विलक्षण

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हिन्दी[सम्पादन]

प्रकाशितकोशों से अर्थ[सम्पादन]

शब्दसागर[सम्पादन]

विलक्षण । अनूठा । अपूर्व । जैसे,— नोखे की नाउन बाँस की नहरन (स्त्रियाँ) ।

विलक्षण ^१ वि॰ [सं॰]

१. साधारण से भिन्न । असाधारण । अपूर्व । अदभुत । उ॰—इस युग में न केवल राजनीतिक, धार्मिक, आर्थिक एवं सामाजिक दृष्टि से ही देश को उन्नति हुई वरन् हिंदी काव्य का भी विलक्षण उत्कर्ष हुआ । —अकबरी॰, पृ॰ ६ ।

२. अनोखा । अनूठा ।

३. भिन्न । इतर (को॰) ।

४. जिसमें कोई विशेष लक्षण या चिह्न न हो (को॰) ।

५. अशुभ लक्षणों से यक्त (को॰) ।

६. निस्तेज । बुझी हुई । निष्प्रभ (को॰) ।

विलक्षण ^२ संज्ञा पुं॰

१. निष्फल या व्यर्थ स्थिति ।

२. गौर से देखना । अवेक्षण करना [को॰] ।