विजन
हिन्दी[सम्पादन]
प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]
शब्दसागर[सम्पादन]
विजन ^१ वि॰ [सं॰] जिसमें अथवा जहाँ आदमी न हो । जनरहित । एकांत । निराला । उ॰—तहाँ सचिव सब लेहिं सुधारी । भूपहि विजन भवन मह डारी ।—रघुराज (शब्द॰) ।
विजन ^२ संज्ञा पुं॰ [सं॰]
१. निर्जन या एकांत स्थान ।
२. गवाह या साक्ष्य का अभाव [को॰] ।
विजन पु ^३ संज्ञा पुं॰ [सं॰ व्यजन] हवा करने का पंखा । बीज्न । उ॰—(क) मुरछल चँवर विजन बहु करते । मृदु कहि राह परिस्रम हरते ।—गोपाल (शब्द॰) । (ख) कोऊ विजन डोलावन लागे । कोउ सींचे जल अति अनुरागे ।—रघुराज (शब्द॰) ।