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विक्षनरी:हिंदी–हिंदी शब्दकोश/व

विक्षनरी से
शब्दव्याकरण-१व्या-२व्या-३व्या-४व्या-५अर्थ-१अर्थ-२अर्थ-३अर्थ-४अर्थ-५
वंशपुंलिंग----जीव या प्राणी की संतान परम्परा, कुल, खानदान।----
वंशजपुंलिंग----वंश विशेष में उत्पन्न संतान।----
वंशावलीस्त्रीलिंग----किसी वंश में उत्पन्न पुरुषों की पूर्वोंत्तर क्रम-सूची।----
वकालतस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---वकील का काम या पेशा ;अन्य व्यक्ति द्वारा किसी के पक्ष का किया जाने वाला मंडन, पक्ष समर्थन।---
वचन-बद्धविशेषण----जिसने किसी को कोई काम करने या न करने का वचन दिया हो।----
वधपुंलिंग----अस्त्र-शस्त्र से की जाने वाली हत्या।----
वधूस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---ऐसी कन्या जिसका विवाह हो रहा हो, अथवा हाल में हुआ हो, दुलहन ;पत्नी।---
वनवासपुंलिंग----वन का निवास, जंगल में रहना।----
वनस्पतिस्त्रीलिंग----जमीन से उगने वाले पेड़ पौधे, लताएँ आदि।----
वनितास्त्रीलिंग----औरत, स्त्री।----
वयस्कविशेषणविशेषण---शारीरिक दृष्टि से जिसका विकास पूर्णता पर पहुँच चुका हो अथवा यथेष्ट हो चुका हों, प्रौढ़;विधिक दृष्टि से आयु विशेष का वह व्यक्ति जिसे निर्वाचन में मत देने, अपनी संपत्ति की व्यवस्था करने, कानूनी विवाह करने आदि का अधिकार प्राप्त होता है, बालिग।---
वरपुंलिंगपुंलिंगपुंलिंग--वह जो किसी कन्या के विवाह के लिए उपयुक्त पात्र माना या समझा गया हो ;नव विवाहित स्त्री का पति, दुल्हा ;वरदान।--
वरूणपुंलिंगपुंलिंगपुंलिंग--जल के देवता ;समुद्र के देवता ;---
वरदानपुंलिंग----देवता, महापुरुष आदि के द्वारा दिया हुआ वर, किसी की कृपा या प्रसन्नता से हाने वाली फलसिद्धि।----
वर्गपुंलिंगपुंलिंग---स्वजातीय या समान-धार्मियों का समूह, श्रेणी;कुछ विशिष्ट कार्यो के लिए बना हुआ कुछ लोगों का समूह, दल।---
वर्गीकरणपुंलिंग----गुण-धर्म, रंग-रूप, आकार-प्रकार आदि के आधार पर वस्तुओं आदि के भिन्न-भिन्न वर्ग बनाना।----
वर्णनपुंलिंग----किसी विशिष्ट अनुभूति, घटना दृश्य, वस्तु व्यक्ति आदि के संबंध मे विस्तार पूर्ण कथन।----
वर्णमालास्त्रीलिंग----किसी लिपि के वर्णों या अक्षरों की यथाक्रम सूची।----
वर्तमानविशेषणविशेषण---जो इस समय अस्तित्व या सत्ता में हो अथवा लागू हो ;उपस्थित, प्रस्तुत, विद्यमान।---
वर्षगांठस्त्रीलिंग----जन्म की तिथि के बाद प्रतिवर्ष पड़ने वाला दिवस, जन्मदिन, साल गिरह।----
वसीयतस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---वह लिखित आदेश जिसमें लेखक की अनुपस्थिति में या मृत्यु के उपरान्त उसकी संपत्ति का वारिस अमुक व्यक्ति या अमुक संस्था होगी ;उक्त आशय का लिखा हुआ आदेश पत्र, वसीयत-नामा, इच्छापत्र।---
वसुन्धरास्त्रीलिंग----पृथ्वी।----
वसूलीस्त्रीलिंग----वसूल करने की क्रिया या भाव, उगाही।----
वस्तुस्त्रीलिंग----गोचर पदार्थ, चीज़।----
वस्त्रपुंलिंग----ऊन, रुई, रेशम आदि के कपड़े।----
वहसर्वनाम----बात चीत में दूर स्थित या परोक्ष व्यक्ति या पदार्थ को संकेत का शब्द।----
वहाँअव्यय----उस स्थान में, उस जगह।----
वांछनीयविशेषण----जिसकी वांछा या कामना की गई हो या की जाने वाली हो।----
वांछितविशेषण----चाहा हुआ, इच्छित।----
वाङ्मयपुंलिंग----लिपिबद्ध विचारों का समस्त संग्रह या समूह, साहित्य।----
वाणिज्यपुंलिंग----बहुत बड़े पैमाने पर होने वाला व्यापार।----
वाणीस्त्रीलिंगस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग--मुँह से निकलने वाली सार्थक बात, वचन, स्वर ;जिह्वा, जीभ ;सरस्वती।--
वातानुकूलनपुंलिंग----यांत्रिक या वैज्ञानिक प्रक्रिया से ऐसी व्यवस्था करना कि किसी घिरे हुए स्थान के तापमान पर उसके बाहर के तापमान का प्रभाव न पड़ने पाए अर्थात् उस स्थान के अंदर की गर्मी या सर्दी नियंत्रित और नियमित रहे (एयर कंडिशनिंग)।----
वातावारणपुंलिंगपुंलिंग---वायु की वह राशि जो पृथ्वी, ग्रह आदि पिंडों को चारो ओर से घेरे रहती है, वायुमंडल ;परिस्थिति, पर्यावरण।---
वात्सल्यपुंलिंग----माता-पिता के हृदय में होने वाला अपने बच्चों के प्रति नैसर्गिक प्रेम।----
वाद-विवादपुंलिंग----खंडन-मंडन, तर्क-वितर्क, वाद-विवाद।----
वादीपुंलिंग----वह जो न्यायालय में किसी के विरुद्ध कोई अभियोग उपस्थित करे, फरियादी।----
वायुस्त्रीलिंग----हवा, वात।----
वायुमार्गपुंलिंग----हवाई मार्ग, विमान मार्ग।----
वायु सेनास्त्रीलिंग----देश के वायुमार्गों की रक्षा करने वाली सेना, हवाई सेना।----
वार्तालापपुंलिंग----बातचीत, कथोपकथन, संवाद।----
वार्षिकविशेषणविशेषण---प्रतिवर्ष होने वाला, एक वर्ष के बाद होने वाला ;एक वर्ष तक चलता रहने वाला।---
वाष्पपुंलिंग----भाप।----
वास्तविकविशेषण----जो वास्तव में हो, यथार्थ, सत्य।----
वाहनपुंलिंग----ऐसा साधन जिस पर चढ़कर लोग कहीं आते जाते हों।----
विकरालविशेषण----भीषण आकृति वाला, डरावना।----
विकलविशेषण----बेचैन, व्याकुल।----
विकासपुंलिंग----प्रसार, अभिवृद्धि, उन्नति।----
विक्रमपुंलिंग----पौरुष, बल, वीरता, पराक्रम।----
विख्यातविशेषण----प्रसिद्ध, मशहूर।----
विचारपुंलिंगपुंलिंग---मन ही मन तर्क-वितर्क करके कुछ सोचने या समझने की क्रिया या भाव, मनन, चिंतन ;मत, राय, धारणा।---
विचार-विमर्शपुंलिंग----किसी समस्या पर विचारों का आदान-प्रदान, सलाह-मशवरा।----
विचित्रविशेषण----साधारण से भिन्न, अद्भुत, अनोखा।----
विजयस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---शत्रु या प्रतिस्पर्धी को हराने का भाव, जीत;सफलता, कामयाबी।---
विजेतापुंलिंग----जीतने वाला, विजयी।----
विज्ञानपुंलिंग----आविष्कृत सत्यों तथा प्राकृतिक नियमों पर आधारित क्रमबद्ध तथा व्यवस्थित ज्ञान।----
विज्ञापनपुंलिंगपुंलिंग---प्रचार तथा बिक्री आदि के उद्देश्य से पत्रिकाओं आदि में प्रकाशित कराई जाने वाली सूचना।प्रचार आदि के उद्देश्य से बांटी जाने वाली सामग्री, इश्तहार।---
विडंबनास्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---क्रूर परिहास ;असंगति।---
वितरणपुंलिंग----बांटना, देना।----
विदूषकपुंलिंग----अपने वेश, चेष्टा, बातचीत आदि से अथवा ढोंग रचकर और दूसरों की नकल उतार कर लोगों को हंसाने वाला, मसखरा, नाटकों में इस प्रकार का पात्र।----
विदेशपुंलिंग----स्वदेश से भिन्न कोई दूसरा देश।----
विद्यास्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---अध्ययन, शिक्षा आदि से अर्जित किया जाने वाला ज्ञान;किसी तथ्य या विषय का विशिष्ट और व्यवस्थित ज्ञान।---
विद्यालयपुंलिंग----शिक्षण संस्थान (स्कूल)।----
विद्युतस्त्रीलिंग----बिजली।----
विद्रोहपुंलिंग----राज्य या शासन के विरुद्ध किया जाने वाला आचरण और व्यवहार, उपद्रव।----
विधर्मीपुंलिंगपुंलिंग---अपने धर्म के विपरीत आचरण करने वाला, धर्म भ्रष्ट;दुसरे धर्म का अनुयायी।---
विनतीस्त्रीलिंग----विनीत भाव से की जाने वाली प्रार्थना अनुनय-विनय।----
विनयस्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---विनम्रता और सौजन्य ;नम्रतापूर्वक की जाने वाली प्रार्थना या विनती।---
विनीतविशेषण---जिसमें विनय हो, विनयी, नम्र, सुशील और शिष्ट।----
विनोदपुंलिंगपुंलिंग---मन-बहलाव, मनोरंजन ;हंसी-ठट्ठा।---
विपक्षपुंलिंग----विरोधी पक्ष या दल।----
विपुलविशेषण----संख्या या परिमाण में बहुत अधिक।----
विमलविशेषण----मल-रहित, निर्मल, साफ, दूषण रहित।----
विमोचनपुंलिंगपुंलिंग---बंधन आदि खोलकर मुक्त करना, छुड़ाना या छोड़ना ;प्रकाशनोद्घाटन।---
वियोगपुंलिंगपुंलिंग---ऐसी अवस्था जिसमें दो जीव विशेषत: प्रेमी एक दूसरे से दूर हों और इस प्रकार उनमें मिलन न होता हो, विप्रलंभ ;उक्त अवस्था के फलस्वरूप पेमियों को होने वाला कष्ट।---
विराटविशेषण----बहुत बड़ा या व्यापक।----
विरामपुंलिंगपुंलिंगपुंलिंग--क्रिया, गति, चाल आदि में होने वाला अटकाव, ठहराव या पड़ाव ;वाक्य की समाप्ति पर लगाया जाने वाला रुकने का चिह्न, पूर्णविराम ;विश्राम, आराम।--
विरोधपुंलिंग----किसी कार्य या प्रयत्न को रोकने या विफल करने के लिए विपरीत होने वाला प्रयत्न, विपरीतता।----
विलंबपुंलिंग----ऐसी स्थिति जिसमें अनुमान, आवश्यकता, औचित्य से अधिक समय लगे, देर, देरी।----
विलयपुंलिंगपुंलिंग---एक पदार्थ का अथवा राज्य का किसी दूसरे पदार्थ या राज्य में घुलना-मिलना, विलीन होना।सृष्टि का नष्ट होकर अपने मूल तत्त्वों में मिल जाना, प्रलय अथवा ध्वंस, नाश।---
विलासपुंलिंगपुंलिंग---अधिक मूल्य की और सुख-सुभीते की वस्तुओं का ऐसा उपयोग या व्यवहार जो केवल मन प्रसन्न करने के लिए हो, शौकीनी ;अनुराग तथा प्रेम में लीन होकर की जाने वाली क्रीड़ा, सुखोपभोग, विषयानंद।---
विलीनविशेषणविशेषण---जो अपनी स्वतन्त्र सत्ता खोकर दूसरे में मिल गया हो ;गायब, लुप्त, अदृश्य।---
विलोमविशेषणविशेषण---समान्य क्रम से न होकर विपरीत क्रम से होने वाला;विपरीत अर्थ वाला।---
विवशविशेषण----मजबूर, बाध्य, लाचार।----
विवादपुंलिंगपुंलिंग---कहा-सुनी, तकरार ;पारस्परिक मतभेद।---
विवाहपुंलिंगपुंलिंग---शादी, पाणिग्रहण ;उक्त के अवसर पर होने वाला उत्सव या धार्मिक कृत्य।---
विवेकपुंलिंग----सत् और असत् का निर्णय करने वाली बुद्धि, सुबुद्धि।----
विशालविशेषणविशेषण---बड़ा, बृहद्;भव्य, शानदार।---
विशिष्टविशेषणविशेषण---(वस्तु) जिसमें औरों की अपेक्षा कोई बहुत बड़ी विशेषता हो ;(व्यक्ति) जिसे अन्यों की अपेक्षा अधिक आदर, मान आदि प्राप्त हो।---
विशेषविशेषणविशेषण---जिसमें औरों की अपेक्षा कोई नई बात अथवा कुछ अधिकता हो, विशेषतायुक्त।विचित्र, विलक्षण।---
विश्रामपुंलिंग----आराम, चैन, सुख।----
विषपुंलिंग----ज़हर।----
विषमविशेषणविशेषणविशेषण--जो सम अर्थात् समान या बराबर न हों, असमान ;जो (संख्या) दो से भाग देने पर पूरी न बटे;(कार्य, स्थिति, या विषय) जो कठिन या विकट हो।--
विषय-सूचीस्त्रीलिंग----विषयों की अनुक्रमणिका या सूची।----
विसंगतिस्त्रीलिंग----संगति का न होना, असंगति।----
विस्फोटपुंलिंग----एकत्र गेस, बारूद आदि का अग्नि या ताप के कारण जोर का शब्द करके बाहर निकल पड़ना।----
वेसर्वनाम----'वह' का बहुवचन रूप।----
वेगपुंलिंग----गति या चाल की तीब्रता या तेजी, शीघ्रता।----
वेतनपुंलिंग----तनख्वाह।----
वेदवाक्यपुंलिंग----ऐसा वाक्य या कथन जिसकी सत्यता असंदिग्ध हो।----
वेदीस्त्रीलिंग----मांगलिक या शुभ कार्य के लिए तैयार किया हुआ चौकोर स्थान, वेदिका।----
वेशभूषास्त्रीलिंग----पहनने के कपड़े, पोशाक, पहरावा।----
वैज्ञानिकपुंलिंगविशेषण---विज्ञान का ज्ञाता, विज्ञानवेत्ता।विज्ञान-संबंधी।---
वैरपुंलिंग----घोर शत्रुता।----
वैश्यपुंलिंग----हिंदुओं में तीसरे वर्ण का व्यक्ति जिसका मुख्य कर्म व्यापार कहा गया है।----
व्यंगपुंलिंगपुंलिंग---शब्द की व्यंजना शक्ति द्वारा निकलने वाला अर्थ, कटाक्ष, ताना ;विडम्बना।---
व्यंग्य-चित्रपुंलिंग----किसी घटना, बात, व्यक्ति आदि की हँसी उड़ाने के उद्देश्य से बनाया गया उपहासात्मक तथा सांकेतिक चित्र।----
व्यंजनास्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---व्यंग्यार्थ-बोधक, शब्द की तीन प्रकार की शक्तियों में से एक ;व्यंग्यार्थ।---
व्यक्तविशेषण----प्रकट, प्रत्यक्ष।----
व्यक्तिपुंलिंग----मनुष्य, आदमी, व्यष्टि।----
व्यक्तिगतविशेषण----किसी एक ही व्यक्ति से संबंधित।----
व्यथास्त्रीलिंग----उग्र शारीरिक या मानसिक पीड़ा।----
व्ययपुंलिंगपुंलिंग---खर्च;उपभोग आदि में आने के कारण किसी चीज का होने वाला क्षय, नाश या लोप।---
व्यवसायपुंलिंग----जीविका-निर्वाह का साधन, पेशा, व्यापार।----
व्यवस्थास्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---प्रबंध, इन्तजाम ;ठीक अवस्था, अच्छी हालत।---
व्यष्टिस्त्रीलिंग----समीष्ट का एक स्वतंत्र अंग, व्यक्ति।----
व्यस्तविशेषण----कार्य आदी में लगा हुआ अथवा उलझा हुआ।----
व्याकुलविशेषणविशेषण---बेचैन, व्यग्र, विकल ;उत्कंठित, उत्सुक।---
व्याख्यास्त्रीलिंगस्त्रीलिंग---सविस्तार वर्णन, विवेचन ;अर्थ का स्पष्टीकरण, टीका।---
व्याघ्रपुंलिंग----बाघ, शेर।----
व्याघिस्त्रीलिंग----शारीरिक कष्ट, बीमारी।----
व्यापकस्त्रीलिंग----चारों ओर फैला हुआ, विस्तृत ;वृहद।---
व्यापारपुंलिंग----रोज़गार, तिजारत।----
व्यायामपुंलिंग----कसरत।----
व्युत्पत्तिस्त्रीलिंग----मूल, उद्गम या उत्पत्ति का स्थान।----
व्योमपुंलिंग----आकाश, अंतरिक्ष, आसमान।----