विपुलता संज्ञा स्त्री॰ [सं॰] आधिक्य । बहुतायत । बड़ाई । उ॰— खड़ी बोली में उसकी भी विपुलता है ।—अर्चना (भू॰), पृ॰ 'ख' ।