - | - | उपासकुडु | भक्तुडु | - | - | - | आरादिप्पवर् | बक्तर् | - | - | - | उपासकन् | भक्तन् | - | - | - | उपासक | भक्त | - | - | - |
404 | उपासना | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | ईश्वर, देवता आदि की मूर्त्ति के पास बैठकर किया जाने वाला आध्यात्मिक चिन्तन, पूजन आराधन; | किसी वस्तु के प्रति अत्यधिक आसक्ति की भावना। | - | - | - | उपासना | - | - | - | - | परस्तिश, पूजा, इ़बादत | अ़क़ीदत, एहतराम | - | - | - | पूज़ा | पूज़ा | - | - | - | उपासना, पूजा॒ | - | - | - | - | उपासना, आराधना | परमासक्ति | - | - | - | उपासना, आराधना, भक्ति | परमासक्ति | - | - | - | उपासना, आराधना, पूजा | आसक्ति | - | - | - | उपासना | - | - | - | - | उपासना, पूजन, आराधना | आसक्ति | - | - | - | उपासन | परमासक्ति | - | - | - | आरादनै, उपासनै | आळ्न्द पट॒टु | - | - | - | उपासन | अत्यधिकं तात्पर्यं | - | - | - | ध्यान, प्रार्थनॆ, आराधनॆ | हॆच्चु | - | - | - |
405 | उपेक्षा | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | अवहेलना; | अनादर। | - | - | - | अणगौलणा, उपेखिआ | - | - | - | - | बेरुख़ी, लापरवाही | इहानत, तौहीन (बेइज़्ज़ती) | - | - | - | अनादर, लापरवाही | - | - | - | - | नज़रअंदाजी | बेइज़ती | - | - | - | उपेक्षा, अवहेलना | अनादर | - | - | - | उपेक्षा, तिरस्कार | अनादर | - | - | - | उपेक्षा॒ अवहेला, ताच्छिल्य॒, (क्ख) (ल्ल) | अनादर, अवज्ञा | - | - | - | उपेक्षा | - | - | - | - | अवहेळा, उपेख्या | अनादर | - | - | - | उपेक्षिंचुट | तिरस्कारमु | - | - | - | मदियामै | अलट्चियम् | - | - | - | उपेक्ष | अनादरवु | - | - | - | अलक्ष्य, उपेक्ष | तिरस्कार | - | - | - |
406 | उबकाई | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | उल्टी, कै; | मिचली, मितली, मतली। | - | - | - | उवत्त | - | - | - | - | उबकाई (क़ै) | मतली | - | - | - | उल्टी यिन्य, द्रॊख यिन्य | - | - | - | - | उल्टी, कइ | उबि॒थो | - | - | - | ओकारी, वांति | मळमळ | - | - | - | उबक, ऊबको | बकारी | - | - | - | बमि | गाबमिकरा | - | - | - | बमि | - | - | - | - | ओलटि, बान्ति | बान्ति | - | - | - | वांति | कडुपुलो तिरुगुट | - | - | - | वान्दि | कुमट्टल् | - | - | - | छर्दि | मनं मरि॒च्चल्, ओक्कानं | - | - | - | वांति | वाकरिकॆ | - | - | - |
407 | उबरना | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | घात, फंदे, संकट आदि से बच जाना। | - | - | - | - | उबरना | - | - | - | - | बचना | - | - | - | - | वॅतलुन | - | - | - | - | बची निकिरणु, छोटिकारो पाइणु | - | - | - | - | बचावणे | - | - | - | - | उगरवु, वचवुं | - | - | - | - | उद्धार पाओया | - | - | - | - | तर, बाच | - | - | - | - | संकट आदि-रू बचिजिबा | - | - | - | - | रक्षिंपबडुट | - | - | - | - | आबत्तिलिरिन्दु तप्पिक्क | - | - | - | - | कर कयरु॒क, रक्षप्पॆटुक | - | - | - | - | पायदिंद, ताप्पिसि कॆळ्ळुवुदु | - | - | - | - |
408 | उबलना | अकारात्मक क्रिया | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | आग पर रखे हुए तरल पदार्थ का फेन के साथ ऊपर उठना; | उत्तेजित होना, आवेश में आना। | - | - | - | उब्बलणा | - | - | - | - | उबलना | जोश में आना | - | - | - | ग्रख खसु॑न्य | शोलुन | - | - | - | उभामणु | - | - | - | - | उकळणे, उतू येणे | उत्तेजित होणे | - | - | - | ऊकळवुं | उत्तेजित थवुं | - | - | - | उथलिया उठा | उत्तेजित हओया | - | - | - | उतल, उतलि उठ | उत्तेजित ह | - | - | - | उतुरिबा | उत्तिजित हेबा | - | - | - | पोंगुट | आवेशपडुट | - | - | - | कॊदिक्क | वॆगुळि अडैय | - | - | - | तिळक्कुक | आवेशभरितन् आकुक | - | - | - | उक्कुवुदु, कुदियुवुदु | आवेश हॊन्दुवुदु | - | - | - |
409 | उभरना | अकारात्मक क्रिया | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | नीचे के तल से उठ या निकलकर ऊपर आना; | ऊपर उठकर या किसी प्रकार उत्पन्न होकर अनुभूत या प्रत्यक्ष होना। | - | - | - | उब्भरना | - | - | - | - | उभरना | - | - | - | - | कलु॑ कडुन | कलु॑ कडुन | - | - | - | उभिरणु, मथे चढणु | - | - | - | - | वरयेणे | जाणवणे, स्पष्ट होणे | - | - | - | ऊभरवुं, ऊभरावुं | प्रगट थवुं | - | - | - | उभार, परिव्याप्ति | - | - | - | - | उला, उदय ह | ओपरलै उठ | - | - | - | उभारिबा | - | - | - | - | उबुकुट | स्पष्टमगुट | - | - | - | पॊगि ऎऴ् | मेलॆऴुन्दु तोन्र॒ | - | - | - | पॊङ्ङिवरुक | प्रत्यक्षप्पॆटुक | - | - | - | हॊरहॊम्मुवुदु | प्रकटवागुवुदु | - | - | - |
410 | उमंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | कोई काम करने के लिए प्रेरित करने वाला आनन्द या उत्साह। | - | - | - | - | उमंग | - | - | - | - | उमंग | - | - | - | - | शा॑ख | - | - | - | - | उमंगु | - | - | - | - | उत्साह, उमेद | - | - | - | - | उमंग, उत्साह, होश | - | - | - | - | आनंदावेग | - | - | - | - | अल्लास, उलाह | - | - | - | - | उमंग, उल्लास, उत्साह | - | - | - | - | उल्लासमु, पोंगु | - | - | - | - | उरचाहम् | - | - | - | - | उत्साहं | - | - | - | - | उत्साह | - | - | - | - |
411 | उम्मीदवार (उम्मेदवार) | पुंलिंग | - | - | - | - | किसी पद पर चुने जाने या नियुक्त होने के लिए खड़ा होने वाला या अपने आपको उपस्थित करने वाला व्यक्ति, प्रत्याशी। | - | - | - | - | उमीदवार | - | - | - | - | उम्मीदवार | - | - | - | - | वॅमेदवार | - | - | - | - | उमेदवारु, उमीदवारु | - | - | - | - | उम्मेदवार | - | - | - | - | उमेदवार | - | - | - | - | उमेदवार, प्रत्याशी निर्वाचन प्रार्थी | - | - | - | - | प्रार्थी, प्रत्याशी | - | - | - | - | प्रत्याशी, कर्म-प्रार्थी | - | - | - | - | अभ्यर्थि | - | - | - | - | अपेट्चगर्, वेट्पाळर् | - | - | - | - | स्थानार्थि | - | - | - | - | उम्मेदुवार | - | - | - | - |
412 | उर्वर | विशेषण | विशेषण | - | - | - | उपजाऊ; | जिसकी उत्पादन शक्ति आधिक हो (तत्त्व)। | - | - | - | उपजाऊ | उपजाऊ | - | - | - | ज़रख़ेज | - | - | - | - | ज़रखेज़ | - | - | - | - | उपजाऊ | - | - | - | - | उपजाऊ, उर्वर, सुपीक | सुपीक | - | - | - | उपजाउ, फळदुप, रसाळ | उपजाऊ | - | - | - | उर्वर, ऊर्वर | उर्वर, ऊर्वर | - | - | - | सारुवा | उर्ब्बर | - | - | - | उर्वर | - | - | - | - | सारवंतमयिन | उर्वरमु | - | - | - | सॆऴिप्पान | वळमुळ्ळ | - | - | - | फलभूयिष्टमाय, विळवुळ्ळ | उत्पादन-शक्तियेरि॒य | - | - | - | फलवत्ताद | समृद्धियागि उप्पत्ति माडुव | - | - | - |
413 | उर्वरक | पुंलिंग | - | - | - | - | खेतों को उपजाऊ बनाने के लिए डाली जाने वाली रसायनिक खाद (फर्टिलाइज़र)। | - | - | - | - | रेह, खाद | - | - | - | - | कीमयाई खाद | - | - | - | - | कीमिया॑यी खाद | - | - | - | - | कीम्याई भाणु | - | - | - | - | उर्वरक, खत | - | - | - | - | खातर | - | - | - | - | रासायनिक सार | - | - | - | - | रासायनिक सार | - | - | - | - | सारायनिक सार | - | - | - | - | ऎरुवु | - | - | - | - | उरम् | - | - | - | - | वळं (रासवळं) | - | - | - | - | रासायनिक गॊब्बर | - | - | - | - |
414 | उलझन | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | ऐसी स्थिति जिसमें किसी प्रकार का निराकरण़ या निश्चय करना बहुत कठिन हो, पेचीदगी। | - | - | - | - | गुंझल, उलझन | - | - | - | - | उलझन | - | - | - | - | खुर | - | - | - | - | उल्झन, मोंझारा | - | - | - | - | पेंच, विकट प्रश्न | - | - | - | - | उलझन, गूंचवाडो | - | - | - | - | झंझाट, फेसाद | - | - | - | - | समस्या, जटिलता, जंजाल | - | - | - | - | झंझट | - | - | - | - | चिक्कु | - | - | - | - | शिक्कल् | - | - | - | - | कुऴप्पं, चिन्ताक्कुऴप्पं | - | - | - | - | पेचाट, सिक्कु | - | - | - | - |
415 | उलझना | अकारात्मक क्रिया | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | किसी चीज के अंगो का आपस में दूसरी चीज के अंगों के साथ इस प्रकार फंसकर लिपटना कि सहज में एक दूसरे से अलग न हो सकें। | झंझट, झगड़े, बखेड़े आदि में इस प्रकार फंसना कि जल्दी छुटकारा न हो सके। | - | - | - | उलझणा | - | - | - | - | उलझना | - | - | - | - | फसुन | - | - | - | - | मुंझणु | फासणु | - | - | - | अडकणे | अडकणे | - | - | - | गूंचवावुं, गूंचावुं | सपडावुं | - | - | - | जड़ाइया पड़ा | - | - | - | - | जोंट लाग | पाकत पर | - | - | - | उलुझिवा | - | - | - | - | चिक्कुपडुट | चिक्कुकोनुट | - | - | - | शिक्किक्कॊळ्ळ | अगप्पड | - | - | - | कुरुङ्ङुक कुऴयुक | अकप्पॆटुक, वलयुक | - | - | - | सिक्कि कॊळ्ळुवुदु | सिक्कि बीळुवुदु | - | - | - |
416 | उलटना | अकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | - | - | सीध की विपरीत दिशा या स्थिति में जाना या होना; | साधारण स्थिति से विपरीत या विरुद्ध हो जाना या करना; | ऊपर का भाग नीचे और नीचे का भाग ऊपर की स्थिति में होना। | - | - | उलटना | - | - | - | - | उलटना | - | - | - | - | वुलटावुन, फिरुन | वुलटावुन, फिरुन | - | - | - | उवतो थियणु, उलटो थियणु | उबतो करणु उलटो करणु | - | - | - | उलटणें | उलटणे | उलटणे | - | - | ऊलटवुं | उलटवुं | उलटवुं | - | - | उलटो (दिके) य॒ ओया वा हओया (ज) | पालटानो बदलानो | उपुड़ हयोया, उलटानो | - | - | ओलट, ओलोटा | - | - | - | - | ओलटाइबा | - | - | - | - | तारुमारगुट | तारुमारगुट | तल्लक्रिंदुलगुट | - | - | तारुमाराह पोग, इरुक्क | तलै कीळाग | कविऴ | - | - | मरि॒युक | विपरीतमाकुक | कीऴ्मेल मरि॒युक | - | - | तिरुगु मुख्गागु वुदु | बदलिसुवुदु | तलॆकॆळॆकु आगुवुदु | - | - |
417 | उलटी | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | कै, वमन। | - | - | - | - | उलटी | - | - | - | - | क़ै (उलटी) | - | - | - | - | द्रॊख, कय | - | - | - | - | उल्टी कइ | - | - | - | - | उलटी, वमन, ओकारी | - | - | - | - | ऊलटी | - | - | - | - | बमि, वमन | - | - | - | - | बमि | - | - | - | - | बान्ति, दमन | - | - | - | - | वान्ति | - | - | - | - | वान्दि | - | - | - | - | छर्दि | - | - | - | - | वांति | - | - | - | - |
418 | उलाहना | पुंलिंग | - | - | - | - | अपकार या हानि के प्रतिकार या पूर्त्ति के लिए ऐसे व्यक्ति से उसकी दु:खपूर्वक चर्चा करना जो उसके लिए उत्तरदायी हो या उसका प्रतिकार कर अथवा करा सकता हो, गिला, शिकवा। | - | - | - | - | उलाहमा | - | - | - | - | उलाहना, गिला (शिकायत) | - | - | - | - | पाम | - | - | - | - | डो॒रापो, महिणो, लानो | - | - | - | - | तक्रार गार्हाणे | - | - | - | - | ओळंभो, फरियाद | - | - | - | - | नालिश, अभियो॒ग (जो) | - | - | - | - | आपत्ति, अभियोग | - | - | - | - | अभिजोग, आपत्ति, फेराद, गुहारि | - | - | - | - | देप्पुट, ऎत्तिपोडुचुट | - | - | - | - | पुकार, निन्दनै | - | - | - | - | परिभवं, उपालंभं | - | - | - | - | दूरु | - | - | - | - |
419 | उलीचना | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | किसी बड़े आधार या पात्र में भरे हुए जल को बर्तन या हाथ से बाहर निकालना या फेंकना। | - | - | - | - | बुक्कां भर-भर सुट्टणा | - | - | - | - | उलीचना | - | - | - | - | पाज़्रन | - | - | - | - | कंहिं हंधि भर्यलु पाणी बुकनि यां कंहिं नंढे बासण सां भरे बा॒हिरि उछिलाइणु | - | - | - | - | उडविणें, टाकणे, फेकणे | - | - | - | - | उलेचवुं (प्रवाही) | - | - | - | - | सेचन करा | - | - | - | - | पानी सिंच | - | - | - | - | उझाळिबा | - | - | - | - | तोडुट | - | - | - | - | तण्णीरै वारिविड | - | - | - | - | बॆळ्ळं तॆरि॒प्पिक्कुक | - | - | - | - | नीरॆरॆचुवुदु | - | - | - | - |
420 | उल्लंधन | पुंलिंग | - | - | - | - | आज्ञा, नियम, प्रथा, रीति आदि का पालन न करना, अतिक्रमण। | - | - | - | - | अलंघणा | - | - | - | - | ख़िलाफ़वर्जी (तजावुज़) | - | - | - | - | खलाफवरज़ी | - | - | - | - | उलंधनु, भञिकिड़ी | - | - | - | - | उल्लंधन अतिक्रमण | - | - | - | - | उल्लंधन, अतिक्रमण | - | - | - | - | उल्लंधन, अतिकमण॒ (न) | - | - | - | - | उल्लंधन | - | - | - | - | उल्लंधन | - | - | - | - | अतिक्रमिंच्रुट | - | - | - | - | मीरु॒दल् | - | - | - | - | उल्लंधनं | - | - | - | - | मीरुविकॆ, अतिक्रमण | - | - | - | - |
421 | उल्लास | पुंलिंग | - | - | - | - | आनन्द, प्रसन्नता। | - | - | - | - | खेड़ा | - | - | - | - | मसर्रत, ख़ुशी | - | - | - | - | खॅशी | - | - | - | - | उलासु, ख़ुशी | - | - | - | - | उल्लास, आन्नद, प्रसन्नता | - | - | - | - | उल्लास | - | - | - | - | उल्लास, आह्लाद, अतिशय आनंद | - | - | - | - | उल्लास | - | - | - | - | उल्लास | - | - | - | - | उल्लासमु | - | - | - | - | आनन्दम् | - | - | - | - | उल्लासं | - | - | - | - | उल्लास | - | - | - | - |
422 | उल्लेखनीय | विशेषण | - | - | - | - | जिसका वर्णन करना आवश्यक या उचित हो। | - | - | - | - | वरणनयोग | - | - | - | - | क़ाबिले ज़िक्र | - | - | - | - | वनुन लायख | - | - | - | - | उलेख जोगो॒, बयान जोगो॒ | - | - | - | - | उल्लेखनीय | - | - | - | - | उल्लेखनीय | - | - | - | - | उल्लेखनीय | - | - | - | - | उल्लेखनीय | - | - | - | - | उल्लेखनीय | - | - | - | - | वर्णिंपदग्ग चेप्पदगिन | - | - | - | - | कुरि॒प्पिडत्तक्क | - | - | - | - | ऎटुत्तु पर॒येण्ट, उल्लेखनीयं | - | - | - | - | उल्लेखनीय | - | - | - | - |
423 | उसूल | पुंलिंग | - | - | - | - | सिद्धान्त। | - | - | - | - | असूल | - | - | - | - | उसूल | - | - | - | - | ऒसूल | - | - | - | - | उसूलु | - | - | - | - | सिद्धान्त | - | - | - | - | उसूल, सिद्धान्त, नियम | - | - | - | - | सिद्धान्त | - | - | - | - | सिद्धान्त | - | - | - | - | सिद्धान्त | - | - | - | - | सिद्धान्तमु | - | - | - | - | कॊळ्गै | - | - | - | - | तत्वं, सिद्धान्तं | - | - | - | - | मूल तत्व, सिद्धांत | - | - | - | - |
424 | उस्तरा | पुंलिंग | - | - | - | - | बाल मूंडने का छुरा। | - | - | - | - | उसतरा | - | - | - | - | उस्तरा | - | - | - | - | खूर | - | - | - | - | पाकी | - | - | - | - | वस्तरा | - | - | - | - | असतरो, अस्त्रो | - | - | - | - | क्षुर, खुर | - | - | - | - | खुर (क्षुर) | - | - | - | - | खुर | - | - | - | - | मंगलिकत्ति | - | - | - | - | सवरक्कत्ति | - | - | - | - | क्षौरक्कत्ति | - | - | - | - | क्षौरद कत्ति | - | - | - | - |
425 | ऊघना | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | झपकी आने पर आंखे बंद होना और सिर का बारबार झूलना। | - | - | - | - | ऊघणा | - | - | - | - | ऊघना | - | - | - | - | ज़िफु॑ करनि | - | - | - | - | झूटा खाइणु | - | - | - | - | डूलकी येणं | - | - | - | - | झोकुं खाबुं, ऊंघवु | - | - | - | - | ढोल | - | - | - | - | कलमटिया, टोपनि घर | - | - | - | - | ढुऴाइबा, उँगेइबा | - | - | - | - | कुनिकिपाटु पड़ुट | - | - | - | - | तूंगि वऴिय | - | - | - | - | उर॒क्कं तूङ्ङुक | - | - | - | - | तूकडिसुवुदु | - | - | - | - |
426 | ऊचा | विशेषण | विशेषण | विशेषण | - | - | आधार या तल से ऊपर उठा हुआ; | लंबा; | पद, मर्यादा आदि की दृष्टि से दूसरों से आगे बढ़ा हुआ। | - | - | उच्चा | - | - | - | - | ऊंचा | - | - | - | - | ह्यॊर, थॊद | ह्यॊर, थॊद | ह्यॊर, थॊद | - | - | ऊचो, मथे | डिधो | आला, ऊचो | - | - | उंच | उंच | श्रेष्ठ | - | - | ऊंचुं | लांबुं | उच्च | - | - | उँचु | लम्बा | उच्च, उँचु, उलत | - | - | ओख | दीघल | ओपरर, उच्च पदस्थ | - | - | ऊँचा | लंबा | - | - | - | ऎत्तयिन | पोडवयिन | उन्नतमयिन | - | - | उयर्न्द | उयरमान | मुन्नेरिय | - | - | उयर्न्न, पॊङ्ङिय | नीण्ट | उयर्न्न | - | - | ऎत्तरवाद | उद्दवाद | दॊड्ड | - | - |
427 | ऊंचाई | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | ऊँचे होने की अवस्था या भाव; | गौरव, बड़ाई। | - | - | - | उचाई | - | - | - | - | ऊंचाईं | अ़ज़मत | - | - | - | थज़र | - | - | - | - | ऊचाई, बुलंदी | वडा॒ई, मानु | - | - | - | उंची | गौरव, मोठेपण | - | - | - | ऊचाई, उंचापणुं | गौरव, वडपण | - | - | - | उच्चता, खाड़ाइ | गौरव | - | - | - | उच्चता | गौरव | - | - | - | उच्चता | गौरब, बडाइ | - | - | - | ऎत्तु | पेद्दतनमु | - | - | - | उयरम् | गौरवम, पॆरुमै | - | - | - | उयर्च्च, पॊक्कं | वलिप्पं, महत्त्वं | - | - | - | ऎत्तर | दॊड्डतन | - | - | - |
428 | ऊपर | अव्यय | अव्यय | विशेषण | विशेषण | - | आकाश की ओर, ऊर्ध्व दिशा में; | किसी के आधार या सहारे पर। | ओरों से बढ़कर, श्रेष्ठ, उत्तम; | अधिक, ज्यादा। | - | उप्पर | उप्पर | उप्पर | उप्पर | - | ऊपर | - | - | - | - | ह्यॊर | ह्यॊर | ह्यॊर | ह्यॊर | - | मथ | मथां | मथे | वधीक | - | वर | आधारे | श्रेष्ठ, उत्तम | अधिक, अतिरिक्त | - | उपर, ऊंचे | आधारे | चडियातुं | वधारे | - | उपर, ओपर | उपरे, ओपरे | श्रेष्ठ, उत्तम | अधिक | - | ओपर, फाल | ओपरत | श्रेष्ट, उत्तम | अधिक | - | उपर, ऊर्ध्व | उपरे | उत्तम, श्रेष्ठ | अधिक | - | पयिन | मीद, पयिन | श्रेष्ठमु, | एक्कुव | - | मेले | मेले, उदविनाल् | सिर॒न्द | अदिग | - | मुकळिल्, मेल् | एतिनॆयॆङ्किलुं, आश्रयिच्चु | श्रेष्ठमाय | अधिकं | - | मेलॆ | मेलॆ | उत्तम | हॆच्चु | - |
429 | ऊबना | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | जी भर जाने के बाद किसी वस्तु विशेष में रुचि न रह जाना, मन में विरक्ति उत्पन्न होना। | - | - | - | - | अक्कणा | - | - | - | - | ऊबना (उकताना) | - | - | - | - | तंग, युन, निनुं, युन | - | - | - | - | ककि थियणु, बेज़ारु थियणु | - | - | - | - | त्रासणे | - | - | - | - | कंटाळवूं | - | - | - | - | - | - | - | - | - | आमुवा, आमनि लाग | - | - | - | - | मनरे बिरक्ति जात हेबा | - | - | - | - | विसुगुचेंदुट | - | - | - | - | शलित्तुप्पोग | - | - | - | - | मुषियुक | - | - | - | - | बेजारागुवुदु | - | - | - | - |
430 | ऊष्मा | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | गरम होने की अवस्था, गुण या भाव, गरमी, ताप। | - | - | - | - | तपा | - | - | - | - | हरारत | - | - | - | - | गरमी | - | - | - | - | गर्मी, तपती | - | - | - | - | उष्मा, उकाडा | - | - | - | - | उष्मा, ऊष्मा, गरमी हूंफ | - | - | - | - | उत्ताप, उष्मा | - | - | - | - | उष्मा | - | - | - | - | उत्ताप, गरमि, उष्मा | - | - | - | - | वेडि | - | - | - | - | शुडु | - | - | - | - | उष्मावू चूटु | - | - | - | - | कावु बिसि | - | - | - | - |
431 | ऊसर | पुंलिंग | - | - | - | - | ऐसी भूमि जिसमें रेह की मात्रा बहुत अधिक होने के कारण कुछ उत्पन्न न होता हो, अनुपजाऊ, बंजर, परती। | - | - | - | - | औसर, बंजर | - | - | - | - | बंजर (शोराबूम) | - | - | - | - | बंजर | - | - | - | - | वार्यासी, कलिराठी | - | - | - | - | नापीक ओसाड जमीन | - | - | - | - | ऊसर ऊखर | - | - | - | - | ऊषट, अनुर्वर | - | - | - | - | अनुर्बर, असारुवा | - | - | - | - | अनुर्बर, ऊषर | - | - | - | - | बीडुभूमि | - | - | - | - | विळैयाद, तरिशु | - | - | - | - | तरिशाय, विळविल्लात्त | - | - | - | - | गॊडुडु, बंजरु | - | - | - | - |
432 | ऊहापोह | पुंलिंग | - | - | - | - | अनिश्चय की दशा में होने वाला तर्क-वितर्क या सोच-विचार, उधेड़-बुन। | - | - | - | - | सोच-विचार | - | - | - | - | तज्रुब्ज्रुब, कश्मकश (उधेड़बुन) | - | - | - | - | हतिहुरि गछ़ुन | - | - | - | - | विस्वसो, बुड॒-तर, बि॒चिताई | - | - | - | - | उहापोह | - | - | - | - | ऊहापाह | - | - | - | - | इतस्तात: भाव, दुमना | - | - | - | - | बिचार-बिबेचना | - | - | - | - | इतस्तत: भाब, मन-र तर्क-विर्तक | - | - | - | - | आलोचन, ऊहापोह | - | - | - | - | ऊगम् | - | - | - | - | ऊहापोहं | - | - | - | - | ऊहापोह, पर्यालोचनॆ | - | - | - | - |
433 | ऋण | पुंलिंग | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | उधार, कर्ज; | किसी का किया हुआ उपकार, एहसान; | घटाने या बाकी निकालने का चिह्न (-)। | - | - | करजा | - | घटाअ | - | - | क़र्ज | एहसान | नफ़ी | - | - | करु॑ज़ | - | - | - | - | कर्ज़्रु | अहिसानु, थोरो | काटूअ जी निशानी (-) | - | - | कर्ज (न.) | उपकार | वजाबाकीचे चिह्न (-) | - | - | ऋण, देवुं | एहसान | बादबाकीनुं चिन्ह (-) | - | - | ऋण, धार देना, कर्ज | ऋण॒, कृतज्ञता, उपकार, बोध (न) | ऋण॒ वियोग चिह्न (गणि॒ते) (न) | - | - | ऋण | अनुग्रह | घाटि होवार चिन | - | - | उधार, करज, रुण (ऋण) | उपकार | बाकी काढ़िबा चिह्न (-), बियोग-करिबा | - | - | ऋणमु, अप्पु | ऋणमु | तीसिवेत | - | - | कडन् | ऒरुवर् सॆय्द उदवि | कऴित्तल् अडैयाळम् | - | - | कटं | कटप्पाटु | न्यूनचिह्नं | - | - | साल | यारादरु माडिद उपकार | कळॆयुव चिह्नॆ (-) | - | - |
434 | ऋणदाता | विशेषण | - | - | - | - | ऋण देने वाला। | - | - | - | - | लैणदार, लहिणेदार | - | - | - | - | दाइन (साहुकार), लेनदार | - | - | - | - | करु॑ज़ दिनु॑ वा॑ल | - | - | - | - | लहणेदारु, कर्ज़ु, डीं॒दडु | - | - | - | - | ऋणदाता | - | - | - | - | ऋणदाता | - | - | - | - | ऋण॒दाता (न) | - | - | - | - | ऋणदाता | - | - | - | - | ऋण-दाता (रुण दाता) | - | - | - | - | ऋणदात, अप्पिच्चुवाडु | - | - | - | - | कडन् कॊडुप्पवर् | - | - | - | - | कटं कॊटुत्तवन्, उत्तमर्णन् | - | - | - | - | साल कॊडुवव | - | - | - | - |
435 | ऋतुराज | पुंलिंग | - | - | - | - | ऋतुओं में सबसे अधिक आनन्द दायक बसंत ऋतु। | - | - | - | - | रुतराजा | - | - | - | - | मौसिमे बहार (बहार) | - | - | - | - | सोन्त | - | - | - | - | बसंतु, बहार जी मुंद | - | - | - | - | ऋतुराज | - | - | - | - | ऋतुराज, बसंत | - | - | - | - | ऋतुराज, बसंत | - | - | - | - | बसंत ऋतु | - | - | - | - | बसंत ऋतु | - | - | - | - | वसंतुडु, ऋतुपति | - | - | - | - | इळवेनिर् कालम्, वसंतकाळम् | - | - | - | - | वसंतं, ऋतुराजन् | - | - | - | - | वसंतऋतु, ऋतुराज | - | - | - | - |
436 | ऋषि | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | वेद-मंत्रों का प्रकाश करने वाले महापुरुष या मंत्र-द्रष्टा; | आध्यात्मिक और भौतिक तत्त्वों का साक्षात्कार करने वाला। | - | - | - | रिशी | - | - | - | - | रिशी | आ़रिफ़ (रिशी) | - | - | - | रयॊश | - | - | - | - | ऋषी | - | - | - | - | ऋषि, मुनि | ऋषि | - | - | - | ऋषि | ऋषि | - | - | - | ऋषि, वेद मंत्र रचियता | ऋषि | - | - | - | ऋषि | तत्त्वदर्शी ऋषि | - | - | - | मंत्र-द्रष्टा (रुषि) | तत्त्वदर्शी | - | - | - | ऋषि | ऋषि | - | - | - | रिषि, मुनिवर् | आन्मिक, ञानि | - | - | - | ऋषि | ऋषि | - | - | - | ऋषि | ऋषि | - | - | - |
437 | एकता | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | मेल; | समानता। | - | - | - | एकता | - | - | - | - | इत्तिहाद, वह्दत | यकसानियत (वह्दत) | - | - | - | यकुत | - | - | - | - | एकता, एको | - | - | - | - | एकता, एकी | समानता | - | - | - | एकता ऐक्य, समानता | समानता | - | - | - | ऐक्य, एकता, मिल | साम्य | - | - | - | मिलन, एकता | - | - | - | - | मेळ, एकता | - | - | - | - | ऐकमत्यमु | समानत्वमु | - | - | - | ऒट॒टुमै | ऒप्पम् | - | - | - | ऐक्यं | सादृश्यं, साम्यं | - | - | - | ऒग्गट्टु | समानतॆ | - | - | - |
438 | एकत्र | क्रिया विशेषण | - | - | - | - | इकट्ठा, जमा। | - | - | - | - | इकत्तर | - | - | - | - | जम़ा | - | - | - | - | इकवटु॑ करुन | - | - | - | - | गडु | - | - | - | - | एकत्र | - | - | - | - | एकत्र, साथे, एकु, एकंदर | - | - | - | - | एकत्र, समवतॆ, जमा | - | - | - | - | एकत्र | - | - | - | - | एकत्र, एकाठि, जमा | - | - | - | - | ओक च़ोट, गुमिकूडिन | - | - | - | - | ऒन्रू॒ सेर्न्दु, कूट्टाग | - | - | - | - | ऒन्निच्चु | - | - | - | - | ऒन्दुगूडिद | - | - | - | - |
439 | एकदम | अव्यय | अव्यय | - | - | - | तुरंत; | बिल्कुल। | - | - | - | इकदम | - | - | - | - | एकदम | - | - | - | - | यखदम | - | - | - | - | यक्दमु, तुर्तु | बिलकुल | - | - | - | एकदम, लगेच | अगदी | - | - | - | एकदम, ताबड़तोड़, झपाटाबंध | साव, तट्टन | - | - | - | शीध्र | एकदम, एकेबारे, मोटेह | - | - | - | तुरन्ते | एकेबारे, सम्पूर्ण | - | - | - | तुरंत | बिलकुल | - | - | - | तक्षणमु | पूर्तिगा | - | - | - | उड़ने | मुट॒टि॒ळुम् | - | - | - | उटन् | तिकच्चुं | - | - | - | कूडलॆ | सर्वथा | - | - | - |
440 | एकनिष्ठ | विशेषण | विशेषण | - | - | - | एक पर ही श्रद्धा रखने वाला, अनन्य भक्त; | मन लगाकर कोई काम करने वाला, एकाग्रचित। | - | - | - | इक दा भगत | इकागरचित्त | - | - | - | मुवाहिद | यकसू | - | - | - | तनु॑ मनु॑ | - | - | - | - | हिक जो विश्वासी, एक निष्ठु | एकाग्रचितु | - | - | - | एकनिष्ठ | एकाग्रचित | - | - | - | एकनिष्ठ | एकाग्रचित | - | - | - | एकनिष्ठ | एकनिष्ठ, एकाग्रचित | - | - | - | एकनिष्ठ | एकाग्रचित | - | - | - | एकान्त भक्त | एकाग्रचित, एकनिष्ठ | - | - | - | अनन्य भक्तडु | एकाग्रचित्तुडु | - | - | - | ऒरुमुनैपपट्ट दियानमुडैय | मुळुम़नदुडन् सॆयलाट॒ट॒ल् | - | - | - | एकनिष्ठन् | एकाग्रचित्तन् मनस्सु वॆच्चु प्रवर्तिक्कुन्न | - | - | - | एकनिष्ठ | मनस्सिट्टु कॆलस माडुवव, एकाग्रचित्तवुळवनु | - | - | - |
441 | एकमत | विशेषण | पुंलिंग | - | - | - | एक ही तरह की राय रखने वाला। | मन की एकता, मतैक्य। | - | - | - | इकमत | - | - | - | - | मुतफ़िक़ (मुत्तफ़िकुर्राय) | इत्तिफ़ाक़े-राय | - | - | - | यकराय, मुतफिक | - | - | - | - | यक्राइ, हिकमत जा | हिकुमतु, यक्राइ | - | - | - | एकमत | मतैक्य | - | - | - | एकमत | मतेक्य | - | - | - | एकमत, सममतावलंबी | मतैक्य | - | - | - | एकमत | मतैक्य | - | - | - | एकमत | मतैक्य | - | - | - | एकीभविंचुवारु | एकीभावमु | - | - | - | ऒरु मनदुळ्ळ | अबिप्पिराय ऒट॒टुमै | - | - | - | एककंमाय | ऐककण्ठ्यं | - | - | - | एकाभिप्रायदवरु | ऒम्मत | - | - | - |
442 | एकमात्र | विशेषण | - | - | - | - | अकेला, एक ही। | - | - | - | - | इक्को-इक | - | - | - | - | अकेला, वाहिद | - | - | - | - | अका॑य | - | - | - | - | हिकुई, अकेलो | - | - | - | - | एकटा, एकुलताएक, एकमात्र | - | - | - | - | एकमात्र, एकनुं, एक, फक्त एकज | - | - | - | - | एकमात्र | - | - | - | - | एकमात्र | - | - | - | - | एकमात्र | - | - | - | - | ओकटे अयिन, एकैक | - | - | - | - | ऒरे, तनियान | - | - | - | - | एकमात्रं ऒरॊट॒ट॒, ऒरे, ऒरु | - | - | - | - | ऒटिग, ऒन्दॆ | - | - | - | - |
443 | एकांत | विशेषण | विशेषण | पुंलिंग | - | - | निर्जन, सूना; | एक को छोड़ और किसी ओर ध्यान न देने वाला। | निर्जन स्थान। | - | - | इकांत | - | - | - | - | सुनसान | यकसू | तनहाई (तख़्लिया) | - | - | ईकांत | ईकांत | ईकांत | - | - | एकांत, सुञो | हिक जो ध्यानु कंदड़ु | एकांत, अकेलाई | - | - | एकांत, निर्जन, शून्य | एकलक्ष्य, एकध्यानी | निर्जन स्थान | - | - | एकांत, एकलुं, एकाकी, निर्जन, सुनुं | एकलक्ष्य | निर्जन स्थान | - | - | एकान्त, निर्जन | एकान्त, (सचिव) | एकान्त, निर्जन स्थान | - | - | निर्जन | एकनिष्ठ | निर्जनठाइ | - | - | निर्जन, एकांत | - | - | - | - | एकांतमु | एकनिष्ठगल | एकांतमु | - | - | तनिमैयान | ऒरे गवनमुळ्ळ | तनिमैयानइडम् | - | - | एकांतमाय, विजनमाय | एकध्यान, निरतन् | विजन प्रदेशं | - | - | निर्जन | एकनिष्ठ | एकांत | - | - |
444 | एकाकी | विशेषण | - | - | - | - | अकेला। | - | - | - | - | कल्लमुकल्ला, कल्लाकारा | - | - | - | - | अकेला (तनहा) | - | - | - | - | कुनुय | - | - | - | - | अकेलो | - | - | - | - | एकाकी, एकटा | - | - | - | - | एकाकी, एकलु, निराधार | - | - | - | - | एकला, एकाकी | - | - | - | - | एकाकी | - | - | - | - | एकाकी, एकुटिआ | - | - | - | - | एकाकि, ओंटरि | - | - | - | - | तनियान, ऒण्डियान | - | - | - | - | ऒट॒ट॒, एकाकि | - | - | - | - | ऒटिग | - | - | - | - |
445 | एकाग्र | विशेषण | - | - | - | - | तन्मय, दत्तचित्त। | - | - | - | - | इकागर | - | - | - | - | यकसू | - | - | - | - | तनु॑ मनु॑ | - | - | - | - | एकाग्रु, हिकमनो | - | - | - | - | एकाग्र, तन्मय, दत्तचित्त | - | - | - | - | एकाग्र, एकलक्षी, तल्लीन, तन्मय | - | - | - | - | तन्मय, एकाग्र | - | - | - | - | एकाग्र | - | - | - | - | तन्मय, एकाग्र | - | - | - | - | एकाग्रमु | - | - | - | - | मनदु कुऴंवाद गवनमान | - | - | - | - | एकाग्रमाय | - | - | - | - | एकाग्र, तन्मय | - | - | - | - |
446 | एकाधिकार | पुंलिंग | - | - | - | - | एक या अकेले व्यक्ति का अधिकार (मॉनोपोली)। | - | - | - | - | एजारेदारी | - | - | - | - | एजारादारी (इजारा) | - | - | - | - | एजारु॑दा॑री | - | - | - | - | अकेले जो अधिकारु, हिकहटी | - | - | - | - | एकाधिकार | - | - | - | - | एकाधिकार, इजारो | - | - | - | - | एकाधिकार, एकचेटे, अधिकार | - | - | - | - | एकाधिकार | - | - | - | - | एकाधिकार | - | - | - | - | एकाधिकारमु | - | - | - | - | तनि उरिमै | - | - | - | - | एकाधिकारं, मोणोपळि | - | - | - | - | एकस्वाम्य | - | - | - | - |
447 | ऐंठन | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | मरोड़। | - | - | - | - | वट्ट | - | - | - | - | ऐंठन | - | - | - | - | वुठन | - | - | - | - | मरोड़, वटु, वकड़ु | - | - | - | - | पीळ, मुरगळा, ताण | - | - | - | - | लपेट, वळ, आमव्ठ | - | - | - | - | मोचड़, पाक | - | - | - | - | मोचार, पाक | - | - | - | - | मोड़िबा | - | - | - | - | मेलि, मेलिक | - | - | - | - | तिरुगुदल् | - | - | - | - | चुऴि, पिरि, पिरिमुरु॒क्कं | - | - | - | - | तिरुवु, हुरि | - | - | - | - |
448 | ऐंठना | अकारात्मक क्रिया | अकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | - | बल पड़ने के कारण मुड़ना या संकुचित होना; | अकड़ दिखाना। | मरोड़ना | धोखा देकर लेना। | - | वट्ट, पैणे, मरोड़ै लैणा | आकड़णा | - | मुठ्ठणा, मुच्छणा | - | ऐंठना | - | - | - | - | मूरुन | मूरुन | मूरुन | मूरुन | - | मुडणु, मुड़ी पवणु | आकिड़िजणु | मोड़णु, मरोड़णु | ठग॒णु | - | मुरगळणे | ऐट करणे | पिरगळणे | फसवून लुबाडणे | - | अमळावाने कारणे वळवुं | अकडाई देखाडवी | मरोडवुं | धोखाथी लई लवुं | - | टान धरा | देमाक देखानो | मोचड़ान, पाकानो | ठकानो | - | मोटोका खा, भाज लाग, संकोचित ह | अहंकार कर | मोचर पका | ठगा | - | - | अकड़ देखाइबा | ठकिबा | ठकिबा | - | मेलि पडुट | गर्विचुट | मेलिक वेयुट | मोसगिंचुट | - | सुरुंग | विरै॒त्तुप्पोग | तिरुग | एमाट॒टि॒ ऎडुत्तुक्कॊळ्ळ | - | पिरियुक | गर्वु काणिक्कुक | पिरि मुरु॒क्कुक, पिरिक्कुक | चतिक्कुक | - | तिरुचिकॊळ्ळुवुदु | जंभकॊच्चुवुदु | हुरिमाडुवुडु तिरुचुवुदु | मोसदिंद तॆगदुकॊळळुवुदु | - |
449 | ऐनक | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | चश्मा। | - | - | - | - | ऐनक | - | - | - | - | ऐ़नक (चश्मा) | - | - | - | - | आन॑क | - | - | - | - | ऐनक, चश्मो | - | - | - | - | चष्मा, चाळिशी | - | - | - | - | चश्मां | - | - | - | - | चशमा | - | - | - | - | चश्मा | - | - | - | - | चस्मा, चश्मा | - | - | - | - | कळ्ळज़ोडु, कळ्ळद्दमु | - | - | - | - | मूक्कुक्कण्णाडि | - | - | - | - | मूक्कु कण्णाटि, कण्णट | - | - | - | - | कन्नडक | - | - | - | - |
450 | ऐश्वर्य | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | धन-संपत्ति, वैभव; | प्रभुत्व, शक्ति। | - | - | - | ऐशवरज | - | - | - | - | अमारत | - | - | - | - | खॅशहा॑ली | - | - | - | - | धनु-दौलत | शानु-शौकत | - | - | - | ऐश्वर्य धन-संपत्ति, वैभव | प्रभुत्व, शक्ति | - | - | - | ऐश्वर्य, विभूति, संपत्ति | ईश्वरपणुं | - | - | - | ऐश्वर्य, धन संपत्ति | ऐश्वर्य, प्रभुत्व (र्ज) | - | - | - | धन सम्पत्ति | प्रभुत्व, शक्ति | - | - | - | ऐश्वर्य, वैभव | प्रभुत्व, भाक्ति | - | - | - | ऐश्वर्यमु | प्रभुत्वमु, शक्ति | - | - | - | सॆल्वम्, वैबवम् | तिर॒मै | - | - | - | ऐश्वर्यं | प्रभुत्वं, अधिकारं | - | - | - | ऐश्वर्य | प्रभुत्व | - | - | - |
451 | ओजस्वी | विशेषण | विशेषण | - | - | - | प्रभावशाली, तेजस्वी; | शक्तिशाली। | - | - | - | तेजवंत, तेजस्वी | - | - | - | - | पुरअसर, पुरनूर | ज़ीहशम | - | - | - | नूर पशपुन | - | - | - | - | तेजस्वी, जल्वेदारु | ताकतवरु | - | - | - | ओजस्वी, प्रभावशाली, तेजस्वी | शक्तिशाली | - | - | - | ओजस्वी, ओजसवाळुं, तेजस्वी, बलिष्ठ, प्रभावशाली | शक्तिशाळी | - | - | - | ओजस्वी, तेजस्वी | शक्तिमान | - | - | - | ओजस्वी | शक्तिशाली | - | - | - | प्रभावशाली, तेजस्वी, ओजस्वी | शक्तिशाळी | - | - | - | ओजस्वि | शक्तिशालि | - | - | - | ऒळिमयमान | तिर॒मैयुळ्ळ | - | - | - | ओजस्वियाय | बलवान् | - | - | - | ओजस्वि | शक्तिशालि | - | - | - |
452 | ओझल | विशेषण, पुंलिंग | - | - | - | - | अदृश्य, छिपा हुआ। | - | - | - | - | ओहले | - | - | - | - | ओझल | - | - | - | - | गा॑ब गछुन | - | - | - | - | गाइबु, ओझलु, अलूपु | - | - | - | - | अदृश्य | - | - | - | - | ओझल, अदृश्य, छुपायेलुं | - | - | - | - | अदृश्य, आड़ाल | - | - | - | - | अदृश्य, लुप्त | - | - | - | - | अदृश्य | - | - | - | - | अदृश्यमु, मायमु | - | - | - | - | मरै॒न्द, पार्कमुडियाद | - | - | - | - | मर॒ञ्ञ काणाताय | - | - | - | - | मरॆयाद | - | - | - | - |
453 | ओझा | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | भूप-प्रेत आदि झाड़ने वाला व्यक्ति, सयाना। | ब्राह्मणों की एक जाति। | - | - | - | मांदरी, सिआणा | ओझा | - | - | - | आ़मिल | - | - | - | - | जिन॑ माथु॑रि बा॑ल | जिनु॑ माथुर वाल | - | - | - | झाड़ो, झाड़ विझंदडु | ब्राह्मणनि जो हिकु तब्को | - | - | - | मांत्रिक | ब्राम्हणांचीएक जात | - | - | - | भूवो | ओझा | - | - | - | ओझा | ओझा, ब्राह्मणेर जाति विशेष | - | - | - | ओजा, बेज | ब्राह्मणर एटा जाति | - | - | - | ओझा, गुणिआ | ब्राह्मणंकर एक जाति | - | - | - | भूतवैद्युडु | - | - | - | - | मन्दिरवादि | बिरामणर्गळिल् ऒरु पिरिवु | - | - | - | मंत्रवादि | ऒरु ब्राह्मणजाति | - | - | - | मंत्रवादि | ओझा | - | - | - |
454 | ओटना | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | कपास के बिनौले अलग करना; | - | - | - | - | वेलणा | - | - | - | - | ओटना | - | - | - | - | चोरुन | - | - | - | - | ओटणु | - | - | - | - | सरकी काढणें | - | - | - | - | कपास लोठवो | - | - | - | - | तूलोर बिचि छाड़ान | - | - | - | - | कपाह नेओट | - | - | - | - | मिणिबा पिंजिबा | - | - | - | - | एकुट | - | - | - | - | पंजु कडैय | - | - | - | - | (पञ्ञि) कटयुक | - | - | - | - | हत्ति बिडिसुवुदु | - | - | - | - |
455 | ओढ़ना | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | पुंलिंग | - | - | किसी कपड़े आदि से बदन ढकना; | जिम्मा लेना। | तन ढकने के लिए ऊपर से डाला जाने वाला वस्त्र। | - | - | उत्ते लैणा | जिम्मा लैणा | - | - | - | ओढ़ना | - | ओढ़ना | - | - | वलुन | ह्यॊन | वलुन | - | - | ओढणु | ज़िमो खणणु | ओढणी, मथां पाइण जो कपिडो | - | - | पांघरणे | उत्तरदायित्व घेणें | अंगावर घेतलेले वस्त्र | - | - | वोहारवुं, माथेलेवुं | ओढवुं | ओढवुं | - | - | ढाका नेओया | दायित्त्व नेओया | चादर उड़नि | - | - | अर, पिन्ध | दायित्व ल | चादर | - | - | ढांकिबा | तनु ढांकिबा पाई | उपरुविछा जिबा वाला बस्त्र | - | - | कप्पुकोनुट | वाध्यत पैन वेसुकोनु | दुप्पटि | - | - | पोर्तिक्कॊळ्ळ | पॊरु॒प्पै ऎडत्तुक्कॊळ्ळ | पोर्वै | - | - | पुतक्कुक | चुमतल एल्क्कुक | पुतप्पु | - | - | हॊद्दुकॊळ्ळुवुदु | हॊणॆवहिसुवुदु | हॊदिकॆ | - | - |
456 | ओर | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | दिशा, तरफ; | पक्ष। | - | - | - | वल्ल | - | - | - | - | तरफ़ | जानिब | - | - | - | तरफ | - | - | - | - | तर्फु | पासो | - | - | - | बाजू, दिशा | पक्ष | - | - | - | बाजु, तरफ | पक्ष, दिशा, बाजु, तरफ | - | - | - | दिक | दिक, पझ॒, (क्ख) | - | - | - | फाल दिश | पक्ष | - | - | - | दिशा, तरफ | पख्य | - | - | - | वैपु | वैपु | - | - | - | दिशै, पक्कम् | पक्कम् | - | - | - | दिक्कु, नेर्क्कु | वशं | - | - | - | कडॆ | पक्ष | - | - | - |
457 | ओला | पुंलिंग | - | - | - | - | बादलों से गिरने वाले वर्फ के छोटे-छोटे टुकड़े। | - | - | - | - | गड़ा, औला अहिण | - | - | - | - | ओला | - | - | - | - | डोठ | - | - | - | - | ग॒डो | - | - | - | - | गार | - | - | - | - | करो | - | - | - | - | शिला-वृष्टि | - | - | - | - | बरषुणर शिल | - | - | - | - | कुआ-पथर, करका | - | - | - | - | वडगळ्ळु | - | - | - | - | आलंकट्टि | - | - | - | - | आलिप्पऴं | - | - | - | - | आनॆकल्लु | - | - | - | - |
458 | ओस | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | वातावरण में फैली हुई भाप जो जलकण के रूप में पृथ्वी पर गिरती है (ड्यू )। | - | - | - | - | तरेल | - | - | - | - | शबनम (ओस) | - | - | - | - | शबनम | - | - | - | - | माक | - | - | - | - | दैव | - | - | - | - | ओस, झाकळ | - | - | - | - | शिशिर, हिम | - | - | - | - | नियर | - | - | - | - | शिशिर-विन्दु | - | - | - | - | मंचु | - | - | - | - | पनि | - | - | - | - | मञ्ञुतुळ्ळि | - | - | - | - | इब्बनिहिम | - | - | - | - |
459 | ओहदा | पुंलिंग | - | - | - | - | किसी कर्मचारी या कार्यकर्त्ता का पद। | - | - | - | - | ओहदा, हुद्दा, मरतबा | - | - | - | - | ऒ़हदा | - | - | - | - | ऒहद़ु॑ | - | - | - | - | उहिदो | - | - | - | - | हुद्दा, अधिकारपद | - | - | - | - | होद्दो | - | - | - | - | पद | - | - | - | - | पद, पदबी | - | - | - | - | पद | - | - | - | - | होदा | - | - | - | - | पदवि | - | - | - | - | स्थानं, पदवि | - | - | - | - | दुद्दॆ | - | - | - | - |
460 | औचित्य | पुंलिंग | - | - | - | - | उचित हाने की अवस्था या भाव, उपयुक्तता। | - | - | - | - | उचितता | - | - | - | - | म़ाकूलीयत, मौज़ूऩनीयत | - | - | - | - | जा॑नी | - | - | - | - | जोगा॒ई, मुनासिबत | - | - | - | - | औचित्य | - | - | - | - | औचित्य | - | - | - | - | औचित्य | - | - | - | - | औचित्य | - | - | - | - | उपजुक्तता | - | - | - | - | औचित्यमु | - | - | - | - | उगन्द तन्मै, पॊरुत्तम् | - | - | - | - | औचित्यं | - | - | - | - | औचित्य | - | - | - | - |
461 | औजार | पुंलिंग | - | - | - | - | हथियार, उपकरण। | - | - | - | - | संद, औज़ार | - | - | - | - | औज़ार | - | - | - | - | अवज़ार | - | - | - | - | ओज़ारु | - | - | - | - | अवजार, उपकरण | - | - | - | - | ओजार, हथियार | - | - | - | - | हथियार, य॒न्त्रपाति (ज) | - | - | - | - | सा-सरंजाम, उपकरण | - | - | - | - | हतियार, उपकरण | - | - | - | - | पनिमुट्टु, आयुधमु | - | - | - | - | करुवि | - | - | - | - | उपकरणं, पणियायुधं | - | - | - | - | सलकरणॆ, उपकरण | - | - | - | - |
462 | औटाना | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | किसी तरल पदार्थ को उबालकर या खौला कर गाढ़ा करना। | - | - | - | - | उबालणा | - | - | - | - | औटाना | - | - | - | - | मॊटरावुन | - | - | - | - | काढणु, घाटो करणु, टहिकाइणु | - | - | - | - | आटविणे | - | - | - | - | अकळवुं, उकाळवुं | - | - | - | - | फोटान | - | - | - | - | उतलाइ धन कर | - | - | - | - | आउटिबा | - | - | - | - | मरग कायुट | - | - | - | - | वट॒ट॒क्काय्च्च | - | - | - | - | काच्चिक्कुरु॒क्कुक | - | - | - | - | इंगिसुवुदु, कुदिसुवुदु | - | - | - | - |
463 | औधोगिक | विशेषण | विशेषण | - | - | - | उद्योग-संबंधी; | वस्तुएं तैयार करने के काम से संबंध रखने वाला। | - | - | - | उदिओगिक, सन्नती | - | - | - | - | सन्अ़ती | सन्अ़तगर | - | - | - | कारु॑बा॑री | - | - | - | - | उद्योग संबंधी | हुनिरी | - | - | - | औद्योगिक, उद्योग-संबंधी | औद्योगिक | - | - | - | औधोगिक | औधोगिक | - | - | - | शिल्प संक्रान्त | शिल्पण॒ (न्य) | - | - | - | औधागिक | - | - | - | - | उद्योग संबंधी | - | - | - | - | पारिश्रामिक | परिश्रम संबंधमयिन | - | - | - | तॊऴिल् संबन्दमान | - | - | - | - | व्यावसायिकं | तॊऴिल् | - | - | - | कैगारिकॆय | कैगारिकॆयल्लि, तॊडगिरुव, उद्यमस्थ | - | - | - |
464 | औद्योगीकरण | पुंलिंग | - | - | - | - | किसी देश में उद्योग-धंधों का विस्तार करने और नए-नए कल-कारखाने स्थापित करने का काम (इन्डस्ट्रियलाइज़ेशन)। | - | - | - | - | उदिओगीकरन, सन्नतीकरन | - | - | - | - | सन्अ़तियाना | - | - | - | - | सनतीकरन | - | - | - | - | उद्योगीकरणु | - | - | - | - | औद्योगीकरण | - | - | - | - | औद्योगीकरण | - | - | - | - | शिल्पायन | - | - | - | - | औद्योगीकरण | - | - | - | - | कळ-कारखानीकरण, औद्योगीकरण | - | - | - | - | परिश्रमीकरणमु | - | - | - | - | तॊऴिळ्मयमाक्कुदल् | - | - | - | - | व्यवसायवत्करणं | - | - | - | - | कैगारिकॆ स्थापनॆ | - | - | - | - |
465 | औपचारिक | विशेषण | विशेषण | - | - | - | उपचार संबंधी; | दिखावटी अथवा किसी नियम या रीति आदि के पालन-स्वरूप किया जाने वाला आचरण। | - | - | - | उपचारिक | रसमी | - | - | - | तदारुकी | रस्मी | - | - | - | रसमी | - | - | - | - | इलाज संबंधी | रवायती, रस्मी, दस्तूरी | - | - | - | औपचारिक | औपचारिक, लौकिक | - | - | - | औपचारिक | औपचारिक | - | - | - | चिकित्सासंबंधी | शिष्टाचार | - | - | - | औपचारिक | यथाचार, बिधिगत | - | - | - | चिकित्सासंबंधी | शिष्टाचार, औपचारिक | - | - | - | लांछनप्रायमु | पैचूपु कोरकु | - | - | - | चिकिच्चै संबन्दमान | मुरै॒प्पडियान | - | - | - | औपचारिकं | औपचारिकं | - | - | - | औपचारिक | तोरिकॆय | - | - | - |
466 | औपचारिकता | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | औपचारिक होने की अवस्था गुण या भाव (फार्मोलिज़्म); | दुनियादारी। | - | - | - | लोकाचार | - | - | - | - | रस्मियत (रस्म) | दुन्य़ादारी | - | - | - | रस॑मु | - | - | - | - | रवायत परस्ती | दुनियादारी | - | - | - | औपचारिकता | व्यवहार, लौकिक | - | - | - | औपचारिकता | दुनियादारी | - | - | - | शिष्टाचारिता | दुनियादारि | - | - | - | यथाचारिता, आनुष्ठानिकता | सांसारिकता | - | - | - | औपचारिकता, शिष्टाचारिता | दुनियादारि, ओ-एब-तथा | - | - | - | लांछन | मर्याद | - | - | - | मुरै॒मै | उलग वऴक्कु | - | - | - | औपचारिकत्वं | नाट्टुनटप्पु | - | - | - | औपचारिकतॆ | लौकिक ज्ञान | - | - | - |
467 | और | अव्यय | विशेषण | क्रिया विशेषण | - | - | दो शब्दों और वाक्यों को जोड़ने वाला शब्द, तथा। | दूसरा। | अधिक। | - | - | ते, अते | होर | होर | - | - | और | - | - | - | - | बॆयि | - | - | - | - | ऐं | बि॒यो | वधीक, अञा बि | - | - | आणि, तथा | आणखी, दुसरा | आणिक, अधिक | - | - | अने, तथा | बीजुं | वधु | - | - | आर, ओ | आर, अन्य॒ (न्न) | आर, बेशी, अधिक | - | - | आरु, तथा | अन्य | आरु, अधिक | - | - | अन्य | अन्य | अधिक | - | - | मरियु | इतरुडु | अधिकमु, एक्कुव | - | - | मेलुम्, मट॒टुम् | मटटॊरु, इन्नुम् | अदिगमाग | - | - | उम् | मट॒टॊ॒रु, मट॒टे॒ | कूटुतल् | - | - | मत्तु | बेरॆ, इतर | इन्नू | - | - |
468 | औरत | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | स्त्री, महिला; | पत्नी। | - | - | - | तीवीं, औरत | तीवीं, औरत | - | - | - | औ़रत | ज़ौजा | - | - | - | ज़नानु॑ | - | - | - | - | औरत | जाल, जोइ, पत्नी | - | - | - | स्त्री, महिला॒ | पत्नी | - | - | - | औरत, स्त्री | बैरी | - | - | - | महिला, नारी | पत्नी, स्त्री | - | - | - | महिला | पत्नी | - | - | - | स्त्री, महिळा | पत्नी | - | - | - | स्त्री | भार्य | - | - | - | मगळिर् | मनैवि | - | - | - | स्त्री, पॆण्णु | भार्य | - | - | - | हॆग्स | हॆडंति | - | - | - |
469 | औषधालय | पुंलिंग | - | - | - | - | दवाखाना। | - | - | - | - | दवाखाना | - | - | - | - | दवाख़ाना | - | - | - | - | दवाखानु॑ | - | - | - | - | इस्पताल, दवाख़ानो | - | - | - | - | औषधालय दवाखाना | - | - | - | - | औषधालय, दवाखानुं | - | - | - | - | औषधालय, दवाईखाना | - | - | - | - | औषधालय | - | - | - | - | डाक्टर-खाना, औषधाळय | - | - | - | - | औषधालयमु | - | - | - | - | मरुन्दु कॊडुक्कुमिडम् | - | - | - | - | औषधालयं | - | - | - | - | आस्पत्रॆ | - | - | - | - |
470 | औषध | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | दवा; | जड़ी-बूटी जो दवा में काम आए। | - | - | - | दवा, औषध | - | - | - | - | दवा | जड़ी-बूटी | - | - | - | दवा | - | - | - | - | दवा | औखद, दवा में कमि ईंदड़ जड़ी-बूटी | - | - | - | औषध | जड़ी-बूटी | - | - | - | औषधि (धी), औसड, दवा | जड़ी-बूटी | - | - | - | ओषध, दाबाइ | भेषज, उद्भिद | - | - | - | औषध | बनौषधि | - | - | - | औषधी | चेर मूळ | - | - | - | मंदु, औषधि | औषधि | - | - | - | मरुन्दु | मूलिगैगल् | - | - | - | मरुन्नु | पच्चिल मरुन्नु | - | - | - | औषधि, मद्दु | गिडमूलिकॆ | - | - | - |
471 | औसत | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | माध्य, बीच का (एवरेज); | साधारण। | - | - | - | औसत | - | - | - | - | औसत | म़ामूली | - | - | - | अवसथ | - | - | - | - | सरासरी, विचु | विचौलो, साधारणु | - | - | - | सरासरी | एधला, सामान्य (एवरेज) साधारण | - | - | - | सरासरी, सरेराश | साधारण | - | - | - | अनुपात | साधारण॒ (न) | - | - | - | गड़ परिणाम, मध्यम | साधारण | - | - | - | हाराहारि, माध्य, मोटामोटि | साधारण | - | - | - | सगटु | साधारणमयिन | - | - | - | सरासरि | सादारण | - | - | - | शराशरि | साधारणमाय | - | - | - | सरासरि | साधारण | - | - | - |
472 | कंगाल | पुंलिंग | - | - | - | - | अभाव से पीड़ित, अति निर्धन। | - | - | - | - | कंगाल | - | - | - | - | कंगाल, मुफ़्लिस | - | - | - | - | कंगाल | - | - | - | - | कंगालु | - | - | - | - | कंगाल, दरिद्री | - | - | - | - | कंगाल, दरिद्री | - | - | - | - | काङ्गाल, दरिद्र | - | - | - | - | कांङाल, कङल | - | - | - | - | कंगाल, दरिद्र | - | - | - | - | बीद, निरुपेद | - | - | - | - | दरिद्दिरन्, मिगएळै | - | - | - | - | दरिद्रन्, एऴ | - | - | - | - | दरिद्र, बडव | - | - | - | - |
473 | कंघा | पुंलिंग | - | - | - | - | बाल झाड़ने या संवारने का एक उपकरण। | - | - | - | - | कंघा | - | - | - | - | कंघा | - | - | - | - | कंगुव | - | - | - | - | फणोटो, कंघो | - | - | - | - | कंगवा | - | - | - | - | कंगवो, कांसको, दांतियो | - | - | - | - | चिरुनी | - | - | - | - | फणि, काकै | - | - | - | - | पानिआ | - | - | - | - | दुव्वेन | - | - | - | - | सीप्पु | - | - | - | - | चीप्पु | - | - | - | - | बाचणिगॆ | - | - | - | - |
474 | कंजूस | विशेषण | - | - | - | - | धन संग्रह के लालच में कष्ट सहकर हीन अवस्था में रहने वाला व्यक्ति, कृपण। | - | - | - | - | कंजूस | - | - | - | - | कंजूस | - | - | - | - | कंजूस | - | - | - | - | कंजूसु | - | - | - | - | कंजूस, चिक्कू, कृपण | - | - | - | - | कंजूस | - | - | - | - | कृपण॒ (न) | - | - | - | - | कृपण | - | - | - | - | कृपण | - | - | - | - | लोभि, पिसिनिगोट्टु | - | - | - | - | कंजन्, उलोबि | - | - | - | - | पिशुक्कन् | - | - | - | - | जिपुण | - | - | - | - |
475 | कंठ | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | गला; | गले से निकला हुआ स्वर। | - | - | - | गला | - | - | - | - | कंठ (गला) | सुर (गलेका) | - | - | - | हॊट | हॊट | - | - | - | गलो, कंठु | सुरु, आवाज्रु | - | - | - | गळा | गळयोतून निघालेला स्वर | - | - | - | गळुं | सूर, साद | - | - | - | कण्ठ, गला | कण्ठ स्व॒र (स) | - | - | - | गला, कण्ठ | कण्ठ स्वर | - | - | - | गळा, कंठ | कंठ-स्वर | - | - | - | कंठमु | कंठस्वरमु | - | - | - | कळुत्तु | कुरल् | - | - | - | कळुत्तु | स्वरं | - | - | - | गंटलु, कत्तु | कॊरळु, कंठ | - | - | - |
476 | कंधा | पुंलिंग | - | - | - | - | मनुष्य के शरीर की बांह का वह ऊपरी भाग या जोड़, जो गले के नीचे धड़ से जुड़ा रहता है। | - | - | - | - | मोढा, कन्न्हा | - | - | - | - | कंधा | - | - | - | - | फ्यॊक | - | - | - | - | कंधु, कुल्हो | - | - | - | - | खांदा | - | - | - | - | कंध, स्कंध, खभो | - | - | - | - | कान्ध | - | - | - | - | कान्ध | - | - | - | - | कांध | - | - | - | - | भुजमु | - | - | - | - | तोळ् | - | - | - | - | तोळ् | - | - | - | - | हॆगलु | - | - | - | - |
477 | कंपकंपी | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | भय, शीत आदि के कारण शरीर में होने वाली थर्राहट, जिसमें एक प्रकार की स्वरता होती है, कंपन। | - | - | - | - | कांबा | - | - | - | - | कपकपी | - | - | - | - | ता॑र खसु॑न्य | - | - | - | - | डकिणी, कंबणु जी हालति | - | - | - | - | कांपरे, हुडहुडी | - | - | - | - | कंप, कंपारी, ध्रुजारी | - | - | - | - | कॉँपुनि | - | - | - | - | कँपनि, यर्थरणि | - | - | - | - | कप, कंपनि | - | - | - | - | वणकु | - | - | - | - | नडुक्कम् | - | - | - | - | विर॒यल् | - | - | - | - | नडुक | - | - | - | - |
478 | कंबल | पुंलिंग | - | - | - | - | बहुत मोटी ऊनी चादर जो प्राय: ओढने के काम आती है। | - | - | - | - | कंबल | - | - | - | - | कम्बल | - | - | - | - | कमु॑ल्य | - | - | - | - | कंबलु | - | - | - | - | घोंगडी | - | - | - | - | कंबल, कामळो, कांबल | - | - | - | - | कम्बल | - | - | - | - | कम्बल | - | - | - | - | कंबल | - | - | - | - | कंबळि | - | - | - | - | कंबळि | - | - | - | - | कम्पिळि | - | - | - | - | कंबळि | - | - | - | - |
479 | कई | विशेषण | विशेषण | - | - | - | एकाधिक लोग; | कुछ। | - | - | - | कई | - | - | - | - | कई | - | - | - | - | वारयाह | - | - | - | - | कई, घणाई | कुछु | - | - | - | कित्येक, अनेक | काही | - | - | - | कई, अनेक | कंईक, केटलुंक, थोडुंक | - | - | - | एकाधिक, अनेक | कयेक, कतकगुलि | - | - | - | एकाधिक, अनेक | किछु, अलप | - | - | - | एकाधिक, अनेक | किछि | - | - | - | चाला, अनेकमु | कोन्नि | - | - | - | अनेग | पल | - | - | - | अनेकं | पल | - | - | - | हलवु | कॆलवु | - | - | - |
480 | कक्ष | पुंलिंग | - | - | - | - | किसी इमारत या भवन का कोई भीतरी भाग, कमरा या खंड। | - | - | - | - | कमरा | - | - | - | - | कमरा | - | - | - | - | कमरु॑ | - | - | - | - | कोठी, कमिरो | - | - | - | - | खोली | - | - | - | - | ओरडो | - | - | - | - | कक्ष॒, कामरा, घर (क्ख) | - | - | - | - | कोठा, खोंटाली | - | - | - | - | वड़ कोठरि, कमरा | - | - | - | - | गदि | - | - | - | - | वीट्टिन उट्पगुदि उळ्, अरै | - | - | - | - | मुरि॒ | - | - | - | - | कोणॆ | - | - | - | - |
481 | कक्षा | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | विद्यार्थियों का वर्ग या श्रेणी जिसमें उन्हें एक साथ एक ही प्रकार की शिक्षा दी जाती है, दर्जा; | आकाश में ग्रहों के भ्रमण का गोलाकार मार्ग (ऑर्बिट)। | - | - | - | जमात | फेरा, मंडल | - | - | - | दर्जा (जमाअ़त) | मदार | - | - | - | जमाथ | - | - | - | - | क्लासु, दर्जो | मदारु (आकास में ग्रहनि जे घुमण जो घेरो) | - | - | - | कक्षा, वर्ग, इयत्ता | कक्षा, मंडळ, खगोल मार्ग | - | - | - | वर्ग | कक्षा | - | - | - | श्रेणी॒ (न) | कक्ष॒ (क्ख) | - | - | - | मान, श्रेणी | कक्षपथ | - | - | - | श्रेणी, क्लास, किलास | आकाश रे ग्रहंक भ्रमण रे गोलाकार | - | - | - | तरगति | मंडलमु | - | - | - | पळ्ळि वगुप्पु | गिरहंगळिन्, शुट॒टप्पादै | - | - | - | क्ळास् | भ्रमणपथं | - | - | - | तरगति | कक्ष | - | - | - |
482 | कचहरी | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | न्यायालय, अदालत। | - | - | - | - | कचहिरी | - | - | - | - | कचहरी | - | - | - | - | अदालथ | - | - | - | - | कचहिरी | - | - | - | - | कचेरी, न्यायालय | - | - | - | - | कचेरी, अदालत, कार्ट | - | - | - | - | कछारी, विचारालय, अदालत | - | - | - | - | काछारी, न्यायालय | - | - | - | - | कचेरि, न्यायाळय, अदालत | - | - | - | - | कचेरि, न्यायास्थानमु | - | - | - | - | नियायालयम्, नीदिमन्र॒म् | - | - | - | - | कच्चेरि, कोटति | - | - | - | - | कचेरि, कोर्टु न्यायालय | - | - | - | - |
483 | कचोटना | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | किसी दु:खद बात से बार-बार मन में पीड़ा या वेदना होना, गड़ना। | - | - | - | - | चुभणा | - | - | - | - | चुभना, खटकना | - | - | - | - | दॅख लगुन | - | - | - | - | चुभणु, डुखणु | - | - | - | - | बोंचणे, टोचणे | - | - | - | - | कचोटावुं | - | - | - | - | दंशन, बेंधा | - | - | - | - | अन्तरन दु:ख पा | - | - | - | - | झुरिबा | - | - | - | - | पीडिंचुट | - | - | - | - | वरुत्तप्पड़ | - | - | - | - | नोवुक, नॊम्परप्पॆटुक | - | - | - | - | व्यथॆपडुवुदु | - | - | - | - |
484 | कच्चा | विशेषण | विशेषण | - | - | - | (खाद्य पदार्थ) अधपका; | (फल, फसल आदि) जो परिपक्व न हुआ हो। | - | - | - | कच्चा | - | - | - | - | कच्चा | - | - | - | - | कॊच | - | - | - | - | कचो (अधु पकलु) | कचो (अणरस्यलु) | - | - | - | कच्चे | अर्धपक्व, कच्चे | - | - | - | कच्चुं, काचुं | अपक्व | - | - | - | कॉँचा | कांचा | - | - | - | निसिजा | आपँइता, केंचा | - | - | - | कंचा | - | - | - | - | उडकनि | पच्चि | - | - | - | पळुक्काद | काय्वॆट्टान् | - | - | - | वेवात्त | पच्च | - | - | - | बॆन्दिल्लद | हसि, कायि | - | - | - |
485 | कटघरा | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | काठ का जंगलेदार घेरा जिसमें जानवरों को रखते हैं; | कचहरी में वह स्थान जिसमें अभियुक्त खड़े होते है। | - | - | - | कटहिरा | कटहिरा | - | - | - | कटहरा | - | - | - | - | जंगलु॑ | - | - | - | - | काठ जो वडो॒ पिञिरो | कटहिड़ो (कोर्ट में डो॒हीअ जे बीहण जो हंधु | - | - | - | लाकडाचा मोठा पिंजरा | पिंजरा | - | - | - | पांजरुं | - | - | - | - | खांचा | काठगड़ा | - | - | - | काठरा, काठर, गँराल | काठगरा | - | - | - | बड़ पिंजरा | काठगड़ा | - | - | - | पंजरमु, बोनु | बोनु | - | - | - | मरक्कूण्डु | साट्चिक्कूण्डु | - | - | - | कटु | साक्षिक्कूटु | - | - | - | बेलिहाकिरुव प्रदेश | साक्षिकट्टॆ | - | - | - |
486 | कटार | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | छोटी, छुरी। | - | - | - | - | कटार | - | - | - | - | कटार | - | - | - | - | छुर्य | - | - | - | - | कटार, कटारी | - | - | - | - | खंजीर, कट्यार | - | - | - | - | कटार, कटारी | - | - | - | - | छुरि | - | - | - | - | कटारी | - | - | - | - | छोट, छुरी, कटुरी | - | - | - | - | चिन्न कत्ति | - | - | - | - | कटारी | - | - | - | - | कठारि | - | - | - | - | बाकु, कठारि | - | - | - | - |
487 | कटु | विशेषण | विशेषण | - | - | - | जिसके स्वाद में कड़वापन हो; | अप्रिय, बुरा लगने वाला। | - | - | - | कांड़ा | कांड़ा | - | - | - | तल्ख़ (कड़वा) | - | - | - | - | ट्यॊठ | ट्यॊठ | - | - | - | कोड़ो | अणवणंदड़ु | - | - | - | कडू | अप्रिय, कटु | - | - | - | कटु, कडवुं, तीखुं | अप्रिय | - | - | - | कटु, तिक्त | कटु, अप्रिय | - | - | - | कटु | अप्रिय | - | - | - | कटु | अप्रिय, खराप | - | - | - | चेदयिन, कटुवु | कटुवु | - | - | - | कसप्पान | पिडिक्काद | - | - | - | कय्प्पुळ्ळ, चवर्प्पुळ्ळ | इण्टप्पॆटात्त | - | - | - | कहि | अप्रिय, कहि | - | - | - |
488 | कट्टर | विशेषण | - | - | - | - | पक्का, दृढ़ निश्चयी, सिद्धांतवादी। | - | - | - | - | कट्टर | - | - | - | - | कट्टर | - | - | - | - | कटर | - | - | - | - | कटरु | - | - | - | - | कट्टर, पक्का, दृढ निश्चयी, सिद्धान्तवादी | - | - | - | - | कट्टर, चुस्त | - | - | - | - | कट्टर, गोंड़ा | - | - | - | - | दृढमना | - | - | - | - | दृढ निश्चयी, कट्टर | - | - | - | - | गट्टिपट्टुदलगल | - | - | - | - | कॊळ्गैप्पिडिप्पुळ्ळ | - | - | - | - | उर॒च्च, याथास्थितिकनाय | - | - | - | - | दृढ निश्चयि | - | - | - | - |
489 | कठपुतली | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | काठ (लकड़ी) की बनी हुई पुतली जिसे धागे या तार की सहायता से नचाया जाता है। | - | - | - | - | कठपुतली | - | - | - | - | कठपुतली | - | - | - | - | दारिद॑ज | - | - | - | - | पुतिली (काठ जी गुडी॒) | - | - | - | - | कळसूत्रीबाहुली | - | - | - | - | कठपूतळी | - | - | - | - | काठेरपुतुल | - | - | - | - | काठर पुतला | - | - | - | - | काठ-पितुळा | - | - | - | - | कोय्यबोम्म | - | - | - | - | बॊम्मलाट्टत्तिनर् पयन्पडुत्तुम् बोम्मै | - | - | - | - | मरप्पाव | - | - | - | - | सूत्रदबॊम्बॆ | - | - | - | - |
490 | कठिन | विशेषण | विशेषण | - | - | - | जो सरलता से न हो सके, मुश्किल; | कठोर, सख्त। | - | - | - | औखा, कठन | - | - | - | - | मुश्किल (सख़्त) | - | - | - | - | कठ्युन, मुश्किल | कठ्युन, मुश्किल | - | - | - | डुख्यो, मुश्किलु | सख़्तु | - | - | - | कठिण, अवधड | कठोर, टणक, बिकट | - | - | - | कठिन, कठण, सखत, अधरुं, मुश्केल | निर्दय | - | - | - | कठिन, मुश्किल | कठिन, शक्त | - | - | - | कठिन | कठोर, टान | - | - | - | कठिन, मुस्किल | शक्त | - | - | - | कष्टमु | कठिनमु, गट्टि | - | - | - | कष्टमान | कडिनमान | - | - | - | कठिनं | कठोरं, उर॒च्च | - | - | - | कष्टवाद | गट्टि | - | - | - |
491 | कठोर | विशेषण | विशेषण | - | - | - | कड़ा, सख्त; | निर्दयी, निष्ठुर। | - | - | - | कठोर | - | - | - | - | सख़्त | सख़्त दिल | - | - | - | सखु॑त | - | - | - | - | सख़्तु | कठोरु, निर्दयी | - | - | - | कठोर | निर्दयी, निर्मम, निष्ठुर | - | - | - | कठोर, कडक, सखत | निर्दय, कर्कश | - | - | - | कड़ा, शक्त, कठोर | निर्मम, निष्ठुर, कठोर | - | - | - | कठोर, टान | निर्दय | - | - | - | कठोर, कड़ा, शक्त | निर्दय, निष्ठुर | - | - | - | कठोरमु | दयलेनि | - | - | - | कडिनमान | कॊडूरमान | - | - | - | कटुप्पमाय | दयविल्लात्त | - | - | - | गट्टि, कठोर | मरुकविल्लद, निर्दय | - | - | - |
492 | कड़कना | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | कड़कड़ का शब्द होना। | - | - | - | - | कड़कणा | - | - | - | - | कड़कना | - | - | - | - | टासु॑रारय, गछ़ु॑न्य | - | - | - | - | कड़िकड़ि करणु | - | - | - | - | कडाडणे | - | - | - | - | ककडवुं कडकडवुं | - | - | - | - | कड़कड़ शब्द हओया | - | - | - | - | डाङर शब्द कर गाजनि मार | - | - | - | - | कड़कड़ शब्द हेबा, कड़किबा | - | - | - | - | कटकट लाडुट | - | - | - | - | उडिक्क | - | - | - | - | कटकट शब्दं उण्टाकुक | - | - | - | - | चटचट अन्नुवुदु | - | - | - | - |
493 | कड़वा | विशेषण | विशेषण | विशेषण | - | - | स्वाद में कसैला या कटु; | कटु प्रकृति का; | अप्रिय। | - | - | कौड़ा | कौड़ा | कौड़ा | - | - | कड़वा | - | - | - | - | टचॊठ | - | - | - | - | कौड़ो | - | अणवणंदड़ु | - | - | कडू | कटु वृत्तिचा | अप्रिय | - | - | कडवुं | कडवा स्वभाववाळुं | अप्रिय | - | - | कषा स्वाद वा क्रटु (सा) | कड़ा प्रकृतिर | कटु, अप्रिय | - | - | कटु | कठुवा प्रकृतिर | अप्रिय | - | - | पिता बा कषा | कटु प्रकृतिर | अप्रिय | - | - | चेदैन | कठिनमयिन | अप्रियमैन | - | - | कसप्पान | कॊडूरमान गुणमुळ्ळ् | पिडिक्काद | - | - | कैप्पुरसमुळ्ळ | शुण्ठियुळ्ळ | अप्रियमाय | - | - | कहि | कटुस्वभावद | अप्रिय | - | - |
494 | कड़ा | पुंलिंग | विशेषण | - | - | - | धातु का बड़ा छल्ला। | सख्त, कठोर। | - | - | - | कड़ा | कैड़ा, करड़ा | - | - | - | कड़ा | कड़ा, सख़्त | - | - | - | कॊर | सखुत | - | - | - | कड़ो, कंगणु | सख़्तु | - | - | - | कठोर | सख्त | - | - | - | हाथनुं एक घरेणुं | सखत | - | - | - | शक्त, कड़ा, कठोर | कड़ा | - | - | - | काढा, कठोर | बाजु, खारु | - | - | - | कड़ा, शक्त, कठोर | धातुनिर्मित बड़ बळा | - | - | - | कडियमु | कठोरमयिन | - | - | - | काप्पु | कडिनमान | - | - | - | काप्पु, कट्टिवळ | कटुत्त | - | - | - | बळॆ, कंकण | गट्टि, बिरुसाद | - | - | - |
495 | कढ़ाई | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | बेलबूटे निकालने का या बनाने का काम। | - | - | - | - | कढ़ाई | - | - | - | - | कढ़ाई (कशीदाकारी) | - | - | - | - | टॅपु॑का॑म | - | - | - | - | भर्तु, भर्थु | - | - | - | - | कशीदा | - | - | - | - | भरत | - | - | - | - | सूचिशिल्प | - | - | - | - | बेजिरे फुल तोला काम | - | - | - | - | फुलपकासिलाइ काम, मिनाकारी, सूची-शिळ्प | - | - | - | - | कुट्टुपनि | - | - | - | - | तुणियिन्मेल् सॆय्युम् पूवेलै | - | - | - | - | चित्रप्पणि, सूचिवेल | - | - | - | - | कसूति कॆलस् | - | - | - | - |
496 | कतरन | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | कपड़े, कागज, धातु आदि के छोटे-छोटे रद्दी टुकड़े। | - | - | - | - | कातर | - | - | - | - | कतरन | - | - | - | - | तिलिम, तु॑र | - | - | - | - | कतरि (कपिड़े, कागज़ वग़ैरह जी) | - | - | - | - | बारीक रद्दी तुकडे | - | - | - | - | कातरण | - | - | - | - | कापड़ वा कागजेर कतिंत अव्यवहार्य अंश, काट-छांट | - | - | - | - | कापोर, कागज, आदिर, सरु सरु टुकुरा | - | - | - | - | कपड़ा, कागज, धातु, आदि-आदि छोट छोट रदि टुकड़ा (कटा-कना) | - | - | - | - | कत्तिरिंपुलु | - | - | - | - | कत्तरित्तु, ऎडुक्कप्पट्ट तुण्डु | - | - | - | - | कष्णं ऎट्टुतुण्टु | - | - | - | - | कत्तरिसि उळिद चुरु | - | - | - | - |
497 | कतरना | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | कपड़े, कागज या धातु आदि की चादर को कैंची से काट कर दो या अनेक भागों में करना। | - | - | - | - | कतरना | - | - | - | - | कतरना | - | - | - | - | कपटुन | - | - | - | - | कतिरणु, कटणु | - | - | - | - | कापणे | - | - | - | - | कातरवुं | - | - | - | - | काटा-छॉँटा | - | - | - | - | काटन, कटा काम | - | - | - | - | कतुरिबा काटिबा | - | - | - | - | कत्तिरिंचुट | - | - | - | - | कत्तरित्तल् | - | - | - | - | कत्रिक्कुक | - | - | - | - | कत्तरिसुवुदु | - | - | - | - |
498 | कतरनी | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | कतरने का उपकरण, कैची। | - | - | - | - | कैंची | - | - | - | - | कतरनी | - | - | - | - | कंची | - | - | - | - | कैंची | - | - | - | - | कात्री | - | - | - | - | कातर | - | - | - | - | काँचि | - | - | - | - | केंची | - | - | - | - | कइंची, कसुरी | - | - | - | - | कत्तेर | - | - | - | - | कत्तरिक्कोल् | - | - | - | - | कत्रिक | - | - | - | - | कत्तरि | - | - | - | - |
499 | कतराना | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | बचना। | - | - | - | - | कतराउणा | - | - | - | - | कतराना | - | - | - | - | बचुन | - | - | - | - | कतिराइणु, पासो करणु, नजर बचाए खिस्कणु | - | - | - | - | चुकविणे, टाळणे | - | - | - | - | कतरावुं | - | - | - | - | दृष्टि एड़ाइया सरिया पड़ा केटे पड़ा | - | - | - | - | आँतरि फालरि फालरि काट | - | - | - | - | आड़ेइ, जिबा | - | - | - | - | तप्पिंचुकोनुट | - | - | - | - | तप्पिक्क | - | - | - | - | ऒऴिञ्ञु मारु॒क | - | - | - | - | तप्पिसि कॊळ्ळुवुदु | - | - | - | - |
500 | कतार | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | पंक्ति। | - | - | - | - | कतार, डार (पक्षियों की) | - | - | - | - | क़तार | - | - | - | - | लो॑न | - | - | - | - | कतार | - | - | - | - | ओळ | - | - | - | - | कतार, हार | - | - | - | - | पंक्ति, सारि | - | - | - | - | शारी, लानि | - | - | - | - | पंक्ति | - | - | - | - | पंक्ति, श्रेणि, वरुस | - | - | - | - | वरिशै | - | - | - | - | वरि, पन्ति | - | - | - | - | सालु | - | - | - | - |
501 | कत्था | पुंलिंग | - | - | - | - | खैर की लकड़ी का सत जो पान में लगा कर खाया जाता है। | - | - | - | - | कत्त्था | - | - | - | - | कत्था | - | - | - | - | कथु॑ | - | - | - | - | कथो | - | - | - | - | कात | - | - | - | - | काथो | - | - | - | - | खयेर | - | - | - | - | खैर, खयेर | - | - | - | - | खइर | - | - | - | - | काचु | - | - | - | - | कत्तैक्काँबु | - | - | - | - | कत्थ | - | - | - | - | काचु | - | - | - | - |
502 | कथनी | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | कही हुई बात, उक्ति। | - | - | - | - | कथनी | - | - | - | - | क़ौल (मल्फ़ूज़ा) | - | - | - | - | वन्यमु॑च कथ | - | - | - | - | चविणी | - | - | - | - | उक्ति | - | - | - | - | कथनी | - | - | - | - | उक्ति, कथन | - | - | - | - | कथा, उक्ति | - | - | - | - | कुहा कथा, उक्ति | - | - | - | - | माट, उक्ति | - | - | - | - | पेच्चु, वचनम् | - | - | - | - | पर॒च्चिल्, वाक्कु | - | - | - | - | मातु॒ | - | - | - | - |
503 | कथा | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | किस्सा, कहानी, उपन्यास आदि; | पौराणिक आख्यान जो धर्मोपदेश के रूप में लोगों को सुनाया जाए। | - | - | - | कथा | - | - | - | - | दास्तान, अफ़्साना | हिकायत (असातीर) | - | - | - | कथ | कथा | - | - | - | कथा, कहाणी | कथा | - | - | - | कथा, गोष्ट | कहाणी, आख्यान | - | - | - | कथा, वार्ता | ईश्वर के धर्म संबंधी प्रवचन | - | - | - | काहिनी, गल्प | कथा | - | - | - | काहिनी, कथा | साधुकथा | - | - | - | कथा, काहाणि गळ्प | पौराणिक आख्यान | - | - | - | कथ | हरिकथ | - | - | - | कदै, शिरु॒कदै | कथा कालट्रचेपम् | - | - | - | कथ | कथाप्रसंगं, हरिकथ | - | - | - | कतॆ | उपन्यास | - | - | - |
504 | कथानक | पुंलिंग | - | - | - | - | किसी रचना (महाकाव्य, उपन्यास, नाटक आदि) की कथा-वस्तु। | - | - | - | - | कथानक | - | - | - | - | प्लाट | - | - | - | - | कथ | - | - | - | - | कथा, कथावस्तू | - | - | - | - | कथानक | - | - | - | - | कथानक | - | - | - | - | कथावस्तु, कथानक | - | - | - | - | कथाबस्तु, विषयबस्तु | - | - | - | - | कथावस्तु | - | - | - | - | कथानिक, कथावस्तुवु | - | - | - | - | कदैयिन् करु | - | - | - | - | कथावस्तु | - | - | - | - | कथावस्तु | - | - | - | - |
505 | कद | पुंलिंग | - | - | - | - | (व्यक्ति की) ऊंचाई। | - | - | - | - | कद | - | - | - | - | कद | - | - | - | - | कद | - | - | - | - | कदु | - | - | - | - | (व्यक्तीची) उंची | - | - | - | - | कद | - | - | - | - | उच्चता | - | - | - | - | उच्चता | - | - | - | - | व्यक्तिर उच्चता | - | - | - | - | पोडवु | - | - | - | - | उयरम्, आकिरूति | - | - | - | - | पॊक्कं, उयरं | - | - | - | - | ऎत्तर | - | - | - | - |
506 | कनक | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | सोना, स्वर्ण; | धतूरा। | - | - | - | सोना | धतूरा | - | - | - | सोना, ज़र | धतूरा | - | - | - | सॅन | - | - | - | - | सोनु | धातूरो | - | - | - | कनक सोने, सुवर्ण | धोत्रा | - | - | - | कनक, सोनुं | धतूरो | - | - | - | कनक, स्वर्ण, सोना (स) | धुतुरो | - | - | - | सोण | धतुरा | - | - | - | कनक, सुना, स्वर्ण | धातुरा, दुदुरा | - | - | - | कनकमु, बंगारमु | उम्मेत्त | - | - | - | तंगम् | ऊमत्तै | - | - | - | स्वर्णं | उम्मत्तिन्काय | - | - | - | चिन्न | उम्मत्त, धत्तूरि | - | - | - |
507 | कन्यादान | पुंलिंग | - | - | - | - | विवाह में वर को कन्या का दान करने की रस्म। | - | - | - | - | कन्निआदान | - | - | - | - | कन्यादान | - | - | - | - | कन्यादान | - | - | - | - | कन्यादानु | - | - | - | - | कन्यादान | - | - | - | - | कन्यादान | - | - | - | - | कन्यादान | - | - | - | - | कन्यादान | - | - | - | - | कन्यादान | - | - | - | - | कन्यादानमु | - | - | - | - | तिरुमणम्, कन्निकादानं | - | - | - | - | कन्यकादानं (विवाहं) | - | - | - | - | कन्यादान | - | - | - | - |
508 | कपट | पुंलिंग | पुंलिंग | विशेषण | - | - | छलपूर्ण मिथ्या आचरण, दुराव; | धोखा। | छलपूर्ण। | - | - | कपट | - | - | - | - | कपट | - | पुरदगा, पुरफ़रेब | - | - | कपठ, छ़ल | - | - | - | - | कपटु, दोखो | - | कपट भर्यो | - | - | कपट | फसवणूक | कपट | - | - | कपट, छळ | दगो | छळथी भरेलुं | - | - | कपट, छल | कपट, धोंका | कपट | - | - | कपट | फाँकि, प्रबंचना | कपटीया | - | - | कपट | धोका | छळपूर्ण | - | - | कपटमु | मोसमु | कपटमु | - | - | वंजनै | सूदु | कपटमान | - | - | कपटं | चति | चति निर॒ञ्ञ | - | - | मोस, वंचकतन | वंचकतन | मोसद | - | - |
509 | कपड़ा | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | कपास, ऊन आदि के धागों से बनी हुई वस्तु जो ओढ़ने, बिछाने, पहनने आदि के काम आती है; | पहनावा, पोशाक। | - | - | - | कपड़ा | - | - | - | - | कपड़ा | - | - | - | - | कपुर | - | - | - | - | कपिड़ो | कपिड़ा, पोशाक | - | - | - | कापड | पोशाख, वस्त्रें | - | - | - | कपडुं, कापड | पहेरवानुं, लूगडुं, पोशाक | - | - | - | कापड | पोशाक | - | - | - | कापोर | पोछाक | - | - | - | कपड़ा, कना, बस्त्र | पिन्धा, पोषाक | - | - | - | गुड्ड | दुस्तुलु | - | - | - | तुणि | उडुप्पु | - | - | - | वस्त्रं, तुणि | वेषं | - | - | - | बट्टॆ | उडिगॆ | - | - | - |
510 | कपाट | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | किवाड़, दरवाजे के पल्ले; | दरवाजा, द्वार। | - | - | - | भित्त, बार, किवाड़ | - | - | - | - | किवाड़ | - | - | - | - | दरवाज़ु॑ | - | - | - | - | कपाटु, ताकु | दरिवाज़ो, दरु | - | - | - | कवाड | दरवाजा, दार | - | - | - | कवाड | बारणुं | - | - | - | कपाट, दरजार, पाल्ला | दरजा, द्वार | - | - | - | दुवारर कपाट | दुवार | - | - | - | कबाट, कबाटर, फाळे | दुआर | - | - | - | कवाटमु | तलुपु | - | - | - | कदवु | निलैवायिल | - | - | - | कतकु | वातिल् | - | - | - | कद | बागिलु | - | - | - |
511 | कपास | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | एक प्रसिद्ध पौधा जिसके ढोंढ (फल) में से रुई निकलती है (कॉटन); | इस पौधे के फलों के तंतु जिससे सूत काता जाता है। | - | - | - | कपाह | - | - | - | - | कपास | - | - | - | - | कपस | - | - | - | - | वंड, कपह जो ब्रूटो | कपह | - | - | - | कापसाचे झाड | कापूस | - | - | - | कपास | रू | - | - | - | कापास | तुलो | - | - | - | कपाह | कपाह | - | - | - | कपा | एहि छोट गछर फळंर तंतु जाहाठारू | - | - | - | प्रत्तिचेट्टु | प्रत्ति | - | - | - | परुत्ति | पंजु | - | - | - | पञ्ञि, परुति | पञ्ञि | - | - | - | हत्तिय गिड | हत्ति | - | - | - |
512 | कपूत | पुंलिंग | - | - | - | - | बुरे आचरण वाला पुत्र, नालायक बेटा; | - | - | - | - | कपूत | - | - | - | - | कपूत | - | - | - | - | कॅपूत, नालायक | - | - | - | - | कुपाटु, कपूतु | - | - | - | - | कुपुत्र | - | - | - | - | कपूत | - | - | - | - | कुपुत्र | - | - | - | - | कुपुत्र | - | - | - | - | कुपुत्र, नालायक पुअ | - | - | - | - | कुपुत्रुडु | - | - | - | - | कॆट्ट नडत्तैयुळ्ळ मगन् | - | - | - | - | मुटियनाय पुत्रन् | - | - | - | - | कुपुत्र | - | - | - | - |
513 | कपूर | पुंलिंग | - | - | - | - | सफेद रंग का एक सुगंधित धन पदार्थ जो हवा में रखने से भाप बन कर उड़ जाता है (कैंफर)। | - | - | - | - | कपूर | - | - | - | - | काफूर | - | - | - | - | कोफ़ूर | - | - | - | - | काफूरु | - | - | - | - | कापूर | - | - | - | - | कपुर | - | - | - | - | कर्पूर | - | - | - | - | कर्पूर | - | - | - | - | कपूर | - | - | - | - | कर्पूरमु | - | - | - | - | कर्पूरम्, सूडम् | - | - | - | - | कर्पूरं | - | - | - | - | कर्पूर | - | - | - | - |
514 | कपोल | पुंलिंग | - | - | - | - | गाल (चीक)। | - | - | - | - | गल्ह | - | - | - | - | गाल | - | - | - | - | गल, बुथ्य लब | - | - | - | - | ग॒लु, गि॒लु | - | - | - | - | गाल | - | - | - | - | कपोल (ळ), गाल | - | - | - | - | गाल, कपोल | - | - | - | - | गाल | - | - | - | - | कपोळ, गाल | - | - | - | - | चेक्किलि, बुग्ग | - | - | - | - | कन्नम् | - | - | - | - | कपोलं, कविळ् | - | - | - | - | कॆन्नॆ | - | - | - | - |
515 | कफन | पुंलिंग | - | - | - | - | सिला अथवा बिना सिला कपड़ा जिसमें शव को लपेट कर दफनाया या जलाया जाता है। | - | - | - | - | खप्फण | - | - | - | - | कफ़न | - | - | - | - | कफन | - | - | - | - | कफ़नु, खफ़णु | - | - | - | - | कफन | - | - | - | - | कफन, शबने ओढाडवानुं लूगडुं | - | - | - | - | कफन, शवाच्छादन वस्त्र | - | - | - | - | शव ढका कापोर | - | - | - | - | शब-ढंका-वस्त्रं | - | - | - | - | शवमुपैकप्पु गुड्ड | - | - | - | - | पिणत्तै मूडुम् तुणि | - | - | - | - | शवक्कोटि | - | - | - | - | शव-हॊदिकॆ | - | - | - | - |
516 | कब | क्रिया विशेषण | - | - | - | - | किस समय? किस वक्त? | - | - | - | - | कद, कदों | - | - | - | - | कब | - | - | - | - | कर बा॑ज्ग्य | - | - | - | - | कड॒हिं? कहिं वक्ति? | - | - | - | - | केव्हां, कधी | - | - | - | - | क्यारे | - | - | - | - | कखन | - | - | - | - | केतिया | - | - | - | - | केबे | - | - | - | - | ऍप्पुडु | - | - | - | - | ऎप्पॊळुदु | - | - | - | - | ऍप्पोळ् | - | - | - | - | यावाग | - | - | - | - |
517 | कबाड़ी | पुंलिंग | - | - | - | - | टूटी-फूटी या पुरानी चीजें खरीदने या बेचने वाला। | - | - | - | - | कबाड़ी | - | - | - | - | कवाड़िया (कबाड़ी) | - | - | - | - | कब़डा॑य | - | - | - | - | कबा॒ड़ी | - | - | - | - | रद्दीवाला | - | - | - | - | भांग्या-तूटया के रद्दी मालनो वेपारी | - | - | - | - | काबाड़ी | - | - | - | - | फुटा-फटा वस्तु बेचोंता | - | - | - | - | भंगा-रुजाब्रा पुरुणा-बस्तु-बिक्रेता | - | - | - | - | चेत्तसरुकु कोनुवाडु | - | - | - | - | कायलांकडैक्कारन् | - | - | - | - | आक्रिक्कारन् | - | - | - | - | हळॆ सामानु व्यापारि | - | - | - | - |
518 | कबूलना | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | मान लेना, स्वीकार करना। | - | - | - | - | कबूलणा | - | - | - | - | कबूलना | - | - | - | - | कॅबूल करु॑न | - | - | - | - | कबूलणु | - | - | - | - | कबूल करणें | - | - | - | - | कबूल करवुं, मानी जवुं | - | - | - | - | मेने नेओया, स्वीकार करा | - | - | - | - | स्वीकार कर | - | - | - | - | मानिनेबा, स्वीकार करिबा | - | - | - | - | स्वीकरिंचुट, अंगीकरिंचुट | - | - | - | - | ऒप्पुक्कॊळ्ळ | - | - | - | - | स्वीकरिक्कुक | - | - | - | - | ऒप्पिकॊळ्ळुवुदु, स्वीकारमाडुवुदु | - | - | - | - |
519 | कब्जा | पुंलिंग | - | - | - | - | किसी वस्तु पर होने वाला अधिकार जिसके अनुसार उस वस्तु का उपयोग किया जाता है। | - | - | - | - | कब्जा | - | - | - | - | कब्ज़ा | - | - | - | - | कबज़ु॑ | - | - | - | - | कब्ज़ो | - | - | - | - | कब्जा | - | - | - | - | कबजो | - | - | - | - | दखल, आयत्त, हातल | - | - | - | - | दखल, अधिकार | - | - | - | - | अधिकार | - | - | - | - | स्वाधीनमु चेसिकोनुट | - | - | - | - | कैप्पट॒ट॒ल् | - | - | - | - | अवकाशं | - | - | - | - | स्वाम्य | - | - | - | - |
520 | कब्रिस्तान | पुंलिंग | - | - | - | - | शव दफनाने के लिए नियत स्थान। | - | - | - | - | कबरसतान | - | - | - | - | क़ब्रिस्तान | - | - | - | - | कबरिस्तान | - | - | - | - | कब्रिस्तानु | - | - | - | - | स्मशान | - | - | - | - | कबरस्तान, कब्रस्तान | - | - | - | - | गोरस्थान, कबरस्थान | - | - | - | - | कबरखाना, गरिशलि | - | - | - | - | कबरस्थान | - | - | - | - | स्मशानमु | - | - | - | - | इडुकाडु, मयानंम् | - | - | - | - | कबरिंटं, सॆमित्तेरि | - | - | - | - | स्मशान | - | - | - | - |
521 | कभी | क्रिया विशेषण | - | - | - | - | किसी समय, किसी अवसर पर। | - | - | - | - | कदे, कदी | - | - | - | - | कभी | - | - | - | - | कुनि वक्तु॑ | - | - | - | - | कड॒हिं, कंहिं वक्ति | - | - | - | - | कधी | - | - | - | - | क्यारेक | - | - | - | - | कखनओ | - | - | - | - | कोनो समयत | - | - | - | - | केबे | - | - | - | - | ऍप्पुडैन्नु | - | - | - | - | ऍप्पॊळुदावदुं | - | - | - | - | ऍप्पोळॆङ्किलुं | - | - | - | - | यावागलादरू | - | - | - | - |
522 | कमंडल | पुंलिंग | - | - | - | - | संन्यासियों का जलपात्र जो धातु, मिट्टी, तुपड़ी अथवा नारियल आदि का बना होता हैं। | - | - | - | - | करमंडल | - | - | - | - | कशकोल (कमंडल) | - | - | - | - | कमंडल | - | - | - | - | कमंडलु | - | - | - | - | कमंडलु | - | - | - | - | कमंडल | - | - | - | - | कमण्डुलु | - | - | - | - | कमण्डलु | - | - | - | - | कमंडकु | - | - | - | - | कमंडलमु | - | - | - | - | कमंडलु, सन्नियाशिगळिन् तण्णीर् पात्तिरम् | - | - | - | - | कमंडलं, किण्टि | - | - | - | - | कमंडलु | - | - | - | - |
523 | कम | विशेषण | - | - | - | - | परिमाण, मात्रा, संख्या आदि के विचार से घट कर या थोड़ा। | - | - | - | - | घट | - | - | - | - | कम | - | - | - | - | कम | - | - | - | - | घटि, थोरो | - | - | - | - | थोडे | - | - | - | - | कम, ओछुं | - | - | - | - | अल्प | - | - | - | - | कम, ताकर | - | - | - | - | कम | - | - | - | - | तक्कु | - | - | - | - | कॊंजम, कुरै॒वान | - | - | - | - | कुर॒वाय | - | - | - | - | कडिमॆ, स्वल्प | - | - | - | - |
524 | कमज़ोर | विशेषण | - | - | - | - | दुर्बल, अशक्त, असमर्थ। | - | - | - | - | कमजोर | - | - | - | - | कमज़ोर | - | - | - | - | कमज़ोर | - | - | - | - | कम्जोरु | - | - | - | - | कमजोर, अशक्त | - | - | - | - | कमजोर, दुर्बल, अशक्त | - | - | - | - | दुर्बल, अशक्त, कमजुरी | - | - | - | - | दुर्बल | - | - | - | - | कमजोर, दुर्बळ, अशक्त असमर्थ | - | - | - | - | नीरसमु | - | - | - | - | बलवीनमान | - | - | - | - | दुर्बलन् | - | - | - | - | दुर्बल, अशक्त | - | - | - | - |
525 | कमर | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | शरीर का मध्य भाग, कटि। | - | - | - | - | लक्क, कमर | - | - | - | - | कमर | - | - | - | - | कम्बर | - | - | - | - | कमरि, चेल्हि | - | - | - | - | कंबर | - | - | - | - | कमर, कम्मर, केड, कटि | - | - | - | - | कोमर | - | - | - | - | कँकाल | - | - | - | - | अंटा | - | - | - | - | नडुमु | - | - | - | - | इडुप्पु | - | - | - | - | अर | - | - | - | - | सॊंट | - | - | - | - |
526 | कमरबंद | पुंलिंग | - | - | - | - | कमर में बांधने का एक दुप्पटा। | - | - | - | - | कमरकस्सा, कमरबंद | - | - | - | - | कमरबंद | - | - | - | - | कम्बरबंद | - | - | - | - | कमरिबंदु | - | - | - | - | कमरेला बांधवयाचे वस्त्र, उपरणे | - | - | - | - | कमरबंध | - | - | - | - | कोमरबन्ध | - | - | - | - | कँकालर अङालि | - | - | - | - | अंटा रे बांधिबा कनापटि | - | - | - | - | नडिकटटु | - | - | - | - | इडुप्पिल् कट्टुम् तुणि | - | - | - | - | अरप्पट्ट | - | - | - | - | सॆंटद पट्टि | - | - | - | - |
527 | कमरा | पुंलिंग | - | - | - | - | कक्ष, कोठरी। | - | - | - | - | कमरा | - | - | - | - | कमरा | - | - | - | - | कमरु | - | - | - | - | कमिरो, रूमु, कोठी | - | - | - | - | खोली | - | - | - | - | ओरडो | - | - | - | - | कामरा, कुठरि, घर | - | - | - | - | कोठा | - | - | - | - | कक्ख, कोठरी | - | - | - | - | गदि | - | - | - | - | उळ्, अरै॒ | - | - | - | - | मुरि॒ | - | - | - | - | कोणॆ | - | - | - | - |
528 | कमल | पुंलिंग | - | - | - | - | जलाशयों में हाने वाला एक पौधा जिसमें चौड़ी पंखुड़ियों वाले हल्के लाल, नीले, पीले या सफेद रंग के फूल होते है (लोटस)। | - | - | - | - | कौंल, कमल | - | - | - | - | कंवल | - | - | - | - | पंपा॑श | - | - | - | - | कमलुं, कंवलु | - | - | - | - | कमळ | - | - | - | - | कमल (ळ) | - | - | - | - | पद्म॒, कमल (द्दो) | - | - | - | - | कमल, पदुम | - | - | - | - | पद्म | - | - | - | - | कमलमु, तामरपुव्वु | - | - | - | - | तामरै | - | - | - | - | कमलं, तामर | - | - | - | - | तावरॆ | - | - | - | - |
529 | कमान | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | धनुष। | - | - | - | - | कमान | - | - | - | - | क़मान | - | - | - | - | कमान | - | - | - | - | कमानु | - | - | - | - | धनुष्य | - | - | - | - | कमान, धनुष, कामठुं | - | - | - | - | कामान | - | - | - | - | धनु | - | - | - | - | धनु | - | - | - | - | विल्लु | - | - | - | - | विल् | - | - | - | - | विल्लु | - | - | - | - | बिल्लु | - | - | - | - |
530 | कमाना | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | कोई व्यवसाय करके अर्थिक लाभ पाना, उपार्जन करना। | - | - | - | - | कमाउणा | - | - | - | - | कमाना | - | - | - | - | कमावुन | - | - | - | - | कमाइणु | - | - | - | - | कमविणें | - | - | - | - | कमावुं | - | - | - | - | उपार्जन करा, कामानो | - | - | - | - | उपार्जन कर, आर्ज | - | - | - | - | कमेइबा, अर्जन | - | - | - | - | संपादिंचुंट | - | - | - | - | संबादिक्क | - | - | - | - | संपादिक्कुक | - | - | - | - | संपादिसुवुदु | - | - | - | - |
531 | कमी | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | कम होने की स्थिति अथवा भाव; | त्रुटि; | अभाव। | - | - | घाट | तोट | - | - | - | कमी | - | - | - | - | क॑मी | - | - | - | - | कमी, घटिताई | कमी, नुक्सु | कमी, खोटि | - | - | कमतरता, कमी | त्रुटि | अभाव | - | - | ओछ़प, ऊणप | त्रूटि | अभाव | - | - | न्यूनता, अल्पता, कम हओया | त्रुटि | अभाव, अनटन, टानाटानि | - | - | घाटि | त्रुटि, दोष | अभाव | - | - | कमि | त्रुटि | अभाव | - | - | तक्कुव, लोटु | लोपमु | कोरत | - | - | कुरै॒वु | तवरु॒ | इल्लामै | - | - | कुर॒वु | कुट॒टं॒ | अभावं, इल्लाय्क | - | - | कॊरतॆ | कुंदु | अभाव | - | - |
532 | कर | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | हाथ; | सरकार द्वारा जनता से उगाहा हुआ धन (टैक्स)। | - | - | - | हत्त्थ, कर (करकमल) | कर | - | - | - | हाथ | टेक्स (महसूल) | - | - | - | अथु॑ | - | - | - | - | हथु | ढल, टैक्सु | - | - | - | हात | कर | - | - | - | कर, हाथ | वेरो, लागो | - | - | - | हात, कर | कर, शुल्क, खाजना राजस्व | - | - | - | हात | कर | - | - | - | कर, हात | कर, राजस्व | - | - | - | करमु, चेय्यि | पन्नु | - | - | - | कै | वरि | - | - | - | कै | करं | - | - | - | कै | तॆरिगॆ, कर | - | - | - |
533 | करघा | पुंलिंग | - | - | - | - | कपड़ा बुनने का एक यंत्र, खड्डी। | - | - | - | - | खड्डी | - | - | - | - | करगह | - | - | - | - | वोननवान | - | - | - | - | आडा॒णो | - | - | - | - | माग | - | - | - | - | साळ | - | - | - | - | तॉँत | - | - | - | - | ताँतशाल | - | - | - | - | तन्त, लुणा वुणिबा एक जन्त्र | - | - | - | - | मग्गमु | - | - | - | - | कैत्तरि | - | - | - | - | तरि॒ | - | - | - | - | कैमग्ग | - | - | - | - |
534 | करना | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | किसी कार्य का संपादन। | - | - | - | - | करना | - | - | - | - | करना | - | - | - | - | करुन | - | - | - | - | करणु | - | - | - | - | करणें | - | - | - | - | करवुं | - | - | - | - | करा | - | - | - | - | कोनो काम कर | - | - | - | - | करिबा, कार्य संपादन | - | - | - | - | चेयुट | - | - | - | - | शॆय्य | - | - | - | - | चॆय्युक | - | - | - | - | माडुवुदु | - | - | - | - |
535 | करनी | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | कार्य, कर्म; | राजगीरों का एक प्रसिद्ध उपकरण, जिससे गारा या मसाला उठाकर दीवारों आदि पर थोपा, पोता या लगाया जाता है। | अनुचित या हीन आचरण (बोलचाल में)। | - | - | करनी | कांडी | करनी | - | - | करनी | - | - | - | - | का॑म | करु॑न्य | - | - | - | करिणी, कमु | चूनारी, मारो (राज़े जो ओज़ारु) | करिणी, बेहूदी हलति | - | - | कृति, कर्म, कार्य | करनी | करणी | - | - | करणी, आचरण | रांपी | करतूक | - | - | कर्म, काज | कर्णिक (न) | कम्म (कथ्य भाषा) | - | - | कार्य, कर्म, काम | करणी | हीन आचरण | - | - | करणी, कार्य, कर्म | - | अनुचित बा हीन आचरण | - | - | कार्यमु, पनि | तापि | चेष्ट | - | - | सॆयल्, कारियम् | करणै | कॆट्ट नडत्तै | - | - | प्रवृति | कुलेरू | दुर्न्नटत्त | - | - | कॆलस | करणॆ | दुष्कर्म | - | - |
536 | करवट | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | बैठने, लेटने आदि में शरीर का वह पार्श्व या बल जिस पर शरीर का सारा भार पड़ता है। | - | - | - | - | पासा | - | - | - | - | करवट | - | - | - | - | लरि फिरुन | - | - | - | - | पासो (बदन जो) | - | - | - | - | कूस, कुशी | - | - | - | - | करवट, पडखुं, पासुं | - | - | - | - | कात, आड़, पार्श्वे, अवस्थित | - | - | - | - | काति बा बागर | - | - | - | - | कड़ | - | - | - | - | प्रक्क | - | - | - | - | (उडलिन्) पक्कम् | - | - | - | - | (शरीरत्तिन्टॆ) वशं | - | - | - | - | मग्गुलु | - | - | - | - |
537 | करारा | विशेषण | विशेषण | - | - | - | कुरकुरा; | तेज, उत्कट, उग्र (कार्य, उत्तर)। | - | - | - | करारा | - | - | - | - | करारा | तेज़ | - | - | - | त्रकुर | - | - | - | - | भुर्किणो | सख़्तु, तेज्रु (जवाबु वग़ैरह) | - | - | - | कुरकुरीत | तेज, उत्कट, उग्र (कार्य, उत्तर) | - | - | - | कडक | तीक्ष्ण | - | - | - | मचमचे | शक्त (काज), कड़ा (जवाब) | - | - | - | मुरमुरीया, चनका | उत्कट, उग्र, टान | - | - | - | कड़कड़िआ | तेज, उत्कट, उग्र | - | - | - | करकरलाडु | तीव्रमयिन | - | - | - | मुरु॒गलान, करार् | उरु॒दियान | - | - | - | करुमुरेयुळ्ळ | उग्रमाय, शक्तियाय | - | - | - | गरिगरियाद | चुरुकु, उग्र | - | - | - |
538 | कराहना | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | पीड़ा या वेदना के समय व्यथा-सूचक शब्द का मुँह से निकलना। | - | - | - | - | हूँगणा, कराहणा | - | - | - | - | कराहना | - | - | - | - | उँह करुने | - | - | - | - | कंझणु, कुर्कणु | - | - | - | - | कण्हणे | - | - | - | - | पीडाथी आह करवी | - | - | - | - | कातरानों | - | - | - | - | कॅँका | - | - | - | - | कुंथाइबा | - | - | - | - | मूलुगुट | - | - | - | - | मुनग | - | - | - | - | वेदन कॊण्टु निलविळिक्कुक (ञरङ्ङुक) | - | - | - | - | नरळुवुदु | - | - | - | - |
539 | करुण | विशेषण | विशेषण | विशेषण | - | - | दयालु; | दु:खद; | साहित्य में एक रस। | - | - | करुण | - | करुण | - | - | रह्मदिल | दर्दनाक | दर्द (सोज़) | - | - | दया | - | - | - | - | दयालू | दुखदाई | करुण रसु | - | - | करुण, दयाळु | दु:खद, दयनीय | करूण रस | - | - | करूण | शोककारक | साहित्यशास्त्र नो एक रस (करूण रस) | - | - | करूणा॒युक्त (न) (जु) | करुण॒, आर्त्त, कातर (न) | करुण॒ रस (अलंकारशास्त्रे) (न) | - | - | दयालु | करुण, दु:दायक | करुण रस | - | - | दयाळु, करुण | दु:खद, आर्त, कातर | साहित रे एक रस | - | - | दयगल | दयनीयमयिन | करुण रसमु | - | - | इरक्कमुळ्ळ | परिदाबमान | इलक्कियत्तिल् ऒरु मननिलै | - | - | करुणयुळ्ळ | करुणमाय | करुण रसं | - | - | करुणॆयुळ्ळ | करुणॆ उण्टुमाडुव | करुण रस | - | - |
540 | करोड़पति | पुंलिंग | - | - | - | - | वह जिसके पास करोड़ों रुपये अथवा करोड़ों की संपत्ति हो। | - | - | - | - | करोड़पती | - | - | - | - | करोड़पति | - | - | - | - | करोड़प॑ति | - | - | - | - | किरोड़पती | - | - | - | - | कोट्याधीश | - | - | - | - | करोडपति | - | - | - | - | कोटिपति | - | - | - | - | कोटिपति | - | - | - | - | कोड़पति, कोटिपति | - | - | - | - | कोटीश्वरुडु | - | - | - | - | कोटीश्वरन् | - | - | - | - | कोटीश्वरन् | - | - | - | - | कोट्याधीश | - | - | - | - |
541 | कर्ज़ | पुंलिंग | - | - | - | - | उधार लिया हुआ धन, ऋण। | - | - | - | - | करजा | - | - | - | - | क़र्ज | - | - | - | - | करु॑ज़ | - | - | - | - | कर्ज़ु | - | - | - | - | कर्ज | - | - | - | - | करज, देणुं | - | - | - | - | धार, ऋण॒, कर्ज (न) | - | - | - | - | ऋण, धार | - | - | - | - | करज, ऋण (रुण) | - | - | - | - | अप्पु | - | - | - | - | कडन् | - | - | - | - | कटं | - | - | - | - | साल | - | - | - | - |
542 | कर्त्तव्य | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | ऐसा काम जिसे पूरा करना आवश्यक हो, धर्म; | ऐसा कार्य जिसे संपादित करने के लिए लोग विधान या शासन द्वारा बंधे हों। | - | - | - | करतव्व | - | - | - | - | फर्ज़ | फ़रीज़ा (फ़र्ज), लाज़िम | - | - | - | फरु॑ज़ | - | - | - | - | कर्तव्यु, फ़र्ज़ु | - | - | - | - | कर्त्तव्य | नियमबद्ध | - | - | - | कर्त्तव्य | फरज | - | - | - | कर्त्तव्य, करणी॒य (न) | कर्त्तव्य, विधेय | - | - | - | कर्त्तव्य | वाध्य-वाधक्ता | - | - | - | कर्त्तव्य | - | - | - | - | कर्तव्यमु | विधि | - | - | - | कडमै | शट्टप्पडि शॆय्य वेण्डिय वेलै | - | - | - | कर्तव्यं, कटम | कर्तव्यं, कटम | - | - | - | कर्तव्यं | कर्तव्यं | - | - | - |
543 | कर्त्ता | पुंलिंग | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | करने या बनाने वाला, रचयिता, निर्माता; | हिंदी व्याकरण में पहला कारक; | धर या परिवार का स्वामी (धर्मशास्त्र और विधि के क्षेत्र में)। | - | - | करता | करता | करता | - | - | ख़ालिक़ | फ़ाइ़ल | साहिबे-ख़ाना, क्लीएनेमत | - | - | करनवा॑लन, दय | - | मा॑लिख | - | - | कर्ता, कंदड़ु | हिंदी ग्रामर में फ़ाइलु | मालिकु (धर वग़ैरह जो) | - | - | कर्त्ता, रचयिता, निर्माता | कर्त्ता (व्याकरणोतील) | मालक | - | - | कर्त्ता | पहेली विभक्ति नो कारक | कुंटुबनो स्वामी | - | - | कर्त्ता, भ्रष्टा, निर्माता | कर्त्ता (व्याकरणे) कारक विशेष | कर्त्ता, कत्ता | - | - | कर्त्ता, करोंता | कर्त्ता कारक | घरर गराकी | - | - | कर्त्ता | व्याकरण रे प्रथम कारक | परिबार बा घर र स्वामी | - | - | कर्त, चेयुवाडु | - | यंजमानि | - | - | कर्त्तर्, कडवुळ् | ऎऴुवाय् | वीट्टु यजमान् | - | - | कर्त्तावु, निर्मातावु | कर्त्तावु | कारणवन् | - | - | कर्ता | प्रथमाविभक्ति | कर्ता | - | - |
544 | कर्त्ता-धर्त्ता | पुंलिंग | - | - | - | - | वह व्यक्ति जिसको किसी कार्य या विषय के सभी अधिकार प्राप्त हों। | - | - | - | - | करता-धरता | - | - | - | - | करता-धरता | - | - | - | - | करता-दरता | - | - | - | - | कर्ता-धर्ता, मुख्यु, कमु कंदड़ु | - | - | - | - | कर्ताधर्ता | - | - | - | - | कर्त्ता-धर्त्ता | - | - | - | - | कर्त्ता, प्रधान व्यक्ति | - | - | - | - | हर्त्ता-कर्त्ता | - | - | - | - | क्रर्ता-धर्ता | - | - | - | - | सर्वाधिकारि | - | - | - | - | एट॒टुनडत्तुबवर् | - | - | - | - | नटत्तिप्पुकारन् | - | - | - | - | यजमान | - | - | - | - |
545 | कर्म | पुंलिंग | पुंलिंग | पुंलिंग | पुंलिंग | - | वह जो किया जाए, काम कार्य; | पूर्व जन्म में किए गए कार्य; | शास्त्रीय विधान से युक्त धार्मिक कार्य; | व्याकरण में वाक्य का वह पद जिसपर कर्त्ता की क्रिया का प्रभाव पड़ता है, हिंदी व्याकरण में दूसरा कारक। | - | करम | करम | करम | करम | - | काम | करम (आ़माल) | करमकांड | मफ्ऊ़ल | - | करु॑म | करु॑म | करु॑म | करु॑म | - | कर्मु, कमु | कर्मु | कर्मु | हिंदी ग्रामर में 'मफऊलु' | - | कर्म, काम | कर्म (गत जन्मीचे) | धर्मकार्य | कर्म (व्याकरणोतील) | - | कर्म, काम | कर्म | धर्म कर्म | बीजी विभक्ति नो कारक | - | कर्म, कार्य॒, काज (ज) | कर्म (पर्वजन्मेर कर्म) | कर्म, शास्त्रबिहिन अनुष्ठान | कर्म (व्याकरणे) कारक विशेष | - | कर्म | पूर्वजन्मर कर्म | धर्मीय कर्म | (व्याकरण) कर्म्म | - | काम, कार्ज्य, कर्म | पूर्व-जन्म-कर्म | धार्मिक-कार्ज्य | व्याकरण रे द्वितीय कारक | - | पनि | कर्म | कर्म | कर्म | - | वेलै, सॆयल् | मुन्विनै | मदच्चडङ्गु | सॆयप्पुडु पॊरुळ् | - | जोलि | पूर्वकर्म्मं | मतपरमाय कर्मं | (व्याकरण) कर्मं | - | कॆलस | कर्म | कर्म | कर्म | - |
546 | कर्मठ | विशेषण | विशेषण | - | - | - | काम में कुशल; | मेहनती। | - | - | - | कामा | कामा | - | - | - | मेहनती | - | - | - | - | मॆहनती | - | - | - | - | कम में भडु | महिनती | - | - | - | कामांत कुशल | मेहनती | - | - | - | कर्मठ, कर्मामां चूस्त | महेनतु | - | - | - | कर्मठ, दक्ष॒, कार्य॒कुशल (क्ख) (ज) | परिश्रमी, मेहनति, कर्मठ | - | - | - | कर्मठ, कर्म्मकुशल | परिश्रमी | - | - | - | कर्मठ | परिश्रमी | - | - | - | निपुणुडु | कर्मनिष्ठुडु | - | - | - | वेलैयिल् तिर॒मैयुळ्ळ | उऴैप्पाळि | - | - | - | कार्यकुशलतयुळ्ळ | परिश्रमियाय | - | - | - | कार्यकुशल | कर्मनिष्ठ | - | - | - |
547 | कलंक | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | दाग, धब्बा; | लांछन, निन्दा। | - | - | - | कलंक | - | - | - | - | कलंक | - | - | - | - | दाग | हॉँछ़ | - | - | - | दागुं, धबो॒ | कलंकु | - | - | - | कलंक, डाग | लांछन | - | - | - | डाध, कलंक | लांछन, आळ | - | - | - | कलङ्क, दाग | कलङ्क, अपवाद, लाञ्छन | - | - | - | कलंक, दाग, चेका | निन्दा | - | - | - | कळंक, दाग | लांछन, निन्दा | - | - | - | कलंकमु, मच्च | निंद | - | - | - | माशु, अळुक्कु | कुरै॒ | - | - | - | पाटु, अटयाळं | कळंकं | - | - | - | कळंक | निन्दॆ, अपवाद | - | - | - |
548 | कल | पुंलिंग | पुंलिंग | पुंलिंग | स्त्रीलिंग | - | आज के दिन से ठीक पहले का बीता हुआ दिन; | आज के दिन के ठीक बाद में आने वाला दिन; | चैन, आराम। | मशीन, यंत्र, पुर्ज़ा। | - | कल्ह | कल्ह | चैन | कल | - | कल | - | - | - | - | राथ | पगाह | चॆन | कल, मशीन | - | काल्ह | सुभाणो | चैनु, आरामु | कल, मशीन | - | काल | उद्या | आराम | मशीन, यंत्र | - | काल (गई) | काल (आवती) | आराम | यंत्र | - | काल, गतकाल | काल, आगामी काल | आराम | य॒न्त्र, कल (ज) | - | कालि | काइलै | आराम, शन्ति | कल, यंत्र | - | गत कालि | आसन्ता-कालि | - | कळ, जन्त्र | - | निन्न | रेपु | निश्चिंत | यंत्रमु | - | नेट॒टु | नाळै | निम्मदि | इयंदिरम् | - | इन्नलॆ | नाळॆ | शांति | यंत्रं | - | निन्नॆ | नाळॆ | नॆम्मदि, सुख | मशीनु | - |
549 | कलई | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | सफेद रंग का प्रसिद्ध खनिज पदार्थ, रांगा; | चूने की पुताई, सफेदी; | मिथ्या आचरण या दिखावटी रूप। | - | - | कली | कली | कली | - | - | कल़ई | - | - | - | - | कलाय, मछ़ | - | - | - | - | कलई | पोची | डे॒खु, बनावटी वहिंवारु | - | - | कल्हई, कथील | सफेदी | दिखाऊपणा | - | - | कलाई | सफेदी | बहारनो ओप | - | - | दस्ता, राड. | चुनकाम | मिथ्या आचरण अथवा कृत्रिम रूप | - | - | बगिताभ | कलाइ | मिछा रहण | - | - | कलेइ | चून सफेइति, धळारंग | मिथ्या आचरण | - | - | तगरमु, कळाइ | वेल्ल | बूटकमु | - | - | ईयम् | कलाइ, पृशुदल् | पॊय्यान तोट॒ट॒म् | - | - | तकरं, वॆळुत्तीयं | वॆळ्ळ पूशल् | कळ्ळं | - | - | तवर | सुण्णद बळित | आडंबर् | - | - |
550 | कलफ | पुंलिंग | - | - | - | - | चावल, अरारोट आदि को पका कर बनाई हुई पतली लेई जिसे धुले कपड़ों पर लगाकर उनकी तह कड़ी की जाती है, मांड। | - | - | - | - | माइआ, मावा, कलफ | - | - | - | - | कलफ़ | - | - | - | - | मायि | - | - | - | - | कलफु | - | - | - | - | कलप, कांजी | - | - | - | - | आर, कांजी, खळ | - | - | - | - | कलप, माड़ | - | - | - | - | मार, कलप | - | - | - | - | चावळपेज लेहिमंड | - | - | - | - | गंजि | - | - | - | - | तुणिग्ळुक्कु पोडुम् कंजी | - | - | - | - | कञ्ञि | - | - | - | - | गंजि | - | - | - | - |
551 | कलम | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | लेखनी; | चित्र बनाने की कूची; | पेड़-पौधों की वे टहनियां जो काट कर दूसरी जगह गाड़ी या लगाई जाती हैं कि उन से उसी प्रकार के नए पेड़-पौधे उगें। | - | - | कलम | कलम | कलम | - | - | क़लम | - | - | - | - | कलम | कलम | कलम | - | - | कलमु, लेखणि | बुर्शु | कलमु | - | - | लेखणी | ब्रश | कलम (रोपाचे) | - | - | कलम | चित्रकारनी पींछी | कलम | - | - | कलम, लेखनी | तुलि, तूलि | कलम | - | - | कलम | तुलि | (गछर) कलम | - | - | लेखनी | तूळि, कली | - | - | - | कलमु | कलमु | अंटु | - | - | पेना | तूरिकै | ऒट्टुच्चॆडि | - | - | पेन | ब्रष् | ऒट्टुतै | - | - | लेखनि | ब्रश् | कसिगॊम्बॆ | - | - |
552 | कलरव | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | पक्षियों के चहकने का कोमल और मधुर शब्द; | मधुर तथा रसीली ध्वनि। | - | - | - | चहचहाट | - | - | - | - | कूक | - | - | - | - | बोल-बोश | - | - | - | - | पख्युनि जी चह चह जो आवाजु | मधुर आवाजु | - | - | - | कलरव | मधुर ध्वनि | - | - | - | कलरव, गुंजारव | मधुर ध्वनि | - | - | - | कलरव, काकलि | काकलि, कलध्वनि | - | - | - | कलरव, कलकलनि | सुमधुर ध्वनि | - | - | - | कळरब | सुमधूर-ध्वनि | - | - | - | कलरवमु | कलरवमु | - | - | - | परवैगळिन् ऒलि | इनिय ऒलि | - | - | - | कळरवं | मधुरनादं | - | - | - | कलरव | मधुर ध्वनि | - | - | - |
553 | कलश | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | धड़ा, कलसा; | मंदिरों आदि के शिखर पर लगा हुआ घड़े के आकार का कंगूरा। | - | - | - | घड़ा | कलस | - | - | - | कलसा | कलस, कंगूरा | - | - | - | कलश, गडु॑ | - | - | - | - | कलशु | कलशु, कंगूरो | - | - | - | कलश, कळशी, घागर | कळस | - | - | - | कलश, कलश | शिखर, टोच | - | - | - | कलस, कलश, घड़ा, गागरा | कलस, कलसाकृति चूड़ा वा अलङ्कार | - | - | - | कलह | कलची | - | - | - | कळस, माठिआ | - | - | - | - | कलशमु, कुंड | कलशमु | - | - | - | पानै | गोपुरंगळिन् कलशम् | - | - | - | कलशं | ताऴिकक्कुटं | - | - | - | कॊड | कलश | - | - | - |
554 | कलह | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | घरेलू झगड़ा, विवाद; | युद्ध। | - | - | - | कला | - | - | - | - | लड़ाई | - | - | - | - | लडा॑य | - | - | - | - | कलह | युद्ध, लड़ाई | - | - | - | कलह, भांडण | युद्ध | - | - | - | कलह | युध्ध | - | - | - | कलह, विवाद | युद्ध, कलह | - | - | - | कलह, काजिया | युद्ध | - | - | - | कळह, बिबाद | जुद्ध | - | - | - | कलहमु, तगुवुलाट | युद्धमु | - | - | - | कलहम | चण्डै | - | - | - | कलहं | युद्धं | - | - | - | जगळ | युद्ध | - | - | - |
555 | कला | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | हुनर (आर्ट); | चन्द्र या सूर्य का अंश। | - | - | - | कला | - | - | - | - | फन | कला | - | - | - | हॊनर | कला | - | - | - | कला | कला (चंड या सिज जो हिसो) | - | - | - | कला | चन्द्रा ची कला | - | - | - | कला (ळा) | चंद्रनो सोळमो भाग | - | - | - | कला, नृत्य, गीतादि चौसंट्टी कला | कला, चन्द्र अथवा सूर्ये॒र अंश (ज) | - | - | - | कला | (चन्द-सूर्य) कला, अंश | - | - | - | कळा | चन्द्र बा सूर्ज्यंकर एक अंश | - | - | - | कळ | कळ | - | - | - | कलै | सूरिय, चन्दिर विम्बत्तिन् पगुदि | - | - | - | कल | कल | - | - | - | कलॆ | कलॆ | - | - | - |
556 | कलाकार | पुंलिंग | - | - | - | - | कला की साधना करने वाला (आर्टिस्ट)। | - | - | - | - | कलाकार | - | - | - | - | फ़नकार | - | - | - | - | कलाकार | - | - | - | - | कलाकारु | - | - | - | - | कलाकार | - | - | - | - | कलाकार | - | - | - | - | कलाविद्, शिल्पी | - | - | - | - | कलाकार, शिल्पी | - | - | - | - | कळाकार, कळार, साधक | - | - | - | - | कळाकारुडु | - | - | - | - | कलैञर् | - | - | - | - | कलाकारन् | - | - | - | - | कलाकार | - | - | - | - |
557 | कलाबाजी | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | सिर नीचा करके उलट जाने की क्रिया या खेल; | कलापूर्ण ढंग से दिखाए जाने वाले अद्भुत शारीरिक खेल। | - | - | - | उलटबाजी, कलाबाज़ी | उलटबाजी, कलाबाज़ी | - | - | - | कलाबाज़ी | - | - | - | - | वलुगतुन | - | - | - | - | कलाबाज़ी | कलाबाज़ी | - | - | - | कोलांटी उडी | कसरत | - | - | - | गुलांट | खेलकूद के नटनी क्रिया | - | - | - | डिगबाजि | प्रदर्शित शारीरिक क्रीड़ा | - | - | - | लुटिखोट | ब्यायाम | - | - | - | शिळ्पि | - | - | - | - | पल्टी गोट्टुट | सर्कसु | - | - | - | कुट्टिक्करणम् पोडुदल् | कलैत्तिरन् | - | - | - | तलकुत्ति मरि॒च्चिल्, कुट्टिक्करणं | कलापूर्णमाय अभ्यासं कय्याङ्कळि | - | - | - | लाग | दॊम्बराट | - | - | - |
558 | कलियुग | पुंलिंग | - | - | - | - | पुराणानुसार चार युगों में से चौथा युग जो आजकल चल रहा है। | - | - | - | - | कलजुग | - | - | - | - | कलजुग | - | - | - | - | कलियॅग | - | - | - | - | कलिजुगु | - | - | - | - | कलियुग | - | - | - | - | कलियुग | - | - | - | - | कलियु॒ग, कलिकाल (ज) | - | - | - | - | कलियुग | - | - | - | - | कऴिजुग | - | - | - | - | कलिजुगमु | - | - | - | - | कलियुगम् | - | - | - | - | कलियुगं | - | - | - | - | कलियुग | - | - | - | - |
559 | कली | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | फूल का वह आरंभिक रूप जिसमें पंखुड़ियां खिली या खुली न हो। | - | - | - | - | कली | - | - | - | - | कली | - | - | - | - | टूर | - | - | - | - | कली, मुखिड़ी | - | - | - | - | कळी | - | - | - | - | कळी | - | - | - | - | कुँडि, कलि | - | - | - | - | फुलर कलि | - | - | - | - | कढ़ि | - | - | - | - | मॊग्ग | - | - | - | - | मॊट्टु | - | - | - | - | पूमॊट्टु | - | - | - | - | मॊग्गु | - | - | - | - |
560 | कलुष | पुंलिंग | - | - | - | - | पातक, पाप। | - | - | - | - | पाप | - | - | - | - | गुनाह, पाप | - | - | - | - | दाग | - | - | - | - | पापु | - | - | - | - | पातक, पाप | - | - | - | - | पाप | - | - | - | - | कलुष, पाप | - | - | - | - | पाप | - | - | - | - | पाप, कळुष | - | - | - | - | पापमु | - | - | - | - | पावम् | - | - | - | - | पापं पातकं | - | - | - | - | पाप | - | - | - | - |
561 | कलेजा | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | यकृत, जिगर, दिल; | जीवट, साहस। | - | - | - | कलेजा, कालजा | - | - | - | - | कलेजा | - | - | - | - | दिल | जिगरु॑ | - | - | - | छाती, सीनो | कलेजो, हिमथ | - | - | - | छाती, वक्षस्थल | साहस, हिम्मत | - | - | - | छाती | साहस | - | - | - | वक्ष, छाति, वुक | साहस | - | - | - | बुकु | साहसु | - | - | - | छाति, बख्य, धुकु | साहस | - | - | - | रोम्मु | साहसमु | - | - | - | मार्बु | दैरियम् | - | - | - | नॆञ्चु | तन्टेटं | - | - | - | ऎदॆ | ऎदॆगारिकॆ, साहस | - | - | - |
562 | कल्पना | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | वह क्रियात्मक मानसिक शक्ति जो अन्त:करण में अवास्तविक वस्तुओं के स्वरूप को उपस्थित करके काव्य, चित्र आदि के रूप में अभिव्यक्त होती है। | - | - | - | - | कलपना | - | - | - | - | तसव्वुर (तख़्य्युल) | - | - | - | - | ख़॑योली | - | - | - | - | कल्पना, तसवुरु | - | - | - | - | कल्पनाशक्ति | - | - | - | - | कल्पना | - | - | - | - | कल्पना | - | - | - | - | कल्पना | - | - | - | - | कळ्पना | - | - | - | - | कल्पनाशक्ति कल्पन, कल्पितमु | - | - | - | - | कर्पनै | - | - | - | - | संकल्पं | - | - | - | - | कल्पनॆ, ऊहॆ | - | - | - | - |
563 | कल्प-वृक्ष | पुंलिंग | - | - | - | - | पुराणानुसार देवलोक का एक वृक्ष जो सभी इच्छाओं को पूर्ण करने वाला होता है। | - | - | - | - | कलप बिरक्ष | - | - | - | - | कलप वरिकश | - | - | - | - | कल्प व्रख्य | - | - | - | - | कल्प वृक्षु | - | - | - | - | कल्पवृक्ष | - | - | - | - | कल्पवृक्ष | - | - | - | - | कल्पतरु, कल्पवृक्ष॒ (क्ख) | - | - | - | - | कल्पतरु | - | - | - | - | कळ्प वृख्य कळ्प-तरु | - | - | - | - | कल्पवृक्ष्मु | - | - | - | - | कर्पग मरम् | - | - | - | - | कल्पवृक्षं | - | - | - | - | कल्पवृक्ष | - | - | - | - |
564 | कल्याण | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | हित, भलाई, समृद्धि; | मंगल, शुभ। | - | - | - | कलिआण | - | - | - | - | बह्बूद | - | - | - | - | कल्यान | - | - | - | - | कल्याणु, भलो | शुभु | - | - | - | कल्याण हित | मंगल, शुभ | - | - | - | कल्याण | मंगळ, शुभ, श्रेय | - | - | - | कल्याण॒, समृद्धि (न) | कल्याण॒, मंगल, शुभ (न) | - | - | - | कल्याण | मंगल, शुभ | - | - | - | कल्याण | मंगळ, शुभ | - | - | - | मंचि, मेलु | शुभमु | - | - | - | नलन् | शुभ कारियम् | - | - | - | नन्म, समृद्धि | मंगळं | - | - | - | हित | मंगल, शुभ | - | - | - |
565 | कवि | पुंलिंग | - | - | - | - | वह जो कविता या काव्य की रचना करता हो। | - | - | - | कवी | - | - | - | - | शाइर | - | - | - | - | शा॑यिर | - | - | - | - | कवी, शाइरु | - | - | - | - | कवि | - | - | - | - | कवि | - | - | - | - | कबि | - | - | - | - | कवि | - | - | - | - | कवि (कवि) | - | - | - | - | कवि | - | - | - | - | कविञन् | - | - | - | - | कवि | - | - | - | - | कवि | - | - | - | - | |
566 | कविता | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | लय प्रधान तथा शब्द-बद्ध साहित्यिक रचना जो प्राय: छंदों में होती है, काव्य। | - | - | - | - | कविता | - | - | - | - | नज़्म (शाइ़री) | - | - | - | - | शा॑यिरी | - | - | - | - | कविता, शइरु | - | - | - | - | कविता, काव्य | - | - | - | - | कविता | - | - | - | - | कविता, काव्य | - | - | - | - | कविता, काव्य | - | - | - | - | कविता (कबिता) | - | - | - | - | कवित्वमु, कवनमु, कवित | - | - | - | - | कवितै | - | - | - | - | कवित | - | - | - | - | कवितॆ, काव्य | - | - | - | - |
567 | कष्ट | पुंलिंग | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | पीड़ा; | मुसीबत, आपत्ति; | मेहनत, श्रम। | - | - | कशट | - | - | - | - | तकलीफ़ | मुसीबत | दिक़्क़त | - | - | कश्ट | - | - | - | - | कष्टु, तकलीफ़ | मुसीबत, विपदा | महिनत, श्रमु | - | - | त्रास, पीड़ा | तसदी, संकट, आपत्ति | श्रम, कष्ट | - | - | कष्ट, दु:ख, संताप | आपत्ति, मुसीबत | श्रम | - | - | कष्ट, दु:ख, क्लेश, पीड़ा | कष्ट, विपद | कष्ट, श्रम, आयास | - | - | कष्ट, पीड़ा | जंजाल | श्रम, गार खाटनि | - | - | कष्ट, पीड़ा | आपत्ति, जंजाळ | श्रम | - | - | नोप्पि | विपत्ति | कष्टमु, श्रम | - | - | कष्टम् | तुन्बम् | उऴैप्पु | - | - | वेदन | कष्टप्पाटु | आयासं | - | - | नोवु, बेनॆ | कष्ट | श्रम | - | - |
568 | कसना | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | बन्धन कड़ा करना; | सोने की जाँच के लिए उसकी परीक्षा करना। | - | - | - | कसणा | परखना | - | - | - | कसना | - | - | - | - | कसुन | - | - | - | - | कशणु, छिकेव॒धणु | कसौटीअ ते सोनु वग़ैरह परिखणु | - | - | - | कसणे आवळणे | कस लावणे | - | - | - | कसवुं | कसोटी करवी | - | - | - | कषा, आँटा | कष्टि पाथरे (सोना) परीक्षा करा (करना) | - | - | - | आँट, कच, टानि बान्ध | कषटि शिलत घॅँह | - | - | - | कषिबा, बंधन कड़ा करिबा | - | - | - | - | बिगिंचुट | परीक्षिंचु | - | - | - | कट्टै इरु॒क्क | उरैत्तुप्पार्क्क | - | - | - | मुरु॒क्कुक | माट॒टुरक्कुक | - | - | - | बिगियुवुदु | उज्जुवुदु | - | - | - |
569 | कसबा (कस्बा) | पुंलिंग | - | - | - | - | छोटा शहर। | - | - | - | - | कसबा | - | - | - | - | क़स्बा | - | - | - | - | कसबु॑ | - | - | - | - | नंढो गो॒ठु | - | - | - | - | कसबा लहान शहर | - | - | - | - | कसबो | - | - | - | - | छोटो शहर, कसबा | - | - | - | - | सरु नगर | - | - | - | - | छोट सहर | - | - | - | - | पेद्द ग्राममु, बस्ती | - | - | - | - | कस्बा (शिरु॒ नगरम) | - | - | - | - | चॆरि॒य पट्टणं, पट्टण प्रान्तं | - | - | - | - | चिक्क ऊरु | - | - | - | - |
570 | कसम | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | धर्म ईश्वर आदि को साक्षी मान कर कही जाने वाली बात, शपथ। | - | - | - | - | सौंह, कसम | - | - | - | - | क़सम | - | - | - | - | कसम | - | - | - | - | कसमु | - | - | - | - | शपथ | - | - | - | - | कसम, सोगंद | - | - | - | - | शपथ, दिब्यि, कसम | - | - | - | - | शपथ | - | - | - | - | शपथ, राण | - | - | - | - | शपथमु, ओट्टु | - | - | - | - | शबदम्, आणै | - | - | - | - | शपथं | - | - | - | - | आणॆ, प्रमाण | - | - | - | - |
571 | कसर | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | कमी, न्यूनता; | दोष, विकार। | - | - | - | कसर | - | - | - | - | कसर | - | - | - | - | कसर | - | - | - | - | कसर, कमी | विड॒, घटिताई | - | - | - | कसर, न्यूनता | दोष, विकार | - | - | - | कसर, खामी | दोष, खामी | - | - | - | न्यूनता, कमी | दोष, विकार | - | - | - | कम, घाटि | दोष, विकार | - | - | - | कमि, न्यूनता | दोष, बिकार | - | - | - | लोटु | दोषमु | - | - | - | कुरै॒ | कुटटम् | - | - | - | कुर॒वु | दोष | - | - | - | कॊरतॆ | कुंदु, दोष | - | - | - |
572 | कसरत | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | स्वास्थ्य की रक्षा तथा सुधार के लिए की जाने वाली आंगिक अथवा शरीरिक क्रियाएँ, व्यायाम; | परिश्रम, आयास। | - | - | - | कसरत | - | - | - | - | कस्रत | - | - | - | - | कसरत | - | - | - | - | कसिरत | मेहिनत | - | - | - | व्यायाम कसरत | परिश्रम, आयास | - | - | - | कसरत | परिश्रम, महेनत | - | - | - | व्यायाम, कसरत | कठोर, श्रम, विशेष चेष्टा | - | - | - | कसरत, व्यायाम | श्रम, परिश्रम | - | - | - | कसरत, व्यायाम | - | - | - | - | व्यायाममु | शरीर श्रम | - | - | - | देहप्पयिर्चि | उऴैप्पु | - | - | - | व्यायामं | परिश्रमं, प्रयासं | - | - | - | कसरत्तु | श्रम | - | - | - |
573 | कसाई | पुंलिंग | - | - | - | - | पशुओं आदि की हत्या करके उनके मांस को बेचने का व्यवसाय करने वाला, बूचड़। | - | - | - | - | कसाई | - | - | - | - | क़साई | - | - | - | - | पुज | - | - | - | - | कांसाई | - | - | - | - | कसाई, खाटीक | - | - | - | - | कसाई | - | - | - | - | कसाइ | - | - | - | - | कचाइ | - | - | - | - | कंसाइ | - | - | - | - | कसाइवाडु | - | - | - | - | कशाप्पुक्कारन् | - | - | - | - | कशाप्पुकारन् | - | - | - | - | कटुक | - | - | - | - |
574 | कसूर (कुसूर) | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | दोष, अपराध; | त्रुटि, भूल। | - | - | - | कसूर | - | - | - | - | क्रुसुर | - | - | - | - | कॊसूर | च़ोश | - | - | - | कसूरु, डो॒हु | भुल, चुक | - | - | - | कसूर दोष, अपराध | त्रुटि, भूल-चूक | - | - | - | कसूर | खामी, भूल | - | - | - | कसुर, दोष, अपराध | कसुर, त्रुटि, भुल-चुक | - | - | - | दोष, अपराध | त्रुटो, भुल | - | - | - | कसुर, दोष, अपराध | त्रुटि, भूल | - | - | - | दोषमु, तप्पु | पोरपाटु | - | - | - | कुट॒ट॒म् | पिऴै | - | - | - | कुट॒ट॒म, अपराधं | तॆटटु | - | - | - | तप्पु | मरवु | - | - | - |
575 | कसैला | विशेषण | - | - | - | - | जिसके स्वाद से जीभ में हल्की ऐंठन या कुछ तनाव हो। आंवले, फिटकरी, सुपारी आदि के स्वाद-का सा, कषाय। | - | - | - | - | कसैला | - | - | - | - | कसैला | - | - | - | - | ट्यॊठ | - | - | - | - | कसारो | - | - | - | - | तुरट | - | - | - | - | कषाय स्वादनुं, कसाणुं | - | - | - | - | कषा, कषाटे | - | - | - | - | केहेटा, कषाय | - | - | - | - | कषा, कषाय | - | - | - | - | ओगरु | - | - | - | - | तुवर्प्पान | - | - | - | - | चवर्प्पुऴळ | - | - | - | - | ऒगरु | - | - | - | - |
576 | कसौटी | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | एक प्रकार का काला पत्थर जिस पर रगड़ कर सोने की परख की जाती है; | महत्व या मूल्य आंकने का कोई मानक आधार। | - | - | - | कसवट्टी | - | - | - | - | कसौटी | - | - | - | - | कहव॑ट | - | - | - | - | कसौटी | - | - | - | - | निकष | कसोटी | - | - | - | कसोटी | कस काढवानी रीत | - | - | - | कष्टिपाथर, निकष | मूल्य निर्धारणेर मानदण्ड | - | - | - | कषटि शिला | सूत्र, मान | - | - | - | कषटी (पथर) निकप | मूल्य निर्धारणर मानदण्ड | - | - | - | गीटुराइ | गीटुराइ | - | - | - | उरैकल | विलै, मदिप्पिडम् सादनम् | - | - | - | उरकल्लु | माट॒टॅ॒ | - | - | - | ऒरॆगल्लु | ऒरॆ | - | - | - |
577 | कस्तूरी | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | एक प्रसिद्ध सुगंधित पदार्थ जो एक विशेष मृग की नाभि के पास थैली में पाया जाता है, (मस्क)। | - | - | - | - | कसतूरी | - | - | - | - | मुश्क | - | - | - | - | कॊस्तूर्यनाफु॑ | - | - | - | - | खथूरी, खस्तूरी, मुश्क | - | - | - | - | कस्तुरी | - | - | - | - | - | - | - | - | - | कस्तुरी | - | - | - | - | कस्तुरी | - | - | - | - | कस्तूरि | - | - | - | - | कस्तूरि | - | - | - | - | कस्तूरि | - | - | - | - | कस्तूरि | - | - | - | - | कस्तूरि | - | - | - | - |
578 | कहकहा | पुंलिंग | - | - | - | - | जोर की हंसी, ठहाका। | - | - | - | - | ठाहका | - | - | - | - | क़ह्क़हा | - | - | - | - | खंगालु॑ | - | - | - | - | रहिकु | - | - | - | - | खदखदा हंसणे खिदळणे | - | - | - | - | अट्टहास्य, खडखडाट हसवुं ते | - | - | - | - | उच्च हास्य, अट्टहास | - | - | - | - | वेकवेकनि, डाङर हाँहि | - | - | - | - | उच्च हास | - | - | - | - | पक पक, अट्टहासमु | - | - | - | - | अट्टहासम् | - | - | - | - | पॊट्टिच्चिरि | - | - | - | - | अट्टहास | - | - | - | - |
579 | कहना | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | पुंलिंग | पुंलिंग | शब्द द्वारा भाव व्यक्त करना; | सूचना देना अथवा घोषणा करना; | समझाना-बुझाना। | कथन, बात; | आदेश। | कहणा | - | - | - | - | कहना | - | - | कहना, कहा | - | कथ, करु॑न्य | वनुन | वनुन | कथबाथ | - | चवणु | - | चवणु, गल्हि | आदेशु, हुक्मु | बोलणें | सांगणें, सूचना देणे | समजाविणे | कथन, गोष्ट | आदेश | कहेवुं | सूचना आपवी | समजाववुं | कथन, कहेवुं ते | आदेश, हुक्म | बला, कओया | बला | बला-कओया, बोझान | कथन, कथा | आदेश | क, कथा क | घोषणा कर | बुजा | कथा, मात, उक्ति | आदेश | कहिबा | सूचना देबा | बुझा इबा | कथन | आदेश | चेप्पुट | चेप्पुट | चेप्पुट | माट | माट, आदेशमु | सॊलल, कूर॒ | अरि॒विक्क | सोल्ल | शॊल, कुट॒टु | कट्टळै | पर॒युक | अरि॒यिक्कुक | मनस्सिलाक्किक्कुक | पर॒च्चिल | आज्ञ, उत्तरवु | हेळुवुदु | तिळिसुवुदु | बुद्धि हेळुवुदु | हेळिकॆ, मातु | आज्ञॆ, अप्पणॆ | |
580 | कहाँ | क्रिया विशेषण | - | - | - | - | किस स्थान पर? किस स्थिति में? किस अवसर पर? | - | - | - | - | कित्त्थे | - | - | - | - | कहां | - | - | - | - | कति | - | - | - | - | किथे? कहिड़े हंधि? | - | - | - | - | कोठे | - | - | - | - | क्यां | - | - | - | - | कोथाय | - | - | - | - | कत (कोत), कोन ठाइत, कोन समयत | - | - | - | - | केउंठि | - | - | - | - | ऍच़ट, ऍक्कड | - | - | - | - | ऍङ्गे | - | - | - | - | ऎविटॆ? | - | - | - | - | ऎल्लि | - | - | - | - |
581 | कहानी | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | कथा, किस्सा; | मनगढंत बात। | - | - | - | कहाणी | - | - | - | - | कहानी | - | - | - | - | कहा॑नी, कथ | कहा॑नी, कथ | - | - | - | कहाणी, आखाणी | कहाणी, आखाणी | - | - | - | कहाणी, गोष्ट | दंत कथा | - | - | - | वार्ता | दंतकथा | - | - | - | काहिनी, गल्प, केच्छा | बानानो कथा | - | - | - | काहिनी, कथा | सजा कथा, मने गढा कथा | - | - | - | काहाणी, गळ्प | मनगढ़ा कथा | - | - | - | कथ | कथ | - | - | - | कदै | कट्टुक्कदै | - | - | - | कथ | कॆट्टुकथ | - | - | - | कतॆ | कल्पित मातु | - | - | - |
582 | कहावत | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | ऐसा बंधा हुआ लोक-प्रचलित कथन या वाक्य जिसमें कोई तथ्य या अनुभव की बात संक्षेप में चामत्कारिक ढंग से कही गई हो (प्रोवर्ब)। | - | - | - | - | अखाण, अखौत, कहावत | - | - | - | - | कहावत (मसल) | - | - | - | - | कहावथ | - | - | - | - | कहावत, चविणी | - | - | - | - | लोकोक्ति | - | - | - | - | कहेवत | - | - | - | - | प्रवाद | - | - | - | - | प्रबचन, फकरा, दृष्टान्त | - | - | - | - | प्रबचन (प्रोभर्ब) ढग | - | - | - | - | सामेत, लकोक्ति | - | - | - | - | पऴमॊऴि | - | - | - | - | पऴंचॊल् | - | - | - | - | गादॆ | - | - | - | - |
583 | काँखना | अकारात्मक क्रिया | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | मल-त्याग के समय आँतों या पेट को इस प्रकार कुछ जोर से दबाना कि मुँह से 'आह' या 'ऊँह' शब्द निकले; | कठिन या विशेष परिश्रम का काम करते समय उक्त प्रकार की चेष्टा या शब्द करना। | - | - | - | किल्ल्हणा | - | - | - | - | कांखना | कांखना | - | - | - | लमुन, कुकु॑राय | - | - | - | - | कंझणु | - | - | - | - | कुंथणे | कुंथणे | - | - | - | करांजवुं | घणा जोरथी बोलवुं | - | - | - | कोंतानो, कोंथानो, कोंत देओआ | कोंकानो | - | - | - | ऍह कर | हैचौदि | - | - | - | कुंथाइबा, का | कुंथाइबा | - | - | - | मुक्कुट | मुक्कट | - | - | - | मुक्कि मुनग | - | - | - | - | मुक्कुक, मुरळुक | मुरळुक | - | - | - | तिणुकुवुदु | तिणुकुवुदु | - | - | - |
584 | कांच | पुंलिंग | - | - | - | - | शीशा। | - | - | - | - | कच | - | - | - | - | कांच | - | - | - | - | शीशु॑ | - | - | - | - | शीशो, काचु | - | - | - | - | कांच | - | - | - | - | काच | - | - | - | - | काच, काँच | - | - | - | - | काँच, चिचा | - | - | - | - | काच | - | - | - | - | गाजु | - | - | - | - | कण्णाडि | - | - | - | - | कण्णाटि | - | - | - | - | गाजु | - | - | - | - |
585 | कांटा | पुंलिंग | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | विशिष्ट प्रकार के पेड़-पौधों की डालियों आदि पर निकले हुए सुई की तरह नुकीले और कड़े अंकुर, कंटक; | तराजू; | धातु का एक उपकरण जिससे खाने की चीज़ें उठाकर खाई जाती हैं। | - | - | कंडा | कंडा | कांटा | - | - | कांटा | तराज़ू | कांटा | - | - | कोंड | कोंड | कोंड | - | - | कंडो | ताराज़ी, कांटो | काटो (खाधो खाइण लाइ) | - | - | कांटा | तराजू, काटा | काटा (जेवायच्या वेळचा) | - | - | कांटो | तराजू | चमचा घाटनुं साधन | - | - | काँटा | काँटा, लौहमय मानदण्ड | काँटा | - | - | काँइट | तर्जु, पाल्ला | काँटा-चामुच, काँचा | - | - | कंटा | तराजु | कंटा, चामुच | - | - | मुल्लु | त्रासु | फोर्कु | - | - | मुळ् | तराशु | मुल्-करंडि (फोर्कु) | - | - | मुळ्ळु | त्रास | मुऴळु (फोर्क्) | - | - | मुळ्ळु | तक्कडि | फोर्क् | - | - |
586 | कांति | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | चमक, आभा; | शोभा, सौन्दर्य। | - | - | - | चमक, लिशक | - | - | - | - | नूर (ताबानी), चमक | जमाल | - | - | - | चमख | तीज़ | - | - | - | चमक | सूंहं, सोभ्या | - | - | - | कांति, चमक | शोभा, सौंदर्य | - | - | - | कांति | शोभा, सौंदर्य | - | - | - | कान्ति, द्युति, प्रभा | कान्ति, शोभा, सौन्दर्य॒ (र्ज) | - | - | - | कान्ति, जेउति | शोभा, सौन्दर्य | - | - | - | चमक, आभा, कांति, द्युति | शोभा, सौन्दर्य | - | - | - | कांति | सौदर्यमु | - | - | - | ऒळि | ऎऴिल् | - | - | - | शोभ | सौन्दर्यं | - | - | - | हॊळपु | सौन्दर्य | - | - | - |
587 | कांपना | अकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | क्रोध, भय, शीत आदि के कारण शरीर का रह-रह कर हिलना, थरथराना। | - | - | - | - | कंबणा | - | - | - | - | कांपना | - | - | - | - | थरुथरु॑ अच़ु॑न्य | - | - | - | - | कंबणु, ड॒कणु | - | - | - | - | कापणे, थरथरणे | - | - | - | - | कांपवुं, कपवुं, ध्रूजवुं, थरथरवुं | - | - | - | - | काँपा, कम्पित हओया | - | - | - | - | कँप | - | - | - | - | कंपिबा, थरिबा | - | - | - | - | वणकुट | - | - | - | - | नडुंग | - | - | - | - | विर॒क्कुक | - | - | - | - | नडुगुवुदु | - | - | - | - |
588 | कागज | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | सन, बाँस चीथड़े आदि की लुगदी से बनाया गया पत्र जो लिखने-छापने आदि के काम आता है (पेपर); | ऐसा आवश्यक पत्र, प्रलेख आदि जिसका विधिक महत्व हो। | - | - | - | कागज | - | - | - | - | काग़ज़ | - | - | - | - | काकज़ | काकज़ | - | - | - | काग़जु | - | - | - | - | कागज | दस्तावेज | - | - | - | कागज, कागळ | कागळ | - | - | - | कागज | कागज, दलिल | - | - | - | कागज | काकत, खत, दलील | - | - | - | कागज | - | - | - | - | कागितमु | कागितमु | - | - | - | कागिदम् | दस्तावेजु | - | - | - | कटलासु | रेख | - | - | - | कागद | कागद, पत्र | - | - | - |
589 | काजल | पुंलिंग | - | - | - | - | तेल, घी आदि के जलने से होने वाले धुँए की कालिख जो सुरमे की तरह लाभ या सुन्दरता के लिए आँख में लगाई जाती है; अंजन। | - | - | - | - | कज्जल | - | - | - | - | काजल | - | - | - | - | कज्रुल | - | - | - | - | कजलु | - | - | - | - | काजळ | - | - | - | - | काजल (ळ), मेश | - | - | - | - | काजल, अञ्जन | - | - | - | - | काजल | - | - | - | - | कळा, काजळ | - | - | - | - | काटुक | - | - | - | - | कण्मै | - | - | - | - | कण्मषि | - | - | - | - | काडिगॆ | - | - | - | - |
590 | काट-छांट | स्त्रीलिंग | स्त्रीलिंग | - | - | - | किसी वस्तु का फालतू अंश काट कर अलग कर देने अथवा निकाल देने की क्रिया या भाव; | कमी-बेशी, घटाव, बढ़ाव। | - | - | - | कटवड्ढ़, कांट-छांट | - | - | - | - | काट-छांट | - | - | - | - | च़टु॑-वाठ | - | - | - | - | काट-कूट, कट-कूट | घंटि-वधाई | - | - | - | काट-छाट | कमी-जास्त | - | - | - | कापकूप | ओछावत्तापणुं | - | - | - | काट-छाँट | बादसाद, काट-छाँट | - | - | - | काट-कुट | योग-बियोग, बढ़ा-टुटा | - | - | - | काट-छांट | कमिवा, बढ़िबा | - | - | - | हेच्चु तग्गुलु सविरिंचुट | सवरिंपु | - | - | - | कुरै॒त्तल् | नीक्कुदलुम् शेर्त्तलुम् | - | - | - | चॆत्तिमिनुक्कल् वॆट्टिच्चुरुक्कल् | एटटक्कुर॒च्चिल् | - | - | - | कत्तरिसुवुदु | हॆच्चु-कडिमॆ | - | - | - |
591 | काटना | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | - | औज़ार या शस्त्र आदि की धार से किसी वस्तु के दो या अधिक टुकड़े करना; | डंक मारना या दांत गड़ा कर घाव कर देना; | कलम की लकीर से किसी लिखावट को रद्द करना; | खंडन करना, अमान्य ठहराना। | - | कट्टणा, वड्ढणा | वड्ढणा | कट्टणा | कट्टणा | - | काटना | - | - | - | - | च़टुन | च़टुन | च़टुन | - | - | कपणु, कटणु | डं॒गणु, चकु, पाइणु | काटणु | करणु, रदि करणु | - | कापणे | चावणे | खोडणे | खंडन करणें, अमान्य करणे, रद्द करणे | - | कापवुं | करडवुं | दूर करवुं फेडवुं | वखोडवुं तोडी पाडवुं | - | काटा | हुल फुटान, कामड़ान | काटा | काटा, खण्डन करा | - | काट, छोओकर | दाँतेरे कामोर | (कलम बा पेन्सिलेरे काट) | खण्डन कर | - | काटिबा | कामुडिबा, दंशन | कटिबा, रद्द करिबा | - | - | कत्तिरिंचुट | कोरुकुट, कुट्टुट | कोट्टिवेयुट | रद्दुचेयुट | - | वॆट्ट, तुण्डाक्क | कडिक्क | ऎऴुदियदै अडिक्क | मरु॒क्क | - | मुरि॒क्कुक, वॆट्टुक | कटिक्कुक | वॆट्टुक | खंडिक्कुक | - | कत्तरिसुवुदु | कच्चुवुदु | हॊडॆयुवुदु | खंडिसुवुदु | - |
592 | काठ | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | लकड़ी, काष्ठ; | जलाने की लकड़ी, ईंधन। | - | - | - | लकड़ी काठ | बालण | - | - | - | काठ | काठ | - | - | - | काठ-बाठ | - | - | - | - | काठु | काठ्यूं (बा॒रण जूं) | - | - | - | लाकूड | ईंधन, सरपण, जळण | - | - | - | काष्ठ, लाक़डुं | बऴतण | - | - | - | काठ, काष्ठ | जवालनि, इन्धन | - | - | - | काठ | खरि | - | - | - | काठ | जाळेणी काठ, इन्धन | - | - | - | कोटरय | वंटचेरुकु | - | - | - | कट्टै, मरम् | विर॒गु | - | - | - | मरं, तटि | विर॒कु | - | - | - | कट्टिगॆ, मर | उरुवलु, सौदॆ | - | - | - |
593 | काढ़ना | सकारात्मक क्रिया | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | किसी वस्तु के भीतर से कोई चीज बाहर निकालना, निकालना; | पत्थर, लकड़ी या कपड़े आदि पर बेल-बूटे बनाना। | - | - | - | कड्ढ़णा | कड्ढ़णा | - | - | - | काढ़ना | - | - | - | - | कडुन | टॅपु कडनि | - | - | - | कढणु | भर्तु भरणु | - | - | - | काढ़णें | कशीदा काढणे | - | - | - | काढवुं | आलेखवुं, कशीदो करवो | - | - | - | बाहिर करा | कारुकार्य करा | - | - | - | नीरस, कठुआ | हानि बा उलियाइ आन, कारुकार्य कर, फुल-जालि काट | - | - | - | कठोर बा निश्चेष्ट, नीरस | काढ़िबा, बाहार, करिबा, निकालि देबा | - | - | - | कोय्य | चेक्कु | - | - | - | उणर्च्चियटट | वॆळिये ऎडुक्क | - | - | - | पुरत्तॆटुक्कुक | कॊत्तुपणि | - | - | - | तॆगॆयुवुदु | कसूति हाकुवुदु | - | - | - |
594 | कातना | सकारात्मक क्रिया | - | - | - | - | रूई, ऊन, रेशम आदि बट कर धागा बनाना। | - | - | - | - | कत्तणा | - | - | - | - | कातना | - | - | - | - | कतुन | - | - | - | - | कतणु | - | - | - | - | कातणे | - | - | - | - | कातवुं | - | - | - | - | सुता काटा | - | - | - | - | पका, पाक दि | - | - | - | - | कातिबा, सुताकाटिबा | - | - | - | - | वडुकुट | - | - | - | - | नूल् नूर्क्क | - | - | - | - | नूल्क्कुक | - | - | - | - | नूलुवुदु | - | - | - | - |
595 | काना | विशेषण | विशेषण | - | - | - | जिसकी एक आंख खराब या विकृत हो गई हो या फूट गई हो; | वे फल आदि जिनका कुछ भाग कीड़ों आदि ने खा लिया हो। | - | - | - | काणा | काणा | - | - | - | काना | - | - | - | - | कोन | - | - | - | - | काणो | दाग़ी, कीअंनि खाधलु (भाजी॒, मेवो वग़ैरह) | - | - | - | काणा, चकणा | नासके | - | - | - | काणुं | सडेलुं | - | - | - | काना | काना फल, पोकाय काटा फल | - | - | - | कणा, एटा, चकुरे नेदेखा | पोके खोबा, पोके बिन्धा | - | - | - | कणा | पोकलगा (पोकरा) फल | - | - | - | एकाक्षि | पुरुगुपट्टिन, पुच्चु | - | - | - | ओरुकण् कुरुडान | पूच्चि कडित्त | - | - | - | ओट॒ट॒क्कण्णन् | पुळुक्कुत्तुळ्ळ | - | - | - | ऒक्कण्ण | हुळुतिंद | - | - | - |
596 | कानून | पुंलिंग | पुंलिंग | - | - | - | राज्य नियम, विधि; | किसी वर्ग या समाज में प्रचलित सर्वमान्य नियम या रूढ़ियाँ। | - | - | - | कानून | - | - | - | - | क़ानून | - | - | - | - | कोनून | कोनून | - | - | - | कानूनु | - | - | - | - | कायदा, राज्यनियम, विधि, | नियम वा रूढ़ि | - | - | - | कानून, कायदो | रिवाज, नियम | - | - | - | आइन, कानुन | रीति, प्रथा | - | - | - | आइन, कानून | नियम, नीति, रीति | - | - | - | कानुन | सर्वमान्य नियम | - | - | - | चट्टमु | आचारमु | - | - | - | चट्टम् | समूह कट्टुप्पाडु | - | - | - | नियमं | सामूह्य संप्रदायं | - | - | - | कायदॆ | व्यवस्थॆ | - | - | - |
597 | काफी | विशेषण | स्त्रीलिंग | - | - | - | पर्याप्त, यथेष्ट। | एक प्रकार का पेय, कहवा। | - | - | - | काफी | - | - | - | - | काफ़ी | कॉफ़ी | - | - | - | वरियाह | - | - | - | - | काफी | - | - | - | - | पर्याप्त यथेष्ट | फॉफ़ी | - | - | - | पूरतुं | कोफी | - | - | - | प्रर्याप्त, यथेष्ट, प्रचुर | काफि | - | - | - | पर्यप्त, यथेष्ट | काफि | - | - | - | जथेष्ट | काफि | - | - | - | चालु, तगिनंत | काफी | - | - | - | पोदुमान | काप्पि | - | - | - | वेण्टत्र | काप्पि | - | - | - | साकष्टु | काफि | - | - | - |
598 | काम | पुंलिंग | पुंलिंग | पुंलिंग | पुंलिंग | पुंलिंग | अपने-अपने विषयों के भोग की ओर होने वाली इंद्रियों की स्वाभाविक प्रवृति; | इच्छा, अभिलाषा, कामना; | कार्य, कृत्य; | धंधा, व्यापार, नौकरी; | वास्ता, मतलब। | काम | कामना | कम्म | कम्म | कम्म | काम (मेलान) | ख़्वाहिश | काम | धन्धा | वास्ता, मतलब | काम॑ | काम॑ | काम॑ | काम॑ | कॊम | कामु, कामवासना | इछा, कामना | कमु | - | - | काम कामवासना | इच्छा, अभिलाषा, कामना | कार्य, कृत्य | धंदा, व्यापार, नोकरी | मतलब, संबंध | काम | इच्छा, वासना | कर्म, कृत्य | व्यवसाय, धंधो, नोकर, चाकरनुं काम | खप | काम | काम, अभिलाषा, कामना | कार्य॒, काज (र्ज) | काज, चाकरी | काज, प्रयोजन | काम प्रवृति | कामना, इच्छा | काम, कृत्य | बृति चाकरि | काम, प्रयोजन | काम, प्रबृति, बासना | इछा, अभिळाषा, कामना | कार्ज्य, कृत्य | धन्दा, चोकेरि | - | काममु | कोरिक | पनि | उद्योगमु | पनि, प्रयोजनमु | कामम् | विरुप्पम् | वेलै | तॊऴिल, उद्दियोगम् | संबन्दम | कामं | आग्रहं, कामन | कार्यं | जोलि | बन्धं | आसक्ति | बयकॆ | कॆलस | कसबु | कॆलस |
599 | कामधेनु | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | पुराणों में वर्णित एक प्रसिद्ध गौ जो सब प्रकार की कामनाएँ पूरी करने वाली मानी गई है, सुरभी (सुरभि)। | - | - | - | - | कामधेन | - | - | - | - | कामधेनू | - | - | - | - | कामदीन | - | - | - | - | कामधेनू | - | - | - | - | कामधेनु, सुरभी | - | - | - | - | कामधेनु | - | - | - | - | कामधेनु, सुरभि | - | - | - | - | कामधेनु | - | - | - | - | कामधेनु | - | - | - | - | कामधेनुवु | - | - | - | - | कामदेनु | - | - | - | - | कामधेनु | - | - | - | - | कामधेनु | - | - | - | - |
600 | कामना | स्त्रीलिंग | - | - | - | - | अभीष्ट, हार्दिक इच्छा। | - | - | - | - | कामना | - | - | - | - | तमन्ना, आर्ज़ू | - | - | - | - | यछ़ुन | - | - | - | - | कामना, इछा | - | - | - | - | कामना, इच्छा | - | - | - | - | कामना | - | - | - | - | कामना, वासना, इच्छा | - | - | - | - | कामना, अभिलासा, इच्छा | - | - | - | - | अभीष्ट, इच्छा, कामना | - | - | - | - | कोरिक, अभिलाषा | - | - | - | - | आवल् | - | - | - | - | अभिलाषं | - | - | - | - | कोरिकॆ, इच्छॆ | - | - | - | - |