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विक्षनरी:हिंदी–हिंदी शब्दकोश/त, थ

विक्षनरी से
शब्दव्याकरण-१व्या-२व्या-३व्या-४व्या-५अर्थ-१अर्थ-२अर्थ-३अर्थ-४अर्थ-५
तंगविशेषणविशेषणविशेषण--संकरा, संकीर्ण;आवश्यकता से अधिक कसा हुआ और कुछ छोटा, चुस्त;परेशान, हैरान।--
तंतुपुंलिंग----ऊन, रेशम, सूत आदि का बटा हुआ डोरा, तागा;----
तंदूरपुंलिंग----एक तरह का चूल्हा जिसकी ऊंची गोलाकार दीवार के भीतरी भाग में रोटियां चिपका कर बनाई जाती है (ओवन)।----
तंद्रास्त्रीलिंग----हलकी नींद, ऊंघ।----
तंबाकूपुंलिंग----एक प्रसिद्ध पौध और उसके पत्ते जो अनेक रूपों में नशे के लिए काम में लाए जाते हैं।----
तंबूपुंलिंग----शमियाना, खेमा।----
तंबोली (तमोली)पुंलिंग----पानलगाकर बेचने अथवा पान का व्यवसाय करनेवाला।----
तकनीकस्त्रीलिंग----शिल्प, पद्धति।----
तकलापुंलिंग----सूत कातने और लपेटने के काम आनेवाली चरखे से लगी लोहे की सलाई, टेकुआ।----
तकलीफस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---कष्ट, दुख, पीड़ा;विपत्ति, संकट।---
तख्तपुंलिंगपुंलिंग---राजसिंहासन;लकड़ी की बनी बड़ी चौकी।---
तख्तापुंलिंग----लकड़ी का आयाताकार बड़ा तथा समतल टुकड़ा।----
तटपुंलिंग----कूल, किनारा, तीर।----
तटस्थविशेषण----विरोध, विवाद आदि के प्रसंगों में दोनों दलो से अलग और निर्लिप्त रहने वाला, निरपेक्ष।----
तड़पनाअकारात्मक क्रियाअकारात्मक क्रिया---अत्यन्त दु:खी होना, छटपटाना, तिलमिलाना;किसी वस्तु के लिए बेचैन होना।---
तत्परतास्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---उद्यत होने की अवस्था, गुण या भाव, सन्नद्धता;मनोयोगपूर्वक काम करने का भाव, तल्लीनता।---
तथाअव्ययअव्यय---दो चीजों, बातों आदि में योग या संगति स्थापित करने वाला एक योजक अव्यय, और;किसी के अनुरूप या अनुसार, वैसा ही।---
तथ्यपुंलिंग----सत्यता, यथार्थता।----
तनपुंलिंग----शरीर, देह, जिस्म।----
तनापुंलिंग----पेड़-पौधों का जमीन से ऊपर निकला हुआ वह मोटा भाग जिसके ऊपरी सिरे पर डालियां निकली होती हैं, धड़।----
तनखाहस्त्रीलिंग----वेतन।----
तन्मयतास्त्रीलिंग----मग्न अथवा दत्तचित होने की अवस्था, गुण या भाव।----
तपस्यास्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---मन की शुद्धि, मोक्ष की प्राप्ति, पाप के प्रायश्चित आदि के लिए स्वेच्छा से किए जानेवाला कठोर आचरण और नियमपालन, तप;कष्ट-सहन।---
तबक्रिया विशेषणक्रिया विशेषणक्रिया विशेषण--उस समय;बाद में;उस कारण।--
तबीयतस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---स्वास्थ्य की दृष्टि से किसी की शारीरिक या मानसिक स्थिति, मिज़ाज;मन का रुझान, प्रवृत्ति।---
तमगापुंलिंग----पदक (मेडल)।----
तमाचापुंलिंग----थप्पड़, झापड़, चांटा।----
तमाशापुंलिंगपुंलिंग---मनोरंजक दृश्य;अद्भुत बात।---
तय करनाविशेषणविशेषण---फैसला या निर्णय अथवा निश्चित करना;(रास्ता आदि) पूरा या समाप्त करना।---
तरंगस्त्रीलिंगस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग--पानी की लहर, हिल़ोर;उमंग;स्वरलहरी।--
तरकीबस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---उपाय, युक्ति;ढंग, तरीका।---
तरक्कीस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---प्रगति, बढ़ोतरी, उन्नति;पदवृद्धि, पदोन्नति।---
तरहस्त्रीलिंग----ढंग, प्रकार, तरीका, किस्म।----
तरीकापुंलिंगपुंलिंग---रीति, ढंग;उपाय, युक्ति।---
तरुणविशेषण----जवान।----
तर्कपुंलिंग----युक्ति, दलील।----
तलपुंलिंगपुंलिंग---निचला भाग, पेंदा, तला;ऊपरी सतह।---
तलवापुंलिंग----पैर का नीचे का भाग; पदतल।----
तलवारपुंलिंग----खड्ग, कृपाण।----
तलापुंलिंगपुंलिंग---पेंदा;जूते के नीचे का चमड़ा।---
तलाकपुंलिंग----वैधानिक रीति से विवाह संबंध का विच्छेद।----
तसल्लीस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---ढाढस, दिलासा, सांत्वना;संतोष।---
तसवीरस्त्रीलिंग----चित्र।----
तस्करपुंलिंग----देय शुल्क चुकाए बिना अवैधानिक रूप से एक देश का माल दूसरे देश में पहुंचाने वाला (स्मगलर)।----
तहस्त्रीलिंग----परत।----
ताकनासकारात्मक क्रिया----देखना।----
तागापुंलिंग----डोरा----
ताजपुंलिंग----राजमुकट।----
ताजाविशेषणविशेषण---जो अधिक दिनों का या बासी न हो;प्रफुल्लित और स्वस्थ।---
ताड़ीस्त्रीलिंग----ताड़ के वृक्ष से निकला हुआ सफेद मादक रस।----
ताना-बानापुंलिंग----बुनाई के समय क्रमश: लंबाई तथा चौडाई के बल फैलाए या बुने जाने वाले सूत।----
तापपुंलिंगपुंलिंगपुंलिंग--उष्णता, गरमी;ज्वर, बुखार;उष्मा।--
तापमानपुंलिंग----थर्मामीटर आदि द्वारा मापी गई ताप की मात्रा (टेम्परेचर)।----
ताम्रपत्रपुंलिंगपुंलिंग---तांबे की पत्तर;तांबे की वह पत्तर जिस पर महत्वपूर्ण बात स्थायी रूप से लिखी गई हो।---
तारपुंलिंगपुंलिंग---धातु का तागा-रूप (वायर);तार द्वारा समाचार या वह कागज जिस पर उक्त समाचार पहुंचाया जाता है।---
तारकोलपुंलिंग----अलकतारा, काले रंग का एक गाढ़ा द्रव जो लकड़ी आदि रंगने के काम आता है।----
तारतम्यपुंलिंग----क्रम, क्रमबद्धता।----
तारापुंलिंगपुंलिंग---नक्षत्र, सितारा;आंख की पुतली।---
तारीखस्त्रीलिंग----दिनांक, तिथि।----
तालमेलपुंलिंग----समन्वय, संगति।----
तालापुंलिंग----जंदरा (लाक)।----
तालाबंदीस्त्रीलिंग----कारखाने आदि का उसके मालिक द्वारा अनिश्चित काल के लिए बंद किया जाना।----
तालाबपुंलिंग----पोखर, सरोवर।----
तालिकास्त्रीलिंग----सूची।----
तावीज़पुंलिंग----चांदी, सोने आदि का वह छोटा संपुट जो रक्षा कवच के रूप में गले या बांह पर पहना जाता है।----
ताशपुंलिंग----गत्ते या दफ्ती के 52 पत्ते जिनसे विभिन्न खेल खेले जाते है (प्लेंइग कार्ड)।----
तिजोरीस्त्रीलिंग----लोहे की वह मजबूत छोटी अलमारी या पेटी जिसमें कीमती वस्तुएं सुरक्षा की दृष्टि से रखी जाती हैं (सेफ)।----
तिथिस्त्रीलिंग----चन्द्रमास कें किसी पक्ष का कोई दिन अथवा उसे सूचित करने वाली कोई संख्या।----
तिनकापुंलिंग----तृण, घासफूस।----
तिपाईस्त्रीलिंग----बैठने या सामान रखने की तीन पायों वाली ऊंची चौकी।----
तिमाहीविशेषण----हर तीसरे महीने का, त्रैमासिक।----
तिरंगाविशेषण----तीन रंगों वाला।----
तिरपालपुंलिंग----राल या रोगन चढ़ाया हुआ एक प्रकार का मोटा कपड़ा।----
तिलकपुंलिंग----केसर, चंदन आदि से ललाट पर लगाई जाने वाली गोल बिंदी या लंबी रेखा, टीका।----
तिलमिलानाअकारात्मक क्रियाअकारात्मक क्रिया---बेचैन या विकल होना;बौखलाना।---
तिलांजलिस्त्रीलिंग----सदा के लिए किसी से संबंध विच्छेद।----
तीक्ष्णविशेषणविशेषण---तेज नोक या धार वाला, तीखा, तेज;उग्र, कटु।---
तीखाविशेषणविशेषणविशेषण--कटु, अप्रिय;चरपरे स्वाद वाला;तेज नोक या धार वाला।--
तीरपुंलिंगपुंलिंग---नदी का किनारा, तट;बाण।---
तीर्थपुंलिंग----धार्मिक दृष्टि से पवित्र स्थल, पुण्य क्षेत्र।----
तीलीस्त्रीलिंग----माचिस की सलाई।----
तुकबंदीस्त्रीलिंग----साधारण पद्य रचना।----
तुतलानाअकारात्मक क्रिया----शब्दों का अस्पष्ट उच्चारण।----
तुमसर्वनाम----तू का बहुवचन जिसका प्रयोग बराबर के व्यक्ति के लिए किया जाता है।----
तुम्हारासर्वनाम----तुम का षष्ठी विभक्ति लगने पर बनने वाला रूप।----
तुरंतक्रिया विशेषण----शीघ्र, झटपट।----
तुरपनासकारात्मक क्रिया----सूई धागे से बड़े-बड़े टांके लगाना या सीना।----
तुलास्त्रीलिंग----तराजू, कांटा।----
तुलादानपुंलिंग----अपने शरीर के भार के बराबर तोल कर दिया जाने वाला अन्न, द्रव्य आदि का दान।----
तुषारपातपुंलिंग----बर्फ का गिरना, हिमपात।----
तूसर्वनाम----एक सर्वनाम जिसका प्रयोग मध्यम पुरुष एकवचन में अपने से छोटे व्यक्ति के लिए किया जाता है।----
तूफानपुंलिंग----बहुत तेज चलने वाली विशेष रूप से समुद्र तल से उठने वाली आंधी जिसके साथ खूब बादल गरजते है और वर्षा होती है।----
तूलिकास्त्रीलिंग----चित्र अंकित करने की कूंची।----
तृणपुंलिंग----तिनका, घास।----
तृप्तिस्त्रीलिंग----आवश्यकता अथवा इच्छा पूरी हो जाने पर मिलने वाली मानसिक शांति या आनंद।----
तेजपुंलिंगपुंलिंगविशेषणविशेषण-दीप्ति;प्रताप।तीक्ष्ण पैनी धार वाला;प्रखर, प्रचंड।-
तेरासर्वनाम----तू का संबंध कारक का रूप।----
तेलपुंलिंग----तिलहन के बीजों या कुछ विशिष्ट वनस्पतियों को पेर कर निकाला जाने वाला स्निग्ध तरल पदार्थ।----
तेलीपुंलिंग----तेल पेरने और बेचने का पेशा करने वाली एक जाति।----
तैयारविशेषणविशेषणविशेषण--कुछ करने के लिए हर तरह से उद्यत;जो पक कर खाने योग्य हो गया हो;जो बन कर बिल्कुल ठीक और हर प्रकार से दुरस्त हो गया हो।--
तैरनासकारात्मक क्रिया----किसी जीव का हाथ पैर आदि चलाते हुए पानी में इस प्रकार आगे बढ़ना कि वह डूब न जाए।----
तैराकपुंलिंग----वह व्यक्ति जो अच्छी तरह तैरना जानता हो।----
तोड़नासकारात्मक क्रियासकारात्मक क्रिया---किसी वस्तु को ऐसा खंडित या नष्ट करना कि वह काम में आने योग्य न रह जाए;किसी नियम, कानून आदि का पालन न करना।---
तोड़फोड़स्त्रीलिंग----जान-बूझ कर क्षति पहुंचाने के उद्देश्य से किसी भवन या रचना को खंडित करना।----
तोरणपुंलिंगपुंलिंग---किसी बड़ी इमारत या नगर का प्रवेश द्वार।प्राय: शोभा या सजावट के लिए बनाए जाने वाला अस्थायी स्वागत-द्वार।---
त्यागपुंलिंग----किसी चीज पर अपना अधिकार या स्वत्व हटा लेने अथवा उसे छोड़ने की क्रिया।----
त्योहारपुंलिंग----कोई धार्मिक, सांस्कृतिक या जातीय उत्सव।----
त्रस्तविशेषणविशेषण---बहुत अधिक डरा हुआ, भयभीत;पीड़ित।---
त्रिशूलपुंलिंग----लोहे का तीन फलों वाला एक प्रसिद्ध अस्त्र जो शिवजी का प्रधान अस्त्र है।----
थकनाअकारात्मक क्रियाअकारात्मक क्रिया---श्रम के कारण शिथिल होना, श्रांत होना;उत्साह न रह जाना, हार जाना।---
थनपुंलिंग----गाय, बकरी आदि चौपायों का वह अंग जिसमें दूध जमा रहता है, स्तन।----
थपथपानासकारात्मक क्रिया----प्यार या लाड-चाव से अथवा आवेश शांत करने के लिए किसी की पीठ पर हथेली से धीर-धीरे थपथपाना।----
थप्पड़पुंलिंग----चाटा, तमाचा।----
थलचरपुंलिंग----पृथ्वी पर रहने वाले जीव।----
थलसेनास्त्रीलिंग----वायुसेना और नौसेना से भिन्न वह सेना जिसका कार्य क्षेत्र मुख्यत: स्थल तक सीमित हो (आर्मी)।----
थातीस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---धरोहर, अमानत;जमापूंजी, संचित धन।---
थानपुंलिंग----एक निश्चित लंबाई का कपड़ें का टुकड़ा।----
थानापुंलिंग----पुलिस चौकी, पुलिस कार्यालय।----
थापीस्त्रीलिंग----राज या मजदूर द्वारा छत पीटने के लिए प्रयोग में लाई जाने वाली चिमटी।----
थिरकनाअकारात्मक क्रिया----नाचने में अंगों को हाव-भाव के साथ संचालित करना।----
थूकनाअकारात्मक क्रिया----मुंह से थूक बाहर निकाल फेंकना।----
थूथनपुंलिंग----कुछ विशिष्ट प्रकार के पशुओं का लंबोतरा और कुछ आगे की ओर निकला हुआ मुंह।----
थैलापुंलिंग----झोला, कपड़े, टाट आदि का आधान जिसमें चीजें रखी जाती हैं।----
थोकपुंलिंगपुंलिंग---एक ही तरह की बहुत सी चीजों का ढेर या राशि;चीजें खरीदने-बेचने का वह प्रकार जिसमें बहुत सी चीजें एक साथ इकट्ठी खरीदी बेची जाती हैं। (खुदरा या फुटकर का विपर्याय)---
थोड़ाविशेषणक्रिया विशेषण---अल्प मात्रा या मान, उचित से कम।अल्प मात्रा में, कुछ, जरा।---