वितस्ति संज्ञा पुं॰ [सं॰] १. उतना परिमाण जितना हाथ अँगूठे और उँगली को पूरा पूरा फैलाने से होता है । बालिश्त । बित्ता । २. बारह अंगुल का परिमाण ।