विछल पु [सं॰ वत्सल] पुत्रवत् प्रेम करनेवाला । उ॰—राम टेक जुग जुग अमर परगट भक्त निसाण । भक्त विछल विरद बिस्त- रयो भगवद वचन प्रमाण ।—राम॰ धर्म॰, पृ॰ २४३ ।