वितस्ति

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

वितस्ति संज्ञा पुं॰ [सं॰]

१. उतना परिमाण जितना हाथ अँगूठे और उँगली को पूरा पूरा फैलाने से होता है । बालिश्त । बित्ता ।

२. बारह अंगुल का परिमाण ।